हाय एवरीवन, मेरा नाम है सी पाऊजा एंड आई एम बायोलॉजी एजुकेटेड इन नीट यूजी कैटेगरी। एंड आज के 15 मिनट सीरीज में हम लोग कवर करेंगे ह्यूमन हेल्थ एंड डिजीज इन नेक्स्ट 15 मिनट्स। इस चैप्टर का डिटेल वन शॉट मैं पिन कर जा रही हूं। एंड मैंने इस तरीके से सारे बायो के चैप्टर्स 15 मिनट में कराए हैं जिसका प्लेलिस्ट जो है वो नीचे पिन है। तो शुरू करते हैं और इसका सारा ये जो पीडीएफ है माइंड मैप्स आपको मेरे Telegram पे मिल जाएंगे। Telegram मेरे ही नाम से है। दीप पाहूजा बायोलॉजी ऑफिशियल आप देखेंगे। 4 लाख से अधिक बच्चे उसमें हैं। उसको आप जॉइ कर लेंगे। नेक्स्ट मेरे बच्चों आता है सबसे पहले आता है इम्युनिटी। इम्युनिटी क्या होती है? है द बॉडी एबिलिटी टू फाइट अगेंस्ट एनी काइंड ऑफ़ इंफेक्शन अगेंस्ट पैथोजनस इसको बोलते हैं इम्युनिटी। इननेट इम्युनिटी बेटा वो इम्युनिटी होती है जो कि बाय बर्थ प्रेजेंट होती है। इसमें टोटल चार बैरियर्स हैं। पहला फिजिकल, सेलुलर्स, फिजियोलॉजिकल एंड साइटोकाइन बैरियर। फिजिकल बैरियर में दो चीजें आती हैं। वन स्किन। सेकंड वन इज़ अ म्यूकस मेंब्रेन ऑफ़ थ्री सिस्टम्स। डाइजेस्टिव सिस्टम, रेस्पिरेटरी सिस्टम एंड यूजेाइटल सिस्टम। देन सेलुलर बैरियर में कर आते हैं बेटा मल्टीपल टाइप ऑफ़ सेल्स। दैट इज़ पीएमएनएल जिसको न्यूट्रोफिल्स बोलते हैं। मोनोसाइट्स, मैक्रोफाइज़, मैक्रोफेजेस एंड एनके सेल्स। ये सब कैसे हेल्प करते हैं विथ द हेल्प फगोसाइटोसिस मदद करते हैं पैथोजन को किल करने की। फिजियोलॉजिकल बैरियर में आते हैं बॉडी के सिकक्रेशंस। जैसे कि स्टमक के अंदर है एचसीएल, लाइसोजाइम है, टियर्स के अंदर, आपके सलाइवा के अंदर, इयर वैक्स में सेरेमेन है। ये सब भी हेल्प करते हैं आपके पैथोजन को फाइट करने के लिए। एंड द लास्ट टाइप ऑफ़ बैरियर इज़ साइटोकाइन बैरियर। साइटोकाइन बैरियर में आपके जो वायरल जो सेल्स हैं जिन पे वायरस ऑलरेडी अटैक कर चुका है। यानी कि वायरस इनफेक्टेड सेल सिक्रेट करते हैं इंटरफेरॉन्स। एंड ये जो इंटरफेरॉन्स हैं ये नॉन इनफेक्टेड सेल्स को बताते हैं कि भैया आसपास वायरस है तुम लोग एंटीवायरल प्रोटंस जो है वो बना लो। ये हो गई आपकी इननेट इम्युनिटी। ये सब में प्रेजेंट होती है। ठीक है? नेक्स्ट स्पेसिफिक टाइप ऑफ़ इम्युनिटी इज़ एक्वायर्ड इम्युनिटी। एक्वायर्ड इम्युनिटी वो है जिसमें स्पेसिसिटी होती है। यानी कि हर पैथोजन के लिए अलग-अलग है। इननेट इम्युनिटी में ये नहीं था। डायवर्सिटी है। बहुत सारी वैरायटी है। इसको बेटा समझ आती है सेल्फ और नॉनसेल्फ क्या और इसकी मेमोरी बन सकती है। सबसे पहले इसमें आता है लिंफोइड ऑर्गन्स। प्राइमरी लिंफोइड ऑर्गन एंड सेकेंडरी लिंफोइड ऑर्गन। प्राइमरी लिंफाइड ऑर्गन में आपके पास आ जाते हैं बी सेल एंड टी सेल। यहां पर क्या होता है? ओरिजिनेशन ऑफ़ दीज़ सेल्स। एंटीजन स्पेस स्पेसिफिक बन जाते हैं। प्रोलीिफेरेट करते हैं एंड मैच्योर होते हैं। मैचुरेशन भी यहीं पर होता है। ठीक है? मैचुरेशन भी यहीं पर होता है। देन मेरे पास आते हैं सेकेंडरी लिंफोइड ऑर्गन्स। सेकेंडरी लिंफाइड ऑर्गन्स में जाकर ये डिफरेंशिएट करते हैं। प्रोलीफरेट करते हैं एंड फाइट करते हैं। यहां पर फाइट करते हैं विद पैथोजन। पैथोजन के साथ ये यहां पर एक्चुअली में फाइट होता है। एग्जांपल टॉन्सिल्स, लिंफ नोड्स, प्लीन, पीियर पैचेस, मल्ट। प्लीन जो है वो स्पेसिफिक किडनी शेप स्ट्रक्चर है। आपके स्टमक के पीछे सिचुएटेड है। ये क्या करता है? ब्लड बोर्न एंटीजन को ट्रैप करेगा। एंड लिंफ नोड्स जो है वो ट्रैप