3D और 4D के तत्वों का अध्ययन

Aug 7, 2024

3D और 4D के तत्वों की चर्चा

3D सीरीज के तत्व

  • 3D सब सेट में अंतिम इलेक्ट्रॉन जाकर भरता है।
  • सभी तत्व 3D सब सेट में जाते हैं।
  • जो रंग दिखाई देता है, वह उसके कॉम्प्लीमेंटरी रंग के अवशोषण के कारण होता है।

लास्ट इलेक्ट्रॉन और रिएक्शन

  • जब हम बाएँ से दाएँ जाते हैं, तो आकार घटता है।
  • इस आकार की कमी को "कॉन्ट्रक्शन" कहा जाता है।
  • अत्यधिक रिड्यूस करने वाला तत्व ऑक्सीडेंट की तरह कार्य करता है।
  • उदाहरण:
    • KmnO4 का H+ में रिएक्शन।

डी और एफ ब्लॉक के तत्व

  • D ब्लॉक के तत्व इलेक्ट्रो पॉजिटिव होते हैं।
  • सभी D और F ब्लॉक के तत्व मेटल्स होते हैं।
  • ग्रुप नंबर 3 से 12 तक D ब्लॉक के तत्व शामिल होते हैं।
  • फर्स्ट से लेकर लास्ट ग्रुप तक के सभी तत्व मेटल्स होते हैं।

लैंथेनाइड और एक्टिनाइड सीरीज

  • लैंथेनाइड सीरीज में 4F इलेक्ट्रॉन होते हैं।
  • एक्टिनाइड सीरीज में 5F इलेक्ट्रॉन होते हैं।
  • लैंथेनाइड और एक्टिनाइड में आकार की कमी होती है।

ऑक्सीडेशन स्टेट

  • सीरियम +4 ऑक्सीडेशन स्टेट पर रहता है।
  • एक्टिनाइड्स में आमतौर पर +3 ऑक्सीडेशन स्टेट होता है।

मैग्नेटिक प्रॉपर्टीज़

  • इनकी मैग्नेटिक प्रॉपर्टी अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉनों की मौजूदगी पर निर्भर करती है।
  • पैरामैग्नेटिक तत्वों में अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन होते हैं।
  • डायमैग्नेटिक तत्वों में अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन नहीं होते हैं।

रंग और ट्रांजिशन

  • रंग मुख्यतः डीडी ट्रांजिशन द्वारा उत्पन्न होते हैं।
  • F इलेक्ट्रॉन ट्रांजिशन से भी रंग उत्पन्न हो सकते हैं।

उपयोग

  • लैंथेनाइड्स का उपयोग स्टील बनाने में होता है।
  • एक्टिनाइड्स का उपयोग परमाणु ऊर्जा में किया जाता है।

निष्कर्ष

  • D और F ब्लॉक के तत्वों में कई महत्वपूर्ण रासायनिक गुण होते हैं।
  • इनके ऑक्सीडेशन स्टेट और मैग्नेटिक प्रॉपर्टीज़ अध्ययन के लिए महत्वपूर्ण हैं।
  • इनका उपयोग औद्योगिक और वैज्ञानिक क्षेत्रों में किया जाता है।

यह नोट्स आपके अध्ययन में सहायक होंगे।
सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं को ध्यान में रखें।
रिवीजन करते रहें!