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Affiliate Marketing Advertising Sense

या जो कुछ हमने पढ़ा है उसको rewind कर लेते हैं हमने सबसे पहले niche research की हमने कोई ऐसा topic find किया जिसको use करके हम website बना सकें और हमारे website का main topic हो उसके बाद हमने keyword research की website setup की उसपे theme installation की wordpress के बारे में हमने in detail जाना content writing किस तना करनी है किसी भी blog पे content किस तना add करना है वो भी हमने understand किया हमने अपने blog का user interface कैसे अच्छा करना है layout कैसे बेटर बनाना है और ultimately इन दोनों के नतीजे में user experience कैसे बेटर हो सकता है हमने उसको भी deeply सीखा उसके बाद हमने off page SEO की कि हम किस तरह अपनी website की promotion करते हैं अपनी website को links देते हैं ultimately earn करते हैं ये बेटर word हो सकता है और उसके साथ हमने monetization model की तरफ गए कि हमने amazon affiliate के साथ किस तरह revenue generate करना है और revenue generation के बाद ultimately हमने उस website को किस तरह flip करना है, बेचना है और उससे revenue कमाना है तो इस सब के बाद जो monetization methods है उसमें हम एक और monetization method को add कर रहे हैं जो के है Google AdSense इसके बारे में मैं आपको बहुत दफ़ा बता तो चुका हूँ overview दे चुका हूँ और introduction में हम देखते हैं कि Google AdSense basically है है क्या हमने लास्ट टाइम गूगल एड्स पढ़ा गूगल एड्स गूगल की ही एक प्रोडक्ट है जो के डील करती है एडवर्टाइजर को है एडवर्टाइजर कौन होते हैं जो अपनी प्रोडक्ट की अपनी कंपनी की परमोशन करवाना चाहते हैं एडवर्टीजमेंट करवाना चाहते हैं जबकि गूगल एड्स एंस पब्लिशर को डील करती है पब्लिशर कौन होते हैं पब्लिशर होते हैं उन वेबसाइट के यह प्लैटफॉर्म के ओनर यह वह प्लैटफॉर्म जो जिनके पास है अपनी website पे space होती है जहां पे वो Google के जो AdSense के ads हैं उनको display करवा सके अच्छा अब ये model काम कैसे करता है let's suppose हमारी एक website है जो कि हमने आज तक अभी तक बनाना सीखी हम उस पे अब traffic आना start हो गई हमने search engine optimization की उसके नतीजे में हमारी traffic आना start हो गई अब हम उस traffic को monetize करते हैं मतलब उससे revenue कमाते हैं तो हमने अब देखा कि Amazon affiliate के account से हम वहाँ पे अमजोन की प्रोडक्ट को प्रमोड कर सकते हैं तो जो भी विजिटर्स जो भी लोग गूगल से सर्च करके लेट कहीं से भी सर्च करके या फाइंड करके मारी वेबसाइट तक पहुंचेंगे और वहां से अगर वो अमजोन के अफिलियेट लिंक पर क्लिक करते हैं और वो अ एक business model हो गया revenue generation का इसके साथ Google AdSense दूसरा एक revenue generation model है जो के काम किस तरह करता है हम Google AdSense पर sign up करते हैं google.com slash AdSense URL है जहां पे हम sign up करेंगे अपने Google account से जिसमें वो हमसे basic information मांगेगा हमारा नाम मांगेगा हमसे email address मांगेगा और हमारी website का URL मांगेगा का जो के most important part है तो वो हमारी website को analyze करेगा कि क्या हमारी website Google AdSense की जो policies हैं, जो terms and conditions हैं, उन पर पूरा उतरती है या नहीं, अगर terms and conditions पर पूरा उतरती है, तो Google AdSense का account approval email इसमें तक्रिबन एक दिन से लेकर दस दिन लग सकते हैं, और जब approval हमें email आ जाएगी कि हमारा Google AdSense का account approve हो चुका है, तो गूगल हमें allow करेगा कि हम Google AdSense के dashboard में login कर सकें वहाँ से एक और journey start होता है, वहाँ से हम Google के different ad formats होते हैं, वहाँ से code generate करेंगे, जिस तरह आपको याद होगा कि हमने Google Analytics का code paste करते थे, Microsoft Clarity का code paste करते थे, simple वैसे ही हम Google AdSense का code generate करके अपनी website में paste करेंगे, तो जहाँ पे हम अपनी website पे, जहाँ पे हम Google AdSense का code paste करेंगे, again इसमें भी दो option हमें देता है, उसको हम practically भी देखेंगे, अब ही जस्ट में ओवर यू आपको दे रहा हूं कि एक तो गूगल हमें यह ऑप्शन भी देता है कि हम गूगल का कोड उठाकर अपनी वेबसाइट लगा दे देन गूग हमारी website के किस position पर दिखाना है और यहां हम manually भी place कर सकते हैं हम चाहते हैं कि title के नीचे फलाँ ad size और फलाँ creative वाला जो ad होगा वो display हो और यह work किस ना करेगा again visitor हमारी website पे आए उन्होंने हमारे content को consume किया उसके साथ उन्हें ad नज़र आ रहा है अगर वो उस ad पे click करेंग गूगल आड्स के अडवर्टाइजर को जो उसने पे की