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सुशालोजी का चाप्टर 5: समानता और असमानता

कि सुशालोजी के सबसे पहले लेक्चर में आपका स्वागत है और इस लेक्चर में हम चाप्टर पांच से शुरुआत कर रहे हैं आज और चाप्टर पांच से क्यों कर रहे क्योंकि स्ट्रैटिफिकेशन मैंने आपको शायद बताया था बहुत ही बेसिक सा चाप्टर है और लेकिन यह सुशालोजी के बारे में आपको इतना रिच कर देगा आपको इतना कुछ ब कि answer जब भी लिखना शुरू करोगे UPSC के point से, आपके पास बहुत सारी terms होंगी already, simple चाप्टर है, लेकिन terms से भरपूर, तो इसमें हमने topics कवर करने हैं, equality, inequality, hierarchy, exclusion, poverty, deprivation, हम syllabus में लिखे हुए एक शब्द को complete करेंगे, कोई भी चीज छोड़नी नहीं है हमने, ओके, सबसे पहले पहुंचते हैं equality पर, तो equality के बारे में बात करते हैं, equality बहुत ही ज़्यादा often used एक term है, ऐसा नहीं है कि आप पहली बार सुन रहे हैं equality के बारे में, तो लेकिन equality के बारे में यहाँ पर मैं आपको चाहता हूँ बताना कुछ concepts, हम हर एक चीज का हमारा attempt क्या रहेगा, कि हम हर एक चीज की definition try करें, अ� अगर यूपीएसी का तो एक एजेंडा यूपीएसी आपको सवालों में मेंस में पूछता है यह सिरफ critical analyze, criticize, हर चीज में criticize, definition को आप उसमें कुछ कमिया निकाल दो, आप criticize कर देते हो, ठीक है जी, तो definitional mode of अपना understanding रखो, चाहे आप eco पढ़ रहे हो, चाहे policy, चाहे governance अब equality के बारे में बात करते हैं, equality होती क्या है? equality का सबसे पहले जो बात देखी गई वो sociology में देखें तो emergence of sociology ही equality पे बना हुआ है कैसे? French Revolution आया French Revolution में जब बात हुई 1789 में, ओके, 1789, जो भी 89 को बोलता है, I'm sorry, तो 89 में जब बात की हमने 1789 में की हमारे फ्रास में तीन तरहां की estates हैं, हमारा फ्रास जो था, उस वक तीन तरहां के, उसकी society तीन तकड़ में divided थी, थी तीन दुखड़े कौन से एक जो कि चर्च के साथ जोड़े हुए थे जो उनको बोला गया क्लर्जी यह हमारा वीडियो है फ्रेंड प्रेशन पर जाकर देख सकते हैं आप ठीक है क्लर्जी और एक जिसको बोला गया नोबिलिटी जो राजा महाराजा मिनिस्टर वगैरह थे आंड तीसरे अपने कॉमनर्स जो कॉमन लोग थे सारे मिजॉरिटी 90% के आसपास लोग कॉमनर्स थे सारा का सारा टैक्स पर करते थे तो बहुत ही एक्सप्लॉइटेड थे या फिर कहें तो इक्वल नहीं थे यह और यह ऊपर यह बचारे जाने दबे कुछ ले तो इसलिए एक्वालिटी की जंग शुरू ही वहां पर फ्रेंड वेवोलूशन में उसी के कारण सोशो का भी एमर्जेंस हुआ हमें चैप्टर वन में देखेंगे अभी बस आप मेरी बात मानो ठीक है ऐसा कुछ हुआ कि सोशो का जनम यहां पर हुआ सोशो के बारे में बात होनी शुरू ही तो हमें अपने आंसर मिल सकते हैं यह कि सोशालॉजी का जनम फ्रेंच अवेलूशन की हमें तीन यह हमें आउटकॉम्प मिलते हैं लिबर्टी इक्वालिटी एंड फ्रेटरनिटी तो आपके आंसर में अच्छी इंट्रोडक्शन अच्छी शुरुआत हो सकती है इससे एंड देन उसके बाद इक्वालिटी का मतलब क्या होता साइंसीज में थोड़ा मिनट डिफरेंट है थोड़ा मिनट कंप्लेक्स भी है इतना साधा सिंपल मिनट नहीं है हमारे लॉजिकली डिफरेंट है किसी की शकल डिफरेंट है किसी की हाई डिफरेंट है सोशली डिफरेंट है ठीक है जी आप कोई कुछ और तरह का रिलिजियन फॉलो करता है कोई और रिलिजियन फॉलो करता है एंड एकनॉमिकली अमीर गरीब एकलोजिकल किसी का सोचने का थरीका कुछ और किसी का और कुछ और तो लोग डाइवर्स है मतलब इक्वल तो नहीं है इक्वलिटी की वेरियस स्टेजिस की बात होती है जिस पर हम बात करते हैं और हमने क्या बात सुनी इक्वलिटी की