भाई इंडिया में बिजनेस कैसे करते हैं इसकी इंस्पिरेशन जडियो से लेनी चाहिए जिसको ऑफकोर्स टा ग्रुप ऑफ कंपनीज ओन करती है 2016 में सिर्फ एक ऑफलाइन रिटेल स्टोर के साथ इसकी शुरुआत हुई थी बैंगलोर में और आज 2024 में इसके 545 ऑफलाइन रिटेल स्टोर्स है पूरे इंडिया में टियर टू टियर थ और टियर फोर सिटीज के अंदर सिर्फ 8 साल में इतनी ग्रोथ कैसे पॉसिबल है एक कंपनी के लिए जिसने ऑलरेडी पडेम झेला हो जुडियो पडेम में भी प्रॉफिटेबल थी बिजनेस टुडे के 2024 के रिपोर्ट के हिसाब से पूरे इंडिया में जयो के अंदर हर मिनट 90 टीशर्ट सेल होते हैं हर मिनट 90 टीशर्ट्स जयो का प्रॉफिट ग्रोथ भी इतना जबरदस्त है कि जयो ने 2018 में 144 करोड़ का बिजनेस किया था 2020 में 478 करोड़ का और 2021 में पडेम के वक्त 480 करोड़ का बिजनेस किया था 1050 करोड़ का बिजनेस किया था जयो ने 2022 के अंदर और इनका 2023 का रेवेन्यू 3252 करोड़ का है सोचने वाली बात यह है कि यह ब्रांड इतना नया है फिर भी इतनी तेजी से आगे बढ़ रहा है तो यह अपने कस्टमर्स को ऐसी क्या वैल्यू प्रोवाइड कर रहा है जिसकी वजह से इसकी ग्रोथ इतनी तेजी से हो रही है आइए इस वीडियो में यह जानते हैं कि जडियो की शुरुआत क्यों हुई थी कैसे हुई थी और इतने कम टाइम में यह बिजनेस इतना सक्सेसफुल कैसे बन गया लेकिन अगर आप चैनल पे नए हो तो प्लीज चैनल को सब्सक्राइब कर लीजिए और यह वीडियो अपने दोस्तों के साथ ज्यादा से ज्यादा शेयर कीजिए तो टॉपिक पे वापस आते हैं जयो की असली कहानी समझने के लिए हमें ईयर 1996 में जाना होगा जब [संगीत] टेड एय को सेल कर दिया था और लक में ब्रांड को सेल करने के बाद टा ग्रुप ने 1998 में एक रिटेल बेस्ड कंपनी बनाई जिसका नाम उन्होंने रखा ें लिमिटेड ें लिमिटेड टा ग्रुप की ही एक कंपनी है जो आज [संगीत] [संगीत] ने टा ग्रुप को जडियो खोलने के लिए एंकरेज किया और इतना सक्सेसफुल ब्रांड बना जयो ओपन करने की सबसे पहली स्ट्रेटेजी थी प्राइसिंग जहां पे बड़े-बड़े ब्रांचस जैसे कि वेस्ट साइड जारा एचएनएम टियर वन सिटीज के प्रीमियम कस्टमर्स को टारगेट करता है वहीं पे जडियो टारगेट करता है टियर टू टियर 3 और टियर 4 सिटीज के लोगों को वेस्ट साइड जरा और h&m की जो कपड़ों की प्राइसिंग होती है वो हर किसी के लिए अफोर्डेबल नहीं होती है वहीं पे इंडिया में जो मिडल क्लास और लोअर मिडिल क्लास की जो ऑडियंस है उनके लिए अभी तक ऐसा कोई स्पेसिफिक ब्रांड नहीं था जो वेस्ट साइड जरा h एनएम जैसे ब्रांड के डिजाइंस के कपड़े उनको उनके बजट वाले प्राइस में दे सके जयो ने यही प्रॉब्लम को आइडेंटिफिकेशन माइज होती होगी जयो एक टा ग्रुप ओन कंपनी है जिस जिसमें क्वालिटी कंप्रोमाइज करना मतलब ब्रांड को कॉम्प्रोमाइज करने जैसा है अब इससे जुड़ा और एक सवाल यहां पे आता है कि जयो अगर इतने सस्ते में इतनी अच्छी क्वालिटी के साथ अपने कस्टमर्स को फैशन ब्रांड के कपड़े प्रोवाइड कर रहा है अच्छे डिजाइंस के साथ फिर भी जयो पैसे कैसे कमा रहा है यही पे आती है जयो की स्ट्रेटेजी नंबर टू कोको मॉडल देखो फ्रेंचाइजी सिस्टम