नमस्कार द फिनोलॉजी बेस्ट म्यूचुअल फंड लिस्ट फॉर 2024 फाइनली आ गई है दो महीनों से ढेरों कमेंट्स आ रहे थे ईमेल्स आ रहे थे कि ये लिस्ट कब आएगी लेकिन देखो अब फिनोलॉजी ना सालों से सेबी रजिस्टर्ड है तो हम पे जिम्मेदारियां भी बहुत हैं मुझे पता है कि शायद ये इंडिया की सबसे अवेटेड और सबसे रिस्पेक्टेड म्यूचुअल फंड लिस्ट में से एक है तो उस रिस्पेक्ट का हमको ध्यान भी रखना है उस ब्रांड इमेज को बना के भी रखना है और एज अ सेबी रजिस्टर्ड एंटिटी ड्यू प्रोसेस भी हमें फॉलो करना है तो इस बार ना वी हैव चेंज्ड इट अ लिटिल कि कैसे हमारा वो प्रोसेस क्या है कैसे हम एक-एक फंड तक पहुंचे हजारों फंड्स में से कैसे ये फंड्स हम आप तक लेके आए हर फंड के बाद ना उस फंड को पिक करने का प्रोसेस भी हमारा लॉजिक क्या था हम क्या सोच रहे थे टीम किस रिसर्च से गुजरी वो भी मैं आपके साथ ट्रांसपेरेंटली शेयर करूंगा ताकि जब आप डिसाइड कर रहे हो ना कि इनका लॉजिक सही है या नहीं है यह फंड अच्छा है या बुरा है तो आपके पास ज्यादा ज्यादा थिंकिंग पॉइंट्स हो आप ज्यादा इफॉर्म डिसीजन ले सको अपने परिवार के लिए म्यूचुअल फंड में जब आप इन्वेस्ट करोगे तो आप अपने परिवार के लिए खुद के गोल्स के लिए इंपॉर्टेंट एक डिसीजन ले रहे हो तो मैं आपको ज्यादा से ज्यादा रिसर्च पॉइंट्स ज्यादा से ज्यादा लॉजिक ज्यादा से ज्यादा थिंकिंग आप तक रखना चाहता था ताकि आपको डिसीजन लेने में आसानी हो पहले एक जरूरी डिस्क्लेमर ये वीडियो जो है इसमें सिर्फ सच्चाई है कोई भी फंड डायरेक्टली इनडायरेक्टली किसी भी तरीके से हमारे डिसीजंस को या कौन इस लिस्ट में आ रहा है उसको इन्फ्लुएंस नहीं करता है यह लिस्ट 100% ऑन मेरिट है जो हमें सही लगता है अब हम गलत हो सकते हैं पास्ट में भी हम गलत हुए हैं लेकिन स्पंस यह लिस्ट किसी भी तरीके से बिल्कुल भी नहीं है तो चलो चलो अब फाइनली शुरू करते हैं फंड्स को डिस्कस करना लार्ज कैप फंड लार्ज कैप फंड हमने इस साल कौन सा पिक किया है अब हम आते हैं थॉट प्रोसेस पे कि लार्ज कैप के लिए जब हम रिसर्च शुरू कर रहे थे तो क्या थॉट प्रोसेस था हमें इस कैटेगरी के जो इन्वेस्टर्स हैं उनसे अलाइन होना था मेंटली अब कोई अगर लार्ज कैप फंड में इन्वेस्ट कर रहा है इसका पहला मतलब है कि मोस्ट केसेस में वो सेफ्टी देख रहा है उसे ब्लू चिप्स की सेफ्टी सिक्योरिटी पसंद है यानी जब हम एज अ रिसर्च हाउस रिसर्च कर रहे हैं तो हमको ये ध्यान रखना है कि हम ऐसा फंड चुने जो सेफ्टी पे कॉम्प्रोमाइज ना करे हमको इस कैटेगरी में हीरो नहीं बनना है हमको इस कैटेगरी में ये नहीं देखना है कि कौन सा फंड सबसे ज्यादा रिटर्न दे रहा है क्योंकि सबसे ज्यादा रिटर्न लेने के चक्कर में हो सकता है वो ज्यादा रिस्क भी ले रहा हो और अगर किसी को रिटर्न्स ही ज्यादा चाहिए प्लेक्सी कैप मल्टीकैप फंड की तरफ जाए जो हाई रिटर्न्स चाहता है वो लार्ज कैप कैटेगरी में आएगा ही क्यों वो यहां इन्वेस्ट करेगा ही क्यों हाईएस्ट पॉसिबल रिटर्न्स नहीं चाहिए और इसीलिए इस कैटेगरी में ना हमने हाईएस्ट परफॉर्मेंस की तरफ ध्यान नहीं दिया है हमने सेफ्टी और लो कॉस्ट की तरफ ध्यान दिया है तो जब सेफ्टी की बात आ रही थी तो अगला सवाल आया कि ज्यादा सेफ क्या रहेगा एक बहुत ही कंजरवेटिव सा एक्टिव फंड जो एक्टिवली रिस्क को रिड्यूस करे रिटर्न्स कॉम्प्रोमाइज करे या हम बस इंडेक्स को ट्रैक करें और हम एक पैसिव फंड को इस कैटेगरी में ले कौन सा अप्रोच लेना ज्यादा बेटर रहेगा पिछले दो सालों से हम इंडेक्स फंड की तरफ जा रहे थे तो ये डायलमाइट्रिप ने हमारी मदद की तो डेटा ये कहता है तो हमने इंडेक्स का रिटर्न लिया और हमने सारे एक्टिव फंड्स अच्छे बुरे का रिटर्न को एवरेज किया और 5 साल के पॉइंट टू पॉइंट रिटर्न्स हमने कंपेयर किए पॉइंट टू पॉइंट रिटर्न्स क्या होते हैं इस पे भी मैं जल्दी से एक वीडियो बना दूंगा फिर हमने सोचा चलो रोलिंग रिटर्न्स देखते हैं तो रोलिंग रिटर्न्स में हमें एक बड़ी इंटरेस्टिंग रिपोर्ट मिली जो ये कहती है कि 66 पर लार्ज कैप म्यूचुअल फंड्स 75 पर ऑफ द टाइम्स इंडेक्स को बीट नहीं कर पाते हैं फिर से सुनिए 66 एक्टिव फंड्स यानी ज्यादातर एक्टिव फंड्स 75 पर ऑफ़ द टाइम्स यानी ज्यादातर समय इंडेक्स को बीट नहीं कर पाते हैं तो हम चाहे पॉइंट टू पॉइंट रिटर्न्स लें या रोलिंग रिटर्न्स लें एक्टिव फंड्स की तरफ जाना इस कैटेगरी में सेंस नहीं बना रहा था इसलिए फिर से हमें इस बार हमने डिसाइड किया कि वी विल गो विद एन इंडेक्स फंड अब जब इंडेक्स फंड हमने चुना तो एक अगला सवाल आया कौन सा इंडेक्स ले सेंसेक्स जिसमें 30 स्टॉक्स हैं निफ्टी जिसमें 50 स्टॉक्स हैं या निफ्टी 100 जिसमें 100 स्टॉक्स हैं क्योंकि हम तो सेफ्टी के लिए जा रहे हैं ना तो सेफ्टी आती है ज्यादा डाइवर्सिटी दुनिया हमें ये कह रही है कि ज्यादा स्टॉक्स मतलब ज्यादा सेफ्टी ज्यादा डाइवर्सिटी एसेट को रिलेशन एंड रिस्क के जो उन्होंने ग्राफ मैप किया है कि कैसे जब आप नंबर ऑफ स्टॉक्स बढ़ाते हो तो आपका रिस्क कम होता है तो यह ग्राफ हमें यह