नमस्ते दोस्तों आज हम बात करेंगे हजार्ड रैंकिंग के बारे में नॉर्मली अभी तक हमने बहुत सारी बातें प्रोसेस हजार्ड केमिकल इंडस्ट्रीज केमिकल प्रोसेस सेफ्टी मैनेजमेंट हज आइडेंटिफिकेशन एंड रैंकिंग या फिर हजार्ड आइडेंटिफिकेशन रिस्क एनालिसिस और ऐसे बहुत सारे मेथड्स और टर्मिनोलॉजी पड़ी है जो हजार्ड ओरिएंटेड है तो जो सबसे फेमस और सबसे ओल्डेस्ट टेक्निक जो है इंडेक्स में जहां पर आपको हजार्ड आइडेंटिफिकेशन करके उसकी रैंकिंग अगर आपको प्रोवाइड करनी है तो उसके लिए आपको डाउ एंड मंड इंडेक्स या फिर फायर एंड एक्सप्लोजन इंडेक्स इसको आपको समझना होगा तो ये एटली क्या होता है तो यहां प ये जो मेथड यह मेथड सबसे पहले हजार्ड जो है जो स्पेशली हम प्रोसेस प्लांट की बात करें नॉर्मली केमिकल इंडस्ट्रीज या केमिकल अलाइड इंडस्ट्री जो आती है उसमें जो मेनली प्रोसेस होते हैं तो वह प्रोसेस प्लांट में अगर आपको हज आइडेंटिफिकेशन डाउ केमिकल कंपनी ने जो यूएसए के है और इसको नॉर्मली डाउ फायर एंड एक्सप्लोजन इंडेक्स कहा जाता है जो केमिकल इंडस्ट्रीज ओरिएंटेड जो इंप्रूवमेंट इंडेक्स होती है जो आईसी है तो आईसीआई इंप्रूवमेंट में बाद में यह डाउ केमिकल यूएस की जो इंडेक्स थी उसको थोड़ा सा मॉडिफाई किया और फिर उसको नाम दिया गया मंड इंडेक्स तो बेसिकली अगर आप देखेंगे तो डाउ इंडेक्स अलग है उसके बाद में मॉडिफाइड वर्जन मंड इंडेक्स है और उसके बाद में फिर रिक्वायरमेंट आ चुकी थी टॉक्स सिटी ओरिएंटेड इंडेक्स की तो यह जो इंडेक्सेस है ये इंडेक्सेस से मेनली जो फैक्टर्स आपको पढ़ने हैं उसमें आपकी है इन्वेंटरी यानी कि आपके पास कितना रॉ मटेरियल है उसकी क्वांटिटी क्या है उसके अलग-अलग प्रॉपर्टीज क्या है जैसे कि फ्लेमेबिलिटी है या फायर कब कैच कर सकता है तो आपको फायर पॉइंट फ्लैश पॉइंट के बारे में मालूम होना चाहिए उसके अलावा रिएक्टिविटी यानी कि हर एक केमिकल की रिएक्शन कैसे होगी हर एक पैरामीटर ओरिएंटेड जैसे कि दूसरे अगर मटेरियल वहां पर प्रेजेंट होंग तो कंपैटिबिलिटी चेक करनी होगी र कुछ वहां पर रिएक्शन होगी तो वह रिएक्टिविटी चेक करनी पड़ेगी आपको या फिर आपको अलग अलग जो मेट्रोलॉजिकल पैरामीटर्स होते हैं जैसे कि ह्यूमिडिटी भी हो सकती है रिलेटिव ह्यूमिडिटी हो सकती है या फिर विन स्पीड हो सकती है तो ऐसे बहुत सारे पैरामीटर्स आपको रिएक्टिविटी ओरिएंटेड पढ़ने होंगे उसके अलावा टॉक्सिकेटेड कर रहे हैं तो इसके टॉक्सिक प्रॉपर्टी आपको चेक करनी है तो टॉक्सिन इसके पहले भी डिटेल में पढ़ा था स्पेशली अगर आप उसमें देखेंगे तो टीएलवी थ्रश लिमिट वैल्यूज रहती है उसमें भी स्पेसिफिकली अगर हम बात करेंगे तो एलसी 50 वैल्यू या एलडी 50 वैल्यू यानी कि लिथ डोस 50 पर फटालिटी चांसेस या लीथल कंसंट्रेशन % लिटी चांसेस या ऐसे बहुत सारे अलग अलग टॉक्सिक की जो प्रॉपर्टीज है इंडिकेट करने वाले अलग-अलग सिस्टम है तो उसको आपको चेक करना है उसके अलावा है जो हजार्ड जो स्पेशली एजो फर्म रिएक्शन जब होती है उस ओरिएंटेड आपको हजार्ड्स भी चेक करने है जैसे कुछ रिएक्शन या कुछ र मट बेसिक प्रॉपर्टीज देखेंगे तो उसमें कुछ प्रॉब्लम दिखाई नहीं देता है लेकिन जब वो रिएक्शन यानी कि दो केमिकल जब मिक्स होते हैं रिएक्ट करते हैं उसके बाद में अगर हीट इवॉल्व होती है तो वहां पर एक्सोम रिएक्शन क्रिएट हो जाती है और एजोम रिएक्शन का मीनिंग है हीट इवॉल्व होना जिसकी वजह से टेंपरेचर बढ़ेगा और अगर टेंपरेचर बढ़ता है तो ओबवियसली रिएक्टिविटी भी बढ़ जाती है और यहां पर हजार्ड्स का जो लेवल है वो हायर लेवल पर चला जाता है उसके अलावा है कुछ ऑपरेटिंग कंडीशन जैसे हमने पहले बात की थी प्रेशर या टेंपरेचर या फ्लोट या वॉल्यूम या लेवल तो यह अलग-अलग आपको ऑपरेटिंग कंडीशन भी चेक करनी है कि हर एक प्रोसेस में हर एक केमिकल हैंडल करते टाइम या हर एक इक्विपमेंट हैड करते टाइम आपको मेनली अलग-अलग ऑपरेटिंग कंडीशंस और उसके जो सेट पॉइंट्स रहते हैं यानी कि मैक्सिमम परमिस बल लिमिट या मिनिमम परमिस बल लिमिट्स आपको क्या सेट करनी है और सेफ्टी पॉइंट ऑफ क्या है उसके बारे में भी आपको सोचना है उसके अलावा है करोस विटी तो कुछ केमिकल्स करोस नेचर के होते हैं तो आपको करोस विटी का रेट भी चेक करना है और करोस विटी किस फैक्टर्स पर चेंज होती है उस फक्टर को भी आपको कंट्रोल करना है जैसे कि अभी कोरोसिविटी प्रिवेंशन के लिए हम नॉर्मली जो करते हैं वह है पेंटिंग्स या कोटिंग या पाउडर कोटिंग या फिर कुछ ऐसे केमिकल्स होते हैं जिसकी ज से कोरोजन रेट डिक्रीज हो सकता है या फिर आप कोरोजन से प्रिवेंट कर सकते हैं कुछ मेटल्स को जो प्ला ड्रेनेज सिस्टम होते हैं या फिर एक्सेस सिस्टम होते हैं या फिर रोटेटिंग इक्विपमेंट होंगे या फिर लीकी जॉइंट्स होंगे यह बातें भी आपको ध्यान में रखनी क्योंकि यहां पर भी जो इनलेट आउटलेट या फिर रोटेशन की वजह से हजार्ड या रिस्क के चांसेस होते हैं लीकेजेस की वजह से यहां पर पे अगर टॉक्सिक या पॉइजन अस गैस होता है तो उसकी वजह से भी यहां प हजार्ड्स का लेवल चेंज हो जाता है तो ये बहुत सारे फैक्टर्स है जिसके बेसिस पे ये इंडेक्स डिसाइड किया जाता है अभी ये जो बेसिक इंडेक्स हमने देखा था कि डाउ केमिकल यूएसए ने जो डेवलप किया था तो इसमें इस फैक्टर्स के बेसिस पे आप ये इंडेक्स बना सकते हैं उसके अलावा जब मॉडिफिकेशन आया तो मॉडिफिकेशन में आपको एमपीपीडी और एमपीडीओ भी पढ़ना है तो एमपीपीडी का मतलब है यहां मैक्सिमम प्रोबेबल प्रॉपर्टी डैमेज यानी कि इस इंसिडेंट या एक्सीडेंट की वजह से या फिर यह हजार्ड लेवल की वजह से यहां पर मैक्सिमम चांसेस क्या है प्रॉपर्टी डैमेज की वह आपको चेक करना है एमपी पीडी और एमपीडीओ जो है उसके बारे में भी अगर आपको जानना है तो आपको डाउ मॉडिफाइड इंडेक्स पढ़नी होगी यानी कि मंड इंडेक्स भी आपको चेक करनी होगी अभ ये जो रैंकिंग आते है तो यह रैंकिंग किसलिए यूजफुल हमको यह रैंकिंग क्यों निकालना है तो कहीं जगह आपको अगर डिसीजन लेने है तो यह डिसीजन मेकिंग के लिए आपको यह रैंकिंग निकालना होगा जैसे यहां पर कुछ एग्जांपल दिया है कि आपके यहां पर अगर एलपीजी स्टोर करना है तो एलपीजी स्टोरेज नॉर्मली सिंडल जो स्टोरेज होता है विद रिफ्लक्स ड्रम फैसिलिटी वहां पर करना है या फिर आपको एलपीजी स्टोरेज स्पीयर में करना है तो यह अगर आपको डिसीजन लेना है तो उसके लिए आपको एलपीजी की प्रॉपर्टीज भी जाननी होगी उसके अलावा जो एलपीजी की क्वांटिटी है उसको भी जानना होगा और फिर आपको उसके हजार्ड और उसकी रैंकिंग आपको देखनी होगी तो अगर आपकी क्वांटिटी ज्यादा है तो उस टाइम आपको स्पीयर अरेंजमेंट जो है स्टोरेज के लिए वही कंफर्टेबल होगी और इन केस अगर क्वांटिटी कम है और यहां पर रैंकिंग कम आई है तो वहां पर आप एलपीजी रिफ्लेक्स ड्रम यूज कर सकते हैं तो यह डिसीजन लेने के लिए जो ऑप्शन होते हैं ऑप्शन में से एप्रोप्रियेट यहां पर यह जो डाउ एंड मंड इंडेक्स क्योंकि हमने डाउ और उसका मॉडिफाइड वर्जन मंड इंडेक्स बताया यह जो डाउ इंडेक्स जो नॉर्मली 1964 से स्टार्ट हुआ था केमिकल कंपनी जो है डाउ केमिकल कंपनी यूएसए उन्होंने स्टार्ट किया तो वहां पर उन्होंने अलग अलग पॉइंट्स उन्होंने लिस्ट आउट किया यह जो इंडा सेस है ये बेसिकली किस चीजों पर डेवलप होते हैं यहां पर डमेज कितना पॉसिबल है फायर की वजह से या एक्सप्लोजन की वजह से या टॉक्स सिटी हजार्ड की वजह से तो वह आपको चेक करना है इसमें सेकंड बात जो है जो इक्विपमेंट होंगे यहां पर जैसे कि प्रोसेस प्लांट अगर आप देखेंगे तो प्रोसेस प्लांट में आपके जो डिस्टलेशन कॉलम हो सकता है एसशन कॉलम हो सकता है ड्राइंग इक्विपमेंट हो सकता है या फिर जो एक्सट्रैक्शन इक्विपमेंट ऐसे बहुत सारे इक्विपमेंट यहां पर रहते हैं नॉर्मली जो केमिकल प्रोसेस इंडस्ट्रीज में यूज होते है तो ये इक्विपमेंट और उसके ओरिएंटेड जो हजार्ड है उसको भी आपको चेक करना होगा उसकी प्रॉपर्टी चेक करनी होगी उसके अलग-अलग जो लिमिट होते हैं सेट पॉइंट होते उसको भी चेक करना होगा और यहां पे एक्सीडेंट होने के चांसेस कहां पे है मैक्सिमम इक्विपमेंट ओरिएंटेड रहो या फिर फायर ओरिएंटेड या एक्सप्लोजन ओरिएंटेड या टॉक्स ओरिएंटेड ये भी आपको क्लियर करना है और उसके बाद में ही आपला कर सकते यहां पर ये जो रिस्क पोटेंशियल आपने आइडेंटिफिकेशन हमको दिखाई देता है तो इसलिए आपको कुछ होने से पहले ही जिसको हम प्रिवेंशन कहते हैं तो ये प्रिकॉशनरी मेजर्स को आपको अप्लाई करना होगा और इस हमको यह फैसिलिटी चाहिए और वह फैसिलिटी आपने अप्लाई करने के लिए परमिशन देना चाहिए तो यह मैनेजमेंट को आपको कन्वे करना है रेमेडियल मेजर्स के बारे में अगर इन केस अगर आपको डिसीजन नहीं ले पा रहे तो आप एक्सपर्ट्स या कंसल्टेंट या मैनेजमेंट को भी आप हेल्प मांग सकते हैं जिसके बेसिस पर आपको यह रेमेडियल मेजर्स के लिए या फिर प्रिकॉशनरी मेजर्स के लिए आप अलग-अलग फैसिलिटी या डिसीजन ले सकते हैं तो इसमें स्पेसिफिक केस हो सकती है जैसे कि डिस्टेंस सेपरेशन यहां पर कुछ स्टोरेज अगर केमिकल का ज्यादा होता है क्वांटिटी ज्यादा होती है यहां पर डिस्टेंस आपको शायद इंक्रीज करना होगा या फिर दो यूनिट या दो अलग-अलग स्टोरेजेस फैसिलिटी या हैंडलिंग फैसिलिटी जो होती है उसमें अगर डिस्टेंस कम होता है तो वहां पर भी डिस्टेंस बढ़ाना होगा ये डिपेंड है आपके यहां पर एटली केमिकल्स कौन से यूज हो रहे जिसकी वजह से हजार्ड का आइडेंटिफिकेशन कितना हु उसका लेवल क्या है और फिर उसका इंडेक्स क्या आता है उसके बेसिस पर आपको कुछ रेमेडियल मेजर लेने हो उसके अलावा सेकंड एग्जांपल जो है आपको यहां पर अगर आपको लगता है कि हाई लेवल हजार्ड है और य एक्सीडेंट होने के चांसेस है या फिर फायर हजार्ड यहां पर हायर लेवल पर है तो फायर प्रूफ कंस्ट्रक्शन करना जरूरी होगा या फिर जो ब्लास्ट वल फटी है वो भी यहां पर आप यूज कर सकते हैं या फिर अगर आपको लगता है कि फायर फाइटिंग मेजर जो फैसिलिटी है वो यहां पर सफिशिएंट नहीं है तो आप फायर फाइटिंग मेजर्स के लिए जो भी फैसिलिटी या इक्विपमेंट होंगे वो फैसिलिटी को भी बढ़ा सकते हैं तो इसमें यह मेजर काम होता है कि इसमें फायर और एक्सप्लोजन ओरिएंटेड ज्यादा वर्कआउट होता है जो बेसिकली डाउ इंडेक्स की प्रॉपर्टी है इन केस अगर आपको कुछ मॉडिफिकेशन करने है आपको और ज्यादा उसमें अगर जानकारी लेनी है तो आप माउ मंड इंडेक्स जो है डाउ इंडेक्स का जो नेक्स्ट वर्जन है वो आप पढ़ सकते हैं जैसे कि यहां पे फायर लोड जो है तो फायर लोड के बेसिस प आपको जो इफेक्टिव एरिया हो सकता है एक्सीडेंट या फायर या एक्सप्लोजन की वजह से वो एरिया फाइंड आउट करने के लिए आपको मंड इंडेक्स की जरूरत होगी अगर इन केस आपको लगता है कि मुझे टॉक्सिक्स जानना है तो आप टॉक्सिक्स भी यहां पर आइडेंटिफिकेशन कर सकते उसके लिए अलग-अलग फार्मूले है और कुछ अलग-अलग फैक्टर्स आपको स्टडी करने होंगे जिसके बेसिस पर आप फायर लोड के एस्टिमेशन के बेसिस पर एरिया कैलकुलेशन और जो टॉक्स सिटी इंडेक्स है उसको भी आप कैलकुलेट कर सकते हैं तो अगर फर्स्ट या बेसिक मेथड हम देखेंगे तो वो है डाउ इंडेक्स यह डाउ इंडेक्स में भी अलग अलग वर्जन आ चुके है जैसे जैसे एप्लीकेशन आ जाते हैं या फिर उसम कुछ लूप होल्स या लकना आ उसमें अलग-अलग एडिशन निकलती जैसे आपको बुक्स के एडिशन मालूम है उसी तरह यहां पर पहले जो तीन एडिशन जो थी वो फायर एंड