जाएं दोस्तों मैं नवीन सर्मा आप सभी का स्वागत करता हूँ आशा करता हूँ आप सब एक दम अच्छे हैं एक दम बेहतरीन हैं एक बार सारे प्यारे दोस्त बताएंगे आप सब कैसे हैं उम्मीद करेंगे बहुत अच्छे होंगे बहुत सांधार होंगे और साथ ही हम देखो दोस्त ये परिक्षा का वो समय है जिस समय आपको भटकना नहीं होता है कि बेतरतीब परिशनों को किसी कक्षा में मैं आपको दिखाऊं बेवज़ है कि कितने भी परिशन मैं आपको दिखा सकता हूं कक्षा में बहुत कठिन परिशन आपको कक्षा में दिखा सकते है जो अपने सेलेक्शन को साथ ही कामयाब करेंगे जो सेलेक्शन तक पहुंचेंगे तो अंतिम समय मतलब कि जो बहुत महत्वपूर्ण चीजें जो स्कोरिंग चीजें उनको पढ़ लो इस समय पर मैं आपको हमेशा गाइड करता था मैंने पहले भी बोला है एक साल पहले भी बोला है कि जब जब परिक्षा की घड़ी आती है तब तब आपको नए नाम से कक्षाएं जिसका नाम है आपका अ शमास और रस उम्मीद करूंगा शमास आप बहुत अच्छे से पढ़ चुके होंगे और अंतिम समय में परिक्षा के लिए क्या लेकर जाना है कौन-कौन सी चीजे मेमोराइज करनी है तो छंद होगे आपका क्या बोलेंगे शमास और रस हो गया और कल हमारा होगा छंद और एका कोई लेना देना तो होता नहीं है वैसे भी बहुत सारे लोग होते हैं पेरेंट्स डे पेरेंट्स वाले दिन लगा देते हैं और अपने पेरेंट्स का ख्याल रखते नहीं है ठीक है तो आप उम्मीद करूंगा मैं बिना डेज के एक ऐसे इंसान बनेंगे जो जिम्मे� अच्छा व्यक्ति वह कर जाता उसको डेज के कहने की जरूरत नहीं है तो समास के कितने भेद हैं परिक्षा यहां पर आते हैं साथी कक्षा पर बढ़ अच्छे से फोकस करेंगे तो समास के दोस्त क्या बोलेंगे भाईया छह भेद हम कह देंगे कितने छह भेद होते हैं जै एक पद विशेशन होता है और एक पद विशेशन होता है अब एक एक सारे साथी उदारन लिख दें इसके उदारन लिख दें भीया क्या क्या हो सकते हैं जैसे मैं बोलूं एक पद विशेशन एक पद विशेशन है जैसे मैंने बोल दिया खोटी चांदी तो किसकी बात चल रही है चांदी की बात चल रही है अर्थात चांदी क्या है साथी आपका चांदी भाई साथ विशेश्य है और जो खोटी सब्द है वो चांदी की विशेश्य बताता है जैसे साथी मैं लिख दूं खरा सोना ठीक है, जैसे मैं बोलूं, मेरे चात्र खरा, खरा सोना है, तो सोना की बात चल रही है, और सोना कैसा है, खरा है, ठीक है, जैसे हम मोटी लड़की बात कर सकते हैं, मोटी लड़की, तो लड़की की बात चल रही है, नील गगन की बात हम कर सकते हैं, काला घोड़ा हम बात कर स यानि कि एक पद तो विशेश्य है जिसके बारे में बात होगी और एक पद होता है आपका विशेश्यन जो विशेश्य की तारीब बताता है कोई दिक्कत इस बात में नहीं जी तो करमदार ये समास हो गया हमारा तूसरा समास होता है हमारा अव्ययी भाव मुझे बताओ अव्ययी भाव में कौन सा पद परधान होता है अव्ययी भाव समास में क्या होता है क्या बोलेंगे जिसका पहला पद अव्यय हो या हम बात करें पहला पद क्या होता है आपका पर� तो कौन-कौन से होते हैं जो उपसर्ग जिन में आए जैसे पिड़ती दिन सब्द होता है पिड़ती दिन होता है ठीक है पिड़ती दिन होता है अगर सब्द का रिपीटेशन हो जाए सब्द की पुन्राप्रत्ती हो जाए पल-पल दिल के पास तुम रहती हो पल-पल पल-प यथा सबसे ज़्यादा पूछा जाता है यथा संभव यथा संभव क्या है आपका यथा उपसर्ग है जैसे ही संभव हो जितने जल्दी यथा सीगर बोलते हैं ठीक है यथा सीगर हम कह सकते हैं बहुत बढ़िया कई साथियों ने लिखा रातो रात बहुत सांधार रातो रा आ आता है आ जीवन आता है आ जनम आता है बहुत सांधार तो करमदारिय हो गया आपका विय भाव हो गया तीसरी बात करते हैं हम क्या बोलेंगे आपका तत्पुरुस जिसमें पर्थम पद तो गौन होता है तत्पुरुस में क्या होता है उत्तरपत पिर्धान होता इसमें क्या होगा उत्तरपद साथी आपका प्रधान होता है उत्तरपद प्रधान होगा जो उदाहरण कौन-कौन से होते हैं जो हम कारक पढ़ते हैं कारक पढ़ते थे ना करम आपका करण संपरदान आदी होंगे तो जैसे मैं बोल दूं मुहू तोड़ तो मुहू तोड़ राज महल तो ये क्या हो गया राजा का महल क्या बोलेंगे भीया राज महल आदी सब्द हो गया तो ये भी क्या है ततपुरुस हो जाएगा आपका जैसे मैं बोल दू