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East India Company's Rise to Power

एवरीबॉडी दिस इस दिग्रस सिंह राजपूत वेलकम तू मैग्नेट बींस इस वीडियो से एक नया चैप्टर स्टार्ट करने वाले हैं क्लास 8 हिस्ट्री का चैप्टर फ्रॉम ट्रेड तू टेरिटरी डी कंपनी एस्टेब्लिश पावर चैप्टर का नाम ही अपने आप में क्या है एक आंसर है जी हान काफी इंटरेस्टिंग चैप्टर होने वाला है ये क्यों उसके पीछे कारण मैं बताता हूं बहुत से लोगों को अधिकतर स्टूडेंट्स को ऐसा रहता है की वो हिस्ट्री में इंटरेस्टेड कब होते हैं जब उन्हें ऐसा कुछ पढ़ाया जाए जो आज आप रिलेट कर पाओ तो जी हान मैंने आपको पहले ही बताया था जो हमने चैप्टर वैन डिस्कस किया था उसमें बताया था की इस साल की जो हिस्ट्री है क्लास 8थ की वो आपको बिल्कुल भी बोरिंग नहीं लगेगी क्लास सिक्स्थ और सेवंथ की तरह क्यों क्योंकि इस बार जो हम पढ़ने वाले हैं वो बहुत हमारे आसपास वाली चीज है यानी की वो हमारे आसपास वाली ऐसे हैं की ब्रिटिशर्स जो आए द तो कुछ मॉडर्न पीरियड में ए जाता है ना तो मॉडर्न पीरियड लेकिन मॉडर्न नहीं करेंगे उसे क्यों क्योंकि मैंने आपको चैप्टर वैन में समझाया था कोलोनियल पीरियड कहेंगे उनसे ध्यान आया कुछ रिकॉल करो देखो ऐसा नहीं है इस चैप्टर की चीज सिर्फ इसी चैप्टर में पढ़ना है हमें रिलेट करो आपस में सेवंथ क्लास से रिलेट करो 10th क्लास से रिलेट करो हिस्ट्री को अपने आप में सीमित मत रखो खुल के पढ़ो एकदम ठीक है तो अब देखो क्या है अब हम क्या पढ़ने वाले हैं पता है इस चैप्टर में तो वही एक मैं आपको बताने वाला हूं इस वीडियो में एक बेसिक इंट्रोडक्शन वीडियो है जिसमें हम आपको बताएंगे की इस चैप्टर में पढ़ने क्या-क्या वाले हैं अगर अब मैं आपसे बात करूं तो अगर आप हेडिंग देखते हो लेट्स हैव अन लुक ऑन दी हेडिंग चैप्टर की हेडिंग देखो अब क्या है फ्रॉम ट्रेड तू टेरिटरी डी कंपनी establishis पावर अब ये जो डी कंपनी स्टेबिलिटी पावर है ना ये हर वीडियो में नहीं लिखेंगे बहुत बड़ा हो जाता है वो तो उसे हम क्या कर देते हैं यहीं तक सीमित कर देते हैं ट्रेन तू टेरिटरी से समझ जाओगे ना कौन सा है चैप्टर चैप्टर 2 हिस्ट्री का तो अगर हेडिंग पर जाते हैं हम तो क्या बोल रहे हैं ट्रेड तू टेरिटरी ट्रेड मतलब क्या है की आप क्या कर रहे हैं व्यापार कर रहे हैं मतलब आप कुछ गुड्स लेके आए हैं यहां बेचा है यहां से कुछ खरीद के ले गए कहीं और बेचा ये ट्रेड होता है तो किस प्रकार से ट्रेड से टेरिटरी पे ए गए वो टेरिटरी मतलब क्या होती है जमीन का जो हिस्सा होता है उसे टेरिटरी कहा जाता है तो ब्रिटिशर्स के पर्सपेक्टिव से हम देखें या नहीं देखने वाले हैं की जो ब्रिटिश गवर्नमेंट इंडिया में एस्टेब्लिश हो जाती है तो वो इंडिया में एस्टेब्लिश हो कैसे जाती है वो तो ट्रेड की तरह आए द हमारे देश में मानते हो ना इस चीज को आपने सुना होगा ये पहले भी और अभी मैं बोल देता हूं अब हमेशा याद रख लेना की अन इनिशियली ब्रिटिश कम एक इट ट्रेड ठीक है वो ट्रेड की तरह आए हमारी कंट्री में ट्रेड करने के लिए आए द की यहां से क्या करेंगे इंडिया में बहुत ज्यादा स्पाइसेज हैं स्पाइसेज मसाले हैं ये सारी चीज तो यहां से ले लेकर जाएंगे और हमारे कॉन्टिनेंट में यूरोप में बेचेंगे और पैसा कमाएंगे तो वो ट्रेड के पर्पस से आए द लेकिन कैसे वो यहां पे रूल करने लग गए वही सारी चीज आपको इस चैप्टर में पढ़ने को मिलेगी ठीक है और जैसे चैप्टर के साथ में जो आगे और जुड़ा हुआ है अभी कंपनी पावर तो वही बता रही है की कंपनी ने कंपनी कौन सी कंपनी मतलब आपको रिलायंस इंडिया लिमिटेड नहीं देखना है यहां पे कंपनी आने वो एक कंपनी के फॉर्म में आए द वही पता है ना ट्रेड करने आए द तो कंपनी के फॉर्म में आएंगे तो वो आए द किस नाम से ईस्ट इंडिया कंपनी के नाम से ईस्ट इंडिया कंपनी का झंडा लेकर आए द लेकिन वो कंपनी जो है वो यहां पे पावर यहां के राजा महाराजाओं को हरा देती हटा देती है तो वो सब कैसे होता है उसी बारे में ये चैप्टर होने वाला है पूरा इंटरेस्टिंग चैप्टर है बिलीव मी अब देखो क्या होता है तो व्हाट सी आर गोइंग तू स्टडी इन दिस चैप्टर चैप्टर में हम क्या-क्या पढ़ने वाले हैं इस चैप्टर में हम पढ़ेंगे सबसे पहली चीज तो पढ़ेंगे इंडिया बिफोर डी कमिंग ऑफ ब्रिटिश जो नेक्स्ट वीडियो होगा ना तो मैं उसका उसमें आपको एक बैकग्राउंड बता दूंगा की जब ब्रिटिशर्स नहीं आए द इंडिया में उससे पहले इंडिया कैसा था मतलब की जब हमारे रुलर्स रूल कर रहे द या फिर का सकते हैं की जब इंडिया में ब्रिटिशर्स का रूल नहीं था उसे समय पे क्या सिचुएशन थी तो इंडिया बिफोर डी कमिंग ऑफ ब्रिटिश ये पड़ने वाले हैं हम ठीक है ये बैकग्राउंड समझेंगे अब उसमें ये भी देखेंगे की हो डिड द कम अप ए गए तो वो तो बोलोगे की समुद्र में झांसी आए होंगे ऐसा थोड़ी ना की तीर क्या होंगे इंग्लैंड से दुबई डुबकी लगाई होगी बोलते की कौन पहले पूछता है इंडिया जहां से आए द ना शिप से आए द लेकिन ये तो हमें पता है लेकिन हमें ये देखना है की वो रूलर की तरह कैसे ए गए वो तो ट्रेडर्स बन के आए द फिर रूलर कैसे बन गए वो तो ये हमारा में जो चैप्टर है वही है त्र टेरिटरी तो इस पॉइंट पर फोकस करेंगे हम इसे समझेंगे मिट गया वो ठीक है इस पॉइंट पे फोकस करेंगे इससे समझेंगे की कैसे वो ट्रेडर्स से रूलर बन गए ठीक है अब देखो क्या है फिर हम मेटल्स के बारे में कुछ पढ़ेंगे मजा आता है मेटल्स के बारे में पढ़ने में तो इंपॉर्टेंट मेटल्स कैसे हुई क्या नतीजे रहे उसके तो बैटल ऑफ बैटल ऑफ प्लासी और बैटल ऑफ बक्सर ये दोनों बैटल पड़ने वाले हैं और ये दोनों बैटल इंपॉर्टेंट भी है इसके बाद में दूसरी भी बैटल्स पढ़ेंगे जैसे टीपू सुल्तान के साथ में मेटल ऑफ श्रीलंका मेरा पूरा ठीक है तो ये सारी चीज अभी पढ़ने वाले हैं हम फिर उसके बाद में और क्या देखेंगे मराठस के साथ में कौन से बैटल हुई क्या नहीं हुई तो मेटल्स पढ़ने वाले बहुत सारी फिर एक्सपेंशन देखेंगे एक्सपेंशन किसका देखेंगे की ब्रिटिशर्स आए ना तो आने के बाद में उन्होंने अपने आप को एक्सपेंड कैसे किया अपने रूल को ऐसा एक्सपेंड कैसे किया उनकी क्या पॉलिसी थी जिसके चलते वो और ज्यादा फैलते चले गए कंट्रोल करते चले गए इंडिया में सब्सिडियरी अलायंस समझेंगे क्लेम तू पैरामाउंटसी समझेंगे ठीक है डॉक्ट्रिन ऑफ लैप्स समझेंगे ये क्या है कौन सी पॉलिसी किस चीज के बारे में किस तरह से इन पॉलिसीज की मदद से वो अपने अंपायर को और ज्यादा स्ट्रेंजर करते चले गए वो सारी चीजें पढ़ने वाले हैं ठीक फिर और क्या पढ़ेंगे हम देखो तो इस चैप्टर में और भी चीज पढ़ने वाली वॉर विथ टीपू सुल्तान एंड मराठी तो ये टीपू सुल्तान है और ये मराठा है ठीक है तो मतलब जैसे मराठा में मैंने छत्रपति शिवाजी की फोटो लगा दी है तो छत्रपति शिवाजी के टाइम पे नहीं द वो मतलब पैरेलल ही द समझ सकते हो जब द लेकिन अब हम देखेंगे तो मराठस के साथ में और टीपू सुल्तान के साथ में किस तरह से उनके कनफ्लिक्ट रहे हैं कैसे उन्होंने इन्हें हराया और ये सारी चीज ठीक तो ये इंपॉर्टेंट सारा पार्ट इंपॉर्टेंट है ध्यान रखना आपको तो टीपू सुल्तान के साथ लड़ाई और मराठस के साथ लड़ाई जो हुई उसे पढ़ेंगे हम फिर सेटिंग अप ऑफ न्यू एडमिनिस्ट्रेशन अब ब्रिटिशर्स जब यहां पे कब्जा करके बैठ गए तो उन्होंने क्या बदलाव ले क्या एक नया सिस्टम है एडमिनिस्ट्रेशन का खड़ा किया उसे चीज को भी पढ़ेंगे हम इसी के साथ-साथ में कंक्लुजन में हम कुछ देखेंगे की क्या इंपैक्ट रहा है इंडियन सोसाइटी पे तो बिलीव में कंपैक्ट चैप्टर है काफी इंटरेस्टिंग टॉपिक से मैंने आपको एक ब्रॉड आउटलाइन बता दिया की चैप्टर में हम क्या-क्या वाले हैं क्लियर है तो यही सारी चीज हम इस चैप्टर में पढ़ेंगे अब नेक्स्ट वीडियो में मैं आपको बैकग्राउंड बताने वाला हूं की जो हमारा ये वाला टॉपिक था इंडिया बिफोर डी कमिंग ऑफ ऑफ ब्रिटिश तो ब्रिटिशर्स नहीं आए द उसके पहले क्या था इंडिया ठीक है एक बैकग्राउंड जो है तो उसे बैकग्राउंड को हम डिस्कस कर लेंगे जो आपका फ्रंट पेज है बुक का उसमें हम देख लेंगे की क्या चीज थी कैसे थी कौन रूल कर रहा था पावर किसके पास थी क्या नहीं थी तो यह वाला जो वीडियो है ना ये बहुत इंपॉर्टेंट है क्यों इंपॉर्टेंट है क्योंकि ये सिर्फ चैप्टर के पर्सपेक्टिव से इंपॉर्टेंट नहीं है ये क्लास के पर्सपेक्टिव से भी इंपॉर्टेंट है मतलब आपकी सेवंथ क्लास और एट क्लास दोनों को आपस में लिंक कर रहा है ये चैप्टर कैसे जो कनेक्टिंग लिंक होती ना वो इस वीडियो में मिलेगी आपको मतलब इस चैप्टर के भी इस वीडियो में स्पेसिफिकली अभी क्या है जंप फ्रॉम क्लास सेवंथ तू एथ तो अब ये सुनने के बाद में ऐसा मत कर देना आपकी अगर आपकी स्कूल में नीचे 8th क्लास जो है फर्स्ट फ्लोर पे और आप सेकंड फ्लोर पे सेवंथ क्लास में तो आप वहां से कूद जाओ ऐसे जंप नहीं करना है ठीक है यहां पे जंप का मतलब क्या है की आप सेवंथ पे ए गए ठीक है अब सेवंथ से 8 पे आए तो आपने क्या देखा सेवंथ क्लास में आपको अगर मतलब ऑब्जर्व हिस्ट्री पढ़ी होगी या फिर सिर्फ पढ़ी ही थी की पास हो जाए तो आपको इतनी चीज ध्यान होगी सेवंथ में हमने सारा मिडिवल हिस्ट्री वाला चीज पड़ी थी मेडिकल हिस्ट्री वाली मतलब मुगल पीरियड दिल्ली सल्तनत वाला टाइम पीरियड पढ़ा था इंडियन रुलर्स भी द जिनके नाम खतरनाक होते द नाम याद करने में बड़ा दर सा लगता था तो इस बार क्या है की नाम तो याद करना पड़ेंगे थोड़े से थोड़े से ये बस क्यों क्योंकि 8 की हिस्ट्री में आपको फैमिलियर नेम्स भी आने लगेंगे जैसे महात्मा गांधी का तो ये नाम तो आपको रता हुआ है ना तो कुछ नाम आसान भी आएंगे लेकिन कुछ नाम शुरुआत के कुछ चैप्टर में आपको डिफिकल्ट नाम भी आने वाले हैं वही पुराने वाले हैं तो अब हम क्या करेंगे हम देखेंगे जो ट्रांजिशन होता है सेवंथ से एड्थ का वो क्लास का ट्रांजैक्शन था लेकिन यहां से जो हिस्ट्री का ट्रांसलेशन होता है की हम मिडिवल पीरियड से मॉडर्न पीरियड या फिर कोलोनियल पीरियड में ए रहे हैं तो वो ट्रांजिशन जो है वो आपको इसमें समझता हूं मैं इस वीडियो लेक्चर में ठीक है और देखो क्या है की आपने देखा सेवंथ क्लास में की आखिर तक क्या था की या जो मुगल रुलर्स द तो वो सरवाइव कर रहे द आखिर का सकते हैं की मुगल रुलर्स जो द वो सिंबॉलिकली भी अगर देखा जाए की सिर्फ दिखने के लिए भी कंट्री रूल कौन कर रही है कंट्री के ऊपर रूल किसका था मुगल रुलर्स का तो स्टील मुगल रिप्रेजेंटिंग दी इंडिया तो इंडिया को रिप्रेजेंट कौन करता था मुगल रुलर्स रिप्रेजेंट करते द ये बात अलग है की आपको भी पता है आपने पढ़ा भी है और मैं आपको फिर से याद दिलवा देता हूं की औरंगज़ेब जो द औरंगज़ेब वैसे डी लास्ट पावरफुल मुगल रूलर क्यों क्योंकि इनके बाद में जो इनके बच्चे आए वो क्या द वो कमजोर रूलर द ध्यान है ना आपको हमने लास्ट चैप्टर जो पढ़ा था सेवंथ क्लास में अगर आपको ध्यान हो तो अलग-अलग रीजनल एम्पायर जो थी वो डिसइंटीग्रेट होने लगी थी औरंगज़ेब की डेथ के बाद में तो हैदराबाद पड़ा था हमने हैदराबाद के संसद में और कौन-कौन सा पढ़ा था रिकॉल करो जरा अवध के बारे में बंगाल के बारे में मुर्शिद कोली खान शहादत खान और अशोक जहां ये सारे नाम पड़े द ध्यान है कुछ तो क्या बताना चाह रहा हूं मैं आपको की अगर देखते हैं तो कंट्री को रिप्रेजेंट कौन कर रहा था mugalsi करते द रिप्रेजेंट लेकिन औरंगज़ेब की डेथ के बाद में जो है चीज बदल जाती है औरंगज़ेब को लास्ट पावरफुल मुगल रूलर कहा जाता था क्योंकि जो मुगल एम्पायर की सबसे बड़ी पीक देखी जाएगा की मुगल एम्पायर सबसे ज्यादा किसके समय पे फैला था और अंग्रेज के समय पर फैला था औरंगज़ेब एक पावरफुल रूलर द लेकिन औरंगज़ेब की डेथ के बाद में औरंगज़ेब की डेथ कब हुई थी 1707 में तो औरंगज़ेब की डेथ के बाद में धीरे-धीरे क्या होने लगता है जो मुगल अंपायर था वो डिसइंटीग्रेट होने लगता है मतलब की अलग-अलग जो रीजनल रुलर्स द वो अपना सर उठाने लगते हैं वो बोल देते हैं की बस कौन था अच्छा बताओ मुझे औरंगज़ेब की डेथ के बाद में किसने तो ओवर किया था शाह आलम वैन तो शाह आलम वैन ने जब तुक ओवर किया था बहादुर शाह के नाम से तो उन्होंने जब तू गोबर किया था तो उसे समय पे क्या है उसे समय पे धीरे-धीरे आप क्या होने लगता है एम्पायर जो था डिसइंटीग्रेट होने लगता है टूटने लगता है ठीक तो आफ्टर हिज डेथ इस डेथ मतलब ये अंकल की डेथ कौन है ये औरंगज़ेब तो औरंगज़ेब की डेथ के बाद में मैंने मुगल गवर्नर्स जो सूबेदार द हमने पढ़ा था मुगल गवर्नर जो मैंने आपको भी नाम बताए की बंगाल के सूबेदार किसको अकाउंट है मुर्शिद कोली खान तो उन्होंने क्या कर दिया अपने इंडिपेंडेंस असर्ट कर दी तो वही चीज बताई गई आफ्टर हिज डेथ सेवंथ क्लास में पढ़ा और आपने ये आफ्टर ही इसे डेथ 1707 में मुगल गवर्नर जैसे सूबेदार जी ने कहा जाता था बिगन असर्टिंग देयर इंडिपेंडेंस वो अपने आजादी असर्ट करने लगे उन्होंने बोल दिया की मुगल एम्पायर के साथ नहीं रहना है बंगाल को उन्होंने अपना अलग प्रोविंस बना लिया है हैदराबाद में जो अशोक जहां द अशोक जहां द अशोक जहां अपनी अलग किंगडम मनाली अवध में अगर देखें तो शहादत खान द ध्यान है ना आपको तो उसे तरह से क्या है आफ्टर 1707 में मुगल गवर्नर्स सूबेदार बेगिन अन सर्टेन देयर इंडिपेंडेंट सब अपनी-अपनी आजादी लेने लगे अब क्या होता है सब अपनी-अपने आजादी लेके इस्टैबलिश्ड रीजनल किंग्डम्स हम अगर देखें तो नेशनल किंगडम किसकी थी नेशनल पावर पे कौन बैठा था नोट आउट नेशनल पावर पे मुग़ल बैठे द मुगल रिप्रेजेंटिंग दी इंडिया काफी समय तक 1857 में जब रिवोल्ट होता है तब तक ब्रिटिशर्स आगे सारी चीजों को लेकिन 1857 तक कंट्री का कौन रिप्रेजेंट करेगा हम मिलेंगे मुगल श्री प्रेजेंट करेंगे लेकिन लेकिन अगर बात की जाए तो अब कंट्री उतना बड़ा कंट्री नहीं रहेगा जितना औरंगज़ेब के अंडर में हुआ करता था मुगल एम्पायर अब क्या हो गया बहुत सारी रीजनल किंग्डम्स ए गई तो जैसे जो मुगल गवर्नर द ना उन लोगों ने अपनी-अपनी इंडिपेंडेंस एससीईआरटी कारी और उन्होंने रीजनल किंगडम setablish कर दी अब जब ये रीजनल किंगडम setablish कारी तो उसके चलते क्या होता है उसके चलते देयर फॉर पावर ऑफ दिल्ली वैसे declaning अब जब दिखती बात है की पहले आप इतने बड़े द ठीक है ये भी छोटा ही रुक जाओ कहीं पे खाली जगह पे बनाते हैं पहले आप इतने बड़े द पहन क्यों नहीं चल रहा ये चला पहले आप इतने बड़े द अब क्या होता है ये जो मुगल गवर्नर द तो इस एरिया के इस एरिया के इस एरिया के मुगल गवर्नर ठीक है तो यह पहले आप इतने बड़े द अब इस एरिया के इस एरिया के मुगल गवर्नर ने क्या कर इंडिपेंडेंस अपनी असर्ट कर ली वो आजाद हो गए आपसे अब आजाद हो गए तो अब आपका एम्पायर दिखती बाद से छोटा हो जाएगा जब अंपायर छोटा हो जाएगा तो पावर भी क्या होगी डिक्लाइन होगी देयर फॉर पावर ऑफ दिल्ली जो मुगल एम्पायर की बात की जाए तो वो पावर डिक्लाइन होते जा रही थी अब देखो क्या पावर हमेशा वैक्यूम बना देती है ये समझा दो बहुत अच्छी चीज समझना सिलेबस से बाहर लेकिन मजा आएगा क्या होता है की आज अगर कोई पावरफुल है तो वो किसी दूसरे को नहीं आने देगा लेकिन कब कल को जब वो सामने वाला इंसान कमजोर होने लगेगा तो जो दूसरा इंसान है वो अपनी पावर जमाने की कोशिश करेगा इसे बोलते हैं वैक्यूम ऑफ पावर वैक्यूम ऑफ पावर मतलब क्या है की अब दिल्ली जो है दिल्ली की अगर पावर देखोगे तो डिक्लाइन हो रही थी मुगल की जो पावर थी वो डिक्लाइन हो रही थी अब कोई कमजोर हो रहा है तो दूसरा आदमी अपने आप को उसे कमजोरी का फायदा उठाकर ऊपर लाने की कोशिश करेगा वही चीज यहां पे हुई है क्या की जब पावर डिक्लाइन हो रही थी मुगल अंपायर की दिल्ली पर जो पावर जो है जहां कंट्री की पावर का सकते जो सोर्स ऑफ पावर थी वहां से जो रूलर से उनकी पावर कम हो गई थी तो एक वैक्यूम मणि खाली जगह बन गई पावर की आज अन रिजल्ट न्यू पावर वॉश इमर्जिंग ओवर इंडिया और उसका परिणाम क्या हुआ उसका परिणाम ये हुआ की जब जो पहले से एस्टेब्लिश पावर थी वो कमजोर हुई तो नई पावर्स इंडिया पे आना स्टार्ट होती है और ये जो नई पावर थी वो कौन द ब्रिटिश ब्रिटिश आना स्टार्ट हो जाते हैं तो ये आपको मैंने बैकग्राउंड बता दिया की ब्रिटिश ए गए हैं ठीक है इनका स्वागत करिए नहीं हम नहीं करेंगे तो ब्रिटिश आना स्टार्ट हो जाते अब मैं आपको नेक्स्ट वीडियो में स्टार्ट करूंगा किस तरह से ईस्ट इंडिया कंपनी जो है वो कंट्रोल एस्टेब्लिश करना स्टार्ट करती है या फिर इसकी ईस्ट इंडिया कंपनी कम्स तू इंडिया वाला जो टॉपिक है इंडिया कंपनी कॉम ईस्ट अब देखो क्या है पहले आपको ये समझा दे तो हेडिंग उसके बाद में पुरी कहानी आगे बढ़ते हैं हम ये ब्रिटेन है जैसे ठीक है वर्ल्ड मैप पे देखना अभी आप ड्राइंग नहीं देखना है आपको ये एक इमेजिन करना है अब ब्रिटेन इधर है और इधर है इंडिया हमारा ठीक है ये इंडिया है तो ये उसे सेल्स में बोला गया है ईस्ट इंडिया कंपनी कॉम ईस्ट इंडिया कंपनी क्या है किधर आती है कैसे आती है क्यों आती है क्या करती है सारी चीज आपको इस वीडियो को देखने के बाद में क्लियर हो जाएगी और जो हमने पिछले वीडियो में आपको बताया था एक बैकग्राउंड बताया था ना की ब्रिटिशर्स के आने से पहले ईस्ट इंडिया कंपनी के आने से पहले किसका रूल था पैन इंडिया अगर देखी जाए तो पेन इंडिया पे कौन रूलर द मुग़ल द अब क्या होता है जैसे ही ब्रिटिश आते हैं तो मुग़ल जो है उनकी पावर कम हो रही रहती है और उसे पावर को ऑक्युपी कौन कर लेता है ब्रिटिश कर लेते हैं ईस्ट इंडिया कंपनी कर लेती है तो अब हम समझेंगे की सारा सब कुछ होता कैसे है ये कैसे आते हैं टर के तो आएंगे नहीं ठीक है स्वाभाविक है शिप से आएंगे लेकिन क्या-क्या होता है वो सारे इवेंट्स में आपको बताने वाला हूं स्टार्ट करते हैं हम लोग यहां से तो देखो व्हाट इसे ईस्ट इंडिया कंपनी सबसे पहली चीज क्या है तो ईस्ट इंडिया कंपनी ट्रेडिंग कंपनी थी ठीक है एक ट्रेडिंग कंपनी थी जो किस लिए आई थी ब्रिटेन से इंडिया ब्रिटेन से इंडिया इसलिए आई थी वो ट्रेड करने के लिए उन्होंने ट्रेड करना था यहां पर आके इंडिया में ट्रेड करेंगे इंडिया में जो स्पाइसेज हैं इंडिया में बहुत सारे प्रोडक्ट्स द जिनकी वर्ल्डवाइड डिमांड थी तो उसे वर्ल्ड वाइड डिमांड के चलते ट्रेडिंग कंपनी थी ईस्ट इंडिया कंपनी जो ब्रिटेन से कहा आई थी इंग्लैंड से कहा आई थी इंग्लैंड से इंडिया आई थी ठीक है इन 1600 एक्वायर्ड चार्टर फ्रॉम क्वीन एलिजाबेथ वैन अब देखो गैस क्वीन एलिजाबेथ वहां की रानी थी उसे समय अब क्या होता है क्वीन एलिजाबेथ ने चार्टर दिया चार्टर क्या होता है वो मैं आपको बताता हूं किसको चार्टर दिया था ईस्ट इंडिया कंपनी को अब देखो क्या होता है जैसे ये पूरा का पूरा ब्रिटेन था मैन लो अब इस पूरे ब्रिटेन में बहुत सारी कंपनियों होंगी ट्रेडिंग कंपनियों अब बहुत सारी ट्रेडिंग कंपनियों हैं तो हो सकता है कंपनी जैसे ये ईस्ट इंडिया कंपनी है तो दूसरी वेस्ट इंडिया कंपनी के नाम से होगी तो सारी कंपनी अगर ट्रेड के लिए निकल आएगी तो बहुत सारी कंपनी होने के चलते कोई एक कंपनी ज्यादा प्रॉफिट नहीं कम ए पाएगी तो ईस्ट इंडिया कंपनी ने क्या बोला ईस्ट इंडिया कंपनी गई रानी के पास क्वीन एलिजाबेथ के पास में और उन्होंने रानी से बोला की हमें चार्टर दो चार्टर दो मतलब एक तरह से एक परमिशन दे दो किस चीज की उसे परमिशन के चलते द गो पोल राइट तू ट्रेड विथ ईस्ट ये इंपॉर्टेंट है मतलब रानी से परमिशन लेने के बाद में क्वीन एलिजाबेथ वैन से परमिशन लेने के बाद में जो ईस्ट इंडिया कंपनी थी उन्हें एक तरह से सोल राइट मिल गया एकात्मता का अधिकार मिल गया मतलब पुरी तरह से इंडिविजुअल वो फ्री है अब ब्रिटेन से कोई दूसरी कंपनी नहीं जाएगी इंडिया ट्रेड करने अब ट्रेड करने ब्रिटेन से सिर्फ एक ही कंपनी जाएगी ईस्ट इंडिया कंपनी क्यों क्योंकि उसको चार्टर मिल गया था रानी से और उसे चार्टर के अकॉर्डिंग्ली ईस्ट इंडिया कंपनी गो अन सोल राइट तू ट्रेड विथ ईस्ट मतलब अब सिर्फ और सिर्फ ईस्ट के साथ में ट्रेड कौन करेगा ईस्ट के साथ में ट्रेड मतलब इंडिया के साथ में ट्रडिया फिर जो दूसरी कंट्रीज थी इंडिया ईस्टर्न कंट्रीज अब जैसे इंडिया में भी जाते द मैंने आपको बताया ना की ये इंडिया हो गया इसमें तो इधर फिर इंडोनेशिया वगैरा जो आइलैंड्स है वहां पे से भी ट्रेड होता था तो पूरे ईस्ट के साथ ट्रेड करने के राइट्स मिल गए ईस्ट इंडिया कंपनी को क्यों क्योंकि उन्होंने चार्टर मिल गया क्लियर है ये सिंपल सी चीज थी अब ये चार्टर मिलने के बाद क्या होता है चार्टर मिलने के बाद देख स्टूडेंट कंपटीशन फ्रॉम आदर इंग्लिश ट्रेडिंग कंपनी विद मर्केंटाइल ऑब्जेक्टिव्स मेड ह्यूज प्रॉफिट ये इंपॉर्टेंट चीज है देखो यहां पे मैंने आदर इंग्लिश ट्रेडिंग कंपनी लिखी है मतलब की ये चार्टर उन्हें किस चीज की गारंटी दे रहा था की ब्रिटेन से इंग्लैंड से कोई भी दूसरी इंग्लिश कंपनी नहीं जाएगी ट्रेड करने उन्हें सॉलिड मिल गए लेकिन एक ही कंट्री थोड़ी ना था वर्ल्ड में जैसा इंग्लैंड था ठीक है इंग्लैंड की तरह दूसरी कंट्रीज भी थी फ्रांस भी था पुर्तगाल भी था डेनमार्क भी था बहुत सारी कंट्री थी नीदरलैंड था ठीक है तो अब क्या होता है की ईस्ट इंडिया कंपनी में अपना जो मतलब बोलते हैं सॉलिड जो अकेले ट्रेड करने के राइट्स द वो इंग्लैंड से ले लिए द और उसके चलते उन्होंने क्या कर दिया एक्सक्लूडेड कंपटीशन फ्रॉम आदर इंग्लिश ट्रेडिंग कंपनी विद मर्केंटाइल ऑब्जेक्टिव्स मेड उसे प्रॉफिट अब ये मर्केंटाइल ऑब्जेक्टिव क्या होता है वो समझता हूं मर्केंटाइल ऑब्जेक्टिव मतलब आपका ट्रेडिंग ऑब्जेक्टिव की आप क्या करेंगे एक जगह से गुड्स खरीदेंगे दूसरी ले जाएगा ले जाकर बेचेंगे और बीच में अपना प्रॉफिट कमाएंगे तो क्योंकि भी रिटेन से अकेली कंपनी आई थी क्योंकि दूसरी इंग्लिश ट्रेडिंग कंपनी जो थी उनके साथ में उन्होंने कंपटीशन एक्सक्लूड कर लिया था तो इस ऑब्जेक्टिव के साथ में उन्होंने बहुत ज्यादा क्या किया पैसा बनाया किसने ईस्ट इंडिया कंपनी ने लेकिन यहां पे एक दिक्कत थी दिक्कत समझो क्या है स्टील कंपटीशन फ्रॉम आदर यूरोपियन पावर्स वाज देयर अब ये क्या चीज है देखो मैंने आपको बताया की एक ही कंट्री थोड़ी ना थी ब्रिटेन अब ब्रिटेन के अलावा भी दूसरी कंपनी थी जैसे मैन लो फ्रांस भी था ठीक है पुर्तगाल भी था नीचे तो ये बहुत सारी कंट्री थी तो अब क्या होता है की जैसे ईस्ट इंडिया कंपनी ब्रिटेन से आई थी क्लियर है जिस तरह से ब्रिटेन से ईस्ट इंडिया कंपनी आई थी ये ईस्ट इंडिया कंपनी तो वैसे ही फ्रांस से भी उन्होंने क्या फ़्रेंच ईस्ट इंडिया कंपनी पहुंचा दी होगी पुर्तगाल से भी पुर्तगाल की कंपनी आई होगी ए गया समझ में तो यहां पे जो चार्टर था वो चार्टर इंटरनल कंपटीशन से बचाता था उन्हें लेकिन दूसरी कंट्रीज की कंपनी तो आएगी ट्रेड करने ठीक है तो स्टील कंपटीशन फ्रॉम आदर यूरोपियन पावर्स आदर यूरोपियन पावर्स ए गया समझ में जैसे पुर्तगाल हो गए तो यह दूसरी जो यूरोपियन पावर थी इनके साथ तो कंपटीशन रहता था क्यों क्योंकि ये भी इंडिया में आते द ट्रेड करने या खरीदते तो यहां से गुड्स और लेजा लेजा के ब्रिटेन में बेचते द या फिर यूरोप के दूसरी कंट्री में बेचते द तो उसके चलते क्या होता था की ईस्ट इंडिया कंपनी को इनके साथ कंपटीशन फेस करना पड़ता था अब जैसे आपको पता है आपकी बुक में लिखा भी है वास्कोडिगामा जो आए तो उन्होंने पहले रूट डिस्कवर किया इंडिया का इंडिया का उन्होंने डिस्कवर किया ठीक है यूरोप की कोई से अगर पहली शिप आगे टकराती है इंडिया में तो वो वास्कोडिगामा की थी गोवा में आए द ना फिर उसके बाद से राजस्थान मिलते चले गए सारे लोग आते चले गए तो इस तरह से ये मर्केंटाइल ऑब्जेक्टिव के साथ में पैसा कमाने के ऑब्जेक्टिव के साथ में दूसरी कंपनी भी आई दूसरे यूरोपियन पावर्स की कंपनी भी आई और जिसके चलते ईस्ट इंडिया कंपनी को कंपटीशन फेस करना पड़ता था ठीक है अब आगे क्या होता है कंपटीशन क्रीटेड प्रॉब्लम बट डी नेचर ऑफ कंपटीशन फरदार एग्जैगरेटेड दी प्रॉब्लम यह इंपॉर्टेंट चीज है नो डाउट कंपटीशन था ब्रिटेन के बीच में फ्रांस के बीच में पुर्तगाल के बीच में सबके बीच में कंपटीशन था तो कंपटीशन के चलते उतना प्रॉफिट नहीं कम पाते द लेकिन कंपटीशन से भी ज्यादा दिक्कत किस चीज की थी की जो नेचर ऑफ कंपटीशन था नेचर ऑफ कंपटीशन क्या होता है वो मैं आपको समझता हूं ठीक है की नेचर ऑफ कंपटीशन फरदार एग्जैगरेटेड दी प्रॉब्लम्स प्रॉब्लम्स को और बढ़ावा मिल गया जिस तरह से कंपटीशन बढ़ रहा था नेचर ऑफ कंपटीशन क्या होता है ये बताता हूं देखो आपको दो चीज समझ में आए हैं यहां पे क्या है की आप भी कुछ खरीदना चाह रहे हैं में भी कुछ खरीदना चाह रहा हूं तो हम दोनों कुछ खरीदना चाह रहे हैं हम दोनों के बीच में कंपटीशन है लेकिन अगर हम दोनों ही एक ही चीज खरीदना चाहें तो अब क्या होगा अब कंपटीशन और बढ़ जाएगा की आपको भी वही चाहिए मुझे भी वही चाहिए तो यही दिक्कत होती थी देखो ये पहले ट्रेड रूट्स देख लो आप तो यहां से अभी मैं आपको जैसे कंट्रीज बता रहा था ना ये हो गया ब्रिटिश आइलैंड अब यहीं पर भी है यहीं पे फ्रांस भी है ठीक है ऊपर जो सच है तो नीदरलैंड वगैरा ऊपर है तो यह सारे जो यूरोपियन पावर्स द ये सब अपनी-अपनी शिप लेके समुद्र में कूद पड़ते द और ये इस तरह से ईस्ट के साथ ट्रेड करने आते हैं तो आप देखोगे इंडोनेशिया भी पहुंच गई है केप ऑफ गुड होप ये साउथ अफ्रीका भी पहुंच गए ठीक है उसके बाद में इंडिया इधर भी पहुंच गए इंडिया यहां वेस्ट बंगाल भी पहुंच गए तो ये उनका ट्रेड रूट था क्लियर है ये ट्रेड रूट था अब आपको किसी प्रकार से कोई कन्फ्यूजन नहीं रखना है मैंने आपको बता दिया दूसरी यूरोप सभी लोग इंटरेस्टेड द ईस्ट के साथ ट्रेड करने में कंपटीशन बढ़ गया लेकिन जो नेचर ऑफ कंपटीशन था वो और ज्यादा प्रॉब्लम को बड़ी बना देता है देखो क्या है ऑल कंपनी वर इंटरेस्टेड इन बाइंग डी से थिंग मैंने बताया ना की आप भी अगर वही चीज खरीदना चाहते हो मैं भी वही चीज खरीदना चाहता हूं तो प्रॉब्लम बड़ी हो जाएगी तो व्यक्ति बात है की कंपटीशन था फ्रांस के बीच में पुर्तगाल के बीच में ब्रिटेन के बीच में डेनमार्क नीदरलैंड के बीच में सबके बीच में क्या था कंपटीशन था लेकिन कंपटीशन के साथ-साथ में सारे लोग एक ही चीज खरीदना चाहते द ठीक है ऑल दी कंपनी वर इंटरेस्टेड इन बैंक से थिंग्स अब सारी सारे एक ही चीज क्या खरीदना चाहते द सब चाहते द की इंडिया से कॉटन वो खरीदते हैं सब चाहते द इंडिया की सिल्क वो खरीदे पेपर वो पेपर है ठीक है पेपर लिख दिया यहां पे तो पेपर यानी मिर्च काली मिर्च जो होती है तो सिल्क वो खरीदे पेपर वो खरीदे क्लॉथ वो खरीदें ठीक है कार्डोमोम सिनेमा ये सारी चीज वो खरीदें तो जितने भी स्पाइसेज की अगर बात की जाए मसाले क्यों क्योंकि ब्रिटेन में मसाले होते नहीं द और मसाले में वहां जो यूरोपियन कॉन्टिनेंट है पूरा का पूरा वहां अच्छा एक मार्केट था मसाले का मसाले बिक जया करते द स्पाइसेज बिक जाएगा करती थी तो सारी कंपनी एक ही तरह के गुड्स को खरीदने में इंटरेस्टेड थी जिसके चलते क्या होता था बहुत ज्यादा टू कंपटीशन होता था अब इस कंपटीशन का नतीजा क्या हुआ देखो ये समझना ये बहुत इंपॉर्टेंट चीज है ये समझ लोग तो आधी इकोनॉमिक्स आपको समझ में ए जाएगी देखो क्या होता है की कंपटीशन है डिमांड ज्यादा होगी प्रोडक्ट्स की मतलब कॉटन किसको चाहिए ब्रिटिशर्स को भी चाहिए ईस्ट इंडिया कंपनी को ठीक है फ़्रेंच ईस्ट इंडिया कंपनी को भी चाहिए जो फ्रांस से कंपनी ए रही है जो पुर्तगाल से ए रही है उसे भी कॉटन चाहिए और जो डच कंपनी ए रही है उसे भी क्या चाहिए कॉटन चाहिए सभी को कॉटन चाहिए तो मतलब कॉटन की डिमांड बढ़ गई है अब जब डिमांड बढ़ेगी तो प्राइस भी बढ़ेगा मतलब मेरे पास अगर एक मारकर है और सारे स्टूडेंट बोल रहे हैं की हमें मारकर खरीदना है तो आप बोलोगे मैं ₹10 दूंगा तो सामने वाला बोल देगा मैं 12 रुपए कोई बोलेगा 15 तो इस तरह से क्या हो जाएगा मेरे मारकर की कीमत बढ़ जाएगी वही चीज यहां पे होती है डिमांड बहुत ज्यादा थी इन गुड्स की क्योंकि सभी लोग यही गुड्स खरीदना चाहते द और जब डिमांड बहुत ज्यादा थी तो उसके प्राइस बढ़ गया किसका गुड्स का अब गुड्स का प्राइस बढ़ेगा तो फायदा किसको मिलेगा इंडियन को इंडियन को तो फायदा मिलेगा की हमारे गुड्स की कीमत अच्छी मिलेगी लेकिन नुकसान किसको होगा प्रॉफिट ऑफ दी कंपनी decreasage ये देखो नीचे आरो क्या है मैंने मतलब की अब जो ईस्ट इंडिया कंपनी पहले ही कॉटन खरीद के लेजा दी थी अब वो ज्यादा पैसे में खरीदना पड़ेगा उसे और जब ज्यादा पैसे में खरीदेगा और वहां ले जाकर बचेगी तो उसका प्रॉफिट कम हो जाएगा आया समझ में सिंपल सी चीज है जैसे क्या है की आप ईस्ट इंडिया कंपनी हो ठीक है आप ईस्ट इंडिया कंपनी बन जाओ और मैं क्या हूं मैं इंडिया हूं अब इंडिया हूं आप मेरे से यह स्पाइसेज लेकर गए तो पहले ये ₹10 में खरीद लेते द अब लेकिन क्योंकि डिमांड बहुत ज्यादा है अब आपने खरीदोगे तो फ़्रेंच ईस्ट इंडिया कंपनी खरीद लेगी तो उसे पर्सपेक्टिव से क्या होता है की आपने बोला नहीं नहीं हम ही खरीदेंगे लेकिन अब आपने ₹15 में खरीदा और पहले आप क्या करते द 10 में खरीदते द 17 रुपए में बेच देते द तो आपको कितना प्रॉफिट मिल जाता था ₹7 का प्रॉफिट मिल जाता था लेकिन अब क्या होगा अब आपने 15 में खरीदा है और अब आप बेचने जाएंगे तो आप ज्यादा से ज्यादा 18 रुपए में bechoge लेकिन अब आपका प्रॉफिट कितना होगा तीन ही रुपए क्योंकि आपको यहां पे बड़ी डिमांड के ज्यादा प्राइस पे करना पड़ा आया समझ में वही चीज यहां पे भी हुई क्या की डिमांड बड़ी डिमांड के चलते प्राइस बड़ा प्राइस बड़ा तो जो प्रॉफिट रहता था कंपनी का ठीक है जो कंपनियों पहले प्रॉफिट कमेटी थी वो प्रॉफिट कम होने लगा ए गई पुरी कहानी समझ में एक बार स्नेक लेकर आप कर दो उसके बाद आगे बढ़ेंगे देखो क्या है ईस्ट इंडिया कंपनी आई वहां से उन्होंने ब्रिटेन से तो क्या ले लिया चार-चार चार्टर ब्रांड करवा लिया जिससे उन्हें सो राइट्स मिल गए इंग्लिश कंपनी कोई दूसरी नहीं आएगी लेकिन यूरोपियन दूसरी पावर जो थी उसके चलते तो कंपटीशन फेस करना पड़ता था और जब कंपटीशन फेस करना पड़ता था तो क्या होता था कंपटीशन फेस करना पता था उसके चलते और एक बड़ी प्रॉब्लम ये थी की सारे के सारे लोग एक ही प्रोडक्ट्स में डील करते द और एक ही प्रोडक्ट खरीदना चाहते द डिमांड बढ़ती थी प्राइस बढ़ता था और अल्टीमेटली प्रॉफिट कम हो जाता था सारी कंपनियों का तो सॉल्यूशन क्या दिख रहा था पता है सॉल्यूशन एक मात्रा ये दिख रहा था देर फॉर एलिमिनेटिंग दी राइवल कंपीटीटर्स राइवल कंपीटीटर्स वैसे डी ओनली वे थ्रू विच दी ट्रेडिंग कंपनी गुड फ्लोरिश ठीक है तो जो उनके दूसरे कंपीटीटर्स हैं जैसे बरी भाई कंपनी क्या सोचेगी दूसरे जो कंपीटीटर्स हैं फ्रांस के पुर्तगाल के ठीक है इन लोगों को क्या कर दिया जाए हटा दिया जाए तो वही यहां पे बताया जाता है राइवल कंपीटीटर्स को क्या करना है एलिमिनेट करना है तो एलिमिनेटिंग दी राइवल कंपीटीटर्स वैसे दी ओनली वे थ्रू विच ट्रेडिंग कंपनी कैन फ्लोरिश मतलब अगर आपको ब्रिटेन की कंपनी हो जाएगी मुझे पैसा ज्यादा कामना है तो दूसरे कंपनी को हटाना होगा अभी आपने सेवंथ क्लास में भी पढ़ा था 8th में भी पढ़ोगे जैसे अलग-अलग जो वॉर होती थी एंग्लो फ़्रेंच warngo तो एंग्लो फ्रेंड्स मतलब क्या है ब्रिटिशर्स और फ्रांस की जो कंपनी थी उनके बीच में लड़ाई चल रही है और कहां लड़ रहे हैं वो इंडिया में लड़ रहे हैं ध्यान आया कुछ तो ये एंगल ऑफ फ़्रेंच पावर जो थी ये सारी सेवंथ क्लास में पड़ी थी आपने तो ये इसी कारण से होती थी ताकि वो कंपटीशन को एलिमिनेट कर पाए क्लियर है ना देखो बहुत आसान शब्दों में बताया है पुरी कहानी समझ में आना चाहिए अब क्या होता है इसके चलते बिटवीन दी ट्रेडिंग कंपनी तो बहुत भयंकर लड़ाई होती थी ट्रेडिंग कंपनी के बीच में फ्रांस की कंपनी और इंग्लैंड की कंपनी लड़ रही है आपस में मारे जा रहे हैं ठीक है तो उसे तरह से क्या है बहुत भाई ये होने लगी अब जब लड़ाई होने लगी तो लड़ाइयां होती कैसी थी एक दूसरे की शिप के ऊपर अटैक कर देते द ठीक है किसी का जहां जा रहा है उसके अंदर गुड्स डालें तो अटैक कर दो ना रहेगा बांस और ना बजेगी बांसुरी मतलब एक तरह से उन्होंने बोल दिया की सारे गुड्स को नीड उबा दो समुद्र में तो ब्रिटेन में ले जाकर इनके पास बेचने को कुछ नहीं रहेगा शिफ्ट अटैक कर दी जाती थी रूट्स वेयर ब्लॉग ठीक है तो ब्लॉक आते लगा दिए जाते द मतलब रास्ता बंद कर दिया आपका आंसर निकल के दिखाओगे तो इस तरह से रूट्स ब्लॉक कर दिया जाते द ठीक है ट्रेड कैरी ऑन विथ आर्म्स एंड ट्रेडिंग पोस्ट वेयर प्रोटेक्टेड थ्रू नोटिफिकेशन ये इंपॉर्टेंट चीज है मतलब अब जो ट्रेड हो रहा है तो ट्रेड कैसे करते हैं आप पैसों से ट्रेड किया जाता है लेकिन यहां पे ट्रेड हथियारों के बाल पे करते द मतलब अगर आपके पास में अच्छी प्रोटेक्टेड प्रोटेक्शन के लिए अच्छे आर्मी नहीं है अच्छे सोल्जर्स नहीं है तो आपका ट्रेड आप कर ही नहीं पाओगे क्योंकि लोग आपकी शिफ्ट के ऊपर हमला करके सब कुछ तोड़ मरोड़ देंगे तो साइंस में क्या है की ट्रेड ऑन विद आर्म्स हथियारों की मदद से ट्रेड किया जाता था इन ट्रेडिंग पोस्ट प्रोटेक्टेड थ्रू डी फोर्टिफिकेशन अब देखो क्या है ऐसा तो नहीं है की पानी के ऊपर ये ट्रेड कर लेंगे सारा उन्हें क्या करना पड़ेगा अपनी ट्रेडिंग पोस्ट वगैरा को प्रोटेक्ट करके रखना पड़ेगा जैसे फॉर एग्जांपल बताते हैं हम आपको ये इंडिया है ठीक है अब ब्रिटिश से यहां पे उतरते हैं बंगाल में और यहां से फिर सारे गुड्स अंदर देश में पहुंच जाते हैं तो उन्होंने यहां पे जब आपने गुड्स रखे हैं यहां फिर यहां से पूरे देश से लाने के बाद में क्या करते यहां पे इकट्ठा करता है फिर उनकी शिफ्ट लगती थी यहां पे मैन लो ठीक है तो क्या होता है की रखने के लिए भी तो उन्हें जगह चाहिए रहेगी ठीक है वही बताया ट्रेडिंग पोस्ट जो रहती है उनकी मतलब जहां से वो गुड्स को बेचेंगे ले जाएंगे सारी चीज करेंगे तो उसे भी तो प्रोटेक्शन देना होगा जिस तरह से शिप पे हमने होते तो उसे तरह से जहां पे समान रखा है वहां पर भी तो हमने हो सकते द तो उसके लिए ये जो ट्रेडिंग पोस्ट होती थी इन ट्रेडिंग पोस्ट को क्या किया जाता था प्रोटेक्ट किया जाता था फोर्टिफिकेशन के थ्रू फोर्टिफिकेशन क्या होता है फोर्टिफिकेशन मतलब किलाबंदी किलाबंदी मतलब क्या है की अब आपने आपके गुड्स यहां पे रखे और आजू-बाजू सब किला बना लोग एक किला बना लोग तो क्या रहेगा की आप आराम से प्रोटेक्ट कर पाओगे अब देखो क्या है अब बोलोगे आसान सी चीज इस तरह से सब कुछ हिस्ट्री में इतना आसान हो जाता था नहीं लेकिन इतना आसान नहीं था सारा चीज क्यों देखो मैं समझता हूं क्या होता है की हमने देख लिया उन्होंने एक राइवल कंप्यूटर को हारने की लड़ाइयां लड़ने तो चालू कर दी लड़ाइयां लड़ भी रहे द और ट्रेड फिर वो हथियारों की मदद से कर रहे द लेकिन देश में अगर उन्होंने अपने गुड्स को सुरक्षित रखना तो किले बनाना होगा ट्रेडिंग पोस्ट स्वर प्रोटेक्टेड थ्रू नोटिफिकेशन लेकिन इस फोर्टिफिकेशन के कारण क्या होता था जो लोकल रुलर्स द उन्हें दिक्कत रहती थी ठीक है बट दिस फोर्टिफिकेशन क्रीटेड कनफ्लिक्ट विथ लोकल रुलर्स अब आप पूछोगे लोकल रुलर्स को क्यों दिक्कत होती थी और कैसे दिक्कत होती थी तो ये मैं समझता हूं देखो क्या है की एक सब्जी बेचने वाला है ठीक है एक सब्जी बेचने वाला क्या होता है लाइव एग्जांपल है देखो आपको समझ में ए जाएगा एक सब्जी बेचने वाला आपकी कॉलोनी में सब्जी बेचने ए जाता है ये ब्रिटिश सब्जी बेचने वाले हैं ये हमारी कॉलोनी में मतलब हमारे देश में सब्जी बेचने ए गए या फिर सब्जी खरीदने आएगा जो भी कहना है अब क्या हो रहा है की दूसरा सब्जी वाला इनके ऊपर हमला करते हैं सारी चीज करता था उन्होंने प्रोटेक्शन के लिए क्या किया इन्होंने प्रोटेक्शन के लिए आपके कॉलोनी में आकर आपके घर में आके क्या कर दिया एक अपना घर बनाना स्टार्ट कर दिया तो आपको दिक्कत नहीं होगी वही चीज यहां पे भी है की लोकल रूलर मतलब जैसे बंगाल का कोई रूलर है उसकी इतनी टेरिटरी है ठीक है अभी ब्रिटिश ट्रेड की तरह आए और वहां पर किला बनाने लगे तो लोकल रोलर को दिक्कत होगी की नहीं होगी आप बताओ खुद होगी ना तो बट दिस फोर्टिफिकेशन क्रीटेड कनफ्लिक्ट विद लोकल रुलर्स तो इसी के चलते जो लोकल रुलर्स द उन्हें क्या होता था उन्हें दिक्कत होती थी नहीं नहीं ये गलत कर रहे हैं ब्रिटिश हम हमारे राज्य में किसी और कोकिला क्यों बनाने दे तो ये प्रॉब्लम क्रिएट होती थी ए गया समझ में तो ये क्यों और कैसे को हम और आगे भी और समझेंगे और इसी के कारण सारी चीज बिगड़ी है बदलती है अब देखो क्या है तो ये फोर्टिफिकेशन ड्यूरिंग ब्रिटिश पीरियड ये आपको बता दिया मैंने और अगली चीज क्या है अगली चीज ये जो हमारा ईस्ट इंडिया कंपनी कम्स फ्रॉम ईस्ट का जैसे उन्होंने फोर्टिफिकेशन स्टार्ट कर है तो ये आपको सूरत के वहां पर जो नोटिफिकेशन हुआ था उसके बारे में एक ग्लैमर से ठीक है तो ये सारा सब कुछ पढ़ाया है ईस्ट इंडिया कंपनी बिगिंस ट्रेड इन बंगाल हमने पिछली वीडियो में क्या देखा था पिछले वीडियो में देखा था की किस तरह से ईस्ट इंडिया कंपनी ईस्ट में बताती है ठीक है हमने ये सारी चीज देखा की कंपटीशन होता है बहुत ज्यादा किसके साथ में दूसरी यूरोपियन पावर्स के साथ में अब वो दूसरे कंपटीशन के चलते वो क्या करती है जो ट्रेड होता है वो हथियारों के दम पे किया जाता है ट्रेड वास केरिड ऑन अनस ठीक है एंड ट्रेडिंग पोस्ट स्वर प्रोटेक्टेड थ्रू फोर्टिफिकेशन और वो किला बनाती थी इंडिया में अब मैंने आपको बताया था जब वो किला बनाएंगे तो क्या वहां के लोकल रोलर्स खुश रहेंगे जी नहीं कारण समझा दिया था ना की मेरे घर में आप अगर किला बनाने लगोगे तो मुझे खुशी होगी क्या नहीं होगी वैसे ही वहां के जो लोकल रोलर्स तूने अच्छा नहीं लगता था की एक ट्रेडिंग कंपनी यहां पर आके किला बना है ठीक है अब आगे देखते हैं होता क्या है तो जैसे ही ईस्ट इंडिया कंपनी ने अपना ट्रेड बढ़ाना स्टार्ट किया तो उसे बीच में क्या होता है एस्टेब्लिश देयर फैक्ट्री अब ये जो फैक्ट्री टर्म है तो ये फैक्ट्री टर्म वहीं सर निकल के आया है कैसे निकल के आया है वो मैं आपको समझता हूं फैक्ट्री का मतलब ये होता था ट्रेडिंग पोस्ट ट्रेडिंग पोस्ट यानी की जहां पे वो अपने गुड्स को संभल कर रख सकें अब वो जो फैक्ट्री बना रही थी तो उसके आजू-बाजू फोर्टिफिकेशन करती थी ठीक तो दी फर्स्ट इंग्लिश फैक्ट्री ऑफ इस्टैबलिश्ड