हेलो दोस्तों तो हम देख रहे थे अपनी ह्यूमन एनाटॉमी और फिजियोलॉजी बी फार्मेसी फर्स्ट सेमेस्टर और आसामीस की यूनिट फर्स्ट को स्टार्ट कर रहे हैं तो अगर यूनिट में देखा जाए तो यहां पर तीन चैप्टर हमारे इसके अंदर आते हैं पहले हमारे इसमें आता है इंट्रोडक्शन तू ह्यूमन बॉडी सेकंड हमारा इसके अंदर आता है सेल्यूलर लेवल ऑफ ऑर्गेनाइजेशन और थर्ड आता है इसके अंदर टिशु लेवल ऑफ ऑर्गेनाइजर तो जैसा आप लोगों से मैंने पूछा था तो आपने कमेंट में बताया था की आपको जो है चैप्टर वाइस जो है सारे वीडियो लेक्चर चाहिए तो आज के इस वीडियो में बेसिकली हम इसके चैप्टर वन को कंप्लीट कर करने वाले हैं तो वीडियो देखो थोड़ी सी लेंडी हो जाएगी क्योंकि चैप्टर वन हमारा थोड़ा सा बड़ा है तो सर कुछ आपको एक ही वीडियो मिलेगा तो वीडियो थोड़ी सी लेंथ हो जाएगी लेकिन मैं क्या करूंगा की जो हमारे से सब पार्ट्स है ना इनका टाइम इस टाइम दे दूंगा यानी की या तो आपको डिस्क्रिप्शन में स्टार्टिंग में लिखा मिल जाएगा ये आपको यहां पे वीडियो पे आप क्लिक करोगे तो यहां पर आपको कुछ स्टेम वगैरा मिल जाएंगे तो जो भी हमारे इसके अंदर सब टॉपिक टाइमिंग आपको मिल जाएगा तो जो भी आपको देखना हो या आप चाहे तो एक इस वीडियो को दो-तीन बार में देख सकते हो पहले एक दो टॉपिक नेक्स्ट मैं देख लिए तो इस तरह भी आप इस वीडियो को चेक आउट कर सकते हो बाकी बात करें अगर हम चैप्टर वन मैं तो यहां पर हमारे चैप्टर का नाम है इंट्रोडक्शन तू ह्यूमन बॉडी तो देखो ये पुरी की पुरी जो हमारी एचपी है या ह्यूमन एनाटॉमी फिजियोलॉजी है उसमें हम अपने ह्यूमन बॉडी के बड़े में बात करेंगे तो इसीलिए जो हमारा चैप्टर वन है उसमें हम बेसिकली इस पूरे ह्यूमन बॉडी का इंट्रोडक्शन जन वाले हैं की हमारी बॉडी में क्या कैसे है और हमारे बॉडी कम वगैरा कैसे करते हैं कुछ बेसिक बातें क्या है तो इन सब के बड़े में जान वाले हैं तो अगर हम इसके अंदर टॉपिक देंगे क्या-क्या पढ़ने वाले हैं तो सबसे पहले हम जानेंगे डेफिनेशन और स्कोप ऑफ एनाटॉमी और फिजियोलॉजी इसकी डेफिनेशन क्या स्कोप क्या-क्या हो सकते हैं सेकंड हमारा रहेगा लेवल्स ऑफ स्ट्रक्चर ऑर्गेनाइजेशन जो हमारे ये बॉडी है उसके लेवल्स वगैरा क्या है थर्ड हमारे इसमें रहने वाला है बॉडी सिस्टम के बड़े में फोर्थ रहेगा हमारे यहां पर बेसिक लाइव प्रोसेस हमारी क्या होती है फिफ्थ रहेगा होमियोस्टैटस और सिक्स रहेगा बेसिक एनाटॉमिकल टर्मिनोलॉजी तो यहां पर अगर देखा जाए तो सबसे ज्यादा जो इंपॉर्टेंट वाला पार्ट है वो रहने वाला है हमारा होमियोस्टैटस जो हमारा कई बार जो है 10 मार्क्स वगैरा में भी ए जाता है 57 में तो आता ही राहत है उसके अलावा जो डेफिनेशन है ये हमारे आते रहते हैं फिर ये कुछ बातें इनका जानना बहुत जरूरी है क्योंकि ये आने वाले आपका जो एचपी के सब्जेक्ट आने वाले की यूनिट वगैरा उनमें बहुत ज्यादा हेल्प करेंगे तो इसको हम स्टार्ट करेंगे लेकिन उससे पहले आपको एक कमेंट्स में आंसर बताना है की ह्यूमन बॉडी से आप क्या समझते हो और ह्यूमन बॉडी को आप कैसे डिफाइन कर सकते हो मैंने बोला की कुछ क्वेश्चन मैं भी आपसे पूछूंगा और अगर कोई भी डाउट्स आपको आएगा इस पूरे वीडियो के दौरान तो वो आप कमेंट करके पूछ सकते हो तो सबसे पहले आपको कहना है ह्यूमन बॉडी को आप कैसे डिफाइन कर सकते हो आप क्या समझते हो वो आपको कमेंट्स में लिख के बताना है चाहे हिंदी में लिखो चाहे इंग्लिश में लिखो कुछ नहीं बस आपको कमेंट्स में लिख के बताना है बाकी चलिए यहां सबसे पहले हम स्टार्ट करते हैं डेफिनेशन और स्कोप ऑफ एनाटॉमी और फिजियोलॉजी लेकिन उससे पहले हेलो दोस्तों कैसे हो आप सभी लोग आई होप आप सभी लोग बहुत बहुत अच्छे होंगे तो मेरा नाम है आकाश कुमार और स्वागत करता हूं मैं आप सभी के अपने चैनल केयर वेल फार्मा में तो हम प्रोवाइड करते हैं आपको फ्री बी फार्मेसी के वीडियो लेक्चर विद फ्री नोट चलिए तो सबसे पहले हम यहां समझेंगे की ह्यूमन एनाटॉमी और फिजियोलॉजी को आप कैसे डिफाइन कर सकते हो तो इसको पहले मैंने पिछली वीडियो में पूछा था तो यहां पर क्या हो गया की आईटी इस डिफाइंड है देखो कोई भी आपको डेफिनेशन स्टडी ऑफ स्ट्रक्चर और फंक्शन ऑफ ह्यूमन बॉडी यानी एनाटॉमी से हम समझते हैं स्ट्रक्चर और फिजियोलॉजिकल हम समझते हैं फंक्शन तो जो हमारी स्ट्रक्चर और फंक्शन की स्टडी है यानी की इन दोनों को जो हम पढ़ रहे हैं इस को हम क्या बोलते हैं ह्यूमन एनाटॉमी फिगर या शॉर्ट में बोलते हैं हप यहां पर हम बोल देते हैं ठीक है अब यहां पर अगर हम एक-एक करके इनको डिफाइन करें तो कैसे करेंगे एनाटॉमी के अगर बड़े में बात करें तो आईटी इसे एन ब्रांच ऑफ साइंस विच डील विद डी स्टडी ऑफ स्ट्रक्चर ऑफ डिफरेंट अंग ऑफ ह्यूमन बॉडी तो वैसे तो मैंने ये पूरा जो सब्जेक्ट है उसको मैंने पिछले वीडियो में आपको डीटेल्स में पूरा बता दिया कैसे क्या है यहां सॉर्ट वन डेफिनेशन समझ लो तो बस एनाटॉमी क्या है की अगर हम अपने किसी भी बॉडी अंग या बॉडी के स्ट्रक्चर के बड़े में बात कर रहे हैं तो वो हमारी इसके अनैडोमी हो जाएगी और अगर हम किसी भी बॉडी के फंक्शन के बड़े में बात कर रहे हैं तो वो हमारी इसकी फिजियोलॉजी हो जाएगी तो जैसे अगर एग्जांपल के लिए हम अपने हार्ट को लेते हैं जो हमारा दिल है तो अगर हम दिल के बड़े में बात करें और एटॉमिक तो तेल हमारा बना कैसे तो एक तरह से देखा जाए तो दिन जो हमारी फिट होती है ये मोती होती है इसी के कुछ आकर का होता है और इसी के साइज का होगा जितनी आपके सिस्टम है उतना ही बड़ा आपका दिल होगा तो ये इसका स्ट्रक्चर हो गया अब स्ट्रक्चर के अंदर क्या है की इसके अंदर अतरियम पाया वेंट्रीकल्स होते हैं और क्या होता है यहां से इन करता है हमारा ब्लू यहां से हमारा ब्लू बाहर निकलता है जो हमारी अलता होती है वो वाला तो इस तरह से पूरा मार्क है स्ट्रक्चर है अब यहां पर हम बात करते हैं ये एनाटॉमी हो गया अगर हम इसके स्ट्रक्चर के बड़े में बात करेंगे अब अगर हम इसके फंक्शन के बड़े में बात करेंगे तो अगर हम यही पर इस वाले हट के फंक्शन के बड़े में पढ़ने ग जाए तो ये हमारी इसकी फिजियोलॉजी है जैसे इसके फंक्शन क्या है यानी की ये कम क्या करता है तो हमारे हार्ट का कम है की ये ब्लू सरकुलेशन करता है यानी की पुरी बॉडी में हमारे ब्लू को पहुंचना है सेकंड हमारा क्या करता है की ये हमारा जो लक्स होते हैं उनसे ऑक्सिजनेटेड ब्लू होता है यानी की जिनके अंदर ऑक्सीजन होती है वो वाला ब्लू हमारा हार्ट लगा लक्स है और जो हमारा जी मतलब ऑक्सीजन खत्म हो गया co2 ए जाति है जो हमारे ब्लू में वो वाले ब्लू को हमारा लक्स में दोबारा पहुंच देता है जिससे लक्स के द्वारा वो कोड हमारी co2 हमारी वापस निकाल जाति है बॉडी से बाहर तो ये जो सरकुलेशन है यानी की जो एक्स इन्हेल और एक्स का कम है उसमें हमारा ब्लू भी बहुत बड़ा रोल प्ले कर रहा है क्योंकि ये ऑक्सीजन और co2 को क्या का रहा है एक्सचेंज कर रहा है तो ये हमारा कुछ फंक्शन हो गया हार्ट के बड़े में और ये हमारा स्ट्रक्चर हो गया तो इन दोनों की जो कंबाइन शिवम क्या बोलते हैं एनाटॉमी और फिजियोलॉजी बोलते हैं अब यहां पर इसके हमने डेफिनेशन समझ लिया यहां पर आप थोड़ा सा स्कोप के बड़े में बात करते हैं स्कोप हमारे एनाटॉमी और फिजियोलॉजी के क्या होंगे तो स्कोप मतलब बेसिकली क्या है की इससे हम क्या-क्या कर सकते हैं यानी की जो हमारा एनाटॉमी फिजियोलॉजी है इसके बाद इसको पढ़ने के बाद हम क्या-क्या चीज कर सकते हैं तो इस को हम क्या बोलते हैं स्कोप बोलते हैं जैसे आप बोलते हैं स्कोप आफ्टर फॉर्म मैसेज यानी की फार्मेसी करने के बाद आप आगे क्या-क्या कर सकते हो वही है की ये पढ़ने के बाद आप एन एटम पढ़ने के बाद आप आगे क्या कर सकते हो तो यहां पर सिंबल क्या है की इसके अंदर बेसिकली आप स्ट्रक्चर और फंक्शन के बड़े में बात करते हो सेकंड क्या है की अगर कोई हमारा जो नॉर्मल हेल्थ है तो उसके पैरामीटर के बड़े में भी आपको इसी एनाटॉमी और फिजियोलॉजी के अंदर पता लगेगा जैसे हमारे बॉडी का टेंपरेचर कितना होना चाहिए हमारे बॉडी के फ कितने होने चाहिए हमारे बॉडी को बेसिकली कितना रिक्वायर्ड है बीपी कितना होना चाहिए तो ऐसी बहुत साड़ी बात है जो आपको थोड़ा बहुत