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कंपनी कानून का त्वरित अवलोकन

Hello guys, welcome back to our YouTube channel तो देखें मैं आपका दोस्त अब है आज आप लोगों के साथ लेकर आया है वीडियो जिसमें आज हम देखने वाले हैं जो भी दल्ली उनिवर्सिटी के student and semester 2nd के उन सभी के एग्जाम चल रहे हैं चाहें वो B.Com Honors course में हो या B.Com Program course में हो उन सभी के पास एक subject है का company law unit number 5 तक की एक one shot revision और सभी चीजें डिटेल में एक्स्प्लेन करता हुआ चलूंगा जिससे आपके एक्जाम में आपको उनके कोशियंस अटेंट कर पाएंगे तो बिना देर के शुरू करेंगे हम अपनी आज की वीडियो लेकिन उससे पहले अगर आपने अभी तक चैनल को सब्सक्राइब ना करा हो तो चैनल को जरूर सब्सक्राइब कर लें इस थाइप की और कंटेंट के लिए वीडियो को लाइ आपका इंट्रोडक्शन है का कंपनी लॉ सब्जेक्ट से सबसे पहले मीनिंग समझना है कंपनी होती क्या है कंपनी वॉलेंटरी एसोसिएशन ऑफ पर्थन फॉर्म टू अचीव सम कॉमन ऑब्जेक्टिव एवंग आ सेपरेट फ्रॉम इट्स मेंबर विद परपिछल एक वॉलेंटेरी एसोसिएशन होती है जब कुछ लोग मिलकर जिनका ऑफ़टेक्टिव कॉमन हो वह मिलकर एक ए एसोशियेशन वना लेवा उसे कंपनी का जाता है जो की सेपरेट होती है अपने मेंबर से इनकी परपेचुल सक्सेशन होती है इन सभी का मतलब अभी हम आगे देखेंगे कॉमन सील होती है और कैपिटरल डिविजिबल होती है इन नंबर और शेयर्स में जो कंपनी लोग के अंदर कंपनी की डेफिनेशन दिगई है वो दिगई है कंपनी मीन्स अ कंपनी फॉर्म नेंड रजिस्टर्ड अंडर देश एक्ट और एनी एक्जिस्टिंग कंपनी लोग मतलब 2013 ने उसके अंदर फॉर्म हुई है या जो प्रीवियस वाला कंपनी है 1956 वाला था उसके अंदर फॉर्म हुई है उसे आ जाता है कंपनी कंपनी की कैरेक्टरिस्टिक्स क्या होती है नंबर वन आता है आपका पर पिछले लिखले एंटिटी तो और इसे कंट्रोल कोडन करता है जो बोर्ड ऑफ डायरेक्टर होते हैं वह इसे कंट्रोल करते हैं सेकंड है आपका परपेट्रोल सक्षेशन का मतलब इट्स मेंबर में कम एंड गो बट कंपनी गे ओन गो ऑन फॉर एवर एंड रिमेन दी सेम एंटि अगर किसी मेंबर की death हो जाती है या वो insolvent हो जाता है तो उससे company बंद नहीं होती है, company पर कोई effect नहीं आता है. Next है artificial person, the company is an artificial person, it functions though its board of director. जो company है वो एक artificial person होती है, मतलब उसे parliament के जो act हैगा उसके अंदर बनाया जाता है, कोई natural birth नहीं होता है, इसलिए इसे artificial person का जाता है. और इसे मैनेज कौन करता है बोर्ड ऑफ डारेक्टर इसे मैनेज करते हैं नेक्स्ट टेक्स लिमिटेड लाइबिलिटी एनी परसंग के पार्टिसिपेट इन शेयर ऑफ कंपनी एंड ऑफ एन इनकोर्पोरेटेड कंपनी एंड लिमिट से लाइबिलिटी पर दिए एक्सटेंट ऑफिस पार्टिसिपेशन यह बोला गया है कोई भी मेम कंपनी का में बन सकता है और सरफ उसकी लाइबिलिटी उतनी होती है जिसने उसने जितनी उसने पार्टिसिपेशन के टाइम पर मतलब अब में बनते टाइम जितने लिए का होगा चाहिए शेयर लिए हो तो शेयर की अमाउंट तक अ या फिर अगर गैरेंटी दियो तो गैरेंटी के अमाउंट तक उसकी liability उतनी होती है उससे ज़्यादा liability नहीं होती है तो limited liability हो जाती है next है common seal the company has a separate legal existence under its own common seal जो company जैसे किसी person के signature उसके एक तरीके से authorize करते हैं कोई भी चीज उसी तरीके से company को अगर किसी चीज का authorization देना होता है तो वो अपनी common seal के जरिये देती है नेक्स्ट टोपिक हैगा जो आपकी स्लिवस में हैगा वो हैगा types of companies के बारे में पढ़ना है नमबर वन हैगा आपका private company है, private company means a company which has minimum paid up share capital as may be prescribed and restrict the right to transfer its share, limit the number of its member to 50, prohibit any invitation to public to subscribe for any securities. कोई भी private company कौन सी company होती है, वो company जिसकी minimum paid up share capital है, वो prescribed कर रखी हो, मतलब बताई गई हो, उसके अलावा उसके जो shares हैं, वो फ्रीली ट्रांसफरेवल नहीं होते हैं, मतलब हर किसी को शेयर से ट्रांसफर नहीं किया सकते हैं, जो मिनिमम नंबर होंगे, वो मैक्सिमम नंबर आफ मेंबर हैंगे, वो 50 हैगा, 50 से ज़्यादा मेंबर नहीं हो सकते हैं प्राइवेट कंपनी में, और नहीं वो पब्लिक से नेक्स्ट टेक आप अब लिखांग नियुक्त प्राइवेट कंपनी ऐसी कोई भी कंपनी जो प्राइवेट कंपनी नहीं है वह पब्लिक कं नेक्स्ट टाइप आता है गॉर्मेंट कंपनी और गॉर्मेंट कंपनी मीन्स एनी कंपनी विच इस नॉट लेस्ट देन 51% ओफ पेड़ अप शेयर कैपिटल हेल्ड वाइ सेंटरल गॉर्मेंट स्टेट गॉर्मेंट और बोथ दी गॉर्मेंट गॉर्मेंट कंपनी कौन सी कंपनी होती है ऐसी कोई भी कंपनी जिसमें 51% या उससे ज़्यादा का शेयर कैपिटल किसका हो या तो स्टेट गॉर्मेंट ने ले रखा हो या सेंटरल गॉर्मेंट ने या दोनों ने हाफ आफ ले रखा हो गॉर्मेंट का इन� तो फिर उसे गॉर्वर्मेंट कंपनी कहा जाता है नेक्स्ट आती है फॉरन कंपनी इट मीन्स एनी कंपनी इंकॉर्परेट इट आउटसाइड इंडिया विच है इस्टेबलाइज प्लेस ओफ बिजनिस इन इंडिया ऐसी कोई भी कंपनी जो की इंडिया से बाहर इंकॉर्परेट हुई है उसे फॉरन कंपनी कहा जाता है वन परसन कंपनी इस एक कंपनी इन विच होल शेर केबिटल इस हेल्ड बाया सिंगल इंडिविजुअल ऐसी कोई भी company जिसमें पूरी की पूरी share capital सरफ एकी person के पास हो उसे कहा जाता है 1% company next type है small company तो section 2 sub section 85 of companies act 2013 define a small company small company means a company other than public company कोई भी public company small company नहीं हो सकती है other than public company small company आती है जिसकी paid up share capital हो वो कितनी हो पचास लाग से कम हो और ज़्यादा सी ज़्यादा कितनी हो सकती है दस करोड तक हो सकती है उसके अलावा जिसका टर्न ओवर कितना हो दो करोड से रुपे से लेकर के दोसो करोड रुपे तक का वो वन हंड़ करोड रुपी तक का टर्न ओवर हो सकता है तब उसे स्मॉल कंपन नेक्स्ट आती है associate company, associate company in relation to another company means a company in which that other company has a significant influence, कोई भी ऐसी company जिसमें किसी दूसरी company की significant influence हो, उसे associate company कहा जाता है, significant influence क्या होती है, अभी आपको पता लगेगा, देखिए, but which is not a subsidiary company of the company and include joint venture, लेकिन जो associate company होनी चाहिए, वो किसी की subsidiary नहीं होनी चाहिए, और इसमें जोइंट वेंचर को इंक्लूड किया जाता है अब देखें सबसे पहले सिग्निफिकेंट इंफ्लुएंस क्या होती है means control of at least 20% of total voting power और control of participation in business decision under an arrangement सिग्निफिकेंट इंफ्लुएंस का मतलब यह होता है कि अगर किसी एक कंपनी ने दूसरी कंपनी में 20% या उससे ज़्यादा की voting power को control कर रखा है लेकिन वो 50% से कम है तो उसे significant influence का जाता है और जिस company की shares को control कर रखा है उस company को associate company का जाता है The expression joint venture means a joint arrangement whereby the party that have joint control of arrangement have right to net assets of the arrangement Joint venture क्या होता है जिसमें दो company या दो association of person मिलकर कि एक जॉइंट कंपनी बना लें उसे कहा जाता है जॉइंट वेंचर तो इसमें जॉइंट वेंचर को इंक्लूड किया जाता है नेक्स्ट आता है डॉर्मेंट कंपनी डॉर्मेंट मिस इन एक्टिव और इन ऑपरेटिव डॉर्मेंट का मतलब क्या होता है इन एक्टिव यह जो चीज एक्टिव नहीं है या ऑपरेटिव नहीं है इट्स गुड टो इस्टेट अ कंपनी फूचर एक्टिव ट्रांडेशन तो ऐसी कोई भी कंपनी जो किसी फूचर प्रोजेक्ट के लिए बनी है मतलब अभी वह कोई भी transaction नहीं कर रही है future में आने वाले समय में वो company form हो चुकी है लेकिन work करना किसी आगे अगली date को start करेगी अभी उसने work करना start नहीं कर रखा है तो ऐसी कोई भी company होती है उसे dormant company का जाता है next है association for not for profit तो इसमें कौन थी company आती है वो company जो section 8 companies कहलाती है आपने नाम सुनाओगा section 8 company तो उन्हें ही कहा जाता है association for not for profit तो सेक्शन एट ऑफ कंपनी जैक्ट विच डिल्स विच सेंटरल गवर्नमेंट थोड़ी परमिशन टू चेरिटेबल कंपनी ऑन विच चेरिटेबल ऑब्जेक्ट टू वी रजिस्टर्ड एड लिमिटेड कंपनी अंडर देश सेक्शन तो यह कौन सी कंपनी फॉर्म होती है चेरिटेबल ऑब्जेक्ट के लिए मतलब किसी भी चीज को प्रोमोट करने के लिए जब यह चीज फॉर यह कंपनी फॉर्म होती है अब क्या-क्या चीजें प्रोमोट कर सकते हैं तो आर्ट कॉमर्स साइंस या फिर कोई भी स्पोर्ट को किसी भी education को इन सारी चीजों को जब promote करने के लिए कोई company form होती है तो section 8 company या फिर association not for profit organization कहा जाता है इनको permission कौन देता है इनको central government permission देती है कि ये form हो सकती है ये सरफ अपना जो भी profit होगा वो किस लिए use करेंगी इन सारे charitable object को promote करने के लिए अपने profit को use करेंगी next आती है आपकी illegal association तो no association of party partnership consisting of more than such number of person as may be prescribed shall form for the purpose of carrying on business illegal association में कौन सी companies आ जाती हैं वो company जिनकी maximum limit describe करी गई है member की और उससे ज़्यादा member हो जाते हैं उस company में तो फिर उस company को आपके illegal association का नाम दे दिया जाता है ठीक है यह हो गए आपके types of companies next concept जो आपको इस syllabus में given हैगा वो हैगा lifting of corporate wheel तो लिफ्टिंग आफ कॉर्परेट वील को समझने से पहले आपको समझना होगा कि कॉर्परेट वील होती क्या है तो मीनिंग आफ कॉर्परेट वील देखिए अ कमपनी इस अ सेपरेट लीगल एंटिटी एंड अ कॉर्परेट वील इस अ कार्टेन बिट्विन कमपनी एंड पर्दे का काम करती है किसके बीच में कंपनी के और उसके मेंबर के बीच में मतलब मेंबर्स को छुपा कर रखती है क्लियरली नहीं पता लगने देती सभी को कि इस कंपनी के मेंबर कौन कौन है तो उस कंसेप्ट को का जाता है कॉर्परेट वील कॉर्परेट वील एक लीगल कंसेप्ट है कि क्या करता है कंपनी को उसके मेंबर से डिफरेंट कर देता है और किसी को भी पतना पता नहीं लगने देता है कि इस कंपनी के पीछे कौन-कौन मेंबर्स हैं सम मेंबर्स ऑफ कंपनी समटाइम इंडल्ज इन फ्रॉडलेंट एक्टिविटी एंड देर इंजेनिविटी डेसोनेस्टी लेट देम टेक एडवांटेज कई बार क्या होता है कुछ मेंबर जो होते हैं वह इसी चीज का फायदा उठा लेते हैं और कंपनी के बीवा फर फ्रॉड कर लेने लगते लेकिन ऐसा नहीं होता है, यही cases होते हैं, जब जब company की corporate wheel को lift किया जाता है, तो जब भी कोई member किसी भी fraudulent या dishonesty वाली activity में involved होगा, तब तब company की corporate wheel को lift किया जा सकता है, अब कुछ cases बताये हैं, कब कब lift किया जाता है, देखिए doctrine of lifting of corporate wheel, तो number one आता है determination of character of a character, और नेचर आफ कंपनी तो इन केस इट इडेंटिफाइड देर कंपनी इज ऑन बाई एनिमीज ऑफ दी कंट्री देन द कोर्ट लिफ्ट द कॉर्परेट विल पहला क्या बताया है जब हमें कंपनी का कैरेक्टर पता करना हो कि इसके पीछे मेंबर कौन-कौन है तो कई बार क् उसको कहा जाता है और जो उसके लोग होते हैं उन्हें एक तरीके से एनिमी मना जाता है तो अगर वही उस कंट्री के ही लोग किसी कंपनी के पीछे हैं और वो काम कर रही है हमारे देश में तो फिर इस चीज को जानने के लिए जो गॉर्मेंट है या कोर्ट है वो कॉर्परे तो इनकेस दा कोर्ट में ब्रेक दा कॉर्परेट शैल ऑफ कंपनी इट इस फाउंड देट कंपनी इस फॉर्म्ड फॉर दी परपास ऑफ इवेजन ऑफ टैक्स क्या होता ह रेवेन्यू बचाने की कोशिश करती है जिससे उनका टैक्स कम हो जाए तो गॉर्वर्मेंट ही एक्चुअली में जानने के लिए कि एक्चुअल में कितना रेवेन्यू है और क्या सच में कोई टैक्स बचाया जा रहा है इसे जानने के लिए गॉर्वर्मेंट क्या कर सकती ह statutory obligation by a person क्या होता है कई बार company क्या करती है कुछ जो legal laws यह है या कोई भी obligation है मतलब जो उनकी liability है उसे मानने से मना कर देती है तो government उस case में court उस case में क्या कर सकती है corporate will को lift कर सकती है और यह देख सकती है कि क्या सारी obligation fulfill की जा रही है या