हमारा सोशालिज का पेपर थोड़ा अकाडमिक पेपर है हमें अकाडमिकली ही लिखना है थोड़ा दिल से लिखेंगे आप अकॉर्डिंग अप कहानी सुनते चलो आपको काफी याद ज्यादा बात है याद भी हो जाएंगे एकॉलिटी स्टेज में डेवलप हुई एकॉलिटी की परिभाषा भी बदलती गई और आगे हमारी सबसे पहली जो कंसेप्शन आती है वह आती है क्वालिटी बिफोर लॉ की नजर में सब बराबर कोई अमीर कोई गरीब वह सब बराबर उसमें कोई भेदभाव नहीं होगा क्या यह एक्वालिटी है अभी हम पीटर सॉंडर्स के बारे में पढ़ेंगे बहुत ही इंपोर्टेंट कंसेप्शन दिन इस एक्वालिटी के बारे में अच्छा रही बैन एक्वालिटी तो हमारी पॉलिटिकल भी हो सकती है पॉलिटिकल इक्वालिटी का मतलब क्या हुआ कि पॉलिटिक्स की नजरों में या फिर अगर किसी को कोई पॉलिटिकल कोई वॉइस अपनी बतानी है लेट्स से अगर मुझे मेरी वोट या फिर लेट्स से किसी और की वोट में कोई फर्क है अगर मैं कहूं नहीं कोई नहीं है, सभी की votes बराबर है, तो मैं कहूँगा political equality है, okay, then universal adult suffrage, यह आपको पता है, यह भी political equality की ही एक type है, universal, universal मतलब सभी को मिलेगा, अगर जो adult हो जाएंगे, वो vote डालने का हक मिलेगा, political equality में अपने पास एक और भी चीज़ है, कि जितनी भी political पोस्ट है वह सभी पोस्ट मैं भी कंटेस्ट कर सकता हूं ऐसा नहीं है कि वह पोस्ट रिजर्व क्यों यह हमने से उसे पर उसी परिवार का बंद आकर बैठे का नो पॉलिटिकल इकॉलिटी सेज कि कहीं ना कहीं मैं भी आकर उस पर बैठ सकता हूं उस कुर्षी प क्या समाज में मुझे इजद से सभी को बराबर नजरों से देखा गया, और तो जेंडर इकॉलिटी, ये सबने आपको मैं बहुत सारे फॉर्डर पॉइंट दे रहा हूँ, जिस पे हमने इकॉलिटी के बारे में सोच सकते हैं, कि इकॉलिटी लॉग के बारे में, पॉलिटिक्स के बारे में, एकॉनमी के बारे में, वोट रालने की इकॉलिटी, जेंडर, क्या मेल और फीमेल को सेम माना गया, तीन तरह की equality के बारे में बताया और ये बहुत ही important है आपके लिए जानना पहला वो कहें तीन तरह की equality है सबसे पहली equality बोलता है वो formal equality अगर आप notes बना रहे हैं तो साथ please ये notes बनाते रो लिखते रो formal equality में क्या बोलता है वो कि जितने भी member है समाज के सबको same laws applicable है ठीक है जी सभी को same laws applicable है लेकिन वो बोलता है same laws and same rules लगेंगे सब पर अमीर गरीब वगैरा कोई फर्क नहीं होगा, ठीक है नहीं, लेकिन कह रहा है, it does not imply that everybody ends up in the same position, आप imagine करो, आप अमीर, मैं गरीब, मैंने आप आपर भी वोई law लगाया, कि अगर आपने murder किया, तो आपको भी सजा इतने साल की, मुझको भी सजा इतने साल की, तो क्या, यह कैस उजेक्ट करता है वह फॉर्मल इकॉलिटी से लोग इक्वल नहीं हो जाएंगे उनका ट्रीटमेंट इक्वल होगा उनको इक्वली ट्रीट किया गया वह आइ� हमें कौन सा equality of opportunity, कि अगर मैं somehow ये ensure कर दूं, जो अगर कोई poor था, या कोई अगर rich था, उनको opportunity बराबर दी जाएगी, कि आप भी आओ अपना talent showcase करो, मुझे भी अपना talent showcase करने का बराबर मौका मिलेगा, तो मैं कहूँगा equality of opportunity से, शायद equality आ जाए, people have equal chance to become unequal, एक race के point से समझाता हूँ, मानलो ये race का starting point, मान लो इसका स्टार्टिंग पॉइंट यह एंडिंग पॉइंट यह लिखा और एंड ठीक है जी तो हम क्या कह रहे हैं कि सभी को परपीट करेंगे जिसने सब्सक्राइब करेंगे यह कल्चर ऑफ एक्सीलेंस का कि भी जो घरों के अंदर जो कल्चर चल रहा है वह वाला कल्चर ऑफ एक्सीलेंस को कैसे रिप्लेस करोगे इसको अपने नोट में लिखना पेर बॉर्डव तो मेरे पास तो एक्सेल