कि नमस्कार दोस्तों आपका स्वागत है आपके अपने चैनल स्टूडी वेंस ऑफिशल पर तो आज किस वीडियो में हम टैटिक जी के का नेक्स्ट इंपोर्टेंट टॉपिक लोक निरित्य के बारे में पढ़ेंगे तो पिछली जी की के वीडियो में रामसार साइड के बारे में पढ़ा था जिसमें मैंने जितनी भी रामसार साइड से अब आपको मेमोडी टेक्निक की जितने भी इसेंटली एक्जाम हुए हैं ना सबको मैंने एनेलाइज किया है और उसके बाद ऑफिशियल अंसर की से यह सारे क्वेश्चन ढूंढकर निकाले हैं वीडियो आपके लिए काफी इंपोर्टेंट होने वाली है तो चलिए बेना देरी की हुए वीडियो शुरू करते हैं वीडियो की शुरुआत करते हैं तो सबसे पहले देखते हैं लोक निर्द्य और शास्त्य निर्द्य में अंतर नियम वा सिधान्त होते हैं और इन्हें सीखने के लिए प्रशिक्षण की आशक्ता पड़ती है यानि कि ट्रेनिंग की आशक्ता पड़ती है और शास्थ्य निरित्य पूर्च सक्षित्व विश्वर नर्तकों के द्वारा ही किया जाता है जैसे कि भरत नाटयम हो गया तथकली यह सब क्लासिकल डांस है और इन्हें सीखना पड़ता है इनके नियम और सिधान्त होते हैं इनकी ट्रेनिंग लेनी जाती है लेकिन जो वो डांस होते हैं लोग निरित्य होते हैं इनका कोई विशेष नियम और सिधान्त नहीं होता और इन्हें सीखने के लिए कोई ट्रेनिंग की आवश्यकता भी नहीं पड़ती लोक निरित्य लोगों के व्यवसाय धर्म जाति जन्म नित्यु प्रंपराओं से जुड़े साधार निरित्य होते हैं यानि कि लोग जब भी उसो मनाते हैं कोई त्योहार मनाते हैं तो जो ग्रूप में डांस हो गया और फोक डांस जैसे कि भांगडा गर्बा यह सब क्या है फोक डांस है तो अब एक करके हम जो भी फोक डांस है वो देखते हैं, लास्ट में हम जो क्लासिकल डांस है वो भी पढ़ लेंगे। नाटी लोक निर्त्य है यहां देखेगा ओप्षन डी इसका सही जवाब होगा नाटी तो नाटी लोक निर्त्य क्या है यह हिमाचल परदेश का बहुती परसिद लोक निर्त्य है जिसे नाटी के नाम से जाना जाता है और निर्त्य क्रिशन और गोपियों की कहानिया कहता है यह क्रिशन और गोपियों की कहानिया कहता है और रास लिला का परति निर्त्य करता है और इसमें जो नरतक होता है वो नाटी निर्त्य के अंत में यज्ञ का आयोजन करते हैं जो कि एक जाम में पूछा गया था कौन सा लोक निर्द्य है यह तो नाटी लोक निर्द्य है और कहां कहां है तो हिमाचल प्रदेश का है बाद है इन्हें लिखित में से कौन सा निर्द्य हिमाचल प्रदेश राज से संबंधित है रव धमान फगुआ या कोली कौन सा लोक निर्द्य है जो कि हिमाचल प्रदेश से संबंधित है इसका सेजवाब होगा ऑप्शन भी धमान लोक निर्द्य माचल प्रदेश से संबंधित है तो देखिए हिमाचल प्रदेश के कुछ अन्य लोक निर्द्य भी है दो तो हमने पीछे देख लिए एक धमान और एक नाटी लोक निर्द्या उसके अलावा हिमाचल प्रदेश के यह तीन अन्य लोक निर्द्य इंपोर्टेंट है कौन सा छपेली टांगी और डंडा नाच यह तीनों इंपोर्टेंट है तो छपेली जो है यह ज्यादा इंपोर्टेंट है यह हिमाचल प्रदेश का प्रसिद्ध लोक निर्द्य है और छपेली निर्द्य एक हाथ में रुमाल तथा दूसरे हाथ में तरपण लेकर किया जाता