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The process and importance of centralization

कि अ Hello friends, welcome you all in our online learning platform Let's Study India आज के इस वीडियो में हम centrifugation के बारे में discuss करेंगे centrifugation के बारे में हम पढ़ेंगे कि centrifugation क्या होता है, कैसे ये use करता है क्यों ये हमारे लिए useful है, इसका हम कहां use कर सकते है, क्या इसके principles है, centrifugation के बारे में ये सारी details हम आज के इस वीडियो में देखेंगे, तो हम बात कर लेते हैं कि centrifugation, centrifugation नाम से भले ही आप इस चीज को नहीं, नहीं पहचान पाते होंगे बट अभी मैं आपको एक बात बताऊंगे तो आपके दिमाग में एक आईडिया आ जाएगा कि ओ हम किस चीज के बारे में बात कर रहे हैं याद है मम्मी लोग दादी लोग कोई भी क्या करती है घी निकालती है मलाई से घी निकलता है वो प्रोसी अपनी से मत के की जाती थी वह आज हम मशीन से करते हैं उसके लिए क्या हो गया हमारे पास एक मशीन आ गई है क्यों टेक्नोलॉजिस्ट डेवल पूरी किसी के पास इतना टाइम नहीं कि वह किसी चीज पर बहुत ज्यादा टाइम देना जाता है आजकल क्या है हम चाहते कि चीजें जितनी जल्दी जितनी अच्छे से और बहुत ही जल्दी कम टाइम में हो जाए और बहुत एक्यूरिएट हो जाए वहीं बेस्ट है तो बस इसे लिए इसी रीजन से क्या हुआ कि यह सेंटिफिकेशन प्रशिका निर्माण किया गया जिससे अभी क्या है हमें कोई भी चीज का separation करना होता है, अलग करना होता है चीजों को, तो हम क्या कर लेते हैं, इस centrifugation machine का use करते हैं, और use करके चीजों को separate कर लेते हैं, तो आपको पता होगा, कि centrifugation जो हाथ से किया जाता था, जो मतनी वाला काम किया जाता था, जिसमें मलाई से घी निकलता है, उसमें क्या होता था, प्रूफ होता है हमारे यहां साइंस तो ऑल ऑलरेडी बहुत पुराने समय से बहुत एवॉल्व है बस क्या हुआ उसकी पीछे की रीजन्स को जो साइंस एवॉल्ड है उसको बताने वाला कोई नहीं था तो धीरे-धीरे क्या हुए चीजें अडवांस हमारे यहां साइंस बहुत पहले से वह उतार देखो रमायड देखा है मां भारत देखा सब देखा है देखा है ना रमाया वगन में क्या होता था लोग मर जाते तो उनको जन्दा कर दिया रहा हांते कट जा रही है जूड़ जा रहा है गला कट रहा सर्जरी उसी टाइम में कितनी वॉर्ड थी उसी टाइम में सजर इस कितनी वॉर्ड थी रावड था वह अपने यान जो उड़कर साथ समुदर पारा के सीता जी को लेकर गया था वह यान क्या है वह आप जो हम प्लेन में बैठ कर उड़ रहे हैं तो आप सोचो ना उस टाइम में कितनी अडवांस थी चीजें कितनी अडवांस टेक्नोलॉजी थीं तो साइंस पहले से चैनल को डाल देती थी और उसको एक रॉड जैसा इसको ऐसे करने का मतलब है कि हम इसको क्या कर रहे हैं राउंड रोटेट कर रहे हैं यह रोटेट कराने से क्या होता है एक सेंट्री फ्यू टूगल फोर्स का जब हम इसको रोटेट कराते हैं तो एक मालिजे यहां पर यह है यह एक कंटेनर हो गया ठीक इसमें हमने डाला हुआ है हलाकि कंटेनर ट्रांसपेरेंट नहीं होगा बट मैं आपको समझाने के लिए चीज़े दिखा रही हूँ कि मालिजे यहां आया ठीक है ऐसे मत्री टाइप का अब इसको राउंड घुमाया जा रहा है इस घुमाने से क्या होता है एक फोर्स जनरेट होता है उस फोर्स को हम कहते हैं सेंट्रीफ्यूगल फोर्स अ क्या हो रहा है? Centrifugal force जो है वो generate हो रहा है ठीक? Centrifugal force क्या होता है? जो center से, जो इस main axis से, center axis से बाहर की तरफ particles के उपर एक force लगता है वो कहलाता है centrifugal force साथ में ही क्या हो रहा है? Gravitational force हम सब को पता है कि gravitational force जो होता है वो हमेशा करता है हर ऑब्जेक्ट पे हमेशा ग्राविटेशनल फोर्स एक्ट करता रहता है हम यहां खड़े हैं हमारे उपर भी ग्राविटेशनल फोर्स लग रहा है तब ही तो हम ऐसे खड़े ने तो उड़ने लगते हैं ऐसे इसमें उड़ते रहते हैं हम चीजों के आसे उ लिए पेन को छाला क्यों नीचे घिरा क्योंकि नीचे की तरफ इसको कौन खीच रहा है इसको खीचने वाला नीचे की तरफ कौन है ग्राविटेशनल फोर्स है तो इसमें भी क्या हो रहा है ग्राविटेशनल फोर्स है पेन को फेका पेन तो भाई आया नीचे घिरा आराम क्योंकि चोटा सा है बहुत साथ इसका मास नहीं है लेकिन object जितना ज़्यादा बड़ा होता है जितना heavy particles होते हैं उस पे उतना ज़्यादा force लगता है अभी किसी इंसान को फेक के देखो गीड़ेगी तो आवाज भी बहुत तेज आनी है तो अब क्या हो रहा है इसमें क्या होंगे कुछ जो दूद वाले particles होंगे कुछ दूद वाले particles होंगे और कुछ मक्खन वाले particles होंगे तो जो दूद वाले particles हैं उनकी density जाता है ज्यादा है उनकी डेंसिटी ज्यादा है उन पर ग्राविटेशनल फोर्स भी तब ज्यादा लगेंगा और वह जो डेंसि���ी ज्यादे वाले होंगे वह नीचे की तरफ आएंगे और जो मक्खन के पार्टिकल्स होंगे जो मक्खन निकल रहे हैं उनकी डेंसिटी बहुत कम होती है वह लाइटर इन वेट होते हैं वेट भी उनका बहुत कम होता है तो वह करते हैं वह ऊपर ही रह जाते हैं ठीक जिसकी डेंसिटी ज्यादा वह नीचे आकर के बैड़ गया लेकिन जिसकी डेंसिटी कम हो गए जिसका वेट कम है जो है लाइटर वेट का है वह क्या कर रहा है वह ऊपर ही रह जा रहा है और क्या हुई चीजे सब जो इसके पहले