3d सीरीज के अगर ये मेंबर हैं तो निश्चित रूप से मेंबर इसलिए हैं क्योंकि इनके इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन में जो लास्ट इलेक्ट्रॉन होगा वो 3d के अंदर जा रहा होगा 3d सब सेल के अंदर जा रहा होगा कोई भी कंपाउंड या कोई भी जो कलर आपको आपके सामने दिख रहा है वो उसका उसने कंप्लीमेंट्री कलर एब्जॉर्ब कर रखा है तभी वो कलर आपको दिख रहा है जब हम लेफ्ट से राइट जाते हैं तो साइज घटती जाती है और इस साइज के घटने को कंट्रक्शन कहते हैं जो खुद को रिड्यूस बहुत ज्यादा करेगा वो दूसरे को बहुत ऑक्सीडेंट ऑक्सीडेंट है केम no4 इन h प्लस अब ये लाइन अगर कोई डायरेक्ट चिपका दे कि सीरियम प्लस 4 इज एन ऑक्सीडेंट फिर आप पागल हो जाते हो कैसा मास्टर है रटवा र है जो लिखा हुआ है अब बताओ हेलो स्टूडेंट्स कैसे हैं आप सभी लोग आई होप आप सभी अच्छे होंगे आप सभी का स्वागत है इस लक्ष जेई के youtube1 पे आज मैं आपको इऑर्टिक केमिस्ट्री का एक चैप्टर डी एंड ए ब्लॉक पढ़ा ने वाला हूं इनका भैया यह समझ लीजिए कि बहुत ही क्रिस कंसाइनर अप्रोच यहां पर मिलने वाला है बहुत सारी ऐसी रिएक्शंस होंगी जिसको आप शायद आज तक रट्टा मारते रहे होंगे आज आपको वो सब चीजें समझा दी जाएंगी आपके सर दर्द परेशानी और समस्याएं आपके जीवन से हट जाएंगी इस चैप्टर में जो आ रही होंगे निश्चित रूप से ठीक है जी कंप्लीट चैप्टर आज हमारा टारगेट है हम आपके सामने प्रस्तुत कर रहे हैं देखिए कौन है भैया इनको पहचानते हैं क्या सर इनको हम बखूबी पहचानते हैं इनका नाम नाम भी जानते हैं क्या नाम है भैया इनका अरे सर ये तो पीरियोडिक टेबल है काहे मजाक कर रहे हैं हां भैया जी वही है पीरियोडिक टेबल है और इसी के बारे में इऑर्टिक केमिस्ट्री में हमें पढ़ना होता है हमें पता है कि ये जो दो लोग दिख रहे हैं भैया है ना जी ये क्या है भैया एस ब्लॉक के लोग हैं ये किनारे वाले इधर से इधर वाले सारे पी ब्लॉक के हैं बीच में आते हैं ये वाइट कलर से जो लिखे गए हैं वो डी ब्लॉक वाले हैं और जिनको धक्के मारकर वापस बाहर निकाल दिया गया ये सारे के सारे 28 एलिमेंट एफ ब्लॉक के कहलाते हैं हमें जो पढ़ाई करनी है लिखाई करनी है वो इन डी ब्लॉक और एफ ब्लॉक के बारे में बात करनी है जानना है देखिए भैया पूरा डी और पूरे एफ ब्लॉक में जितने भी एलिमेंट्स मौजूद हैं उन सारे एलिमेंट्स को आप कहेंगे कि भैया ये मेटल का बिहेवियर रखते हैं इनके अंदर क्या होता है मेटल का बिहेवियर होता है और मेटल का बिहेवियर क्या होता है वो खुद को इलेक्ट्रो पॉजिटिव रखना चाहते हैं मेटल का अपना कैरेक्टर है वो इलेक्ट्रॉन देकर के अपनी खोपड़ी पर पॉजिटिव चार्ज बनाना पसंद करता है इसी को मेटलिक कैरेक्टर कहते हैं तो कुल मिला के बताना ये है कि डी एंड एफ ब्लॉक में सारे के सारे मेटल्स होते हैं तो मेटल की जितनी भी प्रॉपर्टीज आपने आज तक पढ़ी होगी कि चमकदार होते हैं सॉफ्ट होते हैं वह सब यहां पे थोड़ा लागू हो जाएंगे ठीक है जी आइए बाकी बातचीत किस पे करनी है ग्रुप नंबर पीरियड एंड एटॉमिक नंबर किससे रिलेटेड पढ़ना है डी एंड एफ ब्लॉक से रिलेटेड पढ़ना है तो चलिए देखते हैं अगर मैं बात करूं यहां डी ब्लॉक की शुरुआत यहां स्कैंडियम से हो रही है वहां जिंक तक जाएंगे ट्रियन से जाएंगे कैडमियम तक लैंथम से जाएंगे एज तक फिर यहां पर एक्टिनियम है और वहां पर यय बी है अच्छा जी समझिए ध्यान से इनके ग्रुप नंबर लिखना है तो हमें पता है कि अगर यहां से लिखना शुरू करें तो इसको कहते हैं फर्स्ट इसको कहते हैं सेकंड ग्रुप ये भाई साहब है थर्ड फोर्थ फिफ्थ सिक्स्थ सेवंथ एथ नाइन 10 11 12 तो कोई अगर पूछे आपसे कि कोई ग्रुप नंबर बताओ भैया कहां से कहां तक होता है डी ब्लॉक का तो बता ले जाएंगे बोलो रे बालक डी ब्लॉक से रिलेटेड कोई पूछे तो आप कहेंगे कि यस जनाब एकदम निश्चित रूप से बता ले जाएंगे ग्रुप नंबर थ्री से यह ध्यान लिख लीजिएगा थ्री से लेकर 12 तक तीन से लेकर के 12 तक के जो ग्रुप नंबर हैं वो डी ब्लॉक के एलिमेंट्स के अंदर कंसीडर किए जाते हैं अब बात कर लेते हैं एफ ब्लॉक की तो एफ ब्लॉक का थोड़ा खेला समझना पड़ेगा नहीं तो आपको यह रटना पड़ जाएगा आप भी सोचेंगे कि ये क्या पढ़ाया जा रहा है ठीक है जी समझिए पहले इसका खेला समझते हैं वो कहां रहता है चलिए जी देखो भैया ये जो आपका सीरियम से लेकर के लटेश तक है ध्यान दीजिए सीरियम से लेकर के लटेश तक है इनको बोला जाता है लैंथेनाइड क्या लैंथेनाइड कभी-कभी एओ आईडी लिखा हो वो भी सही है और ये भी सही है गलत कुछ भी नहीं है ठीक है जी हां दो तरीके से लिखा जाता है इसको लैंथेनाइड इसको बोलते हैं लैंथेनाइड सीरीज क्या बोलते हैं लैंथेनाइड सीरीज नीचे वाले को बोलते हैं एक्टिनाइड सीरीज क्या बोलते हैं नीचे वाले को नीचे वाले को एक्टनाइड सीरीज तो यहां पर टीए से लेकर के एल आर तक जो 14 एलिमेंट्स है उनको नाम दिया गया एक्टिनाइड सीरीज और इनको दिया गया नाम लैंथेनाइड सीरीज अब आपके मन में प्रश्न गुंज रहा होगा कि सर क्यों दिया गया आपके मन में आया और आपने बता दिया ऐसा थोड़ी ना चलेगा जी सुनिए बालक ध्यान से सीरियम का जो लीडर है वो है लैंथम क्या बात कर रहे हैं सीरियम का लीडर है लैंथम और सीरियम से मतलब आगे पढ़ता है लैंथम उसके हिसाब से इनका नाम बनता है सर समझ में नहीं आया समझाता हूं ऐसी कोई चीज यहां पढ़ाई ही नहीं जाएगी जो आपको समझ में ना आए ठीक है जी तो यहां पर मैं किनारे लिख रहा हूं कृपया ध्यान दीजिएगा लैंथम लिखूंगा एल ए और एचएफ एल ए एचएफ ध्यान दीजिएगा भैया हां एल ए और एचएफ में कौन आता है देखिएगा सीरियम से लेकर के ये सीरियम लिखा है भैया बर्दाश्त कर लेना है ना थोड़ा गड़बड़ लग रहा है मुझे भी देखने पे अजीब लग रहा है जी है ना देखिए तो सीरियम से लेकर के लटेश तक के लोग सीरियम से लेकर के लटेश तक ध्यान से सुनिए लैंथेनाइड का पूरा ये 14 एलिमेंट का पूरा बेल्ट कहां होता है भैया लैंथम एंड हाफ नियम के बीच में होता है तो ये ध्यान रखिएगा इनके बीच में ये 14 एलिमेंट्स आते हैं और इन्हीं को धक्के मार कर के इनके बीच से बाहर फेंक दिया गया है कृपया ध्यान दें लैंथम एंड हाफ नियम के बीच में 14 एलिमेंट्स आते हैं और इन 14 एलिमेंट्स को एक साथ लैंथेनाइड सीरीज कहते हैं और उनको हम नीचे यहां शो करते हैं अच्छा सर समझ में आया अब ये टीटीएच से लेकर के एलआर की बात करें तो वो एक्टिनियम से लेकर के रदरफोर्ड नियम आरएफ के बीच में आते हैं कौन से लोग टीएस से लेकर के एलआर तक तो ये बात भी लिख लेते हैं ये बात भी काम की लग रही है ना आइए देखते हैं धीरे-धीरे सब याद हो जाएगा ज्यादा रट्टेड जीी की जरूरत यहां पे नहीं पड़ेगी सिंपली आप समझ जाएंगे देखिएगा एक्टिनियम से लेकर के रदरफोर्ड नियम के बीच में थोरियम से लेकर के लोरेंस एम तक आता है तो यहां पर हम लिख देते हैं टी एच से लेकर के एल आर तक आता है क्या बात समझ में आई कि भैया इन्हीं को तो निकाल के बाहर कर दिया गया देखो इनको निकाल के बाहर कर दिया गया लैंथेनाइड सीरीज बोला गया इनको निका के बाहर किया गया इनका नाम एक्टिनाइड सीरीज रख दिया मैंने क्या बोला था इनके लीडर का नाम एक्टिनियम है और इनके लीडर का नाम लैंथम है जो लीडर होता है वो आगे खड़ा है ऐसे समझिए कि जैसे यहां लैंथम खड़ा है और लैंथम के पीछे 14 एलिमेंट्स खड़े हैं क्या लैंथम के पीछे 14 एलिमेंट्स खड़े हैं तो उन 14 एलिमेंट्स को दिखाएं कैसे इसलिए उसको निकाल कर के बाहर रखा गया है तो ध्यान रखिएगा कि जो कोई भी ध्यान से सुन लीजिए अगर हम कहें कि भैया यहां सीरियम से लेकर के लटेश तक के जो 14 एलिमेंट्स हैं लैंथेनाइड सीरीज वाले इनके लिए ग्रुप नंबर बताइए इनके लिए पीरियड नंबर बताइए तो आप बताइएगा लैंथम का क्योंकि इनका लीडर का जो बिहेवियर है वही इनके लिए बोला जाएगा खोपड़ी में यही बात रखनी है क्या ध्यान रहेगा यस सर ध्यान रहेगा तो मैं क्या बोल रहा था कि बताइए एफ ब्लॉक के लिए कौन सा ग्रुप नंबर लिखा जाए बताइए बताइए बोलो बोलो बोलो सर ये देखिए लैंथम इज द लीडर ऑफ लैंथेनाइड सीरीज एंड एक्टिनियम इज द लीडर ऑफ एक्टनाइड सीरीज और लैंथम एंड एक्टिनियम ये दोनों रहते हैं ग्रुप नंबर थ्री में इसलिए ए ब्लॉक के जितने भी एलिमेंट हैं वो थर्ड ग्रुप में रहते हैं कृपया एक बार यह बात देख ले कृपया यह बार एक बात यह बात एक बार देख लें कि भैया जी आपको समझ में आया क्या कि ये दोनों देखो सीरियम से लेकर के लटेश और लैंथम इन सबके लिए आप बोलेंगे कि कहां का है भैया थर्ड ग्रुप का एक्टिनियम टीए से लेकर एलआर तक ये सारे कहां पे आते हैं थर्ड ग्रुप में तो एफ ब्लॉक के जितने एलिमेंट हैं 28 के 28 एलिमेंट वो कहां गिने जाते हैं थर्ड ग्रुप के गिने जाते हैं आप समझ में आ गया ग्रुप क्या होता है यस समझ में आया अब बात करते हैं पीरियड नंबर की ठीक है जी पीरियड नंबर कैसे कहते हैं देखो पीरियड नंबर वन में क्या है हाइड्रोजन और हीलियम ये तो आता ही होगा तो इस हिसाब से ये वन 2 3 4 फ ध्यान से सुनिए ये देखो सिक्स तो अगर कोई पूछे कि लैंथेनाइड सीरीज के लिए अगर कोई पूछे कि लैंथेनाइड सीरीज के लिए पीरियड नंबर क्या होगा क्या बताए बताइए लैंथेनाइड सीरीज के लिए पीरियड नंबर क्या होगा क्या बताएंगे और इसी तरीके से एक्टिनाइड सीरीज के लिए पीरियड नंबर क्या होगा बताइए चलिए बताइए चलिए बताइए भैया इस बात को सोचिए सोचिए सर सोचने की कोई बात ही नहीं है जब लैंथम जो कह रहा है वही बात हम यहां मान लेंगे लैंथम खुद कहां पर है भैया जी हम देखें तो सिक्स्थ सिक्स्थ पीरियड में लैंथम सिक्स्थ पीरियड में है इसीलिए ये भी सिक्स्थ पीरियड का माना जाएगा ये भी सिक्स पीरियड का माना जाएगा लैंथेनाइड पूरी पूरी पूरी सीरीज एक्टिनियम कहां पे सेवंथ में आता है सेवंथ पीरियड नंबर में है तो ध्यान दीजिए ये सेवंथ हो जाएगा समझ में आया तो नीचे वाले एक्टिनाइड सीरीज का जो पीरियड नंबर है दैट इज सेवंथ ऊपर वाले का सिक्स्थ होगा क्लियर है मामला यस तो शायद एफ ब्लॉक के लिए पीरियड नंबर ग्रुप नंबर क्लियर है अभी हमें बात करनी है डी ब्लॉक के पीरियड नंबर की उसको एक बार देख लेते हैं उनके सीरीज का नाम होता है वो हमें जानना जरूरी है सुनिए भैया नाम लिखा जाता है 3d सीरीज पहले सीरीज को नाम दिया गया 3डी सीरीज दूसरे को नाम दिया गया है 4d सीरीज ठीक है अगले वाले को नाम दिया गया है फडी सीरीज बस लिखने दीजिए बाकी काम हो जाएगा इसके बाद है सडी सीरीज सडी सी क्या यह बात समझ में आई देखना भैया यह स्कैंडियम से लेकर के जिंक तक यह 10 एलिमेंट को हम डी सीरीज कहते हैं तो स्कैंडियम से लेकर के जो जिंक तक की दुनिया है उसको हम क्या कहते हैं भैया उसको हम 3d सीरीज कहते हैं ट्रियन से लेकर के कैडमियम तक ट्रियन से लेकर के कैडमियम तक के लोग अरे भैया 4d सीरीज के होते हैं लैंथम से लेकर के एज तक के लोग लैंथम से लेकर के एज तक के ये लोग भैया कहां कहलाते हैं 5d सीरीज के कहलाते हैं लेकिन आप कंफ्यूज हो जाएंगे इसलिए मैं थोड़ा सा यहां पे करेक्शन करूंगा आपको लगेगा कि यह सारे के सारे 14 एमेंट्स भी यहां लिख दिए जाए नहीं इसलिए कैसे लिखा जाएगा वो सुनिए आप लिखिए लेंथ नम इसके बाद लिखिए हाफ नियम ठीक है तो लैंथम और हाफ नियम और इसके बाद हाफ नियम के बाद आने वाले जितने हैं ये 10 एलिमेंट जो है कहां पे आएंगे फडी सीरीज में 6 डी सीरीज की बात करें तो एक्टिनियम आएगा आरएफ आएगा और आरएफ से लेकर आरएफ से लेकर के यय बी तक यय बी तक इनके आईयूपीएसी नाम होते है ना तो यहां तक के लोग फडी सीरी ससडी सीरीज के मेंबर कहलाते हैं क्या देखिए इतनी बात समझ में आई अरे देखो पहले समझ में आया क्या बोलो रे बालक बात समझ में आई यस अब शायद