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प्रोटीन ट्राफिकिंग की प्रक्रिया और महत्व

हेलो शुद्धेंट्स वेलकम बैक टू आशितिज बैच फॉर आयटी जैम 2023 इस इज यॉर एडुकेटर विशाली एंड इस थे थर्ड लेक्चर ऑफ आर सेल बायोलॉजी सीरीज एयर वे आए गए टू कवर प्रोटीन ट्राफिकिंग इन यू केरियोटिक सेल इन थे पर्स लेक्चर वे अलड़ी कवर्ड स्ट्रक्चर ऑफ प्रोकेरियोट्स एंड यू केरियोट्स इन थे सेकंड लेक्चर वे प्लाजमा मेम्रेन स्ट्रक्चर एंड फंक्शन नाओ प्रोसीडिंग टो थर्ड लेक्चर देटीस प्रोटीन प्रोटीन ट्राफिकिंग इन यू केरियोटिक सेल पर स्लीज एस वी नो प्रोटीन फॉर मेरी इंपोर्टेंट एंड सिंग्नीफिकेंट पार्ट आफ आर्सेल वेदर दाट इस प्रोटीन ट्राफिकिंग इन यू केरियोटिक सेल पर स्लीज एंड सिंग्नीफिकेंट पार्ट आफ आर्सेल वेदर दाट इस proper destination जहां पे वो काम करेंगे हमें protein को synthesize भी करना है और उस destination तक भी लेके जाना है जहां पे उस protein का काम होगा तो ये जो पूरा process है जहां पे हम synthesis के बाद protein को उसकी destination तक पहुचाते हैं that is protein trafficking जब हम protein को उसके synthetic stage जहां पे उसका synthesis complete हो चुका है that is ribosome से उसकी functional destination जहां पे protein ने अपना काम करना है वहां तक लेके जाते हैं that is protein trafficking which is the topic of this lecture. Now we know so firstly the topic we are going to cover in this lecture will be co-translational translocation, post-translational translocation, insertion of membrane proteins and finally vesicular transport. This topic is very important from every competitive exam point of view. So, let's start.

हम basic से start करेंगे, then we will move forward. As we know, ribosome वो मशीनरी है जो आपके प्रोटीन को बनाती है राइबोजोम वो मशीनरी है प्रोटीन फेक्टरी है आपकी सेल की जो आपके प्रोटीन को बनाती है तो वी हाव आर राइबोजोम ताट इस प्रोटीन फेक्टरी आपके राइबोजोम में प्रोटीन बना दिए हैं ट्रांसलेशन करा दिया है प्रोटीन बन रहा है अब उनको कहां तक लेकर जाना है उनकी डेस्टिनेशन तक लेकर जाना है ठीक है तो हम करेंगे प्रोटीन ट्राफिकिंग अगर आप देखो तो राइबोजोम की दो लोकेशन होती है फॉर्स ली अ या तो ribosome attach होगा आपके endoplasmic reticulum पर, your ribosome can be a part of rough endoplasmic reticulum or it could be free cytosolic. या तो आपका ribosome membrane bound ribosome होगा और कौन सी membrane से bound होगा endoplasmic reticulum की membrane से bound होगा या फिर that would be free cytosolic ribosomes done, so ribosome हमने देख लिया अब क्या कोई difference है इस मेंब्रेन बाउंड राइबोजोम और इस प्री साइटोसॉलिक राइबोजोम में हंजी है दोनों में डिफरेंस है वह क्या है जो आपका मेंब्रेन बाउंड राइबोजोम है जो आपका membrane bound ribosome है वो कौन से protein synthesize कराता है वो उन proteins का synthesis कराता है जो endomembrane system का part है synthesize proteins for endomembrane system, that is endomembrane system में कौन-कौन आ गया, ER, Golgi, Lysosomes, endosomes, plasma membrane and finally secretory proteins.

