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NEET Exam: Issues and Court Decision

[संगीत] हेलो एवरीवन गुड इवनिंग आई होप आई एम क्लीयरली ऑडिबल एंड विजिबल टू ऑल ऑफ यू प्लीज राइट वनस इन द चैट बॉक्स इफ आई एम क्लीयरली ऑडिबल एंड विजिबल आज हम जो टॉपिक करने जाने वाले हैं दैट इज अबाउट द नीट एग्जाम काफी सारा न्यूज में चल रहा है है ना आज सुबह से तो एकदम बहुत ज्यादा पढ़ ली होंगी आप के बारे में सो इसी नीट एग्जाम एंड एनटीएल टेस्टिंग एजेंसी को लेके जो इशू हुआ है अभी उस इशू के बारे में हम समझेंगे एंड सुप्रीम कोर्ट के वर्डिक्ट के बारे में भी समझेंगे फर्स्टली वी विल ट्राई एंड अंडरस्टैंड व्हाट एगजैक्टली इज एटीए क्या होता है यह नेशनल टेस्टिंग एजेंसी क्या काम करता है एनटीटीए देन सेकंड वी विल अंडरस्टैंड व्हाट इज नीट एग्जाम देन थर्ड पार्ट में हम ये समझेंगे कि इस नीट एग्जाम में क्या-क्या इश्यूज हुए थे एंड लास्ट पार्ट में हम समझेंगे सुप्रीम कोर्ट ने इस परे क्या डिसीजन दिया है अब सही है गलत है क्या होना चाहिए क्या नहीं होना चाहिए क्या-क्या इश्यूज थे वो सा आपको बता दूंगा बाकी रेस्ट इज अप टू यू है ना कि क्या एगजैक्टली हुआ इस एग्जाम को लेके वो आप समझना सो इस सेशन को स्टार्ट करने से पहले सबसे पहली चीज व्हाई इट वाज इन न्यूज राइट क्यों ये न्यूज़ में चल रहा है तो भाई हर कोई न्यूज़पेपर देख ही रहा है इफ नॉट न्यूज़पेपर देन न्यूज़ चैनल देख रहे हो इफ नॉट न्यूज़ चैनल देन सोशल मीडिया चैनल्स देख रहे हो एंड एवरी वेयर यू कैन सी द इंटरव्यूज गिवन बाय डिफरेंट डिफरेंट पीपल अबाउट द इश्यूज दैट हैपन इन द एनटी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के अंडर जो नीट का एग्जाम करवाया जाता है उसमें क्या-क्या हुआ नाउ यहां पे व्हेन वी टॉक अबाउट दिस एनटी एंड एनटीटीए रिलेटेड इशू सबसे पहले समझते हैं नेशनल टेस्टिंग एजेंसी बनाई क्यों गई थी तो बिफोर दिस नेशनल टेस्टिंग एजेंसी इंडिया में बहुत सारे अलग-अलग टेस्टस कंडक्ट करना करने के लिए मल एजेंसी हुआ करती थी बहुत से स्टेट्स में स्टेट लेवल पर टेस्ट करवाने के लिए स्टेट की एजेंसी हुआ करती थी सेंट्रलाइज कॉलेजेस बहुत सारे हुआ करते थे एंड इन सारे इश्यूज के लिए इन सारी सेंट्रलाइज यूनिवर्सिटीज के लिए इतने सारे एग्जाम कंडक्ट करवाने के लिए जितनी ज्यादा एजेंसीज हुआ करती थी अब इनिशियल परपस की मैं बात कर रहा हूं इसके क्या ऑब्जेक्टिव से इसे बनाया गया था तो इनिशियल ऑब्जेक्टिव यह था कि इतने सारे एग्जाम्स होते हैं उतने सारे एम के लिए उतनी अलग-अलग बॉडी जो एग्जाम कंडक्ट करवाती है उनके ऑफिशियल उनके रिलेटेड यू कैन से अलग-अलग इश्यूज दैट कम्स कौन अकाउंटेबल है अगर मान लो किसी स्टेट की किसी एग्जाम में गड़बड़ हो जाती है तो कौन अकाउंटेबल है सेंटर की किसी एग्जाम में गड़बड़ होती है तो अलग-अलग इतने सारे एग्जाम्स होते हो तो अकाउंटेबिलिटी नहीं है क्वालिटी में इंप्रूवमेंट की बहुत ज्यादा स्कोप है एंड बिकॉज ऑफ ऑल दिस थिंग्स बहुत सारी एग्जाम्स को अंडर द वन रूफ लाने के लिए प्लस कुछ ऐसे एग्जाम्स थे जो साल में बस एक बार होते थे बट वहां पर ये भी सवाल उठाया गया कि यार इतना डिफिकल्ट इतना कॉम्पिटेटिव एग्जाम होता है एटलीस्ट साल में दो बार तो होना चाहिए