है यह तीनों इंपोर्टेंट है इन्हें कैसे याद करेंगे तो देखिए हिमाचल प्रदेश आपको पता है कि हिमाचल का नाम क्या हिमका आचल जो कि बर्फ से ढखा हुआ हो तो जब बर्फ से वह ढखी हुए जगह पर आप डांस करेंगे तो क्या होगा चप-चप की आवाज आएगी कि नहीं उसी बर्फ से ढखी हुई है उस पर आप डांस करेंगे तो चप-चप की आवाज आएगी तो छपेली लोग नेरितिय का हिमाचल प्रदेश का और जब आप बर्फ डांस करेंगे तो जाहिर से बात है आपके पैर फिशलेंगे तो इसलिए आप किसी डंडा या डांग का सहारा लेंगे डांग या डंडे का सहारा लेकर तब आप चपेली डांगी और डंडा नाच कहां का है तो हिमाचल प्रदेश का है ऐसे आपको याद रहेगा तो आगे है कि पारंपरिक रूप से तेरा ताली नामक लोक निरित्य इसे सबंधित है तो यह राजस्थान से सबंधित है इंपोर्टेंट है कौन सा लोक निरित्य तेरा ताली राजस्थान का एक प्रसिद्ध लोक निरित्य है और यह आमर जनजाति के द्वारा किया जाता है कौन से जनजाति के द्वारा कामर और तेरा ताली प्रदर्शन करते हुए महिलाएं भूमि पर बैठती हैं अ पौंसी जनजाति के दौरा किया जाता है कामर जनजाति के दौरा किया जाता है और 13 ताली लोकनिर्थिया है कहां यह राजस्थान का लोकनिर्थिया है राजस्थान के जो अन्य महत्व घूमर यह तो आपको पता होगा वेरी इंपोर्टेंट घूमर पाल बेलिया यह भी इंपोर्टेंट है भवाई निर्द्य और पनिहारी निर्द्य पनिहारी भी इंपोर्टेंट है वैसे भी राजस्थान में कहा जाता है ना पानी की कमी है तो इसमें क्या पनिहारी निर्द्य राजस्थान का हवाई पाल बेलिया और घूमर तो आपको पता है घूमर राजस्थान का एक प्रंपरागत लोक निर्द्य है इसका विकास भील जनजाति ने मां सर्वति की आराधना के लिए किया था इसके आराधना के लिए तो मां सरस्वति के अराधना के लिए और बाद में बाकी राजस्थानी विराधियों ने भी इसे अपना लिया घूमर शाल बेलिया भवाई और पनिहारी कहां का लोक निर्द्य है तो राजस्थान का प्रवाद है उत्तर प्रदेश डेश एक निर्द्य रूप है जो कला में हिंदू और मुस्लिम प्रतिभा के एक आद्वित्य अच्छा लेशन का प्रतिनितित्व करता है कौन निर्द्य है इसका सही जवाब होगा कथक उत्तर प्रदेश का शास्त्रिय निर्द्य है यानि कि क्लासिकल डांस है जो कि हिंदु और मुस्लिम प्रतिभा का एक अद्वित्य संसिलेशन का प्रतिनित्व करता है। जो कि हिंदु और मुस्लिम संस्कृति से जुड़ा भारत का एक मात्र शास्त्रिय निरित्य होने के नाते यह कला हिंदु और मुस्लिम प्रतिभा के अद्वित्य संसिलेशन का प्रतिनित्व करता है। प्रतिनिर्थों करता है और यह कहां का है यह उत्तर प्रदेश का है अगला प्रश्न है म्यूर निर्थ या पीकोग डांस इस राज के ब्रिज खेतर से संबंध रखता है ब्रिज खेतर आपको पता है कहां पर है उत्तर प्रदेश में है यूपी ने जो पीकोग डांस या म्यूर निर्थ है कहां का निर्थ है यह उत्तर प्रदेश का लोक निर्थ है याद रखेगा उत्तर प्रदेश के अन्य लोक निर्थ कौन-कौन से हैं नोटंकी रासलीला कजरी अ और म्यूर निर्त्य जो कि मैंने आपको बता दिया ब्रिज छेतर से संबंधित है यह पूछा जाता है जो उत्तर प्रदेश