Transcript for:
राजनीतिक दलों की भूमिका और महत्व

नमस्कार दोस्तों कैसे हैं आप लोग डाउटनेट के इस वन शॉट की सीरियस में एक बारी आप सभी का फिर से बहुत स्वागत है बच्चों आज के इस लेक्चर के हम बात करें तो आज हम एक बहुती प्यारे चैप्टर का वन शॉट करने जा रहे हैं तो वो political parties इसे इंग्लिश में बोलते हैं जैसे हम बात करें के जिनको बिल्कुल भी कुछ भी नॉलेज नहीं है ना कॉंस्टिट्यूशन के बारे में यानि हमारे संविधान के बारे में ना सरकार कैसे बनती है सरकार की जो प्रडाली होती है वह किस प्रकार की होती है प्रिसाशनी व्यक्तिगांव तो यह सब जो आपको बहसें मतलब आप सुनते हुए आपको कई सारे लोग जो मिल जाएंगे जिन्हें जो है कुछ भी नॉलेज नहीं होती है ना तो पॉलिटिकल पार्टी जो होती है राजनीतिक दल जो होते हैं इनके बारे में सबको ही पता होता है चाहें वो अनपड इं और उनकी स्कूल में चुनाव होते हैं और चुनाव किसको लेकर विश्व प्रेसिडेंट के लिए खड़ा होगा और बहुत बहुत उनको जो बाद दिया जाता था ठीक है और फिर जो नड़ा हुआ गरते थे जो भी प्रसाशनिक चीजें हुआ गरती थी स्कूलों में वह पूरा लाइन में लगाए अनुसास्थ्यक पूर्वक जो है इसको जो बाहर निकालना तो यह सारी जो चीजें होती हैं इन लोगों अब हमारा देश जो है एक लोकतांतरिक देश है बई और इस लोकतांतरिक देश को चलाने के लिए सबसे बड़ी भूमिका किसकी रहती है बई सरकार की जो सरकार जो जनता चुनकर भेजती है और सरकार कौन बनाता है बई जिसको जनता पसंद करके चुनकर भेज रही है वो� अच्छा अब इस सरकार में जब सरकार की बात आती है तो यहाँ पर जो मेन रोल होता है सरकार चलाएगा कौन तो वहाँ पर राजनीतिक पार्टियां जो होती है राजनीतिक दल जो होते हैं वो सामने आते हैं ठीक है ना तो इसी के बारे में जो पूरा चैप्टर है चलिए कि सरकार बनाना और चुनाव लड़ते क्यों है उनका उद्देश क्या होता है सरकार बनाने का उद्देश होता है अच्छा होता है कि आप किसी को वोट देते हो कोई भी पॉलिटिकल पार्टी स्थिति जैसे बीजेपी कांग्रेस आम आदमी पार्टी कमिनिश्ट पार्टी कोई भी पार्टी खड़ी हुई है तो आप उसे वोट किन मुद्दों पर देते हो उसने कुछ वादा किया होगा तो उस बेसिस पर जो है कि हम अगर चुनाव जीज़ जाएंगे तो ये करवा देंगे, हम चुनाव जीज़ जाएंगे सडके बनवा देंगे, स्कूल बनवा देंगे, कॉलेज़ बनवा देंगे, तो उसके बेसिस पर क्या करते हैं, आप उसको वोट देते हो, और होता है कि ह कि जैसे मैंने कुछ बोल दिया और आप लोग मेरे से काफी ज्यादा प्रभावित हुए तो वह मेरी विचारधारा है जिसको आप लोग फॉलो कर रहे हो तो ऐसी क्या होता है हमारे बीच में भी होता है जैसे हम लोग जो होते हैं हम किसी ना जो पॉलिटिकल पार्टीज उसकी विच इन सबकी जो है खुद की अपनी एक अलग विचाधारा होती है जिस साथ से जो है वह देश को चलाना चाहते हैं मतलब वह बोलते हैं कि अगर हम सरकार बनाते हैं तो हम यह जो चीजें वह देश में जो है लागू करवाएंगे इंप्लीमेंट करवाएंगे ठीक है तो यहां पर क्या लिखा हुआ है कि ऐसा समूह जिसका जो है निर्माट चुनाव लड़ने और सरकार बनाने के उद्देश्य किया जाता है तो यह जो पॉलिटिकल पार्टीज है जैसे हमने बोला कि लोकतांतिक सरकार में जो सरकार बनी कि यह आपने देखा होगा आपका जो निर्वाचन छेत्र जो कंस्टिट्वेंसी आपकी तो वहां पर अलग-अलग जो राजनितिक दल है इनके उम्मीदवार जो हैं खड़े होते होंगे यह से कांग्रेस का लग खड़ा हो रहा है बीजीएपी का अलग है ना मान कि तो जो समाजवादी पार्टी का अलग बहुजन जो आफ वर्जन पार्टी जो है उसका अलग बस पाक अलग ठीक है तो यह सब निर्वाजन छेतर में खड़े होते हैं फिर आप क्या करते हो भाई आपको अगर समाजवादी में वोट देना आप समाजवादी वालों को वोट दोगे है ना आपको बसपा को वोट देना बसपा को वोट देगा आपको बीजेपी को वोट देना तो आप वो बीजेपी प्रयास करो कि यहां