क्या था मक्खन और दूध आपस में मिला हुआ एक फॉर्म में था मलाई के फॉर्म में अब हमने क्या किया उसको गोल गुमाया सेंटिफिकेशन फॉर्स लगाया उस पर थोड़ी मेहनत करी हमने जब मेहनत हमने कर दी तो क्या हो रहा है चीजें सापरेट हो गई क्या हो गई सापरेट हो गई अलग हो गई तो जो दूध है वह नीचे आकर के बैठ गया और जो मक्खन है वो ऊपर separate हो गया, और हम उसको अलग कर लिए, ठीक, यह है primitive type का centrifugation, अभी भी हम क्या करते हैं, अभी भी हम यही काम कर रहे हैं, चीजों को उनके density के हिसाब से separate करते हैं, जो heavier density के होंगे, जिनका weight ज्यादा होगा, वो नीचे चले जाएंगे, उससे उपर जो particles रहेंगे, उनकी density नीचे वाले से कम रहेगी, उनकी density उससे भी कम रहेगी, इसे बेसिस पे तो हम कहते हैं, कि जो centrifugation है, वो, जिसके अंदर होता है उसको हम centrifuge कहते हैं और ये centrifuge जो काम कर रहा है ये जो पूरी process हो रही है इस process को हम centrifugation कह रहे हैं जिसमें काम हो रहा है जिस instrument में काम हो रहा है उसको centrifuge कह रहे हैं जिसमें ये पूरी process और पूरे process को क्या कहेंगे centrifugation कहेंगे और ये किस principle पे काम कर रहा है तो ये किस principle पे काम कर रहा है ये sedimentation के principle पे काम कर रहा है है अब यह क्या होगा कि हम क्या करें एक यहां पर बड़ा सा बर्तन ले या बार्टी ले उसमें धेर सारे पत्थर डाल दे धेर सारी मिट्टी डाल दे बालू डाल दे सब कुछ डाल दिया ठीक तो हम क्या करेंगे पत्थर को तो हम आज से भी निकाल सकते हैं फिल्टर कर सकते हैं ठीक और क्या होगा हाथ से निकाल कर उसको हमने अलग कर दिया वह यह तो वह पानी में घूल जाएंगे ठीक फिर अब क्या कर सकते हैं फिल्टरेशन भी कर सकते हैं फिल्टरेशन में क्या करेंगे फनल लगाएंगे उसमें फिल्टरेशन पेपर फिल्टर पेपर लगा देंगे पानी को उसमें से छान देंगे जैसे आपने घर पर चन्नी से छानते हैं ची� चापत्ती वेगर जो रहता है चन के बाहर आ जाता है भागी जो हमें सिर्फ और सिर्फ लिक्विड मिल जाता है चाय के रूप में उसको हम पी लेते हैं लेकिन अब आप सोचिए कि क्या जो दूद मतलब जो चाय था वो जो पहले हमने दूद लिया था वाइट कलर का वैस ऐसा ही देख रहा है, नहीं, क्योंकि उसमें कुछ particles अब घुल चुके हैं, उसमें में मीठा taste भी आ रहा है, मतलब सूगर के भी particles, तो जब ऐसी चीज़ों को हमको दो, miscible liquids को, दो miscible substance को, दो miscible molecules को जब separate, करना होता है तब हम किसको यूज करते हैं तब हम इस मशीन का यूज करते हैं क्यों क्योंकि इस मशीन के पास वो सारी खाश्यत है जो हम हाथ से नहीं कर सकते एक तो जितनी स्पीड पर चाहे उतनी स्पीड पर इसको घुमा सकते हैं घुमा के चीजों को सैपरेट आउट कर सकते हैं उनके डेंसिटी के हिसाब से दूसरी चीजें क्या है इसमें यहां पर आप देख रहे हैं यह देखिए अ कि यह सांपल ट्यूब्स रखने के लिए जगह बनी है सांपल ट्यूब्स कुछ हैसी होती है इसमें सांपल को डालते हैं जिसका हम को करना है उसको उसमें डाल देते हैं डाल कि यह धक्कन बंद कर देंगे यह कंट्रोल पैनल होता है इस कंट्रोल पैनल से हम कितनी speed है, चाहिए हमें कितनी speed पे हमें करना है, फिर हमें क्या करना है, कितने time तक करना है, ये सारी चीज़े हमें इस panel से इसमें set कर देते हैं, और उसके बाद, उस time के बाद, वो machine जो होती है, वो तने speed से उसका rotor घूमता है, घूमने के बाद चीज़ों को separate कर देता है, ठीक, ये हो गई जो भी basic concept था, centrifugation के बारे में, कि हमने वहीं सीच कहा था कि साइंट्रीफिकेशन क्या होता है साइंट्रीफिकेशन इज प्रोसेस साइंट्रीफिकेशन एक प्रोसेस है जो किससे हो रहा है सांटिफिकेशन के अंदर हो रहा है तो सिर्फ और सिर्फ अगर हम मिनिंग की बात करें कि साइंट्रीफिक के meaning होती है the action or a process of using centrifuge typically to separate fluid of different density. क्या होता है centrifugation वो action है या वो process है वो ऐसी process है जिसमें सा हम क्या करते हैं liquid को उनके density के according separate out करते हैं centrifugation का मतलब है वो action वो process जिसमें हम क्या करते हैं liquid को उनकी density के according separate करते हैं अलग-अलग करते हैं या process that uses centrifugal force वो process जिसमें centrifugal force का use होता है किसले centrifugal का use कर रहे है to separation of two miscibles liquid in a mixture कोई mixture है उसमें दो miscibles मतलब miscibles बोले तो जो पूरी तरीके से घुले हुए होते हैं तो घुले हुए लिक्विड्स को सैपरेट आउट करनी की जो प्रोसेस होती है इसी को हम कहते हैं सैंट्रिफिकेशन इस विनिंग आफ सैंट्रिफिकेशन बट वें वे टोक अबाउट डाइफिनेशन देन सैंट्रिफिकेशन इज प्रोसेस इन्हें है कि सेंट्रीफिकेशन वह प्रोसेस है जिसमें हम सेंट्रीफिकेशन फोर्स का यूज करते हैं सेडिमेंटेशन के लिए सेंट्रीफिकेशन फोर्स का यूज होता है उसमें सेडिमेंटेशन के लिए सेडिमेंटेशन किसका कराना है दो मिसिबल लिक्विड्स का या दो मिसिबल मॉलेक्यूल का एक मिक्सचर में एक कोई मिक्सचर है उसमें जो सॉल्यूट या सॉल्यूट