Secretory proteins क्या होते हैं? Secretory proteins वो proteins हैं जो आपके cell से क्रीट आउट होते हैं सेल के बाहर जाते हैं तो क्रीटरी प्रोटीन वह प्रोटीन है जो सेल एक्सटीरियर में जाते हैं सेल से बाहर जाते हैं तो मेंब्रेन बाउंड राइबोजोम क्या करता है उन प्रोटीन का सिंथेसिस कराता है जो एंडो मेंब्रेन सिस्टम का पार्ट है तथ इस ईएर गॉल्जी लाइज जोम एंडोजोम प्लाजमा मेंब्रेन सिक्रीटी प्रोटीन यह सारे प्रोटीन आपका मेंब्रेन बाउंड राइबोजोम बनाता है अ वहीं पे अगर हम बात करें फ्री साइटोसॉलिक राइबोजोम की तो ये कौन सा प्रोटीन सिंथेसिस कराता है ये उन प्रोटीन का सिंथेसिस कराता है जो या तो नूकलियस में है या क्लोरोप्लास्ट में है आपके पर ओक्जीजोम्स मर हैं, साइटोसॉल मर हैं, या फिर जो पेरिफेरर पोटीन हैं, और पेरिफेरर पोटीन भी वो वाले जो टूवर्ड्स साइटोसॉल हैं, तो जो आप आपका फ्री साइटोसॉलिक राइबोजोम्स हैं वह उन प्रोटीन का सिंथेसिस कराता है जो न्यूक्लियर्स क्लोरोप्लास पर ऑफिसम साइटोसॉल या फिर पेरीफेरल प्रोटीन है और पेरीफेरल प्रोटीन भी वह प्रोटीन जो साइटोसॉलिक पार्ट है यह होगा डिस्टिंक्शन ऑन द बेसिस ऑफ किसके लिए प्रोटीन सिंथेसिस कर आ रहा है उसके बाद एक डिस्टिंक्शन जो है वह यह है कि जो आपका मेंब्रेन बाउंड राइबोजोम्स है को फॉलो करता है को ट्रांसलेशनल ट्रांसलोकेशन, आपका मेम्ब्रेन बाउंड राइबोजोम फॉलो करता है को ट्रांसलेशनल ट्रांसलोकेशन अपने प्रोटीन को ट्रांसपोर्ट करने के लिए है। को मीन्स साथ में, इसी के साथ कौन सा वर्ड है ट्रांसलेशनल, इसके साथ में ट्रांसलेशन के साथ में। ये वो ट्रांसलोकेशन है जहांपे प्रोटीन का ट्रांसपोर्ट उसके ट्रांसलेशन के साथ ही शुरू हो जाता है। को मीन्स साथ में किसके साथ में ट्रांसलेशन के साथ में तो यह वह ट्रांसपोर्ट सिस्टम है यह वह मेथड है प्रोटीन ट्रांसपोर्ट का प्रोटीन ट्राफिकिंग का जब प्रोटीन का जो ट्रांसपोर्ट है अभी ट्रांसलेशन चल रहा है प्रोटीन पूरा नहीं प्री साइटोसॉलिक राइबोजोम्स की तो दीज फॉलो पोस्ट ट्रांसलेशनल पाथ पोस्ट मींस बाद में इन में जो ट्रांसपोर्ट स्टार्ट होता है वह बाद में स्टार्ट होता है ट्रांसलेशन की ताइट मींस पहले ट्रांसलेशन को पूरा किया जाएगा प्रोटीन पूरा बनाया जाएगा उसके बाद उसका ट्रांसपोर्ट स्टार्ट किया जाएगा सब्सक्राइब पात्र तो अब हम शुरू करेंगे यह मारा बेसिक हो गया राइबोजोम का अब हम शुरू करेंगे सबसे पहले जिन्होंने प्रोटीन ट्राफिकिंग को सडी करना शुरू किया तो प्रोटीन ट्राफिकिंग सबसे पहले जो स्टेडी की गई थी दाट वॉज यूजिंग सिक्रीटरी प्रोटीन इस अ तो first person to study protein trafficking was George Pallet, इस पे काम कर रहे थे, secretary proteins पर काम कर रहे थे, उन proteins पर काम कर रहे थे, कि आपके सेल से सिक्रीट आउट होते हैं सेल के बाहर जाते हैं कौन से सेल पर काम कर रहे थे पैनक्रियाटिक सेल्स पर काम कर रहे थे अब क्वेश्चन आएगा स्पेसिफिकली पैनक्रियाटिक सेल ही क्यों पैनक्रियाटिक सेल इसलिए क्योंकि हमें पता है पैनक्रियाटिक सेल की जो सिक्रीशन है उनका फाइनल लोकेशन अ इस स्माल इंटरस्टाइन है प्रेंक्रियाटिक सेल्स के जो प्रोटीन है वह पेंक्रियाटिक सेल्स में बन जाते हैं लेकिन एक्ट्रॉल फंक्शन जहां करते हैं दाट इस मॉल इंटरस्टाइन और स्मॉल इंटरस्टाइन तक जाने के लिए से मतलब अपनी सेल के बाहर काम करते हैं तो इन्होंने उन्हीं को टारगेट करते हुए पेंक्रियाटिक सेल्स को यूज किया यह जो एक्सपेरिमेंट है यह बहुत इंपोर्टेंट है अ वेदर इट इस अबाउट कि कैसे ये experiment किया गया या फिर कैसे इसका conclusion आया दोनों ही चीज़े बहुत important है experimental based questions को solve करने के लिए आप जितने भी experiments को समझेंगे with the course of time that will be used in experimental based questions so let's see what he actually did what he did इनोंने use किया radio labelled amino acid को he used radio labelled amino acids क्या किया इनोंने इनोंने एक medium पर pancreatic cell को रखा और उन pancreatic cells के साथ इनोंने radio labeled amino acid को रखा pancreatic cell को रखा और उसके साथ radio labeled amino acid को रखा अब radio labeled amino acid को use करके cell अपने proteins बनाएगा और जो वो protein बनाएगा वो radio labeled हो जाएंगे because the amino acids radio labeled हो गए हैं तो जो proteins बनेंगे that will also be radio labeled और आप auto radiography से उन्हें detect कर सकते हैं इन्होंने भी यही किया, इन्होंने pancreatic cell को radio labelled amino acids के साथ रखा, तो जब इन्होंने observe किया, इन्होंने जो radio labelled proteins था, उनको ER में देखा, जब observe किया गया, found radio labelled proteins, रेडियो लेबल प्रोटीन्स वो प्रोटीन्स हैं जो सेल ने अभी-अभी सिंथेसाइज की हैं इन्होंने रेडियो लेबल्ड प्रोटीन्स को ईयार में देखा उसके बाद उन्होंने इस मीडियम को चेंज करते हुए नॉन रेडियो लेबल्ड अमाइनो एसिड्स में रख ये इने गॉल्जी अपारेटस में दिखें फिर जब थोड़ी दिर बाद अब्सर्व किया नेक्स्ट रेडियो लेबल दिखें सिक्रीटरी वैसिकल्स में और फाइनली इनको ये जो प्रोटीन्स थे रेडियो लेबल प्रोटीन्स थे फाइनली इनको सेल एक्स्टीरियर तो उन्होंने सिंथेसाइज कराए रेडियो लेबल प्रोटीन तो सबसे पहले रेडियो लेबल प्रोटीन दिखे इयर में थोड़ी देर बाद प्रोटीन इससे इन्होंने क्या कंक्लूड किया इससे जॉर्ज पैलेट ने कंक्लूड किया कि सिक्ट प्रोटीन प्रोट प्रोटीन्स गो टू फॉल्जी थे ने गो टू सिक्रीटरी वैसिकल्स एंड फाइनली टू दा सेल एक्सटीरियल इन्होंने सिक्रीटरी पाथवे को डिसकवर कर लिया उसके बाद यह डिसकवर किया गया जो लाइजोजोंस और एंडोजोंस के प्रोटीन है वह इस pathway का part share करते हैं that is जो livesosomes और endosomes के proteins हैं वो ER और Golgi तक जाते हैं और finally अपनी destination तक चले जाते हैं और भी different proteins हैं जो इस pathway के along move करते हैं that is क्या discover किया गया proteins of endosomes and lysosomes move into ER, Golgi and finally to their destination. तो इस वॉज अबाउट जॉर्ज पैलेट जब उन्होंने सिक्रीटरी पांच पड़ा चाहिए उन्होंने इव ऑब्जॉप टाइट इनिशियली जो आपके टीज इनिशियली जो आपके रेडियो लेबल प्रोटीन थे वह दिखे एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम पर तैन वह दिखे गॉल्जी में और फिर वेसिकल्स के अंदर और अंदर औ आपको सबसे पहले इजार में आना है तो इजार तक यह वाले जो आपके प्रोटीन है तो यह प्रोटीन है आपके दाटा सिंथिसाइज ऑन मेंब्रेन बाउंड राइबोजोम फर्स्ट ली सबसे पहले कहां आएंगे सबसे पहले यह आएंगे प्लाजमा सबसे पहले यह आएंगे टी आर में सबसे पहले कहां आएंगे यार में तो जब हम बात करते हैं टाइप इस को ट्रांसलेशनल ट्रांसलोकेशन की बात करते हैं तो सबसे पहले कहां पर लाएंगे इयर पर लाएंगे तो मैमेलियन सेल में मोस्ली जो प्रोटीन्स होते हैं वो को ट्रांसलेशनली मूव करते हैं लेकिन कुछ प्रोटीन जो हैं वो पोस्ट ट्रांसलेशनली भी मूव करते हैं कुछ प्रो� mostly एर में जाने वाले protein, mammalian cell में mostly एर में जाने वाले protein co-translational pathway से जाते हैं, लेकिन कुछ proteins in mammalian cell and some proteins of yeast cell, कुछ proteins of yeast cell के post-translation से भी एर में जाते हैं, क्योंकि मैंने अभी starting में आपको बोला कि जो भी प्लाज्मा, मेमलेंसी, क्रीटरी, एंडोजोम, लाइजोजोम के प्रोटीन्स हैं, वो कोट्रांसलेशनल पात्वे फॉलो करते हैं, लेकिन आपको याद रखना है कुछ प्रोटीन्स ER में जाने के लिए पोस्ट ट्रांसलेशनल पात्वे को भी यूज़ करते हैं. तो आपको क्या के पता है अभी तक कोट्रांसलेशनल पात्वे के?

कोट्रांसलेशनल पात्वे की अगर हम बात करें, तो co means साथ में, किसके साथ में, translation के साथ में, proteins enter endoplasmic reticulum along with translation, मतलब अभी translation हो रहा है, protein का पूरा synthesis नहीं हुआ है, उससे प्रोटीन का पूरा synthesis नहीं हुआ है, पहले ही protein transport शुरू हो जाता है protein की entry ER में start हो जाती है protein की entry ER में start हो जाती है translation के साथ किन ribosomes के लिए है membrane, bound ribosomes पर आपको co-translational pathway देने को मिलता है किन proteins के लिए हैं? जो endomembrane system के protein हैं. Endomembrane system के जो protein हैं, that is ER, Golgi, Plasma membrane. लाइजोजोम एंडोजोम और सिक्रीटरी प्रोटीन के लिए आपको को ट्रांसलेशनल पाथवे देखने को मिलता है अब मेकानिजम पढ़ेंगे को ट्रांसलेशनल पाथवे का उसके स्टडी करने के लिए सबसे पहले आपको याद रखना है मेम्ब्रेन बाउंड राइबोजोम है या फिर फ्री साइटोसॉलिक राइबोजोम है दोनों पहले साइटोसॉल में ही प्रेजेंट होते हैं रिपीट कर रही हूं मैं अगर मेम्ब्रेन बाउंड राइबोजोम है या फिर साइटोसॉलिक राइबोजोम है दोनों ही पहले ज जो सबसे पहला step है आपका co-translational pathway का वो यही है attachment of ribosome to ER. First step is attachment of राइबोजोम टू ई आर द एंडोप्लाजमिक रेटिकुलम तो आपके तीमाग में सबसे पहले यह राइबोजोम में कुछ प्रेजेंट होगा तभी तो वह यार तक जाएगा बट ऐसा कुछ नहीं है आपके राइबोजोम को ई आर तक ले जाने के लिए राइबोजोम के पास कुछ नहीं है राइबोजोम जो प्रोटीन सिथ साइज करेगा वह प्रोटीन अ खुद डिसाइड करेगा कि राइबोजोम को यह तक जाना भी है या नहीं जाना राइबोजोम खुद डिसाइड नहीं कर सकता कि उसे यह तक जाना है यह नहीं जाना राइबोजोम जो प्रोटीन ट्रांसलेट करता है सिंथिसाइज करता है वह डिसाइड करता है कि राइबोजोम को यह तक जाना है या नहीं जाना तो यह रापर राइबोजोम अ और ये रहा आपका प्रोटीन क्या है प्रोटीन के पास जो बताएगा कि जाना है या नहीं जाना प्रोटीन के पास एक सीक्विन्स आफ अमाइनो एसिड है प्रोटीन के पास एक सीक्विन्स आफ अमाइनो एसिड है जिसको हम बोलते हैं सिगनल सीक्विन्स प्रोटीन के पास एक sequence of amino acid है जिसे हम बोलते है signal sequence और ये sequence बताता है ribosome को कि इसको ER से जाके attach होना है तो क्या काम करता है signal sequence क्या है guide करता है ribosome to ER कैसा है hydrophobic amino acid का बना होता है 20 से 25 amino acids का बना है and finally n terminus पे present होता है और एक और property है cleavable है सिग्नेल सीक्वेंस वो सीक्वेंस है अमाइनो एसिड्स का इस पर प्रेजेंट है न्यूली सिंथेसाइज प्रोटीन पर प्रेजेंट है गाइड करता है राइबोजोम को इर तक हाइड्रोफोबिक अमाइनो एसिड्स का बना है 20-25 अमाइनो एसिड्स का बना है एंड टर्म और इसी के साथ इस information is very important.