आपकी खोपड़ यों में बात गई हो अगर मैं आपसे इनका पीरियड नंबर पूछूं क्या बताएंगे आप चलिए बताइए इनका पीरियड नंबर बताइए इनका पीरियड 3डी सीरीज का पीरियड नंबर क्या होगा सर इस ये तो देखिए स्कैंडियम से लेकर जिंक तक का तो ये फोर्थ पीरियड में आता है ये फिफ्थ पीरियड में है ये सिक्स्थ पीरियड में है ये सेवंथ पीरियड में है तो ये बात समझ में आ गई 3डी सीरीज का कोई पूछे पीरियड नंबर क्या है अरे जल्दी बोलो भैया इनके लिए पीरियड नंबर क्या है सर फोर्थ है तो ध्यान रखिएगा यहां पर मैं इनके पीरियड नंबर भी लिख दे रहा हूं कंफ्यूजन खोपड़ी में ना हो इसलिए इसको इसी तरीके से पढ़िए अगर 3d सीरीज का कोई पीरियड नंबर पूछे तो कहिए फोर होगा फाइव फडी सीरीज का फाइव होगा इसका सिक्स होगा और इसका सेवन होगा पीरियड नंबर क्या आपको समझ में आया यस सर एलिमेंट समझ में आ गए अब थोड़ा सा ना एटॉमिक नंबर का डिस्ट्रीब्यूशन समझ लीजिए कि वह किस तरीके से लिखा जाता है एटॉमिक नंबर यहां पे देख देखिएगा स्कैंडियम का कितना आता है तो आप पता करिए स्कैंडियम से जस्ट पहले कौन सा इनर्ट गैस आता है तो आप देखेंगे यहां पर आर्गन आता है और अगर आपको ये याद हो कि इनका एटॉमिक नंबर हीलियम का होता है दो नियन का होता है 10 आर्गन का 18 ये आता है कि नहीं आता भैया 36 इसका होता है 54 इसका हो जाएगा 86 इसका 118 ये आपको आना जरूरी है ठीक है ये सब पीरियोडिक टेबल में पढ़ाया जाता है आपको याद करवाया जाता है बल्कि कहूं सही तरीके से तो अब देखिए स्कैंडियम से जस्ट पहले कौन आया आर्गन एज अ इनर्ट गैस 18 18 के बाद ये 19 ये 20 और ये क्या हो जाएगा 21 तो स्कैंडियम का हो जाएगा भैया 21 21 से लेकर के जिंक तक जाए तो 30 लिखेंगे है ना जी यस अब देखिए 21 में 18 जोड़ दीजिए हम 18 जोड़ते थे ना यहां कितना हो जाएगा 39 या एक काम करिए ये जो नीचे वाला है 36 यहां से फिर से गिन लीजिए 36 के बाद 37 38 309 अच्छा द ये 39 हो जाएगा इसका कितना होगा 48 या डायरेक्ट 18 जोड़ दीजिए जुड़ गया क्या एक बार देख लीजिए खोपड़ी में ये बातें आ रही है क्या समझो समझो लैंथम में कितना आएगा जी इसमें 18 जोड़िए तो यहां पर आएगा 57 लैंथम का आएगा 57 हाफ नियम का कितना आएगा चलिए बताइए सोचिए सर हाफ नियम का तो सर 14 एलिमेंट्स बीच में है ये देखिए 14 एलिमेंट्स बीच में है तो उसके हिसाब से लिखना पड़ेगा तो इसका मतलब लैंथम का आपने कहा ये 57 है तो सीरियम का कितना होगा 58 तो ल्यूशियस का कितना होगा कैसे आ रहा है ये सब पता चल रहा है रट्टोक प्राणी लोग अगर यह नालायक 57 है तो यह 58 होगा ये 59 ये कितना हो जाएगा 60 61 ऐसे करते हुए आप आएंगे तो आपको लटेश का 71 मिलेगा किसका लटेश का तो देखो यहां पे समझना ये 57 ये 58 इसका 71 इसका 71 तो हाफ नियम का कितना होगा 72 अब अगर कोई पूछे कि आपने यहां 57 से डायरेक्ट 72 क्यों लिखा तो आप कहिए कि की बीच में 14 एलिमेंट्स आते हैं जिनको हम लैंथेनाइड सीरीज के नाम से जानते हैं क्या इतनी बात खोपड़ी में उतरी हां सर उतरी अब देखिए भैया यहां से देखना अब 72 इसका हो गया तो आप ऐसे करिए 72 73 74 75 करते हुए आएंगे एज में आएगा 80 अगर डायरेक्ट लिखना हो तो आप लिख सकते हैं कि देखो भैया 48 में 32 जोड़ दो यहां आप 32 जोड़ो 32 क्यों जोड़ा गया आप वो भी समझ सकते हो देखो भाई यहां से यहां जोड़ने में 18 जोड़ा हमने लेकिन 18 के बाद 14 एलिमेंट्स और 18 के बाद 14 एलिमेंट्स और तो जोड़ कर के देखेंगे तो 32 ऐड करना पड़ता है अच्छा जी इसी तरीके से कृपया ध्यान देंगे रट्टेड नियम का आप बताइए कितना होगा चलिए चलिए बताइए एक्टिनियम का कितना होगा आप कहेंगे 57 में सर 32 जोड़ेंगे तो 89 आएगा एकदम सही बोल रहे हैं आप 89 किसका आएगा एक्टिनियम का 89 आएगा और एक्टिनियम के बाद थोरियम आता है तो थोरियम का कितना आएगा 90 आएगा देखिए एक्टिनियम का कितना बताया गया भैया अभी अभी बताया मैंने कहां बताया ये रहा एक्टिनियम का 89 तो थोरियम का कितना होगा सर थोरियम का इसके बाद तो 90 होना चाहिए एकदम सही अब बताइए लॉरेंशियम का कितना होगा लॉरेंशियम का तो देखिए कैसे आएगा 90 91 92 93 ऐसे गिनते हुए आइएगा तो लॉरेंशियम का 103 आएगा 103 तो यहां रदरफोर्ड नियम का 104 आएगा कृपया इस तरीके से निकाल के सीखिए पहले यह बात समझ में आई इसी तरीके से यह बातें खोपड़ी में जा सकती है ये इजस्ट वे है भाई जिससे हम लर्न कर सकते हैं सीख सकते हैं तो आपको समझ में आया कि किस तरीके से एटॉमिक नंबर का डिस्ट्रीब्यूशन है आपने पढ़ा कि लैंथम का होता है भैया जी 57 और लास्ट आता है यहां पे 80 यहां 89 और इसका देखिएगा इसका तो यहां पे 112 आएगा है ना क्योंकि देखिए 104 यहां पे आ जाएगा 104 5 6 7 8 9 10 11 12 तो इसका आ जाएगा 112 तो इस तरीके से डी ब्लॉक के आपको ग्रुप नंबर पीरियड नंबर और उनका नाम क्या जैसे सीरीज का नाम क्या है ये सब आ चुका है अब मुझे बस एक चीज और बतानी है दैट इज कि ये जो लैंथेनाइड सीरीज है इनको हम कहते हैं 4f सीरीज क्या कहते हैं इसको इसको हम कहते हैं 4f सीरीज अच्छा एक्टिनाइड को क्या कहते हैं 5f सीरीज देख लीजिए लैंथेनाइड को कहते हैं 4f सीरीज एक्टिनाइड को कहते हैं 5f सीरीज ध्यान दीजिएगा इसको याद कर लीजिए कि भैया जी 4f सीरीज से शुरुआत होती है भैया किसी भी f में अगर एलिमेंट आता तो एफ सब सेल पहली बार जब एंट्री लेता है इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन में तो वो 4f के रूप में आता है डी जब पहली बार एंट्री लेता है तो वो 3d के रूप में एंट्री लेता है ठीक है जी तो ये शायद बेसिक बातें क्लियर हुई हो इसी पर बेस्ड आगे की पूरी कहानी है प्यार से इसलिए ये सिखाया जाता है वक्त दे कर के सिखाया जाता है तो इनको आप जानते हैं आप बताने की जरूरत नहीं इनको कहते हैं 3डी सीरीज आप नोट कर लीजिए देख लीजिए पहले ये याद होना जरूरी है मैं याद कराने के लिए लाया हूं भैया क्या साइंस टीचर वेरी क्रुएल मागे फीस कॉपी नेहा कक्कड़ जिंदाबाद इस तरीके से याद कर लीजिए खोपड़ी में बात आनी चाहिए नेहा कक्कड़ जिंदाबाद हैना कुछ कहानी ऐसी है कि एक बच्चा है क्लास में वो सो रहा था लेकिन माता जो माता जी नहीं भैया मैम है हमारी क्लास में वो क्या मांग रहे हैं फीस और कॉपी उनके पास पहुंची लेकिन उसके दिमाग में गाना बज रहा था किसके नेहा कक्कड़ के तो उसको जगाया तो जगते ही उसने बोला नेहा कक्कड़ जिंदाबाद है ना जी क्लास को चौकाने का एक एक नालायक प्राणी रहा होगा कोई क्लास में ठीक है जी कुल मिला के याद होना जरूरी है अगर किसी तरीके से आपको और याद है तो याद वही रखिए जो आपको आता है ठीक है जी नया बदलने की जरूरत नहीं होती यहां देखिए इसको इस तरीके से भी याद करिए ये क्या हो जाएगा सकीला एसी में रहती है सकीला एसी में रहती है और टीना जी जो है दौड़ती है तो वो क्या कर रही है हाफ रही है टीना जोर-जोर से हाफ रही है वो नवाब था क्राइंग मोटी वाइफ मन तक रेखा या अगला हो जाएगा भैया देख लीजिए ये क्या है फिर रोया ओसामा कौन रहेगा ईरान में नहीं पढ़ोगे तो पीटो ग क्यों आगे आऊं जिंदगी कैडबरी हो गई है इस तरीके से भी याद करना है और इस तरीके से भी याद करना है तभी आप डी ब्लॉक पर कमांड बना पाएंगे अदर वाइज यही कंफ्यूज रहेंगे कौन सा एलिमेंट किस सीरीज में आता है अक्सर खोपड़ी में यही बात नहीं आती है ठीक है तो इस तरीके से याद हुआ अब सुनिए ये याद करो यारी जरा निभाना नोट करिए यारी जरा निभाना मौत तक रुकावट राह पड़ेगी आग कूदो ठीक है जी अगला सुनिए लाह हता ला हफ्ता हफ्ता वसूली चल रहा है ला हफ्ता वरना रे ओसामा इधर पिटाई और होगी तो इस तरीके से आपको पूरी की पूरी 3डी सीरीज आनी चाहिए पूरी की पूरी 4d सीरीज आनी चाहिए पूरी की पूरी फडी सीरीज आनी चाहिए और ससडी में बस इन्हीं दो की जरूरत होती है ठीक है इतनी बात समझ में आ गई शायद खो पड़ियो में ये बात उतर गई हो अब समझिए कि इनमें जो कॉपर है कृपया ध्यान दीजिए कॉपर जीी और एय इनके जो है कॉइंस बनते हैं इसलिए हम इनको क्या कहते हैं कॉइंस मेटल्स कहते हैं इन तीनों को कॉइंस मेटल्स कहते हैं क्योंकि कॉपर के पहले जमाने में क्या बना करते थे क्या बनते थे भैया कॉइन एजी के भी सिल्वर के भी बनते थे गोल्ड के भी बनते थे अभी जैसे दिवाली वाला पीरियड था उसमें भी एी एंड एयू जो भी क्षमता है लोगों की उस हिसाब से क्या करते हैं कॉइंस बनवाते हैं क्लियर है जी तो इनको क्या कहते हैं कॉइंस मेटल्स कहते हैं अब हमें इनके इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन को समझना है इलेक्ट्रॉनिक कन्फेशन बहुत ही कन्फ्यूजिंग होता है बच्चे रट्टा मारते हैं इस तरीके से कि उनको भैया हमेशा भूला रहता है मैं आपको दावे के साथ कह रहा हूं अगले 10 मिनट में आप केवल दिल आत्मा दिमाग यहां लगा के रखिएगा आपको कभी जीवन में कंफ्यूजन होगा ही नहीं पहले मेरे साथ एक दोहा दोहराए क्या दोहराए भैया क्यों आगे आऊं पिटाई करोगे हुआ क्या पापा ने बुलाया बेटा इधर आ जाऊ अब गुस्से में बुलाया होगा तो उसको लग रहा है बच्चे को कि भैया मारेंगे तो क्यों आगे आऊं पिटाई करोगे फिर पापा ने बो बुलाया तो प्यार से वो समझा रहे थे कि नवाब जादे मौत रुकावट राह पड़ेगी मतलब वो कुल मिला के ये कहना चाह रहे थे बेटा दर्द दुख समस्या परेशानी ये आती रहती है और जिंदगी भर आती रहेंगी जब तक इंसान का मौत नहीं होता तब तक ये आती रहती है तो याद करिए क्यों आगे आऊं याद करिए जितना बोल रहा हूं क्यों आगे आऊं पिटाई करोगे नवाबजादे मौत रुकावट राह पड़ेगी तो ये जो आपको 10 लोग दिख रहे हैं शायद एक दोती च पा 6 सा 7 89 10 ये 10 लोग आपकी खोपड़ी में नाचने चाहिए अब सुनिए इनको और अच्छे से क्या लिखना क्या समझना है समझना जो लोग आपको यहां पर ऑरेंज कलर से दिख रहे हैं तो सीय से लेकर के आरएच तक की मैं बात कर रहा हूं यहां तक की मैं बात कर रहा हूं इन सब में इन सब के जब आप देखने जाएंगे इलेक्ट्रॉनिक कन्फेशन तो यहां पर लिखा हुआ मिलेगा एस के अंदर एक s के अंदर एक इलेक्ट्रॉन कितने s के अंदर एक इलेक्ट्रॉन ध्यान दीजिएगा बस खोपड़ी में ये बात डालिए कि इनमें सब में s के अंदर एक इलेक्ट्रॉन मिलेगा जब इनका इलेक्ट्रॉनिक कन्फेशन होगा तो s के अंदर दो नहीं भैया जी सिर्फ एक इलेक्ट्रॉन नजर आएगा ठीक है जी यहां आइए जो ये पैलेडियम है पैलेडियम ऐसा होगा जहां s के अंदर जीरो इलेक्ट्रॉन नजर आएगा बस ये दो बातें खोपड़ी में रखनी है कि क्यों आगे आऊ पिटाई करोगे नवाब जादे मौत रुकावट राह तक की बात में इन नौ लोगों में s1 पड़ेगा लेकिन पैलेडियम में s0 लिखना होगा और इसके अलावा इन 10 एलिमेंट्स के अलावा जितने भी लोग यहां लिखे गए हैं उन सब में कृपया ध्यान दें उन सब में s2 आएगा चाहे जो ले लीजिए जैसे ले लीजिए स्कैंडियम जैसे ले लीजिए टाइटेनियम जैसे ले लीजिए वैनेडियम अब ये लोग जो है ये तीनों की बात करूं या ऐसे बहुत सारे हैं ना इसमें इस 10 को छोड़कर जितने भी लोग इसमें लिखे गए हैं उन सब में s2 आएगा s के अंदर दो आएंगे तो सिंपल हुआ क्या ये तीन नहीं बता रहा हूं मैं मैं यह बता रहा हूं ए ऐसे जितने भी हैं ऐसे जितने भी हैं ठीक है जी यह 10 को छोड़कर यहां जितने भी लोग लिखे गए उन सब में ए में दो इलेक्ट्रॉन आएंगे एस ऑर्बिटल में दो इलेक्ट्रॉन आएंगे जब इलेक्ट्रॉनिक कन्फेशन करेंगे और अगर आपको ये पता है कि s के अंदर कितने इलेक्ट्रॉन आएंगे तो उसके हिसाब से डी के अंदर के इलेक्ट्रॉन को एडजस्ट करके लिखा जाएगा तो ये ब्रह्म सूत्र है या आगे बहुत काम आने वाला है कृपया इस बात को अपनी खोपड़ हों में समा लीजिए डाल लीजिएगा भैया तो भैया ट्रॉनिक कन्फेशन देखते हैं इलेक्ट्रॉनिक कन्फेशन की ये लाइन तो हमने आपको याद करा दी है अच्छा