ताकि बच्चों को पता चले कि उनका बेस्ट परफॉर्मेंस जब उन्होंने दिया वो रिजल्ट वो काउंट कर सके तो इन सब चीजों को कंसीडर करते हुए लॉन्च किया गया एनटी ए को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को इसका पर्पस ये था इंटरनेशनल लेवल पे भी देयर आर अदर टेस्टिंग एजेंसीज टीएस एक एजेंसी है काफी फेमस जो टेस्ट करवाती है उस तरीके से क्वालिटी इंप्रूवमेंट इंडिया की टेस्टिंग में भी हो एक डेटाबेस बने अच्छे क्वालिटी ऑफ क्वेश्चन का रिसर्च एंड डेवलपमेंट की जाए कि कैसे टेस्ट कंडक्ट करवाए जाए देश में ऑनलाइन टेस्ट कैसे कंडक्ट करवाए जाए साल में दो बार टेस्ट कैसे कंडक्ट करवाए जा सके कॉम्पिटेटिव एग्जाम्स के इन सबको कंसीडर करते हुए एनटीएल टेस्टिंग एजेंसी को एस्टेब्लिश करने की बात की गई एज एन ऑटोनोमस ऑर्गेनाइजेशन तो सबसे पहली चीज ये ऑटोनॉमस ऑर्गेनाइजेशन की तरह काम करने वाली थी एंड इसमें ऐसा भी बोला गया था कि फ्यूचर में धीरे-धीरे क्या होगा ये टेस्टिंग एजेंसी अलग-अलग टेस्ट के लिए फीस चार्ज करती है उस फीस से इनका अपना काम भी चलता रहेगा तो ये एक सेल्फ सस्टेनिंग एजेंसी बन जाएगी दैट मींस इस एजेंसी को किसी के पैसे की किसी की सरकार के फंडिंग की जरूरत नहीं पड़ेगी बिकॉज ये इतने सारे एग्जाम्स कंडक्ट करवाएगी इतना बेसिक बेसिक फीस भी अगर चार्ज करती है तो इवेंचर पैसा इनके पास आ जाएगा एंड उस पैसे से फिर ये अपने पूरे साल की फंक्शनिंग चला सकती है तो थॉट बहुत अच्छा था कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी एक ऑटोनॉमस ऑर्गेनाइजेशन बनेगी जिसको नवंबर 2017 ईयर याद रखना है नवंबर 20177 में एस्टेब्लिश किया गया अंडर द मिनिस्ट्री ऑफ एजुकेशन टू स्टैंडर्डाइज एंड स्ट्रीमलाइन टू कंडक्ट द इंट्रेंस एग्जाम अक्रॉस द कंट्री फॉर डिफरेंट डिफरेंट एग्जाम्स कोई हायर एजुकेशन की एग्जाम कोई यू कैन से यूजी लेवल की एग्जाम कोई आफ्टर पीजी की एग्जाम बहुत सारे एग्जाम के लिए इसका पर्पस क्या था द पर्पस वाज टू इंप्रूव द क्वालिटी एंड ट्रांसपेरेंसी ऑफ इंट्रेंस एग्जामिनेशन इंश्योरिटी इन द असेसमेंट प्रोसेस ऑब्जेक्टिव तो बड़ा मजेदार लग रहा है है ना जो हम अभी देख रहे हैं उससे बहुत ही डिफरेंट ऑब्जेक्टिव दिखाई दे रहा है क्वालिटी लानी है ट्रांसपेरेंसी लानी है फेयरनेस लाना है एफिशिएंसी लानी है इसका हेड क्वार्टर बनाया गया नई दिल्ली में एंड इसको रजिस्टर्ड किया गया इसे रजिस्टर किया गया इन द इंडियन सोसाइटीज रजिस्ट्रेशन एक्ट ऑफ 1860 1860 का 1860 का इंडियन सोसाइटीज रजिस्ट्रेशन एक्ट के अंदर ये एक अनादर इंपॉर्टेंट आपके एग्जाम पर्सपेक्टिव से आपको याद रखनी है ये कंडक्ट करवाता है अलग-अलग एग्जाम्स जैसे कि जेई नेट नीट यूजी जी पैट सी मैट यूजीसी नेट और भी बहुत से एग्जाम्स ये कंडक्ट करवाता है एनटीएल टेस्टिंग एजेंसी मल्टीपल एजेंसीज को मल्टीपल यू कैन से टेस्टिंग कंडक्टिंग एजेंसीज को एक जगह लाके रखा गया सो दैट एक स्टैंडर्ड प्रोसेस बनी क्वालिटी अच्छी हो ट्रांसपेरेंसी हो राइट अच्छे से असेसमेंट हो एफिशिएंट हो इन सबके लिए और इसका मोटो अगर आप देखोगे इनका मोटो भी बहुत ही जबरदस्त है इट इज एक्सीलेंस इन असेसमेंट ये इनका मोटो है एनटीटीए का मोटो है एक्सीलेंस इन असेसमेंट अब जो असेसमेंट में इन्होंने धांधली करी