पर है क्या बेसिकली कि जो राजनीतिक पार्टी है यहां जो दल है बेसिकली इनका काम क्या होता है इनका काम होता है वह सरकार बनाना और सरकार कैसे बनाते हैं तो यह चुनाव लड़ते हैं और यह जैसा आप किसी से प्रोफी को वोट दिया तो यह थोड़ा बोलो कि हम नरेंद् कि राहुल गांधी को वोट देखे आए हैं फिर हम अखिलेश यादव को वोट देखे आए हैं क्या बोलों कि आप आज यह बीज़ैपी को वोट कि हम भी जुड़े हुए हमारी भी सेम यह विचार धारा है ठीक है क्लियर हुआ एक राजितिक पार्टी जो है लोगों को इस बात का भरोसा दिलाती है कि उसकी नीतियां अन्य पार्टीयों से बहतर हैं अब आपको देखा होगा कि जितनी पार्टीयों होती हैं वो अ वह दूसरी पार्टी पर आलोचना भी करती है इसके चक्कर में कि यह दोनों की पार्टी में यह कमिया है जो कमिया हमारे पार्टी में नहीं है ठीक है ना चलिए तो वह चुनाव जीतने की कोशिश करती है ताकि अपनी नीतियों को जो है लागू तो जैसे नितन गटकरी की हम बात करें कि इतना बढ़िया काम कर रहे हैं तो सब एक जैसे नहीं होते बाई कोई-कोई होता है बाई एकदम मतलब ही रख जाता है कोई-कोई जो नेता जो होता है और जो नेता होते हैं तो बहुत सारी जो और वह क्या कहती है वह जो है अपने आपको सबसे पहतर दिखाने की जो है कोशिश करती है कि वह विजयपी कि हम सबसे बेहतर है कॉंग्रिस वाले बोले हम बीजेपी वालों से बेहतर है आमादिवी पार्टी बोले है कि हम सबसे ज्यादा बेहतर है तो लग हर पार्टी जो कुछ ना कुछ क्लेम करती रहती है ना क्यों करती है ताकि हम चुनाव जीत उसको सरकार की प्रडाली के बारे में पता ही नहीं है लेकिन उसको राजनीतिक पार्टी के बारे में पता है दल के बारे में पता है कि वह जितनी भी पार्टीज हैं उसे कुछ नहीं पता होगा उसे यह पता होगा भी आप है ना कि बई कोई किसी की आइडिलॉजी से जुड़ा हुआ है होता है ना कि आपकी घर में कि शुरू से ही हम कांग्रेस को वोट दे रहे हैं किसी करमें तो कुछ ना कुछ आइडिलॉजी रही होगी लोग जड़े हुए होंगे है ना तो वह सारी चीजें बिस क्या दिखा रहा है हमारे देश का जो एक राजनितिक विवाज कि कोई राजनीतिक पार्टी जो समाज के किसी खास पार्ट का खास से का जो है प्रतित्व करती है अगर हम बात कर लेते हैं जैसे कोई पार्टी है वह किसी यह तो एक वह नेशनल पार्टी होगी बात करेंगे इसके बारे में तो उदर जो है लोग काफी उदर वह एक्टिव रहती है तो जैसे हम बात कर लेते हैं कोई भी राजनितिक पार्टी जो होती है वह समाज के किसी एक खास से कुछ या करती है किसी समाज के एक से का जो प्रतिनित्व करती है समाज में किसी चीज का प्रतिनित्व कर रही है हर चीज में वह समाज में बहुत सारी चीजें है किसी को सैक्यूजम क्या हुआ था इस पर सेक्यूटिजम का मतलब होता है धर्म निर्पिक्ष कहते बदल देश में जो है सेक्यूटिजम होना चाहिए धर्म के बेज़स पर चीजें लोग ना बटे देश के बीच में प्यार रहे कोई कहता है भाई कोई हिंदुत के ऊपर कि भाई हमारी जो पुरानी राम मंदिर का विश्व के लिए हम बात कर लेते हैं तो वह बन र यह तो एक्सेंपल जब नैरू जीत के प्रधानमंत्री वने उसके बाद जो है सबसे बड़ा चैलेंज क्या था कि हम जो है हमारे पास खाने पीने को उस थाई नहीं है उसके बाद क्या हुआ है वह रिप्राइटी आई और रिप्राइटी में हमने बड़ा कि हमारा उत्पादन जो बढ़ने लगा तो सब की कुछ ना कुछ क्या होती है सब की कुछ ना कुछ हु� कि समाज की सिस्से की जो बात करें इन नीतियों का समर्थन करती है और इनकी तो की वकालत करती है मतलब अलग-अलग पार्टियां होती है वह अलग-अलग लोगों के हितों के लिए काम करती है ठीक है अच्छा अब जब हम बात कि यह मेन नेता है भाई अब दूसरे होंगे सक्रीय सदस्य अब सक्रीय सदस्य की बात करें आपने देखा होगा पार्टियों नाम रेजिस्टर करवा लेते हैं तो कुछ पैसे देखे नहीं बने जो सदस्यों जो होते हैं इनमें से कोई एका जाकर जिनमें अच्छी लीडरशिप