जी इनके बारे में बता भी दिया था सर एक बार और बता दीजिए अच्छा जी भैया ले ले भैया पैलेडियम के बारे में हमने बताया कि यहां पर हमेशा s के अंदर जीरो इलेक्ट्रॉन नजर आएंगे है ना इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन के दौरान और सीय से लेकर के आर ए तक यहां तक में यहां से लेकर के यहां तक में जो ये नौ एलिमेंट्स हैं इन नौ एलिमेंट्स में आपको s1 नजर आएगा क्या नजर आएगा व नजर आएगा दैट्ची है जी यहां देखिए ये 3डी सीरीज के जितने भी मेंबर हैं इनका जब भी इलेक्ट्रॉनिक कन्फेशन आप लिखने जाएंगे तो आपको पहले क्या लिखना होता है इनर्ट गैस लिखना होता है किसी भी इलेक्ट्रॉनिक कन्फेशन में हम क्या लिखते हैं पहले इनर्ट गैस लिखते हैं इसके बाद हम क्या लिखते हैं वो सुनिए ये देखिए 3d सीरीज के अगर ये मेंबर हैं तो निश्चित रूप से मेंबर इसलिए हैं क्योंकि इनके इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन में जो लास्ट इलेक्ट्रॉन होगा वो 3d के अंदर जा रहा होगा 3d सब सेल के अंदर जा रहा होगा इसका मतलब यहां एटलीस्ट हम 3d तो लिख ही सकते हैं कि 3d सब सेल यहां भरा जाएगा इनके दौरान जब इनका इलेक्ट्रॉनिक कन्फेशन लिखेंगे और सुनिए जो हमारा 3डी सीरीज है वो फोर्थ पीरियड में पड़ता है और जो पीरियड नंबर होता है उसके साथ हम s लिखते हैं अगर नहीं आता तो जान लीजिए कि पीरियड नंबर के साथ हम s लिखते हैं तो बस इतने से काम आपका बन जाएगा सर ये तो कुछ लिखा ही नहीं आपने रुक जा रे बालक समझाता हूं यहां पर 3d सीरीज में आप जानते हैं स्कैंडियम का 21 होता है तो 21 से जस्ट पहले कौन सा इनर्ट गैस आता है सर आर्गन आता है क्या आता है आर्गन आता है देखिए कैसे लिखा जा रहा है एक-एक बात ठीक है तो अभी आपको पता चला कि इनके इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन को कुछ इस तरीके से लिखना है अभी इतना पता चला कि नहीं अरे खोपड़ी लगाओ रे बोलो हां सर इतना पता चला कि हमने यहां कैसे लिखा है अच्छा अब कहता हूं मैं चलो स्कैंडियम का लिख के बताता हूं स्कैंडियम पहले यह देखो क्या इन 10 एलिमेंट्स में से आता है नहीं आता अगर इन 10 एलिमेंट्स में नहीं आता तो इसके लिखने का तरीका होगा आप लिखिए ए फिर लिखिए 4 s2 मैंने क्या सिखाया था कि भैया इन नौ एलिमेंट्स में तो s1 इसमें आएगा s0 बाकी सब में s2 लिखना है तो आपने लिखा 4ss में कितने दो इलेक्ट्रॉन अब देखिए 3d में ये बताइए कि ये पहला मेंबर है है ना अगर ये पहला मेंबर है तो यहां लिखा जाएगा 3d 1 तो इसका इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन बनता है ar4 s2 3d 1 सर हमको ये आता है ये मत सिखाइए ऐसा ही आप टाइटेनियम का भी लिख सकते हैं तो टाइटेनियम का जब आप लिखेंगे कुछ अलग नहीं करना है रे बालक क्या करना है 3d लिखने के बाद कृपया ध्यान दें इस टाइटेनियम इन 10 में नहीं आता तो निश्चित रूप से s0 यहां पर क्या लिखना होगा s2 लिखना होगा और देखिए 3d सीरीज का ये पहला नहीं दूसरा मेंबर है अगर दूसरा मेंबर है तो 3d 2 लिखना चाहिए यस इसी तरीके से वैनेडियम में 3d 3 हो जाएगा लेकिन आइए क्रोमियम लिख करके देखते हैं अगर हम क्रोमियम का लिखने जाएं तो हमें पता है कि क्रोमियम जो है देखिए यहां कहीं दिखता है यहां देखो क्रोमियम यहां दिख रहा है अगर क्रोमियम यहां है तो निश्चित रूप से s में वन इलेक्ट्रॉन आएंगे तो हम लिखेंगे ए फिर लिखेंगे 4s 1 कृपया ध्यान दें कृपया ध्यान दे बा क्या लिखेंगे 4s 1 4s के अंदर एक इलेक्ट्रॉन क्योंकि यहां पर बताया गया कि क्रोमियम इसका हिस्सा था इस दोहे का पार्ट था अच्छा जी इसके बाद बताइए 3d में कितने इलेक्ट्रॉन रखे जाए सर आप कहते हैं कि नंबर गिनना पड़ता है चलिए देखते हैं स्कैंडियम टाइटेनियम वैनेडियम क्रोमियम चौथे नंबर पर क्रोमियम है होना चाहिए था d4 लेकिन कब होगा d4 जब s के अंदर दो इलेक्ट्रॉन होंगे तो s का इलेक्ट्रॉन एक कहां गया भैया यहां पर तो हो जाएगा फोर से ये फाइव जब टू होता जब s2 होता तो आप नंबरिंग ऐसे गिन लेते थे है ना लेकिन अगर s1 हुआ तो इसका वाला इलेक्ट्रॉन भी इसमें गया इसीलिए यहां पर 3d 5 आएगा साथ में 4 s1 आएगा इसी तरीके से आप कॉपर भी लिख सकते हैं निसंदेह हो कर के लिखिए कोई दर्द कोई परेशानी कोई समस्या नहीं आएगी हमें पता है कॉपर देखिए यहां पर आता है अगर कॉपर है तो हम लिखेंगे s1 देखो भैया s1 इसके बाद बताइए 3d में कितने लिखे जाएं तो उस कौन से नंबर पर है गिन लीजिए 1 2 3 4 5 6 7 8 9 नौवें नंबर पर कॉपर आता है होना चाहिए था d9 कब जब s के अंदर दो होते लेकिन s के अंदर एक है तो ये वाला इलेक्ट्रॉन इसमें जाएगा तो यहां पर हो जाएगा 10 अरे बोलो रे अगर मैं जिंक लेता तो केवल क्या हो जाता 4s 2 3d 10 तो इस तरीके से 3d से लिखना आपको आ गया अगली चीज इंपॉर्टेंट है ये भी देखिए ऊपर की तरह ही है ये भी नया कुछ भी खेलना नहीं है यहां पे ठीक है जी आइए देखते हैं जो हमारा 4d सीरीज है यहां पर आप लिखते हैं बताइए यहां पर लिखेंगे आप इनर्ट गैस बताइए कौन सा इनर्ट गैस लिखेंगे सर देखिए ट्रियन के जो आगे इनर्ट गैस आएगा इससे जस्ट पहले जो इनर्ट गैस आता है उसका एटॉमिक नंबर 36 है अब ऐसे समझ लो यहां आर्गन है तो यहां पे क्या आएगा क्रिप्टन आएगा अगर मैं इसी तरीके से कहूं 5d सीरीज में बता दीजिए तो आप 5d सीरीज का भी इनर्ट गैस तुरंत लिख सकते हैं वो क्या लिखेंगे बताइए बोलो बोलो आर्गन क्रिप्टन नीचे क्या होगा जेनन आएगा कुछ खास दिक्कत हुई नहीं हुई सिंपली हमें ये चीज पता चल गया अब देखो यहां तो हमने 4s 3d लिखा था लेकिन क्या हम यहां 4s 3d लिखेंगे नहीं यहां पर 4d लिखेंगे और आपको पता है अगर d4 लिखा जाता तो इससे एक बढ़ा करके s लिखते हैं तो लिखते हैं 5s या इसको इस तरीके से कहिए कि फडी सरीज आता है फिफ्थ पीरियड में और जो पीरियड नंबर होता है वही s होता है तो इसके इलेक्ट्रॉनिक कन्फेशन में ये नजर आएगा यहां आइए यहां साथ में आएगा 5d और उसके जस्ट पहले आप लिखने वाले हैं 6s क्या लिखने वाले हैं बालक 6s तो आप कहेंगे कि यहां पर 6s एंड 5d नजर आएगा ठीक जनरल चीज पता चल गई अब आइए प्रैक्टिस करते हैं यह थोड़ा सा अजीब लग रहा है ये है ना ठीक यह जनरल सी बात आपको आनी चाहिए यह सीरीज पर डिपेंड करता है यह आनी चाहिए इसके बाद और खोपड़ी लगाना हम सीखेंगे आइए अगर हम ट्रिम की बात करें अगर हम इसकी बात करें तो देखें कैसे लिखेंगे हम यहां पर लिखेंगे कृपया ध्यान दें हम लिखेंगे भैया यह पहले पूरा का पूरा यहां छाप लो ज्यादा खोपड़ी नहीं लगानी जितना हम बता रहे हैं भैया उतना कर लो फॉलो कभी दिक्कत नहीं आएगी है ना नहीं तो मैं बता रहा हूं ये चीजें कई बार ब ड्रॉपर होने के बाद भी आपको याद नहीं रहती क्योंकि ये ऐसी चीजें हैं जो आपसे लगातार भूलती रहती हैं अब समझिए हमने पढ़ा भैया कि अगर ट्रियन कौन सा है भैया ट्रियन क्या इसमें आता है नहीं आता अगर नहीं आता तो s के अंदर कितने होंगे दो इलेक्ट्रॉन अच्छा जी अगर s के अंदर दो इलेक्ट्रॉन हो गए तो बताइए 4d के अंदर कौन सा इलेक्ट्रॉन भरे तो आप कहेंगे देखो 4d सीरीज का पहला मेंबर है इसलिए यहां पर 4d 1 लिख दीजिए सर ये बात तो ठीक लग रही है इसी तरीके से जर्को नियम में लिखना तो 4d 2 हो जाएगा बाकी सारी चीजें सेम होंगी लेकिन अगर हम नियो बियम का लिखें तो क्या लिखेंगे चलिए बताइए अगर हम नियो बियम लिखेंगे तो क्या लिखेंगे तो हम देखेंगे कि देखो नवाब ज्यादा यहां पर था अगर नवाब ज्यादा यहां पर था तो निश्चित रूप से आप लिखते वक्त लिखेंगे के आ पहले इतना पूरा छाप लीजिए यहां पर लाक के छापते वक्त आप क्या लिखेंगे 5s 4d छाप दिया यस अब सुनिए देखो नियो बियम अगर इसका पार्ट है तो भैया यहां पर क्या आना त हैं s1 आना त हैं अच्छा जी s1 लिख दिया अब देखो नंबर गिनो वनटू 2 3 तीसरे नंबर पर नियो बीएम है लेकिन कब यहां पर लिखते 4d 3 कब लिखते जब s के अंदर दो होते लेकिन अगर s के अंदर एक है तो एक इलेक्ट्रॉन यहां पर बढ़ाना पड़ेगा तो यहां पर हो जाएगा 4d 4 तो 4s 5 s1 4d 4 इसका आ जाएगा इसी तरीके से मोली बेटम लिख लीजिएगा ठीक है जी इसी तरीके से इसका और इसका अब बात कर लेते हैं हम पैलेडियम की पैलेडियम की बात करें तो यहां पर आप लिखेंगे के आर क्रिप्टन इसके बाद लिखेंगे 5s 4 5s 4d कृपया ध्यान दें कृपया ध्यान दें क्या हो जाएगा 5s 4d अब बताइए पैलेडियम की तो गारंटी दे रखी है तुमने कि जीरो आएगा अच्छा सर तो 5s में तो जीरो हो गया लेकिन कौन से नंबर पर आता है गिनते हैं 1 दोती 4 5 6 7 आ आठवें नंबर पर आता यहां तो आठ मतलब आठवें नंबर पर आता है तो हमें लिखना चाहिए 48 लेकिन कब जब s के अंदर दो होते तो वोह दो वाला भी इसमें डाल दो तो इसमें आ जाएगा 10 तो यहां पर आएगा ये कभी कंफ्यूजन नहीं होगा आपसे आप फंसने वाले नहीं हो अच्छा जी अब आप इसी तरीके से आइए बता दीजिए लैंथम का क्या होगा चलिए बताइए लैंथम के लिए आप लिखेंगे जेनन पहले आपको यह पता करना पड़ेगा कि आपका वो एलिमेंट कौन सी सीरीज का है तो हमें पता चला अच्छा लैंथम जो होता है वो तो मेरे भैया 5d सीरीज का है अगर 5d सीरीज का है तो उसका जनरल इलेक्ट्रॉनिक कन्फ जो है इस तरीके से 6s 5d लिखा जाएगा ये लिखा जाएगा पहले ये लिख लीजिए अब सोचिए कि भैया क्या लैंथम इसका पार्ट है नहीं है इसका मतलब s के अंदर कितने आएंगे दो आएंगे अरे बोलो ना रे हां सर दो आएंगे अब बताइए 5d में कितने इलेक्ट्रॉन भरेंगे सर एक इलेक्ट्रॉन भरेंगे तो यहां पर हो जाएगा 5d 1 सही है यस अब लेकिन एक बात देखो जब कोई तुमसे कहे कि हाफ नियम का बताओ तो समझ जाना वो तुमसे चालाकी दिखाना चाहता है तुम्हें फंसाना चाहता है यहां पर अरे हे प्रिय बालक यहां ज्यादा सावधान रहना क्योंकि एल और एचएफ के बीच में एल और एचएफ के के बीच में 4f सीरीज आती है 14 एलिमेंट्स आते हैं नालायक प्राणियों अगर 14 एलिमेंट्स आते हैं 4f सीरीज आती है तो आपको पता है कि अगर इनके बीच में 14 एलिमेंट्स होंगे तो 14 एलिमेंट्स में कैसे भरा गया होगा 4 f1 4 f2 4 f3 ऐसे करके 4f 144 तक भरा गया होगा तो हाफ नियम का लिखते वक्त आप उसमें 4f जरूर लगाइए ध्यान से देखिएगा हाफ नियम यहां का पार्ट नहीं है इसलिए हम यहां पर 6s 2 लिख देंगे और क्या लिख देंगे ध्यान से सुन ले नालायक प्राणी ध्यान से सुन ले यहां पर 4f 144 लिख दें ये आपको क्यों ऐड करना पड़ा क्योंकि लैंथम में जो कहानी लिखी गई है उसमें जो है कहीं भी 4f नहीं इवॉल्व होगा 4f इवॉल्व कब होगा लैंथम के बाद में इवॉल्व होना शुरू होगा क्योंकि इन्हीं के बीच में 4f सीरीज आती है तो 4f 14 हो जाएगा इसके बाद बताइए 5d में कितना आएगा यही बस बात ध्यान देनी है 5d में कितना आएगा सर ये तो देखो d1 तो ये हो जाएगा d2 बस ये रहा d2 क्लियर है क्या अगर हाफ नियम का आपको लिखना आ गया तो ऐसे ही आप टेंटेल का टंगस्टन का इन सब को भी आप लिख सकते हैं अब इन सब के इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन में 4f 144 जरूर आएगा क्योंकि 4f 144 जो है हाफ नियम के जस्ट पहले भरा जाता है 4f सीरीज इन्हीं के बीच में आता है इसीलिए यहां पर भरा जाता है यहां पर 4f नहीं है इनके इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन में लेकिन इसके बाद सब में 4f नजर आएगा ब्रह्म सूत्र है बहुत काम आएगा खोपड़ी में रख खगा चलिए अब आगे बात करनी है ट्रांजीशन एलिमेंट्स किसको कहते हैं सुनना इस बात को ध्यान से ट्रांजीशन एलिमेंट्स उन एलिमेंट्स को कहते हैं जहां पे जिनके इलेक्ट्रॉनिक कन्फेशन में जब वो न्यूट्रल एटम के रूप में हो या आयन के रूप में हो तब वो इनकंप्लीटली फील्ड हो ऐसा डी ऑर्बिटल जहां पे 10 इलेक्ट्रॉन हो गए तो उसको कहते हैं वो