सिगनल सीक्वेंस की जितनी पर characteristics हैं, सब अच्छे से पता होनी चाहिए, याद रहनी चाहिए. सिगनल सीक्वेंस आ गया, सिगनल सीक्वेंस कैसे guide करता है? आपके सिगनल सीक्वेंस को recognize करता है. आपके सिगनल सीक्वेंस को रिकोगनाइज करता है SRP सिगनल सीक्वेंस को रिकोगनाइज करता है सिगनल रिकोगनीशन पार्टिकल, signal sequence को recognize करता है, signal recognition particle that is SRP, यह SRP क्या करता है, यह SRP, यह आपकी ER है, ER पर present है SRP receptor और ये जो आपका signal recognition particle है ribosome को लेके आता है SRP receptor तक सबसे पहले signal recognition particle क्या करता है?

recognize करता है signal sequence को और फिर इसको लेके आता है SRP receptor थक इससे related आपको एक बात याद रखनी है जैसे ही जैसे ही आपका signal recognition particle signal sequence को bind करता है यहाँ पर translation hold हो जाती है सब्सक्राइब कर लेकर आपका एस आरपी पार्टिकल ऐसा पी लेकर आया आपको राइबोजों को एस आरपी रिसेप्टर तक ठीक है इसके बाद इसके बाद क्या होता है इसके बाद होता है जीटीपी हाइड्रोलीसिस होते ही एस आर पी रिमोव हो जाता है आपके सीगनल सीक्वेंस से एंड जो आपका प्रोटीन है प्रोटीन एंटर फ्रांस लोकों एक बार देख लेते हैं इस स्लाइड में हमने कहां तक मेकानिजम पड़ा है देखो तबसे पहले राइबोजोम के पास खुद का कुछ नहीं है जो उसको लेकर जाए यार तक राइबोजोम को यार तक ले जाने देखा हमारा सीगनल सीक्वेंस जो आपके न्यूली सिंथिसाइ� इसको रिकोगनाइज करता है SRP, Signal Recognition Particle, जो क्या करता है, प्रोटीन को, राइबोजोम को लेके आता है, SRP Receptor, जो की present है, ER के उपर, क्योंकि प्रोटीन को ER के अंदर जाना है, जीटीपी हाइडरलिसीज होता है, जिसके साथ SRP रिमूव हो जाता है, SRP के रिमूव होते ही, प्रोटीन Translucon के अंदर चला जाता है, और Translation Resume हो जाती है. अब क्वेश्चन आता है ये ट्रांसलोकोन है क्या? ये ट्रांसलोकोन आपका मेम्बरेन का चैनल है मेम्बरेन चैनल है और इस चैनल के थूँ आपका जो protein है वो enter करता है ER के अंदर with the help of translocon that is a translocon is a membrane channel जिसकी help से जो आपका newly synthesized protein है वो ER lumen में enter करता है with this एडियार ल्यूमन में अब इसको ठीक है हमने एंट्री तो दिला दी लेकिन फाइनली पूरा प्रोटीन जो है वह ल्यूमन में कैसे पहुंचता है आपको पता है ट्रांसलेशन कंटिन्यू हो चुके ट्रांसलेशन रिज्यूम हो चुकी है तो जैसे-जैसे ट्रांसलेशन होगी जैसे-जैसे ट्रांसलेशन होगी वैसे-वैसे जो आपका प्रोटीन है उसकी लेंथ बढ़ेगी एंड जैसे translation proceed करती है, length of the polypeptide increases और उसकी length बढ़ने से एक force generate होता है जो push करता है आपका protein को into the human.

Because of translation of force. इस जेनरेटेड थे आट फूश इस पॉलीपेप्टाइड इंटू ई आर लूमन ना एंड फाइनली जो आपका सिग्नल सीक्वेंस है उसको सिग्नल पेप्टीडेड इसकी लिए कर देंगे हम शुरू से देखेंगे हुआ क्या वह ट्रांसलेशन ट्रांसपोर्ट क्या है सबसे पहले वह ट्रांसलेशन ट्रांसपोर्ट वह ट्रैफिकिंग है प्रोटीन की जो शुरू होती है जब प्रोटीन अभी सिंथेसाइज हो रहा है ट्रांसलेशन हो एंडोमेंब्रेन सिस्टम के प्रोटीन बनाने के लिए होता है तो अ कैसे होता है सबसे पहले वेदर आपका प्रोटीन जो आपका राइबोजोम है वह साइटोसॉलिक है या मेम्ब्रेन बाउंड है प्रेजेंट वह साइटोसॉल में ही होता है इसलिए को ट्रांसलेशनल ट्रांसपोर्ट्स को फर्स्ट स्टेप होता है अटैचमेंट ऑफ राइ तो आपके present होता है signal sequence जो आपका newly synthesized protein है उसके उपर आपका signal sequence होता है सिग्नल सीकोग्रिक्ट सिग्नल सीक्वेंस को रिकोगनाइज करता है सिग्नल रिकोगनिशन पार्टिकल और सिग्नल रिकोगनिशन पार्टिकल के बाइंड होते ही ट्रांसलेशन होल्ट हो जाती है सिग्नल रिकोगनिशन पार्टिकल राइबोजोम को लेके आता है SRP रिसेप्टर तक जो की ER पे प्रेजेंट है फाइनली एक जीटेपी हाइटरलिसिस होता है जिसकी वज़े से SRP जो है वो रिमोव हो जाता है SRP के रिमोव होते ही ट्रांसलेशन रिजियूम हो जाती है और प्रोटीन एंटर करता है ट्रांसलोकोन में एंड ट्रांसलोकोन एक मेम्रेंट चैनल है जिसकी वजह से प्रोटीन या ल्यूमन में एंटर करता है लेकिन जब ट्रांसलेशन चल रही होती है तो प्रोटीन की लेंथ कॉंटिनियूसली बढ़ रही है और उसकी लेंथ बढ़ने से एक फोर्स जेनरेट होता है जो पुष्ट करता है आपके प्रोटीन को इंटू द एयर ल्यूमन यह जो आपको मैंने यहां पर बताया, a force is generated that pushes polypeptide into ER lumen, this is very important to remember. यह बहुत important है, जब भी आपको co-translational या फिर post-translational के बीच में difference आएगा, true, false statement आएगी, वहाँ पे यह point include किया जाता है.