ऑन डी बैंक ऑफ रिवर हुगली अभी रिवर हुगली क्या है तो ये नदी है आपको पता है रिवर लिखा ए गया तो नदी ही होगी बंगाल में ठीक है वेस्ट बंगाल जो है वहां पर रिवर हुगली है तो 16 50 वैन में 1651 में क्या होता है ऑन डी बैंक ऑफ रिवर हुगली फर्स्ट ट्रेडिंग पोस्ट वैसे इस्टैबलिश्ड पहली ट्रेडिंग पोस्ट लगा दी गई थी ठीक या फिर का सकते हैं पहली फैक्ट्री बना ली थी ब्रिटिशर्स ने अब क्या होता है अन फ्रॉम हर फैक्टर्स कंपनी ट्रेडर्स ऑपरेटेड अब जो कंपनी ट्रेडर्स रहते द ध्यान रखना जैसे ईस्ट इंडिया कंपनी आई तो ऐसा तो नहीं है की आपको आती हुई दिखेगी ये ईस्ट इंडिया कंपनी है वो तो एक ग्रुप ऑफ पीपल है जिस जिन्होंने वो कंपनी बनाई है तो जो ट्रेडर्स होते द कंपनी के अंदर उन ट्रेडर्स को फैक्टर्स कहा जाता था ठीक है और फैक्टर्स जहां से कम करते द उसे जगह को क्या कहा गया फैक्ट्री कहा गया आया समझ में फैक्ट्री शब्द का ओरिजिन वहां से हुआ है तो फर्स्ट इंग्लिश फैक्ट्री कब बनी थी ये ध्यान रखना आपको कहां बनी थी ये ध्यान रखना ऑन डी बैंक ऑफ रिवर हुगली ये हो गया उसके बाद में क्या है की यहां पे जो फैक्टर्स द जो कंपनी ट्रेडर्स द उन्हें फैक्टर्स कहा जाता था फैक्टर्स यहां से ऑपरेट करते द उन्होंने उसे फैक्ट्री के अंदर क्या-क्या बनाना चालू किया वेयर हाउस बनाते द वेयरहाउस में सारे गुड्स को स्टोर किया जाता था ठीक है ऑफिसर्स बनाते द जहां पे ये कंपनी ट्रेडर्स कंपनी ऑफिशल्स बैठते द और ऑपरेट करते द सारी चीजों को तो इस तरह से डेवलपमेंट स्टार्ट होता है धीरे-धीरे उन्होंने क्या करना स्टार्ट कर दिया अपना ट्रेड फ्लोरिश करवाना स्टार्ट कर दिया अब दिखती बात है की वो फोर्टिफिकेशन करते द ताकि प्रोटेक्ट कर सके हथियारों के दम पे ट्रेड करते द ताकि जो दूसरे राइवल कंपीटीटर्स हैं जैसे फ़्रेंच ईस्ट इंडिया कंपनी वगैरा गोवा में अगर ये देखो ये इंडिया है ठीक तो ये ईस्टर्न साइड पे द लेकिन वेस्टर्न साइड पे यहां कौन बैठे द गोवा में पुर्तगीज बैठे द गोवा देखा ना आपने इंडिया के मैप में तो ये गोवा में यहां पे पुर्तगाल बैठे द यहां पे ब्रिटिशर्स द तो इसमें क्या होता था की जब घूम के जाते द लड़ाइयां बधाइयां भी हो जाती थी या बीच में फ़्रेंच भी ए गए द तो इस तरह से दिक्कतें होती थी ठीक है लेकिन उन्होंने अपने सेटलमेंट स्टार्ट किया बंगाल में स्टार्ट किया बंगाल में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी जो थी उसने अपना सेटलमेंट स्टार्ट किया फैक्टर्स कौन होते हैं बता दिया मैंने आपको जो कंपनी ट्रेडर्स होते हैं और फैक्ट्री क्या होती है उसे वेयरहाउस को उसे ऑफिस को फैक्ट्री कहा जाता है क्लियर है यहां तक चीज चलिए एस ट्रेड एक्सपेंडेड कंपनी परसूएडेड मर्चेंट्स एंड ट्रेडर्स तू कम एंड सेटल नियर दी फैक्ट्री अब क्या होता है जैसे-जैसे ट्रेड एक्सपेंड होने लगता है रेट बढ़ता जाता है ज्यादा पैसा कमाने जाते हैं तो कंपनी ऑफिशल्स जो द कंपनी ऑफिशल्स जो होते हैं तो वो दूसरे मर्चेंट्स को ट्रेडर्स जो द इंडिया के अंदर उन्हें पर्सनेट करते द उन्हें महिला फैसला के अपने पास लाने की कोशिश करते द ताकि मार्केट बड़ा बने बड़ा मार्केट यानी बड़ा प्रॉफिट सिंपल सी चीज है तो वो इस तरह से क्या करते द दूसरे जो ट्रेडर्स द मर्चेंट्स द इंडिया के उन्हें अपने पास बुलाने की कोशिश करते द क्यों बोला की कोशिश करते द मैं बताया ना की मार्केट बड़ा बनाना चाहते द जितना बड़ा मार्केट होगा वो उतना पैसा कमाएंगे तो उनका मोटिव क्या रहता था हमेशा उनका मोटिव हमेशा ये रहता था की मैक्सिमम प्रॉफिट कमाया जाए ताकि हम क्या कर सके मैक्सिमम प्रॉफिट कमाए और देश ले जाए वापस पैसा उसे तरह से तो ट्रेड expnd होने लगा कंपनी ने क्या कर दिया दूसरे मर्चेंट्स को ट्रेडर्स को persuate किया की वो उनकी फैक्ट्री के पास आकर आजू-बाजू सेटल होना स्टार्ट कर दें अब क्या होता है तो इन 1671 ये ध्यान रखना 51 में फैक्ट्री लगा ली थी धीरे-धीरे क्या करना स्टार्ट कर दिया उन्होंने अपनी फैक्टर को एक्सपेंड करना है अभी स्टार्ट कर दिया इन 1671 कंपनी एक्वायर्ड जमींदारी राइट्स ये इंपॉर्टेंट चीज है अब क्या होता है की जमींदारी राइट्स होता क्या है जमींदारी राइट्स से आने की राइट तू कलेक्ट टैक्स अब देखो ब्रिटिशर्स आए द ट्रेड बांके ठीक है ट्रेड बन के आए वो ट्रेड कर रहे द मतलब ट्रेड कर रहे द पैसा कम रहे द अब लेकिन उन्होंने धीरे-धीरे क्या सोचा की अगर हमें और पैसा कामना तो यहां पे कुछ अधिकार भी चाहिए रहेंगे तो उन्होंने जमींदारी राइट्स ले लिए मतलब टैक्स कलेक्ट करने के राइट्स ले लिया अब राइट्स किस लेंगे ओवर तो उन्होंने राइट्स जो रूलर होंगे उनसे लिए होंगे रूलर कौन द मुगल ऑफिशल्स मैंने आपको बताया था स्टार्टिंग में ही की कंट्री पे आज भी रूल आज भी मतलब उसे समय मैं रूल कौन कर रहा था उसमें रूल कर रहे कंट्री में मुगल ऑफिसर या फिर का सकते हैं जो मुगल रुलर्स द और मुगल रुलर्स से अपने अंडर में सूबेदार अलग-अलग ऑफिशल्स को बिठा के रखा था अब उन ऑफिशल्स का कम होता था की वो टैक्स कलेक्ट करें लेकिन यहां पे चीज कैसे बदल जाती है की जो कंपनी रहती है तो कंपनी अपनी ट्रेडिंग पोस्ट एस्टेब्लिश करती है फैक्ट्री बना लेती है फैक्ट्री बनाने के बाद में धीरे-धीरे अपने ट्रेड को एक्सपेंड करती है दूसरे लोगों को परसूएडे करती है और साथ ही साथ वो जमींदारी राइट्स ले लेती है कहां के जिम्मेदारी राइट्स लेती है तो तीन विलेज के राइट्स लेती हैं तीन विलेज कौन-कौन से द तो सूत्नोती गोविंदपुर और kalikatta अब ये जो kalikatta है यही बाद में बांके कालीकट ठीक है कालीकट से कोलकाता जो होता है ठीक है तो मतलब कोलकाता जो अलग-अलग नाम बदलते चले गए ना तो शुरुआत में क्या नाम था इसका kalikatta ठीक तो उसे तरह से क्या होता है जो ये तीन गांव द या फिर तीन ये जो प्रोविंस थी तीन प्रोविंस के जमींदारी राइट्स ले ली मतलब यहां से टैक्स कौन कलेक्ट करेगा यहां से टैक्स कलेक्ट करेंगे ब्रिटिश अच्छा ब्रिटिशर्स को इतना पसंद क्यों किया जा रहा था तो पसंद नहीं किया जा रहा था बात सिंपल सी थी ये क्या करते द ब्रिटिश अन ये जो ऑफिशल्स द कंपनी ऑफिशल्स ये मुगल ऑफिशल्स को ब्राइट दे देते द पैसा दे देते द और अपना कम करवा लिया करते द तो वही चीज उन्होंने यहां पे भी कारी क्या की इन्होंने जमींदारी राइट्स ले लिए किस मुगल ऑफिशल से मतलब उनको पैसे दे के जमींदारी राइट ले इन तीन एरियाज के अंतिम गांव के और उसके चलते क्या होता है उसके चलते ये यहां से पैसा टैक्स कलेक्ट करते द टैक्स कलेक्ट करते द टेक्स्ट कलेक्ट करने की इनको एक पैसा मिल जाता था तो सब कुछ जो भी कर रहे द पैसा कमाने के पर्सपेक्टिव से कर रहे द अभी इनका कोई मोटिव नहीं है की वो रूल कर रहे हैं यहां पे ठीक है तो अभी क्या कर रहे हैं वो धीरे-धीरे पैसा कमाने की कोशिश कर रहे हैं अब ये जो मैंने यहां पे हेडिंग है उससे समझेंगे आप ईस्ट इंडिया कंपनी बिगिंस ट्रेड इन बंगाल तो अब आप देख रहे हैं की किस तरह से उन्होंने बंगाल ये जो एरिया है पूरा ठीक है सूत्नोती गोविंदा पूर्व kalikatta ठीक है तो बाद में कोलकाता जो बनेगा तो ये सारे एरिया बंगाल के हैं तो इन्होंने बंगाल के जमींदारी राइट्स ले लिए अब जिम्मेदारी राइट्स के लिए तो यहां पे इनका ट्रेड भी क्या होता जाएगा मजबूत होते जाएगा ना तो उसे तरह से उन्होंने यहां पे अपनी ट्रेड के लिए अपनी जेड जो है वो जमाली फिर क्या होता है कंपनी परसूएडेड मुगल एंपरर औरंगज़ेब अब देखो उसे समय पर रूल औरंगज़ेब कर रहे द तो औरंगज़ेब को भी इन्होंने धीरे से पहला के क्या कर लिया औरंगज़ेब से ये बोल दिया की आप हमें फरमान इशू कर दो अब ये फरमान क्या होता है समझो जैसे हमें देखा था उन्होंने चार्टर इशू करवा के वहां से मोनोपोली राइट्स ले लिए द ब्रिटेन से तो यहां पे भी उन्होंने राजा मतलब इस समय जो रूल कर रहा था कंट्री पे कौन था औरंगज़ेब तो औरंगज़ेब से फरमान इशू करवाया अब ये फरमान क्या है तो उसे सलमान के बेसिस पे क्या होता है फरमान एक तरह से रॉयल एडिक्ट होता है जैसे आपने सुना होगा ना पुरानी मूवी में या फिर का सकते हैं सेवंथ क्लास की बुक में पढ़ा होगा क्या की मैं फरमान इशू करता हूं ये राजा का फरमान है इस तरह से तो फरमान मतलब एक रॉयल ऑर्डर होता है एक एडिक्ट होता है और इस फरमान के थ्रू ब्रिटिशर्स को क्या मिला था ईस्ट इंडिया कंपनी को ईस्ट इंडिया कंपनी को इस ऑर्डर के थ्रू ऑर्डर ग्रांटिंग कंपनी थी राइट तू ट्रेड ड्यूटी फ्री मतलब ईस्ट इंडिया कंपनी को ये मिल गया था क्या राइट तू ट्रेड ड्यूटी फ्री अब कंपनी ट्रेड करेगी कहां पर बंगाल में देखो बंगाल के जिम्मेदारी राइट्स ली है तो उन्होंने धीरे-धीरे क्या कर लिया राजा को पहला फुसला के या फिर अपनी जेड मजबूत करना स्टार्ट कर दीजिए जमींदारी राइट्स के लिए फिर उन्होंने औरंगज़ेब के पास गए और औरंगज़ेब से जाके क्या ले लिया उन्होंने एक फरमान इशू करवा लिया उसे फरमान के चलते द गोद दी राइट तू ट्रेड ड्यूटी फ्री मतलब अब ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी क्या करेगी ट्रेड करेगी इंडिया में और उन्हें कोई टैक्स नहीं देना पड़ेगा जैसे आज हम देखते हैं ना की ट्रेडर्स होते हैं या फिर कोई भी बिजनेसमैन होता है तो वो क्या करता है गवर्नमेंट को टैक्स देता है तो पहले भी वही सिस्टम चलता था तो पहले जैसे जो गवर्नमेंट थी पहले गवर्नमेंट मतलब पहले जो राजा था राजा था औरंगज़ेब औरंगज़ेब टैक्स लगता था ईस्ट इंडिया कंपनी के ऊपर लेकिन इसी ने कंपनी जो थी तो ईस्ट इंडिया कंपनी ने क्या बोलते हैं हम तो अभी नए नए ट्रेडर्स हैं हमारे पास पैसा नहीं है इस तरह से जो भी है पहला पुस्तक है क्या कर लिया औरंगज़ेब से बोलते हैं की आप हमें एक फरमान इशू कर दो एक ऑर्डर इशू कर दो जिसके थ्रू अब हमसे कोई टैक्स ना ले अब देखो मैंने बताया स्टार्टिंग में की पुरी कंट्री पे पैन इंडिया रूलर कौन द मुगल तो औरंगज़ेब ने फरमाया इशू कर दिया और बोल दिया ठीक है अब यू गो दी राइट ट्रेड ड्यूटी फ्री अब इसका फायदा जो है वो ब्रिटिशर्स को मिल रहा था लेकिन ये गलत फायदा उठाने लगे गलत फायदा कैसे उठाने लगे वो मैं आपको बताता हूं देखो तो गलत फायदा या ऐसे उठाने लगे की होवर डीज फरमान वर कंटीन्यूअसली मिसयूज बाय दी कंपनी ऑफिशल्स इस चीज को समझना बहुत इंपॉर्टेंट है फरमान मैंने आपको बताया औरंगज़ेब ने किसके लिए इशू किया था कंपनी के लिए की पुरी कंपनी जो है वो ट्रेड करेगी और कंपनी को टैक्स नहीं देना रहेगा ड्यूटी फ्री टैक्स ट्रेड करेगी वो लेकिन क्या होता है ये फरमान जो होते हैं फरमान का गलत फायदा उठाने लगी ठीक है मिस यू बाय कंपनी ऑफिशल्स कैसे वही चीज बताई गई ग्रांटेड कंसेशन ओनली तू कंपनी इस शब्द को अंडरलाइन करो ओनली तू कंपनी की ये फरमास किसको देते द एक तरह से इंडिपेंडेंट या फिर का सकते द एक्स्ट्रा राइट्स एक्स्ट्रा प्रिविलेजेस किसको मिलते द कंपनी को मिलते द लेकिन बट में कंपनी ऑफिशल्स वर यूजिंग कंसेशन फॉर प्राइवेट ट्रेड रिफ्यूज तू पे दी टैक्स ये इंपॉर्टेंट चीज है क्या की इन फरमान का गलत इस्तेमाल करते हुए मिस उसे करते हुए जो फरमान सिर्फ कंपनी को राइट ट्रेड ड्यूटी फ्री अलाउ करता था उसका मिसयूज करते हुए ये जो कंपनी ऑफिशल्स द यह इन फरमास का उसे करने लगे द अपने पर्सनल जेन के लिए ठीक है पर यूजिंग कंसेशन फॉर प्राइवेट ट्रेड अपना प्राइवेट ट्रेड मतलब जैसे क्या है एक एग्जांपल देता हूं आपको समझ में आएगा उससे क्या की ब्रिटेन से आए ये कंपनी के ऑफिशल बांके ईस्ट इंडिया कंपनी के और उनका यहां पे कम क्या था की कंपनी के लिए यहां से गुड्स खरीदे और ब्रिटेन में ले जाकर पीछे हैं अभी क्या होते हैं इनके पास फरमान था तो उसे फरमान का इस्तेमाल कैसे कर रहे द की बाजार में घूमने गए हैं उनको अच्छा लगा की यार ये सोने का हर बहुत अच्छा है मेरी वाइफ को बहुत अच्छा लगेगा तो वो फरमान दिखा देते द की देखो हमारे पास औरंगज़ेब का फरमान है हम टैक्स नहीं देंगे सोने का हर दे दो हम कंपनी से आए हैं अब लेकिन ये क्या हर कंपनी के लिए खरीद रहे हैं वो नहीं वो हर उन्होंने किसके लिए खरीद लिया था वो नेकलेस किसके लिए खरीदा अपनी वाइफ के लिए तो वही चीज यहां पे हो रही थी क्या की दिस देयर यूजिंग कंसेशन फॉर प्राइवेट ट्रेड खुद के प्राइवेट ट्रेड के लिए कंक्लुजन उसे कर रहे द रिफ्यूज तू पे दी और टैक्स देने से माना कर दिया करते द अधिकतर अब इसके चलते क्या होता था इसके चलते देखो मैं समझता हूं आपको की ये जैसे पूरा का पूरा इंडिया है ठीक है अब ये पूरा बंगाल प्रोविंस है अब बंगाल का जो लोकल रूल है मैंने आपको बताया लोकल रुलर्स होते द पुरी कंट्री पे रूल तो ए रहे द लेकिन लोकल रुलर्स भी होते द तो लोकल रुलर्स जो द अब लोकल रुलर्स को रेवेन्यू नहीं मिलता था क्यों क्योंकि लोकल रोलर्स के पास पैसा कहां से आएगा वो टैक्स लगाएंगे ठीक है अब ये ब्रिटिशर्स क्या कर रहे द जहां से पैसा मिलता था ठीक है तो उसके अगेंस्ट में थोड़ा फरमान इशू करवा लिए चलो इन्होंने बोल दिया ठीक है फरमान अब राजा ने बोल दिया तो कंपनी से हम टैक्स नहीं लेंगे लेकिन ये जो मिसयूज कर रहे द तो खुद भी ट्रेड कर रहे हो टैक्स नहीं दे रहे द तो उसके चलते लोकल रोलर्स को बड़ा दिक्कत होती थी की ये गलत हो रहा है आगे समझ में अब देखो क्या होता है दिस मिसयूज ऑफ फरमान वैसे लीडिंग तू डी नॉर्मल लॉस ऑफ रेवेन्यू फॉर बंगाल आया मैं जो बंगाल प्रोविंस था तो बंगाल प्रोविंस को तो बहुत सारा रेवेन्यू लॉस हो रहा है ना क्यों क्योंकि एक तो कंपनी भी ट्रेड नहीं टैक्स नहीं दे रही ये ट्रेड कर रही है फ्री में और दूसरा कंपनी का ऑफिशल पर्सनल जेन के लिए भी ट्रेड कर रहे हो टैक्स नहीं दे रहे हैं तो लॉस ऑफ रेवेन्यू किसके लिए बंगाल के लिए तो जिसके चलते क्या होता है की जो बंगाल के रुलर्स द नौका जो लोकल रुलर्स होते द उन्हें दिक्कत जाती थी तो वही चीज यहां पे बताई गई है वैसे दी नवाब ऑफ बंगाल मुर्शिद कुली खान हैप्पी विथ दिस तो क्या वहां के जो नवाब द वो इस चीज से खुश द नहीं बिल्कुल भी कुछ नहीं होंगे ना वो तो बोलेंगे की गलत हो रहा है ऐसा नहीं होना चाहिए जो ब्रिटिशर्स हैं इन्हें फरमान कंपनी के लिए मिला है और ये खुद के पर्सनल जेन के लिए कर रहे हैं इसका गलत इस्तेमाल कर रहे हैं तो ये दिक्कतें क्रिएट करेगा अब आगे हम जो हमारा नेक्स्ट टॉपिक होगा ये मुर्शिद को लिखा है ठीक है अब जो आगे हमारा नेक्स्ट टॉपिक होगा उसमें हम यही पढ़ने वाले हैं क्या पढ़ेंगे उसमें हम ये देखेंगे की किस तरह से जो ईस्ट इंडिया कंपनी है और जब बंगाल में ट्रेड स्टार्ट कर देती है तो बंगाल में ट्रेड स्टार्ट करने के बाद में कैसे उनके बीच में जो बंगाल के रुलर्स हैं और ईस्ट इंडिया कंपनी दोनों के बीच में डिवाइड बढ़ता चले जाता है और कैसे ये ट्रेड जो है वो बैटल्स में कन्वर्ट हो जाता है ठीक है कहीं ना कहीं लड़ाई तो हुई है आपने पढ़ा है सुना है अभी तक ये अब हम इसको अच्छे से समझेंगे की लड़ाई क्यों हुई और किस तरह से ईस्ट इंडिया कंपनी जो एक ट्रेड की तरह आई थी इंडिया में वो अपनी पावर जमा लेती है ए गया समझ में तो ये इंपॉर्टेंट टॉपिक है हम आगे लिंक को कनेक्ट करेंगे की कैसे ये जो जितनी भी प्रॉब्लम थी देखो पहली चीज तो फोर्टिफिकेशन किसी दूसरे रूलर के राज्य में आप 45 फोर्टिफिकेशन करोगे गलत बात है फिर आपने क्या है पहला फुसला के ब्राइब जमींदारी राइट्स ले लिए तो वहां से टैक्स आपको नहीं मिल रहा है जो पहले रूलर रहते द उन्हें टेक्स्ट नहीं मिल रहा है ठीक है फिर दूसरी चीज क्या है की आप जो farmaishu करवाया तो उसका भी गलत इस्तेमाल कर रहे हो कैसे गलत इस्तेमाल कर रहे हो मैंने ये भी बता दिया आपको की वो अपने प्राइवेट ट्रेड के लिए इस्तेमाल करने लगे द तो बूंद-बूंद से घाट बढ़ता है अब इतनी सारी दिक्कतों के चलते क्या होता है की जो लोकल ट्रेडर्स द लोकल ट्रेडर्स को प्रॉब्लम होगी यहां पे और लोकल ट्रेडर्स अब आगे आवाज़ उठा देंगे तो अब हम नेक्स्ट वीडियो में वही पढ़ने वाले हैं हो ट्रेड लेट तू बीटल्स क्लियर है हो ट्रेड लेग तू बैटल अब देखो समझना बहुत इंपॉर्टेंट चीज है हम इसे पिछले वीडियो से रिलेट करना पड़ेगा तब समझ आएगी चीज पिछले वीडियो में हमने क्या पढ़ा था पिछले वीडियो में हमने पढ़ा था की किस तरह से बंगाल में धीरे-धीरे ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी जो थी उसने अपनी जडेजा मार मानते हो इस चीज को jadejama लिए फरमान वगैरा इशू करवा लिए द जिसके चलते वो ड्यूटी फ्री ट्रेड कर रही थी फिर उसके बाद में जमींदारी राइट्स ले लिए द तीन विलेज के जिसमें कोलकाता भी ये प्रेजेंट दे कोलकाता तो ये सारी चीज हमने देखी अभी क्या होता है लेकिन हमने इतना भी पढ़ा था की उसे समय पर कंट्री का पेन रूलर अगर देखा जाए या फिर कहा जाए की पुरी कंट्री को रूल कौन कर रहे द मुगल कर रहे द और मुग़ल में भी पावरफुल रूलर था कौन था औरंगज़ेब ठीक है अब चीज कुछ बदलती है देखो क्या होता है मैंने आपको ये भी बता दिया था की जो लोकल रुलर्स द वो कंपनी के ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के इस इस का सकते हैं इस बर्ताव से खुश नहीं द वो देख रहे द की कंपनी फोर्ट भी बना रही है हमारे ही लोकल रोलर्स की किंगडम में ठीक है कंपनी यहां पे फरमास का मिसयूज भी कर रही है तो इसके चलते जो लोकल रोलर्स द वो बिल्कुल भी खुश नहीं द तो कनफ्लिक्ट बिटवीन दी कंपनी इन navabs ऑफ बंगाल अब देखो समझना क्या है मैंने आपको स्टार्टिंग में भी बताया था एक बार फिर बता देता हूं की जैसे ये बंगाल था ठीक बंगाल वाला जो प्रॉब्लम था तो पुरी कंट्री पे कौन द मुगल मुगल मतलब औरंग की बात करें अगर हम तो औरंगज़ेब लास्ट पावरफुल रूलर द अब औरंगज़ेब द जब तक ये जो बंगाल के रुलर्स द यह किसके अंडर में कम कर रहे द एक तरह से औरंगज़ेब के अंडर में कम कर रहे द अब औरंगज़ेब के अंडर में कम कर रहे द और कंपनी औरंगज़ेब से फरमान वगैरा इशू करवा के ए गई थी तो उसके चलते वक्त ढाका रहती है की चलो ठीक है यार और मुझे हमने बोला है तो चलने दो लेकिन क्या होता है की ये कनफ्लिक्ट बढ़ते जाता है जो बंगाल के navabs द उनके बीच में और कंपनी के बीच में क्यों क्योंकि मिसयूज कर रहे द फरमान का ठीक है वो का सकते हैं फोर्टिफिकेशन कर रहे द तो ये सारी समस्याएं थी ठीक बट सिचुएशन चेंज आफ्टर दी डेट ऑफ औरंगज़ेब अब देखो क्या होता है अब औरंगज़ेब अमर थोड़ी ना था और अंग्रेजों की डेथ होना थी हो गई अब औरंगज़ेब की डेथ के बाद में लेकिन चीज बदल जाती है अभी तक बंगाल के जो navabs द वो कंपनी को कुछ क्यों नहीं बोल का रहे द क्योंकि औरंगज़ेब के अंडर में द और हमसे भी पावरफुल रूलर था औरंगज़ेब के बाद में जब दूसरे रुलर्स आए कौन आया था और उन सबके बाद में कमेंट सेक्शन में बताना है मैं आपको पहले भी पूछ चुका हूं शायद ठीक है सेवंथ क्लास में पढ़ के आए हैं हम इंटीरियर बहादुर चलो ठीक है बताना और उनका दूसरा नाम क्या था किस नाम से जाने जाते हैं बहादुर शाह तो मतलब उनका वो था एक का सकते हैं की छुपा हुआ नाम था बाकी ओरिजिनल नाम क्या था वो आप मुझे कमेंट सेक्शन में बताएंगे अगर जितने बच्चों को ध्यान है वो बता देंगे तो बस सिचुएशन चेंज आफ्टर दी डेट ऑफ औरंगज़ेब औरंगज़ेब की डेथ के बाद में चीज बदल जाती है कैसे जो बंगाल के नवाब द ठीक है तो बंगाल नवाब assserted देयर पावर एंड ऑटोनॉमी डेथ हो गई डेथ होने के बाद उन्होंने सोचा की यार पूरे इंडिया के साथ में रहने से कोई मतलब नहीं है पूरे मुगल अंपायर के साथ में रहने से कोई मतलब नहीं है तो दे असर्टेड डियर पावर एंड ऑटोनॉमी उन्होंने बोल दिया हम हमें अलग कर दो हमें ऑटोनॉमी दे दो और इस ऑटोनॉमी के चलते इस ऑटोनॉमी के चलते वो क्या करते हैं अपनी इंडिपेंडेंस असर्ट कर लेते हैं तो अब पूरा मुगल एम्पायर जैसे पहले ये पूरा मुगल एम्पायर था मैन लो तो अब पूरे मुगल एम्पायर में से क्या हो गया डिसइंटीग्रेशन होगा और एक ये बंगाल ए गया ठीक है तो इस तरह से जो बंगाल आया ये इंडिपेंडेंट प्रोविंस है अब ब्रिटिश अगर ज्यादा मस्ती करेंगे बंगाल में तो बंगाल के जो नवाब द वो क्या कर देंगे वो एक तरह से का सकते उनके हरकतों पर लगाम लगा सकते हैं ना वही चीज यहां पे होती है क्या होता है तो बंगाल जब अपनी इंडिपेंडेंट को एसॉल्ट कर लेता है अपनी पावर्स को अपनी ऑटोनॉमी को ले लेता है तो उसके बाद में जो बंगाल के रुलर्स द वो कुछ इस तरह से मुर्शिद कोली खा द ठीक इंडिपेंडेंस के टाइम पे मुर्शिद को लिखा है इनके बाद में कौन बनता है दें ही वास फॉलोज बाय अली वर्दी खान तो अलीगढ़ खान पावर ले लेते हैं अपने हाथ में अली बड़ी खान की डेथ के बाद में कौन पावर ले लेता है दें सिराजुद्दौला ये ध्यान रखना सिराज बोल रहा हूं आगे हम अभी सु आज भी पढ़ेंगे कंफ्यूज नहीं होना इसमें सिराजुद्दौला जो द तो सिराजुद्दौला ने क्या कर लिया अपने पास पावर ले ली फिर मानते हो इस चीज को तो क्या होता है मुर्शिद कुली खान पहले द मुर्शिद कोली खान खान अलाइवर्दी खान के पास पावर आई बंगाल में ये नवाब साहब बंगाल बता रहा हूं मैं फिर अगली बार दिखा की डेथ के बाद में सिराजुद्दौला जो द तो सिराजुद्दौला अपने पास पावर ले लेते हैं अब देखो क्या है ये जो रुलर्स आए बाद में ये ऐसा नहीं था की ब्रिटिशर्स के साथ में हान हान ठीक है ठीक है आप ऐसा कर लो वैसा कर लो देवर स्ट्रिक्ट रूल्स ठीक है तो उन्हें दिख रहा था की मिस हो रहा है फोर्टिफिकेशन हो रहा है इन सारी चीजों को टॉलरेट नहीं कर रहे द तो उन्होंने ब्रिटिश को वार्निंग देना स्टार्ट कर दिए ठीक अब क्या होता है तो जैसे एलिवर दिखाने का सिराज सिराजुद्दौला तो दे रिफ्यूज्ड तू ग्रांट कंसिस्ट्स तू दी कंपनी पहले कंसेशन मिल रहे द कंपनी को क्यों पहले क्योंकि पूरे मुगल एम्पायर के अंडर में द लेकिन अब इन्होंने इंडिपेंडेंस लेने में माना बोल दिया की नहीं देना कंसेशन जाओ तो हम फरमान दिखाते द हमें अब हमें फरमान से कोई लेना देना नहीं है अब हम तुम्हें ड्यूटी फ्री टेक्स्ट मतलब ट्रेड नहीं करने देंगे और हम तुमसे टैक्स लेंगे ठीक है तो दे रिफ्यूज दी कंसेशन तू दी कंपनी तो कंस्ट्रक्शन कैसे-कैसे उन्होंने बोलते है की अब तुम सिक्के नहीं बनाओगे पहले पैसे भी बनाने लगे द ब्रिटिशर्स तो उन्होंने बोल दिया तुम सिक्के नहीं बनाओगे और क्या-क्या बोला उनके ऊपर कंपनी के ऊपर तरह-तरह के इल्जाम दल दिया उन्होंने बोला की तुम फोर्टिफिकेशन नहीं करोगे तो मैं टैक्स देना पड़ेगा ये सारी चीज ठीक है उसके बाद में नवाज़ ने ये भी बोला की कंपनी जो है वो डिजरिस्पेक्टफुल लेटर लिखती है नवाब के बारे में navabs की इमेज को क्या कर रही है ये detoriate कर रही है ये सारे तरह तरह के अंजाम लगा दिए और उसके चलते क्या होता है की इनके बीच में जो कनफ्लिक्ट था इसके बीच में कंपनी के बीच में और navabs में ये और intensifar होते चले गया परेशानी और बढ़ती चली गई ठीक है तो डी रिफ्यूज तू ग्रांड consistans तू दी कंपनी कनफ्लिक्ट इंटेंसिफाइड उनके बीच में आपस में जो कनफ्लिक्ट था वो इंटेंसिफाई होते चले याद और जिसके चलते दिक्कतें क्या होती है जिसके चलते दिक्कतें ये होती है की कंपनी जो है तो कंपनी भी रीटेलिएट करती है कंपनी भी अपना स्टैंड रखेगी ना जैसे क्या है नवाब जो द बंगाल के उन लोगों ने अपना स्टैंड रख दिया मुर्शिद कोली खान द लीवर दी खान द फिर sirajuddaulat है तो जिस तरह से इन लोगों ने अपना स्टैंड रखा उसी तरह से कंपनी ने भी अपना स्टैंड रखा कंपनी हेड अंदर स्टैंड डिमांडिंग ड्यूटीज तू बी रिमूव्ड नोटिफिकेशन कंपनी ये बोल रही थी की नवाब ज्यादा स्ट्रिक्ट होते जा रहे हैं इसके चलते हम अच्छे से ट्रेड नहीं कर का रहे हैं हमें लॉस हो रहा है ठीक है ज्यादा टैक्स लगा रहे हैं वो ड्यूटीज को रिमूव किया जाए जो ट्रेड ड्यूटीज लगा रहा है हमारे ऊपर हमारे फोर्टिफिकेशन को रोकें नहीं तो दोनों अपोजिट पोल पे हुए एक तरह से ये बोल रहा है की आप सर्टिफिकेट रोक दो नवाब बोल रहे हैं और ये बोल रहा है नहीं हम तो करेंगे नोटिफिकेशन तो अब क्या होना है आप दिखती है की जब आप दोनों अपोजिट पोल पे हो जाओगे भी मिल पाओगे क्या नहीं मिल पाओगे तो कनफ्लिक्ट जो है इनके बीच में जो मैंने यहां पे लिखा है ये कनफ्लिक्ट इंटेंसिफाई होते चले गए और बढ़ता चले गया ए गई पुरी कहानी समझ में जरा एक बार रीकैप करते हैं फिर आपको आगे की बात बताता हूं देखो तो कैसे ये ट्रेड की तरह आए द ये ट्रेड करना चाह रहे द लेकिन जब औरंगज़ेब की डेथ के बाद में चीज बदलती है तो जो बाद के रुलर्स आते हैं उन लोगों ने कंसेशन देने से माना बोल दिया कंसेशन देने से माना बोला और ये कंसेशन मांग रहे द दोनों अपोजिट पोल पे हो गए और जिसके चलते क्या होता है की उनके बीच में कनफ्लिक्ट बढ़ते चले जाते हैं तो अब यहां पे क्या होता है एक तरह से एक मैच हो जाता है किसके बीच में कंपनी वर्सेस navabs ऑफ बंगाल दोनों आमने सामने हो गए ना और ये जो वर्सेस है तो इसी के चलते आगे दिक्कत जाती है बटोर ऑफ प्लासी के नाम से तो अब ये जो कनफ्लिक्ट था ये कनफ्लिक्ट outbreast कहां पे होगा कहां पे ये लड़ाई मतलब ये जो टेंशन डिवेलप होता है टेंशन रूप्चर कहां पे होगा टूटेगा कहां ये टेंशन बैटल ऑफ प्लासी में अब बैटल ऑफ प्लासी कैसे स्टार्ट होती है क्या होता है कौन जीता है कौन हर्ता है वह सारी चीज मैं आपको नेक्स्ट वीडियो में बताने वाला हूं लेकिन अभी आपको इस वीडियो से क्या समझ में ए गया की किस तरह से बैटल होती है हो ट्रेड लेट तू बीटल्स ये तो ट्रेड करने आए द यहां पे ठीक है व्यापार करने आए द अब उसे व्यापार से कैसे लड़ाइयां हो जाती है उसके पीछे का बैकग्राउंड पूरा समझ में ए गया देखो ध्यान रखना कहां से जो स्टार्टिंग से हमने ईस्ट इंडिया कंपनी कम्स तू ईस्ट से जो स्टार्ट किया था उसमें देखा ईस्ट इंडिया कंपनी आती है पहली दिक्कत क्या रहती है राइवल कंपीटीटर्स को हराना तो वो लड़ रहे हैं आपस में फिर दूसरी दिक्कत क्या रहती है की यहां से कंसेशन लेना फरमान वगैरा शुगर वाली है अब तीसरी दिक्कत क्या है की लोकल realers जो द तो लोकल रुलर्स एग्री नहीं हो रहे द और वही लोकल रोलर के साथ में कनफ्लिक्ट क्या करवाता है उनको पहली बार लड़ाई में उतार देता है किसको कंपनी को ब्रिटिश को ईस्ट इंडिया कंपनी को तो वो जो बैटल हुई पहली बटोर बटोर ऑफ प्लासी ये बहुत इंपॉर्टेंट है इसे हम क्या करने वाले हैं नेक्स्ट वीडियो में डिस्कस करने वाले हैं आई होप आपको बैकग्राउंड ध्यान रहेगाi ये बैकग्राउंड ध्यान रखना है मैं नेक्स्ट वीडियो में फिर बोलूंगा की बैकग्राउंड जिसको ध्यान है वही ये वीडियो देखें तो इस बैकग्राउंड को ध्यान ध्यान रखना पूरा की किस तरह से मेटल होती है बैटल ऑफ प्लासी के पीछे कारण क्या द क्लियर है बैटल ऑफ प्लासी इंपॉर्टेंट है क्यों इंपॉर्टेंट है क्योंकि यहीं से इंडियन हिस्ट्री चेंज हो जाती है मतलब का सकते हैं की जो इंडिया है वो चल रहा था अपने रास्ते पर और इस बैटल के बाद से उसे इंडिया का रास्ता मोड दिया गया हम अंधकार में चले गए का सकते हैं या फिर का सकते हैं की हम ब्रिटिशर्स के पंजों में फैंस गए की जहां से उन्होंने फिर खूब एक्सप्लोइट किया इंडिया को और जो सोने की चिड़िया थी उसे पुरी तरह से उजड़ दिया तो अब क्या हुआ इस बैटल में कैसे हुई ये बैटल ये भी जानना जरूरी है क्यों हम हर गए कैसे आ जो ईस्ट इंडिया कंपनी थी वो पावर में ए गई वो सारी चीज मैं आपको बताने वाला हूं और उसी के साथ-साथ जो मैंने आपको पिछले वीडियो में कहा था की उसे वीडियो के कंटेंट को आपको ध्यान रखना था क्यों क्योंकि वो आपको एक बैकग्राउंड बताया की क्यों आखिर बैटल ऑफ प्लासी हुई थी ठीक है तो जो पूरा बैकग्राउंड था वो हमने पिछले वीडियो में डिस्कस कर चुके हैं जिन लोगों ने पिछला वीडियो नहीं देखा है पहले वो देखें ठीक है हो ट्रेड लेट तू बैटल्स क्यों क्योंकि उससे आपको समझ में ए जाएगा किस तरह से चीज जो थी वो बैटल के लिए एक ग्राउंड तैयार हो गया था ऐसा नहीं की जहां लड़ना था वो ग्राउंड तैयार हुआ मतलब कारण क्या द ठीक है अब हम देखते हैं कैसे जो मेटल थी मेटल ऑफ प्लासी वो इवॉल्व होती है क्या-क्या होता है ठीक है अब देखो पिछले वीडियो में हमने क्या पढ़ा था की जो नवाब द बंगाल के बंगाल के नवाब ने अपनी इंडिपेंडेंस असर्ट कर ली थी तो मुर्शिद को लिखा मुर्शिद को लिखा है के बाद में कौन पावर में आता है लीवर दिखा अलीगढ़ दिखा जो द उनकी डेथ हो जाती है कब 1756 में ध्यान रखना 1756 1756 में लीवर दिखा की डेथ हो जाती है और अलाइवर्दी खान की डेथ के बाद में कौन तू कवर करता है सिराज उद दौला सिराज है नाम ध्यान रखना स्वराज नहीं है अभी आगे पढ़ेंगे स्वाद भी आएगा उसमें कंफ्यूज हो जाते हैं इसलिए बार-बार बोल रहा हूं मैं सिराजुद्दौला जो है तो सिराजुद्दौला बिकम दिन नवाब ऑफ बंगाल कब अली वर्दी खान की डेथ के बाद में तो अलीबाग दिखा की डेथ के बाद में सिराजुद्दौला जो है वो पावर में आते हैं फोटो देख लो दोनों अंकल का ये है सिराजुद्दौला और ये है अली खान आकर्षित को लिखा है की फोटो मैं आपको पहले दिखा चुके हैं अब ये जब पावर में आते हैं तो पावर में आने के बाद में sirajud वाला क्या करते हैं सिराजुद्दौला मैंने आपको बताया था जैसे की ट्रिक रुलर्स द और इन्हें दिख रहा था की कंपनी जो है कंपनी क्या कर रही है अगर कंपनी टैक्स नहीं दे रही है तो कंपनी को वार्निंग दे देते द कंपनी को इनके बीच में मतलब ये navabs के बीच में और कंपनी के बीच में कनफ्लिक्ट जो द वो इंटेंसिफाई हो रहे हैं पिछले वीडियो में बताया था मैंने तो इनके बीच में आपस में कनफ्लिक्ट तो चलते ए रहे हैं काफी समय से अब वो जो कनफ्लिक्ट द तो उन कनफ्लिक्ट के चलते क्या है कंपनी ये चाहती थी कोई ऐसा आदमी रूलर बने कोई ऐसा आदमी नवाब बने जिसको हम क्या कर सकें हमारी उंगलियों पे नाचा सके तो वही चीज होती है कंपनी वॉच वॉरिड अबाउट वॉरिड विद दिस जब सिराजुद्दौला नवाब बनते हैं तो कंपनी उसे चीज से चिंतित थी क्यों तो कारण ये है की दे वांटेड पोपट रोलर पपेट क्या होता है समझता हूं पपेट आपने बहुत से लोगों ने देखा होगा पपेट पपेट यानी कट पुतली होता है cutputli समझते हैं ना जैसे उंगलियों में रस्सी लगा लेते हैं धागा और फिर ऐसे ऐसे ना चाहते हैं तो कठपुतली भी डांस करती है अब क्या है कंपनी खुद रूलर नहीं करना चाहती थी क्यों नहीं बन्ना चाहती थी बहुत अच्छा कारण है इसके पीछे ठीक है तो वाला वीडियो भी देखी लेंगे आप इसी के साथ-साथ तो अब क्या होता है की सिराजुद्दौला जो रहते है ना तो सिराजुद्दौला एक स्ट्रिक्ट रूलर द जो कंपनी को टॉलरेट नहीं करते द मतलब ऐसा नहीं की कंपनी को बटरिंग हो रही है की हान कंपनी आओ आएगी हमारे यहां ट्रेड करेगी मजा आएगा बहुत सारी चीज उन्होंने साफ बोलती है की कंपनी को ट्रेड करना है तो टैक्स दे वो फोर्टिफिकेशन रोके हमारा क्लेव लेना बना ये सारी चीज तो उसी के चलते क्या है कंपनी विद दिस कंपनी कुछ नहीं थी कंपनी को चिंता हो गई यार की ऐसा स्ट्रिक्ट रोलर ए जाएगा अगर स्ट्रिक्ट नवाब बन जाएगा तो हमारा तो ट्रेड पानी में ही चले जाएगा पूरा ठीक है वापस जाना पड़ेगा रिटेन इंडिया छोड़ के तो उसे तरह से कंपनी से खुश नहीं थी क्यों का कारण मैंने बता दिया की कंपनी को एक ऐसा रूलर चाहिए था एक ऐसा नवाब चाहिए था जो उनकी उंगलियों पर नाचे जो उनके लिए क्या कठपुतली हो बस की दिखेगी रूलर कोई और है लेकिन कंपनी जैसा चाहे वो वैसा करें तो कंपनी इस चीज से खुश नहीं थी अब कंपनी को पोपट रोलर चाहिए क्यों था वो बताता हूं मैं आपको देखो कंपनी को पोपटलाल इसलिए चाहिए था ताकि कंपनी क्या कर सके ज्यादा से ज्यादा कंसेशन ले ले ट्रेड के लिए टैक्स ना दें किला गिला बनाते जाओ उन्होंने कोई रोके ना तो कंपनी अपने फायदे के लिए देख रही थी ठीक है अब वो क्या चाहती थी कंपनी तो कंपनी ऐसा चाहती थी कोई ऐसा आदमी नवाब बने जो उनको फीवर करें मतलब कंपनी को फीवर करें या फिर कंपनी के हिसाब से चले अब ये sirajudda को भी समझ में ए रहा था की rajdula कोई आ का सकते हैं ऐसा थोड़ी ना मंदबुद्धि द की उन्हें समझ नहीं आएगा क्या हो रहा है क्या नहीं हो रहा है तो सिराजुद्दौला ने कंपनी को सीधी-सीधी वार्निंग दे दी क्या की ड्यू तू दिस इंटरफ्रेंस ऑफ कंपनी कंपनी है जो इंटरफेयर कर रही थी उनके इंटरनल मैटर्स में तो सिराजुद्दौला ने साफ बोल दिया क्या बोल दिया साफ sirajudda साहब बोल दिया सिराजुद्दौला ऑफ नॉट हैप्पी विथ दी कंपनी और उन्होंने कंपनी से साफ बोला अभी बताएंगे आपको नेक्स्ट स्लाइड में तो ये जो जो भी हो रहा था पूरा सिराजुद्दौला इस इंटरफेरेंस को पसंद नहीं कर रहे द वो कंपनी से खुश नहीं द अब आपके मैन में यही चल रहा होगा की आगे क्या हुआ कहानी में ये बताओ यहां तक कहानी समझ ए गई ना आपको अब आगे चलते हैं देखो ये सारी पुरी चीज है की कंपनी के इंटरफ्रेंस पसंद नहीं द sirajud लोगों तो सिराजुद्दौला ने साफ माना बोल दिया किस चीज को लेकर सिराजुद्दौला आज कंपनी तू स्टॉप mendling इन हिज पॉलिटिकल अफेयर्स इन स्ट्रेट शब्द ठीक है क्या बोल दिया सीधे शब्दों में कहा की आप हमारे राजनीतिक मुद्दों में हस्तक्षेप ना करें ठीक है कंपनी से बोला की डोंट इंटरफेयर इन माय पॉलिटिकल अफेयर्स मेरा में अब आप बनाऊं आप किसी और को चाह रहे द ठीक है वो नहीं बनाना लेकिन अब मैं नवाब बन गया हूं तो आपको मेरे हिसाब से करना होगा कम सारी चीज stopfortification जो आप किला बना रहे हो उसे किलाबंदी को बंद करो ठीक है मतलब मेरे राज्य में आप किला नहीं बना सकते हो ये भी माना बोल दिया और उसके बाद बोलते हैं की आप चुपचाप रेवेन्यू भी पे करना ट्रेड करोगे तो टैक्स देना पड़ेगा तो इस तरह से सिराजुद्दौला ने ये सारी चीज बता दी कंपनी को अब कंपनी जो थी तो कंपनी नहीं देना नहीं चाहते द कंपनी बोल रही थी नहीं हम तो किला बनाएंगे हमें आप क्या दो कंसेशन दो ये सारी चीज और वो इसी के चलते पॉलिटिकल अफेयर में उनके इंटरफेयर कर रही थी कंपनी तो sirajudda को ये पसंद नहीं आया ठीक इनके बीच में नेगोशिएशन होते हैं जैसे पेंटिंग जो है वो ये दर्शा रही की सिराजुद्दौला है ये कंपनी ऑफिशल्स है या आपस में कुछ kociate करने की कोशिश कर रहे हैं बात करने की कोशिश कर रहे हैं की कई सॉल्यूशन निकल आए ठीक है बट दी नेगोशिएशंस फील्ड तो ये नेगोशिएशन ज्यादा लंबे समय तक चल नहीं पाए नेगोशिएशंस सेल हो जाते हैं मतलब आपस में नहीं बन पाती कोई मीडियम पथ निकल के नहीं ए पता है सिराजुद्दौला की बात कंपनी मानने को तैयार नहीं थी और कंपनी जो चाह रही थी वो sirajudda तैयार नहीं द उसे चीज के लिए तो जब ये नेगोशिएशंस फुल हो जाते हैं तो उसका इंपैक्ट क्या होता है उसका इंपैक्ट ये होता है की नवाब ने बोला भैया ये प्यार से नहीं मानने वाले लाटो के भूत है बातों से नहीं मानेंगे तो नवाब मास्टर विथ 30000 सोल्जर्स तू दी इंग्लिश फैक्ट्री आते कासिम बाजार ये देखो कासिम बाजार बंगाल में एक जगह है तो वहां पे क्या होता है नवाब क्या करते हैं नवाब कौन सिराजुद्दौला सिराजुद्दौला के समझने के बावजूद भी जब कंपनी सीधे रास्ते पे नहीं ए रही थी तो सिराजुद्दौला अपने 30000 सैनिकों के साथ में इस फैक्ट्री में जाते हैं कासिम बाजार की फैक्ट्री बता दे ना मतलब जो गोडाउन था उनका वहां जाते हैं फिर वहां पे से कंपनी ऑफिशल्स को बंदी बना रहे द पता है हिस्ट्री में ऐसे ही बताया है की बंदी बना के कल कोटरी में दल देते हैं वो सारे ऑफिशल्स वहां पे मार जाते हैं karkotri में तो इसके कारण ब्यूशन स्कोर बुरा लगता है की हमारे ऑफिशल्स में मार गए ठीक तो देख कैप्चरड दी कंपनी ऑफिशल लोग दी वर हाउस वेयर हाउस को बंद कर दें बोलते द की चलो बंद करो इनकी दुकान यहां से अब कोई धंधा नहीं होगा की इनका ठीक है दिस आम ऑल इंग्लिश मैन जितने भी ऑफिसर्स द उनको सबको देशम कर दे उनके सबके हथियार छुड़ा लिए एंड ब्लॉकेड इंग्लिश तो जो इंग्लिश शिप जा रही थी अपने ब्लॉक्ड लगा दिया की बस अब इंग्लिश शिप इधर-उधर आएगी जाएगी नहीं आ मतलब इंग्लिश शिप यानी इंग्लैंड की जो शिप है तो वो सारी चीज ये मतलब ये एक्शन लिया का सकते हैं ये ये ट्रिगरिंग फैक्टर था की जब ये हुआ उसके बाद में बैटल कन्वर्ट हो जाएगी अब जो बैटल हम पढ़ रहे हैं कौन सी बैटल ऑफ प्लासी अभी भी हम बैकग्राउंड पे ये अगर देखा जाए तो ये सारी चीज होती हैं तो जब सिराजुद्दौला ऐसा करते हैं उसके बाद में एक और चीज वो करते हैं दें ही मार्च तू कोलकाता तू एस्टेब्लिश कंट्रोल ओवर दी कंपनी फोड़ देयर अब मैंने आपको बताया की वो फोर्टिफिकेशन से खुश नहीं द और कोलकाता में जो 4fication चल रहा था जो फोर्ट बना रहे द तो वो वहां पर मार्च करते हैं कौन आ सिराजुद्दौला और वहां पर जाकर जो कंपनी का जो फोर्ट था जो फोर्टिफिकेशन चल रहा था उसे पे भी अपना कंट्रोल जमा लिया तो क्या देखने को मिला यहां पे की कंपनी को एक तरह से पछाड़ दिया किसने पछाड़ दिया सिराजुद्दौला ने अब सवाल ये भी आती है की कंपनी ऑफिसर चुप बैठे रहे इस समय ठीक है कंपनी ऑफिशल्स में भी तो कुछ ना कुछ तो किया होगा ना जी हान कंपनी ऑफिशल्स ने भी इसको रीटेलिएट किया मतलब क्या-क्या इट का जवाब पत्थर से देने की कोशिश कारी और वो कुछ हद तक सक्सेसफुल भी हुए हैं ठीक है हमारे लिए वो गर्व की बात नहीं है लेकिन वहीं से क्या होता है इंडियन हिस्ट्री बदल जाती है पुरी तो ये सारा सब कुछ ध्यान रहेगा आपको अब नेक्स्ट फ्लाइट पर लेके चलता हूं मैं आपको तो sirajuddo राजो सिराजुद्दौला ने कंपनी से ये सारी हरकतें बंद करने को कहा नेगोशिएशन नहीं हो पाया तो सिराज उद उन्होंने बोला की चलो अब ऐसे नहीं तो अगर ये सीधी उंगली से नहीं निकल रहा तो टेढ़ी करते हैं फिर आज उसे दौरान एक तरह से का सकते हैं की पूरा कम खत्म करवा दिया किसका ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी का बंगाल में बंगाल में कम कंप्लीट कर खत्म करवा दिया लेकिन कंपनी ऑफिशल चुप बैठने वालों में से नहीं द उन्होंने कुछ किया क्या किया उन्होंने देखो तो कंपनी ऑफिशल सेंट ट्रूप्स अंडर दी कमांड ऑफ रॉबर्ट क्लाइव देखो कंपनी ऑफिशल्स ऐसा नहीं है की सिर्फ बंगाल में ही बैठे द उसे समय पे क्या है की साउथ इंडिया में भी कंपनी ऑफिशल्स बैठे द ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी साउथ इंडिया में भी थी तो ये साउथ इंडिया से ये क्या है विथ दी नेवी फ्लीट मतलब नेवी के साथ में नेवी की पावर के साथ में इन रिइंफोर्स विथ दी नेवी वो अपने ट्रूप्स को पहुंचने वापस कहां गया तो चलो फिर से बना देते हैं तो जैसे ये इंडिया था ठीक है साउथ इंडिया में भी ब्रिटिश द फिर से एक बार और ठीक अच्छा वाला बनाते हैं थोड़ा तो यह साउथ इंडिया में द कौन कंपनी ऑफिशल्स अब वह