कंप्लीट फील्ड क्योंकि 10 इलेक्ट्रॉन ही रखे जा सकते हैं डी सब सेल में समझ में बात आई अगर 10 इलेक्ट्रॉन हो गए तो कहेंगे कंपलीटली फीड है तो पार्शियली फीड कब कहेंगे जैसे मान लो d1 है d2 है d3 d4 d5 d6 d9 तक हम पार्शियली फील्ड कहेंगे तो जहां पर पार्शियली फील्ड मिलेगा उन सबको हम ट्रांजीशन एलिमेंट्स में कंसीडर करते हैं तो पढ़ पढ़िए ये भारी एक अंग्रेजी छोटी सी क्या लिखा है द एलिमेंट्स हुज एटम और सिंपल आयस कंटेन पार्शियली फिल्ड डी ऑर्बिटल एटम समझते हो सिंपल आयन समझाता हूं जैसे की एग्जांपल के तौर पर देखिए ये है भैया टाइटेनियम टाइटेनियम का इलेक्ट्रॉनिक कन्फ अभी मैंने लिखना सिखाया कि भैया लिखिए ए फिर लिखिए 4s फिर लिख दीजिए 3d अच्छा एक बात बताइए 3d में कितने इलेक्ट्रॉन भरेंगे तो ऐसे सोचना स्कैंडियम के बाद आता है टाइटेनियम मतलब दूसरे नंबर पर आता है इसलिए हम लिख देंगे यहां पर d2 क्या ये बात ठीक है यस क्या ये पार्शियली फीड है 3d क्या पार्शियली फीड है फुली फीड है क्या इसमें 10 इलेक्ट्रॉन नहीं सर दो ही इलेक्ट्रॉन है इसका मतलब ये पार्शियली फीड है ये पूरा भरा नहीं है अगर ये पूरा भरा नहीं है तो टाइटेनियम जो होगा वो एक ट्रांजीशन एलिमेंट होगा अगली चीज सुनिए टाइटेनियम पर टू प्लस कर दें टू प्लस कर दें तो इलेक्ट्रॉन बताइए कहां से निकलेगा कौन बताएगा भैया इलेक्ट्रॉन कहां से निकलेगा इलेक्ट्रॉन हमेशा जो है टू प्लस करने का मतलब होता है दो इलेक्ट्रॉन निकालना और वो दो इलेक्ट्रॉन कहां से निकलते हैं हमेशा आउटर सेल से निकलते हैं तो आउटर सेल कौन है 4s है ना यहां पे सेल नंबर फोर है यहां सेल नंबर थ्री है तो दो इलेक्ट्रॉन ये वाले गायब हो जाएंगे तो इनका इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन ये आएगा तो अब समझिए ये जो लंग है ना ये जो शब्द यहां पर है क्या एटम और सिंपल आयन टाइटेनियम जब एटम के रूप में था तब भी 3d क्या था पार्शियली फील्ड टाइटेनियम जब अपने सिंपल आयन टू प्लस के रूप में है तब भी वो देखिए पार्शियली फील्ड है अगर इन दोनों ही सिचुएशन में वो पार्शियली फील्ड है तो टाइटेनियम को ट्रांजीशन एलिमेंट्स कहा जा सकता है बल्कि कहा ही जाता है लेकिन एग्जांपल के तौर पर आपके सामने मैं जिंक प्रस्तुत करूंगा जिंक का इलेक्ट्रॉनिक कन्फेशन क्या क्या होगा बताइए बताइए जिंक का इलेक्ट्रॉनिक कन्फेशन अभी बताया है क्या होगा भैया आप लिखेंगे ए फिर लिखेंगे 4s 2 फिर लिखेंगे 3d 10 मैच करके देखिए 3d 10 10वें नंबर पर आता है अच्छा जी लेकिन अगर मैं जिंक टू प्लस करूं तो दोनों इलेक्ट्रॉन कहां से हटेंगे बताइए दोनों इलेक्ट्रॉन हट जाएंगे 4s से तो ये हो जाएगा 3d 10 ये दो इलेक्ट्रॉन हट जाएंगे अब देखो यहां भी ये फुली फीड है यहां भी फुली फीड क्या बात कर र है देखो ये फुली फीड है ये भी फुली फिड है यह भी फुली फीड है यह भी फुली फीड है अगर डी ऑर्बिटल पूरा भरा हुआ है तो भैया जी वो ट्रांजिशन एलिमेंट्स नहीं कहलाते तो ध्यान रखना z ए सीडी और एज इन सब में इनके पर्टिकुलर आयन लिख दो जिंक टू प्लस कैडमियम ट प्लस hg2 प्स इन सबका इलेक्ट्रॉनिक कन्फेशन निकाल के चेक कर लीजिए इन सब में आपको d10 नजर आएगा थोड़ा गंदा बन गया भैया इतना गंदा बनाना स्वीकार्य नहीं था ठीक है जी तो यहां पर क्या हो जाएगा d10 इन सब में d10 आएगा इन सब में क्या आएगा d10 अगर इन सब में d10 आ रहा है तो इसका मतलब ये पार्शियली फीड नहीं है फुली फीड है तो ये जो जिंक कैडमियम और एचजी हैं ये ट्रांजिशन एलिमेंट्स नहीं है ये ट्रांजीशन एलिमेंट्स नहीं क्योंकि ट्रांजीशन एलिमेंट्स की डेफिनेशन ये है कि उनके इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन में पार्शियली फील्ड डी ऑर्बिटल होनी चाहिए जबकि यहां पर d10 नजर आएगा आप चेक करके देख सकते हैं हैं एक तो मैंने बता भी दिया है अच्छा अब एक बात करनी होती है वेरिएशन ऑफ ऑक्सीडेशन स्टेट होता क्या है हम ये देखते हैं कि जैसे मान लीजिए कि हम ले ले आयरन तो आयरन को हम देखते हैं कि आयरन के दो ऑक्सीडेशन स्टेट बहुत फेमस है बहुत ज्यादा मिलते हैं दैट इज आयरन + 2 एंड आयरन + 3 इसका मतलब हुआ कि एक मेटल जो है आपके डी ब्लॉक वाला जो ट्रांजीशन एलिमेंट्स हैं वो क्या करते हैं वो भैया एक से ज्यादा ऑक्सीडेशन स्टेट शो करते हैं इन चार्जेस को क्या कहते हैं ऑक्सीडेशन स्टेट तो कहते हैं आयरन पर + 2 का ऑक्सीडेशन स्टेट है यहां आयरन पर + 3 का ऑक्सीडेशन स्टेट है जो उनके चार्ज हैं वही उनके ऑक्सीडेशन स्टेट बोले जाते हैं तो हम कहते हैं कि देखो भैया एक से ज्यादा ऑक्सीडेशन स्टेट देखने को मिलते हैं अब प्रश्न ये आता है कि एक से ज्यादा ऑक्सीडेशन स्टेट क्यों देखने को मिलते होंगे यहां पर जैसे देखो जिंक वाली कंडीशन में देखो तो जिंक से जिंक 2 प् बनाते वक्त आपने दो इलेक्ट्रॉन निकाले हैं तो चलो भैया जिंक पे 2 प्लस आ गया लेकिन अगर कोई कहे कि पे + 3 आया तो क्यों आया होगा क्या इवॉल्व हुआ होगा उसको हम एक बार देख लेते हैं अंग्रेजी के चक्कर में अभी मत पढ़िए ये जो लिखा गया है समझाता हूं जैसे देखो ये आयरन है आयरन का इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन लिखोगे तो लिखा जाएगा ए फिर लिखोगे 4s 2 फिर लिखोगे 3d 6 कृपया ध्यान देना 4s 2 3d 6 अब होगा क्या जब यहां से जब यहां से 4s वाले दोनों इलेक्ट्रॉन निकलेंगे जब 4s वाले ये दोनों इलेक्ट्रॉन निकलेंगे तो यहां आयरन के 2 प्लस में आपको मिलेगा ए यहां 4s से दो इलेक्ट्रॉन निकल गए ये हो जाएगा 3d 6 यहां से दो इलेक्ट्रॉन निकल गया अच्छा जी अगले में आइए भैया अगला लिखा गया है आयरन का + 3 अगला लिखा गया है आयरन का + 3 अब + 3 में क्या होगा सुनो 2 प् में तो ये दो इलेक्ट्रॉन हटा दिया आपने थ प्लस करने का मतलब एक इलेक्ट्रॉन और हटाना है तो अब आप कहां से हटाइए 3d से हटाइए तो अब देखिए होता क्या है यही है कि भैया जो 4s और 3d है उनका एनर्जी लेवल करीब-करीब सेम है इसलिए इलेक्ट्रॉन 4s से भी निकल सकता है और 3d से भी निकल सकता है और 3d में तो भैया देखो छह इलेक्ट्रॉन है तो एक-एक करके निकालते जाएं तो इनके तो खूब सारे क्या होंगे ऑक्सीडेशन स्टेट्स पॉसिबल हैं ठीक है जी तो आयरन के + 3 की अगर मैं बात करूं तो यहां पर मैं लिखूंगा 3d 5 ठीक है जी इसी तरीके से आयरन का + स भी बनाया जा सकता है है ना 3 प्स के बाद तीन इलेक्ट्रॉन यहां से और निकाल दीजिए तो क्या बन जाएगा + 6 बन जाएगा ऐसा क्यों हो रहा है क्योंकि इलेक्ट्रॉन जो है s से भी निकल रहा है और 3d से भी निकल रहा है बस यही बात जाननी है कि देखें भैया ड्यू टू सिमिलर एनर्जी ऑफ़ ns-w d nss6 की एनर्जी करीब-करीब सेम होने की वजह से यहां से इलेक्ट्रॉन का इजेक्शन आसान निकल सकता है इसीलिए यह वेरिएबल ऑक्सीडेशन स्टेट शो करते हैं अरे सिंपल सी बात है ना अगर सोचो अगर मान लो 3d से इलेक्ट्रॉन निकलते ही नहीं तब बताइए क्या हो अगर 3d से इलेक्ट्रॉन ना निकलते सिर्फ आउटर सेल से इलेक्ट्रॉन निकलते सिर्फ तो सिर्फ यही बनता ये तो कभी बनना पॉसिबल ही नहीं है ये बना ही इसलिए क्योंकि आपने 3d से एक इलेक्ट्रॉन हटा करके आपने यहां 3d 5 लिखा है इसीलिए कहा जा रहा है ये पॉसिबिलिटी इसलिए है क्योंकि ns-w d दोनों की एनर्जी करीब-करीब बराबर हैं तो दोनों से इलेक्ट्रॉन आसानी से निकाले जा सकते हैं इसीलिए इनका वेरिएबल ऑक्सीडेशन स्टेट देखने को मिलता है और ज्यादा डिटेल में यहां पे मिलेगा देखो भैया ये आपका 3d सीरीज का पूरा कितना ऑक्सीडेशन स्टेट शो करता है वो लिख दिया गया है स्कैंडियम हमेशा + 3 में रहता है ये ब्रह्मसूत्र आपकी खोपड़ी में टिक जाना चाहिए स्कैंडियम हमेशा अपने आप को + 3 में बनाए रखता है ठीक है जी और यहां जिंक है जो कि अपने आप को हमेशा ल2 में बनाए रखता है तो स्कैंडियम कहीं भी देखिए तो + 3 रहेगा हमेशा जिंक हमेशा अपने आप को + 2 में ही बना कर के रखता है रीजन आपको स्पष्ट पता होना चाहिए बताइए क्यों स्कैंडियम + 3 ही क्यों बना कर के स्टेबल रहता है बताइए सोचिए अरे स्कैंडियम का नालायक इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन लिखो लिखोगे ए 4s 2 3d 1 तीन इलेक्ट्रॉन निकल जाएंगे s से दो और d से एक तो तीन इलेक्ट्रॉन निकलने के बाद जब स्कैंडियम पर थ प्लस बनेगा तो वो आर्गन का इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन होगा और आर्गन एक इनर्ट गैस कॉन्फिन है वहां जाकर के रुक जाएंगे आप वहां स्टेबल हो जाएंगे आप इसलिए स्कैंडियम तीन इलेक्ट्रॉन निकलवाना पसंद करता है लेकिन जिंक की बात करो जिंक भाई साहब 4s 2 3d 10 अरे सुनो रे लिख लेना क्या 4s 2 3d 10 तो भैया दो इलेक्ट्रॉन निकाल दो 4s वाले तो क्या हो गया 3d 10 अब d में अगर पूरा भरा हुआ कंप्लीट फीड है तो वो स्टेबल होता है आपने पढ़ा होगा हाफ फील्ड एंड पार्शियली फील्ड की कुछ कहानी है ना आइए अगला देखते हैं इतनी बात आनी चाहिए पहले ये दो चीजें क्लियर हुई अब देखो एक चीज हर में ज्यादातर लोगों में 2 प्स मिलेगा देखो ज्यादातर लोगों में 2 प्स मिलेगा तो इसको कह कहते हैं कॉमन ऑक्सीडेशन स्टेट इन सब में क्या कॉमन है सबसे ज्यादा सबसे ज्यादा कॉमन है + 2 + 2 + 2 देखो सब में + 2 बस + ट कौन नहीं बनाता सिर्फ स्कैंडियम ऐसा है जो प्लसटू नहीं बनाता बाकी सब के सब लोग प्लसटू बनाते हैं सर कॉपर तो नहीं बनाता नालायक यहां लिखा है इसका टू अच्छा जी आइए अगले पर बातचीत करते हैं अब सबसे ज्यादा किसका होता है तो मैग्नीज का सबसे ज्यादा + से पॉसिबल है यही बात आपको रखनी है खोपड़ी में है ना आयरन जो है + स बना सकता है ठीक है ये हमारा क्रोमियम भी + 6 बना सकता है ये मैंगनीज भी + 6 बना सकता है इस टेबल को थोड़ा ध्यान से देखोगे ना तो ऐसा दिखेगा देखो थ्री अब देखो ऐसे दिख रहा है देखो दिखता हुआ दिख रहा है देखो 3 4 5 6 7 तो हाईएस्ट ऐसे लिखा जा सकता है यहां तक का बहुत इजली आपकी खोपड़ी में रहेगा ठीक इतना ही आता है ज्यादा आता भी नहीं तो mn1 क्रोमियम का + स और ये मैं आगे पढ़ाऊंगा क्रोमियम का + स तो वैसी कोई बड़ी बात नहीं है आयरन का + स ठीक है जी तो शायद आपको ये बातें खोपड़ी में गई हो आइए ये देखते हैं बताओ मोस्ट कॉमन ऑक्सीडेशन स्टेट ऑफ 3d सीरीज ऑफ 3d सीरीज ध्यान रखिएगा यह मैं सिर्फ 3d सीरीज की बात कर रहा हूं तो 3d सीरीज में ल2 ऑक्सीडेशन स्टेट है क्या + 2 ऑक्सीडेशन स्टेट है + 2 ऑक्सीडेशन स्टेट इज द मोस्ट कॉमन ऑक्सीडेशन स्टेट क्लियर है क्या देख लो एक बार सब में + ट अच्छा अगला बताइए हाईएस्ट ऑक्सीडेशन स्टेट किसका नजर आता है यहां पे देखो नजर आएगा यार टेबल में हाईएस्ट नजर आया mnnit.ac.in + 7 क्या यह बात क्लियर हुई mn1 अच्छा यह अच्छा यह जो भी मैं बात कर रहा हूं यहां मैंने जो भी बात करी है सब कुछ 3d सीरीज का है मैं पूरे डी ब्लॉक की अभी बात ही नहीं कर रहा हूं क्योंकि मैंने चार्ट भी इसीलिए डी ब्लॉक वाले लगाए हुए हैं तो डी ब्लॉक में कॉमन ऑक्सीडेशन स्टेट + 2 है हाईएस्ट ऑक्सीडेशन स्टेट की बात करूं तो + से आता है क्या आपको यह बात समझ में आई अब सुनिए एक अलग बात कि पूरे डी ब्लॉक की अगर मैं बात करूं तो पू पूरे डी ब्लॉक में हाईएस्ट ऑक्सीडेशन स्टेट जो है 8 आता है किसका आता है वो चेक कर लीजिए भैया आय एंड ओ का इनका हाईएस्ट ऑक्सीडेशन स्टेट + 8 आता है 3d सीरीज में तो mn3 सीरीज थोड़ी ना खाली डी ब्लॉक में 4d है 5d भी है 6d भी है तो वहां पर आप देखें तो आय एंड ओ का हाईएस्ट याद करना है प्लस ए आता है अगली चीज सुन लीजिए द हैवी एलिमेंट्स इन डी ब्लॉक एलिमेंट्स आर स्टेबल एट हायर ऑक्सीडेशन स्टेट ठीक है जी समझा देता हूं समझा देता हूं ये इंपॉर्टेंट है ये लाइनें