करते हैं फ्रॉम द लोकल लिंफोइड फ्रॉम द लोकल लिंफ टिश्यूज़। लिंफ में से या फिर टिश्यू फ्लूइड में से। टिश्यू फ्लूइड में से कौन ट्रैप करता है? लिंफ नोड्स एंड ब्लड में से कौन ट्रैप करता है? आपका स्प्लीन ट्रैप करता है। देन आता है मोल्ट। मोल्ट इज़ अ वन जिसमें 50% ऑफ़ लिंफोइड टिश्यू मेरे बच्चों प्रेजेंट है। दैट इज़ म्यूकोसा एसोएटेड लिंफोइड टिश्यू। बात करते हैं टाइप्स ऑफ़ एक्वायर्ड इम्युनिटी। दो टाइप की इम्युनिटी। वन इज़ ह्यूमरल इम्युनिटी, वन इज़ सेल मीडिएटेड। ह्यूमरल इम्युनिटी मेरे बच्चों इज़ एंटीबॉडी मीडिएटेड इम्युनिटी। जो बी सेल है वो आपके एंटीबॉडीज बनाते हैं जो कि आपके ब्लड में प्रेजेंट होते हैं। ब्लड में फ्लो करते हैं। तो इसीलिए इसको ह्यूमोरल इम्युनिटी बोलते हैं। देन नेक्स्ट आती है सेल मीडिएटेड इम्युनिटी। यहां पर सेल्स हैं। कौन से? टी सेल मीडिएटेड इम्युनिटी है। ये बेसिकली बी सेल की मदद करते हैं। खुद तो एंटीबॉडी नहीं बनाते बट बी सेल की मदद करते हैं इन द एंटीबॉडी फॉर्मेशन। अब बी सेल दो तरीके का हो सकता है। प्लाज्मा सेल जो कि चार-प दिन के लिए रहते हैं। एंड मेमोरी सेल जो कि सालों तक जिंदा रहता है। वैसे ही टी सेल, टी हेल्पर सेल है, टीके सेल्स है, टी सुप्रेसर सेल्स हैं एंड टी मेमोरी सेल्स हैं। टॉकिंग अबाउट द स्ट्रक्चर ऑफ़ द एंटीबॉडी। एंटीबॉडी मेरे बच्चों एक ग्लाइकोप्रोटीन है यानी कि प्रोटीन स्ट्रक्चर है। पेप्टाइड बॉन्ड्स इसमें प्रेजेंट होंगे। दो हैवी चेस होती हैं इसके अंदर एंड दो लाइट चेन्स होती हैं। तो ये H2L2 स्ट्रक्चर है जिस व्हिच इज़ जॉइंड बाय 16 16 डाइससल्फाइड बॉन्ड। 16 डाइससल्फाइड बॉन्ड। अगर आप इसमें यहां पर देखेंगे तो ये एन टर्मिनल है। ये C टर्मिनल है। वैसे ये इसका N टर्मिनल है। C टर्मिनल है। अगर मैं इसको आधा डिवाइड कर दूं। सो ये जो पोर्शन है ये एंटीजन को इतने हिस्से में इतना हिस्सा एंटीजन से जाकर जुड़ता है। तो दिस हिस्सा इज़ कॉल्ड एज अ पैराटोप। इसको क्या बोलते हैं अपन लोग? पैराटोप। तो कितने पैराटोप हो गए? एक पैराटोप ये और एक पैराटोप आपका ये वाला हो जाएगा। ठीक है जी। यस नीचे वाला हिस्सा जो रहता है ये ऑलमोस्ट कांस्टेंट रहता है। देन कमिंग ऑन टू द क्लासेस ऑफ़ एंटीबॉडी। हमारे पास चार पांच क्लासेस हैं। इसको हम गेमेट के नाम से याद कर सकते हैं। जी ए एम ई डी। सबकी खास बात क्या है? आईजीए की खास बात ये है कि यार ये कोलेस्ट्रॉम में प्रेजेंट होता है जो कि बच्चे को पैसिव इम्युनिटी प्रेजेंट प्रोवाइड करता है। फर्स्ट मिल्क में प्रेजेंट होता है। सेकंड मोस्ट अबंडेंट है। देन आईजी की खास बात ये है कि ये प्लासेंटा को क्रॉस करता है। अगेन ये भी पैसिव इम्युनिटी प्रोवाइड करता है बच्चे को। आई जी ई आई जी एलर्जी जी आई जीई ये एलर्जी एलर्जिक रिएक्शन से रिलेटेड है। आईजीएम जो है ना ये लार्जेस्ट एंटीबॉडी है। ये एक पेंटामर की फॉर्म में एक्सिस्ट करती है। मतलब अगर एक एंटीबॉडी के दो पैराटॉप है तो इसके 10 पैराटोप होंगे। एंड मेरे बच्चों प्राइमरी इम्यून रिस्पांस में बहुत इंपॉर्टेंट है। अगर आपको मैं बताऊं तो दो तरीके का इम्यून रिस्पांस होता है। जब पहली बारी कोई पैथोजन आता है तो उसको बोलते हैं प्राइमरी रिस्पांस जनरेट होता है। स्लो होता है। टाइम लगता है इसको जनरेट होने में। बट दैट रिस्पांस इज़ कॉल्ड ऐज़ प्राइमरी इम्यून रिस्पांस व्हिच इज़ ड्यू टू आईजीएम। देन अगर वही पैथोजन दोबारा सब्सीक्वेंट इंफेक्शन शो करता है तो यार एक हाइट एंड हाई इंटेंसिटी का रिस्पांस आता है ड्यू टू जी