हाय एवरीवन एंड वेलकम टू द कंप्लीट पाइथन लैंग्वेज सीरीज जिसके अंदर आज हम पढ़ने वाले हैं अपने चैप्टर टू को चैप्टर टू के अंदर हम कवर करेंगे कि पाइथन के अंदर स्ट्रिंग्स क्या होती हैं स्ट्रिंग्स किस तरीके से काम करती है एंड उनसे रिलेटेड कुछ फंक्शंस एंड आल्सो एक और इंपॉर्टेंट कांसेप्ट को आज हम कवर करेंगे व्हिच आर कंडीशनल स्टेटमेंट्स जो हमारी पाइथन लैंग्वेज का एक तरीके से कोर फॉर्म करती हैं अब पाइथन सीरीज के जितने भी लेक्चर हैं वो सारे के सारे इसी चैनल के ऊपर इस प्लेलिस्ट के अंदर अवेलेबल है तो उन्हें जाकर हम चेक आउट कर सकते हैं आल्सो जो हमारे नोट्स होंगे यानी क्लास की स्लाइड्स होंगी उनको डाउनलोड करने का लिंक आपको नीचे डिस्क्रिप्शन बॉक्स के अंदर मिल रहा होगा तो शुरुआत करते हैं अपने चैप्टर टू के साथ हाय एवरीवन तो स्टार्ट करते हैं चैप्टर टू के साथ जिसमें सबसे पहले हम पढ़ने वाले हैं स्ट्रिंग्स के बारे में अब स्ट्रिंग्स इज अ डेटा टाइप इसको हमने ऑलरेडी अपने फर्स्ट लेक्चर के अंदर पढ़ा था एंड इट स्टोर्स अ सीक्वेंस ऑफ कैरेक्टर्स यानी डिफरेंट डिफरेंट कैरेक्टर्स का एक जो सीक्वेंस होता है उसे हम स्ट्रिंग की फॉर्म में स्टोर करते हैं वो कोई सिंगल कैरेक्टर भी हो सकता है वो एक वर्ड भी हो सकता है वो एक पूरा का पूरा पूरा सेंटेंस या फिर एक पैराग्राफ भी हो सकता है स्ट्रिंग को क्रिएट करने के हमने तीन तरीके देखे थे फॉर एग्जांपल यहां पर वीएस कोड के अंदर हमने ऑलरेडी अपने फोल्डर के अंदर एक फाइल बनाई हुई है लेक्चर 2py के नाम से तो इस पाइथन फाइल के अंदर हम अपने लेक्चर टू के कोड्स को लिख रहे होंगे इसके अंदर अगर मुझे एक स्ट्रिंग को क्रिएट करना है तो इस तरीके से हम एक स्ट्रिंग वन नाम का वेरिएबल बना सकते हैं डबल कोड्स के अंदर जनरली हम अपनी स्ट्रिंग को डिफाइन करते हैं दिस इज अ स्ट्रिंग तो ये स्ट्रिंग क्या हो गई ये एक सेंटेंस हो गया जो हमने स्ट्रिंग फॉर्म में स्टोर कर लिया हम इस तरीके से भी स्ट्रिंग्स को क्रिएट कर सकते हैं इनफैक्ट हम सिंगल कोड्स में भी स्ट्रिंग्स को क्रिएट कर सकते हैं अगर हम चाहे तो एक स्ट्रिंग टू बना सकते हैं जिसमें हम एक सिंगल वर्ड को स्टोर कर सकते हैं एंक्लोज्ड विद इन सिंगल कोड्स एंड यही सेम चीज हम ट्रिपल कोड्स के अंदर भी कर सकते हैं हमारी एक स्ट्रिंग थ्री हो सकती है जिसे हम चाहें तो ट्रिपल कोड्स के अंदर दिस इज अ स्ट्रिंग इस तरीके से स्टोर करा सकते हैं अब ये तीनों ही पर जब हम अपनी स्ट्रिंग्स को क्रिएट कर रहे होंगे मोस्ट ऑफ द टाइम हम डबल कोड्स को यूज करेंगे क्योंकि जनरली जब हम दूसरे लोगों का भी कोड देखते हैं पाइथन के अंदर तो उसमें डबल कोड ही यूज होता है या इनफैक्ट दूसरी प्रोग्रामिंग लैंग्वेजेस के अंदर भी अच्छा यहां पे हमारे दिमाग में सवाल आ सकता है कि हमें तीन डिफरेंट टाइप के कोड्स की जरूरत क्यों पड़ी स्ट्रिंग्स को क्रिएट करने के लिए इट इज जनरली ड्यू टू द फैक्ट फॉर एग्जांपल हमें कहीं पर अपोस्ट फी यूज करना है यानी हमें सिंगल कोट अपनी स्ट्रिंग के अंदर यूज करना है तो हम किस तरीके से यूज करें जैसे फॉर एग्जांपल हमें लिखना है दिस इज अपना कॉलेज ट्यूटोरियल अब इस स्ट्रिंग को अगर हम सिंगल कोड्स के अंदर एंक्लोज कर देंगे तो फिर पाइथन कंफ्यूज हो जाएगा कैसे कंफ्यूज हो जाएगा क्योंकि सिंगल कोट का मतलब है स्ट्रिंग यहां से स्टार्ट हो रही है और जैसे ही ये दूसरे वाला सिंगल कोट हमें दिखाई देगा मतलब यहां पे स्ट्रिंग एंड हो गई तो फिर ये इस ये जो अलग से वर्ड बच गया एंड अलग से एक सिंगल सिंगल कोट बच गया इसका कोई सेंस समझ नहीं आएगा हमारे पाइथन के इंटरप्रेटर को तो इंस्टेड इस तरीके की जो स्ट्रिंग है जिसमें हम सिंगल अपोस्ट फे यूज़ करना चाहते इसे हम डबल कोट्स के अंदर एंक्लोज करेंगे तो इस तरीके से एक वैलिड स्ट्रिंग बन जाएगी और हमने अपोस्ट फे को यानी सिंगल कोट को भी इसके अंदर एंक्लोज कर दिया पर यहीं पर अगर हमारे पास डबल कोट होता तो हम क्या करते इस स्ट्रिंग को सिंगल कोट के अंदर एंक्लोज कर देते तो इस तरीके से हमारे पास डिफरेंट डिफरेंट कोट्स अवेलेबल हैं डिफरेंट तरीके अवेलेबल हैं सो दैट वी कैन यूज़ सिंगल कोट्स एंड डबल कोट्स इनसाइड द स्ट्रिंग वैल्यू इट सेल्फ अच्छा यह तो बहुत बेसिक चीजें हो गई अब कुछ-कुछ और चीजों के बारे में बात करते हैं जैसे फॉर एग्जांपल हमें एक स्ट्रिंग के अंदर दो-तीन सेंटेंसेस लिखने हैं जैसे दिस इज अ स्ट्रिंग वी आर क्रिएटिंग इट इन पाइथन इस तरीके के हम दो सेंटेंसेस लिखना चाहते हैं पर हम चाहते हैं कि एक सेंटेंस को जैसे ही हम प्रिंट करवाएं उसके बाद नेक्स्ट लाइन में हमारा दूसरा सेंटेंस प्रिंट हो और इस तरीके से अगर हम अपने कोड एडिटर के अंदर नेक्स्ट लाइन देने की कोशिश करते हैं तो हमारे पास एरर आ जाता है क्योंकि ये जो नेक्स्ट लाइन है ये वैलिड नहीं है पाइथन के अंदर देना तो एज सच जनरली जिस तरीके से वर्ड डॉक्यूमेंट के अंदर हम काम करते हैं वैसे हम को कोड के अंदर काम नहीं कर सकते अगर हमें किसी भी स्ट्रिंग के अंदर नेक्स्ट लाइन देनी होती है तो उसके लिए हम एस्केप सीक्वेंस कैरेक्टर्स को यूज करते हैं अच्छा ये एस्केप सीक्वेंस कैरेक्टर्स क्या होते हैं लेट मी आल्सो राइट इट डाउन एस्केप सीक्वेंस कैरेक्टर्स कुछ स्पेशल कैरेक्टर्स होते हैं जिनका काम होता है फॉर्मेटिंग देना फॉर्मेटिंग का मतलब अगर लेट्स सपोज हमें टैब का स्पेस चाहिए या हमें नेक्स्ट लाइन चाहिए तो इस तरीके की चीजों को हम डायरेक्टली कोड के अंदर नहीं कर सकते तो उन चीजों को करने के लिए हम इन कैरेक्टर्स को यूज करते हैं अब अगर इस स्ट्रिंग को हम नॉर्मली प्रिंट करवाना चाहे लेट मी ट्राई टू प्रिंट माय स्ट्रिंग वन तो हमारी स्क्रीन के ऊपर हमारी स्ट्रिंग वन कुछ इस तरीके से प्रिंट होकर आएगी पर मुझे चाहिए कि यहां पर नेक्स्ट लाइन आ जाए तो उसके लिए हम क्या कर सकते हैं उसके लिए हम यहां पर लिख सकते हैं ब n ब n एक एस्केप सीक्वेंस कैरेक्टर होता है जिसका मतलब होता है नेक्स्ट लाइन कि यहां पर जब भी ये स्ट्रिंग प्रिंट हो या इसके साथ कुछ ऑपरेशन हो तो यहां पर हमारे पास नेक्स्ट लाइन आनी चाहिए इसको सेव कर लेते हैं रन करते हैं तो हमारे पास क्या होगा यहां पर एक नेक्स्ट लाइन आ जाएगी ये एक्स्ट्रा स्पेस स्टार्टिंग में इसलिए क्रिएट हुआ क्योंकि v से पहले हमारे पास एक्स्ट्रा स्पेस था वी कैन री रन इट एंड इस तरीके से हम अपने स्ट्रिंग के अंदर नेक्स्ट लाइन को लेकर आ सकते हैं जैसे हम नेक्स्ट लाइन को लेकर आए वैसे ही हम टैब के स्पेस को भी लेकर आ सकते थे जैसे यहां बै स् t अगर हम लिख देते तो इसका मतलब ये टैब वाला एस्केप सीक्वेंस कैरेक्टर है लेट्स सेव इट एंड रीरंग तो इस तरीके से एक टैब का स्पेस हमारे दोनों सेंटेंसेस के बीच में आ गया तो एस्केप सीक्वेंस कैरेक्टर्स को भी हम डिफरेंट टाइम्स पर यूज़ कर सकते हैं जब भी हम स्ट्रिंग के अंदर लेट्स सपोज कोई पैराग्राफ लिख रहे हैं या कोई बड़ी लाइन को लिखने की कोशिश कर रहे हैं अब बात करते हैं कि स्ट्रिंग्स के ऊपर हम डिफरेंट डिफरेंट ऑपरेशंस को कैसे परफॉर्म कर सकते हैं सबसे पहला ऑपरेशन जिसके बारे में हम बात करेंगे उसका नाम है कॉन्कैटिनेट अब कॉन्कैटिनेट सुनने में बहुत डिफिकल्ट वर्ड लगता है बट ये एक्चुअली बहुत आसान चीज है जैसे मैथ के अंदर हम दो नंबर्स को ऐड कर सकते हैं हम सिंपली लिख सकते हैं a + b वैसे ही पाइथन के अंदर हम दो स्ट्रिंग्स को भी ऐड कर सकते हैं जैसे अगर हम एक स्ट्रिंग वन एंड एक स्ट्रिंग टू को ऐड करें तो इनका जो आउटपुट होगा वो पाइथन के अंदर एक वैलिड आउटपुट होता है और दो स्ट्रिंग्स को जोड़ने के ऑपरेशन को हम कॉन्कैटिनेट कहते हैं और दो स्ट्रिंग्स को जोड़ने के लिए पाइथन के अंदर हम अपने प्लस ऑपरेटर को यूज कर सकते हैं