बना कर लिख सकते हो फिर इसी एनाटॉमी फिजियोलॉजी के अंदर आपको पैथोलॉजी के बड़े में पता लगेगा की कोई भी हमारे बीमारी कैसे हो रही है बीमारी के बड़े में क्या है हमारा हार्ट कैसे कम कर है ये पता लगेगा हमारी बॉडी फैट कैसे रही है बॉडी डेवलप कैसे हो रही है ये पता लगेगा सर्जरी कैसे हो यह पता लगेगा तो यह कुछ बातें हैं लेकिन इसके अलावा बहुत साड़ी चीज जो आप स्कोप के अंदर डाटा उसे करते हो की हमारा हट कैसे कम कर सकता है ये हमारी बॉडी मूवमेंट कैसे कर रही है हमारा खाना डाइजेस्ट कैसे हो रहा है हम लोग सांस कैसे ले रहे हैं तो एवरीथिंग जो भी हमारे बॉडी से रिलेटेड चीज है वो सारे के सारे हमारी इसी एचपी के अंदर आई है तो बस आपको यहां पर स्कोप के अंदर कोई भी बात आप बना कर लेकर ए सकते हो देखो केवल ऐसा नहीं है की मैंने जो नोट्स देख के दे दिए वही हमारे एप्लीकेबल आप खुद से भी कुछ रेड है वो चीज लिख कर ए सकते हो वो भी आपके ठीक होगी बस वो रिलेटेबल हनी चाहिए यानी की उससे मिलती जलती हनी चाहिए तो इस तरह भी आप आगे चीज लिख कर ए सकते हो जैसे एग्जांपल के लिए मैंने यहां लिखा है हिस्टोलॉजी तो हिस्टोलॉजी क्या है स्टडी अबाउट टिशु यानी की हिस्टोलॉजी भी एक तरह से हमारा स्कोप है की अगर पढ़ने हैं तो उसके साथ हम क्या कर सकते हैं अपने बॉडी के टिशु के बड़े में स्टडी वगैरा कर सकते हैं तो वो हमारी हो जाएगी हिस्टोलॉजी तो ये कुछ स्कोप के बड़े में हो गया तो यहां पर देखा जाए तो हमने एक टॉपिक अपना कर कर लिया डेफिनेशन और स्कोप ऑफ एनाटॉमी और फिजियोलॉजी नो सेकंड हमारे यहां पर टॉपिक आता है लेवल्स ऑफ स्ट्रक्चरल ऑर्गेनाइजेशन अब ये स्ट्रक्चरल ऑर्गेनाइजेशन एक्चुअल में है क्या यहां पर तो देखो स्ट्रक्चर क्या होता है जो हमारी बॉडी बनी कैसे है और ऑर्गेनाइजेशन से यहां मतलब है हमारी ह्यूमन बॉडी क्योंकि यहां पर स्टार्टिंग में आपको क्या दिखे रहा है इंट्रोडक्शन तो ह्यूमन बॉडी यानी की जो भी हमारे अंदर के टॉपिक आते हैं वो सब हमारे ह्यूमन बॉडी के बड़े में यानी की जो हमारी बॉडी है उसके बड़े में सारे के टॉपिक यहां रिलेटेड है तो यहां पर हमारा बेसिकली टॉपिक क्या है स्ट्रक्चरल ऑर्गेनाइजेशन हमारी कैसे-कैसे बनी है अब इसको आप कैसे समझ सकते हो इसको समझना के लिए हम एक सिंपल सा एग्जांपल ले लेते हैं तो अगर मैं आपसे पूछूं की मां लो हमारे ह्यूमन जो हमारा घर होता है कोई भी जी घर में आप रहते हो वो हमारा कैसे बना होता है तो आप क्या बोलोगे कोई भी जो हमारा घर है वो करों से बना होता है ठीक है अब जो हमारे कमरे हैं वो हमारे दीवारों से बनते हैं जो आपकी दीवार वगैरा होती है अब जो दीवार है वो हमारे ईंटों से बंटी हैं ठीक है ईट जो हमारी एट और मसाले मिलकर अब जो हमारे ईट है वो हमारे किस बंटी है मिट्टी से बंटी है तो यहां पर आपने एक तरह से क्या देखा की आपका कोई भी जो हमारा घर था ऐसे जो कोई भी आपका बड़ा बड़ा घर था या आपका कोई कॉलेज होगा तो उसमें क्या देखा आपने की वो हमारे करों से बने थे वो कमरे हमारे दीवारों से बने थे जो ये दीवार है वो हमारे इस तरह की ईंटों से बनी हुई थी अब जो जो हमारी ईट है और मसाले से बनी थी अब जो हमारी ईट है वो हमारी किसी मिट्टी से बनी हुई थी तो आपने यहां पर देखा की इनिशियल जो हमारा पार्ट हो जाएगा वो हमारा क्या हो जाएगा एक मिट्टी हो जाएगी यानी की जो हमारी बड़े-बड़े घर या जो कुछ है वो हमारे किस बने हैं ओवरऑल हमारे मिट्टी से बैंक हुए गए हैं तो इस तरह से यहां पर बात हो रही है की जो हमारी ह्यूमन बॉडी है वो एक्चुअल में किस चीज से बनी है वैसे तो बोलते हैं हमारा जो शरीर है वो भी हमारे मिट्टी का होता है लेकिन एक्चुअल में मिट्टी का नहीं होता तो वो हमारी बॉडी एक्चुअल में बनी किस चीज से हमारी बॉडी बनी कौन से एलिमेंट्स से किसके चीजों से इस के बड़े में हम इसमें बात करते हैं लेवल्स ऑफ स्ट्रक्चर ऑर्गेनाइजेशन के बड़े में तो यहां पर बेसिकली हमारे सिक्स लेवल बोले जा रहे हैं जैसे यहां पर अगर देखा जाए हम बोल सकते हैं पूरा बड़ा कॉलेज हो गया उसके नीचे हमारे कमरे हो गए दूसरा हो गया कमरे के अंदर हमारे दीवारों हो गई तीसरा हो गया दीवारों के अंदर हमारे ये इंटर हो गई कर हो गया ईंटों के अंदर हमारे मिशन के पांच हो गए तो इस तरह हमारी पांच एक तरह से लेवल हो गई इसी तरह जो हमारी ह्यूमन बॉडी है वो सिक्स लेवल ऑर्गेनाइजर स्ट्रक्चर है यानी की हमारी जो ह्यूमन बॉडी है वो छह लेवल से बनी हुई है अब ये लेवल कौन-कौन से कैसे कैसे हैं तो सबसे पहले हमारे आता है केमिकल लेवल या इसको हम बोल सकते हैं मॉलेक्युलर लेवल अब आपको पता है की जो हमारी बड़ी है जो आप पूरे दुनिया में सबसे छोटी चीज हमारी क्या है सबसे छोटी चीज हमारे जो एटम होते हैं एटम बहुत ही बदले जैसे हमारा ऑक्सीजन हो गया कार्बन डाइऑक्साइड हो गया नाइट्रोजन हो गया क्लोरीन हो गया तो इन सब के जो सबसे छोटे-छोटे पार्ट्स होते हैं उसको हम एटम बोलते हैं तो जो कोई भी हमारे होते हैं छोटे-छोटे एटम्स होते हैं अब ये ते भी हमारे एटम होते हैं और ये जितने भी एलिमेंट मॉलेक्युलिस आपको मिला दें तो इन सब से मिल्क हमारा बंता है एक सेल और इसको हम बोलते हैं सेल्यूलर लेवल अब इस सेल्यूलर लेवल के अंदर हमारे क्या आते हैं सेल आते हैं अब इसको वैसे जो हमारा सेल होता है इसको हम सबसे छोटी इकाई यानी की सबसे स्मालेस्ट यूनिट बोलते हैं अपनी पुरी बॉडी की लेकिन ये सेल भी हमारे कुछ केमिकल्स या मॉलिक्यूल से मिलकर बने होते हैं लेकिन यहां बेसिकली हमारा क्या बन जाता है इन केमिकल और मॉलेक्युलिस को अगर हम मिला दें तो इनको मिलकर हमारा बन जाता है सेल्यूलर लेवल यानी की हमारी बॉडी के सेल्स बन जाते हैं अब सेल्स जो हमारे होते हैं इसको हिंदी में कोशिका बोलते हैं अगर किसी ने 11-12 में पढ़ा होगा तो ये सेल्स हमारे अगेन मिल जाते हैं यानी की बहुत सारे शैलजाम हम आपसे मिलने रहते हैं तो सेल्स मिलकर हमारे बन जाते हैं टिशु अब इसको मैं थोड़ा सा आपको इस तरह दिखा देता हूं जिससे आपको ये समझना में होगी मां लो कोई पहले लेवल हमारे होते केमिकल लेवल है इसको हम मॉलेक्युलिस लेवल बोलते हैं कोई भी छोटे-छोटे हमारे पार्टिकल्स होते हैं ये कोई भी एलिमेंट्स वगैरा होते हैं एटम होते हैं तो ये सब आपस में मिलकर हमारे क्या बनाते हैं सेल बना देते हैं तो पहले हमारी क्या होगी सेकंड हमारी लेवल हो जाति है सेलो लेवल जिसका हम बोलते हैं सेल्स बोलते हैं जो इस तरह की हमारी सीओएसईसी हो जाति है अब ऐसी जब हमारे सेल्स होते हैं बहुत सारे सेल्स हैं हमारे मिल जाते हैं तो वो हमारे बना देते हो यानी की देखा जाए तो टिशु कोई भी एक अलग चीज नहीं है टिशु को हम क्या बोल रहे हैं अब ग्रुप ऑफ सेल्स यानी की जो हमारे को सेल्स का ग्रुप ये हो गया इसी को हम क्या बोल देते हैं इशू बोल देते हैं तो ये जो हमारा टिशु हो गया इसको हम टिशु लेवल बोलते हैं ये हमारी थर्ड लेवल हो गई तीन लेवल हो गई अब ऐसे ही टीकू हमारे जब बहुत सारे आपस में मिल जाते हैं तो वो कोई ना कोई एक हमारा अंग बना देता है यानी की अंग अगर देखा जाए तो जैसे हमारा कोई लिवर हो गया ये हमारी बड़े इंटेस्टाइन हो गई स्मॉल इंटेस्टाइन हो गया हमारा स्टमक हो गया हमारा पेनक्रियाज हो गया हमारा कोई भी स हो गया यानी की कोई भी जो हमारा बॉडी का पार्ट है हमारा हाथ हो गया हमारा हार्ट हो गया कोई भी जो हमारा बॉडी का ये एवं कोई छोटे से लेकर बड़ा कोई भी पार्ट है तो वो हमारा किस बना है इशू से बना है यानी की टिशु जो हमारे बहुत सारे ऐसे और टिशु मिल जाते हैं है तो वह टिशु मिलकर हमारे क्या बना देते हैं एक अंग बना देते हैं तो उसको हम क्या बोलते हैं अंग लेवल बोलते हैं तो ये हमारा फोर्थ हो गया अब इस अंग लेवल के एग्जांपल मैं जैसे हमारा लिवर हो गया स्टमक हो गया स्मॉल इंटरनल तो ये हमारा क्या आएगा अंग हो गए अब जैसे हमारे ये ऑर्गन्स है तो ऐसे ही कुछ ऑर्गन्स को अगर हम आपस में मिला दें और वो ऑर्गन्स आपस में मिलकर कम करने ग जाते हैं जब एक दूसरे के साथ मिलकर कम करने जाता है उसको हम क्या बोलते हैं सिस्टम बोलते हैं जैसे मां लो दो कर पीपल से लोग हैं वो आपस में मिलकर कम करने लगे तो वो हमारे एक सिस्टम हो जाता है तो जैसे एग्जांपल के लिए मां लीजिए