तो महात्मा गांधी एमजी हेक्टर के नाम से याद रख सकते हैं। पहले एम आता है और फिर क्या आता है आपका? जी आता है। ओहो ये मैंने आपको यही बताया था यहां पर। ठीक है? प्राइमरी इम्यून रिस्पांस वीक होता है। लॉन्ग टाइम लेता है आईजीएम की वजह से। सेकेंडरी इम्यून रिस्पांस मेरे बच्चों कम समय में काफी हाइट एंड रिस्पांस होता है। नेक्स्ट आता है एक्टिव इम्युनिटी पैसिव इम्युनिटी। एक्टिव इम्युनिटी वो होती है जो बॉडी के सेल्स आपके खुद से एंटीबॉडी बनाएं। अगर तो आपको नेचुरल इंफेक्शन हो रहा है, खुद से इंफेक्शन हो रहा है, एंड एंटीबॉडी बन रही है तो वो नेचुरल एक्टिव इम्युनिटी हो जाएगी। कई बारी आप वैक्सीनेशन लगवाकर खुद से पैथोजन डलवाते हैं लेकिन एंटीबॉडी तो खुद से बनती है ना तो वो हो जाएगी आर्टिफिशियल एक्टिव इम्यूनिटी। ठीक है? पैसिव इम्युनिटी में होता है प्रीफॉर्म्ड एंटीबॉडीज। बनी बनाई एंटीबॉडीज मेरे बच्चों दी जाती है। बनी बनाई एंटीबॉडीज। दो तरीके का अगर तो मम्मी दे रही है, मदर दे रही है बच्चे को वाया प्लेसेंटा, आईजी या फिर ब्रेस्ट मिल्क के द्वारा आईजीए। तो ये नेचुरल हो गया क्योंकि मदर की बॉडी ने तो नेचुरल ही बनाई ना। या फिर एंटी स्नेक वेनम या एंटीटनस सीरम में। इसमें क्या होता है? प्रीफॉर्म्ड एंटीबॉडीज दे रहे हैं जिसको टेटनेस होने का खतरा है या जिसको स्नेक बाइट हुआ है बट वो प्रीफर्म्ड एंटीबॉडीज हमने हॉर्स से डेलीबेटली बनवाई है तो ये हो जाएगी आर्टिफिशियल पैसिव इम्युनिटी वेरीेंट नेक्स्ट आ जाते हैं कुछ डिसऑर्डर्स पहला आ जाता है मेरे पास ऑटोइन डिसऑर्डर ऑटोइन में क्या होता है कि बॉडी का जो इम्युनिटी है वो अपने ही सेल को नुकसान पहुंचाने लगती है वेरीेंट एग्जांपल 2024 में भी सवाल आया था इसका नुमेटॉइड अर्थराइटिस माइसनेक ग्रेवस इंसुलिन डिपेंडियस मेलाइटिस एंड मल्टीपल स्क्लेरोसिस देन अपने पास आता है एलर्जी एलर्जी होता है कि किसी सब्सटांस एलर्जन के अगेंस्ट हाइपरसेंसिव एग्जाजरेटेड इम्यून रिस्पांस ठीक है? ये इंडिविजुअल स्पेसिफिक होता है। कुछ लोग रिप्लाई करते हैं। उसको कुछ लोग नॉर्मल रहते हैं। द एंटीबॉडी रिस्पांसिबल इज़ आईजीई। बेसिकली जब भी एलर्जन आता है तो मास सेल क्या सीक्रेट करते हैं? हिस्टामिन प्लस साथ में क्या सीक्रेट करते हैं? सेरोटोनिन। सेरोटोनिन। जिसकी वजह से क्या होता है? वैसोडलेशन होती है एंड ब्रोंकियो कंस्ट्रक्शन होती है। ठीक है? इसमें मल्टीपल सिम्टम्स आ सकते हैं। जैसे कि हे फीवर हो सकता है, एज्मा हो सकता है, एनाफाइलेक्टिक शॉक हो सकता है। अगर हुआ ये हिस्टामिन की वजह से तो ठीक कैसे होगा? एंटीहिस्टामिन, स्टेरॉइड एंड एड्रिनलीन की वजह से ठीक होगा। देन आता है ग्राफ प्रोजेक्शन। जब भी कोई ट्रांसप्लांटेड ऑर्गन किसी की बॉडी में डाला जाता है तो बॉडी का इम्यून सिस्टम एक्सेप्ट नहीं करता। वो रिजेक्ट करता है। उस रिजेक्शन को रोकने के लिए इम्यूनो सुप्रेसिव ड्रग्स दिए जाते हैं। वो रिजेक्शन होता किस वजह से? वेरीेंट सेल मीडिएटेड टी सेल मीडिएटेड इम्युनिटी की वजह से होता है। ट्रीटमेंट इसका इम्यूनप्रेसेंट दिया जाता है। साइक्लोस्पोरिन ए कॉर्टिसोल दिया जाता है। साइक्लोस्पोरिन ए किससे लिया जाता है? फंजाई दैट इज़ ट्राइकोडर्मा। ये हमने माइक्रोब्स में पढ़ा था। ट्राइकोडर्मा पॉलीस्पोरम। ट्राइकोडर्मा पॉलिस्पोरम। ठीक है? देन आता है हेल्थ। हेल्थ मेरे बच्चों, हेल्थ इज़ अ स्टेट ऑफ़ कंप्लीट फिजिकल, मेंटल एंड सोशल वेल बीइंग एक गुड ह्यूमन हाइपोथेसिस दी थी हिपोक्रेट्स ने। ग्रीक साइंटिस्ट आज भी मानते थे। बट