अटॉमिक स्ट्रक्चर के महत्वपूर्ण सिद्धांत

Aug 7, 2024

अटॉमिक स्ट्रक्चर के पहले लेक्चर के नोट्स

महत्वपूर्ण बातें

  • कम्पिटिटिव एग्जाम: अटॉमिक स्ट्रक्चर से 2-4 सवाल पूछे जा सकते हैं।
  • थीमैटिक कोर्स:
    • सब-एटॉमिक कण: इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन, न्यूट्रॉन
    • अटॉमिक मॉडल्स: डॉल्टन से लेकर क्वांटम मेकेनिकल मॉडल
    • क्वांटम नंबर और वेव थ्योरी

अटॉमिक स्ट्रक्चर की परिभाषा

  • अटम के अंदर पार्टिकल्स होते हैं: इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन, न्यूट्रॉन।
  • जॉन डॉल्टन (1805):
    • अटम को सबसे छोटा कण माना।
    • विभिन्न तत्वों के अटम की प्रॉपर्टीज अलग होती हैं।
    • अटम का संयोजन मॉलिक्यूल और कंपाउंड बनाता है।

इलेक्ट्रॉन की खोज

  • J.J. थॉमसन:
    • कैथोड रे डिस्कवरी का श्रेय।
    • कैथोड और एनोड के प्रयोग से इलेक्ट्रॉन की खोज।
  • कैथोड रे की विशेषताएं:
    • नेगेटिव चार्ज।
    • सीधे रेखा में चलते हैं।
    • गतिशील ऊर्जा रखते हैं।
    • विद्युत और चुंबकीय क्षेत्र में डिफ्लेक्ट होते हैं।

कैथोड रे का प्रयोग

  • कैथोड से एनोड की ओर invisible rays निकलती हैं।
  • इन रेज़ ने पॉजिटिव चार्ज को आकर्षित किया, जिससे इलेक्ट्रॉन की पहचान हुई।
  • कैथोड रे को इलेक्ट्रॉन के रूप में पहचाना गया।

प्रोटॉन की खोज

  • अनोड रेज:
    • एनोड से कैथोड की ओर जाती हैं, और ये पॉजिटिव चार्ज के गुण दर्शाती हैं।
    • इनका चार्ज-टू-मास अनुपात गैस के प्रकार पर निर्भर करता है।
  • प्रोटॉन:
    • हाइड्रोजन के मामले में, प्रोटॉन का चार्ज 1.6 × 10⁻¹⁹ कूलम्ब है।
    • प्रोटॉन का मास इलेक्ट्रॉन से लगभग 1837 गुना है।

रदरफोर्ड का मॉडल

  • रदरफोर्ड ने अटम के न्यूक्लियस की खोज की।
  • अल्फा पार्टिकल स्कैटरिंग प्रयोग के आधार पर:
    • अधिकांश अल्फा पार्टिकल बिना डिफ्लेक्ट हुए निकले।
    • कुछ पार्टिकल ने छोटे कोण से डिफ्लेक्ट किया।
    • कुछ पार्टिकल्स 180 डिग्री पर लौटे।
  • मुख्य निष्कर्ष:
    • अटम का अधिकांश भाग खाली है।
    • पॉजिटिव चार्ज एक बहुत छोटे स्थान (न्यूक्लियस) में केंद्रित है।
    • न्यूक्लियस भारी होता है।
  • रदरफोर्ड का मॉडल:
    • इलेक्ट्रॉन न्यूक्लियस के चारों ओर परिक्रमण करते हैं।

रदरफोर्ड मॉडल की सीमाएं

  • स्थिरता की व्याख्या नहीं कर पाया।
  • रेखीय स्पेक्ट्रम और विकिरण को समझाने में असमर्थ।

निष्कर्ष

  • अटॉमिक स्ट्रक्चर की समझ विकसित करने के लिए विभिन्न वैज्ञानिकों के प्रयोग और सिद्धांतिक मॉडल महत्वपूर्ण रहे हैं।
  • इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन और न्यूट्रॉन के गुण और व्यवहार को समझना आवश्यक है।
  • रदरफोर्ड का न्यूक्लियस सिद्धांत और इसके लिमिटेशन को समझना भी आवश्यक है।

नोट्स को ध्यान से पढ़ें और समझें। इस विषय पर आगे चर्चा करेंगे।