कुछ भी कहा लो तो आप जो दो चीजों से मिक्सचर मिलकर बना है वो कैसे है मिसिबल बोले तो आपस में एकदम अच्छी तर उनको हमको सेपरेट करना है उनको सेपरेट करने के लिए हम सेंट्रीफूगल फोर्स लगाते हैं और उसके बाद एक जो प्रोसेस होती है इस प्रोसेस को ही हम कहते हैं सेंट्रीफूगेशन इस प्रोसेस इस कॉल्ड एस सेंट्रीफूगेशन और इसका हाई यूज कहां पर ह तो आप प्लाज्मा के ब्लड के अंदर गया था तो हमें मोटा-मोटी दिख रहे कि ब्लड है भाई ब्लड है लेकिन ब्लड के सारे कंपोनेंट्स को अलग करना पड़ेगा ना अलग होंगे तभी तम सर प्लाज्मा से टेस्ट कर सकते हैं तो उसके लिए क्या जाएं उसमें सम प्लाज्मा लेकर के फिर वह टेस्ट कर सके तो लाबोरेटरी वेगरम इसका बहुत ज्यादा यूज देखते हैं हम आई दिन नजानी कितने हजार लोग टेस्ट कराते ही होंगे तो लाबोरेटरी वेगरम योर इंडस्ट्रीज वेगरम मालिज बहुत बहुत बड़ी कोई डेरी मिल डेरी के इंडस्ट्री है उसमें क्या रोज मक्खन बन रहे हैं रोज निकल रहे हैं तो यह सारी चीजें सेंट्रीफुगेशन का जो वाइट रेंज यूज है वह सबसे ज्यादा लैबरोटरी और इंडस्ट्री में ही है हमने पहले मैं पहले यह बात पताई थी कि अगर चीजे बड़ी हैं, जैसे मैं बाल्टी वाला जो एक्जांपल लिया था मैंने, कि एक बाल्टी हमने लिया है, उसमें पत्थर्स डाल दिये, कुछ पैबल्स डाल दिये, कुछ स्टोन्स हैं, कुछ पैबल्स हैं, फिर सॉयल पार्टिकल्स हैं, फिर आ� लिया है तो जो छोटे-छोटे पार्टिकल्स होंगे जो बहुत छोटे-छोटे पार्टिकल्स उनको तो हम हाथ से नहीं कर सकते उनको हम हाथ से सैपरेट आउट नहीं कर सकते हैं हां हम स्टोन को भी कर सकते हैं हम पैबल को भी निकाल सकेंगे बहुत होगा तो ऐसे- निकाल सकते हैं बट हर चीज फिल्टरेशन से सापरेट नहीं हो पाती है और जो चीज फिल्टरेशन से सापरेट नहीं हो पाती है उसी चीज के लिए हमको सेंट्रीफिगेशन कराने की जरूरत पड़ती है ठीक जो चीज फिल्टरेशन से सापरेट नहीं हो पा रही है वहीं पर हमें क्या होता है सेंट्रीफिगेशन की जरूरत पड़ती है तो हम कैसे डिसाइड करेंगे कि कहां तक फिल्टरेशन से काम हो सकता है कहां के बाद जो है वह सेंट्रीफिगेशन से काम होगा तो तो बात कर लेते हैं molecules की या particles की size की, अगर particles का size 5 micron meter या 5 micron meter से जादा है, तो हम filtration का use कर सकते हैं, but जैसे ही particles का size 5 micron meter से नीचे आता है, तब हम filtration नहीं कर सकते हैं, और वहाँ पे हमें क्या करना पड़ जाता है, वहाँ पे हमें centrifugation का use करना पड़ जाता है, तो देखते हैं इसमें क्या है, if particle size is more than 5 micron meter, तो यह बार फिल्टरेशन के लिए पार्टिकल को बिल्कुल करता है तो यह बार फिल्टरेशन के लिए पार्टिकल को बिल्कुल करता है लगा देंगे फिल्टर पेपर लगा हुआ है जो वाइट वाला दिख रहा है यह वाइट आपको दिख रहे हैं नहीं दिख रहे हैं तो इसको दूसरे कलर से बना देंगे ताकि आपको दिखें अब यहाँ पे आ गई चीजे, अब filter paper लगा दिया उस funnel में, और जो भी liquid को, जो भी mixture को हमें separate करना है, उसको हम क्या करेंगे, उसमें pour करना start करेंगे, pour करेंगे, तो filter paper है, उनमें pores होंगे, उस pores से जितनी चीजे छन सकती हैं, वो छन के, लिक्विड के form में, एक filtered liquid के form में, इस beakers में collect हो जाएंगी, बाकी जो चीजे, जो उस pores से बड़ी रहती हैं, वो उसी में attack जाती हैं, तो हो गया separation, but यह एक definite... साइज तक ही possible है जैसे हमने बात किया कि 5 माइकरोन मीटर के particles है या उनसे बड़े particles है तब तक के लिए तो यह ठीक है कि हम filtration कर लेंगे बट उससे छोटे particles आ जाते हैं तो हम filtration नहीं कर पाते हैं जैसे example ले दीजे जो मैंने दिया था एक ही example से सबको समझ में हमने कहा था कि stone pebbles, soil, sand सारे लिया हमने तो यहाँ पे हो सकता है sand भी अटक जाए stones भी अटक जाए pebbles भी लेकिन जो तो इस वाटर में जो आएगा इसमें पानी के साथ मिट्टी भी आएगी ठीक तो इसको सेपरेट करने के लिए फिर हमें क्या करना पड़ेगा सैंट्रिफिगेशन टेक्निक का ही यूज करना होगा तभी क्या होगा सॉयल के पार्टिकल्स और वाटर के पार्टिकल्स अलग-अलग हो पाएंगे ठीक अब कुछ इनके हिस्ट्री की बात कर लेते हैं कि कैसे इस टेक्निक्स के बारे में लोग जानना स्टार्ट किए ठीक कैसे इस टेक्निक्स के बारे में लोगों को आईडिया होना स्टार्ट किया हुआ कैसे हम इस टेक्निक का यूज करना स्टार्ट किया तो एक साइंटिस्ट 1864 में इन्होंने Dairy Centrifuge को प्रोपोस किया था, Dairy Centrifuge के बारे में बताया था, जिसमें क्या किया जा रहा था, Milk से Butter निकालने का काम या Milk से Cream निकालने का काम किया जा रहा था, ठीक? फिर आते हैं हमारे Frederick Mr. 1869, Use the First Centrifuge in the Laboratory Setting, इन्होंने क्या किया था, Lab में जो हम Scientification का यूज़ करते हैं, Laboratory Setting जो होता, उसका सबसे पहले यूज़ कि इन्होंने क्या था, तो Frederick Mr. ने किया था, फिर आते हैं Gustav D. Lava 1879 Demonstrated the first Continual Centrifugal Separator इन्होंने First Continual Centrifugal Separator operator को demonstrate