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महिलाओं के अधिकार और मानसिक स्वास्थ्य

असलाम ओलेकुम एवरीवान वैलकम बैक टू माई यूट्यूब चैनल आज जो हम लेक्चर डिसकस करने जा रहे हैं डेटीज शार्ट स्टोरी द येलो वालपेपर बाई शारलट परकिंस गिल्मन इस लेक्चर में हम राइटर का इंटरडॉक्शन इसकी फुल समरी के म और इस वीडियो में आपको बहुत ही easy wording में full summary मिलेगी अगर आप उसे note करना चाहें तो कर सकते हैं और अगर आप इस वीडियो को focus के साथ पूरा सुनते हैं तो इस story के about आपको कोई भी confusion बाकी नहीं रहेगी तो चलिए start करते हैं आज का lecture सबसे पहले हम जो इस story की writer हैं उनका introduction पढ़ लेते हैं हमारी जो writer है शारलट परकिंस गिल्मेन यह पैदा हुई थी 1860 में और इनकी death हुई थी 1935 में ये एक American Humanist, Novelist, Writer और एक Lecturer थी और साथ ही साथ ये Social Reform की Advocate भी थी और ये एक American Socialist Feminist थी और इनका जो Best Work है वो है The Yellow Wallpaper जो कि एक Semi-Autobiographical Short Story है Semi-Autobiographical एक ऐसे Work को कहते हैं जिसके Half Part में Writer ने अपनी Life के बारे में बताया हो और Half Part में Fictional Elements का यूज़ किया हो मीन्स के फुल स्टोरी ना तो राइटर की अपनी लाइफ पर बेस करती हो और ना ही फिक्षिनल एलिमेंट्स पर बेस करती हो दोनों का हाफ पार्ट हो और हमारी राइटर ने पोस्ट नेटरल डिप्रेशन को भी फेस किया हुआ है तो डिप्रेशन से रिकवरी के लिए इनके हस्मेंड ने इन्हें कमरे में बंद कर दिया था तो इनकी हैल्थ ठीक होने की बजाए और हराब हो गई थी दे येलो वालपेपर जानरा में एक शार्ट स्टोरी है जिसका राइटिंग स्टाइल प्रोज होता है और इसके वर्ड्स की रेंज वान थौज़र से ट्वन्टी थौज़न वर्ड्स के राउंड अबोट होती है। ये शार्ट स्टोरी दे येलो वालपेपर गौथिक फिक्षन जानरा से बिलाउंग करती है। गौथिक फिक्षन एक ऐसे जानरा को कहते हैं जिसमें और ऐसे जानरा में ऐसे वर्क्स लिखे जाते हैं जिनमें फिर हॉरर डेथ और ग्लूम जैसे एलिमेंट शामिल हो और साथ ही साथ ऐसी जानरा में ना रोमेंटिक एलिमेंट सच एज नेचर और हाई इमोशन जैसे एलिमेंट का भी यूज किया होता है और इस स्टोरी द येलो वालपेपर में हम इन सब एलिमेंट को देखेंगे और यह स्टोरी 1892 में लिखी गई थी और इस स्टोरी को 1892 में ही न्यू इंग्लैंड मैगजीन में पब्लिश किया गया था अ अब हम पढ़ लेते हैं कि ये स्टोरी किस बारे में है बेसिकली ये एक सेमी आटो बायो ग्राफिकल स्टोरी है इस बारे में हम पीछे पढ़ चुके हैं और ये स्टोरी विमन के राइट्स के लिए लिखी गई है और इस स्टोरी में हमें एक वुमन का डिप्रेशन और मैं� कि किसी की आवाज में या किसी की बात में परेशानी या बेचैनी के एहसास की कोई हास वज़ा है। और आप्टिमिस्टिक टोन इस स्टोरी में एक उमीद का एहसास दिलाएगी, मीन्स कि ये फ्यूचर के बारे में एक पॉजिटिव आउटलुक देगी। उमीद की किरन पैदा करेगी कि