तो आपको ध्यान रखना है co-translation में polypeptide chain की length, increase होने से force generate होता है जो ear lumen में push करता है and this is the diagnostic representation of co-translational targeting of security proteins देखो, here we have our signal sequence, it is recognized by signal recognition particle attaching it to signal recognition srp particle receptor and then the movement has started here we have signal peptidase जिसने इसको cleave करके finally er lumen में entry दिला दी this is the diagrammatic representation of your co-translational targeting of secretory proteins अब ये तो बात हो गई उन proteins की जिनको er lumen के अंदर जाना है झाल एर ल्यूमन के अंदर जाएंगे, गॉल्जी ल्यूमन के अंदर जाएंगे, फिर वैसिकल्स में पैक होके बाहर ट्रांसपूट हो जाएंगे, लेकिन कुछ प्रोटीन्स ऐसे भी तो हैं जो मेम्ब्रेइन्स पर प्रेजेंट हैं, कुछ प्रोटीन्स ऐसे हैं जो मेम्ब्रे membrane के अंदर present हैं, तो वो ER membrane के अंदर ही जाएंगे, और फिर membranes के through ही वो transport किये जाएंगे, क्या बोला मैंने यहाँ पे, if proteins are functional, इन ल्यूमन, अगर ल्यूमन में functional है, तन वो कहाँ enter करते हैं, ER ल्यूमन में enter करते हैं, लेकिन अगर proteins, if proteins are functional, इन मेंब्रेन तो वह एंटर करेंगे एडिटर मेंब्रेन में और मेंब्रेन से ही मेंब्रेन के थ्रू ही उनका ट्रांसपोर्ट होगा यह वाले प्रोटीन मेंब्रेन प्रोटीन कभी भी यह लूमन में एंटर नहीं करेंगे वेरी इंपोर्टेंट कंसेप्ट याद रखना है अगर लूमन के प्रोटीन है लाइसोसोम लूमन में है यह एंडरोसोम लूमन में तो ही वह या लूमन में एंटर करेंगे वन्ना नहीं कर सकते, membrane proteins membrane के थ्रू ही transport होते हैं, एक membrane से दूसरी membrane, इसी के साथ हम देखेंगे, कि हमारे जो ये membrane proteins है, इनको membrane के अंदर insert कैसे किया जाता है, that is insertion of membrane proteins कैसे होता है, signal sequence का importance पता चल गया, signal sequence का importance क्या है, in short and crisp, signal sequence का काम है, आपके प्रोटीन को ईयर लिमन तक लाना ईयर तक लेकर आना ले आएगा ठीक है अब एक बात बताओ प्रोटीन को में ब्रेन ईयर ब्रेन में जाना है तो भी तो यह तक आना पड़ कि सिग्नल सीक्वेंस का इंपोर्टेंट फंक्शन है वह आपके प्रोटीन को इधर तक लेकर आता है वेरी गुड अब अगर मेम्ब्रेन प्रोटीन है तो भी तो यह तक आएगा या आएगा ना दैट मींस मेम्ब्रेन प्रोटीन हो या लूमन का प्रोटीन सिग्नल सीक्वेंस तो है और अगर पिछला लेक्चर देखा होगा जिसमें तो ये भी पता होगा कि membrane proteins membrane के अंदर कैसे attach होते हैं याद होना चाहिए अगर फिशला lecture देखा है तो integral proteins membrane proteins को insert करने के लिए हमें चाहिए alpha helical hydrophobic sequence देखो ये रही आपकी membrane और ये रहा आपका protein तो इसको membrane के अंदर anchor करने के लिए क्या चाहिए alpha helical hydrophobic sequence चाहिए जो आपका ये रहा और इसको ER तक लाने के लिए क्या चाहिए? सिगनल सीक्विंस तो insertion of membrane proteins में तो important sequences काम करते हैं एक है signal sequence और दूसरा आपका है top transfer sequence मेम्ब्रेन प्रोटीन को मेम्ब्रेन में इंसर्ट करने के लिए तो सिक्वेंसिस की जरूरत है दाट एस सिगनल सिक्वेंस जिसकी प्रॉपर्टीज सेम है कोई डिस्टिंक्शन नहीं है सेम प्रॉपर्टीज है जो हमने पहले पढ़ी है सिगनल सिक्वेंस चाहिए और दीसर ये आपके protein को membrane में insert करेगा तो sequences role play करते हैं और हमने पढ़ा signal sequence cleavable है वो हो सकता है लेकिन इस case में जब आप membrane proteins की बात कर रहे हो तो कुछ non cleavable signal sequence भी होते हैं generally जो आपने पढ़ा कि signal sequence cleavable होता है इसमें एक exception है sum non cleavable signal sequences are also present और ये जो sequences आपको याद रखने हैं कि ये वाले sequences जो non cleavable हैं वो protein के end terminals पे नहीं होते, internal part में present होते, यह please याद रखेगा, membrane proteins में कुछ signal sequences ऐसे हैं जो cleavable नहीं है, और अगर cleavable नहीं है, तो वो protein के internal part में present है, end terminals पे present नहीं है दो sequences का role हो गया, diagram के थुर देखेंगे, this is your insertion of membrane protein यहाँ पे आपको दिख रहा है signal sequence क्या करेगा लेके आएगा आपके protein को ER तक उसके बाद यह रहा आपका top transfer sequence here is your top transfer sequence जो आपके protein को insert करता है finally क्या होता है यह जो आपके आप चैनल देख रहे हो टांसलोकोन है जो मैं ऑलरेडी डिस्कस कर लिया फिर क्या होता है टांसलोकोन ओपन हो जाता है टांसलोकोन की जो यूनिट्स है वह सेपरेट होती है जिसकी वजह से प्रोटीन मेंब्रेन के अंदर इंसर्ट हो जाता है शुर� membrane proteins को membrane में insert करने के लिए we need two sequences signal sequence and stop transfer sequence signal sequence क्या करता है signal sequence आपके protein को polypeptide chain को ER तक लेके आता है और stop transfer sequence stop रोक रहा है क्या कर रहा है transfer को रोक रहा है कौन सा transfer protein के transfer को stop transfer sequence क्या करता है आपके protein को membrane के अंदर इंसर्ट करता है यहीं पर यह हुआ सिग्नल सीक्वेंस लेकर आया स्टॉप ट्रांसफर ने इंसर्ट कर दिया ट्रांसलोकोन यूनिट सेपरेट आउट हो जाती है एंड प्रोटीन एंटर जॉब में फाइनली आपका प्रोटीन ई आर ल्यूमिन तक तो ई आर मेमरेन तक पहुंच गया है देखो इसमें एक चीज आपको याद रखनी है अ अगर protein multi-pass protein है, multi-pass protein we have already discussed in the previous lecture, अगर multi-pass protein है, if a protein is multi-pass, अगर आप आपका प्रोटीन मल्टी पास है, मतलब एक से ज़्यादा बार मेम्रेन को क्रॉस करता है, तो उसके पास मल्टीपल सिगनल सीक्वेंस और मल्टीपल टॉप ट्रांसफर सीक्वेंस है। अगर एक प्रोटीन एक बार है तो यह एक बार शुरू करता है और विशेष विकेस तो यह आपके प्रोटीन के बारे में प्रोटीन है नेक्स्ट वैसिकुलर ट्रांसपोर्ट अब आपने देखा कि जो भी endomembrane system के वो proteins हैं वो ER तक आ चुके हैं. Every protein of endomembrane system has entered your ER. अब next step क्या है?

Next step is transfer of protein from ER to Golgi. जब हमें protein को ER से Golgi तक लेके जाना है and Golgi से फाइनल डेस्टिनेशन तक लेकर जाना है यार से गॉल जी और गॉल जी से फाइनली अपनी डेस्टिनेशन तक लेकर जाना है तो हम यूज करते हैं वैसिकुलर ट्रांसपोर्ट ठीक है वैसिकुलर ट्रांसपोर्ट यूज करेंगे यार से गॉल जी और फाइनल डेस्टिनेशन तक ले जाने के ल जब हम वैसिकुलर ट्रांसपोर्ट की बात करते हैं, सारे के सारे प्रोटीन, पहला क्या होगा, इयार में प्रोटीन आ गए, इयार में प्रोटीन को पैक किया जाएगा और उनको भेजा जाएगा गॉल जीतर गॉल्जी में क्या किया जाएगा, sorting की जाएगी और फिर packaging की जाएगी and finally destination तक transport. तो अब यह सो सकते हो, जो tag लगाना है, protein को lysosome तक जाना है, protein को endosome तक जाना है, protein को plasma membrane तक जाना है, वो जो tag लगेंगे, address tags लगाने का काम करता है गॉल्जी.

