किसी चीज की जनता को लत लगा दीजिए और उसके बाद उसमें मोनोपोली हासिल कर लीजिए और उस तरीके से एक तरीके से मार्केट पर आपकी लीडरशिप बन जाएगी लेकिन जनता अगर जाग गई फिर क्या होगा कोई अल्टरनेटिव अगर खड़ा हो गया फिर क्या होगा यानी कि रोटी कपड़ा मकान यह बेसिक नेसेसिटीज पहले हम सुनते थे लेकिन आज के टाइम में क्या आप कंसीडर कर सकते हैं विदाउट इंटरनेट नहीं रिसेंटली ट्रेंड चल रहा है बीएसएनएल की घर वापसी इसका कारण यह है कि 3 जुलाई को नोटिस आता है कि 25 प्र भाव बढ़ गए हैं मतलब जो आपका यूजुअल टैरिफ रेट होता है और कई लोग ऐसे जोक्स डाल रहे हैं इंटरनेट पर ऐसा लगता है कि ये तीनों कंपनीज मैं इन तीनों कंपनीज की बात कर रहा हूं ये साथ मिलकर भुट्टा खा रहे थे कुछ मानसून चल रहा है इन्होंने डिसाइड किया कि मोटा भाई रेट बढ़ा दिया जाए मोटा भाई ने कहा चलो यार तुम कह रहे हो बढ़ा देते हैं क्योंकि बड़ा सबसे बड़ा मार्केट शेयर तो मेरे ही पास है 25 पर बढ़ा दिया ये कोई पहली राइज नहीं है ऐसा लग रहा है कि एक क्वार्टर के गैप पर कुछ ना कुछ ये राइज कर रहे हैं आई वाज रीडिंग वन न्यूज़ इन बिजनेस टुडे वह कह रहे हैं कि शायद इस साल के लास्ट क्वार्टर में फिर एक राइज देखने को मिल सकता है तो अगर यह कंटीन्यूअस राइज होगा और वो भी 25 पर फिर 25 पर तो फिर तो मतलब इट इज लाइक अ ह्यूज गैप यह देखिए अगर तीनों को मिला ले क्योंकि तीन ही पावर है इस टाइम पर j airtelhellotunes.in 20 पर शेयर अपने पास रखता था इस समय 10 पर से भी नीचे लेकिन दिन बदलने वाले हैं क्या क्योंकि प जब से 3 जुलाई के बाद यह न्यूज आई है 4 जुलाई को इन्होंने बाकी दोनों ने भी बढ़ा दिया रेट उसके बाद से कितने सारे लोग जगह-जगह पर अपने मु यू कैन से नंबर को पोर्ट करा रहे हैं कैंपेन चला रहे हैं कि भाई पोर्ट करा लो तो क्या होने वाला है जरा कुछ कंपैरिजन देख लेते हैं यह देखिए बसल का 9 में 30 डेज मतलब इट्स लाइक 2gb पर डे भी है और अनलिमिटेड कॉल्स भी है एक इनका एक पैकेज चल रहा है 1530 फॉर फॉर पर ईयर जिसमें कि 1.5gb पर डे भी है और कॉल्स भी है तो वो तो अगर आप इफेक्टिवली देखो तो वो तो 200 से भी बहुत नीचे पड़ जाएगा राइट तो क्या बीएसएनएल डिफीट करने वाला है जरा स्टोरी को शुरू करते हैं बीएसएल के इंसेप्शन से सन 2000 बीएसएनएल का इंसेप्शन होता है आप में शायद कुछ लोगों को याद होगा ऐसा एक एडवर्टाइजमेंट आता था कनेक्टिंग इंडिया वर्ल्ड कप का मैच होता था तो आता था कि बीएसएनएल का चौका राइट और उससे बीएसएल की ऐसी हालत कैसे पहुंची सन 2000 की बात करें 2001 से 2008 तक का डाटा देखेंगे तो कभी भी बीएसएनएल लॉस में नहीं था बीएसएनएल कंटीन्यूअसली प्रॉफिट में था जबकि बीएसएनएल कोई प्रॉफिट के लिए नहीं बना था इट वाज अ पीएसयू तो वो कनेक्ट करने के लिए बना था इंडिया को वो उन जगहों पर इटर वो उन जगहों पर यह टेलीकॉम सर्विसेस देने के लिए बना था कि जिन जगहों पर एक्चुअली यह जो बाकी मोबाइल प्लेयर्स हैं यह जाना नहीं चाहते थे आप कहेंगे ऐसा क्यों देखिए जैसे अभी जो न्यूज़ थी उसमें पूछा गया भाई आपने ऐसा क्यों किया jio1 की तरफ से कोई इंफॉर्मेशन नहीं उसको खर्च करना है कंपनी को टावर मेंटेनेंस स्टाफ वगैरह उ उसी उतना ही स्टाफ पर खर्चा करके उतनी ही सर्विसेस पर खर्च खर्चा करके उनका रेवेन्यू ज्यादा होगा ज्यादा रेवेन्यू का तो जाहिर सी बात है