लिवर है स्टमक है बड़े स्मॉल इंटेस्टाइन हो गया यहां हमारा गोल ब्लैडर वगैरा हो गया तो अगर हम इन सब चीजों को मिला दे तो ये सब मिलकर हमारे क्या बना देते हैं डाइजेस्टिव सिस्टम बना देते हैं तो डाइजेस्टिव सिस्टम यानी की जब हमारे बहुत सारे अंग कुछ ऑर्गन्स हमारे आपस में मिल जाते हैं और मिलकर ही हमारे बॉडी में कम करते हैं परफॉर्म करते हैं कोई भी अपना एक्शन शो कर रहे हैं तो वो हमारे एक सिस्टम बन जाता है उसको हम सिस्टम लेवल बोलते हैं तो ये हमारा फिफ्थ होता है तो ये हमारा हो गया डायरेक्ट सिस्टम अब जैसे हमारी बॉडी में एक सिस्टम नहीं है और जब बहुत सारे हमारे सिस्टम मिल जाते हैं सिस्टम कार्ड सिस्टम हमारे बॉडी का पूरा का पूरा सिस्टम यूरिनरी सिस्टम हो गया किडनी वाला तो जब सारे के सारे सिस्टम हमारे बॉडी में मिल जाते हैं तो वो कंप्लीट हमारी एक पुरी की पुरी बॉडी को बनाते हैं जो हम लोगों की बॉडी खुद की है यानी की सिंपल लेकर आए तो हमारे जो पुरी की पुरी बॉडी है वो इनिशियल फेस पर हमारी सेल्स से मिलकर बनी है यानी की अगर मैं यहां पर देखूं तो ये जो मोरी पुरी स्क्रीन बनी है यहां पर इस स्क्रीन का अगर छोटा सा एक पार्ट बहुत ही माइंस अभी पार्ट उठा लूंगा तो हमारे एक सेल होगा सेल बहुत ही ज्यादा छोटा होता है जिसको हम माइक्रोस्कोप पर ही देख सकते हैं तो अगर इसको हम थोड़ा सा उल्टा टाइम में देंगे तो हमारी पुरी की पुरी कंप्लीट बॉडी है जो हम लोगों की है हमारी कंप्लीट बॉडी जो मिलकर बनी है वो हमारी बनी है सिस्टम से यानी की हमारी बॉडी के अंदर जो सिस्टम है जैसे हमारे डाइजेस्टिव सिस्टम हो गया ब्रेन और स्पाइन कार्ड वाला हमारा नर्वस सिस्टम हो गया हमारा सांस लेने वाला रेस्पिरेटरी सिस्टम हो गया कार्डियो बस के लिए सिस्टम हमारा हट वाला हो गया तो इस तरह के बहुत सारे सिस्टम जो हमारी पुरी बॉडी में मिल जाते हैं उन सब सिस्टम से मिलकर हमारी बनी है पुरी पुरी बॉडी अब ये जो हमारे सिस्टम है ये भी हमारे कुछ अंग से मिल्क बने हैं जैसे हमारा जो डाइजेस्टिव सिस्टम है वो हमारा लिवर से स्टमक से हमारा जो लास्ट है स्मॉल इंटेस्टाइन इन सब से मिलकर हमारा बनाए डाइजेस्टिव सिस्टम हो जाते हैं तो टिशु हमारे छोटे-छोटे यहां पर दिखे रहे होंगे अब ये जो टिशु है ये भी हमारे सेल्स से मिलकर बनी है तो इस तरह देखा जाए तो सबसे छोटी इकाई मेरी क्या हो जाति है यहां पर सेल हो जाति है ठीक है तो इस तरह आई होप आपको ये सारे के सारे गाने समझ गए ए गई होगी की हमारी बॉडी किस तरह बनी है यहां पर आप चाहे इसका स्क्रीनशॉट ले सकते हो बाकी ये भी नोट्स होंगे बनते जाएंगे अपलोड करते जाएंगे हम केयर वेल फॉर्म पे लेटेस्ट वाले ठीक है बाकी टेलीग्राम ग्रुप जॉइन कर लो कारवां फार्मा नाम से मिल जाएगा आपको वहां भी सर कुछ आपको मिलता रहेगा तो आई होप आपको ये पूरा समझ ए गया होगा की हमारी ह्यूमन बॉडी बनी है कैसे बाकी जो हमारा नेक्स्ट चैप्टर है जैसे मैंने आपको यहां बताया तो जो हमारा सेकंड चैप्टर है वो सेल्यूलर है यानी की जो हमारे सेल्स हैं इनके बड़े में हम सेकंड चैप्टर में पढ़ेंगे और थर्ड हमारा है टिशु यानी की हम यहां पर नेक्स्ट टिशु के बड़े में पढ़ेंगे तो इसीलिए मैं बोल रहा है की जो हमारी इनिशियल ये चीज है ना इसको ये बेसिक आप पढ़ना समझ जाओगे आने वाली है आपकी ये साड़ी चीज कम आएंगे तो ये साड़ी चीज आप यहां समझ गए होंगे बाकी इनके बड़े में दो-दो लाइन है अगर कभी आता था आपको ये छोटा सा चार्ट बना देना है की किस से क्या मिलकर बना है चाहे आप ये वाला बना डॉग तो थोड़े से अच्छे मार्क्स आपको मिलेंगे देखने में थोड़ा अच्छा ग रहा है और धीरे-धीरे इन सबके बड़े में दो-दो तीन-तीन लाइन आपको बता देनी है तो वो मैंने यहां पर लिख राखी है ट्राई करोगे सबके बड़े में एक एग्जांपल या जो भी उसका अंग है एलिमेंट है उनके बड़े में आप यहां लिखने जो तो सबके बड़े में यहां पे नोट्स में आपको लिखा हुआ है मिल जाएगा तो अब हमारा यहां पर नेक्स्ट टॉपिक आता है बॉडी सिस्टम के बड़े में तो जैसे मैंने अभी आपको बताया यहां पर जो हमारी ये वाली लेवल चल रही थी इसमें आपने क्या देखा की हमारा सेल से मिलकर बना था टीटी से मिलकर बने ऑर्गन्स और जो हमारे ऑर्गन्स हैं वो मिलकर बनाते हैं हमारे बॉडी में सिस्टम तो ये सारे के सारे जो सिस्टम है ना इन्हें ही मिलकर हमारी कंप्लीट बॉडी बन जाति है तो ये सिस्टम हमारे कौन-कौन से हैं इनके बड़े में अब आपको थोड़ा-थोड़ा यहां पर गया है पढ़ना पड़ेगा तो जो हमारे बॉडी सिस्टम है एक्चुअल में ये हमारे वो सिस्टम है जो हमारे अंग से मिलकर बने हैं यानी की देख रहे हो सर कुछ जुड़ा हुआ है अगर आपने पिछला वाला टॉपिक ये वाला अच्छे से पढ़ा है तो यहां पर आप समझ गए होंगे की बॉडी सिस्टम क्या है किस मिलकर बना है अंग से मिलकर और ये क्या मिलकर बना है ये सब मिलकर बॉडी बना रहे हैं तो सबके बड़े में आपको यहां पता ग रहा है हमारी बॉडी में टोटल जो है 11 सिस्टम यहां पर पे जाते हैं अब इन 11 सिस्टम को आप याद कैसे करोगे इसके लिए थोड़ी सी ट्रिक आप याद कर सकते हो देखो सबके पास भाई ये तो हरी ट्रिक के लिए यहां पर सबसे बढ़िया चीज क्या है आपको अपनी ह्यूमन बॉडी याद करनी है यानी की जो आपकी खुद की बॉडी है ना वो आपके पास हनी चाहिए तो आप हर एक सिस्टम को बड़े आराम से याद कर सकते हो याद क्या आप एग्जाम है या किसी को भी ओरली बता सकते हो तो कैसे याद करने है तो हमारी बॉडी में टोटल 11 सिस्टम है अब आपको ये सिस्टम अपने सबसे ऊपर से याद करने है मां लो ये आप लोगों या मां लो कोई भी हमारे एक दोस्त वगैरा हो गया तो ये सबसे ऊपर है यहां पे यहां तक आया हुआ है ठीक है अब इसको ऐसे याद करोगे देखो सबसे ऊपर हमारा क्या होता है सबसे ऊपर हमारा यहां पाया जाता है ब्रेन तो जो हमारा ब्रेन है वो ब्रेन के पीछे हमारी स्पाइन कार्ड जाति है इसको हम बोलते हैं नर्वस सिस्टम अब मैं क्या कर रहा हूं ना यहां पर आपको डिफाइन भी करता जा रहा हूं जैसे इन सब के बड़े में दो-दो लाइन है अभी आपको लखनी पड़ेगी तो ये मैं आपको ओरली यहां पे समझा देता हूं बाकी ये नोट्स में आपको लिखा हुआ मिल जाएगा तो देखो सबसे ऊपर हमारे यहां पर क्या होता है नर्वस सिस्टम होता है अब ये आपको बस अपना दिमाग पकड़ना है ऊपर ऐसे सबसे ऊपर रखना है आपको हाथ ले जाके और बस याद करना सबसे ऊपर आपका क्या होता है नर्वस सिस्टम होता है अब ये नर्वस सिस्टम का खेल में कम क्या होता है एक तरह से जैसे कोई भी हमारी बाइक हो गई है कर हो गई तो उसको हैंडल कौन करता है शो करता है उसका इंजन होता है कोई भी बाइक को या उसको चलता है तो जो हमारा नर्वस सिस्टम एक्चुअल में वो हमारी पुरी बॉडी का एक तरह से आप इंजन समझ सकते हो इंजन मतलब क्या है हमारी पुरी बॉडी को कंट्रोल कर रहा है हमारी बॉडी में कब क्या होगा मैं जो आपको पढ़ा रहा हूं या जो मेरे हां चैनल कैसे क्या हो रहा है ये सारे के सारे को कंट्रोल कौन करता है हमारा नर्वस सिस्टम करता है इसके बड़े में हम सेकंड सेमेस्टर में है डीटेल्स में तो वहां पे पढ़ लेंगे तो नर्वस सिस्टम का सबसे ऊपर होता है वो आप यहां समझ गए होंगे स्पाइन कार्ड और ये ब्रेन वगैरा हमारा इसके अंदर आता है अब थोड़ा सा आप नीचे आओगे यहां पर नर्वस सिस्टम से तो आपको अपनी चेस्ट दिखेगी तो जो आपका चेस्ट है उसे चेस्ट के नीचे आपके क्या पे जाते हैं यहां पर दो पड़े होते हैं लक्स तो ये लक्स एक्चुअल में क्या कम करते हैं आपको सांस लेने में जो आप पूरा का पूरा अवेलेबल सांस ले रहे हो अभी जिंदा हूं तो उन सबके लिए रिस्पांसिबल हमारा कौन है रेस्पिरेटरी सिस्टम तो रेस्पिरेटरी सिस्टम एक्चुअल में रिस्पांसिबल होता हमारे रेस्पिरेशन के लिए यानी की हम जो लोग समझ लेते हो फिर नोट करो जो मैं आपको समझा रहा हूं से इसी तरह के आपको यहां पर नोट्स लिख के मिल जाएंगे तो कंफ्यूज नहीं होना यानी की आईटी इंवॉल्व रेस्ट पर ये देखो मैंने बिल्कुल एग्जैक्ट जो वहीं यहां पर लिखा हुआ मिल जाएगा कोई टेंशन लेने की जरूर नहीं है तो रेस्पिरेटरी सिस्टम एक्चुअल में क्या कम कर रहा है यानी की आपको पता है की पूरे एनवायरनमेंट में हमारी ऑक्सीजन प्रेजेंट है और हमारी बॉडी को क्या चाहिए ऑक्सीजन चाहिए तो ऑक्सीजन लेने का कम हमारा कौन