इस स्टोरी में आगे कुछ अच्छा होने जा रहा है, मीन्स कि नेक्स्टर सिचुएशन इस सिचुएशन से बैटर होगी। लेकिन लास्ट पे इस स्टोरी की टोन डारकर हो जाती है। और ये story ना एक diary के थ्रू बताई गई है means कि हमारी narrator ने एक diary लिखी है और ये story इस diary से ली गई है अब हम इस story की setting को discuss कर लेते है ये story The Yellow Wallpaper late 19th century में बनी थी और ये story perform होती है एक large house में और ये large house शहर से 3 मील दूर वाक्या है अब हम इस story का purpose देख लेते है कि इस स्टोरी को लिखा क्यूं गया था बेसिकली ये स्टोरी विमेन का डिप्रेशन और मैंटल ब्रेकडाउन दिखाती है और हमारी जो राइटर है इन्होंने इस स्टोरी की नरेटर की तरहां डिप्रेशन को फेस किया है और अपने जैसी हवातीन के साथ होने वाले इस स्लूक पर इहतजाज की है और इस स्टोरी का एक परपस ये भी है कि अगर किसी को इजहारे राइ की अजाधी से महरूम कर दिया जाए अब हम इस स्टोरी के सिम्बल्स को डिसकस कर लेते हैं सबसे पहला सिम्बल है The Yellow Wallpaper The Yellow Wallpaper इस स्टोरी में सिम्बलाइज करता है नरेटर की अपनी कंफाइनमेंट को यानि के नरेटर की अपनी कैद को उसके बाद कुछ क्रीटिक्स का उपीनियन है उसके बाद सेकिंड सिम्बल है स्टेट का जो के नरेटर की अपनी तनहाई को जाहिर करता है उसके बाद थर्ड सिम्बल है दाइरी का और डायरी इस स्टोरी में रिप्रेजेंट करती है रीबिलियन को मीन्स के बगावत को मीन्स के हमारी जो प्रोटाइगनिस्ट हैं वो इसके साथ सलूक पर अपने हस्बेंड के हलाफ बगावत करती है और पेट्रियॉर के सिस्टम क और पैट्रियार के ऐसे सिस्टम या सोसाइटी को कहते हैं जिसमें मर्द की हकूमत हो। उसके बाद फोर्थ सिम्बल है मूनलाइट जो के इस स्टोरी में रिप्रेजेंट करता है अटाइम फार्दी फैमिनन। उसके बाद फिफ्ट सिम्बल है दरूम का जो के फर्स्टली इस स्टोरी में नरेटर के लिए एक जेल का काम करता है और सेकिन्डली ये इस स्टोरी में नरेटर की मैंटल डेक्लाइन को सिम्बलाइज करता है। जैसे ही स्टोरी आगे मूव करती है तो ये स्टोरी में सिंबोलाइज करता है कि जिस रूम में नरेटर को कैद किया होता है उस रूम की दिवारों पर न यलो कलर का वालपेपर लगा होता है तो नरेटर को लगता है कि उस वालपेपर के अंदर कोई मिस्टीरियस फीगर है तो नरेटर को लगता है वो मिस्टीरियस फीगर न एक वुमन है जो इस वालपेपर के अंदर ट्रैप्ट है तो नरेटर न इसे तो ये सिम्बल मिस्टीरियस फीगर इस चीज को रिप्रिजेंट करता है कि नरेटर जो ये महसूस करती है कि एक वुमन वालपेपर के अंदर कैद है तो बेसिकली वोहुद इस वालपेपर के अंदर कैद होकर रह चुकी है तो वो मिस्टीरियस फीगर जनी वो वालपेपर के पीछे वाली औरत नरेटर की अपनी कैद और मजलूम होने के अहसास को जाहिर करती है अब हम इस स्टोरी के थीम्स को डिसकस कर लेते हैं जो है रोल आफ वुमन Mental illness, the importance of self-expression, confinement, outward experience versus inner life अब हम इस स्टोरी के characters को