का म्यूर निर्त्य है इस छेतर से संबंधित है ब्रिज छेतर से संबंधित है यह भी आधे देखेगा म्यूर निर्त्य ब्रिज छेतर का निर्त्य है और इसमें जो नरतक होता है मोर के पंक से बने विशेष वस्त्र धारण करता है इसलिए से यूर निर्त्य कहा जाता है प्रदेश के जो इंपोर्टेंट लोग निर्त्य है यह मैंने आपको बता दिए अब आगे बनते हैं और आगे देखते हैं तो आगे है मद्यप्रदेश प्रदेश निर्त्य केवल अ कि मालवा समुदा मालवा को पता मद्दप्रदेश में है मालवा समुदा की आविवाहित लड़कियों के द्वारा किया जाता है तो कौन सा ऐसा लोक निर्द्य है कि आविवाहित लड़कियों के द्वारा किया जाता है मालवा समुदा में इसका जवाब है फुलपत्ति जाते हैं फुलपत्ति वाला जो निर्द्य है मालवा समुदा की आविवाहित लड़कियों के द्वारा किया जाता बंजारों के द्वारा किया जाता है इसके द्वारा बंजारों के द्वारा किया जाता है या देखिए का आगे की मद्यप्रदेश के निम्लिखित में से इस लोकनिर्थिय की शुरुआत एक अकेली महिला द्वारा की जाती है और जिसे शानी रूप से यह चाहिए कहा जाता है आने रूप से कहा जाता है जेला और यह एक अकेली महिला के द्वारा इसकी शुरुआत की जाती है इसका सही जवाब क्या होगा इसका सही जवाब है मट की लोकनिर्थिय ऑप्शन है मट की लोकनिर्थिय इसका सही जवाब है कि अकेली महिला के द्वारा इस डांस की शुरुआत की जाती है और यह कहां मद्यप्रदेश का है नर्तक एक ड्रम की आवाज के साथ लाइव तालबद रूप से घूमते हैं जिस स्थानी रूप में मटकी कहा जाता है और लोक निर्द्य की आवाज एक अकेली महिला के द्वारा की जाती है जिस स्थानी रूप से यह लाखा जाता है या देखेगा जेला लोक निर्द्य कहा का है यह मध्यप्रदेश का है और मध्यप्रदेश के अन्य जो महत्व लोक निर्द्य कौन से है ज्वारा निर्द्य और मट्की पढ़ी लिया ज्वारा और मट्की यह भी कहां के हैं यहां के मद्देप्रतेश के हैं और महिलाओं द्वारा विभिन आवश्यों पर मट्की निरित्य प्रस्तुत किया जाता है और यह मालवा का एक समुदायिक निरित्य है आगे चलते और आगे देखते हैं ओडिशा तो जो रणपा लोक निरित्य है कहां का है ओडिशा कहां देखेगा रणपा ओडिशा का एक लोक निरित्य है इसमें भगवान गैश के जीवन का अभिनय शामिल है तो कौन से भगवान का इसमें जो लोग निरित्य होता है उनका अभिनय किया है कि जो अपने तेना इसमें कृष्ण भगवान को समर्पित है ऑप्शन डीज का सही जवाब होगा और कहां का यह लोक ने लिए तो ओडिशा का लोक निर्द्य है कृष्ण भगवान को संबंधित है इसमें कृष्ण भगवान के जीवन का अभिनय किया जाता और नाम क्या है रणप्पा वादा आप इधर इंपोर्टेंट है जो धाप लोक निर्द्य है इस जनजाति के द्वारा किया जाता है तो जनजाति के द्वारा किया जाता है और कहां का लोक निर्द्य है ओडिशा का लोक निर्द्य है जनजाति के द्वारा किया जाता है कंधा जनजाते के ज्वारा यह भी आप रखेगा और कहां यह ओडिशा का है तो जो आप निर्द्य है इसे संबलपुरी लोग नेते भी कहा जाता है और यह मुखिता ओ� कोशल शेत्र की कंधा जनजाति के द्वारा किया जाता है और इसमें उरुष और