इसको डिस्रूव किसने किया था? विलियम हार्वे ने विद द डिस्कवरी ऑफ़ ब्लड सर्कुलेटरी सिस्टम। दो तरीके की बीमारियां होती हैं। कंजनाइटल और एक्वायर्ड। कंजनाइटल बाय बर्थ प्रेजेंट होती है। डाउन सिंड्रोम, टर्नर सिंड्रोम, क्लाइन फिल्टर। एक्वायर्ड जो है वो लाइफ टाइम में आती है। दो तरीके के एक्वायर्ड एक नॉन कम्युनिकबल जो कि नहीं फैलता है। दैट इज़ कैंसर एलर्जी। कम्युनिकबल जो कि किसी ना किसी माध्यम से फूड, एयर, वाटर, सेक्सुअल कांटेक्ट इनसे फैल सकता है। जैसे कि बैक्टीरियल, वायर, फंग, हेल्मेंथिक, प्रोटोजोन ये सारी पैथोजेनिक डिजीज कैसी है? कम्युनिकबल डिजीज है। कुछ डिजीज आपकी एनसीआरटी में दी हुई है जो हमें बहुत डिटेल में पढ़नी है। दैट इज़ बैक्टीरियल डिजीज। फर्स्ट दी हुई है टाइफाइड कॉज्ड बाय सैलमलेला टाइफी। कहां पर इंपैक्ट करेगी? स्मॉल इंटेस्टाइन मोड ऑफ़ ट्रांसमिशन इसका क्या रहेगा? कंटैमिनेटेड फूड एंड वाटर। सिम्टम सस्टेंड हाई फीवर रुकना नहीं है। सस्टेंड हाई फीवर 39° टू 40° लॉस ऑफ़ एपेटाइट हो जाएगा। वेट लॉस हो जाएगा। स्टमक पेन एंड कॉन्स्टिपेशन। एक बेटा ह्यूमन कैरियर है टाइफाइड का। दैट इज़ टाइफाइड मैरी एंड इसका कंफर्मेटरी टेस्ट कौन सा है आपका? विडाल टेस्ट। विडाल टेस्ट। देन मेरे पास आता है निमोनिया। निमोनिया इस कॉज बाय स्ट्रिप्टोकस निमोनिया। हीमोफाइलस इनफ्लुएंजा। ठीक है जी। ये जो है इनफेक्ट किसको करता है? अल्वलाई को। किस वजह से? हाउ इट ट्रांसमिट्स ड्रॉपलेट की मदद से। इसमें फीवर हेडेक होगा। एक्सट्रीम केसेस में मेरे बच्चों नेल्स जो है वो भी क्या हो जाएंगे? नीले पड़ जाएंगे। ग्रेस टू ब्लूइश हो जाएंगे। वायरल डिजीज में आपको एक ही दिया हुआ है डिटेल में। दैट इज़ कोल्ड। कोल्ड इज़ कॉल्ड बाय राइनो वायरस। अपर रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट। लोअर नहीं। लोअर में तो निमोनिया जाता है। इनफेक्टेड ड्रॉपलेट से फैलता है। हेडेक, रनिंग, नो, स्नीज़िंग, कॉफिंग, कंजेशन ये सब होगा। तीन से सात दिन का मेरे बच्चों इसका साइकिल होता है। उसके बाद खुद से क्या हो जाता है? ठीक हो जाता है। फंगल डिजीज में आता है रिंग वर्म। दाद खुजली किस वजह से थ्री जेनेरा वेरी वेरी वेरीेंट ये तीन जेनेरा के नाम बहुत इंपॉर्टेंट है माइक्रोस्पोरम एपिडर्मोफाइटन एंड ट्राइकोडर्मा ट्राइकोफाइटॉन स्किन ग्रोइन स्कैल्प इस एरिया को बेटा इनफेक्ट करता है यूजुअली मेरे बच्चों इस एरिया को इनफेक्ट करता है जहां पर गीलापन हो प्लस प्लस गर्मी हो जैसे कि यहां पर गर्मी में पसीना आ जाता है आपके स्कैल्प में आ जाता है आपके टोस के बीच में आ जाता है ठीक है देन किसी के कॉम्ब टोवल्स टॉवल्स यूज़ करने से भी फैल सकता है लीजंस हो जाएंगे एक्सेसिव इचिंग होगी है ना एथलीट्स फुट जैसे मैंने आपको बताया बताया है कि सॉक्स पहनने से बहुत पसीना आता है पैरों की उंगलियों में तो वहां पर भी फंगल इंफेक्शन हो सकता है। ठीक है? नेक्स्ट मेरे पास आती है हेल्मेंथिक डिजीज। हेल्मेंथिक डिजीज में आपको दी हुई है मेरे बच्चों एस्केरियासिस एंड बुशरे एलिफेंटियासिस। एस्केसिस इज़ कॉज्ड बाय एस्केस। लोकेशन मेरे बच्चों स्मॉल इंटेस्टाइन को इनफेक्ट करती है। इसके जो एग्स हैं ना वो फिशेस के द्वारा मेरे बच्चों सॉइल के अंदर चले जाते हैं। सॉइल के अंदर। आप सॉइल से भी फैल सकते हैं। पानी से भी फैल सकते हैं। सॉइल के अंदर जो फ्रूट्स हैं, वेजिटेबल्स हैं जो ग्रो कर रहे हैं उससे भी फैल सकते हैं। मस्कुलर पेन इंटरनल ब्लीडिंग इंटेस्टाइनल ब्लॉकेज हो सकता है। देन