जैसे यहां पर इफ आई क्रिएट माय स्ट्रिंग वन लेट्स कॉल इट अपना एंड माय स्ट्रिंग टू लेट्स कॉल इट कॉलेज तो हम सिंपली लिख सकते हैं स्ट्रिंग वन प्स स्ट्रिंग टू इसे सेव करेंगे रन करेंगे तो हमारे पास आउटपुट में आ जाएगा दोनों स्ट्रिंग्स का कॉन्कैटिनेटेड वर्जन यानी जुड़ा हुआ वर्जन हम चाहे तो इनका जो जुड़ा हुआ वर्जन है उसे एक अलग स्ट्रिंग के अंदर भी स्टोर करा सकते हैं लेट्स कॉल इट फाइनल स्ट्रिंग फाइनल स्ट्रिंग एंड अपनी फाइनल स्ट्रिंग को हम यहां पर स्टोर कराएंगे सेव एंड रन तो ये हमारे पास आ गई हमारी फाइनल स्ट्रिंग नेक्स्ट हमारे पास जो हम ऑपरेशन परफॉर्म कर सकते हैं वो होता है लेंथ का हम चाहे तो किसी भी स्ट्रिंग की लेंथ को फाइंड आउट कर सकते हैं यूजिंग दिस लेंथ फंक्शन अब फंक्शंस क्या होते हैं उसके बारे में हमें बिल्कुल अभी टेंशन ले लेने की जरूरत नहीं है बाद में फंक्शंस को हम डिटेल में पढ़ेंगे तो अभी हो सकता है कि हमें फंक्शन वर्ड बार-बार बार-बार सुनाई दे तो फंक्शन को हमें ऐसे इमेजिन करना है कि बेसिकली एक मैजिकल वर्ड है जिसको हम लिख देते हैं तो एक पर्टिकुलर ऑपरेशन हमारे लिए परफॉर्म हो जाता है जैसे प्लस को जैसे ही हम लिख देते हैं तो वो प्लस कर देता है दो चीजों को ऐड कर देता है वैसे ही पाइथन के अंदर अलग-अलग फंक्शंस होते हैं जो इनबिल्ट होते हैं जो अलग-अलग काम को परफॉर्म करने के लिए यूज़ होते हैं ऐसे ही पाइथन के अंदर हमारा एल लेंथ फंक्शन होता है जो किसी स्ट्रिंग की लेंथ को कैलकुलेट करने के काम आता है तो हम लिख सकते हैं सिंपली एल ए जैसे हम प्रिंट लिखते हैं और फिर हमारे पेंसिस एंड उसके अंदर जिस भी स्ट्रिंग को हम पास कर देंगे जिस भी स्ट्रिंग को लिख देंगे हमारे पास उसकी लेंथ आ जाएगी जैसे फॉर एग्जांपल यहां पर मुझे स्ट्रिंग वन की लेंथ को प्रिंट करवाना है तो हम सिंपली प्रिंट करवा सकते हैं एल ऑफ एसटी आरव या हम चाहे तो इसे एक अलग वेरिएबल के अंदर भी स्टोर करा सकते हैं यहां पर लेन वन नाम का हमने एक वेरिएबल बना लिया और इसमें हम लेन यानी लेंथ ऑफ स्ट्रिंग वन स्टोर करा रहे हैं और फिर हम लें वन को प्रिंट करवा रहे हैं इसी तरीके से हम चाहें तो लेंथ टू को भी प्रिंट करवा सकते हैं लेट्स क्रिएट अनदर वेरिएबल लेंथ टू जिसमें स्ट्रिंग टू की लेंथ आएगी एंड इसे भी प्रिंट करवाते हैं लेट्स रन इट तो सबसे पहले हमारे पास प्रिंट हुआ है फोर क्योंकि अपना के अंदर फोर कैरेक्टर्स हैं एंड उसके बाद हमारे पास प्रिंट हुआ है सेवन क्योंकि कॉलेज के अंदर सेवन कैरेक्टर्स हैं अच्छा जब हम अपनी फाइनल स्ट्रिंग को क्रिएट कर रहे हैं तो लेट्स सपोज हम अपनी फाइनल स्ट्रिंग को कुछ इस तरीके से क्रिएट करते हैं कि बीच में हम एक स्पेस और एडिशनल ऐड कर देते हैं तो इस तरीके से कोई नई स्ट्रिंग यानी खाली स्ट्रिंग ऐड करना भी कंपलीटली वैलिड है यानी पहले अपना आएगा फिर एक स्पेस आएगी फिर कॉलेज आएगा इस तरीके से फाइनल स्ट्रिंग के अंदर हमारे पास एक बीच में एक्स्ट्रा स्पेस आएगा और फिर हम चाहे तो इस फाइनल स्ट्रिंग की लेंथ भी प्रिंट करवा सकते हैं वी कैन प्रिंट लेंथ ऑफ आवर फाइनल स्ट्रिंग लेट्स सेव इट एंड रन इट तो हमारे पास अपना कॉलेज प्रिंट होकर आया विद अ स्पेस एंड टोटल कैरेक्टर्स कितने प्रिंट हुए 12 कैरेक्टर्स प्रिंट हुए शुरुआत के जो दो अपना एंड कॉलेज इन दोनों के अंदर मिला के 11 कैरेक्टर्स थे तो बेसिकली जब भी किसी स्ट्रिंग की लेंथ कैलकुलेट होती है तो उसके अंदर ये जो एक एमटी स्पेस है वो भी काउंट होता है तो कभी भी स्पेसेस को इग्नोर नहीं किया जाता लेंथ को काउंट करते हुए ये हमें याद रखना है क्योंकि कई बार एज अ बिगिन हम ये मिस्टेक कर देते हैं कि हमें लगता है सिर्फ कैरेक्टर्स ही काउंट होंगे लेंथ के अंदर लेंथ के अंदर स्पेसेस भी काउंट होती है लेंथ के अंदर स्पेशल कैरेक्टर्स जैसे परसेंटेज हो गया जैसे डॉलर साइन हो गया ट द रेट हो गया ये सारी चीजें इनफैक्ट डिजिट्स भी काउंट हो रहे होते हैं अब python-pip के अंदर तो इंटरनली उस स्ट्रिंग के सारे कैरेक्टर्स को एक इंडेक्स मिल जाता है इंडेक्स इज़ काइंड ऑफ़ सेइंग कि उस कैरेक्टर को अपनी एक पोजीशन नंबर मिल जाती है जैसे हम स्कूल के अंदर असेंबली के अंदर खड़े होते थे तो पहले एक फर्स्ट स्टूडेंट खड़ा होता था फिर सेकंड स्टूडेंट खड़ा होता था फिर थर्ड स्टूडेंट खड़ा होता था वैसे ही जब भी हमारी स्ट्रिंग क्रिएट होती है तो हम ऐसे इमेजिन कर सकते हैं कि यहां से फर्स्ट कैरेक्टर से हमारी नंबरिंग चालू हो जाती है हमारी काउंट चालू हो जाती है हमें हमारी पोजीशन पता चल जाती है और पाइथन के अंदर स्ट्रिंग्स की जो नंबरिंग होती है वो हमेशा जरो के साथ स्टार्ट होती है इंस्टेड ऑफ वन तो जो फर्स्ट कैरेक्टर होता है उसे इंडेक्स मिलता है ज़ीरो सेकंड कैरेक्टर को इंडेक्स मिलता है वन थर्ड कैरेक्टर को इंडेक्स मिलता है टू एंड सो ऑन एंड बीच में अगर स्पेसेस भी होते हैं या अंडरस्कोर होता है या कोई स्पेशल कैरेक्टर होता है उसे भी इंडेक्स मिल रहा होता है अब इंडेक्स हमें हेल्प कैसे करते हैं इंडेक्स हमें हेल्प करते हैं टू एक्सेस कैरेक्टर्स एक्सेस कैरेक्टर्स मतलब कि अगर हम चाहते हैं कि पोजीशन टू वाला कैरेक्टर हमें मिल जाए तो उसे हम डायरेक्टली एक्सेस कर सकते हैं कैसे हम अपनी स्ट्रिंग का नाम लिख सकते हैं फिर हम लगाते हैं स्क्वेयर ब्रैकेट्स स्क्वेयर ब्रैकेट्स के अंदर हम वो इंडेक्स लिख सकते हैं जिसका हमें कैरेक्टर चाहिए फॉर एग्जांपल हमें इंडेक्स टू वाला कैरेक्टर चाहिए तो हम सिंपली ये चीज लिखकर अपने कैरेक्टर को एक्सेस कर सकते हैं इस चीज को एक बार चेक करते हैं अपने कोड के अंदर लेट्स क्रिएट अ स्ट्रिंग लेट्स कॉल इट अपना कॉलेज जिसके अंदर हमने एक स्पेस भी दिया है अब इसके अंदर अगर मुझे इंडेक्स जीरो वाला कैरेक्टर एक्सेस करना है तो इसको हम कह सकते हैं कैरेक्टर या स इ इक्ट एटीआर ऑफ 0 यह लिखने का मतलब है कि स्ट्रिंग के अंदर हम रोत इंडेक्स वाला कैरेक्टर एक्सेस कर रहे हैं एंड उसे हम चाहे तो प्रिंट भी कर सकते हैं सेव किया रन किया तो हमारे पास a प्रिंट हो गया इसी तरीके से अगर हम वन करें तो हमारे पास p प्रिंट हो जाएगा अगर हम टू करें तो हमारे पास n प्रिंट हो जाएगा कुछ इस तरीके से हम चाहे तो इसे डायरेक्टली भी एक्सेस कर सकते हैं यानी वी कैन डायरेक्टली राइट स्ट्रिंग ऑफ लेट्स सपोज थ्री तो 0 1 2 3 हमारे पास ए प्रिंट होकर आना चाहिए इस तरीके से हम चाहे तो फोर में अपने स्पेस को भी प्रिंट करवा सकते हैं तो इस बार हमारे पास जो आउटपुट आएगा दैट विल बी इन एमटी स्पेस अच्छा इस तरीके से हमने इंडेक्स की फॉर्म में कैरेक्टर्स को एक्सेस तो कर लिया पर हम अपने कैरेक्टर्स को इंडेक्स की हेल्प से चेंज नहीं कर सकते यानी अगर हम चाहे कि मेरा स्ट्रिंग ऑफ फोर ये जो एमटी स्पेस है यह वाली एमटी स्पेस रिप्लेस हो जाए एक डैश से या फिर एक रेट के साइन से तो वो चीज कर पाना पॉसिबल नहीं होगा यानी अगर हम इस तरीके का कुछ कोड लिखें एंड इसे एक बार हम रन करने की कोशिश करें तो हमारे पास एरर आ जाएगा एरर क्या कह रहा है स्ट्रिंग ऑब्जेक्ट डज नॉट सपोर्ट आइटम असाइनमेंट असाइनमेंट कहने का मतलब है कि यहां पर हम जो पर्टिकुलर इंडेक्स पे एक और अलग कैरेक्टर की वैल्यू को असाइन करने की कोशिश कर रहे हैं यह पाइथन के अंदर अलाउड नहीं होता है तो इंडेक्स की फॉर्म में हम सिर्फ कैरेक्टर्स को एक्सेस कर सकते हैं उनको मैनिपुलेट नहीं कर सकते मतलब उन्हें मॉडिफाई नहीं कर सकते सो दिस वाज ऑल अबाउट इंडेक्सिंग एक और स्पेशल चीज होती है स्ट्रिंग से रिलेटेड जिसको अगर पाइथन को सीखने के बाद आगे जाकर अगर आप मशीन लर्निंग सीखना चाहते हैं तो उसके अंदर हम स्लाइसिंग नाम का एक कांसेप्ट होता है पाइथन में जिसको बहुत ज्यादा यूज़ कर रहे होते