कर रहा है रेस्पिरेटरी सिस्टम हमारे नोट्स के द्वारा जो हम सांस लेते हैं वो उसके द्वारा हमारे ऑक्सीजन को अंदर लेकर जाता है अंदर लेने के बाद रेस्पिरेटरी जो हमारा लक्स ज्यादा है उसके बाद वो हमारे हार्ट के पास उसको छोड़ देना और हट से हमारा कार्बन डाइऑक्साइड को वापस ले लेट है और उसको वापस बॉडी से बाहर रिलीज कर देता है यानी की ऑक्सीजन जो हमारी है वो अंदर जा रही है और co2 हमारी क्या अब हमारी बाहर निकाल जा रही है तो ये पूरा रेस्पिरेशन सांस लेने का कम हमारा कौन करता है रेस्पिरेटरी सिस्टम करता है अब एक थोड़ा सा फैक्ट है जैसे बहुत लोगों को पता होगा ऐसा नहीं मैं बोल रहा हूं की पता नहीं है पर बहुत लोगों को शायद ना भी बताओ तो मेल लोग क्या सोचते हैं जैसे हम लोग सांस ले रहे हैं तो सांस में लोग सोचते हैं की जो हम हवा ले रहे हैं एक्चुअल में अगर हम उसको रॉक दें यानी की यहां पर अगर हम रॉक दें तो हम लोग करने लगेंगे अब होगा पर एक्चुअल में दिक्कत यहां पर पता है क्या आई है यानी की अगर हम अपने सांस लेना रॉक दें या कोई ना मुंह बैंड कर लेट है तो उसे टाइम पर क्या होता है की हम जिंदा रहेंगे अगर हमको ऑक्सीजन मिलती रहे कहानी से कैसे भी मिलती तो यहां पर एक्चुअल में जो हमारा रेस्पिरेट्स का कम किया ऑक्सीजन लेना और देना लेकिन अगर कोई हमारा मुंह या नाक ढाबा देता है तो उसे टाइम पर क्या होता है की हमें ऑक्सीजन नहीं मिल पाती है जो हमें बाहर से चाहिए होती है और इसीलिए हम तब तक जितनी हमारी बॉडी में ऑक्सीजन होती है एक मिनट दो मिनट तक जब तक हमारी बॉडी की जब पुरी की पुरी ऑक्सीजन है वो हमारी खत्म नहीं हो जाति है हमारे ब्लू को ऑक्सीजन मिलन बैंड नहीं हो जाति है तब तक वो इंसान जिंदा राहत है लेकिन जैसे ही वो ऑक्सीजन हमारी खत्म हो जाति है इंसान क्या होता है मा जाता है यही रीजन है की जो व्यक्ति जैसे आपने देखा होगा जो कॉम वगैरा में लोग पड़े होते हैं तो उनको क्या है वेंटिलेटर लगाया जाता है यानी की वो भाई खुद से सांस तो नहीं ले का रहे हैं तो भाई क्या होगा हवा तो नहीं ले रहे हैं तो भाई जिंदा कैसे हैं क्यों क्योंकि उनको क्या ऑक्सीजन प्रोवाइड की जा रही है उसे बेंटले लेटर के द्वारा तो ऑक्सीजन की वजह से लोग जिंदा रहते हैं और वो ऑक्सीजन ही हमारी रेस्पिरेटरी सिस्टम में मतलब में कम यही है और अगर कोई मुंह ना बैंड कर देता है तो वो ऑक्सीजन की ना मिलने की वजह से ही हम लोगों का क्या हो जाता है दम घुटने लगता है ना की इस वजह से की हमको हवा नहीं मिल रही है अगर ऐसा होता तो पानी या कहानी जो ऊंचे एरिया में चले जाते हैं वहां पे ऑक्सीजन कम होता है इसीलिए वो भी डेथ कर जाति है ठीक है हवा मिलती रहती है तो ऑक्सीजन हमारे लिए क्या सबसे ज्यादा इंपॉर्टेंट चीज हो जाति है पैसे वैक्सीन हवा में ही होती है तो देखा जाए ओवरऑल हमारा से ही पद रहा है अगर आपको हवा नहीं मिलेगी तो ऑक्सीजन नहीं मिलेगी हवा मिलेगी तो ऑक्सीजन मिल जाएगी थर्ड अब थोड़ा सा आप जब रेस्पिरेटरी सिस्टम हमने नीचे आओगे तो जो आपका लक्स है इन लक्स के बीच में एक थोड़ी सी जगह होते हैं यहां पर हमारा फिट होता है हार्ट तो हार्ट वाला जो हमारा सिस्टम होता है वो पूरा का पूरा होता है कार्डियो मस्कुलर सिस्टम बोलते हैं अब इसको हम सर्कुलेटरी सिस्टम भी बोलते हैं सर्कुलेटरी सिस्टम का रीजन क्या है की जो हमारा हार्ट है वो अगर आप पूरे बॉडी में ब्लू वेसल में हमारा क्या कर रहा है ब्लू को पहुंच रहा है तो ब्लू हमारा पुरी बॉडी में इस तरह पहुंच जा रहा है अब ब्लू हमारा एक्चुअल में कम क्या करता है तो ये यहां से जो हमारा रेस्पिरेट देखो सर कुछ कनेक्ट है जो रेस्पिरेटरी जिसे में जो ऑक्सीजन हमारे ली थी बाहर थे वो ऑक्सीजन है इसने क्या किया हट के पास पहुंच दी अब बस हट ने क्या किया की वो हार्ड नहीं ऑक्सीजन ब्लू को दे दी अब जो ब्लू है वो हमारा ब्लू वेसल के द्वारा पुरी बॉडी के एक-एक पार्ट में जा रहा है हमारे हाथ से लेक पर के ले के टॉप वगैरा आता है अंगूठे तक हर तरफ जा रहा है तो वो ब्लू एक्चुअल में क्या कम कर रहा है ब्लू हमारा न्यूट्रिशन को बहुत ए रहा है और साथ में ब्रेड हमारा ऑक्सीजन को भी पहुंच रहा है यानी की ब्लू का जो में कम है वो क्या है ऑक्सीजन को हमारे बॉडी के एक-एक पार्ट तक पहचाने का तो रेस्पिरेटरी और कार्डियक मस्कुलर दोनों मिलकर एक तरह से कम करें और वो हमारे क्या करें ब्लू में ऑक्सीजन को पहचाने का कम कर रहे हैं तो कार्डियोवैस्कुलर्स यहां समझ गए की इसमें हमारा हार्ट आता है ब्लू वेसल ज्यादा ब्लू आता है जो हमारी पुरी बॉडी में ब्लू पहुंच रहा है और ब्लू हमारा क्या का रहा है ऑक्सीजन को पहुंच रहा है अब जब हमारा हार्ट है उसके नीचे थोड़ा सा आपको मिल जाता है पेट आपका पेट स्मॉल इंटरनेशनल है तो इसमें हमारा ए जाता है डाइजेस्टिव सिस्टम अब डाइजेस्टिव सिस्टम का एक्चुअल में कम क्या होता है की जो कोई भी आप खाना वगैरा का रहे हो उसे खाना को डाइजेस्ट कर रहा है उसको पचाने का कम हमारा कौन करता है डाइजेस्टिव सिस्टम करता है अब इस डाइजेस्ट सिस्टम का एक और कम और क्या है की जो हमने खाना पीना खाया है उसको पचाने के बाद जो इस खाने के न्यूट्रिएंट है यानी की उसे खाने की जो पावर है जो न्यूट्रिएंट है एनर्जी है वो सारे के सारे हमारा डाइजेशन क्या करता है कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम के पास पहुंच देता है यानी की रेस्पिरेटरी हमारा ऑक्सीजन दे रहा है इसको और डायरेक्ट हमारा जो खाने के न्यू सेंटर है वो दे रहा है इस गाड़ी सिस्टम को ब्लू की तरह अब जो डायरेक्ट सिस्टम है इसमें जो हमारे टेस्ट है यहां पर हमारे थोड़े से प्रेजेंट होती है ब्लू वेसल तो जो हमारा बनाया उसके जो न्यूट्रिएंट है वो इन्हीं ब्लू वेसल के द्वारा क्या हो जाता है ऑब्जर्व हो जाता है और हमारे ब्लू के अंदर पहुंच जाते हैं और वो ब्लू के द्वारा हमारी पुरी बॉडी के पार्ट में क्या है वापस पहुंच जाते हैं अब इसका एक और तीसरा कम क्या हो जाता है पहले कम क्या था खाने को पचना है दूसरा हमारा ब्लू में जो खाने से पचा के जो अब्जॉर्ब मिलेंगे वो पांच आना थर्ड है बेस्ट मेटल को बाहर निकाला अब जो बच्चा को खाना है जिसमें कुछ नहीं हुआ उसको सुबह-सुबह जो हल्के होने जाते हैं तो तब डायरेक्ट हमारा पूरा उसको बाहर निकाल देता है अब यहां एक और चीज हमारा यूरिनरी सिस्टम तो यूरिनरी सिस्टम एक्चुअल में क्या करता है अब देखो खाना था वो बेस्ट वाला बाहर फेक दिया लेकिन जो कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम है इसके पास क्या-क्या ए रहा है इसके बाद न्यूट्रिएंट ए रहे हैं हमारे यहां से हमारी ऑक्सीजन से मतलब आई है तो co2 भी ए रहा है हमारा और ब्लू के अंदर जो हमारे न्यूट्रिशन आया और भी बहुत साड़ी चीज हो जाति है तो ब्लू के अंदर भी हमारा क्या है बहुत सारे इंप्योरिटी और गंदगी भर जाति है तो जो यूरिनरी सिस्टम है वो एक्चुअल में क्या रखा था हमारे ब्लू को पूरे कर रहा है यानी की ब्लू को साफ करने का कम कर रहा है इसको रिनल सिस्टम भी बोलते हैं क्योंकि इसके अंदर किडनी नहीं आते और किडनी को हम रिनल भी बोलते हैं तो ये एक्चुअल में क्या का रहा है की जो हमारे यहां का ब्लू है इस ब्लू को क्या कर रहा है भाई कर रहा है और जो बच्चा हुआ बेस्ट है उसको यूरिन के थ्रू यानी की यूरिनेशन जो आप पेशाब करने जाते हैं उसके तरफ सर बेस्ट मटेरियल बाहर को निकाल देना है तो ये भी हमारा एक तरह से क्या हो गया इनमें आपस में कनेक्ट हो गया अब यहां पर सिक्स आता है अगर आप यहां पे थोड़ा नीचे और उतरोगे आप पेट तक पहुंच गए पेट से आप पहुंच गए किडनी पर यूनिट सिस्टम ए गया और किडिंग इसे आप थोड़ा सा नीचे आओगे आपको मिल जाएंगे आपके जनरेटर और गंस यानी की रिप्रोडक्शन सिस्टम अब जो आपका रिप्रोडक्शन सिस्टम है जो आपका पेनिस हो गया जब वैसा ना हो गया ये मेली क्या करते हैं ऑफ स्प्रिंग यानी की नेक्स्ट जेनरेशन को बनाने में आपके हेल्प कर है और बना रहे हैं आपकी तो ये थोड़ा सा रिप्रेजेंटेशन आप समझ गए डीटेल्स में हमारे जो सब्जेक्ट आएगा तब हम आगे पढ़ेंगे तो ये हमारा थोड़ा सा क्या हो जाता है उसके नीचे ए जाता है अब यहां तक आप समझ गए पुरी कहानी आप लेबल वाइस सबसे ऊपर नर्वस