व्हाट्स एवरी वन वेलकम बैक तू डी चैनल हम लोग स्टार्ट कर चुके हैं सक्सेसफुली हमारा अकाउंटेंसी इकोनॉमिक्स आज बड़ी ए चुकी है हमारे बिजनेस स्टडीज के सिलेबस की और बिल बी स्टार्टिंग विथ अवर वेरी फर्स्ट चैप्टर 11थ की बिजनेस स्टडीज और 12th की बिजनेस स्टडीज में जमीन आसमान का फर्क है वहां पे आपने बहुत बेसिक चीज पड़ी थी यहां पे आप बहुत अच्छी कांसेप्चुअल बहुत डीटेल्ड डिस्कशन होंगे फाइनेंस के ऊपर मैनेजमेंट के ऊपर तो आईटी इस गोइंग तू बी वेरी इंटरेस्टिंग नोट्स साथ-साथ बनाना साथ-साथ समझते चलना और चीजों को थोड़ा थोड़ा लर्न करने की कोशिश करना चलिए लेट बिगन [संगीत] [संगीत] तो सबसे पहले मैं आप लोगों को यह बता डन की आपकी जो बिजनेस स्टडीज है वो दो पार्ट्स में डिवाइडेड है पार्ट वन विच इस जो अबाउट मैनेजमेंट पार्ट तू आईटी इस अबाउट फाइनेंशियल मैनेजमेंट तो पहले तो मैनेजमेंट है तो पहले तो मैनेजमेंट ही सीखने हैं उसके बाद फाइनेंस भी मैनेज कर ही लेंगे जब मैनेजमेंट का मतलब पता चल जाएगा तो यार आईटी इस चैप्टर नंबर वन डी नेचर और साइनिफिकेंस ऑफ मैनेजमेंट मैनेजमेंट का क्या नेचर है और व्हाट इसे डी इंर्पोटेंस साइनिफिकेंस इंपॉर्टेंट तो सबसे पहले तो यही जान लेते हैं की भैया मैनेजमेंट क्या होता है बाकी साड़ी बातें तो बात की है पहले तो यही जान लेते हैं मैनेजमेंट क्या होता है तो देखो मैनेजमेंट एक ऐसा टर्म है जो हम अपने घरों में हम अपने ऑफिसर्स में हम अपने बिजनेस में प्रोफेशन में सब जगह उसे करते हैं और ये एक ऐसा टर्म है जो सबको चाहिए ही चाहिए विद गुड मैनेजमेंट यू कैन अचीव अन्य गोल और विदाउट मैनेजमेंट कोई कितना ही अच्छा क्यों ना कर रहा उसकी चीजें नहीं हो शक्ति देखो बिजनेस की जब मैं बात करता हूं व्यापार की जब मैं बात करता हूं तो एक बड़ा बिजनेस दोस्त तभी बंता है जब उसके अंदर मल्टीपल लोग जुड़ जाते हैं आप अगर कभी ध्यान से देखोगे मैं बहुत सारे बिज़नेस को देखा हूं एनालाइज करता हूं लोगों को एडवाइस करता हूं बिजनेस इसके बड़े में तो जब भी मैं चीज देखा हूं एक छोटा बिजनेस और एक बड़ा बिजनेस दोनों वही कम कर रहे होते हैं बस फर्क ये होता है की बड़े बिजनेस में उतने ही नंबर ऑफ परसों ज्यादा होते हैं और छोटे बिजनेस में वो एक अकेला इंसान सब कुछ करने की कोशिश कर रहा होता है जी पे वो मिसरली फल होता है क्योंकि एक अकेला इंसान सब कुछ नहीं कर सकता आपको तीन बिल्ड करना पड़ेगा तुम मैनेजमेंट इस मैनेजिंग क्या मैनेज करना है लिखा हुआ है नाम नहीं है मैनेजिंग डी में मैनेजिंग डी में और डी थिंग्स लोगों को मैनेज करना है चीजों को मैनेज करना है आइडियल को एक साथ लेक चलना है बिजनेस में कन्वर्ट करना है यही मैनेजमेंट है खुद कम करने में और दूसरे से कम करवाने में बहुत फर्क होता है जब आप 10 लोगों को एक साथ लेक चलते हो एक बड़ा बिजनेस खड़ा करते हो वही तो मैनेजमेंट है व्हाट इस मैनेजमेंट मैनेजमेंट इस एन प्रोसेस पूरा प्रोसेस है भैया आईटी इस नोट एन थिंक आईटी इस एन प्रोसेस ऑफ गेटिंग डी थिंग्स दान कम करना कम करवाना विद डी ए ऑफ अचिविंग गोल्ड अब देखो आप जब भी कोई कम करोगे आप कुछ लोगों को अपने साथ लेक चलोगे तो देवर शुड ऑलवेज बी एन गोल कोई ना कोई गोल होगा कोई ना कोई मकसद होगा किसी का मकसद मार्केट कैप्चर करना होता है जैसे जिओ ने किया इनिशियल फेस में मैं बहुत सारे एग्जांपल्स दूंगा आप लिख सकते हो एग्जाम में भी लिख के ए सकते