का use इन्होंने सबसे पहले किया था तो Anthony Predatel 1864 में इन्होंने डेरी इंडॉस्ट्री में मतलब डेरी वाले एरिया में जो हम करते हैं कि दूध से हमें क्रीम निकालना है वह वाला काम कराने के लिए इनका योगदान रहा फिर उसके बाद लैबरोटरी में जो आज हम सेंट्रीफिगेशन यूज कर रहे हैं उसका क्रेडिट जाता है एफ मिस्सर को फिर उसके बाद गुस्ताफ डीलावा यह जो है यह हमें कंटिन्वर्स सेंट्रीफिगल सेपरेटर के बारे में सबसे पहले इन्होंने हमें बताया था ठीक उसके बाद हम बात करते हैं प्रिंसिपल्स का ठीक है हमने पहले का कि जो सेंट्रीफिगेशन हो रहा है सेंट्रीफिगेशन जो है वह एक प्रोसेस है वह किसमें वह सेंट्रीफिगेशन जो है या वो principle sedimentation भी है तो ये क्या होता है centrifugation process जो है ये sedimentation और centrifugal principles के basis पे काम करता है क्योंकि कोई भी equipments हो कोई भी ऐसे equipments हो तो उसका कुछ ने कुछ principle होता ही होता है कि वो किस principle पे काम करेगा सब का अगर हम equipments को छोड़ दे तो हर इंसान का अपना कोई principle होता है नहीं होता है तो सबका अपना-अपना स्थिति होता है उसी तरीके से जो भी एक्विप्मेंट होते हैं जिनको हम यूज में लाते हैं जो हमारे लिए यूजफुल है या नहीं भी है जो भी है एक्विप्मेंट है तो वह किसी न किसी प्रिंसिपल पर काम करते हैं तो यह जो हमारा सैंट्रीफिगेशन टैक्निक है यह किस प्रिंसिपल पर काम कर रहा है सैंट्रीफुगल और साइडिमेंटेशन के प्रिंसिपल पर यह काम कर रहा है अ प्रिंस्पल और सेंट्रिफिगेशन, सेंट्रिफिगेशन वर्क्स ओन द प्रिंस्पल और सेडिमेंटेशन, सेंट्रिफिगल फोर्स और ग्राविटेशनल फोर्स, यह इन तीन प्रिंस्पल पे काम करता है, अभी मैंने जैसा की बताया, सेडिमेंटेशन क्या होता है, ज� भी लेते हैं कि क्या होता है sedimentation is what sedimentation is simply separation चीजों का sediment हो जाना sediment के रूप में बैठ जाना जाकर की वही होता है व्हाटर बेसेस छोटे-छोटे पार्टिकल को सेडिमेंट को सेपरेट करना ही क्या कहलाता है सेडिमेंटेशन इसमें जो चीजे जाकर बैठ जाते हैं उसको हम कहते हैं सेडिमेंट है यही क्या है सेडिमेंटेशन टेंट से ठीक फिर बात आती है सेंट्रीफूगल फोर्स की सबसे स्टार्टिंग में ही मैंने बताया था कि कोई चीजें अगर घूम रही है मोशन कर रहा है इस तरीके से तो यह क्या करता है सेंटर से पेरीफेरी की तरफ सेंटर से एक्सटोरनल वॉल की तरफ बाहर की तरफ जो होता है फोर्स लगाता है इसी फोर्स को हम कहते हैं सेंट्रीफूगल फोर्स क्या है सेंट्रीफूगल जब ये घूमता है तो जो molecules हैं उनके बाहर के तरफ outward side की तरफ एक force लगता है इसी force को हम कहते हैं centrifugal force और gravitational force तो हम सबको पता है कि क्या होता है earth की में जो gravity present होती उसकी वज़ासे earth जो होता है जो भी object होता है उसके mass पे एक force attract करता है जिससे वो चीजों को अपनी तरफ खीचत फोस्ट टिक एम अजय को इन सेंट्रीफिकेशन सेंट्रीफूगल फोस्ट जूटू विच पार्टिकल्स गेट सेपरेटेड अकॉजिंग पर विडियो देखो हम लोगों सब पता है हम लोग सब पहले से जान रहे हैं बस ये तो फॉर्मिल्टी है ठीक क्या हो रहा है सेंट्रिफिकेशन में सेंट्रिफिकल फोर्स लग रहा है जिस फोर्स की वज़े से क्या हो रहा है पार्टिकल सेपरेट हो रहे है कैसे से� और जो हलके होंगे वो आराम से अपना सर्फेस पे ऐस कर रहे हैं सर्फेस पे उड़ रहे हैं कहते हैं ने कि भारी लोग बहुत जादा देर तक नहीं दोड़ पाते हैं गिरेंगे तो ऐसे वहाँ पे गिर जाएंगे और जो हलकी चीजे हैं वो सर्फेस पे आ जा रही हैं ठीक मतलब डेंसिटी के अकॉर्डिंग वेट के अकॉर्डिंग उनके वेलोसिटी के अकॉर्डिंग चीजे जो हो रही हैं वो सेपरेट हो जा रही हैं यह हम यह भी कह सकते हैं कि वैनमेश जब हम किसी मिक्स्चर को बहुत फास्ट रोटेट कर रहे हैं तो उस टाइम क्या हो रहा है कि जब बहुत तीज से घुमाया जा रहा है जब हम पूरे सॉलूशन को ही घुमा रहे हैं तो आप सोचे नहीं कि सॉलूशन के साथ मॉलिक्यूज भी घुम रहा है ज़्यादा चलवल नहीं पाते हैं जाकर बैठ जा रहे हैं तो वह जो है विपार्टिकल्स होते हैं वह जाकर के नीचे सटल डाउन हो जाते हैं और जो लाइटर पार्टिकल्स होते हैं वह सर्फेस पर रहते हैं ठीक है कि सेडिमेंटेशन हमको पता है ग्राविटी की वजह से भी होता है ग्राविटेशनल फोर्स की वजह से भी होता है कि मान लो अगर अ यह एक ट्यूब है इसमें चीजें हैं घूम रही है तो इस पर सेंट्री जब यह घूम रही है ऐसे गोल-गोल जब यह घूम रही है ऐसे गोल-गोल तो हमको पता है कि इनके ऊपर क्या हो रहा है एक सेंट्रीफूगल फोर्स एक्ट हो रहा है इस सेंटर से बाहर की तरफ एक सेंट्रीफूगल फोर्स एक्ट हो रहा है बट आइट दो सेम टाइम क्या हो रहा रहेगी भाई ग्राविटी क्या होती है धर्ती में क्या करती है अपना काम हमेशा करती रहती है वो कभी रुकती नहीं है तो ग्राविटी तो हमेशा काम करती रहेगी भाई तो एक ग्राविटेशनल फोर्स भी उनको पर लग रहा है जो चीजों को खिचेगा तो हमने कहा क जिसका mass ज़्यादा होगा, gravity उतना ज़्यादा लगेगा तो जो heavy particles होंगे, उनका mass ज़्यादा है तो उन पे gravity ज़्यादा लगेगी, तो वो जल्दी खीच करके नीचे आएंगे और नीचे settle down हो जाएंगे, नीचे हमको उनका sedimentation देखने