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Programming Language Choices: C++ vs. Java

अजय को कि महबूब कुछ लुट लुट फ़ीसदी और आज की वीडियो में हम बात करने वाले हैं उस बहुत फेमस सवाल की जो काफी सारे स्टूडेंट को परेशान करता है जो कि है कि हमें सी प्लस प्लस सीखनी चाहिए यह में ज्यादा सीखनी चाहिए अब उन स्टूडेंट्स के लिए जिनके पास बहुत कम टाइम है और इनको जल्दी-जल्दी जवाब सीटों के लिए यह जवाब है कि अगर आपने सी प्लस स्कूल के अंदर की हुई है उसके अंदर आपको बेसिक कौन से बताते हैं यानी आपको बेवर्ड क्लियर करने आते हैं कंडीशनर सेट में लिख नहीं आती है आपको लूप लगाने आते हैं और फंक्शंस लिखने आते हैं तो फिर आपको सी प्लस प्लस के साथ कंटिन्यू करना चाहिए लेकिन अगर आप लोग राइमिंग की शुरुआत बिल्कुल बेसिक से कर रहे हैं तो फिर आपको जावा करना चाहिए अब इसके पीछे के सारे रीजन है वह इस वीडियो में बताई जाएंगे दोनों लैंग्वेजिस के बेनिफिट बताए जाएंगे दोनों में डिफरेंस क्या है वह भी बताया जाए और कुछ फ्रिक्वेंटली एस्क्ड क्वेश्चंस होते हैं प्लेसमेंट के बारे में उनको भी हम एड्रेस करेंगे तो इन दोनों की जो शुरुआत हुई थी वह पादप लैंग्वेज से हुई थी जो की थी सीट से ज़ में बहुत पॉपुलर होती थी पर उसमें एक छोटी सी परेशानी जूस में ना उसके कौन से अपनी होते थे उप जिन लोगों ने कोड़ा से प्रोग्रामिंग की हुई है ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग सिस्टम सोते हैं इन क्लासेज और ऑब्जेक्ट्स उसके अंदर पढ़ाई जाती हैं इसीलिए सी के बाद हमारे पास सी प्लस प्लस आई जो थी सी विद क्लास सेवंथ क्लास का रीनेम करके उसको सी प्लस कर दिया गया और उसके 10 साल बाद हमारे पास जहाज अब दोनों लैंग्वेजिस बहुत से मिल है जानवर सी प्लस प्लस दोनों प्लेसमेंट के लिए बहुत ज्यादा यूज होती है दोनों लैंग्वेजिस को कॉलेजेस में भी बहुत ज्यादा पढ़ाया जाता है और दोनों लैंग्वेजिस के जॉब भी बहुत ज्यादा फैल अब इन दोनों के अलग-अलग यूज कैसे जूते इंडस्ट्री मिट्टी प्लस ना हाइड्रेटिंग जो फॉर्म्स करते हैं यानी स्टॉक्स की ट्रेडिंग उनकी एप्लीकेशंस वगैरह के लिए यूज होती है और जा हमारी बैक एंड डेवलपमेंट के लिए या एप डेवलपमेंट के लिए सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट में जा रही हूं जाती है अब दोनों के अपने-अपने फायदे अगर हम प्लेसमेंट की बात करें तो प्लेसमेंट के हिसाब से हमें सीखने पड़ते हैं स्ट्रक्चरल एल्गोरिदम और उनको हमें करना पड़ता है प्रैक्टिस वह दोनों ही इन दोनों लैंग्वेज में सीखने आसान है पर जब हम प्रोग्रामिंग लैंग्वेजेस की बात करते हैं ना कुछ ऐसी लैंग्वेज रोटी दिन को सीखना आसान होता है जैसे पाइथन होगी और कुछ ऐसी लैंग्वेज होती है जो बिगिनर्स के लिए सीखना हल्का सा मुश्किल होता है जैसे कि हमारी सी प्लस प्लस हो गई तो जावा इन दोनों के बीच में लाइक करती है जब हम लेवल आफ डिफिकल्टी की बात करते हैं और शुरुआत में आपको बिल्कुल सिंपल लैंग्वेज भी नहीं सीखनी चाहिए क्यों क्योंकि आप शुरुआत में थोड़ी सी हार्ड लैंग्वेज सीखने तो आगे जाकर शिफ्ट करने में दूसरी लाइन उसमें हमें परेशानी नहीं होगी और शुरुआत में बहुत ज्यादा डिफिकल्ट लैंग्वेजिस में नहीं सीखनी चाहिए क्योंकि उस समय से काफी सारे कांटेक्ट के साथ डील करते हैं जो प्रैक्टिकल लाइफ में हेल्प नहीं करेंगे तो यही रीजन है कि अगर हमें प्योर विनर है तो फिर पाइथन और सीपीएस इसकी जगह हमें सीखनी चाहिए जब लेकिन अगर हम ऑलरेडी सीपियों से इसको सीख चुके हैं तो फिर हमें उसके साथ कंटिन्यू करना चाहिए अगर दोनों लैंग्वेजिस के फायदों की या डिफरेंसेस कि अगर हम बात करें सी प्लस प्लस के अंदर कंपरेटिव विटामिन करना ज्यादा आसान होता है ज्यादा आसान या ज्यादा बेनेफिशियल उसको कह सकते ऐसा क्यों क्योंकि सी प्लस का जो कोड होता है ना वह एग्जीक्यूशन के लिए कम टाइम लेता है तो जल्दी-जल्दी एकजुट हो जाएगा तो आप कम