स्किल्स होती है वहीं जाकर जो है बाद में बड़ा नेता बन जाता है लेकिन नेताओं के बाद जो है उस पार्टी को सपोर्ट करने वाले जो है सक्री सदस्य बाई कुछ सोच के वोट दिया होगा, किसी ने कॉंग्रेस को वोट दिया, तो वो कॉंग्रेस का अनिवाई हो गया, है न, किसी ने फलानी दूसरी पार्टी को वोट दिया, तो फलानी पार्टी का अनिवाई हो गया, है न, तो तीन चीजों से मिलकर जो है यहाँ पर, अब ठीक है ना चलिए तो इन पार्टी की बात करें सबसे पहले इनका जो काम होता है वह होता है चुनाव लड़ने का और हां चिंता पर ना चलिए तो इन पार्टी की बात करें सबसे पहले इनका जो काम होता है वह चल ये तो वही बात हो रही है कि राजितिक पदों को भरना और सत्ता का इस्तमाल करना ही किसी पार्टी का मुख्यकार होता है। इस लक्ष को प्राप्त करने के लिए राजितिक पार्टी निमलिखित कार करती है। पहला काम क्या है बाई चुनाओ लड़ना। अच्छा बिन कि किसी भी लोकतांतरिक देश में बिना चुनाव के तो उसको तुम लोकतांतर के बोली नहीं सकते और चुनाव कौन करेगा भाई हम चुनाव करेंगे चुनाव आम आदमी करेगा उन धलों का बताया ना मैंना आप बीजाईपी की नाम से वोट दोगे आप निर्वाचन छित्र के साथ से बटे होते हैं कि आपके जहां रह रहे हो और जो पूरा इलाका आपका निर्वाचन छित्र जो है वहां पर कितनी पॉपुलेशन है कितनी जनसंख्या है और वहां पर एक कैंडिडेट खड़ा होगा ना बीजेपी का ना उसी सेम जगह बहुत सारा पैसा बढ़ा जाता है बहुत सारी धानलेवाजी होती है इसमें नहीं कोई जो है आमार्मी पार्टी से खड़ा होगा है तो एक निर्वाजन छित्र से अलग-अलग पार्टीस के जो है नेता खड़े होते हैं और फिर आप उन्हें वोट है वह उस इलाके में एक सीट थी अनुस निर्वाचन छित पर एक सीट होगी तो वह जीत जाएगा ऐसे बहुत सारी सीटें लोकसभा की तो 543 पाइट फोटी थी ठीक है यह जो सीट से बिसिकली अब इन पर जो क्या होगा इन पर अलग-अलग जगह पर चुनाव होंगे और जो चुनाव होंगे और जिसकी जो है 51 परसेंट जो जीत जाएगा वह क्या करेंगे वह लोग सवाम अपनी सरकार बना लेगा 50 ठीक है ना तो ऐसा कुछ जो है काम चलता है सरकार को ना ताता तो याद रखना सरकार वह बनाता है इसको सबसे आदा सीट मिलती है वोट नहीं सीट सबसे आदा मिलती है ठीक है चलिए तो यह पहला काम हो गया दूसरा काम क्या है नीति बनाना भाई नीति तो बहुत गोशना पत्र जारी करती है, आपने देखा होगा जब चुराँ होते हों से पहले ये शब्द गोशना पत्र, ये बहुत सुनते होगे आपके इसी फलानी पार्टी ने ये गोशना पत्र जारी किया, और गोशना पत्र में अपनी जो नीतियां होती हैं कि सरकार अगर आ जाती तो मैं भाई आपको एड क्लास से बताता आ रहा हूँ कानून कौन मनाता है कानून मनाने का काम होता है विदायका का और जो जो सरकार बनी है जिसकी वो नहीं होते इसमें जो लोग चुनाव हार भी जाते हैं मतलब कोई ऐसी भी तो पार्टी जा रही होंगी ना कि जिनको सीट्स मिली होंगी यह समान की चलो बीजेपी को 2019 के चुनाव में शायद 301 या 302 सीट्स मिली थी नंबर एकजेक्ट याद मेर अब ऑपोजिशन पार्टी जो होती है ऑपोजिशन पार्टी मतलब जो चुनाव जीत नहीं पाई है लेकिन उसको सीटे तो कुछ मिली है तो यह समय के बनाते कानून बनाते हैं और वो भी तो अरे वो जो लोग हारे हैं वो भी तो किसना किसी राजनितिक पार्टी से सम्मन् कि सच सामने लाने का काम विरोधिजल करते हैं ठीक है तो वह कानून बनाने का काम क्या होता है उन पॉलिटिकल पार्टीस का ही होता है क्योंकि जो लोग चुनकर गए हैं लोग सवा राजसवाह में वह किसी ना किसी पार्टी से जुड़े हुए लोग सवा बैठे हुए हैं वह अमित साथ है ना और कौन बेटा नेहन मोदी बैठे हैं राजनाथ सिंह बैठे हैं तो यह सब जो बैठे हैं भाग्या यह किसके बीजेपी के तो है है तो किसी ना किसी पॉलिटिकल पार्टी से ना अभी चुनाव फिर से होंगे तो किसके नाम पर वोट लड़ेंगे बीजेपी के नाम पर तो वो किसी एक पार्टी की आइडिलॉजी