यार सारे proteins को रख लेता है. और उनको टैग लगाकर final destination तक पहुँचने का काम कराता है आपका गॉल्जी तो यह है आपका transportation जो हम vesicular transport शुरू कर रहे हैं this is your translational endoplasmic reticulum जहां से vesicle bud off हुए and जो आपके protein है वो ERGIC compartment that is endoplasmic reticulum golgi intermediate compartment एंडो प्लाज में रेटिकुलम गॉल्जी इंटरमीडिएट कंपार्टमेंट एंडो प्लाज में रेटिकुलम ने वैसिकल्स में सारे प्रोटीन को पैक किया ईआर जी आईसी में भेजा उसके बाद वह प्रोटीन एंटर कर गए आपके गॉल्जी अपारेटस में अब क्या होने वाला है अब हमें देखनी है टॉटिंग देट मीन्स गॉल्जी अपारेटस को पहचानना है कि कौन से प्रोटीन को कहां भेजना है तो नाओ योर प्रोटीन हास एंटर इंटो गॉल्जी अपारेटिस या करने वाला है गॉल्जी अपारेटिस इसकी सॉर्टिंग करने वाला है इसकी छानबीन करने वाला है कि कौन सा प्रोटीन इसका है इसके लिए क्या यूज करता है यह जो सॉर्टिंग है तो टिंग आफ प्रोटीन इस कि टॉटिंग ऑफ प्रोटीन के लिए क्या यूज किया जाता है इसके लिए यूज किया जाता है टार्गेटिंग सीक्वेंस टार्गेटिंग सीक्वेंस हर सीक्वेंस का फंक्शन याद होना चाहिए टार्गेटिंग सीक्वेंस बताता है गॉल जी को कि कौन सा प्रोटीन कौन से कंपार्टमेंट का है जैसे और एग्जांपल अ यह हो गया आपका sequence, यहाँ पे हम लिखेंगे targeting sequence, और वो आपको बताएगा, प्रोटीन की final destination क्या है, जैसे अगर है, retrieval sequence, अगर है, रिट्रीवल सीक्विन्स वो बताता है प्रोटीन एंडोप्लास्मिक रेटिकुलम का है, कि प्रोटीन को एंडोप्लास्मिक रेटिकुलम में रखना है, आगे ट्रांसपोर्ट नहीं कर देना, रिट्रीवल सीक्विन्स बताता है कि जो आपका प्रोटीन है वो ER का है, अगर म तो वो बताता है जो आपका protein है वो lysozome का है और अगर generally ऐसा होता है जो secretory proteins होते हैं ना उन पे कोई tag ही नहीं होता कोई tag नहीं होता या फिर एक assumption है कि जो secretory protein है उनकी correct folding बताती है कि protein secretory है प्रोटीन की करेक्ट फोल्डिंग बताती है कि जो प्रोटीन है वो सिक्रीटरी है तो यहां पर आपने तीन टैक्स दे थे देखिए जो बताते हैं गॉल जी को की प्रोटीन की डेसिनेशन क्या है अगर रिट्रीवल सीक्विन्स है वो एर का प्रोटीन है अगर के डी एल होगा या फिर एक्स होगा दैट इज लाइज इन एसपार्टेड ग्रुटमिक लाइट लूज इन रिपीट होंगे या फिर लाइट इन रिपीट होंगे प्रोटीन में मैंने और सिक्स वर्स वेरी क्लियर ग्रैक्ट फोल्डिंग इस फ्लियर इस पार्ट वेरी इससे कुछ conclusions बताती हूँ आपको देखो इससे आपको पहली चीज मैंने बता दिया टैग लग गया बता देगा इस destination तक जाना है सबसे पहले एक चीज याद रखनी है अगर protein के उपर KDL लगा हुआ है इसका मतलब protein के उपर KDL sequence या फिर retrieval sequence लगे होने का मतलब केडी एल टैग्ड प्रोटीन अगर केडीएल टैग्ड प्रोटीन है तब भी पैकेज होता है वैसिकल्स में इन ई आर एंड बाद में रिट्रीव किया जाता है एंड ट्रांसपोर्टेड टू गॉल्जी बाद में इसको रिट्रीव किया जाता है लेटर रिट्रीव फ्रॉम ई आर दी आईसी एंडोप्लास्मिक गॉल्जी केडीएल या फिर रिट्रीवल सीक्वेंस प्रेजेंट होने का मतलब यह नहीं है कि प्रोटीन यार से नहीं जाएगा प्रोटीन तब भी वैसे कल में पैकेज होगा गॉल्जी तक जाएगा अब वह रिट्रीव कहीं पर भी हो सकता है ई आर जी आईसी कंपार्टमेंट की रिसीव हो सकता है वापिस या फिर गॉल्जी से अब अगर नेक्स्ट पाइट चेंजिंग द टैक्स पा टैग्स लोकेशन ऑफ प्रोटीन एंड बी चेंज जैसे मैंने आपको बताया सिक्रीटरी प्रोटीन पर कोई टैग नहीं है अगर आप एक स्क्रीटरी प्रोटीन पर रिट्रीवल सीक्वेंस लगा दोगे अटैज कर दोगे प्रोटीन एर में रह जाएगा सिक्री Similarly, अगर आप KDEL tagged protein को retrieval sequence हटा दो, KDEL tagged protein से retrieval sequence हटा दो, वो secret out हो जाएगा body से. इसलिए मैंने पिछली slide में बोला कि आपको सारे targeting sequence याद होने चाहिए, काकि अगर in case modified question आए, कि हमने ये sequence हटा के ये attach कर दिया, protein कहां जाएगा, तो आप उसको solve कर पाओ. And these two points are very important to remember.

Similarly, it is very important to remember which targeting sequence is used where. So, अभी तक हमने, let's take a summary, हमने तीन sequences के बारे में बात करी. आपने तीन sequences की बात करी, एक था आपका signal sequence, एक हमने बात करी stop transfer sequence की. और फिर हम बात कर दो तरफ की विशेष विशे और आपको पढ़ना जाता है तो यह बात होगी आपके तीन सिक्वेंस जो हमने पढ़े अब इसके बाद आपको पढ़ना है आपके पास तीन टाइप्स वेसिकल्स होते हैं गॉल्जी से बड़ ओफ होने वाले तीन टाइप्स वेसिकल्स हैं और इसे बहुत वाला ज़िन्न रूल में ज़िन्न करना चाहिए गॉल्जी के लिए वैसिकल जो गॉल्जी के लिए बड़ आफ हैं तो गॉल्जी के लिए बड़ आफ हैं और वैसिकल के लिए बड़ आफ हैं वो तीन first is cope 1, another one is cope 2 and third one is clathrin coated और यहाँ पे COP stands for Coat Proteins Coat Proteins, सबसे पहले 3 types of vesicles हैं COP1, COP2 और Clathrin Coated COP stands for Coat Proteins ये दोनों वो vesicles हैं जो Coat Proteins की layer के साथ present है और Clathrin Coated में protein जो है vesicle जो है उसके उपर Clathrin की coating है COP1 क्या करता है?

COP1 पीछे की direction में जाता है पीछे की direction का मतलब क्या है यह आपका sequence है तबसे पहले ER, then ER, DIC, CISGOLGY and finally TRANSGOLGY तो जो आपका COPE 1 है वो पीछे की direction में काम करता है पीछे की direction का मतलब यह है, या तो protein को trans से golgi तक लेके जाएगा, cis से वापिस ER तक लेके जाएगा, trans golgi से cis golgi तक लेके जाएगा, cis golgi से protein को वापिस ER तक लेके जाएगा, एडिट जी आईसी इंटरमीडिएट कंपार्टमेंट है वहां से वापिस यार तक लेकर रेटरोग्रेट काम करता है पीछे की तरफ काम करता है राज गॉल्जी से सिस गॉल्जी तक लेकर जाएगा पीछे लेकर जा रहा है वापिस या फिर सिस गॉल्जी से यार तक लेकर जाएगा या फिर ई आर जी आईसी से वापिस यार इसके लिए काम कर रहा है प्रोटीन को रिट्रीव करने का काम कर रहा है वहीं पर अगर हम बात करें यही सीकुंस में दुबारा लिख रही हूं तो अब कोप सेकिन का काम क्या है यह आपका आगे की तरफ लेके जाएगा ER से ERGIC से ER से CIS GOLGY CIS से FRANCE तो आगे की तरफ ले जाने का काम करता है आपका COPE SECOND फाइनली CLETHERINE COATED ज�� होता है that functions and finally जो आपका CLETHERINE COATED है यह क्या करता है यह आपका ट्रांस गॉल्जी से प्रोटीन को लेकर जाता है एंडोजोम लाइजोजोम या फिर प्लांट प्रेक्यूल लेट्स समराइज दिस्कॉल जो वैसिकल्स गॉल्जी से बड़ ओफ होते हैं, वो तीन टाइप्स के हैं. COP1, COP2, Clathrin Coated. COP, COP stands for Coat Proteins. ये प्रोटीन्स वैसिकल को लेयर करते हैं.