है उसके बारे में भी हम समझेंगे उसके बारे में इन्होंने सुप्रीम कोर्ट के सामने जो एक्सेप्ट की चीज उसके बारे में भी समझेंगे तो अब समझते हैं ये हो गया एनटीएटी ब्लिश मेंट किस पर्पस से एनटीएस फंक्शंस के बारे में वैसे यहां पे हमने इसके यू कैन से क्रिएशन के बारे में बात की इसी से मुझे दो लोगों के नाम आपको बताने हैं एक एनटीएल समैन कौन है और सेकंड एनटीएल क्टर जनरल जिनको एनटीएस भी कहा जाता है वो कौन है अभी हमने फ्रंट पेज पे देखा था ना कांग्रेस सेज ग्रेस मार्क्स नॉट ओनली द प्रॉब्लम कॉल्स फॉर द रिमूवल ऑफ एनटीएफ इनके चीफ को ये हटाने की बात कर रहे हैं है ना एंड उधर सुप्रीम कोर्ट ने भी इसके ऊपर बात की है तो ये एनटीएल समैन कौन है और एनटीएल जनरल कौन है ये आपको बताना है अब इसके फंक्शंस वैसे तो मैंने फंशन सारे ऑटोनॉमस का मतलब होता है ऑटोनॉमी पे काम करेगा किसी के अंडर काम नहीं करेगा गवर्नमेंट का इन्फ्लुएंस नहीं होगा किसी का उससे लेना देना नहीं होगा गवर्नमेंट से उसे फंडिंग भी नहीं आएगी गवर्नमेंट उसको गाइडलाइंस भी नहीं दे सकती वो अपने लेवल पे एक ऑटोनॉमी के साथ काम करेगा उनके पास पावर होगी खुद काम करने की यह होता है ऑटोनॉमस का मतलब खुशी तो अब यहां पर हमने बात की कि इस एनटीएस क्या है तो फंक्शंस भी बड़े अच्छे से है जैसे कि आइडेंटिफिकेशन ऑनलाइन हो ऑनलाइन एग्जाम्स के लिए ऑनलाइन इंफ्रास्ट्रक्चर पूरा होना चाहिए जहां पे एग्जाम कंडक्ट करवाना है इसलिए एनडीए सर्च करता है ऐसे इंस्टीट्यूशंस एनटीएस करता है ऐसे इंस्टीट्यूशंस जो इनके पार्टनर बन सके और वो एग्जाम कंडक्ट करवा सकते जो कंडक्ट करवा सकते हैं जिनके पास इंफ्रास्ट्रक्चर है टू कंडक्ट द ऑनलाइन एग्जाम एनटीएल करता है एक क्वेश्चन बैंक गुड क्वालिटी के क्वेश्चन राइट अच्छी क्वालिटी के क्वेश्चन बैंक हो जिससे कोई पेपर बनाया जा सके बिकॉज ऐसा नहीं होता कि आपकी जब एग्जाम होती है तो सिर्फ एक पेपर बनाया जाता है और वो पूरे देश में सर्कुलेट होता है ऐसा नहीं होता है देयर आर मल्टीपल पेपर्स विच आर क्रिएटेडटेड पेपर में से किसी एक पेपर को चूज किया जाता है तो उसके लिए आपको बहुत बड़ी क्वेश्चन बैंक भी चाहिए मल्टीपल पेपर्स के लिए तो वो क्वेश्चन बैंक डेवलप करना फॉर ऑल द सब्जेक्ट ऑन द मॉडर्न टेक्निक देन एक स्ट्रांग रिसर्च एंड डेवलपमेंट का कल्चर बनाना और एक पूल ऑफ एक्सपर्ट्स होना चाहिए स्टेट टेस्टिंग एजेंसी में जैसे कि इसके अगर आपने बताया अभी इसके डायरेक्टर जनरल के बारे में और इसके जो चेयरमैन है उनके बारे में भी चेयर पर्सन प्रदीप कुमार जोशी पी के जोशी जो है ये फॉर्मर यूपीएससी में रह चुके हैं राइट यूपीएससी में पहले रह चुके हैं सुबोध कुमार सिंह जो इसके डायरेक्टर जनरल या सीईओ है इनका भी एक्सपीरियंस टेस्टिंग या इस फील्ड में काफी अच्छा है तो एक एक्सपर्ट्स ग्रुप यहां पे आएगा जो पूरे देश में अच्छी तरीके से एग्जाम कंडक्ट करवा सकता है कैपेबिलिटी देख के तोय लगता है कि अगर हम बात करें पीके जोशी जी की तो चेयरमैन यूपीएससी में रह चुके हैं राइट एंड यूपीएससी में कभी कोई हमें एस सच हिस्ट्री में कुछ गड़बड़ होना कुछ इशू होना धली होने का कोई केस तो दिखाई नहीं दिया अब यहां पे स्ट्रांग कल्चर इन् डेवलप करना है विद द पूल ऑफ एक्सपर्ट ट्रेनिंग एंड