नहीं fulfill की जा रही है next एक avoidance of welfare legislation तो court will not परमिट रिस्टोरिंग टू डिवाइस और इनकॉर्पोरेशन ऑफ कंपनी टू वेलफेयर लेजिस्ट्रेशन अब क्या है कंपनीज को कंपल्सरी होता है कि उन्हें कुछ लोगों के वेलफेयर के लिए काम करना कंपल्सरी होता है लेकिन कई बार कंपनी क्या करती है कॉर्परेट विल को देखने में रखते हुए इन सभी चीजों से बसती रहती है तो उस केस में भी कोर्ट क्या कर सकता है कॉर्परेट विल को लिफ्ट कर सकते हैं और देख सकते हैं कि क्या सारी ऑफ लिगेशन जो वेलफेयर रिलेटेड है वह की जा रही है या नहीं की जा रही है next ये गा diversion of business opportunity तो where a company is to divert the business of another company then the corporate wheel is lifted अगर कोई company अपने business को divertify करना चाती है तो उस case में उसकी corporate wheel को lift करना पड़ता है ये app की name है formation and incorporation document सबसे पहले formation of company क्या होता है तो formation means establishment of क्या होता है formation का मतलब किसी एक corporate body को stabilize करना किसी एक person के द्वारा या फिर कुछ group of people के द्वारा जिसे कहा जाता है association of people किसली है या तो किसी commercial activity के लिए किसी non commercial activity के लिए government के approval के बाद तो उसे कहा जाता है formation of a company stages क्या क्या होती है formation की number one आता है promotion of a company the promotion of company refers to all those steps which are taken from time to time 4. From the time of having an idea of starting a company to the time of actual starting of company business प्रमोशन आफ कंपनी का मतलब क्या होता है जब से आपके मन में आईडिया आया कि हमें कोई कंपनी स्टेबलाइज करनी है तब से लेकर जब तक बिजनेस स्टार्ट नहीं हो जाता है तब तक का जो टाइम पीरियड होता है उसे का जाता है कंपनी का प्रमोशन तब से आपके मन में आईडिया आता है जब से आपके मन में आईडिया आता है बिजनेस स्टार्ट करने का और जो सारे नेसेस्री स्टेब लिखता है उसको फॉर्म करने के उसे का जाता है प्रमोशन नेक्स्ट स्टेप होता है registration and incorporation of a company. तो if the company is formed as a public company, any 7 or more person associated for any lawful purpose may form the same getting it registered with ROC. A company is to be formed as a private company and 2 or more person may get the same registered. रजिस्ट्रेशन एंड इंकॉर्पोरेशन के लिए क्या ज़रूरी होता है अगर कोई परसन पब्लिक कंपनी क्रिएट करना चाहता है तो उसे साथ या साथ से ज़्यादा लोग मिलकर उसे रजिस्टर करवा ले आरोसी के पास रजिस्टर आर ऑफ कंपनी के पास तो वो कंप कि नेक्स्ट आता है कमेंस्मेंट ऑफ बिजनेस तो आप अ कमपनी कम इंटू एक्जिस्टेंस वेन इट रजिस्टर एंड सर्टिफिकेट ऑफ इनकोरपोरेशन इशूड बाय रजिस्टर ऑफ कमपनी देर अफ्रेड अ कमपनी बिकम इंटाइटल टू कमेंस बिजनेस कमेंस्मेंट ऑफ बिजनेस कब से होता है तो जब कमपनी अपने आपको रजिस्टर के पास रजिस्टर करवा देती है और जो रजिस्टर ऑफ कमपनी है वह रजिस्टर इनकोरपोरेशन डॉक्यूमेंट जिसे कहा जाता है certificate of incorporation issue कर देता है उसके बाद से company अपना business start कर सकती है ठीक है नेक्स्ट आता है आपका एडवांटेज क्या होते हैं किसी भी परसन को किसी कंपनी को इंकॉर्परेट क्यों करवाना पड़ता है तो नंबर वान आता है कॉर्परेट एक दिस्टेंस हो जाती है मतलब जो कंपनी है वो अपने मेंबर से अलग हो जाती है मेंबर्स की लाइब subscribe कर रखा है जितनी amount का उतनी उनकी liability रह जाती है, next एक transferable share, तो share in a company can be transferred easily without the consent of other member, और अगर कोई person अपनी shares को transfer करना चाता है, तो फिर वो easily transfer कर सकता है, इसके अलवा perpetual succession, तो a company क्या हो जाता है, perpetual succession होती है, मतलब फिर उसमें member आते रहते हैं, जाते रहते हैं, लेकिन उससे company की उसके अलावा management, management of company can be vested in professional and member of company can appoint capable person, जो management है वो से फिर कौन करता है company का, कुछ professional लोग जिनने का जाता है, board of director वो company को समालते हैं, जो कि किस के दोरा appoint के जाते हैं, member के दोरा appoint के जाते हैं, next एक capacity to sue and be sued, a company being a body corporate can sue and sued in its own name, अब उस incorporation होने के बाद company किसी के ऊपर भी case file कर सकती है, company के ऊपर कोई भी case file कर सकता है, ठीक है, इसलिए कंपनी का incorporate होना ज़रूरी है फिर एगर disadvantage of non-registered company तो अगर कोई company register नहीं करवाती है अपने आपको तो फिर उसके पास क्या-क्या disadvantage हो जाते है number one, when it is not registered, it cannot see or not see in its own name अगर कोई company register नहीं है तो वो किसी का इसके ऊपर केस फाइल नहीं कर सकती कोई उसके ऊपर केस फाइल नहीं कर सकते सेकंड नेट कैन नोट सेल और असेन मॉर्केज और इमोवेबल प्रोपर्टी विदाउट ऑप्टेइनिंग द एप्रूवल ऑफ जनरल बड़ी वाइज पेशल रिवालूशन वह ना था डाइवर नो नेजिस्टेड कंपनी नाइटर प्रोस्पेक्टर को एक उड़ बी शूट नॉर्ग पूड़ कैपिटल के बी ऑप्ट अगर कोई नोटेज टेड कंपनी है तो वह ना तो प्रोस्टेक्टर इशू कर सकती है और नाई जनरल पब्लिक से ऐसे सब्सक्राइब करवा सकती है मतलब शेयर इशू को नहीं कर सकती कोई नोटेज टेड कंपनी त तीन disadvantage होगे, fourth है का the liability of member is unlimited, each and every member will be jointly and severally liable for company's debt, अगर कोई non-registered company है तो उस case में जो member होते हैं उनकी liability unlimited होती है और जितना भी company का debt होगा उसके लिए वो severally और jointly liable होते हैं, तो ये चार disadvantage है अगर कोई company register नहीं करवाती है अपने आपको, फिर आता है next topic जो आपको करना है memorandum of association क्या होता है तो देखें सबसे पहले इसको समझते हैं इसकी जो definition दिया act में वो दिया है memorandum means memorandum of association of a company as originally framed as a altered from time to time in perseverance of any company's law or this act memorandum क्या होता है memorandum means का मतलब होता है memorandum of association जो की हमने बनाया हुआ है और उसे time to time हम amend करते हुए आ रहे हैं ने मेमोरेंडम ऑफ एसोचेशन इस डॉक्यूमेंट विच कंटेन रूल रिगाल्डिंग अंचिटीटीशन एंड एक्टिविटीज और ऑब्जेक्ट ऑफ कंपनी मेमोरेंडम में क्या होता है रूल्स होते हैं रेगुलेशन होते हैं किस चीज से रिलेटेड कंपनी के ऑब्जेक्ट से रिलेटेड इट एड फंडामेंटल चार्टर ऑफ कंपनी इट रिलेशन टूवर्ड दी मेंबर एंड आउटसाइडर आई डेटर्मिन्ड बाय दिस इं कंपनी के जो मेंबर हैं और जो कंपनी के बाहर के लोग हैं इन दोनों के बीच में डिलिंग करने के लिए जो डॉक्यूमेंट होता है उसे कहा जाता है मेमोरैंडम ऑफ एसोशियेशन अगर कोई पर्सन कंपनी का कोई पर्सन या कंपनी इसकी power से beyond जितनी power memorandum है define की गई है उससे beyond जाकर कोई भी काम करती है तो फिर उसे ultra wire का नाम दे दिया जाता है और वो void हो जाता है वो जो भी काम करेगी चाहे company करे चाहे कोई member करे The memorandum of association define the extent and power of companies Simply लाश्ट लाइन में दिया इसका मतलब मेमोरेंडम में क्या होता है इसमें आए कंपनी की पावर के बारे में बताया जाता है कि कितनी पावर कंपनी यूज कर सकती है और क्या क्या इसकी पावर होती है उसके अगर बार जाकर कंपनी कोई भी काम करती है तो वो वॉइड हो ज Content of Memorandum of Association Memorandum के अंदर क्या क्षीजे दी गई होती है Number 1 होता है आपका Name Clause Name Clause में क्या दिया होता है Company का नाम क्या है इसको ये किसी और name से match तो नहीं कर रहा है Company के name से related सारी information होती है Second होता है Registered Office of the Company जिसे का जाता है Registered Office Clause इसमें क्या होता है एक Company का Registered Office होना जरूरी है जहांपर भी Company अपने सारे Business से related जो main काम है जितने भी document होंगे वो registered office में रखे जाते हैं तो registered office clause में वो जगे बताई जाती है जहांपर company का registered office situated होता है third आता है आपका object clause, object clause का मतलब होता है इस clause के अंदर ये बताया गया होता है कि company किस purpose के लिए form हुई है, क्या activities company करना चाती है next है capital clause, capital clause में क्या होता है इसमें company की capital के बारे में मतलब कंपनी कितनी capital authorized है उसे कंपनी कितनी issue कर चुकी है और कितने उसकी paid up capital वगैरा है यह सारी चीजें इसमें दी गई होती है next एक liability clause liability clause में क्या होता है आपका कि company के जो members हैं उनकी liability कितनी है यह सारी चीजें given होती है फिर आता है subscription और association clause इसमें क्या given होता है आपका company ने कि कितनी capital subscribe हो रखी है ये सारी चीजे इसमें subscription clause में given होती है total 6 clause होते है memorandum of association के ये 6 के 6 आपको पता होने चाहिए क्या चीजे होती है इनमें अब जो next topic है आपका वो है एक important topic alteration of memorandum of association अगर memorandum of association को आपको alter करना है मतलब उसमें कोई भी change करना है alteration का मतलब होता है कोई भी अगर आपको change करना है तो वो change आप कैसे कर सकते हैं? तो देखिए उसके लिए alteration of name clause सबसे पहले अगर आपको company के name में कोई change करना है तो उसके लिए अगर आपको memorandum में change करना है तो क्या process होता है? A company may later change its name at any time the only requirement is that change must be by passing special resolution and by obtaining the approval of central government in writing क्या बोला गया है कोई भी कंपनी अपना name change कर सकती है किसी भी time बस उसे special resolution pass करना पड़ेगा और इसके बारे में central government से approval लेना पड़ेगा कि हाँ हम अपना ये name change करना चाते हैं the change of name must be communicated to the registrar of company within 30 days अब एक बार अगर approval मिल जाता है government का तो company को, registrar of company को बताना पड़ेगा कि हाँ हमने name change कर लिया है 30 दिनों के अंदर अंदर ये बताना होगा. On such communication, it becomes the duty of registrar to enter the new name in register of company and to issue a fresh certificate of incorporation with necessary alteration. अब एक बार कंपनी ने रजिस्ट्रार आफ कंपनी है गांव से बता दिया कि हमने यह नेम चेंज करें तो यह रजिस्ट्रार की डूटी हो जाती है कि वह उस नेम को चेंज करें और कंपनी को एक न्यू इनकोर्पोरेशन सेटिफिकेट इशू फिर एक एल्टरेशन ऑफ रजिस्टर्ड ऑफिस क्लोस अगर कंपनी अपना रजिस्टर्ड ऑफिस चेंज करती है उसके लिए अगर एल्टरेशन करना है मेमोरेंडम में तो उसका क्या प्रोसीजर होता है तो पहला पॉइंट है इसमें चेंज ऑफ रजिस्टर्ड ऑफिस फ्रॉम वन प्लेश टू अनाधर विदेन दे सेम सिटी अगर कंपनी अपना रजिस्टर्ड ऑफिस चेंज करना चाती है सेम सिटी के अंदर एक जगे से दूसरी जगे शिफ्ट करना चाती है तो दाउनली र तीस दिनों के अंदर अंदर उसे इसके बारे में बताना होगा बाकी और कुछ करने की ज़रूरत नहीं है सेकिन्ड एक चेंज आफ रेजिस्टेड ओफिस प्रॉम वन सिटी टू अनदर विदिन दी सेम स्टेट क्या बोला गया है अगर कंपनी अपना रेजिस्टेड ओफिस एक ही स्टेट के अंदर एक सिटी से दूसरी सिटी में चेंज करना चाती है तो अगर एक city से दूसरी city में ले जाना चाती है तो company को क्या करना पड़ेगा special resolution पास करना पड़ेगा और उसके बारे में ROC को बताना पड़ेगा 30 दिनों के अंदर फिर एक change of registered office from one city to another such change is registered company of company may be made by बाइपासिंग स्पेशल रिजॉलूशन एंड ऑप्टेनिंग दा कंफर्मेशन ऑफ कंपनी लॉब बॉर्ड यह यहां पर वन सिटी हो गया है वन सिटी की जगह वन स्टेट तो उठ तो अनदर स्टेट आएगा यहां पर अगर एक स्टेट से दूतरी नेक्स्ट है का आपका alteration of object clause, अगर company अपने memorandum में