COP1 क्या करता है? पीछे की तरफ काम करता है. Backward Movement शो करता है. प्रोटीन को Trans-Cis-Golgi की तरफ लेके जाता है. Cis-Golgi से प्रोटीन को वापिस ER में लेके जाता है.

या फिर ERGIC कमपार्टमेंट से वापिस ER तक लेके जाता है तो अगर ध्यान से देखोगे तो समझ में आएगा रिट्रीवल का काम कर रहा है प्रोटीन के सेकिन कॉर्प्स 2 की बात करें तो ये प्रोटीन को आगे की डिरेक्शन में लेके आता है ER से ERGIC तक ER से CISGOLGIC फिर CISGOLGIC से TRANSGOLGIC तक TRANSGOLGIC से ENDOSOME, LYSOSOME या PLANT VACUAL सक लेके जाता है तो ये आदर टाइप्स हो बैसिकल्स एंड रिमेंबरिंग इस बेरी इंपोर्टेंट तैन वी है जब हम Vesicular Transport की बात करते हैं उसमें तीन चीज़े होती हैं Vesicular Transport में तीन चीज़े होती हैं यहाँ पे आपको mechanism नहीं याद करने, यहाँ पे आपको जो proteins इस vesicular transport में काम कर रहे होते हैं, उनको याद रखना है, उनके नाम को याद रखना है सबसे पहले vesicular transport में तीन चीज़े होती हैं, क्या होता है? सबसे पहले formation of vesicle होता है, vesicle formation होता है, उसके साथ वैसिकल की बड़िंग होती है मतलब वैसिकल क्या करता है जो ट्रांस गॉल्जी उसे बड़ ऑफ होता है निकलता है और फाइनली वैसिकल जो टारगेट है उस पे जाके फ्यूज होता है तो वैसिकुलर ट्रांसपोर्ट में तीन चीज़े होती हैं वैसिकल का बनना होता है उसके बाद वैसिकल का बड़िंग होता है ट्रांस गॉल्जी से बड़ ऑफ होना है वैसिकल को और फाइनली वैसिकल को अपने टार्गेट पर जाके फ्यूज करना है तो जब हम वैसिकल फॉर्मेशन की बात करते हैं वहाँ पर यूज होते हैं हमारे प्रोटीन रैस और रैन जब आप बात करते हो वैसिकल बड़िंग की वहाँ पर यूज होता है और वैसिकल फ्यूजन में काम करते हैं आपके स्नेयर प्रोटीन और रैप प्रोटीन और ये सारे प्रोटीन जो है ये जीटीपी बाइंडिंग प्रोटीन आपको मेकानिजम्स नहीं पढ़ने बट आपको याद रखना है कि कौन सी स्टेज पर कौन सा प्रोटीन काम कर रहा है सबसे पहले सारे प्रोटीन जो यहां पर वैसिकलर ट्रांसपोर्ट में काम कर रहे हैं सारे जीटीपी बाइंडिंग प्रोटीन से जब वैसिकल फॉरमेशन होता है वहां पर राज और रन यूज किया जाता है जब वैसिकल बड़िंग होती है वहाँ पे ARF123 यूज किया जाता है और फाइनली फ्यूजन में स्नेर प्रोटीन यूज होता है तो वैसिकल के उपर जो प्रोटीन होता है वैसिकल के उपर होता है फी स्नेर और टारगेट जो फाइन�� डेस्टिनेशन है उसके उपर होता है फी स्नेर और आपके प्रदेशा यह डाइग्राम अपने प्रदेशा यह तैटरिंग है तो अपने देस्टिनेशन तक लाने का काम कर रहा है राब और फाइनली फ्यूजन में अपने प्रोटीन यहां पर भी आईएड किया गया है तो लेट्स समराइज वन्स एगेंड बिफोर गोइंग फॉरवर्ड हमने क्या-क्या पड़ा हमने स्टार्ट किया जो हमारा प्रोटीन है वो राइबोजोम के उपर बनता है अब राइबोजोम जो होता है वो मेम्बरेन बाउंड भी हो सकता है और फ्री भी हो सकता है तो मेम्बरेन बाउंड किसले चाहिए मेम्बरेन बाउंड चाहिए endomembrane system के protein के लिए endomembrane system protein के लिए और free चाहिए organelle proteins के लिए फिर हमने देखा ये follow करता है हमारा co-translational pathway और ये follow करता है हमारा post-translational pathway ठीक है co-translational pathway में क्या pathway को translational pathway का protein जाएगा ER में ER से golgi golgi से जाएगा vesicles में and finally अपनी destination क्या करता है journal system यही है हमारा ER से Golgi, Golgi से Vesicle and Final Destination ER तक क्या लाता है? Signal, Sequence ER से Golgi क्या लेके जाता है?

Vesicles फिर Vesicles की बात करूँ तो Cop 1, Cop 2 and Cletherin जो उसको Final Destination तक लेके जाता है So this is the summarization of पो ट्रांसलेशनल पाथवे जो हमने देखा अब हम आते हैं पोस्ट ट्रांसलेशनल पाथवे इसके लिए पोस्ट मींस बाद में किसके बाद में जब प्रोटीन पूरा का पूरा बन चुका है तैयार हो चुका है उसके बाद उसका ट्रांसपोर्ट शार्ट करना इस पोस्ट ट्रांसलेशनल पाथवे नाओ प्रोटीन अ प्रोटीन एंटर्स इट्स फाइनल डेस्टिनेशन आफ्टर ट्रांसलेशन होता क्या है जैसे यह प्रोटीन पूरा बन गया जब प्रोटीन पूरा सिंथिसाइज हो गया उसको साइटोसॉल में रिलीज कर दिया जाता है जब उसको साइटोसॉल में रिलीज करते हैं वापस स्पेसिफिक रिसेप्टर्स जो है उस प्रोटीन को आइडेंटिफाई करते हैं और उसकी लोकेशन न्यूक्लियस, क्लोरोप्लास, माइटोकॉंड्रे, परोक्सिजोम्स तक लेके जाते हैं कौन से ओर्गिनियल्स के लिए काम करता है न्यूक्लियस, क्लोरोप्लास, पर और माइटोकॉंड्रिया के लिए काम करता है कौन से राइबोजोम्स पर काम करता है फ्री राइबोजोम्स और अगर एक सिंपल सा व्यू बताऊं क्या होता है सिंपल व्यू बताऊं तो क्या होता है complete translation translation complete होते ही protein released into cytosol, cytosol में present है आपके receptors जो protein को लेके जाते हैं, final organelle, so this is your तो इसमें एक additional चीज है कि mammalian cell में mostly जो आपके ER proteins हैं वो co-translationally जाते हैं. इन mammalian cell mostly जो ER के proteins हैं या endomembrane system के जो proteins हैं वो co-translationally जाते हैं. लेकिन yeast cell में post translation को भी use किया जाता है.