बंगाल से भागने के बाद में क्या होता है बंगाल से भागने के बाद में वो फिर से अपनी कुछ ट्रूप्स को पहुंचने हैं कहां पे बंगाल में की जाओ अपना फोर्ट है वहां पे अपना समान रखा है अपना ऑफिशल उसको जिनको अरेस्ट कर लिया है sirajudda नगर कोई जिंदा बचा हो तो वापस ले आना इस तरह से तो दे सेंट ट्रूप्स अंडर दी कमांड ऑफ रॉबर्ट क्लाइव तो रॉबर्ट क्लाइव के अंडर में ये सारी चीज सारी ट्रुथ को पहुंचने हैं वो देखो कहानी समझो अभी बस मेरा ऑब्जेक्टिव यही रहता है की आप हिस्ट्री पढ़ रहे हैं तो हिस्ट्री ऐसा नहीं की रतो सारी चीज पहले कहानी समझ लो एक बार मैं कहानी समझ में आएगी दूसरी बार में किरदार समझ में ए जाएंगे मतलब दूसरी बार मैं आपको कैरेक्टर्स याद हो जाएंगे तीसरी बार में डेट से याद हो जाएगी चौथी बार में ऐसा हो जाएगा की आप खुद पढ़ने लगोगे तो हिस्ट्री को प्रेशर नहीं लेना है सारी चीज धीरे-धीरे बनते जाएगी तो आप पहले कहानी समझो कहानी कहां से हम चालू करते हैं की किसने एक्शन ली सिराजुद्दौला ने एक्शन ली पहले समझाया वार्मिंग दी नहीं हुआ कुछ एक्शन ली सिराजुद्दौला ने अब सारा बंगाल में पूरा जितना भी कम था सब कंप्लीट खत्म करवा दिया ब्रिटिश का फिर क्या होता है की ब्रिटिशर्स कैसे रेट करते तो कंपनी ऑफिशल जो रहते हैं वो ट्रूप्स पहुंचने हैं अंडर दी कमांड ऑफ रॉबर्ट क्लाइव ठीक है रॉबर्ट क्लाइव कौन द कमांडर द किसके कमांडर द जब कंपनी ने अपने ऑफिशल्स को वापस से पहुंचा है बंगाल पे बंगाल को रीकैप्चर करने के लिए ये है ये टमाटर से दिखने वाले अंकल जो है ये है रॉबर्ट क्लाइव ठीक है तो रॉबर्ट क्लिफ के अंडर में क्या होता है वो ट्रूप्स को पहुंचने हैं और रॉबर्ट क्लाइव कब पहुंचने हैं फाइनली इन 1757 1757 में रोड क्लिफ लेट दी कंपनी आर्मी अगेंस्ट सिराज जो दौलत प्लासी ये प्लासी ये जो है ये प्लासी क्या है जगह का नाम है जगह का नाम कैसे पड़ा इसके पीछे कहानी में आपको बताता हूं प्लासी जो है ना तो पलाश के फूल होते हैं पलाश एक पेड़ होता है उसके फूल होते हैं समझते हैं ना पलाश उसे पेड़ से क्या बनता है होली के कलर बनते हैं जैसे गुलाल वगैरा जो है उससे वो बनते हैं तो वो पलाश ऑरेंज कलर के जो फूल रहता है तो वो पलाश के पेड़ बहुत ज्यादा पाए जाते द इस एरिया में इस जगह पे और इसी जगह लड़ाई हुई थी तो इस जगह का नाम उसे पलाश के फूल के ऊपर से प्लासी हुआ था और यहीं पे लड़ाई हुई इसलिए बैटल ऑफ प्लासी कहा जाता है इसे ठीक है तो 1757 में बैटल ऑफ प्लासी होती है ठीक कैसे होती है बटोर ऑफ प्लासी को जो कंपनी ट्रूप्स को पहुंचती है अंडर दी कमांडर शिफ ऑफ रॉबर्ट क्लाइव रॉबर्ट क्लाइव अपनी ट्रूप्स जो लेकर आते हैं वो सिराजुद्दौला के अगेंस्ट में आपस में लड़ाई हो जाती है कहां पे बटोर ऑफ प्लासी में मतलब प्लासी में लड़ाई होती है उसे बैटल को बैटल ऑफ प्लासी कहा गया ईयर था 1757 अब सवाल ये आते हैं की जीता कौन ठीक है लड़ाई तो होती है हो गई लेकिन लड़ाई में जीता कौन तो जीता कौन में ये होता है की सिराजुद्दौला जीते नहीं है सिराजुद्दौला लॉस्ट दी बैटल sirajudda हर जाते हैं मतलब अगर देखा जाए तो इंडिया हर जाता है क्यों हर जाते हैं इसके पीछे कारण है ऐसा नहीं है की हम कमजोर द हारने के पीछे कारण था अपने ही इंसान देखो डी में रीजन ऑफ डी डिफीट वास दी बेतरायल ऑफ मीर जफर अब आप बोलोगे ये कौन ए गया है नया कैरक्टर कहानी में चलिए ये समझते हैं देखो क्या होता है रॉबर्ट क्लिफ लड़ने आते हैं sirajudda से sirajudda बोलते हैं ए जाओ ठीक है लड़ लेंगे तो अब जो लड़ने के लिए आते जरूर है वो लेकिन क्या होता है की वहां पर सिराज वाला ये कॉन्फिडेंस में द क्योंकि पुरी की पुरी आर्मी लड़ेगी उनके साथ सिराजुद्दौला के साथ मतलब सिराजुद्दौला के साथ मिलके ब्रिटिशर्स के अगेंस्ट में लड़ेगी लेकिन जब बैटल ऑफ प्लासी में रॉबर्ट क्लाइव ब्रिटिश फोर्सेस को उतरने हैं और उनके अगेंस्ट में कौन है sirajuddala के आर्मी तो सिराजुद्दौला के आर्मी में एक इंसान द कमांडर द कौन उनका नाम था मीर जफर तो ये मीर जफर जो द मीर जफर धोखा दे जाते हैं ठीक है ये बिट्रेट तो इनके भी ट्रेल के चलते क्या होता है हम हर जाते हैं या फिर सिराजुद्दौला हर जाते हैं तो मीर जफर और कौन से मिर्जापुर तो ही वास दी कमांडर इन दी आर्मी ऑफ सिराजुद्दौला सिराजुद्दौला की जो आर्मी थी उसमें कमांडर द मीर जफर ठीक है ही बिट्रेट बाय नॉट पार्टिसिपेटिंग इन दी बैटल तो उन्होंने कैसे धोका दे दिया उन्होंने बोल दिया हान sirajudda से बोला लड़ाई होगी ना तो अपन लड़ेंगे मिलके और इस कमांडर ने क्या कर दिया कर दिया की मेटल ऑफ प्लासी में अपनी एक आर्मी की टुकड़ी को ले ही नहीं गए मतलब एक जो पार्ट था आर्मी का वो गया ही नहीं लड़ने आप दिखती है बात है की आप लड़ने जाओगे और आपके पास सोल्जर्स नहीं रहेंगे आपके आदमी नहीं देगी तो आप हर ही जाओगे ना तो ये धोखा दे दिया किसने मीर जफर मीर जफर के धोखे के चलते क्या होता है सिराजुद्दौला जो रहते हैं वो बैटल ऑफ प्लासी हर जाते हैं अभी आपके मैन में सवाल आया होगा की मीर जफर ने धोखा दिया तो दिया क्यों ठीक है देखो ये ब्रिटिशर्स चालक द नो डाउट बहुत पहले से चालक था और इनकी चालाकी यहां पे सामने आएगी की इन्होंने क्या कर दिया आ मीर जफर जो द तो ब्रिटिशर्स ने मीर जफर को क्या कर दिया ब्राइब कर दिया ही वास लोड बाई क्लाइव ठीक है रॉबर्ट क्लाइव ने क्या कर रॉबर्ट क्लाइव ने बोला की रॉबर्ट क्लाइव को दिख रहा था पावरफुल रूलर है सीधे नहीं हरा पाऊंगा तो रॉबर्ट क्लिफ ने अंडर दी टेबल क्या किया एक तरह से रिश्वत दे दिया फिर का सकते हैं एक तरह से बोलते हैं ना बहका दिया किसको मीर जफर को बहका दिया कैसे bahkaya ही vayuard बाय क्लाइव बाय प्रॉमिस ऑफ मेकिंग हिम नवाब आफ्टर डी रिपीट ऑफ सिराजुद्दौला तो रॉबर्ट क्लाइव ने ये बोला देखो हम इंडिया में रूल करने नहीं आए किस से बोला मिल जाओ फिर से मिर्जापुर को समझाया बहला भला कैसे बोलते हैं की हम रूल करने तो आए नहीं है हमें तो हमारा ट्रेड करना था सिराजुद्दौला ने हमारी कंपनी वगैरा सब पे कब्जा कर लिया है तो आप हमारी लड़ाई में मदद करवा दो बस आप हमारी लड़ाई में मदद karvaoge मीर जफर से बोल रहा है कौन रॉबर्ट क्लाइव लड़ाई में मदद करवा दो आप हमारे साथ मिल जाओ और एक बार हम सिराजुद्दौला को हरा देंगे तो हम आपको राजा बना देंगे वहां का नवाब बना देंगे ठीक है बाय दी प्रॉमिस ऑफ मेकिंग हिम नवाब कहां का नवाब बंगाल का आफ्टर दी डिफीट ऑफ सिराजुद्दौला और अमीर जफर लाल जी द ठीक है इन्होंने धोखा दे दिया किसे सिराजुद्दौला को तो ये थी बैटल ऑफ प्लासी अभी अच्छा देखो टॉपिक से बाहर जा के बता रहा हूं लेकिन बहुत अच्छी चीज samjhiega इस चीज को क्या होता है की इतिहास गवाह है ठीक है हिस्ट्री इसे दी प्रूफ इत्सेल्फ की जब भी हम हरे हैं हमारे ही लोगों के कारण ए रहे हैं कैसे जब मोहम्मद गोरी ने हमला किया था उसे समय पृथ्वीराज चौहान के सामने जयचंद ने धोखा कर दिया था ठीक है जचने ने धोखा किया और अगर अभी देखोगे तो ब्रिटिशर्स आए अगर सिराजुद्दौला को धोखा नहीं देते कौन मीर जफर तो शायद सिराजुद्दौला जीत जाते और ब्रिटिशर्स अपना कब्जा कर ही नहीं कर पाते लेकिन ये जो बैटल ऑफ प्लासी ये टर्निंग पॉइंट है क्यों क्योंकि ये पहला इवेंट था जब जहां पर ब्रिटिशर्स ने पहली बार मिलिट्री कॉन्टैक्ट किया है मतलब लड़के किसी इंडियन नवाब को हराया तो अब जीत गए अब उनके पास पावर ए गई है पावर ए गई है और वो जो चाह रहे द की उनके पास कोई पपेट रोलर हो कठपुतली वाला राजा हो जो उनके इशारों पे नाचे मीर जफर को उन्होंने का पेट्रोल बना के बैठा दिया अपना ठीक है तो उसे सेंस में क्या है की यहां से हम देखते हैं की शिफ्ट ऑफ पावर देखने को मिला की बंगाल का नवाब जरूर मिल जाओ फिर रहेगा लेकिन बेंगलुरु का चलाएगा कौन बंगाल को अब चलाने वाला है तो ब्रिटिश हो गए ईस्ट इंडिया कंपनी हो ना तो वो चेंज आए यहां से ठीक है ये चीज आपको ध्यान रखना है बैटल ऑफ प्लासी क्या थी ये पूरा हमने पढ़ा तो एक बार अगर रीकैप करें इस चीज को तो आपको ध्यान रखना यहां से लीवर दी खान की डेथ के बाद में सिराजुद्दौला नवाब बनते हैं सिराजुद्दौला खुश नहीं द किस ब्रिटिशर्स द ना ब्रिटिशर्स सिराज जो दौलत से खुश द सिराजुद्दौला ने सीधी वार्निंग दे दी की तुम हमारी इंटरनल अफेयर्स में इंटरफेयर करना बंद कर दो नेगोशिएशन हो नहीं पाते हैं सिराजुद्दौला पछाड़ देते हैं किसको कंपनी ऑफिशल्स को बंगाल में लेकिन फिर वो वापस जब हमला करते हैं कंपनी ऑफिशल्स किसके अंडर में रॉबर्ट क्लिफ के अंदर में तो रॉबर्ट क्लाइव अब क्या करते हैं एक तरह से रिश्वत दे देते एक तरह से पहला फैसला लेते हैं मीर जफर को और उसके चलते हैं जो बैटल ऑफ प्लासी कब होती है 1757 में उसमें कौन हर जाता है और सिराजुद्दौला के हारने के बाद में ही ये जो इवेंट है बैटल ऑफ प्लासी जो यहां से इंडियन हिस्ट्री को टर्न दे देता है ये पहली मिलिट्री कॉन्टैक्ट होती है ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की इंडिया में ठीक है ए गया समझ में चलो यहां तक सारी चीज समझ में ए गई अब इस बैटल के बाद में अगली बटोर होती है बैटल ऑफ बक्सर ये दो बैटल इंपॉर्टेंट है तो लगे लगे ही होती है मतलब पंच सात साल का गैप पीरियड रहता है और दूसरी बैटल हो जाती है बैटल ऑफ बक्सर तो बैटल ऑफ बक्सर क्या है चलो बक्सर के बारे में बटोर ऑफ बक्सर के बारे में क्या पढ़ने वाले हैं की बटोर ऑफ बक्सर क्यों हुआ क्या हुआ बैटल ऑफ बक्सर में तो यही सारी चीज आपको इस वीडियो में जानने को मिलेगी इससे पहले वाले वीडियो में मैंने आपको बैटल ऑफ प्लासी के बारे में बताया था और ये भी बताया था की बैटल ऑफ प्लासी जो है तो वो एक तरह से टर्निंग पॉइंट रहा इंडियन हिस्ट्री का ईस्ट इंडिया कंपनी के लिए टर्निंग पॉइंट रहा पूरे की पुरी जो हम आज जो भी पढ़ रहे हैं इंडियन हिस्ट्री जिसमें ब्रिटिश का इतने इंपॉर्टेंट रोल होता है तो वो पिक्चर जो उन्होंने किया इंडियन हिस्ट्री पे वो यहीं से करना स्टार्ट किया था ठीक है अब मैंने ये भी बताया था आपको की बट्टा ऑफ प्लेजियम हार्ट क्यों हैं सिराजुद्दौला क्यों हार्ट हैं क्योंकि उन्हें के मिलिट्री कमांडर मीर जफर उन्हें धोखा दे देते हैं अब मीर जफर धोखा दे देते हैं बैटल ऑफ प्लासी ब्रिटिश जीत जाते हैं उसके बाद में क्या होता है कंपनी जीतती है मेटल ऑफ प्लासी उसके बाद में जो इवेंट्स हैं इवेंट्स आफ्टर दी बैटल ऑफ प्लासी वो इस तरह से कुछ क्या होता है सिराजुद्दौला वास एसासिनेटेड सिराजुद्दौला को मार दिया गया लड़ाई के बाद में फिलहाल मार गए ठीक है तो सिराजुद्दौला की डेथ के बाद में क्या होता है मीर जफर वाज मेड दी नवाब अब देखो क्या है मीर जफर वाज मेड इन अब सवाल ये आया होगा की क्यों बनाया पहले तो तो बहुत से लोग ऐसे समझेंगे की ब्रिटिश ने वादा किया था किस मीर जफर से वादा किया था की तुम हमारा साथ दे दो तो हम तुम्हें नवाब बना देंगे सिराजुद्दौला की डेथ के बाद में तो इतने कोई ऐसा नहीं का सकते की अपने वचन के पक्के द ये लोग उन्होंने इसलिए बनाया की उसके पीछे एक कारण है मतलब एक सवाल ये भी ए सकता है आपके मैन में की कंपनी थी ईस्ट इंडिया कंपनी वो खुद नवाब क्यों नहीं बन गए यहां तो उन्होंने जीत हासिल की ना अधिकतर क्या होता है लड़ाइयां में जैसे ऐसा होता है लड़ाइयां में की दो इंसान हैं अगर लड़ रहे हैं ठीक है तो दो इंसान अगर लड़ रहे हैं या ना इंसान इसको मार देता है ठीक है ये मार दिया एक पैर रह गया पूरा मार दिया तो उसके बाद में इस इंसान के पास में पुरी पावर है की वो उसकी सारी रिसोर्सेस को अपने अंडर में ले ले वो खुद इसकी जगह पे बैठ जाए ऐसा होता था पहले लड़ाई जब युद्ध होते द तो ऐसे ही होता है ना एक राजा दूसरे राजा को हराकर उसकी किंगडम के ऊपर कब्जा कर लेता था तो ज्यादा पुराना मतलब कोई इतना मॉडर्न टाइम भी नहीं है आज के टाइम का ये तो उसी समय पुराना जब युद्ध वगैरा चलते द उसी समय का टाइम है तो ब्रिटिश जो द या फिर ईस्ट इंडिया कंपनी जो थी वो खुद नवाब क्यों नहीं बने एक सवाल ये भी ए सकता है आपके मैन में तो देखो कारण समझता हूं मैं आपके पहले क्या होता है की सिराजुद्दौला की हर के बाद में मीर जाफर को नवाब बनाएगा तो वो इसलिए क्योंकि ब्रिटिश ये नहीं चाहते द या फिर ईस्ट इंडिया कंपनी ये नहीं चाहती थी वो खुद नवाब बने क्यों क्योंकि उनका मोटिव क्या था वो क्यों आया था जरा रिकॉल करो स्टार्टिंग से वो इंडिया में इसलिए द ताकि वह यहां से ट्रेड कर सके ट्रेड करें यहां से पैसा कमाए ओ यार रूल करने नहीं आए द ना तो जब वो यहां ट्रेड करने आए द तो उन्होंने सोचा की हमें नवाब बनने से क्या लेना देना अपना पॉकेट नवाब बिठाऊ खूब ट्रेड करो खूब पैसा कमाओ और अपने घर ले जाओ इस तरह की सोच थी उनकी तो उसके चलते वो खुद नवाब नहीं बने और एक और कारण था जैसे क्या होता है की यहां के जो लोकल मास थी लोकल मास मतलब जो जनता थी आम जनता आम जनता देखिए की ये रता रथ क्या हो गया हमारा राजा हरा और कोई एक गोरा सा आदमी ए गया हमारा राजा बांके बैठ गया तो आम जनता प्रोटेस्ट कर देती है तो ब्रिटिश ने ईस्ट इंडिया कंपनी ने क्या सोचा की बेहतर यही रहेगा की यहां के एक लोकल इंसान को क्या बनाया जाए नवाब बनाया जाए लोकल इंसान को क्या दी जाए पावर दी जाए जो हमारा जो हमारे पोपट की तरह कम करें जो हमारी एक कठपुतली की तरह कम करें तो इसलिए वो खुद नवाब नहीं बने ए गया समझ में तो वो नवाब किसको बनाते हैं वो नवाब बनाते हैं मीर जफर को ये मीर जफर मैंने आपको सब दिखा दिए मुर्शिद कोली खान भी है लीवर भी खान भी सिराजुद्दौला भी और ये है मीर जफर सारी सब की फोटोस ध्यान रखना ठीक है ये हो गया और उसके बाद में क्या होता है बिग बॉस इंटरेस्टेड मोर इन ट्रेड नोट इन टेकिंग ओवर दी एडमिनिस्ट्रेशन ये मतलब कंपनी ट्रेड में इंटरेस्टेड थी एडमिनिस्ट्रेशन में ही कंपनी को यानी इस चीज में कोई इंटरेस्ट नहीं था की यहां के मसाले सुलझाए कंपनी की कौन ने किसको मार दिया कौन ने किसको लड़ाई कर दी किसके यहां क्या मर्डर हो गया किसको सजा देंगे किसको सजा नहीं दे कंपनी चीज में बिल्कुल इंटरेस्टेड नहीं द एडमिनिस्ट्रेशन में कंपनी किस में इंटरेस्टेड थी ट्रेड में इंटरेस्टेड थी अब जब कंपनी ट्रेड में इंटरेस्टेड थी तुमने बोल दिया की राजा कोई बने कोई राज्य कोई भी चला है नवाब कोई भी रहे हमें उससे कुछ लेना देना नहीं हमें तो ट्रेड चाहिए और ट्रेड ऐसा चाहिए की जिससे हमें फायदा मिले तो उसके चलते क्या होता है उसके चलते जो कंपनी थी उसने खुद नवाब बन्ना पसंद नहीं किया ए गया समझ में इसका आंसर ये है फिर आगे और अगर पढ़ते हैं हम आगे बढ़ते हैं तो फिर क्या है कंपनी फाउंड इट डिफिकल्ट तू वर्क विद दी परफेक्ट नवाब अलसो दिक्कत ये हो जाती की जो सोचा था कंपनी ने की हम किसी को प्राइवेट नवाब बना देंगे और अपना ट्रेड करते रहेंगे तो कंपनी को कुछ समय बाद में ऐसा लगता है क्या की इट वाज डिफिकल्ट तू वर्क विद दी परफेक्ट नवाब अलसो ये जो पपेट नवाब बनेंगे पपेट नवाब मतलब क्या होते हैं परफेक्ट नवाब मतलब जो जैसे मैं जफर क्या है की इनके हाथों की कठपुतली की तरह कम करेंगे दिख रहा है नवाब है वो लेकिन है किसके अंडर में ईस्ट इंडिया कंपनी के अंडर में तो उसके चलते क्या है कंपनी ने ये सोच के बनाया जरूर था नवाब परफेक्ट नवाब मीर जफर को लेकिन कंपनी को बाद में ऐसा लगा इट इस डिफिकल्ट तू वर्क विद मीर जफर अलसो क्यों क्योंकि उसकी पिक्चर कारण है देखो क्या होता है की दिख रहा है की सिर्फ दिखने के लिए ही कौन मीर जफर क्या बने हैं नवाब बने हैं लेकिन मीर जफर के ऊपर एक रिस्पांसिबिलिटी रहेगी क्योंकि जो राज्य की जनता है वो तो इनसे एक्सपेक्टशंस लेके बैठी रहेगी इनसे एक्सपेक्टशंस लेके बैठ जाएगी की हमारे नवाब हैं अगर कुछ गलत होगा तो ये सही करेंगे ये जो है तो का सकते हैं की जो पूरा का पूरा probins है बंगाल प्रोविंस उसको डिवेलप करेंगे ये सारी चीज कंपनी की एक्सपेक्टशंस रहेगी मीरजाफर से और मिल जफर को अंदर ही अंदर पता है की मैं तो सिर्फ कठपुतली हूं किसकी कठपुतली हूं ईस्ट इंडिया कंपनी की तो कम नहीं करते द सही से मतलब ये होता था की बिकॉज बेसिक अपीरियंस ऑफ डिग्निटी एंड सॉवरेन्टी वैसे तू बी मेंटेन अब ऐसा भी नहीं की ब्रिटिश कठपुतली है इसका मतलब राज्य वहां पे जो दरबार का दरबार में जाके ऐसे मिर्जापुर को चलते फिरते बोलेंगे की ऐसा कर लो वैसा कर लो कंपनी को भी क्या करना पड़ेगा एक बेसिक अपीरियंस ऑफ डिग्निटी एंड सॉवरेन्टी बी मेंटेन उन्हें ऐसा दिखाना पड़ेगा की नहीं नहीं ये दावा है हम तो इनके अंडर में क्या है ट्रेड हैं आगे समझना मतलब झूठ मूठ का नाटक करना पड़ेगा कंपनी को भी पता है की पावर अपने पास से ये तो अपन ने बिठाया है इस आदमी को तो ठीक है सी आर सी किंग में करिए इस जस्ट दी किंग इस तरह की कहानी थी यहां पे लेकिन कंपनी को ये बेसिक अपीरियंस को मेंटेन करके रखना पड़ता था लोगों को ऐसा देखना चाहिए की नवाब मीर जफर ही है और उसके चलते क्या होता था समझना इस चीज को बिकॉज बेसिक अपीरियंस ऑफ डिग्निटी एंड सॉवरेन्टी वास तू बी मेंटेन एंड ड्यू तू दिस देयर नॉट आगे फुल आगे डी कंपनी वांटेड तू बी और इसी के चलते क्या होता था ये जो नवाब हुआ करते द पपेट नवाब भी दे आर नॉट आगे फुल आगे कंपनी वांटेड तू बी कंपनी तो ये चाहते द की पुरी की पुरी किंगडम का पैसा हमें हमारे जेब में दल दे लेकिन नवाब वो कर नहीं सकते द क्यों क्योंकि नवाब को अपने आप को भी थोड़ा नवाब की तरह रखना पड़ेगा ना थोड़े नखरे तो दिखाना पड़ेगा नहीं तो जनता कैसे उन्हें नवाब मानेगी तो उसके चलते क्या होता था इनके बीच में तालमेल बन नहीं पता था उतना अच्छा और इसी कारण से कंपनी को ऐसा लग रहा था की कंपनी फाउंडेड डिफिकल्ट तू वर्क विद परफेक्ट नवाब और कंपनी को इसी कारण से ऐसा लग रहा था की यार पपेट नवाब के साथ में कम करना थोड़ा सा मुश्किल है ए गया समझ में तो ये दिक्कतें चल रही थी सारी अब इन्हीं दिक्कतों के बीच क्या होता है इन्हीं दिक्कत हो के बीच होता है दिस टर्न इन अनदर बैटल और इन्हीं दिक्कत हो के चलते एक अगली बैटल बन जाती है देखो अगर उन्होंने पावर बैलेंस ऑफ पावर की अगर बात की जाए तो दिख रहा है की मीर जफर पपेट एक तरह से रूलर है पपेट रोलर है और कंपनी भी क्या कर रही है ऐसे दिखाने की कोशिश कर रही है अब वो जब दिखाने की कोशिश करती थी तो कभी-कभी नवाब कहीं पे ऐसे फैंस जाते द की जहां पे उनको ब्रिटिशर्स को कुछ कंसेशन देने से माना करना पड़ता था या फिर कभी-कभी क्या हो जाता था की ब्रिटिशर्स जैसा चाहते द रसना अब आप करते नहीं द तो कनफ्लिक्ट इनके बीच में भी आपस में चलते रहते द और इसी के चलते एक दूसरी बैटल हो गई अब जो बैटल होगी वो होगी बैटल ऑफ बक्सर ये बैकग्राउंड समझ में आया बटोर ऑफ बक्सर का सिराजुद्दौला की डेथ के बाद में मीर जफर को नवाब बनाया गया है लेकिन नवाब बनाने के बावजूद भी कंपनी उतना खुश नहीं थी क्योंकि वह जैसा चाहते द वैसा हो नहीं रहा था ठीक है कौन जैसा ईस्ट इंडिया कंपनी चाहती थी वैसा हो नहीं रहा था क्योंकि अधिकतर नवाब जो औरत है तो अपने सब्जेक्ट्स के बारे में ज्यादा सोचते द सब्जेक्ट्स मतलब ऐसा नहीं हिंदी इंग्लिश मैथ्स साइंस सब्जेक्ट्स मतलब अपनी जनता के बारे में नवाब जनता के नवाब द ठीक है और ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी क्या चाहती थी वो तो पैसा एक्ट करना चाहते हैं यहां से अब क्या होता है की मीर जफर जफर जो है जो powpet रूलर द एक टाइम सी प्रोटेस्टेड फॉर इस सब्जेक्ट ठीक है तो कभी-कभी वो अपने लोगों के लिए प्रोटेस्ट भी कर देते द किसके अगेंस्ट में ईस्ट इंडिया कंपनी के और ईस्ट इंडिया कंपनी को ये बुरा लगता था की यार ये हमें हमने इसे बैठाया है और ये नवाब बन के बैठा है तो पूरे ही नवाबी दिखा रहा है ठीक है तो उसके चलते क्या है वो कभी-कभी प्रोटेस्ट कर देते और देयर फॉर कंपनी डिपोज्ड हिम एंड इंस्टॉल्ड मीर कासिम सैन इन लॉ इन हिज प्लीज ये देखो क्या है तो कंपनी ने देखा की चलो ये नवाब आप सच में नवाब बनने की कोशिश कर रहे हैं ये तो हमारे पपेट रोलर है और ये प्रोटेस्ट कर रहे हैं तो कंपनी ने गुस्से में आके क्या कर दिया कंपनी ने कंपनी डिपोज हिम एंड इंस्टॉल्ड मीर काशी मीर कासिम कौन है अभी समझता हूं लाओ americasim को देखना चाहेंगे आप यह देखिए यह है मीर कासिम ठीक है अब ये मीर कासिम जो द तो ही वास दी सैन इन लॉ ऑफ मीर जफर ठीक है मीर जफर के सनी लो दामाद जो होते हैं ना तो मीर जफर के दामाद द मीर कासिम अब कंपनी ने क्या बोला की आपके ससुरजी जो है वो अच्छे से कम नहीं कर रहे हैं जैसे हम चाह रहे हैं वैसे कम नहीं कर रहे हैं वो प्रोटेस्ट कर दे रहे हैं अपने सब्जेक्ट्स के लिए तो हम mirkasim तुम्हें नवाब बनाते हैं तो इस तरह से उन्होंने क्या कर मिर्जापुर को हटाया मीर कासिम को क्या बना दिया उनकी जगह पे नवाब बना दिया ठीक है अब ये क्या गारंटी थी की मीर कासिम भी प्रोटेस्ट नहीं करेंगे वही चीज आगे होती है क्या क्या की बट आफ्टर ए टाइम ऑफ पीरियड बट आफ्टर ए टाइम ऑफ पीरियड mirkasim अलसो कंप्लेंट अगेंस्ट दी कंपनी ऑफिशल उन्होंने भी बोलना स्टार्ट कर दिया मेरे सामने की आपने हमें नवाब तो बना दिया लेकिन हमें नवाब भी तो दिखाना पड़ेगी थोड़ी सी तो मीर कासिम ने भी कंप्लेंट करना स्टार्ट कर दिया किसके अगेंस्ट में कंप्लेंट करना स्टार्ट कर दिया मीर जफर के अगेंस्ट में अब उसके चलते दिक्कत क्या होती है उसके चलते दिक्कत ये होती है की बैटल हो जाती है अब देखो समझना इस चीज को की जब मीर जफर को हटाया गया था और मीर कासिम को क्या बनाया गया था नवाब बनाया गया था तब चीज आसान थी कैसे आसान थी की उन्होंने बोल दिया की नहीं चेंज हो रहा है चेंज ऑफ पावर हो रहा है चेंज ऑफ पावर मतलब क्या है चेंज ऑफ पावर यानी उन्होंने बोल दिया की मीर कासिम को बिठा रहे हैं हम अब बुजुर्ग होगा आपको हटा रहे हैं इस तरह से जब चेंज ऑफ पावर थी लेकिन अब जब मीर कासिम बन गए द नवाब और अमीर कासिम को जब हटाया जाएगा तो वो आसानी से नहीं हते है गए हते के बाद वो फिर हमला करते हैं और फिर जब हमला करते हैं तो वो बैटल ऑफ बक्सर होती है तब बैटल ऑफ बक्सर जो होती है तो वो बटोर ऑफ बक्सर क्या है बटोर ऑफ बक्सर के बाद में amirkashi में भी रूलर द बटोर ऑफ बक्सर में अमीरखान को हटाया जाता है मीर कासिम को हटाने के बाद में वापस तू कवर कौन करेंगे मीर जफर करेंगे समझना देखो कहानी उलझी हुई है थोड़ी सी लेकिन हम उसको सुलझा लेंगे मीर कासिम मीर जफर जो द मीर जफर को क्या किया मीर जफर को हटाया ठीक है मीर कासिम को नवाब बना दिया कारण क्या था कारण ये था की वो अपने सब्जेक्ट के टुवर्ड्स ज्यादा थोड़े से तिलतेड द ठीक है और कंपनी चाहती थी की नहीं हमारा बिल्कुल ही गुलाम बन के रहे हैं नवाब अमीर कासिम को बनाया तो मीर कासिम भी कुछ समय के बाद में वापस क्या करने लगे नखरे दिखाने लगे हो मेरे खासिम नहीं बोलते की नहीं जनता के बारे में तो मैं बात करूंगा तो वो पसंद नहीं आया ब्रिटिशर्स को अब उन्हें भी हटाना था उन्हें हटाने के लिए लड़ाई होती है बैटल ऑफ बक्सर अब बैटल ऑफ बक्सर में आपको ये ध्यान रखना है आगे बताऊंगा मैं और आपको की मीर कासिम जो द ना तो मीर कासिम ने अपने साथ और भी लोगों को जोड़ लिया था और भी लोगों को किस-किस को जोड़ा था पता है शाह आलम तू जो दिल्ली के एंपरर द उन्हें जोड़ लिया ठीक है उसके बाद में जो पड़ोसी प्रोविंस था अवध का तो अवध के पड़ोसी प्रोविंस से शुरुआत चिल्ला रहा था वीडियो में तो वो स्वाद वाला का अपने साथ जोड़ लिया तो तीन लोगों की टीम बनती है और वो बटोर ऑफ बक्सर में उतर थी किसकी अगेंस्ट में ब्रिटिशर्स का अगेन इसमें ईस्ट इंडिया कंपनी के अगेंस्ट और यहां पे फिर बटोर ऑफ बक्सर में कौन जीत जाता है अनफॉर्चूनेटली पेट्रोल के बक्सर फिर से ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी जीत जाती है बटोर ऑफ अक्षर में जितने के बाद में वो क्या करती है ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी अब mirkasim को तो हरा दिया मीर कासिम के साथ-साथ में जो और दो पार्टनर्स आए द उन्हें भी हरा दिया उनके बारे में आगे पढ़ेंगे तो अब जब सबको हरा दिया मीर कासिम ने ये ध्यान रखना मैंने बोला तीन लोग द बटोर ऑफ बक्सर में ठीक है ये तीन लोग ध्यान रखना आप तो मीर कासिम जो द मीर कासिम वाज डिफॉल्ट डिफीटेड इन बैटल ऑफ बक्सर कब हराया जाता है उन्हें 1764 तो बटोर ऑफ बक्सर कब हुई थी 174 ठीक है 1764 में बैटल ऑफ बक्सर में मीर कासिम हार्ट हैं और मीर कासिम के हारने के बाद में फिर से किसको नवाब बनाया जाता है एंड अगेन मीर जफर वाज रे इंस्टॉल्ड अस नवाब अब देखो कहानी में यहां टेस्ट आया अब बोलोगे क्या हो रहा है ये एक को हटा रहे हैं दूसरे को बना रहे हैं फिर वापस उसी को बिठा रहे हैं ठीक है तो मैं उसके पीछे एक्सप्लैनेशन देता हूं आपको कारण samjhaunga तो आपको चीज समझ में ए जाएगी पहले इन्होंने प्रोटेस्ट किया था इसलिए हटा दिया अमेरिका सिम को बना दिया उन्होंने सोचा था आमिर खांसी में प्रोटेस्ट नहीं करेंगे लेकिन हुआ क्या मेरी कासिम में भी प्रोटेस्ट कर दिया और अब हटा आसान नहीं था तो लड़ाई होती है बैटल ऑफ बक्सर बैटल ऑफ बक्सर के बाद में वापस से किसको रिस्टोर कर देते हैं वो बटोर ऑफ बक्सर के बाद में मीर कासिम को हारने के बाद में वो रीइंस्टॉल कर देते हैं मीर जफर को अब मीर जफर को जब फ्री इंस्टॉल किया उन्होंने तो वो आपके मैन में सवाल ये ए रहा होगा क्यों एक आदमी को जब एक बार आपने हटा दिया था वापस उसे क्यों आपने रीइंस्टॉल किया तो वही वो बात रहती है ना ऐसे तूने किसी को भी रोड चलते आदमी को बिठा दोगे आप बोल दोगे की आ आज से आप नवाब बन रहे हो बंगाल के और उसी के साथ-साथ में जो मेज ऑफर द उन्होंने प्रॉमिस किया किस चीज का प्रॉमिस किया की आप मुझे नवाब बना दो मीर कासिम को तो आपने हरा दिया है अब मुझे फिर से नवाब बना दो मैं आपको बहुत सारा पैसा दूंगा आगे अन गिफ्ट ठीक है तो कंपनी किस लिए आई थी मैंने आपको ये बताया कंपनी का मोटिव क्या रहता है सिर्फ पैसा कामना तो कंपनी ने उसे मोटिव के चलते क्या किया मीर जफर को फिर से रिस्टोर कर दिया एक बार स्नैपडील बस लास्ट क्या मी कासिम ओह सॉरी सबसे पहले क्या था सिराजुद्दौला सिराजुद्दौला की डेथ हो जाती है किसको इंस्टॉल किया जाता है मीर जाफर को मीर जफर जा प्रोटेस्ट करते हैं दोनों हटा के मेरे कासिम को मीर कासिम भी बाद में प्रोटे करते हैं तो बेटा बक्सर होती है बटोर ऑफ बक्सर के बाद में वापस से कौन ए जाता है मीर जफर ठीक अब आपके मैन में सवाल ये आया होगा व्हाट हैपेंड आफ्टर बैटल ऑफ बक्सर बैटल ऑफ बक्सर के बाद में क्या हुआ तो अब नेक्स्ट वीडियो में हम वही पढ़ने वाले हैं देखो ये बैटल ऑफ बक्सर हो रही है अब नेक्स्ट वीडियो में हम आपको यही बताएंगे की इवेंट्स आफ्टर दी बैटल ऑफ बक्सर देखो बैटल ऑफ प्लासी और बैटल ऑफ बक्सर दोनों लगा लगा है एकदम अलग-अलग कैसे हैं की 1757 में बैटल ऑफ प्लासी हुई है और 17 64 में बैटल ऑफ बक्सर हुई है आसपास की इवेंट्स द अब इन आसपास के इवेंट्स के बाद में क्या होता है इन आसपास के इवेंट्स के बाद में होता ही है परिणाम ये निकलता है की ब्रिटिश जो है वो और पावरफुल होते जाते हैं मैंने आपको बताया ना की तीन लोग द तो उसमें से एक तो डाली का एंपियर एक बाजू वाले प्रोविंस अवध का एम्पायर तो आप ब्रिटिशर्स अब बंगाल से और बाहर जाना स्टार्ट कर देंगे तो क्या-क्या इवेंट्स होते हैं मीर जफर को वापस बिठाया तो मीर जफर ने कितने पैसे देने की वादा किया फ्रेंड्स आफ्टर बैटल ऑफ बक्सर क्या है ये चीज देखो अभी तक सारी लड़ाई है हम देख चुके हैं कौन-कौन सी बटोर ऑफ प्लासी हमने समझा बैटल ऑफ बक्सर हमने पढ़ा और समझा अब ये सारा सब कुछ पढ़ने के बाद में समझने के बाद में हमें क्या क्लियर हो गया अब हमें ये क्लियर हो गया की अब इंडियन के हाथ में से इंडियन navabs के हाथ में से चीज निकल चुकी है क्यों सिराजुद्दौला को भी हरा दिया मीर कासिम को हरा दिया जो दिल्ली के अंदर द शाह आलम उन्हें भी हरा दिया सबको हरा दिया इन्होंने अब सबको हारने के बाद में पावर किसके पास ए गई थी सबको हारने के बाद में पावर ए गई थी एक तरह से हम देखते हैं ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के पास में अब ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने यहां से क्या करना स्टार्ट किया क्या बदलाव बनाना स्टार्ट किया तो आफ्टर दी रे इंस्टॉलेशन ऑफ मीर जफर अस नवाब ऑफ बंगाल अब सवाल ही आता है जो हमने पिछली वीडियो में भी डिस्कस किया की मीर जफर को पहले नवाब बनाया हटा दिया फिर वापस नवाब बना दिया ऐसा क्यों कर रहे द मजा ए रहा था क्या इसमें तो जी नहीं मीर जफर को वापस नवाज़ इसलिए बनाया उन्होंने सोचा की लोकल रूलर होना चाहिए और दूसरी चीज मीरजाफर ने बोला की अब मैं बुजुर्ग हो गया हूं थोड़े दिन और जिंदा रहूंगा नवाब बना दो ना तो मेरा चैनल बना दो और उसी के साथ-साथ उन्होंने पैसे देने का प्रॉमिस किया था तो कितने पैसे अब ये samjhiega ठीक है ही वो फोर्स तू पे 500 थाउसेंड या फिर ₹500 थाउसेंड एवरी मंथ तू कंपनी कब की बात कर रहे हैं ये ये हम बात कर रहे हैं 1764 की देखो सोचो 1764 में 5 लाख रुपए पर मंथ आज भी 5 लाख रुपए पर मंथ काफी होता है ठीक है बहुत होता है और उसे समय मैं 5 लाख पर मंथ कितना होता होगा सोचो तो इतना पैसा क्या करते द इतना पैसा नवाब जो द कहा के नवाब बंगाल के नवाब कौन द मीर जफर वो पे करते द किसको वो पे करते द कंपनी को क्यों क्योंकि गिफ्ट है ये बस हमारी तरफ से एक छोटा सा तोहफा छोटा सा तोफा ठीक है वो पे करते द अब क्या होता था लेकिन वो ऐसा बोलते हैं ना की लालच बुरी बाला है तो वही चीज यहां पे ये कंपनी स्टील वांटेड मोर लालची द ठीक तो कंपनी को और चाहिए था कंपनी सोचती थी और पैसा मिल जाए तो मजा ए जाएगा क्योंकि हमारे पास था पैसा जैसे आपको दिख रहा है की एक खजाना है यहां पे करोड़ रुपए रखे हैं और आप को 5 लाख ही मिल रहे हैं तो आप इस वक्त की कम है ना ये दोस्तों इंडिया सोने की चिड़िया ऐसी थोड़ी ना कहा जाती है बहुत पैसा था तो कंपनी और छाती थी अब कंपनी जो जब और चाहती थी और राजा तो वो बोलेगा की 5 लाख में जान निकल रही है हमारी तुम और पैसे चाह रहे हो तो इस तरह से फिर टेंशन डिवेलप होने लगा तो देयर फॉर बाय दी टाइम मीर जफर डिड इन 1765 ज्यादा समय नहीं चला 74 में हमने देखा बेटा लोग बक्सर होती है 75 में सॉरी 64 में बटोर ऑफ बक्सर होती है और 1765 में डेथ हो जाती है मीर जफर की तो अब कंपनी का मूड ऐसा खट्टा सो गया बोला की क्या पपेट नवाब बनाते रहो बार-बार किसी को बनाओ वो मार जाता है वो कभी प्रोटेस्ट कर देता है हमारी जिसमें तो देयर फॉर बाय दी टाइम मीर जफर डिड इन 1765 दी मूड ऑफ डी कंपनी हेड चेंज्ड अब कंपनी का मोड बदल गया कंपनी ने क्या बोला की अब कोई ज्यादा और मतलब नो मोर पॉकेट navabs आप कोई पोपट नवाब की जरूरत नहीं है अब हम खुद नवाब बनेंगे तो रॉबर्ट क्लाइव जो है वो डिक्लेयर करते हैं क्लाइव डिक्लेयर्ड सी मस्ट इंदीद बिकम navabs अवर सेल्फ मतलब हम खुद नवाब बनेंगे कौन ईस्ट इंडिया कंपनी के लोग अब नेक्स्ट वीडियो जो होगा ना हम यही पढ़ेंगे की कंपनी ऑफिशल विक्रम नबॉब्स नबॉब्स क्यों क्योंकि नवाब का अगर आप देखो इंग्लिश साइज वर्जन तो नवाब को सी आर navabs इस तरह से ठीक है तो रॉबर्ट क्लाइव बोलते हैं सी मस्ट इंदीद बिकम navabs अवर सेल्फ और उसके चलते क्या होता है इन 16 इन 1765 मुगल एंपरर अपॉइंट्स डी कंपनी आगे दी दीवान ऑफ डी प्रोविंस ऑफ बंगाल अब देखो मैंने आपको पिछली वीडियो में कहा था की ध्यान रखना की यहां पे तीन लोग लड़े द बटोर लोग बक्सर में सिराजुद्दौला के साथ में दिल्ली के मुगल एंपरर जो द कौन शाह आलम तू वो भी पार्टिसिपेट करते हैं तो मैंने बताया था ना अब वो शाह आलम तू क्यों पार्टिसिपेट करता है क्योंकि वो सोचते हैं की कहीं जीत गए तो हमारी और रिस्पेक्ट बढ़ जाएगी दिल्ली के अंदर वैसे ही ऐसा कहा जाता है की औरंगज़ेब के बाद में कमजोर हो गए द सारे लोग तो शाह आलम तूने दिल्ली के जो एम्पायर द आपकी बुक में नहीं दिया मैं एक्स्ट्रा बता रहा हूं लेकिन आप कनेक्ट करोगे तो मजा आएगा ठीक है तो यहां पे देखो क्या लिखा है आपकी बुक में जैसे ये लिखा है इन 1765 मुगल एंपरर अब पॉइंट्स दी कंपनी एस दी दीवान ऑफ प्रोविंस ऑफ बंगाल तो यहां पे मुगल एंपरर कहां से बीच में ठीक है दिल्ली के मुगल एंपियर क्यों ए गए बीच में वो इसलिए देखो मैंने आपको बताया था की सिंबॉलिकली भी अगर देखा जाए की मैन लो पावर नहीं थी लेकिन सिंबॉलिकली भी कंट्री को लीड कौन कर रहा था पुरी कंट्री किसके अंडर में थी मुगल एंपरर के अंडर में और जब मुगल एंपरर खुद कंपनी को अप्वॉइंट करेंगे दीवान की तरह दीवान क्या होता है अभी बताऊंगा खुद दीवान की तरह पॉइंट करेंगे मुगल एंपरर तो लोग भी मानेंगे लोग भी एक्सेप्ट करेंगे ना तो वही वाली बात है की यहां पे पब्लिक लेजिटिमेसी लेने के लिए लता की जनता को ऐसा लगे की नहीं हम ब्रिटिशर्स को सही में हमारे जो कंट्री के पूरे कंट्री के रोलर है मुगल एंपरर शाह आलम तू द उसे समय पे उन्होंने अप्वॉइंट किया है तो इसके चलते क्या इन्हें हमें दीवान मानना पड़ेगा अच्छा सवाल ये भी आता है मुगल एंपियर क्यों पॉइंट करेंगे क्योंकि मैंने आपको बताया की बैटल ऑफ बक्सर में मुगल एंपरर को भी हरा दिया था अब हराया है तो कुछ तो लेंगे ही फायदा उन्होंने बोल दिया मुगल एंपरर से की भैया हम दिल्ली पे नहीं बैठना चाह रहे हैं तुम तो हमें क्या कर दो तुम मुगल एंपरर हो पूरा देश तुम्हारी बात मानता है तुम हमें दीवाना पॉइंट कर दो कहां का प्रवीण ऑफ बंगाल का मीर जफर अभी तक परफेक्ट नवाब द 5 लाख रुपए ले रहे द हर महीने मेरे जफर मौत हो जाती लेकिन एक साल बाद ही 5 लाख रुपए देते द तो मीर जफर की डेथ के बाद में क्लाइव बोल देते हैं अब हम खुद नवाब बनेंगे खुद नवाब बनेंगे तो खुद के बोल देना की थोड़ी ना बन जाएंगे कोई legistimacy भी तो चाहिए की ऐसा भी तो दिखाना चाहिए की हान कोई बना रहा है तुम्हें जिसकी वैल्यू करते हैं लोग तो लोग मुगल एंपरर को राजा मानते द मतलब एक तरह से पूरा आ हेड मानते द मुगल एंपरर ने क्या कर दिया शाह आलम तूने बोल दिया कंपनी को चलो तुम्हें दीवान बनाते हैं आगे समझ में कहां-कहां प्रोविंस ऑफ बंगाल का अब दीवान या फिर दीवानी राइड जो होते हैं तो ये बाजीराव मस्तानी वाली दीवानी वाला कुछ नहीं है यहां पे ठीक है दीवानी राइट्स मतलब क्या होते हैं की हमने देखा था पहले कंपनी के पास जमींदारी राइट्स द देखा था तीन प्रोविंस के मतलब तीन सिटीज के कालीकट था यानी पिछले वीडियो में पढ़ा था तो उसे तरह से टेक्स्ट तो पहले से था टेक्स्ट कलेक्ट करने की जमींदारी राइट्स अब उन्हें सिविल केसेस के भी राइट्स दे दिए मतलब अब कंपनी क्या है जिस तरह से नवाब कम करते द की पूरा एडमिनिस्ट्रेशन भी देखना और उसी के साथ-साथ टैक्स भी कलेक्ट करना है दोनों कम संभालेगी कौन ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी क्यों क्योंकि उन्हें मतलब बंगाल की प्रॉविंग के ऊपर इस चीज का हक मिल गया और हक खुद से नहीं मिला देखा जाए तो उन्होंने सब खुद के बाल पे किया लड़ा-लड़के जीत जीत के लेकिन यहां पे मुगल एंपरर भी उसे चीज को प्रूफ कर रहे द तो उसके चलते अब से कंपनी के दीवान कौन हो जाएंगे दीवानी राइट्स किसके पास ए जाएंगे ईस्ट इंडिया कंपनी के बाद में ये ध्यान रखना है बहुत इंपॉर्टेंट चीज है ये सब कुछ बैटल ऑफ बक्सर के बाद बदल रहा है ए गया समझ में बैटल ऑफ बक्सर के बाद में मीर जफर को पपेट रूलर बनाया गया बहुत पैसे देते द उनकी डेथ के बाद उन्होंने बोलते हैं की अब नो मोर पोपटलाल खुद पावर अपने हाथ में लेंगे और उन्होंने खुद अपने हाथ में ले ली पावर बाय क्वायरिंग दीवानी राइट फ्रॉम दी मुगल एंपरर चलो दीवानी राइट्स ए गए अब इस दीवानी राइट्स के आने के बाद में क्या होता है देखो तो आफ्टर एक्वायरिंग दीवानी राइट्स कंपनी उसे दी वस्त रिसोर्सेस ऑफ बंगाल हो कैसे उसे की है तो देखो सोने की चिड़िया मैंने आपको बताया तो बंगाल में बहुत पैसा था अब बात ये भी होती है की जब दीवानी राइट्स लेना ही था तो वो दिल्ली का क्यों नहीं ले लिया उन्होंने दिल्ली में कुछ था ही नहीं मुगल एंपरर की द बस किला की था देखने लायक तो उन्होंने बोला की बंगाल में पैसा है इतना ट्रेड होता है तो हमें बंगाल का वो चाहिए क्यों क्योंकि वही बैक ऑफ डी माइंड ब्रिटिशर्स के क्या चलता रहता है की पैसा कामना है बस वो लालची द उसमें कोई डाउट नहीं है ठीक है तो कंपनी ने दीवानी राइट्स लेने के बाद में अब पुरी पावर ए गई है एडमिनिस्ट्रेशन पावर भी ए गई है सिविल राइट मतलब सिविल केसेस से रिलेटेड पावर भी ए गई ये टैक्स से रिलेटेड पावर भी ए गई है तो सेंस में क्या है उसे सेंस में दीवानी राइट्स मिलने के बाद में कंपनी ने जो बंगाल के रिसोर्सेस द वस्त रिसोर्सेस द उन्हें एक्सप्लोइट करना स्टार्ट किया है कैसे वो अभी मैं दर्शाता हूं आपको डिस्क क्रीटेड डी उसे लॉस ऑफ रेवेन्यू फॉर इंडिया और इसके चलते जब उन्होंने एक्सप्लोइट करना स्टार्ट किया तो इंडिया से पैसा पानी की तरह बहता चलेगा और बा के कहां गया समुद्र में नहीं गया पैसा बहा के सारा का सारा ब्रिटेन पहुंच गया मतलब यहां से पैसा लेजा लेजा के उन्होंने ब्रिटेन बना लिया और आज हम क्या बोलते हैं की लंदन बहुत अच्छी सिटी है घूमने जाना चाहिए काफी डेवलपमेंट है तो जो जितना भी डेवलपमेंट हुआ वो हमारे बंगाल ने डिवेलप किया है लंदन को ठीक है क्यों क्योंकि हमारे यहां से पैसा ड्रेन हुआ है एक तरह से दादा भाई नरोजी है ठीक है दादा भाई नरोजी का आपने नाम सुना होगा द मतलब तो ने अपनी बुक में लिखा है ड्रेन ऑफ वेल्थ ड्रेन ऑफ वेल्थ मतलब पानी की तरफ बा गया पैसा इंडिया से कहां ब्रिटिशर्स लेके गए ना पूरा तो वो सच बात है की बहुत पैसा यहां से क्या का रहा है लूटा गया है अब देखो वही वाली बात अगर हम करें की कंपनी ने वस्त रिसोर्सेस को कैसे एक्सप्लोइट किया कैसे उसे किया किन कर्म से हमें लॉस हुआ समझना यहां पे दो सिचुएशन है ऐसे बॉर्डर बना देते हैं हम ठीक है दो सिचुएशन है क्या है की पहली सिचुएशन है ट्रेड बिफोर दी बैटल ऑफ प्लासी एंड दिवाली राइट्स मतलब दीवानी राइट्स नहीं मिले द किसको ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी को और उसके पहले जो ट्रेड होता था बैटल ऑफ प्लासी के पहले जो ट्रेड होता था वो ट्रेड कैसा होता था और ट्रेड आफ्टर दी बैटल ऑफ प्लासी इन दीवानी राइट्स और दीवानी राइट्स मिलने के बाद में जो ट्रेड होता था वो ट्रेड कैसे होता था ठीक है तो इन दोनों ट्रेट