हैं क्योंकि मशीन लर्निंग एल्गोरिथम्स अप्लाई करते टाइम हमें डाटा के साथ बहुत ज्यादा डील करना पड़ता है और डेटा से हमें रिलेवेंट इंफॉर्मेशन को फाइंड आउट करना पड़ता है तो उस टाइम पे हम स्लाइसिंग को काफी ज्यादा यूज़ करेंगे तो इसीलिए स्लाइसिंग एक इंपॉर्टेंट टॉपिक होता है जब भी हम पाइथन को पढ़ रहे हैं पाइथन के अंदर स्ट्रिंग्स में स्लाइसिंग का क्या मतलब होता है स्लाइसिंग का मतलब होता है एक्सेसिंग पार्ट्स ऑफ़ अ स्ट्रिंग यानी जैसे अगर हमारे पास कोई फ्रूट होता है जैसे एप्पल हो गई एप्पल को हम काट देते हैं तो उसे हम कहते हैं स्लाइस एन एप्पल वैसे ही स्ट्रिंग्स को पार्ट में तोड़ने को यानी जब भी हम स्ट्रिंग्स के टुकड़े करते हैं पाइथन के अंदर उसे हम स्लाइसिंग कह देते हैं अब स्ट्रिंग्स के हम टुकड़े डायरेक्टली कर सकते हैं पाइथन में यानी हम सिंपली लिख सकते हैं अपनी स्ट्रिंग का नाम और फिर स्क्वेयर ब्रैकेट्स के अंदर हम दो इंडेक्स पास करते हैं एक होता है हमारा स्टार्टिंग इंडेक्स और एक होता है हमारा एंडिंग इंडेक्स यानी अगर ये स्ट्रिंग हमारे पास है जिसमें अगर हमने कोई भी स्टार्टिंग इंडेक्स पास कर दिया और कोई भी एंडिंग इंडेक्स पास कर दिया तो उसके बीच का जो पूरा का पूरा टुकड़ा है जो जो पूरी की पूरी स्लाइस है वो हमारे पास रिटर्न होकर आ जाएगी तो स्लाइसिंग के लिए हम लिखते हैं स्टार्टिंग इंडेक्स कोलन एंडिंग इंडेक्स और इसमें हमेशा हमारा स्टार्टिंग इंडेक्स इंक्लूडेड होता है बट हमारा एंडिंग इंडेक्स इंक्लूडेड नहीं होता फॉर एग्जांपल अगर हमने कोई स्ट्रिंग बनाई है अपना कॉलेज और इसमें अगर हम किसी पार्ट को एक्सेस करना चाहते हैं तो अगर हमने लिख के भेज दिया 1 कल 4 तो इसका मतलब होगा वन वाले इंडेक्स से लेके 2 3 3 वाले इंडेक्स तक जितना भी स्ट्रिंग का पार्ट है वो हमारे पास रिटर्न बैक होकर आ जाएगा तो हमारे पास पी एनए ये स्ट्रिंग का टुकड़ा रिटर्न बैक होकर आ जाएगा इसको चेक करते हैं लेट्स सपोज आई हैव दिस स्ट्रिंग अपना कॉलेज एंड यहां से हम लेने की कोशिश करते हैं वन से लेके फोर तक इंडेक्स सेव किया एंड रन किया तो हमारे पास पीएन आ जाएगा पीएन कैसे आया a है हमारा इंडेक्स नंबर ज़ीरो तो हम वन से स्टार्ट करना चाहते हैं तो हम p से स्टार्ट करेंगे टू पर n आ जाएगा थ्री पर a आ जाएगा एंड हम थ्री पर ही रुक जाएंगे क्योंकि फोर को हम कभी इंक्लूड नहीं करते ऐसे हमें एक और चाहिए यानी स्पेस भी चाहिए तो हम फाइव को कर देंगे तो इस बार हमारे पास पीएन आएगा विदन एडिशनल स्पेस हम चाहे तो इस काउंट को जीरो से भी स्टार्ट कर सकते हैं रो से फोर तक अगर हम करेंगे तो हमारे पास फर्स्ट वर्ड आ जाएगा सेव किया रिफ्रेश किया वी गॉट अपना और अगर हमें सिर्फ कॉलेज चाहिए तो उसके लिए हमें क्या करना पड़ेगा कौन से इंडेक्स से स्टार्ट करेंगे 0 1 2 3 4 हम फिफ्थ इंडेक्स से स्टार्ट करेंगे कॉलेज के लिए इंडेक्स नंबर फाइव से एंड हमें कौन से इ तक जाना है 5 6 7 8 9 10 11 तो हम अपने 12 को लिख देंगे यानी 11थ इंडेक्स के लिए हमें काउंट को + व करना पड़ेगा तो हमारे पास पूरा का पूरा कॉलेज जो है वो प्रिंट होकर आ जाएगा अच्छा 12 की जगह हम एक और चीज यहां पर लिख सकते थे व्हिच वुड बी लेंथ ऑफ स्ट्रिंग ये भी कंप्लीट वैलिड होता क्योंकि लास्ट चीज क्या होने वाली है जो हमारा लास्ट इंडेक्स होगा उसका + व होगा हमारी स्ट्रिंग की लेंथ तो हम लेंथ ऑफ स्ट्रिंग भी लिख सकते थे तो भी हमारे पास क्या आता सेम आउटपुट रिटर्न होकर आता तो जब भी हमें लास्ट इंडेक्स देना होता है लास्ट इंडेक्स तक जाना होता है तो सिंपली हम लेंथ ऑफ स्ट्रिंग भी लिख सकते हैं अच्छा एक और चीज स्लाइसिंग के बारे में कि जब भी हम अपना सेकंड जो एंडिंग इंडेक्स है उसको मिस कर देते हैं तो पाइथन ऑटोमेटिक समझता है कि हम लास्ट इंडेक्स तक जाना चाहते हैं यानी सिर्फ इतना लिखकर भी अगर हम अपने प्रोग्राम को रन करें तो भी हम कॉलेज तक पहुंच सकते हैं यानी अगर हमें कभी भी लास्ट इंडेक्स तक जाना हो तो हम लास्ट इंडेक्स को यहां से कंप्लीट स्किप भी कर सकते हैं और लेट्स सपोज अगर हमने यहां पर कोई भी इंडेक्स लिख दिया और स्टार्टिंग वाला मिस कर दिया तो पाइथन ऑटोमेटिक समझेगा कि यहां पर रो आना चाहिए था तो यानी इस लाइन को लिखने का मतलब है कि हम रो से लेकर 4 तक जाना चाह रहे हैं और ऐसे ही अगर हम यहां पर लिखते हैं तो इसका मतलब है कि हम फाइव से लेंथ ऑफ स्ट्रिंग तक जाना चाह रहे हैं तो कभी-कभी पाइथन के अंदर अगर हमें स्टार्टिंग इंडेक्स मिसिंग लगे या हमें एंडिंग इंडेक्स मिसिंग लगे तो उसे पाइथन ऑटोमेटिक फिल कर देता है लेट्स सेव इट एंड ट्राई टू रन इट तो फर्स्ट केस में हमारे पास अपना प्रिंट हो गया जो रो से फोर तक जाता है सेकंड केस में हमारे पास कॉलेज प्रिंट हो गया जो फाइव से लेंथ ऑफ द स्ट्रिंग तक जा रहा होता है अब जनरली नॉर्मल केसेस में स्लाइसिंग ऐसे ही काम कर रही होती है पर एक और स्पेशल केस होता है स्लाइसिंग का जिसमें हमारे पास नेगेटिव इंडेक्स आ रहे होते हैं अब ये नेगेटिव इंडेक्स का कांसेप्ट क्या है पाइथन के अंदर जब हम शुरुआत से लेके आखिर तक जाते हैं तो हम अपने पॉजिटिव इंडेक्स का काउंट इंक्रीज करते हुए जाते हैं यानी अगर कोई भी स्ट्रिंग है फॉर एग्जांपल वी हैव दिस स्ट्रिंग कॉल्ड एल इसमें शुरुआत वाला इंडेक्स होगा रो फिर वन फिर टू फिर थ्री फिर फोर लेकिन पाइथन के अंदर एक और स्पेशल फीचर होता है जो दूसरी लैंग्वेजेस के अंदर देखने को नहीं मिलता यानी अगर आप c+ प जावा बैकग्राउंड से आ रहे हैं जावास्क्रिप्ट से आ रहे हैं तो जनरली ये हमें देखने को नहीं मिलेगा प्रोग्रामिंग के अंदर कि हम अपने इंडेक्स को बैकवर्ड भी काउंट कर सकते हैं अच्छा बैकवर्ड काउंटिंग कैसे वर्क करती है बैकवर्ड काउंटिंग -1 के साथ स्टार्ट होती है एंड फिर हम अपने नंबर को -1 के साथ और डिक्रीज करते हुए चले जाते हैं यानी लास्ट इंडेक्स को हम -1 कहते हैं सेकंड लास्ट को -2 कहते हैं थर्ड लास्ट को -3 कहते हैं एंड सो ऑन तो इस तरीके से अगर कभी भी हम ऐसे स्लाइसिंग करने की कोशिश करें स्ट्रिंग ऑफ -3 कोलन -1 तो इसका मतलब है कि हम इस -3 वाले इंडेक्स से इस -1 वाले इंडेक्स तक जाने की कोशिश कर रहे हैं और इसमें भी हमारा ये जो एंडिंग इंडेक्स है ये इंक्लूड नहीं होगा यानी अगर हम -3 से -1 तक जाने की कोशिश कर रहे हैं तो हमारे पास सिर्फ p और l आकर प्रिंट होंगे इसको हम टेस्ट भी कर सकते हैं और एल को जब हम क्रिएट करेंगे तो इसके अंदर हम प्रिंट करवाने की कोशिश कर सकते हैं स्ट्रिंग ऑफ -3 32 -1 इसको सेव कर लेते हैं एंड लेट्स रन इट तो हमारे पास प्रिंट होगा p एंड l इसी तरीके से अगर हम स्टार्टिंग से प्रिंट करवाना चाहे तो -5 लिख सकते हैं -5 से अगर हम ए प सिर्फ इतना प्रिंट करवाना चाहते हैं तो हम यहां पे -2 लिखेंगे सेव करेंगे रीरंग तो हमारे पास पप प्रिंट होकर आ जाएगा यानी -5 से -2 तक जाने का मतलब है ये तीन कैरेक्टर्स को हम कवर करेंगे और लास्ट वाले को हम स्किप कर देंगे तो बैकवर्ड्स काउंटिंग भी कुछ-कुछ केसेस में हमें हेल्प करती ती है जब हमें स्ट्रिंग की लेंथ का एग्जैक्ट आईडिया नहीं होता और जब हम लास्ट से अपने कैरेक्टर्स को काउंट करना चाहते हैं ऑल दो अभी क्योंकि हम अभी बिगनर स्टेज पे हैं तो इसके एज सच प्रैक्टिकल केसेस हम नहीं देख रहे होंगे बस हमें याद रख लेना है कि इस तरीके से कांसेप्ट वर्क करता है अब जब हम स्ट्रिंग्स को पढ़ रहे हैं तो स्ट्रिंग्स के अंदर हम एक साथ बहुत सारे कांसेप्ट पढ़ रहे हैं अभी हम थोड़े से और फंक्शंस पढ़ेंगे स्ट्रिंग्स के अंदर जो काफी यूज़फुल होते हैं बट एज अ प्रोफेशनल प्रोग्रामर कई बार हमें डिफरेंट लैंग्वेजेस के साथ एक साथ काम करना पड़ सकता है या हमें बहुत सारी डिफरेंट डिफरेंट कॉन्सेप्ट्स होते