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डायरेक्ट टैक्सेशन का परिचय
Jul 17, 2024
डायरेक्ट टैक्सेशन का परिचय
क्यों महत्वपूर्ण है?
प्रैक्टिकल लाइफ में महत्वपूर्ण:
बिजनेस, नौकरी या छोटे कारोबार में ज्ञान आवश्यक
सरकार का निरीक्षण:
पैन कार्ड, आधार कार्ड, बैंक अकाउंट से लेनदेन का पता चलता है
टैक्स आवेदन और पेनल्टी:
टैक्स न भरने पर पेनल्टी लग सकती है
एसेसमेंट ईयर और प्रीवियस ईयर
एसेसमेंट ईयर:
जिस साल सरकार पिछले साल की इनकम की जाँच करती है
उदाहरण: 2022-23 एग्जाम के लिए 2021-22 प्रीवियस ईयर है
प्रीवियस ईयर:
वह साल जब इनकम जनरेट हुई
उदाहरण: 2022-23 में 2021-22 प्रीवियस ईयर होगा
टैक्स का कारण
सरकार का राजस्व:
सरकार को अपने नागरिकों के लिए सेवा प्रदान करने के लिए धन की आवश्यकता होती है
रेजिडेंशियल स्टेटस
रेजिडेंशियल स्टेटस की महत्ता:
किस व्यक्ति को कितना टैक्स देना है, यह उसके रेजिडेंशियल स्टेटस पर निर्भर करता है
इंडियन सिटिजन का स्टेटस:
इंडियन सिटिजन के लिए रेजिडेंशियल स्टेटस का निर्धारण
शर्तें:
182 दिन प्रीवियस ईयर में भारत में रहना चाहिए
पिछले 4 वर्षों में से 2 वर्षों में 60 दिन और 365 दिन कुल मिला कर 730 दिन भारत में रहना चाहिए
विशेष शर्तें उन लोगों के लिए जो काम के लिए भारत छोड़कर जाते हैं
विशेष शर्तें उन लोगों के लिए जो काम के लिए बाहर से भारत आते हैं
टैक्सेशन के महत्वपूर्ण तत्व
रेजिडेंशियल स्टेटस:
व्यक्ति का भारत में रेजिडेंशियल स्टेटस उसकी टैक्स देनदारी निर्धारित करता है
ऑर्डिनरी रेजिडेंट और नॉन-ऑर्डिनरी रेजिडेंट:
10 वर्षों में से 2 बार रेसिडेंट होना आवश्यक
नॉन-रेसिडेंट:
जो कोई भी उपरोक्त शर्तें पूरी नहीं करता, उसे नॉन-रेसिडेंट माना जाता है
निष्कर्ष
प्रत्येक व्यक्ति को अपना रेजिडेंशियल स्टेटस जानना चाहिए ताकि वह सही तरीके से टैक्स भर सकें
सरकार अपनी ज रुरतों को पूरा करने के लिए नागरिकों से टैक्स वसूलती है
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