विध्याल्य विध्या के लिए आल्य होता है विध्या के लिए भीया ततपुरुस हो गया चोथा होता है साथी बहुवरी समास बहुवरी समास में कौन सा आता है बहुवरी समास में क्या होता है कोई पद प्रधान नहीं होता, कोई पद, कोई पद प्रधान नहीं होता, और तीसरे पद की ओर इसारा करता है, क्या बोलेंगे, तीसरे पद की ओर इसारा करता है, तीसरे पद की ओर इसारा करता है, तीसरे पद की ओर बात करते हैं, जैसे क्या बोलेंगे, आपका, जैसे भगवान विश्णू के लिए होता है, कनफटा, तीसरा पद हो गया कोई, तीसरा पद हो गया, लंबोदर, कौन से भगवान जी को बताता लंबोदर, लंबा है, जिनका उदर पेट, यानि अर्थात गनेश जी को बताता है, गनेश जी को बताता है, पाँचवा साथी होता है दीगू समास, क्या बोलेंगे, दीगू समास होता है, और दीगू क्या बताता है, जिसका पृथम पद क्या हो, पृथम पद संख्यावाची हो, और पृथम पद जिसका संख्यावाची हो, वो क्या होगा, जैसे कोई एक बो पंच यर्थात आपका साथी क्या बन गया आपका, पांच से बनता है, किस से बनता है, यहनी पहला पद संख्यावाची हो, नवरात्र हम कह देते हैं, चौराहा हम कह देते हैं, चौराहा सब्द हो गया, चार राहें जहां मिलती हो चौराहा, ठीक है, और छटा आप सब नाम प्रधान होते हैं तो ये तो परिभासाएं हुई इनकी दोनों पद प्रधान कैसे भी है जैसे मैं कह सकता हूँ विपरीत सब्द दिन रात हो गए दिन रात हो गए आपका विपरीत सब्द है खरा खोटा हो गया खरे का विपरीत खोटा होता है सुख दुख हो गया के साथ में आपका क्या बोलेंगे पुत्री भी हो सकते हैं माता पिता हो गए माता पिता हो गया, सीतोशन हो गया, गास फूस हो गया आपका, गास फूस हो गया, बहुत बढ़िया, भाई बहन कई साथियों ने लिखा, बहुत बढ़िया, अमीर गरीब कई साथियों ने लिखा, गुण दोस कई साथियों ने लिखा, राजा परजा लिखा, बहुत बढ� कि निमलिखित पदों में से कौन सा पद है जो अव्ययई भाव समास्का नहीं है यानी अव्ययई में नहीं आएगा अव्ययई में तो पृति एक क्या बोलेंगे वह पृति उपसर्ग हो गया यणसंधि का उदाहरण है पृति एक यणसंधि के उदाहरण उपसर्ग किसके अव्ययई भाव के उदाहरण होते हैं यह था होता है पृति होता है राजा का पुत्र तो क्या आएगा में राजा राजा का पुत्र तो का किसका हो गया साथी संबंध को बताता है कौन सा कारख है संबंध है अर्थात संबंद किस में जाएगा, आपका संबंद तत्पुरुस हो जाएगा, संबंद तत्पुरुस हो जाएगा, कोई दिक्कत, आगे आते हैं, क्या बोलेंगे, किस समास का समस्त पद वाक्य में किरिया विशेशन का काम करता है, कौन सा समास है, जिसका सारे के सारे पद क हर रोज सब्द हो गया, कोई भी उपसर्ग वाला सब्द है, बखूबी सब्द हो गया आपका, बखूबी सब्द हो गया, बखूबी हो गया, हातो हात मैंने आपको बताया, हातो हात सब्द की पुन्रावरत्ती हो जाए, बे खटके, बे खटके सब्द हो गया, बे उपसर्ग तो मन मना क्या होगा, क्या बोलेंगे जी, सारे दोस्त उत्तर बताएंगे एक बार, बहुत बढ़िया तरीके से, C, C, C, C, C, कई दोस्तों को आया, B, कई का आया, साथियों का C. बी वाले तो एकदम ही गलत हैं, कोई मतलब ही नहीं बनता, करमधारिय होने के लिए एक पद विशेश्य और एक उसकी विशेश्ता बताएं, जो साथी बी कह रहे हैं, सी कह रहे हैं, वो कह रहे होंगे मन माना को, तो मन माना नहीं लिखा हुआ है, जरा ध्यान से देखें, मन है ही नहीं, मन मना है, तो दो सबदों का क्या बोलेंगे, मन मन, किन सबदों से बना है मन मना, ये मन और मन से बना है, तो दो सबदों का जब साथ ही आपका पुन्रावरत्ती हो जाए, तो अब यह भाव समास हो जाता है, पल पल, कल कल, कोई भी दो सबदों की पुन्रावरत्त पुस्तक का अपना घर होता है यह या पुस्तक के लिए होता है क्या बोलेंगे पुस्तक के लिए आल्य होता है भी यह आप कहेंगे यह पुस्तक का नहीं होता पुस्तक के लिए होता है यानि का गलत हो जाएगा संबंध नहीं होगा संबंध नहीं होगा तो के लिए क्या हो गया संपर्धान तत्पुरुष हो गया क्या हो जाएगा संपर्धान तत्पुरुष यह हो जाएगा संपर्धान जैसे मैं एक प्रशन पूछता हूं कला प्रवीन व्यक्ति बड़ा पूछा जाता है कला प्रवीन में कौन सा समास है कला कला पिरवीन में कौन सा समास है? तो आप कहेंगे कला पिरवीन का मतलब क्या होता है?