प्लीज याद रखना कंफ्यूज हो जाओगे मोस्टली जो एंडो मेंब्रेन सिस्टम के प्रोटीन है वह को ट्रांसलेशनली जाते हैं लेकिन यह सेल में कुछ प्रोटीन पोस्ट ट्रांसलेशनली भी जाते हैं उनके लिए मकाइनिजम थोड़ा अलग है अगर हम बात करें यहां पर भी मैं प्रोटीन को पोस्ट ट्रांसलेशनली पूरा प्रोटीन बन गया है इसमें एक चीज और याद रखनी है कि इसमें चैपरोन का बहुत बड़ा यूज होता है आपका जो पोस्ट ट्रांसलेशनल ट्रांसपोर्ट है उसके चैपरोन का बहुत बड़ा यूज होता है प्रोफिक्ट क्या होते हैं चैपरोन प्रोटीन होते हैं जो दूसरे प्रोटीन को उनकी अनफोल्डिट स्टेट में स्टेबिलाइज करते हैं चैपरोन वह प्रोटीन है जो दूसरे प्रोटीन को अ उनकी unfolded state में stabilize करते हैं और उनको correctly fold होने में help करते हैं तो यह आपको याद रखना है कि post translational transport में इनका बहुत बड़ा use है अब मैं लेके आने वाली हूँ post translation से आपके protein को ER तक इसमें क्या होने वाला है इसमें mechanism same है कि सिग्नल सीक्वेंस ही यूज करेंगे बस यहां पर य यहाँ पे कोई signal recognition particle नहीं है, यहाँ पे कोई SRP नहीं है, उसकी जगे पे यहाँ पे आपको देखने को मिलता है SEC 62, SEC 63 complex, यहाँ पे SRP का काम करता है SEC 62, SEC 63 complex, यहाँ पे कोई signal recognition particle नहीं है, यहाँ पे कोई SRP नहीं है, उसकी जगे पे यहाँ पे आपको देखने को मिलता है SEC 62, SEC 63 पोस्ट ट्रांसलेशनल इस इज यॉर पोस्ट ट्रांसलेशनल ट्रांसलोकेशन यहां पर आप देखोगे यह आपका कंपलीट पॉलिपेप्टाइड चेन है कंपलीट क्यों है क्योंकि ट्रांसलेशन कंपलीट हो चुका है ट्रांसलेशन पर अटाइज चैपरोंस जो इस प्रोलीपेप्टाइड चेन को स्टेबलाइज कर रहे हैं प्रॉपरली उसके बाद सेक्स 62 सेक्स 63 कंप्लेक्स है जो क्या करने वाला है जो आपके सिगनल सीक्वेंस को रिकोगनाइज करता है तो थ्रू द ट्रांस तो कौन आपका जो प्रोटीन है वह या ल्यूमन में एंटर कर जाता है इसी के साथ मैंने अगर आपको याद होगा तो को ट्रांसलेशन में ट्रांसलेशन से फोर्स जनरेट होता है लेकिन यहां पर तो ट्रांसलेशन कंप्लीट हो चुका है तो कैसे हम यह लूमन के इंटीरियर में लाने वाले हैं यहां पर एक बहुत इंपोर्टेंट रोल आता है पिप का पिप क्या है पिप इजा चैपरोन तो यहां पर एक चैपरोन है कि फोर्स जनरेट करनी बार है एक चैपरोन है जो पॉलीपेप्टाइड चेन को यह यूमन के अंदर पूश करते हैं तो दिस इज वाइब इस तरह से जो आपका post translational translocation है वो होता है अब मैंने बताया था this was initially where we started कि हमारे जो free ribosomes के जो proteins है वो nucleus, mitochondria, chloroplast और peroxisome कैसे जाते हैं वो mechanisms हम देखेंगे firstly यहाँ पे भी targeting sequence का बहुत important role है, यह है आपका, this is your mitochondrial translocation, mitochondrial translocation that is cytosol से protein, माइटोकोंड्रेल ट्रांस लोकेशन इस साइटोसोल मतलब राइबोसोम पर प्रोटीन पूरा बन चुका है साइटोसोल में रिलीज हो चुका है अब फाइनली वह माइटोकोंड्रेल में एंटर करेगा तो इसमें जो टार्गेटिंग सीक्वेंस है थैंक इस प्री सीक्वेंस टार्गेटिंग सीक्वेंस जो यहां पर हम यूज करेंगे थैंक इ और आपको जो भी हम जो भी टार्गेटिंग सीक्वेंस का नाम बोल रहे हैं वह याद रखना मैच द फॉलोइंग टाइप क्वेश्चन्स में यह पूछे जाते हैं टार्गेटिंग सीक्वेंस कि अगर यह सीक्वेंस है तो कौन सा और गिनेल पर जाने वाला है प्रोटीन त आई आउटर माइटोकोंड्रियल मेंब्रेन दूसरा कंपार्टमेंट जो होता है वह यह होता है इंटर मेंब्रेन स्पेस एंड तीसरा कंपार्टमेंट जो होता है वह होता है आपका इनर माइटोकोंड्रियल मेंब्रेन और फाइनली फोर्ट कंपार्टमेंट आपका मैट्रिक्स विहाट फोर कंपार्टमेंट जहां पर प्रोटीन जाएगा इन माइटोकोंड्रियल आउटर माइटोकोंड्रियल मेंब्रेन में जाएगा या इंटर मेंब्रेन स्पेस में जाएगा या फिर अ inner mitochondrial matrix, sorry, inner mitochondrial membrane में जाएगा या फिर matrix में जाएगा, हमारे पास sequence है, pre-sequence, और हम प्रोटीन को लाएंगे मैट्रिक्स या फिर इनर मेंब्रेन पर मैट्रिक्स के लिए चाहिए प्री सीक्वेंस इनर मेंब्रेन प्रोटीन के चलिए इंटर टारगेटिंग सीक्वेंस यहां पर है आपके ट्रांसलोकोन जो आउटर मेंब्रेन के जो माइटोकोंड्रा के आउटर मेंब्रेन के ट्रांसलोकोन से उन्हें हम बोलते हैं टो तो माइटोकोंड्रा की आउटर मेम्ब्रेन के ट्रांसलोकोन है उन्हें बोलते हैं टॉम और जो इनर है उन्हें बोलते हैं टिम सबसे पहले वेदर इट इस मैट्रिक्स चाहे वो मैट्रिक्स प्रोटीन है या वो इनर मेम्ब्रेन प्रोटीन है दोनों टॉम को क्रॉस करते हुए इनर जो इंटर मेम्ब्रेन स्पेस है वहाँ पर एंटर करेंगे इर्स्पेक्टिव प्रोटीन मैट्रिक्स का है या इनर मेम्ब्रेन का है दोनों टिम टॉम को यूटलाइज करते हुए इंटर मेंब्रेन स्पेस में आएंगे वहां पर इनका डिस्ट्रिब्यूशन होगा अगर तो मैट्रिक्स प्रोटीन है वह टिम 23 को यूज करेगा मैट्रिक्स तक आने के लिए और अगर इनर मेंब्रेन का प्रोटीन है तो वह टिम 22 को यूज करेगा इनर मेंब्रेन तक आने के लिए चुरू से स्टार्ट करते हैं हमें दो कंपार्टमेंट मिलाना है प्रोटीन को या अगर matrix मिलाना है तो pre-sequence है और अगर inner membrane मिलाना है तो internal targeting sequence है irrespective कहा location है दोनों tom को use करेंगे जो outer membrane का translocone है उसको use करेंगे और inter-membrane space में आ जाएंगे inter-membrane space में इनका distinction होगा अगर matrix में जाना है तो tim 23 को use किया जाएगा that is also a translocone और अगर inner membrane में जाना है, then it is TIM 23, and finally they get into the mitochondria, membrane वाला membrane में insert हो गया, matrix वाला matrix में आया, जहांपे इसका pre-sequence cleave किया गया, pre-sequence को cleave करते हुए final protein matrix में पहुँच किया, so this is about mitochondrial translocation, next we have this is your कि लोरो प्लास्ट इस इज यॉर लोरो प्लास्ट ट्रांसलोकेशन जो आपकी लोरो प्लास्ट ट्रांसलोकेशन वह माइटोकॉलोडरियन से सिमिलर है यहां पर भी आपको यहां पर जो देखने का मिलेगा उसे बोलते हैं टांजिन पेप्टाइड यहां पर जो टार्गेटिंग सीक्वेंस है दैट इज प्रांसिड पेप्टाइड यहां पर भी यहां पर इन टोटल डिफरेंट कंप तो सबसे पहले आप देखोगे जो outer, outer membrane का translocon है, outer membrane का जो translocon है, that is TOC-TOC, और जो inner का है, that is TIC-TIC. Similarly, TOC