बताता है तो अगर 20 आपने वेल डायवर्सिफाइड स्टॉक्स लिए हैं अलग-अलग सेक्टर से तो उसके बाद जब आप नंबर ऑफ स्टॉक्स बढ़ाते हो तो नंबर ऑफ स्टॉक्स तो बढ़ते हैं लेकिन आपको डायवर्सिफिकेशन का बेनिफिट मिलना बंद हो जाता है उससे रिस्क मीनिंगफुल वे में कम होना बंद हो जाता है यानी यानी 20 स्टॉक्स के बाद डाइवर्सिटी बराबर हो जाता है तो जब ये थ्योरी हमारे सामने थी तो समझ में आया कि 50 स्टॉक्स या 100 स्टॉक्स वाले इंडेक्स से बेटर है कि हम सेंसेक्स की तरफ जाते हैं जिसमें कि 30 स्टॉक्स ही हैं अगर 20 के बाद डायवर्सिफिकेशन का बेनिफिट ना के बराबर होता है तो इसमें तो 30 स्टॉक्स हैं वो थ्योरी अगर थोड़ी गलत भी हो रही है तो भी इसमें 50 पर का सेफ्टी ऑफ मार्जिन एक्स्ट्रा है क्योंकि 20 के बदले इसमें 30 स्टॉक्स हैं इसलिए हमने इंडेक्स चुना सेंसेक्स 30 अब जब हमने इंडेक्स चुन लिया तो अगला सवाल हमारे सामने आया क्या रूट हम लोगों को सजेस्ट करें क्या हम लोगों को बोले कि इंडेक्स फंड की तरफ जाओ या हम उन्हें कहें कि ईटीएफ की तरफ जाओ ज्यादा बेटर क्या है क्योंकि एक दुविधा थी जब हम सिर्फ एक्सपेंस रेशो देखते हैं सिर्फ ऊपर ऊपर से एक्सपेंस रेशो ईटीएफ का एक्सपेंस रेशो इंडेक्स फंड से कम दिखाई देता है लेकिन ईटीएफ और इंडेक्स फंड में एक मेजर फर्क है ईटीएफ को आप स्टॉक एक्सचेंज से खरीद रहे हो लाइक अ बास्केट ऑफ स्टॉक्स म्यूचुअल फंड को आप एएमसी से भी खरीद सकते हो किसी ब्रोकर से भी खरीद सकते हो किसी डिस्ट्रीब्यूटर या एडवाइजर से भी खरीद सकते हो जिस केस में जो टीई आर है टोटल एक्सपेंस रेशो जो इंडेक्स फंड में हमें दिखता है उसके ऊपर हमें कोई कॉस्ट नहीं देनी अगर आप डायरेक्ट प्लान खरीद रहे हो सीधा एएमसी से या किसी आरआईए से तो आपको एक्सपेंस रेशो के ऊपर इन मोस्ट केसेस कोई कॉस्ट नहीं देनी लेकिन जब आप स्टॉक मार्केट से ईटीएफ खरीद रहे हो तो उसका एक्सपेंस रेशो तो कम है लेकिन उसके ऊपर आप पे ब्रोकरेज लगेगा और ब्रोकरेज के ऊपर आप पे जीएसटी लगेगा और कन्वीनियंस की एक और बात है कि कई लोगों के पास डीमेट अकाउंट नहीं है और वो कहते हैं हमें म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करना है जिसके लिए डीमेट अकाउंट मैंडेटरी नहीं है तो क्योंकि ये वीडियो ये लिस्ट देश में बहुत लोग देखते हैं लाखों लोग देखते हैं तो यह जरूरी है कि हम एक ऐसा फंड लेके आए जिसके लिए उन्हें डीमेट अकाउंट खुलवाने की मजबूरी ना हो ये फंड ऐसा हो जो ज्यादा एक्सेसिबल हो और ईटीएफ से ज्यादा एक्सेसिबल आज नॉर्मल इंडेक्स फंड्स है आप किसी भी एएमसी की वेबसाइट प जाके उसे खरीद लीजिए तो एक्सेसिबिलिटी की बात थी वहां इंडेक्स फंड को एडवांटेज था एक एडवांटेज और था हालांकि ईटीएफ में अब लिक्विडिटी ठीक-ठाक होने लगी है लेकिन कभी अगर लिक्विडिटी की प्रॉब्लम आई तो और आपको उस समय बेचना है तो इंडेक्स फंड में तो ये प्रॉब्लम है ही नहीं आप रिडेंपशन रिक्वेस्ट डालो एक दो दिन में पैसा आपके खाते में एएमसी मना नहीं कर सकती कि हम तो नहीं देंगे पैसा लेकिन ईटीएफ में अगर उस समय कभी गलती से लिक्विडिटी प्रॉब्लम आ गई तो उस समय कोई बायर आपको नहीं मिला तो तो % भी लिक्विडिटी रिस्क हम क्यों लें तो ये तीन कारणों से डिसाइड हुआ कि ईटीएफ नहीं इस बार भी होगा इंडेक्स फंड और कौन सा इंडेक्स फंड सेंसेक्स का इंडेक्स फंड अब जब ये डिसाइड हो गया था कि हमें सेंसेक्स की तरफ जाना है एक आखिरी सवाल और था हमारी टीम के पास कि हम इंडेक्स को जैसा जैसा है वैसा 100% उसी प्रोपोर्शन में इन्वेस्ट करने वाला फंड ले या हम फिर एक इक्वि वेटेड इंडेक्स फंड ले लें अब एक इक्वि वेटेड इंडेक्स फंड क्या होता है पहले मैं आपको ये समझाता हूं तो अगर हम सेंसेक्स का कंपोजीशन देखें तो उसमें अगर ₹1 आपको सेंसेक्स में आज आप आज डालते हो तो उसमें यह सेंसेक्स का चार्ट अब आपको दिख रहा है टीसीएस का वेटेज इतना परसेंट है यस का वेटेज इतना परसेंट है तो अलग-अलग वेटेज में आपके ₹1000000 इस सेंसेक्स वाले इंडेक्स फंड में डालते हो तो आपके ₹ कंपनी ए में लग सकते हैं ₹1 दूसरी कंपनी में ₹10 किसी तीसरी कंपनी में ₹ किसी चौथी कंपनी में अलग-अलग कंपनियों में अलग-अलग अमाउंट लगेगा या यानी ऐसे में अगर हम टीसीएस या reliance1 बड़ी कंपनियों पे डिपेंडेंस ज्यादा है वर्सेस एक इक्वि वेटेड इंडेक्स फंड जो वही कंपनियां लेगा जो सेंसेक्स में है 30 कंपनियां है वही 30 कंपनियां लेगा लेकिन सब में बराबर पैसा डाल देगा सेंसेक्स में क्या वेटेज है इससे उसको मतलब नहीं वो तो सारी 30 कंपनियों में 3.33 पर पैसा डाल दे आपका ₹ 3.30 पैसा ₹1 में से सारी की सारी 30 कंपनियों में लग जाएगा जिससे कोई एक या दो कंपनी अगर खराब करती है तो आपका पोर्टफोलियो पे ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा पहले केस में अगर टॉप वाली कंपनियां खराब परफॉर्म करती हैं तो आपका फंड भी खराब करेगा अगर वो अच्छा करती हैं तो आपके रिटर्न्स ज्यादा बढ़ेंगे इस केस में हर कंपनी पे डिपेंडेंस बराबर है तो ये दोनों में से कौन सा अप्रोच लेना चाहिए