सिस्टम थोड़ा सा नीचे का रेस्पिरेटरी उसके नीचे का यहां पर कार्डियक मस्कुलर से नीचे का डायरेक्ट नहीं मिलेंगे यानी की यूरिनरी ए गया किडनी से नीचे गए आपको यहां पर आपके मिल गया तो आपका रिपीट बटन सिस्टम हो गया तो छह ऑर्गन्स के बड़े में आपको मिल गया अब हम समझते हैं देखो आपके ऊपर से नीचे देख लिया अब हम समझते हैं बाहर से अंदर तक तो बॉडी का सबसे ऊपर का पार्ट हमारा होता है स्क्रीन से कर होता है तो स्क्रीन वाले पार्ट को हम क्या बोलते हैं इंटीग्रेटेड सिस्टम बोलते हैं तो इंटीग्रेटेड सिस्टम को हम क्या बोलते हैं स्क्रीन वाला बोलते हैं और इसी को हम एग्जॉक्रिन सिस्टम भी बोलते हैं की जो हमारी स्क्रीन है ना वो कुछ मतलब चीजों को एक्स करके बाहर निकाल दिया जैसे हमारा पसीना हो गया है या कुछ ओली नेचर की चीज हो गई तो इसलिए हम इसको एग्जॉक्रिन ग्लैंड भी बोलते हैं यहां पर तो एन अंतागोनोमेट्रिक सिस्टम हमारा सबसे बाहर अब इंटरगोमेट्री यानी की जो आपकी स्क्रीन है इसके अंदर क्या होती है आपकी आई है मसल्स आप इसके अंदर देखोगे तो स्कैन के अंदर आपकी आई है मसल्स आई हैं तो इसको हम इसके नीचे ए जाएगा हमारा मस्कुलर सिस्टम यानी की पहले आप ऊपर से नीचे तक आए अब आप बाहर से अंदर की तरफ जा रहे हो सबसे बार हमारी स्क्रीन हो गई इंटरगोमेट्री सिस्टम उसके अंदर आपकी मसल्स हो गई मस्कुलर सिस्टम हो गया मसल्स का बेसिकली कम क्या होता है देखो स्कैन का कम आपको पता है प्रोटेक्शन वगैरा प्रोवाइड करता है बाहर से हमारी बॉडी को बचता है मसल्स का कम क्या होता है आपकी बॉडी को एक तो शॉप दे रही है थोड़ा सा मतलब बुक कर रही है और दूसरा आपकी बॉडी के मूवमेंट करने में आपके मसल्स हेल्प करती है यानी की स्केलेटन सिस्टम जो आपकी हड्डियां हैं उन पर जब तक हासिल से नहीं होगी आप मूवमेंट नहीं कर सकते तो मसल्स आपकी क्या करते हैं मोमेंट में हेल्प करते हैं तो मस्कुलर सिस्टम हो गया अब जो हमारा सांस होता है या मसल्स होते हैं उसके अंदर क्या पाया जाता है हमारी हड्डियां होती है उसके नीचे तो फिर हमारा ए जाता है यहां पर स्केलेटन सिस्टम अब स्केलेटन सिस्टम आपकी पुरी बॉडी को से प्रोवाइड कर रहा है आप लोगों को चलने फर्न में हेल्प कर और आपको स्ट्रैंथ प्रोवाइड कर हड्डियां जितनी मजबूत आप उतनी मजबूत हो जाते हो अब ये चीज आप समझ गए अब इस स्केलेटन सिस्टम के अंदर यानी की अब जो हमारे पास दो चीज बच्ची वो आता है एक लिंफाइट सिस्टम यानी की अब आपकी पुरी बॉडी को बचाने के लिए जो आपकी पुरी बॉडी की आर्मी होती है उसको हम क्या बोलते हैं लिंफेटिक में यानी की मैंने सिस्टम और एक और होता है हमारा एंडोक्राइन सिस्टम जो आपकी पुरी बॉडी को रेगुलेट करेगा जो हारमोंस वगैरा के हमारे बड़े में होगी वो हमारे एंडोक्राइन सिस्टम के तहत होती है तो इसके अंदर हमारे टी थ्री टी फोर जैसे हार्मोन हो गए हमारे बॉडी में ग्रोथ में हेल्प करते हैं तो आई होप आपको ये पूरे के पूरे 11 सिस्टम के बड़े में समझ ए गया होगा याद कैसे करना है एक से छह तक आपको याद रहेंगे ऊपर से नीचे करके फिर यहां पर छह से 10 तक आपको याद रखेंगे बाहर से अंदर यानी की स्क्रीन हो गई फिर इसके अंदर मसल्स हो गए फिर उसके अंदर हमारे मस्कुलर मतलब स्केलेटन सिस्टम हो गया और उसके बाद हमारे यहां पर एक ए गया और एंडोक्राइन ए गया तो इस तरह आप इन 11 सिस्टम को याद कर सकते हो सब का ब्रीफ इंटर मैंने दे दिया और सबके बड़े में लिखा हुआ है यहां पे आपको पूरा का पूरा मिल जाएगा सबके बड़े में छोटे-छोटे यहां पर लिखा हुआ है तो अब अगर यहां पर देखा जाए हमारा तो नेक्स्ट हमारा टॉपिक यहां पर आता है बॉडी सिस्टम के बाद आता है हमारा बेसिक लायक प्रोसेस यानी की जो हमारी बॉडी चल रही है उसमें कुछ लाइव की प्रोसेस होती है वो क्या होती है बेसिकली अगर इसको देखा जाए तो जैसे आपको बताएं लिविंग और नॉन लिविंग थिंग्स आप जानते हो जैसे ये पेंसिल है हमारी तो ये हमारी नॉल- लिविंग थिंग्स है और हम लोग जो है वो हम लिविंग थिंग्स है जैसे कुत्ता बिल्ली हो गए जानवर हो गए कोई गे बेल हो गए तो ये सब मार के लिविंग थिंग्स है तो बेसिक लैब प्रोसेस में हम पढ़ने हैं की जो हमारी बॉडी जान की जो लिविंग बीइंग्स हैं वो नॉन लिविंग थिंग्स है अलग कैसे है यानी की क्या चीज है जो इनको अलग बनती है तो सिंपल सी बात है तो यहां पे आठ से 10 चीज ऐसी हैं जो हम लिविंग थिंग्स में होते हैं लेकिन नॉन लिविंग थिंग्स में नहीं होती है तो सिंबल देखा जाए तो पहले हमारे यहां पे मेटाबॉलिज्म सेकंड आता है रिस्पांस थर्ड आता है मोमेंट पर आता है ग्रोथ फिफ्थ आता है डर 6 आता है रिप्रोडक्शन सेवंथ आता है डाइजेशन मैंने लिखे नहीं है और नाइंथ आता है हमारा एक्स्क्रेशन तो एक-एक करके समझ लेते हैं यहां पर हम सिंपल तो मेटाबॉलिज्म में एक्चुअल में देखा जाए तो जो हमारी बॉडी है तो उसे बॉडी के अंदर बहुत साड़ी केमिकल रिएक्शन चलती रहती अब हम केमिकल रिएक्शन में हमारी दो तरह के रिएक्शन ए जाति है एक हमारी हत्या और एक हमारी आई है अनाबॉलिज्म अब इसको समझना है कैसे अब तो यहां पर आपको दिखे रहा होगा की एक हमारा होता है बड़ा सा पार्टिकल अब इसको आप कैसे समझो तो थोड़ी डर पहले मैंने आपको बताया था की एक हमारा क्या होता है डाइजेस्टिव सिस्टम होता है तो डाइजेस्टिव सिस्टम का एक्चुअल में यहां पर कम क्या होता है की जैसे कोई भी हमने बड़ा पार्टिकल खाया अपनी बॉडी के अंदर तो जब बड़ा पार्टिकल्स है वो हमारा क्या होगा मतलब वो हमने कोई भी रोटी वगैरा खाई तो हम रोटी इतनी बड़ी खाता हैं लेकिन बॉडी के अंदर जाके हम उसको चड्ढा के खाता हैं तो वो क्या होगा जो हमारे बॉडी के पार्टिकल थे वो थोड़े से बड़े हैं तो वो हमारे बहुत ही छोटे पार्ट में पहले क्या होंगे डिवाइड होंगे और जब वो बहुत सारे छोटे हो जाएंगे दें उनके अंदर का जो न्यूट्री सेंटर है वो हमारा ब्लू के थ्रू क्या हो जाएगा अब्जॉर्ब हो जाएगा तो बेसिकली यहां पर हमारी बॉडी में फंडा क्या चल रहा है की आप कोई भी रोटी वगैरा खाता हो या कुछ भी बड़ी चीज खाता हो वो पहले हमारे छोटी छोटी चीजों में क्या होता है ब्रेक डॉ होती है तो यही पर हमारी दोनों चीज ए जाति है की अगर कोई भी जो हमारा बड़ा पार्टिकल है केमिकल पार्टिकल्स है कोई मॉलेक्युलिस है जब वो हमारे छोटे-छोटे पार्टिकल्स में डिवाइड होता है जब ब्रेक ग्राउंड होता है टूटा है तो उसे प्रोसेस को हम बोलते हैं कैटाबॉलिज्म और अगर वही कम उल्टा अगर हम बड़े पार्टिकल्स में जोड़कर एक बना रहे हैं तो उसको हम बोलते हैं अनाबॉलिज्म और ये हमारी पुरी बॉडी में लगातार चला राहत है जैसे एग्जांपल के लिए मैं आपको बताऊं तो जो हमारा ग्लूकोस है यानी की हमने कोई भी खाना पीना रोटी खाया तो उससे ग्लूकोस बन रहा है हमारा ग्लूकोस से ग्लाइकोजन मतलब साइट्रिक एसिड बनाया ये सारे चीज बन रही है तो ये हमारा कैटाबॉलिज्म हो गया अब अगर एनालिसिस हम देखा है तो जैसे आपको बताया की जो हमारी प्रोटीन होती है वो हमारी अमीनो एसिड से मिलकर बनी होती है तो अगर सिंबल में मां लो की हमारे प्रोटीन है तो ये प्रॉपर्टी हमारा टूट कर यहां पर क्या हो गया छह अमीनो एसिड में कन्वर्ट हो गया अब अगर इन्हीं छह अमीनो एसिड को हम मिला दें आपस में तो ये हमारा क्या बनेगा यहां पर आप प्रोटीन बन गया तो ये एक तरह से क्या हो जाएगा हमारा एक एग्जांपल हो जाएगा कैटाबॉलिज्म कहां से कैटाबॉलिज्म मतलब काटा और अनावश्म a4 एडिशन यानी की जोड़ा तो कांटा और जोड़ा इससे आप याद रखना की काटा वर्जन मतलब क्या है काटना और एन बीएएलएलएसएम का मतलब क्या है जोड़ रहा है यानी की प्लस कर देना तो बस ये दो चीजों से आप याद करोगे याद हो जाएंगे तो कैथोड हमको डिफाइन कर सकते हैं आईटी इसे डी प्रोसेस इन विच वे हैव ब्रेकडाउन लॉन्ग पार्टिकल या बड़े मॉलिक्यूल इन स्मॉल पार्टिकल समय हम क्या करें जो छोटे स्मॉल कंपनी बड़े में जोड़ रहे हैं तो ये हमारी पुरी बॉडी में चला राहत है जैसे हमारा खाना पछता है खाना मिलता है खाने से एनर्जी मिलती है एडीपी जेनरेट होती है गिगोजा ये साड़ी चीज़ आपको नेक्स्ट सेमेस्टर मिल जाएगी और बेसिक फ्रेंड आपको पता ग गया सेकंड हमारी आई है रिस्पांसिबिलिटी तो रिस्पांसिबनेस का मतलब क्या है आपको पता है जैसे यहां पे पेन है तो