महिला दोनों भाग लेते हैं और यह निर्द्य विवाहा समारो और ओडिया लोगों के मुख्य त्वहार नुआखाई के दौरान किया जाता है वह खाई का त्वहार इससे समझनी था तो ओडिसा राज्य से समझनी था और उस समय यह निर्द्य किया जाता है कौन सा जिसे आप निर्द्य या संबलपुरी लोक निर्द्य भी कहते हैं और आगे चलते हैं और आगे देखते हैं तो घुमरा कहां का लोक निर्द्य है देखिए एक लोग नहीं तेरे घूमर नो मैं कंफ्यूज मत होएगा एक घूमर कहां का लोग नहीं तेरे यह राजस्थान का लोग नहीं रहते हैं और जो यह वाला यह क्या यह घूमरा है वह रहा यह कहां का है यह ओडिशा का है यह देखेगा होगा ताकि आपको कंफ्यूजन हो लेकिन यह देखेगा घूमरा लोक ने रित्य कहां का है यह ओडिशा का है जो घूमरा है यह उडिशा राज के काला हानी जिले का एक परंपरिक लोक निर्थि है और इस निर्थि का नाम एक वाध यंतर से लिया गया है जिसका नाम है धूमरा नट के एक परकार का धोल होता है जो निर्थि के दुरान बजाय जाता है जो आप यह देख रहे हैं यह एक परकार का धो मेल से यह बना है और घूमरा निर्द्य पुराई पर विजय का प्रतीक है जैसे दशहरा है वैसे घूमरा निर्द्य भी पर विजय का प्रतीक है यह घूमरा निर्द्य कहां का है यह ओडिशा राज्य का लोक निर्द्य है जिसे जो कि काला हांडी जिले का है आगे देखते हैं दुनिया की सबसे बड़ी गुले रंगमंच के रूप में माने जाने वाली प्रसिद्ध जारा दिवस्य धनुजात्रा इस राज में मनाया जाता है तो धनुजात्रा कहां का है धनुजात्रा ओडिशा का इंपोर्टेंट है बहुत बार एकजाम में पूछा गया है कि धनु जातरा किस राज संबंधित है यह ओडिशा राज से संबंधित है तो ग्यारा दिनों तक चलने वाले प्रसिद धनु जातरा जिसे विश्व का सबसे बड़ा ओपन एर थियाटर माना जाता है जिस पश्मी ओडिशा के परग� मधुराय यात्रा के बारे में है जब पंच ने भगवान कृष्ण और बलराम को बुलाया था ना तो भगवान कृष्ण और बलराम ने यात्रा की थी धनु के लिए धनु समारो को देखने के लिए वही धनु यात्रा यहीं से संबंधित है और कहां का है यह ओडिसा राज्य का है यह देखिएगा बदवार एक्जा में पूछा गया है रेलवे में तो कई बार रिपीट हुआ है आगे चलते हैं तो देखिए नियुक्त में से कौन सा कठपुतली निर्द्य ओडिसा में किया जाता है और साथ पुतली निर्द्य है जो कि ओडिसा का यह कुंडे ही लोक निर्तिया ना यह कटपुत्री निर्तिया कहां से है ओरिशा से है और उसके बाद आगे चलते हैं अर्वनाचल प्रदेश तमनी में लिखित में से कौन सा निर्त्य रूप अर्वनाचल प्रदेश राज से संबंधित है पवरिया धमन भुईया या गर्बा में से कौन सा अर्वनाचल प्रदेश राज से संबंधित है का सही जवाब होगा भुईया ऑप्शन सी तो बुईया निर्त्य रूप अर्वनाचल प्रदेश राज से जुड़ा हुआ है भुईया नाम संस्कृत भूमि से आया है जिसका अर्थ है भूमि और अधिकांश भूमियां कृषक है और कई लोगों का मानना है यह हिंदू देवी भूमि के वंशज है जो धरती माता का प्रतिनित्यों करती है तो देखिए भूमियां या जैसे भूमियां भी कहते हैं लोक निर्द्य कहां त��� यह अर्वनाचल प्रदेश का लोक निर्द्य है