को बता रहे हैं ना तो अगर हम बात करें अगर हम इंडारेक्टली देखें तो भी यहा� कि सरकार कैसे बनाते हैं अरे भाई एक बात आपको मान कि चलो 547 है ना इसको अगर हाफ करोगे तो दो दोनी चार 274 दो यहां करीबन 273 सीटें चाहिए आपको 273 चौथे चीज अगर आपको लोकसभा में अब भूमस से जो है जीतना है तो है तो वह जो सरकार बन रही है तो वह है तो किसी ना किसी दल से ही तो सरकार भी कौन बनाता है यह दली तो बनाते हैं सरकार आज आप क्या बोलते हो कि नरेंद्र मोदी की सरकार है बीजेपी की सरकार है अब ऑफिस ती बात विपक्ष के कुछ लोग होंगे वो अपने निर्वाचन छेतर में सीट जीत काए होंगे भले ही उन्हें क्या नहीं मिल पाए भूमत नहीं मिल पाए हार गए वो लेकिन अपने इलाके में तो कुछ सांसाद होंगे वो सीट जीत काए होंगे तो इनकी भी बहुत बड़ी भू बेसिकली मतलब उनका जो है उनकी जो दिसीयन मेकिंग है वह हो रही है ठीक है उसी के बात करें तो देखो राजनीतिक पार्टी का जो एक महत्मूर्ण काम होता है कि जन्मत करना करना ठीक है इसके लिए जो है विदाय का और मीडिया में जो है जुलंत मतलब जो मुद्दी अभी एकदम जल रही है कि उन्हें उठाते हैं भी कि बाई सरकार यह नहीं कर रही सरकार वह नहीं कर रही फिर जब मीडिया वाले वह चीज को दिखाते हैं तो यहां पर लोग जो होते हैं वह डायर्क मीडिया को देखते हैं उन्हें फिर पता जलता और अपने मुद्दों को उठाते हैं कि बाई ये सरकार ने ये नहीं किया हम जब आ जाएंगे तो ये करेंगे वो करेंगे तो ये सारी चीज़े होते हैं ठीक है न अच्छा यहाँ पर क्या बाई यहाँ पर बात हो रही है सरकारी मशीनरी तक जो है लोगों की पहुँच बनाना अच्छा अब यहाँ पर क्या बात है सरकारी मशीनरी क्या होती है बेसिकली सरकारी मशीनरी जो काम करें तो सरकारी मशी है ना तो अगर बात करें तो राजनीतिक पार्टी लोगों को और सरकारी मशीनरी की बीच का एक कड़ी का जो काम करती है ओपिस सी बात कड़ी का काम करती है बई है ना जैसे सरकारी मशीनरी के हम बात करें तो सरकार कौन बना रहा है तो यह राजनीतिक पार्टी राजनीतिक दली तो सरकार बना रहे है तो बाद में यही तो मशीनरी जोड़ने का काम कौन कर रहा है तो ये राजितिक दल ही तो कर रहे हैं ठीक है ना तो आप सोच के देखो कि राजितिक दल जो है एक लोकतांतरिक सरकार में कितना जाधा ज़रूरी हो जाता है आगे हम बात कर लेते हैं आप देखो कि लोकतांतर में जो दली साशिन विवस्ता कैसी होती है अब देखो अब कोई भी अगर लोकतांतर होता है ना अब उसमें किस प्रिकार की जो है दली विवस्ता हो सकती है मतलब कितने दल जो है लड़ सकते हैं तो इसको हमन जैसे भाई चाइना जो अपने आपको क्लेम करता है कि हम एक लोकतांत्रिक देश है लेकिन ऐसा गलत है जो गलत है क्योंकि यहां पर यह वाला जो पॉइंट है यह फुलफिल नहीं होता है मतलब सिर्फ एक ही दल है तो चाइना का एक दल है इसका नाम है कमिनिश्ट पार्टी ऑफ चाइना शीर जिंगपिंग जो है वह इसी के नेता है तो वह जो दल है बेसिकली वही चुनाव लड़ता है इसका मतलब क्या हुआ कि य इसका मतलब क्या हुआ यह आपने मूवी देखिए वह डिक्टेटर उसमें वह चलता है वह खुद ही दोड़ने लगता है बाकि उसके ओपनेंट इसमें क्या होता है बेसिकली इसमें जो है सिर्फ एक पार्टी होती है और इसका सबसे परफेक्ट उदाहरण क्या होगा भाई तो कमिनिश्ट पार्टी ओफ चाहेना उदाहरण लिख देना है ना अब दूसरे की हम बात कर लेते हैं दूसरे में होता है दिरदली साशन दिर� कि एग्जाम्पल के सबसे अच्छा प्रयार है यूएसे और यूएके एक तो अमेरिका और यूनाइटेड ग्रिंग्डम हो गया तो जैसे मैं यूएसे की बात करूं तो यहां पर दो पार्टी है एक तो डेमोक्रेटिक पार्टी है और दूसरा रिपुब्लिक पार्टी ठीक है ना और हम बात कर लेते तीसरा और हाँ जैसे हम बात करें यूके की तो यूके में भी दो पार्टी है एक तो कंजर्वेटिव पार्टी और दूसरी लेबर पार्टी तो इन दोनों जगा पर यूके और यूएसे में दो