अब वह सपना जीने का समय है आपका और वह जो जिंदगी है आपकी यह दो साल जो आपके मास्टर्स के होने वाले हैं यह आपकी जिंदगी के लिए बहुत अहम होने वाले हैं अगर आज का वीडियो बच्चे हमारी बात सुनेंगे तो उनके लाइफ में इवन आज के वीडियो से भी एक वैल्यू एडिशन होगा उनके लाइफ में उन्हें एक मार्गदर्शन मिलेगा तो जितने भी लोग मास्टर्स में एडमिशन ले चुके हैं अपनी जर्नी शुरू कर चुके हैं उनके लिए सारी बातें बहुत महत्त्वपूर्ण रहने वाली है आप लोगों की एमटेक की जर्नी में आपको क्या करना है जिसकी मदद से आप टॉप लेवल का प्लेसमेंट लास्ट में उठा सकते हैं गेट जैसे ऑल इंडिया एग्जाम की जब हम तैयारी करते हैं तो बहुत सारे सपने होते हैं कि इस एग्जाम को देके हम किसी पब्लिक सेक्टर कंपनी में जाएंगे हम किसी बहुत अच्छे संस्थान से मास्टर्स की डिग्री करेंगे और उन सारी चीजों को ओवरकम करेंगे जो कहीं ना कहीं बीटेक करते समय हमारी कमी रह गई है और गेट देने के बाद जब रिजल्ट आता है तो यह एंजाइटी और भी ज्यादा बढ़ जाती है और उस पूरे सफर में हम आपके साथ रहे हैं जिस समय आपको वह चुनाव करना था कि आप कौन सा कॉलेज कौन सी ब्रांच लो जिससे कि आपका भविष्य बेहतर हो अब वह समय आ गया है कि अब जो भी आपकी ड्रीम थी सपना था जहां तक भी आप पहुंच सकते थे अपने स्कोर के थ्रू अपनी रैंक के थ्रू अब वहां आप पहुंच चुके हो और जो भी उच्च संस्थान है वहां की बहुत सारी ऐसी चीजें हैं जो कई बहुत अच्छे संस्थान से नहीं पढ़ा तो उसके लिए एक सपने जैसी होती है अब वह सपना जीने का समय है आपका और वह जो जिंदगी है आपकी यह दो साल जो आपके मास्टर्स के होने वाले हैं यह आपकी जि जिंदगी के लिए बहुत अहम होने वाले हैं क्योंकि बहुत सारी ऐसी चीजें इस दौरान होंगी जो आपके करियर को बहुत ऊंचाई पर ले जा सकती है आपकी सीखने समझने की क्षमता को बहुत बढ़ा सकती है बहुत सारी नई अपॉर्चुनिटी आपके सामने ओपन हो सकती है और एक इंट्रोवर्ट इंसान से एक किसी प्राइवेट संस्थान में पड़े हुए व्यक्ति की झिझक से आपको एक आईआईटी या एनआईटी के टैग का कॉन्फिडेंस देने तक यह जर्नी आपको पहुंचाएगी तो इतनी महत्त्वपूर्ण जब यह जर्नी होने वाली है तो इसके कुछ डू स एंड डोंट्स भी बनते हैं वही डू एंड डोंट्स डिस्कस करने के लिए हम आपके साथ है आपका स्वागत है मेडीज के youtube1 सो आज हम चर्चा करने वाले हैं वो थंबनेल से देख के आपको पता चल गया होगा आप अपने मास्टर्स की शुरुआत अब कर चुके हैं और उससे रिलेटेड बहुत सारे सवाल जो आप लोगों के रहे हैं या अपने एक्सपीरियंस से जो हम आपको गाइड कर सकते हैं उसके बारे में आज चर्चा करेंगे तो सबसे पहले सर हम इस बात पर आते हैं कि जो मुद्दे हैं स्टूडेंट्स के लिए जो बहुत इंपोर्टेंट है मैं और आप लगातार डिस्कस भी करते रहते हैं तो उनमें से एक प्रथम मुद्दा जो बहुत ज्यादा महत्त्वपूर्ण है अभी हम उसके बारे में बात कर रहे थे उस परे चर्चा शुरू करते हैं बिल्कुल सर सो माय डियर स्टूडेंट सबसे पहले तरहे दिल से आपको बहुत-बहुत मुबारकबाद के जैसा अमरेंद्र सर ने बोला कि अब फाइनली वह समय आ चुका है कि आप अपने सपने को जी सकते हो बिकॉज सर अगस्त एक ऐसा महीना होता है जहां पर हमारे देश के आईएससी आईआईटी और एनआईटी इनकी जो मास्टर्स की क्लासेस है वो शुरू हो जाती है सारे डोमस में सारे ब्रांचेस के स्टूडेंट्स के लिए तो सबसे पहले तो आप सभी को अपने इस न्यू जर्नी के लिए बहुत-बहुत मुबारकबाद हम दोनों की तरफ से और यह मुबारकबाद इसलिए भी स्पेशल है बिकॉज पास्ट के चार पांच महीने से हम लोग एक सारथी की तरह आपके साथ हर पड़ाव पे आपका साथ दिया है आपको ब्रांचेस के चुनाव में जहां कहीं भी आप अटके हो और हमसे गाइडेंस आपने मांगी है तो वी हैव बीन वेरी सपोर्टिव टू यू इन द फॉर्म ऑफ वीडियोस और आज फाइनली वो दिन आ चुका है कि सारी चीजों को भुलाकर कि सर मेरे को यहां एडमिशन नहीं हो रहा वो नहीं हो रहा कौन सी रैंक पे क्या मिलेगा फाइनली यू आर इन टू आईआईएससी आईआईटी और एनआईटी एंड एन एक्सीलेंट जर्नी इज गोइंग टू स्टार्ट फ्रॉम टुडे ऑनवर्ड डियर स्टूडेंट सो इसी श्रेणी में आज के वीडियो का बिकॉज थंबनेल आपने बोला अमरिंदर सर सो थंबनेल पे वी हैव रिटन एन ओपन लेटर टू ऑल द एमटेक स्टूडेंट्स बट हमने यह डिस्क्लोज नहीं किया कि आज का वीडियो हम बना क्यों रहे हैं मतलब अगर आज का वीडियो बच्चे हमारी बात सुनेंगे तो उनके लाइफ में इवन आज के वीडियो से भी एक वैल्यू एडिशन होगा उनके लाइफ में उन्हें एक मार्गदर्शन मिलेगा तो सबसे पहले हमारे पॉइंट डिस्कस करने से पहले मैं आपसे यह जानना चाहूंगा कि आज आखिर हम यह वीडियो बना क्यों रहे हैं और इन बच्चों को इससे फायदा क्या मिलेगा या इन्हीं बच्चों ने हमसे रिक्वेस्ट क्या करी थी क्योंकि दिस वीडियो इज एक्चुअली अ फॉर्मेशन क्योंकि आप लोगों ने बहुत सारी रिक्वेस्ट करी थी सो सर वो क्या रिक्वेस्ट है राइट तो सर सब लोग जो हमारे साथ जुड़े रहे हैं और मोस्टली लोग जुड़े रहे हैं इस पूरी सर ऑलमोस्ट मैं बताऊं तो 70 80 पर स्टूडेंट्स थ्रू आउट द कंट्री और यह बात मैं बड़े दिल से आभार कृतज्ञता के फॉर्म में भी बोल रहा हूं और खुशी के फॉर्म में भी बोल रहा हूं कि अप्रॉक्सिमेट्स शुरू कर रहे हैं आईएससी में है वो कहीं ना कहीं दे हैव टेकन गाइडेंस फ्रॉम अवर वीडियोस बल्कि सर ऐसा भी सुनने में आ रहा है ग्राउंड लेवल की रिपोर्ट से कि बहुत सारे बच्चे जो कि शायद एमटेक ज करने का रुझान ही नहीं था कभी जिंदगी में उन लोगों को भी एक बेहतरीन मार्गदर्शन मिला है हमारे माध्यम से एंड दे हैव जॉइन इन टू द एमटेक कोर्स तो बताओ सर क्या आज का वीडियो का एम क्या है आज के