बिजनेस स्टडीज: अध्याय 1
परिचय
- बिजनेस स्टडीज एक प्रैक्टिकल विषय है।
- अध्याय 1: व्यापार व्यापार और वाणिज्य
- बिजनेस का मूल शब्द "busy" से आया है।
- बिजनेस का मतलब नियमित रूप से गतिविधियों में शामिल होना है।
मानव गतिविधियाँ
- आर्थिक गतिविधियाँ: जिनका उद्देश्य लाभ कमाना है।
- उदाहरण: फैक्ट्री में काम करने वाला मजदूर, क्लिनिक चलाता डॉक्टर।
- गैर-आर्थिक गतिविधियाँ: जिनका उद्देश्य मनोवैज्ञानिक संतोष है।
- उदाहरण: परिवार के लिए खाना बनाना।
व्यापार फ़र्म
- बिजनेस फ़र्म: जो संगठन व्यापार करता है।
- बिजनेस और मालिक अलग-अलग इकाई हैं।
व्यापार गतिविधियों के प्रकार
1. उद्योग (Industry)
- प्राइमरी उद्योग:
- एक्सट्रेक्टिव: प्राकृतिक संसाधनों का उत्खनन।
- जेनेटिक: पशुपालन, बागवानी।
- सेकेंडरी उद्योग:
- कंस्ट्रक्शन: निर्माण कार्य।
- मैन्युफैक्चरिंग: उत्पादन प्रक्रिया।
- प्रोसेसिंग: मल्टीप्रोसेस उत्पाद, जैसे चीनी।
- एनालिटिकल: तत्वों का विश्लेषण, जैसे तेल रिफाइनरी।
- एसेंबलिंग: भागों को जोड़कर नया उत्पाद बनाना।
- सिंथेटिकल: रसायनों से नया उत्पाद बनाना।
- टेर्शरी उद्योग:
- सेवा क्षेत्र: बैंकिंग, बीमा, परिवहन।
2. वाणिज्य (Commerce)
- ट्रेड: वस्तुओं और सेवाओं की खरीद-बिक्री।
- इंटरनल ट्रेड: देश के अंदर।
- होलसेल: थोक में बिक्री।
- रिटेल: खुदरा बिक्री।
- एक्सटर्नल ट्रेड: अंतरराष्ट्रीय व्यापार।
- इंपोर्ट: बाहर से खरीदना।
- एक्सपोर्ट: बाहर बेचना।
- एंट्रीपोर्ट: आयात कर निर्यात करना।
- ऑक्सिलिअरीज टू ट्रेड:
- बैंकिंग, बीमा, परिवहन, वेयरहाउसिंग, विज्ञापन।
महत्वपूर्ण बिंदु
- व्यापार का उद्देश्य मुख्य रूप से लाभ कमाना है।
- समझकर पढ़ाई करना ज़रूरी, रटना नहीं।
- अगले सत्र में चार्ट की मदद से डीटेल में चर्चा करेंगे।
नोट्स बनाना और तैयारी
- एनसीईआरटी या स्कूल में फॉलो की जा रही बुक्स से रिवीजन करें।
- समझ कर नोट्स बनाएं और सीखें।
- अपने स्कूल में उपयोग की जा रही बुक्स के बारे में बताएं।
ये नोट्स बिजनेस स्टडीज के पहले अध्याय का सारांश हैं, जो व्यापार की मूलभूत अवधारणाओं और उनकी गतिविधियों को दर्शाते हैं।