पार्टी है दिरदली वि लोगों के पास ऑप्शन होते हैं कि यह तो एक पार्टी को वोट ए पार्टी को वोट तो फिर बी पार्टी को वोट तो ठीक है अब आपके हैं तीसरे पेज जो कि हमारे भारत देश में चलती है इसका नाम है बहुत अलिया साश्य निवस्था बहुत अलिया के जो मिलकर जो सरकार भी चलाती है जैसे हम बात कर लेते हैं बहुत सारी पार्टी क्या होती है मिलकर अभी सुना होगा आपने बहुत रिसेंटली अभी बहुत ज्यादा एक हॉट पॉइंट बना रहा है वह न्यूज बना रहा है इंडिया नाम का एलियंस बहुत ज्यादा एक हॉट पॉइंट बना रहा है वह न्यूज बन कि एंडिया की तो एंडिया की हम बात करें नेशनल डेमोक्रेटिक एलाइन्स की बात करें यह किसका बीजेपी का शायद यूपीए की हम बात कर लेते हैं यूनाटीड प्रोविंस एलाइन्स की हम बात कर लेते हैं कांग्रेस का है तो अलग-अलग पार्टी इसको जोड़कर जो है इसकी सीटे हमारी सीटे में लगे हमें बहुत मिल जाएगी और हम सरकार चलाएंगे तो सरकार हमारे देश में इसी चलती है लेकिन हमारे देश में जो है ना एक दली है ना द्रिदली है हमारे देश में बहुत दली है मतलब बहुत सारी जो है पार्टी आगे बात कर लेते हैं राजनितिक पार्टी की जरूवत अच्छा अब यहाँ पर एक इंपरोटन सवाल जो आया है कि हमें राजनितिक पार्टी की जरूवत क्यों है हमें राजनितिक दल की जरूवत क्यों है ऐसा क्यों है अगर राजनितिक पार्टी है नहीं तो क्या होगा सोच के देखो अब जैसे मानिक चलो मैंने बताया कि लोगसावा में 547 सीट हैं है ना अब यहाँ पर कोई पार्टी है ही नहीं सब जो है अपनी छेतर से जो है इंडिपेनेंटली जो है चुनाव लड़ रहे हैं है ना अब होगा क्या भाई सब जो जीत के जाएंगे कोई ना कोई तो जीत के जाएगा है ना अब वह सब जाकर कहां बैठेंगे संसादा में बैठेंगे अब उनके सबके बीच में 547 लोग जो हैं अब कोई पार्टी तो है नहीं कोई दल तो है नहीं अब क्या होगा भाई स कि मतलब होंगे भाई सबको लगे हमारे जहां से हम जीत कर आए विवास हो जाएगा तो आप देश के विकास के बारे में नहीं सोचोगी लेकिन अगर आप किसी पार्टी की तरफ से जो लड़के जा रहे हो किसी पार्टी के तरफ से लड़के जीत के जा रहे हो तो यहां पर क्या होता है पार्टी तो पूरे देश में होती है ना पार्टी की चुनाव तो हर देश मान की चलो अगर आपके निर्वाचन छेत्र में जो है बीजेपी ख कि वहीं हमारी बात करें अगर बीजेपी पार्टी की बात करें कांग्रेस की बात करें यह तो राष्ट्री पार्टी है पूरे देश को रिपेजेंट करती हैं तो अगर आप पार्टी की तरफ से जीत के जा रहे हो तो वहाँ पर क्या है बाई आपके पार्टी के और भी तो लड़ाई होंगी भाई 543 लोग है 543 अलग-अलग मुद्दों पर जो भैस कर रहे हैं कोई एक बार पर टिक पाएगा नहीं टिक पाएगा तो सोच कर देखो ऐसा देश कैसे चल पाएगा ठीक है ना तो आपको जो समझ में आ गया होगा यह सारी चीज है वह पढ़ ल ना हो तो क्या होगा बई, तो देखो भारत में लोगसभा में कुल कितना सीट है, 543 सीट है, यदि हम हर सदस सतंत रूप से चुनाव जीत कर आएगा, तो ऐसी स्तिती में क्या होगा बई, ऐसी स्तिती बड़ी ही भयानक स्तिती होगी, क्यों बई, कोई भी सदस्यों होगा वो आज जैसे हम पूरे विश्व की बात करें तो यहाँ पर प्रतिनित पर जो आधारित लोकतन्त को जो अपनाय जाता है मतलब कोई ना कोई जो प्रतिनित पर आधारित लोकतन्त मतलब कि कोई भी अगर नेता चुनकर आ रहा है वो किसी ना किसी का प्रतिनित कर रहा है जैसा आ कि आपको हर एक इंसान जो है प्रत्यक्ष रूप से निर्दा नहीं ले पाएगा इसके लिए क्या होता है इसके लिए पॉलिटिकल पार्टी जो होती है जिसकी विचारधारा से प्रभावित हुए हो आप उनको वोट दे लेते हो लेकिन रियल में ऐसा कुछ होता पार्टी एक जैसी होती है बिस्कली तो यहां पर थोड़ा सा दिक्कत हो जाती है और लोग जो उनका विश्वास पर वो कि उनका मानना यह है कि सारी जितनी पॉइंटिकल पार्टी जातर लोगों का मानना यही है कि जितनी पॉइंटिकल पार्टी