नोट्स: आनुवांशिकी और उत्तराधिकार का सिद्धांत
मुख्य परिवर्तनीय
- रोहन और जिम्मा सनराइज सहायता में शामिल थे।
- विरासत और भिन्नता से संबंधित सिद्धांतों का संदर्भ।
- विरासत का अर्थ: माता-पिता से बच्चों तक लक्षणों का संचरण।
मौलिक अवधारणाएँ
1. वंशानुगत लक्षण
- आई कलर, बालों का रंग, त्वचा का रंग आदि पीढ़ी दर पीढ़ी संचरित होते हैं।
- वंशानुक्रम में प्रॉपर्टी (जमीन-जायदाद) का भी स्थानांतरण शामिल हो सकता है।
- जनरेशन टू जनरेशन: जीन कोड्स के थ्रू ट्रांसमिट होता है।
2. ध्रुवीकरण और विविधता
- इनहेरिटेंस और एप्लाइड कैरेक्टर के बीच अंतर:
- इनहेरिटेड कैरेक्टर: माता-पिता से मिली विशेषताएँ।
- एप्लाइड कैरेक्टर: जीवनशैली और व्यक्तिगत अनुभव से उत्पन्न लक्षण।
- बालों और त्वचा का रंग सबसे सामान्य उदाहरण हैं।
3. अनुवांशिकी के पिता: ग्रेगर मेंडल
- ग्रेगर मेंडल: विरासत और अनुवांशिकी के सिद्धांत के संस्थापक।
- प्लांट्स पर परीक्षण कर विरासत के नियम निर्धारित किए।
- मेंडल के कारण:
- कई विरोधाभासी लक्षणों वाले पौधों का चयन।
- सेल्फ पॉलिनेटिंग प्लांट का चयन।
- लाइफ-स्पैन छोटा होना।
4. विरासत के सिद्धांत
प्रमुख सिद्धांत
- एलियल्स: अपनाया गया प्रत्येक जीन।
- फेनोटाइप और जीनोटाइप:
- फेनोटाइप - दिखने वाले लक्षण।
- जीनोटाइप - आनुवांशिक संरचना।
- हॉमोज़ाईगस और हीटेरोज़ाईगस:
- हॉमोज़ाईगस - समान एलियल्स (जुगे लक्षण)।
- हीटेरोज़ाईगस - विभिन्न एलियल्स।
- डॉमिनेंट और रिसेसिव लक्षण:
- डॉमिनेंट - जो विशेषता प्रस्तुत होती है।
- रिसेसिव - जो दब जाती है।
5. विरासत का कानून और सिद्धांत
- मोनोहाइब्रिड क्रॉस के निष्कर्ष: एक अंतर का विश्लेषण।
- डायहाइब्रिड क्रॉस: दो भिन्न लक्षणों का परीक्षण।
- इंडिपेंडेंट असॉर्टमेंट: लक्षण स्वतंत्र रूप से विरासत में मिलते हैं और क्रोमोसोम्स एकदूसरे पर प्रभाव नहीं डालते।
- लिंक्ड जीन: जब दो जीनस एक साथ विरासत में मिलते हैं।
6. सैक्स डिटरमिनेशन
- मेल और फीमेल के क्रोमोसोम्स:
- स्पर्म का रोल: लड़का (X या Y) या लड़की (X) निर्धारित करता है।
7. म्यूटेशंस और जेनेटिक अव्यवस्था
- म्यूटेशंस: DNA में परिवर्तन से जुड़ी जनन-अव्यवस्थाएँ।
- पॉइंट म्यूटेशन और फ्रेमशिफ्ट म्यूटेशन।
- क्रोमोसोमल म्यूटेशंस: संख्या और संरचना में परिवर्तन।
- क्रोमोसोमल विकार:
- डॉउन सिंड्रोम: ट्रीसॉमी 21।
- कलाइनफेल्टर सिंड्रोम: XXY।
- टर्नर सिंड्रोम: XO।
8. आनुवांशिक रोग
प्रमुख रोग
- हीमोफीलिया: ब्लड क्लॉटिंग प्रोटीन की कमी।
- सिकल सेल एनीमिया: हीमोग्लोबिन का रूप धारण संकट।
- फेनिलकेटोनूरिया: मेंटल डिफीसिएंसी।
यह था हमारे लेक्चर का सारांश। महत्वपूर्ण बिंदुओं पर ध्यान दें और इस पर आधारित कोई प्रश्न हो तो तैयारी करें।