एलीिफेंटियासिस वुशरेिया वुशरेरिया बैंकफ्टाई वुशरेरिया वुशरेरिया मलाई। ठीक है? फलेरियल वर्म में बोल सकते हो लिंफेटिक वेसल्स। किसकी? लोअर लिंब की। लोअर लिंब की लिंफेटिक वेसल को इंपैक्ट करेगा। वहां एनीमा हो जाएगा। फैलेगा कैसे? फीमेल क्यूलेक्स मॉस्किटो से फैलेगा। बेटा यूजुअली लोअर पार्ट को इनफेक्ट करता है। जैसे कि मैंने बताया ब्लॉकेज हो जाती है लिंफ वेसल्स की जिससे आपको हाथीपांव जैसा स्ट्रक्चर जो है वो दिखाई देता है। हाथीपांव जैसा स्ट्रक्चर दिखाई देता है। देन आपके पास आता है प्रोटोजोन डिजीज। प्रोटोजोन डिजीज में एक तो है अमीबियासिस व्हिच इज़ डसेंट्री कॉज्ड बाय एंट अमीबा हिस्टोलिटिका। किसको इंपैक्ट करती है? लार्ज इंटेस्टाइन। मोड ऑफ़ ट्रांसमिशन। हाउस फ्लाई। हाउस फ्लाई इसका क्या है? मैकेनिकल कैरियर है। हाउस फ्लाई इसका क्या है? मैकेनिकल कैरियर है। सिम्टम्स क्या है? एब्डोमिनल पेन होगा। कॉन्स्टिपेशन होगा। स्टूल में एक्सेसिव म्यूकस और ब्लड क्लॉट्स भी आ सकते हैं। देन मेरे पास आता है प्रोटोजोन डिजीज में वेरीेंट जो कि डिटेल में दिया हो। मलेरिया। मलेरिया कॉजिटिव एजेंट है प्लाज्मोडियम। प्लाज्मोडियम फैलता कैसे है? वि द बाइट ऑफ़ फीमेल एनोप्लीज़। ठीक है? इसके दो होस्ट है जिंदगी में प्राइमरी एंड सेकेंडरी। एक होस्ट मेरे बच्चों कौन रहता है? ह्यूमन। दूसरा होस्ट कौन सा रहता है आपका? एनोप्लीज़ मॉस्किटो रहता है। ठीक है जी? यस। और द वेक्टर हियर इज़ मॉस्किटो। सबसे पहले मेरे बच्चों इनफेक्टेड मॉस्किटो जब ह्यूमन को बाइट करता है तो इनफेक्टिव स्टेज ह्यूमन में आ जाती है। दैट इनफेक्टिव स्टेज इज़ कॉल्ड एज पोरजोइ। ह्यूमन में आके सबसे पहले जाएगी लिवर में। लिवर में करेगी स्किजगनी यानी कि मल्टी मल्टीपल फज़ करेगी। लिवर के बाद आ जाएगी आरबीसी में। आरबीसी में भी क्या करेगी? मल्टीपल फज़ करेगी। जब-जब आरबीसी बस्ट होंगे ये देखिए। जबजब आरबीसी बस्ट होंगे तो यहां से एक केमिकल निकलेगा जिसका नाम है हीमोजोइन। क्या नाम है? हेमोजोइन। हीमोज़ोइन की वजह से उस पर्सन को क्या आता है? फीवरर्स आता है। साइकिल्स ऑफ़ फीवर आते हैं। हर दिन फीवर नहीं रहता टाइफाइड की तरह। हर तीन दिन बाद या हर चार दिन बाद फीवर आता है। क्योंकि हर तीन दिन बाद ही आपका आरबीसी जो है वह बर्स्ट करेंगे। फिर आरबीसी के अंदर ही क्या बन जाते हैं? सेक्सुअल स्टेजेस बन जाते हैं गेमिटोसाइट्स। बट फर्टिलाइज़ेशन नहीं होती। फिर मेरे बच्चों एक नॉर्मल मॉस्किटो आता है। वो इन गेमिटोसाइट्स को अपने अंदर ले लेता है। तो गेमिटो अह मॉस्किटो के लिए इनफेक्टिव स्टेज कौन सी है? मॉस्किटो के लिए इनफेक्टिव स्टेज है आपकी दीज़ गेमिटोसाइट्स। फिर गेमिटोसाइट मॉस्किटो के अंदर जाकर मेरे बच्चों इसकी फर्टिलाइजेशन होती है गट में। ज़गोट बना। ज़ाइगॉट के बाद स्पोरोजोइड बने। स्पोरोजोइट कहां चले जाएंगे? सलाइवरी ग्लैंड में। एंड फिर जब ये किसी और को काटेगा बेटा द साइकिल विल इज़ गोइंग टू रिपीट। ओके? नेक्स्ट बीमारी हमारे पास कौन सी आती है? एड्स। एड्स इज़ एक्वायर्ड इम्यूनो डेफिशिएंसी सिंड्रोम कॉज्ड बाय एचआईवी। ह्यूमन इम्यून डेफिशिएंसी वायरस। ठीक है? ये एक ये कंजनाइटल डिसऑर्डर नहीं है। कंजनाइटल डिसऑर्डर नहीं है क्योंकि एक्वायर्ड है। इसमें कौन सा सिस्टम इनफेक्टेड होता है? इम्यून सिस्टम। सिंड्रोम मतलब मल्टीपल टाइप के सिम्टम्स आते हैं। फर्स्ट केस कब आया था? 