एक्सप्लोजन इंडेक्स से फेमस हो गई थी और फिर जो फोर्थ इंडेक्स यहां पर आ चुकी थी तो फोर्थ इंडेक्स में ये एमपीपीडी जो है मैक्सिमम प्रोबेबल प्रॉपर्टी डैमेज इसका एडिशन हुआ तो यह फर्स्ट थ्री मेथड पोरली फायर ऑन एक्सप्लोजन का फोकस कर रही थी फोर्थ एडिशन में प्रॉपर्टी डैमेज भी ड हो चुका है और उसके बाद में जो सजेशन आए है सजेशन के बेसिस पर टॉक्स सिटी भी प्रॉपर्टी य पर ड हो गई और उसके बेसिस पर फिर टॉक्स सिटी इंडेक्स भी य पर डिफाइन तो यह जो फायर एंड एक्सप्लोसिव इंडेक्स है जो बेसिकली फर्स्ट ी एडिशन में आया था तो उसम बेसिकली आपको रिक्वायरमेंट क्या है अगर यह आपको फायर ए एक्सप्लोजन इंडेक्स अगर कैलकुलेट करनी है तो उसके लिए आपको जो जरूरत होगी वह है एक्यूरेट प्लान ऑफ द प्लांट जो भी आपकी इंडस्ट्री होगी स्पेशली हम केमिकल इंडस्ट्री के बारे में बात कर ें या केमिकल अलाइड इंडस्ट्री की बात करें यहां पर जो आपका प्लांट है वो प्लांट का प्लान आपको क्लियर होना चाहिए तो यह जो एटली प्लॉट क्या है आपका प्लॉट में आपका मेन कहां पर है उसके अलावा जो स्टोरेज टैंक्स है या जिसको हम टैंक फर्म कहते हैं वो कहां पर है और उसके अलावा जो फायर फाइटिंग मेजर्स है या फिर एडमिनिस्ट्रेटिव बिल्डिंग है या फिर फफल ट्रीटमेंट प्लांट या सिवे ट्रीटमेंट प्लांट या कॉमिनेशन होगा तो वो भी प्रोसेसेस कहां पे है इसका एगजैक्टली प्लांट आपको प्लांट का जो प्लान है वो आपको क्लियर करना होगा तो ये एक्यूरेट प्लान अगर इसमें कुछ चेंजेज किए होंगे तो ये चेंजेज भी आपको यहां पर दिखाने होंगे तभी आप एजट एनालिसिस कर पाएंगे उसके अलावा है फ्लो शीट्स जो हमने अभी इसके पहले पढ़ा था स्पेशली प्रोसेस एंड इंस्ट्रूमेंटेशन डायग्राम में कि अगर आपको पूरे प्रोसेस के बारे में जानकारी लेनी है तो सबसे पहले आपको केमिकल इंडस्ट्रीज में जो प्रोसेस फलो डायग्राम होती है या फिर ब्लॉक डायग्राम होती है और उसके अलावा प्रोसेस इंस्ट्रूमेंटेशन डायग्राम तो यहां पर आप इनिशियली ब्लक डायग्राम को स्टडी करना चाहिए उसके अलावा पीएफडी यानी प्रोसेस फ्लो डायग्राम और उसके बाद में प्रोसेस एंड इंस्ट्रूमेंटेशन डायग्राम और फिर उसके अलावा आपको यूटिलिटी लाइन डायग्राम ये सभी चीजें आपको यहां पर पढ़नी होगी जिसके बेसिस पे आप यहां पे अलग-अलग स्टडीज कर सकते हैं और फिर आप डिसाइड कर सकते हैं कि एक्जेक्टली हजार्ड क्या है उसका लेवल क्या है और फिर आप रिस्क एनालिसिस कर सकते हैं और कुछ डिसीजन आप ले सकते हैं तो ये अलग-अलग डायग्राम्स क्लियर बताते हैं कि यहां पे जो भी आपकी इक्विपमेंट्स या फिर जो स्टेप्स होंगे यह अगर ब्लॉक से हम रिप्रेजेंट करते हैं तो उसको ब्लॉक डायग्राम कहते हैं जैसे कि यहां पे सिंपल मैंने अभी ऐसा बता दिया कि ये डिस्टलेशन कॉलम है ये इसका इनलेट है ये आउटलेट है तो ये ब्लॉक डायग्राम ओरिएंटेड काम कर रहा है अगर यहां पे प्रोसेस फ्लो डायग्राम है तो आपको डिस्टलेशन कॉलम का एक पर्टिकुलर सिंबल ही यूज करना पड़ेगा जिसको नॉर्मली आईस 3232 सिंबल्स कहते हैं या फिर आप जो भी स्टैंडर्ड इंटरनेशनल स्टैंडर्ड से सिंबल्स आपको यूज करना है जैसे अगर मुझे यहां पर पैक कॉलम बताना डिस्टलेशन कॉलम तो मुझे ये ऐसा है सिंबल यूज करना ये इनलेट यहां पर ये आउटलेट्स इस तरह दिखाने होंगे अगर आपको प्रोसेस एंड इंस्ट्रूमेंटेशन डायग्राम में आपको ये सिंबल सेम प्रोसेस आपको दिखानी है तो यहां पर आपको प्रोसेस इंडिकेटर एंड कंट्रोलर तो ऐसे कुछ सिंबल्स यूज करने होंगे या फिर लेवल इंडिकेटर एंड कंट्रोलर या फिर आपको टेंपरेचर इंडिकेटर एंड कंट्रोलर तो ऐसे बहुत सारे सिंबल्स होते हैं जिसकी वजह से आपको पता चलता है कि यह पर्टिकुलर प्रोसेस या इक्विपमेंट में किस पैरामीटर का यूज होता है जैसे कि प्रोसेस का टेंपरेचर या प्रेशर या लिक्विड या लमेट्रिक फलो रेट ऐसे बहुत सारी बातें आपको एक ही डायग्राम में पता चल स अभी डायग्राम होती है यूटिलिटी लाइन डायग्राम इसम अगर आपको डिशन काने एम दिया तो डिस्टलेशन में आपको लो प्रेशर स्टम या मीडियम प्रेशर स्टम की जरूरत होती है एस हीटिंग मीडिया तो यह यूटिलिटी कहां से आती है तो यह यूटिलिटी के अलग अलग ऐसे लाइनस होते हैं अगर यह स्टीम की यूटिलिटी है तो आपको यहा पर कनेक्ट करके दिखाना पड़ेगा कि य डिस्टलेशन में हम जोम है एस यटी हम यूज करें अगर आपके पास कंप्रेस एयर यूज करना पड़ेगी या फिर प्रोसेस एयर है या फिर आपको सोलर एनर्जी यूज करना है या फिर वाटर कल्ड वाटर या वार्म वाटर या फिर चिलिंग वाटर ऐसे कुछ अगर आपको यूटिलाइज करना है यूटिलिटीज तो वह भी आप यहां पर यूज कर सकते हैं तो य ऐसे बहुत सारी चीजें आपको यहां पर पहले से ही डिटेल में मालूम होनी चाहिए उसके अलावा है फायर एंड एक्सप्लोजन इंडेक्स हजार्ड क्लासिफिकेशन गाइड तो ये ए ई के लिए एक स्पेशल गाइड भी है जो डाउ केमिकल कंपनी जो है यूस की उन्होंने बनाया है और उसके ओरिएंटेड भी आपको स्टडी करना होगा क्योंकि उसमें कुछ पैरामीटर्स कुछ सिंबल्स यूज किए होंगे कुछ फम यूज किया होगा और फिर यह सब डिटेल्स आपको यह फॉम में भरने है तो जैसे कि यहां पर अगर आप देखेंगे तो ये एफ एंड ई आई फॉर्म है जो फायर एक्सपोज इंडेक्स का फॉर्म है तो स्पेसिफिक फॉर्म में आपको डिटेल इंफॉर्मेशन देनी होगी कि एगजैक्टली प्रोसेस क्या है उसमें बहुत सारे प्रोसेसेस कौन से यूज होते है इक्विपमेंट्स कौन से यूज होते हैं पैरामीटर्स कौन से यूज होते हैं ये सभी चीजों का आपको यहां पे ध्यान देना है फिर जो यूनिट है स्पेसिफिक यूनिट तो यूनिट एनालिसिस का भी आपको यहां पे डिटेलिंग करना है और समरा इज उसको बताना है जैसे कि अभी मैंने एक डिस्टलेशन एक यूनिट बताया है अगर