इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंडक्शन का लेक्चर 3
मुख्य विषय: मोशनल इलेक्ट्रोमोटिव फोर्स (EMF)
1. परिभाषा
- मोशनल EMF का अर्थ है, जब कोई कंडक्टर (जैसे रॉड) एक मैग्नेटिक फील्ड में गति करता है, तो उसमें पोटेंशियल डिफरेंस उत्पन्न होता है।
2. फैराडे का नियम
- कंडक्टर के माध्यम से जब मैग्नेटिक फ्लॉक्स बदलता है, तो उसमें करंट इंड्यूस होता है।
- EMF का फॉर्मुला:
[
E = B \cdot V \cdot L
]
जहाँ:
- E = इंड्यूस्ड EMF
- B = मैग्नेटिक फील्ड
- V = गति की वेलॉसिटी
- L = कंडक्टर की लंबाई
3. विशेष स्थितियाँ
- सभी तीनों वेक्टर (B, V, L) एक-दूसरे के प्रति 90 डिग्री पर होने पर यह फॉर्मुला लागू होता है।
- यदि कोई दो वेक्टर एक-दूसरे के समानांतर हैं, तो EMF शून्य होगा।
4. इलेक्ट्रॉनों पर बल
- जब कंडक्टर में इलेक्ट्रॉंस मैग्नेटिक फील्ड में गति करते हैं, तो उन पर बल लगाता है:
[
F = Q \cdot (V \times B)
]
जहाँ Q इलेक्ट्रॉन का चार्ज है।
5. चार्ज का वितरण
- इलेक्ट्रॉंस की गति के कारण तीन अंतरों पर चार्ज का वितरण होता है:
- इलेक्ट्रिक फील्ड उत्पन्न होता है।
- ऊपर की ओर पॉजिटिव चार्ज और नीचे की ओर नेगेटिव चार्ज।
6. स्थिरता स्थिति (Steady State)
- एक समय पर, इलेक्ट्रिक फील्ड और मैग्नेटिक फील्ड के बल एक दूसरे के बराबर हो जाते हैं।
- तब कोई और इलेक्ट्रॉन नीचे नहीं जाएगा।
7. पोटेंशियल डिफरेंस
- पोटेंशियल डिफरेंस के लिए फॉर्मुला:
[
\Delta V = E \cdot L
]
जहाँ E = इलेक्ट्रिक फील्ड।
8. सामान्य केस का फॉर्मुला
- जब B, V, और L के बीच कोण होता है, तो EMF का फॉर्मुला:
[
E = V \times B imes cos(\theta)
]
जहाँ \theta = उन दोनों के बीच का कोण।
9. प्रश्न
- पाठ में दिए गए सवालों पर ध्यान दें और EMF की गणना करें।
- विशेष ध्यान दें कि किस प्रकार की स्थिति में EMF उत्पन्न होती है।
10. वेबसाइट और नोट्स
ये नोट्स प्रभावी अध्ययन के लिए तैयार किए गए हैं। ध्यान से पढ़ें और समझें कि कैसे EMF उत्पन्न होता है।