हो जिओ ने इंटरनेट फ्री क्यों दिया मार्केट कैप्चर करना था कुछ कंपनी का एम प्रॉफिट मैक्सीमाइजेशन होता है उनके प्रोडक्ट शुरू से ही महंगे हैं आप देखो बड़े-बड़े ब्रांड उनके प्रोडक्ट्स महंगे हैं वो कोई मार्केट नहीं देख रहे वो ऐसी चीज बना रहा है की तुम में से कौन हमें अफोर्ड कर सकता है उनका अलग ओपिनियन है उनका अलग गोल है तो हमेशा क्या आता है अचिविंग गोल्ड इफेक्टिवली और एफिशिएंट इन दोनों शब्दों पे अभी हम डिटेल डिस्कशन करने वाले हैं मैनेजमेंट इस ए डिस्टिंक्ट प्रोसेस मैनेजमेंट ये कोई दूसरी डेफिनेशन है आपका ये मां करें तो ये लिख सकते हो ये मां करें तो ये लिख सकते हो एनीवेज डेफिनेशन आपसे कोई नहीं पूछने वाला आईटी इस एन डिस्टिंक्ट प्रोसेस कंसिस्टिंग ऑफ मैनेजमेंट में क्या कहा जाता है प्लानिंग चीजों को प्लेन आउट करना ऑर्गेनाइजिंग ऑर्गेनाइजिंग का मतलब ये होता है की आपको हर चीज का एक प्रॉपर डिपार्मेंट बनाना पड़ता है प्रॉपर प्लेस बनानी पड़ती है चीज ऑर्गेनाइजर करके चलने पड़ती है प्लानिंग ऑर्गेनाइजिंग एक्टीवेटिंग एक्टीवेटिंग का मतलब कम करवाना मोटिवेशन देना लीडरशिप करना और कंट्रोल इन कंट्रोलिंग का मतलब तू मेक सर की जो भी चीज आपने प्लेन कारी थी वो वैसे ही हो रही है या नहीं हो रही है बोलते है ना ही इसे एन गुड कंट्रोलर ही कप्स कंट्रोल ऑफ एवरीथिंग तो कंट्रोल करके चलना है यानी चेक करके चलना और फॉर्म तू डिटरमिन डी कंप्लीट वही गोल सचिन बाय डी उसे ऑफ पीपल और रिसोर्सेस में और थिंग्स अगेंस्ट वही चीज परफेक्ट है तो मैनेजमेंट एक पूरा प्रोसेस है जिसका मकसद गोल को अचीव करना होता है किस तरीके से इफेक्टिवली और एफिशिएंट लेट मूव तुइएसएंथ्स की इफेक्टिवेनेस और एफिशिएंसी क्या होता है व्हाट इस इफेक्ट में व्हाट इसे एफिशिएंसी अब देखो ये जो दो शब्द है ना इनके अंदर दो शब्दों पे आपको ध्यान देना है दो लेटर्स पे ध्यान देना है दिस इस टी और दिस इस सी ठीक है इफेक्टिवेनेस और एफिशिएंसी में टी और सी पे खास तोर से ध्यान देना टी स्टेंस पर टाइम में ठीक है कोई भी बिजनेस करते हो क्योंकि हम बिजनेस स्टडीज पढ़ रहे हैं आप कोई भी कंपनी बनोगे आप स्टार्टअप करोगे तो दो चीज बहुत इंपॉर्टेंट होगी आपका कस्टमर दो चीज दिखेगा आपका टाइम पर हो रहा है या नहीं हो रहा है आप कम पैसे में समाज दे रहे हो या नहीं दे रहे हो चीज़ सोच जब भी आपको जो ऑनलाइन देख रहे होते हो तो आप सबसे पहले तो कॉस्ट चेक करते हो की कॉस्ट कितना ए रहा है दूसरा भी चेक कर दो क्या ऑर्डर टाइम पे पूरा होगा या नहीं होगा जब मुझे चाहिए क्या वो चीज डिलीवर हो रही है या नहीं हो रही है तो दो चीज बहुत इंपॉर्टेंट होती है कम सही समय पर होना कम से कम खर्च में होना इसी को हम इफेक्टिवेनेस और एफिशिएंसी बोलते हैं व्हाट इस इफेक्टिवेनेस इफेक्टिवेनेस मेंस डी कंप्लीशन ऑफ टास्क कांटेक्ट सही समय पे टारगेट पूरा होना चाहिए एफिशिएंसी मेंस कंप्लीट डी टास्क विथ मिनिमम कॉस्ट कम से कम खर्चा और नो वे स्टेज वेस्टेज ना हो देखो जितना ज्यादा वेस्टेज होगा उतना ज्यादा कॉस्ट बढ़ता चला जाएगा तो वेस्टेज जितना कम मिनिमाइजेशन ऑफ वेस्टेज उतना ही कॉस्ट कटिंग होगा उतना ही कम खर्चा आएगा करेक्ट तो जब भी समय की बात होगी तो इफेक्टिवेनेस जब भी खर्च की बात होगी तो एफिशिएंसी एक इंसान को दोनों होना है इफेक्टिव भी होना है एफिशिएंट भी होना है इफेक्टिव मतलब समय पे कम पूरा कर दे और एफिशिएंट