object clause में change करना चाती है, मतलब जिस purpose के लिए company form हुई थी उसे change करना चाती है, तो the company may change its object by passing special resolution and obtaining the confirmation of company law board, तो special resolution पास करना पड़ेगा और जो company law board है उसका approval लेना पड़ेगा, ठीक है? तो यह तीन क्लोजों के बारे में आपको बता दिया अगर आपको इनका एल्टरेशन करना है बाकी का जो एल्टरेशन है वह आपके लिए ज्यादा नेसेस्री नहीं है सरफ यही तीन इंपोर्टेंट होते हैं अब आपको देखना है वह एक डॉक्ट्रीन ऑफ अल्टरा वायर्स का डॉक्ट्रीन क्या कहता है दाटर में बियॉंड एंड वायर्स में पावर द अल्टरा वायर्स में डॉइंग एनेक्ट बियॉंड दी पावर अल्टरा वायर्स का मतलब क्या होता है को एक्ट अल्ट्रावायर्स दा मेमोरेंडम ऑफ एसोशियेशन इट इज एन एक्ट विच इज बियोंड दा पावर गिवन बाय मेमोरेंडम ऑफ एसोशियेशन कोई भी एक्ट मेमोरेंडम के अल्ट्रावायर्स का होता है जब जो मेमोरेंडम में पावर्स दी गई हैं उसके तो उसे कहा जाता है act ultra virus the power of memorandum ठीक है as a matter of fact such act is beyond the legal power of company and it also known as the ultra virus the company तो जो ये act होता है जो memorandum की power से beyond जाकर किया जाता है वो company को भी तो ऐसा एक्ट जो कंपनी की पावर से बार जाकी किया जाता है वो कंपनी को भी अल्ट्रावायर्स करता है और साथ में कंपनी मेमोरेंडम को भी अल्ट्रावायर्स करता है एन एक्ट जो अल्ट्रावायर्स है जो जनरल वाडियो के लिए रेटिफाइड करता है of shareholder, अगर कोई ऐसा act है गाए जो की directors को ultra wise करता है, मतलब director की power से बाहर है, लेकिन company की powers के अंदर है, तो फिर जो shareholder हैं, वो उसे ratify कर सकते हैं, मतलब ठीक कर सकते हैं, वहीं an act which is ultra wise the article of association, it can also be ratified by company making necessary alteration. वहीं अगर कोई ऐसा act है जो article of association को ultra wire करता है, मतलब article of association की power के बार है, लेकिन memorandum की power के अंदर है, तो फिर उसे भी ratify किया जा सकता है, simply article को alter करने के बाद, लेकिन अगर कोई ऐसा act है जो memorandum की power से बार है, उसे कभी भी ratify नहीं किया जा सकता है, अब एक article of association क्या होता है, article का मतलब होता है, article of association of a company, मतलब जो की, इस act के अंदर बनाया गया था और उसे हम time to time amend करते आ रहे हैं the article of association are just article are the rules and regulation by laws for the internal management of the affair of the company article में क्या होता है rules regulation and by laws मतलब laws दिये गए होते हैं किस से related company का जो internal management है उसको समालने से related laws दिये गए होते हैं article of association के अंदर तो जो कंपनी के अंदर के management को समझता है उसे कहा जाता है article of association वहीं अगर कोई ऐसी चीज जो कि कंपनी के बार के लोगों के साथ deal करने में help करती है उसे कहा जाते है memorandum ये difference हो जाते है article of association और memorandum of association में अब point आता है alteration of article जैसे memorandum को आप alter करते हैं वैसे ही कभी कबर article को भी alter मतलब change करने की जुरूरत पड़ जाती है उसमें तो वो क्या बका होता है एक company may by passing special resolution alter its article anytime एक company special resolution pass करके कभी भी अपने article को change कर सकती है इसके लिए कोई अलग-अलग step नहीं है simple article को अगर change करना है article के अंदर को तो special resolution pass करना पड़ेगा company को a copy of every resolution altering the article self-filed with ROC within the 30 days और अगर जो भी alteration किया जाता है article के अंदर उसकी एक copy कि कंपनी को किसके पास जो रजिस्ट्रार ऑफ कंपनी है उसके पास फाइल करनी पड़ेगी 30 दिनों के अंदर इफ थर्टी डेज ऑफ पासिंग एंड अटैच एवरी कॉपी ऑफ आर्टिकल इशूड देर आफ्टर और साथ में क्या देना पड़ेगा एक तो अब जो change होना चाहिए article के अंदर वो कैसा होना चाहिए, number one, must not conflict with the memorandum, ऐसा change नहीं होना चाहिए, जो memorandum के साथ conflict कर जाए, मतलब उसके साथ एक तरीके से against हो जाए memorandum के, कोई ऐसा change नहीं होना चाहिए article में, second must not sanction anything illegal, कोई भी ऐसा change नहीं होना चाहिए, कि आप कोई illegal चीज में article में enter कर रहे हैं, next must be for benefit of company, company के benefit के लिए होना चाहिए change, next है must not increase liability of member, member की liability नहीं बढ़ाना चाहिए वो change, next है alteration by special resolution only, सरफ special resolution pass करके ही ये change किया जा सकता है, next है approval of central government when company is converted into private company, अगर कोई company public से private company में change होती है तो उसके लिए central government का approval लेना compulsory होता है, अब आता है आपका next topic जो की हैगा doctrine of indoor management ये क्या होता है तो the outsider dealing with company are entitled to assume that there are internal proceedings of the company are confirmed everything has been done regularly जो भी कोई अगर बार का person company के साथ deal करता है तो उसे ये मानना होता है कि company के internal affairs हैं वो सभी regularly होते हैं जो जो भी काम होने जरूरी है उस deal से related अगर कोई person dealing कर रहा है company के साथ तो अगर उस डिल से related कोई internal proceeding मतलब internal work होना जरूरी है तो ये माना जाता है कि company ने पहले वो internal work खतम कर लिया होगा उसी के बाद company के पास power आई है कि company उस outsider के साथ deal कर सकती है तो ये माना जाता है कि company ने वो सारी चीजे regularly करी हुई है they need not inquire into the irregularity of internal proceeding as required by memorandum and article यह बोला गया है उन्हें अंदर की जो ये internal proceeding है उनके बारे में inquiry करने की जरूरत नहीं है यह मान लिया जाएगा कि उन्होंने यह माना गया है कि जितने भी company के internal proceeding है वो regularly हुई है जो भी internal काम होने जरूरी है वो सारे company regularly कर रही है इसी को हम कहते हैं doctrine of indoor management वरलब जो internal internal proceedings हैं, वो सही तरीके से हो रही हैं company की the doctrine of constructive notice protects the company against the outsider the doctrine of indoor management seeks to protect outsider against the company है तो यह तो गया आपका डॉक्ट्रीन ऑफ इंडोर मैनेजमेंट वहीं क्या होता है एक इसकी एक्सेप्शन उत्ते एक्सेम्प्शन होती है डॉक्ट्रीन ऑफ कंस्ट्रक्टिव नोटिस वह क्या करता है वह कंपनी को बारवालों से बचाता है लेकिन वहीं जो डॉक्ट्रीन ऑफ इंडोर मैनेजमेंट है वह बारवालों को एक्सेप्शन हैंगी इसकी कुछ डॉक्रीन आफ इंडोर मैनेजमेंट की देखिए नंबर वन है का नॉलेज ऑफ रेगुलेडिटी तो नंबर वन वेरा परसेंट डिलिंग विद कंपनी है एक्ट्रॉल और कंस्ट्रक्टिव नोटिस ऑफ रेगुलेडिटी एज रिगार्� सेकिन्ड है नेगलिजेंस वेर परसन डिलिंग विद कंपनी को डिसकवर दे रेगुलरिटी इफी एड मेपर मेग डिप्रॉपर इनक्वेरी ही कैननोट क्लेम दी बेनिफिट और रूल आफ इंडोर मैनेजमेंट अगर कोई परसन है जो कि थोड़ी बहुत अगर इंक्वेरी नेक्स्ट एक आफ और जीत और द टूल इज द रूल इन द रूल इन तरकंड केस डॉज नोट अप्लाई वेर पर संदेश अपना डॉक्यूमेंट डेट टर्न टू बी फॉर्ड सिंस नथिंग कैन वेलिडेट फॉर्जरी फॉर्जरी क्या होता है मतलब कोई जो कंपनी के अंदर का पर्सन है या कोई और भी किसी ऐसे पर संद के साथ उसके साइन वगैरह कॉपी करके कोई ऐसी चीज शो कर दे जो कि पॉसिबल नहीं है मतलब एक तरीके से इलीगल कोई वक्त कर देता फिर उस टाइम पर भी इंडोर मैनेजमेंट वर्क नहीं करता है और जो बारवाला पर सेन है तो वही लायबल माना जाएगा कंपनी लायबल नहीं होगी इसके लिए फिर वह सैटलमेंट होगा जिस परसन ने फोर्जरी करी है और जो बारवाला उसके बीच में कंपनी इसके बीच में कोई लायबिलिटी नहीं आएगी कंपनी के ऊपर तो यह तीन एक्सेप्शन है डॉ नेक्स्ट टॉपिक जो आपको करना है वो है का एन ऑनलाइन रजिस्टेशन ऑफ कंपनी तो दाएं से 21 प्रोजेक्ट दा मिनिस्ट्री ऑफ कॉर्पोरेट अफेयर इनेबल ऑनलाइन रजिस्टेशन ऑफ कंपनी ऑनलाइन रजिस्टेशन आप करवा सकते हैं इसके दो प्रोसिस होते हैं इंटिग्रेटेड और नोन इंटिग्रेटेड प्रोसिस एक होती है run change, reserve unique name is a web service used for reserving a name for a new company or for changing its existing name, it verifies that name is unique or is not. तो run है की जो reserve unique name करके एक web service है जिसके थ्रू आप अपने company का name reserve करवा सकते हैं या फिर अगर आपको अपना name change भी करवाना है तो विया वो change करवा सकते हैं. नेक्स्ट है दा सेंट्रल रजिस्ट्रेशन सेंटर सी आर्थिस जिसे बोला जाता है में बेस ऑन इनफॉर्मेशन एंड डक्यूमेंट प्रोवाइड रिजर्व द नेम फॉर द पीरियड रन के अंदर सी आर्थिस वर्क करता है जो कि नेम को देखता अगर नई company के लिए आप name reserve कर रहे हैं तो वो 20 दिनों के लिए reserve होता है, 60 days from the date of approval if in case it include a change in name of existing company. और अगर कोई existing company का name change करवाना चाते हैं तो उसके लिए 60 दिनों के लिए name को reserve कर देता है. Simplified process for incorporating company electronically. Aspice करके एक form होता है, ये form fill करके आप company को incorporate करवा सकते हैं. And the Aspice method for incorporating company is notified by government of company. गौर्मेंट द कंपनी इट इज नोटिफाइड बाय गौर्मेंट इन एक्टूबर टू थू थाउडेंड सिक्षीन इन एम्स टू इंशॉर इज इन डोइंग बिजनेस एंड रिडूज द टाइम इन इंकोर्पोरेशन ऑफ कंपनी यह स्पाइस है जो यह मेथड है का कंपन अगर हमारे पास prospectus क्या होता है तो a document containing detailed information about company and an invitation to public subscribing to their share capital and debenture is issued this is called prospectus prospectus क्या होता है यह एक detailed document होता है जिसमें company के बारे में सारी information होती है और एक invitation होता है general public को कि वो company के share capital को subscribe करें मतलब company के shares को या debentures वगैरा को खरीद ले उसे कहा जाता है prospectors, private company cannot issue a prospectors because they are strictly prohibited from inviting the public to subscribe their share, जो private companies होती हैं वो prospectors issue नहीं कर सकती हैं, क्यों issue नहीं कर सकती हैं, क्योंकि उन्हें prohibit किया जाता है, मतलब रोका जाता है कि वो जनरल पब्लिक है उनसे एक share subscribe नहीं करवा सकती, only public company can issue a prospectus, सरब public company ही prospectus issue कर सकती है, a prospectus must be filed with ROC before it is issued to public, जो prospectus होता है उसे हम पहले registrar of company के पास submit करेंगे, उसके बाद ही उसे general public को issue करेंगे, a company must get minimum subscription within 120 days from the issue of prospectus if fails to obtain minimum subscription from the public within specified period then the amount already received from public is returned क्या बोला गया है कि अगर 120 दिनों के अंदर जितनी limit होती है prospectus की कि इतना minimum subscription आना चाहिए अगर 120 दिनों के अंदर उतना subscription नहीं आता है तो फिर जितनी भी amount company ने receive करी होगी public से company को उसे सारी को वापस करना पड़ेगा अब जो ये prospectus हमारे syllabus में होते तो कई type के हैं first है self prospectus तो shelf prospectus means a prospectus in respect of the security of class of security included therein are issued for subscription in one or more issue over a certain period without the issue of further prospectus क्या होता है कि अगर company जल्दी जल्दी security issue करना है चाती है कि उसे पता है कि हमें जल जल जी सिक्यरिटीज इशू करनी पड़ेंगी तो फिर कंपनी क्या कर