ए आरपीयू बढ़ जाएगा है कि नहीं रूरल एरिया पर इनका फोकस नहीं था लेकिन भाई गवर्नमेंट है तो गवर्नमेंट को तो रूरल एरिया को कनेक्ट करना है ना क्योंकि देश के डेवलपमेंट के लिए जरूरी है तो इस वजह से बीएसएनएल वाज इंपोर्टेंट तो बीएसएनएल ने अपने आप को वहां पर एक्सपेंड किया लेकिन फिर भी देखिए बीएनएल का प्रॉफिट अगर इन सालों के बीच की बात करूं तो करीब 46000 करोड़ का प्रॉफिट था राइट कुछ ऐसे भी ईयर थे जैसे 2004 पा 10000 करोड़ पर ईयर तो आप सोचेंगे 10000 करोड़ का प्रॉफिट कमा रही थी बीसल एक साल में तो वहां से यह वाला हश्र कैसे हुआ उस हश्र के चार रीजन हम कह सकते हैं पहला स्कम्स जैसे उस समय यह गठबंधन की सरकार थी टेलीकॉम मिनिस्टर बने ध मारन जी तो एक तो इनका स्कैम सामने आया बड़ा ही रोचक स्कैम था बात खुली तो पता लगा कि इन्होंने अपने लिए एक अलग से एक्सचेंज बनवाया अपने रेजिडेंशियल कॉम्प्लेक्शन दो जुगाड़ लगवा सिफारिश करो कोई आपकी सुन ले तो आपको लगे ओ हो हो हम पर तो एहसान हो गया फिर जाकर आपका इंटरनेट आ रहा था लेकिन यहां पर हाई स्पीड इंटरनेट 330 लाइन आप सोचोगे कर क्या रहे थे जनाब तो इन जनाब का एक्चुअली सन नेटवर्क था अलग से इनका एक चैनल था तो यह बाद में आरोप भी लगे कि एक्चुअली उन हाई स्पीड इंटरनेट लाइन से वह अपलिंक कर रहे थे अपने प्रोग्राम्स को तो आपके और हमारे पैसों से टैक्स पेयर्स मनी से यह जनाब अपना चैनल चला रहे थे उससे पैसा कमा रहे थे राइट और इसमें करीब 440 करोड़ का नुकसान हुआ चार महीने में उस समय बीएसएनल को ये एक डाटा यहां पर सामने आया था फिर को कहा कि भाई आप पर तो इतना बड़ा स्कैम है इतना बड़ा आरोप लग गया जांच होगी तो कुछ तो मतलब देख लो तो उन्होंने कहा ठीक है ठीक है आगे मत बोलो ज्यादा बेइज्जती हो जाएगी चलो हम रिजाइन दे देते हैं ये रिजाइन देकर चले गए इनकी जगह दूसरे महानुभाव आए ए राजा इन्होंने नेक्स्ट लेवल काम किया ूजी स्पेक्ट्रम घोटाला जिसमें आरोप था करीब 176000 करोड़ का घाटा हुआ भारत सरकार को ऐसा उस समय सीएजी की रिपोर्ट कह रही थी अब आप कहेंगे सर ये घोटाले चल कैसे रहे थे मतलब अगर ये थे तो इनके खिलाफ एक्शन होता तो फिर उसके बाद ऐसा क्यों है कि सिमिलर पार्टी से फिर यहां पर आपके एराज आ रहे हैं क्योंकि गठबंधन की सरकार थी ना तो डीएमके से आपको लेना था एक नेता को क्योंकि भाई उनके सपोर्ट पर सरकार चल रही है मनमोहन सिंह जी उस समय प्राइम मिनिस्टर थे खैर अब आप कहेंगे इससे फर्क क्या पड़ा इससे फर्क यह पड़ा कि जो एक प्रॉफिटेबल पीएसयू थी हमारी बीएसएनएल अब इस पर नज मतलब इस पर नजर नजर बन गई क्योंकि आप खुद ही बताओ जिस केस ऊपर बड़े-बड़े घोटालों के आरोप लगते हैं तो उसके बाद अगर वो कोई बड़ा प्लान लेकर आएगी इन्वेस्टमेंट प्लान एक्सपेंशन प्लान तो उसके बाद जो ऊपर वाले अधिकारी हैं वो थोड़ा सोच समझकर फाइल पर साइन करेंगे कि नहीं करेंगे वो समझेंगे वो सोचेंगे यार पता नहीं कौन सा घोटाला कर दें अब ये तो आप कहेंगे सर इसमें तो इनकी गलती थी ना इसमें अधिकारी थोड़ ना इवॉल्व है भाई साहब केवल ये तो केवल एक ट्रेलर है राइट झांकी है ये पिक्चर इसके बाहर भी है पिक्चर बाकी है वो क्या है एग्जांपल जैसे कांट्रैक्ट जो दिए गए तो जब इसके बाद एक की बात खुदाई होने लगी तो पता लगा कि कुछ कांट्रैक्ट्स ऐसे थे कि शेल कंपनीज को दे दिए गए शेल कंपनीज का मतलब