यह डिस्टलेशन के लिए एक स्पेसिफिक डिपार्टमेंट भी हो सकता है क्योंकि डिस्टलेशन की क्वांटिटी क्या है उसमें कितना फ्लोरेट आता है इसके बेसिस प भी ये डिसाइड होता है तो ऐसे कुछ इंडस्ट्रीज है जहां पे डिस्टलेशन यूनिट ही तीन या चार फ्लोर का हो जाएगा टॉप फ्लोर पे कंडेंसर आता है बॉटम फ्लोर में री बॉयलर आता है और यह सब बात है आपको कंट्रोल करने के लिए ओवरऑल समरी की जरूरत होगी कि अलग-अलग पैरामीटर्स इसमें क्या-क्या यूज होते हैं क्योंकि हर एक पैरामीटर का इफेक्ट दूसरे पैरामीटर से हो सकता है इंटरकनेक्शन हो सकता है या फिर जो हम बोलते है कि उसका इन्फ्लुएंस जो है वो दूसरे पैरामीटर भी हो सकता है तो यह सभी पैरामीटर्स आपको मालूम होने चाहिए उसके अलावा जो प्लांट रिस्क एनालिसिस जो है उसकी भी समरी यहां पर आपको देना है यानी कि स्टोरेज कितना है र मटेरियल कितना आया है इंटरम कितना प्रोडक्ट तयार होता है फाइनल प्रोडक्ट कितना आता है उसकी प्रॉपर्टीज क्या है फायर के चांसेस कहां पर है एक्सप्लोजन के चांसेस कहां पर है या फिर मैकेनिकल हजार्ड है कोई केमिकल हजार्ड है हेल्थ हजार्ड है ये ओवरल प्लांट के बारे में अभी हम बात करें तो ये ओवरऑल प्लांट में यह सब जो रिस्क है उसकी एनालिसिस की समरी यहां पर आपको देनी होगी उसके अलावा जो है कॉस्ट रिलेटेड डाटा यहां पर आप यूज कर सकते हैं जैसे कि अगर यह डिस्टलेशन कॉलम है उसके लिए कॉस्ट कितनी लगी है इनिशियल इन्वेस्टमेंट कितनी थी ऑपरेटिंग कॉस्ट कितनी है इन केस अगर एक्सीडेंट होता है या फिर फायर कैच होता है या फिर एक्सप्लोजन होता है या फिर गैस लीकेज होता है तो उसकी वजह से इक्विपमेंट का डमेज कितना होगा या फिर जो सराउंडिंग पेरिफेरी जिसको हम कहते हैं इफेक्ट जहां पर आता है एक्सीडेंट की वजह से तो उसकी वजह से य डैमेजेस के कितने चांसेस है प्रॉपर्टी डैमेज के कितने चांसेस है या फिर जो मैन पावर है उनके ऊपर क्या इफेक्ट हो सकता है उसके ओरिएंटेड आपको डायरेक्ट कॉस्टिंग इनडायरेक्ट कॉस्टिंग यह सब डिटेल आपको यहां पर लेनी होगी तो ये सभी पैरामीटर्स अलग-अलग आपको यहां पर स्टडी करने है और उसके बेसिस पर ही फिर आप फायर एंड एक्सप्लोजन इंडेक्स जो है वो आप कैलकुलेट कर सकते तो अगर आपको फ्लो चार्ट बेसिस पर इसको समझाना है तो यहां पर आपको पता चलेगा कि जो फायर एंड एक्सप्लोजन इंडेक्स है उसका सबसे पहला स्टेप जो है वो है पर्टिनेंट प्रोसेस यूनिट का सिलेक्शन तो जो भी प्रोसेस यूनिट की आपको फायरन एक्सप्लोजन इंडेक्स निकालनी है तो वो पर्टिकुलर यूनिट आपको चॉइस करना है तो य ट अगर आपका छोटा होगा तो ल कंपनी आ सकती है अगर आपका यहां पर हा जो लार्ज स्केल कंपनी होगी या फिर बड़ी केमिकल कंपनी हो सकती है तो वहां पर एक स्पेसिफिक यूनिट आप ले सकते हैं और उसके बेस आप एफ एंड ई उसका निकाल सकते हैं फिर उसमें आपको मटेरियल फैक्टर सबसे इंपोर्टेंट फैक्टर है तो यह अलग अलग जो मटेरियल है इक्विपमेंट टेड या फिर जो फिटिंग है पाइपलाइन है क्योंकि हमने देखा था कि केमिकल इंडस्ट्री में सबसे जदा पाइपलाइन होती है कॉम्प्लिकेटेड पाइपलाइन होती है इनलेट आउटलेट प्रोविजन होती है अलग-अलग प्रोडक्ट बाय प्रोडक्ट या वेस्ट भी आते हैं तो हर एक चीज को संभालने के लिए हैंडल करने के लिए ट्रांसपोर्ट करने के लिए आपको मटेरियल फैक्टर को देखना होगा तो यह मटेरियल फैक्टर आपको कैलकुलेट भी करना है और फिर जो उसमें स्पेसिफिक हजार्ड और जनरल जो हजार्ड है यह आपको चेक करना है जैसे कि यहां पर अगर आप देखेंगे तो जो जनरल प्रोसेस हजार्ड है है उसको हमने एव से इडिट डाउ केमिकल कंपनी जो पहले जो सिंपस यूज किए थे 1964 में वही सिंबल्स हम यूज कर रहे हैं और जो स्पेशल प्रोसेस हजार्ड होंगी तो वो है f2 यानी कि जनरल प्रोसेस हजार्ड्स में जनरलाइज हजार्ड जो होते हैं वो नॉर्मली आएंगे और यहां पर अगर स्पेशल प्रोसेस हजार्ड को स्पेसिफिक होगा जैसे कि सोडियम मेटल ये वाटर के साथ हाईली रिएक्टिव है ये स्पेसिफिक हजार्ड हो गया प्रोसेस का या फिर अगर कोई केमिकल मिक्सचर है अगर वो एयर में कुछ परसेंटेज से अगर क्रॉस कर लेता है तो वहां पर वह सीवियर हजार्ड हो सकता है तो कुछ स्पेशल प्रोसेस हजार्ड भी हो सकते हैं तो वो भी आप आइडेंटिफिकेशन करेंगे तो यह ए3 फैक्टर आएगा जिको हम कहते हैं यूनिट हजार्ड फैक्टर तो ये यूनिट में जनरल प्रोसेस हज भी हो सकते हैं स्पेशल प्रोसेस हजार्ड भी हो सकते हैं अगर उसको मल्टीप्लाई किया तो यहां पर ओवरऑल यूनिट का हजार्ड फैक्टर य पर आइडेंटिफिकेशन सिल फार्मूला है एए इन f3 f3 तो हमने फाइंड आउट किया है f1 इन ए2 से लेकिन मटेरियल फैक्टर कहां से लेंगे तो मटेरियल फैक्टर का एक स्टैंडर्ड डटा होता है जो केमिकल्स आप यूज करते हैं उसके बेसिस पर उसका एक मटेरियल फैक्टर होता है और व फैक्टर आपको यहां पर लेना है तो मैं बाद में इसका टेबल भी आपको बता दूंगा तो जब भी आप यह फायर एंड एक्सप्लोजन इंडेक्स यहां पर फाइंड आउट करते हैं तो उसके नेक्स्ट स्टेप है यहां पर उसका एरिया फाइंड आउट कर करना तो हमने पहले बताया था कि अगर बेसिक आप फर एक्सप्लोसिव इंडेक्स बताते हैं तो इसमें स्पेशली एफ एंड सिर्फ फाइंड आउट करते थे लेकिन उसम बाद में मॉडिफिकेशन आ चुके हैं और फिर हम अभी एक्सप्लोजन एक्सपोजर जो एरिया है चाहे वो फायर या एक्सप्लोजन की वजह से होगा तो वो एक्सपोजर एरिया भी यहां पर आप फाइंड आउट करें यानी कि अगर यहां पर आपका यूनिट है और इन केस यहां पर एक्सीडेंट होता है एक्सीडेंट मे बी इन द फॉर्म ऑफ फ या एक्सप्लोजन या लीकेजेस टॉक्स सिटी की वजह से तो यह जो एरिया कितना यहां पर सफर हो सकता है तो यह एरिया आपको फाइंड आउट करना है एक्सपोजर एरिया तो यह यहां