एटम संरचना और क्वांटम नंबर

Sep 22, 2024

एटम की संरचना पर लेक्चर 2 के नोट्स

1. परिचय

  • आज हम Structure of Atom के Lecture 2 में हैं।
  • Lecture 1 में Rutherford और J. Thompson के मॉडल पर चर्चा की गई थी।
  • Lecture 2 में हम Quantum Numbers पर ध्यान केंद्रित करेंगे।

2. Quantum Numbers क्या होते हैं?

  • Quantum Numbers चार संख्याओं का सेट है जो नाभिक के चारों ओर इलेक्ट्रॉनों की स्थिति बताता है।
  • इसका उपयोग इलेक्ट्रॉनों के "पते" को समझने के लिए किया जाता है।

3. Quantum Numbers के प्रकार

  1. Principal Quantum Number (n)

    • यह नाभिक के चारों ओर शेल्स को दर्शाता है।
    • n = 1, 2, 3... के लिए K, L, M शेल्स का प्रतिनिधित्व करता है।
    • इलेक्ट्रॉनों की संख्या निकालने के लिए फॉर्मूला: 2n²
      • K शेल (n=1): 2 इलेक्ट्रॉन्स
      • L शेल (n=2): 8 इलेक्ट्रॉन्स
      • M शेल (n=3): 18 इलेक्ट्रॉन्स
      • N शेल (n=4): 32 इलेक्ट्रॉन्स
  2. Azimuthal Quantum Number (l)

    • यह शेल में सब-शेल्स की संख्या को दर्शाता है।
    • एक शेल में l = 0 से लेकर n-1 तक सब-शेल्स होते हैं।
      • K शेल: 1 सब-शेल (S)
      • L शेल: 2 सब-शेल्स (S, P)
      • M शेल: 3 सब-शेल्स (S, P, D)
      • N शेल: 4 सब-शेल्स (S, P, D, F)
  3. Magnetic Quantum Number (m)

    • यह सब-शेल्स के भीतर ऑर्बिटल्स की संख्या को दर्शाता है।
    • S सब-शेल में 1 ऑर्बिटल, P में 3, D में 5, और F में 7 ऑर्बिटल्स होते हैं।
  4. Spin Quantum Number (s)

    • हर ऑर्बिटल में 2 इलेक्ट्रॉन्स होते हैं जो विपरीत दिशाओं में घूमते हैं।
    • एक इलेक्ट्रॉन Clockwise और दूसरे Anti-Clockwise घूमता है।

4. शेल, सब-शेल और ऑर्बिटल्स का संबंध

  • हर शेल में इलेक्ट्रॉनों की संख्या को सब-शेल्स में विभाजित किया जा सकता है।
  • उदाहरण:
    • K शेल में 2 इलेक्ट्रॉन्स होते हैं।
    • L शेल में 2 (S) + 6 (P) = 8 इलेक्ट्रॉन्स।
    • M शेल में 2 (S) + 6 (P) + 10 (D) = 18 इलेक्ट्रॉन्स।
    • N शेल में 2 (S) + 6 (P) + 10 (D) + 14 (F) = 32 इलेक्ट्रॉन्स।

5. निष्कर्ष

  • Quantum Numbers का अध्ययन करते समय प्रारंभ में भ्रम हो सकता है, लेकिन धीरे-धीरे सब स्पष्ट हो जाएगा।
  • अगली कक्षा में Quantum Numbers को और विस्तार से समझेंगे।

ध्यान दें: यदि आपने आज की कक्षा में सभी बिंदुओं को सही तरीके से समझा है, तो भविष्य की कक्षाएँ सफल रहेंगी।