है कि एक ऐसी कंपनी जो किसी एड्रेस पर बता रखी है लेकिन वहां एजिस्ट नहीं करती प्लस उस कंपनी को कांट्रैक्ट मिला उस कंपनी ने किसी और को कांट्रैक्ट दिया उससे वो करा रही है काम तो एक्चुअली बीच का मार्जिन कुछ ऐसे ही लोग खा रहे हैं तो उसमें कुछ नेता भी हो सकते हैं कुछ अदर लोग भी हो सकते हैं जिनका क्लोज कनेक्शन था ब्यूरोक्रेसी से और पॉलिटिशियन से नेगेटिव इंपैक्ट पड़ा बीएसएनएल के एक्सपेंशन प्लान पर बीएसएल ने उस समय पर जो एक प्लान बनाया था कि दे आर गोइंग टू एक्सपेंड फर्द नए टेक्नोलॉजी के टावर्स को लगा लगाएंगे तो उसके आज के समय के हिसाब से कीमत बताऊं तो पड़ती है करीब 80000 करोड़ अगर इतना बड़ा एक्सपेंशन प्लान होता तो शायद उसके बाद आए joda-time 5000 करोड़ का भी कोई कांट्रैक्ट जा रहा है तो उस पर भी निगरानी आ रही है रोक लग रही है तो भाई एक्सपेंशन तो रुक गया इसी समय पर लेवरेज किसने ले ली प्राइवेट प्लेयर्स ने ले ली उन्होंने अपने आप को एक्सपेंड करना स्टार्ट कर दिया तो जिस तरफ जहां पर बीसल को फर्द एक्सपेंड होना चाहिए था क्योंकि प्रॉफिटेबल पीएसयू थी ये रुक गई और बाकी लोग एक्सपेंड करने लग गए इसके बाद दूसरा ये वाला था अगर आप में से कोई अब कभी गया हो बीएसएनएल के ऑफिस उस समय पर तो क्योंकि भाई मार्केट के किंग थे बीएसएनएल वाले एक तरीके से राइट तो यह समझ ली कहते हैं ना कॉमन भाषा में कि आदमी को आदमी नहीं समझ रहे मतलब आप अप्लाई कर रहे हैं फिर उसके बाद आपका इंटरनेट लग रहा है फिर वो इंटरनेट अच्छे से काम नहीं कर रहा फिर आप एप्लीकेशन देने जा रहे हैं तो एक तरीके से आपका कितना समय तो इसी में जाया हो जा रहा है इससे जिस सुविधा के लिए आपने इंटरनेट लिया था कि बिजनेस में हेल्प मिलेगी या किसी और चीज में हेल्प मिलेगी वो नहीं हो पा रहा है और इसकी जगह प्राइवेट प्लेयर्स इस समय अपने आप को एक्सपेंड कर रहे थे तो मुझे बताइए एक नेचुरल हमारा एक यू कैन से एट्रबीक टू शिफ्ट फॉर द बेटर ऑप्शन तो वी शिफ्टेड फॉर द बेटर ऑप्शन लो एफिशिएंसी कारण हाई नंबर ऑफ एंप्लॉयज एक समय पर 170000 के आसपास एंप्लॉयज थे और बाकी दूसरी जगह पर हम देखते हैं कि वहां पर कॉस्ट ऑफ एंप्लॉयज कम था रेवेन्यू उसके पोशन में प्रोपोर्शन में ज्यादा होने लगा तो ये भी एक फैक्टर फैक्टर था और फिर ऑब्सोलेटे टेक्नोलॉजी यानी कि जैसे आपके जो टावर्स हैं उसपे जो बीटीएस बॉक्स लगते हैं सिंपल भाषा में बताऊं जिस समय j सोच रहा था कि यार मैं ऐसे टावर्स के साथ या तो यू कैन से कांट्रैक्ट करूंगा जैसे एक कंपनी थी जेटी या फिर मैं खुद अपने टावर्स बनाऊंगा तो उसमें ऐसे टेक्नोलॉजी टेक्नोलॉजी रखूंगा जिससे 4g पर मैं भविष्य में 5g में शिफ्ट हो सकूं 4g लगाऊ 5g में शिफ्ट हो सकूं j ने ऑप्शन दिया कि आपको फ्री में मिलेगी सुविधा और फ्री में कब तक एक साल तक फ्री में चल रही थी पहले कहा न महीने फिर 6 महीने फिर बढ़ती चली गई अभी इस वीडियो में हम इस बात पर भी जाएंगे कि j ऐसे फ्री में सुविधा दे कैसे पाया क्योंकि हमारे देश में कंपटीशन कमीशन ऑफ इंडिया है जो कहता है कि सीसीआई इंश्योर करेगी कंपटीशन शुड बी देयर यानी कि कोई भी मार्केट प्लेयर मोनोपोली नहीं बनाएगा या ऐसी प्रैक्टिसेस नहीं करेगा जिससे कि कंपटीशन खत्म हो जाए तो फिर jio1 ही था क्योंकि देखो बीएसएनएल की ये एक बाद में जाके एडवांटेज भी बनी जैसे इसके बाद