समझ में आना जरूरी होता है आइए भैया क्योंकि क्या होता है ना इन पर कभी-कभी क्वेश्चन पूछते हैं वो ठीक है तो जैसे मान लीजिए हमने ले लिया क्राइम मोटी वाइज क्राइम मोटी वाइव जब हम हाईएस्ट जैसे जब हाईएस्ट ऑक्सीडेशन स्टेट की बात करें तो क्रोमियम का हाईएस्ट कितना होता है + स और यही पूरी फैमिली का हाईएस्ट होता है इस इसको फैमिली बोलेंगे ना ये क्रोमियम की फैमिली क्रोमियम के नीचे आता है तो सब में + स अगर हो ध्यान सुनिए सबके अगर + स बनाए जाए सबके अगर प् स बनाए जाए तो इन सब में सबसे ज्यादा स्टेबल कौन होता है जो हैवी एलिमेंट्स हैं हैवी एलिमेंट्स का मतलब क्या होता है जो मॉलिक्यूलर वेट में ज्यादा होंगे मॉलिक्यूलर वेट के बजाय एटॉमिक वेट में ज्यादा होंगे तो हमें पता है कि ऊपर से नीचे आने पर स्टेबिलिटी क्या हो रही है ऊपर से नीचे जाने पर स्टेबिलिटी बढ़ती है इंक्रीजस ध्यान रखिएगा ये बात ऊपर से नीचे जाने पर स्टेबिलिटी क्या होती है बढ़ती है क्या ये बात बात आपकी खोपड़ यों तक उतर गई है तो आप कहिए कि जो यहां पर क्रोमियम + स है जो क्रोमियम + स है उससे ज्यादा स्टेबल ये लोग हैं मॉली बेडमिंटन तो मॉलीब्लेड़ते नहीं है है ना जी बहुत सारा कुछ डेटाबेस भी है बहुत सारी चीजें याद करवाने के मेरे पास तरीके हैं उनसे याद होंगे ठीक है आइए क्वेश्चन अटेंप्ट करते हैं पढ़िए द एलिमेंट दैट यूजुअली डज नॉट शो वेरिएबल ऑक्सीडेशन स्टेट कौन सा इसमें है जो वेरिएबल ऑक्सीडेशन स्टेट शो नहीं करता है वेरिएबल ऑक्सीडेशन स्टेट का मतलब कभी + 2 कभी + 3 कभी + 6 कभी + 5 ये कौन ऐसा है जो शो नहीं करता हमें पता है स्कैंडियम कभी नौटंकी नहीं करता स्कैंडियम हमेशा ऑलवेज + 3 में पाया जाता है अब ये + 3 में पाया जाता बाकी लोग नाचते रहते हैं ये भैया + 2 + 3 + 1 + 2 बनाते रहते हैं ये और भी बनाते रहते हैं बाकी लोग लेकिन यही ऐसा फिक्स है जो नहीं बनाता तो इसलिए वेरिएबल ऑक्सीडेशन स्टेट कौन नहीं शो करता तो भैया सी ऑप्शन वाला शो नहीं करता सी ऑप्शन इज करेक्ट आइए अगला क्या है ये मैग्नेटिक प्रॉपर्टी वैसे ही ये चीज हमने कहां पढ़ी है कोआर्डिनेशन कंपाउंड में पढ़िए मैंने ही पढ़ाया हुआ है ढंग से सिखाया है इज्जत से सिखाया लेकिन एक बार थोड़ा देख लेते हैं मैग्नेटिक प्रॉपर्टी का ऐसा मतलब समझ लीजिए कि जो आपके एलिमेंट्स हैं जो आपके मेटल्स हैं वो मेटल मैग्नेट के साथ इंटरेक्ट होते हैं या नहीं होते हैं वो इस बात पर डिपेंड करता है कि उस मेटल के अंदर अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन है या नहीं है अगर सारे के सारे इलेक्ट्रॉन पे हैं सबका काम बना पड़ा सब लोग रिश्ते में हैं तो वो भैया मैग्नेट से इंटरेक्ट नहीं होते मैग्नेट से इंटरेक्शन के लिए मेटल के अंदर अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन का प्रेजेंट होना जरूरी है तो पहली प्रॉपर्टी आपके सामने आती है दैट इज पैराम मैग्नेटिक प्रॉपर्टी पैराम मैग्नेटिक प्रॉपर्टी का मतलब होता है कि मैग्नेट से जो इंटरेक्शन करता है उसको कहते हैं वो पैराम मैग्नेटिक प्रॉपर्टी रखता है और ये कब पॉसिबल है जब अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन n इज द नंबर ऑफ अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन जो होगा वो जीरो के बराबर नहीं है है n इज नॉट इक्वल टू 0 मतलब n 0 के बराबर नहीं n की कुछ ना कुछ वैल्यू है अगर किसी मेटल के अंदर एक दोती चार ऐसे कुछ करके अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन होंगे तो उनको हम कहेंगे वो पैरा मैग्नेटिक प्रॉपर्टी शो करेंगे और वो मैग्नेट के साथ इंटरेक्ट करेंगे अगली चीज है डाया मैग्नेटिक प्रॉपर्टी डा मैग्नेटिक प्रॉपर्टी में आपको देखने को मिलेगा कि नंबर ऑफ अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन जो होंगे वो जीरो होंगे क्या नंबर ऑफ अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन जो होंगे वो जीरो होंगे कृपया ध्यान दीजिएगा नंबर ऑफ अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन क्या होंगे जीरो होंगे अगर जीरो होंगे तो उनको हम डाया मैग्नेटिक कहेंगे अब याद कराने का मैं तरीका बताता हूं देखना डाया मैग्नेटिक में लिखा है डाई डाई का मतलब होता है दो कभी जीवन में सुना है कि ये भी नहीं जानते डाई का मतलब होता है दो तो ये याद रख लो दो का मतलब पेयर सारे के सारे लोग पेयर्ड हैं तो डाया मैग्नेटिक में आगे लिखा है डाई उससे क्लियर हो जाएगा कि सारे इलेक्ट्रॉन पेयर में है दो-दो लोग एक-एक साथ हैं पेयर में है अगर पेयर में सारे लोग हैं तो नंबर ऑफ अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन जीरो आएगा n क्या है नंबर ऑफ अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन अब अब कई लोग कंफ्यूज होंगे सर n क्या है अरे इतना बत बोल दिया जी हां अगला सुनिए अगली चीज है स्पिन ओनली मैग्नेटिक मूमेंट स्पिन ओनली मैग्नेटिक मूमेंट देखो इलेक्ट्रॉन के स्पिन की वजह से जो मैग्नेटिक मूमेंट आता है उसको निकालने के लिए एक फार्मूला पढ़ाया गया था कोऑर्डिनेशन कंपाउंड में शायद आपको याद भी होगा इतने बुद्धू बालक तो नहीं लगते आप क्या हो जाएगा nn2 nn2 बोर मैग्नेटो बोर मैग्नेटो इज द यूनिट ऑफ मैग्नेटिक मोमेंट n क्या है n इज द नंबर ऑफ अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन मैं लिख भी देता हूं भैया नहीं तो n क्या है नंबर ऑफ नंबर ऑफ अनपेयर्ड नंबर ऑफ अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन नंबर ऑफ अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन n से रिप्रेजेंट किया जाएगा तो किसी भी मेटल का अगर स्पिन ओनली मैग्नेटिक मूमेंट जानना है तो यहां पर n की वैल्यू पुट करिए जवाब मिल जाएगा एक डाटा आपको ये देखने को मिलता है देख लो भैया ये मैंने इसलिए प्रस्तुत किया क्योंकि आपको ये चीजें एनसीआरटी से पढ़नी है लेकिन मैं आपके सामने एक बार रख दूंगा तो आपकी खोपड़ी में ये बातें जाएंगी कुछ भी रट्टेड लाइने है इसमें देखना बहुत आसान होता है देखना अगर मैं कहूं स्कैंडियम 3 प्स तो आपको पता है स्कैंडियम 3 प्लस का मतलब d के अंदर कोई भी इलेक्ट्रॉन नहीं है अगर d के अंदर कोई भी इलेक्ट्रॉन नहीं है तो अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन जीरो है अगर अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन जीरो हो तो मैग्नेटिक मूमेंट की वैल्यू भी जीरो आएगी क्योंकि अगर आप यहां n की वैल्यू जीरो पुट करेंगे तो यही आएगी अच्छा टाइटेनियम 3 प्लस में आप जाएंगे तो d1 मिलेगा 3d 1 क्या लिखा है यहां पे लिखा है 3d 1 अगर ना दिख रहा हो तो यहां पे मैं बता देता हूं यहां पे लिखा है 3 दिख रहा है अच्छा जी तो 3d व तो डी में कितने होंगे एक इलेक्ट्रॉन ठीक है जी तो यहां पर मैं बना देता हूं एक बार 3d डी सब सेल में पांच ऑर्बिटल है एक दो तीन चर ठीक है यहां प देखलो d1 एक अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन है एक अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन है अगर एक अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन है तो यहां पर वैल्यू पुट करिए चलिए लिखिए वन यहां पर पुट करिए कितना हो जाएगा बोलो बोलो बोलो 1 1 प् 2 बोर मैग्नेटो अ √3 आएगा और अ √3 को 1.73 लिखते हैं ना तो वही यहां पर लिखा गया है 1.73 अच्छा सर समझ में आया ये क्या लिखा है वो देखो किनारे क्या लिखा है 1.73 ये कैलकुलेशन हटा रहा हूं मैं ये जनरल फॉर्म था सबके लिए यूज़ करेंगे ठीक है आइए अगला देखते हैं भैया अगली बातचीत है टाइटेनियम ये टाइटेनियम 2 प्लस होगा तो d2 होगा तो d2 में क्या आएगा भैया दो अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन देखो दो अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन अब दो अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन का निकालिए तो यहां पर आएगा 2.84 ठीक है इसी तरीके से आप निकालते जाए जिंक 2 प्लस में d10 अब एक बात बताओ d10 अगर होगा 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 अगर 10 के दसों इलेक्ट्रॉन भरे पड़े हैं तो एक बात बताइए कोई अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन है नहीं है सारे लोग पेयर्ड है अगर पेयर्ड है अनपेयर्ड जीरो है तो मैग्नेटिक मूमेंट की वैल्यू जीरो आएगी तो हम कहते हैं कि जो जिंक टू प्लस है वो डाया मैग्नेटिक प्रॉपर्टी का है लेकिन जहां कहीं भी मैग्नेटिक मूमेंट की कुछ ना कुछ वैल्यूज आ रही हैं वो पैरा मैग्नेटिक प्रॉपर्टी शो करता है वो मैग्नेट के साथ इंटरेक्ट होगा अब एक बहुत बड़ी बात सुन लीजिए भैया सिंपल सी बात जस्टिफिकेशन के लिए जैसे अगर यहां वन लिखा है अगर अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन अगर n की वैल्यू वन है कृपया ध्यान दें अगर n की वैल्यू वन होगी तो जो मैग्नेटिक मूमेंट म होता है उसकी वैल्यू 1 पॉइंट समथिंग होगी कृपया ध्यान दें जब नम n n क्या है अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन अगर n की वैल्यू यहां पर जो रखना है वो वन है तो जो मैग्नेटिक मूमेंट की वैल्यू आएगी वो 1 पॉट समथिंग आएगी क्या आएगी 1 पॉट समथिंग आएगी अगर n की वैल्यू वन तो 1 पॉइंट समथिंग अगर n की वैल्यू बल्कि मैं यहां n लिख देता हूं n पॉइंट समथिंग ये हमेशा आएगा देखना अगर हम लिखें अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन टू तो देखो लिखा है 2 पॉट समथिंग 3 3 प समथिंग 4 पॉट समथिंग 5 पॉ समथिंग 4 प समथिंग 3 पॉइंट समथिंग तो समझ में आया तो जो भी n होगा वही आगे लिखना पॉइंट समथिंग कुछ ना कुछ वैल्यूज आएंगी और एग्जैक्ट निकालने की खास जरूरत कभी-कभी नहीं पड़ती है ज्यादातर देख के ही हो जाता है ठीक है आई होप आपको समझ में आया हो वैसे ही ये बातें हमने कोऑर्डिनेशन केमिस्ट्री में पढ़ी थी आइए देखते हैं कलर इंग कोऑर्डिनेशन कंपाउंड्स जो हमारे डी ब्लॉक के एलिमेंट्स होते हैं वो कोआर्डिनेशन कॉम्प्लेक्शन कॉम्प्लेक्शन भी हमने आपको कोआर्डिनेशन कंपाउंड चैप्टर में पढ़ाया है बट एक बार एक झलक देता हूं ताकि आप उसको एक बार याद कर पाए क्लास के अंदर ठीक है जी आइए देखते हैं पहले ये है कलर व्हील कलर व्हील को याद करिए वी जैसे हम विभ ग्यर कहते हैं वी आई बी जी वाई ओ आर उसमें से बस आई छोड़ना ी आई छोड़ दो बी वी आई बी जी वाई ओ आर तो कलर व्हील में इस तरीके से आपने सिक्स पार्ट में इनको डिवाइड किया है और इनमें कलर लिख दिया अब समझिए ये क्या बताना चाहता है देखो भाई कोई भी कोई भी कंपाउंड या कोई भी जो कलर आपको आपके सामने दिख रहा है वो उसका उसने कंप्लीमेंट्री कलर एब्जॉर्ब कर रखा है तभी वह कलर आपको दिख रहा है समझाता हूं ये लाइन पढ़िए क्या लिखा है कलर ऑफ द कंपाउंड इज द कॉम्प्लीयंट मेंटरी कलर को उसने पहले ही खा रखा है एब्जॉर्ब कर रखा है तभी वह उस कलर का दिखाई दे रहा है जैसे कि एग्जांपल के तौर पर मैं आपके सामने प्रस्तुत करूंगा टाइट यम h2o 63 प् जो कि वायलेट कलर का है ये वायलेट कलर का ये मैं आपको बता रहा हूं ये एक्चुअली वायलेट कलर का होता है टाइटेनियम h2o 6 3+ अब आप जानते हैं कि अगर छह लिगेंड्स होंगे तो इसको कहते हैं ऑक्टा हैड्रन और ऑक्टा हैड्रन फील्ड में डिस्ट्रीब्यूशन जब करते हैं तो t2g और ी करके उसको क्या करते हैं तोड़ देते हैं उसको नॉन डिजनरेट बनाते हैं ये सब्द उनको समझ में आएगा ना जिन्होंने पढ़ाया कोऑर्डिनेशन कंपाउंड अच्छा जी नहीं पढ़ा है तो आ जाओ तब भी बता देता हूं थोड़ा देखो टाइटेनियम h2o 6 3 प् पहले यहां पर आपको निकालना पड़ेगा क्या निकालना पड़ेगा टाइटेनियम पर कितना