फिर आंसर इसका ये आया कि ये जो रिबैलेंसिंग है इसके नाम पे इक्वि वेटेड फंड का एक्सपेंस रेशो बढ़ जाता है क्योंकि वो ये बोल रहे हैं ये जो इक्वि वेटेड है इनके एक्सपेंस रेशो ज्यादा थे और एक्सपेंस रेशो क्यों ज्यादा थे काम तो ज्यादा नहीं है बल्कि एक नॉर्मल इंडेक्स फंड को फिर भी वेटेज फॉलो करना है इनको तो क्या है बस दनाम देखना है और बराबर पैसा सब में डाल देना है तो एक्स्ट्रा एक्सपेंस रेशो जस्टिफाइड नहीं था इसके अलावा अगर कोई स्टॉक परफॉर्म नहीं करता इंडेक्स में से तो हर तीन महीने में तो वैसे ही उसने इंडेक्स से बाहर हो जाना है या उसका वेटेज कम हो जाना है तो यानी हर तीन महीने में इंडेक्सेस या स्टॉक एक्सचेंज अपने आप इन पोर्टफोलियो को रिबैलेंसिंग के लिए तो जब हर तीन महीने में रिवीजन हो ही रहा है वेटेज का और अंडर परफॉर्मेंस को बाहर किया जा रहा है तो फिर हम इक्वि वेटेड क्यों जाएं अंडर परफॉर्मर्स को जब एक्सचेंज बाहर कर ही रहा है हर तीन महीने में तो फिर हम ओवर स्मार्ट क्यों बने तो इन दो कारणों से हायर फीज से और क्योंकि एक्सचेंज रेगुलर रिबैलेंसिंग करता है इसलिए वी डिसाइडेड कि इक्वि वेटेड इंडेक्स फंड नहीं चाहिए हमें तो जो बिल्कुल इंडेक्स के वेटेज को ट्रैक करें वो फंड चाहिए अब जब हम इस तक पहुंच गए थे कि हमको सेंसेक्स ही चाहिए और हमको इक्वि बटेड नहीं चाहिए हमको एकदम मिरर करने वाला फंड चाहिए हमको पैसिव फंड चाहिए तो हमारे पास दो या तीन मेजर ऑप्शंस बच गए थे अब इसमें यह जरूरी था कि हालांकि एक्सपेंस रेशो बहुत बहुत थोड़ा सा जो हम फंड रिकमेंड करने जा रहे हैं बहुत बहुत हल्का सा उसका ज्यादा है लेकिन यह जरूरी था कि क्या एएमसी पे हम पूरा ट्रस्ट कर सकते हैं वो एएमसी का ट्रैक रिकॉर्ड कैसा है वो एमसी की रेपुटेशन कैसी है नॉट जस्ट दिस वो एमसी का डिस्ट्रीब्यूशन कैसा है क्या हर कोई आप चाहे बैंक से लेना चाहे एजेंट से लेना चाहे ऑनलाइन लेना चाहे ऑफलाइन लेना चाहे कैसे भी लेना चाहे क्या कोई ये तो नहीं बोल देगा कि ये फंड के साथ हम काम नहीं करते कोई और फंड ले लो या फिर वो फंड की डिस्ट्रीब्यूशन इतना अच्छा है कि सबको मिलेगा एक्सपेंस रेशो कैटेगरी में एवरेज है सबसे चीपेस्ट नहीं है और फंड हाउस वन ऑफ द मोस्ट ट्रस्टेड फंड हाउस हो तो उसपे हम ट्रस्ट कर सके और इसलिए फिर से इस साल का हमारा रिकमेंडेशन है एडीएसी का इंडेक्स फंड सेंसेक्स प्लान ये पिछले दो सालों से हम रिकमेंड करते आ रहे हैं और इस साल भी ये फंड है अनचेंज्ड एक इसमें फैक्टर और गया फंड के फेवर में इस कि अगर दो फंड है जिनको हम कंपेयर कर रहे हैं और दोनों हमको बहुत ज्यादा पसंद है एक को मैं 99.9 9 मार्क्स दूं और एक को मैं 99.8 मार्क्स दूं तो आई विल बी ऑनेस्ट एंड ट्रांसपेरेंट अराउंड दिस कि शायद वी विल चूज द फंड जिसको हमने 99.8 मार्क्स दिए थे वो थोड़ा सा माइनर सा % पीछे था दूसरे फंड से वी विल स्टिल गो विथ 99.8 वाला अगर हमने पिछले साल भी वही फंड रिकमेंड किया था तो लोगों को जो ऑलरेडी पिछले साल के वीडियोस देखते आ रहे हैं उनको एकदम माइनर चेंज के कारण इनकन्वीनियंस ना हो यह ध्यान रखना भी हम हमारी जिम्मेदारी है तो ये भी एक थोड़ा सा फैक्टर तो एचडीएफसी के सेंसेक्स प्लान की तरफ गया कि वी वांटेड टू बी कंसिस्टेंट हां इसमें हमने बड़े कॉम्प्रोमाइज कर दिए हो या अच्छे ऑप्शंस नेगलेक्ट कर दिए हो ऐसा हमने नहीं किया है लेकिन कंसिस्टेंसी एज अ फैक्टर हैड थोड़ी सी वैल्यू ये बताना भी हमारी जिम्मेदारी है तो इस बार हमने कौन से फंड्स चूज किए हैं इस कैटेगरी में चलिए समझते हैं अब आज क्योंकि तीन कैटेगरी सवालों के घेरे में थी मल्टी कैप फ्लेक्सी कैप लार्ज एंड मिडकैप खास करके मल्टी और फ्लेक्सी में ना बड़ा कंफ्यूजन होता है तो हमें पहले ये डिसाइड करना था कि इन तीनों कैटेगरी में से क्या हम तीनों में एक फंड रिकमेंड करने वाले या फिर हमारे कोई फेवरेट्स हैं या लॉजिकली कोई कैटेगरी किसी दूसरी कैटेगरी से बेटर है तो पहले वी कंपेयर्ड फ्लेक्सी कैप वर्सेस मल्टी कैप अब थोरेट्स कैप इज अ बेटर कैटेगरी इसका लॉजिक क्या है फ्लेक्सी कैप में फंड मैनेजर के पास ये फ्रीडम है कि वो जिस क्लास में चाहे उस क्लास की कंपनियों को उठाए यानी वो चाहे तो ज्यादातर पैसा लार्ज कैप में डाले वो चाहे तो ज्यादातर पैसा मिड कैप में डाले चाहे तो ज्यादातर पैसा स्मॉल कैप में डाले यानी उसके पास फ्लेक्सिबल ज्यादा है उसके पास फ्रीडम है वो अपनी क्रिएटिविटी टैलेंट को दिखा सकता है अब ये बहुत अच्छी बात है अगर फंड मैनेजर अच्छा है और बुरी बात है अगर फंड मैनेजर बुरा है लेकिन अगर फंड मैनेजर बुरा है तो वो तो मल्टी कैप में भी बुरा कर सकता है वो लार्ज एन मिडकैप में भी बुरा परफॉर्मेंस कर सकता है तो हमें ये देखना है कि अच्छे फंड मैनेजर को आउट परफॉर्म करने का स्कोप कौन सी कैटेगरी में ज्यादा है क्योंकि बुरा फंड मैनेजर तो हर कैटेगरी में रायता ही फैला आएगा अच्छा फंड मैनेजर आउट शाइन किस कैटेगरी में कर सकता है क्योंकि जब हम एक्टिव फंड्स की बात कर रहे हैं तो हम एक्टिव