होगी उसमें से कुछ परसेंटेज कुछ हिसा जो कि गूगल हमें नहीं बताता वो हमें पे कर दिया जाएगा अच्छा गूगल हमें नहीं बताता से क्या मुराद है कि गूगल हमें वैसे तो बताता है कि हमें तकरीब एग्जांपल भी देता जाओंगा आपको समझाने के लिए कि let's suppose मैं एक company हूँ let's suppose मैं टेलिनॉर एक company है वो Google को pay करती है $1 per click अब website के मामले में normally normally मैं बता रहा हूँ कि website के मामले में $0.68 Google उस website के owner को pay करेगा जहां पे उसने टेलिनॉर का ad place किया और YouTube के मामले में अगर YouTube पे वो ही ad show हो रहा है तो YouTube के मामले में Google YouTube पे जिसकी वो वीडियो है जो publisher है उसको 50.5 डॉलर पे करेगा तो ये जस्ट आपको समझाने के लिए एक fact बताया एक stats शेयर किये अच्छा अब Google AdSense ही क्यों हालांके दुनिया में आपको बहुत सारे publisher networks मिलेंगे जिसमें propeller ads है, media.net है और इसके लावा मैं बहुत सारे मजीद भी आपको list शेयर करूँगा क्योंकि अगर Google AdSense के alternative के तौर पे आप उन्हें भी use कर सकते हैं लेकिन Google AdSense का सही से जो alternative है मतलब जितना Google AdSense हमें pay करता है उतना हमें कोई और network उस traffic पे शायद pay ना कर सके इन ideal cases में बता रहा हूँ वैसे तो CPA के networks मौझूद होते हैं affiliate के Amazon के लावा भी बहुत सारे networks मौझूद हैं जो कि हमें शायद AdSense से शायद Amazon से भी ज्यादा pay करें लेकिन मैं आपको नॉर्मली एक बता रहा हूँ कि अगर अगेन ये डिपेंड भी करता है कि आपकी वेबसाइट किस कंट्री को टार्गेट कर रही है लेट स्पोस अगर टीर वन कंट्री से ट्रैफिक आ रही है हमारी यूएसे से आ रही है और अस्ट्रेलिया से आ रही है यूके से आ रही है और हमारी नीश ऐसी है जिस पे अफिलियेट हो सकता है अगेन वापस जाएंगे और इंटेंट वाला जो लेक्चर है उसको माइंड म websites होती है या even जो affiliate sites होती है उन पर भी use होता है लेकर informational sites पे ये ज्यादा use होता है जहांपे information distribute की जा रही होती है जिसमें आप jobs का समझ लें अगर पाकिस्तान के में बात करूँ तो आप कहीं पे आपने prices की website बना रखी है jobs आप list करते हैं आप different institutes के जो admissions आते हैं results आते हैं आप वो share करते हैं आपकी educational website है तो इस तरह की website पे Google AdSense से बेहतर कोई भी आपको pay नहीं करता अगर आपकी traffic USA से है या आपकी traffic Canada से है या यूरप से है या Australia, New Zealand इस तरह की tier 1 country से है तो वहाँ पे आपको शायद AdSense से भी बेहतर networks मिल जाएं लेकिन still वहाँ भी AdSense top ही करेगा जब payment देने का मामला आएगा तो Google AdSense इस वज़ा से भी use किया जाता है एक तो ये इंट्रस्ट की बेस पर ऐड दिखाता है, let's suppose मेरी website phishing से related है, तो Google Adsense का जो system है, वो automatically मेरे website के visitor को, चुके वो phishing की website पे land किया, तो it means को वो phishing में ही interested होगा, तो उसको उससे related ही, मतलब मेरे जो page है, उसका जो content है, और वहाँ पे जो keywords used हुए हैं, उसके लिहास से ही Google Ads show क जो visitor है उसके click करने की tendency बढ़ जाए इसके साथ वो Google AdSense उस visitor की interest को भी मदे नज़र रखेगा मतलब उसकी जो search history है उसकी जो location है वो किस चीज के बारे में planning कर रहा है उस चीज को भी target करते हुए उसको उसी के लिहाज से ads show करवाएगा ताके उसके जो click करने की again जो उसका interest है जो उसके click करने की tendency है वो बढ़ जाए तो Google Adsense इस मामले में समार्ट है वैसे भी Google का अपना एक ट्रस्ट फैक्टर भी है गूगल एड्स के जरिए बहुत सारे एडवर्टाइजर्स गूगल के पास हैं, शायद सबसे ज्यादा और सबसे क्वालिटेटिव एड जो एड देने वाली कंपनीज हैं, वो गूगल के पास हैं, तो इसलिए गूगल एडसेंस हमें ज्यादा, कंपेरेटिवली ज्यादा प content है, niche है, topic है और इसके साथ location जहां भी, वो ही मैं आपको पहले बता चुका हूँ, जहां पे ज्यादा पैसा involve होगा, वहाँ पे ज्यादा पैसा बनेगा, advertiser ज्यादा spend करेगा जो publisher है, वो ज्यादा earn करेगा और जो चीज sale होगी, वो ज्यादा पैसा वाली होगी, तो ultimately जितनी ज्यादा income, जितना ज्यादा पैसा जितना ज्यादा involve होता है उतने ही किसी भी टॉपिक का किसी भी नीच का किसी भी कीवर्ड का जो पोटेंशल है वह इंक्रीज या डिक्रीज होता है तो यह बेसिक सा इंट्रोडक्शन तागुगल ऐड सेंस का जो 2003 में स्टार्ट हुआ था उस वक्त इसका एक प्रोग्राम भी होता था और एक्ट्री इसको अपनी वेबसाइट पर सेट अप कैसे करना है तो टीट यूज अ