हैं जो हम एक साथ यूज़ करते हैं जब भी हम कंपनी के अंदर कोड कर रहे होते हैं तो जरूरी नहीं है कि ये जो सारे के सारे फंक्शंस हैं ये हमें एक साथ में याद हो जाएं या हमें लाइफ लॉन्ग याद रहेंगे अगर इनको हमने एक बार पढ़ लिया एज अ प्रोग्रामर जब आप मल्टीपल लैंग्वेजेस के अंदर कोड करना स्टार्ट करते हैं मल्टीपल टेक्नोलॉजीज को सीखना स्टार्ट करते हैं जो जनरली हम में से सारे लोग कर रहे होंगे जो भी सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग किया मशीन लर्निंग किया डेटा साइंस की फील्ड में जा रहे होंगे तो उस टाइम पर ये सारे के सारे फंक्शंस हमें याद हो ऐसा बिल्कुल भी जरूरी नहीं होता तो एज अ प्रोग्रामर हमारे साथ कई बार ऐसा होगा कि छोटे-मोटे फंक्शंस के नाम हमें याद नहीं रहेंगे तो ऐसे केसेस में अगर हम सिंपली चीजों को ग करना चाहे तो दैट इज आल्सो कंप्लीट नॉर्मल यानी अगर हम कोई बड़ा सा कोड लिखने हैं pythonanywhere.com समझ में आना चाहिए हमें नेसेसरीली चीजों को मेमराइज नहीं करना है मतलब उनके रट्टेड बेसिक सिंटेक्स होगा जिसको हम साथ के साथ याद करते हुए चलना है एंड याद करने से भी बेटर एक तरीका होगा कि हम चीजों को प्रैक्टिस कर लें यानी ज्यादा से ज्यादा आप ट्यूटोरियल के साथ में क्लास के साथ में कोड लिखते हुए चलेंगे तो चीजें हमें मैक्सिमम चीजें ऑटोमेटिक याद होती चली जाएंगी अब नेक्स्ट स्ट्रिंग्स के अंदर हम बात करेंगे फंक्शंस के बारे में जैसे हमने स्ट्रिंग के अंदर अपने लेंथ फंक्शन को देखा वैसे ही हमारे पास और भी काफी सारे फंक्शंस होते हैं इनमें से सबसे पहला फंक्शन जिसको हम पढ़ प रहे होंगे वो है एंड्स विद फंक्शन हम किसी भी स्ट्रिंग को लिखकर डॉट एंड्स विद अगर लिखें और उसके अंदर पैरेंस में कोई भी एक वैल्यू अगर पास करें तो ये फंक्शन क्या करेगा ये फंक्शन चेक करेगा इफ आवर स्ट्रिंग एंड्स विद दिस स्ट्रिंग यानी ये जो सब स्ट्रिंग इसे हम सब स्ट्रिंग कहते हैं सब स्ट्रिंग यानी कोई भी छोटी स्ट्रिंग यह फंक्शन हमारे लिए चेक करके भेजता है क्या हमारी स्ट्रिंग का जो लास्ट का पार्ट है वो इस सब स्ट्रिंग के साथ एंड हो रहा है अगर एंड हो रहा है तो हमें रिटर्न होकर आएगा ट्रू और एंड नहीं नहीं हो रहा तो हमारे पास रिटर्न होकर आएगा फाल्स फॉर एग्जांपल लेट्स टेक अ स्ट्रिंग स्ट्रिंग इज इक्वल टू आई एम स्टडिंग पाइथन फ्रॉम अपना कॉलेज इस तरीके से अगर हमने कोई भी स्ट्रिंग लिखी अब अगर हम प्रिंट करवाना चाहते हैं एटीआर डॉट एंड्स विद तो यहां पर हम प्रिंट करवा सकते हैं स्ट्रिंग डॉट एंड्स विद अच्छा कई बार हमारी हेल्प के लिए विजुअल स्टूडियो कोड ऑटोमेटिक हमें कुछ फंक्शन सजेस्ट कर देता है जिनको हम यूज कर सकते हैं जैसे ही सजेशन को हम यूज करना चाहते हैं हम सिंपली एंटर प्रेस कर सकते हैं एंड फिर हम लगा देंगे अपने पेंसिस जब भी हम किसी फंक्शन को लिखते हैं उसको यूज करने के लिए बाद में हमें पैरेंस हमेशा लगाने होते हैं बाकी फंक्शंस के बारे में बाद में हम डिटेल में पढ़ेंगे यहां पर अगर मुझे चेक करना है कि मेरी जो स्ट्रिंग है वो ईज इसके साथ खत्म होती है या नहीं होती तो उसके लिए हम पास कर सकते हैं ईज इसको सेव कर लेते हैं एंड रन करते हैं तो हमारे पास प्रिंट होकर आएगा ट्रू बट अगर मुझे चेक करना होता कि क्या यह एपी के साथ एंड होती है तो ओबवियसली मेरी स्ट्रिंग में लास्ट में एपीपी नहीं आता इसको एग्जीक्यूट करेंगे तो हमारे पास आ जाएगा फाल्स तो इस तरीके से कोई भी वर्ड कोई भी स्ट्रिंग्स किसी भी पर्टिकुलर सब स्ट्रिंग के साथ एंड होती है क्या उसके लिए हम चेक कर सकते हैं यूजिंग दिस फंक्शन सेकंड फंक्शन जिसको हम यूज कर सकते हैं जो बाद में हो सकता है हमारे काफी बार हैंड आए ये होता है कैपिट इइ फंक्शन कैपिट आइज करने का मतलब होता है जो भी हमारी स्ट्रिंग है उसके फर्स्ट कैरेक्टर को कैपिट इज कर देना यानी उसको कैपिटल बना देना फॉर एग्जांपल इसे अगर मैं स्ल आ कर दूं एंड यहां पर हम लिखें स्ट्रिंग डॉट कैपिटल आइज सिर्फ इतना तो यह फंक्शन क्या करेगा जब भी हमारी नई स्ट्रिंग को प्रिंट करवाएगा तो उसमें आई हमारे पास कैपिटल होकर आएगा इसमें एक और चीज अगर हम सेकंड टाइम अपनी स्ट्रिंग को प्रिंट करवाना चाहे लाइक दिस तो हमारा जो कैपिट आइज है वो सिर्फ एक बार में वर्क करता है सेकंड टाइम यानी ओरिजिनल स्ट्रिंग के अंदर चेंजेज नहीं करता जब भी स्ट्रिंग डॉट कैपिला इज काम कर रहा है तो वो एक नई स्ट्रिंग को क्रिएट कर रहा है जिसके अंदर चेंजेज होंगे पुरानी स्ट्रिंग के अंदर कोई चेंजेज नहीं होंगे पर हम चाहते हैं कि हमारी पुरानी स्ट्रिंग के अंदर भी चेंजेज हो तो उसके लिए हम सिंपली लिख सकते हैं स्ट्रिंग डॉ कैपिला इज इज इक्वल टू स्ट्रिंग यानी यह जो नई वैल्यू रिटर्न कर रहा है उसे हम अपने पुराने वेरिएबल के अंदर ही स्टोर कर रहे हैं तो इस बार जब हम अपनी स्ट्रिंग को प्रिंट करवाएंगे तो उसके अंदर चेंजेज हो जाएंगे यानी अब हम अपनी ओरिजिनल स्ट्रिंग को मॉडिफाई करने की कोशिश कर रहे हैं जैसे ही प्रिंट करेंगे अब ओरिजिनल स्ट्रिंग के अंदर मॉडिफिकेशन हो चुके हैं तो जब भी स्ट्रिंग्स के अंदर कोई भी फंक्शन इस तरीके से काम कर रहे होते हैं तो वो ओरिजिनल स्ट्रिंग के अंदर चेंजेज नहीं करते वो नई स्ट्रिंग बनाते हैं और उसके अंदर चेंजेज होते हैं नेक्स्ट फंक्शन जिसको हम यूज़ कर सकते हैं दैट इज द रिप्लेस फंक्शन रिप्लेस फंक्शन का काम होता है कि किसी ओल्ड वैल्यू को न्यू वैल्यू के साथ रिप्लेस करना फॉर एग्जांपल हमारे पास एक स्ट्रिंग है आई एम स्टडिंग पाइथन फ्रॉम अपना कॉलेज इस स्ट्रिंग के अंदर सारे के सारे जो ओज हैं यानी ये फ्रॉम वाला ओ कॉलेज वाला ओ पाइथन वाला ओ इन सार ओज को हम ए से रिप्लेस करना चाहते हैं तो उसके लिए हम सिंपली लिख सकते हैं स्ट्रिंग डॉट रिप्लेस हम पहले ओल्ड वैल्यू पास करेंगे यानी मुझे o को रिप्लेस करना है a के साथ तो उससे स्ट्रिंग के अंदर जहां भी o आएगा वो अब a के साथ रिप्लेस हो जाएगा लेट्स ट्राई टू रन इट आई एम स्टडिंग पाइथन में o की जगह a हो गया है फ्रॉम में o की जगह ए हो गया है एंड अपना कॉलेज में ओ की जगह a हो गया है हम चाहे तो पूरी की पूरी एक सब स्ट्रिंग को भी रिप्लेस कर सकते हैं जैसे फॉर एग्जांपल पाइथन की जगह अगर हम यहां पर जावास्क्रिप्ट कर करना चाहे तो वी कैन राइट पाइथन हमारी ओल्डड वैल्यू एंड जावास्क्रिप्ट हमारी न्यू वैल्यू सेव किया रन किया तो हमारे पास आ गया आई एम स्टडिंग जावास्क्रिप्ट फ्रॉम अपना कॉलेज नेक्स्ट बात करते हैं हमारे फाइंड फंक्शन की फाइंड फंक्शन का काम होता है टू सर्च फॉर दिस वर्ड इन आवर स्ट्रिंग फाइंड फंक्शन सर्च करता है कि क्या ये वर्ड हमारी स्ट्रिंग के अंदर एजिस्ट करता है या नहीं करता और अगर ये वर्ड एजिस्ट करता होगा तो यह जहां पर भी फर्स्ट टाइम एजिस्ट करता है उसका स्टार्टिंग इंडेक्स हमारे पास रिटर्न होकर आ जाता है यानी जो भी फर्स्ट अरेंस है उसका फर्स्ट इंडेक्स हमारे पास रिटर्न होकर आ जाएगा फॉर एग्जांपल हम अपनी स्ट्रिंग के अंदर ओ ओ को सर्च करना चाहते हैं तो स्ट्रिंग के अंदर ओ फर्स्ट टाइम कहां पर आता है ओ फर्स्ट टाइम पाइथन के अंदर यहां पर आ रहा है तो इसका इंडेक्स हमारे पास रिटर्न होकर आ जाएगा लेट्स ट्राई टू डू इट एटीआर ड फाइ वी आर ट्राइट सर्च फॉर कैरेक्टर ओ इसको सेव कर लेते हैं एंड सर्च करते हैं तो हमारे पास आ गया कैरेक्टर का इंडेक्स व्हि इज इक्वल टू 18 यू कैन आल्सो काउंट इट इफ यू वांट बट आई एम प्रिटी श्यर कि python2 3 4 एंड फाइव यानी ये फिफ्थ इंडेक्स से हमारा वर्ड स्टार्ट होता है अच्छा अगर हम ऐसी चीज के लिए सर्च करें जो एस्ट ही नहीं करती जैसे फॉर एग्जांपल आई सर्च फॉर द लेटर q तो उस केस में हमारे पास रिटर्न होकर आएगा -1 -1 इसलिए रिटर्न होकर आ रहा है