इस वीडियो का हमारा एम यह है कि आप जब इतनी महत्त्वपूर्ण जर्नी प आगे जाने वाले हो तो हर जर्नी का एक मैप होता है और वह मैप आपको क्या-क्या गलतियां आपसे हो सकती हैं किन-किन चीजों पर आपको ध्यान देना है कौन सी ऐसी चीजें हैं जो आपको भटकने से बचाएगी आपके सही चुनाव और सही निर्णय में मदद करेंगी यह सारी बातें हम आज डिस्कस करने वाले हैं तो जितने भी लोग मास्टर्स में एडमिशन ले चुके हैं अपनी जर्नी शुरू कर चुके हैं उनके लिए सारी बातें बहुत महत्त्वपूर्ण रहने वाली है क्योंकि हमारा एक्सपीरियंस है हमारे जो पुराने स्टूडेंट्स रहे हैं उनके एक्सपीरियंस हमने लिए तो उसके बेसिस पर ये सारी बातें सर हम डिस्कस करने जा रहे हैं बिल्कुल सर तो पहला पॉइंट मतलब बेसिकली आप लोगों की एमटेक की जर्नी में आपको क्या करना है जिसकी मदद से आप टॉप लेवल का प्लेसमेंट लास्ट में उठा सकते हैं आप आराम से नेविगेट कर सकते हैं इस 2 साल की जर्नी में आज हम ऐसे कुछ ब्रिलियंट पॉइंट्स एंड लिटरली आई एम टेलिंग यू कि पूरे youtube1 कम्युनिटी के लिए हम इन सब पॉइंट्स को डिस्कस कर रहे हैं आठ से 10 पॉइंट्स हमारे पास है सर और बड़े ही सहजता से गहराई के साथ हम डिस्कस करेंगे एंड अगेन फिलॉसफी इज द सेम बच्चों तुम जानते हो कि गहरी चीजों को समझाने के लिए इट इज अबाउट योर करियर अगेन एंड हाउ यू नीड टू लीव दिस जननी तो उसमें समय लगता है तो धैर्यवान होके हमारी बातों को सुनना सर पहला पॉइंट पुट फॉरवर्ड कर रहा हूं फिर उसमें आप इंक्लूड कर लीजिएगा अपने पॉइंट को भी देखिए सबसे पहली बात तो यह है कि मास्टर्स लेवल पॉइंट नंबर वन पे डिस्कशन कर रहा हूं मैं मास्टर्स लेवल में आपने जो जवाइन किया है हमारा अनुभव यह कहता है कि मैक्सिमम बच्चे जो एमटेक में इस साल एनरोल कर रहे हैं आईआईटी में जा रहे हैं आईएससी में जा रहे हैं उनमें से 90 प्र बच्चे बल्कि मैं कमी ही बोल रहा हूंगा मेरे ख्याल से तो 95 पर ही है 95 प्र बच्चे ऐसे हैं जिन्होंने अपना बैचलर्स डिग्री या बीटेक कहीं किसी प्राइवेट कॉलेज से किया है तो जब सर ऐसा बच्चा पहली बार आईआईटी के कैंपस में घुसता है आईआईटी बम्बे आईआईटी कानपुर आईआईटी मद्रास आईएससी बेंगलोर तो जब ऐसा बच्चा पहली बार इन सब संस्थानों में घुसता है तो उसकी आंखें बिल्कुल चका चौद में रे जाती है कि यार ये मैं कहां गया बिकॉज इतना बड़ा कैंपस शायद उसने अपनी लाइफ में देखा ही ना हो इतनी जारे रिसर्च फैसिलिटी लेबोरेटरीज स्पोर्ट्स की फैसिलिटी खानपान की सुविधाएं सारी चीजें सब्सिडाइज्ड एक एनवायरमेंट ही अलग है ग्रीनरी सर राइट कैंपस की ग्रीनरी ही इतनी ज्यादा होती है और वहां पर जो पूरा एक ओवरऑल माहौल होता है जिसे हम कहते हैं वाइब इनकी भाषा में बात कर रहा हूं वो जो एक वाइब होता है ना बच्चे वो बिल्कुल ही अलग मिलेगा आपको लेकिन यहीं पर थोड़ा बच के रहने की बात है बिकॉज 2 साल की डिग्री है एंड आपको पता भी नहीं चलेगा कि समय कब गुजर गया ये सचाई है सच्चाई है सर बिकॉज इस तरह के कैंपस में करने के लिए इतना कुछ है स्टूडेंट कम्युनिटी के लिए कि आपकी मैसेज है आपकी कल्चरल फेस्ट है आपके कुछ और चीज है कुछ स्पोर्ट्स एक्टिविटीज चलल रहा है रात रात तक स्पोर्ट्स एक्टिविटीज खुले रहते हैं राइट रात रात भर 247 खाने की सुविधाएं रेस्टोरेंट्स आपके कैफेस आईटी के अंदर ही है वो सब चलते रहते हैं रात भर तो एक अलग प्रकार का एनवायरमेंट और इकोसिस्टम बच्चे को नजर आता है जो कभी भी उसने अपने प्राइवेट कॉलेज में महसूस ही नहीं किया होता अब यहां पर एंजॉय करो कोई दिक्कत की बात नहीं हम उसकी मनाई नहीं कर रहे हैं हमने कहा है जीना तो है ही इस लाइफ को जैसा अमरेंद्र सर ने कहा लेकिन थोड़ा सा कशि होके जीना है बिकॉज ये एक ऐसा माहौल है कहीं इस फ्लो में आपके दो साल ही ना गुजर जाए दैट इज इंपॉर्टेंट और हमारे पास ड्यूरेशन कम है आपको पता भी नहीं चलेगा चुटकियों में दो साल गुजरते हैं सर और सर इनफैक्ट दो साल गुजरने से पहले ही इनका प्लेसमेंट तो इनके सेकंड ईयर से स्टार्ट हो जाए स्ट हो जाएगा तो एक साल इनका कैसे निकल जाएगा इनको पता ही नहीं चलेगा एडजेस्टमेंट्स में एंजॉयमेंट में फेस्ट में कभी आप किसी स्पोर्ट्स फैसिलिटी में एनरोल कर रहे हो फिर हॉस्टल लाइफ है सर फिर कहीं कोई एक्टिविटी चल रही है कहीं कोई डिबेट चल रहा है कहीं कोई चीफ गेस्ट आया है कहीं कोई फंक्शन चल रहा है 10 तरह की चीजें वहां पर चलती ही चली जाएंगी और यहां पर मैं आपसे कहना चाहूंगा कि यार अटकना मत इन सब चीजों में एंजॉय करना ठीक है आप ही का कैंपस है लेकिन यार अपना मेन एम मत भूल जाना इस चक्कर में बिकॉज सर आईआईटी में गए सीनियर से इंटरेक्ट कर रहे हैं जूनियर से इंटरेक्ट कर रहे हैं रिसर्च पेपर प्रोफेसर से इंटरेक्ट कर रहे हैं चीजें लैब्स देख सर लैब्स देखने में शायद महीना भर दो महीना भर गुजर जाए कि वहां पर विं टनल लैब है यहां पर इस चीज की लैब है यहां पर डीआरडीओ का कोई सेटअप है यहां पर वो है इस तरह की भी चीजें हैं तो जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आईआईटी दिल्ली सर बाजू में ही है तो वहां पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का पूरा एक सेंटर ही है तो यह सब चीजें आपको मंत्र ओवर वेलम कर देंगी चीज बात वो है तो उसके चक्कर में कहीं आप अपना मेन एम मत भूल जाना कि आप वहां पर अपने आप को इंप्रूव करने आए हो अपने अंदर वैल्यू ऐड करने आए हो और जो आईआईटी या आईएससी जो रिसोर्सेस प्रोवाइड करता है लाइब्रेरीज सीनियर्स प्रोफेसर्स लर्नेट एनवायरमेंट और इन सारे रिसर्च की फैसिलिटी प्रोजेक्ट्स इन सब एनवायरमेंट का बेस्ट पॉसिबल यूटिलाइजेशन