कानूनों का पुराना और नया स्वरूप

Aug 25, 2024

पुराने और नए कानूनों की तुलना

परिचय

  • प्रस्तुतकर्ता: प्रिया
  • विषय: पुराने कानूनों और नए कानूनों की तुलना
  • उद्देश्य: नए कानूनों के महत्वपूर्ण सुधारों और परिवर्तनों को समझना
  • यह वीडियो शैक्षणिक है और चुनौतीपूर्ण हो सकता है।

भारतीय दंड संहिता (IPC) का इतिहास

  • थॉमस बेविंगर मकॉले ने IPC का प्रारूप तैयार किया।
  • मकॉले से पहले:
    • विभिन्न धर्मों के अनुसार अलग-अलग कानून लागू थे।
  • मकॉले के आने के बाद:
    • चार मुख्य कारणों से एक सामान्य सेट कानून की आवश्यकता।
      • असंगतता
      • गैर-कोडिफाइड
      • ब्रिटिश प्रबंधन के लिए राजनीतिक लाभ

कानूनों की श्रेणियाँ

  • सामग्री कानून (Substantive Laws):
    • अपराध की परिभाषा और सजा के संबंध में।
  • प्रक्रियात्मक कानून (Procedural Laws):
    • अपराध के बाद की प्रक्रिया।

मकॉले का योगदान

  • IPC का पहला प्रारूप 1834 में तैयार किया गया।
  • IPC को 1860 में लागू किया गया।
  • 1861 में पहला प्रक्रिया कानून (CRPC) लागू हुआ।
  • 1872 में भारतीय साक्ष्य अधिनियम लाया गया।

महत्वपूर्ण समय सीमाएँ

  • IPC और साक्ष्य अधिनियम को स्वतंत्रता के बाद जारी रखा गया।
  • 1973 में नया CRPC लागू किया गया।

लॉ कमीशन की भूमिका

  • कानून में परिवर्तनों के सुझाव।
  • महत्वपूर्ण रिपोर्टों का उल्लेख:
    • 262वीं रिपोर्ट: मृत्यु दंड को समाप्त करने की सिफारिश।
    • 87वीं रिपोर्ट: कैदियों की पहचान अधिनियम।

नए कानूनों की विशेषताएँ

  • महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराधों के लिए विशेष अध्याय।
  • समय सीमाएँ:
    • न्याय प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए निश्चित समय सीमा।
  • सामुदायिक सेवा:
    • छोटे अपराधों के लिए नई सजाएँ।
  • प्रौद्योगिकी का उपयोग:
    • ई-एफआईआर और डिजिटल साक्ष्य।
  • पीड़ित-केन्द्रित दृष्टिकोण:
    • पीड़ितों को सूचना का अधिकार।

निष्कर्ष

  • नए कानूनों की समझ में सुधार के लिए पाठ्यक्रम का सुझाव।
  • पुराने और नए कानूनों की तुलना महत्वपूर्ण है।
  • वीडियो के अंत में नए कानूनों के बारे में अधिक जानकारी के लिए पाठ्यक्रम की सिफारिश।

धन्यवाद

  • वीडियो देखने के लिए धन्यवाद।
  • आगामी कक्षाओं में मिलते हैं।

यह नोट्स आपको पुराने और नए कानूनों के बीच के मुख्य बिंदुओं को समझने में मदद करेंगे।