खोपड़ी पे चार्ज है तो आप कहेंगे 3 प्स देखिए वाटर पर तो कोई चार्ज नहीं होता तो टाइटेनियम पर + 3 आएगा ऑक्सीडेशन स्टेट तो आ जाएगा यहां पर d1 3d 1 आएगा इसका इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन आएगा 3d 1 अच्छा जी अब समझिए ध्यान से ध्यान से समझिए ये टाइटेनियम के पांच डी ऑर्बिटल हैं जिसमें हमें क्या लिखना है भैया यहां पे मैं लिख देता हूं टाइटेनियम 3+ तो d1 था तो एक इलेक्ट्रॉन के अंदर मौजूद है पाडी ऑर्बिटल में एक d ऑर्बिटल में आपका एक इलेक्ट्रॉन मौजूद है अब समझिए टाइटेनियम जो है छह लीगें से जब अटैच होता है तो आपको पता है कि ये स्प्लिटिंग कैसे होती है इस तरीके से होती है कि नीचे तीन ऑर्बिटल आते हैं जिसको कहते हैं t2g और ऊपर दो जाते हैं जिनको कहते हैं इजी अच्छा अब जब इलेक्ट्रॉन भरते हैं यहां पर स्प्लिटिंग के बाद तो ये वाला इलेक्ट्रॉन हम कहां भरेंगे नीचे क्योंकि जो लोअर एनर्जी में होगा वहीं पर जाएगा तो t2g के अंदर ये इलेक्ट्रॉन जाता है अब सुनिए टाइटेनियम के अंदर हुआ क्या एक इलेक्ट्रॉन था वो t2g के अंदर प्रेजेंट है अब होता कुछ ऐसा है अब होता कुछ ऐसा है कि ये जो भाई साहब है ना मतलब ये जो भाई साहब हैं वो करते क्या हैं जब उन पर वाइट लाइट पड़ती है तो उस लाइट में से वो क्या करेंगे वो वायलेट के कॉम्प्लीयंट को एब्जॉर्ब करेंगे ये येलो कलर को एब्जॉर्ब करके क्या करेंगे भैया इस इलेक्ट्रॉन का ट्रांजीशन करेंगे और t2g से शिफ्ट हो कर के इजी में आ जाएंगे दोबारा बताऊंगा इस बात को मुझे पता है कई लोगों के दिमाग में सीधा नहीं लैंड होगा दोबारा बता दूंगा है ना जी सुनिए मैंने क्या बोला था कि ये जिस कलर के दिखाई देते हैं ये दिखाई देते हैं वॉयलेट कलर के तो वायलेट कलर का कॉम्प्लीयंट मेंट्री है वायलेट के आ आगे लिखा था येलो तो इसका मतलब हुआ कि ये टाइटेनियम h26 3+ जो ये कोऑर्डिनेशन कंपाउंड है ये वायलेट कलर इसलिए दिख रहा है क्योंकि इसने क्या किया इसने येलो कलर एब्जॉर्ब कर लिया और एब्जॉर्ब करके उसने क्या किया अपनी इलेक्ट्रॉन को t2g से इजी में भेज दिया इसको कहते हैं ट्रांजीशन करना इसको क्या कहते हैं ट्रांजीशन कहते हैं इसको क्या कहते हैं भैया ट्रांजीशन और ये ट्रांजीशन कहां से कहां हुआ t2g से ी में हुआ ध्यान दीजिए कहां से कहां हुआ t2g से ी में हुआ t2g से ी में हुआ हुआ कि नहीं हुआ t2g से ी में हुआ अच्छा t2g भी क्या है डी ऑर्बिटल का सेट है और ी क्या है डी ऑर्बिटल का सेट है तो यहां पर हम इसको नाम देते हैं डी टूडी ट्रांजीशन ये भी डी ऑर्बिटल है ये भी डी ऑर्बिटल है तो इसको कहते हैं डी टूडी ट्रांजीशन या इसी को बहुत अच्छे तरीके से बोलने के लिए डीडी ट्रांजीशन बोलते हैं क्या डी डी ट्रांजीशन शब्द शायद पकड़ में आ गया हो शब्द शायद आपके पकड़ में आ गया हो कि यह क्या कह रहा हूं मैं कृपया एक बार देख ले क्या बोला जाएगा इसको इसको बोला जाएगा डीडी ट्रांजीशन तो कोई पूछे कि टाइटेनियम h2o 63 प क्यों कलर्ड होता है तो कहना वहां पर डीडी ट्रांजीशन होता है इतनी चीजें थोड़ी ना बताने जाओगे सिंपलीफाइड वर्जन में एक नाम चिपका दोगे कहोगे भैया देखो ये कलर इसलिए दे रहा है क्योंकि भैया ये डीडी ट्रांजीशन करता है है अरे समझे हां तो कलर का रीजन क्या है डीडी ट्रांजीशन इज द रीजन फॉर द कलर अब ऐसे ही देखो अगर कोई कहे कि कोई ऑरेंज कलर का दिखाई देता है तो ऑरेंज कलर वाला क्या करेगा ब्लू कलर वाले को एब्जॉर्ब करेगा अगर कोई ब्लू कलर का दिखाई देता है तो वो ऑरेंज कलर को एब्जॉर्ब करता है लाइट को समझे यस तो ये भारी अंग्रेजी भी आपको मिलेगी आप पढ़ के देख लीजिएगा ये सब समझाया गया है अगली बातचीत ये कलर है आप एक बार देख सकते हैं इसमें कोई बड़ी बात नहीं है आपको बस मेन बात मुझे यह बता नी है कि d के अंदर देखो जब इलेक्ट्रॉन एक भी नहीं है जब d जीरो है तो बताइए जब d के अंदर कोई इलेक्ट्रॉन ही नहीं है तो ट्रांजीशन कैसे होगा अरे भैया ट्रांजीशन किसका होता है इलेक्ट्रॉन का होता है तो जैसे देखिए मान लीजिए कि ये t2g था ये t2g था और ये ी था जब 0 सिस्टम होगा तो भैया इनमें कहीं तो इलेक्ट्रॉन होगा ही नहीं और जब इलेक्ट्रॉन होगा ही नहीं तो वो कलर कैसे आएगा जब कोई अब्जॉर्प्शन होगा ही नहीं जब तक वाइट लाइट में से कुछ कलर एब्जॉर्ब नहीं होंगे तब तक कुछ कलर दिखाई भी नहीं देंगे इसीलिए वो कलरलेस बोले जाते हैं तो 0 में आप कहेंगे डीडी ट्रांजीशन पॉसिबल नहीं है क्योंकि यहां इलेक्ट्रॉन ही नहीं है इस वजह से ये कलरलेस होते हैं देख लो भैया कोई रट्टेड बात है d0 के सिस्टम में आपको क्या मिलेगा भैया कलरलेस मिल जाएगा ठीक है अब ये तो आपको निकालना आता होगा कि स्कैंडियम 3 प् में d0 आएगा टाइटेनियम 4 प्स में 0 आएगा 4 प्लस का मतलब चार इलेक्ट्रॉन निकाल दो टाइटेनियम का इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फरेड लिखने के बाद आई होप आपको आनंद आया हो अगली चीज देखिए बाकी सब में देखो कलर आएगा d1 से लेकर के d9 तक कलर आएगा तो d0 में कलर नहीं है d1 से लेकर के d9 तक में कलर आएगा क्योंकि ट्रांजीशन पॉसिबल है लेकिन d10 में पॉसिबल नहीं है बताओ क्यों सोचो बताओ क्यों अब d10 लिखो एक दो 3 4 पा 6 सा 8 9 10 अब पूरा भरा हुआ है अच्छा जी अब ये मैंने d10 लिख दिया अब एक बार सोच के बताओ इलेक्ट्रॉन अगर नीचे से जाए तो ऊपर जाएगा किधर अरे ऊपर तो ऑर्बिटल पूरे भरे पड़े हैं और एक ऑर्बिटल में दो ही इलेक्ट्रॉन रह सकते हैं अगर यहां इलेक्ट्रॉन है तो नीचे से ऊपर इलेक्ट्रॉन का ट्रांजीशन इज नॉट पॉसिबल नीचे से ऊपर इलेक्ट्रॉन का ट्रांजीशन इज नॉट पॉसिबल अगर नहीं पॉसिबल तो मतलब डीडी ट्रांजीशन नहीं होगा और डीडी ट्रांजीशन नहीं होगा तो जिंक टू प्लस जो होगा वो कलरलेस होगा अरे सुनो रे जिंक टू प्लस कैसा होगा कलरलेस होगा देख लो क्या रीजन बताइएगा बोलो बोलो बोलो क्या रीजन बताइएगा आप कहिए वहां पर कि यहां पर डीडी ट्रांजीशन नहीं हो रहा इसलिए यहां पर कलरलेस आएगा आई होप आनंद आया हो अब एक बात सीखनी है दैट इज चार्ज ट्रांसफर स्पेक्ट्रा कई बार ऐसा देखने को मिलेगा आपको कि भैया वहां पे ना डी जीरो रहेगा d के अंदर कोई इलेक्ट्रॉन नहीं है अच्छा डी के अंदर कोई इलेक्ट्रॉन नहीं मतलब डीडी ट्रांजिशन पॉसिबल नहीं है तब तो उसको कलरलेस होना चाहिए लेकिन कुछ कंडीशन ऐसी होती हैं जहां पर कलर आते हैं तो प्रश्न उठता है भैया आप कलर क्यों आते हैं उसका क्या रीजन है तो उसका रीजन है चार्ज का ट्रांसफर होना कलर के पीछे का रीजन होता है इलेक्ट्रॉन का एक जगह से दूसरे जगह पर मूव करना और उसके लिए लिए कुछ आप समझ लीजिए फ्रीक्वेंसी को एब्जॉर्ब करना जब इलेक्ट्रॉन कुछ फ्रीक्वेंसी को एब्जॉर्ब करता है और उसके बाद एक जगह से ट्रांसफर हो कर के दूसरे जगह पर जाता है तब ही कलर पॉस पॉसिबल है तो अभी देखिएगा यहां पर इलेक्ट्रॉन किस तरीके से नाचता हुआ आपको नजर आएगा पढ़िए लिखा है सम आयस आर कलर्ड कुछ आयस कलर्ड होते हैं इवन दो दे हैव नो इनकंप्लीटली फिड डी ऑर्बिटल मैंने क्या बताया था इनकंप्लीटली फिड d ऑर्बिटल का मतलब क्या होता है d1 से लेकर के d9 तक यही तो इनकंप्लीटली फिड है अब d0 को क्या कहोगे वो तो पूरा खाली है तो उसमें तो इलेक्ट्रॉन ही नहीं है उसकी बात ही मत करो d10 पूरा भरा हुआ है लेकिन d1 से लेकर 9 तक के लोग अगर कलर शो करते हैं तो हम कहते हैं भैया ये जो कलर शो हो रहा है उसका रीजन है डीडी ट्रांजीशन लेकिन अगर कोई ऐसा है कि भैया डी के अंदर कोनो इलेक्ट्रॉन ही नहीं है इसके बावजूद वो कलर शो कर रहा है तो उसका रीजन होता है चार्ज ट्रांसफर स्पेक्ट्रा क्या रीजन होता है चार्ज ट्रांसफर स्पेक्ट्रा जैसे कि आपके सामने मैं प्रस्तुत कर रहा हूं cr4 2 नेगेटिव इसको कहते हैं क्रोमेट आयन क्या कहते हैं इसको क्रोमेट आयन यहीं से याद करना शुरू कर दीजिए आगे ये काम आएगा यह है क्रोमेट आयन क्रोमेट आयन जो होता है डीप येलो कलर का होता है अब यह डीप येलो कलर का होता है लेकिन इसके बारे में थोड़ा जान लो यहां पर अगर आप क्रोमियम का ऑक्सीडेशन स्टेट निकालो इतना निकालना आता होगा ऑक्सीजन का -2 सर हमको नहीं आता देखो क्रोमियम का x मान लो + 4 ऑक्सीजन का कितना होता है -2 = इव ट यहां कितना लिखा -2 कैलकुलेट करो x क्या आएगा x की वैल्यू आएगी + 6 अच्छा x की वैल्यू + 6 का मतलब यहां क्रोमियम पर + 6 है और क्रोमियम पर प् 6 का मतलब है 0 एक बार चेक कर लो क्रोमियम पर प्लस स का मतलब होता है 0 है कि नहीं है बोलो भैया क्रोमियम पर अगर प्लस स उनका इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन अभी मैंने लिखवाया था बताइए क्या आएगा 3d के अंदर जीरो इलेक्ट्रॉन आएंगे आएगा या नहीं आएगा सर आएगा ठीक है अब बताइए डी के अंदर जीरो है तो डीडी ट्रांजीशन तो हुआ नहीं होगा कि उसकी वजह से कलर आया तो ये कलर किसकी वजह से आया उसको कहते हैं चार्ज ट्रांसफर स्पेक्ट और ये कलर क्या है डीप येलो कलर है अब मैं यहां पे बना के दिखाता हूं इनका स्ट्रक्चर ठीक है तो ये है स चार ऑक्सीजन कनेक्टेड है चार ऑक्सीजन कनेक्टेड है समझ में आ गया कि क्रोमियम का टेट्रा हैड्रन फैशन में अरेंजमेंट है टेट्रा हैडल फैशन में चार लोग यहां पर लगे हुए हैं कितने नेगेटिव चार्ज दो और जहां नेगेटिव चार्ज लगा दिया जाए वहां पर डबल बॉन्ड नहीं बनाते बाकी जगह पर डबल बॉन्ड बनाइए इस तरीके से तो ये है क्रोमेट आयन का स्ट्रक्चर बहुत आसान होता है ये हमने केमिकल बॉन्डिंग में भी पढ़ रखा है अब समझिए यहां होता क्या है एक्चुअली ये जो क्रोमियम है उस पर है + स ऑक्सीडेशन स्टेट इसके अंदर है क्या भैया जीरो है ना तो होता क्या है ये जो इलेक्ट्रॉन है कहां पर ऑक्सीजन की खोपड़ी पर जो ये नेगेटिव चार्ज के रूप में इलेक्ट्रॉन है इनका इलेक्ट्रॉन ट्रांसफर होता रहता है यहां पर ऐसे समझो इलेक्ट्रॉन जाता है इलेक्ट्रॉन आता है इलेक्ट्रॉन जाता है इलेक्ट्रॉन आता है इलेक्ट्रॉन जाता है इलेक्ट्रॉन आता है इस प्रोसेस को करने के लिए हमें क्या चाहिए एनर्जी चाहिए तो वो कुछ कुछ एनर्जी को एब्जॉर्ब कर लेते हैं अगर कुछ को एब्जॉर्ब कर लेंगे तो उसका कॉम्प्लीयंट यही रीजन है इसकी वजह से ये डीप येलो कलर का दिखाई देगा यहां पर हो क्या आ रहा है इलेक्ट्रॉन का ट्रांसफर इलेक्ट्रॉन कैसा होता है चार्जड चीज है चार्ज है ना इलेक्ट्रॉन तो इलेक्ट्रॉन पर नेगेटिव चार्ज होता है नालायक तो अगर चार्ज का ट्रांसफर हो रहा है चार्ज का ट्रांसफर हो रहा है तो इसको कहते हैं चार्ज ट्रांसफर स्पेक्ट्रा की वजह से कलर आता है इसी तरीके से अगली बातचीत है दैट इज mno4 नेगेटिव mno4 नेगेटिव का नाम याद करिए मेरे थ पर मैग्नेट मैन ग्नेट पर मैग्नेट आयन बोलते हैं mno4 नेगेटिव इज पर मैग्नेट आयन पर मैग्नेट आयन में अगर आप देखें तो यहां पर m ए पर प् से ऑक्सीडेशन स्टेट आएगा डी के अंदर जीरो आएगा क्या आएगा डी के अंदर जीरो आएगा कृपया ध्यान द डी के अंदर क्या आएगा जीरो आएगा इनके ऊपर नहीं लिख सकते भैया यहां पीछे लिख दूंगा मैं ठीक है यहां पर क्या बता रहा हूं मैं कि mno4 ने में आप mnnit.ac.in कि चार ऑक्सीजन आप इस तरीके से लगाएंगे फिर कितने एक नेगेटिव चार्ज जहां नेगेटिव चार्ज है वो आप यहां बना दीजिए बाकी को आप डबल बॉन्ड डबल बंड और डबल बॉन्ड बना दीजिए कृपया देख ले ये बात कृपया यह बात देख ले कृपया यह बात देख ले दिख गया क्या अच्छा यहां पर m ए पर क्या है ् से mn1 में 0 आ रहा है अच्छा जी यहां पर क्या हो रहा होगा + से है ना चार्जड है ये चार्ज है ये प् से है खूब सादा चार्ज है तो यहां से नेगेटिव चार्ज इलेक्ट्रॉन का ट्रांसफर यहां इसकी वजह से कलर आता है इस वजह से हम कहते