1981 में यूएस में। ठीक है? कैसे फैलता है? सेक्सुअल इंटरकोर्स विद द इनफेक्टेड पर्सन। मदर टू चाइल्ड हो सकता है। ब्लड ट्रांसफ्यूजन से हो सकता है। इनफेक्टेड नीडल सिरिंजेस यूज़ करने से हो सकता है। ये जो एचआईवी है ये मेरे बच्चों आया बॉडी में। बॉडी में एनिमल सेल। कौन से सेल की बात कर रही है? मैक्रोफाज। मैक्रोफाज को जाकर इफेक्ट करेगा। अपने आरएनए देगा। आरएनए से ये लोग क्या बना लेंगे? डीएनए बना लेंगे माइक्रोफाज के अंदर बाय यूजिंग रिवर्स ट्रांसक्रिप्टेज। इसके पास होता है। देन मेरे बच्चों डीएनए जो है वो होस्ट के साथ डीएनए के साथ इंटीग्रेट कर देगा। एंड जब होस्ट का डीएनए रेप्लिकेट करेगा ये भी करेगा। तो बहुत सारे वायरसेस न्यू बन जाएंगे यहां पर। क्या मैक्रोफाज मरता है इस केस में? नहीं वो मरता नहीं है। ये तो किसकी तरह एक्ट करता है? फैक्ट्री की तरह एक्ट करता है। सो एचआईवी की फैक्ट्री कौन है मेरे बच्चों? मैक्रोफाज। फिर ये कौन से सेल को अटैक करता है? टी सेल। टी हेल्पर सेल बेसिकली। एंड टी हेल्पर सेल का नंबर क्या हो जाता है? धीरे-धीरे रिड्यूस होने लगता है। जब टी हेलपर सेल का नंबर 200 पर मिलमीटर 200 पर मिलमीटर क्यूब ऑफ ब्लड से भी ज्यादा रिड्यूस हो जाता है। तब हम बोलेंगे कि यार बंदे को क्या है? फुल ब्लोन एड्स है। सिम्टम्स मेरे बच्चों 5 से 10 साल में आते हैं। फ्यू मंथ्स मंथ्स से लेकर फ्यू मंथ्स 6 महीने से लेकर 5 से 10 साल के बीच में आ सकते हैं। क्योंकि इतना ही ज्यादा क्या होता है? इसका इनक्यूबेशन पीरियड होता है। इनक्यूबेशन पीरियड होता है। डायग्नोसिस कैसे कर सकते हो? एलाइजा पीसीआर से तो आप जब सिम्टम्स नहीं आ रहे तब भी डायग्नोस कर सकते सकते हो एंड वेस्टर्न ब्लॉटिंग इज़ अ कन्फर्मेटरी टेस्ट। ठीक है? अब इसमें आदमी का इम्यून सिस्टम वीक होता है तो अपॉर्चुनिस्टिक इनफेक्शन होती है। जैसे कि माइकोबक्टीरियम का इंफेक्शन हो सकता है, टॉक्सोप्लाज्मोसिस हो सकता है, फंगल इंफेक्शन हो सकता है। अब यार एड्स का कोई क्योर नहीं है। इट कैन ओनली बी प्रिवेंटेड। आप इसको थोड़ा बहुत लोंजेविटी बढ़ा सकते हो आदमी की बाय यूजिंग एंटी रेट्रो वायरल ड्रग्स। तो यार आपको क्या करना है? प्रिवेंशन पे ही ज्यादा फोकस करना है। तो ड्रग अब्यूज को रोकिए। मल्टीपल सेक्सुअल पार्टनर्स को अवॉइड कीजिए। जिसकी हिस्ट्री आपको नहीं पता है उसके साथ सेक्सुअल कॉन्ट्रैक्ट मत बनाइए। बैरियर मेथड का यूज़ कीजिए। एंड अवेयरनेस होनी चाहिए जिसके जिसके लिए एजेंसीज काम भी कर रही है। बहुत सारी एनजीओस हैं एंड नेशनल एड्स कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन है जो कि यार लोगों को एजुकेट कर रही है रिगार्डिंग एड्स। नेक्स्ट बीमारी इज़ कैंसर। मोस्ट कॉमन नॉन इनफेशियस डिजीज है। कैंसर में क्या होता है? अनकंट्रोल्ड एंड अ अनरेगुलेटेड ग्रोथ हो जाती है। मास ऑफ़ सेल्स बन जाता है। इस मास ऑफ़ सेल को अपन लोग क्या बोलते हैं? ट्यूमर बोलते हैं। ठीक है? इसमें क्या होता है? द सेल्स हैव लॉस्ट द प्रॉपर्टी ऑफ़ कांटेक्ट इनहिबिशन। यानी कि नॉर्मल सेल के पास कांटेक्ट इनबिशन होता है। ये सेल साथ वाले को रोक लेगा कि भैया डिवाइड मत करना। लेकिन कैंसर सेल साथ वाले को नहीं रोकेगा। यहां पर क्या हो रहा है कि नॉर्मल जो जींस हैं आपके प्रोटोऑंको जींस हैं, सेलर ऑनको जींस हैं ये क्या हो जा रहे हैं? एक्टिवेट हो जा रहे हैं। ड्यू टू सम आइदर फिजिकल एजेंट, केमिकल एजेंट और बायोलॉजिकल एजेंट। ठीक है? दो तरीके का ट्यूमर है बेनाइन और मैग्नेंट। बेनाइन क्या होता है? जो कि उसी जगह पर लोकलाइज़ रहता है। फैलता नहीं है। इसको ट्रीट करना फिर भी आसान है क्योंकि इसमें मेटास्टेसिस नहीं होता