Coconote
AI notes
AI voice & video notes
Try for free
🌊
वेव फ्रंट और हाईगन्स प्रिंसिपल
Oct 9, 2024
वेव फ्रंट और हाईगन्स प्रिंसिपल
वेव फ्रंट का परिचय
पॉइंट लाइट सोर्स से निकलने वाली लाइट वेव।
सभी लाइट वेवों की स्पीड समान है।
लाइट वेव होमोजीनियस मीडियम में यात्रा कर रही हैं।
हर लाइट वेव x दूरी तक यात्रा करती है।
x दूरी पर मीडियम के किसी बिंदु को छूती हैं।
इस बिंदु को लोकेस कहा जाता है।
मीडियम के कण एक समान चरण में कम्पन करते हैं।
वेव फ्रंट की परिभाषा
वेव फ्रंट को ऐसे परिभाषित किया जा सकता है:
अंडरस्टैंडिंग के लिए, वेव फ्रंट सभी कणों का निरंतर लोकेस है जो एक समान चरण में कम्पन कर रहे हैं।
वेव फ्रंट के प्रकार
लाइट स्रोत के आधार पर तीन प्रकार के वेव फ्रंट होते हैं:
स्फेरिकल वेव फ्रंट
जब लाइट स्रोत एक पॉइंट स्रोत हो।
सिलिंड्रिकल वेव फ्रंट
जब लाइट स्रोत एक लीनियर स्रोत हो।
प्लेन वेव फ्रंट
जब पॉइंट या लीनियर लाइट स्रोत बहुत बड़े फासले पर हो।
उदाहरण: सूरज से आने वाली लाइट।
हाईगन्स प्रिंसिपल
हाईगन्स प्रिंसिपल हमें किसी भी वेव फ्रंट के ज्यामितीय निर्माण और स्थिति के बारे में बताता है।
पहला स्टेटमेंट:
किसी भी वेव फ्रंट के सभी बिंदु एक नए डिस्टर्बेंस के रूप में कार्य करते हैं।
इन्हें सेकेंडरी वेवलेट्स कहा जाता है।
सेकेंडरी वेवलेट्स हर दिशा में लाइट की स्पीड से यात्रा करते हैं।
दूसरा स्टेटमेंट:
सेकेंडरी वेवलेट्स को टेन्जेंटली टच करने वाली सतह एक नए वेव फ्रंट को बनाती है।
इसे सेकेंडरी वेव फ्रंट कहा जाता है।
व्याख्या
मान लीजिए कि एक पॉइंट सोर्स से स्फेरिकल वेव फ्रंट एमिट हो रहे हैं।
हाईगन्स प्रिंसिपल के अनुसार, हर एक बिंदु एक नए डिस्टर्बेंस का स्रोत बनता है।
पॉइंट से स्फेरिकल वेव बनते हैं जो हर दिशा में लाइट की स्पीड से यात्रा करते हैं।
इन वेव्स को हम वेवलेट्स कहते हैं।
निष्कर्ष
हाईगन्स प्रिंसिपल का उपयोग करके किसी भी वेव फ्रंट की स्थिति और आकार का पता लगाया जा सकता है।
वीडियो पसंद आए तो चैनल को सब्सक्राइब करें और वीडियो को लाइक करें।
अगली वीडियो में मिलते हैं!
📄
Full transcript