C++ में नियंत्रण संरचनाएं (Control Structures)
परिचय
- C++ प्रोग्राम में नियंत्रण संरचनाएं एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं जिन्हें प्रोग्राम के लॉजिक को निर्धारित करने के लिए उपयोग किया जाता है।
- नियंत्रण संरचनाएं तीन प्रकार की होती हैं:
- अनुक्रम संरचना (Sequence Structure)
- चयन संरचना (Selection Structure)
- लूप संरचना (Loop Structure)
नियंत्रण संरचनाओं के प्रकार
1. अनुक्रम संरचना (Sequence Structure)
- यह संरचना बिना किसी शर्त के लगातार कार्यान्वित होती है।
- यह एक के बाद एक निर्देशों को चलाती है।
- उदाहरण:
- एंट्री -> ऐक्शन 1 -> ऐक्शन 2 -> ऐक्शन 3 -> ... -> एग्ज़िट
2. चयन संरचना (Selection Structure)
- यहां शर्तों के आधार पर निर्णय लिया जाता है।
- प्रोग्राम एक शर्त की जांच करता है और उसके अनुसार कार्य करता है।
- IF-ELSE स्टेटमेंट का उपयोग किया जाता है:
- अगर शर्त सही है (True) तो एक ऐक्शन होता है, गलत (False) होने पर दूसरा ऐक्शन होता है।
- स्विच केस (Switch Case) का भी उपयोग चयन संरचना में किया जाता है:
- एक वेरिएबल की विभिन्न मानों के लिए विभिन्न कार्य करते हैं।
- प्रत्येक केस के बाद 'ब्रेक' स्टेटमेंट का उपयोग सुनिश्चित करता है कि केस मैच होने पर प्रोग्राम वहीं से बाहर निकल जाए।
3. लूप संरचना (Loop Structure)
- यह संरचना तब तक चलती रहती है जब तक शर्त सत्य (True) है।
- लूप्स का उपयोग:
for
, while
, और do-while
जैसे लूप्स का उपयोग किया जा सकता है।
- उदाहरण:
- एक वेरिएबल को 1 से 10000 तक प्रिंट करना।
चयन संरचना का कार्यान्वयन
IF-ELSE स्टेटमेंट
स्विच केस
निष्कर्ष
- नियंत्रण संरचनाएं प्रोग्राम के लॉजिक को नियंत्रित करने की दक्षता प्रदान करती हैं।
- IF-ELSE और स्विच केस का उपयोग विभिन्न स्थितियों के लिए किया जा सकता है।
- आगे के प्रोग्राम्स इन संरचनाओं का उपयोग कर अधिक जटिल बन सकते हैं।
आपके सीखने के लिए धन्यवाद।