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बिजनेस एनवायरनमेंट की समझ और महत्व

May 23, 2025

विश्वास पैच: चैप्टर 3 - बिजनेस एनवायरनमेंट

परिचय

  • विश्वास पैच का चैप्टर 3: बिजनेस एंड एनवायरनमेंट
  • पहले के चैप्टर 1 और 2 देखने की सलाह

बिजनेस एनवायरनमेंट क्या है?

  • बिजनेस एनवायरनमेंट: बिजनेस के आसपास की चीजें जो इसे प्रभावित करती हैं

  • इंटरनल एनवायरनमेंट

    • संगठनों के भीतर का वातावरण
    • नियंत्रण में होता है, जैसे कर्मचारी, सप्लायर
  • एक्सटर्नल एनवायरनमेंट

    • बिजनेस के नियंत्रण के बाहर की चीजें
    • सरकारी नीतियां, प्रतियोगिता, इत्यादि

एनवायरमेंटल स्कैनिंग

  • बाहरी फोर्सेस और फैक्टर्स को समझने की प्रक्रिया
  • बिजनेस पे पड़ने वाले असर की भविष्यवाणी करने के लिए महत्वपूर्ण

बिजनेस एनवायरनमेंट के फीचर्स

  • एक्सटर्नल फोर्सेस: सरकार, आर्थिक स्थिति, टेक्नोलॉजी आदि
  • इंटर-रिलेटेड फैक्टर्स: फैशन, टेक्नोलॉजी आदि एक दूसरे पर निर्भर
  • अनिश्चितता: बदलाव का समय या आकार अज्ञात होता है
  • डायनेमिक नेचर: लगातार बदलाव होता रहता है
  • कॉम्प्लेक्सिटी: फैक्टर्स में जटिलता, इफेक्ट को समझना मुश्किल
  • रिलेटिविटी: अलग-अलग स्थानों पर अलग होता है

बिजनेस एनवायरनमेंट को समझने का महत्व

  • अवसर और खतरे: एनालिसिस से मौके और खतरों का पता चलता है
  • रिसोर्सेस: महत्वपूर्ण संसाधनों की पहचान
  • बदलाव के साथ एडजस्टमेंट: तेजी से बदलते एनवायरनमेंट के साथ तालमेल
  • कस्टमर फोकस: बदलते टेस्ट और प्रेफरेंस को समझना

एलपीजी पॉलिसी

  • लिबरलाइजेशन, प्राइवेटाइजेशन, ग्लोबलाइजेशन (एलपीजी) पॉलिसी 1991
  • इकोनॉमिक्स बदलाव: Ekonomy को ओपन करके विदेशी निवेश को प्रोत्साहन
  • व्यापार पे असर: अधिक प्रतियोगिता, मांग परिवर्तन, नई टेक्नोलॉजी का आगमन

नोटबंदी (डिमॉनेटाइजेशन) 2016

  • ₹500 और ₹1000 के नोटों का प्रचलन बंद
  • उद्देश्य: ब्लैक मनी पर नियंत्रण, कैशलेस ट्रांजैक्शन को प्रोत्साहन

निष्कर्ष

  • बिजनेस एनवायरनमेंट की समझ आवश्यक है
  • इसके बदलावों के साथ तालमेल बैठाना महत्वपूर्ण है
  • अधिक जानकारी और प्रश्नों की प्रैक्टिस के लिए ऐप पर उपलब्ध सामग्री को देखें।