सकती है सेल्फ प्रोस्पेक्टेस इशू कर सकती है इस प्रोस्पेक्टेस के इशू होने के बाद कंपनी को हर बार न्यू सिक्यरिटीज को इशू करने के लिए एक प्रोस्पेक्टेस ते काम चल जाएगा अगर company ने एक बार child prospectus issue कर दिया और अब जब company दुबारा security इसके बीच में कंपनी की financial position में कोई change आता है तो उसे company को किस में बताना होगा information memorandum submit करना होगा new prospector submit करने की जरूरत नहीं है दूसरे type का जो हमें पढ़ना है वो एक red herring prospectors तो red herring prospectors means a prospectors which does not have a particular on the price of the securities and the quantum of securities offered for subscription यह एक ऐसा prospectus होता है जिसमें हमें ना तो securities के बारे में बताया जाता है कि कितनी securities issue कर रही है company और ना ही price बताया जाता है कि कितनी price पर issue कर रही है यह एक तरीके से हम कह सकते है memorandum होता है जिसमें हमें सरफ इतनी information दी जाती है कि company securities issue करना चाती है लेकिन उसके अलावा और कोई भी information नहीं होती है a company planning to make a public issue of securities is allowed to issue a red earring prospectus before the issue of prospectus that contain all detail of price and quantity quantum of security is offered. तो अगर company ने एक बार अगर red herring prospectus issue कर दिया तो उसके बाद जब भी company public को issue करेगी उससे पहले company को एक बार दुबारा से prospectus issue करना पड़ेगा जिसमें quantity और price के बारे में बताये जाएगा shares के. Next concept जो आपके syllabus में आएगा वो आएगा misstatement is prospectus मतलब अगर prospectus क्या होगा I statement included in prospectus deemed to be untrue if एक statement जो भी prospectus में दी गई है उसे कब untrue माना जाएगा अगर the statement is misleading in the form of context in which include in prospectus अगर वो statement वो mislead कर रही है किसी को या फिर the omission of any information from a prospectus of any matter is calculated to mislead या फिर prospectus में कोई ऐसी चीज देने से छुपा दी गई है मतलब नहीं दी गई है जो कि देना जरूरी था जिससे कोई person का decision change ह तो फिर उसे कहा जाएगा कि वो misstatement हुई है prospectus में अगर प्रोस्पेक्टर्स के अंदर कोई ऐसी material information को mislead किया गया है जो की बहुत ज़रूरी थी तो उस case में दो तरीके की liability आती है पहली आती है हमारी civil liability तो a person who has induced or subscribed for share on faith of misleading prospectors has remedies against the तो अगर कोई सी भी person ने ओ उस mislead information को ध्यान में रखते हुए company के share खरीद लिये हैं, तो उसके पास civil liability आती है, जिसमें वो company से क्या कर सकता है, recession of the contract for misrepresentation, या तो company से कह सकता है कि मैं को ये contract करना ही नहीं है, ये offer cancel करो, या फिर उसके अलावा damages को claim कर सकता है. फिर director, promoter और expert के against क्या liability आती है तो compensation for untrue statement उनसे compensation मांगा जा सकता है, damages for omission, omission के लिए damage मांगा जा सकता है कि तुम डालना भूले गया उसका damage तो, या फिर damage for fraudulent misrepresentation, जो fraud misrepresent करा है उसके लिए भी उनसे damage मांगा जा सकता है सेकिन टाइप की liability आती है criminal liability तो criminal liability means punishment given by way of jail term of penalty or both criminal liability क्या होती है जब किसी person को jail दे दी जाए या फिर penalty लगा दी जाए या फिर दोनों चीजे करी जाए तो उसे कहा जाते है criminal liability does the company नहीं कर सकते हैं लाइबलिटी तो कंपनी को तो क्रिमिनल लाइबलिटी के लिए लाइबल नहीं कर सकते हैं लेकिन जो प्रोमोटर होते हैं डायरेक्टर होते हैं वह उनके ऊपर क्रिमिनल लाइबिलिटी आ जाती है किसली आती है लाइबिलिटी और अंट्रू स्ट statement दी है prospectus में उसके लिए penalty for fraudulent inducing person to invest money एक person को induce करा है कि fraudulent manner में कि वो company में पैसा लगा है उसके अलावा issue and allotment of share in fictitious name या फिर किसी fictitious name में shares को allot कर दिया है तो ये criminal liability आ जाती है director of promoter के उपर नेक्स्ट कंसेप्ट है का आपका बुक बिल्डिंग, तो बुक बिल्डिंग इस प्रोसेस ओफ डेटर्माइनिंग प्राइस ओफ सिकरिटी ओन बेसिस ओफ बिड्स रिसीव्ड बाई इशूर कंपनी अलॉंग विद बुक रनर, ये क्या है एक प्रोसेस होता है जिससे सिकरि प्लेस देर बिड फोर सब्सक्रिप्शन टू सिकरिटी ए डिफरेंट प्राइस एंड अल्टिमेटली द प्राइस एंड क्वेंटम विद मैक्सिमम डिमांड गेट सिलेक्टिड बुक बिल्डिंग केन बी डन फोर 100% और 75% आफ इशू सेजिये या तो 100% के लिए की जाती है या 75% के लिए इससे कम ज़्यादा नहीं हो सकता नेक्स्ट एक आब Allotment of Share क्या होता है तो Allotment of Share means the act of allocation by company's board of directors of a certain number of share from the previously unappropriated capital of company to person applying for share Allotment of Share का मतलब क्या होता है जब company के जो board of directors रहे हैं वह कुछ शेयर जो कि पहले अभी तक अनलॉट ते मतलब किसी को अलॉट नहीं किए गए हैं उसे किसी परसन को अलॉट कर दें जिसने उनके लिए एप्लाई करा है उसे कहा जाता है अलॉटमेंट ऑफ शेयर द एलोटमेंट टू बी मेड बाई प्रॉपर अ थोड़ी टीज इसके पास वह अलॉटमेंट कर सकता है अलॉटमेंट ऑफ सिक्योरिटी मेंट मेडिविडिंग रिजनेबल टाइम विदिन रिजनेबल टाइम होना चाहिए अलॉटमेंट शूट एप्सलूट एंड अनकंडिशनल मतलब हमें यह क्लियरली मेंशन करना चाहिए उसमें कि कितने के लिए कितने शेयर अलॉट करें जा रहे हैं यह आपका एप्सलूट मतलब और अनकंडिशनल मतलब उनके साथ कोई कंडीशन अटैच नहीं होनी चाहिए दाल ऑफ मेंट मस्ट भी कम्युक्ति जब अलॉटमेंट नहीं करेगा उसके बाद ही अलोटमेंट की जाता है कंपनी अपनी तरफ से किसी को अलॉट नहीं करती है नेक्स्ट रहा फॉर फीचर ऑफ शेयर क्या होता है तो अमर हुआ थे इस टू पे एनी कॉल एंड डेटिफिकेट फॉर पेमेंट ऑफ एनी कॉल इंस्टॉलमेंट ऑन बोर्ड में इचुए नोटिस रिक्वायरिंग पेमेंट ऑफ सच शेयर ऑन इंस् इसका मतलब क्या होता है जब किसी कंपनी ने कोई कॉल ड्यू हुई और कंपनी ने कॉल मंगाई अब कोई शेयर होल्डर उस कॉल को पे नहीं कर पाया तो कंपनी उसे एक नोटिस देती है कि आप कॉल के साथ साथ इंटरेस्ट की इतनी अमाउंट को दें उसके बाद अब अब क्या होता है, company ने notice दिया, लेकिन उसके बाद भी कोई action नहीं हुआ, मतलब उस person ने वो amount को pay नहीं करा, तो company क्या करती है, फिर उसके shares को japt कर लेती है, यही होता है, आपका forfeiture of share, इसमें क्या होता है, जितनी amount पहले मिल चुकी होती है, वो company japt कर लेती है, और उसके shares cancel क कैनसेलेशन ऑफ फिचर क्या होता है इफ डिफर्टिंग चेयरोल्डर एप्रोच आफ्टर फोर फिचर टू कैंचल द फोर फिचर द बोर्ड में कैंसल द फोर फिचर ऑफ सिक्यूरिटी क्या हुआ मान लीजिए कंपनी ने शेयर्स को फोरफीट कर लिया लेकिन कुछ टाइम के बाद वह रिउशू और फोरफिट और चेर क्या है तो फोरफिटिट चेर आर यूजली रिउशूट एड डिस्कांट देट कैन नोट एक्सीड दे अमाउंट अलरेडी पेड़ ओं दो सिक्योरिटीज अ� परसन को इशू करती है तो वो फोरफीट शेयर हमेशा ज़्यादातर क्या होता है जनरली डिस्काउंट पर इशू किये जाते हैं और डिस्काउंट कितने तक दिया जा सकते हैं जितनी अमाउंट कंपनी ने फोरफीट कर रखी है और उतनी अमाउंट नेक्स्ट कंसेप्ट है आपका इशू आफ स्वेट इक्विटी शेयर तो अकोडिंग टू सेक्शन टू सब्सेक्शन एटिएट स्वेट इक्विटी शेयर मीन्स सच शेयर सच इक्विटी शेयर इशूट बाई कंपनी टू इट डारेक्टर और एमप्लोई एट डिसकाउं� मतलब cash के अलावा किसी और form के लिए issue करती है, किसलिए वो जो employee और director ने वो अपनी know-how देते हैं, मतलब वो जो उनकी skills हैं, वो देते हैं company को उसके return में, company जब उन्हें discount rate पर या consideration other than cash पर share issue करती है, तो उसे का जाता है show activity shares. कि कंडीशन का ग्या है स्वेटिक्विटी शेयर इशू करने के लिए तो आज रिजलेशन एडिविन पास दिन जनरल मीटिंग जनरल मीटिंग में रिजलेशन पास होना चाहिए जिसमें क्या चीजें होनी चाहिए रिजलेशन में मेंशन होनी चाहिए नंबर ऑफ श तो किस क्लास के डायरेक्टर को दिए जा रहे हैं किन एंप्लोईस को दिए जा रहे हैं यह सारी चीजों से मेंशन है वेर आफ शेयर था लिस्टेड ऑन इको ग्रेट इस टॉक एक्शेंज एक्विटी शेयर इशू कंप्रीज उट कंप्लाइव इस विरेगुलेशन मेड ऑन दिस वियाप यह बोला गया है अगर यह इस टॉप जो शेयर से इशू करे जा रहे हैं यह एक अगर आपने शेयर नोट लिस्टेड कंप्लाई विद रूल्स मेड ऑन विभाव ऑफ सेंट्रल गवर्नमेंट और जिस कंपनी के शेयर लिस्टेड नहीं है वह सेंट्रल गवर्नमेंट में जो रूल्स बना रखे हैं उनके अकॉरिंग शेयर्स को अपने स्वेटिकुटी के लिए special resolution पास करना होता है जो कि कितने दिन के लिए वैलिड होता है 12 महीनों के लिए वैलिड होता है लिमिट उन सो एक्रिटी शेयर तो नो सो एक्रिटी शेयर सेल बी इशूड बाई कंपनी फोर मोर दन 15% अफ करंट पेड़ अब एक्रिटी शेयर कैपिटल इन वन इयर और 5 करोड और इशूइंग वैल्यू विचेवर इज हाइर क्या बोला गया है जो कंपनी सो एक्रिटी श equity share capital है, paid up equity share capital है या फिर 5 करोड, इन में से जो भी चीज ज़्यादा है उससे ज़्यादा नहीं हो सकते, sweat equity share, the issuance of sweat equity share sell not exceed 25% total company's paid up equity share capital, इसके अलावा जो company की total paid up share capital है उसका 25% से ज़्यादा भी नहीं हो सकते हैं, फिर है sweat equity share to be तो इस विलोग दो फॉर थ्री यह तो दस्वेटिक इश्यर इशूट टू डायरेक्टर ऑफ एंप्लोई शैल बी लॉग्ड विफ फॉर पीरियड ऑफ थ्री यह फॉर्म देट ऑफ एलोटमेंट जो लॉकिंग पीरियड होता है तो इस विलोग तीन साल का होता है मतलब त रिपोर्ट करें वह नहीं कर सकता तो वे रिपोर्ट ऑप्टेंड बाय रजिस्टर वैल्यूअर अगर जो शेयर हमने नोन कैस कंसिडरेशन के लिए इशू करें है तो जो उनकी value है वो कौन determine करेगा registered value है determine करेगा board reports to disclose the detail of swatikiti share तो board of director shall disclose the detail of issue of swatikiti share of director report for the year in which such share are issued तो जो board की report होती है बोर्ड ओफ डारेक्टर की report होती है उसमें swatikiti share के बारे में बताया होना चुईए next है maintenance of register तो a register of swatikiti share shall be maintained by company in form SH3 जो company का रजिस्टर होता है ऐसे उसमें ऐसे चुक्री फॉर्म के अंदर इन स्वेटिकिटी शेयर का रिकॉर्ड मेंटेन करेगी कंपनी द डिस्क्रिप्शन ऑफ शुरू अटिफिटी शेयर इशूड अंडर फिफ्टीफॉर चैनल भी एंटर इमेजिएटली देर सेक्शन फिफ्टीफॉर के अंदर जो भी स्वेटिकिटी शेयर इशू करे गए हैं उनका डिस्क नेक्स्ट एक एंप्लोई स्टॉक ओप्चन स्कीम ये क्या होती है तो अधार ओप्चन गिवन टू डारेक्टर ओफिचर और एंप्लोई ओफ ए कंपनी और इट्स होल्डिंग और सब्सिडरी कंपनी और कंपनी ये ओप्चन किसे दिया जाता है या तो डारेक्टर को ओफ बोल्डिंग या उसकी कोई सब्सक्राइब और कंपनी के इस एनिविट गिव डायरेक्टर सच विच गिव सच डायरेक्टर ऑफिसर ट्रेटर माइंड प्राइस इसमें क्या होता है उनको ऑप्शन दिया जाता है कि आप अभी से इस आपको इतने रेट पर आप इन्हें फ्यूचर में चलकर खड़ी सकते हैं उनका रेट पहले ही बता दिया जाता है इतनी अमाउंट पर तो उसे कहा जाता है एंप्लोई स्टॉक ऑप्शन स्कीम इसमें क्या है वेरिंग द टर्म ऑफ ईस ऑप्शन रिक्वेर रिजोलूशन अगर स्� अब अगर employee ने अभी तक उस right को exercise नहीं कराये तो company अगर चाहे तो special resolution पास करके उसकी terms में change कर सकती है next है minimum one year wasting period तो the wasting of option there shall be minimum period of one year मतलब जिस date को shares का option दिया गया है और जिस date पर employee है वो shares को exercise कर रहा है उसके बीच में एक साल का वन एर के period का gap होना चाहिए, वन एर के अंदर अंदर कोई भी employee इस option को exercise नहीं कर सकता, next एक company has a freedom to specify lock-in period, company के पास freedom होती है, company lock-in period बता सकती है कि कोई भी employee इतने time तक इन shares