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कॉस्ट और फाइनेंशियल अकाउंटिंग का अंतर
Apr 19, 2025
कॉस्ट अकाउंटिंग और फाइनेंशियल अकाउंटिंग में अंतर
परिचय
आज हम कॉस्ट अकाउंटिंग और फाइनेंशियल अकाउंटिंग के बीच के अंतर पर चर्चा करेंगे।
हम विभिन्न पहलुओं जैसे कि उद्देश्य, उपयोगकर्ता, रिकॉर्डिंग आदि के आधार पर इन दोनों का विश्लेषण करेंगे।
परिभाषा
कॉस्ट अकाउंटिंग
प्रोडक्ट या प्रोडक्शन की लागत की गणना में मदद करती है।
उत्पादन की लागत और उत्पाद बनाने में व्यय का निर्धारण करती है।
फाइनेंशियल अकाउंटिंग
वित्तीय लेनदेन का रिकॉर्ड करती है।
व्यवसाय की वित्तीय स्थिति को स्पष्ट करती है।
उद्देश्य का आधार
कॉस्ट अकाउंटिंग का उद्देश्य
यूनिट लागत की गणना करना।
लागत की पहचान और नियंत्रण।
फाइनेंशियल अकाउंटिंग का उद्देश्य
ऑपरेशनल परिणामों का प्रस्तुतीकरण।
वित्तीय लेनदेन का संपूर्ण रिकॉर्ड बनाए रखना।
रिकॉर्डिंग का आधार
कॉस्ट अकाउंटिंग
ऐतिहासिक और पूर्वनिर्धारित लागत पर आधारित होती है।
खर्चा हुआ और अनुमानित दोनों प्रकार की लागत को रिकॉर्ड करती है।
फाइनेंशियल अकाउंटिंग
केवल ऐतिहासिक लागत को रिकॉर्ड करती है।
अनुमानित लागत को शामिल नहीं करती।
सूचना प्रकार
कॉस्ट अकाउंटिंग में उपयोग की जाने वाली जानकारी
श्रम, सामग्री, और ओवरहेड खर्च की जानकारी।
डायरेक्ट और इनडायरेक्ट श्रम की जानकारी।
फाइनेंशियल अकाउंटिंग में उपयोग की जाने वाली जानकारी
केवल वित्तीय प्रकृति के लेनदेन।
आय, व्यय, संपत्ति और दायित्व।
उपयोगकर्ता
कॉस्ट अकाउंटिंग
कंपनी के आंतरिक हितधारकों (प्रबंधन, कर्मचारी) के लिए उपयोगी।
फाइनेंशियल अकाउंटिंग
सभी प्रकार के हितधारकों (आंतरिक और बाह्य) के लिए उपयोगी।
रखरखाव की आवश्यकता
कॉस्ट अकाउंटिंग
आवश्यक नहीं, लेकिन मैन्युफैक्चरिंग कंपनि यों के लिए आवश्यक हो सकती है।
फाइनेंशियल अकाउंटिंग
सभी सार्वजनिक कंपनियों के लिए अनिवार्य।
कर निर्धारण का आधार
कॉस्ट अकाउंटिंग
कर निर्धारण के लिए आधार नहीं है।
फाइनेंशियल अकाउंटिंग
कर निर्धारण का आधार बनता है।
स्टेटमेंट ऑफ अकाउंट
कॉस्ट अकाउंटिंग
विभिन्न प्रकार के स्टेटमेंट (कॉस्ट शीट, प्रोसेस अकाउंट)।
फाइनेंशियल अकाउंटिंग
केवल दो प्रमुख स्टेटमेंट (प्रॉफिट एंड लॉस खाता, बैलेंस शीट)।
ऑडिट
कॉस्ट अकाउंटिंग
अनिवार्य नहीं, लेकिन कुछ स्थितियों में आवश्यक।
फाइनेंशियल अकाउंटिंग
स्वतंत्र ऑडिट अनिवार्य है।
भौतिक और मौद्रिक इकाइयों का आधार
कॉस्ट अकाउंटिंग
भौतिक इकाइयों की गणना की जाती है।
फाइनेंशियल अकाउंटिंग
केवल मौद्रिक लेनदेन का रिकॉर्ड किया जाता है।
स ्टॉक का मूल्यांकन
कॉस्ट अकाउंटिंग
हमेशा लागत के आधार पर।
फाइनेंशियल अकाउंटिंग
लागत और नेट रियलाइजिबल वैल्यू पर आधारित।
पूर्वानुमान
कॉस्ट अकाउंटिंग
बजट तकनीक के माध्यम से पूर्वानुमान किया जा सकता है।
फाइनेंशियल अकाउंटिंग
केवल ऐतिहासिक आंकड़ों पर आधारित।
लाभ मूल्यांकन
कॉस्ट अकाउंटिंग
विशेष प्रोडक्ट, ब्रांच या जॉब के अनुसार।
फाइनेंशियल अकाउंटिंग
पूरे व्यवसाय का लाभ मूल्यांकन।
रिपोर्टिंग समय
कॉस्ट अकाउंटिंग
लगातार रिपोर्टिंग की जाती है।
फाइनेंशियल अकाउंटिंग
वित्तीय वर्ष के अंत में रिपोर्टिंग।
निष्कर्ष
इसलिए, कॉस्ट और फाइनेंशियल अकाउंटिंग के बीच कई महत्वपूर्ण अंतर हैं।
प्रत्येक की अपनी विशेषताएं और उपयोग हैं।
अध्ययन करने के लिए सभी को शुभकामनाएं।
धन्यवाद!
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