करके आपको अपने लाइफ में वैल्यू कैसे ऐड करनी है और प्लेसमेंट के लिए कैसे तैयार होना है यह डे वन से आपको याद रखना पड़ेगा अर्जुन के वो वो सर एकाग्र चत फोकस होना चाहिए आपका अर्जुन का नजर सिर्फ आंख पे था तो बिल्कुल वही अर्जुन बनना पड़ेगा आपको यहां पर माहौल बहुत उम्दा है बेहतरीन है ठीक लेकिन आप ये समझने की कोशिश करो कि आप बीटेक के स्टूडेंट नहीं हो आप एमटेक के स्टूडेंट हो तो मैच्योरिटी भी उसी लेवल की रखनी है बच्चे आप इसमें कुछ और ऐड करना चाहे सर सर मुझे लगता है कि आपने इस पॉइंट को ओवरऑल जो इनकी रिक्वायरमेंट है ना काफी अच्छे से समप कर दिया है और बस बात यही है कि इस बात को अगर मैं दोबारा री अफर्स निकलता चला जाएगा और वो जो समय निकलता चला जाएगा उसका रियलाइफ तक चीजें थोड़ी देर हो चुकी होगी हम बहुत सारी चीजें आपके पास सीखने के लिए है समझने के लिए है तो सर हम जो बेसिकली बात कर रहे थे आगे मैं इसी बात को थोड़ा सा और आगे ले जाता हूं हमारा जो दूसरा पॉइंट है बात करने का वो ये है कि आप ये सारी चीजें क्योंकि इतनी ज्यादा है तो यहां पे आपको कुछ ना कुछ एंकर चाहिए होगा बिलकुल कोई ना कोई जगह जहां आप गाइडेंस ले सको कोई खुटा टांग सको किसी एक्सपीरियंस्ड पर्सन से बात कर सको तो सर मुझे लगता है कि किसी भी अच्छे संस्थान में जो इनके सीनियर्स हैं जिन्होंने अभी प्लेसमेंट को फेस किया होगा हां कोर्स वर्क एक्सपीरियंस किया है प्रोफेसर्स के बारे में जानते हैं लैब्स का आईडिया है सॉफ्टवेयर्स का आईडिया है तो आप ऐसे अपने किसी सीनियर से एक दो तीन दो तीन लोगों से बात करके मेजर पिक्चर क्लियर हो जाती है तो आप उनसे बातचीत करो यह समझने की कोशिश करो कि आपके लिए कौन से जो इलेक्टिव्स हैं वह अच्छे रहेंगे आपके इंटरेस्ट के बेसिस पर भी और आगे आने वा फ्यूचर के बेसिस प्लेसमेंट पॉइंट ऑफ व्यू से प्लेसमेंट पॉइंट क्योंकि ये वो लोग हैं जिन्होंने अभी गुर चुके हैं उस जर्नी से हां गुजर चुके हैं उस जर्नी से गुजर चुके हैं जो जस्ट पास आउट हो रहे हैं या निकले हैं जस्ट लोग ऐसे लोगों से जब आप कनेक्ट करोगे तो आपको वो रेलीवेंस समझ में आएगा कि आपको जो चुनाव करना है वो क्या है और सर इसके साथ-साथ क्या होता है कि कई बार जो प्रोजेक्ट आपको करना है उसका भी आपको एक बेहतर आईडिया लगता है जब आप अपने सीनियर से बात करते हो और देखते हो कि वो क्या कर रहे हैं व्हाट दे वर डूइंग उनको क्या प्रॉब्लम्स आई और इसके साथ-साथ जब रियलिटी चेक होता है आपका तो रियलिटी चेक होने में फिर आप वो जो जैसे सर ने बताया कि एक चका चौद भरी जो दुनिया है छोटा सा टाउन ही है सर हर टाउन है सर शहर है अपने आप में छोटा सा टाउन है उसका पूरा अपना सिस्टम चलता है तो आपको जब एक रियलिटी चेक अपने सीनियर्स से मिलता है तो उसके बेसिस पे क्या आप थोड़ा ग्राउंडेड रहते हो और वो ग्राउंडेड रहना वो आपको थ्रू आउट योर कोर्स आपको बहुत हेल्प करेगा और इसमें मुझे लगता है सर इनको झिझक नहीं होनी चाहिए बिल्कुल को क्योंकि लोग बहुत हेल्पफुल होते हैं मतलब सीरियस बहुत हेल्पफुल होते हैं वो व्यस्त भी होंगे बिजी भी होंगे तब भी दे विल टेक आउट टाइम फॉर यू बिल्ड योर कनेक्शंस टॉक टू देम एंड गेट देयर गाइडेंस उनकी गाइडेंस लीजिए हम लोग तो है ही यहां गाइड करने के लिए टाइम टू टाइम आपको करते रहते हैं बट अपने सीनियर से एडवाइस लीजिए प्रोफेसर्स के नेचर के बारे में अभी आप नहीं जानते बिल्कुल ये बहुत इंपोर्टेंट पॉइंट है सर बहुत इंपोर्टेंट है बिकॉज मैक्सिमम बच्चे यह कहते हैं कि एमटेक के दौरान आपका गाइड बहुत मैटर करता है तो जैसे सबसे सेकंड सेकंड नंबर पॉइंट यही है हमारा कि आईआईटी एनआईटी या फिर आईएससी के कैंपस में घुसकर आप अपने सीनियर से बहुत अच्छे से बना कर रखें क्योंकि वही लोग आपको बता पाएंगे कि प्रोफेसर कौन से प्रोफेसर का कैसा नेचर है या फिर कौन से प्रोफेसर के पास कौन से प्रोजेक्ट्स हैं कौन से प्रोफेसर के पास इंडस्ट्री के लिंक्स किस तरीके के हैं कौन से प्रोफेसर कौन सी कंपनी के बोर्ड ऑफ मेंबर्स में लाय करते हैं कौन से प्रोफेसर का रुतबा कुछ एक अलग हर आईआईटी में सर हर प्रोफेसर अपने आप में एक दुनिया है तो कौन से डोमेन में कौन से प्रोफेसर की महारत हासिल है और सीनियर्स के साथ इंटरेक्ट करके जब आपको यह बातें पता चले उसको आप अपने इंटरेस्ट के साथ अलाइन करके आप अपने गाइड को बहुत अच्छे से चुने ये पॉइंट नं हमारा बिकॉज गाइड देखो यह बीटेक नहीं है बच्चे मास्टर्स लेवल में पूरा लास्ट का जो सिक्स मंथ्स होता है सर वो प्रोजेक्ट होता है और मास्टर्स में जो प्रोजेक्ट होता है ना वही सबसे इंपॉर्टेंट चीज होती है तो बेसिकली मास्टर्स लेवल में सबसे इंपॉर्टेंट अगर कोई चीज हो जाती है तो वह गाइड है आपके आपके प्रोफेसर हैं उनके साथ एकदम घर जैसा रिश्ता हो जाता है क्योंकि लास्ट में आपकी डिग्री पे उन्हीं को साइन करना है आपका जो थीसिस रहेगा एमटेक का उ को साइ करना है तो उनका नेचर कैसा है उनका चुनाव ध्यान से करना है आपको सोच समझ के करना है अपने इंटरेस्ट के हिसाब से करना है तो वह बताने के लिए सबसे बेहतरीन आदमी आपके सीनियर्स हैं तो जैसे ही आईआईटी एनआईटी आईएससी के कैंपस में जाओ अपने सीनियर से बेझिझक बातचीत करो अपने सीनियर से एक अच्छा रिलेशन रखो गेट टू नो द एनवायरमेंट गेट टू नो द पल्स और जानने की कोशिश करो कि इंडस्ट्री में च चल क्या रहा है कौन से इलेक्टिव्स लेने हैं और दिस ब्रिंग्स अस टू पॉइंट नंबर फोर उसमें आप भी ऐड करना सर मैं पॉइंट नंबर फोर बता देता हूं इसी के कनेक्शन में है जितने भी हमारे अनुभव में हमारे एमटेक के बच्चों से हम लोगों