का मतलब कम से कम खर्च में कम पूरा कर दे परफेक्ट ऑब्जेक्ट परपज क्या होता है आईटी इस कंसर्न विद ए एलिमेंट ऑफ और रिजल्ट्स जो भी हमारा और गोल है जो भी हमारा टारगेट है वो पूरा हो जाए सही समय पे ये इसमें हम कॉस्ट को बेनिफिट के साथ एनालाइज करते हैं की जो खर्चा ए रहा है क्या उसके बराबर का मुझे फायदा भी मिल रहा है या नहीं मिल रहा है लेट कंपेयर डी कॉस्ट विथ डी बेनिफिट तो कॉस्ट बेनिफिट एनालिसिस वन मार्क में भी ए जाता है कॉस्ट बेनिफिट एनालिसिस किस में होगा एफिशिएंसी में होगा ठीक है इसके बाद कंसीडरेशन इसका क्या पर्टिकुलर कंसीडरेशन होता है परपज होता है प्रोड्यूजिंग डी टारगेट ऑन टाइम सही समय पे पूरा करना इसमें मिनिमम कॉस्ट में पूरा करना फॉक्स किस पे में फॉक्स रहेगा डी क्वालिटी ऑफ डी और प्रोडक्ट और इट्स कंप्लीशन विद इन डी टाइम टाइम पे पूरा हो जाए उसके अंदर प्रॉपर यूटिलाइजेशन ऑफ रिसोर्सेस ऑप्टिम यूटिलाइजेशन मतलब प्रॉपर यूटिलाइजेशन विदाउट अन्य वेस्टेज वेस्टेज नहीं होना चाहिए दिस इस इफेक्टिवेनेस और एफिशिएंसी इसका स्क्रीनशॉट लो नोट करना है छोटे-छोटे वन शब्द नोट्स बना लिया करो और होमवर्क में आज ये डिफरेंस लर्न होना चाहिए अलराइट आई सर व्हाट आर डी करैक्टेरिस्टिक्स ऑफ मैनेजमेंट मैनेजमेंट कैसा होना चाहिए करैक्टेरिस्टिक्स यानी फीचर्स फीचर्स तो डेफिनेशन को ही ब्रेक किया जाता है जो आपने डेफिनेशन में पढ़ा है ना आगे भी आप चैप्टर पढ़ोगे हम डेफिनेशन को ही ब्रेक आउट कर देंगे और सारे फीचर्स निकाल आएंगे तो देखो डेफिनेशन क्या पढ़ा था मैनेजमेंट इस एन प्रोसेस पूरा प्रोसेस है कोई पर्टिकुलर थिंक नहीं है पूरा प्रोसेस है जिसके अंदर हम मेली गोल सचिन करते हैं विद टाइम और मिनिमम कॉस्ट मिनिमम वेस्टेज लोगों से कम करवा रहे हैं खाना मैनेजमेंट देखो जरा फर्स्ट फीचर मैनेजमेंट इस एन गोल ओरिएंटेड प्रोसेस ए गया वही आपका कम क्या है आपका गोल क्या है आप जब भी मैनेजमेंट करते हो किसी भी चीज का चाहे वो इवेंट मैनेजमेंट हो चाहे वो होटल मैनेजमेंट हो चाहे वो मनी मैनेजमेंट हो चाहे वो टाइम मैनेजमेंट हो कोई भी मैनेजमेंट हो वो हमेशा एक गोल के ऊपर डिपेंडेंट होता है आप अपनी स्टडीज मैनेज कर रहे हो तो आपके दिमाग में गोल है की मुझे कुछ करना है मुझे अचीव करना है मेरे पास ये होना चाहिए राइट तो मैनेजमेंट एक गोल और एंटी प्रोसेस है क्या मतलब और ऑर्गेनाइजेशन हज सेट एन बेसिक ऑफ एन ऑर्गेनाइजेशन हज एन सेट ऑफ बेसिक गोल्ड विच आर डी बेसिक रीजंस पर इट्स एक्सिस्टेंस हर ऑर्गेनाइजेशन के दिमाग में कुछ ना कुछ गोल होता है जो उसका रीजन होता है परफेक्ट मैनेजमेंट इंटीग्रेट डी एफर्ट्स ऑफ डिफरेंट इंडिविजुअल्स इंदौर ऑर्गेनाइजेशन टुवर्ड्स मूवमेंट ऑफ डी गोल्ड एक अच्छा मैनेजमेंट क्या करेगा जितने भी लोग इस ऑर्गेनाइजेशन में सबको एक साथ लेक आएगा और वो गोल अचीव करने में हेल्प करेगा दिस इस व्हाट मैनेजमेंट इस आईटी इस एन गोल ओरिएंटेड प्रोसेस मैनेजमेंट का फॉक्स हमेशा एक गोल पे होगा दूसरा आईटी इस जो परवेज ये शब्द आपके पास कई बार आएगा पुरी किताब में परवेसिव का मतलब होता है यूनिवर्सल यूनिवर्सल का क्या मतलब है सर यानी कोई छोटा ऑर्गेनाइजेशन कोई बड़ा ऑर्गेनाइजेशन कोई चैरिटेबल ऑर्गेनाइजेशन कोई स्कूल कॉलेज जिम क्लब योर होम कुछ भी हो सबको मैनेजमेंट चाहिए आपके घर पे भी उतना ही मैनेजमेंट चाहिए जितना आपके स्कूल में चाहिए वो अलग बात