में जो डिफरेंस है वो समझ के आपको क्लियर हो जाएगा की किस तरह से हमारे यहां लॉस होता था रेवेन्यू का पहले ट्रेड कैसे होता था की उन्हें इंडियन गुड्स खरीदना रहते द तो वो अपने यहां से क्या लेट द गोल्ड और सिल्वर ले के आते द ब्रिटेन से ब्रिटेन से पैसा लेके आएंगे हमारे यहां से मसाले लेकर जाएंगे मतलब वहां से सोना चांदी लेके हमें देंगे और हमारे यहां से मसाले लेकर जाएंगे क्यों क्योंकि हमारे पास मसाले द उनके पास नहीं द खरीदना है तो ऐसे ही करना होगा आपको तो ठीक क्यों और पहले उनके पास पावर भी नहीं थी ना तो उनके पास पॉलिटिकल पावर थी ना मिलिट्री पावर थी ना उनके पास कोई राइट्स तो ट्रेड की तरह जब आते द तो ट्रेड की तरह जब आते द तो उन्होंने पैसे लेकर आना पड़ता था खाली हाथ नहीं ए सकते द हम भाग देते उनको वापस लेकिन क्या होता है जब बैटल ऑफ प्लासी में उन्होंने कब्जा कर लिया ठीक है बटोर ऑफ प्लासी के बाद में जिस तरह से बटोर ऑफ बक्सर के बाद में उनके पास दीवानी राइट्स ए गए तो ये सारे अधिकार मिलने के बाद ट्रेड का नेचर ही बदल गया अभी हमें पैसा मिलता था अभी हम हमारे फायदे का ट्रेड हो रहा था लेकिन अब क्या होगा अब इंडियन गुड्स भी जा रहे हैं ठीक है यहां से गोल्ड और सिल्वर भी जा रहा है पहले तो लेके आते द वो अब क्या करते द यहां से इंडियन गुड्स को ले जा रहे हैं गोल्ड और सिल्वर भी ले जा रहे हो सारा कहां ले जा रहे हैं ब्रिटेन ले जा रहे हैं तो अब यहां से पहले क्या होता था पहले हम देखते हैं फ्लॉप गुड्स एंड सर्विसेज हो रहा तो दोनों साइड से हो रहा था अब एक तरफ से हो रहा है अब क्या हो रहा है अब हमें घटा ही घटा होते जा रहा है फायदा किसको हो रहा है सिर्फ और सिर्फ ब्रिटेन को हो रहा है तो इस तरह से क्या है नेचर बदल गया अब दीवानी राइट्स मिलने जो आपकी बुक में लिखा है की जो ब्रिटिशर्स को पहले एक प्रॉब्लम होती थी ब्रिटिशर्स के लिए प्रॉब्लम है की पैसा लेकर आना पड़ता था अब ब्रिटिशर्स को प्रॉब्लम फेस करने नहीं पड़ती अब तो यहीं से पैसा कमाओ यहीं से गुड्स खरीदो सारा सब कुछ ब्रिटेन लेकर चलो ठीक है तो उसी के साथ-साथ में क्या होता था और की नौ दी रेवेन्यू फ्रॉम इंडिया वास यूज्ड तू फाइनेंस कंपनी एक्सपेंसेस ये चीज तो हो ही गई की ट्रेड में हम लूट रहे द इंडिया लूट रही थी मतलब लूट नहीं रही थी लूट रही थी ठीक है हम कुछ नहीं कम का रहे द हमारा तो सब कुछ जाते जा रहा था तो ट्रेड में क्या हो रहा था ये घटा हो रहा था उसी के साथ-साथ में जब उन्होंने दीवानी राइट्स मिल गए तो टैक्स भी कलेक्ट करते द सारी चीज तो इंडिया से जो पैसा कमाते द ठीक है नौ देर रेवेन्यू फ्रॉम इंडिया वास यूज्ड तू फाइनेंस कंपनी एक्सपेंसेस अब ब्रिटेन से एक ऑफिसर को अगर इंडिया में उन्होंने बिठाया है आगे पढ़ेंगे हम इस बारे में तो उसे ऑफिसर को सैलरी देना पड़ेगा सारी चीज देना पड़ेगी ये कंपनी की एक्सपेंसेस होते द कंपनी का खर्चा है ये तो अब वो कंपनी के एक्सपेंसेस पहले कहां से आते द ब्रिटेन से ही आते द लेकिन अब वो कंपनी के एक्सपेंसेस भी वो कहां से हड़प रहे द नौ दी रेवेन्यू फ्रॉम इंडिया वास यूज्ड तू फाइनेंस दी कंपनी एक्सपेंसेस अब ऐसे ही पैसा कमाएंगे वही उसी पैसे से गुड सर्विसेज गुड्स खरीद लेंगे सारे उसी पैसे से क्या करेंगे की उनके जितने दूसरे कम है जितने दूसरे खर्चे हैं सारे उसी पैसे से कर लेंगे वो तो ट्रेड भी होता था मेंटेंनिंग ट्रूप्स ट्रूप्स को भी मेंटेन उसी पास से कर लिया जाता था मतलब आर्मी को सैलरी देना है तो इंडिया से पैसा लोग इंडिया में ही आर्मी को पैसा दे दो और इंडिया में ही अगर कोई आवाज़ उठा रहा तो उसे उसके आवाज़ ढाबा देंगे ये हो गया बिल्डिंग फोर्ट ऑल वैसे डैन ऑन दी इंडियन मणि ओन्ली तो सब कुछ अब इंडियन मणि से ही हो रहा था इंडिया के पैसे से इंडिया को ही लूटा जा रहा था इंडिया को ही दारा के रखा जा रहा था इंडिया को ही गुलाम बनाया गया था ए गया समझ में तो बैटल ऑफ बक्सर बैटल ऑफ प्लासी हमारी हिस्ट्री का एक कला सच है अगर कहा जाए तो यहीं से चीज बदली है ठीक है ये सारा सब कुछ हो गया अब एक बार थोड़ा सा मैं आपको रिकॉल करवाता हूं जैसे रोड क्लांस ने क्या बोला सी मस्ट इंदीद बिकम navabs अवर सेल्फ तो कंपनी ऑफिशल्स bikams क्या है ये चीज यहां ये स्पेलिंग मिस्टेक नहीं है ये navop ही लिखा है तो इस हेडिंग में हम क्या पढ़ने वाले हैं इस सेटिंग में हम कुछ करना पड़ेंगे जो इंटरेस्टिंग है किस सेंस में वह मैं आपको समझता हूं पिछले वीडियो में हमने क्या पढ़ा था पिछले वीडियो में हमने देखा था की बैटल ऑफ बक्सर हो गई और बैटल ऑफ बक्सर के बाद में क्या चेंज आए हैं हमने देखा की जो ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी का ऑफिशल्स द वो यहां से कितना पैसा एक्सट्रैक्ट कर रहे द 500 1000 पर मंथ इतना पैसा वो ले रहे द किस मीर जफर से और मीर जफर की डेथ के बाद में उन्होंने क्या सोच लिया की यार अब पपेट नवाब में भी मजा नहीं ए रहा है अब हमें खुद नवाब बन्ना चाहिए तो रॉबर्ट क्लाइव बोलते हैं नौ सी मस्ट इंदीद बिकम नवाब अवर सेल्फ ठीक है नवाब नहीं बन का रहे द तो क्या बने वो nabbs बने हैं तो उसी सेंस में जो navabs द तो navabs द वो क्या होगा nabbs हो गए और एच कंपनी सर्वेंट सी कैन तू हैव विज़न ऑफ लिविंग लाइक navabs ठीक है तो नवोस कुछ नहीं है इंग्लिश वर्जन ऑफ नवाब है मतलब उन्हें नवाब बोलते नहीं आता था तो सी आर कमिंग navobes इस तरह से वो बोलते द ठीक है तो ये navabs क्या है नवाब का जो इंग्लिश था इस वर्जन होगा वही होगा ना वो अब क्या होता था की जब उन्होंने मेटल ऑफ प्लासी के बाद में बैटल ऑफ बक्सर के बाद में यहां जगह जीत ली ठीक है टेरिटरी ट्रेड करने आए द टेरिटरी भी एक्वायर कर ली अब जब टेरिटरी एक्वायर कर ली तो उसे टेरिटरी को एक्वायर करने के बाद में उनके जो विज़न द किसके कंपनी ऑफिशल्स के तो आगे कंपनी सर्वेंट बिग तू हैव विज़न ऑफ लिविंग लाइक नवाब तो उनका दृष्टिकोण कैसा हो गया वो ये सोचते द की हमें भी नवाब की तरह जीना चाहिए जैसे नवाब जीते द वैसे हम भी जिएंगे क्यों क्योंकि हमने नवाब को हरा दिया तो वो लग्जरियस लाइव जीना चाहते द उसी तरह से मतलब शानू शौकत से जीना चाहते द यही सारी चीज तो उसी के चलते क्या होता है उसी के चलते आफ्टर बैटल ऑफ प्लासी दी कंपनी ऑफिशल्स दे कंपनी ऑफिशल बेगिन तू एक्वायर वस्त सैम ऑफ मणि एंड गिफ्ट्स फ्रॉम navabs ऑफ बंगाल एंड क्रीटेड डियर फॉर्च्यून इन इंडिया आया समझ में तो क्या होता है की जो कंपनी ऑफिशल्स द तो बैटल ऑफ प्लासी के बाद हमने देखा की पहली बार वो अपनी जीत हासिल करते हैं अब जीत हासिल करने के बाद में क्या है की वो एक ऐसा जीवन जीने लगते हैं जैसे की नवाब जिया करते द नवाब जितने भी द तो नवाब को हरा जब उन्होंने नवाब से देख कंपनी ऑफिशल बेगिन तू एक्वायरिंग वास सैम ऑफ मणि एंड गिफ्ट खूब पैसा लेते द खूब गिफ्ट लेते द और उससे मतलब क्या करते द एकदम लग्जरियस लाइव जीते द तो यहां पर जैसे एक एग्जांपल दिया गया है रॉबर्ट क्लाइव जब आए द कहां आए द इंडिया में आए द कंपनी के कम से जब ब्रिटेन से उन्हें पहुंचा गया था ईस्ट इंडिया कंपनी के साथ 18 साल के द मात्रा तब ठीक है और तब जब आए हो तो आने के बाद में क्या होते हैं उन्होंने इंडिया में फॉर्च्यून क्रिएट कारी फॉर्चूनर क्या होती है फॉर्चूनर वाली फॉर्चूनर नहीं है यहां पे समझना इस चीज को तो जब ये नवाब ऑफ बंगाल से बहुत सारा गिफ्ट लेते द पैसे लेते द तो उसके चलते वो अपनी संपत्ति बनाते द मतलब ट्रेड करने आए हैं समझो ठीक है इस देश के नहीं है आए यहां पे ट्रेड करने आए द टेरिटरी जमा कर लिए टेरिटरी के साथ-साथ उन्होंने अपनी बहुत संपत्ति भी बना ली तो रॉबर्ट क्लाइव का वही एग्जांपल जो मैं आपको दे रहा था की रॉबर्ट क्लाइव ने क्या कर दिया इंडिया में बहुत पैसे की फॉर्च्यून बना ली ₹4012 ठीक है पाउंड है ये तो ये पाउंड में दिया तो इतना पैसा उसे समय में उसे समय मैं इतने पैसे की का सकते हैं की फॉर्च्यून क्रिएट करना जब वापस गए तो इतनी संपत्ति छोड़ कर गए द अपने पीछे बाद में उनके ऊपर मुकदमा भी चलता है उनके ऊपर करप्शन का केस चलता है वहां पे कहां पे ब्रिटेन में फिर वो खुद सुसाइड कर लेते हैं शर्म में तो इस तरह से वो सारी चीज होती हैं लेकिन हमें देखना क्या है समझना क्या है की जो कंपनी ऑफिशल्स हैं जो कंपनी के द्वारा ऑफिसर एक सिंपल ऑफिसर की तरफ पहुंच गए द उन्होंने कितना करप्शन किया कितनी जेवे भारी है अपनी ठीक है और सारा पैसा कहां से आता था ऐसा नहीं है की आसमान से भगवान उतर के कुबेर देवता आते द और देके जाते द की कंपनी ऑफिशल्स आप इंडिया आए हो तो हम पैसे देकर जाएंगे हम आपको ऐसा कुछ नहीं है सारा पैसा वो इंडिया से लूटने द इंडिया से क्या किया उन्होंने सारा का सारा पैसा एक्सट्रैक्ट कर लिया है ठीक है फिर क्या होता है अब बात ये भी होती है की क्या सारे कंपनियों ऑफिशल्स इसी तरह से करप्ट द डिशऑनेस्ट द तो जी नहीं ठीक है नॉट ऑल कंपनी ऑफिशल सकसीडिंग मेकिंग मणि लाइक लाइव जिस तरह से क्लाइव ने पैसा बनाया है रॉबर्ट क्लाइव ने अंधाधुन पैसा बनाया है ठीक है इतना पैसा क्रिएट करना उसे समय पर एक बहुत बड़ी बात होती थी तो जिस तरह से रॉबर्ट क्लिफ ने पैसा बनाया है सारे फॉरेस्ट सारे कंपनी ऑफिशल्स में इस तरह से पैसा नहीं बनाया क्यों क्योंकि सब करप्ट करप्ट डिशऑनेस्ट नहीं द अब उसके पीछे एक और कारण है देखो कुछ ईमानदार भी द उसके बाद में बहुत सारे ऑफिसर ऐसे भी हैं जो आए ब्रिटेन से के यहां चलो भैया पैसा बनाएंगे फिर ट्रेड करने चलते हैं इंडिया में आते हैं इंडिया में बट मैंने डायट अर्ली डेथ इन इंडिया ड्यू तू डिसीसिस एंड वॉर तो इंडिया में आने के बाद में बहुत सारे लोग क्या है डिसीसिस के कारण मार जाते हैं डेथ हो जाती है या तो लड़ाई में मार गए या फिर डिसीसिस के चलते मार गए तो उसे तरह से जो सपना लेकर आए द की हान इंडिया में जाके फॉर्च्यून बनाएंगे जैसे की क्लाइव ने बनाई तो इस तरह से हर इंसान मतलब ये था की इंडिया आना आसान था लेकिन इंडिया में सरवाइव कर जाना उनका बड़ा मुश्किल था इसके पीछे कारण क्या हो सकता है पता है जैसे देखो डिसीसिस का भी यहां पे ज़िक्र किया है हमने तो डिसीजन ऐसा है की वो एक अलग क्लाइमेटिक जोन से ए रहे हैं यूरोप में ब्रिटेन में अलग क्लाइमेट रहता है इंडिया आए मैन लो सदर इंडिया में चले गए तो वो गर्मी इतनी रहती है की उनका ऐसा लगता होगा आग जल रही है अपने सारे चारों तरफ वैसे ही रहता है ना की अगर मैन लो आप एक ट्रॉपिकल एरिया में कोई इंसान रह रहा है अब मैं आपको अगर रूस छोड़ देता हूं तो आपको बहुत ज्यादा ठंड लगेगी क्यों क्योंकि क्लाइमेट नहीं करता है हमारी बॉडी उसे हिसाब से एडजस्ट नहीं कर पाती है इंग सिस्टम अगर कमजोर रहता है किसी का तो वो चल भी बसते हैं ठीक है जैसे ये बहुत सारे ऑफिशल जो द आए लेकिन वो जिंदा नहीं रह पाए तो डेथ के कारण डेथ किस कारण से डिसीसिस के कारण और वॉर के कारण तो फिर दिखती है बात है की ladoge तो या तो जिंदा हो गया मार जाओगे तो बहुत सारे कंपनी ऑफिशल इस इन चीजों के चलते मार जाते द तो वो अपना पैसा नहीं बना पाते द इंडिया में फिर और क्या चीज है कोई वाला वही वाली बात जो मैंने आपको बताई क्या नॉट ऑल वर्क करप्ट एंड दिस वंस तो सभी जितने भी कंपनी ऑफिशल्स आए सारे के सारे करप्ट और डिशऑनेस्ट नहीं द क्यों क्योंकि में कम फ्रॉम हम्बल बैकग्राउंड अलसो तो बहुत सारे लोग ऐसे हम्बल बैकग्राउंड आते द जिनका सीधा सा ऑब्जेक्टिव रहता था की हमें कोई यहां पे पैसा नहीं बनाना है ईमानदारी से कम करेंगे अब कम करेंगे कुछ तो पैसा कमाएंगे पैसा कमाएंगे और फिर जाके वापस अपने ब्रिटेन में एक लग्जरियस लाइव जिएंगे ठीक है अब ये जो नवस द तो इनको वहां पे एक तरह से इनका मजाक भी बनाया जाता था ब्रिटेन में की ऐसा रहता है ना की आप जो जिस कल्चर से आए हो उसे कल्चर को है के फिर अगर मैन लो एक एग्जांपल देता हूं मैं आपको अब गांव के रहने वाले द आप शहर गए शहर में जाकर आपने पूरा कस्टमाइज होगा वेस्टर्न क्लॉथ ये सारी चीज पहनने लगे फिर आप वापस अपने गांव में जाते हो तो एक पाल के लिए लोग आपका मजाक उड़ते हैं की ये कौन है इंसान ए गया हमारे मतलब जैसा देश वैसा भेष वाली कहावत सुनी ना आपने तो वही चीज यहां पर रहती है क्या की जब ये नवाब की तरह रहने लगे यहां पे पूरा नवाबी स्टाइल हो गया यहां के यहां आकर कंपनी ऑफिशल्स का ये navops बन गए तो उसके बाद में की आप जब वापस ब्रिटेन गए होंगे तो वहां पे उनको कार्टूंस में प्लेसमेंट का मजाक उदय जाता था की ये देखिए ये इंग्लिश साइज वर्जन ए गए नवाब के ठीक है तो उसे तरह से ये सारी चीज होती थी आई होप इस हेडिंग में ये सारा कंटेंट दिया है ये सारा कंटेंट आपको समझ में आया है की हो डिड दी कंपनी ऑफिशल्स बिकम nabubs क्लियर है अब हम नेक्स्ट वीडियो में क्या पढ़ेंगे नेक्स्ट वीडियो में हम पढ़ेंगे कंपनी रूल एक्सपेंडेड किस तरह से कंपनी का जो रूल है कंपनी कौन सी ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी का रूल कैसे एक्सपेंड हुआ कितनी रूल एक्सपेंड अब देखिए हेडिंग देख के आप समझ गए होंगे की हम क्या पढ़ने वाले हैं की कंपनी ने अपना रूल एस्टेब्लिश कर लिया है अब इस तरह से कंपनी का रूल जो है वो एक्सपेंड होता है कंपनी अपनी जड़ों को कैसे फैलती है वही सारी चीज हम इस वीडियो में पढ़ने वाले हैं अगर देखोगे वैसे तो आपको मैं एक आउटलाइन दे दूंगा की कंपनी की जेड जो है वो कैसे फैलना चालू होती है अलग-अलग पॉलिसी है जिन्हें हम अलग-अलग वीडियो में डिस्कस करेंगे बाकी आपको एक बेसिक आइडिया इस पार्ट में मिल जाएगा पिछले वीडियो में हमने क्या देखा था पिछले वीडियो में हमने देखा था की किस तरह से जो कंपनी ऑफिशल्स द वो नवाब की तरह nabbs बन गए द देखा तो समझा था उसे चीज को अब कहानी को आगे बढ़ते हैं अब दूसरा सेक्शन चालू करते हैं जिसमें हम देखेंगे की किस तरह से कंपनी अपने रूल को एक्सपेंड करती है क्लियर है तो दिस इसे गोइंग तू बी अन टॉपिक अब समझते हैं देखो क्या है की पीरियड बिटवीन 1757 तू 1857 देखो एग्जैक्ट 100 साल का पीरियड है अभी ऐसा नहीं की कुछ नापतोल के 100 साल लगाए हैं अपन ने ये इवेंट ही ऐसे हुए हैं 1757 में क्या हुआ था 1857 में क्या हुआ था कौन बताया मुझे आप लोग बताओ लेकिन कैसे बताओगे चलो मैं बताता हूं 1757 में हमने देखा क्या मेटल ऑफ बैटल ऑफ कौन सी प्लासी बैटल ऑफ प्लासी के बाद हमने देखा की ब्रिटिशर्स ने पहली दफा क्या किया है कंट्री में अपना पॉलिटिकल रूल एस्टेब्लिश कर लिया कहां पे बैटल ऑफ प्लासी जितने के अंदर बंगाल से कम उन्होंने अपना स्टार्ट किया था बंगाल से अपने रूल को एक्सपेंड करना स्टार्ट किया था आगे अभी मैप पर दिखाऊंगा मैं आपको जब सारे टॉपिक्स हो जाएंगे तो पीरियड बिटवीन अगर हम बात करें कब से कब तक की पीरियड बिटवीन 1757 तू 1857 इस टाइम पीरियड में कंपनी ने अपने आप को बढ़-चढ़कर फैला लिया बढ़ चढ़ के फैला लिया मतलब अपने रूल को काफी एक्सटेंड कर लिया एक्सटेंड कर लिया ठीक है इस टाइम पीरियड में जब कंपनी ने अपने रूल को काफी एक्सटेंड कर लिया काफी एक्सपेंड कर लिया तो उसके चलते क्या ये वही लिखा देखो एक्सपेंशन ऑफ कंपनी नेक्स्ट क्वेश्चन ऑफ इंडियन स्टेट अब ऐसा तो नहीं है की कंपनी जमीन एक्स्ट्रा बनाते चले गई की हान मिट्टी डालो और अपना रूल एक्सपेंड कर लो कंपनी ने जहां भी अपना रूल एक्सपेंड किया है तो वो दूसरे इंडियन स्टेटस को एनएक्स किया होगा मतलब दूसरे स्टेटस के ऊपर कब्जा किया होगा तभी जाके उसका एम्पायर बड़ा सिंपल सी चीज है अगर मैन लो इतना एरिया है टोटल इतना एरिया में अगर ये ये मैन लो इतने एरिया में ब्रिटिश हैं ठीक है ये वाले ब्रिटिश हैं यह ब्रिटिश है तो अब ब्रिटिश को अगर अपना एम्पायर बढ़ाना है तो बढ़ाने के लिए उनको क्या करना पड़ेगा दूसरे एरिया पे कब्जा करना पड़ेगा ना ऐसा तो नहीं है की वो मंत्र पड़ेगी और इधर नया एरिया बन जाएगा उनके लिए तो वही चीज यहां पे सिंपल सी फिलासफी थी क्या की अगर कंपनी का रूल एक्सपेंड होता है इस टाइम पीरियड में तो वो कैसा expnd होता है एक्सपेंशन ऑफ कंपनी रूल / dnexation ऑफ इंडियन स्टेटस मतलब जो दूसरे इंडियन स्टेटस द उन्होंने क्या करते चले गए अपने कब्जे में लेट चले गए कैसे तो अभी तक जितना पढ़ा उसके हिसाब से बताओ मुझे कैसे हमने देखा बैटल ऑफ प्लासी के बाद में बटोर और बक्सर अभी और आगे देखेंगे मैसूर मराठा सबको हारते जाएंगे और अपने टेरिटरी को एक्सटेंड करते जाएंगे कौन कोलोनियल पावर यानी ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ठीक है अब क्या होता है बट कंपनी रेयरली लॉन्च दी डायरेक्ट मिलिट्री अटैक अब ये चीज आपको कंफ्यूज करेगी देखो मैं क्या बोल रहा हूं की कंपनी ने अपने रूल को एक्सपेंड किया कंपनी ने अपनी टेरिटरी को बढ़ाया टेरिटरी को कैसे बढ़ाया दूसरे इंडियन स्टेटस को अपने कब्जे में लेकर अब मैं अगर ऐसा कहूं की बट कंपनी rayerli लॉन्च डी डायरेक्ट मिलिट्री अटैक डायरेक्ट मिलिट्री अटैक मतलब क्या की खुद जाके लड़ी नहीं है कंपनी लड़ी है ऐसा नहीं है की बिल्कुल ही लड़ी है बहुत कम कंपनी ने जो अपना जितना भी अंपायर एक्सटेंड किया था ना कंपनी ने अपना जितना भी रूल एक्सटेंड किया था तो उसमें कंपनी की लड़ाइयां कम थी बाकी कंपनी की पॉलिसीज ने ज्यादा मदद कारी आई रिपीट कंपनी ने जितना भी ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी जितना भी अंपायर बिल्ड किया था इंडिया में तो अधिकतर अंपायर उसने बिना लड़े ही बिल्ड कर लिया था अब आप बोल रहे होंगे बिना लड़े कैसे हैं ठीक है एक्सपेंशन कैसे हुआ अगर वो मिलिट्री कॉन्टैक्ट नहीं हुए मिलिट्री अटैक्स नहीं हुए तो कंपनी ने अपने रूल को कैसे एक्सपेंड किया होगा अब ये सवाल था अब इस सवाल का जवाब देखो अब क्या ईस्ट इंडिया कंपनी उसे अन वैरायटी ऑफ पॉलिटिकल इकोनॉमिक्स एंड डिप्लोमेटिक मैथर्ड इन दी प्रक्रिया ऑफ एनएक्स मतलब देखो वही lhsrcol करेंगे हम हमने क्या बोला की इंडियन स्टेटस को एनएक्स किया था ठीक है लेकिन इंडियन स्टेटस को मिलिट्री अटैक के थ्रू एनएक्स ना करते हुए दूसरी स्ट्रीट्स अडॉप्ट करें दूसरे स्ट्रीट्स क्या आती है पॉलिटिकल इकॉनम और डिप्लोमेटिक मैथर्ड मतलब तरह-तरह से क्या है चालबाजी जिसको बोलते हैं ना वो चाल बाजी कारी किसने कंपनी ऑफिशल्स ने और तरह-तरह की चाल कर उन्होंने अलग-अलग टेरिटरीज जो थी उन अलग-अलग टेरिटरीज को अपने अंडर में ले लिया अलग-अलग इंडियन स्टेटस को एनएक्स कर लिया हिंदी प्रक्रिया ऑफ एन एक्स सेशन ए गया समझ में यहां तक अब देखो और आगे क्या है तो जब इस तरह से वो कर रहे द तो क्या-क्या एग्जांपल मैं आपको बताता हूं की आफ्टर दी बैटल ऑफ बक्सर कंपनी अपॉइंटेड रेजिडेंट्स इन इंडियन स्टेटस अब ये देखो क्या है मैंने आपको जब बटोर हो बक्सर समझा रहा था तब बताया था तीन लोग द ध्यान रखना हमेशा तीन लोग द ना तो एक तो कौन द खुद अमीर कासिम द जिन्हें हटाया गया था दूसरा आज नहीं बोल रहा हूं सु आज ठीक है तो दूसरा जो स्वाद दौलत है वो वो कौन द वो अवध के नवाब द उसके बाद में शाह आलम तू जो दिल्ली के एम्पायर द तो मैंने आपको ये भी बताया था की जो एंपरर द दिल्ली के उनके साथ मिलकर उन्होंने क्या बोल दिया की दिल्ली का हमें दिवाली राइट्स एक तरह से ग्रांट करेगा तो लोग भी एक्सेप्ट करेंगे तो वो कर लिया फिर उसके बाद में जो दूसरे भी और भी लोग द तो उनके साथ भी उन्होंने क्या कर कुछ ना कुछ मैनिपुलेट कर दिया चीजों को तो वो क्या मैनिपुलेट किया वो मैं आपको बताता हूं देखो यहां पे तो आफ्टर दी बैटल ऑफ बक्सर कंपनी अपॉइंटेड रेजिडेंट्स इन दी इंडियन स्टेट तो बटोर ऑफ बक्सर के बाद में अब क्योंकि सुझाव दो लाख को हरा दिया था तो अन उसे हरे हुए नवाब को क्या करना पड़ेगी बात मानना पड़ेगी किसकी कंपनी की बात मानना पड़ेगी तो कंपनी ने क्या किया कंपनी ने रेजिडेंट्स को अप्वॉइंट करना स्टार्ट कर दिया इंडियन स्टेट में अब ये चीज समझो ये क्या है रेजिडेंट इन इंडियन स्टेट यानी क्या होता है की ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी आई अपने साथ में 15-20 गोरे लोगों को लेके ए गई है ठीक है अब क्या करें वो इन 15 20 गोरे लोगों को 15-20 ब्रिटिशर्स को इंडियन स्टेटस जो द जैसे राजा द नवाब द अलग-अलग जगह के तो अलग-अलग जगह के नवाब और राजाओं के स्टेट में बैठा देती थी अगर आपको ध्यान हो तो जैसे वीर मूवी जो आई थी बहुत पहले सलमान खान की उसमें आपने देखा होगा की वो किंगडम जो रहती है ठीक है वो राजा के यहां पे एक ब्रिटिश ऑफिसर बैठा है वो राजा के जितने भी कार्यक्रम होते हैं जितने भी सारी चीज होना उसमें पार्टिसिपेट करता है तो इस बस ये क्या है देखो चीजों को मूवी से रिलेट कर करो तो जल्दी याद आता है मेरा ये मानना है तो फिर मूवी में जिस तरह से वो राजा की किंगडम में एक ब्रिटिश ऑफिसर को बिठा के रखा था ना उन्होंने तो ब्रिटिश ऑफिसर कौन द रेजिडेंट इन डी इंडियन स्टेट यानी की राजा कहां का है इंडिया का है और उसके यहां पे एक रेजिडेंट की तरफ कौन रहेगा एक ब्रिटिश ऑफिसर रहेगा ठीक है तो ये रेजिडेंट इन इंडियन स्टेट हो गए ये ब्रिटिश ऑफिसर जो है वो राजा के यहां रहेंगे अब ये करते क्या द वहां सिर्फ ऐसे ही खाना थोड़ी ना खाते रहते द बहुत बड़ा कम करते द ये क्या करते द समझना कमर्शियल और पॉलिटिकल एजेंट होते द एक तरह से बोलते द की हम ट्रेड के परपस से बिठाया या फिर पॉलिटिकल एजेंट मतलब ये हमारा जैसे बंगाल में पॉलिटिकल कब्जा करके बैठ गए द तो बंगाल के अलग-अलग राजा जो द दूसरे छोटे उनके क्या बिठा दिए रेजिडेंट बिठा दिए तो उनको बोलते द या तो हमारे कमर्शियल एजेंट हैं या फिर पॉलिटिकल एजेंट जो कहना है आप का लीजिए वर्क वास तू सर्व दी इंटरेस्ट ऑफ कंपनी ये इंपॉर्टेंट चीज है कम क्या रहता था इनका ठीक है ये जो रेजिडेंट्स होते द दे यूज्ड तू सर्व दी इंटरेस्ट ऑफ कंपनी मतलब वो रह रहे हैं इंडियन स्टेट में मतलब किसी राजा की किंगडम में बैठे हैं लेकिन वो कम किसके लिए करेंगे कम करेंगे वो कंपनी के लिए जो ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी थी अब ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के लिए कैसे कम करते द अब मैन लो मैं ही हूं मैं अगर आपके घर में आकर बैठ जाऊंगा तो मैं सारी चीज ऑब्जर्व करूंगा ना की आप कितने बजे आते हो कितने बजे जाते हो आपके घर में क्या डिसीजन लिया जा रहा है क्या डिसीजन नहीं लिया जा रहा है आपके घर में क्या चल रहा है क्या नहीं चल रहा है सारी चीज मुझे पता चल जाएगी तो वैसे ही अब जब ये रेजिडेंट क्या होता है किसी इंडियन स्टेट में बैठा है किसी राजा के दरबार में बैठने लगेगा तो उसे सारी चीज पता रहेगी की राजा के यहां क्या चल रहा है क्या दिक्कत है क्या अच्छा है क्या बुरा है सारी चीज बता रहेगी तो उसे चीज का फायदा उठाती थी कंपनी कंपनी के इंटरेस्ट को सर्व कर रहा था ये सागा किसका था ये जो रेजिडेंट होता था तो रेजिडेंट कंपनी का सागा होता था तो विथ हिज हेल्प मतलब रेजिडेंट की हेल्प से विथ हिज हेल्प विद हिज हेल्प ऑफ डेम ये यहां पे स्टेटमेंट कुछ गड़बड़ है ठीक है विथ दी हेल्प ऑफ रेजिडेंट अगर हम ऐसे बोले तो विथ दी हेल्प ऑफ रेजिडेंट कंपनी इंटरफेयर इन दी इंटरनल मैटर ऑफ डी इंडियन स्टेट अब देखो क्या है इस आदमी को इस रेजिडेंट को इंडियन स्टेट के अंदर क्या चल रहा है पूरे इंटरनल मैटर्स के बारे में पता है और इससे अप्वॉइंट कर दिया गया है और यह इंटरेस्ट किसका सर्वे करेगा ब्रिटिशर्स का तो ब्रिटिशर्स क्या करते द ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी क्या करती थी इस रेजिडेंट की मदद से वह कंपनी कंपनी के नाम पे क्या करती थी कंपनी के नाम पे जो इंटरनल मेटल्स रहते द किसके किसी भी इंडियन स्टेट के उनके साथ में इंटरफेयर कर सकती थी आसानी से उन्हें पता रहता था क्योंकि रेजिडेंट सारी चीजे बता देता था तो यह होता था ए गया समझ में अब मैंने आपको बताया ना की वैरायटी ऑफ पॉलिटिकल इकोनॉमिक्स एंड डिप्लोमेटिक मैथर्ड तो एक तरीका तो ये हो गया जिसके थ्रू वो क्या करते द जिसके थ्रू किंग्डम्स को जीत लिया करते द अगर मुझे किसी की कमजोरी पता है तो मैं उसे कमजोरी पे और क्या करूंगा एक तरह से और अटैक करके उसको कमजोरी को और कमजोर कर दूंगा और अपना वर्चस्व वहां स्थापित कर दूंगा यार अपनी पावर वहां पे बैठा दूंगा ठीक है वही चीज यहां पे होने लगी थी की ये जो कंपनी ऑफिशल्स द जिन्हें रेजिडेंट माना के बैठा दिया तो वो क्या करने लगे द वो दूसरे इंडियन स्टेटस को अपने कब्जे में लेने लगे द दूसरे इंडियन स्टेटस के इंटरनल मैटर को बात समझने लगे द और फिर उसे हिसाब से अपने फायदे के लिए चीज करने लगे द और उसी के साथ-साथ उन्होंने बहुत सारी पॉलिसीज डिवाइस कर ली थी जैसे पॉलिसी ऑफ सब्सिडियरी अलायंस ठीक है डॉक्ट्रिन ऑफ लैप्स पॉलिसी ऑफ पैरामाउंटसी तो ये सारी चीज जो सारी स्ट्रैटेजिस हैं जो हमने बोला की वैरायटी ऑफ पॉलिटिकल इकोनॉमिक एंड डिप्लोमेटिक मैथर्ड तो ये सारे मैथर्ड को भी हम एक-एक करके समझेंगे सारी चीज तो नेक्स्ट वीडियो में हम सब्सिडियरी अलायंस पढ़ने वाले हैं की किस तरह से सब्सिडियरी अलायंस की मदद से ये लोग जो द कौन ब्रिटिशर्स या फिर कंपनी ऑफिशल जो द वो अपने रूल को एक्सपेंड कर रहे द किस तरह से वो दूसरे इंडियन स्टेटस को एनएक्स कर रहे द ए गया समझ में तो एक बार स्नैपचैट कर लेते हैं जल्दी से की कंपनी रूल एक्सपेंड्स कंपनी का रूल कैसे एक्सपेंड होता तो इस टाइम पीरियड में अगर हम देखें 100 साल का जो टाइम पीरियड था कंपनी ने बहुत बढ़ चढ़कर अपने रूल को एक्सपेंड किया और जब कंपनी अपने रूल को एक्सपेंड कर रही थी तो उसे बीच में क्या होता है कंपनी ने बहुत सारे चैलेंज मतलब कंपनी ने डायरेक्ट मिलिट्री कॉन्टैक्ट तो बहुत कम किए ऐसा नहीं है आप ये नहीं बोल सकते हो की लड़ाई नहीं की लड़ाई की लेकिन कम की तो फिर टैक्स हुआ कैसे दूसरे टेरिटरीज को एनएक्स कैसे करते द कंपनी अपने आप को एक्सपेंड कैसे कर रही थी तो वैरायटी ऑफ स्ट्रैटेजिस थी वैरायटी ऑफ स्ट्रैटेजिस का जैसे हमने एग्जांपल एक देखा क्या की रेजिडेंट को प्लेस कर देते द अलग-अलग उनकी पॉलिसीज थी तो इन सारी पॉलिसीज को हम एक-एक करके पढ़ने वाले हैं ये चीज थी सिंपल सी ठीक है एलियंस के बारे में पिछले वीडियो में मैंने आपको क्या बताया था पिछले वीडियो में मैंने आपको बताया था की कंपनी रूल जो है वो एक्सपेंड कर रहा है ठीक है अब सवाल ये उठाता है की किस तरह से एक्सपेंड कर रहा है चूइंग गम थोड़ी ना है जो एकदम खींचते चले जाओ आप एक्सपेंड होते चले जाएगा कुछ तो किया होगा कंपनी ने ऐसा तो मैंने आपको क्या बताया था पिछली वीडियो में की डायरेक्ट मिलिट्री conferentation बहुत कम हुए हैं कंपनी की पॉलिसीज ऐसी होती थी कंपनी की स्ट्रेटजी ऐसी होती थी की वो पहला फुसलाकर का सकते हैं चालाकी से क्या कर लेती थी इंडियन स्टेटस को एनएक्स कर लेती थी इंडियन स्टेटस के ऊपर हमला कर देती थी इनडायरेक्टली ठीक है तो ये स्ट्रेटजी अडॉप्ट करती थी कंपनी अब मैंने उसे स्ट्रीट्स में आपको बताया था की अलग-अलग पॉलिसी थी सब्सिडियरी अलायंस थी एक पॉलिसी डॉक्ट्रिन ऑफ लैप्स फिर उसके बाद हम परमहंस के बारे में भी पढ़ेंगे कुछ पॉलिसी ऑफ क्लेम तू पैरामाउंटसी जो है तो वो सारी चीज मैं आपको बताने वाला हूं और ये जो टॉपिक स्टार्ट किए हमने तो हम देखेंगे की किस तरह से कंपनी ने अपने रूल को एक्सपेंड करते चले की कंपनी ने किस तरह से अपने रूल को एक्सटेंड करते हैं ये तो वो टॉपिक बाय टॉपिक हम सारी चीज पढ़ते जाएंगे अब क्लियर है अब देखो क्या है तो सब्सिडियरी अलायंस में सबसे पहले क्या है की जो richardsli द ठीक रिचर्ड वैलेंसी वैसे दी पर्सन हु इंस्टीट्यूशनलाइज दी पॉलिसी ऑफ सब्सिडियरी अलायंस यदि ध्यान रखना है आपको वैन मार्क्स में क्वेश्चन आएगा आपके लिए मतलब हु इंस्टीट्यूशनलाइज्ड हु इंवेंटेड डी पॉलिसी ऑफ सब्सिडियरी अलायंस तो नाम किसका ध्यान रखना है नाम ध्यान रखना है हमेशा अंकल रिचर्ड वेल असली का रिचर्ड valasali ये है वो ठीक है तो ये उनका चेहरा है अब ध्यान रख सकते हो और नाम भी ध्यान रखना है richardani द इन्होंने क्या किया था इन्होंने सब्सिडियरी अलायंस की जो पॉलिसी है उसे इंस्टीट्यूशनलाइज किया था अब सवाल ये आता है की होता क्या था इस पॉलिसी में तो वो मैं आपको समझता हूं देखो पॉलिसी में होता है ये था की इंडियन रुलर्स वर नॉट अलाउड तू हैव देयर इंडिपेंडेंट आर्म्ड फोर्स समझ में आया की देखो सब्सिडियरी अलायंस सब्सिडियरी मतलब क्या है की आपको एक तरह से हम सब्सिडी दे रहे हैं और आपके साथ दोस्ती कर रहे हैं ये इसका मतलब होता है तो सब्सिडियरी अलायंस में ब्रिटिशर्स या बोलते द ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ये बोलती थी की इंडियन रुलर्स जो हैं इंडियन रुलर्स को हम क्या बोल रहे हैं इंडियन रोलर्स अपनी इंडिपेंडेंट आर्मी मत रखो आप अब सवाल ये आता है की आर्मी नहीं रखेंगे तो कम कैसे होगा यार हम लड़ेंगे कैसे कल को कोई हमारे ऊपर हम आके हमला कर देगा तो हम कैसे बचेंगे इंडियन रुलर्स ऐसा बोल सकते द किस बोलेंगे ब्रिटिश से ईस्ट इंडिया कंपनी से की आप अभी तो बोल रहे हो की हम आर्मी मत रखो और कल का कोई हमला कर देगा तो कौन बचाएगा हमें सवाल वाजिब था ठीक है तो अब क्या होता है की इंडियन रुलर्स का नोट अलाउड तू हैव देयर इंडिपेंडेंट ऑन फोर्स सवाली ये उठाता की लड़ते कैसे द तो फिर वो तो उसकी जगह क्या होता था उसकी जगह अकॉर्डिंग तू दी टर्म्स ऑफ दिस एलियंस रुलर्स हेड तू पे फॉर डी सब्सिडियरी फोर्सेस दे वर प्रोटेक्टेड बाय डी कंपनी मतलब ऐसे भी समझ सकते हो की आप इंडिपेंडेंट फोर्सेस रखो इंडिपेंडेंट इंडिपेंडेंट फोर्सेस नहीं रखोगे आप और आपकी जब कोई आर्मी नहीं होगी और आपके ऊपर कोई हमला करेगा तो उसे हमले में आपको प्रोटेक्शन कौन देगा उसे हमले में प्रोटेक्शन हम देंगे हम देंगे मतलब कंपनी देगी प्रोटेक्शन ए गया समझ में मतलब मैं राजा हूं तो मुझसे बोलते की आर्मी मत रखो लड़ाई होगी तो हम हमारी आर्मी आपके लिए पहुंचाएंगे कंपनी प्लीज देयर आर्मी इन दी किंगडम अब कंपनी इतनी दयावान कब से होगी सवाल ये उठाता है तो कंपनी फ्री में नहीं करती थी कंपनी क्या बोलती थी की आप सब्सिडियरी अलायंस अगर हमारे साथ में साइन करते हो तो सब्सिडियरी अलायंस के हिसाब से अकॉर्डिंग तू डी टर्म्स ऑफ एलियंस रुलर्स हेड तू पे फॉर दी सब्सिडियरी फोर्सेस मतलब आप हमें पैसा दे दो बस आप पैसा दे दो हम हमारी आर्मी रख देंगे आपकी किंगडम में और आपको प्रोटेक्ट करेंगे ठीक है देवर प्रोटेक्टेड बाय दी कंपनी हमारी कंपनी जो है वो आपके प्रोडक्शन के लिए तत्पर रही है हमेशा खड़ी रहेगी तो उसे टेंस में क्या है उसे सेंस में देखो इस चीज के फायदे नुकसान दोनों चीज हैं आप समझना इंडियन रुलर्स को ऐसा लगता था की अच्छा है अपनी आर्मी अपने को मेंटेन नहीं करना पड़ेगी कोई लफड़ा नहीं रहेगी की सोल्जर को सोल्जर को निकालो ये वो ब्रिटिशर्स हैं वह हमारा प्रोटेक्शन करेंगे और ऐसा लगता था की यार इन्होंने बैटल ऑफ प्लासी जितनी बटोर ऑफ बक्सर जीत ली तो ज्यादा पावरफुल है तो इस सेंस में ये गलतफहमी पाली हमारे इंडियन रुलर्स ने और दूसरी चीज क्या है ब्रिटिशर्स को क्या फायदा होगा इससे पता है की ब्रिटिशर्स की अपनी खुद की आर्मी बनते जा रही थी और पैसा लगता नहीं था क्यों क्योंकि उसे पैसा चार्ज कर लेते द ना किस से पैसा चार्ज कर लेते द वो रुलर्स से पैसा चार कर लेते द अगर समझ में तो सब्सिडी एलियंस सोचो कितना दिमाग लगाया है उसे समय पे ये तो बिल्कुल मानना पड़ेगा किन लोगों में दिमाग था ब्रिटिश में तभी इन्होंने क्या कर लिया तभी इन्होंने अपना रूल इतना ज्यादा एक्सपेंड करते चले गए मतलब आर्मी आप मत रखो तो आपके ऊपर हमला करना आसान होगा हम आपको प्रोटेक्शन देंगे हम आपको प्रोटेक्शन देंगे और हम हमारी आर्मी लाएंगे लेकिन उसके लिए पैसे कौन देगा पैसे तुम दे दोगे मतलब एक तरह से ब्रिटिशर्स ने अपनी आर्मी बना ली और उनके पैसे कुछ नहीं लगते द उल्टा जिसके ऊपर हमला करना है उसकी आर्मी नहीं रहती थी दोबारा आसान हो जाता था जैसे एक एग्जांपल लेते हैं हम एग्जांपल के मेरे पास आए ब्रिटिशर्स में एक राजा हूं मुझसे बोल दिया आर्मी मत रखो मैंने बोल दिया ठीक है आर्मी नहीं रख रहा हूं सब्सिडी एयर साइन कर लेता हूं तो मैं पैसे देता रहूंगा तुम अपनी आर्मी से मुझे प्रोटेक्ट करना तो अगर कोई दूसरा आएगा तो वो तो प्रोटेक्ट कर लेंगे लेकिन अगर ब्रिटिश के आर्मी ने खुद ही मुझमें पर हमला कर दिया तो मुझे कौन प्रोटेक्ट करेगा कोई भी नहीं प्रोटेक्ट करेगा तो उसे सेंस में बड़ा दिमाग लगाकर उन्होंने एक ऐसी पॉलिसी डिवाइस कारी और बहुत सारे navabs को बहुत सारे राजाओं को क्या कर लिया इस पॉलिसी के चलते फसा लिया अपने जंगल में फसा लिया जैसे अगर एग्जांपल देखें हम ठीक है यदि हान एक और चीज थी इसमें क्या होता है की ये तो हो गया की आप सब्सिडियरी फोर्सेस के लिए पे करते रहना मतलब आप पैसे देते रहना और अब सवाल ये आया होगा अगर आपके मैन में की अगर पैसे देना भूल गए हम या फिर हमारे पास पैसे नहीं द हम नहीं दे पाए एक बार पैसे तो क्या होगा तो तो क्या होगा तो समझो ठीक है इफ डी इंडियन रुलर्स फैल तू मेक पेमेंट दें पार्ट ऑफ डी टेरिटरी वास्ता कैन एस पेनल्टी ये एक और नई चीज ए गई क्या मैं इंडियन रूलर था मैंने सब्सिडियरी अलायंस साइन कर ली थी और अब क्या हो रहा की एक बार मेरे पास गरीबी थी मैं पैसे मतलब नहीं दे पाया जो सबसे डिग्री फोर्सेस पे करना रहती थी वो पे नहीं कर पाया तो उसका अंजाम क्या होगा पता है उसका अंजाम ये होगा की अगर इंडियन रूलर फैल तू मेक पेमेंट दें पार्ट ऑफ डी टेरिटरी वाज टेकन आज पेनल्टी तो मेरी जो जितनी भी टेरिटरी मतलब मेरी इतनी टेरिटरी है की आप पेमेंट नहीं पे कर पाए हो चलो तो आपकी आधी टेरिटरी जो है आधी टेरिटरी को हम क्या कर लेते हैं हमारे पास ले लेते हैं तो इस तरह से पेनल्टी लगती थी इसके ऊपर इंडियन रुलर्स के ऊपर पेनल्टी लगती थी अगर वो सब्सिडियरी फोर्सेस नहीं पे कर पाते द ए गया समझ में कैसा जाल बना इन्होंने और कितने लोगों को फसाया है तो अब एग्जांपल देखते हैं एग्जांपल जैसे नवाबों अवध नाम बताओ अब जरा नवाब अभी हमने डिस्कस किया था थोड़ी देर पहले सुझाव डोला ठीक है तो सुझाव डोला जो द nawabons फोर्स तू गिव ओवर हाफ ऑफ है टेरिटरी तू दी कंपनी इन 1801 मतलब देखो बैटल ऑफ बक्सर जब हुई थी ना उसे समय पे सब्सिडियरी अलायंस साइन करवा ली थी नवाबों अवध से और सब्सिडियरी अलायंस साइन करवाने के बाद में वो पे करते रहा पे करते रहे अब 1801 में जब वो पेन नहीं कर का रहे द जब उनकी कंडीशन ऐसी थी की अब नहीं दे पाएंगे पैसे तो उसे समय क्या होता है उसे समय उनकी आधी टेरिटरी में से छुड़ा ली गई है इस कंडीशन के हिसाब से समझ में तो ऐसे चाल खेलते द लोग फिर सिमिलरली हैदराबाद वास अलसो फोर्स तू सीड इट्स टेरिटरी ऑन दी सिमिलर ग्राउंड हैदराबाद से भी पहले सब्सिडी एयरलाइंस साइन करवा लेते हैं निजाम ऑफ हैदराबाद से और जब निजाम हैदराबाद फैल हो जाते हैं फैल एग्जाम में नहीं होते मतलब व्हेन हाईफील्ड तू पे दी सब्सिडियरी फोर्सेस तो उसे समय पे उनकी भी टेरिटरी उनसे छुड़ा ली गई तो ये बड़े कैनिंग द बड़े ग्रोथ है का सकते हो आपकी इस तरह से फसा लेते द अपनी स्ट्रैटेजिस में अपनी पॉलिसीज में और इंडियन रुलर्स हार्ट चले जा रहे द अपनी टेरिटरी होते चले जा रहे द जिसने अभी कब करते हैं जरा एक बार अब ए गया ना पूरे समाज में रिचर्ड वेल असली वाज डी पर्सन हु इंस्टीट्यूशनलाइज्ड दी पॉलिसी ऑफ सब्सिडियरी अलायंस ठीक है अब इस एलियंस के हिसाब से क्या होता है इस अलायंस के हिसाब से अगर रुलर्स जो द तो उन्हें अपनी आर्मी नहीं रखना रहती थी सवाल आता है उन्हें प्रोटेक्ट कौन करेगा तो कंपनी बोलती थी की हम है ना हम अपनी आर्मी आपके प्रोटेक्शन में लगा देंगे आपकी किंगडम को प्रोटेक्ट करने के लिए रुलर्स को बड़ा अच्छा लगता था और उसके बदले में रुलर्स क्या करते द पे कर दिया करते द सब्सिडियरी फोर्सेस को पे करते द की आप आर्मी रख रहे हो तो उसके लिए हम आपको पैसा दे रहे हैं और अगर वो पैसा देने से चूक जाते द तो इफ डी इंडियन रूल ऑफ फैल एक पेमेंट तो उनकी पार्ट जो रहती थी पुरी टेरिटरी का जो पार्ट रहता था उसे छुड़ा लिया जाता था आधा पाठ छुड़ा लिया जाता था जैसे एग्जांपल में नवाबों अवध और हैदराबाद का अगर देखा निजाम और हैदराबाद तो इन दोनों के साथ में ये हादसा हुआ था सब्सिडियरी अलायंस वाला ठीक है आगे अगर देखते हैं हम इस चीज को तो ये रिचर्ड वैलेंसी मैंने आपको बताया अब ये जैसे नवाब सुझाव डोला जो मैंने आपको बताया कहां के सुझाव दो ना अवध के तो अब आप सुझाव डोला ऑफ अवध विद हिज एंड दी ब्रिटिश रेजिडेंट पिछले वीडियो में मैंने आपको रेजिडेंट बताया था ना तो ये रेजिडेंट इस तरह से क्या करते द ये जो इंडियन स्टेटस रहते द वहां पर जाकर बैठना चालू कर देते द रेजिडेंस तो अब जैसे अवध में इन्होंने क्या कर दिया एक रेजिडेंट को प्लेस कर दिया रेजिडेंट को जागा दे दी की हान आप हमारे यहां रह सकते हो तो अब ये रेजिडेंट बड़ा चालक होता था मैंने बताया था ये सारी चीज ऑब्जर्व करता रहता है तो जहां मौका लगता था इसे क्या अब सही है मतलब अब लोहागर गरम है लोहा थोड़ी मार दी जाए तो उसे तरह से क्या ये ब्रिटिश कंपनी को बता दिया करता था रेजिडेंट किया अब सिचुएशन बिगड़ रही है तो अब आप हमला कर सकते हो या फिर आप इस तरह जैसे आप ऐसा कर सकते हो वैसा कर सकते हो वो सारी चीज रहती थी तो नवाब सुझाव डोला ऑफ अवध विद सैन एंड दी ब्रिटिश रेजिडेंट एव ब्रिटिश रेजिडेंट है पेंटेड बाय तिल्ली कैटल ये ध्यान रखना अभी हम आगे पढ़ेंगे चैप्टर में ये पेंटर्स वगैरा के नाम फिर आना है तिली ऑयल क्यों लिखा क्योंकि ऑयल पेंटिंग है ये 1772 में दे तित इसे डेट फॉलोज दी बैटल ऑफ बक्सर फोर्स नवाब सुझाव दौलत तू गिव अप मच ऑफिस अथॉरिटी तो मैंने अभी बताया ना सब्सिडियरी लाइन साइन करना पढ़ी थी मेटल ऑफ बक्सर के बाद में किसको सुझाव डॉलर को फिर क्या होता है अब देखो यहां पे जैसे दिखा तो रहे हैं आपको हेयर होवर ही पीओएस इन रीगल स्प्लेंडर टावरिंग ओवर दी रेजिडेंट तो मतलब ये फोटो में ऐसा दिखा जरूर है की वो बहुत एकदम जैसे बोल रहे हैं चौड़े में खड़े हैं एकदम किसके सामने रेजिडेंट के सामने तो वो ऐसा नहीं है क्या होता है अधिकतर अब आपके ऊपर किसी ने टर्म एंड टर्म्स एंड ट्रीट इट इंपोज कारी है तो आपको क्या करना होगा आपको झुक के रहना होगा लेकिन ये पेंटिंग ऐसे पेंट कारी जिसमें सुप्रीम दिखाई जा रही है सुप्रीम क्या होती थी की इंसीडेंट जो होते द यह ज्यादा पावर में होते द इनकी सुप्रीम ज्यादा होती थी ठीक है तो हमने सब्सिडियरी अलायंस पढ़ लिया है अब इसी के साथ जो कंपनी हुजूर एक्सपेंडेड में हमने एक पार्ट पढ़ा की कंपनी किस तरह से अपने रूल को एक्सपेंड कर रही थी अब हम देखते हैं मैसूर के साथ में अभी क्या हुआ अभी देखो एक एग्जांपल बताता हूं मैं आपको मतलब डायग्रामेटिक एक्सप्लैनेशन देता हूं की अभी हमने देखा की कंपनी यहां पे धूम मचा रही है ठीक है कंपनी इस एरिया में ज्यादा डोमिनेट कर रही है अब क्या होगा की यहां पे साउथ इंडिया वाला जो पार्ट है कंपनी यहां पे भी अपने रूल को एक्सपेंड करेगी कैसे एक्सपेंड करती है कौन था यहां पे वो सारी चीज हम आपको नेक्स्ट वीडियो में बताने वाले हैं तो यहां टाइगर ऑफ मैसूर के साथ में स्टार्ट करेंगे हम टीपू सुल्तान की कहानी के साथ में स्टार्ट करेंगे टीपू सुल्तान दी टाइगर ऑफ मैसूर ठीक है काफी इंटरेस्टिंग कहानी होने वाली है ये देखिए पिछले वीडियो तक हम लोग क्या पढ़ चुके हैं पिछले वीडियो तक हम लोगों ने क्या देखा पिछले वीडियो में हमने ये देखा था की किस तरह से कंपनी का जो रूल है कंपनी कौन सी तो कंपनी ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की बात कर रहे हैं आप साइंस वगैरा मत समझने लगना तो ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी जो है वो अपने रूल को एक्सपेंड करते जा रही थी मानते हो इस चीज को एक्सपेंड करने में अलग-अलग स्ट्रैटेजिस को अडॉप्ट करती थी जैसे रेजिडेंट को रख देना इंडियन स्टेट के अंदर और वो रेजिडेंट इंटरफेयर करता था इंटरनल मैटर्स में फिर हमने देखा की अलग-अलग पॉलिसी डिवाइस कर ली थी उन्होंने जैसे पॉलिसी में अगर देखा जाए तो सब्सिडी एयरलाइंस जो थी इट वैसे वैन ऑफ डी मोस्ट इंपॉर्टेंट पॉलिसी की सब्सिडियरी अलायंस के चलते क्या करते द वो एनएक्स कर लिया करते द किसी अन भी राजा को क्या कर लेते हैं अपने अंडर में ले आया करते द सब्सिडियरी अलायंस के थ्रू डायरेक्टली इनडायरेक्टली का कर लेते द अपना अपनी डोमिनेंट एस्टेब्लिश कर लिया करते द तो अब हम देखने वाले हैं की क्या वो सिर्फ ये पॉलिसी पॉलिसी खेल कर ये अपने रूल को एक्सपेंड कर रहे द या फिर डायरेक्ट मिलिट्री conferentation भी हुए हैं तो उसे चीज को पुरी कहानी के थ्रू हम समझेंगे पूरा मैसूर की कहानी के थ्रू टीपू सुल्तान कौन द वो भी आपको पता चल जाएगा ये सारी चीज आपको इस वीडियो के थ्रू पता चलने वाली है स्टार्ट करते हैं तो एक टाइम कंपनी यूज्ड डायरेक्ट मिलिट्री conferentations तू प्रोटेक्ट इट्स पॉलिटिकल और इकोनॉमिक इंटरेस्ट मिटा देते हैं देखो क्या होता है तो यहां पे वही बताया गया है की कभी-कभी कंपनी जो थी ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी जो थी तो वो क्या करती थी ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी अपने इंटरेस्ट को प्रोटेक्ट करने के लिए अपने इंटरेस्ट को प्रोटेक्ट करने के लिए मतलब जहां ऐसा लग रहा था क्या उन्हें फायदा या फिर उन्हें नुकसान है तो उसे इंटरेस्ट को प्रोटेक्ट करने के लिए डायरेक्ट मिलिट्री conferentiation पे भी उतर आती थी डायरेक्ट मिलिट्री कंसंट्रेशन क्या होता है मतलब आमना सामना हथियार दो-दो दो-दो हाथ हो जाए उसे तरह से तो लड़ती भी थी लड़ी भी है किस-किस से लडि़ए कहां-कहां लड़ी है वो भी सारा सब कुछ पढ़ने वाले हैं हम तो जो जैसे हमने बैटल ऑफ प्लासी बैटल ऑफ अक्सर में देखा वहां पे लड़ाई करना पढ़ी थी ना कंपनी को तो वैसे ही और भी दूसरे एरियाज में या फिर का सकते हैं दूसरे इंडियन स्टेटस को कैप्चर करने के लिए कंपनी ने क्या किया है मिलिट्री कंसंट्रेशन का इस्तेमाल किया है हो तो वही बताया गया है एग्जांपल है सदन इंडियन स्टेट ऑफ मैसूर सदर इंडियन स्टेट ऑफ मैसूर क्या है ये मैं आपको समझता हूं देखो ये है मैसूर ठीक है यह पूरा इंडिया है जैसे पूरा इंडिया नहीं इसमें आधा ही है मैप में तो इंडिया का जो साउथ है इंडिया का साउथ ये हो गया ठीक है साउथ में एक प्रॉब्लम्स हुआ करता था जिसका नाम था मैसूर जो आज का हमारा प्रेजेंट एक कर्नाटक का है ना कर्नाटक महाराष्ट्र का कुछ पार्ट कहना कुछ पार्ट तो ये जो प्रोविंस है इस प्रोविंस को किस नाम से जाना जाता था इस प्रोविंस को मैसूर के नाम से जाना जाता था और यहां पे रूल जो करते द तो वो टीपू सुल्तान के पिताजी द पहले हैदर अली ठीक है और हैदर अली के बाद में टीपू सुल्तान ठीक और उनके भी पहले कौन था उनके पहले अर्थ है अभी मैं ओडर्स के बारे में भी बताऊंगा तो आपको पहले में कुछ बेसिक इनफॉरमेशन दे देता हूं जो आपको ध्यान रखना है देखो ये हो गया मैसूर और मैसूर के साइड ये जो कॉस्ट है ठीक है कॉस्ट समझते हो ना जो कट होता है जो बीच होता है तो कॉस्ट ये कौन सा कॉस्ट है इस कोष को कहा जाता है मालाबार कोस्ट मालाबार कोस्ट ठीक है इस कोस्ट को मालाबार कोस्ट कहा जाता है ये ध्यान रखना अभी आगे बताएंगे क्योंकि हम कुछ तो अब हम क्या देखने वाले हैं अब हम यही चीज देखने वाले हैं की जब कंपनी डायरेक्ट मिलिट्री conferentation का इस्तेमाल करती थी तो कहां करती थी और किस तरह से करती थी मैं सौर आपको पता है मालाबार आपको पता है अब चलते हैं आगे क्या है कहानी में देखो ट्विस्ट कहानी में ट्विस्ट ऐसा है की मैसूर कंट्रोल दी प्रॉफिटेबल ट्रेड ऑफ मालाबार कोस्ट अभी मालाबार कोस्ट बताया था ना मैंने आपको ये वाला तो अब ये यहां से क्या होता था ट्रेड होता था ट्रेड कैसे होता था लोग समुद्र के साथ ट्रेड करते द क्या समुद्र के साथ नहीं जो भी शिप वगैरा आती थी ना पानी के जहाज वगैरा जो आते द तो पानी के जहाज यहां पर आते द यहां से फिर वो गुड्स अपने बेचते द खरीदते द तो यहां से ट्रेड होता था ठीक है तो उसे पर्सपेक्टिव से क्या है उसे पर्सपेक्टिव से मैसूर जो था मैसूर प्रोविंस मैसूर कंट्रोल दी प्रॉफिटेबल ट्रेड ऑफ मालाबार कोस्ट अब मालाबार कोस्ट पर किन चीजों का ट्रेड होता था कंपनी परचेज पेपर एंड कार्डोमोम फॉर दिस पार्ट फ्रॉम दिस पार्ट ऑफ ठीक है यहां पे फ्रॉम है तो फ्रॉम दिस पार्ट ऑफ डी किंगडम तो अधिकतर जो कंपनी थी ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी दूसरी कंपनी भी जो आती थी जैसे डच हो गए फ़्रेंच हो गए तो वो क्या करते द यहां से गुड्स खरीदते द और बेच देते द यहां से गुड्स खरीद कैसे बेचते द यह सारी चीज होती थी अधिकतर पेपर और कार्डोमोम जो रहता है पेपर काली मिर्च और यह सारी चीज जो रहती थी तो ये यहां से खरीदना और बचाना चलता था ठीक है तो ये यहां तक कहानी ध्यान रहेगी आपको की मैं सौर जो था मालाबार कोस्ट पर बहुत ज्यादा ट्रेड होता था और कंपनी यहां से ट्रेड करती थी इतनी कहानी ध्यान रखो अब अगर देखें हम पॉलिटिकल उसका की स्ट्रक्चर कैसा रहा तो मैंने आपको बताया था पहले कौन रूल करता था पहले वो रूल करते द अभी और बताएंगे वो deyars के बारे में वो यार एक डायनेस्टी है जैसे डायनेस्टी होती है ना अगर अगर मुगल डायनेस्टी थी आ तो वैसे ही डायनेस्टी कौन सी होती थी एक पहले वो देयर थी जो मैसूर पे रूल करती थी फिर वह यार को हराकर हटाकर हैदर अली ने कब्जा कर लिया था ठीक है तो हैदर अली ने अपने दम पे वहां पे क्या कारी किंगडम एस्टेब्लिश कर रही थी कहां मैं सौर में तो हैदर अली ने कब से कब तक रूल किया है 1761 से 1782 तक फिर क्या होता है हैदर अली की डेथ के बाद में हैदर अली को कैंसर हो गया था इनको कैंसर हो गया इनकी डेथ हो गई डेथ होने के बाद में टीपू सुल्तान जो द तो टीपू सुल्तान के पास में पावर आती है अब टीपू सुल्तान कब से कब तक रूल करेंगे 17 तू से 1799 तक इनकी डेथ कैसे होती है इनकी डेथ होती है लड़ते लड़ते ठीक है तो अपनी कैपिटल को बचाते बचाते लड़ते लड़ते इनकी डेथ हो जाती है अब क्या होता है की टीपू सुल्तान जब रूल कर रहे द तो बट इन 1785 देखो इन्होंने 1782 से रूल करना स्टार्ट करते हैं टीपू सुल्तान तो बट इन 1785 टीपू सुल्तान स्टॉप एक्सपोर्ट ऑफ सैंडलवुड पेपर एंड कार्डोमोम थ्रू दी पार्ट्स ऑफ किंगडम एंड दिस अलाउड लोकल मर्चेंट्स फ्रॉम ट्रेडिंग विथ कंपनी कंपनी कौन सी यहां पे ध्यान रखना ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी तो ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी जो थी तो उसके साथ में ट्रेड करने से दिस आलो कर दिया था किसने किसको dilauv कर दिया था अब 1 मिनट में वापस समझेंगे की टीपू सुल्तान जब पावर में आते हैं टीपू सुल्तान क्या बोलते हैं की मैं कंपनी को अपने एरिया से ठीक है पार्ट्स ऑफ हिज किंगडम पार्ट्स ऑफ किंगडम मतलब क्या है ये मालाबार कोस्ट अभी बताया था ना तो उन्होंने साफ शब्दों में का दिया कंपनी को की आई विल नॉट अलाउड कंपनी ट्रेड फ्रॉम दी पार्ट्स ऑफ माइक किंगडम यह संदल वुड पेपर कार्डोमोम इन सारी चीजों का जो ट्रेड होता था तो टीपू सुल्तान ने माना बोलते हैं की नहीं आपको यहां से ट्रेड करने हम नहीं देंगे अब जब आपको यहां से ट्रेड हम नहीं करने देंगे तो टीपू सुल्तान कंपनी जो थी तो कंपनी को बुरा लग गया कंपनी सोचती थी क्या ये टीपू सुल्तान हमें क्यों नहीं ट्रेड करने दे रहे हैं आपको भी बुरा लगा होगा आप भी सोच रहे होंगे की क्यों ना मतलब टीपू सुल्तान ने माना क्यों कर दिया ठीक है तो टीपू सुल्तान ने जो माना किया उसके पीछे कारण था कारण मैं आपको समझता हूं हैदर अली जो द और टीपू सुल्तान इन लोगों की दोस्ती किसके साथ अच्छी थी फ़्रेंच ईस्ट इंडिया कंपनी के साथ मतलब फ्रांस के साथ में इनकी दोस्ती काफी अच्छी थी अब जब फ्रांस के साथ में दोस्ती अच्छी थी तो दुश्मन मतलब ऐसा होता है ना दुश्मन का दुश्मन क्या हो जाता है दोस्त हो जाता है तो उसी तरह से फ्रांस और ब्रिटेन की लड़ाई चल रही थी अब फ्रांस और ब्रिटेन की लड़ाई चल रही थी और दोस्ती किसकी अच्छी थी टीपू सुल्तान की और फ़्रेंच ईस्ट इंडिया कंपनी की तो वो दोनों साथ में ए गए वो दोनों जब साथ में आए तो उन्होंने बोल दिया की भैया ये ब्रिटिशर्स को तुम ज्यादा आ मतलब का सकते हैं कंसेशन वगैरा मत देना अपने यहां से ट्रेड मत करने देना तो उसके चलते एक तो क्या कर दिया टीपू सुल्तान ने माना बोल दिया एक तो फ्रांस के साथ दोस्ती के कारण और दूसरा उन्हें समझ ए रहा था की ब्रिटिशर्स जो है ये सही नहीं है क्यों क्योंकि एक बार हैदर अली के साथ में ब्रिटिशर्स लड़ाई कर चुके द ठीक टीपू सुल्तान के पावर में आने से पहले ही हैदर अली के साथ ब्रिटिशर्स लड़ाई कर चुके हैं तो इन सारी चीजों को ध्यान में रखते हुए टीपू सुल्तान को समझ में ए रहा था क्या की इन लोगों को हमें ज्यादा कंसेशन नहीं देना चाहिए ठीक है और इसी के चलते क्या होता है इसी के चलते तेरे पास कनफ्लिक्ट कनफ्लिक्ट क्रिएट होता किसके बीच में तो वही मैसूर की किंगडम विच वास हेडेड बाय हैदर अली एंड टीपू सुल्तान और दूसरी साइड कौन द कंपनी ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ए गया ना समझ में पुरी कहानी ध्यान रखना आपको ये बैकग्राउंड है आपको समझ में आएगा की किस तरह से मैसूर में जो भी इवेंट्स हुए वो क्यों हुए क्लियर है यही सारा सब कुछ दिया है आपकी बुक में चलो तो ये यहां तक की कहानी ध्यान रखना है आपको ध्यान रखोगे अब आगे बढ़ते हैं आगे अगर बढ़ते हैं हम देखते हैं यहां पे क्या होता है तो कंपनी 100 हैदर एंड टीपू एंबिशियस एरोगेंट एंड डेंजरस देखो अब क्या होता है अगर कोई मेरी बात नहीं मानेगा तो मुझे वह खराब लगेगा ही दिखती बात है तो वैसे ही अगर बात करें हम हैदर की आ हैदर अली खान की टीपू सुल्तान की तो यह लोग क्या द यह लोग अपने डिफेंस में खड़े द मतलब अपना तो प्रोटेक्शन सभी करेंगे ना तो अब ये अपने लिए खड़े द खुद के लिए आवाज़ उठेंगे तो जो दूसरे देखने वाले हैं मतलब कंपनी ऑफिशल्स जो द वो इन्हें क्या समझेंगे वो इन्हें एंबिशियस एरोगेंट डेंजरस समझेंगे अंधेर फॉर दे शुड बी कंट्रोल एंड क्रस्ट अकॉर्डिंग तू ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी क्या बोलती थी की यह खतरे की घंटी है हमारे लिए तो हमें क्या करना होगा इन्हें कंट्रोल करना होगा इन्हें ढाबा के दारा के रखना होगा अगर ये ज्यादा ऊपर उठने लगे तो क्या होगा की हमने समान नहीं पाएंगे और जैसे मैंने आपको बताया पिछले स्लाइड पे क्या की टीपू सुल्तान ने स्ट्रिक्टली सीधा साफ बोल दिया क्या की आप हम आपको ट्रेड नहीं करने देंगे हमारी टेरिटरीज तो इस तरह से एक बोर्ड स्टैंड देखने को मिल रहा था और उसी के चलते कनफ्लिक्ट जो है इंटेंसिफाई होते चले गए तो अब जो हमने स्टार्टिंग में बात की थी किस चीज की एक मिलिट्री कंसंट्रेशन तो जी हान एक बार भी नहीं दो बार भी नहीं तीन बार भी नहीं चार बार डायरेक्ट मिलिट्री confentation होता है चार बार आमना-सामना होता है किसका मैसूर की फोर्सेस का विच वैसे एलईडी बाय सोमेटाइम्स हैदर अली खान एंड सैम टाइम्स बाय टीपू सुल्तान और दूसरी साइड ईस्ट इंडिया कंपनी होती थी तो इनके बीच में लड़ाई होती है अब देखो एंग्लो मशहूर और कहा गया अब आप जहां भी एंग्लो देखोगे ना तो समझ जाना है किसके लिए उसे किया जा रहा है एंग्लो जाने ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के लिए उसे किया जा रहा है जैसे अभी आप एंग्लो मराठा वॉर भी पढ़ेंगे हम एंग्लो फ़्रेंच वॉर भी है ठीक है तो एंग्लो मतलब ब्रिटिश और दूसरी साइड जो रहता है तो दूसरी टीम हो जाती है तो एंग्लो मैसूर मतलब की ब्रिटिशर्स और मैसूर की किंगडम के बीच में जो लड़ाई हुई है उसके बारे में तो पहली जो अगला मैच और वॉर होती है वो कब होती है 1767 से 69 1767 से 69 के बीच में पहली एंग्लो मशहूर वॉर होती है अभी जो पहली एंग्लो में स्टोर और होती है तो इसमें क्या होता है इसका नतीजा का रिजल्ट क्या निकल के आता है इधर अली खान बहुत मारते हैं किसको ब्रिटिश को तो इस कारण मतलब कुछ हासिल नहीं हो पाती है तो ब्रिटिशर्स क्या करते हैं ब्रिटिशर्स बड़े चालक द मैं आपको पहले भी बता चुका हूं तो वो ट्रीटी साइन कर लेते हैं की हान ठीक है ठीक है अब कोई एक दूसरे के ऊपर हमला नहीं करेगा तुम तो हमारा कम करना हम हमारा कम करेंगे क्यों क्योंकि दिख रहा था उन्हें की हम हर रहे हैं ठीक है फिर दूसरी वापस से अटैक होता है इस समय पे भी क्या इस समय पे देखो दोनों चीज हैं इस समय पे दोनों चीज मतलब क्या है की इस समय पे 82 में डेथ हो जाती है किसकी हैदर अली खान की तो टीपू सुल्तान तू कवर कर लेते हैं तो आधी लड़ाई हैदर लड़ते हैं और आधी लड़ाई टीपू सुल्तान लड़ते हैं ये सेकंड एंग्लो में स्वर वॉर होती है अब सेकंड एंग्लो में शुरुआत हो रही है और पता है इन दोनों वॉर्स में फ़्रेंच ने मदद कारी थी मतलब फ़्रेंच ईस्ट इंडिया कंपनी ने फ्रांस के आर्मी ने मदद कारी थी मैसूर की किंगडम की हैदर अली की मदद कारी थी ये वाली लड़ाई हो जाती है कोई ज्यादा मतलब का सकते हैं की ऐसा रिजल्ट निकल के नहीं आता कौन हरा कौन जीता तो इक्वल फूटिंग पे एक तरह से कहते हैं की ड्रॉ हो जाता है मैच फिर तीसरी लड़ाई कब होती है फिर तीसरी लड़ाई होती है 1790 से 1792 के बीच में ये जो होती है थर्ड एंग्लो मे शुरू हुआ होती है अब थर्ड एंगल में क्या होता है थर्ड एंगल में वॉर में एक तरह से हम देखें तो टीपू सुल्तान हर जाते हैं अपने कुछ पार्ट को टीपू सुल्तान को अपने बच्चों को अपने दोनों बेटों को क्या करना पड़ता होस्टेस रखना पड़ता है बंदी बनाकर रखना पड़ता है किसके अंडर में मतलब गिरवी रख देते हैं वो एक तरह से ब्रिटिशर्स के अंडर में ईस्ट इंडिया कंपनी के अंडर में देखो ये फोटोग्राफ देखो इसको मैं समझता हूं क्या है दी कंपनी फोर्सेस डिफीटेड बाय हैदर एंड टीपू सुल्तान इन सेवरल मेटल्स तो जैसे मैं बताया की आ एंग्लो में S4 और वैन और वॉर तू उसमें एक तरह से देखा जाए तो कंपनी की फोर्सेस को हरा देते द ये ठीक है बट इन 1792 ये एंग्लो में शुरू और नंबर थ्री हो गई 1792 में क्या होता है अटैक बाय दी कंबाइंड फोर्सेस ऑफ मराठस दिन ईजम ऑफ हैदराबाद एंड दी कंपनी ये ध्यान रखना ये इंपॉर्टेंट है थर्ड एंग्लो में भी क्यों हर जाते हैं मैसूर वाले क्योंकि अब देखो कंपनी कंपनी के साथ में मराठा ने हाथ मिला लिया मैंने बताया था ना की अधिकतर हमारी जो आपसी फूड रहती है आपस में हमारे जो लोग लड़ रहे द उसके चलते बहुत सारा हमें क्या करना पड़ा था लॉ ऑफ बेयर करना पड़ता है उसके चलते हमें कई बार नुकसान उठा करना पड़ता था तो जब उसके चलते में कई बार नुकसान उठाना पड़ता था तो हमारी जो जैसे मराठा द अगर मराठा साथ नहीं देते किसका कंपनी का ईस्ट इंडिया कंपनी का तो क्या हुआ जीत पाते नहीं मराठा ने भी साथ दे दिया निजाम ऑफ हैदराबाद की अगर बात की जाए तो इन्हें भी साथ दे दिया तो अपने ही लोग अपने ही लोगों को हारने पे तुले हुए द तो फिर तो क्यों नहीं हारेंगे जैसे हमने वहां पे देखा मीर जफर अगर धोखा नहीं देते तो सिराजुद्दौला hartenge नहीं हार्ट लेकिन गड़बड़ अपने ही लोगों ने कर दी ना हमेशा तो वही चीज यहां पे हुई है की जब अटैक किया जाता है और इस बार अटैक जो होता है 1792 में जो थर्ड एंग्लो में होती है तो उसमें कंबाइन फोर्सेस रहती है marathaas की निजाम ऑफ हैदराबाद की और कंपनी की जिसके चलते क्या होता है टीपू वाज फोर्स tippuz फोर्स तू साइनाइड ट विद ब्रिटिश बाय विच तू ऑफ सैन वर टेकन आवे हो स्टेज ब्रिटिश पेंटर्स ऑलवेज लाइक पेंटिंग साइंस डेट शो डी टाइम्स ऑफ ब्रिटिश पावर तो जैसे ये दोनों बच्चे जो है तो टीपू सुल्तान के दोनों बच्चे को ब्रिटिशर्स ले जा रहे हैं होस्टेस की तरह ठीक है उसके पीछे अगर आप ट्रीटी जानना चाहते ट्रीटी साइन होती है जिसके अकॉर्डिंग्ली टीपू सुल्तान को पैसे पे करना द लेकिन टीपू पैसे नहीं पे कर पाते तो उनके बच्चों को होस्टेस की तरह रख लेते हैं कौन ब्रिटिशर्स तो ये सारी चीज होती हैं ठीक है तो अभी हम वापस चैप्टर पे ए जाते ज्यादा आगे निकल गए हम तो क्या होता है यहां पे की थर्ड एंग्लो मैं शुरुआत होती है थर्ड एंग्लो में शुरू और मैं हम देखते हैं की थोड़ा सा कौन हर जाते हैं टीपू सुल्तान है जाते हैं और हार्ट भी क्यों है क्योंकि उनके साथ में कंबाइन फोर्सेस अभी आगे आपको मराठस के बारे में भी पढ़ाएंगे की पहले ब्रिटिशर्स में किस तरह से मराठा का साथ लेकर मैसूर के लोगों को हरा दिया मराठा को खुद हरा देंगे तो अभी हम देखेंगे वो आगे वाले आने वाले वीडियो में ठीक है फिर फोर्थ एंग्लो मैं इसको और जो होती है तो वो 1799 में होती है फाइनल एंग्लो में शुरू और थी इसे बैटल ऑफ शृंगा पटनम भी कहा जाता है तो बैटल ऑफ strangapatna में क्या होता है अल्टीमेटली टीपू सुल्तान अपनी कैपिटल सिटी को श्रीरंगपटना जो थी तो उनकी शृंगा पत्तम उनकी कैपिटल सिटी थी उसे कैपिटल सिटी को डिफेंड करते करते वो उनकी डेथ हो जाती है लड़ते-लड़ते उनकी डेथ हो जाती है ठीक है तो कंपनी अल्टीमेटली वीं अन विक्ट्री इन दिस मेटल तो कंपनी यहां पे अल्टीमेटली जाती है तो जैसे बोलते हैं ना की पहली बार में नहीं जीती दूसरी बार में थोड़ा सा दूसरी बार में ये नईखे समान थी तीसरी बार में कुछ हद तक जीत गई चौथी बार उन्होंने पुरी तरह से क्रश कर दिया किसको पुरी तरह से क्रश कर दिया ये जो हमारा ये वाला एम्पायर था इस एम्पायर को पुरी तरह से खत्म कर दिया अब क्या होता है अब आगे समझो इस चीज को कहानी को आगे बढ़ते हैं तो इवेंट्स आफ्टर दी बैटल ऑफ singaporetam srirangapattam के बाद में क्या इवेंट्स होते हैं shangapatnam के बाद में ये इवेंट्स होते हैं टीपू सुल्तान डायट डिफेंडिंग हिज कैपिटल श्रीरंगपटना हम ठीक है तो हमें उसे चीज का खेद है की टीपू सुल्तान अगर हमारे ही लोग धोखा ना देते जैसे marathaj ठीक है निजाम ऑफ हैदराबाद ये लोग कंपनी के साथ नहीं मिलते तो शायद जीत जाते हैं लेकिन वो अपनी कैपिटल सिटी को लड़ते लड़ते क्या हो जाते हैं एक तरह से उनकी डेथ हो जाती है अपनी कैपिटल सिटी को बचाते हुए फिर क्या होता है मैसूर प्लेस अंदर दी फॉर्मर रूलिंग डायनेस्टी ऑफ फूड यार्ड ये जो मैं आपको इतनी देर से बॉडी बता रहा था मतलब हैदर अली खान के पहले कौन रूल कर रहा था मैं ₹100 पहले कौन रूलर द पहले अर्स तो ये वोडिस जो रुलर्स द तो अब टीपू सुल्तान को हारने के बाद में वापस से वोट को बिठा दिया अब यहां सोच रहे होंगे की मराठस और निजाम ने पार्टिसिपेट क्यों किया था लड़ाई में उसके पीछे मैं कारण बताता हूं आपको marathaz और निजाम ने इसलिए पार्टिसिपेट किया था क्योंकि टीपू सुल्तान वो कंपनी ने प्रॉमिस कर दिया था की एक बार टीवी सुल्तान को हरा देंगे तो हम आपको कुछ-कुछ टेरिटरी दे देंगे तो जैसे जो पूरा मशहूर था ना ये मैन लो ये पूरा मशहूर था तो पूरा मैसूर का कुछ पार्ट किसको दे दिया मराठस को कुछ पार्ट किसको दे दिया निज़ाम ऑफ़ हैदराबाद को कुछ पार्ट पे किसको बैठा दिया वो डेढ़ मस्त के राजा को और इनके साथ सब्सिडियरी अलायंस साइन कर ले तो इन्हें भी क्या बना लिया पपेट रूलर बना लिया और कुछ पार्ट अपने अंदर रख लिया डायरेक्ट तो इस तरह से क्या किया सब्सिडियरी अलायंस बहुत इंपोस ऑन डी स्टेट और किसके ऊपर बॉडी और उसके ऊपर क्योंकि टीपू सुल्तान वगैरह इनको तो सबको हरा दिया उन्होंने ठीक अब ये देखो ये एक फोटोग्राफ है जैसे आपको समझना है टीपू सुल्तान जो द बहुत साइंटिफिक टेंपर के निशान द साइंटिफिक टेंपर के और पहली बार अगर रॉकेट की बात की जाए ना तो उन्होंने रॉकेट भी पहली बार टीपू सुल्तान ने बनाया था नासा में उनका फोटो रखा है टीपू सुल्तान का क्यों रखा है क्योंकि उनके अंदर एक साइंटिफिक टेंपर था किस चीज को लेकर साइंस में विश्वास रखते द वो फ़्रेंच रिवॉल्यूशन जो हुआ था उसको बहुत वह प्रेस करते द फ्रांस के साथ में दोस्ती भी अच्छी थी ठीक है तो अब ये फिगर जो है फिगर दर्शाता है दिस इस दी पिक्चर ऑफ बिग मैकेनिकल टॉय डेट टीपू posessed यू कैन सी अन टाइगर मोल्डिंग अन यूरोपियन सोल्जर व्हेन इट्स हैंडल वाज टर्न ये जो हैंडल लगा है इस हैंडल को जैसे अगर आप ghumaoge ना तो ये टाइगर क्या करता है टाइगर रोल करने लगता है टाइगर ऐसा एक तरह से दहाड़ता है और ये जो सोल्जर है ये सोल्जर है हाथ पैर हिलाने लगता है सोल्जर हाथ पैर नहीं लगता है मतलब ये सीन ऐसा बनने लगता है की टाइगर ने हमला कर दिया और ये सोल्जर यूरोपियन सोल्जर है तो मतलब टीपू क्या बता रहे हैं अपने खिलौने के थ्रू बताना चाह रहे हैं की इस तरह से मैसूर जो एक शेर है कर्नाटक में बहुत सारे टाइगर पाए जाते हैं पता है कर्नाटक के जंगल में तो मैं टीपू सुल्तान ने बताना चाह रहे द की ये मैसूर का टाइगर है और ये सोल्जर्स के ऊपर हम इस तरह से हमला कर देंगे अपने टॉय के थ्रू बताना चाह रहे द दिस टॉय टाइगर इस नौ केप्ट इन दी विक्टोरिया एंड अल्बर्ट म्यूज़ियम इन लंदन इसे लंदन ले जाएगा ठीक है मतलब अपने ही सोल्जर को खा रहा है टाइगर उसको उन्होंने म्यूज़ियम में संभल के रखा है फिर ये ब्रिटिश इट आवे एंड टीपू सुल्तान डिड डिफेंडिंग इस कैपिटल सिंगापुर में 799 तो यह कब ले जाएगा द जब टीपू सुल्तान को हरा दिया गया था फोर्थ बैटल ऑफ एंग्लो में सौर अन वॉर जो था तो फोर्थ एंग्लो में शुरू वॉर में जब टीपू सुल्तान हर जाते हैं तो इस टॉय को ले जाते हैं वो लंदन पोरस ये सारी चीज होती हैं तो टीपू सुल्तान दी टाइगर ऑफ मैसर पुरी कहानी कैसी लगी आप कमेंट सेक्शन में जरूर बताइएगा तो इसी के साथ हमारा ये वाला टॉपिक भी कंप्लीट होता है पूरा हमने देखा टीपू सुल्तान हैदर अली किस तरह से लड़ाइयां हुई किस तरह से जीता हरा कौन क्या हुआ उसके बाद में तो ज्यादा टॉपिक हमारा कंप्लीट होता है यहां पर ठीक है कंप्लीट होता है स्टोरी ऑफ मराठी अंपायर देखिए पिछले वीडियो में मैंने आपको क्या बताया था पिछली वीडियो में मैंने आपको टीपू सुल्तान की कहानी बताई थी तो अब हम पढ़ क्या रहे हैं पहले एक बार आपको वो बताता हूं मैं मतलब पीछे से रिकॉल हो जाएगा थोड़ा सा तो आपको रिलेट करने में मजा भी आएगा और समझ भी आएगा जैसे ये इंडिया था ठीक हमने क्या देखा की कंपनी जो है थी कौन सी कंपनी ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी वो अपने रूल को एक्सपेंड करते जा रही थी तो बंगाल में उसने किस तरह से एक्सपेंड किया मेटल ऑफ क्लास वगैरा सब कुछ जीत लिया हर लिया ठीक फिर हमने पूरा जो मैसूर वाली कहानी थी टीपू सुल्तान हैदर अली वह सारा सब कुछ पढ़ा वो हो गया अब अब जो ब्रिटिश गवर्नमेंट थी या फिर का सकते हैं जो ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी थी वो अपना रुख किस तरफ घूमती है मराठा अंपायर की तरफ घूमती है मतलब मराठस को देखती है अब की हान या मराठा मराठा अंपायर जो इसमें भी बहुत सारी इनके पास टेरिटरी है इनसे कैसे टेरिटरी जीती जाए ठीक है तो अब हम वॉर विथ मराठस को देखने से पहले मराठा अंपायर को समझते हैं की मराठा अंपायर क्या था दिखती बात है की ब्रिटिशर्स जो है वो लड़ने वाले हैं किस से मराठा रुलर्स के साथ में लेकिन उसके पहले हम ये समझते हैं की मराठा अंपायर था क्या ठीक तो अब सबसे पहली चीज अगर देखी जाए तो मराठा अंपायर अगर आप देखते हो वैसे ब्रॉड लेवल पे तो जो थर्ड बैटल ऑफ पानीपत हुई थी ठीक है ये थर्ड बटन ऑफ पानीपत जो है यहां से चीजें बदल जाती है इंडियन हिस्ट्री यहां से भी टर्न होती है क्यों क्योंकि थर्ड बैटल ऑफ पानीपत के पहले तक मराठा से एक पावरफुल रूलर की तरह द अब यहां पे थर्ड बैटल ऑफ पानीपत में मराठा वर्सेस अहमद शाह अब्दाली एक भी आई है अर्जुन कपूर की कौन सी मूवी पानीपत नाम है उसे मूवी का तो उसे मूवी को देखोगे तो आपको कुछ स्टोरी समझ में आएगी की मराठा सोचते हैं की वो थर्ड बैटल ऑफ पानीपत अगर जीत जाते हैं तो वो दिल्ली पे कब्जा कर लेते हैं दिल्ली पे कब्जा कर लेते तो खा देते हैं वहां से वो लेकिन वो बैटल नहीं जीत पाते हैं दिल्ली पे कब्जा नहीं हो पता है तो बहुत सारी चीज वहां से चेंज हो जाती है तो इनका जो विज़न था किस चीज को लेकर दिल्ली को कब्जा करने के लिए क्या फिर दिल्ली का सिंहासन अपने अंडर में लेने को लेकर तो इनका ये सपना नहीं पूरा हो पता मराठा उसका और उसी के चलते क्या है जो थर्ड बैटल ऑफ पानीपत थी उसमें वो हर जाते हैं मराठस बार डिफीटेड इन डेट इन 1761 अब यहां से क्या हो रहा है कोई मैंने आपको बताया था वैक्यूम जहां रहेगा वहां पे पावर बढ़ती जाती है तो वैक्यूम यहां पे थी कैसी वैक्यूम थी की कोई मेजर पावर नहीं थी शाह आलम तू द दिल्ली पे तो मैंने बताया था आलम तू को बटोर ऑफ बक्सर में हरा देते हैं ब्रिटिशर्स ठीक तो कोई मेजर पावर बन नहीं पाए द मराठस भी उसे समय उनका जो सपना था वो पूरा नहीं हो पाया वो भी हर गए द छोटी छोटी पावर थी और मराठा जो द तो मराठा पूरा का पूरा एम्पायर जो था वो डिवाइडेड था मराठा डिवाइडेड इन में स्टेटस एंड डी डिफरेंट के सरदार ठीक है तो मराठा अंपायर जो था मराठा अंपायर में क्या कर दिया अलग-अलग पूरे एम्पायर को अलग-अलग पार्ट में डिवाइड कर दो अलग-अलग के द ठीक है और उन चिप्स को क्या कहा जाता था सरदार कहा जाता था तो पूरा का पूरा मराठा अंपायर वो अलग-अलग पार्ट में बनता हुआ है और हर पार्ट का जो लीडर होता था हर पार्ट का जो के होता था उसे सरदार कहा जाता था ठीक है अब देखो क्या है तो जैसे अगर देखें कौन-कौन सी चीज द तो sindhiyas ठीक sindhiyas आज भी है जैसे तो ग्वालियर ग्वालियर वाला जो एरिया है वो पूरा सिंधिया स्केल अंडर में था फिर बात करते हैं होलकर तो होलकर कहां पर इंदौर में ठीक है जैसे आपको मैं अगर एक ब्रॉड उसपे बताता हूं तो यह सेंट्रल पार्ट जो है मध्य प्रदेश का ऊपर की तरफ ये ग्वालियर यहां पे sindhiyas है ठीक है तो यहां पे एस लिख देते हैं sindhiyas फिर होलकर इंदौर तो ये वाला जो पार्ट था इंदौर यहां पे यहां पे कौन होगा होलकर हो गए ठीक है फिर अगर गायकवाड़ बात की जाए बड़ौदा तो ये यहां पे गायकवाड़ हो गए पूरे ठीक यह गायकवाड़ हो गए फिर घोसले जो द तो नागपुर भोंसले नागपुर कहां पर मध्य प्रदेश के नीचे यहां पे घोसले ये घोसले हो गए ठीक और उसके बाद में ये चार chiveshi हो गए और उनके बाद में जो ये चारों चीज जो द तो के सर हेल्प टुगेदर इन कॉन्फिडेंट एक अंडर पेशवा प्रिंसिपल मिनिस्टर बेस्ड इन पुणे तो एक जो अलग कॉन्फिडेंस स्टेट हुआ करता था वो पेशवा होते द जो पुणे में द यहां पे ये पुणे पी से पुणे पी से पेशवा पेशवा यहां पुणे से रूल करते द तो इस तरह से मराठा अंपायर पूरा था जो हम देख सकते हैं की वेस्टर्न पार्ट जो है नॉर्थ वेस्टर्न पार्ट जो है इंडिया का वहां पर मराठा अंपायर का दबदबा था मारा था अंपायर की पुरी एक्सटेंड थी इस तरह से फैला हुआ था अब क्या होता है कॉन्फिडेंस ही मतलब क्या होता है एक तरह से एलियंस होता है तो जो पेशवा होते द वो बाकी दूसरे चिप्स को अपने साथ मिलाकर रखते द की दूसरे चीज क्या हो ऐसा ना हो की वो आपस में ही लड़े तो पूरा मराठा अंपायर इस तरह से बना रहता था तो पेशवा की पोजीशन ज्यादा ऊपर रहती थी पी से पेशवा पी से पोजीशन पी से पुणे तो वो सारी चीज पेशवा के अंडर में रहती थी ठीक है है तो पेशवा की पोजीशन ऊपर रहती थी ना प्रिंसिपल की तरह consuder किया जाता था ठीक अब क्या होता है तो अब ये पेशवा हो गए अब इनमें अगर हम बात करें तो कुछ प्रॉमिनेंट सोल्जर्स जैसे mahajis इंडिया फिर उसके बाद में नाना padanish वी तू फेमस मराठा सोल्जर्स तो ये कुछ फेमस मराठा सोल्जर्स द जिनके चलते हैं मराठा अंपायर को मराठा अंपायर बोलने में अपने आप पे गर्व होता था और नोट आउट एक पावरफुल एम्पायर था और ब्रिटिशर्स को भी दिख रहा था की इस पावरफुल एम्पायर को अगर हम हड़पने की कोशिश करेंगे हारने की कोशिश करेंगे या फिर किसी तरह से इनके साथ चालाकी करने की कोशिश करेंगे तो हम हर जाएंगे बताइए मैंने आपको हर वीडियो में का रहा हूं मैं की बड़े चालक तो ये देख रहे द की जब तक का सकते हैं की पावरफुल था कौन मराठा अंपायर तब तक उन्होंने किसी प्रकार से कोई ऑप्शन नहीं मतलब सोचा भी नहीं की हमला करें लेकिन जहां उन्हें कहीं वीकनेस समझ में आती थी वो वहां पर हमला करते द तो ये महाद्वीप सिंधिया जिनका भी नाम बताए और ये नाना padanish ठीक फिर क्या होता था नो डाउट मराठा स्वर और मेजर पावर इन फ्रंट ऑफ कंपनी फ्रॉम लेट 18 सेंट यदि कंपनी अलसो सॉर्ट तू कब एंड ऐवेंंचुअली destroit मराठा पावर तो कंपनी के मैन में इच्छा जरूर थी की मराठा पावर को भी हरा देंगे तो इंडिया का इंडिया की जो टेरिटरी है उसका बहुत सारा पार्ट हमारे अंडर में जाएगा तो ये आखिर किया कैसे कंपनी ने ठीक है तो लेट 18 सेंचुरी में लेट 18 सेंचुरी अगर बात की जाए तो 17 75 के आसपास उसके बाद से धीरे-धीरे अलग-अलग चीज बदलते चलेगी लड़ाइयां होती है जैसे हमने एंग्लो मैसूर वॉर देखी ना उसी तरह से यहां पर भी लड़ाइयां होगी किसकी एंग्लो मराठा वॉर होगी मराठस के साथ लड़ाई लड़ते हैं पहली लड़ाई में बहुत बुरी तरह से हार्ट हैं और फिर हारने के बाद क्या करते हैं ब्रिटिशर्स एक ट्रीटी साइन कर लेते हैं की आप 20 साल तक नहीं लड़ेंगे हम तो वही सारी चीज कौन-कौन सी लड़ाई हुई क्या हुआ लड़ाई का परिणाम क्या निकल के आया है क्या रिजल्ट निकल के आया यही सारी चीज मैं आपको नेक्स्ट वीडियो में बताने वाला हूं तो नेक्स्ट वीडियो में वो सारा सब कुछ पढ़ेंगे अभी इस वीडियो से आपको क्या समझ में आना चाहिए जो आपकी टॉपिक है कौन सा टॉपिक आपका वॉर विथ मारा था तो उसमें जो मारा था अंपायर को समझाया गया है फर्स्ट पैराग्राफ में वो हमने समझ लिया स्टोरी ऑफ दी मराठा अंपायर आई होप अब आपको एक बेसिक पिक्चर्स समझ में ए गई की मराठा अंपायर था क्या किस तरह से था अब इतने मजबूत अंपायर में किस तरह से सेंड लगाई जाएगी किस तरह से ब्रिटिशर्स उसे कमजोर करेंगे इस वीडियो में हम पढ़ेंगे वॉर विद मराठस बहुत इंपॉर्टेंट है पिछले वीडियो में हमने क्या देखा था पिछले वीडियो में हमने देखा था की मराठा अंपायर जो था वो किस तरह से का सकते हैं एस्टेब्लिश था हमने देखा की मराठा अंपायर जो था तो थर्ड बटोर ऑफ पानीपत के बाद में उनके जो अरमान द दिल्ली पे कब्जा करने के वो कमजोर हो जाते हैं फिर वहां से क्या देखा हमने की मराठा किंगडम जो थी तो अलग-अलग पूरा पार्ट्स में डिवाइड थी अलग-अलग के होते द सरदार होते द और वो हेड होते द इस तरह से सिस्टम चल रहा था फिर हमने देखा क्या की जितने भी सिंधिया घोलकर ठीक है अब हौसले यह सारे लोग जूते अलग-अलग चिप्स जो द तो ये सारे के किसकी confidrisi में द पेशवा की confidc में द और पेशवा जो द पेशवा वास बेस्ड इट पुणे ठीक है तो ये सिस्टम था पूरा अब ये जो पूरा सिस्टम चला रहा था इस तरह से इस सिस्टम में इस सिस्टम में हमने क्या बताया था आपको की बहुत ही ऐसा नहीं था की बहुत कमजोर है सिस्टम पावर थी और ब्रिटिश को भी कहीं ना कहीं ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी को भी दिख रहा था की आप सीधे टक्कर नहीं ले सकते हो तो वो भी तक लगाकर बैठे रहते द की कब मौका मिले कब हमला करेंगे और कब हम अपनी पावर को एस्टेब्लिश करेंगे तो तुक लगा के बैठे द वो यहां समय के हिसाब से हम चीज कर लेंगे ठीक है ये सब कुछ हो गया अब चीज बदलती कैसी है चीज बदलती है ऐसी है की मराठस जो द तो मराठस क्या है जैसे मैंने आपको बताया की एंग्लो मशहूर और जो हुई थी ना तो एंग्लो मौर्य में क्या हो गया मराठा किसके अगेंस्ट चले गए मराठा टीपू सुल्तान के अगेंस्ट चले गए तो वो ये भूल गए की टीपू सुल्तान को हारने के बाद में ब्रिटिश उनके तरफ भी रुख कर सकते हैं तो मराठा हैव टेकन इट फॉर ग्रांटेड उन्होंने फॉर ग्रांटेड ले लिया की कुछ नहीं होना है अपना तो दोस्त हैं हम ब्रिटिशर्स लेकिन ब्रिटिशर्स ने धोखा कर गए तो अभी हम वही देखेंगे की एक दो तीन लड़ाई होती है यहां पे फर्स्ट एंग्लो मराठा वॉर सेकंड एंग्लो मराठा और थर्ड एंगल में मराठा और क्या होता है इन एंग्लो मराठा वॉर में ये भी मैं आपको बताने वाला हूं ठीक है काफी इंटरेस्टिंग होने वाला है देखो तो marathaz दर नॉट डिफीटेड इन दिस सिंगल वॉर ऐसा नहीं की एक ही दिन में हरा दिया मारा था उसको या फिर एक ही लड़ाई में हरा दिया क्यों क्योंकि मैंने आपको बताया पावरफुल रूलर पावरफुल रूलर द ब्रिटिशर्स को भी दिख रहा था की इनसे टक्कर लेंगे तो हो सकता है हम ही चूर हो जाए तो उसके चलते क्या है उसके चलते कंपनी ने स्ट्रैटेजिस खेलना चालू कारी जो marathaz में आपस में इंटरनल कनफ्लिक्ट चल रहे द उनके आपस में भी कुछ-कुछ लड़ाइयां चल रही थी जैसे आप और हायर क्लासेस में पढ़ोगे ना मतलब इतना इंडिप्थ में जाना नहीं जाता हूं क्योंकि आपकी बुक में नहीं है उतना आप कंफ्यूज हो जाओगे नए-नए नाम सुनके तो रघुनाथ राव वगैरा इनके बीच में आपस में इंटरनल कनफ्लिक्ट चल रहे द जैसे मूवी वगैरा में दिखाते ना की सिंहासन पे मुझे बैठना है सिंहासन पे मुझे नहीं मतलब इसे नहीं बैठने दूंगा मैं वो सारी चीज तो इनके जो इंटरनल कनफ्लिक्ट चल रहे द उसका फायदा उठाते हुए पहले एंग्लो मराठा वॉर होती है ठीक है एंड कंपनी सबडड marathaj इन अन सीरीज ऑफ वॉर्स तो एक-एक करके एक-एक करके तीन लड़ाई होती तीन लड़ाइयां में फिर वो धीरे-धीरे हरा देती है किसे कौन हरा देती है कंपनी हरा देती है मराठस को ठीक है अब देखो क्या है तो फर्स्ट एंग्लो मराठा वॉर 1757 1775 से 1782 ये पहला टाइम पीरियड रहता है की 1775 से 1782 ये पहली जो एंग्लो मराठा वॉर होती है इसमें होता क्या है लड़ाई कौन-कौन लड़ेगा वो तो तुम्हें पता है की एक साइड मराठा अंपायर है दूसरे साइड कौन सा एम्पायर है ब्रिटिश एम्पायर है दोनों में लड़ाई हो रही है तो नौ क्लियर विक्ट्री ऑफ ब्रिटिश यहां पे ब्रिटिश जीते नहीं दिखे कोई क्लियर विक्ट्री के साइन नहीं मिले की हान जीत गए हो तो नो क्लियर विक्ट्री ऑफ ब्रिटिश ट्रीटी ऑफ सालबाई ऑफ साइन ट्रीटी ऑफ सालबाई ऑफ साइन का मतलब क्या है की एक criticine की गई जिसके हिसाब से 20 साल के लिए उन्होंने लड़ाई को रोक दिया था वो ट्रीटी बता देता हूं मैं आपको तो ये उसे लड़ाई का आउटकम रहा था किस लड़ाई का पहली दी फर्स्ट एंग्लो मराठा वॉर का फिर क्या होता है फिर 20 साल हो जैसे होते हैं 20 साल में अब ब्रिटिशर्स पावरफुल होगा ब्रिटिश टाइम इसीलिए लिया था की 20 साल ना हमारे ऊपर मराठा हमला करेंगे ना हम इनके ऊपर करेंगे तो मतलब एक अंदर की प्लानिंग बन गई थी उनकी ठीक अब फिर जो सेकंड एंग्लो मराठा वॉर होती है तो सेकंड एंग्लो मराठा और होती है 18 थ्री से 185 के बीच में अब क्या होता है ब्रिटिश प्रूफ तू भी सक्सेसफुल इन दी वॉर यहां पे कौन जितना है ब्रिटिशर्स दिखते हैं जिटेट हुए दिखाई देते हैं ब्रिटिश गेंद दी टेरिटरीज ऑफ उड़ीसा आगरा एंड दिल्ली तो ये कुछ पार्ट्स जो द अब मैंने आपको बताया था अलग-अलग यूनिट्स में अलग-अलग चिप्स के अंदर में किंगडम बाती हुई थी मराठा किंगडम तो उन्होंने क्या कर दिया की ओडिशा वाला जो एरिया था जैसे जो नागपुर भोंसले वाला जो एरिया था ठीक है आ आगरा दिल्ली तो इन एरियाज को क्या कर लिया धीरे-धीरे अपने अंडर में ले लिया ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी तो सेकंड एंग्लो मराठा और जो रही थी तो एक तरह से संकेत हो गया था मराठा अंपायर के सामने की संभल जाओ तुम्हारे ही दुश्मन बनने वाले हैं ब्रिटिश फिर तीसरी एंग्लो मराठा और जो होती है तो ये फाइनल सक्सेसिव वॉर होती है जिसमें क्या होता है जो थर्ड एंग्लो मराठा वॉर है 1871 से सॉरी 1817 से 18 19 के बीच में तो दिस थर्ड एंग्लो मराठा वॉर प्रूफ तू बी मेजर एंड डिसाइसिव बटोर ठीक है मेजर डिसाइसिव मेटल किस लिए क्योंकि इसके बाद में मराठा अंपायर पुरी तरह से क्या कर दिया गया नाश्ता ना भूत कर दिया गया है इसके ने जो मराठा अंपायर था वह कॉलेप्स हो गए एक तरह से पूरा ठीक है तो मेजर एंड डिसाइसिव बैटल रही मराठा पावर्स वर क्रैशेद टोटली पुरी तरह से क्या कर दिया उन्हें क्रश कर दिया पुरी तरह से हरा दिया ठीक मराठा पावर उसको हरा दिया जो पेशवा मैंने आपको बताया था की जो प्रिंसिपल मिनिस्टर होते द पेशवा कहां रहते द पुणे में तो अब पेशवा को वहां से हटना पड़ा था ठीक है तो दी है यहां पे टी ह आई तो दी पेशवा वास रिमूव्ड एंड सेंट आवे तू बिठूर बिठूर कहां है बिठूर कानपुर के पास है बिटर इन कानपुर विथ अन पेंशन ठीक है अब इन्होंने क्या कर दिया तो देखो अब इस चीज को अगर ध्यान दोगे ना तो बहुत स्ट्रैटेजिक करते हैं सारी चीजों को कौन ये ब्रिटिश लो क्यों उन्होंने यहां से चाहते तो वो पेशवा को मार भी सकते द लेकिन पशो को मारा नहीं उन्होंने क्या किया पेशवा को मूव करवा दिया मतलब पुणे छोड़ो और आप कहां जा के रहो बिठूर में जाके रहो और अब आप क्या आप राजा की तरह ही रहोगे आप हमारी पेंशन पे जिंदा रहोगे अब अगर हम आपको पैसे देते जाएंगे पेंशन आप उसे पे जिंदा रहना आप इस तरह से क्या कर दिया है पेश गुरु ने शिफ्ट करवा दिया तो