ने बातचीत करी है बहुत बहुत बहुत ज्यादा इंपॉर्टेंट है कि आप अपना सीजीपीए मेंटेन करके चले डे वन से ही आपका एम रहना चाहिए कि सीजीपीए किसी भी हाल में गिरना नहीं चाहिए बिकॉज बहुत सारे बच्चे सर ये चका चौद के चक्कर में घ घूमने के चक्कर में या फिर कुछ और एक्टिविटीज आप समझ सकते हो आईआईटी में पहुंचे हैं कुछ और एक्टिविटीज के चक्कर में गलती से भी आप अपना सीजीपीए मत गिरने दीजिएगा क्योंकि लास्ट में फिर आप प्लेसमेंट में बहुत तकलीफ हो जाएगी इवन जो प्रोफेसर्स को आपको देखने का नजरिया होता है ना सर वो भी बदल जाता है इसमें आप कुछ ऐड अप करना चाहे चार पॉइंट्स जो अभी तक हमने बोले सर सीजीपीए जो है इंपॉर्टेंट है और इसको बनाए रखने के लिए क्योंकि एमटेक में बहुत सारी चीजें आपको सीखनी भी है तो इसको बनाए रखने के लिए एक हमारी रिक्वेस्ट ही है इनसे कि जो लोग भी अच्छे संस्थान में गए हैं जहां का आपको पता है कि प्लेसमेंट्स वगैरह अच्छे हैं तो फिर आप अपनी ना साइड जो गवर्नमेंट एग्जाम की प्रिपरेशन की जो स्कीम है अपनी वो बंद कर दो उस स्कीम का जो लाभ जो मिलना को मिल गया है तो स्कीमें बंद करके अ क्योंकि बहुत नई चीजें होंगी मास्टर्स में सीखने के लिए और अगर आप फोकस नहीं हो लर्निंग पे बिकॉज जॉब जो मिलने वाली है देखो संस्था में इंस्टिट्यूट में कंपनी आती है बट दैट इज द रोल ऑफ द इंस्टिट्यूट दैट दे विल प्रोवाइड यू एन एनवायरमेंट वेयर द कंपनीज विल कम टू रिक्रूट य बट अल्टीमेटली द रिक्रूटमेंट हैप उनके लिए रिलेवेंट तो बनना पड़ेगा वो वाले स्किल्स तो अचीव करने पड़ तो इंडिविजुअल को मिलेगी ना अब ये इंडिविजुअल अगर अपने आप को पॉलिश नहीं कर रहा तैयार नहीं कर रहा सीख नहीं रहा है और सीखने में भी सर हमने बात करी कि आप जब सीखते हो तो जैसे कोई मैकेनिकल बेस का स्टूडेंट है या इलेक्ट्रॉनिक्स का है या सिविल का है अब उसके लिए एमटेक एक मेरा एक फ्रेंड है सर उसने बड़ी अच्छी बात अभी बोली थी मेरी बात हुई डीटीयू में प्रोफेसर भी है वो तो उसने उसने ये बात बोली और मैंने बोला कि यार यही बात तो मैं भी कहता हूं कि बीटेक आपको नॉलेज देता है एक बेस क्रिएट करता है आपकी ब्रांच का बट एमटेक आपको इंडस्ट्री रिलेवेंट बनाता है यस तो एमटेक इंडस्ट्री रिलेवेंट बना रहा है बट उसके लिए आपको तैयार होना पड़ेगा आपको सीखना पड़ेगा अगर मशीन लर्निंग का यूज़ चल रहा है तो आपको सीखना पड़ेगा एआई का यूज है तो आपको सीखना पड़ेगा उसको कैसे इंटीग्रेट करते हैं यह आपकी जर्नी होने वाली है आपके प्रोजेक्ट के माध्यम से आपके जो कोर्स वर्क है इलेक्टिव्स है उसके माध्यम से तो यह इसके लिए आपको तैयार रहना है बिलकुल सर सर मैं इसमें ऐड अप यह करूंगा कि आईआईटी हम लोगों ने अपने वीडियोस में भी यह डिस्कशन करा है कि आईआईटी एक बहुत बड़ा प्लेटफॉर्म है तो उस प्लेटफार्म के पास ढेरों रिसोर्सेस हैं ढेरों वो चीजें हैं जो आपने अपने बीटेक में मिस्टेक्स करी क्योंकि बहुत सारे बच्चे अपने बीटेक वो सर वो एक उम्र ऐसी होती है एक उम्र ऐसी होती है कि 4 साल कब हवाबाजी में गुजर जाते हैं वो तो चा साल थे सर कब हवाबाजी में गुजर जाते हैं हमें पता तक नहीं चलता तो ये तो आईआईटी है सर तो आईआईटी जैसे एनआईटी आईएससी जैसे संस्थानों का काम है आपको एक प्लेटफॉर्म दे देना रिसोर्सेस के साथ तो वहां पर आपका मेन एम होना चाहिए कि कैसे आप अपने स्किल्स को अपग्रेड करते हो कैसे नई-नई चीजों को सीखते हो इंडस्ट्री में करंट टेक्नोलॉजी क्या चल रही है आप उसके हिसाब से अपने आप को रिलेवेंट कैसे बनाते हो आईआईटी तो आपको मौका दे देगा सर अब ये आपके ऊपर है कि उस इकोसिस्टम का बेस्ट पॉसिबल यूटिलाइजेशन करके आप अपने अंदर कितनी वैल्यू समाहित कर सकते होट विल बिकम वेरी इंपोर्टेंट सर इसमें मैं एक और पॉइंट ऐड करना चाहूंगा बहुत सारे बच्चों को ना अपने पुराने वर्जन को तोड़ना पड़ेगा यह सच्चाई है सर क्योंकि अगर यह बच्चे इस मानसिकता के साथ गए कि मैं तो वहां जाकर मतलब कितनी बेवकूफी वाली बात होगी कि आप आईएसएससी और आईआईटी बम्बे आईईटी मद्रास जैसे कैंपस में बैठकर अगर सरकारी नौकरी की तैयारी करने का ख्वाब देख रहे हो तो बेटा मैं लिटरली मतलब इससे ज्यादा दिल मेरा नहीं प पसीद सकता सर टू बी वेरी फ्रैंक बिकॉज यू आर वेस्टिंग द रिसोर्सेस यू आर वेस्टिंग योर ओन लाइफ आई विल से कि आप वापस से वहीं आप पहुंच गए आईआईटी हॉस्टल में बैठ के गेट का तैयारी कर रहे हैं फिर से अरे यार इट इज समथिंग लाइक कि मैं दुनिया के एक बेहतरीन इंस्टिट्यूट में बैठा हूं ज्ञान के महासागर में बैठा हूं जहां से मैं पता नहीं स्काई इज द लिमिट है नॉलेज की मैं सॉफ्टवेयर सीख सकता हूं मैं स्किल्स डेवलप कर सकता हूं मैं अपनी कम्युनिकेशन बेहतर कर सकता हूं मैं अपनी पर्सनालिटी पर काम कर सकता हूं मैं अपने आप को इंडस्ट्री रिलेवेंट बना सकता हूं मैं पता नहीं क्या-क्या कर सकता हूं स्का मैं एंटरप्रेन्योर बन सकता हूं सर एलुमनी नेटवर्क कितना स्ट्रांग होता है इन सब कॉलेजेस का हम जानते ही हैं हम लोगों ने चर्चाएं करी करी है आप उस एलुमनी नेटवर्क का हिस्सा बनने जा रहे हो आप लोगों को ऐसा माइंडसेट के साथ फ्रीक्वेंसी मैच नहीं करते हो तो सर वह स्वाहा हो जाना है पूरा दो साल पूरा दो साल स्वाहा होना है और सर हमने जैसे बात करी है जितने भी बच्चों से और प्लेसमेंट जो हुए हमने स्टैट्स भी आप लोगों से शेयर किए थे तो बहुत सारे बच्चों ने हमें यही बात बताई है कि जैसे जब हम उनसे बात करते थे कि यार प्लेसमेंट का चांस क्या है तो स्टैट्स बताना एक अलग बात है बट एवरी बडी यूज टू से कि प्लेसमेंट आपके अंडरस्टैंडिंग प डिपेंड करेगा