को मिलेगा फिर हमने यह भी बात करे ही थी कि सैंट्रिफिगेशन एज प्रोसेस सैंट्रिफिगेशन क्या है पूरी एक प्रोसेस है बट यह प्रोसेस हो किसमें रही है यह प्रोसेस किसमें हो रही है एक मसीन में हो रही है जिसको हम कहते हैं सैंट्रिफ्यूज क्या कहते हैं उसको हम centrifuge कहते हैं the instrument used for separation is called centrifuge centrifuge जो instrument हम use करते हैं separation के लिए उस instrument को हम कहते है आपको instrument दिखरा होगा यही instrument जो है यही क्या कहलाता है कि centrifuse कहलाता है ठीक centrifuse की meaning क्या होती है centrifuse is a device used for separating a particles from a solution according to their size, shape, density and so on उनके size के basis पे, उनके shape के basis पे, उनके density के basis पे इन सब basis पे चीज़ों का separation करने के लिए जिस machine का हम use करते हैं विश्वास वही मसीन क्या कहलाता है? सेंट्रिफ्यूस कहलाता है. अब बायो में हम क्या करते हैं? इस मसीन का यूज क्यों करेंगे? सेल्स के सापरेशन के लिए, हमने अभी बात करी थी ब्लड के सापरेशन के लिए, तो इन सारी चीजों में माल लिजिये, मिक्सचर बना लेते हैं होम जिनस मिक्सचर में क्या करते हैं माल लीजिए कोई सेल है आप उसको क्या करेंगे उसको हम एक मिक्सचर के फॉर्म में कनवर्ड कर लेंगे थोड़ा सा जिससे क्या होंगे उस सेल्स की चीजें जो है वह टूटकर अलग जाएं फिर हम क्या करेंगे उस सैंपल को सेंटिफिकेशन सैंपल क्यूब में डालेंगे उस सैंपल चूब को यहां पर यह जो हमें दिख रहा है ना गोला यह वह सैंपल ट्यूब डालने के लिए वह जगह है इसमें डाल देंगे धक्कन को बंद कर देंगे यहां से टाइम स्पीड सब कुछ सेट कर दो करेंगे मशीन को ऑन कर देंगे उसके बाद क्या होगा चीजें घूम करके घूमेंगी खुबतेज से घूमेंगी अब वाशिंग मशीन यार वाशिंग मशीन तो सबके घर में है सबने देखा होगा क्या होता है वाशिंग मशीन में जो ऑटेमेटिक वाशिंग मशीन होते हैं उसमें क्या होता है कि हम कपड़े को डालते हैं फिर उसमें पाउडर डाल देते हैं ठीक है उसके बाद उसको बंद कर देते हैं उसमें पानी आता है फिर चीजें ऐसे घूमती है साफ होती है फिर एक टाइम आता है जब उसमें आता है spin हो रहा है spin क्यों हो रहा है water को बाहर निकालने के लिए water के साथ dirt को बाहर निकालने के लिए तो आसात नहीं कि उसके साथ कपड़े भी निकल जाते हैं नहीं निकलते हैं क्यों नहीं निकलते हैं क्योंकि वो heavy होते हैं और उस साइम जो basket होता है washing machine का जो basket होता है washing machine का वो बहुत तीज सिक्डम करके movement करता है बहुत तीज से घूमता है और उसी time में क्या होता है जो clothes जो बहुत सोते हैं वह हमारे यह बॉटम से चिपक जाते हैं उस बास्केट के बॉटम पर यहां पर कपड़े चिपक जाते हैं वह सारे बॉटर्स जो होते हैं वह ऊपर ऐसे आ जाते हैं और इसमें से जो होल्स होते हैं इस बॉट में से क्या होता है पानी बाहर निकल जाता है तो बस वही काम तो यहां पर भी होना है जब हमें सैंपल चीज में चीजों को डाल देंगे तो वह फिर उसी तरीके से इकदम स्पीड में घूमेगा इस पेन होगा और घूमेगा तो सुपर नेटेंट लिक्विड होंगे, वो उपर रह जाएंगे, ठीक? इन बायोलॉजी, दे पार्टिकल्स आर यूजवली सेल्स, बायोलॉजी में जिन पार्टिकल्स का आम सेंट्रिफिगेशन कराते हैं, वो सेल्स हो जाते हैं, ये सारी चीज़ों का हम सैपरेशन सेंट्रिफिगेशन से कराते हैं, ओके? कि समझ में आ रहा है आना चाहिए भाई आएगा ही इतनी मेनत की जा रही है तो यह देखिए क्या है यही वह सांपल ट्यूब है इस पर आपको देख रहा है मिजरमेंट कि अ अजय को इसलिए होते हैं कि चीजे जो सांपल ट्यूब में हम जो सांपल जालते हैं वो बराबर डालें ऐसा नहीं है कि किसी सांपल ट्यूब में एकदम भर दिया है किसी में यही तक है तो मसीन को जब हम देख रहे थे जब आप इस मसीन को देखे होंगे यह देखिए मशीन को आप जब देख रहे हैं तो आपको देख रहा हो कि ऐसे गोला सा है अब आप खुद से सोचो कि मान लो कि वो गोला वाला जूला आता है न जैसे बीच में रॉड लगा होता है और उससे ऐसे और निकल लगे रहते हो रहे हैं लगा रहता है बैठने के लिए सीट्स लगी रहती है ठीक है सब आपस में अटैच रहे हैं आप यह सोचो अब क्या हो इधर हम 10 लोग को बैठा दो इधर दो ही लोग को बैठा दें अब क्या होगा जूला ऐसे न घूम करके जूला ऐसे तेड़ा हो जाए जाएगा जिधर वह है वाले लोग जिधर जाएंगे उधर चीजें नीचे रहेंगे और लाइटर वाले ऊपर रहेंगे और विश्वाद बाइट अगर डिसबैलेंस रहेगा वेट जो है वह बैलेंस कंडीशन में नहीं रहेगा तो चीजें ऐसे हो जाती है या तो हम सीशा करते हैं सीशा में क्या खेल होता है सीशा में पूरा खेल वेट का होता है सीशा में क्या होता एक हल्के को बैठा तो जो है विदया उधर ऐसा अ दब जाता है और हल्का वाला जो तैसा उठ जाता है ठीक तो यहां पर भी दो कंडीशन हो जाएंगे इसलिए क्या होता है इस जो सैंपलिंग चूब है इस सैंपलिंग ट्यूब्स पर क्या होते हैं कि मिजरमेंट दिए होते हैं कि भाई आप क्या हो बराबर-बराबर सैंपल्स डालो साले सैंपल्स ट्यूब में ताकि जो वेट का डिस्बैलेंस है वह न ख्रीट हो ऐसी सिच्वेशन न हो ठीक है और इसका जो रहता है इस तो रहता है और साथ ही साथ में एक लिड लगा होता है ढक्कन लगा होता है कि सांपल डाल को उसको बंद कर दो