है की अलग-अलग जगह पे अलग-अलग तरीके से मैनेज कर जाति हैं चीज बट मैनेजमेंट सबको चाहिए है ना क्या मतलब है मैनेजमेंट इस एन यूनिवर्सल फिनोमेना डी उसे ऑफ मैनेजमेंट इस नोट रिस्ट्रिक्टेड तू बिजनेस ओनली सिर्फ बिजनेसमैन नहीं चाहिए ये एप्लीकेबल है तू प्रॉफिट मेकिंग नोट प्रॉफिट मेकिंग बिज़नेस नॉन बिजनेस ऑर्गेनाइजेशन हॉस्पिटल स्कूल क्लब सब कुछ चाहिए ठीक है मैनेजमेंट इस मल्टी डाइमेंशनल सर मल्टी डाइमेंशनल का क्या मतलब होता है देखो मल्टीनेशनल का मतलब है की मैनेजमेंट में आपको तीन चीज मैनेज करनी है इसके तीन डाइमेंशंस हैं सबसे पहले कम यानी की क दूसरा लोग यानी की पीपल तीसरा एक्टिविटीज का मतलब ऑपरेशंस जो भी आप बिजनेस कर रहे हो अगर मैं कोई नया बिजनेस करता हूं तो सबसे पहले मुझे देखना है की मुझे कम क्या करना है वो कैसे करना होगा है ना सबसे पहले तो कम ही होगा व्हाट इसे डी क दूसरा होगा की कितने लोग इस कम में लगेंगे 2 4 10 20 100 कितने लगेंगे तीसरा होगा एक्टिविटीज की जब मैं कम चालू करूंगा तो उसके अंदर किस तरीके से इन दोनों को एक साथ लगाना है कितनी मशीनों पे कितने लोग चल रहे होंगे वेस्टेज ना हो पैसे ना ज्यादा लगे समय ना ज्यादा लगे हर चीज अप्लाई करके चलनी है तो मल्टी टाइम में तीन डाइमेंशंस होते हैं मैनेजमेंट ऑफ क मैनेजमेंट ऑफ पीपल मैनेजमेंट ऑफ ऑपरेशंस देखो सबसे पहले आता है मैनेजमेंट ऑफ क जो ऑर्गेनाइजेशंस एक्जिस्ट पर परफॉर्मेंस ऑफ सम गोल्ड या फिर सम क तो पहले तो आपको वही मैनेज करना है की आपका गोल क्या है आपका मकसद क्या है आपका कम क्या है दें मैनेजमेंट ऑफ पीपल डी टास्क ऑफ मैनेजमेंट इस तू मेक पीपल क टुवर्ड्स डी अचीवमेंट ऑफ गोल्ड आपके ऑर्गेनाइजेशन में जितने भी लोग हैं उन सबका एक ही मकसद होना चाहिए इस पर्टिकुलर क को अचीव करना इस गोल को अचीव करना और आपका क्या मकसद है बीइंग एन मैनेजर इन लोगों को इस कम के टुवर्ड्स मोटिवेट करना इन लोगों से कम करवाना समझे क्योंकि मैनेजमेंट में आप खुद नहीं कम करोगे आप लोगों से कम करवाओगे राइट तीसरा क्या होता है मैनेजमेंट ऑफ ऑपरेशंस ऑपरेशंस का मतलब जब कम स्टार्ट हो जाएगा जब इन दोनों को हम मिला देंगे पर एग्जांपल पहले मैंने मैनेजमेंट ऑफ क देखा मैं एक बैंक हूं मैंने देखा की आज यार कुछ लोन भी पास करने हैं उसके बाद हम लोगों को कुछ अकाउंट्स भी ओपन करने हैं उसके बाद कुछ इतना डिपॉजिट इतना विड्रोल होना चाहिए वो सब क है स्कूल मैनेज करने के लिए मुझे पांच लोगों की जरूर है तो मैंने कहा मैनेजमेंट ऑफ पीपल फिर जब बैंक ओपन अप हो जाएगा वह पांच लोग वो कम वो कर रहे होंगे तो वो अच्छे से करें वो कम बैंक मैनेजर का होता है नहीं होता है की कोई भी तरीके का कोई प्रॉब्लम ना हो कोई कस्टमर डिस्क सेटिस्फाइड है तो उसको सॉल्यूशन दिया जाए उसके लिए ग्रीवेंस सॉल्व कर जाए तो ये मैनेजमेंट ऑफ ऑपरेशन है ऑर्गेनाइजेशन ऑफ अन्य नेचर पर इट्स सर्वाइवल हज तू प्रोड्यूस और प्रोवाइड सर्विसेज दिस इस डन में प्रोडक्शन प्रोसेस वेयर रा मटेरियल टेक्नोलॉजी आर ट्रांसफार्मर इन आउटपुट तू प्रोड्यूस सबको मैनेज करके चलना ही मैनेजमेंट ऑफ ऑपरेशंस में आता है यह मैंने आपको बता दिया क पीपल ऑपरेशन इस चार्ट को आप अभी के लिए ड्रॉप कर सकते हो की आपने यह फंक्शंस नहीं पढ़े जब ये फंक्शंस पढ़ लेंगे फिर आपको समझ में आएगा एक्चुअल में क्या हो रहा है इसका स्क्रीनशॉट ले सकते हो आगे हम फंक्शंस ऑफ मैनेजमेंट