फंड्स में जा इसलिए रहे हैं कि वी बिलीव कि इंडिया में आज भी मार्केट्स में इतनी मिस प्राइसिंग और मिस इंफॉर्मेशन है कि एक फंड मैनेजर अगर वो अच्छा है तो वो उस प्राइस गैप्स को आइडेंटिफिकेशन ली हमने पिछले वीडियो में बताया क्यों इस कैटेगरी में है फी ट्रस्ट कि अभी भी इंडिया में अच्छे फंड मैनेजर्स इन दिस कैटेगरी मार्केट को आउट परफॉर्म कर सकते हैं तो उस आउट परफॉर्मेंस का स्कोप सबसे ज्यादा कहां है फ्लेक्सी कैप कैटेगरी में इसलिए वी डिसाइडेड कि एक फंड तो फ्लेक्सी कैप कैटेगरी से होगा और इसके बाद बारी आई मल्टी कैप वर्सेस लार्ज एंड मिडकैप अब इन दोनों कैटेगरी में डिफरेंस क्या है मल्टी कैप का मतलब है सेब ये कहता है कि उस स्कीम में मल्टी कैप स्कीम में % पैसा ₹1 में से ₹2500000 बाकी 25 वहां फंड मैनेजर को जो करना है करे वो चाहे तो कैश रखे वो चाहे तो इनमें से किसी भी कैटेगरी में जहां उसको एलोकेट करना है वो करे यानी फ्रीडम वो 25 पर की है वही लार्ज एंड मिड कैप में कैसा है इसमें लार्ज कैप और मिड कैप में एलोकेशन बढ़ जाता है यानी फंड मैनेजर को कम से कम ₹1 में से ₹ 335 लार्ज कैप में डालने हैं कम से कम ₹5000000 वाली कैटेगरी में लार्ज एंड मिड कैप में थोड़ी सी सेफ्टी बढ़ जाती है क्योंकि लार्ज कैप में कम से कम 35 का एलोकेशन तो होना ही है तो जब मैं इन दोनों कैटेगरी को कंपेयर करता हूं और साथ में फ्लेक्सी कैप को भी कंपेयर करता हूं तो मुझे ऐसा लगता है कि ये जो मल्टी कैप कैटेगरी है ना ये कहीं फंस गई है क्योंकि अगर मुझे रिस्क थोड़ा एवर्स रना है रिस्क से बचना है तो लार्ज एंड मिड कैप कैटेगरी बेटर है इसमें स्मॉल कैप का एलोकेशन भी नहीं है और लार्ज कैप का एलोकेशन थोड़ा सा ज्यादा है और अगर मुझे फंड मैनेजर को फ्लेक्सिबल देनी है कि तुझे जो करना है वो कर तो फ्लेक्सी कैप कैटेगरी बेटर है तो मल्टी कैप का एसिस्टेंसिया तो यह पाया लार्ज एंड मिड कैप और मल्टी कैप को कि शायद बहुत थोड़े से मार्जिन से मल्टीकैप फंड के रिटर्न्स कई बार ज्यादा हो जाते हैं क्योंकि रिस्क ज्यादा है इसमें जैसा मैंने आपको बताया लार्ज एंड मिडकैप में लार्ज कैप को एलोकेशन ज्यादा है मिड कैप को भी एलोकेशन ज्यादा है 70 पर पैसा तो यहीं लग गया लेकिन मल्टी कैप में मिनिमम 25 पर पैसा स्मॉल कैप में लगता है शायद बाकी 25 पर भी लग जाए तो मल्टी कैप कैटेगरी में ना शायद 50 पर तक पैसा स्मॉल कैप में लग सकता है तो रिस्क ज्यादा है और इस रिस्क को लेके थोड़ा सा ज्यादा रिटर्न ये फंड्स कई बार लेके आते हैं लेकिन अगर मैं रिस्क रिवॉर्ड रेशो लेके चलूं यानी कितना एक्स्ट्रा रिस्क लिया एक्स्ट्रा रिटर्न लाने के लिए तो ये जो एक्स्ट्रा रिटर्न्स मल्टीकैप कैटेगरी लेके आई ना ये हमें जस्टिफाइड नहीं लगा और हमेशा फिनोलॉजी में हमें पहले सेफ्टी चाहिए बाद में रिटर्न्स चाहिए पहले तो मैंने जो पैसा लगाया उसको सेफ रखो फिर बढ़ाओ ₹ कम भी तो चलेगा तो इस अप्रोच से जाते हुए हमने एक लार्ज एंड मिड कैप फंड इस साल लिया है और एक फ्लेक्सी कैप फंड लिया है अब मैं आपको बताने जा रहा हूं फ्लेक्सी कैप में वो फंड कौन सा है अब फ्लेक्सी कैप कैटेगरी में जब हम एनालाइज किए तो 80 फंड्स थे 80 फंड्स अवेलेबल थे जिसमें से कुछ ही फंड्स अपने बेंचमार्क को जो निफ्टी 500 है उसको बीट कर सके अब ये कैटेगरी 3 साल पुरानी है तो हमने 3 साल का परफॉर्मेंस बेंचमार्क लिया अब इसमें जो इंडेक्स है उसने 20 पर पर ईयर का रिटर्न दिया है 20 पर सीएजीआर को ये इंडेक्स को ही बीट 80 में से सिर्फ 24 फंड्स कर पाए यानी 70 पर से ज्यादा फंड्स तो इंडेक्स को बीट ही नहीं कर पाए और इसके बाद जो 24 फंड्स ने इंडेक्स को बीट किया वो हमेशा कर पाए ऐसा जरूरी नहीं है ना अब ये जो 24 फंड्स है ना इन्होंने रिटर्न तो ले आया लेकिन क्योंकि फ्लेक्सी कैप में फ्लेक्सिबल बहुत है तो हमें एक चीज ये भी देखनी थी कि ये रिटर्न कैसे आया क्या बहुत ज्यादा रिस्क लेके आया क्योंकि इंडेक्स है निफ्टी 500 उसमें 500 बड़ी कंपनी है लेकिन हो सकता है फंड मैनेजर हजार भी स्मॉल कैप माइक्रो कैप कंपनी में इन्वेस्ट करके रिटर्न ला रहा हो तो ऐसे रिटर्न से हमें डर लगता है ज्यादा रिस्क लेके ज्यादा रिटर्न कोई भी ला सकता है सेम या लोअर लेवल ऑफ रिस्क लो और फिर ज्यादा रिटर्न लाके दिखाओ ना तो जब इस पैरामीटर में हमने चेक किया शार्प रेशो कैसा था स्टैंडर्ड डेविएशन कैसा था बीटा कैसा था तरह-तरह के मैट्रिक्स यूज हुए तो समझ में आ आया कि इन 24 फंड्स में से सिर्फ नौ फंड्स ऐसे हैं जो बराबर या कम रिस्क लेके इंडेक्स के बराबर या कम रिस्क लेके उससे ज्यादा रिटर्न लेके आ रहे हैं बाकी फंड्स ज्यादा रिटर्न लाने के लिए ये कैटेगरी ऐसी है ना क्रिएटिव लोग कुछ भी करेंगे थोड़ी सी डेंजरस कैटेगरी है ज्यादा फ्रीडम भी डेंजरस होती है तो यहां फंड मैनेजर का रोल बहुत जरूरी है तो यानी कि हमें यह देखना था कि जिस साल वो नहीं करेंगे इंडेक्स को बीट उस साल क्या कॉस्ट बहुत ज्यादा है क्या कुछ साल वो बीट करेंगे इस चांस के बेसिस पे इस होप के बेसिस पे कई