भूमि पार्टीशन प्रक्रिया की जानकारी

Aug 19, 2024

पार्टीशन ऑफ लैंड के हवाले से

1. विषय का परिचय

  • आज का टॉपिक: पार्टीशन ऑफ लैंड
  • महत्वपूर्ण धाराएँ: सेक्शन 135 से 152

2. पार्टीशन की प्रक्रिया

2.1. एप्लीकेशन की आवश्यकता

  • पार्टीशन के लिए एप्लीकेशन दी जाएगी।
  • सेक्शन 135 के तहत, रेवेन्यू अथॉरिटी को एप्लीकेशन प्रस्तुत होगी।
  • एप्लीकेशन में विशेष जानकारी होनी चाहिए।

2.2. कौन दे सकता है एप्लीकेशन

  • जॉइंट ओनर: जो भूमि का सह-मालिक है।
  • डिग्री होल्डर: जो किसी भूमि पर अपना हक साबित कर सके।
  • पावर ऑफ अटार्नी होल्डर: किसी अन्य व्यक्ति की ओर से एप्लीकेशन दे सकता है।

2.3. आवश्यक दस्तावेज़

  • रिकॉर्ड ऑफ राइट: नाम और अधिकार का विवरण।
  • अन्य दस्तावेज़ जो भूमि के स्वामित्व को प्रमाणित करते हैं।

3. पार्टीशन के लिए आवेदन कैसे होगा

3.1. नोटिस की प्रक्रिया

  • 137 पर, जॉइंट ओनर्स को नोटिस दिया जाएगा।
  • कलेक्टर आवश्यकतानुसार अन्य व्यक्तियों को भी नोटिस दे सकता है।

3.2. एप्लीकेशन का अधिनियम

  • यदि कोई और व्यक्ति शामिल होना चाहता है, तो 138 के तहत उसकी भी शामिल होने की प्रक्रिया होगी।

4. विशेष प्रावधान

  • 136: कुछ जगहों पर पार्टीशन पर पाबंदी है जैसे:
    • पूजा स्थल (वर्शिप प्लेस)
    • कब्रिस्तान
    • जल स्रोत एवं अन्य जनहित के स्थल

5. पार्टीशन की तकनीकी प्रक्रिया

5.1. प्रश्नों का निपटारा

  • एप्लीकेशन के बाद, प्रश्नों का निपटारा किया जाएगा।
  • मोडिफिकेशन का सवाल भी उठ सकता है।

5.2. कोर्ट की भूमिका

  • यदि पार्टीशन की प्रक्रिया में विवाद होता है, तो मामला सिविल कोर्ट में जा सकता है।
  • सिविल कोर्ट में 90 दिन में मुकदमा दायर करना आवश्यक है।

5.3. अंतिम प्रक्रिया

  • पार्टीशन की अंतिम प्रक्रिया के लिए 144 और 145 के तहत तैयारियाँ की जाएंगी।
  • रेवेन्यू प्रशासन की देखरेख में पार्टीशन का काम पूरा किया जाएगा।

6. निष्कर्ष

  • पार्टीशन की प्रक्रिया जटिल है और इसमें कई कानूनी पहलू शामिल होते हैं।
  • उचित दस्तावेज़ और प्रक्रिया का पालन आवश्यक है।

  • संक्षेप में: पार्टीशन की प्रक्रिया में आवेदन, नोटिस, और कानूनी ढांचे का पालन करना बहुत आवश्यक है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि सभी पक्षों के हितों की रक्षा की जाए।
  • सभी जानकारी और प्रक्रियाओं को ध्यानपूर्वक समझना आवश्यक है।

ध्यान दें: यह एक सामान्य जानकारी है और कानूनी सलाह नहीं है।