से इतने लॉसेस हुए बीएसएल को लेकिन फिर भी बीएसएनएल टिक कैसे पा रहा है उसका एक बड़ा कारण यही है दूर दराज के इलाकों में कहीं पहाड़ों में कहीं दूर दराज के इलाकों में रेगिस्तान में जहां पर यह प्राइवेट प्लेयर नहीं जा रहे थे बीएसएनएल जा रहा था बीएसएनएल आज भी काम कर रहा है आप में से जो लोग इस वीडियो को बीएसएनएल से देख रहे होंगे जरा कमेंट में बताइएगा तो दिस हैपेंड यह देखिए फिर ऐसी रिपोर्ट आने लगी 16.4 लाख कस्टमर्स क्विड बसल नेटवर्क 2023 में लेकिन अब इसका रिवर्सल देख रहा है तो j ने कैसे डोमिनेट किया jio1 में सबसे पहले तो पीछे से मतलब यह काम केवल अभी का नहीं था jio.com सेक्टर 4g उसके लिए jio1 करोड़ के आसपास मुकेश अंबानी जी ने खर्च किए थे और उसके बाद जैसे ही फ्री सर्विसेस दी तो फ्री सर्विसेस में सब्सक्राइबर बेस बढ़ा दिया शूट अप कर दिया जीरो से लेकर 30 पर ऑफ दी मार्केट साइज अगर 30 पर मार्केट साइज ले लिया तो उसके बाद जैसे ही वो मिनिमम चार्ज आप पर लगने स्टार्ट हुए थे ना जिओ के उससे पता है रेवेन्यू कितना आया था उस वाले फाइनेंशियल ईयर में तो कहा जाता है करीब 2 लाख 95000 करोड़ मात्र इसको कहते हैं बिजनेस खैर बढ़ा दिया इन्होंने लेकिन उसके बाद जो मोनोपोली स्टार्ट हुई इनकी उसके बाद इन्होंने ग्रैजुअली स्टेप अप करते रहे आप कहेंगे मोनोपोली कैसे मोनोपोली में तो एक प्लेयर होता है यहां पर मोनोपोली इस वजह से कहा जा रहा है क्योंकि बाकी प्लेयर्स तो खत्म ही हो गए ना फॉर एग्जांपल बाकी प्लेस इन द सेंस ईया मर्ज हो गया कहां यह सब तो वह कन्वर्ट हो गया vodafone-idea कर कैसे पाए मतलब कुछ इनके खिलाफ नहीं हुआ क्या फ्री सर्विस के खिलाफ जरा एग्जांपल देता हूं इनके खिलाफ एक्चुअली भारतीय एयरटेल ने केस किया सीसीआई में उन्होंने कहा कि सर आप कंपटीशन कमीशन ऑफ इंडिया हैं ऑलरेडी हमारे पास एक लॉ है तो प्लीज यूज दैट लॉ क्योंकि हम मानते हैं कि हम फ्री मार्केट हैं फ्री मार्केट का मतलब है कि डिमांड और सप्लाई के हिसाब से भाव डिसाइड होने चाहिए लेकिन कोई अपनी सर्विसेस फ्री में दे देगा लोगों को एडिट कर लेगा हुक कर लेगा और हमारे सारे मार्केट को डिस्टोर्ट कर देगा तो हम तो सड़क पर आ जाएंगे भाई अगर प्राइस को लो करते समझ में आता है लेकिन फ्री ही कर दिया इसके साथ कैसे कंपीट करें ये कंपटीशन है ही नहीं कंपटीशन कमीशन ऑफ इंडिया जागो कुछ पर करो एक तो होता प्रेडेटरी प्राइसिंग आपको तो उस पर भी एक्ट करना चाहिए अगर कोई प्रेडेटरी प्राइसिंग करता है मतलब अपने प्रोडक्ट को लॉस में बेचने लग जाए जिससे कि मार्केट को खत्म कर दे उसको हम कहते हैं प्रेडेटरी प्राइसिंग लेकिन j ने तो उससे भी नेक्स्ट लेवल काम कर दिया तो सीसीआई ने कहा देखो हम बताते हैं तुम्हें बात एक्चुअली हुआ क्या है उनका कहना है कि देखो सीसीआई का जो लॉ है ना वो जिओ पर लगेगा नहीं भारतीय टल ने कहा क्यों नहीं लगेगा ऐसा कैसे हो सकता है तो उन्होने कहा देखो यह जो कंट्रावेंशन होता है ना जो सेक्शन सब क्लॉस टू सब क्लॉस ए जो कंपटीशन एक्ट का है वो जिओ पे इसलिए नहीं लगेगा क्योंकि यह सेक्शन तभी लगता है जब कोई मार्केट का बड़ा प्लेयर ऐसा कर रहा हो जिओ तो उस समय मार्केट प्लेयर था ही नहीं तो उससे इस सेक्शन का इस्तेमाल उस पर हो नहीं सकता तो एक तरीके से ऐसा लगता है कि जिओ के जो कंसल्टेंट थे उन्होंने पहले से ही