पढ़ेंगे तब हम इसको डिटेल में डिस्कस करेंगे मैं दोबारा दिखा दूंगा आपको नेक्स्ट आता है मैनेजमेंट इस एन कंटीन्यूअस प्रोसेस सर कंटीन्यूअस प्रोसेस का क्या मतलब होता है कंटीन्यूअस प्रोसेस का मतलब होता है बेटा की मैनेजमेंट कभी रुकता नहीं है मैनेजमेंट नेवर स्टॉप्स आप याद करो खुद को जब आप छोटे होते हो तो आपके कुछ टारगेट्स होते हैं कुछ गोल्ड होते हैं छोटा बच्चा हमेशा से या पायलट बन्ना चाहेगा या क्रिकेटर बन्ना चाहेगा या डॉक्टर बन्ना चाहेगा बट वो जैसे-जैसे बड़ा होता है तो उसके एम्स विजंस गोल जिंदगी जीने का तरीका सब बदलते चला जाता है तो ये एक ऐसा प्रोसेस है विच कप्स ऑन गोइंग अब जब आपके प्लांस चेंज होते रहेंगे तो मैनेजमेंट भी चेंज होता रहेगा और मैनेजमेंट चला रहेगा जैसे आपके प्लांस चलते रहेंगे अभी आप अपनी पढ़ाई प्लेन कर रहे हो बोर्ड्स प्लेन कर रहे हो इसके बाद आप प्लेन कर रहे होंगे कॉलेज लाइफ कॉलेज लाइफ के बाद फिर फैमिली फैमिली के बाद बिजनेस बहुत साड़ी चीज आप करते रहोगे करते रहोगे करते रहोगे मैनेजमेंट भी चला रहेगा मैनेजमेंट कप्स ऑन गोइंग कभी नहीं रुकता है है ना मैनेजमेंट कंटीन्यूअस प्रोसेस डी प्रोसेस ऑफ मैनेजमेंट इनेलोड्स प्लानिंग ऑर्गेनाइजिंग डायरेक्टिंग स्टाफिंग कंट्रोल इन प्रोसेस ऑफ मैनेजमेंट में हमारे पास पांच फंक्शंस आते हैं मेली याद रखना कितने फंक्शंस आते हैं पांच फंक्शंस होते हैं सबसे पहले को हम प्लानिंग बोलते हैं सबसे पहले फंक्शन को हम क्या बोलते हैं चौथ को हम डायरेक्टिंग बोलते हैं जो हर मैनेजमेंट में चाहिए ही चाहिए होते हैं सबसे पहले होता है चीज प्लेन करना तो प्लेन आउट डी थिंग्स ठीक है उसको हम प्लानिंग बोलेंगे नंबर तू एस ऑर्गेनाइजिंग ऑर्गेनाइजिंग का क्या मतलब होता है ऑर्गेनाइजिंग का मतलब होता है अलग-अलग डिपार्टमेंट बना के सबको एक साथ लेक आना ऑर्गेनाइजिंग उसके बाद स्टाफिंग में हम स्टाफ यानी में पार्क की बात करते हैं कितने लोग चाहिए होंगे कैसे सिलेक्ट करने हैं इसके अंदर हम स्टाफ की बात करते हैं डायरेक्टिंग में हम लोगों को डायरेक्ट करते हैं की कम कैसे करना है किस तरीके से आपको मोटिवेट र के कम करना होगा और क्लास कंट्रोलिंग में बस ये चेक करते हैं की चीज ठीक से हो रही है या नहीं हो रही है तो ये सब चीज स्टेप बाय स्टेप बाय स्टेप एक के बाद एक के बाद एक एक के बाद चलती रहती है तो इसीलिए हम क्या बोलते हैं की मैनेजमेंट एक ऐसा प्रोसेस है जिसके अंदर ये साड़ी चीज चलती रहती है डी फंक्शन जो डी टाइम इसलिए मैनेजमेंट को एक ऐसा प्रोसेस कंसीडर कर जाता है कंटीन्यूअस मैनेजमेंट इस एन ग्रुप एक्टिविटी ग्रुप एक्टिविटी का मतलब होता है की किसी भी इंडिविजुअल का कम नहीं है मैनेजमेंट मैनेजमेंट कोई भी एक अकेले इंसान का कम नहीं है ये एक ग्रुप एक्टिविटी है लोगों को चीजों को सबको एक साथ चलना ही मैनेजमेंट है एक इंडिविजुअल प्रोसेस या इंडिविजुअल पर्सनालिटी नहीं है हर तरीके से टीम क है एक ग्रुप क है तो क्या है ऑर्गेनाइजेशन इसे एन कलेक्शन ऑफ डायवर्स इंडिविजुअल्स विथ डिफरेंट नीड्स लोग हैं अलग-अलग जरूर होती है अलग-अलग नीड होती हैं एवरी मेंबर हस डिफरेंट परपज ऑफ जॉइनिंग डी ऑर्गेनाइजेशन बट मेंबर्स ऑफ डी ऑर्गेनाइजेशन दे क टुवर्ड्स फूल फीलिंग डी आम ऑर्गेनाइजेशन गोल्ड नेक्स्ट आता है मैनेजमेंट इस डायनेमिक फंक्शन व्हाट इसे डायनेमिक डायनेमिक का मतलब होता है आईटी कप्स ऑन