कभी ऐसा करा है कि मिक्सर में क्या करूं चीजें डाल दो और डाल करके ढक्कन को हल्का लगाओ या ऐसे बस पकड़े रहो फिर छोड़ दो तो इसका क्या होता है दक्कन बाहर मिक्सर में जो भी हम पीस रहे थे वो पूरा चारो तरफ मस्त मूँ पे भी आ जाता है होता है ना तो वही काम हमें यहाँ पे नहीं करना है उसी से बचाने के लिए क्या होता है लिड दिया होता है इस लिड को टाइटली बंद कर देते हैं ठेक है बंद करने के बाद इसको हम उसके जगह पे पट कर देंगे ठेक कि अब बात आती है कि कुछ और टाइम्स को जान लेते हैं कि मान लीजिए जो रेट है उसके घूमने का जो सेपरेशन का रेट है उस रेट को हम क्या कहते हैं कि सेडिमेंटेशन को फिशिएड जिस rate से particles जो होते हैं वो separate होते हैं उस rate को हम कहते है sedimentation coefficient the rate at which particles settle down is called as sedimentation coefficient जिस rate से particles जा करके settle down डाउन होते हैं उसको हम कहते हैं सेडिमेंटेशन कोफीजियन और इस सेडिमेंटेशन कोफीजियन की जो यूनिट होती है उसको हम कहते हैं वैडबर्ग यूनिट क्या होता है वैडबर्ग यूनिट इसमें S भी दिख रहा होगा बट मैं आपको बताओ S जो होता है वो साइल velocity inside a centrifugal field एक centrifugal field में जो, किसी भी centrifugal field में जो sedimentation velocity होती है, उसकी जो value होती है, उसको किस unit में measure करते हैं, उसको हम measure करते हैं, bedwork units में, आपको याद होगा, ribosomes हमने पढ़ा था, ribosomes में हमने कहा था, prokaryotic ribosomes और eukaryotic ribosomes prokaryotic ribosomes जो हैं, वो हलके होते हैं, इसलिए हम उनको कहते हैं 70S S is bedwork ठीक है? और वहीं जो eukaryotic की बात कर रहे थे उसको हम कह रहे थे ATS Why? क्योंकि ATS जो eukaryotic ribosome होता है वो heavy होता है वो उससे ज़्यादा बड़ा होता है ठीक? तो हमारा कहने का एक और मतलब है यहाँ पे आप ये जाने ये एक relation आप समझियेगा कि if the particles have highest sweatberg unit that means have higher velocity and inside the centrifugal force अगर particles जो हैं उनका sweatberg unit जादा है तो इसका मतलब कि उस particles पर उस centrifugal field के अंदर velocity भी उसकी जादी होगी क्या है? if the particles have highest sweatberg unit that means have higher velocity इसका मतलब कि उसकी velocity भी high है inside the centrifugal field centrifugal field के अंदर उसकी velocity भी कैसी है जादी है velocity जादी होगी तो क्या होगा? that is they tends to separate faster and have higher sedimentation coefficient तो उससे क्या होगा कि वो जल्दी separate होंगे separation rate जो है हवी molecules का बड़े molecules का वो जादा होगा और वो जल्दी क्या करेंगे separate हो जाएंगे उनका sedimentation coefficient भी जादा होगा और उनको क्या होगा low centrifugal force की ज़रूरत पड़ेगी जो molecules बड़े हैं उनका sedimentation coefficient भी जादा है sedimentation coefficient जादा है तो वो जो centrifugal area बना हुआ है वो जो centrifugal field हुआ है जहां पे centrifugal force लग रहा है तो उसमें क्या होगा molecules में क्या होगा centrifugal force जो लगाना है वो भी कम लगेगा और ये क्या करेंगे जल्दी separate हो जाएंगे अब just इसका उल्टा अगर particle छोटा है तो उसका wet bug unit भी छोटा होगा wet bug unit छोटा है तो centrifugal field में उसकी velocity कम होगी उसकी velocity कम होगी तो उसका separation rate भी कम होगा लगाने पड़ेगा इसलिए जो छोटा particles होता है वो ऊपर ही रह जाता है और जो heavy particles है वो जल्दी से जा करके settle down हो जाते हैं clear हुआ तो हो गया होगा भाई नहीं हुआ तो भी कोई दिक्कत नहीं है आप कमेंट वॉक्स में कमेंट कर सकते हो जो भी आपको प्रॉब्लम आ रही है जो भी चीजें आप चाहते हो जो भी चीजें आप पढ़ना चाहते हो कुछ भी करना चाहते हो जो भी चीजें आप चाहते हो आप उसको हमारे कमेंट वॉक्स में कमेंट कर सकते हो ठीक अब देख लेते हैं क्या-क्या कंपोनेंट्स प्रेजेंट होते हैं इस मशीन में मशीन के बारे में तो पड़ लिया कि मशीन इतना काम कर जो इतना काम कर रहा है उसके बारे में थोड़ा डिटेल में देख लेते हैं तो वही सारी चीजें होंगी क्या होगा एक बॉडी हो एक लिड या कवर होगा जो उसको प्रोटेक्शन प्रोवाइड करेगा ताकि वो बंद हो जाये तो चीजें ऐसा नहीं कि बंद करके सैंपल ट्यूब लगाकर घुमा दिया सैंपल ट्यूब वहाँ धाम मिल रहे हैं सैंपल ट्यूब उड़ नहीं तो उसके लिए क्या होता है cover या lid दिया होता है जिसको normal language में धक्कन कहते हैं एक धक्कन दिया होता है जिससे हम उसको बंद कर देते हैं और उसका एक control panel होता है उस control panel पे सारी चीजे mention रहती है time से लेके speed से लेके temperature से लेके on हो रहा है machine की off हो रहा है machine ये सारी चीजे power supply जिससे हम उसको ऑन ऑफ करेंगे तो आइए देखते हैं क्या है देखिए क्या है लाच ठीक है यह लाच क्या होगा यह नीचे आकर की जो फस जाएगा ठीक लिड्या कवर जो उसका धक्कन है एक तरीके से और यह वो चामबर है जिस चामबर में क्या है ट् यह