क्योंकि -1 एज सच कोई वैलिड इंडेक्स नहीं होता जब भी हम इंडेक्सेस की बात करते हैं हमें कभी भी फर्स्ट थॉट में नेगेटिव इंडेक्सेस के बारे में नहीं सोचना नेगेटिव इंडेक्सेस सिर्फ स्लाइसिंग के लिए एजिस्ट करते हैं हम नॉर्मल जब भी स्ट्रिंग्स के साथ डील करते हैं हमेशा इंडेक्सेस ज़ीरो से स्टार्ट होते हैं और पॉजिटिवली बढ़ते चले जाते हैं नेक्स्ट एक और फंक्शन की बात करते हैं ये होता है हमारा काउंट फंक्शन काउंट फंक्शन अरेंस को काउंट करता है फॉर अ सब स्ट्रिंग इन अ स्ट्रिंग यानी अगर हम किसी भी वर्ड को पास करें तो ये कितनी बार वर्ड हमारी स्ट्रिंग के अंदर एजिस्ट करता है उसका काउंट हमारे पास रिटर्न होकर आ जाता है जैसे इस स्ट्रिंग के अंदर अगर हम स्ट्रिंग डॉट काउंट को लिखें एंड पास करें फ्रॉम तो फ्रॉम कितनी बार एजिस्ट करता है मेरी स्ट्रिंग के अंदर दो बार एजिस्ट करता है एक बार यहां पर एक बार यहां पर तो हमारे पास टू प्रिंट होकर आ जाएगा तो हमारे पास आ गया है टू अगर हम काउंट करना चाहते हैं लेटर ओ कितनी बार एजिस्ट करता है तो एजिस्ट करता है फोर टाइप्स कहां-कहां पर एक बार फ्रॉम में एक बार पाइथन में एक बार फ्रॉम में एंड एक बार अपना कॉलेज के अंदर तो इस तरीके से हमारे डिफरेंट फंक्शंस होते हैं पाइथन के अंदर जिनको हम यूज़ कर सकते हैं इनफैक्ट इसके अलावा भी और भी बहुत सारे फंक्शन होते हैं जैसे इफ आई राइट स्ट्रिंग डॉट तो ये जितने भी फंक्शंस विजुअल स्टूडियो कोड मुझे सजेस्ट कर रहा है ये सारे के सारे स्ट्रिंग के लिए वैलिड फंक्शंस हैं पाइथन के अंदर जिनको हम धीरे-धीरे चाहे तो एक्सप्लोर कर सकते हैं बाकी एक साथ सारे फंक्शंस को एज सच पढ़ने का पॉइंट नहीं है इन सारे फंक्शंस को हमने सिर्फ इसलिए देखा है ताकि हमें एक बेसिक आईडिया लगे कि स्ट्रिंग्स बहुत ज्यादा पावरफुल होती हैं पाइथन के अंदर इनफैक्ट आगे जाकर जब हम और बेटर कॉन्सेप्ट्स को सीख रहे होंगे तो इन स्ट्रिंग फंक्शंस को या स्ट्रिंग की प्रॉपर्टीज को हम बहुत बार यूज़ कर रहे होंगे तो हम इन प्रॉपर्टीज के ऊपर कुछ प्रैक्टिस क्वेश्चंस को सॉल्व करते हैं लेट्स कम टू आवर फर्स्ट प्रैक्टिस क्वेश्चन जो कह रहा है राइट अ प्रोग्राम टू इनपुट यूजर्स फर्स्ट नेम एंड प्रिंट इट्स लेंथ यानी पहले हमें यूजर का जो फर्स्ट नेम है उसे इनपुट लेना है इनपुट लेना हमने ऑलरेडी सीखा था अपने फर्स्ट लेक्चर के अंदर और फिर उस इनपुट को जिसको हमने लिया है स्ट्रिंग के अंदर उसकी हमें लेंथ प्रिंट करवानी है तो यहां पर मेरे सॉल्व करने से पहले आपको पॉज करना है एंड यू हैव टू ट्राई टू सॉल्व दिस क्वेश्चन ऑन योर ओन उसके बाद अगर हम सॉल्व कर पाते हैं या नहीं कर पाते फर्क नहीं पड़ता पर एक बार ट्राई जरूर करना है एंड उसके बाद हम सॉल्यूशन को देख सकते हैं लेट्स रिमूव ऑल ऑफ इट एंड सबसे पहले अपना इनपुट करवाते हैं एंटर योर नेम एंड इसे हम स्टोर कर लेंगे एक नेम नाम की स्ट्रिंग के अंदर एंड फिर हमें प्रिंट करवाना है लेंथ ऑफ योर नेम इज लेन ऑफ नेम लेट्स सेव इट एंड रन लेट्स सपोज आई राइट माय नेम टू बी श्रद्धा तो मेरे स्ट्रिंग की लेंथ हो जाएगी सेवन के इक्वल इस तरीके से अगर हम अमन लिखें तो स्ट्रिंग की लेंथ हो जाएगी फोर के इक्वल तो हम कोई भी नेम लिख सकते हैं और हमारे पास उसकी लेंथ प्रिंट होकर आ जाएगी सेकंड क्वेश्चन पर बढ़ते हैं राइट अ प्रोग्राम टू फाइंड द अरेंस ऑफ डॉलर इन अ स्ट्रिंग यानी एक स्ट्रिंग के अंदर डॉल कितनी बार आता है उसकी हमें नंबर ऑफ अरेंस यानी काउंट को प्रिंट करवाना है तो उसके लिए हम सिंपली अपने काउंट मेथड को यूज कर सकते हैं काउंट फंक्शन को यूज कर सकते हैं एक स्ट्रिंग ले लेते हैं एटीआर इ इक्वल टू हाई आई एम द डॉलर सिंबल डॉलर 99.99 तो इस तरीके से हमने कोई भी रैंडम स्ट्रिंग बना ली है और हम सिंपली प्रिंट कर सकते हैं स्ट्रिंग डॉट काउंट मुझे काउंट करना है द अरेंस ऑफ डॉलर तो मुझे पता है मेरी स्ट्रिंग के अंदर डॉलर साइन हमारे पास तीन बार आता है लेट्स रन इट एंड वी विल हैव दिस नंबर थ्री तो इस तरीके से हम अपने स्ट्रिंग फंक्शंस को यूज़ कर सकते हैं व्हेन वी आर डीलिंग विद स्ट्रिंग्स नेक्स्ट हम पढ़ने वाले हैं एक और इंपॉर्टेंट कांसेप्ट को जिसका नाम है कंडीशनल स्टेटमेंट्स अब लाइफ के अंदर बहुत सारी डिफरेंट डिफरेंट कंडीशंस होती हैं फॉर एग्जांपल हम एक वोटर आईडी के लिए या फिर एक लाइसेंस के लिए तभी अप्लाई कर सकते हैं जब हमारी एज 18 प्लस हो जाती है या हमारे मार्क्स के ऊपर कंडीशन होती है जैसे अगर हमारे मार्क्स 90 प्लस हो तभी हो सकता है हमें ग्रेड ए मिल रहा हो अगर 80 से 90 के बीच में तब हो सकता है हमें ग्रेड भी मिल रहा हो तो इस तरीके से डिफरेंट डिफरेंट कंडीशंस हैं जो लाइफ के अंदर एजिस्ट करती हैं इन्हीं सारी कंडीशंस को हम कोड के अंदर भी एक्सप्रेस कर सकते हैं कंडीशंस को कोड के अंदर लिखने के लिए हम इफ एल इफ एंड एल्स इस सिंटेक्स को यूज करते हैं सिंटेक्स का मतलब प्रोग्रामिंग के अंदर होता है रूल्स ऑफ प्रोग्रामिंग कि किस तरीके से किसी एक चीज को लिखा जाए जैसे अगर हम हम किसी फंक्शन को लिखना चाहते हैं जैसे हम प्रिंट स्टेटमेंट को लिखना चाहते हैं तो उसे हम ऐसे ही लिखेंगे यह क्या है यह पाइथन के अंदर सिंटेक्स है सिंटेक्स यानी सही तरीका कोड को लिखने का तो कंडीशनल स्टेटमेंट्स को लिखने का सही तरीका अब हम सीखने वाले हैं कंडीशनल स्टेटमेंट्स के अंदर सबसे पहले हम बात करेंगे इफ की जब भी हम किसी कंडीशन के बेसिस पर किसी काम को करवाना चाहते हैं फॉर एग्जांपल अगर हमारी एज 18 प्लस हो जाए तभी हम अपने लाइसेंस के लिए अप्लाई कर पाएं तो हम इफ यह कीवर्ड है जिसे लिख सकते हैं एंड उसके बाद पैरेंस के अंदर हम किसी एक कंडीशन को लिख सकते हैं कंडीशन कुछ भी हो सकती है कंडीशन हो सकती है जैसे हमारे पास कोई एज वेरिएबल है उसकी वैल्यू ग्रेटर दन इक्वल ू 18 हो गई ये क्या है ये एक कंडीशन है कंडीशन बेसिकली कोई भी ऐसी चीज है जो ट्रू या फॉल्स की वैल्यू को रिटर्न करती हो कंडीशन में सिंपली हम कोई बुलियन वेरिएबल भी लिख सकते हैं जिसके अंदर या तो ट्रू हो या फिर फॉल्स हो तो इफ स्टेटमेंट के अंदर अगर ऐसी कंडीशन आती है जो ट्रू रिटर्न करती है तो फिर इफ के अंदर कोई भी जो हम काम लिखते यानी ये जो हमारी स्टेटमेंट वन है ये एग्जीक्यूट हो जाती है इसको एक बार प्रैक्टिकली लिख कर देखते हैं फॉर एग्जांपल हम एक वेरिएबल बनाते हैं एज इक्वल्स 21 अब अगर हम चाहते हैं कि एज 18 प्लस अगर है तो उसके बेसिस पे हमें डिसाइड करना है कि लाइसेंस के लिए अप्लाई कर सकते हैं या हमें ड्राइवर्स लाइसेंस मिल सकता है या नहीं मिल सकता तो उसके लिए हम लिख सकते हैं इफ एंड उसके बाद अपने पेंसिस पेंसिस में हम लिखेंगे इफ ए इज ग्रेटर दन इक्वल टू 18 एंड फिर हम लगाते हैं कोलन एंड फिर नेक्स्ट लाइन अब यहां पर यह ध्यान रखना है जो हमारी नेक्स्ट लाइन स्टार्ट होगी इस कोलन के बाद उस लाइन को हम स्टार्ट करेंगे एक टैब स्पेस के साथ या फिर फोर स्पेसेस के साथ विजुअल स्टूडियो कोड में बाय डिफॉल्ट वैसे टैब का मतलब फोर स्पेसेस ही होता है तो या तो हम एक-एक करके फोर स्पेसेस यहां पर दे रहे होंगे 1 2 3 4 या फिर बाय डिफॉल्ट विजुअल स्टूडियो कोड में जैसे ही हम यहां पे एंटर प्रेस करेंगे तो हम टैब की स्पेस के डिस्टेंस पर आ जाएंगे और यहां पर हम अपनी नेक्स्ट स्टेटमेंट लिख रहे होंगे इसका मतलब है ये जो स्टेटमेंट है ये तब एग्जीक्यूट होगी जब हमारी इफ स्टेटमेंट यानी इफ वाली कंडीशन ट्रू होगी तो उस केस में हम प्रिंट करवाना चाहते हैं कैन वोट एंड अप्लाई फॉर लाइसेंस इस तरीके की स्टेटमेंट को हम प्रिंट करवा सकते हैं तो इसे सेव करते हैं रन करेंगे तो यहां क्या आ जाएगा यहां पर कंडीशन जैसे ही ट्रू हो गई मतलब ए की वैल्यू ओबवियसली ग्रेटर दन इक्वल