प्रोटीन ट्राफिकिंग की प्रक्रिया और महत्व

Sep 21, 2024

आयटी जैम 2023 - प्रोटीन ट्राफिकिंग लेक्चर नोट्स

इंट्रोडक्शन

  • उद्देश्य: प्रोटीन ट्राफिकिंग को समझना
  • पिछले लेक्चर में कवर:
    • प्रोकेरियोट्स और यूकेरियोट्स का संरचना
    • प्लाजमा मेंब्रेन का संरचना और कार्य

प्रोटीन ट्राफिकिंग

  • महत्व: प्रोटीन को उनकी सही कार्यस्थल तक पहुँचना
  • प्रक्रिया:
    • प्रोटीन का सिंथेसिस राइबोजोम पर होता है
    • ट्रांसपोर्ट राइबोजोम से कार्यस्थल तक

राइबोजोम का प्रकार

  • मेम्ब्रेन बाउंड राइबोजोम:
    • एंडोमेम्ब्रेन सिस्टम के प्रोटीन को सिंथेसाइज करता है
    • ER, Golgi, लाइसोसोम, आदि के प्रोटीन
    • को-ट्रांसलेशनल ट्रांसलोकेशन फॉलो करता है
  • फ्री साइटोसोलिक राइबोजोम:
    • न्यूक्लियस, क्लोरोप्लास्ट, साइटोसोल, पेरीफेरल प्रोटीन
    • पोस्ट-ट्रांसलेशनल ट्रांसलोकेशन फॉलो करता है

को-ट्रांसलेशनल ट्रांसलोकेशन

  • प्रारंभिक स्टेप: राइबोजोम का ER से जुड़ना
  • सिग्नल सीक्वेंस:
    • गाइड करता है राइबोजोम को ER तक
    • हाइड्रोफोबिक अमीनो एसिड्स का बना होता है
  • SRP: सिग्नल सीक्वेंस को पहचानता है
  • ट्रांसलोकोन: मेम्ब्रेन चैनल जिससे प्रोटीन ER ल्यूमेन में प्रवेश करता है

पोस्ट-ट्रांसलेशनल ट्रांसलोकेशन

  • प्रोटीन का पूरा सिंथेसिस होने के बाद ट्रांसपोर्ट
  • रिसेप्टर्स: प्रोटीन की पहचान कर उसे सही स्थान तक ले जाते हैं
  • उदाहरण: न्यूक्लियस, क्लोरोप्लास्ट, माइटोकॉन्ड्रिया

वेसीकुलर ट्रांसपोर्ट

  • प्रोटीन ट्रांसपोर्ट: ER से Golgi एवं अंतिम गंतव्य तक
  • प्रकार:
    • COP1: रिट्रीवल
    • COP2: अग्रतर ट्रांसपोर्ट
    • Clathrin Coated: ट्रांस गोल्जी से एंडोजोम, लाइसोसोम

निष्कर्ष

  • महत्वपूर्ण प्रोटीन:
    • राब, ARF, स्नेर प्रोटीन
  • अभ्यास और रिवीजन आवश्यक

प्रश्नोत्तर

  • उदाहरण प्रश्नों के उत्तर
  • सिग्नल सीक्वेंस की प्रॉपर्टीज़
  • SRP और वेसिकलर ट्रांसपोर्ट के प्रोटीन

ध्यान दें

  • को-ट्रांसलेशनल और पोस्ट-ट्रांसलेशनल के बीच के अंतर
  • सही प्रोटीन और ट्रांसपोर्ट तंत्र की पहचान
  • व्याख्यान के दौरान पूछे गए प्रश्नों की प्रैक्टिस