को sell नहीं कर सकता है, no right of dividend or voting till exercise of option, अगर कोई भी employee इस option को जब तक exercise कोई भी dividend या voting right नहीं दिया दिया जाता चाहिए वह ऑप्शन कभी भी दे दिया जाए नेक्स्ट डेट परमानेंट डिसेबिलिटी रेजिनेशन ऑफ एंप्लोई वह ग्रांटेड विद ऑप्शन तो इन इवेंट ऑफ एंप्लोई डेथ वाइल इन सर्विश ऑल दी राइट गिवन टू इम अप टो डेट शेल एप्ला� अगर किसी employee की death हो जाती है, जब वो काम कर रहा हो या फिर वो resign वगेरा कर देता है, तो जो भी rights है, वो किस के पास चले जाते हैं, उसके legal hire या उस employee के nominee के पास चले जाते हैं, next है maintenance of register, तो a register of employee stock option in the form SH6 shall be maintained by company, company के दोरा SH6 के अंदर company का जो register होता है, shares का, उसके अंदर इसका record टॉप चुकर रही है तो उसे फिर सेबी की गाइडलाइन के अकॉर्डिंग कंप्लाई करना पड़ेगा नेक्स्ट आपका कंसेप्ट बॉनस शुक्र होता है तो कंपनी है व्लाइट एंड डिस्ट्रीब्यूटेड प्रॉफिट विच देवन टू डिस्ट्रीब्यूट अपने एक्जिस्टिंग शेयरोल्डर जब कंपनी के पास ज्यादा प्रॉफ तो उसे डिविडेंट के रूप में ना देकर जब कंपनी उन्हें शेयर की फॉर्म में डिस्ट्रिब्यूट कर देती है तो उसे कहा जाता है आपका बॉनस शेयर एस पर सेक्शन 63 वना कंपनी के एन इशू फॉली पेड़ बॉनस शेयर औफ इट्स मेंबर आउट ऑफ अब company कहां कहां से bonus share issue कर सकती है तो अपने free reserve में से security premium account में से या फिर capital redemption reserve account होता है उन में से ये तीन जगे से company bonus issue दे सकती है अब bonus issue करने के लिए company को कुछ condition को comply करना पड़ता है number 1 है article of association must permit article of association में permit होना चाहिए मतलब allow करना चाहिए article of association की company bonus issue कर सकती है board of director resolution must be passed recommending the bonus issue board of director ने resolution पास किया होना चाहिए इससे related next time I will recommend जरूरी है नेक्स्टर कंपनी शुट नोट है डिफॉर्टेड इन पेमेंट ऑफ इंटरेस्ट और प्रिंसिपल एमाउंट रिस्पेक्ट टू फिक्स डिपोजिट और डेट सिकरिटीज कंपनी ने किसी भी फिक्स डिपोजिट या फिर किसी भी डेट सिकरिटीज की प्रिपेमेंट में भी ड्यू नहीं होना चाहिए उसके अलावा सिक्ट कंडीशन है और पार्टिफिट अपडेट ऑन डेट ऑफ एलोटमेंट में फुल्ली पेड़ अप द कंपनी में प्लाइव इज सच अदर कंडीशन एडमेजी प्रिस्क्राइब इसके अलावा अगर कंपनी के पास कोई नेक्स्ट है का आपका concept right issue क्या होता है तो right issue is an invitation to existing shareholder to purchase additional new securities in company at discount or market price on stated future date right issue का मतलब होता है जब company अपने existing shareholder को option दे कि वो company के share को खरीद सकते हैं एक discounted price पर जो कि market price से कम है तो उसे कहा जाता है right issue पर share issue करना it must comply with provision इसके लिए जो company है उसे कुछ provision के साथ comply करना पड़ता है number 1 यह शेयर must be first offer to existing shareholder सबसे पहले existing shareholder को issue किये जाने चाहिए share in proportion of capital paid up by them कितनी किस proportion में जितनी उन्होंने capital paid up का रखी है उस proportion में उन्हें offer किये जाने चाहिए share दक offer offer अगर आपका प्रदावान नहीं हो रहा है, तो आपका प्रदावान नहीं हो रहा है। जो existing shareholder हैं उन्हें इसका notice दिया जाना चाहिए या तो किसी speed post के थूँ या फिर e-mode के थूँ कितने दिन पहले कम से कम 3 दिन पहले इसका notice होना है मिल जाना चाहिए next a notice must specify number of share offered and the time within which the offer to be accepted उस notice में क्या क्या mention होना चाहिए कितने share दिये जा रहे हैं और कितने time के अंदर उस shareholder को इन्हें accept करना है next a notice must also specify the shareholder has the right to renounce or any और all of the share offered to him in favor of nominee. उस notice में ये भी mention होना चाहिए कि उस shareholder के पास क्या right है या नहीं है कि उन्हें renounce कर सके, मतलब किसी और person को transfer कर सके. उसके अलावा, the expiry of time is specified in notice or receiving intimation of decline. अगर आपको नियुक्त नियुक्त नियुक्त नि उन शेयर्स को किसी भी पर्सन को इशू कर सकते हैं नेक्स्ट कंसेप्ट है का आपका बाइबैक ओफ सिकरिटीज बाइबैक ओफ सिकरिटीज क्या होता है तो आप कंपनी में पर्चेज इस आउन शेयर और अधर स्पेसिफाइट सिकरिटी तो उसे कहा जाता है बाई बैक करना सिकरिटीज का profit and loss में से security premium account में से या फिर company buy back कर सकती है और कुछ share issue करे company ने उनसे जो पैसा आया है उनसे company ने buy back कर लिया दूसरे shares को तो इन तीन तरीकों से company buy back कर सकती है बाइबेक का आपका इतना ही से concept है, इसके बाद आपका जो last concept है, transfer and transmission of share, इसे पढ़ना है transfer of transmission, transfer of share means voluntary act between transferor and transferee, transfer of share is usually mentioned, that transfer did the title of sharing, transferred from one party to another transfer of share क्या मतलब क्या होता है जब transferor ए transferee mutually agreement कर लें और transferor अपने share transferee को transfer करना चाता हो तो उसे का जाता है transfer of share the share of public company can be easily इसलिए ट्रांसफर पब्लिक कंपनी के शेयर को हम इजली ट्रांसफर कर सकते हैं इस कंपनी डाइटिंग नोट इस पेसिफिकली मेंशन अबॉट इट नोट रंस फेसर ट्रांसफर एबिलिटी अगर कंपनी ने अलग से मेंशन नहीं कर रखा है कि कंपनी के शेयर्स को ट्रांसफर नहीं किया जा सकता तो फ्रीली ट्रांसफ प्रोविजन हैंगी से related the transfer of share is done when a proper instrument of transfer in form SH4 mentioned in sub rule 1 of rule 11 of companies act is duly stamped, dated and executed by transfer of initiators क्या बोल अगे एक transfer of share तबी complete होगा जब proper form मतलब SH4 form SH4 के अंदर company जो transfer और transfer ही हैं वो दोनों इस SH4 form को fill करके date डाल कर देंगे उस पर stamp लगा कर execute करेंगे किसे company को तब ही ये transfer complete मना जाएगा अच्छे तरीके से the document should contain the detail उसमें क्या क्या होना चाहिए जो ये SH4 form fill करेंगे name होना चाहिए, address होना चाहिए, occupation होना चाहिए the instrument has to be delivered to company कितने दिनों के अंदर 60 दिनों के अंदर company के पार deliver हो जाना चाहिए वहीं ये बोला गया अगर कुछ शेयर ऐसे हैं जो की पार्चिली पेड़ अप शेयर हैं उनका ट्रांसफर किया जा रहा है तो ट्रांसफरर और ट्रांसफरी को SH5 फॉर्म भी फिल करना होगा ट्रांस्मिशन ओफ शेयर क्या होता है? ट्रांस्मिशन ओफ शेयर में क्या होता है? जब जो शेयर ओल्डर है वो अपनी विल से नाक शेयर को ट्रांस्फर उनके ऊपर एक प्रेशर बनाया जाए लौके द्वारा की तुम्हे शेयर को ट्रांस्फर करना है तो उसे का जाते है transmission कब होता है जब या तो shareholder की death हो गई हो या फिर वो insolvent या lunatic हो गया हो तो उसके shares का transmission होता है ना कि transfer होता है यह आपका difference हो जाता है transfer और transmission में unit number 4 management and meeting सबसे पहले इसमें आपको समझना है जो जो topics आपके examination में दिये गए हैं उनही topics को मैं लेकर आया हूँ जो आपके exam के लिए relevant है और important है तो सबसे पहला समझना है आपको director क्या होता है तो as per section 234 act डिफाइंड डायरेक्टर एड डायरेक्टर अपवेंटिड टू बोर्ड ऑफ कंपनी डायरेक्टर आर्ड दोस्त पर्सन हुआ अपवेंटिड टू डायरेक्टर एड डायरेक्टर आर्ड दोस्त पर्सन हुआ अपवेंटिड टू बोर्ड ऑफ कंपनी डायरेक्टर आर्ड दोस्त पर्सन हुआ अपवेंटिड टू पॉइंटिवल होते हैं जब डायरेक्टर सारे एकट्रे मतलब एक कंपनी का एक डायरेक्टर नहीं होता है एक से ज्यादा डायरेक्टर होते हैं और जब कई सारे डायरेक्टर मिल जाते हैं तो उन्हें फिर कहा जाता है बॉर्ड या फिर बॉर्ड ऑफ डायरेक्टर लीगल पोजीशन ऑफ डायरेक्टर आफ डायरेक्टर की क्या-क्या पोजीशन हो सकती है तो डायरेक्टर लीजिए जो कंपनी होती है वह एक आर्टिफिशल लीगल पर्सन होती है तो वह अपने आप कोई भी काम नहीं करता थी तो उसे जो रिप्रेजेंट करता है एजेंट उसका बनकर तो वह डारेक्टर भी ही होता है जो उसे रिप्रेजेंट करता है एक तरीके से उसका एजेंट बनकर तो इस तरीके से डारेक्टर का एक रिप् अगर आप एक अगर आप एक अगर आप एक अगर आप एक अगर आप एक अगर आप एक अगर आप एक अगर आप एक अगर आप एक अगर आप एक अगर आप एक अगर आप एक अगर आप एक अगर आप एक अगर आप एक अगर आप एक अगर आप एक अगर आप एक अगर आ अगर आप एक अगर आगे पर अगर आगे पर आगे पर नेक्स्ट हैगा appointment of director, director की appointment कैसे होती है, तो number one हैगा first director, so the subscriber of memorandum of association of company appoint the first director to company in case it is not done, then in that situation article may prescribe the rule for the same, क्या बोला गया है, first director को कौन होगा company का, जो memorandum of association का subscriber होंगे, वो आपके first director कहलाएंगे company के, अगर इससे related, अगर इससे related कोई भी information या कोई भी एक तरीके से कुछ given नहीं है तो फिर जो article में given होगा उसके according इसे माना जाएगा कि first director कौन होगा फिर अगर subsequent director तो member of company will appoint subsequent director in general meeting अगर first director के बाद किसी director को company के उसमे period में appoint करना है तो फिर वो कैसे होगा जो members होते हैं company के वो से appoint करेंगे annual general meeting में नेक्स्ट टॉपिक है गा आपका वुमेन डारेक्टर है तो आल दी लिस्टिड कंपनी हैं प्रेस्काइब कंपनी हैं रिक्वाइड टू अपॉइंट अल एट लिस्ट वन वुमेन इन इट्स बोर्ड आफ डारेक्टर है जिस्टेसिफाइड बाय एक्ट तो जो कंपनी ज को prescribe कर रखा है वो कम से कम एक woman director को जरूर appoint करेंगी अपने board में ठीक है as per rule 3 of companies act state that following condition are mandatory for appointing at least one woman director एक woman director appoint करने के लिए कौन-कौन सी company prescribe करी गई हैं, तो जितनी भी listed company हैं, उनके board of director का जो composition होगा, उसमें एक woman director जरूर होगी, उसके अलावा other public company, तो और जो public company हैं, जिनकी paid up capital 100 crore या उससे ज़्यादा है, या फिर turnover 300 crore और उससे ज़्यादा है, उन public company को भी woman director appoint करना mandatory है, next topic है आपका independent director क्या होता है, तो in relation to a company, an independent director means a director, डारेक्टर वेदर दिन मैनेजिंग और वोल्ट टाइम डारेक्टर और नोमिनी डारेक्टर मैनेजिंग डारेक्टर वोल्ट टाइम डारेक्टर और नोमिनी डारेक्टर के अलावा जो डारेक्टर होता है उसे कहा जाता है आपका इंडिपेंडेंट डारेक्टर देखिए इसकी डिफरेंट क्या यह दिगाई है तो दाए एक डिफाइन इंडिपेंडेंट डारेक्टर है जो है एक्सपेटीज एक्सपीरियंस लिए एक्सपेटीज एक्सपीरियंस और कंपिटेंसी है वह इज और वह जो नोट प्रोमोटर ऑफ कंपनी जो कि कंपनी का promoter नहीं होना चाहिए, who is not related to promoter or director company, जो की ना की, ना तो promoter के साथ, और ना ही किसी और director के साथ, उसकी कोई relation होनी चाहिए, next, who has had no pre-culinary relationship with the company, company के साथ किसी type की relationship नहीं होनी चाहिए, उसकी तो, or none of whose relative had pre-culinary relationship or transaction with company, और ना ही उसके किसी relative के, मतलब relative की कोई relationship होनी चाहिए, company के स कोई ट्रांजेक्शन होनी चाहिए तो वहीं पर समाप्ता इंडिपेंडेंट डायरेक्टर कहा लाता है डिक्लेरेशन बाय इंडिपेंडेंट डायरेक्टर अब जो इंडिपेंडेंट डायरेक्टर अपॉइंट होता है उसे डिक्लेरेशन में क्या देना होता है तो इन विडियो डायर टू मीट द इंडिपेंडेंट डायरेक्टर लेकिन ट्री ऑकेशन तीन टाइम उसे अपने