ट 18 है ही तो ये हमें ट्रू दे देगा और उस केस में हम प्रिंट करवा देंगे कैन वोट एंड अप्लाई फॉर लाइसेंस पर यहीं पर अगर हमारी एज हम 16 कर देते सेव करके रन करते तो इस बार हमारे लिए कुछ भी प्रिंट होकर नहीं आता अगर हम चाहते हैं जैसे ही इफ स्टेटमेंट ट्रू हो तो दो काम होनी चाहिए तो उसके लिए हम क्या कर सकते हैं यहां पर अपना सेकंड काम भी कर सकते हैं यानी हमारी फर्स्ट स्टेटमेंट हो गई एंड यहां पर हम अपनी सेकंड स्टेटमेंट भी डिफाइन कर सकते हैं तो यहां लिख सकते हैं कैन ड्राइव एंड कैन वोट तो इस तरीके से दो स्टेटमेंट्स को भी हम एक साथ एग्जीक्यूट करा सकते हैं लेट्स मेक आवर एज ग्रेटर देन 18 सेव किया तो हमारे पास दो दोनों लाइंस एग्जीक्यूट होकर आ गई अब इफ स्टेटमेंट के अंदर हम चाहते तो किसी कंडीशन की जगह सिंपली ट्रू भी लिख सकते थे सिंपली अगर हम ट्रू लिख देते इस तरीके से तो ये जो स्टेटमेंट्स है ये हर बार हमारे लिए एग्जीक्यूट होंगी अब जैसे हमारे पास इफ होता है इफ का मतलब होता है अगर यह चीज सच है तो यह काम हो जाना चाहिए वैसे ही हमारे पास एल इफ होता है एल इफ का मतलब होता है अगर हम इसका एक्सपेंडेड वर्जन पढ़ना चाहे तो एल्स इफ की तरह इसको हम पढ़ सकते कि अगर मान लो फर्स्ट स्टेटमेंट ट्रू नहीं होती है तो उस केस में हम इस स्टेटमेंट को चेक करेंगे तो यहां पर नेक्स्ट लाइन में हम एल इफ लिख सकते हैं और एल इफ लिखकर हम कोई और स्टेटमेंट भी एग्जीक्यूट कर सकते हैं जैसे फॉर एग्जांपल हम ट्रैफिक लाइट्स का एग्जांपल लेते हैं जैसे अभी हमारी जो लाइट है उसका कलर लेट्स सपोज हमने ग्रीन लिया हुआ है तो यहां पर हम चेक कर सकते हैं कि अगर हमारी जो लाइट है उसकी वैल्यू रेड है तो हम क्या कर जाए हम स्टॉप कर जाए ट्रैफिक लाइट्स के अंदर हमारे पास तीन कलर्स होते हैं रेड येलो एंड ग्रीन रेड का मतलब होता है स्टॉप ग्रीन का मतलब होता है गो एंड येलो का मतलब होता है लुक तो यहां पर अगर हमारी लाइट रेड है तो उस केस में हमें स्टॉप करना है एल इफ एल इफ मतलब अगर लाइट रेड नहीं है तो उस केस में एक और कंडीशन के लिए चेक कर सकते हैं कि क्या हमारी लाइट जो है वो ग्रीन है अगर लाइट ग्रीन है तो दोबारा से कोलन लगाएंगे दोबारा से नेक्स्ट लाइन में तो उस केस में हम प्रिंट करवा देंगे गो एंड अगर लाइट ग्रीन भी नहीं है तो दोबारा एक और हम चाहे तो एलएफ स्टेटमेंट लिख सकते हैं अगर लाइट हमारी येलो है तो उस केस में हम प्रिंट करवा सकते हैं वेट या फिर लुक इसको कर सकते हैं सेव एंड एग्जीक्यूट तो क्योंकि लाइट हमारी ग्रीन है तो कोड एग्जीक्यूशन कैसे काम करेगा कोड में इस तरीके से एग्जीक्यूशन होगा कि पहले हम चेक करेंगे क्या लाइट रेड के इक्वल है ओबवियसली लाइट रेड के इक्वल नहीं है फिर हम इस स्टेटमेंट पर आ जाएंगे क्या लाइट ग्रीन के इक्वल है यस लाइट ग्रीन के इक्वल है तो उस केस में हम प्रिंट करवा देंगे गो तो यहां पर हमारे पास आउटपुट में गो प्रिंट होकर आ गया है एंड जैसे ही एक स्टेटमेंट एग्जीक्यूट हो जाएगी उसके बाद वाली जितनी स्टेटमेंट्स है उसको फिर कोड नहीं देखेगा मतलब इस स्टेटमेंट को फिर हम इग्नोर कर देंगे और बाहर आ जाएंगे तो यहां पर इनफैक्ट हम लास्ट में प्रिंट भी करवा सकते हैं एंड ऑफ कोड सेव एंड रन तो हमारे पास प्रिंट होकर आ गया गो एंड फिर एंड ऑफ कोड हम चाहे तो अपने कोड के अंदर कितने भी इफ लिख सकते हैं और कितने भी एलएफ लिख सकते हैं एक साथ यानी सीक्वेंस में जैसे हम चाहते तो इस एलएफ को हम इफ भी बना सकते थे तो इस तरीके से हम तीन इफ स्टेटमेंट्स को भी लिख सकते थे और हम चाहते तो इन सबको एलएफ बना सकते थे पर हमेशा जब भी एलएफ आता है हमेशा शुरुआत में हमें एक इफ स्टेटमेंट को लिखना ही लिखना पड़ता है अब इफ और एलएफ के बीच में डिफरेंस क्या होता है इफ और एलएफ के बीच में सिर्फ इतना डिफरेंस होता है कि इफ स्टेटमेंट हमेशा चेक करेगा मतलब ये इफ स्टेटमेंट हमेशा कंडीशन के लिए चेक करेगी बट एलएफ स्टेटमेंट सिर्फ तभी चेक करेगी जब इफ कंडीशन फॉल्स दे देगी फॉर एग्जांपल इस कोड को एक बार हम कॉमेंट आउट करते हैं फॉर एग्जांपल हमारे पास कोई नंबर है नंबर इज इक्वल टू 5 हम यहां पर चेक करना चाहते हैं अगर हमारे नंबर की वैल्यू ग्रेटर दन फ है या ग्रेटर दन 3 है या टू है तो उस केस में हम प्रिंट करवा देंगे ग्रेटर दन टू और अगर हम यहां पर इफ करके चेक करें अगर हमारा नंबर ग्रेटर दन 3 है तो उस केस में हम प्रिंट करवा देंगे ग्रेटर द 3 इसे सेव कर लेते हैं एग्जीक्यूट करेंगे तो क्या होगा सबसे पहले हमारे नंबर के लिए चेक होगा 5 इज ग्रेटर दन 2 तो हम यहां प्रिंट करवाएंगे ग्रेटर दन 2 फिर चेक होगा इफ है क्योंकि तो हर बार चेक होगा 5 इज ग्रेटर दन 3 तो हम प्रिंट करवा देंगे ग्रेटर दन 3 तो इस केस में जब हम इफ यूज़ करते हैं तो दोनों स्टेटमेंट्स एग्जीक्यूट होंगी पर जैसे ही हमने यहां पे एलएफ लिख दिया सेव करेंगे एंड रीरंग करेंगे तो सिर्फ एक ही स्टेटमेंट ट्रू होगी यानी जो पहले ट्रू हो गया सिर्फ वही ट्रू हो गया सेकंड कंडीशन के लिए हम चेक नहीं करेंगे एलएफ के केस में हम तभी चेक करते हैं जब हमारी फर्स्ट स्टेटमेंट फॉल्स होती है अब जैसे हमारे पास इफ एंड एलएफ होता है वैसे ही हमारे पास एक एल्स स्टेटमेंट होती है इफ और एलएफ को हम कितनी भी बार लिख सकते हैं शुरुआत हमेशा इफ के साथ होती है बट एल्स स्टेटमेंट को हम सिर्फ एक बार लिखते हैं और एल स्टेटमेंट को हम हमेशा लास्ट में लिख रहे होते हैं एल स्टेटमेंट का मतलब होता है इसमें कोई कंडीशन चेक नहीं करते एल स्टेटमेंट का मतलब है ऊपर अगर सारी की सारी कंडीशन ने हमें फाल्स दे दिया तो फिर एल्स रन हो जाएगा यानी अपने ट्रैफिक लाइट वाले केस में हम वापस आते हैं फॉर एग्जांपल इस कोड के अंदर अगर हमारी लाइट का कलर रेड भी नहीं है ग्रीन भी नहीं है येलो भी नहीं है इसका मतलब लाइट इज ब्रोकन डेफिनेटली अगर ट्रैफिक लाइट के अंदर हमें ब्लू कलर दिख रहा है तो उसका एस सच कोई सेंस नहीं बनाता तो उस केस में हम एक एल स्टेटमेंट लिख सकते हैं कोलन लगाएंगे मतलब एल स्टेटमेंट में कोई कंडीशन चेक हमें नहीं करनी एंड यहां पर हम प्रिंट करवा सकते हैं लाइट इज ब्रोकन फॉर एग्जांपल हमारी ट्रैफिक लाइट का कलर हो गया पिंक तो उस केस में यह कंडीशन भी फॉल्स देगी यह भी फॉल्स देगी यह भी फॉल्स देगी तो हमारे पास ये चीज प्रिंट होकर आएगी एग्जीक्यूट करेंगे तो हमारे पास प्रिंट होकर आएगा लाइट इज ब्रोकन ऐसे ही अगर हम यहां पर येलो कर दें तो उस केस में हमारे पास प्रिंट होकर आएगा लुक क्योंकि रेड वाली कंडीशन फॉल्स दे देगी यह फॉल्स दे देगी यहां पर जैसे ही ट्रू हो गया वैसे यह प्रिंट हो गया उस केस में एल स्टेटमेंट हमारे पास रन नहीं करेगी हम चाहे तो सिर्फ इफ एंड एल्स भी यूज कर सकते हैं जैसे इसे कॉमेंट आउट कर देते हैं अपना वोटिंग वाला एग्जांपल लेते हैं लेट्स सपोज आवर एज इज इक्वल टू 24 तो यहां पर हम चेक कर सकते हैं अगर हमारी एज की वैल्यू इज ग्रेटर दन इक्वल टू 18 तो उस केस में हम प्रिंट करवा सकते हैं कैन वोट और एक एल्स वाला केस लिख सकते हैं यानी अगर ग्रेटर दन इक्वल टू 18 नहीं है अगर इस स्टेटमेंट ने फाल्स दे दिया तो उस केस में हमें प्रिंट करवाना है कैन नॉट वोट इसे सेव कर लेते एग्जीक्यूट कर सकते हैं इस केस में आएगा कैन वोट एंड जैसे ही एज हो जाएगी 14 के इक्वल उस केस में हमारे पास प्रिंट होकर आएगा कैन नॉट वोट तो इस तरीके से हमारी इफ एल इफ एंड एल्स स्टेटमेंट्स वर्क करती है अब ये तो हो गए बहुत बेसिक एग्जांपल्स बाद में जाके जब हम डिफरेंट डिफरेंट कॉन्सेप्ट्स को एक्सप्लोर करेंगे तो कंडीशनल स्टेटमेंट्स को हम बहुत बार लिख रहे होंगे अब यहां पर एक और चीज कि जब भी हम इफ स्टेटमेंट के अंदर ये जो टैब का यानी फोर स्पेसेस का स्पेस देते हैं गैप देते हैं या