पर एरिया पहले फाइंड आउट होगा उसके बाद में फिर यह जो एरिया जो है ये एरिया की रिप्लेसमेंट वैल्यू भी यहां पर फाइंड आउट होगी तो ये एरिया में अगर मेजर इक्विपमेंट आते है या फिर यहां पर मेजर मैन पावर आती है या फिर कुछ वैल्युएबल प्रोडक्ट आते हैं जो प्रॉपर्टी डैमेज के अंदर जा सकते हैं तो अगर इनको रिप्लेस करना है इन केस अगर एक्सीडेंट होता है यह डैमेज हो चुके हैं या फिर अगर मैन पावर पर इफेक्ट है उनका कंपनसेशन देना है तो यह सभी चीजों का आपको कंपनसेशन देना होगा और इनको रिप्लेस भी करना होगा तो यह रिप्लेसमेंट के लिए आपको कितना वैल्यू आता है तो यह कॉस्टिंग यहां पर डिटरमाइंड करना जरूरी इन केस अगर आपको लगता है कि यह कुछ ऐसे पेरिफेरी आपने जो फाइंड आउट कि यानी कि एक्स एरिया जो फाइंड आउट किया है अगर इसमें से कुछ इक्विपमेंट आप रिप्लेस कर सकते हैं या फिर कहीं डिस्टेंस पे उसको ट्रांसफर कर सकते हैं तो यह रिप्लेसमेंट वैल्यू भी यहां पे कम हो सकती है तो यह डिपेंड है आपका जो डैमेज फैक्टर आता है तो वो डैमेज फैक्टर कितना आता है उसके बेसिस पे आप ये डिसीजन अलग-अलग ले सकते हैं अगर आपने समझाया यहां पे कि यहां पे एक मेजर स्टोरेज टैंक है और ये स्टोरेज टैंक पे भी यहां पे इफेक्ट होगा अगर इनके स्टोरेज टैंक प इफेक्ट होगा ये वैल्यू प्रोडक्ट का डैमेज बहुत ज्यादा होगा तो ये स्टोरेज टैंक यहां से आउट ऑफ द एक्सपोजर एरिया लाइन से अगर आपने शिफ्ट किया तो शायद ये आपके लिए कंफर्टेबल हो सकता है या फिर जो डैमेज का फैक्टर है वो रिड्यूस कर सकते हैं आप उसकी कॉस्टिंग रिड्यूस कर सकते हैं ये चीजें आपको यहां पर ध्यान देनी होगी तो आपको पहले ये एक्सपोजर एरिया और उसके बाद में ये रिप्लेसमेंट वैल्यू अगर आपने चेक कर ली तो उसके बाद में आप ये डिसीजन ले सकते हैं अगर इन केस ये आपको विजिबल नहीं है टेक्निकली या इकोनॉमी का तो फिर आप नेक्स्ट स्टेप पे एमपीपीडी आप यहां पे फाइंड आउट कर सकते हैं तो जैसे अभी हमने पहले बताया कि मॉडिफाइड एफ एंड आ इंडेक्स में मैक्सिमम प्रोबेबल प्रॉपर्टी डैमेज ये वैल्यू आप यहां पे चेक कर सकते हैं तो इन केस अगर इन केस इश्यूज होते हैं एक्सीडेंट्स होते हैं तो यहां पे मैक्सिमम प्रॉपर्टी डैमेज कितना होगा यह स्टडी करने के लिए आपको यह नेक्स्ट स्टेप लेना होगा और यह अगर आपने आइडेंटिफिकेशन प्रोबेबल डे आउट डेज आउटेज जिसको बोलते हैं एमपीडीओ यह आप यहां पर ले सकते इसको अभी ये रिप्लेसमेंट के लिए या फिर जो प्रॉपर्टीज है उसको रिपेयर करने के लिए मेंटेनेंस करने के लिए या फिर ओवरऑल प्रोसेस प अगर इंपैक्ट होता है तो उसको रीस्टार्ट करने के लिए कितने ड्यूरेशन लगता है कितना टाइम लगता है कितने डेज लगते हैं वह आपको यहां पर कैलकुलेट करनी होगी क्यक उसके बेसिस प लॉसेस भी आपको कैलकुलेट करने होंगे और और फिर इसके बेसिस पर आप जिसको हम बी आई कहते हैं बिजनेस इंटरप्शन यह आप कैलकुलेट कर सकते हैं तो यह ओवरऑल एफ एंड ई आई के साथ जैसे अभी हमने तो एफ एंड ई आई यही पे फाइंड आउट किया था लेकिन जो एफ एंड ई आ है उसके बाद में ये जो मॉडिफिकेशन आए है मॉडिफिकेशन में हमने एक्सपोजर एरिया भी फाइंड आउट किया रिप्लेसमेंट वैल्यू भी फाइंड आउट की एमपीपीडी भी फाइंड आउट किया एक्चुअल एमपीपीडी भी फाइंड आउट किया एमपीडीओ फाइंड आउट किया और बी आई भी फाइंड आउट किया तो ये डिफाइड फायर एंड एक्सप्लोजन इंडेक्स आप इस तरह से स्टडी कर सकते हैं और इसके भी अभी लेटेस्ट रिवीजन आ चुकी है तो यह लेटेस्ट रिवीजन भी आप यहां पर पढ़ना चाहिए उसके बेसिस पर आप अलग-अलग फैक्टर्स यहां पर इवॉल्व कर सकते हैं और फिर एफ एंड ई एक्यूरेट आप कैलकुलेट कर सकते हैं क्योंकि इसके बेसिस पर आपको अलग अलग डिसीजन लेने के लिए हेल्प होगी तो यही जो मेन डायग्राम है ये डायग्राम ओरिएंटेड डिस्क्रिप्शन जो अभी हमने पढ़ा है यही जो डिस्क्रिप्शन है व आप डायग्राम बेसस पर भी लिख सकते हैं अभी इसमें हमने जो बात कही थी कि एव ए2 तो मालूम था एव के बेसस फाइंड आउट किया और फिर ए3 इन मटेरियल फैक्टर ए एंड आया है यह जो मटेरियल फैक्टर है य एकली क्या है यह मटेरियल फैक्टर यह बेसिक स्टार्टिंग वैल्यू है कोई भी ए एंड के बेसस जो फायर एंड एक्सप्लोजन जो इंडेक्स है वो फाइंड आउट करने के लिए उसका जो बेसिस होता है तो वो बेसिस आपको यहां पर फाइंड आउट करना होगा तो यह बेसिस के लिए आप यहां पर मटेरियल फैक्टर को पहले इवॉल्व करना होगा और उसके बाद में ही कैलकुलेशन आप कर सकते तो इसलिए कुछ पोटेंशियल एनर्जी बेसिस प जो एफ एंड य के इसमें कुछ अगर केमिकल रिएक्शन इवॉल्व होती है कुछ रिएक्शन इवॉल्वड होती है उसके अलावा अगर कुछ हेल्थ इश्यूज होते हैं जैसे टॉक्स सिटी होती है या फिर लीकेजेस होते हैं उसके बेसिस पर भी यह मटेरियल फैक्टर चेंज हो सकता है यहां पे जो नेशनल फायर प्रोटेक्शन एजेंसी जो है एनएफपीए एनएफपीए ने कुछ यहां पर गाइडलाइंस दिए है जहां पर उन्होंने एक नंबर दिया है जो हेल्थ रेटिंग के लिए यूज होता है और फिर वह नंबर के बेसिस पर आप यह जो उसका फैक्टर है तो यह फैक्टर भी आप यहां पर ली ले सकते हैं और उसके बेसिस पर ये कैलकुलेशन जो है एफ एंड ई आ के व आप कर सकते हैं तो अगर आप यहां पर फर एंड रिएक्शन हजार्ड्स यहां पर देखेंगे तो इन केस अगर टेंपरेचर बढ़ता है तो टेंपरेचर के बेसिस पर यहां पर मटल फैक्टर भी चेंज हो जाएगा और इसीलिए आपको विद रिस्पेक्ट टू टेंपरेचर विद रिस्पेक्ट टू रिएक्शन विद रिस्पेक्ट टू ए नंबर उसके बेसिस पर आपको यह मटेरियल फैक्टर लेना चाहिए जनरली मटेरियल फैक्टर अगर आप देखेंगे तो ये न टू 40 में उसका नंबर होता है और अगर यह उससे ज्यादा होता है न टू 1 टू 40 में मैक्सिमम नंबर में