अगर मैं इसको पीट रहा हूं या मार रहा हूं ये कुछ भी बोल रही है लेकिन वही आप अगर किसी बंदे पर चिल्ला रहे हो या दांत रहे हो या कुछ भी कर रहे हो उसको एक्सपेक्ट पड़ेगा जैसे एग्जांपल के लिए मां लो आपका यहां हाथ है और अगर आप कोई भी ग्राम चीज को इसको टच कर लेते हैं ठंडी चीज टच कर लेते हो तो आपके जो बॉडी है वो क्या होगी एकदम उसे पर रिएक्ट करेगी या तो वो हाथ बहुत दूर कर लगा या जो भी होगा अरे जगह जगह ये क्या हो गया वो क्या हो गया तो आप एक तरह से रिएक्ट कर रहे हो सेंस सेसिव कर रहे हो तो ये हमारे रिस्पांसिबल एक प्रोसेस होती है हमारे लिविंग थिंग्स में थर्ड हमारे आते हैं मोमेंट तो मोमेंट मतलब हम भाई अपने आप क्या ये यही राखी है यही के यही राखी रहेगी हम लोग क्या है टहल सकते हैं घूम सकते हैं इनके मूवमेंट कर सकते हैं फोर्स हमारा क्या ग्रोथ है अब ये पेंसिल हमारी जितनी बड़ी थी उतनी ही बड़ी रहेगी अब क्या मत देना की छोटी होती है छोटी भी होती है तो क्या होती है हमारे की वजह से खत्म होती है तो बेसिकली हमारी ये क्या है मुंह में ग्रोथ नहीं करती है हमारी जो नॉन लिविंग थिंक है लेकिन हम लोग क्या करते हैं ग्रोथ करते हैं फिर तो हमारा आता है डर तो डिफरेंस का मतलब यहां पर कुछ यूनिक वाटर क्या है यहां पर की जैसे हमारी जो मां लो कोई भी अगर मां लो ये हमारे पास कोई लकड़ी का पेड़ है तो अगर वो लकड़ी का जो हमारा पेड़ है उससे आप क्या बनोगे उससे अगर आप कोई भी चीज बनाते हो तो लकड़ी की ही चीज बनाते हो अगर मां लो कोई भी हमारा जो है मतलब पेड़ वगैरा है वो सब पेड़ ही बना सकते हो लेकिन जो हमारी ह्यूमन बॉडी है जो लिविंग थिंक सॉरी पेड़ तो हमारा लिविंग हो गया तो कोई हमारी अगर मां लो लिविंग थिंग्स है उसमें क्या ताकत होती है की वो एक स्पेशलिसेल से तीज बना सकते हैं जैसे मां लो हमारा जो स्पर्म सेल होता है स्टेम सेल होता है तो उससे हमें कंप्लीट ह्यूमन बॉडी को तैयार कर देते हैं तो यहां पर देखा था की एक स्टेम सेल से कंप्लीट नया बच्चा बन के ए रहा है तो ये एक डिफरेंस है यानी की हम एक चीज से अलग चीज है बहुत साड़ी बना सकते हैं तो ये एक लिविंग थिंग्स के अंदर हमारी प्रेजेंट होती है तो एक हमारा रिप्रोडक्शन है की भाई हम लोग रीप्रोड्यूस कर सकते हैं और आपस में अपनी जेनरेशन को आगे बड़ा सकते हैं सेक्स हमारा है की हम लोग भैया सांस लेते हैं जो हमारे नॉर्मल लिविंग थिंग्स नहीं लेते हैं सेवंथ हमारा डिजीज जैसे की हम कोई खाना ले रहे हैं तो उसको हम पचा रहे हैं छोटा करें की हम कोई भी चीज का रहे हैं तो बेस्ट के मटेरियल को हम बाहर भी फेक रहे हैं तो ये कोई ऐसी प्रोसेस है जो हमारी ह्यूमन बॉडी यानी की जो हम लिविंग थिंग्स है वो ही परफॉर्म करते हैं बाकी जो नॉन लिविंग थिंग्स है वो परफॉर्म नहीं करते हैं तो इन सबको आप बस अगर ये नाम याद कर लोग तो इनके बड़े में डिफाइन तो आप दो-तीन आपने मुंह से कर डॉग बस आपको नाम इसके बड़े में अब हम बात करेंगे अपने सेकंड लास्ट टॉपिक होमियोस्टेट इसके बड़े में और देखा जाए कहानी ना कहानी तो ये हमारा एक वन ऑफ डी मोस्ट टॉपिक है जो एग्जाम में कई बार आता है तो इसको समझना आप लोगों के लिए बहुत जरूरी है देखो नोट्स आपको बहुत ही सिंपल वे मिल जाएंगे आप लिख कर ए सकते हो समझना आपके लिए बहुत जरूरी है तो पहले इसको हम थोड़ा सा देसी पढ़ने में समझते हैं की एक्चुअल में होमियोस्टैटिक होता क्या है दें हम यहां पर टेक्निकल टर्म में इसके बड़े में बात करेंगे तो इसके लिए पहले आप समझो दो शब्द एक हमारा होता है इंटरनल एनवायरनमेंट और एक हमारा होता है एक्सटर्नल एनवायरनमेंट तो इंटरनल एनवायरनमेंट हमारा होता है बॉडी का जो एनवायरनमेंट है यानी की जो हमारी ह्यूमन बॉडी है यानी की जो हमारे यहां का पुरी जो हमारी पुरी की पुरी बॉडी है इस बॉडी के अंदर का जो हमारा एनवायरनमेंट है एरिया जो चीज है कंडीशन है वो हमारा इंटरनल एनवायरनमेंट कहलाता है है और जो बॉडी से बाहर का जो हम र रहे हैं जैसे एरिया में आसपास की बॉडी से बाहर की जो भी चीज है वो हमारा होता है एक्सटर्नल एनवायरनमेंट होता है अब यहां पर जो हमारा इंटरनल एनवायरनमेंट है और ये एक्स्ट्रा एनवायरनमेंट है इन दोनों के बीच में एक हमारा बैलेंस राहत है यानी की एक चीज कांस्टेंट बनी रहती है हमारी तो अगर हम इस वाले डायग्राम से समझे तो मां लो ये जो रेड वाला एरिया है ये पूरा का पूरा हमारा इंटरनल हमारे यानी की हमारे बॉडी का एनवायरनमेंट है और ये जो बाहर का एनवायरनमेंट है ये हमारे जो पूरा पासपोर्ट उसका एरिया ये पूरा का पूरा जो हमारा पूरा फैला हुआ है ये हमारा एक्सटर्नल एनवायरनमेंट ठीक है अब आपको पता है की इन दोनों के बीच में एक हमारा बैलेंस बना राहत है कांस्टेंट होते हैं चीज अब ऐसा जरूरी क्यों है क्योंकि जो हमारी बॉडी है उसको यहां पर पूरे में रहना है इसी वाले एनवायरनमेंट में तो इनके बीच में कांस्टेंट होना बहुत ज्यादा क्या हो जाता है जरूरी ओपन हो जाता है यानी की हमारा इंटरनल एनवायरनमेंट एकल तू हमारा क्या होता है एक्सटर्नल एनवायरनमेंट तो इन दोनों के बीच में कांस्टेंट और बैलेंस बना राहत है अब होमियोस्टैटस एक्चुअल में क्या कम करता है तो होमियोस्टैटस इसी बैलेंस को बनाए रखना में हमारी बहुत ज्यादा क्या करता है हेल्प करता है यानी की अगर ये हमारा बैलेंस किसी भी कंडीशन में बिगड़ा है तो आपको पता है हमारी बॉडी को होगी परेशानी और अगर हमारी प्रॉब्लम को प्रॉब्लम होती है इस वाली चीज को फिर से रीक्रिएट कर देता है और हमारा जो बैलेंस था या कांस्टेंट की जाए उसको फिर से बना देता है अब इसको थोड़ा सा एग्जाम देखो शॉर्ट में आप समझ गए क्या होता है की होममेड ट्रेडर्स हमारे अगर ये बैलेंस हमारा इंटरनेट एनवायरनमेंट का बैलेंस अगर बिगड़ा है तो होममेड फिर से उसको रिगन करता है इसको फिर से हमारा वापस से चीजों में लेक आता है तो इसी को हम होमियोस्टैटस बोलते हैं तो अगर हम होमो टायर सिंपल डिफाइन करना तो ये हमारी ऐसी कंडीशन है जो जिसमें क्या होता है की हमारा इंटरनल एनवायरनमेंट इस इक्वल तू डी एक्सटर्नल एनवायरनमेंट अब थोड़ा सा चीजों को समझते हैं की क्या कैसे हैं तो एग्जांपल के लिए मां लो की आप लोग अभी बैठे हो गए तो आप एक कांस्टेंट लेवल पे होंगे ना आपको ज्यादा ठंड ग रही होगी ना आपको ज्यादा क्या हो रही होगी गर्मी ग रही होगी सिंपल सी बात है अब मां लो किसी कंडीशन में क्या हो जाता है की मां लो आपको क्या लगे आई है थोड़ा मतलब बाहर का एनवायरनमेंट क्या होता है थोड़ा ग्राम हो गया मां लो की आपका भाई बहुत ज्यादा धूप हो रही है और बहुत ज्यादा हो गया तो मां लो बाहर का एनवायरनमेंट हमारा क्या हो गया बहुत ज्यादा गम हो गया तो उसे कंडीशन में क्या होगा की अब हमारी बॉडी को होने लगेगी दिक्कत क्योंकि बाहर का बहुत ज्यादा गम हो रहा है हमारी बॉडी का उतना ही है पहले तो तो अब इस टाइम पर हमारा होमियोस्टैटस क्या करेगा की हमारे जो बॉडी का टेंपरेचर है उसको थोड़ा सा क्या करेगा डॉ करेगा तो इस चीज में क्या हो जाएगा की अब हमारी ये चीज क्या हो जाएंगे थोड़ी सी बैलेंस हो जाएंगे की यहां पर हमारा अगर बाहर का एनवायरनमेंट बाढ़ गया तो हमारी बॉडी ने खुद का ही एनवायरनमेंट थोड़ा सा कम कर लिया जिससे हमारी बॉडी को गर्मी ना लगे और हमारी बॉडी को थोड़ा सा नॉर्मल यानी की ठंड ना लगे लेकिन नॉर्मली कंडीशन हो जाएगा सिंबल की बात है जैसे एग्जांपल के मारे जो आपको बहुत ज्यादा गर्मी लगती है तो आप क्या करोगे या तो नहा लोग या आप कलर या पंख के आगे बैठ जाओगे तो वहां पर आप क्या कर रहे हो आप ठंडा लगा रहे हो लेकिन ये कंडीशन हमारी बॉडी खुद से करती है इसको हम बोलते हैं होमियोस्टैटस लेकिन कास्ट क्षेत्र में ऐसा हो जाता है की हमारी बॉडी खुद से नहीं कर पाती है तो वो बॉडी इस तरह से मतलब वो करेगी अपने आपको दिखाएंगे की आप मजबूर हो जाओगे वो कम करने के लिए जैसे एग्जांपल के लिए मां लो की भाई टेंपरेचर को ज्यादा ही होगा 40 50 डिग्री चला गया भाई बाहर का टेंपरेचर अब हमारी बॉडी में इतने दम नहीं है की वो इतना कम कर ले की हमारे इसके बैलेंस को फिर से बना सके तो उसे टाइम पर क्या करोगे आपको वो ऐसा मतलब फीलिंग आएगी या तो पंख के नीचे बैठोगे या कलर के नीचे बैठोगे