है। मैलिग्नेंट ट्यूमर क्या होता है? जो कि फैल जाता है बाय द विद द हेल्प ऑफ़ ब्लड। ठीक है? और ओरिजिन से लेकर अलग-अलग जगह पर फैल जाएगा एंड मेटास्टेसिस शो करेगा। जिसकी वजह से ये वाला जो ट्यूमर है ये ज्यादा डेंजरस होता है। कॉजज़ ऑफ कैंसर क्या है? इसको बोलते हैं कार्सिनोजन। कार्सिनोजन। फिजिकल एजेंट हो सकते हैं। जैसे कि एक्सरेज़, गामा रेज, आयनाइजिंग रेडिएशन, नॉन आयनाइजिंग रेडिएशन, केमिकल एजेंट, टबको, कोल्टार ये सब हो सकता है। बायोलॉजिकल एजेंट वायरसेस हो सकते हैं जो कि ऑनको जीजंस को क्या करते हैं? एक्टिवेट कर जाते हैं। इनके पास क्या होते हैं? वायरल ऑनकोजंस होते हैं। वायरल ओकोजंस होते हैं जो कि कैंसर कॉजिंग हो सकते हैं। डिटेक्शन कैसे करेंगे? बायोप्सी कर सकते हो। हिस्टोपैथोलॉजी स्टडी करोगे, गिनोगे। नंबर ऑफ़ सेल नॉर्मल है या नहीं? ब्लड्स टेस्ट कर सकते हो। हो एंड यू कैन काउंट द नंबर ऑफ़ सेल्स। बोन मैरो टेस्टिंग कर सकते हो। सीटी स्कैन कर सकते हो जो कि एक्सरे को यूज़ करता है। एमआरआई को यूज़ कर सकते हो जो कि मैग्नेटिक मैग्नेटिक फील्ड को यूज़ करते हैं। साथ में यूवी रेज़ को भी यूज़ करते हैं मैग्नेटिक फील्ड को एंड एंटीबॉडी टेस्टिंग कर सकते हो। हरसेप्टिन का टेस्ट कर सकते हो। हरसेप्टिन। ठीक है? व्हिच इज़ एंटीबॉडी अगेंस्ट कैंसर एंटीजन। ओके? ट्रीटमेंट कैसे करोगे? सर्जरी। बट यूजुअली सर्जरी अकेली नहीं होती एक कैंसर के केस में। इट इज़ अकंपनीड विद रेडियोथरेपी जिसमें रेज़ को यूज़ करते हैं एंड और टारगेटेड कैंसर सेल को किल करेंगे। कीमोथेरेपी यूज़ करते हैं। केमिकल्स यूज़ करते हैं। जैसे कि विन ब्लास्ट एंड वन क्रिस्टल। इसके कुछ साइड इफेक्ट्स हैं। वेट लॉस हो जाता है, हेयर लॉस हो जाता है और एनीमिया भी हो जाता है। एनीमिया भी हो जाता है। इम्यूनोथेरेपी भी आप क्या कर सकते हो? यूज़ कर सकते हो। ठीक है जी? यस। नेक्स्ट लास्ट टॉपिक आपके पास आता है ड्रग्स। ड्रग्स क्या है? वैसे तो क्लीनिकल पर्पस के लिए यूज़ होते हैं। लेकिन अगर आप उसको अपने हिसाब से उसका डोज़ेज सेलेक्ट करें, उसकी फ्रीक्वेंसी सेलेक्ट करें तो वो ड्रग का यूज़ नहीं वो अब्यूज बन जाता है। जिससे अल्टीमेटली बाद में क्या होती है? अह अ एडिक्शन हो सकती है। ड्रग्स के बारे में बात करें तो मल्टीपल कैटेगरीज़ हैं। तीन मेजर इंपॉर्टेंट कैटेगरीज़ जो आपको दी हुई हैं। वन इज़ ओपिएट नारकोटिक्स, देन इज़ कोका अल्कलॉइड्स एंड देन आपको दिया हुआ है कैनाबिनोइड्स। सबसे पहले हम लोग बात करते हैं ओपीएट नारकोटिक्स की। ठीक है? ओपिएट नारकोटिक्स। ओपीएम के बारे में बात करते हैं। मॉर्फिन और हेरोइन आता है। कहां से मिलते हैं? लेट्स ऑफ़ पपी प्लांट। पपी प्लांट कौन है? पापावर सोमनीफेरम। पापावर सोमनीफेरम। ठीक है जी। यस। इसमें कौन-कौन से आ जाते हैं? हिरोइन आ जाता है। व्हिच इज़ डाई एसिटाइल मॉर्फिन। इसका रिसेप्टर कहां है? सीएनएस और जीआई ट्रैक्ट में। इसको कैसे लिया जाता है? इंट्रावेनसली या फिर स्नॉट किया जाएगा। हीरोइन को और क्या बोला जाता है? स्मैक बोला जाता है। ठीक है? ये क्या है? एक डिप्रेसेंट है। बॉडी के फंक्शन को स्लो डाउन करता है। क्या करता है? बॉडी के फंक्शन को स्लो डाउन करता है। ये मेरे बच्चों क्या है आपका? पपी प्लांट। देन आपके पास कौन से आते हैं? कोका अल्कलइड एंड कोकेन। ये किस कैटेगरी में आते हैं? क्रैक और कोक। इसको जनरली स्नॉट किया जाता है। ऑब्टेंड फ्रॉम एरिद्रोजाइलम कोका। ये यूफोरिया की फीलिंग लेकर आते हैं। क्योंकि डोपामिन के रिसेप्टर के साथ ये क्या