फंड्स ऐसे हैं जो बहुत ज्यादा फीस ले रहे हैं क्योंकि वो उस साल अपनी फीस कम नहीं करेंगे जिस साल वो इंडेक्स को बीट नहीं करेंगे तो मुझे परफॉर्मेंस टू फीस रेशो भी देखना है तो हमने एक पैरामीटर सेट किया कि हम उन्हीं फ्लेक्सी कैप फंड्स को इंक्लूड करेंगे जिनकी फीस यानी टोटल एक्सपेंस रेशो 75 पर से कम है डायरेक्ट प्लांस के लिए इसके बाद फीस की बात आती है तो जब यह मैट्रिक भी आ गया तो केवल नौ में से चार फंड्स बचे जिनमें से हमें चूज करना था ये चारों फंड्स अब आपके स्क्रीन पर है ये क्यों आपके स्क्रीन पर है क्योंकि ये चारों फंड्स डिसेंट चॉइसेज हैं अच्छी चॉइसेज है 80 में से ये चार उसके बाद हम एक कदम और आगे बढ़े फंड की हिस्ट्री एएमसी की हिस्ट्री फंड मैनेजर का परफॉर्मेंस और हमारी हिस्ट्री भी तो फिर से पिछले छ सालों की तरह इस साल भी कैटेगरी विनर आया पराग पारिक का फले कैप फंड क्यों क्योंकि एएमसी की रेपुटेशन इन्होंने अपने नाम को मिंट करने के लिए सिर्फ स्कीम्स लाते जाओ एक्सपेंस रेशो कमाते जाओ ऐसा नहीं किया आज भी इनके फंड्स लिमिटेड है मैनेजमेंट में स्टेबिलिटी है फंड मैनेजमेंट टीम में स्टेबिलिटी है और तीसरा लाखों इन्वेस्टर्स ने इंडिया में इन वीडियोस को इस लिस्ट को पिछले छ सालों में देख इन फंड्स को सिलेक्ट किया होगा तो जब इस फंड में कुछ चेंज नहीं हुआ है कुछ बुरा नहीं हुआ है तो उनके पोर्टफोलियो में शिफ्टिंग हो जाए वो घबरा जाए तो यह नहीं होना चाहिए थोड़ी कंसिस्टेंसी वी शुड आल्सो मेंटेन इफ वी आर आंसरेबल टू आवर व्यूवर्स तो ये सारे कारणों से इस कैटेगरी में फिर से इस साल का विनर सातवी बार लगातार जो इस लिस्ट में हमेशा से है वो है पराग पारिक फ्लेक्सी कैप फंड अब अगली कैटेगरी लार्ज एंड मिडकैप फंड अब इसमें भी प्रोसेस वही था स्टेप नंबर वन इस कैटेगरी में 30 फंड्स थे कितनों ने अपने बेंचमार्क को बीट किया उसी में ना 80 पर से ज्यादा फंड्स बाहर हो गए 30 में से सिर्फ पांच फंड्स ऐसे थे जिन्होंने अपने बेंचमार्क को बीट किया स्टेप नंबर टू किसने लोअर या सेम लेवल ऑफ रिस्क लेके बीट किया ज्यादा रिस्क नहीं लिया एक फंड और एलिमिनेट हो गया चार फंड बचे फिर आया एक्सपेंस रेशो किस फंड का एक्सपेंस रेशो इज रीजनेबल चार में से तीन फंड बचे ये तीनों ही फंड अब आपके स्क्रीन पर है तीनों अच्छी चॉइसेज हैं 30 में से तीन को चूज किया गया है आपके स्क्रीन पर ट्रांसपेरेंटली है तो इस साल का विनर भी है कोटक का इक्विटी अपॉर्चुनिटी फंड तो जब कुछ प्रॉब्लम है ही नहीं तो वी आर स्टिक विद कोटक इक्विटी अपॉर्चुनिटी ज फंड आज की वीडियो में हम डिस्कस करने वाले हैं बेस्ट टैक्स सेवर या ईएलएसएस फंड अब इन फंड्स की ऐसे देखें ना तो कुछ इंपॉर्टेंस कम हुई है न्यू टैक्स रेजीम के बाद जिसमें कि जिन लोगों ने न्यू टैक्स रेजीम ऑप्ट किया है उनको एसी डिडक्शन अवेलेबल नहीं है यानी वो लोग अगर ईएलएसएस या टैक्स सेवर फंड जिनकी आज हम बात कर रहे हैं उसमें इन्वेस्ट कर भी लें तो उनको उसके टैक्स बेनिफिट्स नहीं मिलेंगे वैसे ही अगर कोई इनकम टैक्स लैब के नीचे है तो उसके लिए अगर टैक्स के नजरिए से देखो तो कोई खास फायदे की बात नहीं है या वो लोग जिन्हो ने लाइफ इंश्योरेंस के थ्रू पीएफ के थ्रू या और किसी जरिए के थ्रू एटीसी डिडक्शन को यूज कर लिया है अगर वो पुराने टैक्स रेजीम में है तो भी उनके लिए ये म्यूचुअल फंड्स ज्यादा काम के नहीं है तो मैं क्यों बना रहा हूं आज ये वीडियो क्यों हम डिस्कस कर रहे हैं बेस्ट टैक्स सेविंग म्यूचुअल फंड क्योंकि मुझे ऐसा लगता है कि ये फंड्स सिर्फ टैक्स सेविंग के नजरिए से इनमें इन्वेस्ट नहीं करना चाहिए क्योंकि है तो ये म्यूचुअल फंड्स ही ना लगाते तो ये भी पैसा शेयर्स में ही है जैसे दूसरे म्यूचुअल फंड इक्विटी म्यूचुअल फंड्स लगाते हैं उस तरह के ये भी फंड्स है लेकिन इसके साथ ना जो इसका डिसएडवांटेज बोला जाता है वो एक बहुत बड़ा एडवांटेज है इनफैक्ट इसमें 3 साल का लॉकइन है जो पैसा आपने डाल दिया वो आप 3 साल तक निकाल नहीं पाओगे ऐसा दिखता है कि लिक्विडिटी के मामले में डिसएडवांटेज है लेकिन मेरी नजर में ना जो यंग इन्वेस्टर है जो डिसिप्लिन से जूझता है जिसको प्रॉब्लम होती है इन्वेस्टेड रहने में मार्केट वोलेट में पैसा निकालने का मन करता है उनके लिए ये फंड्स बहुत अच्छे हैं ये फोर्स्ड डिसिप्लिन लेके आते हैं तो एक बार आपके पास इमरजेंसी फंड है आपको पता है आप 100% श्यर हो कि आप सिर्फ वो पैसा डाल रहे हो जिसकी अगले 3 साल आपको जरूरत बिल्कुल नहीं पड़ने वाली है उस पैसे के लिए ये फंड बहुत अच्छा कैटेगरी है बहुत अच्छा ऑप्शन है आप मार्केट ऊपर से नीचे हो पैनिक करके हम इन्वेस्टर्स पैसा निकाल लेते हैं ये फंड में ये इन डिसिप्लिन आप नहीं कर पाओगे तो डिसिप्लिन के लिए भी ये कैटेगरी बहुत अच्छी है इनका नाम है टैक्स सेवर लेकिन बाकी टैक्स सेवर इंस्ट्रूमेंट्स में क्या होता है टैक्स बचाने के चक्कर में रिटर्न्स कम होते हैं इन फंड्स में ये शायद एक ऐसा टैक्स सेवर इंस्ट्रूमेंट है जिसमें टैक्स भी बचता है अगर आप आप