कला मतलब आट पिरवीन मतलब दक्षे, कला में पिरवीन है और में आ जाए तो क्या बोलेंगे? में किसकी पहचान है सारे दोस्तों बोलेंगे? अधीकरण ततपुरुस भीया हो जाएगा कोबर से कोबर से निर्मित गणेश होते हैं अर्थात किसके द्वारा बने हुए हैं कोबर के द्वारा बने हुए गणेश हैं कोबर के द्वारा तो से अर्थात के द्वारा और के द्वारा किसको बताता है करण को बताता है करण आशातीत मैं बात कर दूं आशातीत सब्द में कौन सा कौन सा समास होगा आशातीत बताएंगे आशातीत क्या है आशातीत यानि आशातीत आशातीत परे है आसा के परे अर्थात आसा से अतीत आसा से परे से परे मतलब अलग है इंद्रिया अतीत जो इंद्रियों की समझ में ना यानि इंद्रियों से परे है ठीक है इंद्रियों से परे है और जो परे की बात बताए वो अर्थात अलगाव को दर्शा रहा है और अलगाव किस की पहचान है साथी अपादान तत्पुरुस की पहचान है जो कारक में आपने सीखा वही यहां पर परियोग होता है जैसे मैं बोल दूं गंगा तट गंगा तट तो ये गंगा का अपना तट है ये गंगा के लिए है भाईया गंगा का अपना तथ होता है गंगा का गंगा का तथ होता है और गंगा का तथ अर्थात संबंध तत्पुरुष हो जाएगा भाई जाएगा संबंध तत्पुरुष समसब करके बताएं जिनके चारों प्रशन ठीक थे चारों ठीक जिन्होंने प्रशन ठीक जाए स्वर्ग प्राप्त में कौन सा समास होगा स्वर्ग प्राप्त स्वर्ग प्राप्त को क्या बोलेंगे स्वर्ग में प्राप्त यह स्वर्ग को प्राप्त हुआ कोई आप बोलेंगे स्वर्ग को प्राप्त हुआ और को हुआ तो क्या हो जाएगा आपका भिया करम तत्पुरुष हो जाएगा क्या हो जाएगा करम तत्पुरुष सिर्फ तत्पुरुष नहीं बताना आपको उसका प्रकार भी बताना कि तत्पुरुष का भी कौन सा भिया भेद होगा ठीक है निम्न में राजग्रह होगा, चतुरबुज होगा या स्याम सुन्दर होगा?
देखें, कितने दोस्तों का उत्तर आता है? ज़्यादातर साथियों का उत्तर विकल्प D आता हुआ, स्याम सुन्दर. तो क्या बोलेंगे, स्याम की विसेष्टा बताई गई, एक पद में एकदम से सही हो जाएगा? चतुरबुज क्या होता है?
भाईया, ये बहुवरी समास में जाएगा? अगर विकल्प होता तो बहुवरी, नहीं तो दीगू भी है? और दीगू और बहुवरी दोना विकल्प में हुए तो किसको प्राथमिक् बोलेंगे किसको तो आप कहेंगे भी या बहुवरी को प्रात्मिक्ता देंगे चत्रभुज फिर किसको कह देते चार भुजाओ वाला ब्रह्मा को भी कह देते हैं राजगर है राजा का गर है यानि कि ये तत्पुरुस हो गया कौन सा सम्बंद तत्पुरुस हो गया राजा क और 702 हो का सम्हू अर्थात साथी किसको दर्सा रहा है आपका दिगू को दर्सा रहा है किसको दिगू को दर्सा रहा है ठीक है अगे आते हैं नेक्स्ट भला मानस में कौन सा समास है? भला मानस, तो कर्मधारिय है, तत्पुरुस है, अब यही भाव है या बहुवरी है, यह मानस के बारे में बात चल रही है, यानि मनुष्य, मनुष्य कौन हो गया, जिसके बारे में बात चले विशेश्य हो गया, और मनुष्य की विशेश्य बत निमलिखित प्रिशन में चार विकल्पों में से उस विकल्प का चेन करें, जो दिये गए सब्द के लिए सही दीगू समास के विग्रह का विकल्प हो, दीगू समास का, तो बहुवरी नहीं मान रहा है, बहुवरी नहीं मान रहा है, क्या मान रहा है, उसको दीगू, क्योंकि त्रियंब केश्वर तो त्रियंब किसको बोलते अंब किसका परियावाची होता है आख का क्या बोलेंगे भाई आख का होता है आखों से किसको देखता है तीनों लोकों को देखता है ठीक है तो क्या बोलेंगे त्रियंब केश्वर किसका स्वामी होता है तीनों लोकों के लो तो पहर की बात कर रही है नीचे दो क्या है आपका दिगू को दर्शाता है जैसे त्री भूवन की बात मैं कर दूं तो त्री माने कितनी संख्या तीन हो गई त्री भूवन भी हो गया आपका जैसे साथी पंचतंत्र की बात मैं आपसे कर सकता हूं पंचतंत्र की बात पंचामृत की बात मैं आपसे कर सकता हूं भवरी में भी जा सकता है वह क्योंकि एक भोग को दर्शाता है मैं आपसे साथी 31 की बात कर सकता हूं किसकी 31 की बात कर सकता हूं क्या 31 क्या 31 में द्विगी समास हो जाएगा हाँ या ना, मैंने बहुत ध्यान से सिखाया था, यहीं पर साथी पता चलेगा कितने दोस्त हमारे गजब के छात्र हैं, रंगा बिलकुल हो जाएगा, 31 में हो जाएगा साथी हाँ या ना, 31 में नहीं होगा तो फिर क्या होगा, तो आप 20 हो गई, 30 हो गई, 40 हो गई, 50 हो गई, 0, 0 के बीच में जिनके अंत में 1 से 9 तक आए वो सब किसका द्वंद का उधारन होते हैं, और कई मेरे साथी द्वंद लिख रहे हैं, जैसे परिक्षा में पूछा गया था, आपका क्या बोलेंगे, 62 में कौन सा समास है, 62 में, तो 0 के अ यह सब किसके उदाहरण होते हैं यह सदीगू के उदाहरण होते हैं 65 क्योंकि दो सख्याओं से मिलकर बनता है 60 और 2 60 और 2 और दोनों ही पद परधान हो जाते हैं यह किसके उदाहरण है यह सब भीया जी दुवंद के उदाहरण है ठीक है जी कोई दिक्कत कोई परिशानी नह लेकिन अंत में सुन्य ना हो जैसे मैं एक संख्या पूछ लूं आप से कि भाईया 72 में क्या सा समास होगा 72 में कौन सा समास होगा तो आप कहेंगे भाईया क्या हो जाएगा 70 और 2 दुअंद हो जाएगा ठीक है गोरी संकर सब्द किस समास का उधारण है गोरी संकर को किस में रखेंगे बहुरी करमधारिय दुअंद या फिर तत्पुरुस में आप बोलेंगे गोरी संकर जो होता है भाईया वो बहुरी समास का उधारण हो जाएगा क्या बोलेंगे फटाफट से कौन से भगवान को बता रहा है गौरी संकर? बहुत सारे साथियों ने उत्तर कई उका तो सी है सी वाले तो सारे सही है लेकिन इनको चुनाव करना है जो ए बता रहे थे गौरी संकर कौन से भगवान है?