अर्वनाचल प्रदेश का एक दूसरा लोक निर्द्य भी है इसमें आपको बताना है इन्हें मिलिकित में से उस निर्द्य अर्वनाचल प्रदेश का निर्द्य है ओपियर चिराव लेजिम या माचा तो इसका सेजवाब होगा पौपिर तो पौपिर लोक निर्द्य कहां का है अधुनाचल प्रदेश का है वेरी इंपोर्टेंट बहुत बार एक्जाम रिपीट हुआ यह पौपिर और आगे चलते हैं आंध्र प्रदेश में तो कुछी पूरी निर्द्य तैली की पति भारत के निमलिकित में से किस राज में हुई है तो कुछी पूरी है लोक निर्द्य कहां का है यह आंध्र प्रदेश यह देखिए का बहुत इंपोर्टेंट है बहुत ही ज्यादा बहुत बार रिपीट हुआ है आप कैसे याद करेंगे कुछी पूरी को आप याद करेंगे कच्ची पूरी से और आंधर को याद करेंगे अंधेरे से जब आप अंधेरे में पूरी छानेंगे तो कच्ची रह जाएगी ना कुछी पूरी हो जाएगी तो कुछी पूरी कहां का है आंधर प्रदेश का आंधर को अंधेरा और कुछी पूरी क्या कच्ची का यह आंधर प्रदेश का है तो कुछी पूरी निर्द्य रूप आरत में आंधर प्रदेश राज से उत्तपन हुआ था उसका कुछी पूरी गांव से नाम पड़ा है तो आंद्रपदेश के कुछी पूरी गाउं से इसका नाम कुछी पूरी लोकनित्य पड़ा है वहीं कहा है ये तो आंद्रपदेश के कृषिणा और कुछी पुड़ी जस्परमुख भारतीय शास्री निर्द्य रूपों में से एक है और अपने सुन्दर निर्द्य मुद्राओं जटिल फोटोवर्क और अभिव्यंजक संकेतों के लिए यह जाना जाता है और निर्द्य रूप का एक समृद्ध इतिहास है जो कि तार्विष तावधी का है और यह भारत और दुनिया भर के दोनों जगह लोकपुरी है देखिए कौन सा लोक निर्द्य कुछी पुड़ी है यहां का है यह आंद्रपदेश का है आगे चलते हैं झारखण के दो लोक निर्द्य आपको याद करने के छौड़ और एक है पाइका दोनों इंपोर्टेंट है पाइका ज्यादा इंपोर्टेंट है जो पाइका है जारखंड से जुड़ा एक पारंपरिक निरित्य है और पाइका निरित्य मुक्रूप से मुंडा समुदाय के द्वारा किया जाता है इंपोर्टेंट है पाइका जाता है और पाइका जो है यह सैनिकों का एक समूद था इन्होंने समराज्य की सुरक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी और यह निरित्य रूप अंग्रेजों के खिलाव अ मुंडा समुदाय के महान युद्ध का प्रतिनित्य करता है यह देखिए इंपोर्टेंट है जो पाइका लोकनिर्थिया ज्जारखंड का परंपरिक लोकनिर्थिया है और यह मुंडा समुदाय के द्वारा किया जाता है तो आगे हर्याना लूर निम्ल कित में से किस राज्य का प्रसेदनी निर्द्य है जो लूर है यह हर्याना का लोकनिर्थिया है इंपोर्टेंट है कहां का हर्याना का है तो देखिए हमारी हिस्ट्री की इबुक है ना आप हमारे वेबसाइट टेटिव ऑफिशल डोट को डाउनलोड कर सकते हैं और अगर आपको हमारी पीडीएफ चाहिए तो यह हमारी पीडीएफ है इसके लिए आप टेलीग्राम चैनल जॉइन कर लीजिए वहां आपको सारी पीडीएफ रिपोर्ट मिल जाएंगे अब आगे चलते हैं गुजरात में दो लोकनिर्थिय इंपोर्टेंट है एक है गर्बा और दूसरे डांडिया दोनों आपने सुने होंगे गर्बा कहां का लोकनिर्थिय है गुजरात का है और डांडिया भी यह भारत के किस राज से जुड़ा हुआ निर्द्य है यह गोवा से जुड़ा हुआ है बहुत इंपोर्टेंट है कुनभी बहुत बार एक्जाम में पूछा गया है कि कुनभी निर्द्य किस राज से संबंधित है यह गोवा राज से संबंधित है पर उन भी निर्द्य गोवा के कुनभी समुधाय का एक आदिवासी लोक निर्द्य है यह आदिवासी लोक निर्द्य कि समाज का है तो कुनभी समुधाय का है इसलिए से कुनभी निर्द्य कहते हैं जो कि समाजिक विषयों को चित्रित करता है और निर्द्य विश्वति में सरल होता है और विभिन समाजिक अवसरों के दौरान यह किया जाता है उन भी एक समान्य शब्द है कि पक्षमी भारत में पारंपरिक रूप से गैर कुलीन किसानों की जातियों पर लागू होता है एक उन्हें समझाय के द्वारा किया जाता है उन्हें लोकनिर्द्य और यह लोकनिर्द्य है कहां का तो गोवा का आगे चलते हैं नियुक्त में से उन्हें गोवा का लोकनिर्द्य है फुगड़ी मांच यह या फगवा इसमें से उन्हें लोकनिर्द्य गोवा का फुगड़ी ऑप्शन इसका सही जवाब है अ फुगडी कौंकन छेतर का एक लोक निर्द्य है इसमें महाराष्ट्र और गोवा के कुछ भाग शामिल है और यह निर्द्य गनेज चतुर्थी और वर्थ के अवसर पर कौंकन छेतर में महिलाओं के द्वारा किया जाता है गनेज चतुर्थी और कोई गधर तो उसके अवसर पर महिलाओं के द्वारा फुगडी लोक निर्द्य किया जाता है यह कहां का लोक निर्द्य है यह गोवा लोक निर्द्य है तो आगे है प्रिटिगाउ निर्द्य भारत के किस थान के निर्द्य शैली है पुछा गया है जो वेडिगाओ निर्दिया ना यह दमन और दीव का लोक निर्दिया है हमारे केंद्र शासित प्रदेश है दमन और दीव वहां लोक निर्दिया है कौन सा वेडिगाओ निर्दिया तो दमन और दीव अपने पुर्तुगाली लोक निर्दियों के लिए प्रसिद्ध है जैसे आपकी और कौन से निर्दिया है तो मंडो निर्दिया एक है वेडिगाओ निर्दिया जो कि मैंने आपको बताया वीरा निर्दिया तभी पुर्तुगाली लिए लिया गया है तो वो डिगाओ गड़ी गाउ निर्थि कहां का है तो अब दमन और दीव का ये लोक निर्थि है याद दखेगा और निर्थि की कई थिम खाने गाने और पीने पर आधारित है तो अधारि उडू चेरी तो गड़ारी निर्थि की शैली किस राजिर में लोक प्री है ये उडू चेरी में लोक गराड़ी निरित्य या रखेगा गराड़ी निरित्य कहां कहाँ ये फुडू चेरी का लोक निरित्य है वह आगे चलते हैं तो छत्यस गड़ का एक लोक निरित्य है जो कि बहुत बार एक्जामें रुपीट हुआ है सुआ निरित्य या रखेगा कौन सा सुआ निरित्य है तलश रखकर उस पर दीपक जड़ा कर उसके चारों और गोला कार वृत्तः के एक लाई के साथ ताली बजाकर निर्ते करती हैं मिट्टी के हरे रंग का तोता बनाया जाता है चारों और जो महिलाएं है वह निर्थियां करती है तालिब जाकर और यह सुवा निर्थिया और वैसे भी उत्तर प्रदेश और बिहार में के जगह तोते को क्या कहते हैं सुग्गा कह देते हैं तो सुग्गा और शत्य जगह में से सुवा कह देते हैं वह निर्थिया है कहां का यह शत्य जगह का लोक निर्थिया है और आगे बिहार का लोक निर्थिया जो कि इंपोर्टेंट है एक है विदेशिया और दूसरा जट जाटि��� बहुत बार एक्जाम में यह दोनों नाटक का एक लोक प्रिय रूप है भिखारी ठाकूर इस