एल्स के अंदर देते हैं या एलएफ के अंदर देते हैं इस इस चीज़ को प्रोग्रामिंग के अंदर हम इंडेंटेशन कहते हैं इंडेंटेशन का मतलब होता है प्रॉपर स्पेसिंग जनरली अगर हम सी c+ प जावा बैकग्राउंड से आ रहे हैं तो हमने सुना होगा कि ब्लॉक ऑफ या देखा होगा कि ब्लॉक ऑफ कोड की हेल्प से हम मल्टीपल स्टेटमेंट्स को कंबाइन करते हैं वो चीज़ पाइथन के अंदर नहीं होती पाइथन के अंदर मल्टीपल स्टेटमेंट्स को लिखने के लिए हम इंडेंटेशन यानी प्रॉपर स्पेसिंग का यूज़ कर रहे होते हैं इंस्टेड ऑफ़ कर्ली ब्रेसेज दैट इज़ व्हाई तो यह हो गई हमारी बेसिक्स ऑफ कंडीशनल स्टेटमेंट्स अब एक और एग्जांपल के थ्रू कंडीशनल स्टेटमेंट्स को और अच्छे से समझते हैं फॉर एग्जांपल हमें एक कोड लिखना है एक प्रोग्राम लिखना है जिसमें हम अपने स्टूडेंट्स को ग्रेड देना चाहते हैं बेस्ड ऑन देयर मार्क्स यानी जिस भी स्टूडेंट के 90 प्लस मार्क्स हैं उसे ग्रेड मिलना चाहिए a जिस भी स्टूडेंट के 80 से 90 के बीच में उसे b मिलना चाहिए जिसके भी 80 से 70 के बीच में उसको c मिलना चाहिए और 70 से लेस है अगर तो उसको डी मिलना चाहिए ओबवियसली दिस इज़ अ वेरी हार्श वे ऑफ असाइनिंग ग्रेड्स बट फॉर सिंपलीसिटी हम अजूम कर लेते हैं कि इस तरीके का कुछ सिस्टम चल रहा है किसी कॉलेज के अंदर तो इस सिस्टम को हम किस तरीके से एक कोड के अंदर कन्वर्ट करेंगे बेसिकली इसका प्रैक्टिकल सिनेरियो ये हो सकता है कि हमने पाइथन का ऐसा प्रोग्राम लिख दिया जिसमें टीचर क्या कर सकते है सारे स्टूडेंट्स के मार्क्स एंटर कर सकते हैं और उन स्टूडेंट्स के लिए ग्रेड वाला सीजीपीए वाले सिस्टम के हिसाब से उनका रिपोर्ट कार्ड बनके तैयार हो जाएगा तो इस सिस्टम को हमें क्रिएट करना है तो इसे क्रिएट करने के लिए हम कंडीशनल स्टेटमेंट्स को यूज करेंगे सबसे पहले अपनी फर्स्ट कंडीशन की तरफ आ जाते हैं फर्स्ट कंडीशन के अंदर लेट्स सपोज हमारे पास मार्क्स ऑलरेडी हैं तो हम चेक करेंगे कि क्या हमारे जो मार्क्स हैं वो ग्रेटर दन इक्वल टू 90 है अगर मार्क्स ग्रेटर दन इक्वल टू 90 है तो उस केस में हमारा ग्रेड क्या हो जाएगा हमारा ग्रेड हो जाएगा ए के इक्वल उसके बाद अगर ऐसा नहीं होता तो हम सेकंड कंडीशन को चेक करेंगे यानी एलएफ एलएफ के अंदर चेक करेंगे क्या मार्क्स ग्रेटर दन 80 एंड लेसन 90 है इस चीज को चेक करने के लिए हमें यहां पे अपने लॉजिकल ऑपरेटर्स को यूज करना पड़ेगा यानी हम पहले चेक करेंगे क्या हमारे जो मार्क्स हैं वो ग्रेटर दन इक्वल ू 80 है अब ग्रेटर दन = 80 में तो कोई भी वैल्यू हो सकती है फिर हम चेक करेंगे एंड यानी अगर हम अपनी रेंज में चेक करना चाहते हैं तो हम लिखेंगे एंड मार्क्स आर लेस देन 90 तो इस तरीके से लॉजिकल ऑपरेटर को यूज करके हम अपनी दो कंडीशंस को कंबाइन कर सकते हैं यानी मार्क्सस ग्रेटर दन इक्व 80 तो होने ही चाहिए प्लस मार्क्स लेस देन 90 भी होने चाहिए तो ये स्टेटमेंट भी ट्रू होगी ये भी ट्रू होगी मतलब मार्क्स 80 से 90 की रेंज में है तो ही हमारी फाइनल स्टेटमेंट ट्रू आएगी तो इस तरीके से हम लॉजिकल ऑपरेटर्स को यूज करते हैं अपनी प्रोग्रामिंग के अंदर कि दोनों स्टेटमेंट ट्रू हो तभी मार्क्स हमारी इस रेंज के अंदर है उस केस में हम क्या प्रिंट करवाएंगे उस केस में हमारा ग्रेड हो जाएगा b के इक्वल एंड इस तरीके से हम अपनी सारी स्टेटमेंट्स को लिख सकते हैं एक बार इसका कोड लिखते हैं फॉर एग्जांपल हमारे पास कुछ मार्क्स हैं लेट्स सपोज द मार्क्स आर इक्वल टू 74 हम अपनी कंडीशन को लिखना स्टार्ट कर सकते हैं अगर हमारी मार्क्स ग्रेटर दन इक्वल टू 90 है तो उस केस में हमारा ग्रेड हो जाएगा ए के इक्वल एल आर मार्क्स आर ग्रेटर दन इक्वल टू 80 एंड मार्क्स आर लेसन 90 उस केस में हमारा ग्रेड हो जाएगा बी के इक्वल नेक्स्ट हम लिखने वाले हैं एल इफ आर मार्क्स आर ग्रेटर दन इक्वल टू 70 एंड मार्क्स आर लेस देन 80 तो उस केस में ग्रेड इज गोइंग टू बी सी एंड यहां हम लिख सकते हैं अपना एल्स वाला केस एल्स ग्रेड इज गोइंग टू बी इक्वल टूडी एंड लास्ट में हम प्रिंट करवा सकते हैं ग्रेड ऑफ द स्टूडेंट आर ग्रेडको कर लेते हैं सेव एंड रिफ्रेश तो ग्रेड इज द स्टूडेंट इज गोइंग टू बी सी अब यहां पर यह जो मार्क्स है हम चाहे तो इसे इनपुट ले सकते हैं फ्रॉम द यूजर एंटर स्टूडेंट मार्क्स सेव कर लेते हैं एंड लेट्स रन इट लेट्स सपोज हमारा जो स्टूडेंट है उसके मार्क्स आए हैं 94 के इक्वल लेट्स कास्ट इट इनटू इंट सेव एंड रन तो स्टूडेंट के मार्क्स आए हैं 94 द ग्रेड इज गोइंग टू बी ए दोबारा हम चेक कर सकते हैं स्टूडेंट के जो मार्क्स हैं वो वो आए हैं 67 ग्रेड इज गोइंग टू बी डी स्टूडेंट के मार्क्स हैं 88 द ग्रेड इज गोइंग टू बी बी तो इस तरीके से हम अपने लिए एक पूरा प्रोग्राम बना चुके हैं जिसमें कोई चीज इनपुट हो रही है फिर हमारे पास कुछ ऑपरेशन परफॉर्म हो रहा है फिर हम फाइनली कुछ आउटपुट कर रहे हैं जनरली प्रोग्राम्स इसी तरीके से काम करते हैं प्रोग्रामिंग लैंग्वेजेस में यानी पहले हम कुछ इनपुट ले रहे होते हैं उसके बाद हम कुछ ऑपरेशंस को परफॉर्म करते हैं एंड फिर फाइनली कुछ आउटपुट होता है जिसको एज अ रिजल्ट हम सेंड आउट करते हैं अपने प्रोग्राम से अब कंडीशनल स्टेटमेंट्स के साथ देयर इज आल्सो समथिंग कॉल्ड नेस्टिंग नेस्टिंग का मतलब होता है इफ के अंदर इफ स्टेटमेंट लिखना यानी एक स्टेटमेंट के अंदर हम जब एक और स्टेटमेंट लिखते हैं फॉर एग्जांपल हमने कोई कंडीशन लिख दी इस तरीके से हमारी इफ स्टेटमेंट है और इसके अंदर जब हम कोई और इफ स्टेटमेंट यानी ये जो प्रॉपर स्पेसिंग है उसके साथ सम अदर कंडीशन में हम चाहें तो एक और इफ स्टेटमेंट लिख सकते हैं फिर यहां से हमें गैप देना पड़ेगा और यहां हम कोई भी चीज प्रिंट करवा सकते हैं इस फिनोमिना को हम नेस्टिंग कहते हैं प्रोग्रामिंग के अंदर नेस्टिंग होता है एक स्टेटमेंट के अंदर दूसरी स्टेटमेंट को लिखना एंड यह कंप्लीट वैलिड है python3 हम पहले तो चेक कर रहे हैं इफ द एज इज़ ग्रेटर दन इक्वल ट 18 तो उस केस में हम लेट्स सपोज प्रिंट करवा रहे हैं कैन ड्राइव इस तरीके से कुछ एंड एल्स में हम प्रिंट करवा रहे हैं कैन नॉट ड्राइव अब वैसे तो ड्राइविंग के लिए कोई अपर एज लिमिट नहीं होती बट फॉर एग्जांपल हमारे पास कोई इमेजिनरी अपर एज लिमिट है कि 80 प्लस से मतलब ड्राइविंग जो है व नहीं पॉसिबल इस तरीके का हम एक सिनेरियो इमेजिन करते हैं तो यहां पर इसी स्टेटमेंट के अंदर अगर हमें चेक करना है कि एक बार अगर एज ग्रेटर दन इक्वल टू 18 हो गई उसी के अंदर अगर हम चेक करना चाहते हैं इफ द एज इज आल्सो ग्रेटर दन इक्वल टू 80 तो यहां पर हम चाहते हैं कि हम कुछ प्रिंट कर दे लेट्स सपोज वी वांट टू प्रिंट कैन नॉट ड्राइव इस तरीके का हम कुछ प्रिंट करवाना चाहते हैं पर अगर यह चीज सच नहीं हुई तो उस केस में यानी एल्स वाले केस में वी वांट टू प्रिंट दिस थिंग तो यह कोड भी कंप्लीट वैलिड है इनफैक्ट इस कोड के अंदर हम क्या यूज़ कर रहे हैं इस कोड के अंदर हम नेस्टिंग को यूज कर रहे हैं नेस्टिंग का मतलब होता है एक इफ स्टेटमेंट के अंदर दूसरी स्टेटमेंट्स को लिखना इसको सेव कर लेते हैं अगर एज 34 है तो उस केस में तो प्रिंट होकर आएगा कैन ड्राइव पर जैसे ही हम अपनी एज इसको कर देंगे लेट्स सपोज 95 सेव एंड रीरंग तो उस केस में प्रिंट होकर आएगा कै नॉट ड्राइव तो यहां पर जैसे ही फर्स्ट स्टेटमेंट ट्रू हो जाएगी उसके बाद हम अंदर जाएंगे दोबारा सेकंड स्टेटमेंट को चेक करेंगे ये ट्रू होती है तो हम इस चीज को प्रिंट करवाएंगे और ये चीज अगर फॉल्स हो जाती है तो फिर हम इस स्टेटमेंट को प्रिंट करवा रहे होंगे तो इस तरीके से नेस्टिंग भी वर्क करती है प्रोग्रामिंग के अंदर यहां पर हमने कंडीशनल स्टेटमेंट्स के अंदर नेस्टिंग देखी है आगे जाके हम लूप्स