आप कितना अच्छा परफॉर्म कर रहे हो क्या आपने इलेक्टिव्स लिए हुए हैं कंपनी जब आएगी तो वह कंपनी ऐसे नहीं कहती कि भाई यह ये वाली ब्रांच का आ जाए मेरा ये डोमेन है काम करने का इस पे किसी ने प्रोजेक्ट किया है कितने अच्छे से किया है किसी के इलेक्टिव्स में है किसी के कोर्स वर्क में इस डोमेन में आता है तो दैट इज हाउ द कंपनी सिलेक्ट्स वो उसके लिए आपको तैयार होना पड़ेगा और उसके लिए समय लगेगा मेहनत लगेगी मेहनत लगेगी और आप अगर किसी और फुल टाइम चीज में इल्ड हो तो वो आप नहीं कर पाओगे ये फैक्ट है नहीं कर पाओगे और फिर क्या होगा कि फिर होता यह है सर स्टूडेंट्स फ्रस्ट्रेट होते हैं क्योंकि इधर जा रहे हैं वो भी अच्छा नहीं कर रहे इस तरफ जा रहे हैं वो भी अच्छा नहीं कर रहे तो जब आप कहीं भी बहुत अच्छे से परफॉर्म नहीं कर पाते तो आपको फिर फ्रस्ट्रेशन होता है और वो फ्रस्ट्रेशन आपकी दोनों जगह दिखेगा हमने तो सर एडवाइस भी किया लोगों को जो लगातार गाइडेंस ले रहे थे कि अगर आप अभी सोच रहे हो आपको पीएसयू में जाना है तो फिर आप मत जॉइन ही मत करो वो ज्यादा बेटर है बिलकुल तैयारी करो क्योंकि दो नाव में पैर रखने से कुछ ना तो आप यहां के रहोगे और ना तो आप वहां पर जस्टिफिकेशन कर पाओगे और फिर आगे चलके प्लेसमेंट्स में भी तकलीफ आएगा सर प्रोफेसर्स आके आपसे कह देंगे कि ये प्रॉब्लम है अब इसको मैट लैब पे आप चलाओ ये लोग जानते नहीं है अभी क्या चैलेंज आने वाला करो अब आपको मैट लैब आपने एम नहीं सुना नहीं सुना कुछ भी नहीं सुना तो अब आपको क्या करना पड़ेगा आपको जागल करना पड़ेगा न ये सीखना पड़ेगा नेट सर्च करना पड़ेगा वीडियोस देखने सीनियर से पूछना पड़ेगा क्योंकि आईआईटी के प्रोफेसर्स या आईएससी के प्रोफेसर वो तो सिर्फ असाइनमेंट पकड़ा देंगे कि कर भाई इसे कैसे भी करके सो सर अगला पॉइंट वही है हमारा अच्छा सर एक बात ही बात इसी से तो आमी इंडस्ट्री रिलेवेंट बनता है क्योंकि जब आप काम करने जाओगे तो आपको कोई गाइड बुक हर जगह नहीं मिलेगी यू हैव टू लर्न हाउ टू डू थिंग्स यस कैसे रिसोर्सेस ढूंढनी है उनका यूज करना है उसको अपलाई करना बिल्कुल बकुल होना भी चाहिए एंड दैट इज द फंडामेंटल डिफरेंस बिटवीन योर बीटेक का जो कॉलेज सर एक रात पहले पढ़ के यूनिवर्सिटी एग्जाम निकलता था सर उस मैंने क्या कहा आपसे बीच में हम इसी बारे में बात कर रहे हैं कि वो जो पुरानी एक मानसिकता है ना उसको आपको पूरा शटर करना पड़ेगा और अगर आप शटर नहीं करोगे ना तो आईआईटी आईएससी के प्रोफेसर शटर करवा देंगे करवा देंगे वो जर्नी इस तरीके से है कि लर्निंग से भागना नहीं है आपको अपना ही नया इंप्रूव्ड वर्जन जो भी आपका नाम है 2.0 बनना ही पड़ेगा सर दो लाइन हा बताए सर बिल्कुल ल लड़के वेट कर रहे हैं लड़के वेट कर रहे इस चीज का दो लाइने अभी बनी है ताजा बनी है खुद को बचा के तू क्या पाएगा खुद को बचा के तू क्या पाएगा जो तू हो सकता था वो भी खो जाएगा वाह सर क्योंकि आपने बात कही ना कि आपको शटर होना पड़ेगा शटर होना पड़ेगा खुद को बचाते रहोगे नहीं मैं तो उसी ढंग से चलूंगा और मैं वही रहूंगा तो भाई आपकी जो संभावना है ना वो भी खत्म हो जाएगी खत्म हो जाएगी बिल्कुल क्योंकि सर ये स्पेशलाइजेशन है स्पेशलाइज कोर्सेस हैं अगर जब तक आप इसमें ओपन दिमाग से नहीं जाओगे लर्निंग के क्योंकि यहां पर सॉफ्टवेयर सीखने पड़ेंगे यहां पर शायद ऐसी चीजें सीखनी पड़ेंगी स्ट्रगल कर जानी पड़ेगी रात रात भर हफ्ते हफ्ते भर जिनके बारे में आपने सुना तक नहीं होगा पाइथन लैंग्वेज या फ मैथ लैब कंप्यूटेशनल डायनेमिक्स के सॉफ्टवेयर फाइना इट एलिमेंट मेथड्स वीएलएसआई डेटा साइंस डेटा स्ट्रक्चर्स डेटा एनालिटिक्स हम हर तरह की ब्रांच की बातें कर रहे हैं क्योंकि आज का वीडियो हमारा हर बच्चे के लिए रिलेवेंट है ये जनरल बात हम कर रहे हैं आप किसी भी ब्रांच से मास्टर्स में एडमिशन लिया आपने यू विल गो थ्रू दिस चैलेंज यू विल फेस एंड एटलीस्ट यू नो दैट समबीत तो वो आपको कुछ कह रहा है तो वो कुछ सोच समझ के सोच समझ के कह रहा होगा बिल्कुल सर और इन लोगों ने बड़ी शिकायत करी कि सर बीटेक से पहले कोई हमें आप जैसा मिल जाता तो हम बीटेक के वक्त ही कॉन्शियस डिसीजन ले पाते कि हमें कौन सी ब्रांच लेनी है और आज जब इनके टीचर्स इनके गुरुजन मार्गदर्शक आपका हाथ पकड़ने को तैयार हैं क्योंकि तेरी यही तो तेरा वो था प्रॉब्लम के भाई आप यही तो कहते थे कि सर हमारा हाथ पकड़ने वाला कोई अगर हमें पहले से ही बता देता कि बीटेक में जाकर चार साल ऐसे ऐसे करना है तो शायद हम उतनी बड़ी बुरी परिस्थिति में ना होते जितना है तो आज जब आप एमटेक जवाइन कर रहे हो इसलिए हम पहले दिन ही ये वीडियो बना रहे हैं ताकि कोई यह कहने वाला ना मिले कि भाई सर बताया नहीं था कि क्या करना है दैट ब्रिंग्स मी टू द नेक्स्ट पॉइंट सर बहुत सारे बच्चों ने इंटर डिसिप्लिन कोर्सेस लिए होंगे जैसे मेकाट्रॉनिक्स जैसे रोबोट ऑटोमेशन मेट्रोनिक्स तो सर का फेवरेट हो जैसे सर आईएससी बैंगलोर में सीडीएस के बच्चे होंगे एनआईटी आई थिंक एनआईटी वारंगल में है सीडीएस का कोर्स एक एनआईटी में है टॉप एनआईटी में है त्रिची में तो नहीं है सीडीएस का कोर्स आई थिंक सूरत कल या वारंगल में सीडीएस का कोर्स है कंप्यूटेशनल बहुत सारे बच्चों ने अप्लाइड मैकेनिक्स के कोर्स लिए होंगे बहुत सारे बच्चों ने कंप्यूटेशनल के कोर्सेस लिए होंगे तो इनको किसी भी हिसाब में हल्के में मत लेना डे वन से डे वन से इनमें बहुत ज्यादा मैथमेटिक्स इवॉल्वड होगी इनमें बहुत ज्यादा लर्निंग इवॉल्वड होगी बहुत सारे बच्चों जैसे ई मोबिलिटी का कोर्स है सर तो बहुत आपको हो सकता