अगर ये आता है इसका मतलब यह हाईयर हजार्ड्स लेवल है जैसे अभी अगर आप देखेंगे तो नाइट्रोग्लिसरीन ये एक एग्जांपल है जो यहां पे उसका नंबर है 4 ये अगर आप नाइट्रोग्लिसरीन की प्रॉपर्टीज देखेंगे तो नाइट्रोग्लिसरीन यहां पर यह नाइट्रोजन डेरिवेटिव प्रोडक्ट है जो नॉर्मली एक्सप्लोजन के लिए एस एक्सप्लोसिव केमिकल जो होते हैं उसमें यूज होता है तो यह हाईली हजार्ड केमिकल है और इसीलिए इसकी जो वैल्यू है तो एनएफपीए के रेटिंग्स में एमएफ जो नंबर है वो मैक्सिमम नंबर में यहां पर आता है और कुछ जो केमिकल्स है उसका नंबर कम भी होता है तो ये आपको पहले चेक करना होगा कि मटेरियल फैक्टर कितना है और फिर उसके बाद में कैलकुलेशन आएंगे ए ए और उसके बाद में फिर आप अलग अलग जो फैक्टर जैसे एमपी पीडी है एम पीडीओ है या फिर बीया है यह आप कैलकुलेशन एक्यूरेट कर सकते हैं तो इसमें हम एग्जांपल देखते हैं जैसे की य पर एग्जांपल यह मटेल फैक्टर है अलग अलग केमिकल्स के लिए तो यहां पर कुछ ऐसे ही कुछ और केमिकल ड कर सकते जहा मैंने बात की थी न टू 4 में य मटल फैक्टर आपको दिखाई दे जैसे कि यहां पर एटल डिहाइड है उसका मेटल फैक्टर 24 है एसीटोन होगा तो 16 एसीटोनाइट्राइल 24 एसिटिलीन 29 24 अमोनिया फोर बेंजीन 16 ब्रोमीन व ब्यूटेन 21 कार्बन डा सल्फाइड 16 कार्बन मोनोऑक्साइड 21 और क्लोरीन व तो जैसे अभी हमने जो पढ़ा था फायर एंड एक्सप्लोजन इंडेक्स जो है उसका फार्मूला f3 * मटेरियल फैक्टर तो ये मटेरियल फैक्टर आपको ये टेबल से लेना है तो ये ऑलरेडी डिफाइन टेबल है इसके बेसिस पे आपको ये एमए की वैल्यू लेनी है और जो m3 हमने बताया था तो m3 इज द प्रोडक्ट ऑफ f1 एंड f2 और f1 और f2 क्या है जनरल प्रोसेस हजार्ड्स और स्पेसिफिक प्रोसेस हजार्ड तो यूनिट और प्रोसेस के बारे में जो भी जनरल हजार्ड्स होंगे तो वो f1 आएगा स्पेसिफिक हजार्ड होंगे तो ए2 आएगा उसके बेसिस पर ए3 कैलकुलेशन होंगे और ए3 यहां पर आप पुट अप करेंगे टेबल से एएफ पुट अप करेंगे और फिर यहां पर एफ एंड ई आप कैलकुलेट कर सकते हैं तो यह अलग अलग कुछ स्टैंडर्ड वैल्यू भी आपको करनी होगी जिसके बेसिस पर आपको एफ एंड ई आई और कु बाकी के जो एमपीपीडी एमपीडी बीई कैलकुलेशन से वो इजी हो सकते अभी कुछ केमिकल इंडस्ट्रीज में यह स्पेसिफिक रिक्वायरमेंट होती है कि आपको टॉक्स सिटी इंडेक्स की रिक्वायरमेंट होगी तो टॉक्स सिटी इंडेक्स के लिए यहां पर मॉडिफाइड वर्जन में डायरेक्टली फार्मूला भी दिया है तो उसके बेसिस प भी आप टॉक्स सिटी इंडेक्स निकाल सकते हैं अभी ये टॉक्स सिटी इंडेक्स इंडिकेशन क्या देता है इंडेक्स ये आपको बताता है कि इंडेक्स के अगर वैल्यू हाईयर साइड में होगी तो यहां पर आपको फायर फाइटिंग के लिए जो मटेरियल लगेगा वो भी आपको हायर क्वांटिटी में लगेगा जैसे कि आप फायर फाइटिंग में नॉर्मली ट मटेरियल यूज करते हैं या फिर फम यूज करते हैं या फिर ड्राई केमिकल पाउडर यूज करते हैं या फिर और बहुत सारे मिक्सचर भी आप यहां पर यूज करते हैं तो यह क्वांटिटी ऑफ फायर फाइटिंग जो एक्सटिंग्विशिंग मटेरियल जो होते हैं वो भी आपको हायर साइड लगेगी अगर यह इंडेक्स का नंबर जो है वह हायर साइड में रहे इसीलिए आपको यहां पर कुछ डिसीजन मेकिंग के लिए आपको टॉक्स सिटी इंडेक्स कैलकुलेट करना जरूरी है तो ये टॉक्स इंडेक्स का फार्मूला यहां पर आप को दिखाई देता है बा 100 और प प् ए बा 100 तो ये जो फार्मूला है फैक्टर फॉर मोस्ट हजार्ड अस मटेरियल प्रेजेंट इन द अप्रिशिएबल क्वांटिटी विथ लोवेस्ट थ्रश होल्ड लिमिट वैल्यू तो ये टीच वैल्यू आपको कहां से लेनी है तो यह एक्चुअली फैक्टर है हजार्ड अस मटेरियल का जो मैक्सिमम हर्स मटेरियल है उसका और उसकी जो क्वांटिटी है वो उसके बेसिस पे और उसका जो थ्रेड लिमिट वैल्यू है उसका लोवेस्ट थ्रश होल्ड वैल्यू बेसिस पे ये आपको पीच की वैल्यू यहां पर लेनी है जो यहां पे पी और एस है तो पी का मीनिंग है जो हमने पहले लिया था जनरल प्रोसेस हजार्ड तोव हमने एफ एंडडी कैलकुलेशन में एव कहा था यहां पर अभी आपको प लिखना है और एस जो है वो स्पेशल प्रोसेस हड है जो हमने ए एंड य इंडेक्स में ए2 लिया था यहां पर ये ए है तो ये टी इटी बा 100 प प् ए बा 100 उसके बेसिस पर आप टॉक्स सिटी इंडेक्स निकाल सकते हैं और फिर उसका सिग्निफिकेंट आपको क्लियर होना चाहिए कि टॉक्स सिटी इंडेक्स अगर इतनी आती है या फिर एफ इंडेक्स इतनी आती है तो इसका मीनिंग क्या होता है कुछ नंबर्स है जो आपको कुछ आईडिया देते हैं जैसे कि यहां पर हमने बताया था कि जो टीच वैल्यू है तो आपके टॉक्स सिटी इंडेक्स में अगर आपको टीच की वैल्यू लेनी है तो एनएफपीए ने ये रेटिंग दिए है हेल्थ ओरिएंटेड जो नंबर्स दिए है तो वो नंबर जैसे कि अगर यहां पर जीरो है ए तो यह टीच भी जीरो ही है लेकिन अगर यहां पर एव है तो ये टीच 50 है यहां पर अगर ये ए2 है तो यहां पर ये टी एच की वैल्यू 125 है ये 3 है तो 250 है 4 है तो 325 ये जो टीटीएच की वैल्यू है यह आपको इस नंबर से लेनी है और फिर आपका जो मटेरियल होगा ये मटेरियल के बेसिस प ये एनएफपीए में एनएच नंबर दिया होता है उसके बेसिस प आप यह रेटिंग ले सकते हैं तो ये जो इंडेक्स होती है उसमें असेसमेंट अगर आपने किया जैसे कि अभी हमने इसके पहले के स्टेप्स में फायर एंड एक्सप्लोजन इंडेक्स कैलकुलेट करने के लिए बताया था अगर इन केस पायरन एक्सप्लोजन इंडेक्स की रेंज ये 0 टू 60 में आती है तो इसका मीनिंग क्या है तो यह नंबर कैलकुलेशन के बेसिस के जगह आपको इसके मीनिंग्स आपको समझाने है बाकी लोगों को भी अवेयर करना है कि ये डिग्री ऑफ हजार्ड लाइट में आता है अगर आपका 61 टू 96 में आता है तो ये मॉडरेट डिग्री ऑफ हजार्ड है ये अगर 97 टू 127 