संकर तो हो गए भगवान जी संकर तो हो गए संकर भगवान ठीक है भगवान सिव जी गौरी तो पारवती है एक भगवान का बोध कराए बहुविरी तब होता है जब कोई सब्द एक भगवान का बोध कराए ठीक है जैसे मैं बोल दूं आप से कोई भी सब्द जैसे मैं बोल दूं चक्रपाणी चक्रपाणी कौन है एक ही सब्द का बोद कराएगा भगवान कृष्ण या फिर आपका विश्णू लेकिन यहां पर तो दो सब्द हो गए ना और दो सब्द हो गए तो साथ ही क्या होगा गौरी करते हैं कुछ सब्द अपना पराया हो गया यह सब्द कैसे होते दो पद प्रधान हो तो दुबंध होते हैं निमलिखित में से कौन सा है जो द्वंद समास का उधारण नहीं है, धन दौलत अभी लिखा हमने, धन दौलत क्या द्वंद समास का उधारण है, जी भाईया होता है, मोटा ताजा हो जाएगा या नहीं होगा, जी भाईया, लेंदेन हो जाएगा, जी भाईया, कोकिल कंठी, पूयल के जैसा कंठ है, यानि विशेस्ता बता दी साथी, next है जी, वज्र देहे में समास बताईए, या बोलेंगे बहुवरी समास होगा, तत्पुरुस होगा, करमधारिय होगा, या फिर द्वंद होगा, या फिर साथी द्वंद हो जाएगा, तो क्या अंसर आएगा, वज् और हनुमान जी का बोध कराए तो बहुवरी समास हो जाएगा बहुवरी समास हो जाएगा ठीक है लेकिन याद रख लेना अगर बहुवरी विकल्प में नहीं होता तो क्या चुनते बहुवरी मान के चलिए विकल्प में देता नहीं वो दे देता ततपुरोस करमधारिय द्� इन नेत्रों वाले कौन है भगवान सिव है भगवान सिव हो गई आपका दोस्त ठीक है दसानन अर्थात रावण का बोद करा देता है किसका रावण का बोद करा देता है पवनाशन आपका किसका उधारन है भी या बहुरी समास का उधारन है ठीक है जैसे त्रियमबकेश्व पारहा सिंह सब्द होता है पारहा सिंह होता है मरगेंद्र होता है राजा का बोध कराता है लंबोदर होता है आपका क्या बोलेंगे लंबोदर और ना जाने कितने उदाहरण आप भी जानते हैं ठीक है बहुत बढ़िया जी बहुत बढ़िया बहुत शांदार वेरी गुड दिखाई ऊपर कुछ बच्चे ने पूछा है एक ने क्या बोलेंगे जी पर कुछ पूछा है दुंदला सा जो था ठीक है भाईया दस का गोरी के संकर नहीं होगा क्या अरे भाई कुछ भी मत बोलो गोरी के संकर का कोई मतलब होता है कि गोरी के संकर ये कौन सी बात हुई उसके लिए बोध तो होना चाहिए देखो मैं आपको जब प्रत्य पढ़ाता था तो आपको याद हो एक प्रत्य हम हिंदी भ मारूती हो अर्थात मारूत के पुत्र हो गए आपका तो जो पुत्र का बोद कराए किसका जो पुत्र का बोद कराते कौन ते कुंती के पुत्र तो माता और पुत्र के लिए इस तरह के सब्द का इस्तेमाल होता है जिसके बीच में के आ जाए गौरी संकर में आप ये नहीं संतान का बोद कराने वाले सबदों में के का इस्तेमाल होता है। मुरारी सबद में कौन सा समास है? करमधारिय है। अव यही भाव समास है। दीगू समास है मेरे साथी या बहुवरी समास है। किस का? भगवान स्री कृषन का बोद कराता है। ठीक है?
आगे आते हैं। उप मंडूक में किस समास की योजना है? कूप मंडूक इसको भी बहुत बच्चे प्रिशन को गलत कर देते हैं तो कूप मंडूक में किस समास की योजना है बहुवरी द्वन्द तत्पुरुस या फिर अव्येई भाव होगा तो कुछ लोग बुलते कूप मंडूक अर्थात कूए का मेंडक तो आपने उसका भासा क बिना उदाहरण के थोपना चाहे, तो मतलब सीमित ग्यान हो गया, जिसका ग्यान सीमित हो, उसको क्या बोल देते हैं, वो कूप मंडूक हो गया, जिसका ग्यान सीमित हो, तो क्या बोलेंगे, बहुवरी है आपका फिर भी आये, जी हाँ, अन्य पद की ओर इसारा करता है, अर प्रुष हो गया वही बात तो मैं डिनाई कर रहा हूं कि कुए कमेंड आपने भाषा बदल के विग्रह किया है भाषा बदल के विग्रह ना करें एक साथ हमारे पूछ रहे हैं धीरे-धीरे में कौन सा समास होगा मैंने कितनी बार कहा दोस्त अब सीखने का वक्त जो है उसके लिए आपके लिए खाकी बेच और टू पाइंट फ्री किया गया अगर आपको लगता है आपके पास वह वक्त बचा हुआ है कि खाकी और टू पाइंट और से आप सीख सकते हैं तो वहां से आप एक बार समास का चप्टर ले लीजिए पूरी कक्षा बता सकती है, दोस्त जरा बता देना पूरी कक्षा धीरे धीरे में कौन सा समास होगा, हमें बताने की आवश्यकता नहीं, अभी तो बताया, अभी तो बताया कि जब सबदों की पुन्रावरत्ती हो तो अभी यही भाव होता है, तो कक्षा में दोस्त बड़ी मैंने पहले भी 15-20 क्लासेस पढ़ा ही आपको यूपी पुलिस पहले शहर मीने पहले अभी इतनी ही आप एक बार लेकर बैठना पिछले वाले को लेकर बैठ जाओ जब आपको पता मैं मेराथन दे रहा था उसकी हिंदी की तो व्राम चिन्न यूपी कॉंस्टेबल का हिंदी जो है ना वो वो आसान हिंदी पूछा जाता है फसना नहीं है उसमें ठीक है तो जो लिख दिया पैंसे वो सास्वत है ये समझ लो ठीक है आगे आएंगे कोई दिक्कत कोई परिशानी अगले परिशन पर आते हैं समास के संदर्ब में इन में से कौन सा कथन सही है कौन सा कथन सही है बताएंगे एक बार द्वंद समास में सभी सभी पद प्रधान होते हैं जिस करमधारिय या पूर पद संख्या बोधक हो वै दीगू करमधारिय समास कहलाता है, करमधारिय या पूर