एडवाइजरी सर्विसेस टू द इंस्टिट्यूशन इन इंडिया टू कोलैबोरेट विद इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन इंटरनेशनल लेवल का हमारा देश का टेस्टिंग हो एंड टू अंडरटेक एनी अदर एग्जामिनेशन दैट इंटरेस्ट बाय द मिनिस्ट्री और डिपार्टमेंट और गवर्नमेंट ऑफ इंडिया और स्टेट गवर्नमेंट अलग-अलग स्टेट गवर्नमेंट या अलग-अलग मिनिस्ट्री से जो भी एग्जाम कंडक्ट करवाने की लिए बात की जाए उस एग्जाम को कंडक्ट करवाना दीज वेर द दीज आर द फंक्शंस ऑफ एनटीएल टेस्टिंग एजेंसी अब बात आ जाती है इसके अलावा और क्या काम करती है या कौन हेड है जैसे सीईओ इनका नाम आपने मुझे बता दिया राइट इसके एक चेयरमैन होंगे चेयरमैन शुड बी इमिनेंट एजुकेशनिस्ट और इनको जाएगा बाय मिनिस्ट्री ऑफ एजुकेशन सीईओ विल बी द डायरेक्टर जनरल अपॉइंटेड बाय द गवर्नमेंट एंड बोर्ड ऑफ गवर्नर होगा जिसमें अलग-अलग इंस्टिट्यूशन से लोग आएंगे एंड इवन एनटी एनए बिकॉज हमारे पूरे देश में ऑनलाइन का इंफ्रास्ट्रक्चर इतना बड़ा नहीं है इसलिए इन्होंने डिस्ट्रिक्ट लेवल पे सब डिस्ट्रिक्ट लेवल पे बहुत सारे स्कूल्स के साथ इंस्टीट्यूशन के साथ टाई अप किया बिकॉज जब भी देश के लेवल पे कोई एग्जाम होती है तो ऐसा जरूरी नहीं है ना कि हर कोई अर्बन एरिया में जाके या अर्बन एरिया में रह के ही एग्जाम दे रहा हो हमारे देश के हर छोटे गली कटड़ गांव से लोग आते हैं और एग्जाम्स देते हैं एंड दैट्ची की यहां पे बात करता है ये एनटीएल बच्चों को उस ऑनलाइन प्लेटफॉर्म ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पेय टेस्ट देने हैं उसको फ्रेंडली करवाने के लिए इवन टेस्ट प्रैक्टिस सेंटर्स भी बनाए गए थे इन्होंने एक मोबाइल ऐप लॉन्च किया और टेस्ट प्रैक्टिस सेंटर भी बनाए थ्रू व्हिच स्टूडेंट्स कैन प्रैक्टिस एंड टेक द मॉक टेस्ट ऑन देयर ओन कंप्यूटर्स और स्मार्टफोंस सो दैट बच्चे ऑनलाइन तरीके से यूज टू हो जाए कोविड 19 में ये एक बहुत अच्छी चीज भी थी कि ऑनलाइन एग्जाम्स हुए थे दैट वाज अब कहीं ना कहीं एनटी ने कुछ अच्छा काम भी किया था तो वो वन ऑफ दोज वर्क्स देन अब बात करते हैं नीट एग्जाम के बारे में क्या होता है नीट का एग्जाम तो इट इज नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट तो हमारे देश के एक लाख से ज्यादा जो मेडिकल कॉलेजेस की सीटें हैं जो एमबीबीएस बीडीएस एमडी एमएस करने के लिए जो बच्चे एग्जाम देना चाहते हैं या फिर वहां पर अलग-अलग कॉलेजेस में सीट्स अपनी सिक्योर करना चाहते हैं उसके लिए यह टेस्ट होता है तो इट इज अ एंट्रेंस एग्जामिनेशन टेस्ट फॉर स्टूडेंट्स हु विश टू पसू यूजी इन मेडिकल कोर्सेस लाइक एमबीबीएस एंड बीडीएस एंड पोस्ट ग्रेजुएट कोर्सेस लाइक एमडी एमएस इन द गवर्नमेंट और इन प्राइवेट मेडिकल कॉलेजेस और ऐसी सीट अराउंड 108000 के आसपास हमारे देश में मेडिकल की सीट है और अपीयर करने वाले लोग इस साल 24 लाख थे है ना तो सीटे है 108000 के आसपास एंड अपीयर करने वाले इस बार लोग थे 24 लाख के आसपास तो इतने को ही मिलनी थी 23 लाख लोगों का तो इसमें होना नहीं था उसमें भी अच्छे कॉलेज बुरे कॉलेज वो कहानी अलग निकल के आती है फिर तो ये होता है नीट और इस नीट को कंडक्ट कराने का काम इस नीट को कंडक्ट कराने का काम भी किसका होता है यह भी काम होता है