को utilize करते हैं, protein अंदर आएगा, and finally पहुँच जाएगा यहाँ पे stroma region पे. अगर तो stroma region का है, याद रखना यह जब सबसे पहले आप देख रहे हैं यहाँ पर स्टोमा टार्गेटिंग डोमेन है यह प्रोटीन को कहां लेकर आएगा स्टोमा के अंदर लेकर आएगा वहां पर जब हम क्लीव करेंगे स्टोमा टार्गेटिंग डोमेन को क्लीव करते हुए प्रोटीन स्ट थाइलाफ वाइड में इनिशियल भी हम क्या करने वाले प्रोटीन को स्ट्रोमा तक लेकर आएंगे इसके लिए फंक्शनल है चोमा टारगेटिंग डोमीन टोमक तक पहुंचने के बाद क्योंकि स्ट्रोमा टारगेटिंग डोमेन का काम खत्म तो टो क्लीफ कर देंगे अगर लिए करने के बाद थाइलाफ ट्रांसफर डोमेन दिख गया तो प्रोटीन थाइलाफ और में लगा जाएगा नहीं तो प्रोटीन विल स्टेइन दा स्ट्रोमा द प्रोइटोकंड्रीय एंड क्लोरोप्लास फॉर्म अ दोनों जो हैं वो similar mechanisms को follow करते हैं for their transform next we have इस यॉर न्यूक्लियर ट्रांस लोकेशन जिसके टार्गेटिंग सीक्वेंस को बोलते हैं एन एल एस न्यूक्लियर लोकलाइजेशन सीक्वेंस न्यूक्लियर लोकलाइजेशन सीक्वेंस इसके टार्गेटिंग सीक्वेंस को बोलते हैं न्यूक्लियर लोकलाइजेशन सीक्वेंस एंड इसमें बहुत इंपोर्टेंट रोल है जो न्यूक्लियर ट्रांसलोकेशन है उसमें बहुत इंपोर्टेंट रोल है आपका रैन का औ एडिस एनलेस और इससे रिलेटिड एक चीज याद रखनी है कि यह जो है लाइसिन और आर्जनिन रिच होता है एलेस एनलेस सीक्वेंस जो है वह एंड टर्मिनल पर लाइसिन और आर्जनिन रिच होता है इन टोटल यही तीन पॉइंट याद रख एनलेस आई लाइसिन और जनिन रिच एंड थर्ड पॉइंट इस रेंट जीटीपी होता क्या है देखो यह आपका एनलेस प्रोटीन है इससे बाइंड होंगे इंपोर्टिंग एलफा इंपोर्टिंग बीटा नाम है इंपोर्ट मतलब अंदर लेकर जाएगा तो आपके एन एलस के साथ वह प्रोटीन के पास एन एलस है उसके पास इंपोर्टिंग और इंपोर्टिंग बीटा जुड़ गए इन्होंने क्या किया यह जो आप यहां पर देख रहे हो इस न्यूक्लियर पोर कंप्लेक्स यह जो यहां पर कंप्लेक्स बना प्रोटीन के साथ इस न्यूक्लियो प्लाज में एंटर करने के बाद रैन जीटीपी क्या करता है इस कंप्लेक्स को एनलेस इंपोर्टिंग एलफा इंपोर्टिंग बीटा कंप्लेक्स को ब्रेक करता है पाइंड करता है आपके इंपोर्टिंग बीटा यह आपका बीटा है इंपोर्ट करता है जो आपका इंपोर्टिंग बीटा है उसको लेकर बाहर आ जाता है उसको लेकर न्यूक्लियस से बाहर आ जाता है और फाइनली एस्पोर्टिन क्या करता है आपके इंपोर्टिंग एलफा को बाहर ले आता है बिल्कुल सिंपल सा है अगर आप ध्यान से देखो न्यूक्लियस में ले जाने के लिए चाहिए न्यूक्लियर लोकलाइजेशन सिगनल ताट इस लाइसिन आर्जिनिन रिच इसका रोल है जीटीपी बाइनिंग प्रोटीन किसी भी प्रोटीन के उपर अगर एन एलएस है एन पाइंड करते हैं पाइंड करने के बाद उनको न्यूक्लियो प्लाज में ले जाते हैं न्यूक्लियो प्लाज में रैन जीटीपी इनको तोड़ देता है तीनों को अलग-अलग करता है इंपोर्टिन बीटा को लेकर बाहर आ जाता है न्यूक्लियो से और एक्सपोर्टिन ज इस आल अबाउट प्रोटीन ट्राफिकिंग हमने प्रोटीन को सिंथेसाइज कराए राइबोजों पर फाइनली उसको उनकी लोकेशन सब पर दिया तो इस एंटायर कंसेप्ट ऑफ प्रोटीन ट्राफिकिंग आईएस सजेस्ट बिकॉज दिस टॉपिक इस लिटिल कंप्लीकेटिड यू रिवाइज इट अगेन अब जितनी बार भी इसको रिवाइज करेंगे थैंक वुद बी वेरी एसेंशियल और इस जो पेजर पार्ट प्रोटीन ट्राफिकिंग इसमें जितने भी सीक्वेंसीज हैं अ जितने भी प्रोटीन्स है उन पे questions बहुत बनते हैं बहुत theory based questions भी बनते हैं और experimental based भी बनते हैं conceptual भी हैं और direct questions भी हैं तो it's better to prepare this topic very nicely so let's begin with a few questions I will suggest आप लोग video pause करें questions solve करें अपने आप and then come for the explanation so let's begin एस आर पी सिलेक्टिवली रिकोनाइज ई आर सिगनल सीक्वेंस और न्यूली सिंथेसाइज प्रोटीन इस इज एन आफ टो मैंने जब मार्क किया तो मैंने बहुत अच्छे से मार्क किया था कि जो ई आर सिगनल सीक्वेंस है उसकी प्रॉपर्टी याद रखनी है तो अगर आपको इसकी प्रॉपर्टी याद हो तो आपने पढ़ा था देट इज मेड़ अप ऑफ हाइड्रोफोबिक अमाइन आपको याद है कि ER signal sequence hydrophobic amino acids का बना है तो आपको पता होगा कौन सी interaction show करेगा वह एक बार बहुत इंटरेक्शन और एक चीज और यह गई थी एस आरपी पार्टिकल से रिलेटिड आपका जो एस आरपी पार्टिकल है उसमें आरएनेबी होता है और प्रोटीन भी होते हैं एस आरपी पार्टिकल में आरएनेबी प्रोटीन भी है आरएने सिर्फ एक है लेकिन प्रोटीन बहुत सारे हैं मल्टीपल प्रोटीन से एन यह क्वेश्चन पूछा जाता है कि देट एस आरपी इज मेड़ अप ऑफ आरएन प्रोटीन और इज जस्ट प्रोटीन कंप्लेक्स तो इट इज ऑलसो इंपॉर्टेंट रिमेंबर एडी ए एल सीक्वेंस ऑफ ईया ल्यूमिनल प्रोटीन इस याद होगा तो डिरेक्ट क्वेश्चन है एडी एल रिट्रीवल सीक्वेंस क्या कम करेगा रिट्रीवल ऑफ ईया ल्यूमिनल प्रोटीन फ्रॉम दा गॉल्जी जो प्रोटीन आपके गॉल्जी में चले गए हैं लेकिन थे ईयर के वह वापस ईयर में लाएगा आपका केडीएड सीक्विल इंट्रासेलुलर ट्रांसपोर्ट इन मैमेलियन प्लेस रूवेसिकलर ट्रांसपोर्ट इस रेगुलेटिड बाय विच अमॉंग द फॉलोइंग रेगुलेशन इस डन बाय राब रेगुलेशन इस डन बाय रोका यह कुछ नहीं पड़ा राइन विए अब सड़िट इन एस ऑफ विए व्यापस टेडीव राइन इन केस ऑफ न्यूक्यूर ट्रांसपोर्ट एंड राज that is in the formation finally snare याद कर लो please कौन सा protein कहां काम कर रहा था snare proteins are found in the membranes of all except the following यादो snare is involved in vesicular transport तो क्या vesicular transport में mitochondria involved है नहीं तो snare protein क्यों present होगा so your snare protein is not present in mitochondria which of the following statement about signal recognition particle is incorrect incorrect बतानी है please question को ध्यान से पढ़ा करो incorrect है या correct contains RNA protein अभी बताया है ये बात is a integral membrane protein खुद सोचो membrane से attached है SRP signal recognition particle नहीं so this is your incorrect statement talks with the receptor on the surface of ER membrane यही बताया था SRP receptor is present on ER membrane binds to localizing लोकलाइजेशन सिग्नल एट द एंड टर्मिनर्स ऑफ द एमर्जिंग पॉलिपेप्टाइट चेन सिग्नल सीक्वेंस से बाइंड करता है वेरी करेक्ट तो द ओनली इनकरेक्ट स्टेटमेंट इज इट इज एन इंटीग्रल मेंब्रेन प्रोटीन तो दिस इस ऑल अबाउ