जाती हो चुकी है करप्ट हो चुकी है ना सबको पैसे कमाने है ठीक है चलिए क्योंकि वह चुनाव के और एलेक्शन कमिशन चुनाव के अलावा भी कई सारे काम करवाता है वाई और यह इंडिपेंडेंट बॉडी है वाई एलेक्शन चुनाव किसी का बदावाव नहीं होता इस पर सम्विधान ने जो ऐसे तागत दी है तो एलेक्शन कमिशन ही क्या करता है वाई एलेक्शन कम तो भाई एक काम किसका होता है चुनाव आयोग का काम होता है और चुनाव आयोग की नेर में जो हर पार्टी समान है लेकिन बड़ी और स्तापित पार्टियों को जो है कुछ विशेष जो भी प्रदान मिलते हैं जैसे इनको चिन्द मिल जाते हैं जैसे भाई बहुत बड़ी तो यह बताता कौन है तो यह हमारा कमीशन जो है एलेक्शन कमीशन जो चुनाव आयोग जो है यह में बताता कि कौन सी पार्टी राजिस्तर की पार्टी है कौन सी पार्टी जो है राष्टिस्तर की पार्टी है और उसका क्रिटीरिया फुल होता ठीक है ना चलिए सबसे पहले ना इन पार्टी को जान लेते हैं ठीक है सबसे पहले जान लेते हैं इनका मतलब क्या है कौन-कौन से जो क्राइटेरिया होते हैं जिसके बेसिस पर बताया जाता है भाईया कि कौन सी पार्टी जो राष्ट्रीय स्तर की पार्टी है कौन तो हम बात कर लेते हैं इनकी तो दो को जिस पार्टी को लोकसवाद चुनाव में यहां कि विधानसवाओं की चुनाव में यहां सुना यह तो लोगसवाह में भाई लोगसवाह की चुनाव होते हैं पूरे सेंटर लेवल पर केंद्र के हैं और यह दूसरी बात हो रही है वह किसकी कि चार राजों की विधानसवाह चार राज्य हैं मानिति यूपी बिहार चत्तिजगाट राजिस्थान इनके में इनके पूरे चारों की बात चार राज्य की विधानसवाह में कम से कम परसेंट वोट प इन चारों राज्यों में मिला के आपकी पार्टी को कम से कम कितने परसेंट वोट 6 परसेंट जो है वोट तो मिलने ही मिलने चाहिए अगर ये क्राटेरिया पूरा नहीं हो रहा तो क्या होना चाहिए बाई तो भाई ये होना चाहिए कि लोग सवा में कम से कम आपको चार सीटे मिल जाएं तो अगर इन दोनों में से कोई भी क्राटेरिया पास हो जाता है तो यहाँ पर क्या होगा बाई तो यहाँ पर जो हमार चुनाव चिनज़वा कोई भी दूसरी पार्टी इस्तेमाल नहीं कर सकती और भी बहुत सारी चीज़े होती हैं इसके लिए एक रिकगनिशन मिल जाता है बाई चुनाव आयोग आपकी पार्टी को रिकगनाइस कर रही है जिस पार्टी को जो विधानसवा की बात हो रही है यात्रप विधानसवा जाने की जो आपके राज्यों में चुनाव होते हैं किसके भाई सीएम के मुख्यमंत्री के आपके इलाके से आपके निर्वाजन छेतर से कौन चुनकर जाता है विदायक जितता है ना ठीक है तो देखो विधानसवा की चुनाव में जो कुल वोट के कम से कम 6 परसेंट है तो जिस पार्टी का जो कम से कम जो है दो सीट पर जो चुनाव जीते या फिर दो सीट पर और यहां पर क्या और जो है कम से कम दो सीट पर चुनाव जीते दो सीट मिलनी चाहिए प्लस क्या होना चाहिए बच्चे परसेंट वोट मिले दोनों क्राइटरिया पूरी होनी टोटल वोटिंग जो है प्लस उसको कम से कम जो है दो सीट मिलें तब जो राजस्तर की पार्टी कहला है ठीक है ना अभी की डेटा के अंसौर आट जो है क्या है वह आट जो है राष्ट्रीय स्थर की पार्टी है और यह डेटा है वह अपने बुक के पार्टी की पार्टी की बात हो रही है उससे चिंच चुका है तो दो-तीन पार्टी राष्ट्री वाली थी बट वह नहीं है फॉल नहीं कर पाएंगे लेकिन आपके अंसर टीम अभी दे रखा है तो एंसर टीम के हजाप से चल लेना ठीक है तो बारती राष्ट्री इसके बात करें तो यह इसके बात करें तो एवं यूज़ और 1885 में जो इसको फाउंड किया गया था यह है जो कि आजादी की लड़ाई है उसके बाद देखो कि यह सेक्लरिजम पर बहुत ज्यादा जोर देती है ना धर्म निपेक्ष मतलब हमारा जो हमारी जो पार्टी है बिसकली धर्म निपेक्ष पार्टी है किसी भी एक धर्म को बढ़ावा नहीं देती और जो लाइक जो बात करें तो यह अध्यक्ष इसके पहले बढ़ते रहते हैं बिसकली है ना तो सोनिया गांधी हो गई राहूल गांधी कि अच्छा खासा मतलब 