एनटी का ट नेशनल टेस्टिंग एजेंसी का यह भी काम होता है एनटी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी का अब बात करते हैं कि इस बार के इश्यूज क्या हुए 4 जून को एनटी ने रिलीज किया नीट 2024 का रिजल्ट इन्होंने 4 जून को रिलीज किया नीट 2024 का रिजल्ट अब उसके बाद इस रिजल्ट के बाद आई बहुत सारी कंट्रोवर्सीज बहुत सारे इश्यूज इवन इस पेपर के पहले भी बहुत सारे इश्यूज आए थे जैसे कि एक तो पेपर लीक की भी बात हुई थी बट एक बार इस एग्जाम को समझ लेते हैं इस बार एप्रोक्सीमेटली 2.4 मिलियन दैट इज 24 लाख लोगों ने पार्टिसिपेट किया जिसमें से 10940 हमारी जो एमबीबीएस की सीटें है वो इनके अंदर डिस्ट्रीब्यूटर में डिस्ट्रीब्यूटर अमंग मोर देन 700 मेडिकल इंस्टिट्यूशन नेशन वाइड प्राइवेट गवर्नमेंट दोनों भी द रिजल्ट्स वेर रिसीवड इमीडिएट क्रिटिसिजम ड्यू टू अनयूजुअल रेंस तो हुआ क्या था यहां से कहानी और बढ़ जाती है पहले तो पेपर लीक की स्टोरी आई थी जिसको एनटीएल दिया था कोई पेपर लीक नहीं हुआ है सब कुछ ठीक है यहां पे 67 कैंडिडेट्स अचीव्ड अ परफेक्ट स्कोर ऑफ 720 720 नंबर का एग्जाम होता है 720 मिल गए 67 लोगों को सिक्योरिंग द परफेक्ट रैंक ऑल इंडिया रैंक वन क्लट में तो ना ज्यादा ऐसा कुछ हुआ नहीं है लेकिन यहां पर ऑल इंडिया रैंक वन आई 67 लोगों की इन्होंने 720 स्कोर अचीव किया अब यहां से प्रॉब्लम शुरू होती है ऐसा कैसे हो सकता है दो लोग चार लोग 10 लोग 15 लोग 20 लोग ठीक है 6 7 लोगों का परफेक्ट स्कोर आना राइट ये एक प्रॉब्लम था इसके आगे जो 718 719 वाले थे वहां पर भी कुछ है ना सिमिलर सी इश्यूज यू कैन से देखे गए कि वहां पर ऐसा कुछ ज्यादा हो नहीं रहा टॉप रैंक प कैसे हो सकते हैं अगर मान लो 720 पे 67 स्टूडेंट्स है तो 719 पे 50 तो होने चाहिए 718 पे 40 तो होने चाहिए 717 715 पे भी थोड़े होने चाहिए लेकिन वैसा सिचुएशन ही नहीं था राइट वैसा कुछ था नहीं 720 प इतने सारे स्टूडेंट्स अब यहां से थोड़ा सा यू कैन से इशू क्रिएट होने लगा अब यहां पर थोड़ा सा इशू क्रिएट होने लगा अब एक बार आप देख सकते हो मैं थोड़ा से रैंक्स आपको दिखा देता हूं जैसे आप देख सकते हो 67 तक सबका रैंक वन है उसके बाद जो है सीधा रैंक नंबर कौन सा है 68 बिकॉज 67 लोगों का रैंक वन आया है उसके बाद 68 के बाद अगर जो है वो 69 उसका जो परसेंटाइल है स्कोर है वो अलग है 70 वाले का अलग है तो इनके सेम स्कोर पे इनके सेम रैंक प ज्यादा लोग नहीं है लेकिन रैंक वन पे 67 लोग उसके बाद 68 पे एक ही इंसान 69 प एक 70 पे एक 71 पे एक लेकिन रैंक वन पे 67 पीपल कुछ तो गड़बड़ है दया है ना देयर इज सम इशू कुछ तो इशू है इस रिजल्ट में ऐसा कैसे रिजल्ट आ सकता है और फिर इसके ऊपर रिसर्च शुरू की गई ग या पढ़ाई है ना थोड़ा देखा गया कि ऐसा हुआ क्या है इन रिस्पांस टू द कंसर्न अब यहां पे कंसर्न आ गया कि ऐसे कैसे हो सकता है इन रिस्पांस टू द कंसर्न टू पिटीशन वेर फाइल इन द डिफरेंट हाई कोर्ट्स कंटेस्टिंग द वैलिडिटी ऑफ द रिजल्ट आल्सो इट वास फाउंड दैट एट ऑफ दीज कैंडिडेट्स जो 67 थे उसमें से आठ बच्चे वेर स्कोर्ड ऑल इंडिया रैंक वन आर फ्रॉम द सेम एग्जामिनेशन सेंटर इन हरियाणा विद देयर सीक्वेंस ऑफ रोल नंबर रोल नंबर भी एक के पीछे एक एक के पीछे एक एक के पीछे एक है तो और