निर्द्रित रचना के निर्माता है और वास्तव में यह एक परकार का नाटक है जो परंपरा और आधुनिकता शहरी और ग्रामिन और अमीर और गरीब जैसे गिरोधाभासी विशों पर अधारित है जो बिदेशिया तो बीहू तो आपको पता होगा बहुत इंपोर्टेंट है बागुरंबा निर्द्य यह तो रेलवे का फेवरेट क्वेश्चन है बहुत बार पूछा गया है कि बागुरंबा निर्द्य कहां यह असम कहां और काली गोपाल लोक निर्द्य भी असम कहां तो जो बागुरंबा निर्द्य ना असम के पोर्ट समाज के द्वारा किया जाता है और इस निर्द्य को बटरफ्लाई डांस भी कहा जाता है तो बटरफ्लाई डांस किसे कहा जाता है बागुरंबा निर्द्य को यह देखेगा बटरफ्लाई डांस कहा जाता है यह बागुरंबा और काले गोपाल कहां का लोक निर्त्य है यह असम का लोक निर्त्य है तो आगे चलते हैं तो लोक निर्त्य चेरो जिसे चिराव भी कह देते हैं चिराव मुख्य रूप से इस भारतिय राज से संबंधित है जो चिराव है ना यह मिजोरम से संबंधित है पॉटेंट है चिराव निर्त्य मिजोरम के पारंपरिक और सबसे पुराने निर्त्यों में से एक है और इसे मिजोरम के सबसे पुराने निर्त्य रूप में माननेता प्राप्त है और इसे बांस निर्त्य के नाम से भी जाना बैंबू डांस के नाम से भी इसे जाना जाता है बांस निर्थ्य और चिराव निर्थ्य कहां का है? यह मिजोरम का है और उसके बाद है महराश्टर महराश्टर के जो लोक निर्थ्य आपको याद रखने हैं एक है लावनी और दूसरा है तमाशा लावनी और तमाशा कहां के लोक निर्थ्य हैं? यह महराश्टर के लोक निर्थ्य हैं तो आगे चलते हैं तो वांगला निर्थ्य यह मिघाला का है देखें पर प्रश्न पर बंगाल निर्थि नहीं है यह निर्थि नहीं है यह निर्थि के द्वारे निर्थि किया जाता है तो अ गारो जनजाती के द्वारा और ये आदेवासी अपने देवता साल जोंग को खुश करने के लिए बलिदान करते हैं वांगला निरित्य है कहां का ये मिघाले का लोक निरित्य है जो की गारो जनजाती के द्वारा अपने देवता को साल जोंग को खुश करने के लिए किया जाता है वादा है मनीपूर के दो लोक निरित्य आपको यादकने हैं एक है लाई हरोबा और दूसरा है जागोई निरित्य तो मनीपूर के और ये जो जागोई निरित्य है ये जादा इंपोर्टेंट है ये जादा रिपीट ह� इसको आप ऐसे याद कर सकते हैं, money यानि कि money याद रखेगा, money, पैसा, तो जिसके पास ज़्यादा पैसा होता है ना, उसको राज को नीद नहीं आती, जिसके पास कम पैसा है, वो तो ठीक है, वो तो राज को सो रहा है, लेकिन जिसके पास ज़्यादा पैसा है, उसको तो र केरल राजिक है ओटन थुलल केरल में किया जाने वाला एक कला रूप है और ओटन थुलल का अर्थ है गरीब आदमी की कथकली लोकनिरती है ना यह केरल का ही है और ओटन थुलल को गरीब आदमी की कथकली कहा जाता है यह देखेगा और अब यह केरल के मंदिरों में परस्तू थैयम निम्ल खित में से इस राजिका लोक प्रिय निरित्य है, तो यह भी केरल का लोक निरित्य है, और यह देवी काली को प्रभावित करने के लिए किया जाने वाला एक आनुस्थानिक निरित्य है, और एक द्रविड कला का रूप है, और इसका नाम देवम, जो कि मल्यालम और पीछे कौन सा