50 साल तो राज किया है पार्टी ने चौच तरह साल हो गए हैं उसमें 50 साल तो कांग्रेस ने ही राज किया है ठीक है क्लियर चलिए आगे बात कर लेते हैं और अलग-अलग धर्म के जो लोग हैं इस पार्टी के लेकिन हम इस पार्टी एग्जिस्टेंस में कमाईई 1980 में और ये पार्टी किस पार्टी में से निकली है तो ये जो पार्टी है इसका जन्म हुआ है भारती जनसंग है ना श्यामार पिरसाद मुखरी जी जो थे फाउंडर्स में से गिरे जाते हैं और उन्हीं ने जो है भार अब देखो दो है 24 में क्या होता है ना चलिए तो इनके बात कर लेते हैं अच्छा इनकी पार्टी की विचारधारा क्या है तो यह विचारधारा बिस्कली कैंड ऑफ जो इंदुत पर जो इनकी विचारधारा जाता है राष्ट्रवादी विचारधारा जाता है भाई और यहां पर बिस्कली यह पुरानी चीज है पुरानी चीज मतलब जो हमारी धरोवन है वेद है पुरानी चीज उनके कि विलाय हो भी क्या ठीक है ना विलाय हो गया 370 जो हट गया 370 पूरी तरह से हट गया जो स्पेशल स्टेटस तक कश्मीर का वह आठिक या प्लस वादा किया था नोंने राम मंद्र बनवाने का तो वह भी बन चुका है तो मैं आ कि 90 से उन्नीस को नब्बे की तशक में 1990 की तशक में जो है पार्टी बहुत बदल पॉपिलर हो जाती है और 1998 में चुनाव भी जीतती है उसके बाद 2004 तक इनकी सरकार रहती भी है ठीक है उसके बाद कांग्रेस की आ जाती फिर से अब बात इसको फाउंड किसने किया था भाई तो कासीराम जी ने और इस पार्टी का जो मेन एजेंट है मेन जो आइडिलॉजी है मेन जो विचार धारा वो क्या है भाई तलितों के लिए जो पिछली जातियों से लोग आते हैं आदिवासी जो लोग आते हैं अल्प संख्यक जो लोग अब बात करेंगे भारती कम्युनिष्ट पार्टी के अच्छा भारती कम्युनिष्ट पार्टी के हम बात करेंगे तो इसको फाउंड किसने किया था तो एम एंड रॉयन है याद रखना 1925 में 1925 में तो खास कर जो है इस वर्क मतलब सारी चीजें बिस्किल पर किसी एक का अधिकार नहीं हो सकता तो ऐसी कुछ विचारधारा क्या होती है कमिनिस्ट विचारधारा होती है ठीक है तो बाद में क्या हो बाद में भाई पहली स्टार्टिंग कि बात करें बात करें तो इसको सिर्फ और सिर्फ एक देशबल अप चार परसेंट वोट मिले थे और 10 सीटे मिले थी अब बोलो चार से कम सीटे मिलती तो यह लूस कर देती है ना लूस कर देती फिर नहीं रहती राष्ट्री पार्टी है ठीक है ना चलिए फाउंडर के बात कर लेते हैं रॉय थी आपको पता चल गया होगा आगे बात कर लेते हैं भारतीय कम्युनिश्ट पार्टी के बारे में हम तो कालमाक्स वही थे बाई, जिन्होंने, जिन्हें क्या बोला जाता है, जिन्हें वैज्ञानिक समाजवात का जनक बोला जाता है, जिन्होंने बोला था कि अगर आपको जो है, क्या करना है, आपको अगर सच में यूद करना है, आपको जो है, सच में अपना हक चाहिए, तो नाम था बिस्किली और उनकी मुख्य विचारधारा मार्क्स और लैनिंस के सिद्धानतों पर मिलती जुलती है तहां पर अच्छा खासा इनका पकड़ है तो पक्षिम मंगॉल केरल और तृपुरा में अच्छा खासा ने समर्थन प्राप्त भी है ठीक है ना चलिए तो इस पार्टी की हम बात करें तो दोस्तों इसकी पार्टी में फूट पड़ गई थी ना उन्हें इस पार्टी का जन्म हुआ यह पार्टी जो लोकतंत्र गांधिवादी धर्म निर्प्रेक्षिता समानता समाजिक नियाय और संगी ढांची की जो वगालत करती है तो यह मह तो पिछले तीन दशकों में जो है कई छेतरी पार्टियों का जाय महत्व बड़ा है या भारत में लोकतन्त की फैलाव और उसकी गहराई होती जड़ू को दर्शाता है बेसिकली जैसे जितनी यादा पार्टी होगी जितनी यादा लोग के पास ओप्शन होगे तो लोग के कि कांग्रेस राज कर रही है तो भाई इस्तेट की बात करें राज्यों में भी कांग्रेस थी लोगों के पास कोई विकल्पी नहीं था लेकिन आज के टाइम पर क्या बहुत सारी छेतरी पार्टी आ गई है तो आप देखो कि कि राजिस्तर की पार्टी लिंग फिर भी इसकी लोगप्रिता बहुत ज्यादा है भाई है ना जो उनके जो सबसे बड़े पाते मुलायम