चेंजिंग आज पर डी सिचुएशन देखो आप आज से 10 साल पहले जैसे मैनेजमेंट होता होगा आज तो वैसा नहीं होता आज जैसे चीजें मैंने जो होती है आज से 10 साल बाद वैसे नहीं होगी आप देख रहे हो टेक्नोलॉजी कंसिस्टेंटली चेंज हो रही है अभी और है शब्द ए रहा है कितनी साड़ी चीज ए रही है सबसे आज से 10 साल पहले लोगों के मन सेट कुछ और होते थे आज कुछ और होते हैं आज से 10 साल बाद कुछ और होंगे तो इस हिसाब से मैनेजर होंगे यंग मैनेजर जो नए-नए स्ट्रैटेजिस नई नई क्रिएटिविटी नई नई इन्नोवेशंस लेक आएंगे तो मैनेजमेंट समय के साथ बादल रहा है पहले लोग ऑफलाइन मार्केटिंग करते थे आजकल ऑनलाइन मार्केटिंग करते हैं पहले सेल्स टेक्निक्स अलग होती थी आज सेल्स टेक्निक्स वाला होती है तो हर चीज बादल रही है ना तो मैनेजमेंट भी बदलते है मैनेजमेंट इस डायनेमिक और हज तू अडॉप्ट इत्सेल्फ तू डी चेंजिंग और डायनेमिक और एनवायरनमेंट मैनेजमेंट फोर्स मैनेजमेंट एक इनटेंजिबल फोर्स है इनटेंजिबल का मतलब क्या हुआ मतलब आप मैनेजमेंट को देख नहीं सकते यू कैन नोट सी मैनेजमेंट आप अपने ऑफिस में आगे रोज हाथ नहीं मिला सकते और भाई मैनेजमेंट क्या हाल है ठीक है बढ़िया है सब बढ़िया चल रहा है नहीं आप सिर्फ कम करोगे गोल्ड क्या चीज हो रहे होंगे तो एक प्रूफ क्या आपका मैनेजमेंट अच्छा है गोल्ड आपके अचीव नहीं हो रहे हैं तो आईटी शोस की आपके मैनेजमेंट में कहानी ना कहानी कमी है तो मैनेजमेंट में आपको ध्यान रखना है की मैनेजमेंट आपको दिखेगा नहीं यू कैन ओनली फूल आईटी आप सिर्फ फूल कर पाओगे की हां ठीक है यार मेरे गोल सचिन हो रहे हैं तो आई हैव एन गुड परसेंटेज ऑफ मैनेजमेंट की आप बढ़िया कम कर रहा हूं मैं है ना तो व्हाट इस मैनेजमेंट मैनेजमेंट फोर्स आईटी इस एन इंटेंसिबल अनसीन फोर्स इट्स फंक्शनिंग इसे नोट विजिबल बट इट्स रिजल्ट्स आर फेल्ट आपको रिजल्ट देखेंगे की आपने सब अच्छा कर है या नहीं कर है तो ये सब होते हैं लेडीज और जेंटलमैन डी फीचर्स या करैक्टेरिस्टिक्स ऑफ मैनेजमेंट जो की आपको अच्छे से पता होने चाहिए सो डेट यू कैन आईडेंटिफाई जो राइट इसके बाद हमारे पास एक छोटा सा टॉपिक आता है इसको हम बोलते हैं ऑब्जेक्टिव्स ऑफ मैनेजमेंट क्यों कर जाता है व्हाट इसे डी परपज व्हाट आर डी ऑब्जेक्ट तो ऑब्जेक्ट्स याद रखो तीन अस्प अस्प का क्या मतलब होता है सबसे पहले जो ऑब्जेक्टिव है जो उद्देश्य है वह है ऑर्गेनाइजेशन का अपने बड़े में सोचना दूसरा जो ऑब्जेक्टिव है वह है सोशल यानी की समाज के बड़े में सोचना तीसरा जो ऑब्जेक्टिव है वो है पर्सनल पर्सनल का मतलब है की अपने जितने भी लोग कम कर रहे हैं जितने भी परसंस आपके साथ जुड़े हैं जितने आपके एम्पलाइज हैं उनके बड़े में सोचना तो हमारे पास तीन ऑब्जेक्टिव्स होते हैं सर क्या इसी ऑर्डर में चलते हैं देखो ऑर्डर ऑर्डर कुछ नहीं है तीनों सबको सोने पढ़ते हैं नंबर वन इस ऑर्गेनाइजेशन अपने खुद के बड़े में सोचना सोशल सोसाइटी के बड़े में सोचना तीसरा अपने एम्पलाइज के बड़े में भी सोचना वो नहीं होंगे तो तुम क्या होओगे है ना तो सबसे पहले आता है ऑर्गेनाइजेशन ऑर्गेनाइजेशन में एक ऑर्गेनाइजेशन जब अपने बड़े में सबसे पहले सोचता है तो वह क्या सोचता है की मैं सरवाइव कर जाऊं मैं कंपटीशन अच्छे से जेल जाऊं क्योंकि आप कभी भी कोई नया बिजनेस करोगे तो यू बिल फेस कंपटीशन आपके कंपीटीटर्स होंगे लोग आपकी टांग खींचना की कोशिश करेंगे आप जब आगे बढ़ोगे