सारे ट्यूब्स हैं जो हम सांपल डाल करके ट्यूब्स को उसमें ट्यूब होल्डर में फिट करें और यह हमारा क्या है कंट्रोल पैनल है हेड revolving disc containing sample holders on periphery and edges on rod head जो होता है वही वो revolving disc होता है जो revolve करता है घूमता है ठीक है containing samples holders जो sample holders को कंटेन किए होता है और वह एक रॉट से एडजस्ट होता है यह देखिए यह है आपका है यह है जो है इसी में यह चैंबर है जो यह है जो होता है वह एक रिवॉल्विंग डिस्क होता है जिसमें वह क्या करता है ट्यूब होल्डर्स को कंटेन किए होता है और यह रिवॉल्विंग डिस्क जो है वह किस पर सेट होता है एक रॉड पर सेट होता हैड जो है वह पूरा ऐसा घूमना स्टार्ट कर देता है क्या करता है पूरा घूमना स्टार्ट कर देता है है फिर बात आती है कवर की कवर बोले तो ढक्कन भाई अ protective covering used to cover the device device को sample डालने के बाद एक protective covering present होता है उसका धक्कन होता है, उसका lid होता है, उसका cover होता है जिससे हम क्या करते हैं, machine को बंद कर देते हैं sample डालने के लिए कि जब rotation इस start हो रहा है तो ऐसा न हो कि जो sample हमने tubes में डाला हुआ है बहुत तेज घूम रहा है तो निकलने की chances है कि निकल के फेका सकता है क्योंकि उस पे force तो लगी रहे हैं भाई टकन को बंद कर देते हैं लिड्स को कवर्स को बंद कर देते हैं फिर बात आती है सैंपल ट्यूब की सैंपल ट्यूब की हमने बात करें कि क्या होते हैं कि ग्लास के या फाइबर के बने हुए ट्यूब होते हैं उस पर रिजर्मेंट्स दिया होता है और यह ट्यूब को हम यूज किसले करते हैं सैंपल को डालने के लिए ट्यूब का हम यूज करते हैं ठीक फिर एक रॉड होता है एक लोहे की बनी रॉड जो मैंने उसमें आपको दिखाया था यह क्या करता है मोटर और हेड को कनेक्ट करने के का काम करता है, motor से head को connect करने के लिए इस rod का use आता है, यह rod क्या करता है, motor से head को connect के रहता है, तब ही क्या करता है, motor घूमता है, तो यह rod घूमता है, rod घूमता है, तो head भी पूरा घूम जाता है, ठीक, उसके बाद control panel होता है, control panel वही panel है, जिस पर सारी चीज़े mention रहेंगी, control panel have the switches by which we can turn off or on the machine, control panel पर switches होते हैं, जिन switch से हम machine को off या on पर switch होते हैं, और time set कर सकते हैं और उसका speed भी machine की set कर सकते हैं इसी control panel से हम, okay, अब बात करते हैं ये काम कैसे कर रहा है, इसका working क्या है, procedure क्या है machine का, ठीक है, ये काम कर रहा है, मसीन को जान लिया क्या कर रहा है, क्या इसमें इसके अलग पार्ट्स हैं, क्या इसके कंपोनेंट्स हैं, वो जान लिया, आप ये मसीन काम कैसे कर रहा है, इसके बारे में भी थोड़ी सी knowledge हम ले लेते हैं, ठीक, तो सबसे पहला step क्या होत जो बना रहे गा उसे भाई कुछ नहीं होना चाहिए कोई भी काम करने के लिए आपको माली जाए पुछ खरीदने हैं कुछ होगा क्या फंक्शन function है किस हिसाब से खरीदने वह आपका डिसाइड होगा तब ना तो उसी तरीके से कोई भी काम करने के लिए उसको कुछ बेस होना चाहिए तो हमें सैंपल को सैपरेट करना है तो सैपरेट करने के लिए एक सैंपल तो होना ही चाहिए तो सबसे पहला काम क्या करेंगे हम एक होमोजीनस सैंपल बनाएंगे फिर सबसे पहला काम क्या करेंगे एक होमोजीनस सैंपल बनाएंगे स्टेप वन प्रिपेयर और होमोजीनस सैंपल अब क्या करेंगे जब सैंपल बना लिया तो ट्यूब को लेंगे उस ट्यूब ट्यूब में सैंपल को पोर कर देंगे सैंपल को डाल देंगे स्टेप टू इस पॉर्ड सैंपल इंटू द सैंपल चूब सैंपल ट्यूब में सैंपल को हम डाल देंगे स्टेप थ्री इस क्या होगा सैंपल ट्यूब में डाला है सैंपल को अब उन ट्यूब उठाकर ट्यूब होल्डर में डालेंगे हम क्या है पूर्ड दी सांपल स्ट्यूब इंटू द सैंपल होल्डर आफ द हेड में जो सैंपल होल्डर बने थे उसमें ले जाकर के हम ट्यूब को डाल देंगे ट्यूब को डालने के बाद हम क्या करेंगे धक्कन को बंद कर देंगे ठीक बंद करने के बाद क्या करेंगे मसीन को ओन करेंगे ठीक है set the time of rotation and speed of motor by control panel और control panel से उसके time को कि कितने देर तक इसको हमको घुमाना है कितने देर तक कराना है centrifugation और क्या speed होनी चाहिए वो speed हम उस पर set कर देते हैं उसके बाद मसीन को ओन कर दिया अब वो घुमना start करेगा घूमना स्टार्ट करेगा तो आपको कुछ नहीं करना है वाशिंग मसीन कोई ध्यान में रखो आप अभी भी जब वो घूमना स्टार्ट करता है वाशिंग मसीन तो क्या करता है पहले ऐसे घूमता है धीरे फिर स्पीड बढ़ाते बढ़ाते खुपते जगूमने लगता है और फिर पूरा रुक जाता है तो सेम वैसा ही यहाँ पर भी होगा सेम वैसा ही यहाँ पर भी होगा अब टू स्विच ऑन मशीन स्टार्ट स्लोली रोटेटिंग एंड आफ्टर समझ देश पीड़ विल इंक्रीज एंड आफ्टर कंप्लीशन द टाइम द स्पीड अब मशीन स्लोज डाउन एंड एट लास्ट द मशीन विल स्टॉप जैसे ही मशीन को स्विच ऑन करेंगे तो क्या होगा धीरे-धीरे घूमने टाइम बीतेगा वह अपनी स्पीड को खुब तेज कर लेगा खुब तेज से घूमने लगेगा और जब उसको रुकना होगा जब अपना काम कर