टाइम लगेगा कोड का तो आपकी कंप्यूटर प्रोग्रामिंग के जो सलूशन लूंगी अगर आपको रैंक लेना पसंद है कोडिंग टेस्ट में तो वह आपकी बैटर आ सकती है ऑनलाइन कांटेस्ट में अब वही दूसरी तरफ अगर आप जाऊंगा ठीक है तो आप साथ के साथ एप डेवलपमेंट सीखने में उसे आसानी होगी और आपके प्रोजेक्ट आप बना सकते हैं रेज्यूमे के लिए अब इसमें सबसे पहला सवाल जो स्टूडेंट्स पूछ रहे हो यह कहते अगर कंप्यूटर प्रोग्रामिंग के लिए सी प्लस एक्जीक्यूशन टाइम कम लेती है तो फिर हम तो वह इसलिए क्योंकि कंप्यूटर प्रोग्रामिंग तो नेसेसरी प्लेसमेंट के लिए तो इसमें मैं एक चीज क्लेरिफाइड कर दूंगी प्लेसमेंट के लिए किसी भी एक लैंग्वेज को सीकर उसमें डाटा स्ट्रक्चर्स एंड एल्गोरिथम्स अच्छे से करना नेसेसरी है और इसलिए हम दिए सीखेंगे उसके बाद क्वेश्चसं हमें बहुत सारे प्रैक्टिस करने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर जाकर पर कंप्यूटर प्रोग्रामिंग हार्डकोर प्रोग्रामिंग इसमें ऑनलाइन कांटेस्ट होते हैं हम यहां कि कंपनी के ऑनलाइन टेस्ट की बात नहीं कर रही है यहां हम कांटेस्ट की बात करें इसमें आप एक अच्छी रैंक ला सकते हैं और बता सकते हैं कि ऐसे को डर है वैसे को डर है तो उसमें अगर आपको बहुत ज्यादा इंटरेस्ट है तो फिर आपको सी प्लस इससे जाना चाहिए1 आधे से के लिए दोनों ही लैंग्वेज इसमें आपको बिल्कुल भी परेशानी नहीं आएगी और हमारी एक सजेशन होता है कि हमारी जो लैंग्वेजिस के साथ शुरुआत करने प्रोग्रामिंग सीखने का वह कंप्यूटर प्रोग्रामिंग के इसमें आसान हो गया ओपन सपोर्ट किसमें आसान होगी वह मोटिवेशन नहीं होनी चाहिए मोटिवेशन होनी चाहिए कि लैंग्वेज बहुत ज्यादा सिंपल भी ना हो और बहुत ज्यादा डिफिकल्ट बिना तक यह अच्छे से सिफिलस इसको हम ने Bigg Boss के लिए थोड़ा सा मुश्किल सीखने के लिए क्यों क्योंकि सी प्लस उसके अंदर पॉइंट्स जैसे कौन से पड़ते हैं उससे आपको मैन्युअल ईमेल भेजो हेलो के डिलाइट करनी पड़ती है जिसकी वजह से ऐड बहुत सारे आते हैं जबकि जावा के अंदर घाव बीच कलेक्टर जैसी फैसिलिटी है जो आपके लिए यह काम ऑटोमेटिकली कर दें अपॉइंट एक ऐसा कौन सा एप है जो अगर किसी ने जावा के साथ शुरुआत की है तो इसको कुछ दिन लगेंगे बस इतने में तो कि अननेसेसरी बाकी डाटा सक्सेस ईस्ट से टाइम उसके साथ डील नहीं करना पड़ेगा बार-बार जो मेमोरी लीक हो आता है पॉइंट्स की वजह से वह आपको टैकल नहीं करना पड़ेगा तो आपका जो कोडिंग सीखने का प्रोसेस होगा वह हल्का सा यहां पर आसान हो सकता है अब एंड वे मेक छोटा सा मैसेज देना चाहूंगी वह यह है कि इंडियन प्लेसमेंट में आप चाहे कोई भी लैंग्वेज सीख लें फिर चाहे वह सरप्लस एस ओं पाइथन हो गया आपकी जावा हो पर जब आप कंपनी के अंदर जाते हैं तो मैं जो प्रिटी चांसेस होते हैं कि आपको एक नई लैंग्वेज सीखनी पड़ेगी तो वहां पर इस चीज का फायदा होता है कि शुरू में अगर आपने पाचन जैसी सिंपल लैंग्वेज सीख की थी जिसका कंप्यूटर प्रोग्रामिंग में भी बहुत ही नुकसान होता है क्योंकि बहुत स्लो है तो आपको नई लैंग्वेजिस के कौन से सीखने में परेशानी होगी अगर आप टिप्स या ज्यादा दोनों में से किसी एक के साथ शुरू करें तो आप डिफिकल्ट कौन से टिप्स के साथ फैमिली अर्थ जरूर हो जाएंगे उसके बाद आप अगर कंपनी में जाकर नहीं लैंग्वेज सीख है तो वह सीखने में परेशानी नहीं होगी इन फैक्ट हमें काफी आसान लगेगा क्योंकि ऑब्जेक्ट ओरिएंटेशन के जो कौन से टिप्स होते हैं ना वह काफी सारी लैंग्वेज में सेम तरीके से का लेते हैं तो आपको प्रोग्रामिंग के बेसिक भी आ गए और आपकी प्लेसमेंट के लिए तैयार होगी और जॉब में जाकर भी आपको हेल्प मिल रही है तो इस तरीके से आप देख सकते हैं कि सी प्लस का समय कितनी आती है और जावा में कितनी आती है और उस हिसाब से हम पिछले कालों के लेट कर सकते हैं कि कौन सी लैंग्वेज हम इसी के लिए है आज के लिए इतना ही मिलते हैं नेक्स्ट वीडियो में चंदन की प्लानिंग अंकित एक्सप्लोरिंग