हैं चार्ज ट्रांसफर वज की वजह से कलर आता है ऐसा ही cr2 o7 2 नेगेटिव इसको कहते हैं डाई क्रोमेट आयन इसको क्या कहते हैं डाई क्रोमेट डाई क्रोमेट आयन इसको क्या कहते हैं डाई क्रोमेट आयन कहते हैं और डाई क्रोमेट आयन यहां पर क्रोमियम पर भी वही आएगा d0 आएगा चेक कर लीजिएगा क्रोमियम पे + स आएगा निकाल के चेक करिएगा एक क्रोमियम पर और इसका कलर कैसा आता है ऑरेंज कलर इनके कलर भी याद होने जरूरी इनका रीजन याद होना जरूरी है सब पेपर के लिए बहुत ज्यादा इंपॉर्टेंट है अगली बातचीत है एलॉय पर एलॉय क्या होता है मिक्सचर ऑफ एलिमेंट्स जैसे कुछ मेटल्स हैं दो-तीन मेटल्स को क्या करो आपस में मिला दो मिलाने के बाद जो चीज निकल के आती है उस मिक्सचर को हम एलॉय कहते हैं ठीक है जी जैसे आपके सामने पहला प्रस्तुत कर रहा हूं ब्रास ठीक है जी कॉपर और जिंक का ये मिश्रण है आपको याद रखना पड़ता है ब्रास ब्रॉन जो होता है कॉपर और टिन का मिश्रण होता है अच्छा जी गन मेटल में आप देखिए कॉपर देखो तीनों में कॉमन है इन तीन तीनों में कॉपर कॉमन है यहां पर पहले में जिंक था दूसरे में टिन है और तीसरे वाले में देखो जिंक और टिन दोनों है तो इस तरीके से आप याद भी कर सकते हैं इसको सीक्वेंस में याद करिएगा तभी आपकी खोपड़ी में ये टिकेगा ठीक है ये आसान भी है ये बहुत ज्यादा यूज होता है ब्रॉन्ज आप जानते हो अगर तो ब्रोंज सिल्वर कुछ सुना है क्या जीवन में कोई बात नहीं नहीं सुना तो कभी मिलना मिला होता तो जरूर याद रहता ठीक है जी तो ब्रास में क्या है जिंक रहेगा ब्रोंज में टिन रहेगा गन मेटल या बेल मेटल में आपको ये दोनों मिल जाएंगे है ना मतलब इन्हीं को आपस में मिला दो मिल जाएगा अगली चीज जो याद करने में दिक्कत होती है दैट इज स्टेनलेस स्टील ये तो याद भी हो जाते हैं ये थोड़ा दिक्कत करता है क्योंकि यहां पे कार्बन भी प्रेजेंट है आयरन है क्रोमियम है और निकल भी है तो इसको इस तरीके से याद कराता हूं मैं कि इसको स्ट्रेन समझिए स्ट्रेन जानते हैं स्ट्रेन का मतलब होता है खिंचाव है ना जैसे मान लीजिए खोपड़ी में खिंचाव है तो क्या करना चाहिए फिक्र नहीं करनी चाहिए अगर खोपड़ी में खिंचाव है दर्द है परेशानियां है जिंदगी में तो फिकर को निकाल क्या याद करिए ये इसको कहिए फी कर फिकर को को के लिए सिर्फ कार्बन फिकर को निकाल फिकर को निकाल रे फि क्या करो फिकर को निकाल कर के आप अपने स्ट्रेन को दूर कर सकते हैं स्ट्रेन को लेस कर सकते हैं तो इस तरीके से याद कराने के लिए बना दिया है स्टेनलेस स्टील ये एक्चुअली याद नहीं होता ये तो याद भी हो जाता कि ब्रास जो होता है वो जिंक का बना होता है मतलब जिंक एंड कॉपर का है और जो आपका ब्राउज होता है वहां पे टिन और कॉपर होता है अगला वाला जो गन मेटल या बेल मेटल है उसमें इन तीनों को मिला दीजिए यह बन जाता है ठीक है जी आइए अगला देखते हैं यह पूछा जाता है इसलिए सावधानी से बता रहा हूं अब बात करनी है हमें एफ ब्लॉक एलिमेंट पर और एफ ब्लॉक एलिमेंट में इनर ट्रांजीशन एलिमेंट्स कहते हैं एफ ब्लॉक एलिमेंट्स को इनर ट्रांजीशन एलिमेंट्स कहते हैं और डी ब्लॉक को क्या कहते हैं ट्रांजीशन एलिमेंट्स कहते हैं अच्छा जी ये हमारे ए ब्लॉक के एलिमेंट है इनको याद करना पड़ता है पहले तो ये जान लीजिए ठीक है ये क्या है भैया ये है 4f सीरीज ये क्या है ये है 4f सीरीज ठीक है 4f सीरीज या इसको कहते हैं लैंथेनाइड सीरीज क्योंकि इनके लीडर का नाम ही लैंथम था क्लियर है आइए देखते हैं अगर मैं सीरियम की बात करूं जो पहला लिखा गया है ये जो पहला लिखा हुआ शक्स है उसके एटॉमिक नंबर की बात करूं तो कौन बता सकता कितना आएगा सर 58 आएगा सीरियम का एटॉमिक नंबर 58 आएगा लटेश का एटॉमिक नंबर 71 आएगा कई बार मैं इसलिए बताता हूं ताकि ये बातें आपकी खोपड़ हों में टिके अब याद करिए मेरे साथ इनको पूरा कैसे याद करेंगे सीने पर सीने पर मतलब सीने पर ठीक है सीने पर नदियां प्रेम की समाई सीने पर नदियां प्रेम की समाई यूं गदगद तब दिल हो गया यूं गदगद तब दिल हो गया इंजीनियर तुम ये भी लो लो को आप एल यू समझिए लू है ना क्या बोला मैंने इंजीनियर तुम ये भी लो मान लीजिए दो इंजीनियर बैठे हुए हैं एक का दिल थोड़ा से दुख गया है क्योंकि उसका जो मानता था कि सीने पर नदियां प्रेम की समाय उसको लगता था प्रेम बहुत हमारे अंदर तक घुसा हुआ बाद में उसका थोड़ा सा क्या हो गया ब्रेकअप हो गया है तो वो भैया लेकर के बैठा हुआ है c2h 5o और वो एक साथ बोतल खटखटा करके ये बातें कर रहा है क्या कह रहा है कि सीने पर नदियां प्रेम की समाई यूं गदगद तब दिल हो गया तब तो दिल क्या हो गया था बहुत गदगद हो गया था लेकिन यार दिल टूट गया फिर वो कह रहा है इंजीनियर तुम ये भी लो अब ये दुख दर्द को मिटाने के लिए हे इंजीनियर तुम भी थोड़ा सा पी ही लो है ना बगल में एक दूसरा इंजीनियर बैठा है वो दूसरे वाले को समझा रहा है यह कहानी है कुल मिला के याद होना जरूरी है क्या सीने पर नदियां प्रेम की समाई यूं गदगद तब दिल हो गया इंजीनियर तुम ये भी लो याद करना जरूरी है बिना याद किए आगे कुछ नहीं होने वाला है अगली बात चीज ये है 5f सीरीज ये है फाइव एफ सीरीज ठीक है फाइव एफ सीरीज की शुरुआत होती है थोरियम से लेकर के अ लोरेंस एम तक और इसका हमें पता है किसका होता है 90 और लोरेंस एम में एल आर इसका होता है 103 कितना होता है 103 ठीक है जी इतनी बात में कोई समस्या नहीं याद कैसे करेंगे थॉर थॉर सुना है क्या सुना ही होगा लौकी का भाई जो लौकी बेचता था है ना जी हा थॉर के पापा ने यूं बोला थोर के पापा ने यूं बोला नेपाल में पुराने आम कम बिकेंगे नेपाल में पुराने आम कम बिकेंगे लेकिन बेटा घबराना नहीं कैफे में कैफे में ऐसे फरमा कैफे में जाना है ना चौड़ में भले पैसा नहीं हो लेकिन कहां जाना कैफे में जाना ऐसे फरमाना मैडम नूडल्स लाउरे मैडम नूडल्स लाउरे वहां जो सर्व कर रही होंगी उनको कहना मैडम नूडल्स लावरे नालायक आदमी था यार इसका पापा गंदी बातें सिखा रहा है ठीक है जी क्या नाम था ऑर्डिन साहब है ना आइए देखते हैं अगली बातचीत देखना हमने हमें एक चीज आपको बतानी है वो यह है कि देखो भैया ये जितने भी एलिमेंट्स हैं किसमें एक्टिनाइड सीरीज में 4f सॉरी 5f सीरीज के जितने भी एलिमेंट्स हैं ये सारे के सारे एलिमेंट्स रेडियो एक्टिव हैं ये सारे के सारे एलिमेंट्स रेडियोएक्टिव है रेडियोएक्टिव का मतलब उनको रखेंगे थोड़ी-थोड़ी देर में वो कम होक के खत्म हो जाएंगे अपने आप ही तो ये सारे के सारे रेडियोएक्टिव मेटल हैं बट आप एक बात जान लें इस पूरे लैंथेनाइड में सिर्फ प्रेम ऐसा है क्या सिर्फ प्रेम ऐसा है जो रेडियोएक्टिव है तो बेटा जो तुम अभी प्यार कर रहे हो ना वो भी रेडियो एक्टिव है प्रेम क्या है रेडियो एक्टिव है अगर प्रेम रेडियो एक्टिव है अभी आपकी उम्र में जो प्रेम हो रहा है वह बड़ा रेडियो एक्टिव है वो धीरे धीरे धीरे धीरे क्षीण हो जाएगा खत्म हो जाएगा फिर भैया आप नया ढूंढने निकलेंगे ध्यान रखिएगा प्रेम क्या है सिर्फ प्रेम सिर्फ प्रेम ही रेडियो एक्टिव है बाकी लोग रेडियो एक्टिव नहीं है ये जितने भी लोग हैं इनके अलावा यही सिर्फ प्रेम ही रेडियो एक्टिव है बाकी कोई और रेडियो एक्टिव रेडियो एक्टिव ठीक है पढ़ लोगे ना रेडियो एक्टिव है सिर्फ प्रेम रेडियो एक्टिव है ठीक है तो ओनली प्रोमिथियन इसको प्रेम का मतलब नाम है प्रोमिथियन इज रेडियोएक्टिव इन लैंथेनाइड ठीक है लेकिन यहां सारे के सारे क्या होते हैं नीचे ये वाले सारे रेडियो एक्टिव है एक्टनाइड सीरीज में ठीक है जी बाकी सारे मेटल हैं तो जो जो भी नेचर जो है मेटल का हो वो ये लोग शो करते हैं अगली बातचीत और चर्चा क्या है देख लेते हैं लैंथेनाइड पर है अच्छी बात है ये प्रेम की बात तो मैंने बता ही दी है है ना इलेक्ट्रॉनिक कन्फेशन पर चर्चा करनी है देखो इलेक्ट्रॉनिक कन्फेशन आपको कंफ्यूज करता है ये बात मैं समझता हूं इसलिए मैं पहले आपको थोड़ा इत्मीनान से प्यार से समझाने जा रहा हूं चलिए बताइए लैंथम का आप बताइए जो आपको आता है सर हमको कुछ नहीं आता है अरे नालायक अभी बताया था लैंथम का होता है भैया जेनन जेनन लिखने के बाद हम लिखते हैं 6s 2 फिर हम लिखते हैं 5d 1 बोलो लिखते हैं कि नहीं लिखते हैं सर यही तो लिख के आपने बताया था एकदम सही है लैंथम के बाद हमने क्या कहा था कौन आता है सीरियम आता है ये बात बात भूल गए क्या अरे भैया लैंथम था फिर सीरियम से लेकर के लटेश तक की कहानी है और इसके बाद हमने क्या बताया था हाफ नियम बताया था याद आ रहा है सर याद नहीं आ रहा अरे नालायक शुरू में बताया था सबसे सबसे शुरू में यही बताया था लैंथम और हाफ नियम के बीच में सीरियम और लटेश आता है तो देखना लैंथम का तो हमने लिख दिया लैंथम का कितना होता है 57 अब बात करते हैं सीरियम की जिसका होता है 58 और एक्चुअली शुरुआत कहां से होती है लंथनाइड सीरीज की सीरियम से तो समझना यहां कैसे लिखा जाएगा आप खुद बता दो कैसा लिखना चाहिए बोलो ये पूरा का पूरा एज इट इज छाप लीजिए ू बहु पूरा छाप लीजिए इसको पूरा का पूरा छाप लीजिए अब समझिए सीरियम जो है 4f सीरीज का पहला मेंबर है अगर ये 4f सीरीज का पहला मेंबर है तो हमें यहां लिखना चाहिए 4f 1 कोई संदेह तो नहीं है तुम्हें कोई संदेह तो नहीं है भैया नहीं है 4 f1 ये खोपड़ी में आ गई बात पहला मेंबर है अच्छा सीरियम के बाद आप गेडो इनियम लिखिए क्यों वो भी बताऊंगा गैडो नियम ध्यान दीजिएगा गैडो नियम सातवें नंबर पर तो हमें क्या करना है पहले सातवें और 14वें नंबर पहला सातवां और 14 मतलब पहला और लास्ट वाला और बीच वाला इनका हमें लिखना आना चाहिए यही कंफ्यूजन पैदा होता है ठीक है गैडो इनियम की अगर मैं बात करूं तो हम लिखेंगे जेनॉनस्टैक फिर क्या आएगा 4f 7 अरे भैया यहां पर देखो सेवंथ नंबर पर है 1 2 3 4 5 6 7 सातवें नंबर पर डोली नियम है तो क्या आएगा सेवन ठीक है इसी तरीके से अगला लास्ट में क्या है लटेश लटेश का आप क्या लिखेंगे लटेश का आप लिखेंगे जेनन फिर आप लिखेंगे 6s 2 फिर आप लिखेंगे 5 d1 फिर आप क्या लिखेंगे भैया 4f 144 क्योंकि 14th नंबर पर है तो पहले सातव एंड 14 नंबर को कृपया इस तरीके से लिखना सीख जाइए और आपको एक बात बता देता हूं ये जो 5 d1 है वो सिर्फ तीन जगह आएगा पहले सातवें और 14 में बाकी किसी में 5 d1 नजर नहीं आएगा बाकी किसी में 5 d1 कहां नजर आएगा तीन जगह पहले सातवें और 14वें में नजर आएगा अच्छा जी आपकी बात मान गया सर इतने में तो कोई दिक्कत नहीं है चलिए आइए देखते हैं देखना लैंथम तो हमने लिख के बता दिया हमें बात करनी है मेन तो सीरियम से देखना सीरियम की अगर मैं बात करूं तो यहां पर आपको 4f 1 दिखाई देगा 5d 1 और 6s 2 दिखाई देगा इसी तरीके से गैडो नियम की अगर मैं बात करूं तो गैडो नियम में आपको f7 दिखाई देगा इसके बाद 5d 1 6s 2 दिखाई देगा ठीक अगर मैं लटेश की बात करूं एय की बात करूं तो यहां पर f14 दिखाई देगा 5 d1 एंड 6s 2 दिखाई देगा एक बार देखो ये दिखाई देगा क्या हां सर ये दिखाई दे रहा है यही चीज हूबहू नजर आ रही है बाकी में मैंने क्या बोला कि भैया यहां 50 59 से लेकर के 63 में देखो कहीं 5 d1 नहीं है कहीं भी 5 d1 नहीं है यहां पर भी कहीं 5d नहीं है बस आपको ये आना चाहिए 5d व नहीं इतनी बात ठीक है अब एडजस्टमेंट है अब सिर्फ एडजस्टमेंट है काम हो जाएगा देखिएगा अगर मैं कहूं कि सीरियम के बाद सीरियम के बाद मुझे लिखना है ये प्रेस डाइम एम का तो चलिए लिख के बताइए कैसे लिखेंगे हमें लिखना है सीरियम के बाद प्रेस डाइम एम का तो यहां पर मैं लिख देता हूं यहां पर लिख देंगे हम प ठीक है जी प इसका कितना होता है 50 9 इसका कितना है 59 ठीक है हम कैसे लिखेंगे समझना लिखेंगे