कुछ तो गड़बड़ है है ना तो और कुछ तो गड़बड़ है यह समझ आया तो जब सुप्रीम कोर्ट में यह केस जाता है सुप्रीम कोर्ट में यह केस जाता है तो इस इशू को लेके इस केस को इस सिचुएशन को लेके सुप्रीम कोर्ट कहता है जो एनटीएस मार्क्स की वजह से हमने कुछ स्टूडेंट्स को एक तो व 15 63 स्टूडेंट्स को ग्रेस मार्क्स दिए हैं कितने स्टूडेंट्स को बोला इन्होने 1563 स्टूडेंट्स को हमने ग्रेस मार्क्स दिए है जिसकी वजह से यह हुआ होगा अब इनको ग्रेस मार्क्स क्यों दिए गए तो बोला गया कि बहुत से स्टूडेंट्स को ग्रेस मार्क्स इसलिए दिए गए बिकॉज एग्जाम के टाइम पर दे हैड अ लॉस ऑफ टाइम उनका लॉस ऑफ टाइम हुआ था उनका टाइम थोड़ा सा लॉस हुआ था अब एग्जाम के टाइम पर टाइम लॉस हो गया उसकी वजह से से वो क्वेश्चंस अटेंप्ट नहीं कर पाए एंड इवेंचर हमें उन्हें ग्रेस मार्क्स देने पड़े इसी के साथ जब एनटी ए ने ये तो सुप्रीम कोर्ट की कहानी है एनटी ने इसके पहले एक और चीज कही थी उन्होंने कहा था कि एक्चुअली बहुत से स्टूडेंट 715 नंबर पे थे अब कुछ लोगों ने ओल्डड एनसीआरटी से यू कैन से आंसर्स मार्क किए थे किसी ने न्यू एनसीआरटी से और उस वजह से बिकॉज किसी के पास न्यू एनसीआरटी का एक्सेस नहीं था और हमने पेपर न्यू एनसीआरटी से बनाया बहुत जगह अभी भी ओल्ड एनसीआरटी चल रही थी तो उनका आंसर भी हम गलत नहीं दे सकते थे तो बहुत से बच्चों को हमें पांच मार्क एक्स्ट्रा देने पड़े चाहे उन्होंने ए टिक किया हो चाहे बी टिक किया हो बिकॉज ए मान लो इज द आंसर ए मान लो इज द आंसर फ्रॉम द अ न्यू एनसीआरटी एंड बी इज द आंसर फ्रॉम ओल्ड एनसीआरटी तो हमें उनको मार्क्स देने पड़े फिर उन्होंने अपना रीजन एक बार और दूसरा चेंज किया और बोला कि हमें ग्रेस मार्क्स देने पड़े अब एक तो ओल्ड न्यू एनसीआरटी के वैसे देने पड़े और दूसरे कुछ बच्चों को हमें ग्रेस मार्क्स देने पड़े बिकॉज ऑफ लॉस ऑफ टाइम इनका टाइम लॉस हो गया था कुछ जो भी रीजन था उसकी वजह से हमें यह देना पड़ा एनटीएसपी हु रिपोर्टेड लूजिंग एग्जाम टाइम ड्यूरिंग नीट यूजी 2024 बाय अवॉर्डिंग अ ग्रेस मार्क्स अब क्या यह ग्रेस मार्क्स दिए जा सकते हैं तो द डिसीजन वाज बेस्ड ऑन डिसीजन किस डिसीजन पे बेस्ड था द डिसीजन वाज बेस्ड ऑन द नॉर्मलाइजेशन फार्मूला प्रिसक्राइब्ड बाय द ऑनर बल एपेक्स कोड दैट इज सुप्रीम कोर्ट रिजल्टिंग इन सम स्टूडेंट्स रिसीविंग स्कोर्स एज हाई एज 718 व्हिच इज नॉट टेक्निकली पॉसिबल एज पर द नीट मार्किंग स्कीम ऑफ 2024 और 719 आल्सो द अवॉर्डिंग ग्रेस मार्क हैज कॉज्ड अ सिग्निफिकेंट कंसर्न अमंग द स्टूडेंट्स कम्युनिटी एज इट लेड टू नोटिसेबल इंक्रीज इन द स्कोर्स ऑफ सम कैंडिडेट्स थस द इंक्रीज इन द मार्क्स इज पर्टिकुलर अम फ्यू इंडिविजुअल्स रे फियर्स अबाउट द फेयरनेस ऑफ द कंपटीशन ऐसा सुप्रीम कोर्ट का कहना है अभय ग्रेस मार्क की कहानी हमारे एग्जाम से भी कनेक्टेड है 2018 का क्लट का एग्जाम भी था 2018 के क्लट के एग्जाम में कुछ अराउंड 2025 स्टूडेंट्स ने इसके बारे में कंप्लेंट किया था क्लट में कि हमारा लॉस ऑफ टाइम हुआ है फिर सुप्रीम कोर्ट या फिर जो भी व केस आ बढ़ा वहां पे कोर्ट ने कहा कि ठीक है जिनका भी ये हुआ है उनको आपको क्या देना पड़ेगा कंपनसेशन ग्रेस मार्क्स ऐसा कुछ करना पड़ेगा और फिर जब टाइम