करमधारिय भी हो और पूर पद संख्या बोधक हो, इस बात को कहरा कि पूर पद संख्या बोधक हो, तो दीगू भी तो होई जाएगा, दुवंद समास में सभी प� तो पृथम पद विशेषण और दूत्य पद जो विशेषण होता है ये तो भीया करमधारिय में होता है, इसमें होता है करमधारिय में होता है, करमधारिय में होता है, ठीक है, तो ये बात तो गलत हो गई, तो सब ही सही हैं, ये बात भी गलत हो गई, इन दो पर आते हैं अ� अब आते हैं बी पर फिर से तो हमने कहा कि अगर करमधारिय हो और पूर्पद संख्याबोदक हो तो उसको हम दीगू करमधारिय समास कहते हैं मुझे बताईए कि आपने कभी जैसे मैंने अभी बोला तो इसको क्या हम दीगू करमधारिय समास हिंदी भासा में आपने कभी प� एकदम से सही होगा ठीक है सूची एक को सूची दो से मिलाइए और सही उत्तर दीजिए पड़े विवेक से ठीक है हाँ यह पल्टी पल्टू बाज बोलते हैं न पल्टू बाज है अभी मैं बोल दूंगा यह सही है सारे बोल देंगे हाँ यह सही है मैं फिर विचार करने को क्या बोलेंगे बहुवरी जो समास होता है तत्पुरुस अव्येई भाव और द्वंद ठीक है अब तो नितीस कुमार भी पल्टी नहीं मार रहे हैं अब तो तुम तो अपनी स्थिती मजबूत करो तो बहुवरी क्या होगा दोस्त इश्वर अर्थात गरिधर हो गई विदे कि विदेश विदेश को गमन किसका चुनेंगे जैसे कई दोस्त हमारे क्या बोलेंगे विदेश में गमन नहीं होता विदेश को होता है जैसे साथ ही एक आता है आपका वनवास वन में वास होता है वन वन में वास होता है वन में वास होता है या वन को वास होता है वन को वास वनवास अर्थात वन में वास और विदेश गमन अर्थात विदेश को गमन होगा तो को का मतलब क्या हो गया अ करम तत्पुरुस हो गया अब यही भाव क्या है यथा है द्वन्द में दोनों पद प्रधान होंगे तो क्या बनेगा दोस्त बोले जरा पिया जी यह बन जाएगा आपका दो एक दो एक चार तीन किस विकल्प में हैं दो एक चार तीन ओप्शन सी एकदम से सही हो जाएगा निमलिखित सबदों का उनके समास के साथ सुमेलित कीजिए सही मिलान करना है करेंगे वनवास दानपुन्य त्रिनेत्र यथाविदी क्रोधगनी तो करें एक बार सही तरीके से जब मेरे जैसा अलप ग्यानी आदमी तुछ जानने वाला आदमी सही कर सकता तो तुम तो कितने इं तुम्हारी तरफ से गलती नहीं होनी चाहिए वनवास क्या हो जाएगा साथी बोलेंगे आपका यही आ गया तो वन मेवास अर्थात आपका क्या हो जाएगा दोस्त तत्पुरुस को दरसाएगा दान पुन्या दो पद हैं दो पद हैं और वैसे भी योजक चिन किसको बताता कि रोध अग्नी क्या होगा साथी कैसी अग्नी है क्रोधरूपी अग्नी है क्रोधरूपी अर्थात कर्मधारिया हो जाएगा बताएंगे क्या होगा तारे दोस्त बोलेंगे तो क्या बोलेंगे भी वनवास बोलेंगे आपका पांच हो गया पांच हो जाएगा आपका पांच हो गया आपका दान पुण्या आपका तीन हो गया पांच तीन पांच तीन चार पांच तीन चार को ढूंढ लीजिए पांच तीन चार इसी में है ऑप्शन सी एकदम से सही हो जाए ऑप्शन सी एकदम से सही हो जाए अ कि युगमों में से कौन सा सही नहीं है कौन सा है साथ ही जो सही नहीं है बोलेंगे फटाफट से नीलोत्पलम दशानन रामलक्षमणों दिवारात्री दिवारात्री जी दिवारात्री की अगर हम बात करें नीलोत्पलम कैसा उत्पल है कर्मधारिय है अर्थात सही हो गया दशानन रामण अर्थात बहुवेरी को दर्शाता है राम लक्षमणों साथी यह आपका क्या बोलेंगे अब यही भाव है क्या दिवा रात्री दिवा किसको बोलते दिन को रात्री रात को दिन और रात एक दूसरे के विपरीत सब्द हैं और विपरीत सब्द है अर्थात द्वन्द हैं तो राम लक्षमन भी क्या है साथ ही अलग अलग सब्द हैं और ये भी किस में आएंगे आपका द्वन्द में आएं देश पर निकाला, देश निकाला, चंदरमा का पिरकास, क्या बोलेंगे, आपका चंदर पिरकास हो गया, जल धारा, जल की धारा, ये किसका होता है, जल धारा का, यानि जल की अपनी धारा है, ठीक है, चंदर पिरकास क्या हो गया साथी, चंदरमा का पिरकास हो गया, देश अब मुझे एक बात बताओ देश निकाला जो है वो साथी कौन सा समास है देश निकाला में कौन सा समास होगा तो देश से निकाल दिया अर्था देश से अलग कर दिया अलग कर दिया तो कौन सा हो जाएगा अपादान तत्पुरुस हो जाएगा अपादान तत्पुरुस हो आपका अपादान हो गया अपादान हो गया लेकिन मैं बोल दूं रोग युक्त में कौन सा होगा कौन सा समास होगा बताना रोग युक्त होता है रोग से युक्त यानि युक्त माने जुड़ा होना रोग के द्वारा जुड़ा हुआ है अलग नहीं हुआ है यानि यह करण हो गया चोटे-चोटे अंतर होते हैं जो आपको पता होने चाहिए चोटे-चोटे अंतर होते निम्लिखित में से किस सब्द में एक से अधिक प्रकार के समाज पाए जाने की संभावना है अ जिसमें एक से ज्यादा समास की संभावना है वेद पुराण में क्या यह संभावना है दोस्तों बोलें एक बार वचना अमृत में है चंद्रशेखर में है या फिर चत्रभुज में है एक से ज्यादा समास की संभावना यानि हो सकते हैं तो वेद पुराण तो क्या होगा द्वंध समास होगा आपका द्वंध समास होगा वचना अमृत वचन के जैसे अमृत होंगे साथ ही करमधारिय हो गया चंद्रशेखर क्या होगा साथ ही बहुवरी को दर्शा देगा आपका चंद्रमाजन के सिखर चत्र भुज में हो जाता है क्योंकि यहां पर एक संख्या आ गई चार चार भुजाओं वाला तो कौन से दो संभावनाएं हैं एक तो दीगू हो जाएगा चार भुजाओं वाला और एक बहुवरी लेकिन दोनों में से किसको चुनेंगे प्रात्मिक्ता किसको देते हैं हमे� किसी रस का जो आनंद है, किसी फल का जो स्वाद है, यह साहित्य से मिलने वाली जो आनंद अनुभूती है, यानि आनंद जो तुमको महसूस हुआ किसी चीज को पढ़के, जैसे कोई कहानी तुमने पढ़ी और बोले मजा आ गया, तो यही क्या है रस है, या तो वो कहानी वी ठीक है या उसमें कोई क्रोध रोद्र की बात की गई हो कुछ तो भाव आएगा तो जो भाव आएगा जो आनंद की अनुभूति होगी वही रस होता है वही क्या होता है रस होता है ठीक है आगे आते हैं इस्थाई भावों को अनुभूति के योग्य कौन बनाता है कि जो इस्थाई भाव है आपके साथी नो यानि आपको किसी चीज को देखके करोध आया प्रेम आया आदी ये इस्थाई भाव है इनको योग्य कौन बनाता है उसी को कहते हैं विवाब क्या बोलते हैं उसी को हम संचारी भाव तो क्या होता है आके चले जाते हैं आश्रे मतलब जिसका सहारा लेते हैं अनुभाव मतलब जो पैदा हो नेक्स्ट है आचारिय भरत ने रसो की कितनी संख्या मानी गई है अब इस सलाइड पर जो लिखने वाला हूँ यहां से प्रशन बनना तै हो गया तो भर ठीक है इसी पुस्तक में इन्होंने रसो का वर्णन किया और रसो में यह क्या लिखते हैं कि कितने प्रकार के 9748 तो आचार्य भरत कहते हैं दोस्त आपका रसो की संख्या कितनी मानेंगे बोलें भी फटापट से आचार्य बताएंगे फटापट से कितने लोग कह देंगे भी रसो की संख्या आचार्य भरत के नुसार नो लेकिन क्या हम यह उत्तर गलत नहीं दे रहे होंगे क्योंकि अक्सर हमारे दिमाग में नौ बैठा हुआ रहता है लेकिन हमारे कई साथियों उत्तर ठीक दिया है बहुत साबाद बहुत साबाद अ आपकी पीठ मैं थपतपाता हूँ, बहुत गजब तरीके से, very good, very good, very good, कमाल, मज़ा आ गया भी, तो क्या कहेंगे भाईया, आचारिय भरत के नुसार यदि हम कहते हैं कि रसो की संख्या 9 है, तो हम यहाँ पर गलती कर देते हैं, क्योंकि 9 रस तो क्या है, वो बाद में जो� नवा रस क्या बोलेंगे, नवा रस कौन सा है, मेरा प्रसन आप से यह है, अभी मैं नौके नौ रस आपको बता देता हूँ, मुझे बताओ, एक तो रस का नाम याद रखेंगे दोस्त, सरंगार रस है, इसका इस्थाई भाव लिखते चलें, यहां से प्रसन आएगा, सरंग विवत्स रस का स्थाई भाव क्या होता है विवत्स रस का होता है भाईया आपका जुगुप्सा होता है आजकल परिक्षाओं सबसे ज्यादा यही पूछा जाता है जुगुप्सा चौथा मैं आपसे पूछूं वीर वीर को देखकर क्या होता आपके अंदर कौन सा भाव आएगा उत्साहा का भाव आ जाता है उत्साहा होता है आपका सांत रस का स्थाई भाव बताइए फिर सीधे परिक्षा में बताना आज अंतिम बार निर्वेद होता है निर्वेद अर्थात सांति की बात हो आश्य रस की बात करें हास से रस का क्या होता है आपका हास होता है भी या हास होता है तातवा आप मुझे बताए करुण रस का इस्थाई भाव क्या होता है अब मैं इनको मिला के लिख रहा हूं करुण का इस्थाई भाव सो होता है तो खोता है भयानक का क्या होता है भया होता है अब मेरा पिरसन आ अब गजब तरीके से बताए अगर मैं आपसे पूछूं नवा रस कौन सा होता है गजब सा उत्तर आएगा तो फिर कमाल समझेंगे भाईया सांतरस सांतरस सांतरस मतलब आप सब जानते हैं तो नवा रस किसको माना गया है सांतरस को माना गया है जो बाद में जोड़ा ठीक है या नौ प्रकार के आप बोलेंगे सात्विक अनुआव भी आठ प्रकार के होते हैं ठीक है मतलब कोई बाहरी परियतन हुआ और बाहरी परियतन के द्वारा सरीर में आंतरिक रूप से जो परिवर्तन आ गए या बोलेंगे भी या देखेंगे जैसे कौन सा होता है वह होता है इस तम्म आपके सामने कोई घटना हो गई और आप खड़े रह गए एकदम से ठीक है तो एदर पसीना-पसीना हो जाना पसीना-पसीना हो जाना आप रोमांस की स्थिति में आगे सामने कुछ देख करके पता नहीं बच हो गया तो अर्बंग हो गया आपका अवाज चली गई बोले से ना निकल रही है कमपन हो गया बॉडी में कमप बोलते हैं उसको सरीर का पीला पड़ जाना अर्थात वैवर्णे होता है कुछ घटना देखी असरूओं से भर गई असरू आ गए और अंदे से सरीर एकदम से साथी क्या है बहुत उंची हिलोर उठ कि यह क्या है यह काया के द्वारा किसी ने सीटी मार दी बोलें वह वाचिक है वह वाणिके द्वारा है एक साथ आहारिय होता है वेश भूसा के द्वारा किसी को कपड़े पहनकर आपने देखा किसी विशेष प्रकार के कपड़े हैं आपके अंदर कोई भाव पैदा हो गया जैसे आपने देखा किसी को बहुत सुंदर सुंदर कोट पैंट में एक लड़का कि एक लड़की आपने देखी सुंदर लड़की बहुत अच्छी साडी पहन के जा रही थी या कोई विशेष परिधान पहन के तो आपने देखा और आपके अंदर एक भाव पैदा हुआ वह आहारिया है वाणिक द्वारा वाचिक होता है काया के द्वारा आईक होता