करते हैं? इंटरफेयर करते हैं। अगर इनकी एक्सेसिव डोज़ेज हो जाए तो क्या हो जाता है? हेलुसिन हेलुसिनेशंस हो सकती हैं। हेलुसिनेशंस एक्चुअली तीन चीजें कॉज करती है। हेलुसिनेशंस मेरे बच्चों कॉज करती हैं आपकी एट्रोपाडोना। ठीक है? एट्रोपाडोना एट्रोपाडोना एंड मेरे बच्चों धतूरा धतूरा और कोकेन का एक्सेस और कोकेन का एक्सेस। ठीक है? देन मेरे पास आते हैं कैनाबिनोइड्स। देन मेरे पास कौन से आते हैं? कैनाबिनोइड्स। कैनाबिनोइड्स का रिसेप्टर कहां है? ब्रेन में। अफेक्ट किसको करता है? कार्डियोवस्कुलर एक्टिविटी को किससे मिलते हैं? ये मेरे बच्चों मिलते हैं कैनाबिस सटाइवा। किस प्लांट से मिलते हैं? कैनाबिस साइवा से आपको मिलते हैं। देन आपके पास कौन से आ जाते हैं? एनाबॉलिक स्टेरॉइड्स। ये स्पोर्ट्स पर्सन यूज़ करते हैं मिसयूज़ करते हैं बेसिकली इसका अपनी मॉस्क्युलर एक्टिविटी को इंक्रीस करने के लिए, अपनी परफॉर्मेंस को बेटर करने के लिए। बट इसके बहुत सारे हार्मफुल इफेक्ट्स हैं। अगर फीमेल एनाबॉलिक स्टेरॉइड्स ले रही है, नारकोटिक एनालजेसिक्स ले रही है तो मैस्कुलाइनाइजेशन हो सकता है, अग्रेसिवनेस हो सकती है। मूड स्विंग्स, मेंस्ट्रुअल साइकिल डिस्टर्ब हो सकता है। आवाज भारी हो सकती है। मेल ले रहा है तो अल्टीमेटली एक्ने, अग्रेसिवनेस, डिप्रेशन, ब्रेस्ट एनलार्जमेंट हो सकती है। मेल्स के अंदर प्रोस्टेट एनलार्जमेंट हो सकती है। टेस्टिकल्स का साइज कम हो सकता है। टेस्टिकल्स का साइज कम हो सकता है। स्पर्म प्रोडक्शन क्या हो सकती है? डिक्रीज हो सकती है। स्पर्म प्रोडक्शन क्या हो सकती है? डिक्रीज हो सकती है। अब मेरे बच्चों कई बारी इंसोमिया का पेशेंट आता है या फिर डिप्रेशन का पेशेंट आता है जिसमें नींद नहीं आती पर्सन को या फिर डिप्रेशन है उस पर्सन को सेडेटिव्स दिए जाते हैं। सेडेटिव्स यानी कि ट्रैंकलाइज़र्स दिए जाते हैं। तीन आपको सेटिव्स याद रखने हैं। बेंजो डाई एजापाइन बारबचुरेट एट एफिटामिंस। लेट मी राइट। तो दिस इज़ बेंजज़ो बेंजज़ो डाई एजापाइन बारबचुरेट्स बारबचुरेट्स। बेंजो डजाबाइंस बारिचुरेट्स एंड एफिटमिंस। ठीक है? ये इंसोमिया और आपके डिप्रेशन वाले पेशेंट को देना है। याद रखना है ये चीज। ठीक है? अगर मान लीजिए सर्जरी हो रही है। पोस्ट सर्जरी में क्या दिया जाता है? जिससे नींद भी आती है और थोड़ा पेन भी कम होता है। मॉर्फीन मॉर्फीन दी जाती है पोस्ट सर्जिकल ट्रीटमेंट में। देन अपने पास आता है टोबैको। टोबैको बेटा खा भी सकते हो, स्मोक भी कर सकते हो, स्नफ भी कर सकते हो। इसमें अल्कलइड प्रेजेंट है। दिस अल्कलइड इज़ निकोटीन। ये क्या करता है? एपिनेफिन और नर एपिनेफ्रिन का अमाउंट बढ़ा देगा। हार्ट रेट बढ़ जाएगा। एंड मेरे बच्चों कार्बन मोनोऑक्साइड का अमाउंट भी क्या हो जाएगा? बॉडी में बढ़ जाएगा। देन अल्कोहल। अल्कोहल क्या करता है मेरे बच्चों? सीएनएस को डिप्रेस करता है। सेरीबैलम को इंपैक्ट करता है। प्रेगनेंसी के वक्त लिया जाए तो और ज्यादा खतरनाक है। फीिटल अल्कोहल सिंड्रोम हो सकता है। लिवर में क्या कर सकता है? सिरोसिस करता है। अब कैसे प्रिवेंट करोगे मेरे बच्चों? अनड्यू प्रेशर को अवॉइड करिए। मेडिकल हेल्प लीजिए। एजुकेशन एंड साइन लुक फॉर द डेंजर साइंस व्हिच आर देयर। ठीक है जी। सो वि दिस वी आर डन विद द होल चैप्टर ह्यूमन हेल्थ एंड डिजीज। तीन से चार क्वेश्चन बनेंगे। बहुत इजी चैप्टर है। अगर आपको ये वीडियो अच्छा लगा तो सेशन को लाइक जरूर करें एंड एक कमेंट जरूर छोड़ के जाना वेदर इट इज हेल्पिंग यू और नॉट। थैंक यू सो मच, गाइज़।