आता है ये इंटरमीडिएट डिग्री ऑफ हजार्ड है और ये अगर 128 टू 158 आता है तो ये हेवी डिग्री ऑफ हजार्ड है और 159 प्लस है तो यह सीवियर कैटेगरी है यानी कि अगर कैलकुलेशंस में एफ एंड ई आई अगर मोर देन 159 आते हैं तो वो सभी सीवियर कैटेगरी के हजार्ड्स होते हैं और उसके बेसिस प फिर आपको कुछ डिसीजंस लेने होंगे जो प्रिकॉशनरी मेजर्स के लिए वर्क आउट कर सकते हैं अब ये सिंपल एग्जांपल है जो एफ एंड ई आई इंडेक्स के लिए यूजफुल है जैसे अगर यहां पर बताया है कि जनरल प्रोसेस हजार्ड है ए1 फिर स्पेशल प्रोसेस हजार्ड है ए2 और उन्होंने कैलकुलेशन करके दिए हैं यह नंबर्स दिए है 2.8 और 3 प8 तो यह f1 और f2 की वैल्यू है उसके अलावा जो मटेरियल फैक्टर दिया है वो डायरेक्टली उन्होंने मेंशन किया है कि ये 24 है और यह एग्जांपल है एक्रल नाइट्राइल का तो यह जो एफ एंड ई आई वैल्यू है ये आपको कैलकुलेट करनी है और फिर उसका मीनिंग आपको बताना है कि एटली यह इंडेक्स के बेसिस पर आपको कंक्लूजन क्या है तो यहां पे जो f3 वैल्यू आप कैलकुलेट करते हैं जो f1 इन f2 रहता है और f f3 इन मटेरियल फैक्टर यानी कि अगर हमने जो पहले पढ़ा था वो एक्चुअली क्या था ए एंड e इक्वल टू f3 इन मटेरियल फैक्टर ये f3 कैसे निकालते है तो यह निकालते है ए1 इन ए2 और इनटू मटेल फैक्टर ये कैलकुलेशन में एग्जांपल में दिया है f1 2.8 तो हमने ये 2.8 लिखा ए2 जो दिया है 3.8 ये य प प्रिंट मिस्टेक है 3.8 फैक्टर जो है वो है 24 तो आप ये कैलकुलेट करेंगे प्रोमेट 255 आ जाएगा अब य 255 वैल्यू का मतलब क्या है अभी हमने जो टेबल दिखा था 159 अगर यह प्लस है तो इसका मतलब है यह सीवियर हजार्ड कटेगरी में आता है इसलिए कंक्लूजन य पर दिया है यह सीवियर हजार्ड यह इंडेक्स के बेसिस पर आप हज आइडेंटिफिकेशन ल आइडेंटिफिकेशन है कि जो आपने अभी फायर एंड एक्सप्लोसिव इंडेक्स के कैलकुलेशन के बारे में पढ़ा है उसका एग्जांपल भी देखा है उसके अलावा जो हमने टॉक्स सिटी इंडेक्स के बारे में भी देखा था तो यह दोनों अगर कंपेयर करेंगे तो उसके बेसिस पर भी कुछ हजार्ड आइडेंटिफिकेशन हो सकता है तो जैसे यहां पर एक कैटेगरी वन है अगर आपके कैलकुलेशंस में फायर एंड एक्सप्लोजन इंडेक्स अगर लेस देन 65 आती है और टॉक्स सिटी इंडेक्स जो हमने फार्मूला देखा था टी एच और अगर वो टॉक्सिक्स लेस दन सिक्स आती है तो वह डिग्री ऑफ हजार्ड लो है इन केस अगर फायरन एक्सप्लोसिव इंडेक्स 65 से ऊपर और 95 से नीचे आती है और जो टॉक्सिक्स है वो छ से ज्यादा और 10 से कम अगर होती है तो वो मीडियम लेवल डिग्री ऑफ हजार्ड है इन केस अगर फायर एक्सप्लोजन इंडेक्स 95 से ऊपर आती है और टॉक्स सिटी इंडेक्स 10 से ज्यादा है तो यह हाई लेवल हजार्ड है यानी कि यहां पर डिग्री ऑफ हजार्ड हम फायर एन एक्सप्लोजन इंडेक्स और टॉक्स सिटी इंडेक्स दोनों के बेस हम डिसाइड कर और उसके अलावा यहां पर अगर फायर हजार्ड हम फोकस करते हैं तो आपको मालूम है कि फायर हजार्ड के लिए फायर लोड कैलकुलेट करना बहुत जरूरी है और फायर लोड के बेसिस पर फिर हम फायर पोटेंशियल डिसाइड कर सकते हैं तो फायर लोड का हमने पहले ही डेफिनेशन एग्जांपल फार्मूला भी देखा था ये फायर लोड क्या होता है कि आपके यूनिट में आपके सेक्शन या डिपार्टमेंट में कंस्ट बल मटेरियल कितने हैं और वो कंस्ट बल मटेरियल की कैलोरीफिक वैल्यू कितनी है तो आपको सबसे पहले मालूम होना चाहिए कि कंस्ट बल मटेरियल कौन-कौन से हैं और कितनी क्वांटिटी में है और यह मटल के प्रॉपर्टी के बेसिस पर उसकी कैलोरिक वैल्यू अलग अलग होती है तो ये कैलोरिक वैल्यू कितनी है यानी कि ये जूल्स पर केजी हो सकती है किलो कैलोरीज या किलो जूल्स पर केजी भी हो सकती है और फिर यह पर यूनिट एरिया यहां पर अभी ये फिट स्क्वेयर दिया है मीटर स्क्वा हो सकता है तो ये ब्रिटिश थर्मल यूनिट आप यूज कर सकते हैं या फिर जूल्स यूज कर सकते हैं कैलोरी यूज कर सकते हैं लेकिन हर एक का मीनिंग यही है कि जो भी मटेरियल जो कंबल मटेरियल है उसको जलाने के बाद या फिर फायर कैच होने के बाद उस एरिया में यूनिट एरिया में कितनी क्वांटिटी हीट की निकलेगी तो यह एक्चुअली मेन फायर लोड का मीनिंग है और उसके बेसिस पर फिर फायर काइ होगा जैसे यहां प ये टेबल है ये टेबल के भी आप पढ़ सकते है इली है तो ये ए फक्टर जो अभी हमने देखा था एय पर फीट स्क्वायर में है और य पर नर्मल वर्किंग एरिया इ 10थ फॉम में दिया है तो ये रेंज एक्सपेक्टेड फायर ड्यूरेशन अगर ए फैक्टर है और उसका ड्यूरेशन अगर यय ए फैक्टर जीरो टू 50 में है तो उसका ड्यूरेशन फायर ड्यूरेशन जो है आवर्स में 0.25 0.5 हो सकता है इन केस इतना ड्यूरेशन होता है तो ये लाइट हजार्ड कटेगरी में आएगा जिस की नॉर्मली बिल्डिंग्स में होता है इन केस यह एफ फैक्टर चेंज होता है टू 100 यहां पर ड्यूरेशन भी चेंज हो रहा है 521 यहां पर लो कैटेगरी हजार्ड और ये ड्वे जैसे कि ये रेसिडेंशियल में होता है अगर यह नंबर बढ़ते जाएगा जैसे 100 200 400000 2000 5000 100 उसी हिसाब से यह जो एक्सपेक्टेड रेंज है फायर ड्यूरेशन का वो भी बढ़ते जा रहा है न टूटू 4 10 20 50 100 आवर्स त यानी कि अगर एफ फैक्टर इतने रेंज में अगर होगा तो यह 100 घंटे तक यह जल सकता है ठीक है तो यह चार दिन से भी ज्यादा यहां पर जलते रहेगा यह वेरी एक्सट्रीम केस की कैटेगरी है जो हजार्ड में आती है तो यहां पर ये लो से मॉडरेट हाय री और वेरी एक्सट्रीम लेवल तक ये सकती है डिपेंड से मटेरियल कौन सा है उसकी क्वांटिटी कितनी है और वो एरिया क्या है जैसे कि य प अलग अलग एरिया है बिल्डिंग या ड्वे या फैक्ट्रीज या अलग-अलग रबर रबर ओरिएंटेड इंडस्ट्रीज या फिर वेयर हाउसेस वो सब चीज यहां पर मटेरियल के बेसिस