समास का टॉपिक
नमस्कार दोस्तों! MSSC notes में आपका स्वागत है। आज हम समास का टॉपिक पढ़ने जा रहे हैं।
समास का अर्थ
- समास का अर्थ होता है संक्षेप।
- हर परीक्षा में समास का विषय आवश्यक होता है।
समास के भेद
- अव्यय भाव
- तत्पुरुष
- कर्मधारे
- द्विगु
- बहुबृही
- द्वंद्ध
अव्यय भाव समास
- अव्यय में क्रियाविश्य, संबंध बोदक, समुच्चय बोदक आदि आते हैं।
- उदाहरण:
- प्रतिदिन
- यथा शक्ति
- रातों रात
- इसमें उपसर्ग या पुनरावृत्ति होती है।
तत्पुरुष समास
- कारण, कर्म, संप्रदान, अधिकरण आदि से संबंधित होता है।
- उदाहरण:
- गृहागत
- राजपुत्र
- धर्मयुक्त
कर्मधारय समास
- इसमें पहला पद विशेषण और दूसरा पद विशेषण होता है।
- उदाहरण:
- सुपुरुष
- महात्मा
- मंद बुद्धि
द्विगु समास
- जहाँ संख्या का विवरण होता है।
- उदाहरण:
- नवरात्र (नौ रातों का समूह)
- चौराहा (चार राहों का समूह)
बहुबृही समास
- जहाँ अर्थ किसी तीसरे शब्द को संदर्भित करता है।
- उदाहरण:
- लंबोदर (भगवान गणेश)
- नील कंठ (भगवान शिव)
द्वंद्ध समास
- जहाँ दोनों पद समान महत्व रखते हैं।
- उदाहरण:
निष्कर्ष
- समास की यह जानकारी आपकी परीक्षा में मदद करेगी।
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धन्यवाद!