ना ये दुनिया ऐसे ही है जब भी आप आगे बढ़ते हो तो 10 लोग आपकी टांग नीचे खींचना के लिए खड़े होते हैं की भाई इसको पकड़ लो इसको आगे मत बढ़ाना दो ये हमारे से आगे नहीं जाना चाहिए तो वहां पे सरवाइव करना इस डी फर्स्ट ऑब्जेक्ट की आप अपने खर्च निकाल लो आप कंपीटीटर्स को जेल लो आप इतना पैसा काम लो की आपके खर्च निकाल जाए आपका ऑर्गेनाइजेशन किसी तरीके से स्टेबल हो जाए तो व्हाट इस सर्वाइवल की आप इतना तो काम ही रहे हो यू आर एबल तू सरवाइव आपको कोई प्रॉब्लम नहीं ए रही है तो सर्वाइवल इस डी फर्स्ट थिंक नेक्स्ट इस डी प्रॉफिट प्रॉफिट क्या चीज है प्रॉफिट में आपको ये मिक्सर करना है की जब आप सरवाइव कर लिए अब आप थोड़ा सा पैसा कमाने के बड़े में सोचो आप ये सोचोगे अगर आपको गो करना है तो गो करने के लिए यू नीड फंड्स वो कहां से आएंगे आपके बिजनेस से ही आएंगे तो बिजनेस में सरवाइव करने के बाद थोड़ा पैसा बना थोड़ा सा प्रॉफिट कमाओ तो फर्स्ट सर्वाइवल दें यू हैव तू अनप्रॉफिट्स पैसा काम लिया एक बार पैसा कामना शुरू कर दिया फिर अब उसे पैसे को घर लेक मत जाना उसे पैसे से ड्राइंग्स मत करना उसे पैसे को बिजनेस में री इन्वेस्ट करो बिजनेस एक ऐसी चीज है जिसमें जितना पैसा लगाओगे उतना पैसा कमाओगे मोर मनी इंपोर्टेंट तू डी बिजनेस मोर यू अर्न फ्रॉम बिजनेस ये इंपॉर्टेंट है ये स्केल है है ना आठ है ये बिजनेस ऐसे ही चला है पैसा डालते रहोगे पैसा जितना लगाओगे बिजनेस बड़ा होता चला जाएगा तो बिजनेस में सर्वाइवल चाहिए प्रॉफिट चाहिए फिर यू नीड तू गो गो कैसे करोगे मोर नंबर ऑफ ब्रांचेस मोर नंबर ऑफ एम्पलाइज मोर नंबर ऑफ प्रोडक्ट उसे सबके लिए आपको पैसा चाहिए होगा तो प्रॉफिट बना ना प्रॉफिट बनाने के बाद फिर ग्रोथ के बड़े में सोचो अब ज्यादा ब्रांच कैसे हो नई टेक्नोलॉजी कैसे आए कैसे आप इवॉल्व कर सकते हो कैसे आप कुछ बड़ा कर सकते हो किस तरीके से आप चीज कर सकते हो तो क्या क्या आता है सबसे पहले सर्वाइवल दें यू हैव प्रॉफिट दें यू हैव ग्रोथ अब चलते हैं सोशल ऑब्जेक्टिव्स की तरफ सोशल में मैंने आपको क्या बताया की सोसाइटी के बड़े में सोचना क्योंकि आपको जितने भी रिसोर्स आए हैं वो सोसाइटी से आए हैं जब तक आप सोसाइटी के बड़े में कुछ नहीं सोचोगे तब तक आप सोशली रिस्पांसिबल नहीं दिखोगे क्लास 11th में एक चैप्टर होता था सोशल रिस्पांसिबिलिटी ऑफ डी बिजनेस पूरा चैप्टर था की सोसाइटी के बड़े में भी सोच के चलना है तो क्या सोचना है सोसाइटी के बड़े में सोसाइटी के लिए एंप्लॉयमेंट ऑपच्यरुनिटीज भी तो जेनरेट करोगे आप जब बिजनेस करोगे तो अच्छी एंप्लॉयमेंट जेनरेट करो और एनवायरमेंटल पॉल्यूशन ना करो अपने आसपास जो वेस्ट है उसको अच्छे से डिस्पोज ऑफ करो यानी की कहानी भी फेक दिया सोशली रिस्पांसिबल बानो उसके बाद कंट्रीब्यूट करो स्टैंडर्ड ऑफ लिविंग में लोगों को ऐसे प्रोडक्ट्स दो जींस उनका स्टैंडर्ड ऑफ लिविंग इंप्रूव यानी सोसाइटी के बड़े में सोच के चलो एनीहाउ अननेसेसरी चार्ज मत करो जेनुइन प्राइस रखो गुड क्वालिटी प्रोडक्ट दो सोसाइटी की स्टैंडर्ड बढ़ाने में हेल्प करो अपनी कंट्री को गो करने में हेल्प करो ये सब सोशल ऑब्जेक्टिव्स में ए जाता है लास्ट आता है पर्सनल जिसमें हम अपने एम्पलाइज के बड़े में सोचते हैं उनको रिवार्ड्स देना हेल्दी वर्किंग कंडीशंस देना उनको अगर हो सके तो प्रॉफिट में थोड़ा हिस्सा देना प्रॉफिट में हिस्सा मतलब इन सेंटी करना