पड़ा में थेयम के पीछे और उठन थुलल और थेयम कहां का है यह केरल का है यह इसके बाद आगे चलते हैं डोलू कुनिथा यह एक प्रसिद्ध ढोल निरित्य है डोलू कुनिथा कहां का है यह कर्नाटक का है कर्नाटक का लोग निरित्य है डोलू कुनिथा कर्नाटक का एक परमुख लोग पर यह ढोल निरित्य है इसके साथ गायन होता है और बिरेश्व यह करनाटक का लोकनिर्थ्य है आगे देखते हैं यक्ष गान लोकनिर्थ्य किस भारती राज से समबंधित है यदि करनाटक से समबंधित है कौन सा यक्ष गान यहां देखेगा यक्ष गान करनाटक के एक परंपरिक रंगमंच है यह शाब्दिक अर्थ है यक्ष का गीत और यह करनाटक के उडपी जीले में विक्सित हुआ है और यह एक मंदिर का कला रूप है जिसमें पुरानिक कहानियों रमायन मा भारत भगवत और अन्य हिंदु महाकावियों को दर्शाय जाता है और यह बड़े पेमाने पर शिरोवस्त्र विस्तृत चेहरे का मेकअप और जीवन्त वेशभूषा और गहनों के साथ किया जाता है और यह आम तोर पर कर्नड में गाय जाता है। यह जम्मू कश्मीर के हैं तो बहुत इंपोर्टेंट है और जम्मू और कश्मीर राज में सबसे प्रसिद्ध लोक निर्द्य है इसका आयोजन फसलों की कटाई हो जाने के पश्चात स्त्रियों के द्वारा किया जाता है वह लोक निर्द्य रव लोक निर्द्य और हफीजा कहां का है जम्मू कश्मीर का है आप ऐसे याद कर सकते हैं जम्मू कश्मीर में भाई बेनों की जो जंसंख्या ज्यादा है तो जब बाई करते हैं तो बाई को क्या कहते हैं खुदा हफीज कहते हैं ना तो हफीजा निर्द्य कहां से कहां का है जम्मू कश्मीर का है आप ऐसे रिलेट कर सकते हैं और हिकट कहां का है यह भी जम्मू कश्मीर के आगे चलते हैं आगे है लद्दाख का लोकनीरित्य कौन सा है शौंडोल निरित्य है लद्दाख के चाही निरित्य के रूप में जाने वाले शौंडोल निरित्य ने गिनीज ब� पर आगे पंजाव, तो आपको पता ही होगा कि भांगडा और गिद्डा ये कहां का है, तो पंजाव का लोक निर्थि है, जो भांगडा है न, ये पुरुष परधान निर्थि है, और आम तोर पर यह निर्थि वैसाकी के परव पर किया जाता है, भांगडा, और जो गिद्� आगे नागा लैंड के लोक निर्द्य आपको याद देखने है एक है मोड से और दूसरा चौंग याद देखेगा उसे मोड से यह ज्यादा इंपोर्टेंट है इसे आप याद कैसे करेंगे नागा लैंड में क्या नाग और ना क्या करता दस्ता है तो मोड से के पीछे क्या डसे और डस्ता कौन है तो इससे आप रिलेट कर सकते हैं इन मोड से लोक निर्द्य कहां का है यह नागा लैंड का है और चौंग भी कहां का है नागा लैंड का तो आखिर में हम शास्त्र निर्द्य है ना क्लासिकल डांस है वह देख लेते हैं तो भरत नाटियम कहां का क्लासिकल डांस है यह तमिल नाडु का क्लासिकल डांस है तथक उत्तर प्रदेश का क्लासिकल डांस है तथक कली केरल का है याद रखेगा तथक उत्तर प्रदेश का है तथक कली केरल का है और मोहिनी अट्टम शास्टर निरिते भी कहां का है यह भी केरल का है याद रखेगा केरल के दोनों हैं तथक कली भी और मोहिनी अट्टम भी क बहुत और भरत नाटेम तमिल नाडू का शास्तिर निर्द्य है आज की वीडियो यहीं पर खत्म होती है कैसे लग गया वीडियो पमंट सेक्