इंडियन करता है अटेंड करता है इंडिपेंडेंट डायरेक्टर नेक्स्ट इन एवरी बोर्ड मीटिंग ऑफ इच फाइनेंशियल उस यह उसके बाद हर फाइनेंशियल यह में जो भी बोर्ड मीटिंग होती है उसमें डिक्लेरेशन देना होता है उसके बाद या फिर कुछ ऐसे इवेंट हो जाते हैं जिनकी वजह से जो इंडिपेंडेंट डायरेक्टर उसके जो स्टेटस है वह अफेक्ट हो तो फिर उस टाइम पर उसे क्या नाम है डिक्लेरेशन देनी होती है यह तीन time पर उसे declaration देनी होती है remuneration of independent director जो independent director है उसकी salary मतलब remuneration कौन decide करेगा तो act has provide complete restriction on fixed remuneration of independent director of company it means he is not entitled to receive any fixed salary or any stock option like others तो जो ये independent director होता है इसे fixed salary नहीं मिलती है नहीं कोई stock option मिलता है जैसा कि बाकी और managing director और whole time director को मिलता है है इसकी जो सैलरी होती है वह वेरिएबल होती है और कई सारे फैक्टर्स पर डिपेंड करती है नेक्स्ट टर्म्स आफ एन इंडिपेंडेंट डारेक्टर जो एक इंडिपेंडेंट डारेक्टर होता है उसकी टर्म्स क्या क्या होती है तो ऐसे पर प्रोविजन ऑफ दिस एक्ट इंडिपेंडेंट डारेक्टर शेल होल्ड ऑफिस फॉर पीरियड ऑफ फाइव यह आफ्� डारेक्टर होता है उसे हम एक साथ में पांच सालों के लिए अपॉइंट कर सकते हैं उसके बाद हम उसे दोबारा से पांच साल के लिए रिएपॉइंट भी कर सकते हैं एन इंडिपेंडेट डारेक्टर के अल्ली भी अपॉइंटेड फॉर मीनियम मैक्सिमम पीरियड ऑ� और जो maximum period है वो two consecutive terms है, two consecutive, one consecutive term में आपका five year आता है, तो two consecutive term हो गई, मतलब ten years के लिए उसे appoint किया जा सकता है, the same person can only be appointed after expiry of three year, और जो same person को अगर आपको द्वारा से appoint करना है, तो उसको पहले three year का cooling period देना होगा, बीच में उसके बाद आप उसे द्वारा appoint कर सकते हैं, नेक्स्ट रिटायरमेंट बाय रोटेशन तो इंडिपेंडेंट डारेक्टर नोट रोलाइबल टू रिटायर बाय रोटेशन जो इंडिपेंडेंट डारेक्टर होते हों से आप रोटेशन करके रिटायर नहीं करवा सकते। नेक्स्ट रिटायरमेंट बाय रोटेशन नोमिनल वैल्यू नोट मोर देने ट्वेंटी थाउजन्ड और सच अदर सम एस में भी प्रेस्क्राइब्ड इस मॉल्स यह रोल्डर डारेक्टर समझने के लिए सबसे पहले आपको क्या समझना पड़ेगा इस मॉल्स यह रोल्डर वह बहुत है तो ऐसे जो भी शेयर ओल्डर होते हैं जिनके पास 20,000 से कम एमाउंट के शेयर्स होते हैं उन सभी अब जितने भी director बताये गए हैं company के लिए उसके अलावा एक small shareholder director को भी appoint किया जा सकता है किसलिए जो small shareholder हैं उनका interest को बचाके रखने के लिए such a small shareholder director is elected by a small shareholder consisting of both equity and preference share दोनों टाइप के shareholder हैं इसे appoint कर सकते हैं दाटी नियर ऑफिस मोल शेयरोल्डर डारेक्टर फॉर प्रिस्काई पीरियड ऑफ थ्री यर का इसका पीरियड होता है लाइक अदर एक्सपेक्ट इन मेटर ऑफ अपवेइनमेंट ऑफ ऑल टाइम डारेक्टर यह बोला है बाकी जो होते हैं उन सभी का पीरियड अ अब एक आपका appointment of director by board, अब कब कब board जो होता है वो directors को appoint करता है, तो number one casual vacancy where the existing director office falls vacant before the expiry of fixed tenure like in case of death, और resignation of any existing director of the board may fill such casual vacancy through resolution. Casual vacancy क्या होती है, जब director का जो period है, tenure है, term period है, वो पूरा होने से पहले ही director का office खाली हो जाता है, या तो resign कर देता है वो, या उसकी death हो जाती है. तो उस case में जो board हैगा, वो resolution पास करके उस vacant position को fill कर सकता है. उसके बाद एडिशनल डारेक्टर तो एडिशनल डारेक्टर appointed by board only if article of company empowered them to do so further article allow the board only when the maximum number of director fixed by article does not exceed इसके अलावा अगर जो board आगा वो चाता है कि हमें एडिशनल डारेक्टर appoint करने है तो अगर memorandum में ये given है तो board एडिशनल डारेक्टर को भी appoint कर सकता है लेकिन वो एडिशनल डारेक्टर जितनी maximum number of limit है डारेक्टर के उसको exceed नहीं कर सकते फिर alternate director तो is appointed in the absence of original director, अगर original director absence है, मतलब उसकी absence है, वो किसी reason की वज़े से office में attend नहीं है, तो फिर उसकी जगह पर alternate director को board appoint कर सकते है, the original director should be absent for more than 3 months, तीन महीने कम से कम वो attend नहीं रहना चाहिए, और फिर तब उसे आपका absence मानेंगे उसकी, और उसकी जगह पर alternate director को board appoint कर सकते है, एल्टरनेट डारेक्टर को अपॉइंट करेंगे जो एल्टरनेट डारेक्टर होता है उसकी जो टर्म होती है वो किस पर डिपेंड करती है जो ओरिजिनल डारेक्टर है उसके टिनियर पर डिपेंड करती है नेक्स्ट ए अपोइन्मेंट ऑफ डारेक्टर बाई थर्ड पार्टी अब कोई थर्ड पार्टी डारेक्टर को कब अपोइन्ट करती है तो दा प्रोविजन ऑफ अपोइ��्मेंट ऑफ थर्ड पार्टी डारेक्टर इस ओली एंड ओली सब्जेक्ट टू एप्रीव अप्र कि कोई थर्ड पार्टी डारेक्टर को अपवेंट कर पाए अगर आर्टिकल ऑफ एसोशियेशन में यह एप्रूवल दिया गया है दार्टिकल ऑफ कंपनी में ऑफरेज डिबेंचर ओल्डर एंड स्पेशल क्रेडिटर फॉर अपवेंटिंग नोन रोटेशनल डारेक्टर इ नेक्स्ट रेगा कंसेप्ट आपका डारेक्टर आइडेंटिफिकेशन नंबर DIN क्या होता है? तो एन इंडिविजुयल हूँ विचिस्ट अपवेंटिड एज डारेक्टर ओफ कंपनी मस्ट अब अप्टेन DIN बाई एलेक्ट्रोनिकली अप्लाइंग फॉर्म DIR-3- यह बोला गया है अगर कोई भी person director के लिए appoint हो रहा है तो उसे पहले DIN obtain करना पड़ेगा director identification number लेना पड़ेगा कैसे online apply करके DIR 3 form fill करना पड़ेगा central government के बास MCA 21 portal facilitate the submission of such application यह जो DIR 3 form है यह कौन कहां पर आपका फिल होगा जो MCA 21 का पोर्टल है उस पर ये फिल होगा The Central Government has to make the allotment of DIN within one month और जब से application दी गई है Central Government एक महिने के अंदर उसे DIN provide कर देगी नेक्स्ट है प्रोहिबिशन ओन मोर दन वन डियाइन अगर आप चाहें कि एक से जदा डियाइन ले लें तो उस पर प्रोहिबिशन है सेक्शन 155 के अकोडिंग अपर्सन कैननोट होल्ड मोर दन वन डियाइर किसी भी परसन के बाद एक से जदा ज्यादा डिए नहीं होगा या एन आएगा वन सा डिए एन इज अलॉटिट पर संघ के नोट सिक्ट अलॉटमेंट ऑफ अनुदर नंबर अगर एक बार दूसरा नंबर नहीं मिल सकता नेक्स्ट डायरेक्टर टू इनफॉर्म डिए एन सेक्शन 156 के अकॉडिंग मेंडेट देट एवरी एक्जिस्टिंग डायरेक्टर एस्ट्री इनफॉर्म हर डिए एन टू ऑल दी कंपनीज वेर ही एक्टिंग एस डायरेक्टर विदिन वन मं जैसे ही जो director हैगा उसे DIN मिल जाता है एक महीनी के अंदर उसे सभी company में जान जा वो director है उसे बताना होता है कि हाँ मेरा ये DIN number है next a company to inform DIN to ROC section 157 के according अगर एक बार डिरेक्टर ने बता दिया कि मेरा ये DIN नंबर है तो कंपनी की responsibility आती है कि 15 दिनों के अंदर DIR 3C फॉर्म में वो ROC को इसके बारे में बता देगी कि ये इस डिरेक्टर का DIN नंबर है नेक्स्ट कंसेप्ट है आपका डिस्क्वालिफिकेशन फोर अपोइनमेंट ओफ डारेक्टर, डारेक्टर को अपोइन्ट करने के लिए क्या क्या डिस्क्वालिफिकेशन होती है, मतलब कौन-कौन परसन डारेक्टर नहीं बन सकता, तो नमबर वान है का ही लुयनेटिक और उसने application डाल रखी है कि हाँ मैं insolvent हूँ लेकिन अभी उस पर कोई decision नहीं आया है तो वो person भी director के लिए appoint नहीं हो सकता, he has convicted by court justice any offense and imprisonment for period of 6 months, court के द्वारा हो से कोई offense के अंदर या तो imprisonment मिली हुई है या punishment मिली हुई है 6 महीने की तो फिर वो director नहीं बन सकता है, नेक्स्ट ये ही एज बिन डिस्क्लिफाइड बाई कोर्ट और ट्राइबिनल एंड दा ओडर इज श्टिल इन प्रैक्टिस्ट कोर्ट या ट्राइबिनल ने उसे डिस्क्लिफाइड कर दिया था कि अब ये परसेंट डारेक्टर नहीं बन सकता नेक्स्ट ही इज अनेबल टू पे ड्यू हर कॉल मनी इवन अफ्टर सिक्स मंथ ओफ लाइज डेट ओफ पेमेंट ओफ सच कॉल मनी नेक्स्ट है, he found guilty by court of justice in case of related party transaction during the last preceding five years, पिछले पास सालों में related party transaction के अंदर उसे court ने guilty found करा है, तो फिर वो director नहीं मन सकता, he has not complied with any of provision of section 152.3, DILC with DIN, अगर DIN की कोई भी provision के साथ, वह कंप्लाई नहीं करता है तो फिर वह डायरेक्टर के लिए पॉइंट ही हो सकता है डिस्क्वैलिफाइफ हो जाता है अब नेक्स्ट आपका डिमोवल ऑफ डायरेक्टर तो रिमोवल वाइस शेयरोल्डर तो सेक्शन 169 ऑफ एक्ट इंपावर्ड शेयरोल्डर वह सेक्शन 169 के अकॉर्डिंग शेयरोल्डर जो होते हैं कंपनी के वह डायरेक्टर को रिमोव कर सकते हैं उसके टर्म जो उसका पीरियड है उसको एक्सपाइर होने से पहले शेयरोल्डर must give special notice clearly stating the intention of removal of directors 14 days before the meeting जिस meeting में वो decision लेने वाले हैं कि हाँ हम director को remove करेंगे उससे 14 दिन पहले होने है उसके बारे में बताना होगा however there are certain exceptions लेकिन इसकी भी कुछ exception है shareholder cannot remove the director which are as follow किन को shareholder directors के जो position है उससे remove वो नहीं कर सकते तो director appointed by tribunal अगर किसी डायरेक्टर को ट्रैबिनल ने अपोइंट करा है तो फिर उसे शेयर ओल्डर रिमूव नहीं कर सकते फिर डायरेक्टर अपोइंट रिटेंडर प्रिंसिपल और प्रोपोर्शनल रिप्रेजेंटेशन तो अंदर सेक्शन 242 द रेगुलेटर कोर्ट ऑफ जस्टिस ट्रेबिनेल एज ऑल्सो पावर टो रिमूव डायरेक्टर ऑन ग्राउंड ऑफ मिस मैनेजमेंट और मिसकंडक्ट ऑफ बिहेव अगेंश्ट द एठिकल स्टेंडर्ड ऑफ दी कंपनी अगर ट्राइबिनल को यह लगता है जो डारेक्टर है वो मिस बियेव कर रहा है वो मिस मैनेजमेंट कर रहा है मिस कंडक्ट कर रहा है किसकी अकोडिंग जो एथिकल स्टेंडर्ड है कंपनी के जो कंपनी के रूल्स और रेगुलेशन है उनको उनके अगेश्ट कोई भी काम कर रहा है तो फिर ट्राइबिनल के कि नेक्स्ट आपका पावर्स क्या होती है डारेक्टर के बाद सबसे पहले आपकी स्टेटूटरी पावर मतलब लीगल पावर क्या क्या होती है पावर टू में कॉल्स कॉल्स मंगा सकता है डारेक्टर पावर टू इशू शेयर्स एंड इवेंचर शेयर्स एंड इ� कर सकता है पावर टू इनवेस्ट इन फंड ऑफ कंपनी कंपनी का फंड में इनवेस्ट कर सकता है पावर टू एप्रूव फाइनेंचियल स्टेटमेंट एंड बोर्ड ऑफ डायरेक्टर रिपोर्ट बीओडी की रिपोर्ट और फाइनेंचियल स्टेटमेंट को एप of company, company के business को diversify कर सकता है, power to approve amalgamation, merger or reconstruction, amalgamation, merger or reconstruction को approve कर सकता है, power to take over company or acquire the controlling power of substantial stake in another company, किसी दूसरी company को take over or acquire कर सकता है अब यह statutory power के अलावा कुछ और power भी होती हैं तो power to approve corporate social responsibility policy जो CSR policy होती है उन्हें approve कर सकते हैं power to fill casual vacancy and appoint additional director वे alternate director जो director है उसके पास power होती है कि वो casual vacancy को fill कर सकता है या फिर additional और alternate directors को भी appoint कर सकता है next पावर to make contribution to political party political party को अगर कोई contribution करना है तो वो director कर सकता है power to recommend the rate of dividend जर्नल मीटिंग के अंदर rate of dividend recommend करता है director the power to make declaration of solvency solvency की declaration देनी की power है इसके पास power to fill the vacancy in office of KMP कोई key managerial person की vacancy है तो उस position को भी ये fill कर सकता है duties क्या होती है director की, so duty to act as per article of association of company, company की जो article of association है उसके according काम करना, duty to act in good faith में काम करना, they should exercise