ओल्ड रेजीम में हो एटीसी डिडक्शन लेना चाहते हो लेकिन रिटर्न्स कॉम्प्रोमाइज नहीं होते हैं और इसीलिए ये नॉन टैक्स सेविंग म्यूचुअल फंड से रिटर्न्स के मामले में भी कंपैरेटर्स ना मुझे फ्लेक्सी कैप कैटेगरी जो मैं हमेशा कहता हूं कि मेरी फेवरेट है मुझे बहुत पसंद है तो फ्लेक्सी कैप के साथ अगर टैक्स सेविंग बेनिफिट्स आ जाए ना तो ये अल्टीमेट इंडिया का बेस्ट म्यूचुअल फंड हो जाता है वो इन्वेस्टर्स के लिए जो डिसिप्लिन के साथ स्ट्रगल करते हैं इसलिए ये कैटेगरी मुझे बहुत ज्यादा पसंद है तो चलो अब अपन आते हैं कि हमने इन फंड्स में से बेस्ट फंड को कैसे चुना कैसे फंड्स को एलिमिनेट किया तो अब इस कैटेगरी में ना इंडिया में 39 फंड्स अवेलेबल हैं अब हमने कंपेयर किए पिछले 3 साल के रिटर्न्स इसके इंडेक्स से जो कि निफ्टी 500 है और इस से जब हमने कंपेयर किया क्योंकि इस इंडेक्स ने ही 19.5 पर के आसपास का रिटर्न दिया है तो सिर्फ 50 पर फंड्स ही इस रिटर्न को बीट कर पाए यानी 39 में से 19 फंड्स एलिमिनेट हो गए और 20 फंड बचे अब यहां एक सवाल आ सकता है कि पास्ट रिटर्न्स आर नॉट अ गारंटी ऑफ फ्यूचर परफॉर्मेंस तो यहां आपको एक चीज ध्यान रखना है कि हम जब फंड्स एलिमिनेट करते हैं ना तो हम सिर्फ हाईएस्ट रिटर्न्स के बेसिस पे एलिमिनेट नहीं कर रहे हैं ऑल वी वांट इज कि आप एवरेज से ऊपर परफॉर्मेंस ले आओ यहां बेस्ट परफॉर्मर को किसी ने कैटेगरी का रिटर्न 19.5 है हमने 25 पर अगर कोई रिटर्न ले आया तो वो फंड आपको लाके नहीं बोल दिया कि ये बेस्ट फंड है इसको ले लो ऑल वी वांट कि हमारे फंड्स एटलीस्ट एवरेज या अबब एवरेज हिस्टोरिकल परफॉर्म दें उसको एब्सलूट हीरो होना जरूरी नहीं है तो रिटर्न्स के बेसिस पर हम फंड सिलेक्ट कर रहे हैं ऐसा बिल्कुल नहीं है इसके बाद हम सेकंड फिल्टर पे आते हैं और जिसको मिला के ना ये एक बहुत कंप्रिहेंसिव और स्ट्रांग मॉडल बन जाता है पहला फिल्टर तो ये था कि इंडेक्स को एवरेज रिटर्न को उसको बीट करें या उसको मैच करें सेकंड ये था कि वो मैच या बीट करें लेकिन एक्स्ट्रा रिस्क ना ले और इसके लिए जब हमने रिस्क टेस्ट रन किए जैसे कि स्टैंडर्ड डेविएशन हो या उसका बीटा चेक करना हो तो फिर से बहुत सारे ऐसे फंड्स थे जो इस फिल्टर के कारण बाहर हो गए क्योंकि उन्होंने रिटर्न्स तो जनरेट किए लेकिन बहुत ही वोलेटाइल फैशन में और इतनी वोलेट दिल के लिए अच्छी बात नहीं है लेकिन हम यहां नहीं रुके फिर हमने देखा कि रिस्क एडजस्ट रिटर्न कैसा है क्योंकि रिटर्न तो कोई भी ला सकता है उसके लिए पर यूनिट ऑफ रिटर्न के लिए कितना यूनिट ऑफ रिस्क लिया गया तो ये हमने चेक किया शार्प रेशो और सोर्टिनो रेशो के जरिए तो इन दो तरह के फिल्टर्स के बाद 20 में से सिर्फ आठ फंड रह गए इसके बाद हम चाहते थे कि हमारे फंड्स ये आठ फंड्स जो कि कैटेगरी के एवरेज से अच्छा परफॉर्म करते हैं कैटेगरी एवरेज से कम रिस्क लेते हैं इनमें हमको ऐसे फंड भी मिल जाए जो कैटेगरी एवरेज से कम एक्सपेंस रेशो भी चार्ज करते हैं तो जब ये फिल्टर आया तो इस कैटेगरी का एवरेज एक्सपेंस रेशो था 0.89 पर डायरेक्ट प्लांस के लिए हमें ऐसे फंड चाहिए थे इन आठ में से जो इससे कम एक्सपेंस रेशो चार्ज करते हो और इस फिल्टर को लगाने के बाद आठ में से चार फंड्स एलिमिनेट हो गए और बचे सिर्फ चार फंड्स जो अब आपके स्क्रीन पर हैं अब यहां सवाल ये उठ सकता है कि हमको एक्सपेंस रेशो से मतलब नहीं है रिटर्न अगर बहुत ज्यादा आ रहा है तो एक्सपेंस रेशो जस्टिफाइड है बिल्कुल अगर रिटर्न ज्यादा आ रहा है तो एक्सपेंस रेशो जस्टिफाइड है लेकिन अगर यह सब सही सही हुआ तो जस्टिफाइड है लेकिन म्यूचुअल फंड में आप 100% गारंटी से नहीं बोल सकते कि जो फंड ने पास्ट में अच्छा किया है वो आगे भी अच्छा करेगा और वो अच्छा करे या ना करे वो बुरे समय में भी हाई एक्सपेंस रेशो या हाई फीज चार्ज करेगा तो ऐसे में जब एक फंड ऐसा है जिसका पास्ट परफॉर्मेंस अच्छा है वो रिस्क कम लेता है लेकिन एक्सपेंस रेशो भी कंट्रोल्ड है तो बुरे समय में परफॉर्मेंस तो चलो सब फंड का गिरता है लेकिन कम से कम आपके जो एडिशनल फंड मैनेजमेंट कॉस्ट है वो कम रहेगी और आपके लॉसेस कुछ हद तक कुछ हद तक कम हो जाएंगे इसलिए एक्सपेंस रेशो की इंपॉर्टेंस तो है वरना 50 लाख में अच्छी गाड़ी तो कोई भी दे सकता है ना हमें कई बार वो ढूंढना होता है कि कि कौन 101 लाख में गाड़ी बेच रहा है और 50 लाख वाली सेफ्टी दे रहा है वो अच्छा कॉमिनेशन होता है ना ज्यादा पैसे लेके तो कोई भी अच्छी चीज दे सकता है लेकिन वाजिब हम सब वैल्यू ढूंढ रहे हैं तो एक्सपेंस रेशो हमें बताता है कि इस फंड में कितनी वैल्यू है और इसीलिए यह फिल्टर लगाना जरूरी हो जाता है तो ये चार फंड अब आपके स्क्रीन पर है अब इसमें से बहुत ऑब् वियस हो जाता है हमारे लिए फेवरेट पिक करना और वो हो जाता है पराग पारक का ईएलएसएस फंड क्योंकि इसमें एक खास बात है यह फंड ना 17 पर एलोकेशन इसने डेट में रखा था सेफ डेट बॉन्स डिबेंचर में इसने रखा था यानी यह फंड बहुत सेफ्टी की तरफ जा रहा था और इतना सेफ रहने