है आहारिय होता है विश्व भूसा के द्वारा और बाकी सात्विक होते हैं ठीक है नेक्स्ट इन राम को रूप निहारती जानकी कंकन के नग की परछाई इसका राम जी का रूप निहारा जा रहा है और और राम जी का रूप निहारा जा रहा है तो बताएंगे स्रंगार रस होगा सांतरस होगा आपका या वादसल्य रस होगा या अदभुदरस होगा तो आप बोलेंगे भाईया रूप निहारने की बात है अर्थात एसरंगार रस क्योंकि रूप कौन निहार रही है जानकी जा जानकी निहार रही है तो वो उनकी पतनी है और पतनी रूप निहारे तो ये सरंगार रस होता है ठीक है तुम्हारी डूटी लग जाएगी तुम्हारी भी साधी होगी कई तो साधी सुदा होगे तुम में से एज रिलेक्सेशन भी मिल गया है ठीक है तो तुम में से कई के त बताएंगे जी तो क्या बोलेंगे नायक नाई का भीया संयोग हो या वियोग तो क्या बोलेंगे वह आपका सरंगार रस होता है क्या होता है सरंगार रस होता है ठीक है भी बजुड़ेगा तो संयोग हो जाएगा बिछड़े तो वियोग सरंगार हो जाएगा निमलिखित में से कौन सा विवत्स का विरोधी है करुण रस होता है क्या करुण रस जिसका स्थाहिभाप बताया मैंने आपको सूख रंगार होता है कि विवत्स किसको बोलते हैं घिनोने को बोलते हैं किसको विवत्स होता है भाई अगर नो ना और संगार होता है सुंदर के लिए इसके लिए विवत्स अर्थात जुगुप्सा देखकर मन में ऐसा भाव पैदा हो जाया रहे यार यह क्यों देख लिया क्यों देख लिया ठीक है जुगुप्सा का भाव है तरंगार अर्था सुंदर लिया जाया मन खुश हो जाए भया नहीं हो सकता उत्साह नहीं हो सकता एक्सट देखिए सुदामा की दीन दसा करुणा करीके करणा निधी रोए करणा निधी को अनुभगवान सृकृष्ण रोए इसको देखिए सुदामा की दीन दसा को तो क्या बिछड़ने की बात की गई है व्योग सरंगार है इसमें या इसमें गुस्सा आ गया है उनको या वह सांत हो गए नहीं जी करुण रोने की बात है तो करण आएगा क्या है करुण सरंगार होता है रोद रस का इस्थाई भाव क्या होता है लजब सा उत्तर सब की तर� रती और सोक एक बार थम सब करके बताना पहले वाले खाकी बैच के स्टुडेंट कितने बच्चे रहें जो पहला खाकी बैच था थम सब करके बताना जहां हमने हिंदी को विस्तार से पढ़ा था आप मेंसे कितने साथियों ने पढ़ा है गजब तरीके से बताएं हिंदी के क अब बैच में ना जाने कितनी बार पढ़ा है बहुत बढ़िया जी बहुत बढ़िया बहुत बढ़िया बहुत सांधार भाईया विनायक यूपी कॉंस्टेबल जब आप दे दो तो जो साथ ही सफल हो तो यह मैं अगर बोलूं कि सभी आप सफल होंगे यह तो आप जानते तो यह जो यूपी कॉंस्टेबल में सफल हो जाए ना साथी यह फिर यूपीसाई अपना अगला टार्गेट बना लेना क्योंकि अगला टार्गेट आपको यही मिलेगा और यूपीसाई के लिए विनायक बैच हमने कंपलीट करा दिया है या तो आप उसको पढ़ सकते नही कौन सा गुण होता है ओज होता है परशाद होता है माधुरिय होता है तो क्या बोलेंगे यह सभी तो यह रख लेना वीर रस में आपका ओज अर्थात चमक परशाद अर्था गुण माधुर मधुरता वाले भाव तो यह सभी होते हैं क्या बोलेंगे जैसे भरत मुनी थे प� वीर रस के तीन भेद बताते हैं, कौन से तीन भेद हैं, तो पूछने था कौन सा वीर रस का भेद नहीं है, दानवीर होते हैं, जो दान में वीर होते हैं, एक धर्म में वीर वेक्ती होते हैं, एक युद्धवीर होते हैं, जो छलकपट आदी का साहरा ना ले, वही वीर हैं, और एक दयावीर भी माने गए हैं दयावीर भी अनेक लेखकों के नुसार बहुत सारे आशारी है लेकिन इस पेशन नाम दे भरतमुनी का तो भरतमुनी क्या बोलेंगे तीन तो आप सब लोगों को क्या बनना है वीर और वीर कौन होते हैं जो डटके सामना करते हैं क्या बोलते हैं जो डटके सामना करते हैं वहीं वीर है जैसे आपके घर की कुछ समस्याई होंगी अभी कुछ स्थितियां होंगी तो उन स्थितियों को किसको समालना है आपको लगते तो जिम्मदारियों से भागे ना वहीं वीर है आगे नदियां है बड़ी अपार घोड़ा कैसे उत्तरे पार राणा ने सोचा था इस पार और चेतक था उस पार तो यह क्या है दोस्त क्या बोलेंगे यह भी या सांतरस है क्या इसको हम सांत बोलेंगे इसको करुण बोलेंगे क्या गुस्से की बात की गई है और सारे मेरे साथियों का उत्तर आया बी बी बी अर्थात भी भी वीर रस की बात की गई है वीर रस की अ और रस्क अंसा होता है इसमें और जब हम साथी आपका अलंकार की बात करते तो इन्हीं पंक्तियों में कौन सा हो जाता है भाई आतिश्योक्ति हो जाता है यानि जहां बात को बड़ा चढ़ा करके कहा गया है रिपु आंतन की कुंडली यहां आंत की मास मज्जा की बात की जाए मास मज्जा की बात की जाए उन्हें लिख रही जोगनी चबात मतलब उसकी आंतों को निकाल के जो कुंडली आए उनको चबा रहा है तो कैसा भाव आएगा देख करके ठीक है अ कैसा भाव आएगा क्रोध का भाव भयानक भाव रोद्र विवत्स भाव आएगा तो आप कहेंगे भाईया उनको देखके तो आपको विवत्स जुगुपसा का घिन का भाव आएगा हाश्य हाश्य का भाव आएगा क्या बोलेंगे आपका नहीं जी इस्थाई भाव आएगा विश्मे इस्थाई भाव किसमे होता है? क्या बोलेंगे?