discuss कर लेते हैं तांके हमें समझी अच्छे से समझ आ जाए तो सबसे पहले main character है unnamed narrator as protagonist means के जो हमारी narrator है वहीं इस स्टोरी की protagonist भी है जो की एक young upper middle class woman है जिसकी शादी होती है John से John एक doctor है और इनका ना अभी recently एक baby हुआ है तो उस baby की पदाईश के बाद ना ये depression और mental breakdown का शिकार हो जाती है तो उस depression से recovery के रिये इसका husband John इसे ना एक कमरे में बंद कर देता है तो उस कमरे की दिवारों पर ना yellow color का wallpaper लगा होता है और ये story narrator की secret diary से ली गई है और इस diary में ना उसने अपने thoughts और उस experience को record किया होता है जो उसने उस wallpaper के साथ किया तो यह क्रैक्टर जानी यह नरेटर नाइंटीथ सेंचुरी के दुरान वुमन के सेकंडरी स्टेटस को रिप्रेजेंट करती है उसके बाद सेकंड मेजर क्रैक्टर है जॉन का जो के एक डॉक्टर है और नरेटर का हस्बंड है और नरेटर जानी तो ये ना अपनी वाइफ को बच्चों की तरह ट्रीट करता है लेकिन वो ये नहीं समझता कि ये सारी पबंदियां उसकी रिकवरी की विजाये उसकी सिहत पर नेगिटिव इफेक्ट डाल सकती हैं उसके बाद थर्ड करेक्टर है जैनी का जो के जॉन की सिस्टर और नरेटर की सिस्टर इन लॉ है ये ना नरेटर और उसके बच्चे की देखबाल करती है और जैनी का करेक्टर 90th सेंचुरी में वुमन के रोल को एजा हॉसकीपर और चिल्डरन केरर्स रिप्रिजेंट कर सम्री स्टार्ट करने से पहले आप मेरी यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब कर दे और मेरी वीडियो को लाइक कर दे क्यूंकि आप सारी वीडियो देख लेते हैं और लास्ट पे सब्सक्राइब करना और लाइक करना बूल जाते हैं तो चलिए अब हम अपनी सम्री स्टार्ट करते हैं ये स्टोरी दे येलो वालपेपर अनेम्ट वुमन से स्टार्ट होती है वो वुमन और उसका हस्पन जॉन उसका निउबर्न बेबी और उसकी सिस्टर इन लाउ ना सम्मर हाउस में रेंट पर रहते हैं तो ये वुमन यानी नरेटर ना पोस्ट मार्टम डिप्रेशन का शिकार है तो ये summer house उसकी recovery के लिए जानी उसकी सिहत की बेहतरी की जगा के तोर पर काम करेगा तो चुंके ये depression का शिकार है तो doctor ने ना इसे अकेले रहने और अराम करने का मश्वरा दिया है तो और साथ ही साथ doctor ने इसे जहनी दबाव वाले काम करने यानी लिखने और पढ़ने से मना किया है तो ये woman यानी narrator अपनी diary में लिखती है कि जिस room में वो रह रही है वो उसकी recovery से ज़्यादा उसकी कैद के लिए त्यार किया गया है तो जॉन का मानना है कि वूमन में कोई भी मेंटल इलनेस और डिप्रेशन नाम की चीज नहीं होती तो ये ना डॉक्टर के स्ट्रिक्ट आडर्स के मताबिक ना अपनी वाइफ को एक कमरे में बंद कर देता है लेकिन उसकी बीवी का मानना है कि काम, हुशी और तबदीली उसकी सिहत पर अच्छा असर डालेगी उससे वो बेहतर हो जाएगी लेकिन उसका कोई भी उपीनियन मैटर नहीं करता, मीन्स कि उसका हस्पेंड उसकी कोई बात