यह शिफ्ट क्या दर्शाता है शिफ्ट का मतलब क्या निकल के आता है शिफ्ट एक तरह से एक सिंबॉलिकली शिफ्ट ऑफ पावर दिखाता है की अब जो मराठा अंपायर था जो आपके रूलर द पेशवा द उन्हें हमने शिफ्ट कर दिया मतलब उनकी पावर भी शिफ्ट हो गई और अब उन्होंने शिफ्ट करने वाला बैठेगा पावर पे तो उन्हें शिफ्ट किसने किया था ब्रिटिश ने तो ये सेरेमिक मतलब सिंपली अगर देखोगे आप तो क्या हो गया शिफ्ट ये दर्शाती है की अब से पावर ब्रिटिश के पास ए गई ये पेशवा के पास कोई पावर नहीं है अब ये बिठूर कानपुर ये रानी लक्ष्मीबाई आपने अगर देखा हो मूवी देखी हो या फिर कहानियां सुनी हो प्रोग्राम्स आते द वो देखें वो तो बचपन में जो रानी मानूर रहती है ना रानी लक्ष्मीबाई का नाम मानो रहता है और जो कानपुर में पहली बड़ी होती है तो ये वो वाली कहानी है वहां से चालू हो जाती है लेकिन हिस्ट्री में बड़ी इंटरेस्टिंग होती है सॉरी स्टेशंस में काफी इंटरेस्टिंग होती है आपस में सारी चीज इंटर रिलेटेड होती है तो अब यहां से एक नई हिस्ट्री चालू होगी झांसी की रानी की जो अभी अब हम आगे पढ़ेंगे रिवोल्ट ऑफ 1857 जो होने वाला है ना तो रिवोल्ट ऑफ 1857 में हम इसी चीज को पढ़ने वाले हैं आगे की किस तरह से रिवोल्ट ऑफ 1857 में चीज जो है वो चेंज होती बदल जाती है ठीक आ कैसे रूट्स जो है तो वो कहीं ना कहीं ये मराठस को हराया गया शिफ्ट किया गया उसमें रानी लक्ष्मीबाई के मैन में वो रूट्स रहेंगी और इसी के कारण वो बदला लेंगे और सारी चीजें रहती है ठीक तो ये पूरा एक इवेंट है वॉर विद मराठस का की किस तरह से मराठस को हराया गया सबडड किया गया ठीक है रिमेंबर दिस थिंग दे वर नॉट डिफीटेड इन अन सिंगल वॉर ठीक है सीरीज ऑफ वॉर था और सेकंड एंग्लो मराठा और थर्ड एंग्लो मराठा और तो सीरीज ऑफ वॉर्स के चलते क्या होता है वो हार्ट हैं और फिर पुरी तरह से थर्ड एंगल में मराठा वॉर में हर जाते हैं पेशवा को शिफ्ट कर दिया जाता है ठीक है तो यही सारा सब कुछ था ये कुछ फोटोग्राफ्स से मतलब पेंटिंग्स ड्राइंग्स वगैरा जो उसे समय मैं बनाई गई थी एंग्लो मराठा और उसकी तो दिखाती है की विक्ट्री किसकी हुई थी ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की यह सारा सब कुछ पड़ा हमने अब हम क्या करेंगे अब हमारे नेक्स्ट टॉपिक पे जाम करेंगे तो अगर आपको अभी तक इतना ध्यान हो तो हमने देखा की ब्रिटिशर्स जो द तो उन्होंने अपनी पॉलिसी के थ्रू एक्सपेंशन किया पॉलिसी साक्स पॉलिसीज में क्या-क्या आएगा पॉलिसी में हमने देखा उन्होंने किस तरह से सब्सिडियरी अलायंस का इस्तेमाल किया ठीक उन्होंने किस तरह से डायरेक्ट मिलिट्री conferentiation किया किसके साथ में तो डायरेक्ट मिलिट्री कंसंट्रेशन में हमने देखा मैसूर ये मराठा दूसरे एग्जांपल था अब हम देखते हैं जो अगली पॉलिसी थी उनकी क्या थी क्लेम तू पैरामाउंटसी पैरामाउंटसी क्या होता है वो दी क्लेम तू पैरामाउंटसी samjhiega इंपॉर्टेंट चीज है ये अभी तक हमने क्या पढ़ा है अभी तक जो हमारी ट्रेन चली ए रही है कहानी की कौन सी कहानी फ्रॉम ट्रेड तू टेरिटरी हम देख रहे हैं की कैसे ब्रिटिशर्स ट्रेड बन के आए द धीरे-धीरे पुरी कंट्री पे कब्जा करके बैठ गए तो वो जो उनका एक्सपेंशन हुआ ठीक है उसे एक्सपेंशन की प्रक्रिया में हमने क्या देखा की बहुत कैनिंग पॉलिसीज होती थी सब्सिडियरी अलायंस ठीक है उसके बाद में डायरेक्ट मिलिट्री कंसंट्रेशन होते द तो डायरेक्ट लड़ाई हो जाती है मिलिट्री 2 मिलिट्री वो भी रेखा हमने फिर क्या देखा हमने एक इंपॉर्टेंट और अलग चीज जो देखी वो ये देखिए की कंपनी और पॉलिसीज ऐसी लेके आई जिसके चलते वो अपने आप को क्या कर रही थी एक्सपेंड कर रही थी अपने आप को एस्टेब्लिश कर रही थी तो और जो पॉलिसीज लाइव उनमें से एक पॉलिसी थी क्लेम तू पैरामाउंटसी अब ये क्लेम तू पैरामाउंटसी जो पॉलिसी है ये क्या बोलना चाह रही है देखो तो फ्रॉम अर्ली 19th सेंचुरी कंपनी परसूएडेड एंड एग्रेसिव पॉलिसी ऑफ टेरिटोरियल एक्सपेंशन अब देखो एग्रेसिव पॉलिसी ऑफ टेरिटोरियल एक्सपेंशन का मतलब क्या है की हमने देखा की अर्ली 19 सेंचुरी 19 सेंचुरी की अगर बात करें तो अन 1810 या फिर 1825 इसकी बात करें तो उसे बीच में कंपनी कितनी एग्रेसिव पॉलिसीज ला रही थी बंगाल का नेक्स्ट कर लिया पुरी तरह से शोर को लड़के कर लिए मराठा को लड़के कर लिया तो सारी टेरिटरीज को अपने अंडर में लेते जा रही थी हो अगर सवाल पूछा जाए कैसे तो तरह-तरह के पॉलिसी द सब्सिडियरी अलायंस हो गया ठीक है डायरेक्ट मिलिट्री conferentation हो गया डिप्लोमेटिक सिस्टम के थ्रू वो अपने क्या एक रेजिडेंट को प्लेस कर देती थी इंडियन स्टेटस में तो ये सारी जी पुरी जितना भी जो भी कर सकते द वो कर रहे द और इंडियन स्टेटस को अपने अंदर मिलने की कोशिश कर रहे द एनएक्स करने की कोशिश कर रहे द हड़पने की कोशिश कर रहे द ठीक है ये सारा सब कुछ हो रहा था इस बीच में दे हैव अलसो formalited अन पॉलिसी नंस इसका नाम था पॉलिसी ऑफ पैरामाउंटसी ठीक है अब ये पॉलिसी ऑफ पैरामाउंटसी क्या है इसे samjhiega ये इंपॉर्टेंट है पॉलिसी ऑफ परमो से ये बोलता है पहले ये देख लेते हैं किसने लाया है तो अंडर लॉर्ड हेस्टिंग नाम ध्यान रखना लॉर्ड हरशिंग अभी कुछ बताने वाला इंटरेस्टिंग अंडर लॉर्ड हेस्टिंग गवर्नर जनरल फ्रॉम 1813 तू 18 23 ठीक ये है अंकल ठीक है इनका फोटोग्राफ है लॉर्ड हेस्टिंग लॉर्ड हेस्टिंग मैंने तीन बार बोल दिया देखो हमने पढ़ा था की फर्स्ट गवर्नर जनरल ऑफ इंडिया कौन वॉरेन हेस्टिंग अब वॉरेन हेस्टिंग और लॉर्ड हेस्टिंग ये दोनों अलग-अलग हैं ठीक है ये गवर्नर जनरल इंडिया के कब बनते हैं ये 1813 ठीक है 18 13 * 23 ये इस टाइम पे गवर्नर जनरल बोलते हैं और जो वॉरेन हेस्टिंग द वो पहले गवर्नर जनरल उनका टाइम पीरियड अलग था मजा ए रहा है ना अब बताना मुझे टाइम पीरियड कौन सा था उनका तो आप मुझे कमेंट सेक्शन में ही बताएंगे आपको होमवर्क है की वॉरेन हेस्टिंग का टाइम पीरियड क्या था वो कब से कब तक गवर्नर जनरल रहे मुझे पता है की आप गूगल कर लोग लेकिन कितने लोगों को ध्यान है हमने पढ़ा है क्योंकि स्टार्टिंग में तो पहले गवर्नर जनरल द कौन वार्न हेस्टिंग और ये जो हेस्टिंग है ये दूसरे हैं ठीक है तो कंफ्यूज नहीं होना है तो लॉर्ड हेस्टिंग ने क्या किया इस पॉलिसी को फार्मूले किया गया और ही वाज दी प्रोपाउंडर ऑफ दिस पॉलिसी इस पॉलिसी को उन्होंने ले पॉलिसी ऑफ परमो से क्या बोलती है पॉलिसी अब ये समझो तो कंपनी क्लेम डेट इट्स अथॉरिटी ऑफ पैरामाउंट और सुप्रीम ठीक है ये यहीं पे इनके हरकतें पता चल गई थी मतलब ये यहां तो हद कर दी ना इन्होंने कंपनी क्या बोलती है कंपनी बोलती है की उनकी जो पॉलिसी है देखो अगर आप इस पॉलिसी को पहले नाम से ही समझोगे तो आपको क्लियर हो जाएगा पैरामाउंट मतलब क्या होता है जो सबसे ऊपर होता है अब कंपनी बोल रही की सी आर पैरामाउंट अब आप सबसे ऊपर है तो आप ही रूल करोगे कंपनी के हिसाब से ऐसा होना चाहिए था तो कंपनी वही बोलती क्या की कंपनी क्लाइमेट था अथॉरिटी वास पैरामाउंट और सुप्रीम और सुप्रीम है पैरामाउंट सबसे ऊपर है हंस ठीक है हंस इट्स पावर वैसे ग्रेटर आप सबसे ऊपर हो इसके लिए आपकी पावर भी सबसे ज्यादा होगी दें डेट ऑफ इंडियन स्टेटस इंडियन स्टेटस के पास पावर नहीं है ये कहां उन्होंने ठीक है आगे समझ में मतलब ये कितने रूट होते जा रहे हैं देखो उन्होंने बोल दिया की हम सबसे ऊपर है सुप्रीम है पैरामाउंट है और हमारी पावर भी किस ज्यादा है इंडियन स्टेटस से ज्यादा होगी ठीक इन ऑर्डर तू प्रोटेक्ट इट्स इंटरेस्ट इट वास्ता जस्टिफाई इन एनेक्सिंग और थ्रेटनिंग तू एनएक्स अन्य इंडियन किंगडम और उन्होंने बोला तो अब हम पावरफुल है तो अब हमारे हमारे इंटरेस्ट को अगर प्रोटेक्ट करना है हमें अगर हमारे ट्रेड को हमें प्रोटेक्ट करना है हमें हमारी बातों को प्रोटेक्ट करना है हमारी इंटरेस्ट को देखना है समझना है की हमारे लिए क्या सही है तो हमारे हिसाब से हम इंडियन स्टेटस को अगर एनएक्सटी करते हैं या फिर धमकी देते हैं इंडियन स्टेटस को ठीक है और थ्रेटनिंग तू एनएक्स अन्य इंडियन किंगडम तो वो सही है क्यों क्योंकि सी आर दी पैरामाउंट ए गया समझ में तो ये सिंपल सा बस एक आईडियोलॉजिकल गेम बना रहे हैं उन्होंने की इंडियन किंगडम कमजोर है और हम पावरफुल है तो इसका मतलब की हम उन्हें एमएक्स कर सकते हैं और इसी पॉलिसी के चलते हैं दिस पॉलिसी कंटिन्यूड इन दी प्रक्रिया ऑफ ब्रिटिश एक्सपेंशन और जब आप देखोगे 1857 हान जो 1857 का रिवोल्ट होता है तब तक अपने आप को एक्सपेंड करते चले गए अपने एम्पायर को एक्सपेंड करते चले गए ब्रिटिशर्स तो उसे पूरे एक्सपेंशन में ये पॉलिसी हर जगह एक बहुत इंपॉर्टेंट कृष्ण रूल प्ले करती दिखती रही है हमें ठीक है तो दिस पॉलिसी कंटिन्यू तू प्रक्रिया ऑफ ब्रिटिश एक्सपेंशन होवर दिस प्रक्रिया डिड नॉट गो एंड चैलेंज अब ये एक बड़ी मतलब प्राउड मोमेंट का सकते हो आप इसे क्या की ऐसा नहीं है की वो बोलते द की हम सुप्रीम में हम पैरामाउंट है तो हमारे हम आपके ऊपर एनएक्स कर सकते हैं और कोई कुछ बोलता नहीं था चुपचाप हाथ जोड़ के खड़ा हो जाता की हान ठीक है आप ही बड़े हो तो आप हमारे ऊपर कब्जा कर लो ऐसा नहीं इस चीज को चैलेंज किया ये जो सुप्रीम सुप्रीम अथॉरिटी की बात करते द या फिर ये जो क्लेम करते द क्लेम तू बी पैरामाउंट उसे चीज को चैलेंज किया बहुत सारे चैलेंज द हमारे बहुत सारे ऐसे लीडर्स हुए जिन्होंने क्या कर आवाज़ उठाई तो ये चैलेंज किस-किस ने क्या-क्या चैलेंज किया यही सारी चीज हम नेक्स्ट वीडियो में पढ़ने वाले हैं ठीक है इसे मैंने सब डिवाइड कर दिया इस टॉपिक को ताकि आपको क्लियर हो जाएगा की क्लेम तू पैरामाउंटसी था क्या ये पॉलिसी ऑफ परमो से द क्या और इसके सामने किन-किन लोगों ने आवाज़ उठाई थी तो इंगेज ड्यूरिंग ब्रिटिश एक्सपेंशन देखिए पिछले वीडियो में हमने आपको क्या बताया था पिछले वीडियो में बताया था की किस तरह से ब्रिटिश रूल जो है वो एक्सपेंड हो रहा था अब ब्रिटिश रूल एक्सपेंड हो रहा था मैंने बताया आपको अलग-अलग पॉलिसीज थी जैसे हमने सब्सिडियरी अलायंस देखा फिर हमने देखा क्लेम तू पैरामाउंटसी के नाम पे वो क्या करते जा रहे द अपने अंपायर को एक्सपेंड करते जा रहे द अब एक सवाल के साथ में छोड़े गए द आपको सवाल क्या दिया था मैंने की ये जो पॉलिसी थी वो इतनी स्मूथली चल नहीं रही थी टीचर्स की मतलब ऐसा नहीं है की किसी ने आवाज़ नहीं उठाई होगी माना उन्होंने डायरेक्ट मिलिट्री कंसंट्रेशन में हरा दिया मराठस को अब मैं सौर कुकिंग हरा दिया ठीक है अलग-अलग पॉलिसी लिया है जैसे क्लेम अमाउंट सी आप मुझे कमेंट सेक्शन में बताएंगे हु इंस्टीट्यूशनलाइज दी पॉलिसी ऑफ पैरामाउंटसी पैरामाउंटसी की जो पॉलिसी थी एक कौन लेकर आए द फोटो दिखाया था मैंने अंकल का आपको तो उनका नाम आप कमेंट सेक्शन में बताएंगे मुझे अभी देखो क्या है तो अब हम वही पढ़ने वाले हैं की जिस तरह से ब्रिटिश एक्सपेंशन हो रहा था तो ऐसा नहीं था की सब ने हाथ जोड़ के उनके सामने क्यूट कर दिया की बस आप महान हो आप पैरामाउंट है तो आप हमारे ऊपर कब्जा कर सकते हो हमारे लोगों ने आवाज़ भी उठाई थी तो कौन लोग द जिन्होंने आवाज़ उठाई थी तो वहीं सारी चीज हम पढ़ने वाले हैं या फिर हम ऐसा देखेंगे चैलेंज ड्यूरिंग ब्रिटिश एक्सपेंशन तो ब्रिटिश एक्सपेंशन जब हो रहा था तो ब्रिटिशर्स में क्या चैलेंज फेस किए द उसे चीज को हम इस वीडियो में पढ़ने वाले हैं इस डेट क्लियर तो स्टार्ट करते हैं देखिए ड्यूरिंग डी नेक्स्ट सेशन ऑफ कर्नाटक का टूर कहां पे है कर्नाटक में है ठीक है की तू और एक किंगडम थी छोटी सी किंगडम जो कर्नाटक में थी तो जब इसका एनसीसी सेशन किया ब्रिटिश ने क्लेम तू पैरामाउंटसी इस पॉलिसी के चलते क्या किया की टूर के ऊपर हमला कब्जा करने की कोशिश कारी तो उसे बीच में क्या होता है की वहां के लोगों ने आसानी से क्यूट नहीं कर जैसे मैं बता रहा था ना की लोग ऐसे हाथ जोड़कर नहीं खड़े रहेंगे की ब्रिटिशर्स पैरामाउंट है लिए और हमारे ऊपर कब्जा कर लीजिए लोग आवाज़ भी उठेंगे तो सूर्य के लोगों ने आवाज़ उठाई कितूर की रानी थी रानी चिन्नम्मा ठीक है ये देखो ये इंडिया था यहां कर्नाटक कर्नाटक में की टूर था ठीक अब कितूर की रानी थी रानी चेन्नम्मा तो रानी चेन्नम्मा ने कैसे आवाज़ उठाई वो बताते हैं हम तो रानी चिन्नम्मा तुक आम एंड एलईडी एंड antibiotist रेजिस्टेंट मूवमेंट तो उन्होंने हथियार उठाया जिस तरह से क्या होता है नॉर्थ इंडिया में कहानी फेमस है रानी झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की ठीक तो ऐसा नहीं की सिर्फ लक्ष्मी बाई अकेली वुमेन थी आ जिन्होंने क्या किया अकेली वुमेन थी जिन्होंने आवाज़ उठाई किसके केस में ब्रिटिशर्स के अगेंस्ट में तो उसके अलावा भी बहुत सारे जैसे रानी दुर्गावती ठीक तो अलग-अलग टाइम पीरियड पे अलग-अलग एनीमीज के अगेंस्ट में अलग-अलग फीमेल लीडर्स ने आवाज़ उठाइए तो ब्रिटिशर्स के अगेंस्ट में एक और लीडर जिन्होंने आवाज़ उठाई वो कौन थी एक और का सकते हैं की एक और फ्रीडम फाइटर जो रही है हमारी ठीक है तो शुरुआत में इन्होंने ही तो आग दी थी आजादी को तो रानी चेन्नम्मा रानी चेन्नम्मा ने क्या किया जब क्लेम तू के नाम से कब्जा करने के ब्रिटिश गवर्नमेंट ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी कब्जा करने की उनकी किंगडम पे की टूर पे तो सी लत सी लेट एंड एंटी ब्रिटिश रेजिस्टेंस मूवमेंट एंटी ब्रिटिश रेजिस्टेंस मूवमेंट स्टार्ट किया ठीक है सी वाज अरेस्टेड इन 1824 1824 में अरेस्ट कर लिया गया है उन्हें एंड डायट इन प्रेजेंट इन 18 29 18 29 में प्रेजेंट में जेल में ही उनकी मृत्यु हो जाती है शाहिद हो जाती है वो ठीक है लेकिन ऐसा नहीं की उनके दत्त के बाद में रेजिस्टेंस मूवमेंट जो था वो यहीं पे रुक गया उन्हें की किंगडम में एक चौकीदार द क्या नाम था रैना ठीक है तो रहना apuar चौकीदार ऑफ संगोली इन किट ऑन दी रेजिस्टेंट और रेजिस्टेंस को इन्होंने आगे तक कैरी करके रखा मतलब वो यही है की मशाल अब रानी चीन मैन के हाथ से किसके हाथ में ए गई थी rayannak है ठीक है और इन्होंने क्या कर संघर्ष को जारी रखा फिर क्या होता है उन्हें भी पकड़ लिया जाता है ठीक अनफॉर्चूनेटली ही वैसे कट एंड हेंज्ड बाय डी ब्रिटिश इन 1830 तो 1830 में इन्हें भी क्या कर दी गई थी फांसी दे दी गई थी तो इस तरह से क्या होता है की हम ये बता रहे हैं की चैलेंज ड्यूरिंग ब्रिटिश एक्सपेंशन की ब्रिटिश जब एक्सपेंड कर रहे द तो क्लेम तू पैरामाउंट के चलते उन्होंने ये तो बोल दिया क्या अब हम पावरफुल अप्रॉक्स ही नहीं सकते आप हमारे को लेकिन ऐसा नहीं की हमारे लोगों ने आवाज़ नहीं उठाई ये तो एक एग्जांपल हुआ और भी एग्जांपल्स हैं और भी एग्जांपल्स में जैसे आप देखेंगे क्या तो ईस्ट इंडिया कंपनी ये कहानी समझो पुरी ठीक और एग्जांपल जैसे मैं आपको ब्रिटिश सिख प्रोविंस का बता रहा हूं जो पंजाब वाला एरिया था वहां पे भी इस तरह से लोगों ने रजिस्टर कर तो उसके पीछे की कहानी समझे पुरी क्या है ईस्ट इंडिया कंपनी वैसे वॉरिड विथ दी रशियन एक्सपेंशन अब ये देखो रशियन एक्सपेंशन क्या है वो मैं आपको बताता हूं की रशियन अंपायर जो था तो 1830 के टाइम पीरियड की पुरी बात है रशियन अंपायर जो था तो रूस के जो राजा द सर तो वो क्या कर रहे द वो अपनी अपने पूरे रशियन एम्पायर को और फ्लेट जा रहे द आगे लेट जा रहे द तो जब वो रशियन अंपायर को एक्सपेंड कर रहे द अब देखो क्या रूस और ब्रिटेन इनकी बनती नहीं थी पहले उसे समय पे उसे टाइम पीरियड में तो क्या होता है की उन्हें ये चिंता थी कहीं ये रशियन अंपायर इस तरह से नॉर्थ वेस्ट वाला जो इंडिया का एरिया है नॉर्थ वेस्ट क्या होता है देखो तो ये नॉर्थ वेस्ट हमारा एरिया है क्लियर है यह नॉर्थ वेस्ट एरिया तो ब्रिटिशर्स को यह चिंता थी की रशियन अंपायर जो एक्सपेंड हो रहा है वो कहीं नॉर्थ वेस्ट साइड से नॉर्थ वेस्ट साइड से इंडिया में इंटर ना कर जाए क्यों इंडिया में इंटर ना कर जाएं क्योंकि उन्हें दिख रहा है रशियन रूलर जो द की इंडिया किसकी टेरिटरी है किसकी कॉलोनी है ब्रिटिश की और उन्होंने सोचा की ब्रिटिश को हराना है तो जरूर थोड़ी ब्रिटेन जाकर harayenge उनकी कॉलोनी में भी हरा सकते हैं तो ये चिंता थी किसको चिंता थी ये ब्रिटिश को जनता थी ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी को चिंता थी आगे देखो क्या होता है तो ईस्ट इंडिया कंपनी वाज वॉरिड विथ दी रशियन एक्सपेंशन ए गया समझ में रशियन एक्सपेंशन क्या है रूस माइक एक्सपेंड अक्रॉस एशियाई इंटर इंडिया फ्रॉम नॉर्थ वेस्ट वही वाली चीज की ये जो नॉर्थ वेस्ट वाली एरिया है ठीक है मतलब उसे समय पे पाकिस्तान भी अपना ही था ठीक है तो ऐसा चिंता थी रूस यहां से क्या कर सकता है इंटर कर सकता है इस एरिया से नॉर्थ वेस्ट प्रवीण से इंटर कर सकता है नॉर्थ वेस्ट एरिया से तो ब्रिटिशर्स में क्या सोचा की देर फॉर डी ब्रिटिश नौ वांटेड तू सीकर देयर कंट्रोल ओवर नॉर्थ वेस्ट ए गया समझ में नॉर्थ वेस्ट पर क्यों कंट्रोल करना चाहते द क्योंकि उन्हें दर था रशियन एक्सपेंशन के चलते की रशियन रूलर इंडिया में नॉर्थ वेस्ट से घुस ना जाए तो इसके लिए उन्होंने नॉर्थ वेस्ट को सीकर करने का सोचा देयर फॉर डी ब्रिटिश नौ वांटेड तू सीकर डी कंट्रोल ओवर नॉर्थ वेस्ट अब आगे क्या होता है देखो तो प्रोलांग्ड वॉर विद अफ़ग़ानिस्तान बिटवीन 1838 एंड 18482 तो ये लंबे समय तक क्या होता रहता है अफ़ग़ानिस्तान के साथ लड़ते रहते हैं कौन ब्रिटिश क्यों अफ़ग़ानिस्तान के साथ क्यों लड़ रहे हो आप सोच रहे होंगे इंडिया में रह रहे हो अफ़ग़ानिस्तान के साथ तो देखो मैंने अभी बताया की उसे समय पे टेरिटरीज फिक्स नहीं थी ये पंजाब हो गया पाकिस्तान पूरा और ये अफ़ग़ानिस्तान इधर लगा हुआ तो देखा जाए तो अगर रशियन एम्पायर आएगा तो इधर से रशियन रुलर्स इधर से ही इंटर करेंगे तो उन्होंने सोचा की इस एरिया को भी पहले क्या करना पड़ेगा जितना पड़ेगा हमें तो ईस्ट इंडिया कंपनी ने क्या किया अफ़ग़ानिस्तान को हराना चालू किया अब जब उन्होंने अफ़ग़ानिस्तान को हराया तो अफ़ग़ानिस्तान को हारने के बाद में उन्होंने क्या किया ये बताते हैं हम आपको अफ़ग़ानिस्तान को हारने के बाद में प्रॉब्लम अवार्ड विद अफ़ग़ानिस्तान बिटवीन 1838 तू एंड 1842 तो इतने समय तक ये हटा रहे धीरे-धीरे सिंध जो है जो पाकिस्तान में आज एक स्टेट है वही नॉर्थ वेस्ट में सिंध वॉच टेकन ओवर इन 1843 अफ़ग़ानिस्तान जीत लिया सिंध जीत लिया नेक्स्ट इन लाइन वास पंजाब बट इट वाज नॉट सो इसी तू वीं ओवर पंजाब अब देखो पहले मैं आपको समझा देता हूं की क्या-क्या हो जाता है इस बीच में इस बीच में हो जाता है की उन्होंने अफ़ग़ानिस्तान जीत लिया जा रहा है एरिया सिंध जीत लिया अब उनके सामने अगला चैलेंज था पंजाब का ठीक है ये पंजाब का अगला चैलेंज था अब क्या होता है की पंजाब को जितना इतना आसान नहीं था क्यों आसान नहीं था उसके पीछे कारण था कारण मैं आपको बताता हूं तो नेक्स्ट इन लाइन पंजाब बट इट वाज नॉट सो इजी तू वीं ओवर पंजाब क्यों क्या था आखिर ऐसा पंजाब में क्योंकि वहां के जो रूलर द महाराजा और रंजीत सिंह ठीक है मेरी वेरी ब्रेव वॉरियर बहुत ब्रेव वॉरियर द ये बहुत का सकते हैं की इनसे लड़ना लोहा लेना ब्रिटिशर्स को साफ दिख रहा था की अपने पैर पे कुल सरकार ने जैसा रहेगा तो वह मैंने बताया होशियार तो बहुत फेवरेट है तो टाक में बैठे रहे की जरा सिचुएशन हमारे मतलब मौके पे चौका मरने की कोशिश कर रहे द वो तो महाराजा रंजीत सिंह द जब तक कुछ नहीं कर लेकिन महाराजा रंजीत सिंह की डेथ के बाद में आफ्टर हिज डेथ इन 1839 1839 में महाराजा रंजीत सिंह की डेथ के बाद में जो उनके सक्सेस आते चले गए उनमें आपस में फूड डलवा के या फिर किसी भी तरह से कमजोर सक्सेसर्स आए तो उन्होंने क्या करना स्टार्ट कर दिया कैप्चर करना स्टार्ट कर दिया ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने तो आफ्टर हिज डेथ इन 1839 ट्रू प्रोलांग वॉर चाट विथ सिख किंगडम एंड पंजाब वाज अलसो एमएक्स तो देखो यहां पे क्या है चैलेंज था ये भी एक तरह से ऐसा नहीं की आप rathorat जाके पंजाब पे कब्जा कर लोग ब्रिटी से एक्सपेंशन को ब्रिटिश को अपने एक्सपेंशन के लिए वेट करना पड़ा क्यों क्योंकि मैंने दिख रहा था की इतना आसान नहीं है पंजाब की टेरिटरी पे कब्जा कर लेना तो वैन मार्क्स में आपको क्वेश्चन ध्यान रखना है की टूर में किसने अगर लॉन्च किया था रानी चन्नम्मा ने पंजाब की कहानी ये महाराजा रंजीत सिंह है ठीक है तो ये जी ने पढ़ ली हमने तो अब उसे सेंस में क्या है की अगर चैलेंज की बात की जाए तो सारे चैलेंज मैंने आपको बता दिए हैं तो हमारा जो पैराग्राफ था क्लेम तू पैरामाउंटसी वाला वो जो हेडिंग थी उसके अंदर के सारे टॉपिक्स क्या हो जाते हैं कंप्लीट हो जाते हैं अब हमारा नेक्स्ट टॉपिक क्या आता है देखो हम एक्सपेंशन ही पढ़ रहे हैं जो हमारा ब्रॉड हेडिंग क्या था ब्रिटिश रूल expnds तो उसमें हमने देखा किस तरह से एक्सपेंड करना स्टार्ट करते हैं वो अपने रेजिडेंट को बिठा देते हैं डायरेक्ट मिलिट्री कॉन्कस ठीक है फिर सब्सिडियरी अलायंस के थ्रू फिर हमने क्या देख लिया क्लेम तू पैरामाउंटसी ये सारी चीज अब एक और इंपॉर्टेंट पॉलिसी को अडॉप्ट किया था ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने अपने एक्सपेंशन के लिए और वो जो पॉलिसी थी वो पॉलिसी थी डॉक्ट्रिन ऑफ लैप्स की अब क्या है डॉक्टर ऑफ lapsin ऑफ लैप्स क्या है डॉक्टर ने ऑफ लैप्स काफी इंपॉर्टेंट है सुना होगा आपने पहले भी इस बारे में आज हम आपको समझा देते हैं देखिए हम क्या पढ़ रहे द एक बार रिकॉल करवा तो हम देख रहे द की किस तरह से ब्रिटिश गवर्नमेंट ने ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने अपने आप को एक्सपेंड करना स्टार्ट किया अपने आप को एक्सपेंड का मतलब ऐसा नहीं की खुद मोटे होते हम जा रहे द अपने रूल को एक्सपेंड करना स्टार्ट किया तो जब आपने रूल को एक्सपेंड कर रहे द तो मैंने बताया तरह-तरह की स्ट्रैटेजिस अडॉप्ट करीब पॉलिसी होती थी डायरेक्ट मिलिट्री conferentation होते द तो देखा मराठस के साथ में मैसूर के साथ में डायरेक्ट लड़के हराया ठीक है फिर उन्होंने पॉलिसीज लिया है सब्सिडियरी अलायंस की क्लेम तू पैरामाउंटसी की और एक और जो इंपॉर्टेंट पॉलिसी थी जिससे उन्होंने बहुत सारी किंग्डम्स को अपने अंडर में कर लिया ठीक है वो है डॉक्ट्रिन ऑफ लैब्स डॉक्टर ऑफ लैब्स के कारण एक फेमस कहानी भी आप लोगों को ध्यान आएगी झांसी की रानी की कहानी तो वो भी हम आपको बताने वाले हैं कैसे ठीक है तो यही सारी चीज हम क्या करने वाले हैं इस वीडियो में पढ़ने वाले हैं स्टार्ट करते हैं तो व्हाट वास डॉक्ट्रिन ऑफ लैब सबसे पहला सवाल ये आता है की है क्या ये डॉक्टर ऑफ लैप्स इतनी देर से आप स्टार्टिंग से यही बोल रहे हो लिए वो समझते हैं अब पॉलिसी डिवाइस बाय लॉर्ड डलहौजी अब ये कौन है अंकल ठीक है तो लॉर्ड डलहौजी ये है ठीक है मैंने हाथ से बनाया है स्केच नहीं मजाक कर रहा हूं ठीक है डाउनलोड किया है फोटो तो ये डॉक्टरी ऑफ लैब्स जो है ये पॉलिसी लॉर्ड डलहौजी ने इन्वेंट की का सकते हैं या फिर इसे इंस्टीट्यूशनलाइज्ड लॉर्ड डलहौजी ने किया था ही वाज दी गवर्नर जनरल ऑफ इंडिया फ्रॉम 1848 तू 1856 इतने टाइम पीरियड के लिए इन सालों के बीच में कौन था गवर्नर जनरल तो इन सालों के बीच में गवर्नर जनरल द लॉर्ड डलहौजी लॉर्ड डलहौजी द दिस पॉलिसी हेल्प ब्रिटिश अन लॉट इन डी नेक्स्ट क्वेश्चन ऑफ इंडियन स्टेट और इस पॉलिसी का सहारा लेकर ब्रिटिश ने क्या करना स्टार्ट किया बहुत सारे इंडियन स्टेटस को एनएक्स कर लिया अपने कब्जे में ले लिया हड़क लिया जो कहना चाहो आप का लो तो उसे तरह से जो हम देखते हैं डॉक्ट्रिन ऑफ लैब्स जो होते हैं इंडिया के लिए क्या है एक तरह से इन फेमस पॉलिसी हुआ लेकिन ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के लिए बहुत फेमस बहुत पॉप्युलर पॉलिसी हो गई थी की जिसके चलते वो क्या करते जा रहे द जिसके चलते वो एक के बाद में एक दूसरे इंडियन स्टेट को अपने अंडर में लेते जा रहे द कब्जा करते जा रहे द अभी आपके मैन में इसी तरह से सवाल उठ रहा होगा आखिर पॉलिसी थी क्या पहले ये बता दो तो वही मैं आपको बताता हूं देखो अकॉर्डिंग तू दी पॉलिसी ऑफ डॉक्टर इन ऑफ लैब्स दी डॉक्ट्रिन डिक्लेयर्ड डेट स्टीफन इंडियन रूलर अंडरलाइन करके चलो कीवर्ड्स इंडियन रूलर डिड ठीक है अगर किसी इंडियन रूलर की मृत्यु हो जाती है डेथ हो जाती है इंडियन रूलर डायट विदाउट अननेचुरल मेल हायर ठीक है नेचुरल मेल हायर क्या है ये समझता हूं मैं आपको जैसे एक एग्जांपल देता हूं मैं राजा हूं ठीक है congretchulations में राजा बन गया अब क्या होता है मेरी मृत्यु हो जाती है जो नहीं हो रही है अभी ठीक तो अगर राजा की मृत्यु हो जाती है इंडियन रूलर जो है वो उनकी डेथ हो जाती है और कैसे डेथ होती है विदाउट उन नेचुरल मेल हायर देखो नेचुरल आपकी बुक में नहीं लिखा लेकिन मैंने ऐड किया क्यों क्योंकि इसका कारण samjhaunga मैं आपको तो नेचुरल मेल हायर मतलब क्या है या नहीं मेरे बाद मेरा वंशज कौन होने वाला है वंशज मतलब मेरे बच्चे ठीक है मेरे बच्चे मेरा सारा प्रॉपर्टी संभल लेंगे मेरा साम्राज्य संभालेंगे राजा हूं ना मैं तो मेरा पूरा राज्य कौन संभालेगा मेरा मेरे बच्चे संभालेंगे तो यहां पे पॉलिसी ये बोलती थी की अगर कोई इंडियन रूलर ठीक है अगर कोई इंडियन रूलर की मृत्यु हो जाती है कैसे मृत्यु होती है विदाउट अननेचुरल मेल हायर मतलब नेचुरल होना चाहिए नेचुरल मतलब नेचुरल का मतलब यहां पे है की खुद का बेटा होना चाहिए मेल बोल रहे हैं और फीमेल नहीं विदाउट उन नेचुरल मेल हायर तो क्या होगा ए गया ना समझ में जैसे क्या होता है अब मैं आपको झांसी की रानी की कहानी बताता हूं की जो आपने अगर मणिकर्णिका मूवी देखी है तो उसमें आपने देखा होगा की उनका कोई एक बेटा जो जन्म लेता है तो उसकी मृत्यु हो जाती है और उनका कोई नेचुरल सिर्फ वंशज रहता है इन्होंने अडॉप्ट किया था लेकिन अडॉप्ट किए हुए बेटे को नहीं मैन रहे द ब्रिटिश ठीक है उन्होंने क्या बोल दिया था की राजा जो है वो राजा का अगर कोई बेटा नहीं है सागा बेटा नहीं है खुद का तो क्या होगा ही इस किंगडम वुड लैप्स इन दी हैंड्स ऑफ ब्रिटिश तो उनकी जो पुरी की पुरी साम्राज्य है राजा की वो कहां चले जाएगी पुरी की पुरी साम्राज्य चले जाएगी ब्रिटिशर्स के हाथ में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के साथ में ठीक है इस किंगडम विल ही इस किंगडम वुड लैप्स इन दी हैंड्स ऑफ ब्रिटिश इट विल बिकम दी पार्ट ऑफ कंपनी टेरिटरी ठीक है तो कंपनी की टेरिटरी बन जाएगी वो जितना भी कंपनी का टेरिटरी था हमने देखा बंगाल मद्रास और एक और क्या बॉम्बे तीन प्रेसिडेंट स्थिति तो एक्सपेंड करते करते उन्हें बोल दिया की हम अगर किसी राजा की डेथ हो जाती है विदाउट लिविंग अन नेचुरल मेल हायर तो हिज किंगडम वुड अलसो लैब्स इन दी हैंड ऑफ हैंड्स ऑफ ब्रिटिश ए गया समझ में तो ये कहानी है पुरी ये थी डॉक्ट्रिन ऑफ लैब्स सिंपल सी चीज है आगे समझ में दो मिनट में रीकैप कर लेते हैं जल्दी से ये जो पॉलिसी थी ये किसने डिवाइस की थी लॉर्ड डलहौजी ये है लॉर्ड डलहौजी गवर्नर जनरल द कब से कब तक 48 से 56 तक और इस पॉलिसी की मदद से उन्होंने बहुत सारी टेरिटरीज को कनेक्ट कर पॉलिसी बोलती क्या है की अगर किसी राजा की मृत्यु होती है इफ अन इंडियन रूलर डाइस विदाउट लिविंग अन नेचुरल मेल हायर मतलब खुद का बेटा होना चाहिए बेटी नहीं खुद का बेटा अगर नहीं है तो उसे राजा का पूरा साम्राज्य पुरी किंगडम किसके पास चले जाएगी ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के पास में सिंपल ठीक है ये हो गया अब हम देखते हैं की किस-किस को हराया था फिर किस किस को हरक लिया था इस पॉलिसी के चलते तो मैंने किंगडम सिंपली बाय अपलेइंग दिस डॉक्ट्रिन ठीक है जैसे सतारा को हड़प्पा गया 17 कहां है तो सतारा इंडिया का एक उसे समय किंग हुआ था 1848 में सतारा को कब्जा कर लिया संबलपुर संबलपुर को कब्जा किया उन्होंने 1850 में 1850 में संबलपुर पे कब्जा कर लिया उदयपुर उदयपुर का कब्जा किया 1852 में ठीक है फिर नागपुर 1853 में झांसी 1854 में और अवध अवध को कब्जा कर लिया उन्होंने 1856 में 1856 में अवध के ऊपर कब्जा कर लिया तो इस तरह से क्या किया डॉक्ट्रिन ऑफ लैब्स के चलते इन सारी टेरिटरीज को कब्जा कर लिया झांसी आया ना तो रानी लक्ष्मीबाई की भी टेरिटरी के साथ ऐसे ही हुआ की जो राजा द राजा की डेथ हो जाती है और उनका कोई नेचुरल मेल हायर नहीं था अडॉप्ट किया था लेकिन अडॉप्टेड सैन को वो नहीं मैन रहे द ना तो उसके चलते क्या होता है बाय अपलेइंग दिस टाइम को अप्लाई करके उन्होंने क्या बोल दिया की झांसी अब हम एनएक्स करते हैं कंपनी की टेरिटरी में तो ये दिक्कतें होने लगी थी ठीक है अब जैसे अवध को जब किया उन्होंने नेक्स्ट कब 1856 में तो अवध को जो मैंने किया तो ड्यूरिंग डी नेक्स्ट क्वेश्चन ऑफ अवर ब्रिटिश हेड एंड हेडेड अरगुमेंट ब्रिटिशर्स एडिट अरगुमेंट दे दिया बोल दिया की नहीं नहीं अवध को तो हम इसलिए मिक्स करेंगे क्यों क्योंकि वो क्या बोलते हैं दे सेड डेट दे वर ऑब्लिगेड बाय ड्यूटी तू टेक ओवर अवध इन ऑर्डर तू फ्री दी पीपल फ्रॉम मिस गवर्नमेंट ऑफ डी नवाब अब देखो क्या है मतलब ये पुरी मनमर्जी चल रही थी अभी तक उन्होंने पता नहीं कुछ तो भी पॉलिसी लिया है की अगर नेचुरल मिला है अपनी तो हम आपकी टेरिटरी छुड़ा लेंगे लोग टॉलरेट कर रहे द लेकिन अवध तो उन्होंने क्या बोल दिया की अवध को उन्होंने ऐसा का दिया की ड्यूरिंग डी नेक्स्ट क्वेश्चन ऑफ अवर ब्रिटिश एंड अरगुमेंट एक और अरगुमेंट ऐड कर दी उन्होंने क्या की ब्रिटिश ब्रिटिशर्स की ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की ड्यूटी बनती है दे आर oblies बाय ड्यूटी ये उनकी ड्यूटी बनती है की वो अवध के ऊपर कब्जा कर लें या फिर अवध को एनएक्स कर ले क्यों क्योंकि अवध के जो लोग हैं पीपल फ्रॉम मिस गवर्नमेंट ऑफ डी navabs अवध के जो लोग हैं उनको फ्री करना है अवध के लोगों को क्या करवाना है वहां के नवाब जो है वो मिस गवर्नमेंट चला रहे हैं या फिर ही इसे नॉट गवर्निंग हिज किंगडम प्रॉपर्ली तो नवाब के ऊपर ऐसे इल्जाम लगा दिया की नवाब को अच्छे से देश चलते नहीं यार अपनी किंगडम चलते नहीं ए रही है है तो अवध की टेरिटरी किसके पास चली जाएगी अवध की टेरिटरी चली जाएगी ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के पास में तो अब देखो क्या है लोगों को तो पसंद नहीं द ब्रिटिश तो लोगों ने क्या कर दिया यहां पे रिवोल्ट कर दिया आवाज़ उठा दी तो अंग्रेज विद दिस हमिलिएशन पीपल ऑफ अवध ज्वाइन दी ग्रेट रिवोल्ट ऑफ 1857 तो रिवोल्ट ऑफ 1857 आगे आप ही की सिलेबस में है एक चैप्टर जिसे हम पढ़ेंगे अभी ठीक है तो उसे चैप्टर को पढ़ेंगे तब आप ध्यान रखना या अवध वाली कहानी क्या अवध के लोगों ने किस तरह से इस हरकत का क्या किया मुंह तोड़ जवाब दिया था किसको ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी को उन्होंने इस एक्शन को ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के इस एक्शन को रिवोल्ट में कन्वर्ट करके दे दिया बोल दिया था की तुम ऐसे कैसे हमारे नवाब को हटा दोगे मिस गवर्नमेंट के आ ग्राउंड पे हमारे हमें तो लगता ही नहीं ऐसा की हमारे नवाब जो है मिस गवर्नमेंट कर रहे हैं तो बहुत सारी चीज रहती है तो बेसिकली आपको बताना क्या था की डॉक्ट्रिन ऑफ लैब्स क्या थी डॉक्टर ऑफ लेफ्ट थ्रू किन-किन किंग्डम्स को क्या किया गया नेक्स्ट किया गया कब्जा किया गया है सारी किंग्डम्स हमने देख ली फिर उसके बाद में अगली चीज क्या है की अवध को जब उन्होंने नेक्स्ट किया तो एक एडिट अरगुमेंट दे दिया था जिसके अगेंस्ट में लोगों ने पीपल ज्वाइन दी ग्रेट रिवोल्ट ऑफ 1857 ठीक है लोगों ने प्रोटेस्ट कर दिया था तो यही सारी चीज हमने पढ़ी किसने टॉप ट्री ऑफ लैब्स में आई होप ये आपको क्लियर हो गया तो अब देखो यहां पे एक इंपॉर्टेंट चीज बता रहा हूं डॉक्टर इन ऑफ लब्ज हमारा पॉलिसी का लास्ट वो उसके बाद में सेटिंग अप ऑफ न्यू एडमिनिस्ट्रेशन जो अगला टॉपिक है उसे पढ़ेंगे उसके पहले इस चीज को समझो काफी इंटरेस्टिंग है देखो ये क्या बताता है ये बताता है ब्रिटिश एक्सपेंशन ड्यूरिंग डी पीरियड ऑफ ब्रिटिश रूल ब्रिटिश जब आए इंडिया में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी है भाई तो उन्होंने किस तरह से धीरे-धीरे एक्सपेंड करते चले गए ये वही चीज बता रहे हैं मैं तो इंडिया का अगर मैं आप देखता हूं कब 1797 में 797 अभी भी ब्रिटिशर्स में अपनी जड़ें काफी मजबूत कर ली थी तो 1797 में जैसे दो कलर है ना रेड और येलो तो येलो कलर जो है उनके एक्सपेंशन की एक्सटेंट को बताता है तो 1719 7 में ये इतने एरिया में द ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी का इतना रूल था मतलब बांग्लादेश आज का और बंगाल पूरा ठीक यहां पे नीचे नीचे का इस समय तक टीपू सुल्तान वगैरा को तो अभी उनका एक्सपेंशन इतना था ये इतने एरिया में ब्रिटिश द कब 1797 फिर इंडिया का अगर मैं आप देखता हूं 1840 में तो 1814 में देखो उन्होंने कितनी टेरिटरी एक्सपेंड कर ली मराठस वगैरा को हरा दिया था ठीक है मराठस को हरा दिया ये यहां पे पूरा कब्जा कर लिया बंगाल में आगे बढ़ गए द अवध और दिल्ली तक पहुंच गए द वो तो ये पूरा उन्होंने कब्जा करके बैठ गए द कब 1840 में फिर यही चीज आप 1857 में देखोगे तो ये पीक है इस समय पे सबसे ज्यादा एरिया उन्होंने कब्जा कर लिया क्या है तो 1857 इस समय रिवोल्ट होता है तो इस समय तक उन्होंने कितना एरिया कब्जा कर लिया था देखो तो ये पूरा जो हमने आपको बताया था नॉर्थ वेस्ट वो रशियन एक्सपेंशन से चिंता जताई थी हमने अभी पढ़ा था पिछले वीडियो में तो उसमें क्या होता है की उसे चीज को ध्यान में रखते हुए उन्होंने पूरा नॉर्थ वेस्ट येलो कलर उनके एक्सपेंशन को बताता तो ये नॉर्थ वेस्ट पूरा पंजाब पंजाब भी कब्जे में कर लिया इधर पूरा बंगाल तक मिल गया सारा सेंट्रल इंडिया पूरा मराठा वगैरा को हरा दिया साउथ इंडियन ले लिया तो हम देख रहे हैं की मोस्ट ऑफ डी एरिया ऑफ बीइंग ऑक्यूपाइड बाय ब्रिटिश ठीक है ब्रिटिश रूल जो था तो ब्रिटिश रूल इतनी तरह से एक्सपेंड हुआ की उनकी अलग-अलग स्ट्रैटेजिस अलग-अलग पॉलिसीज डायरेक्ट मिलिट्री conferentiation इन सारी चीजों के बाद हो रहा तो उन्हें काफी बड़ा एरिया को कब्जा कर लिया था इंडिया के क्लियर है अब हम देखेंगे की अब जब कब्जा कर लिया तो उन्होंने कुछ ना कुछ चेंज ले होंगे बदलाव ले होंगे लेकिन अब अन न्यू एडमिनिस्ट्रेशन कौन सा एडमिनिस्ट्रेशन कहां सेट करना है अब यही सारी चीज मैं आपको बताता हूं कहानी को एक बार पीछे से रिकॉल कीजिए क्यों क्योंकि हम चैप्टर के लास्ट टॉपिक्स पर ए चुके हैं लगभग-लगभग चैप्टर कंप्लीट होने वाला है तो अभी तक हमने क्या पढ़ा अभी तक हमने देखा की किस तरह से ट्रेडिंग कंपनी कौन सी ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी एक ट्रेडिंग कंपनी इंडिया में आती है अपने आप को एस्टेब्लिश करती है ठीक है अपने आप को एस्टेब्लिश करती है ट्रेडर्स की तरह लेकिन फिर वो टेरिटोरियल एक्सपेंशन पे ए जाती है यहां के रुलर्स को हरा देती है बैटल ऑफ प्लासी बैटल ऑफ बक्सर फिर क्या करती है वो यहां पर पॉलिटिकल अपने आप को एस्टेब्लिश कर लेती है ये तो हो गया एस्टेब्लिशमेंट की बात फिर वो एक्सपेंड करना स्टार्ट करती है तो अलग-अलग पॉलिसी इस डायरेक्ट मिलिट्री कन्फर्टेशनल विद मैसूर मराठा यह देखा हमने ठीक है अलग-अलग पॉलिसीज देखी उनकी डॉक्ट्रिन ऑफ लैप्स सब्सिडियरी अलायंस क्लेम तू पैरामाउंटसी तो ये सारी चीज देखिए हमने अब इतना सब कुछ देखने के बाद में क्या समझ में आया आपको इतना सब कुछ देखने के बाद में आपको अभी यह समझ में ए जाना चाहिए की मानो या ना मानो चाहो या ना चाहो ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने इंडिया में अपने आप को एस्टेब्लिश कर लिया अपने आप को स्थापित कर लिया है ठीक है अब अपने आप को एस्टेब्लिश कर लिया तो उसे अपने देश को चलाना भी होगा सिर्फ एस्टेब्लिश कर लेने से कुछ थोड़ी ना हो जाता है तो उन्होंने अपने देश को कैसे चलाया कैसे गवर्नेंस किया ठीक है अपने देश को मतलब हमारे देश को उनका नहीं है तो सेटिंग अपन न्यू एडमिनिस्ट्रेशन आप देश चलाना है तो एक एडमिनिस्ट्रेटिव सेटअप लगाना पड़ेगा ना की किस तरह से क्या कम होगा क्या-क्या चेंज ले उन्होंने तो वही सारी चीज हम क्या करने वाले हैं इस वीडियो में पढ़ने वाले हैं ब्रॉड हेडिंग है इसके पार्ट सब पार्ट्स में हम सारी चीजों को समझ लेंगे क्लियर है तो देखो क्या होता है वॉरेन हेस्टिंग्स के बारे में आपने पढ़ा था मतलब मैंने पढ़ा था आपको आपने पढ़ा था ध्यान कीजिए मैंने आपको होमवर्क भी दिया था की उनका टाइम पता लगाइए क्या की वो कब से कब तक गवर्नर जनरल द अब वॉरेन हेस्टिंग्स और लॉर्ड हेस्टिंग में दोनों में डिफरेंस था ये भी बताया था मैंने आपको चलिए वो छोड़िए तो वॉरेन हेस्टिंग जो द ये पहले गवर्नर जनरल द फर्स्ट गवर्नर जनरल फ्रॉम 1773 आ 1773 तू 1785 यह टाइम पीरियड था जब वो गवर्नर जनरल द कहां के इंडिया के कौन गवर्नर जनरल द वॉरेन हेस्टिंग अब वॉरेन हेस्टिंग जो द तो ही प्लेड अन सिग्निफिकेंट रोल इन एक्सपेंशन ऑफ कंपनी पावर की कंपनी की पावर को अगर एक्सपेंड करना है कंपनी को इंडिया में एस्टेब्लिश करना था तो उसमें इन्होंने बहुत इंपॉर्टेंट रोल पे कर किसने वॉरेन हेस्टिंग ने अभी देखो ये अंकल जो उसे तरफ देख रहे हैं नाम की तरफ इन्हीं का नाम वॉरेन हेस्टिंग है ठीक है तो ये वॉरेन हेस्टिंग है अब वॉरेन हेस्टिंग में क्या इंपॉर्टेंट रोल प्ले कर आप तो वॉरेन हेस्टिंग ने क्या किया वॉरेन हेस्टिंग ने देखा की ब्रिटिश टेरिटरी ऑफ एक्सपेंडिंग उन्होंने देखा की यार अपनी टेरिटरी तो बढ़ते जा रही है अपने आप नहीं बढ़ रही है वो बढ़ा रहे द ना तो कंपनी है एक्वायर्ड पावर नॉट ओनली इन बंगाल बट अलसो इन बॉम्बे एंड मद्रास तो कंपनी ने पावर क्या धीरे-धीरे सिर्फ बंगाल तक ही सिम आई बंगाल से थी लेकिन मुंबई में भी हमने देखा उन्होंने अपनी पावर बना ली मराठा उसको हरा गेम फिर मद्रास में भी हमने देखा मैसूर वगैरा में हालांकि अपनी पावर बना ली तो इस तरह से कंपनी अब एक्सपेंड हो चुकी थी बंगाल ठीक आ बॉम्बे और मद्रास तो इस सेंस मगर हम कहे तो ब्रिटिश टेरिटरी वैसे ब्रॉडली डिवाइडेड इन एडमिनिस्ट्रेटिव यूनिट्स कॉल प्रेसीडेंसी और जब उनकी टेरिटरी बढ़ गई तो उन्होंने क्या कर अपनी टेरिटरी को डिवाइड कर लिया एडमिनिस्ट्रेशन