विश्मे इस्थाई भाव किसमे होता है? हाश्य का हास होता है? तान तो होता है क्या?
अदबुद का क्या होता है? साथी विश्मे होता है. क्या होता है? अदबुद का क्या होता है? विश्मे होता है.
अब लो नसानी, अब ना नसे हो. आपके जीवन का भी है साथी. बोलेंगे भी फटाफट से, बोलेंगे भी नवारस तो वादसल्य होता है, बेटा तुम बुद्धू हो, तुम बुद्धू हो क्या, तुम पगला गए हो क्या, परिक्षाक गड़ी नजदी क्या, तुम अभी बटके हुए घूम रहे हो, अब लो नसानी, अब ना नसे हो, तो क्या बोलेंगे अब लो नसानी मतलब तो अब लो अब लो तक जो नस नष्ट हो चुका अब न नसे हो अब न नष्ट होने दूंगा तो यह करुण की बात कर रहा भी है सांत होके बात कर रहा है किसकी अदबुद कोई बात नहीं सुख की क्या बोलेंगे करुण की कोई ब तुक्कि रोंदे मोई यह भी क्या है यह भी सांत रस है दो प्रशन बड़े प्रचलित है निम्लिखित में से कौन सा विकल्प है जो रस के अंतरगत नहीं आता भयानक बहा हो गया रोधर क्रोध हो गया हास से हास हो गया वैंग्य कोई रस नहीं होता वैंग्य साथी कोई रस नहीं होती रस के प्रतिष्ठापक आचारिय इनमें से कौन है आप जानते भक्ति और अच्छा रस भी देखे गए जैसे आपका किसको जब भगवान स्री कृष्ण जी के बाले काल के जितने भी उदाहरण है वह किसका उदाहरण है वो सारे के सारे वादसल्य रस का जिसको हम कहते हैं आपका दोस्त की वतसल का उधारण है वादसल्य अर्थात वतसल यानि बच्चे के रूप में जब कहते ना कि मा सुदामा ने बच्चे के मुख में तीनों संसार देख लिए सातो लोक देख लिए तो क्या बोलते हैं इसको कि अगर आएंगे अमर्श क्या होता है अमर्श यहां पर एक क्वेश्चन पूछूंगा आपसे अमर्श कोई काव्य दोस्त नहीं होता एक संचारी भाव संचारी भाव होते हैं जो आपके चले जाते हैं कुछ समय के लिए आपको आप इस थाई भाव में पढ़ और कल बड़ा महत्वपूर्ण टॉपिक है तिर्फ वह प्रशन करना जो यहां पर कराऊं परिक्षा में करके जाना चंद अलंकार एक बड़े महत्वपूर्ण टॉपिक है कोई छोटी-छोटी गलती जो आप करते हैं उन गलतियों को कल दूर कर देंगे यह कल का टॉपिक है मुझे बताओ साथ ही आपका यहां पर आपका हम बात करेंगे ज्वन्द समास किस सब्द में नहीं है और साथ में एक क्वेश्चन और लिखना है 34 संचारी भाव किसको माना गया है सर्च करनी है 34 संचारी भाव किसको माना गया है चोतिसवा संचारी भाव प्रिसर्चर्स बनिये, सीखना सीखिये सब कुछ अध्यापक नहीं सिखा सकते हैं सब कुछ अध्यापक जानते भी नहीं है आपको अपनी असर्चेज अच्छी रखनी पड़ेंगे आपको अपने अध्यन अच्छे करने पड़ेंगे तो सभी बच्चे कमेंट करके आंसर करेंगे आपके उत्तरों के इंतजार में आपका भाई बस मेहनत करते रहिए और पढ़ते रहिए जैसे पढ़ रहे हैं उस धेरिया को बनाए रखिए बनाए रखिए और मैंने किसी एक साथी का एक कमेंट पढ़ा था तो उसने साथी ने हमने भी कभी 500 बच्चे पढ़ाए हैं, हमने भी 1000 बच्चे पढ़ाए हैं, हमने भी 10,000 बच्चे पढ़ाए हैं, हमने भी 20,000 बच्चे पढ़ाए हैं, ये विश्वसनियता आपकी वज़े से RWA के selections की वज़े से आई हैं. ये भीड ऐसे ही नहीं है, ये पढ़े लिखे बच्चे हैं, ये गुमराहा भीड नहीं है, इसको भीड का नाम मत दो, ये इस राज्य, इस देश को समझलने वाले बच्चे हैं, पढ़ने वाले बच्चे हैं, वही एक भटकाव से आपको बचन उस सब से RWA बचता है, सिंगल 10 मिनट की एक वीडियो आती है और फिर उसके बाद महीनों की पढ़ाई होती है, ठीक है, तो एक दिन जब ये RWA का समान समाहरो होगा, तो RWA का समान समाहरो में दिखना चाहिए कि आप लोगों ने कितनी महनत की दो, ये हमारे वर्चस्व की ल