है इलेक्ट्रॉनिक्स के बहुत पोर्शन पढ़ना पड़ जाए आपको हो सकता है कि कंप्यूटर साइंस का बहुत सारा पोशन क्योंकि ये सारी ब्रांचे अमलगम मेशन है अलग-अलग ब्रांचेस की क्योंकि इंडस्ट्री के लिए रिलेवेंट बना है ना और इंडस्ट्री ऐसे नहीं चल रही कि सिर्फ मैकेनिकल का काम हो रहा है सिर्फ इलेक्ट्रिकल का हो रहा है इलेक्ट्रॉनिक्स का हो रहा है और बदलते समय में सर जैसे मेकाट्रॉनिक्स ब्रांच की आपने बात करी जितने भी व्हीकल्स अब बन रहे हैं उस सब में कितना ज्यादा इंटीग्रेशन है और काम है मतलब जैसे-जैसे व्हीकल ऑटोपायलट मोड वाले व्हीकल्स आ रहे हैं कंप्यूटर साइंस वाले का भी काम है मैकेनिकल वाले का भी काम है इलेक्ट्रिकल वाले का भी काम है इलेक्ट्रॉनिक्स वाले का भी काम है सबको मिलजुल के बैठ के करना होगा और एक ही आदमी को मल्टीपल चीजें भी सीखनी सीखनी पड़ेगी बिल्कुल सीखनी पड़ेगी सर तो बेसिकली आपको नई लर्निंग से हिचक नहीं है आप एक बारी तो यही होता है ना सर ये भी शटर करने वाली बात है कि यार मैं तो मैकेनिकल का हूं मैं कैसे सीखू मैं ईसी का हूं मैं मैकेनिकल वाली ईसी वाले को मैकेनिकल की चीज शाफ्ट्स और ड्राइव्स थोड़ी पढ़नी पड़ेंगी चीजें ऐसे ही अगर कोई कंप्यूटर साइंस वाला सीडीएस ले रहा है और उसे किसी मैकेनिकल के सॉफ्टवेयर का कंप्यूटेशन करना है डिजाइन करना है तो उसे उन चीजों के बारे में भी सीखना पड़ेगा सो यू शुड बी ओपन टू लर्निंग दैट इज वेरी इंपॉर्टेंट और यह 2 साल की जर्नी किसी भी हाल में आसान नहीं होने वाली है इट इज गोइंग टू बी अ टफ जर्नी नेक्स्ट पॉइंट अगर आपके कॉलेज में बहुत सारे संस्थान ऐसे हैं अगर आपको इंटर्नशिप का मौका कहीं पर मिलता है अपने सीनियर से कांटेक्ट करना टीपीओ मैं तो हम हम तो इनको यह भी बताना चाहते हैं अगर आप अपनी ब्रांच से अपने टीपीओ में घुस पाए ह हम ठीक है जैसे आनंद आया था सर आईआईटी रु रुड़की का वो टीपीओ में था तो टीपीओ में रहने का एडिशनल बेनिफिट यह होता है कि यार चल क्या रहा है क कौन सी कंपनी आ रही है किसका क्या रिक्वायरमेंट है आपको फर्स्ट हैंड पता चलता रहता है तो किसी और का प्लेसमेंट होना हो आपका जरूर कंफर्म है क्योंकि आपको पता है सारी चीजें कि भाई क्या चल रहा है तो आपको अगर मौका मिले तो आप इंटर्नशिप करें अच्छी कंपनी में प्रोफेसर से बातचीत करें प्रोफ सर से बहुत बनाकर रखिए सर दे आर हाईली लर्नेट पीपल दूसरी बात यह है बहुत बारी एमटेक में जाकर आपको ऐसा लग सकता है कि बहुत सारे प्रोफेसर्स आपको मतलब घिस दे रहे हैं एकदम रगड़ दे रहे हैं क्योंकि सर मेहनत करने की आदत रही नहीं नई चीजों पे वही घस्सु वाले टॉपिक्स और वही सब करते रहे अब यहां पर टॉपिक्स नए हैं और प्रोफेसर्स बिल्कुल रगड़ देंगे इनको कि जाओ इनके सलूशन ढूंढ कर लेकर आओ और वो ऐसा भी नहीं है सर जैसे हम लोग यहां पढ़ाते हैं एक एक ची बेदारी वो भी नहीं होगा उन्होंने कह दिया असाइनमेंट होना है आप करके लाइए अब वो आपकी जिम्मेदारी कैसे बिल्कुल बिल्कुल तो प्रोफेसर से बहुत ज्यादा बना के रखिएगा बिकॉज आईआईटी और आईएससी एनआईटी में जितने भी प्रोफेसर्स हैं उनमें से ज्यादातर प्रोफेसर्स बड़ी-बड़ी कंपनीज के बोर्ड ऑफ मेंबर्स में आते हैं बड़ी-बड़ी इंडस्ट्रीज के साथ टाइप्स होते हैं उनके बहुत सारे फॉरेन यूनिवर्सिटीज के साथ दिस ब्रिंग्स टू अस नेक्स्ट पॉइंट आल्सो बहुत सारे फॉरेन यूनिवर्सिटीज के साथ उनके कोलबो शंस होते हैं नोन होते हैं वह इस फील्ड में इतने साल से हैं तो एकेडमिक्स में जितने भी लोग रिलेवेंट होते हैं उनका उनके साथ कांटेक्ट होता है और सर ऐसे-ऐसे भी प्रोफेसर्स हैं कि एक फोन कॉल पे शायद तुम्हें बड़ी से बड़ी कंपनी में डायरेक्ट हम लोगों ने जब बात करी स्टूडेंट से तो सही में बताया य स्टूडेंट्स ने कि भाई कई बार ऐसा होता है कि आपका कॉलेज से प्लेसमेंट नहीं हुआ बट प्रोफेसर को पता है कि दिस इंडिविजुअल इज़ गुड एक सॉफ्ट कॉर्नर हैलिए तो वो फोन करेगा जहां चार पांच जगह उनके प्रोजेक्ट चल रहे हैं उनके नोन लोगों के भाई ये फला आदमी है इसको आप रखिए मैं कह रहा हूं रखिए और जब आप जब कोई इतने ओहदे का व्यक्ति कोई रिक्वेस्ट करता है या कोई बात बोलता है तो फिर उसको टाली नहीं जाती है दुनिया ऐसे ही चलती है बिल्कुल जिंदगी चीजें जितनी भी डिजिटल हो जाए लेकिन दुनिया पर्सनल रिश्तों से ही सबसे ज्यादा चलती है बिल्कुल करेक्ट है सर बिल्कुल करेक्ट सर आपका बच्चा अगर उसको कुछ करना होगा आप मेरे को अगर एक बार फोन करोगे कि भाई यह आप जानते हो इनको या आपके यहां ऐसा होता है आप करा दो आई कैन नॉट थिंक अबाउट एनीथिंग एल्स आई विल नॉट हैव अ सेकंड थॉट तो पर्सनल रिलेशन से दुनिया चलती है बहुत इंपॉर्टेंट सर ने पॉइंट बोला कि आपको इस बात का सम्मान करना है बहुत लर्नेट लोग हैं बहुत सीनियर लोग हैं हो सकता है कि इतने उम्र की चीजों को देखते हुए आपको वो बहुत सॉफ्ट ना लगे बहुत रूखे व्यक्ति लगे आपको ऐसा लगे कि यार शायद इनसे मुझे बात करने का भी बन नहीं है वो कुछ पढ़ा रहे हैं तो आपको तीसरी चौथी सीट तक सुनाई भी नहीं दे सुनाई भी ना दे हां बट उतना एफर्ट आपको लगाना पड़ेगा कि वो रिश्ता आपकी तरफ से डेवलप हो आप उनको समझने की कोशिश करो और आप अभी यंग एज में हो उतना एफर्ट आप करोगे करोगे कर सकते हो आपको उसके परिणाम भी मिलेंगे बिल्कुल बिल्कुल सर तो सर एक पॉइंट नेक्स्ट पॉइंट की तरफ बढ़ते हैं कि फॉरेन यूनिवर्सिटीज में जैसे सारे बच्चों का पहले से ही रुझान रहता है कि सर मैं तो एमटेक इसलिए कर रहा हूं क्योंकि उसके बाद मुझे पीएचडी करनी है पोस्ट डॉक्टोरल करना है और वहां से मेरा चांस खुलेगा मेरे को एकेडमिक्स