प्रोग्रामिंग और समस्या समाधान का अध्ययन

Sep 13, 2024

प्रोग्रामिंग फॉर प्रॉब्लम सॉल्विंग (PPS)

विषय का परिचय

  • PPS की फुल फॉर्म: प्रोग्रामिंग फॉर प्रॉब्लम सॉल्विंग
  • सब्जेक्ट कोड: BCS 101 (पहले सेमिस्टर) और BCS 102 (दूसरे सेमिस्टर)

विषय का महत्व

  • C प्रोग्रामिंग पर फोकस: प्रोग्रामिंग का आधार है।
  • मजबूत बेसिक ज्ञान से बेहतर कोडिंग में सहायता मिलेगी।
  • सभी टॉपिक्स को कवर करने पर ध्यान।

एग्जाम की तैयारी

  • महत्वपूर्ण प्रश्नों पर फोकस
  • पुराने सालों के प्रश्नों पर नजर
  • अंतिम समय में तैयारी का महत्व

कंप्यूटर का ब्लॉक डाइग्राम

  • इनपुट यूनिट: डेटा और इंस्ट्रक्शन एंटर करने के लिए (जैसे कीबोर्ड, माउस)
  • आउटपुट यूनिट: परिणामों को प्रदर्शित करने के लिए (जैसे मॉनिटर, प्रिंटर)
  • सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (CPU): सभी निर्देशों को प्रोसेस करने का कार्य करती है।
  • स्टोरेज यूनिट: डेटा को स्टोर करने के लिए।

मेमोरी के प्रकार

  1. प्राइमरी मेमोरी (RAM, ROM)
    • RAM: रैंडम एक्सेस मेमोरी; डेटा को अस्थायी रूप से स्टोर करता है।
    • ROM: रीड-ओनली मेमोरी; स्थायी जानकारी रखता है।
  2. सेकंडरी मेमोरी: डेटा को स्थायी रूप से स्टोर करता है (जैसे हार्ड डिस्क, USB)

एलगोरिदम और प्रोग्रामिंग

  • एलगोरिदम: समस्याओं को हल करने की प्रक्रिया।
  • फ्लो चार्ट और सिंटैक्स कोडिंग का महत्व।
  • डेटा टाइप्स, वेरिएबल्स और मेमोरी लोकेशन की जानकारी।

डिजिटल कंप्यूटर

  • बाइनरी नंबर सिस्टम का उपयोग।
  • कंप्यूटर के विभिन्न कार्यों को संभालता है।

प्रोग्रामिंग के सिद्धांत

  • प्रोग्रामिंग की प्रक्रियाएँ।
  • सिंटैक्स और लॉजिकल एरर के बीच अंतर।
  • इनपुट/आउटपुट संचालन।

मेमोरी का महत्व

  • मेमोरी डेटा को स्टोर करने का मुख्य हिस्सा है।
  • डेटा को टेंप्ररी और पर्मानेंट रूप में स्टोर किया जा सकता है।

RAM और ROM के बीच का अंतर

  • RAM: वॉलिटाइल, डेटा शटडाउन पर खो जाता है।
  • ROM: नॉन-वॉलिटाइल, डेटा हमेशा सुरक्षित रहता है।
  • RAM सीधे CPU द्वारा एक्सेस किया जाता है, जबकि ROM को RAM में स्थानांतरित करके एक्सेस किया जाता है।

नोट: यह विषय महत्वपूर्ण है, सभी टॉपिक्स को ध्यान से पढ़ें ताकि आप अच्छे अंक प्राप्त कर सकें।