प भी डिपेंड होगी तो ये एफ फैक्टर के बेसिस पर आप फायर पोटेंशियल जो है जो फायर लोड के कैलकुलेट किया जाता है वो भी आप यहां पर कंसीडर करना चाहिए और उसके बेसिस प फिर आपको हजार्ड की कैटेगरी भी यहां पे आइडेंटिफिकेशन का इफेक्ट हो सकता है जैसे कि यहां पे ये जो एक्सप्लोजन इंडेक्स है प्लांट का जो एक्सप्लोजन इंडेक्स होता है इंटरनल प्लांट एक्सप्लोजन इंडेक्स उसको ई से डिनोट किया है और जो एरियल एक्सप्लोजन इंडेक्स है जो एयर में होगा वो ए कैटेगरी से या ए सिंबल से डिनोट किया है जैसे यहां पे अगर लाइट हजार्ड कैटेगरी है तो नॉर्मली e की वैल्यू 0 टू व होगी और ए की वैल्यू 0 टू 10 यानी कि इंटरनल प्लांट में एक्सप्लोजन जब होता है और उसकी वैल्यू अगर जीरो टू वन है सिर्फ लेकिन एरियल एक्सप्लोजन में उसकी वैल्यू हायर साइड में जा सकती है मल्टीपल ऑफ 10 यहां पर 10 तक ये जा सकती है अगर यह लो हजार्ड कैटेगरी है तो ये ई वैल्यू 1 टू 25 तक जा सकती है और ए की वैल्यू मॉडरेट होता है 2.5 टू 4 एरिया एरियल एक्सप्लोजन इंडेक्स की वैल्यू 30 टू 100 उस तरह हाई एक्सप्लोजन कैटेगरी या हाई हैर्ड कैटेगरी फोर टू सि ई वैल्यू 100 टू 50 ए वैल्यू अगर यह वेरी हाई कैटेगरी है तो यहां पर ई वैल्यू मोर दन सिक्स आ जाएगी और ए की वैल्यू मोर देन 500 आ जाएगी इसके बेसिस प यानी कि ई और ए की कैलकुलेशन के बेसिस प भी आप यहां पर एक्सप्लोजन पोटेंशियल फाइंड आउट कर सकते हैं उसके बेसिस पर यहां पे जो अलग-अलग यूनिट से अलग-अलग इक्विपमेंट से अलग-अलग स्टोरेज टैंक से उसके डिस्टेंस उसकी बाउंडी कंडीशंस आप यहां पे चेंज भी कर सकते हैं तो जो भी आपको लगता है कि यह सेफ्टी डिस्टेंस है यानी कि मिनिमम डिस्टेंस से ज्यादा भी डिस्टेंस आप यहां पर ले सकते हैं तो यहां पर अगर जितना आपको लगेगा कि यह कंफर्टेबल है आपके पास स्पेस अवेलेबल है और मिनिमम डिस्टेंस रिक्वायरमेंट से आप ज्यादा डिस्टेंस रख पाते हैं तो यहां पे हजार्ड और उसके जो एक्सप्लोजन पोटेंशियल जो है वह रिड्यूस हो सकते हैं और आपका जो एक्सीडेंट के चांसेस या उसका इफेक्ट थोड़ा सा कम हो सकता है तो लेव जो होगी वो लेवल भी आप चेंज कर सकते हैं जैसे यहां पर यह गाइडलाइन है इंटर यूनिट बाउंडी डिस्टेंस यहां पर अगर अलग अलग दो यूनिट है जैसे की यूनिट ए यहां पर बताया है और यह यूनिट बी है यूनिट ए का जो डाउ फायर एंड एक्सप्लोजन इंडेक्स अगर आप देखेंगे तो वह कैटेगरी क्या है उसको चेक करना है आपको और यूनिट बी का भी आपको ड एंड फायर एंड एक्सपोज इंडेक्स चेक करना है जैसे यूनिट बे अगर माइल्ड होगा और यह भी माइल्ड होगा यूनिट ए का तो यहां पर ठीक है कि ये डिस्टेंस जीरो भी होगा इंटर यूनिट बटरी डिस्टेंस तो चलेगा लेकिन अगर ए यहां पर माइल्ड है और बी यहां पे लाइट कैटेगरी में आता है तो यहां पे आपको डिस्टेंस मिनिमम फाइव रखना होगा मीटर्स में इन केस यही सेम कैटेगरी हम लेते हैं यूनिट ए का माइल्ड है और अभी यह बी का मॉडरेट है तो आपको कम से कम 6 मीटर डिस्टेंस रखना होगा यही अगर बी का मॉडरेट ली है तो 8 मीटर यही अगर हेवी है तो 10 मीटर यही अगर एक्सट्रीम कैटेगरी में आता है बी यूनिट तो 12 मीटर वाइस वर्ष केस भी हम देख लेते हैं कि अगर ए यूनिट एक्सट्रीम कैटेगरी में आता है और बी अगर माइल्ड में भी आता है तो आपको मिनिमम 12 मीटर डिस्टेंस रखना है यही लाइट में आता है तो 15 मीटर डिस्टेंस अगर ये मॉडरेट में आता है तो 17 मीटर डिस्टेंस मॉडरेटली हेवी 20 मीटर डिस्टेंस हेवी 25 मीटर डिस्टेंस और यहां पे एक्सट्रीम केस दोनों भी यूनिट अगर होंगे तो 30 मीटर डिस्टेंस यहां पे होता है तो जिस प्लांट्स को ये पॉसिबल है 30 मीटर डिस्टेंस के बेसिस प आप यूटिलाइज कर सकते हैं ओवरऑल स्पेस तो आपको दिखाई देगा कि बहुत सारी जगह ये 30 मीटर डिस्टेंस यहां पे दो यूनिट्स में रखा जाता है तो इसका ये बेस डाउ एंड फायर एंड एक्सपोजर इंडेक्स है अभी इसमें ही अगर आप देखेंगे तो विदन यूनिट बाउंडी डिस्टेंस तो आपके एक ही यूनिट में जो बाउंड डिस्टेंस होते हैं वो भी आपको चेक करने चाहिए जैसे कि अभी यहां पे अलग-अलग कैटेगरी के बेसिस प भी हजार्ड आइडेंटिफिकेशन होंगे तो उसके लिए भी कुछ यहां पे मिनिमम डिस्टेंस के लिए गाइडलाइंस है जैसे यहां पे अभी अगर आपने जो डाउ एंड फायर एक्सप्लोजन इंडेक्स के बारे में देखा है तो माइल्ड कैटेगरी में आता है तो वर्ष के लिए आपको कम से कम 20 मीटर डिस्टेंस रखना चाहिए प्लांट के लिए 15 मीटर और जो ऑफिस है उसके लिए 10 मीटर्स का डिस्टेंस मिनिमम रखना चाहिए उसी हिसाब से ये लाइट मॉडरेट मॉडरेटली हेवी हेवी और एक्सट्रीम कैटेगरी आती है तो एक्सट्रीम के लिए आपको वर्स बाउंड्रीज के लिए मिनिमम 75 डिस्टेंस प्लांट बाउंडी के लिए 50 मीटर डिस्टेंस और जो ऑफिस एमटी और कंट्रोल रूम होते हैं उसके लिए 45 मीटर डिस्टेंस रखना जरूरी है तो यह ओवरऑल आपके इंडेक्स पर डिपेंड है इंडेक्स के बेसिस पर आपकी जो हजार्ड की कैटेगरी क्या है उसके बेसिस पर डिपेंड है आप अलग अलग मटेरियल क्या यूज करते हैं क्वांटिटीज क्या यूज करते हैं केमिकल्स क्या यूज करते हैं उसमें भी फ्लेमेबल रेंजेस क्या है एक्सप्लोसिव रेंजेस क्या है उसके अलग अलग रिस्क क्या पॉसिबल है और फिर आप ये बाउंडी डिस्टेंस वो चाहे विदन यूनिट हो या यूनिट टू यूनिट हो वो आप डिसाइड करना जरूरी है तो इसलिए हमने जो पहले ही बात कही थी कि ये अलग-अलग जो डाउ फायर एंड एक्सप्लोजन इंडेक्स है या फिर मंड इंडेक्स है या टॉक्स सिटी इंडेक्स है या फिर फायर पोटेंशियल है एक्सप्लोसिव पोटेंशियल है ये हर एक पैरामीटर्स का आपको कैलकुलेशन कर रहा है जानकारी ले है और उसके बेसिस प आप अलग-अलग डिसीजन यहां पर ले सकते हैं थैंक यू