के पर्पस ऐसा नहीं की बटवारा कर लिया उसको क्या कर लिया उन्होंने डिवीज़न कर लिया ताकि एडमिनिस्ट्रेशन आसानी से हो सके एडमिनिस्ट्रेशन का मतलब समझा देता हूं अभी कुछ लोगों को हो सकता है एडमिनिस्ट्रेशन क्लियर ना हो मतलब आपको प्रशासन देखना है वहां का प्रशासन भी समझ नहीं आया मतलब कैसे रूल्स रेगुलेशन होंगे किस तरह से कम करवाया जाएगा आर्मी कैसी होगी जस्टिस कैसा होगा ये सारी चीज तो एडमिनिस्ट्रेशन के पर्पस पर्सपेक्टिव से जो पुरी ब्रिटिश टेरिटरी थी उसको तीन पार्ट्स में डिवाइड कर दिया गया और इन तीनों पार्ट्स को क्या कहा गया presidentsis कहा गया ठीक है ब्रिटिश प्रेसीडेंसी कौन-कौन सी प्रेसीडेंसी थी तो बंगाल प्रेसिडेंट सिराज प्रेसिडेंट और बॉम्बे प्रेसीडेंसी ये तीन प्रेसिडेंट थी अब देखो क्या होता है जैसे अगर आप आज हम इंडिया को देखे तो पूरा इंडिया है पूरे इंडिया में हमने देख लिया स्टेटस ने कितने स्टेटस हैं कितने स्टेट से जल्दी से मैन में सोचो कितने लोगों ने 29 सोचा जिन लोगों ने 29 हो जाए तो उन्होंने करेक्ट कर डन की अब स्टेटस कितने हैं 28 है क्यों क्योंकि एक स्टेट जम्मू कश्मीर तो है गया है ना तो 28 स्टेटस हैं जैसे एग्जांपल दे रहा हूं तो इंडिया है इंडिया के 28 स्टेटस हैं तो हमने क्या कर दिया इंडिया को एडमिनिस्ट्रेटिव पर्पस से 28 स्टेटस में डिवाइड कर दिया आया समझ में तो वैसे ही इन्होंने पुरी जो इनकी टेरिटरी थी इस टेरिटरी को इन्होंने अलग-अलग प्रेसिडेंसी में तीन प्रेसिडेंट में डिवाइड कर दिया बंगाल प्रेसिडेंट मद्रास प्रेसीडेंसी बॉम्बे प्रेसीडेंसी ठीक है बंगाल मद्रास बॉम्बे ये तीन प्रेसिडेंट कर दिया एच रोल बाय गवर्नर हर प्रेसिडेंट को कौन रोल करता था प्रेसीडेंसी को हेड कौन करता था गवर्नर हेड करते द मतलब की बंगाल प्रेसीडेंसी का एक गवर्नर देखो ध्यान रखना गवर्नर जनरल नहीं बोल रहा हूं मैं क्या बोल रहा हूं सिर्फ गवर्नर बोल रहा हूं तो बंगाल प्रेसिडेंट जो थी तो इट vauseded बाय गवर्नर मद्रास प्रेसीडेंसी इट वाज अलसो हेडेड बाय गवर्नर बॉम्बे प्रेसीडेंसी इट वाज अलसो हेडेड बाय गवर्नर आगे तीन गवर्नर आपके सामने तो ये तीन गवर्नर तीन प्रेसीडेंसी को हेड करते द अब क्या होता है सुप्रीम हेड जो होता था और ये तीनों गवर्नर के ऊपर जो होते द सुप्रीम हेड वॉश गवर्नर जनरल और पुरी की पुरी ब्रिटिश टेरिटरी को सुप्रीम मतलब पुरी ब्रिटिश प्रेसिडेंट का या फिर पुरी ब्रिटिश टेरिटरी का सुप्रीम हेड कौन होता था गवर्नर जनरल तो पहले गवर्नर जनरल यंग गर्ल है कौन फॉरेन हेस्टिंग्स क्लियर अब देखो क्या है ये तो मैंने आपको पूरा डिवीज़न बता दिया की किस तरह से उनकी टेरिटरी थी अब बात हम क्या कर रहे हैं न्यू एडमिनिस्ट्रेशन की तो एडमिनिस्ट्रेशन के स्फीयर में क्या चेंज आए द तो वॉरेन हेस्टिंग्स एंट्री इंट्रोड्यूस्ड सेवरल एडमिनिस्ट्रेटिव रिफॉर्म्स वॉरेन हेस्टिंग में कुछ एडमिनिस्ट्रेटिव रिफॉर्म्स ले कुछ बदलाव लाइन क्या बदलाव ले तो एक और दो ये दो बदलाव हम पढ़ने वाले हैं बदलाव तो बहुत सारे ले द आपके सिलेबस में से दो चीज हैं मेजर जो चेंज द तो मेजर चेंज वर इंट्रोड्यूस इन दी स्फीयर ऑफ जस्टिस एंड इन दी स्फीयर ऑफ आर्मी आर्मी या फिर मिलिट्री आप जो कहना चाहें तो अब हम जस्टिस के बारे में पढ़ेंगे की जस्टिस की फील्ड में इन्होंने न्याय की फील्ड में क्या बदलाव ले द न्याय के क्षेत्र में क्या बदलाव ले द जस्टिस के स्फीयर में क्या चेंज ले द और दूसरा पढ़ेंगे इन दिस स्फीयर ऑफ आर्मी तो आर्मी मिलिट्री जो थी सी जो थी उसके शेयर में क्या चेंज ले द इन दोनों चीजों को हम क्या करने वाले हैं इन दोनों चीजों को हम अलग-अलग वीडियो लेक्चरर्स में कवर करने वाले हैं क्लियर है ए गया समझ में कहानी पुरी ध्यान रखना है आपको सेटिंग का न्यू एडमिनिस्ट्रेशन में मैं आपको प्रेसीडेंसी के बारे में कुछ समझा दिया प्रेसिडेंट जी को हेड कौन करता था गवर्नर और सुप्रीम कमांडर कौन होते द गवर्नर जनरल अब वॉरेन हेस्टिंग ने जो चेंज लाइन दी इन दी स्फीयर ऑफ जस्टिस एंड आर्मी इन्हें हम पढ़ने वाले हैं नेक्स्ट वीडियो में क्लियर है तो क्यों सिस्टम ऑफ जस्टिस कहां से आया न्यू सिस्टम ऑफ जस्टिस रिकॉल कीजिए पिछले वीडियो को पिछली वीडियो में हमने क्या पढ़ा की ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने अपने आप को एस्टेब्लिश कर लिया कहां पर एस्टेब्लिश कर लिया इंडिया में अब जब एस्टेब्लिश किया तो उन्होंने एडमिनिस्ट्रेटिव फील्ड में कुछ चेंज लाना स्टार्ट किया ठीक है एंड दी क्रेडिट गोज तू वैन हेस्टिंग्स हु वैसे वॉरेन हेस्टिंग्स फर्स्ट गवर्नर जनरल ऑफ इंडिया ठीक है तो अब उन्होंने जो चेंज ले द तो वो चेंज जो ले द उन्होंने तो ही मैनली ब्रॉड चेंज इन तू स्फीयर कौन-कौन से दो स्फीयर में चेंज ले द उन्होंने एक जस्टिस के स्फीयर में और दूसरा जो था वो आर्मी के तो जस्टिस के स्फीयर में क्या चेंज ले तो न्यू सिस्टम ऑफ जस्टिस जो है उसे हम पढ़ने वाले हैं इस वीडियो में ए गया समझ में रिलेट कर ली कहानी मतलब इस कड़ी को जोड़ दिया आपने यहां पे अब आगे बढ़ते हैं हम देखिए क्या है तो फ्रॉम 1772 न्यू सिस्टम ऑफ जस्टिस वास इस्टैबलिश्ड अभी नया सिस्टम क्या था तो इस नया सिस्टम के हिसाब से जो डिस्ट्रिक्ट था ठीक है उसे डिस्ट्रिक्ट को हमने क्या किया दो पार्ट्स में डिवाइड कर दिया या फिर डिस्ट्रिक्ट्स में दो कोर्ट्स ए गए मतलब दो तरह के को हो गए पहले क्या होता था पहले जस्टिस कैसे मिलता था मुझे बताओ पहले जस्टिस जो था न्याय की अगर बात की जाए तो ऐसा है की जो आपकी समाज में बड़ा बड़ा इंसान होता था उसे बिठा दिया जाता था वो न्याय कर देता था देखिए अच्छा इनकी लड़ाई ऐसे ऐसे हुई है इनको अलग-अलग कर दो इनको ऐसा कर दो वहां से जस्टिस नहीं मिल पता था लोग राजा के पास चले आते द सरपंच होते द पंच होते द वो जस्टिस दे दिया करते द तो पहले जस्टिस इस तरह से मिलता था अब जब ब्रिटिशर्स आए तो उन्होंने देखा यार ये तो एक अलग ही तरीका है मतलब इंग्लैंड में उनके यहां कोर्ट सिस्टम ये सारी चीज होती थी प्रोसीडिंग्स होती थी तो उन्होंने क्या सोचा उन्होंने सोचा की नहीं इंडिया में भी क्या होना चाहिए एक वेरी डिफाइन ज्यूडिशरी होना चाहिए या फिर एक कोर्ट का स्ट्रक्चर होना चाहिए तो उन्होंने क्या किया डिस्ट्रिक्ट में दो तरह के कोर्स लगाए क्रिमिनल कोर्ट और सिविल कोर्ट अब जो क्रिमिनल कोर्ट था तो क्रिमिनल कोर्ट को क्या कहा गया फौजी दाढ़ी अदालत ये ध्यान रखना है आपको शब्द ठीक है डिस्ट्रिक्ट के अंदर उन्होंने दो तरह के कोर्ट लाया जो आज भी फॉलो करते हैं हम दो तरह के कोड होते हैं क्रिमिनल कोर्ट तो जैसे मर्डर हो गया किसी का या फिर कुछ क्रिमिनल एक्टिविटीज हुई है तो वो सारे केसेस कहां जाएंगे क्रिमिनल कोर्ट के अंदर क्रिमिनल कोर्ट को क्या कहा जाता है फौजी दाढ़ी अदालत और दूसरे सिविल कोर्ट सिविल कोर्ट मतलब क्या है की इसकी जमीन उसके पास किसी की कुछ पैसे से रिलेटेड अगर झगड़ा है ये वो सारी चीज प्रॉपर्टीज से रिलेटेड तो वो सिविल कोर्ट में जाएगा अब सिविल कोर्ट को क्या कहा जाता था दीवानी अदालत ठीक है ये बाजीराव मस्तानी वाली दीवानी नहीं है दीवानी अदालत मतलब दीवान शब्द से बनाया है दीवान जो होता है ना जो क्या करता है सारी चीज पैसे वगैरा संभालता है तो वो उसे सेंस में दीवानी अदालत ठीक है तो क्रिमिनल कोर्ट और सिविल कोर्ट क्रिमिनल कोर्ट फौजदारी अदालत हो गया और जो सिविल कोर्ट था वो देवानिया अदालत हो गया तो इस तरह से क्या है की 1772 में अंडर दी गाइडेंस ऑफ या फिर का सकते हैं की किसने चेंज ले द वॉरेन हेस्टिंग्स ने इस तरह से कोर्ट के स्ट्रक्चर को डिवाइड कर दिया गया क्लियर है यहां तक चलो कोर्ट के स्ट्रक्चर को डिवाइड कर दिया गया होता क्या था तो क्रिमिनल कोर्ट में क्या होता था दिस कोर्स पर अंडर काज़ी एंड मुफ होगी बट अंडर डी सुपर विज़न ऑफ कलेक्टर्स अब देखो क्या होता था क्रिमिनल एक्टिविटीज को अगर हम देखें जजमेंट कौन देता था तो जजमेंट काजी काजी कौन होते हैं ये एक तरह से जज होते हैं मुस्लिम लीडर हो गए वो मुस्लिम जज हो गए फिर वो जज की जो इंटरप्रिटेशन रहती थी उन्हें लोगों तक पहुंचने का लोगों को लोगों को समझने का कम मुफ्ती का होता था तो ये मतलब एक तरह से देखो अभी रिलीज लीडर है ऐसा समझ लो इस्लामी रिलिजियस लीडर है काजी और मुफ्ती तो अब बोलोगे सिर्फ मुस्लिम को ही जस्टिस मिलता था क्या नहीं ऐसा नहीं है हिंदू उसको भी कौन पंडित और जो अलग-अलग उनके रिलिजियस लीडर होते द वो लोग जजमेंट देते द हिंदू उसके लिए तो उसे तरह से क्या होता था की क्रिमिनल कोर्ट में हेड कौन करता था क्रिमिनल कोर्ट्स को काजी और मुफ्ती लेकिन ये काज़ी और मुफ्ती जो रहते द तो इनके डिसीजंस को सुपरवाइज कौन करता था अंदर से सुपरविजन ऑफ कलेक्टर्स अब कलेक्टर्स कौन से तो जी हान आप सही सोच रहे हैं जो आज के समय में कलेक्टर होते हैं ना ये वही कलेक्टर है मतलब उसे समय मैं बहुत ज्यादा इंटेंस पावर होती थी कल मतलब डिस्ट्रिक्ट यानी कलेक्टर इस तरह से आज फिर भी चीज में बदल गई है लेकिन उसे समय पे बताता तो आज जो जजस होते हैं तो वो जजेस का कम भी पहले कलेक्टर्स करते द तो क्रिमिनल कोर्ट को हेड कौन करता था अगर देखा जाए तो डिसीजंस काजी मुफ्ती पंडित ये लोग देते द और किसके सुपरविजन में कम करते द लेकिन ये लोग भी ये लोग कलेक्टर्स के सुपरविजन में कम करते द ठीक है फिर अगर बात करते हैं सिविल कोर्ट की तो सिविल कोर्ट कैसे द जहां पे मतलब सिविल मैटर्स या किसी की प्रॉपर्टी पैसा इससे रिलेटेड इश्यूज जाते द तो मौलवी ने हिंदू पंडित इंटरप्रिटेड इंडियन लॉस फॉर डी यूरोपियन डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर तो यहां पे भी क्या होता है maulviz और हिंदू पंडित जो रहते द तो वो इंटरप्रेट कर देते द वो बता देते द की अच्छा किसी ने किसी की जमीन छुड़ा ली किसी भाई ने अपने भाई को जमीन नहीं दिए तो उसके हिसाब से क्या सजा मिलना चाहिए क्या नहीं मिलना चाहिए ये हमारे रिलिजियस लॉस में क्या लिखा है एक और चीज बता देता हूं पहले सारी चीज कैसे होती थी आज हमारा कॉन्स्टिट्यूशन ही सुप्रीम बुक है अगर कहा जाए तो लेकिन उसे समय पे सुप्रीम बुक कौन सी होती थी उन लोगों के लिए आम जनता के लिए तो मुस्लिम के लिए जैसे शरीयत लॉ हो गया उनकी कुरान हो गई ठीक है हिंदू उसके लिए उनका क्या उनके जो धर्म शास्त्र वगैरा होते द तो हिंदू उसके लिए वो हो गया तो उसे तरह से क्या होता है रिलिजियस बुक्स जो रहती थी उनकी वैल्यू रहती थी पहले तो उसे सेंस में क्या होता है की रिलिजियस अथॉरिटी जो रहती थी maulvies हो गए ठीक है पंडित सो गए तो ये लोग इंटरप्रेट कर देते द लॉस को ठीक है और लॉस को इंटरप्रेट करने के बाद में जजमेंट कलेक्टर सुना दिया करते द फॉर यूरोपीय डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर और ये जो कलेक्टर्स बनते द उसे समय पे तो ऐसा नहीं की किसी इंडियन को बना दिया आज हम क्या देखते हैं सारे इंडियन होते हैं लेकिन उसे समय पे यूरोपियन डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर्स होते द यूरोप से क्या करते द यूरोप से कुछ europians आते द उन्होंने ये पोजीशन दे दी जाती थी की आप कलेक्टर बन जाओ इंडिया के किसी एक डिस्ट्रिक्ट का तो ये सिस्टम चल रहा था ठीक है अब आप सोच रहे होंगे की अच्छा वॉरेन हेस्टिंग्स में ये चेंज ले की डिस्ट्रिक्ट में उन्होंने दो तरह के कोर्स लगा दिया क्रिमिनल को और सिविल कोर्ट क्रिमिनल कोर्ट में कौन हेड करता था काजी मुफ्ती इंटर की सुपरविजन ऑफ कलेक्टर और जो सिविल कोर्ट होते द उनको हिंदू पंडित और मौलवी इंटरप्रेट करके देते द लॉस्ट और हेड कौन करता था यूरोपियन डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर इतना आसान था क्या सब कुछ नहीं इतना आसान नहीं था यह इस तरह का जस्टिस सिस्टम एस्टेब्लिश करने में कुछ चैलेंज द ठीक है वैसे एवरीथिंग सो इसी गोइंग विथ दिस सिस्टम तो नो इतना आसान नहीं था देर वर सैम चैलेंज क्या देयर वास सैम चैलेंज और क्या चैलेंज द वह चैलेंज मैं आपको बताता हूं देखो चलेंगे C3 डी मेजर प्रॉब्लम वैसे डेट डी ब्राह्मण पंडित हैव डिफरेंट इंटरप्रिटेशन ऑफ लोकल लॉस बेस्ड ऑन डिफरेंट स्कूल्स ऑफ धर्मशास्त्र अब देखो क्या है आप जैसे देखेंगे तो हिंदुइज्म कोई एक रिलिजन नहीं है बहुत सारे रिलीजियस से बना हुआ था ठीक है बहुत सारी रिलिजन से बना हुआ था अलग-अलग बुक्स थी अलग-अलग कल्ट होते हैं अलग-अलग कल्ट मतलब कैसे होते हैं की कोई sevaite होता है जो शंकर जी को पूजने वाले कोई वैष्णव बाईट होते हैं विष्णु भगवान को पूजने वाले तो सोसाइटी जो थी वो क्या थी हाईली सेगमेंटेड थी बहुत ज्यादा सेगमेंट्स में अलग-अलग ग्रुप में बैठी हुई थी सोसाइटी आया समझ में आता है अब जब सोसाइटी से अलग-अलग ग्रुप में बाती हुई थी हमारी जो रिलिजियस बुक्स थी तो रिलिजियस बुक्स भी बहुत सारी थी धर्मशास्त्र जिसे कहा गया धर्म शास्त्र जो थी वो भी बहुत सारी थी अब क्या होता था तो इन्हें इंटरप्रेट कौन करता था पढ़ के कौन बताता था की धर्मशास्त्र में क्या लिखा है क्या बोलना चाह रहा है धर्मशास्त्र तो ब्राह्मण पंडित बोलते द अब ब्राह्मण पंडित जो भी होते द तो नॉर्थ इंडिया का पंडित और साउथ इंडिया का पंडित दोनों के अलग-अलग इंटरप्रिटेशन दोनों अलग-अलग धर्मशास्त्र की बुक को क्या करते द रेफर करते द तो ये दिक्कत जाती थी क्या दिक्कत जाती थी डी मेजर प्रॉब्लम वैसे डेट ब्राह्मण पंडित हैव डिफरेंट इंटरप्रिटेशन अलग-अलग हो गए अब अलग-अलग इंटरप्रिटेशन मतलब किसी को उसी जुर्म के लिए कुछ और सजा किसी को उसी जुर्म के लिए कुछ और सजा तो इस तरह से क्या था बहुत ज्यादा हम देखे तो यूनीफामिटी नहीं थी सब कुछ अलग-अलग सब कुछ वेरिएशंस अब ब्रिटिश जब आए तो उनका कंट्री छोटा सा ठीक है दिल्ली बराबर दिल्ली से थोड़ा बड़ा कर देते हैं चलो मैन लेते हैं हरियाणा हरियाणा बराबर का उनका कंट्री है ठीक है अब हरियाणा बराबर का कंट्री उन्होंने देखा इंडिया इतना बड़ा कंट्री इतनी ज्यादा डायवर्सिटी इतने सारे लॉस इतने सारे रिलिजियस बुक्स इतने सारे इंटरप्रिटेशन तो वो चक्र गए यहां पे आके उन्होंने क्या सोचा की ऐसे जस्टिस देना तो मुश्किल हो जाएगा हम तो पूरा जीवन निकल जाएगा लेकिन इतना सारा इन इतनी सारी बुक्स सिख ही नहीं पाएंगे जस्टिस कैसे देंगे जो यूरोपियन डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर्स द वो सोचते होंगे की हम कैसे कम कर पाएंगे तो उन्होंने क्या कर इस अलग-अलग डिफरेंट इंटरप्रिटेशन से बचने के लिए उन्होंने एक ट्रिक आप में वो ट्रिक क्या थी वो मैं आपको बताता हूं उसके पहले आपको धर्म था धर्मशास्त्र समझा देता हूं ठीक है तो धर्मशास्त्र क्या है संस्कृत टेक्स्ट प्रिसक्रिपिंग सोशल रूल्स एंड कोड्स ऑफ बिहेवियर मतलब ये उसकी डेफिनेशन होगी धर्मशास्त्र की ये संस्कृत टेक्स्ट होते द संस्कृत में लिखी हुई बुक्स होती थी जो किस बारे में लिखी होती थी सोशल रूल्स मतलब समाज में लोगों के क्या रूल्स रहेंगे क्या रेगुलेशन रहेंगे कोई जूम करता है तो उसे क्या पनिशमेंट मिलेगी क्या नहीं मिलेगी कोड ऑफ बिहेवियर कोड ऑफ बिहेवियर मतलब क्या है की इंसान को कैसे बिहेव करना एक हस्बैंड को वाइफ के साथ कैसे बिहेव करना है वाइफ को अपने ससुर के साथ कैसे बिहेव करना है सास के साथ कैसे बिहेव करना है बच्चों के साथ कैसे बीएफ करना है ठीक है तो सबके जो बिहेवियर द उन्हें रेगुलेट करते हुए बिहेवियर के बारे में बताते हुए बुक थी और इसी हिसाब से क्या होता था लॉस वगैरा के लिए इंटरप्रिटेशन देते द ब्राह्मण द ठीक है तो उसमें बहुत ज्यादा क्या था वेरिएशंस था अलग-अलग डिफरेंस इस क्रिएट हो जाते द क्लियर है तो अब हम उसी चीज पे आते हैं की इससे ओवरकम करने के लिए क्या किया गया इसे ओवरकम करने के लिए देयर फॉर तू ब्रिंग यूनीफामिटी मतलब एक जैसा हो जाए सारा सब कुछ समानता ए जाए ठीक तो ब्रिंग यूनीफामिटी इन 1775 11 पंडित वर्ष तू कंपाइल अन जीएसटी अब ये देखो क्या है समझना इस चीज को अभी ऊपर क्या देगा हमने यूनीफामिटी नहीं थी लाना क्या है यूनीफामिटी लाना है तो देयर फोर तू ब्रिंग यूनीफामिटी मतलब सब एक जैसा हो जाए देयर फोर तू ब्रिंग यूनीफामिटी इन 1775 1775 में क्या किया गया 11 पंडित स्वर एस्क्ड तू कंपाइल डाइजेस्ट मतलब 11 पंडित ये पंडित से इंटरप्रिटेशन देते द तो अलग-अलग 11 पंडित को बुलाया गया उनसे बोला गया की बैठो जरा सब साथ में साथ में बैठ के एक ऐसी बुक बना दो जिसमें सारे धर्मशास्त्र का रस हो मतलब जो अलग-अलग धर्म शास्त्र के कारण जो प्रॉब्लम जा रही थी तो सारे धर्म को हम कॉमनली क्या करते हैं सारे धर्मशास्त्र को कॉमनली हम प्रेजेंट कर सकें ऐसी बुक बना दो तो इन 11 पन्नीस ने क्या करना स्टार्ट किया दे कंपाइल्ड है डाइजेस्ट ऑफ हिंदू लॉस क्यों कंपाइल कारी वही वाली बात ताकि यूनीफामिटी ए सके आया ना समझ में अब क्या होगा अब यूरोपियन डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर जो आएंगे तो उन्हें इतनी सारी अलग-अलग धर्मशास्त्र को सीखने की जरूरत नहीं होगी एक धर्मशास्त्र रहेगी उसके हिसाब से वो क्या दे पाएंगे जस्टिस दे पाएंगे ये सारी चीज होने लगी क्लियर है यूनीफामिटी लाने के लिए सारा सब कुछ किया गया अब आप बोलोगे मुस्लिम का क्या हुआ फिर तो भाई 1778 अन कोड ऑफ मुस्लिम लॉस वैसे अलसो कंपाइल्ड तो मुस्लिम के लिए भी इसी तरह से एक बुक कंपाइल कर दी गई थी मुस्लिम maulviz और इन सारे लोगों ने मिलके एक बुक कंपाइल कर ली थी फॉर दी बेनिफिट ऑफ यूरोपियन ताकि यूरोपियन से यूरोप से जो जय जाएंगे तो उन जजेस को समझ में तो ए जाएगी क्या होना है क्या नहीं होना है इतने सारे बुक्स इतने सारे अलग-अलग रिलिजियस लॉस में वो चक्कर ए जाते द ठीक है अब देखो क्या होता है अब आप ये बोलोगे कंपाइल करोगे तो जो इंडियन पंडित द उन्होंने तो हिंदी में लिखा होगा संस्कृत लिखा होगा जी हान तो फिर क्या है ट्रांसलेटर होते द बहुत सारे ट्रांसलेटर मतलब जैसे एक नाम क्या दिया है एन बी हेल्प एन बी हेल्ड जो द तो इन्हें संस्कृत भी आती थी इंग्लिश भी आती थी तो उन्होंने क्या कर दिया एन बी हेल हेड ट्रांसलेटेड दिस डाइजेस्ट इन इंग्लिश तो ये जो कंपाइल की गई थी एक डाइजेस्ट ठीक है हिंदू पंडित के द्वारा तो उसे डाइजेस्ट को एन बी हेल्ड ने क्या कर दिया एनबीए हेल्ड ने इंग्लिश में ट्रांसलेट कर दिया तो europians के लिए और आसान हो गया ए गया समझ में वैन मार्क्स में इंपॉर्टेंट क्वेश्चन बन सकते हैं की हु ट्रांसलेटेड डाइजेस्ट मेड बाय 11 पंडित इन इंग्लिश तो नाम क्या जाएगा नबी हेल्प ठीक है ये अंकल का फोटो भी है नबी है एलईडी का देख सकते हैं आप पुराना इतिहास में से फोटो निकल के लाना मुश्किल होता है थोड़ा सा ब्लर है लेकिन समझ में ए रहा है आपको ठीक है अब वैसे भी आपको दिखेंगे नहीं की ये रास्ते पे जाते हो की आप फोटो देख के पहचान जाओगे इन्हें क्लियर अब देखो क्या है ये हो गया इसके बाद में हम देखते हैं रेगुलेटिंग एक्ट होता है कब का रेगुलेटिंग एक्ट रेगुलेटिंग एक्ट ऑफ 1773 ये रेगुलेटिंग एक्ट है क्या ये समझता हूं मैं आपको तो टाइम तू टाइम क्या करते द ब्रिटिश गवर्नमेंट जो है टाइम तो टाइम एक लॉस पास किया करती थी किस लिए ताकि कंट्री को अच्छी तरह से गवर्न किया जा सके तो टाइम तू टाइम लॉस पास किए जाते द जैसे रेगुलेटिंग एक्ट ऑफ 1999 गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एक्ट वैन कहने लगे हैं उसे बहुत सारी चीज थी तो ये जो रेगुलेटिंग एक्ट लाया गया था 1773 में इस रेगुलेटिंग एक्ट के अकॉर्डिंग क्या किया गया अन्य सुप्रीम कोर्ट वास इस्टैबलिश्ड एक नया सुप्रीम कोर्ट एस्टेब्लिश किया गया था ठीक है कोर्ट ऑफ अपील दी सदर निजामत अदालत ये क्रिमिनल कोर्ट था डरना नहीं है इसका नाम सुनके सिंपल सी चीज है क्रिमिनल कोर्ट ठीक है तो एक क्रिमिनल कोर्ट को भी एस्टेब्लिश किया गया था कहां क्रिमिनल कोर्ट और यह सुप्रीम कोर्ट इस्टैबलिश्ड किया गया था कोलकाता में आज कहां है हमारा सुप्रीम कोर्ट आज हमारा सुप्रीम कोर्ट दिल्ली में है लेकिन शुरुआत में जब इस्टैबलिश्ड किया गया था तो ये कोलकाता में एस्टेब्लिश किया गया था क्यों क्योंकि पहले ब्रिटिश जो द तो वो अपनी टेरिटरी या फिर कैपिटल किसको बनाया रखना चाहते द वो अपनी कैपिटल बनाए रखना चाहते द बंगाल को तो बंगाल में कोलकाता को तो इस तरह से क्या है की कोलकाता में एक सदन निजामत अदालत एस्टेब्लिश की गई थी और एक सुप्रीम कोर्ट स्टाइलिश किया गया था बाय दी रेगुलेटिंग एक्ट ऑफ रेगुलेटिंग एक्ट ऑफ 1773 1773 के रेगुलेटिंग एक्ट के बाद में ए गया ना समझ में तो ये सारे चेंज ये सारे बदलाव जो आए द किस फील्ड में ले गए द इन दी फील्ड ऑफ जस्टिस जस्टिस की अगर बात की जाए तो जस्टिस वाले सेगमेंट में सारे चेंज ले गए द क्लियर है अभी देखो क्या है और क्या-क्या बदलाव आए द तो जो डिस्ट्रिक्ट जो था अब क्या होता है की जस्टिस इस तरह से देना स्टार्ट किया गया की डिस्ट्रिक्ट को एडमिनिस्ट्रेशन का बोल सकते हैं ग्राउंड लेवल पे सबसे इंपॉर्टेंट यूनिट बना दिया गया है डिस्ट्रिक्ट क्योंकि डिस्ट्रिक्ट से सारे रजिस्ट्रेशन होगा दी प्रिंसिपल फिगर बना दिया मतलब सबसे इंपॉर्टेंट मैंने भी बताया डिस्ट्रिक्ट एकल तू क्या कर दिया कलेक्टर कर दिया की डिस्ट्रिक्ट सबसे बेसिक यूनिट हो गया एडमिनिस्ट्रेशन का और उसको हेड कौन करेगा कलेक्टर हेड करेगा मतलब कलेक्टर के पास इनॉरमस पावर दे दी ठीक है इट्स में जॉब वैसे तू कलेक्ट रेवेन्यू एंड टैक्स तो पहला कम क्या दे दिया रेवेन्यू और रेवेन्यू कलेक्ट करना टैक्स कलेक्ट करना ये सारी चीज करना किसका कम कलेक्टर का फिर दूसरा कम मेंटेन लॉ एंड ऑर्डर इन हिज डिस्ट्रिक्ट और लायन ऑर्डर को भी मेंटेन करके रखना की कहीं मर्डर ना हो की चोरी ना हो किसी के बीच में झगड़ा ना हो तो ये कम रहता था कलेक्टर का अब सवाल ये भी आता है की कलेक्टर क्या रात दिन घूमते रहते द रोड पे कम कैसे करते द अच्छा है ये टैक्स कैसे कनेक्ट करते द और वो लॉ एंड ऑर्डर कैसे मैनेज करते द तो कलेक्टर खुद ही जाएंगे ऐसे की लोगों के यहां चंदे की पर्ची लेके लाओ भैया टैक्स काट दे तुम्हारा ऐसा नहीं ठीक है तो वो कैसे करते द विथ दी हेल्प ऑफ जजेस पुलिस ऑफिसर एंड दर होगा मतलब एक तरह से पुलिस ऑफिसर समझ लो तो क्या होता था की लॉ एंड मैं मेंटेन करना है पुलिस ऑफिसर से दरोगा जी आपके पास जस्टिस देना है आपके पास जजेस हैं ठीक है पुलिस ऑफिसर से तो इनकी ही मदत से टैक्स वगैरा कलेक्ट कर लिया जाता था तो ये सिस्टम डिवाइस कर लिया गया है ये पूरा एक मेकैनिज्म बना दिया गया है जिसके थ्रू चीजों को गवर्नर किया जाता था चीजों को परफॉर्म किया जाता था ए गया समझ में यही सारा सब कुछ है अब देखो क्या है तो इतनी पुरी कहानी समझने के बाद में जस्टिस की पुरी कहानी समझने के बाद में डिस्ट्रिक्ट की पुरी कहानी समझने के बाद में कलेक्टर से मिलने के बाद में क्या समझ में आया आपको की जो कलेक्टर की पोजीशन थी ठीक है विकल्प तो इसको अगर हम देखें तो कलेक्टर की पोजीशन क्या थी इट बिकम दी न्यूज़ सेंटर ठीक है यहां पे न्यूज़ नहीं आएगा इट बिकम दी न्यू इट बिकम दी न्यू सेंटर ऑफ पावर एंड पात्रोनेस डेट स्टडी रिप्लेसिड प्रीवियस होल्डर्स ऑफ अथॉरिटी प्रीवियस होल्डर फॉर अथॉरिटी क्या होता है ये इंपॉर्टेंट चीज है की हमने देखा पहले अथॉरिटी किसके पास हुआ करती थी राजा महाराजा ठीक है उनके जो सामंत होते द राजा के अंडर में जो रहते द उनके पास में लेकिन जब ब्रिटिशर्स ने अपना एक नया एडमिनिस्ट्रेटिव सिस्टम सेटअप कर दिया उन्होंने नया सिस्टम ले आएं उन्होंने जस्टिस की अगर बात की जाए तो डिस्ट्रिक्ट से प्रोवाइड करना स्टार्ट कर दिया तो इस सेंस में क्या हुआ इस सेंस में हमने देखा की प्रॉमिनेंट फिगर निकल के आया वो प्रॉमिनेंट फिगर किसका था कलेक्टर का ठीक है अब कलेक्टर की अगर बात की जाए तो उसे समय पर क्या हो गया कलेक्टर बिकम दी न्यू सेंटर ऑफ पावर अब सेंटर ऑफ पावर कौन बन गया डिस्ट्रिक्ट में कलेक्टर ठीक है एन पात्रोनेस डेट स्टडी रिप्लेस प्रीवियस होल्डर्स ओवर अथॉरिटी और जो पहले कभी पावरफुल अथॉरिटीज हुआ करती थी उनको रिप्लेस कर दिया कलेक्टर ने आया समझ में तो यही सारी चीज पड़ी है ये जो आपका टॉपिक था कौन सा टॉपिक न्यू सिस्टम ऑफ जस्टिस या फिर हम जिसे देखें सेटिंग अप अन न्यू एडमिनिस्ट्रेशन उसके अंदर सब टॉपिक करके जो मैंने आपको बताया है तो वो सारी चीज आपके साथ में डिस्कस कर ली सारी चीज कवर कर लिए एक भी पॉइंट नहीं छोड़ा है कंपनी आर्मी क्या है डी कंपनी आर्मी एक बार रिकॉल करते हैं फिर से पीछे से हम देखिए क्या पढ़ा हमने हमने ये देखा की ब्रिटिशर्स ने जिस तरह से अपनी रूट्स को यहां पर एस्टेब्लिश किया यहां पर मतलब इंडिया में कर लिया अब उसके बाद में हमने ये भी देखा की एक बार एस्टेब्लिश ऐसे नहीं हो जाएगी हवा में आपको क्या करना पड़ेगा चेंज लाना पड़ेंगे तो चेंज उन्होंने ले रिफॉर्म्स ले किस फील्ड में लाइन तो पिछले वीडियो में जो हमने डिस्कस किया जस्टिस के फील्ड में रिफॉर्म ले हमने देखा की अलग-अलग कोर्ट्स एस्टेब्लिश कर लिए क्रिमिनल कोर्ट्स सिविल कोर्ट्स डिस्ट्रिक्ट को उन्होंने एक मेजर यूनिट बना दिया विच वास बीइंग हेडेड बाय कलेक्टर कलेक्टर को एक पावरफुल पर्सन बना दिया तो ये सारी चीज हो गई फिर अब हम देखते हैं दूसरी चीज क्या है की उन्होंने जो दूसरा चेंज ले द वो किस फील्ड में ले द इनकी फील्ड ऑफ आर्मी तो अब हम वही पढ़ने वाले हैं डी कंपनी आर्मी की क्या चेंज ले किस तरह से इस इंस्टीट्यूशन को उन्होंने स्ट्रांग किया था किसने ब्रिटिश ने तो ब्रिटिशर्स ने क्या करना है स्टार्ट किया वो मैं आपको समझता हूं डी पावर ऑफ दी कोलोनियल एडमिनिस्ट्रेशन ऑन इट्स मिलिट्री स्ट्रेंथ देखो सारी बात अलग है क्या की उन्होंने कौन सी पॉलिसी ले कौन सी पॉलिसी नहीं ले किसको हराया किसको नहीं हराया अगर देखा जाए की वो यहां पर सरवाइव कर गए या फिर वो यहां पर यहां के राजाओं को हरा गए तो सारी चीज सारी पावर किस चीज पर डिपेंड करती है ब्रिटिश एडमिनिस्ट्रेशन की पावर डिपेंड करती है उनकी मिलिट्री स्ट्रेंथ के ऊपर उनकी मिलिट्री पावर के ऊपर डिपेंड करती है ए गया समझ में तो ये मिलिट्री स्ट्रेंथ जो है बहुत इंपॉर्टेंट थी उनकी अब उन्होंने अपनी आपको इतना पावरफुल कैसे बनाया ठीक है हो दे गदर स्ट्रेंथ फॉर देयर मिलिट्री मिलिट्री के लिए स्ट्रेंथ लाइक कहां से उन्होंने कैसे ले वही सारी चीज मैं आपको बताने वाला हूं तो ब्रिटिश मिलिट्री सिस्टम को पढ़ने से पहले हम उनके पहले जो द उनके बारे में पढ़ते हैं अच्छा कौन द मैं छुपा लेता हूं चलो बताओ इधर छुपा रहे देखा तो नहीं अब बताओ मुझे सोचो जरा 2 मिनट के लिए की जब ब्रिटिशर्स नहीं आए उसके पहले हमारे यहां कौन रूल कर रहा था जब ब्रिटिशर्स में आए उसके पहले हमारे यहां मुगल रूल कर रहे द तो अब हम ये देखते की मुगल टाइम पीरियड में किस तरह का आर्मी सिस्टम था किस तरह की का सकते हैं की मिलिट्री स्ट्रेंथ तब कैसी हुआ करती थी तो मुगल पीरियड में बेसिकली जो आर्मी होती तो उसमें दो लोग होते द केवलारी होते द और इन्फेंट सोल्जर्स होते द इन्फेंट सोल्जर सुनते से मैं जब छोटा था तो मुझे ऐसा लगता था इन्फेंट सोल्जर मतलब क्या की सोल्जर्स के जो बच्चे रहते हैं उन्हें सोल्जर बनाना चालू कर देते होंगे आपको भी ऐसा लगा तो ये इन्फेंट्री या फिर इन्फेंट सोल्जर्स का मतलब ये नहीं होता है उसका मतलब और कुछ है जो फुट सोल्जर्स होते हैं जो पैदल चलते हैं ना लड़ाई में उन्हें इन्फेंट्री कहा जाता है ठीक है और केवलारी मतलब क्या होता है kevallery मतलब सवार सवार मतलब क्या होते हैं जो हॉर्स राइडर होते हैं ना वो सवाल यानी घोड़े के ऊपर सवार होके जो ए रहा है घोड़ा के ऊपर सवार होके आज कौन आता है दूल्हा लेकिन उसे समय पे दूल्हा नहीं थी उसे समय पे सोल्जर द तो केवलारी केवलारी में सवार होते द और इन्फेंट्री इन्फेंट्री में पैदल सोल्जर्स होते द ये किसकी आर्मी की बात कर रहे हैं हम मुगल पीरियड के टाइम की बात करेंगे मुगल पीरियड में इस तरह की आर्मी हुआ करती थी दें चलो अब क्या होता था कैपिलरी ट्रेन सोल्जर्स ऑन हॉर्सबैक ठीक है घोड़े के ऊपर पीछे बैठ के जो ट्रेन सोल्जर्स रहते द उसके ऊपर बैठ के तलवार चलाना जो जानते द वो कौन हो गए वो केवलारी हो गए कवाली सोल्जर्स फिर अगर दूसरी बात की जाए किसकी इन्फेंट्री सोल्जर्स की तो इन्फेंट्री सोल्जर्स कौन होते हैं देहाती ट्रेन इन आर्चरी इन शॉर्ट ठीक है तो जो धारी होते द धनुष बाद जो तीर कमान चलाना चाहते द पैदल पैदल चल रहे हैं और तीर छोड़ रहे हैं ठीक है जो तलवार चलाना चाहते द तो उन लोगों को ट्रेन किया जाता था वो इन्फेंट्री सोल्जर्स होते द ए गया समझ में ये किस टाइम पीरियड में मुगल पीरियड में क्लियर है अब देखो आगे क्या होता है आगे होता है कैपिलरी डोमिनेटेड दी आर्मी एंड इन्फेंट्री डिड नॉट प्ले डी मेजर रोल अब देखो ये ये इंपॉर्टेंट चीज है वही आप भी सोच रहे होंगे की मुगल पीरियड में क्या होता था kevillary जो होती थी जो ghonsawar होते द ठीक है जो हॉर्स राइडर्स होते द हॉर्सबैक पे जो ट्रेन इन्फेंट सोल्जर्स होते द वो लोग डोमिनेट करते द आर्मी को ना की इन्फेंट्री इन्फेंट्री उतना ध्यान नहीं दिया जाता था इसके पीछे कारण क्या है क्यों तो उसके पीछे कारण सिंपल सा ये है की जो इन्फेंट सोल्जर्स होते हैं जो इन्फेंट्री होती थी उन्हें उतना ज्यादा इंपॉर्टेंस इसलिए नहीं जाता था जैसे लड़ाई हो रही है ना तो आजू-बाजू की जमींदारों से बोल दिया जाता था जमींदार pizans को पहुंचा दिया करते द पीजेंट्स लड़ लेते द और वापस अपने कम धंधे से लग जाते द अगर जिंदा बच जाते द तो ठीक है और केवलारी को जरूरत मतलब ट्रेन करने की जरूरत पड़ती थी वो अच्छे से घोड़ा पे बैठ पाए घोड़ों पे बैठ के तलवार चला पाए सारी चीजों ने सिखाई जाती थी तो मुगल पीरियड में कैलोरी ज्यादा डोमिनेट करती थी ठीक है मुगल पीरियड में केवलारी डोमिनेट करती थी ना की इन्फेंट्री ए गया समझ में ये तो ये हमने आपको मुगल पीरियड की पुरी कहानी बता दी लेकिन अब क्या होता है की 18 सेंचुरी में जब ब्रिटिश पावर अपने आप को एक्सपेंड कर रही होती है जब ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी इंडिया में क्या कर रही है अपनी मिलिट्री बना रही है अपनी टेरिटरीज को एक्सपेंड कर रही थी उसे समय में कुछ चेंज आते हैं चेंज चेंज है ठीक है चेंज नहीं है चेंज अकड़ इन 18th सेंचुरी तो क्या चेंज आते हैं चेंज आते हैं किस सेंस में ये देखो जो मुगल शेक्सपियर द मुगल सक्सेसर स्ट्रेट लाइट ओवर दें बनारस स्टार्टेड रिक्रूटिंग पीजेंट्स इन देयर आर्मी एंड ट्रेंड डेम एस प्रोफेशनल सोल्जर्स तो मुगल पीरियड में वो ज्यादा ध्यान किस पे देते द घर स्वरों पे ज्यादा ध्यान देते द लेकिन जब बाद में मुगल सक्सेशन स्टेटस जैसे अवध हमने देखा था मैंने आपको बताया था स्टार्टिंग में से चैप्टर में की औरंगज़ेब की डेथ के बाद में क्या होने था जो इंडिपेंडेंट इंडियन स्टेटस द वह अपनी आजादी एसेट करने लगे द वो अपने आप को आजाद करने लगे द जैसे बंगाल के राजा मुर्शिद कोली खान ने क्या नवाब मुर्शिद को लिखा ने क्या कर दिया था अपने आप को आजाद डिक्लेयर करवा दिया था तो वैसे ही जो मुगल सक्सेशन स्टेटस द जैसे अवध बनारस ठीक है तो इन स्टेटस ने क्या करना स्टार्ट कर दिया इन स्टेटस में अब कैपिलरी पर ध्यान नहीं दिया इन स्टेटस ने अपनी मिलिट्री स्ट्रेटजी को बदला और ये इन्फेंट सोल्जर्स पे ठीक है स्टार्टेड रिक्रूटिंग पीजेंट्स तो मतलब जो पैदल पैदल लड़ने वाले सोल्जर्स होते हैं उन पे ज्यादा ध्यान देने लगे हैं पैदल soldiero को ट्रेन करने लगे एस प्रोफेशनल सोल्जर्स प्रोफेशनल सोल्जर्स की तरह अब देखो यही वो टाइम पीरियड था जब पावर शिफ्ट हो रही थी किसके पास से किसके पास इंडियन रुलर्स को हरा हरा के अलग-अलग पॉलिसीज डायरेक्टली कॉन्फिडेंस कन्फेशन के थ्रू हरा हरा के ब्रिटिश जो द तो वो पावर अपने हाथ में ले रहे द तो ब्रिटिश ने भी ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने भी क्या किया इसी पॉलिसी को अडॉप्ट कर लिया क्या की आप ज्यादा केवलारी पे फोकस नहीं करेंगे अब हम किस पे फोकस करेंगे अब हम प्रोफेशनल सोल्जर्स पे इन्फेंट्री पर फोकस करेंगे इसके पीछे कारण भी था अभी बताता हूं मैं आपको तो ईस्ट इंडिया कंपनी अडॉप्टेड दी से मेथड सिरोय आर्मी बनाना स्टार्ट कर दी अब इस शिवाय का मतलब क्या होता है सिरोय होता क्या है तो जैसे हिंदी में हम सिपाही शब्द कहते हैं ना की ये हमारे सिपाही हमें 500 सिपाही की जरूरत है और हम किला जीत लेंगे तो उसे तरह से सिपाही शब्द से क्या बन गया सिरोय बन गया वही वाला जैसा नवाब से नवाब बना था ना वैसे सिपाही से सिपाही बन गया तो सिरोय आर्मी बनाना स्टार्ट कर दिया फिर सिपाही हो की आर्मी बनाना स्टार्ट कर दी किसने ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने ईस्ट इंडिया कंपनी जो आई थी तो उसने भी ये स्ट्रीट्स अडॉप्ट करें की केवलारी को कम किया जाए और फुट सोल्जर्स जो इन्फेंट्री उसपे ज्यादा फोकस किया जाए उसके पीछे कारण भी था कारण मैं आपको समझता हूं उसके पहले ये देख लो ये केवलारी हो गई ये देखो ये घोड़े पे बैठे हैं ना ये अंकल मिलिट्री सोल्जर है ठीक है रेड सोल्जर व्हाइट हॉर्स और वीडियो हाथ में तलवार तो उसे तरह से पहले ये कैपिलरी सोल्जर्स हुआ करते द फिर ओवर दी पीरियड ऑफ टाइम चेंज अकड़ फिर इन्फेंट्री सोल्जर्स तो अब ये देखो इनके हाथों में इस तरह से बंदूके वगैरा हैं दिख रही है आपको ये ब्रिटिश यूनिफॉर्म बने हुए हैं तो यह क्या मेरी सोल्जर्स सॉरी इन्फेंट्री सोल्जर्स हैं ये ठीक है अब देखो अब मैं जो आपको बता रहा था की वो क्यों चेंज होने लगा तो चेंज होने के पीछे कारण ये था की आगे वाॅरफेयर टेक्नोलॉजी चेंज फ्रॉम 1820 1820 के बाद में चीज वाॅरफेयर टेक्नोलॉजी मतलब लड़ने का तरीका बदलता चलेगा ठीक है केवलारी रिक्वायरमेंट अब कम होते चलेंगे लड़ने का तरीका क्या बदलता चले गए की 1820 के बाद से बंदूके वगैरा आने लगी तलवार लेकर हॉर्स राइडिंग करना आसान था ठीक है मतलब तलवार से दौड़ते दौड़ते जाओगे और घोड़ा लेके तलवार से इस तरह से तलवार लगा दी और जीत गए हर गए वो सारी चीज होती थी लेकिन अब क्या हो रहा है अब चीज बदल गई हैं कैसे चीजे बदल गई वाॅरफेयर टेक्नोलॉजी से बदल गई है की अगर आपके सामने जो एनिमी है उसके पास गण है और आप दूर से बड़ा सा घोड़ा है आपका बहुत मजबूत हो आप बहुत बॉडीबिल्डर हो आपके पास बहुत बड़ी तलवार है आप कितनी दूर से जब आते देखोगे सामने वाले के पास बंदूक है तो दूर से ही आपको गोली मार देगा आया समझ में तो उसे सेंस में अब केवलारी की रिटायरमेंट होती है सफल नहीं लिखती थी अब क्या जरूरत मतलब सक्सेसफुल नहीं दिख रही थी क्यों क्योंकि और फिर स्ट्रेटजी बदलते चले थी टेक्नोलॉजी बदलते चले जा रही थी क्या लेरी रिटायरमेंट फॉर दी कंपनी आर्मी डिक्लाइन क्यों डिक्लाइन होगी बताया ना मैंने क्योंकि वाॅरफेयर टेक्नोलॉजी अब लोग बंदूकन से ladoge आप सिंपल सी चीज यार देखो आपके पास क्या है तलवार है बहुत बड़ी तलवार है आप बहुत पावरफुल हो लेकिन मेरे पास गण है और मैं कमजोर सा भी हूं तो भी मैं जितने की मेरी पुरी पॉसिबिलिटी क्या है की आप तलवार ऐसा थोड़ी ना की तलवार एक किलोमीटर दूर से फेक के मार दोगे और मुझे तलवार लग जाएगी लेकिन मैं डिस्टेंस पे आपको शूट कर सकता हूं तो वाॅरफेयर टेक्नोलॉजी बदल गई तो उसे तरफ से क्या है की आपको आपके आर्मी रिटायरमेंट भी बदलना पड़ेगी अभी इंफिनिटी जो थी इन्फेंट सोल्जर्स जो होते द उन्हें ट्रेन किया जाता था किसके साथ में गंस के साथ में तो नव ब्रिटिश एम्पायर वास फाइटिंग इन बर्मा एक और चीज ये भी इंपॉर्टेंट है बर्मा मतलब आज का जो क्या है आज का म्यांमार बर्मा अफ़ग़ानिस्तान इजिप्ट इन एरियाज में लड़ रहे द ब्रिटिश सोल्जर अब बोलोगे गिफ्ट कहां से ए गए बीच में तो इजिप्ट में भी कॉलोनी बना के राखी थी तो वो वहां की बात कर रहे हैं अब इन जगह पे जब ब्रिटिश आर्मी लड़ रही है तो यहां पे सोल्जर्स जो द सोल्जर्स पर आर्म्स विथ मस्कटस एंड मैच लॉक्स ये मस्कटस हैं ये को मस्कटस क्या है आप ये देख रहे हो तो उसमें पूरा सब छीलना पड़ता था कार्टेज को फिर लगाना पड़ता था और फिर शूट करना पड़ता था आगे पढ़ेंगे हम मंगल पांडे वाली स्टोरी जब पढ़ेंगे ना आपके सिलेबस में तो मस्कट के बारे में और पढ़ेंगे मैथ्स लॉग्स होती थी जिसमें क्या किया जाता था जैसे ये घन होती है तो घन के अंदर जैसे बारूद लगाई जाती थी पुरी बारूद लगाने के बाद में फिर छर्रा लगा के फिर शूट किया जाता था तो ये पुरानी समय की बंदूके हैं जो आपने फिर हेरा फेरी वाली मूवी में फ्री देखी होगी ठीक तो ये जो गंज थी इन गंस की मदद से क्या किया जाता था लड़ाई लड़ी जाती थी अब वही बता रहा हूं जैसे-जैसे वाॅरफेयर टेक्नोलॉजी चेंज होते जा रही है तो आपको आपकी आर्मी का आउटलुक भी बदलना पड़ेगा आप केवलारी किसी कम की नहीं थी घोड़े के पैर में गोली लग गई तो घोड़ा भी बैठ जाएगा आपका जो सोल्जर था उसको पैदल लड़ते नहीं आता है अच्छे से वैसे ही हर जाओगे ना तो उसे हिसाब से क्या है की अब इंफिनिटी पे जोर दिया गया और सोल्जर ऑफ डी कंपनी आर्मी हेड तू कीप्स विद चेंजिंग मिलिट्री रिटायरमेंट मस्कट स्मैश लोग से लड़ना है तो ऐसा भी नहीं की घोड़े पे बैठ के आप वहां बारूद डालते रहोगे दोनों हाथ खुल छोड़ के स्टंट करोगे ऐसा भी नहीं हो सकता है तो जो इन्फेंट सोल्जर्स पर ज्यादा फोकस किया गया था कब से चेंज जब आना स्टार्ट हुआ 1820 के बाद से क्लियर है तलवारों पे या फिर केवलारी का उसे कम हो गया था अब क्या होता है ये तो हमने देख लिया किस तरह से कंपनी आर्मी को ट्रेन किया जा रहा था क्या चेंज ए जा रहे द एक और चीज होती है अंदर चेंज इन दी कंपनी आर्मी वाज कंपनी की आर्मी जो थी उसमें एक और बड़ा चेंज क्या है यूनिफॉर्म मिलिट्री कल्चर ये इंपॉर्टेंट चीज है पहले सोल्जर को ऐसा कोई यूनीफामिटी की बात नहीं किया यूनीफामिटी का मतलब एक जैसा होना पहले क्या होता था की सोल्जर्स अपने खेती किसी कर रहे हैं जब लड़ने की बारी आती थी तो तैयार हो जाते द घर से तलवार उठा लेते इस बंदूक उठा लेते तो लड़ने चलते द लेकिन अब क्या हो रहा है अब यूनीफामिटी लाने की बात की जा रही थी यूनीफामिटी किस सेंस मिलने की बात की जा रही थी अब बोला गया था की सारे सोल्जर्स को एक जैसी ट्रेनिंग दी जाए एक जैसी ड्रिलिंग होना चाहिए सारे सोल्जर्स को डिसिप्लिन होना पड़ेगा ये सारी चीज जो आर्मी बना रहे हो तो आप आर्मी को जैसे आज हम देखते हैं ना हमारे इंडियन आर्मी है तो हमारे