फ्रेम दिया गया बच्चों को कि मान लो पहले 25 थे मान लो पहले फॉर एग्जांपल 25 थे वो अब सीधे 500 हो गए या 5000 हो गए 5000 हो गए सो देयर वाज अ इंक्रीज ऑफ 200 टाइम्स 200 टाइम वो नंबर जो है वो बढ़ गया 25 का 250 250 का 2 2 का 5000 हो गया अब यहां पर इनका ये कहना है जो ना जो लॉयर थे फ्रॉम द साइड ऑफ यू कैन से कोचिंग इंस्टिट्यूट या फिर जो भी लोगों ने केस फाइल किया था 1563 * 200 मतलब यह हो सकता है बहुत बड़ा नंबर 3 लाख बच्चों का लॉस ऑफ टाइम रजिस्टर होके उन सबको आपको मार्क्स देने पड़ सकते हैं तो अब यह कहानी यहां पे आई है है ना इसके अलावा यह तो ग्रेस मार्क्स का इशू है जो चल रहा था इसके अलावा नीट में चीटिंग होने की भी बात की गई है 2024 में एडिशनल देयर इज अ सीरियस इशू अराइजिंग इवॉल्विंग अबाउट एलेज चीटिंग इन द एग्जाम यहां पे ऐसा था पुरुषोत्तम राय द ओनर ऑफ फॉरेन एजुकेशन कंसल्टेंसी एंड तुषार भट्ट अ स्कूल टीचर अलोंग विथ एटलीस्ट 16 स्टूडेंट्स फ्रॉम गुजरात हैव बीन एक्यूज्ड ऑफ अ फ्रॉड दज इंडिविजुअल्स एलेड प्लेड पेड 10 लाख ईच फॉर द फ्रॉड एंट पास इन द नीट एग्जाम द स्कैम इज अंडरमाइंड बाय इंटीग्रिटी ऑफ द नीट यूजी 2024 एंड जैसे की एजुकेशनल प्रोफेशनल्स का भी इवॉल्वमेंट हो जाना एंड जो एग्जाम कंडक्ट करवाने वाले इंस्टिट्यूशन से उनका इसमें इवॉल्वमेंट हो जाना यह भी नीट यूजी 2024 के ऊपर सवाल उठाता है और एनटी की कैपेबिलिटी पर सवाल उठाता है अब यह कहानी नहीं इसके ज्यादा और भी चीज हुई है जैसे कि पेपर लीक की भी बात की गई थी तो अमिट दिस कंट्रोवर्सी द एंड एटीए हैज यह बोला गया कि पेपर लीक हुआ है रीट होगा फिर से एग्जाम कंडक्ट होगा और बहुत ज्यादा कियोस हुआ था लेकिन तभी एनटीएफ कि देयर इज नो रिपोर्ट ऑफ क्वेश्चन पेपर लीक इन नीट यूजी 2024 द एजेंसी हैज डिस्मिस द क्लेम सर्कुलेटिंग ऑन सोशल मीडिया अबाउट कॉम्प्रोमाइज एग्जाम पेपर इज बेसलेस अकॉर्डिंग टू द एनटीटीए दज रूमर्स आर अनफाउंडेड एंड द एग्जामिनेशन प्रोसेस रिमें सिक्योर एंड फेयर अब सिक्योर फेयर थी तो बाकी इ भी नहीं होने चाहिए थे ग्रेस मार्क्स वाला अनयूजुअल सीरीज इन 2024 जैसे मैंने आपको बताया इसी के बारे में यहां पर बताया गया है कि ऐसे मार्क्स कैसे आए तो ऐसे मार्क्स आए बिकॉज ऑफ द ग्रेस मार्क्स जो दिए गए थे अब सारी कहानी पहुंची है सुप्रीम कोर्ट सुप्रीम कोर्ट के अंदर बहुत सारे केसेस आए एक केस आया है पेपर लीक को लेके एक केस आ रखा है इस फ्रॉड को लेके जो गुजरात वाला एक केस आया था इस ग्रेस मार्क्स और स्कोर को लेके अभी जो सुप्रीम कोर्ट का वर्डिक्ट आया है अभी जो सुप्रीम कोर्ट का वर्डिक्ट आया है सुप्रीम कोर्ट ने परमिट किया है एनटी को टू कंडक्ट द रीटेस्ट ऑन 23 ऑफ जून 23 ऑफ जून को रीटेस्ट करवाया जाएगा लेकिन कितने लोगों का एंड कैंसल द स्कोर कार्ड ऑफ 1563 कैंडिडेट्स बिकॉज एटी ने सीधा जहां के वहां बोल दिया कि भाई हमने तो ग्रेस मार्क उस साल वाला जो आपने बोला था सुप्रीम कोर्ट ने बोला था ग्रेस मार्क देना है लॉस्ट टाइम हुआ तो उस हिसाब से दे दिया आप बोलो तो मना कर दे है ना तो एनटीएल इससे अपने आप को हटा के थोड़ा सा बहुत सेफ प्ले करने की कोशिश कर रहा है इन्होंने कहा 1563 बच्चों का हम हटा देते हैं ग्रेस मार्क बाकी सब तो ठीक ही रहेगा ऑप्टिंग