के बावजूद इसने रिटर्न्स इतने अच्छे जनरेट किए कि ये टॉप फोर में आ गया तो इससे इनकी क्वालिटी ऑफ पिकिन स्टॉक पिकिन समझ में आती है पेडिग्री समझ में आती है कि कितनी अच्छी रिसर्च ये फंड हाउस लगातार कर रहा है लेकिन अगर आपने पिछला वीडियो देखा होगा तो उससे ओवरलैप आ रहा है क्योंकि उस उसमें भी जो दो फंड हमने रिकमेंड किए थे उसमें से एक फंड था पराग पारिक का फ्लेक्सी कैप फंड और एक प्रॉब्लम है इस फंड में पराग पारिक टैक्स सेवर में और फ्लेक्सी कैप में 62 पर के आसपास का ओवरलैप है यानी 62 पर स्टॉक्स दोनों फंड में बिल्कुल सेम है तो अगर आप दोनों फंड ले लेते हो तो ये होगा कि फंड कहने को दो है लेकिन 62 पर स्टॉक्स उनमें सेम है इसलिए ये दोनों फंड को लेना शायद बहुत अच्छी चॉइस ना है इसलिए अब आपके पास दो ऑप्शंस बचते हैं जैसा मैंने इस वीडियो के शुरू में बताया था अगर आप डिसिप्लिन से स्ट्रगल करते हो आपको लगता है आप डिसिप्लिन नहीं हो या आपको टैक्स बेनिफिट्स उठाने आप ओल्ड टैक्स रेजीम में हो तब आप पराग पारक फ्लेक्सी कैप को स्किप कर सकते हैं और पराग पारिक टैक्स सेवर में ही आप इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं ये एक अच्छा चॉइस हो जाएगा लेकिन क्योंकि हम पांच छ सालों से पराग पर एक फ्लेक्सी कैप फंड के बारे में बोलते आ रहे हैं तो आपका हो सकता है अच्छा खासा इन्वेस्टमेंट हो जाए 2 साल तक उसमें एग्जिट लोड भी लगता है आप रिडीम ना करना चाहे और आप उस फंड की फ्लेक्सिबल एंजॉय करना चाहते हैं आप श्यर नहीं हो कि आप 3 साल के लॉक इन का पैसा रख सकते हो आपको एक दो साल बाद पैसों की जरूरत इमरजेंसी में पड़ भी सकती है तो आपको नॉन ईएलएसएस फंड में ही रहना है तो उस केस में आप पराग परिक फ्लेक्सी कप को कंटिन्यू करो और आपको एक सेकंड टैक्स सेवर ऑप्शन अब हम देते हैं तो द सेकंड ऑप्शन और यहां पे ना एक बहुत क्लोज टाय हो गया था बिटवीन मिराया एसेट का टैक्स सेवर फंड और कोटक टैक्स सेवर फंड और ये दोनों फंड बहुत क्लोजल कंपैरेटर मेंस हमारा एक की तरफ नहीं था बहुत ही दोनों अच्छे से फंड है वी वेंट विद मेरा एसे टैक्स सेवर फंड बिकॉज ऑफ कंसिस्टेंसी यह फंड लास्ट ईयर भी हमारी लिस्ट में था और कोई स्ट्रांग रीजन नहीं था कि व्हाई शुड वी रिजेक्ट मिराया एसेट एंड चूज कोटक आज भी अगर पिछले साल ये फंड लिस्ट में नहीं होता और आज हम पहली बार इन दो फंड्स को कंपेयर कर रहे होते तब भी हम बड़े 50-50 पोजीशन में होते कि दोनों में से कौन से फंड को चुने लेकिन क्योंकि हमने पिछले साल मेरा एसे टैक्स सेवर को चुना था तो लोगों को प्रॉब्लम ना हो बिना कारण हम उनसे शफलिंग ना करवाए कंसिस्टेंसी बनी रहे इसलिए अगेन वी आर गोइंग विद मिराया एसेट टैक्सेबल फंड ये दोनों ही फंड जो आज हमने बताए वो पिछले साल की लिस्ट में भी थे तो इस साल के टैक्स सेवर फंड्स में है नो चेंज और हम हमारे पिक्स के साथ कॉन्फिडेंटली स्टैंड करते हैं पिछले एक साल में स्मॉल कैप्स में जबरदस्त रैली आई है जैसा कि आप इस चार्ट में देख पा रहे होंगे स्मॉल कैप म्यूचुअल फंड में इन्वेस्टमेंट्स बाकी कैटेगरी के मुकाबले बहुत तेजी से बढ़ा है और कई फंड हाउसेस में ये प्रॉब्लम फेस होने लगी है कि इतने तेजी से वो जो इनफ्लोज आ रहे हैं उसको वो सच में सही जगह प्रोडक्टिव यूज में जहां से अच्छे रिटर्न्स आए वहां कैसे लगाएं छोटी कंपनियां ये स्मॉल कैप है बहुत लिक्विडिटी नहीं होता फ्री फ्लोट नहीं होता कहां से वो इतने नए-नए आइडियाज जनरेट करें या इतनी लिक्विडिटी लाए कि जो स्टॉक वो खरीदना चाहते हैं उसको खरीद पाए सही दाम में क्योंकि स्मॉल कैप्स में क्या होता है थोड़ा सा पैसा लगा और प्राइस आसमान छूने लगता है वैल्यू चली जाती है जिसके कारण आई हाईली रिस्पेक्ट तीन एएमसी का एक्शन टाटा निपन एसबीआई जिन्होंने फ्रेश इन्वेस्टमेंट बंद किए अपने स्मॉल कैप फंड्स में सेइंग कि अभी वैल्यू नहीं है और मार्केट्स आर एट अ हाई स्पेसिफिकली स्मॉल कैप्स वाला तो अपनी कमाई को रोक देना लोगों के बेनिफिट के लिए अपनी रेपुटेशन के लिए इज अ थिंग दैट आई ग्रेटली रिस्पेक्ट इन तीनों एएमसी के लिए मेरी नजर में इनके लिए रिस्पेक्ट काफी बढ़ गई निपन एसबीआई टाटा हैट्स ऑफ गुड जॉब बहुत अच्छे रिटर्न्स इस कैटेगरी ने दिए हैं हमने जो पिछले 2 सालों से फंड बताया है उसने भी बहुत अच्छे रिटर्न्स दिए हैं लेकिन अगर आज आप फ्रेश इन्वेस्ट शुरू करना चाहते हो स्मॉल कैप्स में तो वी आर ऑफ द ओपिनियन अब ये कोई प्रेडिक्शन नहीं है या मैं अ कोई ज्योतिष बनने की कोशिश नहीं कर रहा हूं लेकिन मैं ये कह रहा हूं कि वैल्यूएशन इज एट अ प्रीमियम तो जब चीज कोई महंगी होती है तो उसके गिरने के चांसेस ज्यादा हो जाते हैं अब इसका मतलब ये नहीं कि वो इस साल गिर ही जाएगा या मैंने बोला है तो हो ही जाएगा मैं पहले भी बहुत बार गलत रहा हूं लेकिन अभी मुझे रिस्क रिवॉर्ड रेशो फेवरेबल नहीं लगता है स्मॉल कैप्स में फ्रेश इन्वेस्टमेंट के लिए अगर आप एसआईपी कर रहे हो पिछले एक दो सालों से कर रहे हो कंटिन्यू विद योर एसआई आईपी इन द फंड