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भारत की आज़ादी से पहले की गाथा

Mar 14, 2025

आज़ादी से पहले की कहानी

3 जून 1947 - ऐतिहासिक दिन

  • भारत के विभाजन को लेकर चर्चा
  • वॉइस रॉय लुई माउंट बैटन का आगमन
  • जवाहरलाल नेहरू और मोहम्मद अली जिन्ना की उपस्थिति

माउंट बैटन का प्लान

  • भारत का विभाजन: दो देश
    • हिंदुस्तान और पाकिस्तान
  • विभाजन के पीछे का कारण: सांप्रदायिक तनाव
  • 15 अगस्त 1947 को आज़ादी का ऐलान

रियासतों की स्थिति

  • 565 रियासतें भारत में मौजूद थीं
  • रजवाड़ों की स्वतंत्रता का मुद्दा
    • पैरामाउंट सी का अंत
  • विभिन्न रियासतों पर खुद की फौज और कानून

जिन्ना और रियासतों के बारे में

  • जिन्ना ने रियासतों को पाकिस्तान से जोड़ने के लिए प्रयास किए
  • रियासतों में बगावत के लिए उकसाने का प्रयास

माउंट बैटन की रणनीति

  • रियासतों का भारत में विलय
  • वीपी मेनन की महत्वपूर्ण भूमिका
    • माउंट बैटन और पटेल के बीच मध्यस्थता

जोधपुर का निर्णय

  • महाराजा हनुमंत सिंह का रुख
  • जिन्ना के साथ मीटिंग
  • भारत में शामिल होने के लिए अंतिम निर्णय
    • 11 अगस्त 1947 को इंस्ट्रूमेंट ऑफ एक्सेशन पर दस्तखत

आज़ादी की चुनौतियां

  • सांप्रदायिक हिंसा बढ़ रही थी
  • रियासतों का भारत में समामेलन एक बड़ी चुनौती
  • जोधपुर, हैदराबाद, भोपाल की स्थिति

निष्कर्ष

  • आज़ादी से पहले का समय भारत के लिए निर्णायक था
  • रियासतों के विलय से भारत की एकता को खतरा
  • महाराजा हनुमंत सिंह का भारत में शामिल होने का निर्णय

महत्वपूर्ण व्यक्तित्व

  • लुई माउंट बैटन, जवाहरलाल नेहरू, मोहम्मद अली जिन्ना, सरदार पटेल, वीपी मेनन
  • रजवाड़ों का विरोध और विलय की कहानी