their duty full competency with the extra care of present and future betterment of company, company के present of future betterment के लिए काम करना, should prohibit the conflict of interest, किसी भी type के interest का conflict ना होने देना, जो उनका judgment होना चाहिए वो unbiased होना चाहिए किसी भी टाइप का उसमें biasedness नहीं होनी चाहिए जिससे जो company का gain है उसपर कोई भी अश्रर परड़े उसके अलावा not to make any undue advantage किसी भी टाइप का अपनी position का undue advantage नहीं लेना चाहिए नेक्स्ट है की मेनेजरल परसन, तो it defines the executive management as one who take care of day to day management and operation of company, केमपी कौन होता है, कोई भी ऐसा person जो company के day to day operation को manage करता है, उसे की मेनेजरल person कहा जाता है, it is the KMP who actually implement strategy and policy designed by board of director, board of director जो policy को design करते हैं, वो की मेनेजरल person होते हैं, जो इसे implement करवाते हैं, केमपी विद रिस्ट्पेक्ट टू कंपनी अब कंपनी के अकॉर्डिंग कौन-कौन केमपी हो सकता है तो दा चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर और मैनेजिंग डायरेक्टर और दी मैनेजर सीएओ एमडी या फिर मैनेजर यह केमपी में आते हैं ट्रिप्रिटरी फोल्टाइम डारेक्टर और सीएफ फॉर चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर यह आपके की मैनेजर पर संगी कैटिग्री में आते हैं अब नेक्स्ट टॉपिक आपका बोर्ड मीटिंग क्या होती है तो सेक्शन 173 ऑफ कंपनी लेकर प्रोवाइड मीटिंग क्या होती है जो कोई भी नहीं अगर कम पर जो बोर्ड ऑफ डिरेक्टर की एक मीटिंग कंडक्ट करनी होती है जिसे कहा जाता है बोर्ड मीटिंग और एवरी कंपनी अमिटिंग ऑफ इट्स बोर्ड ऑफ डिरेक्टर चेल हैड एट लिस्ट वर्थ एवरी थ्री मंथ एंड मिनिमम ऑफ फॉर सच मीटिंग विए एवरी एयर क्या बोला गया है जो ये Board of Director की meeting होती है वो कम से कम हर महिने हर तीन महिने में एक बार होनी चाहिए और पूरे साल के अंदर कम से कम चार meeting होनी चाहिए Board of Director की अब एक notice of board meeting तो notice किसे दिया जाएगा for every बोर्ड द डिरेक्टर नोटिस नोट लेस्ट देन सेवन डेशल गिवन टू राइटिंग टू एवरी डारेक्टर फॉर टाइम बिंग इन इंडिया इंडिया एडरेस्ट रजिस्टर्ड विद कंपनी क्यों बोला गया कि अगर बोर्ड ऑफ मीटिंग होने वाली तो उसमें 14 दिन 7 दिनों से पहले कम से कम साथ दिन पहले सभी बोर्ड ऑफ डिरेक्टर को इसका नोटिस जाना क्वेरम फोर बोर्ड मीटिंग मतलब फोर बोर्ड मीटिंग बोर्ड ऑफ डारेक्टर क्वेरम चुड शेल बी वन थर्ड ऑफ टोटल इस्टेंट और टू डारेक्टर विचेवर इज हायर क्वेरम क्वेरम क्या होता है एक मिनिमम लिमिट की कितने लोग प्रेजेंट होने चाहिए मीटिंग के अंदर तो बोला गया है या तो टू थर्ड जितने डारेक्टर हैं उनका टू थर्ड या फिर दो डारेक्टर इन में से जो भी हायर होगा वो देखा जाएगा वो क्वेर तो अगर meeting of board of director could not held for want of quorum then unless the article otherwise provide the meeting shall automatically stand adjoint till the next week of same day at same time and same place. क्या बोला गया है अगर quorum ना होने की वज़े से किसी meeting को cancel करा जाता है तो वो meeting अपने आप postpone हो जाती है किस date पर उसी date पर next week में same day same time और same place पर. यह हो गया आपका Board Meeting क्या होती है अब अगर आपका Annual General Meeting क्या होती है तो Every Company in addition to any other meeting or Annual General Meeting should hold its Annual General Meeting each year and specify meeting as in the notice calling it क्या बोला गया है जितनी भी Company होती है किसी और type की meeting के अलावा उन्हें एक General Meeting conduct करनी होती है हर साल अपने Financial Year में एक meeting करनी होती है जिसे कहा जाता है Annual General Meeting Holding of Annual General Meeting in every calendar year is statutory necessity. हर calendar year में एक Annual General Meeting होने जरूरी है। अगर एक प्राप्त जर्नल मीटिंग कब होती है तो प्राप्त जर्नल मीटिंग पर प्राप्त जर्नल मीटिंग पर प्राप्त जर्नल मीटिंग पर प्राप्त जर्नल मीटिंग पर प्राप्त जर्नल मीटिंग पर प्राप्त जर्नल मीटिंग पर प्राप्त जर्नल मीटिंग तो सब्सक्राइब करने के लिए होल्ड हो सकती है मतलब हर साल उसे कंपनी को एक एन्युअल जर्नल मीटिंग होल्ड करनी पड़ेगी अगर सब्सक्राइब लेकिन फर्स्ट वाली जो होती है वह अठारा महीने तक का टाइम पीरेड की रेजी इन एड छूट होती है नेक्स् बोर्ड ऑफ डारेक्टर के पास मैनेजिंग डारेक्टर के पास मैनेजर और सेक्रेटरी के पास पावर होती है कि वह एन्युरल जनरल मिटिंग कंडक्ट करवा सकते हैं नोटिस है का पब्लिक कंपनी रिक्वाइड टू गिव एटलिस्ट 21 क्लियर डेज नोटिस फॉर कन्वेइंग एन्युरल जनरल मिटिंग अगर एन्युरल जनरल मिटिंग हो रही है तो जिन जिनको नोटिस देना चाहिए उन सभी को 21 जिनका पहले नोटिस दिया जाना चाहि देट टाइम एंड प्लेस ओफ होल्डिंग दे एन्युअल जनरल मिटिंग देट टाइम एंड प्लेस क्या होगी तो बिजनेस आर में फॉलीडे नहीं होना चाहिए आप कभी भी उसे कंडक्ट कर सकते हैं नेक्स्ट एयर होल्डिंग ओफ एन्युअल जनरल मिटिंग वेन अगर कभी ऐसा हो गया कि किसी financial year में जब तक आपकी annual general meeting होनी है आपके account final नहीं हो पाएं है तो according to central government instruction the annual account are not ready for laying at the appropriate annual general meeting the company must hold the annual general meeting within time limit transact all other business other than consideration of account तो central government ने instruction दिया है अगर कभी ऐसा हो जाता है कि आपके account प्रिपेर नहीं है तो आप annual general meeting में बाकी सारी चीजे conduct करवा होगे इस राफ वो जो account वाला matter है उसे छोड़ दिया जाएगा बाकी चीजों के लिए annual general meeting held होगी नेक्स्ट पावर आफ ट्राइबिनल टू कॉल एन्यूअल जेनरल मिटिंग दोटा ट्राइबिनल ऑन दी एप्लीकेशन ऑफ एनी मेंबर ऑफ कंपनी कॉल्स और डायरेक्ट दा कॉलिंग ऑफ जेनरल मिटिंग ऑफ कंपनी यह बोला गया है अगर किसी जो मेंबर हैगा कंपन नेक्स्ट एप पेनल्टी तो दा कंपनी एंड एवरी ओफिसर ओफ कंपनी हुई इन डिफॉल्ट शेल्ट पनिशेबल विद आफ आइन एक्सटेंट टू वन लाक रुपीज एंड इन केस आफ कंटिनिंग डिफॉल्ट फाइन विच एक्सटेंट टू फाइव थाइवूज नेक्स्ट आता है आपका Extraordinary General Meeting क्या होती है तो An Extraordinary General Meeting is to consider those transactions or business which cannot be postponed till next Annual General Meeting, क्या है जो Annual General Meeting है वो तो Year में एकी वार Conduct होती है लेकिन अगर कुछ ऐसा business है जो transaction है जिसे आपको अभी deal करना है उस पर decision अभी लेना है आप अगली Annual General Meeting तक नहीं रुक सकते तो फिर आप जो Meeting Conduct कर� इट जनरली हेल्ड बिट्विन टू कंजिक्युटिव एन्युअल जनरल मीटिंग टू ट्रांजेक्स थेम अर्जेंट और स्पेशल बिजनिस किसी अर्जेंट और स्पेशल बिजनिस को कंडक्ट करने के लिए दो कंजिक्युटिव एन्युअल जनरल मीटिंग के बीच मे जनरल मीटिंग अब एक्स्ट्राइडिनरी जनरल मीटिंग कंवेट वाय बोर्ड ऑन इट्स आउन तो सेक्शन एंडेट प्रोवाइड बोर्ड में वेनेवर थिंग फिट कॉल एक्स्ट्राइडिनरी जनरल मीटिंग बोर्ड जब भी बोर्ड को सही लगे तो वह एक्स्ट्राइडिनरी एजियम कन्वेट बाई रिक्विजनेश्ट देमसेल्व अगर इव बोर्ड डाज नोट कॉल दा मिटिंग विदिन फुटी फ़ूटी फैव डेज ऑफ रिसीट और रिक्विजन रिक्विजनेश्ट मैं कॉल दा एजियम विदिन आ पीरियड ऑफ थ्री मंथ प्रॉम दी जाए कुछ होते हैं रिक्विजनेट होते हैं जो कंपनी के जो जरूरी परसंस होते हैं अगर वह कह रहे हैं कि एजीएम होनी चाहिए लेकिन बॉर्ड नहीं कितने 45 डेज के अंदर अंदर जो एजीएम को कंडक्ट नहीं करा तो फिर वह रिक्विजनेट के परस पावर आ जाती है कि वह तीस दिनों के अंदर अंदर एन्यूअल जरूरी मीटिंग कंडक्ट करवा सकते हैं अब एजीएम कंवेट बाय ट्रैब तो सेक्षन 98 ट्राइबिनल में आइधर ओन इट साउन और application by director और member of company who would be entitled to vote at meeting order a general meeting to be called तो सेक्षन 98 ट्राइबिनल में आइधर ओन इट साउन और member of company who would be entitled to vote at meeting order a general meeting to be called अब अगर requisites of a valid meeting, एक meeting वैलिड होने के लिए क्या क्या चीज़े जरूरी हैं, तो proper authority, तो the board of director is proper authority to convey a general meeting, board of director उनके पास proper authority होनी चाहिए कि वो general meeting conduct करवा सके, लेकिन फिर अगर नोटिस ऑफ मिटिंग तो आप रोपर नोटिस ऑफ मिटिंग मस्ट विगिवन एक जो नोटिस है वह दिया जाना चाहिए कि इसको एवरी मेंबर ऑफ कंपनी लीगल रिप्रेजेंटेटिव को असाइनी ऑफ इंसॉल्वेंट मेंबर तो कोई मेंब उसके अलवा auditor और auditor of company को दिया जाना चाहिए और every director of company को the notice must be given 21 clear days before the meeting जो notice है वो 21 दिन पहले दिया जाना चाहिए 21 clear days clear days का मतलब है जिस दिन आपने बेजा है और जिस दिन उन्हें मिलेगा उसके बीच में 21 days होने चाहिए वो दोनों दिन include नहीं होने चाहिए कंटेंट आफ नोटिसमेंट क्या क्या होना चाहिए तो इस पेसिफाई द प्लेस ऑफ मिटिंग डेव मिटिंग आवर्स ऑफ मिटिंग एंड कंटेंट स्टेटमेंट क्या किस चीज के बारे में मिटिंग होने जा रही है तो यह गिवन होना चाहिए उसके बाद कोई रहे हैं अगर मीटिंग में कोई नहीं है तो मीटिंग मानी जाती है अब कंपनी के केस में क्या होता है अगर कंपनी में हजार से कम मेंबर हैं तो पांच मेंबर का कोई माना जाता है अगर हजार से ज़्यादा लोग हैं लेकिन 5000 तक है ��ो 15 मेंबर का कोईरम माना जाता है अगर 5000 से भी ज़्यादा लोग हैं तो फिर 30 मेंबर का कोईरम होना ज़्यादा है प्राइवेट कंपनी के अंदर 2 मेंबर होने ज़्यादा हैं दो मेंबर अगर हैं तो वो कोईरम मान लिया जाता है नेक्स्ट रेज चेयर मैन ऑफ मिटिंग तो बिफोर गिविंग नोटिस ऑफ कंपनी कैन स्टार्ट इज बिजनेस इट रिक्वाइड टू हैव चेयर मैन हूं कैन प्रदेट द मीटिंग ही कंडक्ट द मीटिंग मेंटेन द ऑडर पूट अप द रिजोलूशन काउंट द वो� प्रोसीडिंग ऑफ एवरी जनरल मीटिंग एंड ऑल प्रोसीडिंग ऑफ एवरी मीटिंग ऑफ इट्स बोर्ड ऑफ डारेक्टर ऑफ एवरी कमेटी ऑफ दी बोर्ड जो कमपणी ने मीटिंग कंडक्ट करी है कमपणी को उसका एक पूरा रिकॉर्ड बनाकर रखना होता है जिससे पता लग सके कि इस मीटिंग में क्या डिसीजन लिया गया है उसे कहा जाता है आपका मिनट्स ऑफ मीटिंग ठीक है अब नेक्स्ट आपका पोस्टल बैलेट क्या होता है तो आप कमपणी शेल्ट रखना देख दा फॉलिंग बिजनेस ऑनली बाय मीनट्स ऑफ पोस्टल बैलेट होता है मतलब जब आप पोस्ट जो आपके पेपर पर लिखकर आप वोटिंग करते हैं एक तरीके से उसे कहा जाता है आपका पोस्टल बैलेट तो कौन-कौन सी जरूरी चीज़े होती हैं जो सिरा पोस्टल बैलेट की मदद से ही कंपनी पास कर सकती है तो पहला है गाइल्टरेशन आफ ऑब्जेक्ट क्लॉज और उसके बाद एलटरेशन ऑफ आर्टिकल ऑफ एसोशियेशन आर्टिकल को एलटर करना है तो उसके लिए पोस्टल बैलेट से जो हैगार रिजलेशन पास करवाना पड़ेगा फिर चेंज इन प्लेस ऑफ रजिस्टर्ड ऑफिस अगर रजिस्टर्ड ऑफिस की प्लेस चेंज करनी है लोकल लिमिट से आपको बाहर जाना है सिटी टाउन और विलेज से तो पोस्टल बैलेट करवाना पड़ेगा फिर चेंज इन ऑफ जग फॉर विच कंपनी एडिट मनी कंपनी ने जिस चीज के लिए पैसा रेस करा था उसे रिजलेशन लेना पड़ेगा फिर इश्यू आफ चेयर ऑफ डिफरेंशियल राइट और एश टू वोटिंग और डिविडेंट अगर शेयर इश्यू करने विडिफरेंशियल राइट तो फिर पोस्टल वैलेट करवाना पड़ेगा वेरिएशन इन राइट अटेश्ट प्लास ऑफ चेयर ऑफ डिवेंचर जो शेयर ऑफ डिवेंचर है उनकी जो टाउम्स हैंगी उनमें चेंज करना है तो फिर पोस्टल वैलेट की मदद से होगा बाय बैक ऑफ चेयर बाय कंपनी कंपनी को अगर चेयर्स को बाय बैक करना पोस्टल बैलेट की मदद से होगा सेल ओफ होल और सब्सेंचली होल ओफ एन अंडर टेकिंग ओफ ए कंपनी अगर किसी कंपनी जो कंपनी की अंडर टेकिंग है उसे बेकना है पूरी या उसका कुछ पार्ट तो पोस्टल बैलेट करवाना पड़ेगा गिविंग लोन और एक्स्टेंडिट गारेंटी कोई लोन देना है या किसी गारेंटी को एक्स्टेंड करना है तो फिर नेक्स्ट आपका e-voting क्या होती है तो e-voting is term encircling several different type of voting including electronic means of casting a vote and electronic means of counting the votes e-voting क्या होती है यह एक तरीका होता है जिसके अंदर आप vote जो डलवा वो भी एलेक्ट्रोनिक मीन्स की मदद से डलवाते हैं और जो वोट की काउंटिंग होती है वो भी एलेक्ट्रोनिकली होती है