इन सेंटीमीटर दे देना थोड़ा पैसा बड़ा के दे देना बोनस दे देना तो उनके बड़े में भी सोचना है राइट तो तीन चीज आई हैं आ सबसे पहले आपके ऑर्गेनाइजेशन जिसके अंदर सर्वाइवल प्रॉफिट ग्रोथ दें यू हैव योर सोशल ऑब्जेक्टिव समाज के बड़े में सोचो और लास्ट इसे योर पर्सनल राइट परफेक्ट इसके बाद अब आओ इसमें क्या-क्या लिखा है ये पढ़ने हैं और दें हम आज की वीडियो को समाप्त करेंगे आई बिल गिव यू सफिशिएंट अमाउंट ऑफ टाइम अभी हमारे पास है अच्छे से प्रिपेयर करके चलो 3-4 महीने में सर सिलेबस पैकअप करेंगे और ऑर्गेनाइजेशन ऑब्जेक्टिव क्या होता है मैनेजमेंट हेस तू अचीव एन वैरायटी ऑफ ऑब्जेक्ट्स इन जो डी एरिया कंसीडरिंग डी इंटरेस्ट ऑफ शेर होल्डर एम्पलाइज कस्टमर सबको ध्यान में रखना है तो सबसे पहले तो सर्वाइवल सर्वाइवल का मतलब होता है की आप यू जस्ट जेनरेट्स एफिशिएंट रेवेन्यू तू कर योर कोस्ट्स प्रॉफिट क्या होता है पैसा बना सिर्फ कॉस्ट कर से कुछ नहीं होगा प्रॉफिट सन से किसी भी बिजनेस के लिए पैसा तो बनाना पड़ेगा तीसरा होता है ग्रोथ ग्रोथ का मतलब क्या होता है आप सेल्स बढ़ाओ सेल्स वॉल्यूम बाढ़ रहा है नंबर ऑफ एम्पलाइज बाढ़ रहे हैं नंबर ऑफ प्रोडक्ट्स पढ़ रहे हैं कैपिटल और इन्वेस्टमेंट बाढ़ रहा है ये साड़ी चीज सोशल ऑब्जेक्टिव्स क्या होते हैं अब आपके सोशल ऑब्जेक्टिव्स में सोसाइटी की जब हम बात करते हैं तू परफॉर्म वेरियस एक्टिविटीज विच आर यूजफुल और बेनिफिशियल पर डी सोसाइटी क्वालिटी गुड्स देवर इस इनेबल प्राइस पे एंप्लॉयमेंट ऑपच्यरुनिटीज जेनरेट करना वो ही साड़ी चीज मैंने आपको बताई है वो लिख दी गई है तीसरा आता है पर्सनल पर्सनल में क्या-क्या ए जाता है पर्सनल में आता है बेस्ट ऑपच्यरुनिटीज देना है डेवलपमेंट के लिए वेल बीइंग के लिए एक अच्छा ट्रेनिंग देना लोगों को अच्छी सैलरी देना हेल्दी वर्किंग कंडीशन देना ये सब हमारा पर्सनल ऑब्जेक्टिव्स में ए जाता है नेक्स्ट इस योर इंर्पोटेंस ऑफ मैनेजमेंट इसका आप स्क्रीनशॉट लेक रखो इसको मैं समझाऊंगा नेक्स्ट क्लास में तब तक आप एक रीडिंग लगा के देखो की क्या ये सब में मैनेजमेंट हेल्प करता है क्या मैनेजमेंट ग्रुप गोल्ड में हेल्प करता है क्या मैनेजमेंट एफिशिएंसी बढ़ता है ये साड़ी चीज एक ऐसी ओवर जो को थ्रू करना और सोचना इस बड़े में की जितना मैंने मैनेजमेंट के बड़े में उसके करैक्टेरिस्टिक्स के बड़े में बताया क्या ये सब पॉइंट जस्टिफाई कर रहे हैं की मैनेजमेंट इंपोर्टेंट है यहां से हम चैप्टर को कंटिन्यू करेंगे और पार्ट तू में कुछ और चीज पढ़ेंगे चैप्टर हमारा तीन पार्ट्स में और होगा लेडीज और जेंटलमैन और आप सबको मेरे साथ-साथ समझना है और लर्न करना है जो राइट आज का होमवर्क बस यही है एनसीईआरटी सब ने लेनी है चाहे उसकी पीएफ डाउनलोड कर लो और एनसीईआरटी रीडिंग जरूर लगानी है आई नो थोड़ा सा बोरिंग रहेगा वो थोड़ी सी बुक है इस तरीके से फ्रेम है जिसके अंदर थोड़ा सा बोरिंग चीज लिखी हैं बट आईटी इस वेरी एसेंशियल तू बोथ रोहित अगर आपको पूरा मार्क्स चाहिए तो प्लीज मेक सर आप उसकी रीडिंग लगाओ वीडियो देखो और हेडिंग सेटिंग्स लर्न कर लो एक नोट्स कॉपी जो युटुब की आपने बनाई होगी उसके अंदर लिख के चलना हर चीज थैंक यू सो मैच एवरीवन ऑफ सी अलसो वन तिल दें टेक केयर बाय बाय वीडियो को लाइक जरूर करना और अगर दिमाग में कोई चीज है चल रही है तो कमेंट क्षेत्र में लिख देना सी यू सुन [संगीत]