टू अपीयर फॉर दोस चूसिंग नॉट टू डू रीटेस्ट देर ओरिजिनल स्कोर कार्ड एक्सक्लूडिंग द ग्रेस मार्क विल बी रिमन वैलिड तो अगर जो बच्चे फिर से टेस्ट देना चाहते हैं वो फिर से टेस्ट दे दे जो बच्चे फिर से टेस्ट देना नहीं चाहते ग्रेस मार्क्स हटा के उनका जो भी स्कोर रहेगा वो उनका वैलिड स्कोर माना जाएगा इनका जो री नीट होने वाला है वो 1563 स्टूडेंट्स का 23 जून को होगा इनको ईमेल से बता दिया गया है जो भी रजिस्टर्ड ईमेल था उस ईमेल प भेज दिया गया है कि आपको भाई रीटेस्ट करना है या बिना ग्रेस का स्कोर आपका रखना है वो आप रख सकते हो और 30 जून को इसका रिजल्ट आ जाएगा अब इतना फास्ट करने की जरूरत क्यों है बिकॉज इनकी जो काउंसलिंग प्रोसेस है कॉलेजेस वगैरह की वो तो स्टार्ट करनी है लेकिन प्रॉब्लम एक और आती है आप काउंसलिंग स्टार्ट कर दोगे इनका रीट करवा दोगे लेकिन बाद में पता चला कि अगर पेपर लीक हुआ है तो फिर तो पूरी एग्जाम फिर से करानी पड़ेगी लेकिन एनटीएस कुछ भी नहीं हुआ है इस वजह से सुप्रीम कोर्ट ने कहा ठीक है काउंसलिंग प्रोसेस जो भी एडमिशन प्रोसेस है वो सब स्टार्ट कर दो इन बिटवीन सुप्रीम कोर्ट जो है आने वाली तारीख उन्होंने दे दी है 8 जुलाई 2024 सुप्रीम कोर्ट अनाउंस दैट द नेक्स्ट सेशन टू डिस्कस द ऑन द कैंसलेशन ऑफ नीट 2024 पीपर ली कंडन सब वज से विल बी हेल्ड ऑन 8थ ऑफ जुलाई 2024 मीन वाइल नीट 2024 काउंसिलिंग कैन प्रोसीड अकॉर्डिंग टू द प्लान शेड्यूल तो बाकी कहानी चलती रहेगी तो बेचारे नीट वाले बच्चों की जो इस बार के है थोड़ा सा मजदार में लटका दीया दिया गया है एक जगह पेपर लीक की बात एक जगह ग्रेस मार्क्स की बात एक जगह यू कैन से फ्रॉड की बात एग्जाम में फिर सुप्रीम कोर्ट का वर्डिक्ट रीटेस्ट करवा दो एंड इवेंचर एंड में बोला गया कि पेपर लीक का जो है वो बाद में देखा जाएगा अभी काउंसलिंग प्रोसेस चला दो आप काउंसलिंग प्रोसेस शुरू कर लोगे आप एग्जाम में चले जाओ आप कॉलेज में एडमिशन मिल जाएगा फिर अगर एग्जाम कैंसिल हो गई तो देर इज अ बिग प्रॉब्लम प्रॉब्लम तो है है ना प्रॉब्लम तो है लेकिन सॉल्यूशन इससे फास्ट और क्या हो सकता है आपके हिसाब से क्या हो सकता है क्या यह सही हो रहा है क्या यह गलत हो रहा है अगर गलत हो रहा है तो इसे सही कैसे किया जाना चाहिए और हमारे देश में ऐसे प्रॉब्लम्स को सॉल्व कैसे करना चाहिए यह मुझे आपको बताना इन द कमेंट सेक्शन छोटा सा टॉपिक था जल्दी खत्म भी हो गया एंड इस टॉपिक की ये जो पीपीटी है आपके लिए अगर चाहिए राइट पताही आपको कहां मिलती है इट इज ऑन द ग्रा चैनल ऑफ लीगल एज वहां पे आपको मिल जाएगी एंड यस आई थिंक दिस वाज इट फ्रॉम द एनटीएटी पर्सपेक्टिव कंट्रोवर्सीज क्या चल रहा है क्या नहीं गलत हुआ सही हुआ उसमें मैं ज्यादा जाना नहीं चाह रहा था जो चीज हुई है वो मैंने आपको प्रेजेंट करके बता दी है आपकी एग्जाम पर्सपेक्टिव से क्या जरूरी हो सकता है वो मैंने आपको बता दिया है स्टार्ट में जो जो चीजें याद रखनी है एनटीएस फंक्शन क्या है हेड क्वार्टर कहां पे है हेड कौन है क्या-क्या इनका मोटो क्या है देन इसका पर्पस क्या था राइट ये सारी चीजें अपन ने बता दी है सो दिस वाज इट फॉर टुडेज सेशन आई होप यू लाइक्ड इट आई होप यू एंजॉयड इट थैंक यू सो मच स्टे सेव सी यू इन द नेक्स्ट सेशन