लेगा तो भी वह क्या करेगा पहले थोड़ी सी स्पीड कम होगी थोड़ी कम होते एक टाइम आएगा कि मशीन जो होगा वह अर्थ रोक जाएगा जैसे मिक्सिटर का जार भी होता है जब हम बंद कर देते हैं जार को तो वह दिरे-दिर कम होते फिर वह रुकता है टाइम आता है तो ठीक फिर हम क्या करेंगे जब मशीन रुक गया तो फिर सर ढक्कन को खोलेंगे सैंपल ट्यूब्स को निकालेंगे और उसको हम ऑफजर्व कर लेंगे क्या है टेक आउट दी सैपरेट इन मैटेरियल्स एग्जामिन इट केरफुली और उसको हम केरफुली एग्जामिन कर लेंगे ठीक है जब हम उसको बाहर निकालेंगे तो हमें ऐसा ही कुछ मिलेगा यह साम्पल ट्यूब है उसमें क्या होगा जो नीचे चीजे बैठ जाएंगे उसको हम कहते हैं पैलेट और ऊपर जो रहेगा उसको हम कहते हैं सूपर नेटेंट लिक्विड क्या कहते हैं सूपर नेटेंट लिक्विड है ऊपर जो रहेगा वो सूपर नेटेंट लिक्विड और जो चीजे सेडिमेंट हुई रहेंगे जो बैठी रहेंगे उनको हम कहते हैं पैलेट ठीक यह देखिए क्या हो रहा है पहले हम होमोजिनाइजेशन कर रहे हैं किसी भी च देखिए 30 मिनट का time set किया गया और कितने RPM पे हो रहा है 3500 RPM पे हो रहा है जब ये सारी चीजे हो जा रही है तो देखिए एक sedimentation मिल जा रहा है और supernatant liquid हमें मिल जा रहा है कहने का मतलब है इस तरीके से चीजे separate हो जाएंगी और हमारा aim जो है scientification का जो aim है वो यही है कि जो भी molecules हैं उनको उनकी density के according separate कर दिया जाएं ठीक फिर बात प्रति है फैक्टर्स की कि क्या कुछ फैक्टर्स हैं जो हमारी सेंटिफिकेशन को अफेक्ट कर रहे हैं तो सबसे बड़ी बात तो हो जाएगी साइज की हमने कहा पार्टिकल्स की साइज जितनी बड़ी साइज होंगी वो उतना जल्दी सैटल डाउन होती है होती है तो पार्टिकल साइज का पार्टिकल जो होता है इसको कहें तो यह क्या होता है डायरेक्टली प्रोपोर्शनल डायरेक्टली और इनवर्सली प्रोपोर्शनल का एक रिस्ता होता है जैसे क्या होता है यह हो गया डायरेक्टली प्रोपोर्शनल और इनवर्सली प्रोपोर्शनल जो लिखना होता है तो हम इसको कहते हैं ऐ एग्जांपल पढ़ा होगा टेंट फेगर में कि हम क्या करते हैं फोर्स वाले चैप्टर में एक एग्जांपल पढ़ते हैं कि एक लेडी जो है वो क्या कर रही है सूज पहनी हुआ है एक लेडी में हील पहना हुआ है तो हील वाली लेडी को शूज वाली लेडीस को हम क्या जो हील पहनी होगी जो शूस पहनी होगी वो तो आराम से मस्त अपना चली जाएगी क्यों भाईया क्यों क्योंकि इसका एरिया जो है ये बहुत कम है एरिया कम है तो फोर्स ज्यादा लगेगा ठीके कहते हैं pressure is equal to force upon area तो area जो है वो pressure के क्या होता है inversely proportional होता है तो area जब कम है तो pressure यहाँ पे ज़्यादा लगेगा तो वो धस जाएगी ठीक तो inversely proportional कहने का मतलब है जिसका उल्टा रुस्ता हो और directly proportional कहने का मतलब जिसका सीधा रिस्ता हो, तो जितना ज़्यादा particle का size होगा, वो उतना आसानी से उतना जल्दी ही sediment हो जाएगा, density की भी बात कर ले, तो जिसकी density जितनी ज़्यादी होगी, वो उतना heavy होगा, उतना heavy होगा तो उतनी असानी होगा, इस पीड़ की बात करें तो जितना ज्यादा स्पीड होगा जो हमारा प्रोसेस है वह उतना जल्दी उतना अच्छे से कंप्लीट होगा तो इसकी बात कर ले तो यह भी डायरेक्ट प्रोपोर्शनल हो गया डिस्टेंस की बात करें या पांट आफ रोडेशन की बात करें तो यह भी जितना ज्यादा होगा और हमारा काम भी उतना जल्दी होगा विस्कॉसिटी ऑफ सैंपल्स के अगर हम बात करते हैं तो यहां बिच कहानी उलट जाती है विस्कॉसिटी किसी भी सैंपल में जितनी जादी वो सैंपल जितना ज्यादा विस्कस होगा विस्कस बोले तो जैसे आप वाटर और ओयल ले लीजिए तो ओयल और वाटर को इसे सर्पेस पर गिराओ तो पानी क्या होगा वो जल्दी बह जाएगा लेकिन ओयल जो होगा वो धीरे क्योंकि उसमें विस भाईया इतना कुछ पढ़ा पूरी रामकता पढ़ दी तो इस रामकता का use क्या है हलाकि मैंने starting में ही बता दिया था कि इस रामकता का use क्या है हम dairy industries में, some laboratories में और industries वेगरम इसका use करते हैं for separation of two miscible liquids in laboratories and industries industries और laboratories में दो miscible liquids जो होते हों उनके separation के लिए हम किसका use करते हैं हम centrifugation का use करते हैं यूज़ पूरिंग द पैठोलोजिकल टेस्ट ब्लड टेस्ट सेपरेशन ऑफ कंपोनेंट और ब्लड टेस्ट वगैरह के लिए मैंने पहले बताया था कि इसका यूज करते हैं ठीक है फिर इसमें क्या होता है सीविस ट्रीटमेंट जो सीविस ट्रीटमेंट होता है वाटर वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम जो होता है उसमें कहते हैं डिफरेंट जो बड़े-बड़े कचड़े होते हैं उनको हम निकाल लेते हैं फिर इसको हम नेक्स्ट टैंक में डालते हैं नेक्स्ट टैंक में भेज कर क्या करते हैं वेट करते हैं उसके चीजों को सापरेट होने का जब वह सापरेट तो इस तरीके से हम इसका यहां भी यूज करते हैं और अ डेरी इंडस्ट्री में तो करेंगे भाई पूरी कहानी ही यहीं से शुरू हुई थी तो जब कहानी ही यहीं से शुरू हुई थी तो इसको हम नहीं छोड़ सकते इसको हम भूल नहीं सकते तो यहाँ पे इसका यूज रहेगा ही रहेगा तो यह था पूरा हमारा concept of sanctification के बारे तब तक के लिए थैंक यू