करने के ज्यादा चांस हो गए तो साटिंग पॉइंट से इन कैसे हुआ यह हुआ ही नहीं से तो इसलिए भी इस पर डाउट करते हैं अब इसके बाद तीसरी तरह की बात आती है मैं इसको हटा रहा हूं वह बोलते हैं उसको इक्वालिटी ऑफ आउटकम की आउटकम बराबर कर दो यह माक्सिस्ट आईडिया है यह बड़ा राडिकल आईडिया माक्सिस आईडिया इक्वालिटी ऑफ आउटकम क्या बोलते हैं कि चाहे आप चलाओ रिक्षा चाहे आप करो हाईफाई सर्जरी एक घंटा का करोगे तो एक हजार पे मान लो आपको तनखवा मिलेगी ये बहुत ही डाडिकल आइडिया है कि चाहे जहां मरजी से शुरू हुए थे आप यहां शुरू हुए चाहे यहां शुरू हुए पहुंचेंगे सभी एक ही जगा कहते है तब ही अल्टिमेट एक्वालिटी आए� में एक्वालिटी आफ आउटकम तो लेकिन इसको कैपिटलिस्ट बहुत ही इसको रिजेक्ट करते हो गया भी मेरे पास मोटिवेशन क्या रहेगी में मेहनत काम मेहनत वाला काम क्यों करूं सभी को सेमी काम करना है तो इसीलिए मार्क इसका रिप्लाई एक सवाल पूछना है यहाँ पर कि लोग बंजी जंपिंग इतने adventure sport करते हैं, उसके कोई उन्हें पैसे मिलते हैं, कोई पैसे नहीं मिलते हैं उन्हें, तब भी लोग करते हैं adventure sport, क्योंकि लोगों को करना होता है, इसलिए मार्क्स कह रहा है कि जिसको जो करना होगा, वो अपने आप करेगा, अगर हम सबको equal salary दें, जिसको रिक्षा चल वो मुझे बता रहा था कि वहाँ पर एक Noble Laureate है, वो अभी Taxi चला रहे हैं, क्योंकि वो कह रहे हैं मुझे मैंने जो करना था मैंने कर लिया, मुझे Taxi चला के पुरा शहर घूमना है, और वो शहर घूमते हैं पुरा आराम से, इत्मिनान से, तो Marxist Idea है, Equality of Outcome, बहुत ही radical है, समाज में implement करना बहुत ही मुश्किल है, लोग बहुत protest करेंगे, लेकिन yes, हमारे paper के लिए यह तो बहुत ही अच्छा idea है, Peter Saunders ने तीन बताया, formal equality, equality of opportunity and equality of outcome, यह लिखकर रखना, ठीक है जी, इसमें हम अपने, आपने आंसर को और अच्छा बना सकते हैं हम पूरे के पूरे से लेवर्स को ऐसे कवर करेंगे हम और पॉइंट्स और पॉइंट्स और पॉइंट्स जाते जाएंगे था कि हमारा पर्स्पेक्टिव और वास्ट दिखें अपने पेपर को आपने ऐसा बनाना आएंगे ठीक है जी इसमें पर पर्स्पेक्टिव डालो और एक थिंकर थे लुई दूमो मैं आपको ना ये सब पहली बार अगर आप थिंकर सुन रहा हूं को थोड़े इनकी कहाने सुनाता रहूंगा ताकि दिमाम में बैठ जाएं लुई दूमो इंडिया आये फ्रांस से और इंडिया आके बिचारे हरान एडिशनर सेक्रेटरी जो भी हिरार्की में काम करते हैं ठीक है जी ऐसे कहते हैं humans की हिरार्की है सबसे ऊपर वाली कास्ट नीचे वाली कास्ट कहते हैं बड़ा यह जीव है ठीक है जी और कहते हैं इससे यहाँ पर में होमो हिरार्की कैसे देश वाइड क्वालिटी इज नॉट पॉसिबल और वेस्ट में होमो इक्विल ऐसे वहां पर ह्यूमन्स आप इस पर आट कर दो आप कालमाक्स का इडियम पूरा इत्मिनान से डिस्कस करेंगे कालमाक्स कैसे कालमाक्स हिस्ट्री की बात करता है कैसे हिस्ट्री के थूँ चलते देखा गया कि कुछ हाव्स हुआ करते थे जिनके पास रिसोर्सेज हैं और कुछ जिनक तो मार्क्स कह रहा है कि ये भी तो hierarchy ही लगी हुई है ये equal तो है ही नहीं ये भी equal तो ये कह रहा है कि capitalism में तो ये inequality बहुत अपने peak पर आ जाएगी capitalism में peak में आ जाएगी फिर protest revolution आएगे उसके बाद अगली जो वो कह रहे है capitalism brings inequality and इसके बाद जब जंग छेड़ेगी socialism आएगा सब लोग बराबर हो जाएगे उसके बाद finally communism, communism में हम बात करेंगे आपको मैं और इत्मनांस समझाओंगा क्या होता है Karl Marx का idea, तो communism तो कह रहे है ultimately equality लेकर आएगा, आपने एक और perspective add कर दिया, अपने answers में you will have to drop