इंडियन आर्मी कितनी सक्सेसफुल है सक्सेसफुल है की हम देखते हैं सारे लोग एक जैसे हैं सारे लोग एक जैसे यूनिफॉर्म पहनते हैं एक जैसा हेयर स्टाइल होता है सारे लोगों को एक जैसा एनवायरनमेंट दिया जाता है सारे लोगों को क्या करना पड़ता है एक ही रूल्स को फॉलो करना पड़ता है तो उसके चलते हम क्या देखते हैं यूनिफॉर्म मिलिट्री कल्चर डिवेलप हुआ ठीक है एक जैसा मिलिट्री कल्चर डिवेलप हुआ तो दूसरा जो चेंज आया ब्रिटिश आर्मी में कंपनी आर्मी में तो यही था की उन्होंने अब यूनिफॉर्म मिलिट्री कल्चर की बात करना स्टार्ट कर दी सोल्जर्स वर इंक्रीजिंगली सब्जेक्ट तू यूरोपियन स्टाइल ट्रेनिंग ट्रेनिंग ड्रिल एंड डिसिप्लिन मतलब यूरोप में जिस तरह से सोल्जर्स को ट्रेन किया जाता था उनकी ड्रिलिंग करवाई जाती थी ठीक है उनको डिसिप्लिन जैसा सिखाया जाता था वैसा ड्रिलिंग ड्रिलिंग वैसा डिसिप्लिन वैसी ट्रेनिंग इंडिया में भी दी जाएगी यूनिफॉर्म मिलिट्री कल्चर के चलते तो वही चीज यहां पे देखने को मिलेगी क्या ऑफेंड दिस क्रीटेड प्रॉब्लम साइंस कास्ट एंड कम्युनिटी फिलिंग्स बट इग्नॉरड इन बिल्डिंग अन फोर्स ऑफ प्रोफेशनल सोल्जर्स और कभी-कभी ये यूनिफॉर्म मिलिट्री कल्चर जो था वो प्रॉब्लम भी क्रिएट कर देता था ब्रिटिश आर्मी के लिए क्यों क्योंकि अगर आप यूनीफामिटी की बात कर रहे हो तो आप ऐसा थोड़ी देखो कौन किस कास्ट का है कौन किस कम्युनिटी का है आप तो सबको एक जैसा देने की कोशिश करोगे एक एग्जांपल देता हूं इसी चीज को हम वही मैंने कहा मंगल पांडे वाली कहानी में फिर पढ़ेंगे लेकिन अभी समझा देता हूं मैं आपको की जैसे क्या होता है की हिंदू की कम्युनिटी में वो को को क्या मानते हैं सेक्रेड एनिमल मानते हैं पवित्र मैन मानते हैं ठीक है वैसे ही क्या होता है मुस्लिम जो होते हैं तो पार्क को खाना कंसीडर नहीं करते हैं पूर्व मतलब जो पिक होता है पिग का जो मीत होता है उसे कंज्यूम करना पसंद नहीं करते हैं लेकिन फिर क्या होता था अब जब ये यूनिफॉर्म मिलिट्री कल्चर की बात की जाती थी तो यहां पे जो बंदूके होती थी उनके अंदर जो कार्टेज लगती थी उसको क्या किया जाता है उसको ग्रीस किया जाता है जैसे रयूमर्स फैल गई ऐसी अफवाहें फैल गई की उसके ऊपर ग्रीस होता है किसका को फैट का और पिग फैट का तो अब क्या हो रहा है की लोगों की कास्ट और कम्युनिटी से जुड़े हुए जो फिलिंग्स सेंटीमेंट्स हैं वो हार्ट हो जाते द ठीक है तो ये वही बताया गया ऑफेंड दिस मतलब यूनिफॉर्म मिलिट्री कल्चर ऑफ्टन यूनिफॉर्म मिलिट्री कल्चर क्रीटेड प्रॉब्लम्स साइंस कास्ट एंड कम्युनिटी फिलिंग्स वर इग्नोर इन बिल्डिंग बनाने की बात कर रहे हो तो उसके चलते आप क्या है की लोगों की कास्ट और कम्युनिटी से जुड़ी फीलिंग नहीं देखते द हो कैसे इफेक्ट करती थी मैंने आपको अभी बताया ना की क्या करते द की ब्रिटिश इतना नहीं सोचेंगे की इनकी कम्युनिटी में खाया जाता है ये नहीं खाया जाता है इसको पवित्र मानते हैं इसको नहीं मानते हैं ये सारी चीज वो तो अपना कम करवाएंगे लेकिन जो हमारी सोसाइटी थी वो क्या थी रिलिजियस सोसाइटी थी सेंटीमेंट्स हेड की पोजीशन सेंटीमेंट्स में बहुत ज्यादा इंपॉर्टेंट दिया जाता था बहुत वैल्यू दी जाती थी तो उसके चलते क्या है उसके चलते प्रॉब्लम्स क्रिएट हो जाती थी सोल्जर्स क्या कर देते द मतीन ठीक है दे उसे तू रेबेल वो क्या कर रहे द प्रोटेस्ट कर देते द आर्मी के अगेंस्ट में ब्रिटिश कमांडर्स के अगेंस्ट में तो ये एक समस्या होती थी कब जब आप एक यूनिफॉर्म मिलिट्री कल्चरल बनाने की बात कर रहे द ठीक है तो आई होप आपको ये समझ में आया कंपनी आर्मी में हमने क्या-क्या पढ़ा क्या-क्या पढ़ा कंपनी आर्मी में हमने देखा की किस तरह से वाॅरफेयर टेक्नोलॉजी बदलते चले जाती है की पहले जो केवलारी और इन्फेंट्री में केवलारी टर्मिनेट करती थी तो अब डोमिनेट कौन करने लगा आईएफ सोल्जर्स इन्फेंट्री डोमिनेट करने लगी उसके पीछे कारण बताया की वाॅरफेयर टेक्नोलॉजी जैसे-जैसे बदल रही थी नई-नई जगह पे लड़ना था बंदूके थी तो तलवार से नहीं ladoge आप बंदूकन के सामने और तलवार कौन बंदूके कौन चलाएगा इन्फेंट्री चलाएगी इन्फेंट सोल्जर चलाएंगे ठीक है फिर उसके बाद में हमने दूसरा चेंज क्या देखा की यूनिफॉर्म मिलिट्री कल्चर लाया गया यूनिफॉर्म मिलिट्री कल्चर लाने के चलते क्या होता है की सोसाइटी जो है तो वो सोसाइटी में सब कुछ यूनिफॉर्म सारे सोल्जर्स को यूरोपियन स्टाइल में ट्रेनिंग ड्रिलिंग और डिसिप्लिन सिखाया जा रहा था लेकिन कभी-कभी वो प्रॉब्लम्स भी क्रिएट कर देता था क्योंकि हमारी सोसाइटी में जो अलग-अलग कास्ट थी कम्युनिटी थी उनके सेंटीमेंट्स हर्ट हो जाते द कंक्लुजन किस चीज के बारे में कंक्लुजन देखिए हम कौन सा चैप्टर पढ़ रहे द क्लास 8 हिस्ट्री का चैप्टर फ्रॉम ट्रेड तू टेरिटरी तो बेसिकली आप बुक खोलिए इस चैप्टर में और आपको लास्ट टॉपिक यही मिलेगा कंक्लुजन तो ये चैप्टर हमने पूरा पढ़ चुके हैं पूरा क्वेश्चंस में सारे टॉपिक्स सब टॉपिक्स हर कॉन्सेप्ट को हर फेक्चुअल डिटेल को हर चीज को पढ़ चुके हैं अभी क्या है चैप्टर कंप्लीट हो गया चैप्टर का जो टॉपिक है कंक्लुजन उसे टॉपिक में क्या दिया गया उसे टॉपिक में उसे टॉपिक के थ्रू आपको क्या समझने की कोशिश की जा रही है तो उसे टॉपिक को हम पढ़ने वाले हैं समझने वाले हैं यहां पर क्लियर है तो अब देखिए टॉपिक क्या बोलता है ईस्ट इंडिया कंपनी ठीक है हमने कितना बड़ा ईस्ट इंडिया कंपनी के बारे में आप बोलोगे की सर कुछ नई चीज बताओ चलो तो एक और पुरानी चीज बताता हूं ईस्ट इंडिया कंपनी ट्रेडिंग कंपनी से एक टेरिटोरियल कोलोनियल पावर बन गई है मतलब ट्रेड करने आई थी कंपनी और ट्रेड करते-करते कब वो यहां पर कोलोनियल पावर बन गई टेरिटोरियल कोलोनियल पावर मतलब यहां की जमीन को कब्जा करके बैठ गई पता ही नहीं चला ठीक है पता क्यों नहीं चला कितनी जाने गई कितना नुकसान हुआ कितना नुकसान किस सेंस में हुआ हमारे हमारी डिग्निटी को उन्होंने हर्ट किया ठीक है हमारे रुलर्स को हर्ट किया हमारे रोलर्स के बाद हमारे यहां से कितना पैसा उठा के ले गए सारी चीज हुई हैं तो बेसिकली क्या है ईस्ट इंडिया कंपनी ने अपनी जेड जमाई या फिर आप अगर मैन लो एक ईस्ट इंडियन कंपनी के ऑफिसर के पर्सपेक्टिव देखोगे तो आप तो बहुत सक्सेसफुल हो गए क्यों क्योंकि आप ट्रेड करने आए द आप पे सोच लो आप किसी कॉलोनी में क्या करने जाओ तो आप किसी कॉलोनी में कुछ समान बेचने जाते हो और पता लगता है वो पुरी कॉलोनी आपके नाम हो गई तो आपका तो सेंस ऑफ अचीवमेंट मतलब वह भाई वह वाली बात हो गई क्या आपने कितना कुछ अचीव कर लिया ना तो प्रिटी सीसी इंडिया कंपनी तो ऐसे सोचती होगी अब ऐसा अगर हुआ वो एक ट्रेडिंग कंपनी से टेरिटोरियल कोलोनियल पावर बनी तो कैसे पॉसिबल हो पाया यह तो यह पॉसिबल हो पाने के पीछे बहुत सारे कारण है अगर हम हमारे ही एंड पे देखें तो हमारे जो रुलर्स द उन्होंने धोखा दिया मिर्ज़ा को देख लो मीर जफर धोखा नहीं देते तो हम हार्ट क्या नहीं हार्ट हैं तो हमने वही देखा ना की हमारे ही रुलर्स ने धोखा देते चले गए जैसे अगर देखा जाए की आपसी लड़ाई जो हमारी थी marathaz ने क्या कर दिया मैसूर के अगेंस्ट में लड़ाई लड़ ली और बाद में मराठा उसको हरा दिया ब्रिटिशर्स ने तो उसे में क्या हमारी आपसी लड़ाई हमारे अपने ही लोगों ने धोखा दिया तो ये सारी समस्याएं हुई इन सारी समस्याओं के चलते क्या है की एक ट्रेडिंग कंपनी हमारे ऊपर क्या कब बांके बैठ गई ये कोलोनियल पावर बन के बैठ गई है उसके अलावा भी और भी कारण द जिनके थ्रू क्या हुआ जिनके थ्रू वो सक्सेसफुल हो पाई है तो एक इंपॉर्टेंट कारण एक इंपॉर्टेंट फैक्टर क्या था अराइवल ऑफ न्यू स्टीम टेक्नोलॉजी ठीक है न्यू स्टीम टेक्नोलॉजी क्या होता है स्टीम मतलब क्या होता है बाप बाप समझते हैं ना आप जैसे बाप यानी क्या होता है की पानी उबलते हो तो जो स्टीम निकलती है वही वाली स्टीम ठीक है तो अराइवल ऑफ स्टीम टेक्नोलॉजी न्यू स्टीम टेक्नोलॉजी से क्या होता है की जब ये स्टीम टेक्नोलॉजी को कहां लगाया गया शिप में लगाया गया जहां जो मैं उसे किया गया तो पहले क्या होता था पहले मैनुअली जहां जाते द ठीक समुद्र में जो चलते द जहाज तो वो मैनुअली आते द अब जब वो मैनुअली आएंगे तो उसके चलते क्या होता था वो बहुत टाइम लेते द लेकिन अब जब स्टीम टेक्नोलॉजी से चलने वाले जहां से ए गई तो उससे क्या होता था की टाइम पीरियड कम हो गया अब फटाफट फटाफट ब्रिटिशर्स ए जा सकते द जिसके चलते उन्होंने कब्जा और मजबूत कर लिया इंडिया पे तो जैसे एग्जांपल गिवन में अगर हम देखें इस स्टेटमेंट को पढ़ो फिर समझ में आएगा अराइवल ऑफ न्यू स्ट्रीम टेक्नोलॉजी प्लेड अन इंपॉर्टेंट रोल इन दिस प्रक्रिया ठीक है ये कॉलोनाइजेशन प्रक्रिया जो थी जो ट्रेडिंग कंपनी से टेरिटोरियल कोलोनियल पावर बनने की जो प्रक्रिया थी उसे प्रक्रिया में न्यू स्ट्रीम टेक्नोलॉजी ने एक बहुत इंपॉर्टेंट रोल प्ले कर रोल कैसे प्ले कर तो एग्जांपल गिवन में अगर हम ये देखें की जर्नी तू इंडिया तू सिक्स तू एक मंथ ठीक है छह से आठ मैंने लग जाते द इंडिया द लेकिन क्या होता है की जब बट न्यू स्टीम शिप जो इस तरह से स्टीवर्ड्स आना स्टार्ट होती है जो स्ट्रीम ड्रिवन होती है मैन्युअल नहीं होती है तो न्यू स्टीम शिप रिड्यूस दी टाइम पीरियड ऑफ तू थ्री वीक्स ठीक है तीन में तीन हफ्ते लगते द बस जहां छह से आठ महीने लग जाते द आने में किस से जब बिना nonstream शिप जो रहती थी जो मैनुअली चलती थी जिसे इंसान चलते द उससे 6 से 8 महीने लग जाते द लेकिन जब ये स्टीम शिप आई तो मात्रा तीन हफ्ते लगते हैं तीन हफ्ते लगते हैं तब सोच लो छह से आठ महीना और तीन हफ्ते में कितना फर्क होता है तो अब जब इतना आसानी से आना-जाना कर पाते द ब्रिटिश तो वो उनकी पकड़ और मजबूत हो गई ए गया समझ में तो ये एक एग्जांपल बताया की किस तरह से जो एक ट्रेडिंग कंपनी थी वो टेरिटोरियल कोलोनियल पावर बनने में सक्सेसफुल हो पाई क्योंकि टेक्नोलॉजी ने उसका साथ दिया ठीक है देवर टेक्नोलॉजी के लिए सुपीरियर टेक्नोलॉजी उनके पास बेहतर थी उसके चलते वो आगे ले गए जीत गए ठीक अब अगर हम देखें तो भाई 1857 दी कंपनी हेड वस्त एम्पायर इन इंडिया और अलग-अलग स्ट्रैटेजिस का उसे करके अलग-अलग तरीके से कंपनी ने क्या कर दिया अपना रूल इतना एक्सपेंड कर दिया की 1857 द कंपनी हद ए वस्त एम्पायर इन इंडिया इतना बड़ा था की 1857 में कंपनी एक्सरसाइज डायरेक्ट रूल ओवर अबाउट 63% ऑफ दी टेरिटरी मतलब जो कंट्री की पुरी टेरिटरी थी जो हमारे लोकल रोलर्स द तो 63% रुलर्स जो द 63% जो टेरिटरी थी उसे 63% टेरिटरी के ऊपर कब्जा किसका था ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी का ब्रिटेन का कब्जा था इनडायरेक्टली ठीक है एन 78% ऑफ दी पापुलेशन ऑफ इंडियन सबकॉन्टिनेंट और इंडियन सबकॉन्टिनेंट जो पूरा का पूरा उसे समय तो पाकिस्तान बांग्लादेश ठीक है सारा सब कुछ हमारे साथ ही मिला हुआ था श्रीलंका तो 78% पापुलेशन के ऊपर कब्जा कर लिया किसने ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने ब्रिटिश ने ब्रिटिशर्स ने ब्रिटेन ने जो कहना चाहो ठीक है और उसके बाद में क्या-क्या है 63% टेरिटरी पे कब्जा कर लिया ठीक है अब आप अगर इसमें कंफ्यूज हो तो मैं समझा देता हूं जैसे पूरा इंडिया है ठीक है पूरा इंडिया में जनता रह रही है ठीक अब ये पुरी जनता जो तो predications में कितने पार्ट पे कब्जा किया 63 पार्ट पे जैसे 63 पार्ट पे और पापुलेशन इतने एरिया में 63% में हमारी कितनी पापुलेशन रहती थी 78% पापुलेशन तो इतने एरिया पे कब्जा करके बैठ गए कौन इतने इतने एरिया पे कब्जा करके बैठ गए द ब्रिटिशर्स ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी कब्जा करके बैठ गई थी तो यही सारा सब कुछ कंक्लुजन में दिया है इसी के साथ में हमारा चैप्टर जो है तो चैप्टर थ्योरी पार्ट पर कंप्लीट हो जाता है थ्योरी पार्ट समझते हैं ना मतलब सारे टॉपिक सब टॉपिक्स मैंने आपको बता दिया है क्लास 8 हिस्ट्री का चैप्टर चैप्टर है फ्रॉम ट्रेड तू टेरिटरी इस चैप्टर को पिछले वीडियो तक हम लोगों ने थ्योरी पार्ट पर कंप्लीट कर चुके हैं सारे टॉपिक्स सब टॉपिक्स हर चीज को बहुत ही अच्छी तरह से पढ़ चुके हैं तो अभी हम जो एनसीईआरटी क्वेश्चंस मिले हैं हमें उन क्वेश्चंस के आंसर उन क्वेश्चंस के सॉल्यूशंस को डिस्कस करने वाले हैं सबसे पहले हमारे पास क्या है मैच दी फॉलोइंग तो मैच दी फॉलोइंग को देखते हैं ये जो क्वेश्चन है इनके आंसर क्या होने वाले हैं देखिए यहां पे हमारे पास में कितने पंच क्वेश्चन है और पंच क्वेश्चन के साथ साथ में सामने पंच ऑप्शन दिए हैं जिम से हमें सही जो ऑप्शन है करेक्ट ऑप्शन जो है उसे चीज करना है ठीक है तो दीवानी है टाइगर ऑफ मैसूर फौजदारी अदालत रानी चेन्नम्मा और सिपाही तो आप सबसे पहले क्या कीजिए सबसे पहले सारी चीज देख लीजिए सारे क्वेश्चन देख लिए अब सारे ऑप्शन पढ़ लो टीपू सुल्तान राइट तू कलेक्ट लैंड रेवेन्यू सिपाही क्रिमिनल कोर्ट लीड एंड एंटी ब्रिटिश मूवमेंट इन ट्यूटर तो मुझे पता है सबसे पहले आपको एक चीज तो ध्यान में ए गई होगी टाइगर ऑफ मैसूर टीपू सुल्तान तो ये हमने पहला प्लॉट कर दिया टाइगर ऑफ मैसूर टीपू सुल्तान ठीक है अब आपको ध्यान है रानी चेन्नम्मा जो थी तो उन्होंने क्या किया था सी लेट एंड एंटी ब्रिटिश मोमेंट इन टूर कर्नाटक तो आपने ये भी मार्क कर दिया अब उसके बाद में अगली चीज क्या है अब देखो सिपाही जो है तो सिपाही किस शब्द से बनाया मतलब सिपाही शब्द जो हिंदी शब्द है उसी से सिपी बनाया ब्रिटिश सिपाही ठीक है तो हमने जैसे देखा था ना जब चैप्टर थ्योरी पार्ट पर पढ़ रहे द मैंने आपको बताया है की आर्मी में ट्रांसफॉर्मेशन ले द जो मिलिट्री थी ब्रिटिश मिलिट्री स्ट्रैटेजिस में बदलाव लेट हैं तो यहां पर सिपाही को रिक्रूट करने लगते तो सिरोय जो शब्द है वो सिपाही शब्द से बनाया है ठीक है फिर अब दो कोर्ट्स द दिवाली और फौजदारी अदालत फौजदारी अदालत तो दीवानी किसके लिए था राइट तू कलेक्ट लैंड रेवेन्यू तो हमने दीवानी में राइट तू कलेक्ट लैंड रेवेन्यू लगा लिया और फौजदारी अदालत जो था वो किसके लिए था वो क्रिमिनल कोर्ट के लिए था तो फौजदारी अदालत में हमने ये क्रिमिनल कोर्ट लगा लिया तो इस तरह से मैच दे फॉलोइंग का ये कंटेंट था जिसे हमने प्लॉट कर लिया क्लियर है अब नेक्स्ट देखते हैं नेक्स्ट क्या है हमारे पास सामने ब्रिटिश कॉन्टैक्ट ऑफ बंगाल बेगिन विथ दी बैटल ऑफ बैटल ऑफ पहली बैटल कौन सी थी जिसके बाद में ब्यूटीशियन के पास में एक तरह से ब्रिटिश ने कब्जा कर लिया तो पहली बैटल कौन सी थी हमारी बैटल ऑफ प्लासी ठीक है उसी के बाद से पुरी हिस्ट्री इंडियन हिस्ट्री चेंज हो गई है बताया था ना जब हमें पढ़ रहे द देखो हमने जब थ्योरी पार्ट पे चैप्टर बहुत अच्छी तरह से पढ़ा है ना तो सारी चीज फटाफट आते-जाना चाहिए तो यहां पे ब्रिटिश कॉन्टैक्ट बंगाल बगैर विद दी बैटल ऑफ प्लासी ठीक नेक्स्ट क्या है हैदर अली एंड टीपू सुल्तान वेयर दी रुलर्स ऑफ कहां के रूलर द यह जम्मू कश्मीर के जी नहीं कहां के मैसूर के ठीक मैसूर ध्यान आया ना अन बटोर ऑफ शृंगा मेरा पटनम से फिर क्या होता है चीजें खत्म हो जाती है टीपू सुल्तान हर जाते हैं तो ये हैदर अली इन टीपू सुल्तान वी दी रुलर्स ऑफ मैसर abdalhoji इंप्लीमेंटेड दी डॉक्ट्रिन ऑफ लैप्स तो डॉक्ट्रिन ऑफ लैप्स डलहौजी ने ले द डॉक्टर ने फिलिप्स क्या थी जरा रिकॉर्ड करो जल्दी से इस फिल अप के थ्रू हम क्या करेंगे उससे रिकॉल करेंगे की अगर कोई भी इंडियन रूलर ठीक है इफ अन्य इंडियन रूलर डाइस विदाउट दी मेल हायर या फीमेल सक्सेसर तो डॉक्टर ऑफ लैब्स के चलते क्या होता था इस टेरिटरी वुड बी इंटीग्रेट विद स्टेट्यूटरी वुड बी इंटीग्रेटेड विद ब्रिटिश प्रोविंसेस ये दो तीन ऑफ लैप्स हो गया हमारा अब अगला क्या है मराठा kingdomswar लोकेटेड मैनली इन दी दश पार्ट ऑफ डी इंडिया तो हमने क्या देखा की ये इंडिया है ठीक है तो इंडिया के सदन पार्ट में नहीं द वो नॉर्थ वेस्ट मतलब नॉर्दर्न पार्ट में द ठीक है ये पूरा एरिया जो होता तो मराठस के अंडर में था ना मध्य प्रदेश वगैरा में भी जैसे हमने सिंधिया देखा अलग-अलग प्रिंसली हाउसेस में डिवाइड हो गए द वो तो हम मराठा किंगडम वास लोकेटेड मैनली इन नादान पार्ट ऑफ डी इंडिया तो हमने यह नजन पार्ट ऑफ डी इंडिया लगा लिया ठीक है अब नेक्स्ट नेक्स्ट क्या है हमारे पास में इन लाइन तो अब नेक्स्ट है ट्रू और फॉल्स तो ट्रू और फॉल्स को समझते हैं चलिए क्या है डी मुगल एम्पायर बिकम स्त्रोंगर इन दी 18थ सेंचुरी तो ट्रू है या फॉल्स की ज़रा सोचो देखो 18 सेंचुरी हमारे यहां ब्रिटिशर्स ए गए द तो अब जब ब्रिटिश गवर्नमेंट यहां आने लगी तो मुगल एम्पायर हमने क्या देखा था देखा था की मुगल एम्पायर धीरे-धीरे वीक हो रहा था तो यह स्टेटमेंट क्या है यह स्टेटमेंट फॉल्स है ठीक अब क्या है इंग्लिश ईस्ट इंडिया कंपनी वास डी ओनली यूरोपियन कंपनी डी ट्रेडेड विद इंडिया तो इंग्लिश ईस्ट इंडिया कंपनी जो थी यह सिर्फ एक मात्रा ऐसी कंपनी थी जिसने इंडिया के साथ ट्रेड किया ट्रू है क्या नहीं क्यों क्योंकि दूसरी दूसरी कंपनी भी तो थी हमारे यहां फ्रेंड्स ईस्ट इंडिया कंपनी ट्रेड करने आती थी डच ईस्ट इंडिया कंपनी ट्रेड करने आती थी ब्रिटेन से सिर्फ अकेले इंग्लिश इंडिया कंपनी आई थी क्योंकि इनको मोनोपोली राइट्स कहां से मिले द क्वीन से मिले द एलिजाबेथ से तो वो ब्रिटेन से अकेली थी लेकिन हमारे यहां जब आती थी तो हमारे यहां जब आती थी तो क्या थी और भी दूसरी कंपनी के साथ कंप्लीट करना पड़ता था तो ये स्टेटमेंट फॉल्स है नेक्स्ट क्या है महाराजा रंजीत सिंह वाज दी रूलर ऑफ पंजाब ट्रू ओर फॉल्स तो ट्रू है ये हमने देखा था ना आदर रुलर्स किंगडम में तो महाराजा रंजीत सिंह कहां रूल करते द पंजाब में और उनकी डेथ के बाद में ही ब्रिटिशर्स की हिम्मत हुई की क्या हम कब्जा करें पंजाब के ऊपर लास्ट क्वेश्चन डी ब्रिटिश डिड नॉट इंट्रोड्यूस एडमिनिस्ट्रेटिव चेंज इन दी टेरिटरीज दे कंकड़ ट्रू या फॉल्स तो ब्रिटिश ने क्या कोई चेंज नहीं लाया जहां पे उन्होंने कब्जा किया था तो ये तो गलत है क्यों हमने देखा ब्रिटिश ने कितने चेंज ले तो सबसे पहले जस्टिस वाला सिस्टम जो था तो पूरे कोर्स वगैरा नहीं लिया है अच्छा ये जस्टिस या फिर ज्यूडिशरी की बात की जाए तो ज्यूडिशरी में रिफॉर्म किसने ले द कौन द उसे समय पे गवर्नर जनरल तो ये अब आप कमेंट सेक्शन में बताओगे आपको एक होमवर्क दे दिया है मैंने यहां पर ठीक है कमेंट सेक्शन में मुझे बताना हमने क्योंकि डिस्कस किया है के वास डी गवर्नर हु इंट्रोड्यूस डी कॉन्सेप्ट ऑफ दीवानी एंड फौजदारी अदालत डिफरेंट डिफरेंट कोट्स फॉर इस्टैबलिश्ड किसके टाइम पीरियड पे हुआ था ठीक है तो आपको कमेंट सेक्शन में क्या करना है आंसर करना है नेक्स्ट अब नेक्स्ट क्वेश्चन आंसर स्टार्ट होते हैं यहां से तो व्हाट अट्रैक्टेड यूरोपियन ट्रेडिंग कंपनी तू इंडिया यूरोपीय ट्रेडिंग कंपनी इंडिया में किस चीज के कारण आई किस चीज से अट्रैक्ट होके आती है तो देयर वास अन ग्रेट डिमांड ऑफ इंडियन फाइन क्वालिटीज सिल्क एंड कॉटन इन यूरोपियन कंट्रीज ठीक है तो वहां पे क्या थी बहुत अच्छी ज्यादा डिमांड थी किसकी इंडियन फाइन क्वालिटी ऑफ सिल्क एंड कॉटन अब जब उसकी डिमांड बढ़ते चले गई कहां पे ब्रिटेन में तो उसके चलते ब्रिटिशर्स को एक तरह से अट्रैक्शन होने लगा है यूरोपियन मार्क इंडियन मार्केट की तरफ के यहां से हम सिल्क यहां से जो स्पाइसेज हैं उन्हें खरीदेंगे और बेचेंगे तो इस कारण वो आए द इंडिया में ठीक है इंडियन स्पाइसेज लाइक पेपर क्लव्स कार्डोमोम एंड चीन इन ग्रेट डिमांड ठीक है तो ये इंडियन स्पाइसेज की भी बहुत डिमांड थी दिस थिंग्स वेयर इजीली अवेलेबल इंडिया आते लो प्राइस इसे यूरोपियन ट्रेड फूड सेल इट हायर प्राइस इन यूरोप और इसी के चलते वो क्या करना चालू करते हैं इसी के चलते वो वहां से निकल निकल के यहां आना चालू करते हैं यहां से गुड्स खरीदते हैं और वहां ट्रेड करते द 10 यूरोपियन ट्रेडर्स स्कीम तू इंडिया तू गेंद प्रॉफिट वो यहां पे रूल करने नहीं आए द वो तो उन्होंने देखा की यहां पे रुलर्स आपस में लड़ रहे हैं हमें कुछ नहीं करना है हमें उसका फायदा उठाना और रूल करना है तो उसके चलते क्या है उसके चलते वो लोग यहां पे आए हैं ठीक है और उन्होंने प्रॉफिट कमाने के लिए आए बिजनेस करो लेकिन देखा की हान कब्जा कर सकते हैं तो कब्जा कर लिया ठीक है तो ये कारण था अब नेक्स्ट क्वेश्चन क्या है हमारा नेक्स्ट क्वेश्चन जो है इन लाइन वो है व्हाट वर दी एरियाज ऑफ कनफ्लिक्ट बिटवीन दी बंगाल navabjain ईस्ट इंडिया कंपनी देखो अब मैं आपको बताता हूं सिराजुद्दौला लीवर दिखा सॉरी सिराजुद्दौला ठीक है और बंगाल नवाब जो द तो मुर्शिद को लिखा नहीं इन सारे लोगों के बीच में क्या रहता था ये जितने भी रुलर्स आते चले गए इन सारे रुलर्स और किसके बीच में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के बीच में कंटीन्यूअस कनफ्लिक्ट बना रहता था तो ये जो कंटीन्यूअस कनफ्लिक्ट बना रहता था इसके पीछे कारण क्या होता था तो से एक कारण नहीं था बहुत सारे कारण द कुछ शिकायत है बंगाल ऑफ नवाब ठीक है बंगाल नवाब भी करते द और कुछ शिकायत ईस्ट इंडिया कंपनी भी कर दी थी और दोनों की शिकायत हो के चलते दोनों के आपस में बनती नहीं थी तो क्या है आंसर दी कनफ्लिक्ट बिटवीन दी बंगाल नवाब एंड दी ईस्ट इंडिया कंपनी intensifide इन दी अर्ली 18 सेंचुरी अर्ली 18 सेंचुरी में उनकी जो कनफ्लिक्ट है वो और बढ़ते चले गए अर्ली 18 सेंचुरी मतलब क्या है 1700 वाला टाइम पीरियड ठीक है अर्ली 18th सेंचुरी डी नवाब ऑफ बंगाल मुर्शिद को लिखा अली वर्दी खान ठीक है सिराजुद्दौला तो ये सारे लोग जो द तो इन सारे लोगों के बीच में क्या होने लगा इन सारे लोगों ने ये स्ट्रांग रुलर्स द ठीक है मुगल एम्पायर अलग हो गए द मुर्शिद कोली खान के बाद में सेवंथ क्लास में पढ़ा था आपने खान के बाद में मुगल एम्पायर से अलग हो गई बंगाल ने अपनी ऑटोनोमस सेट कर ली अलीगढ़ sirajuddo जब ये लोग पावर में आते चले गए तो इन लोगों के बाद पावर में आने के बाद में क्या होता है की जो ब्रिटिश अंपायर है वो और स्ट्रांग होते चले जाती है ठीक है नहीं ब्रिटिश एम्पायर स्ट्रांग नहीं होती बंगाल एम्पायर जो रहती है ठीक है तो आपका जो टेरिटरी रहता वो और स्ट्रांग होते चले जाता है अब जिसके चलते क्या होता है तो दे रिफ्यूज तू ग्राउंड दी कंपनी कंसेशन ठीक है ना कंपनी को कंसेशन देने से माना बोल दिया की हमने दे रहे कंसेशन आपको जो करते हैं मैंने कर लो इस तरह से ठीक एंड डिमांड लास्ट रिव्यूज ठीक है एंड डिमांड लास्ट ट्रिब्यूट्स ट्रिब्यूट्स तू दी कंपनी राइट तू ट्रेड और उन्होंने क्या बोला की अगर कंपनी को ट्रेड करना है तो टैक्स देना पड़ेगा सीधी सी बात है जो पहले उन्हें फरमान वगैरा इशू कर दिए द किसने औरंगज़ेब ने तो उसके चलते उनको थोड़ा सा रिलीफ था कंपनी को लेकिन आप कंपनी को टैक्स देना पद रहा था दे दे नाइट दी कंपनी अन्य राइट्स तू मिंट कोइंस एंड स्टॉप दी कंपनी फ्रॉम एक्सटेंडिंग देयर इट्स फोर्टिफिकेशन उन्होंने कंपनी को माना दिया की तुम सिक्के वगैरा नहीं बना सकते हो आप कोइंस करेंसी नहीं बना सकते हो और अपना ये जो फोर्टिफिकेशन तो मैं एक्सटेंड करते जा रहे हो ना किला बनाते जा रहे हो अच्छा क्या बोलते द वो जो फोर्ट बनाते द उसे फैक्ट्री कहते द ना तो वो फैक्ट्री का जो कंस्ट्रक्शन आप कर रहे हो आप जो फोर्स बना रहे हो उन्हें बंद करना होगा आपको ठीक है कोई एक्यूजिंग दी कंपनी ऑफ डी सेट ठीक है मतलब क्या करते हैं ये हमारी निंदा करते हैं निंदा करना यार है हमारी बुराई करते हैं सारी चीज करते हैं कौन कंपनी ऑफिशल तो एक्यूजिंग दी कंपनी ऑफ देस इट दे क्लेम डेट डी कंपनी वॉच डिप्राइविंग दी बंगाल गवर्नमेंट ऑफ ह्यूज अमाउंट ऑफ रेवेन्यू एंड अंडरमिनिंग डी अथॉरिटी ऑफ नवाब तो नवाब ने सीधा बोल दिया बंगाल नवाब ने क्या की कंपनी जो है तो वो बहुत सारा नुकसान करवा रही है बंगाल में जो बंगाल रुलर्स वो रेवेन्यू नहीं कलेक्ट कर का रहे हैं हमें घटा हो रहा है और वो हमारी क्या करते हैं हमारी डिजरिस्पेक्ट भी करते हैं देयर अंडर मीनिंग दिया अथॉरिटी ऑफ नवाब तो ये सारे कारण नवाब ने दिए नवाब ने बोल दिया की इसी कारण से हमें कंपनी पसंद नहीं है कंपनी का क्या कहना था की कंपनी ऑन इट्स पार्ट सेड डेट अंगेस्ट डिमांड्स ऑफ डी लोकल ऑफिशल्स आर रूलिंग देयर ट्रेड तू एक्सपेंड देर हेड तू रिबिल्ड देयर फोर्सेस कंपनी ने भी बोल दिया की जो लोकल रुलर्स हैं जैसे नवाब से यहां के ये लोग क्या है कुछ भी डिमांड कर रहे हैं ज्यादा टैक्स मांग रहे हो उसी के चलते हैं हमारा ट्रेड प्रॉफिटेबल नहीं हो रहा है अब ट्रेड करना है तो हमें क्या दिखाना होगा पावर दिखाना होगा तो इस तरह से ये भी मानने को तैयार नहीं है ये भी मानने को तैयार नहीं है दोनों के बीच में कनफ्लिक्ट इंटेंसिफाई होता और बढ़ता चले गया कनफ्लिक्ट आया समझ में अब जब कनफ्लिक्ट बढ़ता चलेगा तो उसके चलते आगे क्या होती है लड़ाइयां होती है बैटल ऑफ प्लासी होती सारी चीज बिगड़ जाती है वो आपको पता ही है तो इस क्वेश्चन का आंसर हमें रेडीमेड यहां मिल गया है ठीक है अब नेक्स्ट हो डिड दी ajmpetion ऑफ दीवानी बेनिफिटेड दी ईस्ट इंडिया कंपनी दीवानी राइट्स को जब एडम किया गया दीवानी राइट्स को किसने किया दीवानी राइट्स को एडम किया कंपनी ने तो कंपनी ने जब दिवाली लाइट्स क्या होता है राइट तू कलेक्ट टैक्स जब टैक्स कलेक्ट करना कंपनी ने स्टार्ट कर दिया तो कंपनी को कैसे फायदा होगा ये क्वेश्चन है सीधा था तो हो डिड दी ajmpetion ऑफ दीवानी बेनिफिटेड दी ईस्ट इंडिया कंपनी अब देखते हैं कैसे बेनिफिट हुए ठीक तो इन 1765 दी मुगल एंपरर अपॉइंटेड दी ईस्ट इंडिया कंपनी अस दी दीवाना ऑफ बंगाल 1765 में क्या होता है की जो मुगल empirrth है अब ये कौन द मुगल एंपरर इस टाइम पे कमेंट सेक्शन में आप बताओगे 1765 में तो 1765 में मुगल एंपरर जो द तो मुगल एंपरर अपॉइंटेड डी ईस्ट इंडिया कंपनी एस दी दीवान ऑफ बंगाल बंगाल का बना दिया गया किसे चलो एक घंटे देता हूं यह बैटल ऑफ उसमें बक्सर में हरे द ये इस समय के मुगल एंपरर कौन से मुगल एंपियर आपको कमेंट सेक्शन में जरूर बताना क्योंकि हमने आपके साथ डिस्कस किया है तो जब उसे मुगल एंपरर ने क्या किया कंपनी को राइट तू कलेक्ट टैक्स दे दिया मतलब दीवानी ऑफर कर दी कहां की बंगाल की तो दीवानी अलाउड दी कंपनी तू उसे दी वस्त रेवेन्यू रिसोर्सेस ऑफ बंगाल ठीक है तो जितने भी रेवेन्यू रिसोर्सेस क्योंकि बंगाल एक प्रॉस्परस प्रॉब्लम्स था बहुत ज्यादा पैसा वहां से जेनरेट होता था तो वो पैसा आप जो रेवेन्यू के फॉर्म में जेनरेट हो रहा था उसका फायदा कौन उठा द ब्रिटिश उठा रहे द ठीक आ दिस सॉल्व डी मेजर प्रॉब्लम ऑफ कंपनी पहले क्या होता है देखो कंपनी को एक प्रॉब्लम फेस करना पड़ती थी अपने गांव अपने गांव से मतलब ब्रिटेन से ठीक है ब्रिटेन से क्या करना पड़ता था उनको गोल्ड और सिल्वर लेके आना पड़ता था और तब यहां से वो गुड्स ले जा पाते द क्यों क्योंकि उनके पास कुछ और देने के लिए था ही नहीं हमारे पास सब कुछ था इंडिया वास डी प्रॉस्पर्स कंटेन डेट टाइम ठीक तो आपको क्या कहते हैं अपने यहां से गुड्स लेके आते द गुड्स के फॉर्म में गोल्ड और सिल्वर के फॉर्म में लेके आते द वो पैसा लेकर आते द और हमारे यहां से क्या ले जाते द मिर्ची सेल ले जाते द तो हम प्रॉफिटेबल ट्रेड जी रहे द लेकिन जब इन दीवानी राइट एडम कर लिया तब क्या सिचुएशन बदलती है फ्रॉम दी अर्ली 18 सेंचुरी स्ट्रेट विथ इंडिया हज एक्सपेंडेड बट इट हज तू बाय मोस्ट ऑफ डी गुड्स इन इंडिया विद गोल्ड एंड सिल्वर इंपोर्टेड फ्रॉम ब्रिटेन वही वाली बात ब्रिटेन से लाना पड़ता था भाई साहब दिस वाज बिकॉज आते दिस टाइम ब्रिटेन हेड नो गुड्स तू सेल इन इंडिया क्योंकि ब्रिटेन अब ब्रिटिशर्स के पास कुछ और गुड्स होते नहीं द तो उन्हें क्या करना पड़ेगा पैसे की देना पड़ेंगे सोने चांदी के फॉर्म में ठीक है लेकिन जब दीवानी राइट्स मिल जाते हैं तो दी आउट फ्लो ऑफ गोल्ड फ्रॉम ब्रिटेन स्लोएड आफ्टर दी बैटल ऑफ प्लासी एंड एंटायरली स्टॉप्ड आफ्टर दी asampation ऑफ दिवाली लेकिन अब वो वहां से पैसा लेकर नहीं आते द क्यों क्योंकि वो इंडिया के पैसे से क्या करते द ट्रेड कर लिया करते द दीवानी राइट एडम कर ली ना जैसे यहां पे लिखा है क्या की एंड इंटरनल स्टॉप डॉक्टर दी ajmpetion ऑफ दीवानी दीवानी राइट्स मिलेगा उसके बाद उन्होंने वहां से पैसा लाना बंद कर दिया नौ रेवेन्यू कूद बी उसे तू परचेज कॉटन एंड सिल्क टेक्सटाइल इन इंडिया अब जो रेवेन्यू था जो यहां से जेनरेट कर रहे द वो दीवाने राइट के तो उसी पैसे तो यहां से कॉटन सिल्क खरीदते द ठीक है इसी पैसे से क्या करते द कंपनी में की ट्रूप्स मेंटेन करते द उसी पैसे से ट्रूप्स को मेंटेन करके हमारे रुलर्स को हारते द और इंडिया पे रूल मजबूत करते चले गए एंड डी कॉस्ट ऑफ बिल्डिंग दी कंपनी फोर्थ एंड ऑफिसेज आते कोलकाता तो इस तरह से क्या है की दीवानी राइट मिलने के बाद में बहुत कुछ बदल गया था आया ना समझ में एक रेडीमेड aansor यहां पे आपको मिल गया नेक्स्ट क्या है एक्सप्लेन दिस सिस्टम ऑफ सब्सिडियरी अलायंस सब्सिडियरी अलायंस के सिस्टम को आपको एक्सप्लेन करना है सिंपल डेट अभी बताया था सब्सिडियरी अलायंस क्या होता है अस पर दिस एलियंस हमने इसे वीडियो लेक्चर में भी डिस्कस किया है तो उसको एक बार आंसर के फॉर्मेट में और देख लेते हैं इंडियन रुलर्स वर नॉट अलाउड तू हैव देयर इंडिपेंडेंट आम फोर्सेस इंडियन रोलर्स की अपनी खुद की इंडिपेंडेंट आर्म्ड फोर्सेस नहीं होती है देयर तू बी प्रोटेक्टेड बाय डी कंपनी उनका प्रोटेक्शन करेगी क्यों क्योंकि कंपनी अपनी सब्सिडियरी अलायंस के चलते क्या है की कंपनी अपनी सोल्जर्स को प्लेस कर देगी इंडियन रूलर के किंगडम में ठीक है दे हेड तू पे फॉर दी सब्सिडियरी फोर्सेस डेट डेट दी बहुत सपोर्ट तू मेंटेन फॉर डी पर्पस ऑफ प्रोटेक्शन उन्हें क्या करना पड़ेगा उन्होंने पे करना पड़ेगा किसके लिए जो सब्सिडी फोर्सेस कंपनी ने प्लेस कारी है कहां पर जो सब्सिडियरी फोर्सेस कंपनी ने प्लेस कारी है जो सब्सिडियरी फोर्सेस कंपनी ने प्लेस कारी है इंडियन किंगडम इंडियन किंग्स के किंगडम में ठीक है अब क्या होता है अगर कोई किंग इस सब्सिडियरी अलायंस के चलते आपने एग्रीमेंट तो कर लिया की आप आपकी सब्सिडी फोर्सेस आपकी आर्मी को हमारे यहां रख दो और हम पैसे देंगे लेकिन अगर कोई पैसे देने से चूक जाता था तो इफ डी इंडियन रुलर्स फैल तू मेक दी पेमेंट ठीक है दें पार्ट ऑफ डी टेरिटरी ऑफ टेकन आवे आज पेनल्टी पेनल्टी के फॉर्म में उनकी टेरिटरी को छुड़ा लिया जाता था सैम टेरिटरीज ऑफ अवर दें हैदराबाद वास टेकन आवे आज डी फील्ड तू पे दी सब्सिडियरी फोर्सेस और इसी इसी लाइन पे चलते हुए अवध और कहां की अवध और हैदराबाद की टेरिटरी को छुड़ा लिया गया था क्यों क्योंकि वो पे नहीं कर पाए द नेक्स्ट क्वेश्चन नेक्स्ट क्वेश्चन क्या है इन व्हाट वे वास डी एडमिनिस्ट्रेशन ऑफ कंपनी डिफरेंट फ्रॉम डेट ऑफ इंडियन रुलर्स अब देखो इंडियन रुलर्स पहले रूल करते द जैसे मुगल था तो मुगल एम्पायर के टाइम पर जो रुलर्स द तो वो इंडियन आईसीडी हो गए क्यों क्योंकि वो इंडिया में रहे इंडिया के कल्चर उन्होंने इंडिया के हिसाब से एडमिनिस्ट्रेशन सिस्टम बना लिया लेकिन जब ब्रिटिश आए तो कैसे ब्रिटिश का एडमिनिस्ट्रेटिव सिस्टम और किसका एडमिनिस्ट्रेटिव सिस्टम और जो हमारी इंडियन रोलर था उनका एडमिनिस्ट्रेटर सिस्टम दोनों अलग-अलग कैसे द डिफरेंट कैसे द तो वो हमें डिस्कस करना है देखो दे एडमिनिस्ट्रेशन ऑफ दी कंपनी वाज डिफरेंट फ्रॉम डेट ऑफ इंडियन रुलर्स इन डी फॉलोइंग वेज ये सारे तरीके हैं क्या इंडियन रुलर्स डिवाइडेड इट्स एडमिनिस्ट्रेटर यू रेट्स आगे डिस्ट्रिक्ट ऑर्गेनाइज एंड तहसील दी कंपनी डिवाइडेड इट्स एडमिनिस्ट्रेटिव यूनिट्स एस प्रेसिडेंसी हमने देखा की इंडियन रुलर्स का क्या सिस्टम रहता था एक डिस्ट्रिक्ट होता था उसमें अलग-अलग परगनास होती थी परगनास के बाद में तहसील होते द तो इस तरह से हमने डिवाइड करके रखा था जो मुगल टाइम पीरियड में चल रहा था लेकिन ब्रिटिश जब आए तो उन्होंने क्या कर दिया उन्होंने बोल दिया की जितनी भी ब्रिटिश टेरिटरी उनको अलग अलग प्रेसीडेंसी में बांट दो तीन मेजर प्रेसिडेंट कर दी उन्होंने बंगाल बॉम्बे और मद्रास तीन प्रेसीडेंसी बना कम खत्म तो इस तरह से उन्होंने क्या कर दिया प्रेसीडेंसी में डिवाइड कर दिया प्रेसीडेंसी बंगाल मद्रास ऑफ बॉम्बे फिर क्या होता है एच presidensive वाज रूल बाय गवर्नर डिस्ट्रिक्ट वर रोल बाय दी कलेक्टर तो वहां पे क्या होता है की हर प्रेसिडेंट हो जाएगा गवर्नर और वो गवर्नर जो रहता है तो गवर्नर पुरी प्रेसीडेंसी को संभालता है एक बंगाल प्रेसिडेंट का एक मद्रास प्रेसीडेंसी का एक बॉम्बे प्रेसीडेंसी का तीन गवर्नर हो गए और उसके बाद में गवर्नर के अंडर में कौन होता था गवर्नर के अंदर में डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर होता था जो डिस्ट्रिक्ट को हेड करता था ठीक है दी सुप्रीम हेड ऑफ डी एडमिनिस्ट्रेशन ऑफ कंपनी वॉच डी गवर्नर जनरल ठीक है तो जो गवर्नर जनरल ऑफ इंडिया बाद में जैसे वायसरॉय ऑफ इंडिया कहा गया तो वो सुप्रीम हेड होते द मतलब पुरी तीनों प्रेसीडेंसी का पुरी की पुरी टेरिटरी जितनी भी होती थी इंडिया की उनका हेड कौन हो जाता था गवर्नर जनरल ऑफ गवर्नर जनरल ऑफ इंडिया दे हेड ऑफ डी एडमिनिस्ट्रेशन वास किंग ठीक ये सिस्टम चला रहा था वहां पे अब क्या होता था अगली चीज दी मैन रोल ऑफ दी कलेक्टर इन इंडियन डिस्ट्रिक्ट वाज तू कलेक्ट रेवेन्यू एंड टैक्स अब जैसे देखा क्या की इंडियन जैसे ब्रिटिश टेरिटरी है तो उन्होंने उसको तीन प्रेसीडेंसी में बांट दिया अन प्रेसिडेंट सी में जो डिस्ट्रिक्ट होते द तो डिस्ट्रिक्ट पे कौन होता था कलेक्टर होता था अब ये जो डिस्ट्रिक्ट होता था डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर जो होता था डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर का कम क्या होता था तो मैन रो ऑफ दी कलेक्टर इन इंडियन डिस्ट्रिक्ट वाज तू कलेक्ट रेवेन्यू एंड टैक्स रेवेन्यू टैक्स कलेक्ट करने का कम होता था एंड मेंटेन लायन ऑर्डर इन हिज डिस्ट्रिक्ट विद डी हेल्प ऑफ जजेस ठीक है लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन करना रहता था किसकी मदद से विद डी हेल्प ऑफ जजेस और पुलिस ऑफिसर्स एंड दी एंड darogaaj तो पुलिस ऑफिसर दरोगा इन सारे लोगों को भी क्या करके रखना पड़ता था पुलिस ऑफिसर और दरोगा इन सारी चीजों को भी इन सारे लोगों की मदद से लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन करने की कोशिश करता था कलेक्टर और काफी हद तक सक्सेसफुल रहता था तो हमने ये देख लिया की किस तरह से हमारा एडमिनिस्ट्रेशन बहुत सिंपल लूसीड होता था की क्या होता था अलग-अलग प्रोविंसेस पे अलग-अलग सामंत को बैठा दिया जाता था ठीक है अलग-अलग पॉइंट्स में क्या हो जाता है अलग-अलग सूबेदार वगैरा होते द और वो रूल करते द लेकिन ब्रिटिशर्स में क्या कर दिया सब कुछ सेंट्रलाइज कर दिया की पूरा हेड किसको बना दिया था एक तरह से गवर्नर जनरल ऑफ इंडिया को लेकिन हमारे यहां पहले कैसे और कौन होता था किंग होता था हेड ऑफ डी किंग हेड ऑफ डी एडमिनिस्ट्रेशन वास किंग एलियर ठीक है ये हो गया अब लास्ट क्वेश्चन जो इस चैप्टर का उसे देखते हैं हम ये क्या है डिस्क्राइब डी चेंज डेट अक्कड़ इन डी कंपोजिशन ऑफ कंपनी आर्मी कंपनी की जो आर्मी थी तो हमें देखा की ओवर दी पीरियड ऑफ टाइम जो आर्मी बनाई जाती थी उसमें चेंज ए गए तो कंपनी के आर्मी में क्या चेंज आए वही हमें क्या करना है इस क्वेश्चन के आंसर में देना है की कंपनी ने कैसे बदलाव लाई जो लास्ट टॉपिक था हमारा ठीक है तो अब देखो क्या है चेंज डेट अक्कड़ इन कंपोजिशन ऑफ डी कंपनी आर्मी आर एस फॉलोज क्या-क्या चेंज हुए हैं तो बिफोर कॉलोनाइजेशन दिन मुगल आर्मी वाज मैनली कंपोज ऑफ केवलारी ठीक एग्जांपल के बारे में क्या है ट्रेन सोल्जर्स ऑन डी हॉर्स बैक और सावर्स एंड दी इन्फेंट्री और पैदल सोल्जर्स तो पहले क्या होता था पहले अधिकतर फोकस किया जाता था जो घोड़ा पर बैठकर द ना तो पहले उसे पर फोकस किया जाता था मुगल आर्मी में इन्फेंट्री भी होती थी पैदल सोल्जर्स जो होते द तो ghudswaron पे ज्यादा जोर दिया जाता था पैदल सोल्जर्स भी होता था लेकिन में पावर क्या होती थी आर्मी की वो घुड़सवार होते द जो घोड़े पे बैठ के लड़ाई लड़ते द ठीक है क्योंकि पहले गाने ही होती थी पहले घोड़े पे बैठ के तलवार से लड़ते हुए जाते द तो पहले उसे चीज पे फोकस किया जाता था फिर लेकिन क्या हो गया इन दी अर्ली 19th सेंचुरी दी ब्रिटिश ब्रिगेड तू डिवेलप अन यूनिफॉर्म मिलिट्री कल्चर लेकिन जब ब्रिटिश आए तो दे स्टार्टेड डेवलपिंग अन यूनिफॉर्म इलेक्ट्रिकल चल उन्होंने एक जैसे मिलिट्री कल्चर को डिवेलप करने का कम चालू कर दिया जिसमें वो क्या करते द जो एक जैसा मिलिट्री कल्चर वो डिवेलप कर रहे द तो उसमें उन्होंने ज्यादा फोकस किया पैदल सोल्जर्स पे जो इन्फेंट्री थी ठीक है दी सोल्जर वर गिवन यूरोपियन स्टाइल ट्रेनिंग सोल्जर्स को यूरोपियन स्टाइल ट्रेनिंग देने लगे वो ड्रिल एंड डिसिप्लिन वर इंट्रोड्यूस्ड विच रेगुलेटेड डियर लाइफ मोर दें विर ठीक है तो ड्रिल इंट्रोड्यूस करेगी डिसिप्लिन लाया गया है की मतलब सब कुछ सिस्टमैटिक होना चाहिए जो पहले नहीं हुआ करता था ठीक है उसके बाद में आफ्टर दी बैटल्स विद दी मराठा एंड द मैसूर रुलर्स दी कंपनी रिलाइज डी इंपॉर्टेंस ऑफ strenging इट्स केवलारी फोर्सेस तो अब क्या होता है की मेटल के बाद में क्या होता है आफ्टर दी बैटल्स विद मराठा एंड मैसूर डी कंपनी रिलाइज इंपॉर्टेंस ऑफ स्टैंगिंग केविन लीव फोर्सेस तो उन्होंने कवाली फोर्सेस को भी थोड़ा सा स्ट्रांग कर उन्होंने सोचा की एक बैलेंस भी होना चाहिए ठीक है जैसे हमने डिस्कस किया था थ्योरी पार्ट पे तो इसी के साथ हमारा चैप्टर जो है वो एनसीईआरटी के क्वेश्चंस के साथ में कंप्लीट होता है अब हम क्या करने वाले हैं तो अब हम नेक्स्ट चैप्टर को स्टार्ट करेंगे हमारा जो चैप्टर था कौन सा फ्रॉम ट्रेड तू टेरिटरीज चैप्टर के सारे क्वेश्चन आंसर्स भी थ्योरी पार्ट पर भी सारी चीजें कंप्लीट कर लिए आपको किसी प्रकार का कोई डाउट है तो आप कमेंट सेक्शन में पूछ सकते हैं फुल फ्री तू कमेंट इन डी कमेंट बॉक्स उसी के साथ-साथ में ऑफिशल वेबसाइट जो है हमारी मैग्नेटिक 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