में तीन मॉडल होते हैं एक होता है कोको मॉडल कंपनी ओन कंपनी ऑपरेटेड जिसको कंपनी ही खोलती है कंपनी ही चलाती है दूसरा मॉडल होता है फफ मॉडल ओन फ्रेंचाइजी मॉडल जिसको कोई फ्रेंचाइजी पार्टनर खरीदता है और फ्रेंचाइजी पार्टनर ही उसको रन करता है और तीसरा मॉडल होता है फोको मॉडल जिसपे जयो काम करती है फ्रेंचाइजी ओन कंपनी ऑपरेटेड मॉडल मतलब जयो का कोई फ्रेंचाइजी पार्टनर उनके लिए जयो का स्टोर खोलता है और उसको रन किया जाता है जयो के थ्रू जयो का एक रिटेल स्टोर करने के लिए प्राइस लगती है ढ़ से ₹ करोड़ की जो फ्रेंचाइजी ओनर उठा लेता है और जडियो का स्टोर ओपन होने के बाद जितनी भी सैलरीज होती है जितने भी इन्वेंटरी के पैसे होते हैं वो सारे मैनेज होते हैं जयो के थ्रू अब जयो रन करने के बाद जितना भी प्रॉफिट आता है उसमें से कुछ परसेंट दिया जाता है फ्रेंचाइजी ओनर को जिसने यह स्टोर ओपन करके दिया है और बाकी का पैसा जाता है जयो को तो इस तरीके से z खुद भी पैसा कमाता है और z को जो खोलने वाला फ्रेंचाइजी पार्टनर है वो भी परसेंटेज के तौर पे पैसे कमा लेते हैं सिर्फ ऐसा नहीं है कि जयो सिर्फ f मॉडल की वजह से इतना प्रॉफिटेबल है सबसे पहले तो जयो खुद कपड़े मैन्युफैक्चर नहीं करता है जयो करता है प्राइवेट लेबल मतलब जयो के लिए कोई और मैन्युफैक्चरर कपड़े बनाता है और जयो उसपे अपना लेबल लगा लगा के कस्टमर को सेल करता है जिससे मैन्युफैक्चरिंग प्लांट उसमें वर्कर का खर्चा उसमें मैन्युफैक्चरिंग मटेरियल का खर्चा उसमें इक्विपमेंट का खर्चा सारा एलिमिनेट हो जाता है जिससे प्रॉफिट बनता है फिर है मार्केटिंग जयो की आपको आज तक कोई ऐसी ऐड नहीं दिखेगी जो आपने टीवी पे देखी हो youtube0 है कि जयो ब्रांड के लिए अभी तक कोई ब्रांड एंबेसडर तक नहीं है अब च लो मान लेते हैं जयो अपने कस्टमर्स को सस्ते में कपड़े देता है कॉस्ट कटिंग भी अच्छी कर लेता है लेकिन ऐसा क्या यूनिक है जयो में जो जयो इतनी तेजी से ग्रो कर रहा है यहीं पे आती है स्ट्रेटेजी नंबर तीन फास्ट फैशन ट्रेंड जयो सिर्फ फास्ट फैशन ट्रेंड पे फोकस करता है फास्ट फैशन ट्रेंड का मतलब होता है जो भी लेटेस्ट ट्रेंडिंग क्लोथिंग या एक्सेसरीज होती है जयो सिर्फ उन्हीं को अपने स्टोर्स में रख के सेल करता है पास्ट फैशन क्लोथिंग और एक्सेसरीज की वजह से जेंज और दूसरे एज ग्रुप के लोग भी काफी जल्दी अट्रैक्ट हो जाते हैं क्योंकि हर किसी को ट्रेंड में रहना या फिर ट्रेंडिंग क्लोथ या फिर ट्रेंडिंग एक्सेसरीज पहनना अच्छा लगता है और अगर कोई आपको सबसे सस्ता सबसे ट्रेंडिंग और बेस्ट क्वालिटी का प्रोडक्ट है तो आप भी उसको ओबवियसली लेना चाहोगे जयो की ये स्ट्रेटेजी है बहुत बेसिक लेकिन ये उन लोगों के लिए काफी इंस्पायरिंग है जो इंडिया में बड़े लेवल पे या फिर मिड लेवल पे भी अपना बिजनेस स्टार्ट करना चाहते हैं वीडियो आपको कैसा लगा कमेंट करके बताइए और यह वीडियो अपने दोस्तों के साथ ज्यादा से ज्यादा शेयर कीजिए चैनल को अभी तक अगर आपने सब्सक्राइब नहीं किया है तो प्लीज सब्सक्राइब कर लीजिए थैंक यू