प्रोग्रामिंग फॉर प्रॉब्लम सॉल्विंग (PPS)
विषय का परिचय
- PPS की फुल फॉर्म: प्रोग्रामिंग फॉर प्रॉब्लम सॉल्विंग
- सब्जेक्ट कोड: BCS 101 (पहले सेमिस्टर) और BCS 102 (दूसरे सेमिस्टर)
विषय का महत्व
- C प्रोग्रामिंग पर फोकस: प्रोग्रामिंग का आधार है।
- मजबूत बेसिक ज्ञान से बेहतर कोडिंग में सहायता मिलेगी।
- सभी टॉपिक्स को कवर करने पर ध्यान।
एग्जाम की तैयारी
- महत्वपूर्ण प्रश्नों पर फोकस
- पुराने सालों के प्रश्नों पर नजर
- अंतिम समय में तैयारी का महत्व
कंप्यूटर का ब्लॉक डाइग्राम
- इनपुट यूनिट: डेटा और इंस्ट्रक्शन एंटर करने के लिए (जैसे कीबोर्ड, माउस)
- आउटपुट यूनिट: परिणामों को प्रदर्शित करने के लिए (जैसे मॉनिटर, प्रिंटर)
- सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (CPU): सभी निर्देशों को प्रोसेस करने का कार्य करती है।
- स्टोरेज यूनिट: डेटा को स्टोर करने के लिए।
मेमोरी के प्रकार
- प्राइमरी मेमोरी (RAM, ROM)
- RAM: रैंडम एक्सेस मेमोरी; डेटा को अस्थायी रूप से स्टोर करता है।
- ROM: रीड-ओनली मेमोरी; स्थायी जानकारी रखता है।
- सेकंडरी मेमोरी: डेटा को स्थायी रूप से स्टोर करता है (जैसे हार्ड डिस्क, USB)
एलगोरिदम और प्रोग्रामिंग
- एलगोरिदम: समस्याओं को हल करने की प्रक्रिया।
- फ्लो चार्ट और सिंटैक्स कोडिंग का महत्व।
- डेटा टाइप्स, वेरिएबल्स और मेमोरी लोकेशन की जानकारी।
डिजिटल कंप्यूटर
- बाइनरी नंबर सिस्टम का उपयोग।
- कंप्यूटर के विभिन्न कार्यों को संभालता है।
प्रोग्रामिंग के सिद्धांत
- प्रोग्रामिंग की प्रक्रियाएँ।
- सिंटैक्स और लॉजिकल एरर के बीच अंतर।
- इनपुट/आउटपुट संचालन।
मेमोरी का महत्व
- मेमोरी डेटा को स्टोर करने का मुख्य हिस्सा है।
- डेटा को टेंप्ररी और पर्मानेंट रूप में स्टोर किया जा सकता है।
RAM और ROM के बीच का अंतर
- RAM: वॉलिटाइल, डेटा शटडाउन पर खो जाता है।
- ROM: नॉन-वॉलिटाइल, डेटा हमेशा सुरक्षित रहता है।
- RAM सीधे CPU द्वारा एक्सेस किया जाता है, जबकि ROM को RAM में स्थानांतरित करके एक्सेस किया जाता है।
नोट: यह विषय महत्वपूर्ण है, सभी टॉपिक्स को ध्यान से पढ़ें ताकि आप अच्छे अंक प्राप्त कर सकें।