या के नीचे जाकर बैठ जाओगे तो वहां पर क्या हो जाएगा जब आप एक के अंदर जाकर बैठोगे तो वहां पर जो हमारा पूरा एनवायरनमेंट है उसका क्या हो जाएगा टेंपरेचर धीरे-धीरे डॉ हो जाएगा और फिर से हमारा जो कांस्टेंट जान के बैलेंस था वो हमारा फिर से क्या हो जाएगा क्रिएट हो जाएगा इसके अगर कुछ और एग्जांपल हम देखें तो मां लो की आपको भाई भूख ग रही है आपको और आप क्या करते हो डेली 4:00 बजे खाना खाता हो मां लो शाम को 4:00 बजे आपका एक स्नेक डेली खाता हो लेकिन किसी वजह से उसे दिन आप बाहर थे या आप एग्जाम दे रहे हैं कोई भी कंडीशन दे और आपने खाना नहीं का पाया तो जैसे ही वो हमारा कर बजेगा आपकी बॉडी क्या करेगी भाई अब तो खाना चाहिए भूख मांगेगा बहुत ज्यादा लेकिन आप मजबूर हो नहीं का सकते तो वो थोड़ी डर चलेंगे आपकी 10 से 20 मिनट आपको लगेगा बहुत ज्यादा भूखे लेकिन उसके बाद आपकी बॉडी क्या कर लगी उसे चीज को बैलेंस कर देंगे यानी की अब आपका वो एक कांस्टेंट लेवल हो जाएगा ना आपको भूख ग रही होगी ना आपको भूख होगा क्योंकि उसे टाइम पर जो आपकी बॉडी थी वो क्या करेगी जो आपकी बॉडी में ग्लाइकोजन स्टोर हमारा हो जाता है उसे ग्लाइकोजन से फिर से आपकी बॉडी में ग्लूकोस यानी की खाना तैयार कर देंगे और उससे क्या हो जाएगा अब आपकी बॉडी एक नॉर्मल स्थिति में फिर से ए जाएगी तो यहां पर होमियोस्टैटिक मैं क्या का रहा है की आपकी बॉडी की जो भी अनबैलेंस कंडीशन जाते इमेंस कुछ भी होता है तो उसको फिर से हमारा नॉर्मल लेक ए रखा है यहां पर ठीक है बाकी एक दो एग्जांपल आपको आगे समझ ए जाएंगे जो आपके लिए बहुत ज्यादा कम आएंगे तो अगर हम होमियोस्टैटस को यहां पर देखा जाए तो होममेड स्टेटस हमारा दो शब्द से मिलकर बना है होमो का मतलब होता है से या हम बोल सकते हैं कांस्टेंट और स्टेटस का मतलब होता है स्टेट यानी की अवस्था मतलब क्या होता है कंडीशन जैसे हमारी एक फिजिकल कंडीशन हो गई या हमारी एक रेस्ट कंडीशन हो गई ये हमारी एक मूवमेंट कंडीशन हो गई तो इसी तरह हमारी स्टडीज होती है से कंडीशन यानी की हमारी बॉडी जी भी कंडीशन में हो वो वैसी ही कंडीशन में रहे उसका कांस्टेंट या फिर बैलेंस हमारा एक्सटर्नल एनवायरनमेंट के साथ ना बिगड़े जो हमारा ये बैलेंस बना है वो बैलेंस हमारा बना रहा है तो यही हमारा होमियोस्टैटस कहलाता है तो अगर इसको हम डिफाइन करेंगे बोल सकते हैं आईटी इसे एन कंडीशन वन अवर इंटरनल एनवायरनमेंट इस कांस्टेंट विथ रिस्पेक्ट तू डी एक्सटर्नल एनवायरनमेंट यानी की जो हमारी ह्यूमन बॉडी का एनवायरनमेंट है वो हमारा एक्स्ट्रा एनवायरनमेंट के साथ कांस्टेंट रहे अब एक और यहां पर करनी सी देखिए आईटी इस एन कंडीशन डेट में वेरी ऐसा नहीं है की भाई हमारा हमेशा एनवायरनमेंट से रहेगा ये हमारा चेंज हो सकता है लेकिन रेमन कांस्टेंट है यानी की अगर चेंज हो मिल जाता है तो फिर से वह अपने वाली कंडीशन में ए जाए और हमारा जो एनवायरनमेंट है वो फिर से क्या होता है कांस्टेंट हो जाए तो इसको हम होमियोस्टैटस बोलते हैं अब यहां पर एक मैंने डायग्राम बना दिया अगर आप इसको बनाकर आते हैं एग्जाम में आपको अच्छे मार्क्स मिल जाएंगे यानी की इंटरनल एनवायरनमेंट के अंदर का ये बाहर का हो गया ये आपस में क्या राहत है कांस्टेंट जैसे हमारे बॉडी का जो है टेंपरेचर है वो 37 डिग्री सेल्सियस करीब राहत है तो ये बॉडी टेंपरेचर हमारा हमेशा 37° ही रहेगा थोड़ा सा आधा डिग्री सेल्सियस ऊपर नीचे हो जाता है लेकिन मोस्टली टाइम हमारा 37° ही रहेगा चाहे सर्दी हो चाहे गर्मी हो आप कभी थर्मोमीटर से नापोगे आपके बॉडी का टेंपरेचर इतना ही देखने का आपको मिल जाएगा अब ये बॉडी टेंपरेचर वाला आप थोड़ा सा याद रखना है क्योंकि इसी से आपको आगे और कहानी यहां पर समझनी है अब यहां पर हमारा आता है एक और नेक्स्ट टॉपिक होमियोस्टैटस कंट्रोल मैकेनिक्स यानी की अगर हमारी बॉडी का जो बैलेंस है यानी की जो हमारा स्टार्ट है वो अगर बिगड़ जाता है दें उसको कंट्रोल करने के लिए हमारे एक मेकैनिज्म आता है तो यहां पर हमारा इसको कंट्रोल किया जाता है वो हमारी दो चीजों के द्वारा किया जाता है हमारा न्यूरो एंडोक्राइन न्यूरो का मतलब होता है नर्वस सिस्टम जो मैंने आपको बताया और एंडोक्राइन का मतलब होता है बॉडी में हारमोंस होते हैं वह इस चीज को कंट्रोल में हमारे सेंसर है यानी की मां लो अगर हमारी बॉडी में कुछ भी चेंज हुआ है तो ये रिसेप्टर हमारे क्या करेंगे उसको डिटेक्टर करेंगे यानी की पता लगाएंगे और जैसे इनको पता ग जाता है ये हमारे कंट्रोल सेंटर के पास भेज देते कंट्रोल एक्चुअल में हमारे एक तरह से दिमाग हो गया हाइपोथैलेमस हो गया तो हमारा जो मन हो गया सीएस हो गया नर्वस सिस्टम हो गया वहां पर इसको क्या कहते हैं भेज देते हैं दें उसके बाद थर्ड हमारा आता है यहां पर फीडबैक सिस्टम तो इसको बहुत लोग अभी तक ढूंढ रहे होंगे क्योंकि ये काफी बार एग्जाम में आता है तो फीडबैक सिस्टम एक्चुअल में क्या है इस फैक्टर है यानी की अब हमको क्या यहां पर पता ग गया की कुछ चेंज हुआ है बॉडी में यहां पर हमने उसको रिसीव कर लिया हमारे कंट्रोल सिस्टम की सीएस तक पहुंच गया माइंस है अब सीएस से हमारा ये वीडियो है सिस्टम चालू होता है और इसका मेली का कम क्या होता है की आईएफ देवर आर एन चेंज टेक प्लेस इन इंटरनल एनवायरनमेंट अगर हमारे बॉडी के एनवायरनमेंट में कुछ भी चेंज होता है तो जो फीडबैक सिस्टम है वो उसको वापस कांस्टेंट लेवल में लेकर आता है यही हमारा फीडबैक सिस्टम का कम होता है एक्चुअली में कोई भी गड़बड़ी है उसको और समझा जाता है तो फीडबा मतलब क्या होता है आप लोगों ने देखा होगा कोई भी समाज खरीदो आप बोलते हो की फीडबैक दो तो फीडबैक क्या मां लो आपकी कोई डिलीवरी अच्छी नहीं हो या कुछ गड़बड़ हो गई आप फीडबैक डॉग की भाई ये जो चीज हमारे गलत नहीं है नेक्स्ट टाइम मुझे हमारी ठीक की जाएगी तो यही फीडबैक सिस्टम का यहां कम है की अगर हमारे स्टडीज में कुछ भी गड़बड़ी होती है तो फीडबैक सिस्टम हमारे उसे चीज को दोबारा फिर से नॉर्मल स्टेटमेंट यानी की कांस्टेंट में लेकर आता है अब ये हमारे दो तरह के होते हैं एक हमारा पॉजिटिव सिस्टम एक हमारा नेगेटिव फीडबैक सिस्टम पॉजिटिव फीडबैक सिस्टम का मतलब क्या होता है की पॉजिटिव मतलब क्या होता है भडाणा यानी की इंक्रीज करना तो पॉजिटिव फीडबैक सिस्टम हमारी बॉडी में कोई भी चीज डिक्रीज होगी यानी की कम हो जाएगी या हमारी बॉडी को कोई चीज ज्यादा चाहिए होगी तो ये हमारा पॉजिटिव वीडियो सिस्टम उसको बढ़ाने का कम करेगा और नेगेटिव फीडबैक सिस्टम का मतलब है की अगर हमारी बॉडी में कोई भी चीज कम मतलब ज्यादा हो जाति है या हमको कोई चीज कम चाहिए होगी तो नेगेटिव फीडबैक देता हूं उसे चीज को डिक्रीज करेगा तो पॉजिटिव हमारा बड़ा आएगा इंक्रीज करेगा और नेगेटिव को क्या करेगा डिक्रीज करेगा तो पॉजिटिव का सिंबल मतलब क्या है की अगर हमारी बॉडी में कोई भी चीज डिक्रीज हो जाति है या हमारे सॉरी इंटरनल एनवायरनमेंट पर बॉडी सिस्टम है तो पॉजिटिव सिस्टम हमारा उसे चीज को भागने का कम पता यार नॉर्मल सिचुएशन में लेक आएगा एग्जांपल के लिए समझ लो की माल और भाई जब प्रेग्नेंट हो जाते हैं लेडीज तो उसे टाइम पर क्या है की डिलीवरी के टाइम पर उनको आपको पता है बहुत ज्यादा स्ट्रेट करनी पड़ती है वो जगह जिससे हमारा जो बच्चा है उसकी डिलीवरी बहुत अच्छे से हो पे तो स्ट्रेट करने के लिए यहां पर एक हमारा हार्मोन की जरूर होती है ऑक्सीटोसिन तो यहां पर हमारा क्या होता है की पॉजिटिव उसे टाइम पर हमारा पॉजिटिव फीडबैक सिस्टम एकदम चालू हो जाएगा और वो क्या करेगा और वो जो लेडीज की बॉडी होगी उसमें ऑक्सीटोसिन को क्या कराएगा रिलीज कराएगा और जैसे ये रिलीज हो जाता है कांट्रेक्शन हमारे यहां पर इंक्रीज हो जाता है और कांट्रेक्शन होने की वजह से वहां पर जो यूट्रस है उसे चाइल्ड लेबर्स होने की क्या हो जाति है कंडीशन हमारी बहुत ज्यादा इंक्रीज हो जाति है तो यहां पर हमारा क्या गया ऑक्सीडेशन के रिलीज को यहां पर बड़ा दिया और कांट्रेक्शन को हमारा बड़ा दिया किसने तो इसका में कम क्या होता है हमारा बढ़ाने का अब नेगेटिव को थोड़ा सा समझते हैं तो यहां पर क्या होता है ये किसी भी चीज को कम करने में हमारी हेल्प करता