नहीं मानता और नरेटर को ना लिखने का बहुत जदा शोख है और वो लिखना चाहती है लेकिन उसे लिखने से भी मना किया गया है और उसका जो हस्पेंड है ना वो इसे एक कमरे में बंद कर देता है तो उस कमरे की दिवारों पर ना जेलो कलर का वालपेपर लगा होता है और इसी तरह ना टू वीक्स गुजर जाते हैं जब नरेटर थोड़ी सी बैटर होती है और वो लिखने के काबिल होती है तो वो सोचती है कि वो लिखेगी तो उसकी थोड़ी टेंशन कम हो जाएगी लेकिन उसकी हस्बन की तरफ से उसे लिखने से मना किया गया है तो उन्हें हस्बन की वो नहीं लिखती और वो कमरे में अकेले बहुत ज़्यादा बोर होती रहती है और इसका जो हस्पेंड है वो ये नहीं समझता कि इसकी जो सारी बिमारी है वो नर्वसनस है मतलब कि वो जिन कामों में हुशी में सूज करती है उसे उनहीं कामों से मना कर दिया गया है तो वो नरेटर जिस कमरे में रहती है उस कमरे की दिवारों पर जैलो कलर का वालपेपर लगा होता है तो नरेटर को ना वो वालपेपर बिलकुल पसंद नहीं होता तो वालपेपर के साथ उसकी नफरत पर उसका जो हस्पेंड है वो उसका वो ना अपने हस्बन को कहती है कि वो ना रूम में थोड़ी सी तबदीली करना चाहती है वो इस वालपेपर को चेंज करना चाहती है लेकिन उसका हस्बन मना कर देता है तो वो ना हर टाइम बैड पर लेट कर ना उस वालपेपर को देखती रहती है उस वालपेपर के पैटरंज को देखती रहती है उसकी नजरे ना हर टाइम वालपेपर पर टीकी रहती है तो जब सूरज की रोशनी वालपेपर पर पढ़ती है तो उसे लगता है कि वालपेपर के पैटरंज के अंदर ना कोई चीज है तो इसी तरह ना नरेटर अपनी डायरी लिख रही होती है तो उसे ना फील होता है कि उसकी जो सिस्टर इन ला है जैनी वो सीडियों से उपर आ रही है तो वो ना उसी टाइम लिखना बंद कर देती है तो अब ना नरेटर अपना ज़्यादातर टाइम ना कमरे में गुजारती है शायद वालपेपर की वज़ासे क्योंकि अब वो ना वालपेपर को देखते हुए ना इंजाय करती है वो ना बैड पर लेट करना हर टाइम वालपेपर को घूरती रहती है वालपेपर के पैटरंस को घूरती रहती है तो अब नरेटर को लगता है कि उस वालपेपर के अंदर कोई फीगर है कोई चीज है तो अब नरेटर अपनी डायरी में लिखती है कि जो वालपेपर के अंद एक रात ना नरेटर जॉन को कहती है कि वो बेहतर फील नहीं कर रही वो ना इस घर को छोड़ना चाहती है लेकिन वो इंकार कर देता है और इस्राट करता है कि बाकी का इलाज काम करेगा तो नरेटर फिर उसी कमरे में वापिस वालपेपर के साथ रहना शुरू कर देती है तो एक रात ना उसे लगता है कि जो वालपेपर का फ्रंट वाला पैटरन है ना वो रात को बार्स बन जाता है मीन्स के सलाहें जैसे जील की सलाहें नहीं होती तो उसे लगता है कि रात को तो उसे लगता है जो वालपेपर के अंदर वूमन है वो ना दिन को अराम कर रही होती है और रात को ना वो एक्टिव हो जाती है बिल्कुल नरेटर की तरहां और नरेटर ना जॉन और जैनी से होवजदा भी है और समर हाउस में जब उनका आहरी हफ़ता रह जाता है तो वो ना अपने हस्बेंड के सामने ना अपनी हैल्थ को इंप्रूव दिखाती है तो जब उसका हस्बेंड उसके पास होता है ना तो वो ये फील करवाती है