बता रखा था कि सर लॉ में लूप होल है लूप होल तो समझ लीजिए कि इसी में आपकी चांदी है तो उन्होंने देखिए यही कहा कि देखो इन द एब्सेंट पोजीशन एंजॉयड बाय द 5g पर है राइट और 5g को फर्द एक्सपेंड करने पर फोकस कर रहा है और बीएसएल ने टाई अप किया है टाटा के साथ टीसीएस के साथ टू बी प्रेसा और 2024 में उनका प्लान है एक्सपेंड करने का 4g को और उन्हीं टावर्स को व 5g में कन्वर्ट करेंगे 2025 में दैट इज देर प्लान अगर हम स्केल की बात करें तो जाहिर सी बात है j ने अपने स्ल स्केल को काफी एक्सपेंड किया हुआ इन कंपेरिजन टू बीएसए लेकिन जो अभी ट्रेंड हमें देखने को मिल रहा है कि देखो jio1 करोड़ की बैकिंग मिली है बीएसएनएल को छोटी रकम थोड़ी ना है राइट तो क्या रीजन रहे एक तो गवर्नमेंट की बैकिंग अब आप कहेंगे गवर्नमेंट बचाना क्यों चाह रही है देखिए लास्ट माइल कनेक्टिविटी कौन दे रहा है बीएसएल दे रहा है आप लोग शायद बड़े शहरों से अगर इसको देख रहे होंगे तो आपको बता दूं कितने सारे ऐसे लोग भी इस वीडियो को देख रहे होंगे और नीचे कमेंट करके बताएंगे जिनके एरिया में अभी तक बीएसएनएल है तो इस वजह से दे आर एबल टू कनेक्ट राइट अब इस वीडियो को बनाने से पहले आई वाज जस्ट टॉकिंग टू सम ऑफ दी स्टाफ इन आवर ऑफिस तो मैंने उनसे पूछा कि भाई आपको क्या लगता है मतलब बीएसएल रिवाइव होने वाला है आपका क्या पॉइंट ऑफ व्यू है उन्होंने कहा कि सर हम तो पोर्टेबिलिटी करा रहे हैं राइट हम और आप क्या कर सकते हैं देखिए जरूरी है कि बीएस जैसी कंपनी रहे राइट गवर्नमेंट कंपनी है उसका केवल प्रॉफिट मोटिव नहीं है राइट उसका मोटिव है टू सर्व टू एक्सपेंड क्योंकि गवर्नमेंट सोशल वेलफेयर के लिए काम करती है प्राइवेट सेक्टर कैपिट प्रॉफिट के लिए काम करता है राइट और अगर बीएसएल जैसी कंपनी रहेगी तो ऐसे में बाकी जोय प्लेयर्स हैं व भी कुछ अपने प्राइस को डाउन रखेंगे कि नहीं रखेंगे रखेंगे तो आपका और हमारा दोनों का इंटरेस्ट इस बात से जुड़ा हुआ है कि बीएसएनएल का रिवाइवल होना चाहिए राइट तो उसमें गवर्नमेंट की बैकिंग तो है लेकिन आपकी और हमारी बैकिंग भी होनी चाहिए अब आप में से कुछ लोग कहेंगे कि सर हमारी एरिया में अगर 4g सर्विस नहीं दे रहा बीएसएल तो हम कैसे पोर्ट कर ले फिर तो दिक्कत वाली बात हो जाएगी देखिए हम में से काफी लोगों के पास सेकेंडरी सिम भी होता है अगर प्राइमरी सिम फिलहाल आप j airtelhellotunes.in प्राइस वो दे रहे हैं चार्ज कर रहे हैं रूरल कंज्यूमर्स की वजह से भी बीएसए बचा रहा क्योंकि वहां पर कनेक्टिविटी यही दे रहा है तो इस वजह से गवर्नमेंट को भी इसको बचाना रखना था वीआरएस स्कीम अब मैंने बताया था कि एफ इनएफिशिएंसी का एक बड़ा रीजन था 170000 के आसपास एंप्लॉयज थे राइट जबकि उसके प्रोपोर्शन में उतना रेवेन्यू नहीं था तो गवर्नमेंट ने गोल्डन हैंड शेक स्कीम स्टार्ट करी उन्होंने कहा कि देखो आपकी सैलरीज भी टाइम पर नहीं आ पा रही थी बीएसएल में एक बड़ी प्रॉब्लम चल रही थी ये तो ऐसा करते हैं आप वीआरएस ले लीजिए वॉलंटरी रिटायरमेंट ले लीजिए आपको जो भी बकाया हम दो पार्ट में आपको वापस कर देंगे तो यू विल बी इन बेनिफिट और उसमें से कुछ स्टाफ को हम दूसरे डिपार्टमेंट्स में ट्रांसफर कर देंगे तो इस तरीके से इन्होंने अपने उस बोझ को यू कैन से कम किया क्योंकि उसके प्रोपोर्शन में रेवेन्यू नहीं आ रहा था फिर