में ही या फिर सर आजकल तो पीएचडी के भी प्लेसमेंट्स बहुत अच्छे हो रहे हैं तो हमने अपने आईआईटी कानपुर वगैरह के वीडियो में डिस्कशन भी करे हैं कि वो भारत के ग्रोथ के साथ है सर वो तो इंटरलिंक्ड है सारी की सारी चीजें बट अगर आपकी पहले से ही मानसिकता बहुत ज्यादा यह है कि भाई मैं तो करना ही पीएचडी चाहता हूं मैं किसी फॉरेन यूनिवर्सिटी से पीएचडी करना चाहता हूं तो मैं आपको बता रहा हूं कि स्टार्टिंग से ही आप अपना ओरिएंटेशन उस तरीके का रखें रिसर्च पेपर्स पे ध्यान दें रिसर्च पेपर को पब्लिश करने पे ध्यान दें कौन से जर्नल में छप रहा है उसका इंपैक्ट फैक्टर क्या है तो रिसर्च पेपर्स वगैरह पब्लिश करने पे आप ऑलरेडी ध्यान दें प्रोफेसर से बनाकर रखें क्योंकि उनके कांटेक्ट हैं फॉरन में विदेश में एंड इफ यू गेट एन अपॉर्चुनिटी ह आफ्टर योर एमटेक टू जॉइन पीएचडी इन सम फॉरेन यूनिवर्सिटी तो यार हिचकिचाना मत बकुल बिल्कुल हिचकिचाना मत अपॉर्चुनिटी मिल रही है तो अपना आप जाइए और ज्ञान को अर्जित कीजिए मेरा तो सर यह सिंपल पॉइंट ऑफ व्यू है बेबी सर इस पॉइंट ऑफ व्यू को 101 पर सपोर्ट करता हूं ये सच्चाई हमें माननी पड़ेगी कि भारत में अभी आर एनडी की रिसर्च डेवलपमेंट की उतनी सुविधाएं नहीं है बहुत सारा काम या बहुत सारी मशीनें जो आप देखते हो वो अभी भी हम बाहर से ही लेते हैं बिल्कुल तो इसमें हमें कोई शर्म नहीं होनी चाहिए क्योंकि सच्चाई को स्वीकारना उसके बाद उसपे काम करना तो आपको अगर मौका मिलता है इनफैक्ट सर एक दो स्टूडेंट से मेरी बात हुई वो उनके जो नोन है वो अभी रिसेंटली मेरी बात हुई थी दे आर डूइंग पीएचडी फ्रॉम सम बडी इज डूइंग फ्रॉम जर्मनी सम बडी इज डूइंग फ्रॉम यूएस तो वो ये कहते हैं कि जब हम वहां जाके चीजों को देखते हैं ना तब हमें ये समझ में आता है कि अच्छा कितना कुछ दुनिया में चल रहा है लैक कितना ज्यादा है लक गैप कितना जदा गैप कि आप सोचो आप बीटेक किसी प्राइवेट कॉलेज से करके जब आईआईटी आईएससी एनआईटी में पहुंचते हो स ये बीटेक किसी प्राइवेट कॉलेज से करके जब मेडीज के क्लासरूम में आते हैं तो बच्चों के आंखों से आंसू निकल आते हैं कि अच्छा असली इंजीनियरिंग ये थी तो सिमिलर मैनर में मैंने सर एनालॉग बना दिया सर एक एग्जांपल देकर के मतलब इस तरह की होती है वी हैव ऑब्जर्व दिस इन द क्लासरूम अ अच्छा इंजीनियरिंग यह होती है उसी प्रकार से अगर इस तरह का आपको कोई अपॉर्चुनिटी मिलती है तो ईश्वर का आशीर्वाद समझे देखो लाइफ विल ड्राइव इट्स फ्लो अपने आप फ्लो वो है तो अगर आपको कोई अपॉर्चुनिटी मिलती है तो उसे नजरअंदाज ना करें अच्छी चीज है आप वैसे मेंटेन करके ही चले दैट इज वेरी वेरी इंपॉर्टेंट सर एक पॉइंट मैं यहां पर एक और ऐड कर दूं रिसर्च प्रोजेक्ट्स पे बहुत ध्यान देना है किस चीज पे आप रिसर्च कर रहे हो फाइनली आपका एमटेक का प्रोजेक्ट होगा शायद आपको ऐसा लगेगा अरे कुछ भी कर लेता हूं अरे बस नाम की तो डिग्री करनी है देख लेता हूं कुछ कुछ ऐसे बच्चे भी होते हैं लेकिन बेटा वह जो एमटेक थीसिस का जो टाइटल होता है ना वो टाइटल इट सेल्फ हैज टू बी समथिंग लाइक कि वो 10 कंपनीज में आपको रिलेवेंट बना दे आप इस बात को समझो एमटेक के थीसिस का जो टाइटल है डूइंग दिस एक्सपेरिमेंटेशन विद कंप्यूटेशनल डायनेमिक्स एंड यूजिंग डेटा सर आप देखो सिर्फ यह हेडिंग ने ही कितनी सारी कंपनीज के लिए आपको रिलेवेंट बना दिया कि आप कंप्यूटेशनल डायनेमिक्स पर भी काम करते हो आपको थोड़ा डटा स्ट्रक्चर की भी नॉलेज है उसमें आपने किसी और चीज का एक्सपेरिमेंटल एनालिसिस भी कर रखा है तो इसलिए रिसर्च प्रोजेक्ट पर बहुत ध्यान दें और इसी में ऐड कर रहा हूं आईआईटी एनआईटी एंड आईएससी में भारत सरकार के बहुत सारे प्रोजेक्ट चल रहे हैं इनफैक्ट सर एक बात हमने करी भी किसी वीडियो में डीआरडीओ पे जैसे इसरो का प्रोजेक्ट चल रहा है इसरो बहुत अच्छा कर रहा है पर डीआरडीओ पे कमेटी बैठी थी उस कमेटी ने रिकमेंडेशन दिया और वो रिकमेंडेशन का अपोजिशन भी बहुत हुआ बट अब वो फाइनली पास हो गई थी मतलब इस इलेक्शन से पहले ही और उसका एक रिकमेंडेशन था कि जो हमारे उच्च संस्थान है उनके साथ इंटीग्रेट करके ज्यादा से ज्यादा प्रोजेक्ट टीआरओ करें तो जब वो प्रोजेक्ट आएंगे तो उस परे काम करने वाले लोग भी चाहिए होंगे प्रोफेसर को दैट विल मेक यू वेरी रिलेवेंट और स्पेशली सर मैं कहूंगा कि जो कोर ब्रांचेस के लोग हैं बिलकुल बकुल उनकी रेलीवेंस काफी ज्यादा होती है काफी ज्यादा होती है इन सब चीजों में और अगर जैसे प्रोफेसर का किसी कंपनी के साथ टाई अप है कोई एमएनसी है तो एमएनसी के भी प्रोजेक्ट्स यहां पर चलते रहते हैं जो उनका रिसर्च होता है या फिर लेबोरेटरीज के अंदर काम चलता रहता है तो अगर किसी एमएनसी के भी प्रोजेक्ट में आप को काम सर यह हमने डिस्कशन भी किया है और यस वेरी इंपॉर्टेंट पॉइंट यर बहुत सारे प्रोफेस देखो 00 स्टाइप पन तो आपको मिल ही रहा है लेकिन बहुत सारे आईआईटी एनआईटी और आईएससी में ऐसे प्रोजेक्ट चल रहे हैं जहां से एक्स्ट्रा अर्निंग भी हो सकती है ये बात हमने डिस्कस करी है सर वहां पर तो अगर ऐसा कोई प्रोजेक्ट मिल जाता है जिसमें प्रोफेसर आपको कमेंट कर दें कि भाई 00 स्टाइप तो तुम मिल ही रहा है 20 25000 मेरी तरफ से इस प्रोजेक्ट पे काम करने पे मेरे को को इंडस्ट्री तो उससे देखो मल्टीपल फायदे हो गए एक तो आपका फाइनेंस भी ठीक हो गया साथ ही साथ आपको इंडस्ट्री रिलेवेंट करंट टेक्नोलॉजी पे काम करने का मौका मिल गया तो भाई इससे बेहतरीन बात आपके लिए और क्या हो सकती है बच्चों तो सर और कुछ बोलना चाहे आई थिंक वी हैव डिस्कस ऑलमोस्ट सर बहुत