कि वो तो वो ना लगातार वालपेपर को घूडती रहती है उसे ना वालपेपर में निउ फैक्ट्स नजराती है तो वो ना उन सब को बस नोटिस करती रहती है तो उसे लगता है कि येलो कलर की स्मैल ना पूरे घर में फैल चुकी है तो अब नरेटर को ये महसूस होता है कि जो व जाता है कि वह मैंना इन सिलाहों की मदद से ऊपर चड़ने की ना काम कोशिश करती है और जब उनके समर्थ में सिर्फ दो दिन बाकी रह जाते हैं तो यह चाहती है कि वह इस वालपेपर को ना फाड़कर उस वुमन को इस वालपेपर से अजाद करके जाए तो एक शाम जब जॉन घर से बाहर होता है अ तो नरेटर ना रूम का दरवाजा लॉग करती है और जो रूम की कीज होती है उनको ना वो विंडो से बाहिर फैंक देती है तो वो ना वालपेपर को दिवार से उतारना शुरू कर देती है मीन्स के वालपेपर को छीलना शुरू कर देती है लेकिन उसकी बहुत कोशिश के बावजूद भी वो सारे वालपेपर को दिवार से उतार नहीं पाती तो उस रूम में रह के ना उसका डिप्रेशन कम होने की बजाए और भी जादा बढ़ जाता है उस वालपेपर की वज़ासे उसका डिप्रेशन और बढ़ जाता है तो वोना अपनी डिप्रेशन में ये फैसला करती है कि वोना सोसाइड कर लेगी लेकिन वो बाद में ये सो� तो वो ना वो वालपेपर के अंदर वाली औरत बन चुकी है जो के एक ना हतम होने वाली भूल बलईया में फंस कर रह चुकी है तो जान ना दरवाजा तोड़ कर रूम के अंदर दाहिल होता है तो वो ना अपनी वाइफ को रेंगता हुआ देख कर बेहोश हो जाता है तो नरेटर ना इसे देख कर सिरफ हंसती है और नरेटर का हस्बेंड तो घीर कर बेहोश हो जाता है तो नरेटर ना रेंगते हुए कमरे का चकर लगाना बंद नहीं करती और उसके हस्बेंड की बॉडी ना उसका रस्ता रोक रही होती है तो वो ना अपने हस्बें� तो बेसिकली जो वालपेपर के अंदर वूमन थी वो कोई और नहीं थी वो नरेटर हुद थी क्योंकि वो खुद को उस कमरे में उस वालपेपर में कैद हुआ महसूस करती थी तो वो उस वालपेपर में अपने अक्स को देखती थी अपने अक्स को उसमें कैद हुआ देखती और इस वर्क को लिख कर अपने जैसी हवातीन के साथ होने वाले इस स्लूक पर एहतजाज किया है तो जिस डॉक्टर ने इन्हें पैन, पैंसिल, ब्रश को हाथ लगाने से मना किया था ये शार्ट सोरी लिख कर इन्हें बताना चाहती थी कि ये आप गलत हैं इन्होंने ये शार्ट सोरी लिख कर मेडिकल फील्ड पर हुद का क्रिटिसिजम किया है तो इन्होंने ये वर्क लिख कर इस वर्क की यानी ये दा येलो वालपेपर की एक कापी उस डॉक्टर को भी बेजी लेकिन उस डॉक्टर की तरब से इन्हें कोई रिस्पॉंस नहीं मिला तो हमारी राइटर ने हुद इस वर्क के बारे में लिखा है कि इस वर्क का मकसद किसी को पागल करना नहीं बलके किसी को पागल होने से बचाना है इस वर्क को लिखने का फाइदा ये हुआ कि डॉक्टर्स ने इस वर्क को पढ़ने के बाद अपने ट्रीट्मेंट के तरीके में बहतरी की तो आई होप आपको ये शार्ट स्टोरी समझ आ गई होगी मुझे कमेंट में जरूर बताइएगा कि आपको ये स्टोरी क्लियर है। इंग्लिश लिटरेचर के बारे में और जानने के लिए हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब कर लीजिए ताकि वीडियोज टाइम से आप तक पहुं