इस वीडियो में हम समझेंगे वेव फ्रंट और हाईगन्स प्रिंसिपल वेव फ्रंट मान लीजी कि एक पॉइंट लाइट सोर्स से नंबर ओफ लाइट वेव एमिट हो रही है इन सभी लाइट वेव की स्पीड सेम है और ये light wave homogeneous medium में travel कर रही है। अब मान लीजिए कि की time बाद हर light wave x distance travel करती है। एक्स distance travel करने के बाद हर light wave medium की किसी point को touch करती है। इस point को हम locus भी कहते हैं. इन हर एक point पे medium के particles होते हैं, जो same phase में vibrate करते हैं. कहने का मतलब यह है कि particular time पे इन points को touch करने वाली light wave का phase same होता है.
इसे हम ऐसे समझ सकते हैं. कि सेम स्पीड से ट्रेवल करने वाली सभी वेव ���ा लोअर और हाईर एम्प्लिट्यूब सेम होता है। एनिमेशन में हम देखते हैं कि पॉइंट लाइट सोर्स से हर डायरेक्शन में लाइट वेव एमिट हो रही है। और एक पर्टिकुलर टाइम के बाद मीडियम की हर एक पॉइंट को टच करती है। जिससे एक 3D स्फेरिकल प्लेन बनता है। और इसी प्लेन को टच करती है। हम wave front कहते हैं. Wave front को हम कुछ इस तरह से define कर सकते हैं.
A wave front is defined as the continuous locus of all the particles of a medium which are vibrating in the same phase. Light source के basis पे wave front तीन type के होते हैं. स्फेरिकल वेव फ्रंट, सिलिंड्रिकल वेव फ्रंट और प्लेन वेव फ्रंट. अगर light source एक point source हो, तब जो wave front बनता है, उसे spherical wave front कहते हैं.
अगर light source एक linear source हो, तब जो wave front बनता है, उसे cylindrical wave front कहते हैं. अगर point light source या linear light source बहुत large distance पे हो, तब जो spherical या cylindrical wave front बनता है, वो plain wave front जैसा appear होता है, उसे plain wave front कहते हैं, इसका best example हम sun को मान सकते हैं, इससे आने वाली spherical wave front, plain wave front जैसा appear होती है, आईए अब समझते हैं हाईगन्स प्रिंसिपल के बारे में। हाईगन्स प्रिंसिपल हमें किसी भी वेव फ्रंट की जोमेट्रिकल कंस्ट्रक्षन और पोजीशन के बारे में बताता है। हाईगन्स प्रिंसिपल कहता है कि अगर हमें किसी पर्टिकुलर टाइम पे वेव फ्रंट का शेप पता हो तो हम हाईगन्स प्रिंसिपल का यूज करके किसी टाइम इंटरवल बाद उस wave front का shape और position का पता कर सकते हैं Huygens principle को समझाने के लिए Huygens ने दो statement दी हैं जिन्हें हम animation की मदद से समझेंगे Huygens principle की पहली statement कहती है कि किसी भी wave front के सभी point एक नए disturbance की तरह act करते हैं, जिन्हें हम secondary wavelets कहते हैं, और ये secondary wavelets हर direction में light की speed से travel करते हैं. हाइगन्स प्रिंसिपल की second statement कहती है, कि secondary wavelets को tangentially touch करने वाली surface एक नए wave front बनाती है. जिसे हम secondary wave front कहते हैं आईए इसे हम डीटेल में समझते हैं। मान लीजिये कि एक पॉइंट सोर्स से स्फेरिकल वेव फ्रंट एमिट हो रहे हैं। हाइगन्स प्रिंसिपल के अकोर्डिंग इस वेव फ्रंट का हर एक पॉइंट एक नए डिस्टर्बिंस का सोर्स बन जाता है। मतलब हर एक पॉइंट लाइट सोर्स की तरह काम करता है। पॉइंट से स्फेरिकल वेव बनते हैं जो हर डायरेक्शन में लाइट की स्पीड से ट्रैवल करते हैं और इन वेवस को हम वेवलेट्स कहते हैं अब मान लेते हैं कि इनिशियली टाइम टी इक्वल टू जिरो पे इन स्फेरिकल वेवस का रेडियस जीरो हैं क्यूंकि सभी वो speed multiply time होगा यानि के अब हमें हर एक wave के radius की value पता है अब अगर हम इन सभी spherical wave के surface से एक tangent draw करें तो हमें एक नए wave front की position मिलती है और इस नए wave front को secondary wave front कहते हैं और इस तरह हाइगन्स प्रिंसिपल का यूज करके हम किसी भी वेव फ्रंट की पोजीशन और शेप का पता लगा सकते हैं. अगर आपको हमारा यह वीडियो अच्छा लगा तो चैनल को सब्सक्राइब करे और वीडियो को लाइक करे.
तो मिलते हैं नेक्स्ट वीडियो में.