वोटिंग थ्रो ई मीन्स मीन्स एस पर रूल 20 ओफ कंपनी जैक्ट एवरी लिस्टिट कंपनी ओफ कंपनी हैविंग नोट लेस दन 1000 शेयर ओ जो भी लिस्टिड कंपनी है और अगर कोई कंपनी और उसका लिस्टिड कंपनी के जो शेयर ओल्डर है वह कम से कम हजार या हजार से ज्यादा शेयर ओल्डर है तो फिर उस कंपनी को अपने शेयर ओल्डर को ऑप्शन देना होगा कि वह भी वोटिंग के थ्रू वोट कर सकते हैं बिटिंग में अमेंबर में एक्सरसाइज राइट टू वोट एट एनी जनरल मिटिंग बाय इमींस एंड कंपनी में पास एनी रिजॉर्न रिवेशन बाय एलेक्ट्रोनिक वोटिंग सिस्टम एस पर प्रोविजन ऑफ दिस रूल तो मेंबर के पास फिर पावर आ जाती है तो मेंबर एलेक्ट्रोनिक मीन से वोट कर सकते हैं और कंपनी ओन वोट के बेसिस पर कोई भी रिवेशन डिविडेंट आप सभी को पता है क्या होता है शेयर का प्रॉफिट का वह हिस्सा जो कि आप शेयर ऑल्डर्स को अब क्या क्या प्रोविजन है कि आप कब कब dividend की payment कर सकते हैं तो number one है का dividend can be declared and paid only from current year profit, accumulated revenue profit, money provided by government for guarantee given in relation to dividend तो dividend आप कहां कहां से दे सकते हैं या तो आपके current year का profit है उस में से या आपके जो पिछले इयर्स का एक्टिमिलेटेड रेवेन्यू है मतलब जो अपने खट्टा कर रखा है प्रॉफिट उसमें से या फिर अगर आपको गॉर्नमेंट ने कोई सबसेदी वगैरा प्रोवाइड करवाई है मनी प्रोवाइड करवाई है डिविडेंट देने के लि� डिविडेंट डिक्लेयर करने से पहले आपको एक कुछ पर्सेंटेज है जो आपको प्रिस्क्राइब करी हो गई होगी उसके उतना आपको प्रोफिट है वो एक रिजर्ब में ट्रांसफर करना होता है जो डिविडेंट की पेमेंट होगी वो सरब जनरल रिजर्ब में से आप कर सकते हैं नेक्स्ट है, amount of dividend must be deposited in separate scheduled bank account within 5 days from the date when the dividend is declared. पाँच दिनों के अंदर, जब से आपने dividend declare करा है, उससे पाँच दिनों के अंदर आपको उस dividend को एक अलग bank account में, scheduled bank में, एक account खोल के उसमें submit करना होता है उतनी amount को. नेक्स्ट है, dividend should be paid only to registered shareholder, जो shareholder आपके registered shareholder हैं, आप सिरफ उनी को dividend दे सकते हैं. नेक्स्ट डिविडेंट शुट बी पेड ओनली इन कैश थ्रो चेक और डिविडेंट वारंट थ्रो एनी डिजिटल मोड नेक्स्ट डिविडेंट शुट बी पेड ओनली इन कैश थ्रो चेक और डिविडेंट वारंट थ्रो एनी डिजिटल मोड dividend must be paid within 30 days from date of declaration declaration होने के बाद 30 दिनों के अंदा dividend pay हो जाना चाहिए यह आपकी 8 provisions हैं कि dividend payment की क्या आपकी provisions दी गई हैं जो आपके company law में दी गई हैं next है आपका penalty in case of inability to पे डिविडेंट अगर कंपनी ने डिविडेंट डिकलेयर कर दिया लेकिन उसे पे नहीं कर पाई तो क्या पेनल्टी लगती है तो अगर किसी कंपनी ने डिविडेंट पाई तो 30 देश पर डिविडेंट पर दिविडेंट पर दिया लेकिन अगर किसी कंपनी ने डिविडेंट पर दिया लेकिन अगर किसी कंपनी ने डिविडेंट पर दिया लेकिन अगर किसी कंपनी ने क्या बोला गया है अगर dividend declare होने के 30 दिनों के अंदर dividend pay नहीं किया जाता है तो जो director होंगे company के जो भी जिनको पता होगा इसके बारे में उन पे penalty लगेगी 1000 rupees per day जब तक dividend pay नहीं हो जाता और उसके साथ साथ उन्हें jail भी हो सकती है 2 साल की फिर अगर further the company liable to pay interest on defaulted amount simple interest rate 18% per annum till the end of period of default अगर company यह त��� हो गया था director का, अब अगर company के ऊपर क्या liability आती है, तो company को इस amount पर interest pay करना पड़ेगा 18% per annum का, अब आगे यह तो हो गया आपका dividend का concept clear, अब आगे आपको पढ़ना है audit and auditors के बारे में, तो audit is referred to a systematic examination or review of a transaction of a company in order to know whether the company is providing true and fair view of its financial statement to its stakeholder, और डिट का मतलब क्या होता है यह एक एग्जामिनेशन होता है कि इस चीज का जितनी भी कंपनी ट्रांजेक्शन जितनी भी ट्रांजेक्शन करती है कंपनी अपने एक एक अकाउंटिंग पीरियड में उन सभी को एग्जामिन करना यह जानने के लिए कि क्या कंपनी ने अप प्रोसेस को परफॉर्म करता है उसे आपका ऑडिटर कहा जाता है अब एक ऑडिटर बनने के लिए क्या क्या क्वालिफिकेशन होनी चाहिए तो नंबर वन ओनली एक क्वालिफाइड चार्टेड अकाउंटेंट कैन बी अपवाइंटेड एज एन ऑडिटर ऑफ कंपनी एक को अगर आपने एक से ज़्यादा ओडिटर को अपउइंट करा है तो वो मिलकर एक फर्म बना लेते हैं और आपने उस फर्म को अगर अपउइंट करा है तो उस फर्म में जो CA हैं सरब वही ओडिट स्टेटमेंट के उपर साइन कर सकते हैं वही कॉलिफाइड होते हैं नेक्स्ट है डिस्क्वालिफिकेशन ओडिटर अब कौन-कौन परसन्ट डिस्क्वालिफाइड हैं जो ओडिटर नहीं बन सकते तो नंबर वन है का आप बॉडी कॉर्परेट एक्सेप्ट एललपी रजिस्टर अंडर एल एलपी एक्ट कोई भी बॉडी कोर्पोरेट ऑडिटर नहीं बन सकती सिरफ एलपी अगर हैगी कोई तो वो ऑडिटर बन सकती है अगर जिस कंपनी का ओडिट करवाना है उसी का कोई एम्प्लोई या ओफिसर है तो वो ओडिटर नहीं बन सकता नेक्स्ट पर्सन हो इस रिलोटिट टू ओफिसर और एम्प्लोई ओफ दा कंपनी वाइ वेय ओफ बिंग पार्टनर और इन एम्प्लाइमेंट कोई भी ऐसा person जो की उस company के officer या employee के साथ किसी भी type की relation में है चाहें वो partner है चाहें उसकी employment में है तो वो auditor नहीं बन सकता नेक्स्ट है आप परसन हूँ और हिस रिलेटिव और पार्टनर कोई भी ऐसा परसन जिसके रिलेटिव या पार्टनर क्या क्या हो ये देखिए आपको 5-6 कुछ 8 कंडिशन दिये हैं ये ये नहीं होना चाहिए तो इस हैविंग आ इंटरेस्ट इन कमपनी और सबसीदरी या या फिर has given a guarantee or indebtedness of third person to the company, company की indebtedness है मतलब किसी third person के against उन्होंने guarantee दे रखी है एक लाग से ज़्यादा की amount की, has a direct or indirect business relationship with the company, उनकी company के साथ business relationship है, या फिर is relative of director of any key managerial person, या फिर वो relative है किसी director के या फिर KMP के, या फिर is employed full time at some other place, he is part of firm in which appointed as an auditor of 20 companies, या फिर वो 20 से जदा companies के auditor पहले से हैं, या फिर is convicted for an offense or fraud and 10 year has not been passed, या फिर वो किसी fraud में involved है और उस fraud को करे हुए अभी 10 साल नहीं हुए हैं, या फिर render any service to company or its subsidiary, या फिर उन्होंने अपनी subsidiary और holding को कोई service provide करी है, है तो फिर वह पर साने ऑडिटर नहीं बन सकते यह आठ कंडीशन दी गई है आपको टीक है अब नेक्स्ट है आपका अपॉइंडमेंट ऑफ ऑडिटर ऑडिटर को कैसे अपॉइंट किया जाता है तो एस पर सेक्शन 139 एंड इंडिविजुअल ऑफ फर्म कोई भी ऑडिटर को किसी कंपनी की जो न्यू इंकॉर्पोरेटेड कंपनी होती है उसकी फर्स्ट एन्युअल जनरल पहली है the company shall appoint an auditor in the first general meeting with written consent of auditor, certificate of qualification on notifying the registrar within 15 days. First annual general meeting में appoint किया जाएगा उसकी written consent ली जाएगी, certificate of qualification लिया जाएगा और registrar को 15 दिनों के अंदर इसके बारे में notify कर दिया जाएगा. नेक्स्ट अलिस्टिड कंपनी शेल नोट अपइंट और रिएपइंट एन इंडिविजुअल आउडिटर फोर मोर दन वन टर्म कंसिस्टिंग आफ कंसिस्टिव फाइव येर एंड एन आउडिट फर्म फोर मोर दन टू टर्म कंसिस्टिंग आफ कंटिनियस फाइव येर इ और अगर किसी firm को as a auditor appoint कर रही है तो 10 साल के लिए कर सकती है और उससे ज़्यादा के लिए नहीं कर सकती next है the auditor remain in the office from the date of appointment in the annual general meeting till the conclusion of 6th annual general meeting first annual general meeting होने के बाद जो auditor है वो company के office में रहता है auditor के office में 6th annual general meeting होती है उसके conclusion होने तक तो वही आपका 5 year का period हो जाता है नेक्स्ट, मेंबर औफ कंपनी आ रिक्वाइट टू इंशेर रोटेशन ओफ ओडिटिंग पार्टनर एंड देर टीम बिलॉंगिंग टो अपइंटेड ओडिट फर्म दिरिंग दा टीनियर ओफ अपइंटमेंट एंड ओडिटेड बाइ मोर देन वन ओडिटर। अगर किसी फर्म को अपइंट किया गया है तो जो मेंबर हैंगे कंपनी के वो ओडिटर्स की रोटेशन करवा सकते हैं ऐसा मतलब हर बार एक इन केस आफ गॉर्नमेंट कंपनी एनी अदर कंपनी ऑन डो कंट्रोल डायरेक्टली और इनडर क्लिबाइट सेंट्रल और इस्टेट तो जो उसका ऑडिटर अपाइंट होगा वह 180 दिन के अंदर होगा फर्स्ट वाइनेंशियल एयर बिगन होने के बाद तक नेक्स्ट है का आपका Auditor's Rotation क्या होती है, तो as per section 139, a company shall not reappoint an individual auditor for more than one term and an audit firm for two terms, यही बताया है, जो कोई भी company, किसी एक auditor को, एक individual को 5 साल के लिए और एक audit firm को 10 साल के लिए नहीं रख सकती है, 10 साल से ज़्यादा के लिए नहीं रख सकती है, तो Central Government ने Auditor के Rotation से Related Rule दिया है, क्या दिया है, the audit committee of company is required to recommend the name of individual auditor or audit firm that would become the auditor of company after the completion of tenure of present auditor, जो audit committee है वो recommend करेगी, name किसका की, इस auditor के period खतम होने के बाद अब नया auditor कौन आएगा, उसके बाद the auditor of audit firm who is being considered for appointment in next term shall not associated with current auditor, जो next term में auditor appoint होने वाला है, वो पिछले वाला है, अगर आप अपने अपने अपने अप अगर कोई एक partner है जो पहले किसी firm में था और audit कर रहा था अब वो partner इस firm को छोड़ कर किसी दूसरी audit firm में चला जाता है तो फिर ये पहले पुरानी वाली भी और नई वाली दोनों audit firm के लिए firm ineligible हो जाती है और same firm का audit करने के लिए next टेप का removal of auditor क्या होता है तो the auditor in office shall stay and removed from the position by way of removal by company or by auditor resignation किसी भी auditor को दो तरीके से remove किया जा सकता है या तो company remove कर सकती है या auditor खुद resign दे जाए the auditor serving a company can remove from its position between its tenure of service by special resolution सरफ special resolution pass करके remove किया जा सकता है this can be done by only after obtaining approval from central government यह सरफ तबी किया जा सकता है जब central government का approval ले लिया जाएगा फिर अगर अगर अगर अग नेक्स्ट है पेनल्टी फोर वोयलेशन, तो अगर कोई भी ओडिटर उपर दिये गई क्राइटेरिये का मतलब अगर उसे रिजाइन देना है तो क्या क्या कंडीशन फॉल्फिल करनी पड़ेंगी उसका वोयलेशन करता है तो उस पर के उपर 50,000 रुपए या फिर जितनी उस नेक्स्ट एक आपका कंसेप्ट मीनिंग ओफ वाइंडिंग आप क्या होता है तो वाइंडिंग आप ऑफ कंपनी इस द प्रोसेस विर बाई इट्स लाइफ एंडेड वो प्रोसेस जिससे कंपनी की लाइफ खतम हो जाती है उसे का जाता है वाइंडिंग आप इट्स प्रोप अब वाइंडिंग अप होता कैसे है तो इसके लिए एक ऑफिशियल लिक्विडेटर को अपवेंट किया जाता है जो कि कंपनी के सारे एसेट्स को लिक्विडेट करता है सारे डेट्स को पे करता है उसके बाद अगर कुछ बच जाता है तो फिर वो एम शेयर मेंबर्स के बी और सरकमिस्टांस फॉर वाइंडिंग अप बाई ट्राइबिनल ट्राइबिनल के केस में कब वाइंड अप होता है तो नंबर वन है का इफ कंपनी है बाई स्पेशल रिजोलूशन रिजोल्ड द कंपनी वूड बाइंड अप बाई ट्राइबिनल अगर कंपनी ने स्पेशल मतलब अगर कंपनी ने कंट्री के इंटिग्रिटी और सोवनेटी मतलब देशित से बाहर जाकर कोई काम करा है तो फिर उसका वाइंडिंग अप ट्राइबिनल कर देती है अगर ट्राइबिनल को लगता है कि जो कंपनी के अफेयर हैं वो फ्रॉडलेंट मेनर में हो रहे हैं मतलब फ्रॉड हो रहा है कंपनी में तो फिर ट्राइबिनल वाइंड अप कर देती है अगर company ने पिछले 5 सालों के annual return file नहीं करें है तो tribunal wind up कर सकती है उसे अगर tribunal को किसी और basis पर यह लगता है कि company का wound up होना जरूरी है तो फिर company को wound up कर सकती है tribunal