सर्कुलर फ्लो ऑफ इनकम का अध्ययन

Aug 2, 2024

इकोनॉमिक्स सिलेबस - मैक्रोइकोनॉमिक्स

सर्कुलर फ्लो ऑफ इनकम

  • चैप्टर का नाम: सर्कुलर फ्लो ऑफ इनकम
  • मुख्य बिंदु: इस चैप्टर में हम इनकम के बिहेवियर और इसके सर्कुलर मूवमेंट का अध्ययन करेंगे।

इकोनॉमी के क्षेत्र

  • चार प्रमुख सेक्टर:
    1. हाउसहोल्ड्स (कंज्यूमर)
    2. फार्म्स (प्रोड्यूसर्स)
    3. सरकार (सोशल वेलफेयर)
    4. रेस्ट ऑफ द वर्ल्ड (इंटरनेशनल ट्रेड)

सर्कुलर फ्लो का अर्थ

  • सर्कुलर फ्लो: यह बताता है कि पैसे का प्रवाह कैसे एक अर्थव्यवस्था में होता है।
  • फैक्टर्स ऑफ प्रोडक्शन:
    • भूमि
    • श्रम
    • पूंजी

सर्कुलर फ्लो का प्रक्रिया

  1. प्रोडक्शन: फार्म्स प्रोडक्शन करते हैं।
  2. फैक्टर पेमेंट्स:
    • भूमि के लिए किराया
    • श्रम के लिए वेतन
    • पूंजी के लिए ब्याज
    • उद्यमिता के लिए लाभ
  3. कंजंप्शन: हाउसहोल्ड्स इनकम का उपयोग वस्तुओं और सेवाओं पर खर्च करते हैं।

सर्कुलर फ्लो के प्रकार

  • मनी फ्लो: पैसे का प्रवाह।
  • रियल फ्लो: वस्तुओं और सेवाओं का प्रवाह।

लीक और इंजेक्शन

  • लीक: जब पैसे बचाए जाते हैं या खर्च नहीं किए जाते।
  • इंजेक्शन: जब बाहरी स्रोतों से पैसे आते हैं।

महत्वपूर्ण बिंदु

  • टू सेक्टर इकोनॉमी: हाउसहोल्ड्स और फार्म्स के बीच सर्कुलर फ्लो।
  • पेमेंट्स और कंजंप्शन का संतुलन: जितनी पेमेंट होती है, उतना ही कंजंप्शन होता है।

होमवर्क

  • पुस्तकें: NCERT या अन्य साइड बुक्स से रीड करें।

  • नोट्स बनाना: दिए गए नोट्स को अच्छी तरह से समझें और लिखें।

  • कोर्स की अगली क्लास: अगले पाठ में माइक्रोइकोनॉमिक्स पर ध्यान केंद्रित करेंगे।

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