दैट वी रिकमेंडेबल नहीं है रोकने की जरूरत नहीं है बड़ा फ्रेश लसम इन्वेस्टमेंट या न्यू एसआईपी शुरू ना हो इसलिए इस साल वी आर नॉट रिकमेंडिंग अ न्यू स्मॉल कैप फंड इस लेवल्स पे आई एम नॉट कंफर्टेबल कि लोग स्मॉल कैप्स में पैसा लगाना शुरू करें जो पहले से लोग लगाते आ रहे हैं उन्होंने काफी पैसा कमाया भी है तो थोड़ा अगर करेक्शन आता भी है मार्केट गिरता भी है तो उनकी होल्डिंग्स एवरेज हो जाएंगी वो स्टिल प्रॉफिटेबल रहेंगे फ्रेश इन्वेस्टमेंट्स इस लेवल पे देखो मार्केट यहां से भी बहुत आगे बढ़ सकता है 1 साल बाद आई कैन लुक लाइक अ फूल कि इसने बोला था तब मत खरीदो और मार्केट बहुत बढ़ गया लेकिन रिस्क रिवॉर्ड रेशो लॉजिक मुझे यह करने से अभी मना करता है इसलिए इस साल वी आर नॉट डूइंग इट इंस्टेड स्मॉल कैप यानी आप हाई रिटर्न्स चेज कर रहे हो आप लार्ज कैप मिड कैप से डायवर्सिफाई होना चाहते हो तो डायवर्सिफिकेशन के लिए भी कंट्री का मार्केट अगर कुछ गलत परफॉर्म करता है उससे हेज करने के लिए भी और थोड़ा कंसंट्रेटेड पोर्ट पो फोलियो लेके ग्रोथ हाई ग्रोथ टारगेट करने के लिए भी पिछले साल वी सजेस्टेड एन इंटरनेशनल फंड इस साल वी वुड से उस फंड ने भी पिछले एक सालों में बहुत अच्छा परफॉर्मेंस दिया है हालांकि वो वोलेटाइल रहा है तो इसलिए भी इसके सारे पैरामीटर्स ऐसे हैं कि ये फंड बहुत तरीकों से एक स्मॉल कैप फंड जैसा एक्ट करता है वोलेटाइल होता है रिटर्न्स ऊपर नीचे होते हैं लेकिन एक एक्स्ट्रा बेनिफिट मिलता है एक स्मॉल कैप फंड वर्सेस अगर मैं इंटरनेशनल फंड लूं तो ये मुझे कंट्री के मार्केट से हेज करता है और डिफरेंट मार्केट में एक्सपोजर देता है डिफरेंट तरह की कंपनियों में एक्सपोजर देता है तो डायवर्सिफिकेशन का बेनिफिट बढ़ता है और हेजिंग बढ़ती है इसलिए इस साल इंटरनेशनल फंड रिमेंस अ बेटर चॉइस एंड इसमें भी वी आर स्टिक विद आवर लास्ट ईयर्स चॉइस अब ये रिस्की है तो ध्यान रखना ऐसा नहीं है कि इफ यू आर 50 ईयर ओल्ड 60 ईयर ओल्ड आपको 2 साल में पैसा चाहिए तो क्योंकि रिकमेंड हुआ है तो डाल दिया जाए ये स्मॉल कैप या उससे भी ज्यादा रिस्की है तो इट्स रिस्की प्राइसेस भी पिछले साल जितने अच्छे नहीं है ये फंड भी काफी बढ़ गया है तो इसकी अंडरलाइन स्टॉक्स भी भी काफी बढ़ गए हां बहुत बबल आ गया है या एक्सट्रीमली हाई वैल्युएशंस है ऐसा नहीं है इसलिए इस साल भी वी आर कंफर्टेबल रिकमेंडिंग दिस फंड ये फंड दो वैराइटीज में आता है ईटीएफ में भी आता है और फंड ऑफ फंड में भी आता है अगर ऑलरेडी यू हैव अ डीमेट अकाउंट तो आप ईटीएफ वेरिएंट चाहे तो ले सकते हैं या फंड ऑफ फंड भी ले सकते हैं फिर तो ओपन है आपके लिए और अगर किसी का डीमेट अकाउंट नहीं है वो सिर्फ म्यूचुअल फंड्स में इन्वेस्ट करता है तो उनके लिए फंड ऑफ फंड भी है चार्जेस हम ऐसे नेकेड आई से आप देखोगे तो लगेगा ईटीएफ काफी सस्ता है सारे चार्जेस जोड़ के अगर मैं दोनों का टोटल एक्सपेंस रेशो जोड़ूं तो काफी कंपैरेटर्स नहीं है तो कॉस्ट के हिसाब से मत जाना सेकंड एक लिक्विडिटी होता है कि जब आप ईटीएफ की लिक्विडिटी देखोगे तो आपको खुद सेलर ढूंढना पड़ेगा फंड ऑफ फंड में ये जिम्मेदारी आप एक तरीके से एएमसी को हैंड ओवर कर रहे हो तो ये भी एक बेनिफिशियल फीचर है तो आपकी चॉइस है दोनों ऑप्शंस अवेलेबल है फंड का नाम है मेरा एसेट फैंग प्लस ईटीएफ या मेरा एसेट फैंक प्लस ईटीएफ फंड ऑफ फंड ये दोनों वैराइटीज में आता है चॉइस इज योर्स रिस्की है हर किसी के लिए नहीं है कंसंट्रेटेड पोर्टफोलियो है हेजिंग और डायवर्सिफिकेशन का बेनिफिट देता है लेकिन क्योंकि कंसंट्रेटेड है तो काफी वोलेटाइल और रिस्की होता है और टैक्सेशन भी इंटरनेशनल फंड्स का डेट फंड्स की तरह है तो आपको वो जो इक्विटी फंड में लॉन्ग टर्म कैपिटल गेंस बेनिफिट मिलते हैं वो इस फंड में नहीं मिलेंगे तो टैक्स वाइज इट्स अ नेगेटिव टू बी ऑनेस्ट लेकिन अच्छे वैल्यूएशन और अच्छे प्राइस में इन्वेस्ट किया जाए तो हायर रिटर्न्स कंपनसेटर कैन कंपनसेटर से फॉर हायर टैक्सेस अब नाउ दैट वी हैव कंप्लीटेड आवर लिस्ट हमने चार वीडियो अभी तक बनाए हैं जिसमें लार्ज कैप फंड्स डिस्कस किए मल्टी कैप स्मॉल कैप टैक्स सेवर ईएलएसएस हर तरह के फंड्स डिस्कस हुए और पूरी लिस्ट अब आ चुकी है इस साल क्या हम कोई बैलेंस्ड या हाइब्रिड फंड डिस्कस कर रहे हैं रिकमेंड कर रहे हैं एंड शुड यू बाय दैट कैटेगरी या किन लोगों के लिए वो सूटेबल है तो उस वीडियो का नोटिफिकेशन आपको टाइम से मिल जाए इसके लिए चैनल को आपको सब्सक्राइब करना है बेल आइकन दबाना है और ऑल नोटिफिकेशन ऑन करना है और उस वीडियो के बाद वी विल स्टार्ट डिस्कसिंग ये जो सारे फंड्स हमने बताए इस पे आपके डाउट्स क्या है आपके कमेंट्स हमारी टीम लगातार पढ़ रही है और उन कमेंट्स को वीविल आंसर इन द वीडियो जो आएगा बैलेंस्ड फंड वाले म्यूचुअल फंड वीडियो के बाद यह म्यूचुअल फंड सीरीज इस महीने जो चलने वाली है इससे आईम होपिन कि हम कुछ वीडियोस के बाद आपके सारे डाउट्स क्लियर कर पाएंगे दिस इज प्रांजल कामरा साइनिंग ऑफ बाय बाय