सारी बातें डिस्कस कर ली अब देखो हमने बहुत बातें आपको बताई है द वर्ल्ड इज योर टू एक्सप्लोर द एमटेक इज योर टू एक्सप्लोर इसके बीच में भी हम मिलते रहेंगे बातचीत करते रहेंगे और इससे रिलेटेड जितनी भी हमने डिस्कशन किया अगर आपको इसकी रेलीवेंसी सर कुछ बच्चों ने जिन्होंने एडमिशन ले लिया उनको हफ्ता 10 दिन हो भी गए हैं बिल्कुल तो आपको इन बातों की अगर रेलीवेंसी समझ में आती है तो हमें कमेंट में बताइएगा इसके अलावा आपकी कोई भी समस्या अगर हो समस्या इन द सेंस कि शायद बड़े भाई की राय की जरूरत पड़ रही हो कई बार सर जीवन में ऐसा नहीं होता कि आपको समाधान ही चाहिए होता है कई बार ऐसा होता है कि आपको एक राय चाहिए होती है बिल्कुल बिल्कुल वो राय सुनके आप अपने अंदर जो वि द्वंद चल रहा होता थोड़ा शांत हो जाता है सर भले ही आप वो चुनो जो आप सोच रहे हैं सामने वाले ने जो राय दी है भले आप वो ना चुनो लेकिन एक समझदार व्यक्ति की जो राय है वो आपको सही रास्ता पकड़ने में बहुत मदद करती है बिल्कुल ये तो बिल्कुल सत्य है सर तो बच्चों गोइंग इन टू आईआईटी आ आईएससी एंड टॉप एनआईटी इज अ रिस्पांसिबिलिटी इन इट सेल्फ ब तो अब आप मैच्योर हैं अब बीटेक लेवल के नहीं एज वाइज भी ग्रो कर रहे हैं मानसिक स्तर पे भी सर ग्रोथ हुआ ही है इनका तो टेक नाउ इट इज द टाइम कि आप अपने जीवन की भागदौड़ अपने हाथ में लीजिए ठीक है टेक योर ओन रिस्पांसिबिलिटी टू शेप योर कैरियर इन योर वे विद योर विल दैट इज इंपॉर्टेंट एंड वयर देयर इज अ विल देयर इज अ वे एंड आईआईटी प्रोवाइड दैट प्लेटफॉर्म टू यू दैट इज वेरी इंपोर्टेंट तो बच्चों हमारी तरफ से बहुत-बहुत आशीर्वाद सच्ची में दिल से आज अमरेंद्र सर और मेरी तरफ से सर भी इससे अग्री करेंगे बहुत-बहुत आशीर्वाद ये जर्नी सर हम लोगों ने मार्च में शुरू करी थी एंड जब गेट का रिजल्ट आया था और जस्ट सात दिन बाद आईएससी का फॉर्म की लास्ट डेट थी यह जर्नी हमने तब शुरू करी थी और इस लास्ट चार मंथ की जर्नी में हम हम भी ग्रो करे हैं इन बातों के बारे में पता करके हमने इनको कन्वे किए हैं वह सारी चीजें तो यह लोग भी ग्रो करें हैं तो हमारी तरफ से बहुत-बहुत आशीर्वाद एंड आप लोग अपने जीवन में ऐसे ही आगे बढ़ते रहे और ऐसे ही अपना नाम रोशन करते रहे परिवार का नाम रोशन करते रहे अपने क्योंकि देखो आप लोग लाइफ में ग्रो करते हो तो याद रखना टीचर्स भी आपके साथ वही ग्रो करते हैं क्योंकि सर हमारे लिए भी जो एक सक्सेस है हम वो हमारे स्टूडेंट के सक्सेस से जुड़ा हुआ है हम तो अगर कोई स्टूडेंट अच्छा करता है कहीं किसी जगह जाकर ठीक है बहुत हो गई सरकारी नौकरियों की बातचीत बहुत हो गई पीएसयू की बातचीत इस साल हमने आपको एमटेक के लिए भी प्रोत्साहित किया और वहां से भी आप एक अच्छा कैरियर शेप कर सकते हैं इस बात का आपको विश्वास दिलाया है तो बहुत अच्छा करना एक मार्गदर्शन हमने दे दिया हमारी एक संवाद सीरीज चलती रहती है एपिसोड फोर तो संवाद एक ऐसा सेशन है जिसमें आप हम हमें बस ऐसे ही मिलने आ सकते हो हमारे से बातचीत करने आ सकते हो हमारे से दिल की बात हल्की कर सकते हो हमें भी बड़ा अच्छा ल हम भी अच्छा लगता है कि आपसे एक नियत इंतला अंतराल के बाद आपसे मुलाकात करना और सर अभी मैं कल बात कर रहा था मैंने आपसे बताया भी एक स्टूडेंट बोल रहा था कि सर अब आप संवाद नहीं करोगे क्या तो मैंने कहा नहीं करेंगे वो तो हम टाइम टाम करते रहेंगे हमें भी अच्छा लगता है सर हमने तीनों एपिसोड देखे हैं और मैं आ जाता हूं बस बिल्कुल मैं लाइव आ जाता हूं बैठता हूं सुनता हूं आप लोगों की बातें और बहुत सारी चीजें जो रिलेवेंट होती है जो सवाल होते हैं वो ग्रहण कर लेते हैं जो नहीं भी होते हैं वो दूसरे की समस्या को सुनके समझ में आता है अच्छा ऐसा भी हो सकता है क्या तो बस एक कोशिश यह है कि आपकी जर्नी में आपके साथ-साथ हम भी ट्रेवल करते रहे जैसे सर ने बताया कि बहुत हमें भी ग्रो करने का अवसर मिला इन सारी चीजों के बारे में पता करके इंडस्ट्री में रेलीवेंस समझ में आई कि क्या रेलीवेंस है मास्टर्स की और वो बढ़ती जा रही है बढ़ती जाएगी स व आज से 6 साल पहले उतनी नहीं थी बट जैसे जैसे समय बढ़ता जा रहा है अब आपका बीटेक से सही बताए तो अगर आपने किसी बहुत अच्छे संस्थान से नहीं किया है बीटेक से आपका काम नहीं चलने वाला आपको मास्टर्स करना ही पड़ेगा पड़ेगा और यह बात जब आप खुद एक्सपीरियंस करोगे तो आप अपने आने वाले जूनियर्स तक भी यह बात पहुंचा सकते हो उनको अपने एक्सपीरियंस के बेसिस प आप गाइड कर सकते हो ताकि उनको यह समझ में आए कि अगर उन्होंने कोई रास्ता चुना है तो व उनको उनकी आजीविका तक उनके एक प्रोफेशनल लाइफ तक कैसे वो रास्ता उनको पहुंचा सकता है तो सर यही हम लोगों का हर सर मैं एक फाइनल स्टेटमेंट बोलूंगा और फिर हम नमस्कार करेंगे जो डिग्री आज आप कर रहे हो ना उसकी वैल्यू शायद आपको आज समझ नहीं आएगी लेकिन आज से 10 साल बाद जरूर समझ में आएगी कि दो लोग थे जिन्होंने मोटिवेट करके इस डिग्री तक रिलेवेंट बना दिया हमें आज इसकी वैल्यू शायद ना समझ में आए लेकिन हम भी कुछ एक नजरिया रखते हैं सर हम भी चीजों को देखते हैं बूढ़ा आदमी है हम लोग तो हमें पता है कि अगले 10 साल में आपकी इसी आईआईटी की डिग्री की कितनी वैल्यू होगी कितनी महत्वता होगी और कितनी इंडस्ट्री रेलीवेंसी होगी सो ऑन दैट नोट वी विल बी रैपिंग अप दिस वीडियो शो अस सम लव इन द कमेंट सेक्शन एंड पर्सनली भी आप हमें मैसेज कर सकते हो अ वी विल लाइक टू नो कि आप कौन से आईआईटी में कौन सी ब्रांच आपने ली जस्ट टू हैव अ कनेक्शन विद योर टीचर यू कैन मैसेज अस ऑन नमस्कार [संगीत]