टाटा इनका प्रोजेक्ट ले रही है तो यह भी कहा जा रहा है कि भरोसा जताया जा सकता है 2024 में जो एक्सपेंशन टीसीएस ने प्रॉमिस किया है बीएसएनएल के साथ ये जो कांट्रैक्ट है तो वो डिलीवर कर देगी और यह भी कुछ तरीके इन्होंने इस्तेमाल किए कि सोवन बंड स्टार्ट किए 38000 करोड़ दिए मैंने आपको टोटल अमाउंट बता बता दिया 3 लाख 4 करीब 3 लाख करोड़ के आसपास ये गोल्डन हैंड हैंड शेक स्कीम थी साथ में कुछ लोगों से कहा कि भाई आप अपने कोऑपरेटिव बना लो और जो लोग यहां से जा रहे थे एंप्लॉयज और उसके बाद कुछ जो कांट्रैक्ट बीएस को देने ही होते हैं वो इन कोऑपरेटिव्स को दे देंगे तो इस तरीके से भी आपकी कमाई का जरिया जारी रहेगा ये वो स्कीम है नाउ द पॉइंट इज कि हमारे यहां पर टेलीकॉम सेक्टर का रेगुलेटर है क्या क्योंकि अगर आप यूपीएससी का एग्जाम देने वाले हैं तो उसमें तो आपको ये टर्म्स पता होनी चाहिए डीटी क्या करता है टेलीकॉम कमीशन क्या करता है ट्राय का क्या काम करता है डीडीसीटी डीडी एसटी क्या काम करता है वहां से क्वेश्चन बनते हैं सबसे पहले तो समझ लीजिए कि अगर टेलीकॉम की इंडिया में बात होती है तो सबसे बड़ी एजेंसी है डीटी डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन जो संचार मंत्रालय है उसी के अंडर यह आता है यही समझ लीजिए है जो पॉलिसी बनाता है जो आपके स्पेक्ट्रम के एलोकेशन होते है ना जो टेंडर होते हैं जिसका घोटाला भी हुआ था वो एक्चुअली यही कराता है राइट लेकिन इसको केवल घोटाले से ना जानिए यह मानिए कि हमारा टेलीकॉम सेक्टर जो है इतना प्रोग्रेस कर पाया उसमें एक रीजन यह है राइट ओटी डीटी के अंदर एक कमीशन होती है जिसको हम टेलीकॉम कमीशन कहते हैं वह अपनी सलाहे डीटी को देती है अगर कुछ नया होना हो या कुछ पॉलिसी में कुछ रिव्यू होना हो लेकिन वो सलाह मानना या मानना डीटी के जो कंसर्न मिनिस्टर होंगे उन पर डिपेंड करता है राइट यही बात यहां पर बता रखी है अभी आगे बताऊंगा आपको आपको ये पीडीएफ यहां पर मिल जाएगी शशांक त्यागी फॉर य यहां पर आप मेरे साथ कनेक्ट हो सकते हैं सारे अपडेट्स यहां पर मिलते रहते हैं आपका कोई ओपिनियन है कोई टॉपिक है जिस पर आप डीप एनालिसिस चाहते हैं आप यहां पर शूट कर सकते हैं मैसेज एक और इंफॉर्मेशन है आपके लिए आप में से जो लोग ग्रेजुएशन में है और वो आज से 3 साल बाद एग्जाम देने वाले हैं यूपीएससी का तो यू कैन जवाइन दिस लॉन्ग टर्म बैच इट स्टार्ट अच्छा इस 17 यानी कि कल क्लोज हो रहा है ये बैच 17 को क्लोज हो रहा है तो स्टडी iq.com पर जाकर आप डायरेक्टली जवाइन कर सकते हैं अगर आप में से कोई ऐसा है जो 2025 का एग्जाम दे रहा है ये उनके लिए है जो ग्रेजुएशन में न साल बाद देंगे न साल का कोर्स है ये इसमें सब कुछ है पीटू आय प्रीलिम्स से लेकर इंटरव्यू तक का यह समझिए फाइव स्टेज प्रोग्राम है ये पांच कोर्सेस है इसके अंदर अलग-अलग स्टेज एनसीआरटी फाउंडेशन एडवांस फिर न एसआईपी एमआरपी सब कुछ है इसमें और अगर आप में से कोई 2025 प्लान कर रहा है तो वो पीट आ बैच जवाइन करिएगा त्यागी लाइफ कोड लगा के वो फीस आपकी रिड्यूस हो जाएगी अराउंड 30000 और आपका 18 बुक्स का सेट सभी मतलब दोनों कोर्सेस में आपके घर पहुंच जाता है मैं पढ़ाता हूं पीएसआर ऑप्शनल उसके लिए आप यह जवाइन कर सकते हैं और यह बैच आज स्टार्ट हुआ है नाउ टेलीकॉम कमीशन आपको बता दिया यह है ट्राय टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया अगर एक क्वेश्चन बन जाए कि टीआर मतलब टीआर एआई ट्राई हैज दिस पावर टू फिक्स द मैक्सिमम स्लैब ऑफ टैरिफ विद रिस्पेक्ट टू टेलीकॉम इन इंडिया एक क्वेश्चन बन जाए ट्राय हैज नो पावर इन एनी कैटेगरी फॉर रेगुलेटिंग टैरिफ प्राइसेस इन इंडिया यानी के टैरिफ का मतलब होता है जो भी आप पैसा देते हो ना मतलब जो जो प्लान आप लेते हो तो एक क्वेश्चन बनाया कि भाई कोई पावर नहीं है ठीक है तो आप मुझे बताओ क्या है पावर है कि नहीं है तो जब मैं आपको बता दूंगा बिल्कुल क्लियर हो जाएगा दिमाग में सबसे पहले समझ ट्राय आया क्यों लिबरलाइजेशन प्राइवेटाइजेशन ग्लोबलाइजेशन जब हमारे देश में ये आया तो अब हमारे पास नई-नई कंपनीज आने लगी जैसे कि टेलीकॉम का मतलब टेलीफोन की बात कर रहा हूं क्योंकि जब बीएनएल की बात कर रहे हैं तो हम जो इंटरनेट सर्विसेस और जो आपका मोबाइल सर्विसेस है वो सेवन के नाम से सीम आए थे है ना तो जो आपका पूरा टेलीकॉम सेक्टर है उसका रेगुलेटर ये बन गया अब छोटी सी डिटेल आपको बता देता हूं देखो इन जनरल जो आपके टैरिफ होते हैं अब आप इन ट्राय के पास जाओ कि हा ये क्या हो रहा है कि 25 पर भाव बढ़ा दिए तो ट्राय आपको कहेगा देखिए हम मार्केट प्रैक्टिसेस में बिलीव करते हैं मार्केट फोर्सेस में बिलीव करते हैं अगर डिमांड बढ़ रही है तो उसके हिसाब से प्राइस बढ़ रहे हैं तो ठीक है ट्राई कर फाइनली हमें 5g एंड अदर टेक्नोलॉजीज आईओटी वगैरह में इन्वेस्टमेंट बढ़ाना है तो इन्वेस्टमेंट के लिए इन कंपनीज का बढ़ना भी जरूरी है ऐसी बातें ट्राय हो सकता है बोल दे आपको लेकिन ट्राय कहेगा कि देखो अगर रूरल एरियाज की बात करें या स्पेसिफिक सर्विसेस की बात करें जिसमें टेलीकॉम सेक्टर की कुछ कंपनीज के साथ हम कांट्रैक्ट करते हैं तो उसमें हमें हम फिक्स कर सकते हैं आप कहेंगे ऐसा कैसे हो सकता है ऐसा हो सकता है ऐसा कैसे हो सकता है एग्जांपल रूरल सेक्टर अगर रूरल सेक्टर में हमें कनेक्टिविटी को इंश्योर करना है तो उसके लिए हम प्राइवेट सेक्टर को यह नहीं कह सकते कि आप आप कितना ही प्राइस बढ़ा दो तो वहां पर ट्राई के पास पावर है कैप रखने की राइट अगर मान लीजिए हमारी मिलिट्री सर्विसेस के लिए हम किसी प्राइवेट कंपनी के साथ कुछ कांट्रैक्ट कर रहे हैं राइट हम चाहते हैं स्पेशल नेटवर्क फैसिलिटी हमारे साथ रहेगी तो अब ऐसा नहीं हो सकता कि वो रैंडम कभी भी प्राइवेट सेक्टर कहेगा कि हम आपकी मिलिट्री के लिए प्राइस बढ़ा दें नहीं वहां पर आपके लिए क्योंकि स्पेसिफिक सर्विसेस में वहां पर एक कैप यानी कि अपर कैप लगाई जा सकती है बाकी आपके और हमारे लिए तो भाई साहब कोई कैप नहीं है जैसे ही कंपनी आप मीटिंग करेंगी और उसके बाद सोचेंगे तीन कंपनी चलो बढ़ा दे तो बढ़ जाएगा जैसे कि इस बार बढ़ा तो यही बात यहां पर ब बताई गई है देखो रिकमेंडेशंस यह देता है ट्राय ओटी को मतलब अल्टीमेटली जो मिनिस्टर हैं फॉर टेलीकॉम लेकिन इनकी जो सलाहे हैं वो बाइंडिंग नहीं होती हालांकि अगर इनकी सलाह कोई मानी नहीं जा रही है तो इनको कहा जाएगा आप रिकंसीडर कीजिए 15 दिन के अंदर इनको रिकंसीडर करना होता है ये तो बेसिक डिटेल है मैंडेटरी फंक्शन क्या है कि ये कंप्लायंस इंश्योर करता है यानी कि अगर कोई कंपनी जो टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया के रूल्स हैं