है तो जैसा मैंने आपको अभी बताया की एक चीज आप याद रखना है की हमारे बॉडी का टेंपरेचर कितना होता है 37 डिग्री के अंदर अब हमारी बॉडी में फीवर कब आता है हम लोगों को फीवर का होता है इसको अगर हम उसमें कन्वर्ट करें लगभग 97 फारेनहाइट के करीब आता है ये हमारा भर जाता है यानी की 98 हो जाता है या 100 के करीब हो जाता है यानी की जब हमारा ज्यादा 30 एयर 39 डिग्री सेल्सियस तब हो जाता है तब हमको क्या होती है दिक्कत परेशानी हनी शुरू हो जाति है तो ये कंडीशन हमारी होती है की मां लो हमारी बॉडी में जब कोई भी चीज हमारी बाढ़ जा रही है यानी की हमको मालूम फीवर का टेंपरेचर बाढ़ गया है एग्जांपल समझो की मालूम होगा फीवर है और हां टेंपरेचर बाढ़ गया तो उसे कंडीशन में हमारा नेगेटिव फीडबैक सिस्टम एक्टिवेट होगा और वो हमारे फीवर को कम करेगा कैसे करता है तो मां लो हमारा फीवर बाढ़ गया तो फीवर बड़ा तो हमारे स्क्रीन में क्या होगा वो हिट मारना है इसके हमारी गम हो जाति है हाथ पर गम हो जाते हैं हमारे तो जब हाथ पर गम हो जाएंगे तो वो सिग्नल बैंक हमारा चला जाएगा हाइपोथैलेमस के बाद यानी की हमारे सीरीज के बाद जो हमारा अब एक तरह से देखा जाए तो यहां पर स्क्रीन जो हमारी है वो कम कर रही है हमारे एग्जांपल जो हमने स्टार्टिंग में इससे पहले पढ़ा था हमारा यहां पर चैप्टर की तरह और जो हमारा हाइपोथैल्म है वो हमारा कम कर रहा है कंट्रोल सेंटर की तरह यानी की सीएस की तरह यहां सिग्नल पहुंच गया अब ये हमारा यहां पे होता है टेंपरेचर रेगुलेशन सेंटर हमारे सीएस के अंदर उसको जाके एक्टिवेट कर देगा हमारा अब जो हमारा टीआरएस टेंपरेचर रेगुलेशन सेंटर यह हमारा जो हमारे स्कैन के अंदर यहां पर होता है स्वीट ग्लैंड उनको जाके इस स्टिम्युलेट कर देंगे यानी की एक्टिवेट कर देगा उनकी एक्टिविटी को इंक्रीस कर देगा तो जो स्वीट ग्लैंड है वो क्या करेंगे यहां स्वेटिंग करेंगे और स्वेटिंग हमारी ज्यादा होने लगेगी और जब आपको बताएंगे स्वेटिंग ज्यादा होगा हमारे स्क्रीन पर तो स्क्रीन पर क्या होता है ठंडा क्योंकि पसीना हमारा ठंडा होता है तो उसकी वजह से हमारी बॉडी में क्या है कॉलिंग इफेक्ट आने लगेगा और हमारे जो टेंपरेचर है वो धीरे-धीरे क्या हो जाएगा डॉ हो जाएगा तो यहां पर जो हमारा नेगेटिव फीडबैक की स्थापना उसने एक्चुअल में किया गया जो हमारा टेंपरेचर ज्यादा था यहां पर टेंपरेचर हमारा ज्यादा था उसे टेंपरेचर को यहां पर क्या कर दिया इन्होंने डॉ कर दिया तो ये एक्चुअल में इस तरह से हमारे पुरी स्टेट कम करती है और फीडबैक टेस्ट हमारे इस तरह से यहां पे कम करते हैं तो आई होप आपको पूरा होमियोस्टैटस वाला पार्ट समझ ए गया होगा तो जो होमियोस्टेज वाला पार्ट है वो अगर 10 नंबर में आता है तो आपको ये पूरा लिखना है पहले डेफिनेशन वगैरा ये सब लिखना है ये भी बना के ए जाना जैन यहां पर आपको पूरा कंट्रोल मैकेनिक्स में लिखना है और इसके अंदर ये दोनों के अलावा फीडबैक सिस्टम ये दोनों लेकर आने हैं आपको पॉजिटिव वीडियो में सिस्टम भी और नेगेटिव वीडियो सिस्टम में तो ये सारे चीज आपको लिख के आने लगभग 10 नंबर के अकॉर्डिंग आपका फिक्स है अब हमारा एक लास्ट टॉपिक बेसिक एन एटॉमिक टर्मिनोलॉजी तो बेसिकली आपको पुरी बॉडी के बड़े में सब कुछ पता ग गया एक लास्ट चीज आपको ग गया है की बॉडी में हम क्या कैसे बोलते हैं तो यहां पर हम तीन तरह से अपनी बॉडी को यहां पर प्लेन में बाढ़ सकते हैं क्या कैसे चलो इसको डायग्राम से मैं समझा देता हूं वैसे इसका डायग्राम मैंने बनाया नहीं है यहां पर समझ लो तो जैसे आपको ये एक डायग्राम यहां पर दिखे रहा होगा तो डायग्राम तो डायग्राम में आप यहां पर देख सकते हो की हमारी बॉडी को यहां पर कट किया जा रहा है तो इसमें हम बात करते हैं प्लेन के बड़े में तो यहां पर हम तीन तरह से कर सकते हैं एक हमारा डायरेक्शन है एक हमारा सैंक्शन है और एक हमारा यहां पर आता है बॉडी कैविटी तो अगर हम यहां पर डायरेक्शनल के बड़े में बात करें तो हम बॉडी को अपना कर सकते हैं की अगर हम ऊपर के बड़े में बात करें तो ये हमारा हो जाएगा सुपीरियर यानी अपार पार्ट नीचे के बड़े में बात करें तो ये हमारा हो गया इंटीरियर के नीचे वाला पार्ट इंटीरियर पोस्टीरियर का मतलब हो गया यानी की ये वाला जो आपको लाइन दिखे रही होगी ये वाली जो लाइन है इसने हमारे बॉडी को एक आगे वाले पार्ट एक हमारे भैया यानी की एक तरफ हमारी चेस्ट ए जाएगी एक तरफ हमारा बैक ए जाएगा तो ये चेस्ट वाला पार्ट है उसको हम फ्रंट पार्ट बोलते हैं वो हमारा इंटीरियर और हो जाएगा और पोस्टीरियर और का मतलब जो हमारा बैक वाला साइड है हमारी पीठ वगैरा दिखे रही है वो हमारा बैक साइड ए जाएगा तो इस तरह हम अपने डायरेक्शन में कर तरीके से अपने पुरी बॉडी को डिवाइड कर सकते हैं सेकंड हमारे यहां पर आता है सेक्शनल पेन तो इसके अंदर आपको यहां पर तीन तरह से हम अपनी वीडियो को डिवाइड कर सकते हैं पहले हमारा यहां पर आता है टाइटल प्लेट तो टाइटल प्लेन यहां पर आपको ये दिखे रही होगी यानी की अगर हम बॉडी को अपने बीच से ऐसे कैट देंगे जैसे हमारा मूवी में हीरो कैट देता है तो अगर एक तरफ लेफ्ट पार्ट एक तरफ हमारा राइट पार्ट जो हमारे बॉडी ऐसे लेफ्ट और राइट में डिवाइड हो जाति है उसको हम बोलते हैं सीनेटल प्लेन यहां पे आपको दिखे रही होगी ये वाली जो देखो यहां पे वो है ये वाली सेकंड हमारा आता है ट्रांसफर ट्रांसफर मतलब क्या होता है अगर हम अपनी बॉडी को एंटीरियर और पोस्टीरियर में बांट देंगे यानी की जो हमारा ये वाला पार्ट है यहां पे सॉरी ट्रांसवर्स हमारी ये वाली चीज है बीच वाली है यानी की हम बॉडी को जब अपना ये वाले में है सुपीरियर और इनफीरियर में मार दिया यानी की अपार पार्ट और लोअर पार्ट में जब यहां डिवाइड कर देते हैं ये इस तरह से होरिजेंटल लाइन है तो वो हमारा ट्रांसफर प्लेन हो जाएगा और थर्ड हमारा कॉर्नर है यानी की जब आप अपनी बॉडी को इंटीरियर आगे वाले यानी की इस तरह बीच से कटे की हमारा चेस्ट आगे ए जाए और पीठ हमारे पीछे चली जाए तो वो हमारा कॉर्नर वाला प्लज हो जाता है लास्ट हमारी होती है बॉडी कैविटी तो इस बॉडी कैविटी में तीन चीज आई हैं थोड़ा से कैविटी एब्डोमिनल पेल्विक और यहां पे ए जाता है डोरसाल कैविटी तो यहां पर आपको दिखे रहा होगा की जो ये वाली चीज हमारी ये पुरी ए जाति है यानी की आपके चेस्ट वाली ये पुरी ए जाति है थोड़ा से कैविटी फिर यहां पर जो ये पेट वाला एरिया है ये हमारी एब्डोमिनल कैविटी ए जाति है अब पेड़ से नीचे का ये पूरा ये एरिया नया पेल्विक कैविटी ए जाति है तो यह तीन कैविटी आप समझ गए अब लास्ट हमारी यहां पर है डोर्सल कैविटी तो ये पीछे वाला जो हमारा ये वाली जो पुरी कैविटी है ये जो कलर आपको दिखे रहा होगा ये जो कलर है ये पुरी कैविटी आपकी ए जाति है डोर्सल कैविटी ए जाति है तो कैविटी मतलब एक तरह से हम इस पुरी जगह को बोलते हैं तो ये हमारी बॉडी कैविटी इस तरह से तो यहां पर हमने तीन तरह से अपनी बॉडी को यहां पर एक तरह से डिवाइड किया डायरेक्शनल सेक्शनल और बॉडी कैविटी डायरेक्शन में हमने ऊपर नीचे वाला पार्ट और आगे पीछे वाला पार्ट सर राइट ल में हमारी वो लाइन थी जींस हम कर रहे थे तो अगर टाइटल कर दें तो हमने यहां पर लेफ्ट और राइट मार दिया ट्रांसफॉमर्स में हमने आपको नीचे मार दिया और कॉर्नर में हमने क्या कर दिया इसको मतलब पूरा इंटीरियर पोस्टीरियर बना दिया बॉडी कैविटी में तीन तरह के आप समझ गए होंगे तो आई होप आपको सारे के सारे जितने भी हमारे टर्म से पूरे यूनिट वन के अंदर आपको सारे सॉरी चैप्टर वन के अंदर आपको सारे समझ ए गए होंगे वीडियो थोड़ी सी लेंडी हो गई तो कितने लोग ऐसे थे जिन्होंने वीडियो को स्टार्टिंग से और तक कंप्लीट देखा है वो कमेंट्स में लिख के बताओ बाकी अगर यहां पर कोई भी डाउट है आप कमेंट करके पूछ सकते हो बाकी हमने एक-एक टॉपिक को यहां पर कर कर लिया तो बस आज की वीडियो में इतना ही आई होप आपको वीडियो समझ ए गई होगी अगर आपको कोई भी डाउट कमेंट करके पूछ सकते हो आगे इस वीडियो पे लाइक हम रखते हैं कितनी जल्दी आप कर देते हो क्योंकि बहुत मेहनत लगी है बहुत सर है और उतनी जल्दी आपको नेक्स्ट वाले चैप्टर भी 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