का इंपॉर्टेंट कांसेप्ट पढ़ेंगे अगले वाले लेक्चर के अंदर जिसमें हम लूप्स के अंदर भी नेस्टिंग को कर स सकते हैं नाउ लेट्स कम टू सम प्रैक्टिस क्वेश्चंस इन प्रैक्टिस क्वेश्चंस को सबसे पहले तो हमें खुद सॉल्व करने की कोशिश करनी है एंड उसके बाद हम क्लास के साथ इन्हें देख सकते हैं सबसे पहला प्रैक्टिस क्वेश्चन कह रहा है राइट अ प्रोग्राम टू चेक इफ अ नंबर एंटर्ड बाय द यूजर इज ऑड और इवन अब इस क्वेश्चन को सॉल्व करने के लिए ऑड एंड इवन नंबर्स के बारे में सोचते हैं हमारे ऑड नंबर्स वन से स्टार्ट कर सकते हैं वन हो गया थ्री हो गया फाइव हो गया सेवन हो गया ना हो गया 11 13 ये सारे के सारे हमारे ऑड नंबर्स होते हैं ऐसे ही हमारे पास इवन नंबर्स होते हैं इवन नंबर्स में वी हैव 2 4 6 8 10 12 14 एंड सो ऑन अब ऑड एंड इवन नंबर्स की एक स्पेशल प्रॉपर्टी होती है जितने भी इवन नंबर्स होते हैं सारे के सारे इवन नंबर्स कैन वी से दैट दे आर मल्टीप्लस ऑफ टू वो सारे के सारे इवन नंबर्स टू की टेबल में आते हैं या एक और बेटर तरीका होगा कहने का कि सारे के सारे जो इवन नंबर्स होते हैं वो टू से कंप्लीट डिवाइड हो जाते हैं यानी किसी भी इवन नंबर को हम टू से डिवाइड करें तो हमेशा रिमाइंडर जीरो ही आएगा जैसे अगर हम 14 को टू से डिवाइड करें तो द रिमाइंडर इज गोइंग टू बी इक्वल टू 0 तो कैन वी से कि कोई भी नंबर अगर टू से डिवाइड होके रिमाइंडर जरो देता है तो वो एक इवन नंबर है वी कैन डेफिनेटली से दैट कि अगर कोई भी नंबर रिमाइंडर में रिमाइंडर के लिए यूज करेंगे अपने मॉड्यूल ऑपरेटर का कि कोई भी नंबर टू से अगर डिवाइड होकर रिमाइंडर में जीरो दे देता है नंबर को टू से डिवाइड करके रिमाइंडर निकाल रहे हैं अगर उसकी वैल्यू जीरो है तो उसका मतलब वो एक इवन नंबर है एंड कोई भी नंबर जो रिमाइंडर जीरो नहीं देता है बाकी सारे नंबर्स जो बच गए व सारे के सारे हमारे ऑड नंबर्स है इस चीज को चेक कर लेते हैं यानी प्रोग्राम में कन्वर्ट करते हैं लेट्स सपोज वी हैव सम नंबर इक्वल टू 40 अब यहां पर हम या तो पहले एक रिमाइंडर फाइंड आउट कर सकते हैं नम मॉडलो टू अगर हमारा रिमाइंडर इक्वल टू जीरो है तो उस केस में हम प्रिंट करवा सकते हैं इवन एंड एल्स वाले केस में हम प्रिंट करवा सकते हैं ऑड इस तरीके से या इनफैक्ट ये जो नंबर है इसे हम चाहे तो इनपुट भी ले सकते हैं फ्रॉम द यूजर एंटर नंबर सेव एंड रन सबसे पहले हम अपना नंबर एंटर करेंगे 14 हमारा 14 क्या है इवन नंबर है या फिर अगर हमने एंटर कर दिया वन वन इज एन ऑड नंबर तो इस तरीके से हम कैलकुलेट कर सकते हैं या डायरेक्टली ये जो रिमाइंडर है इसी को हम यहां पर कैलकुलेट करके चेक कर सकते हैं इंस्टेड ऑफ़ क्रिएटिंग अ न्यू वेरिएबल सेव कर लिया रिफ्रेश कर लिया द नंबर 24 इज़ एन इवन नंबर एंड द नंबर 17 इज़ एन ऑड नंबर नेक्स्ट क्वेश्चन पर आ जाते हैं नेक्स्ट क्वेश्चन हमें कह रहा है राइट अ प्रोग्राम टू फाइंड द ग्रेटेस्ट ऑफ़ थ्री नंबर्स एंटर्ड बाय द यूजर यानी यूज़र हमें तीन नंबर देगा a b एंड c ये कुछ भी हो सकते हैं हमें एक प्रोग्राम लिखना है जो इन तीनों में से लार्जेस्ट वैल्यू को फाइंड आउट करें एग्जांपल के लिए ले लेते हैं लेट्स सपोज a के अंदर फर है b के अंदर फ है एंड c के अंदर सेन है तो इस तरीके से हमारे पास तीन नंबर्स हैं अब सबसे पहले तो हम चेक कर सकते हैं कि क्या a ग्रेटर दन b है अगर a ग्रेटर दन b है एंड a ग्रेटर द c भी हो जाता है तो उस केस में क्या हम कह सकते हैं कि a अगर दोनों नंबर से बड़ा है तो हमारा ग्रेटेस्ट नंबर a आ जाएगा या फिर अगर ऐसा नहीं होता मतलब a तो ग्रेटेस्ट नंबर नहीं है तो एल इफ में हम चेक कर सकते हैं कि b ग्रेटर c है क्या हमें ऑब् वियस पता है अगर फर्स्ट स्टेटमेंट ट्रू नहीं हुई तो उसका मतलब a तो ग्रेटेस्ट नंबर नहीं है तो मतलब या तो b ग्रेटेस्ट है या c ग्रेटेस्ट है तो पहले चेक कर लो क्या b ग्रेटर दन c है अगर b ग्रेटर दन c है तो इसका मतलब b ग्रेटर नंबर है और एल्स के केस में c ग्रेटर नंबर है इसको एक बार कोड के अंदर लिखकर देखते हैं लेट्स सपोज वी एंटर द नंबर इनपुट इट फ्रॉम द यूजर या एंटर फर्स्ट नंबर तो उसे हम ए के अंदर स्टोर कर लेंगे एंड इसी तरीके से हम अपने तीन नंबर्स को एंटर कराएंगे एक को बी के अंदर स्टोर कर लेंगे एंड एक को हम सी के अंदर स्टोर कर लेंगे सबसे पहले चेक करेंगे अगर ए ग्रेटर दन बी है एंड ऐसे हम ग्रेटर दन इक्वल टू भी बोल सकते हैं एंड ए ग्रेटर इक्वल टू सी है तो उस केस में हम प्रिंट करवाना चाहते हैं फर्स्ट नंबर इज ग्रेटेस्ट या लार्जेस्ट एंड फर्स्ट नंबर की वैल्यू भी प्रिंट करवा देते हैं च इज ए एल इफ अगर बी ग्रेटर दन इक्वल टू सी हो जाता है तो उस केस में हम प्रिंट करवा देंगे नंबर सेकंड इज द लार्जेस्ट सेकंड इज लार्जेस्ट एंड हम प्रिंट करवा देंगे बी की वैल्यू को एंड एल्स वाले केस में हमें ओबवियसली पता है कि हमारा नंबर सी सब सबसे ग्रेटेस्ट होगा तो थर्ड इज लार्जेस्ट एंड सी इसे सेव कर लेते हैं एंड रन करते हैं सबसे पहले लेट्स सपोज वी इनपुट फोर सेकंड नंबर में हमने फाइव को इनपुट किया एंड थर्ड नंबर में हम सेवन को इनपुट कर रहे हैं तो आंसर आया थर्ड इज लार्जेस्ट व्हिच इज सेवन दोबारा हम चाहे तो अपने कोड को रन कर सकते हैं विद सम डिफरेंट वैल्यूज लेट्स सपोज फर्स्ट नंबर इज 99 सेकंड नंबर इज 201 एंड थर्ड नंबर इज़ 87 हमारा लार्जेस्ट नंबर हो जाएगा सेकंड नंबर व्हिच इज इक्वल टू 201 तो इस तरीके से हमारा प्रोग्राम फिनिश अप हो गया है अच्छा यहां पे मैं आपको एक होमवर्क प्रॉब्लम दूंगी कि जैसे हमने लार्जेस्ट ऑफ थ्री को फाइंड आउट करने के लिए कोड लिखा है वैसे ही आपको लार्जेस्ट ऑफ फोर नंबर्स को फाइंड आउट करने के लिए कोड लिखना है और इस कोड को आपको खुद बैठकर पहले लॉजिकली सोचना है पेपर पेन के ऊपर एंड उसके बाद हम इसे पाइथन के कोड के अंदर कन्वर्ट कर रहे होंगे अब आ जाते हैं अपने थर्ड क्वेश्चन की तरफ थर्ड क्वेश्चन में कह रहा है राइट अ प्रोग्राम टू चेक इफ अ नंबर इज अ मल्टीपल ऑफ सेन और नॉट कोई भी नंबर किसी दूसरे नंबर का मल्टीपल तब होता है जब उनका रिमाइंडर जीरो आता है यानी अगर हम कोई भी नंबर x ले ले अगर हमें चेक करना है ये मल्टीपल ऑफ सेन है क्या तो उसका रिमाइंडर हमारे पास रो आना चाहिए जैसे फॉर एग्जांपल x = इ 7 के लिए या 14 के लिए या 21 के लिए या 28 के लिए इन सारे नंबर्स के लिए सेवन के साथ इनका रिमाइंडर जीरो आएगा तो ये सारे के सारी नंबर्स सेवन के मल्टीपल बन जाएंगे हम इसके लिए कोड भी लिख सकते हैं जैसे लेट सपोज हमने कोई नंबर इनपुट लिया लेट्स कॉल इट x एंटर नंबर एंड अगर हमारा जो भी नंबर है x उसका रिमाइंडर सेन के साथ टर्न्स आउट टू बी रो तो उस केस में हम प्रिंट करवा देंगे मल्टीपल ऑफ 7 एंड एल्स वाले केस में हम प्रिंट करवाएंगे नॉट अ मल्टीपल इसे सेव कर लेते हैं एंटर करते हैं हमने एंटर किया 21 तो 21 इज अ मल्टीपल ऑफ से एंड दोबारा अगर हम एंटर करें लेट्स सपोज 16 तो 16 इज़ नॉट अ मल्टीपल ऑफ़ सेन एंड ये सिर्फ सेवन के लिए नहीं हम किसी भी नंबर के लिए चेक कर सकते हैं फॉर एग्जांपल हम चेक कर सकते हैं कोई भी नंबर फाइव का मल्टीपल है क्या सेव किया रन किया अगर हम एंटर करेंगे 25 तो 25 इज़ अ मल्टीपल ऑफ़ फ बट अगर हम एंटर करें 27 तो 27 इज़ नॉट अ मल्टीपल ऑफ़ फाइव तो इस तरीके से यह बेसिक बेसिक कोड है जिनको लिखकर हमने अपने क्वेश्चंस को प्रैक्टिस कर लिया है ऑब् वियस जब हम रियल लाइफ प्रोग्रामिंग करते हैं तो वहां पर जो लॉजिक बिल्ड करते हैं वो इससे भी ज्यादा कॉम्प्लेक्शन के अंदर जिनको सीखना पड़ेगा तो आई होप कि आज के लेक्चर से हम और कांसेप्ट सीख कर जा रहे होंगे अबाउट पाइथन लैंग्वेज आज के लिए इतना ही मिल द नेक्स्ट वीडियो में टिल देन कीप लर्निंग एंड कीप प्रैक्टिसिंग