सिंह यह बहुत बारी एडिएम के डिएम की क्लियर बात कर लेते हैं सारी जो पार्टियां काफी लोकप्री है और अपने राज्यों में जो अच्छा का खासा काम करें नहीं है बिस्कली अब यह टॉपिक खत्म हुआ बात कर लेते यह राजनीतिक दलों के चुरौतियां पॉलिटिक के अंदर पॉलिटिक से अंतरिक लोकतन का आभाव का बजाएगा अभाव का मतलब होता है किसी चीज की कमी तो अगर हम बात करें इन यह जो पार्टियां होती हैं दल जो होती हैं इनमें कुछ जो हैं लोकपिरी नेता होते हैं अना उन्हीं की बात सुनी जाती है जैसे हो बैसे जो हमारे देश में लोकतंतर है बाई तो कायदा यह कहता है कि कि कोई भी चीज जो यह डेमोक्रेटिक नंग से नहीं होती है तो पहली चीज होगी दूसरी चीज क्या होगी वंशवात वहीं वंशवात का तो आजकल काफी ज्यादा पॉपुलर वंशवात नेपोटिजम बोलते हैं ऐसे कि भाग्या हम नेता है तो पैसा और अपरादी तत्तों का प्रवास सबसे ज़्यादा आपने देखा होगा जातर जो 70% से उपर जो हमारे यहाँ पर पॉलिटिशन्स हैं इनको कोई केस दर्ज है कोई अपराद कर रखा है और बहुत जगन अपराद कर रखे हैं लोगों को ऐसे तत्तों जो हैं बहुत ज्यादा राजनीति में सक्री है और हम बात कर लेते हैं अगले चौस्ते के बारे में विकल्ति हिंता होता है कि आप आई सारी पार्टियां इनक वह बहुत सारे विकल्प होने के बाद भी हम बोल सकते हैं हमारे देश में विकल्प हिंता है बेसिकली क्योंकि कोई भी पॉलिटिकल पार्टी जो होती है वह कोई भी सच्चे ढंग से काम नहीं करवाती जो घोषणा पत्र में घोषणा चलती है उसके अकॉरिंग नहीं चलती है तो यह सब्सक्राइब अब बात कर लेते हैं आप चलिए राजनीतिक दलों के कि चुनौतियों का उपाय तो होना चाहिए हर चीज का उपाय होता है तो उपाय की बात करें पहला है वह पहला उपाय जो सरकार ने अपना है वह पनाया दलबलू कानून क्या होता है बेसिकली होता है कि मान कि चलो जीत गया अपने निर्वाजन छेतर से लेकिन उसकी पार्टी हार गई अब उसने क्या किया बाइटी तो हार गई है ना अब एक काम करते हैं अपने हमना पार्टी बदल लेते हैं तो दूसरी पार्टी ऑफर कर दिया कि यह तुम हमारे आप आ जाओ हम तुम्हें जो है एक सीड दिलवा देंगे है ना अब उसने क्या कर लिया उसने दल बदल कर लिया मतलब उसने जो अपनी पार्टी है तो तुमने क्या किया तुमने पार्टी खिलाफ वोट कर दिया तो ऐसे किसको बोलते हैं दलबदलू कानून बोलते हैं बिसकली तो बावना संशोधन हुआ था बावना संशोधन के बाद जो यहां पर क्या हुआ बिसकली बावन संशोधन के बाद हैं वह बल्लू कानून बोलते हैं और यह सक्त मना किया गया बिस सक्त मना किया गया है ऐसे करने पर जो ठीक है ना ऐसे करने पर नम्मत हो जाएगा दूसरे बात कर लेते हैं बाई दूसरे स्प्रीम कोर्ट ने बहुत जरूरी एक चीज बोली है बेसिकली के देखो यहां पर जो भी चीज है वैसे ऐसे गानित चलो आप चोड़ नेता हुआ है ना और आप जो चुनाव में तो सुप्रीम कोड ने जो पैसे और अपरादियों के प्रभाव को कम करने के लिए एक आदिश पारित किया है अब चुनाव लड़ने वाले प्रतियक उम्मीदवार के लिए जो है अपनी संपत्ती और उसके खिलाफ जितने भी मुकद में चल रहे हैं वो सब देना कौन किसक अपना आयोग रिटेंट दाखिल करना आवश्यक बना दिया है अब यहाँ पर सबसे चीज कहा रहे है कि चुनाओ आयोग जो है जो चुनाओ करवाता है उसने एक आदेश दिया है कि तुमारे पार्टी के अंदर क्या होंगे बाई मतलब तुमारे पार्ट और दूसरी चीज क्या बोली है कि वह जो पार्टी है वह पार्टी भी अपना क्या करेगी अपना आय का रिटर्न जो है आय का रिटर्न मतलब कि उस पार्टी को कहां-कहां से फंड आ रहा है कहां-कहां से इंकम आ रही है तो वो सब जो व्योरा है वो किसको देना पड़ेगा क्या करना पड़ेगा income return भी भरना पड़ेगा प्लस यहाँ पर चुनाव भी करवाने पड़ेगे है ना तो इसी के साथ क्या हो इसी के साथ हमारे chapter का जो है end हुआ तो I hope आपको सारा जो chapter है बहुत अच्छे जो है clear हो गय