उसको फॉलो नहीं करती तो शिकायत यहां पर दर्ज की जा सकती राइट यह काम यह इंश्योर कर सकती है आपको और हमको क्वालिटी सर्विस कर सर्विस मिले यह इंश्योर कर सकती है जैसे कॉल ड्रॉप का केस बहुत ज्यादा बढ़ रहा था कुछ टाइम पहले बीच में कॉल ड्रॉप हो जाती थी तो ऐसे में ट्राई के पास शिकायत की गई तो ट्राई ने वहां पर डायरेक्शन द इन कंपनीज को कि भाई कॉल ड्रॉप नहीं होना चाहिए टीडीएटी अगर कुछ भी डिस्प्यूट होता है इन कंपनीज के बीच में या टेलीकॉम सेक्टर से जुड़ा हुआ दो या 200 ज्यादा जो सर्विस प्रोवाइडर्स है उनके बीच में तो ऐसा मामला यहां पर टेक अप किया जा सकता है टेलीकॉम डिस्प्यूट सेटले एंड एपलेट ट्राइबल टैरिफ रेगुलेशन की मैंने बात की तो ये सेक्शन है सेक्शन 11 सब क्लॉस टू ट्राय एक्ट ये 2000 में अमेंड कर दिया गया था तो जो मैंने आपको बताया बस उसी का कंसाइनर लिखा हुआ है देखिए लिखा स्टैंडर्ड टैरिफ पैकेज एसटीपी यानी कि भाई फिक्स कर सकते हैं लेकिन केवल स्पेसिफिक केसेस में राइट बाकी फ्लेक्सिबल है जैसे रूरल एरियाज में देखिए रूरल फिक्स लाइन सर्विस में नेशनल रोमिंग सर्विस में लीज सर्किट आपने सुना होगा कुछ टाइम पहले आपकी रोमिंग लगती एक जगह से दूसरी जगह जाते थे चार्जेस अलग हो जाते थे लेकिन फिर ट्राय का ही रेगुलेशन था जिसकी वजह से हमें फ्री रोमिंग मिल पाई तो काम की है कि नहीं है ट्राय काम की है भाई तो अब गवर्नमेंट का क्या कहना है रिसेंट टैरिफ हाइक पर गवर्नमेंट का कहना देखो भाई ये तो फ्री मार्केट के हिसाब के प्रिंसिपल्स के हिसाब से चल रहे हैं तो इसमें कोई दिक्कत नहीं है क्योंकि भविष्य में हमें 5g 6g आईओटी एट्स इन एरियाज में जाना है तो फाइनली हम क्या कह सकते हैं क्या बीएसएनएल वापस आ सकता है रिवाइव हो सकता है बिल्कुल हो सकता है क्योंकि यह तीनों जो है अपने प्राइस को बढ़ाते जा रहे हैं और एक्सपेक्टेशन है कि नेक्स्ट क्वार्टर जो नेक्स्ट क्वार्टर के बाद जो नेक्स्ट क्वार्टर आएगा उसमें भी बढ़ सकते हैं एज पर दिस रिपोर्ट इन बिजनेस टुडे क्योंकि इनको अपना ए आरपीयू बढ़ाना है टू फर्द एक्सपेंड तो अगर ऐसा है तो लोग एक नेक्स्ट अल्टरनेटिव के पास जाएंगे बीएसएल ने अपना ना वेबसाइट पे एक मैप दिया हुआ है जिसमें बताया हुआ है कि कौन से सिटीज कौन से एरियाज ऐसे हैं जहां पर 4g सर्विसेस अवेलेबल हैं तो आप उसको भी देख सकते हैं अपने आसपास कि अच्छा ठीक है यार कई लोगों को तो पता ही नहीं था कि उनके एरिया में 4g सर्विसेस अवेलेबल हैं जैसे मैं ये वीडियो गुड़गांव से बना रहा हूं और गुड़गांव में बीएसएल की 4g सर्विसेस अवेलेबल है और इसी वजह से हमारे ऑफिस में कुछ लोग हैं वो अब शिफ्ट हो रहे हैं मैं भी सोच रहा हूं कि अपना जो सेकेंडरी सिम है अब उसको हम पोर्ट करा लेंगे क्योंकि बीएल का सपोर्ट करना चाहिए क्योंकि जब तक एक अल्टरनेटिव पिलर खड़ा नहीं होगा वच एक्चुअली बिलीव्स इन सोशल वेलफेयर चच बिलीव्स इन कि भाई अल्टीमेटली आप कभी भी 252 पर नहीं बढ़ा सकते प्राइस को राइट क्योंकि कितने सारे लोग कितनी सारी सर्विस इसी पर डिपेंड करती है तो लेट्स कंट्रीब्यूट इन दिस यहां पर आप मेरे साथ कनेक्ट कर सकते हैं क्वेश्चन हो सकता है राइट अ शॉर्ट नोट ऑन रोल ऑफ ड्यूटी एंड ट्राय इन इंडियास टेलीकॉम सेक्टर तो इसी के साथ फिर मिलते हैं नेक्स्ट वीडियो में आप शेयर भी कर सकते हैं ख्याल रखिए