जेनन फिर क्या लिखेंगे भैया लिखेंगे 6s 2 इसमें कोई दिक्कत नहीं है समझना ध्यान से हमने कहा कि भैया यहां पर 5 d1 नहीं आएगा तो 5 d1 वाला इलेक्ट्रॉन कहां जाएगा f में जाएगा तो ये वाला इलेक्ट्रॉन यहां गया तो कितना हो गया 4 f2 ये इलेक्ट्रॉन गया तो 4 f2 लेकिन एक इलेक्ट्रॉन आपने और बढ़ा दिया तो इसका मतलब हो जाएगा 4f 3 ठीक यहां पर तो 5 d1 लिख नहीं सकते थे इसलिए हमने इसको ऐसा लिख दिया है आई होप समझ में आया हो अब एक बात देखो गैडो नियम के जस्ट पहले वाला इंपॉर्टेंट है गैडो नियम के जस्ट पहले वाला भी इंपॉर्टेंट है गैडो नियम के जस्ट पहले है यूरोपियम यूरोपियम में देखना बहुत आसान है देखना ध्यान से गैडो नियम में क्या आता है 5 d1 तो अगर यही 5 d1 मैं हटा दूं सिर्फ तो ऊपर वाला बन जाएगा भैया ये यूरोपियम से गैडो इनियम आने में एक इलेक्ट्रॉन एक्स्ट्रा है ना अगर वो मैंने 5 d1 से हटा दिया तो किसका मिल जाएगा यूरोपियम का तो देखिए यूरोपियम का कितना होगा 6s 2 4 f7 इसको एक बार घर पे बैठ के ध्यान से देख लेना सिर्फ देखना है कोई दर्द नहीं होगा इसलिए नहीं होगा क्योंकि हमने ये याद करा दिया जहां दर्द है वो पहला सातवां और 14वां है बाकी में जो 5 d1 है वो नहीं आएगा इससे आपका काम बन जाता है कोई दुख तकलीफ समस्या नहीं आती है ठीक है जी अरे याद रख पाइए बोलो या ट्रिब एम चलो लिख के बताओ वाई ब लिख के बताओ वाई बी जो है जस्ट लटेश के पहले आता है सर हमें कैसे याद रहेगा वो जो हमने याद कराया सीने पर नदियां प्रेम की समाई यूं गदगद तब दिल हो गया इंजीनियर तुम यह भी ये भी के बाद आता है लो ये भी लो तो इससे क्लियर हो जाएगा कि एलय के जस्ट पहले आएगा अब अगर एल यू के कोई जस्ट पहले है तो भैया केवल एक काम करो 5 d1 छुपा दो क्योंकि 5 d1 यहां नहीं आएगा तो यहां पर हो जाएगा 14 कृपया ध्यान देना यहां पर देखो 4f 14 6s 2 यहां पर 5 d1 नहीं है क्लियर है इसी तरीके से जो हमने यूरोपियन समझाया यहां पर देखिए f7 है लेकिन यहां पर क्या नहीं है 5 d1 नहीं है यही पूछा जाता है जितना बता रहा हूं देखिएगा अभी क्वेश्चन करवाता हूं और देखिए आगे लिखा है कि लैंथेनाइड जो होते हैं उनका जनरल ऑक्सीडेशन स्टेट + 3 होता है कृपया ध्यान दें जनरल ऑक्सीडेशन स्टेट ऑफ लैंथेनाइड कितना होता है + 3 होता है चलिए जी ये क्वेश्चन सॉल्व करिए चलिए करिए करिए करिए बुद्धि लगाइए लगाओ भैया क्या होगा यहां पर द करेक्ट इलेक्ट्रॉनिक कन्फेशन एंड स्पिन ओनली मैग्नेटिक मूमेंट इन बोर मैग्नेट ऑफ गडो नियम 3 प्स तो भैया मेरे को पहले गडो नियम का इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन तो आना चाहिए अभी मैंने सिखाया कि भैया गैडो नियम क्या है सेवंथ नंबर पर आता है अच्छा जी इसका मतलब सर समझ गया क्या लिखना होगा ये लिखना होगा 5d 1 लिखना होगा सातवें नंबर वाले के लिए और साथ में 4f 7 लिखना होगा दिस इज द इलेक्ट्रॉनिक कन्फेशन सातवें नंबर पर होने की वजह से f7 और 5 d1 तो रहता ही है पहले सातवें और 14वें पे अब बताइए अगर मैं 3 प्लस करूं अगर मैं यहां गैडो नियम पर थ प्लस करूं तो इलेक्ट्रॉन कहां से हटेंगे बताइए जेनन तो रहेगा ही रहेगा बताइए इलेक्ट्रॉन कहां से हटाएंगे हायर ऑक्सीडेशन हायर नंबर ऑफ सेल्स है ठीक है तो यहां पर आप हटाएंगे 6s से और कहां से हटाएंगे 5d से आप 4f से इलेक्ट्रॉन नहीं हटाएंगे तो इसका मतलब अगर थ प्लस किया तो दो इलेक्ट्रॉन पहले यहां से निकलेगा फिर एक इलेक्ट्रॉन यहां से निकलेगा तो सिर्फ यहां पर बचेगा 4 f7 आसान है आसान है कि नहीं है अरे सर बहुत आसान है अब सुनिए 4f को अगर मैं बनाऊं तो 4f में कितने इलेक्ट्रॉन भरने हैं सात तो बताइए कितने डब्बे बनाने 1 दोती च पाच छ है ना छह बनाएंगे तो सात बन जाएगा एक दोती 4 पा 6 सात ठीक है अब बताइए इसमें अगर हमें f7 भरना हो f7 भरना हो तो 1 दोती 4 पा 6 सा इसका मतलब n की वैल्यू कितना हो गया सात n क्या है नंबर ऑफ अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन अगर अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन सेवन हो गया तो हे नालायक प्राणी यहां पर मैग्नेटिक मूमेंट म जो होता है दैट इज 7 पंट समथिंग 7 पॉइंट समथिंग आप चाहो तो फॉर्मूले में रख के निकाल लो लेकिन 7 पॉइंट समथिंग से काम बन जाएगा तो इस तरीके से आपको यह बी ऑप्शन मिल जाएगा देखिए 7 प समथिंग और f7 यही मिल रहा है बाकी कहीं मिलेगा भी नहीं समझ में आया क्या अरे बोलो रे भैया आसान लग रहा है ना एकदम लगना चाहिए अगला क्वेश्चन आप सॉल्व करेंगे खुद से करिए चलिए करिए करिए करिए छोड़ दूं क्या करके बताएंगे करके बताइएगा मैं आपको थोड़ा हिंट दे देता हूं बाई वेलेंट य यूरोपियम का मतलब होता है बाइ वेलेंट का मतलब क्या है टू प्लस बनाना तो किसका बनाना है यहां पर है यूरोपियम पे टू प्लस तो यह है बाई वेलेंट यूरोपियम मतलब टू प्लस ट्राई वेलेंट सीरियम सीरियम का लिखिए उस पर प्लस थ सीरियम पर प्लस थ तो इनका इलेक्ट्रॉनिक कन्फेशन आप खुद लिख कर के कमेंट करिए बता चुका हूं मैं कैसे सोचना है कैसे देखना है सिंपल है है ना आइए देखते हैं लैंथेनाइड कंट्रक्शन क्या होता है लैंथेनाइड कंट्रक्शन की बात आपको पढ़ाई जाती है पीरियोडिक टेबल में बट मैं एक बार दोबारा बताऊंगा यहां पर सुनिए शब्द से मतलब सुनिए लैंथेनाइड सीरीज के अंदर लैंथेनाइड सीरीज के अंदर जब हम लेफ्ट से राइट जाते हैं तो साइज घटती जाती है और इस साइज की घटने को कंट्रक्शन कहते हैं साइज का घटना साइज का कांट्रैक्ट होना कहलाता है तो क्योंकि ये साइज का कंट्रक्शन लैंथेनाइड सीरीज में हो रहा है इसीलिए इसको लैंथेनाइड कंट्रक्शन कहते हैं सिंपल है बस नामकरण कर दिया गया है तो समझ लीजिए कि जब हम यहां पर लेफ्ट से राइट चलते हैं और आपको पता है पीरियोडिक टेबल में लेफ्ट से राइट चलने पर क्या होता है एटॉमिक रेडियस एर मतलब एटॉमिक रेडियस घटती है और इस घटने वाली जो प्रॉपर्टी है उसको हम कह देते हैं नाम दे देते हैं लैंथेनाइड कंट्रक्शन तो सीरियम से जैसे-जैसे आप लटेश की तरफ जाएंगे साइज आपको घटता हुआ नजर आएगा एक तो यह बेसिक चीज होती है दूसरी चीज समझना होता क्या है यह साइज बहुत तेजी से घटता है है ना बहुत तेजी से घटने का मतलब अगर मान लो ये 100 है तो बगल वाला सीधा 95 हो जाएगा 999 नहीं होगा मतलब ज्यादा घटने लग जाता है ये कहते हैं ऐसा इसलिए होता है क्योंकि यहां पर क्या रहेगा फोर इनके इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन में हमें 4f सब सेल दिखाई देते हैं क्या 4f सब सेल दिखाई देते हैं और जो 4f सब सेल होते हैं उनका सील्ड पावर बहुत कमजोर होता है वो फोर्स ऑफ अट्रैक्शन को रोक नहीं पाते समझा देता हूं क्या कहना चाह रहा हूं वो समझा देता हूं जैसे ये न्यूक्लियस है ये फोर्थ सेल है ये फिफ्थ सेल है और ये सिक्स्थ सेल है आपको अब तक इतना ज्ञात हो गया होगा कि भैया यहां पे सिक्सथ सेल के अंदर इनका क्या रहेगा टेस्ट इलेक्ट्रॉन रहेगा बाहरी इलेक्ट्रॉन रहेगा है ना तो यहां पर सिक्स जो सेल है उसके अंदर इलेक्ट्रॉन मौजूद है ठीक है जी ध्यान समझिए उसको कौन फोर्स ऑफ अट्रैक्शन लगा रहा है उसको ये लगा रहे हैं भाई साहब लगा रहे हैं ये चाहते हैं उनको अपनी तरफ खींचना ये चाहते हैं उनको अपनी तरफ खींचना है ना और लेकिन बीच में जो इनर सेल होते हैं बीच में जो इनर सेल होते हैं वो इनको रोकने का काम करते हैं इनर सेल कहते हैं भैया हम पर प्यार मोहब्बत बरसाओ कहां तुम बाहर वाले पर जा रहे हो लेकिन लेकिन अगर इलेक्ट्रॉन 4f जैसे सब सेल में मौजूद होता है तो 4f सब सेल क्या होता है फटे पुराने पर्दे की तरह है यहां से टॉर्च जलाए इसको जो है लाइट मिल जाएगी कोई रोकने वाला भी बीच में नहीं है शायद ये बात समझ में नहीं आई होगी क्योंकि ये बातें हमसे आपने नहीं पढ़ी है तो कोई बात नहीं मैं दोबारा बता दूंगा देखना अगर मैं कहूं फोर्थ सेल में फोर्थ सेल में ही तो 4f होगा तो अगर मान लो मैं इसको पर्दे की तरह दिखा रहा हूं ये रिप्रेजेंटेशन है ऐसा मत सोचना कि 4f ऐसा दिखता है नहीं भाई मैं बता रहा हूं कि 4f जो है जो 4f सब सेल होता है ना उसका सबसे पुअर सीडिंग होता है वो जो है कभी भी जो फोर्स ऑफ अट्रैक्शन जा रहा है आउटर शल के इलेक्ट्रॉन के लिए उसको रोकता नहीं है उसकी क्षमता ही नहीं है उसको कहते हैं सील्ड पावर तो सील्ड पावर बहुत कमजोर होती है 4f सब सेल की ये रिप्रेजेंटेशन है बताने का तरीका है कि मैं कह रहा हूं कि ऐसा कुछ दिखता है लेकिन ऐसा थोड़ी ना होता है 4f तो लीफ की तरह होता है पत्तियों की तरह होता है ठीक है जी तो जब भी ये न्यूक्लियस इस इलेक्ट्रॉन के लिए फोर्स ऑफ अट्रैक्शन भेजता है कि आओ भैया मेरी तरफ आ जाओ तो ये जो बीच में पर्दा है वो रोकता नहीं है क्योंकि इसके पास रोकने की क्षमता ही नहीं है क्योंकि फो 4 जो होता है वो पुअर सीडिंग करता है इसी वजह से क्या होता है इस इलेक्ट्रॉन को यह न्यूक्लियस बहुत ज्यादा खींच कर अंदर ला देगा अगर ये अंदर ला देगा तो साइज क्या होगी छोटी हो जाएगी समझ में बात आई रीजन पढ़िए क्या लिखा है दिस डिक्रीज इन रेडियस इज कॉल्ड एज लैंथेनाइड कंट्रक्शन और दिस डिक्रीज इज ड्यू टू पुअर शिल्डिंग ऑफ एफ ऑर्बिटल इलेक्ट्रॉन एफ ऑर्बिटल के अंदर जो इलेक्ट्रॉन मौजूद हैं वो बहुत ही पुअर शिल्डिंग करते हैं इस की वजह से ये न्यूक्लियस ज्यादा फोर्स ऑफ अट्रैक्शन भेजकर बाहर के इलेक्ट्रॉन को अंदर बुला सकता है तो साइज छोटी हो जाती है अच्छा जी समझ में आ गया तो या ये बात ध्यान रखना लैंथेनाइड कंट्रक्शन का मतलब होता है साइज को छोटा कर देना ठीक है जी इतनी सिंपल बात लैंथेनाइड सीरीज 4f सीरीज के अंदर साइज का छोटा होना लैंथेनाइड सीरीज के कंट्रक्शन के नाम से जाना जाता है अगली बात क्या है इफेक्ट ऑफ लैंथेनाइड कंट्रक्शन ऑन साइज इसका मतलब है कि डी ब्लॉक पर क्या असर करता है आइए देखते हैं ऑन डी ब्लॉक देखिए भैया ये क्या लिखा है ये पीरियड नंबर है एंड यहां पर पीरियड नंबर है फोर्थ पीरियड फिफ्थ पीरियड सिक्स्थ पीरियड फोर्थ पीरियड में आता है स्कैंडियम ठीक है स्कैंडियम और यहां पर क्या है ट्रियन और सिक्स्थ में आता है लैंथम और देखिए भैया ये जो होता है ये कौन है भैया जी पहला आपका थर्ड ग्रुप का ये फोर्थ ग्रुप वाला टाइटेनियम जर्को नियम हाफ नियम लेकिन लैंथम एंड हाफ नियम के बीच में लैंथम में 57 होता है इसका 72 बीच में कौन होता है सीरियम से लेकर के लटेश तक ये लैंथेनाइड होते हैं ये कौन है भैया ये लैंथेनाइड है ध्यान दीजिए लैंथेनाइड है अब इन लैंथेनाइड की वजह से कुछ नौटंकी होती है साइज में कुछ डिक्रीज होता है उसको क्या कहते हैं लैंथेनाइड कंट्रक्शन कहते हैं तो इनके बीच में ही लैंथेनाइड कंट्रक्शन होता है तो लैंथेनाइड कंट्रक्शन में क्या होगा सीरियम से लटेश तक जाने में धीरे-धीरे 14 बार साइज क्या होती है कम होती जाती है और लटेश की साइज बहुत छोटी हो जाती है विद रिस्पेक्ट टू सीरियम के इसी को तो लैंथेनाइड कंट्रक्शन कहते हैं अच्छा अब हमें देखना है कि इसका इफेक्ट यहां क्या पड़ने वाला है आइए देखते हैं एक बात देखो यहां पर देखो सिंपल सी बात बताओ स्कैंडियम ट्रियन से लैंथम ऊपर से नीचे जाने पर आज तक आपने क्या पढ़ा है ऊपर से नीचे जाने पर एटॉमिक साइज बढ़ती है एकदम सही बात है ऊपर से नीचे जाने पर ग्रुप नंबर थ्री पर क्या होगा ग्रुप नंबर थ्री में यहां पर साइज जो है घटता हुआ नजर आएगा ये बोलो होगा क्या है ना यहां पर क्या हो रहा है ग्रुप नंबर थ्री ग्रुप नंबर थ्री में हमें क्या देखने को मिल रहा है कि ऊपर से नीचे जाने पर एटॉमिक साइज या एटॉमिक रेडियस जो होती है वो लगातार बढ़ती है कृपया ध्यान दे लें एटॉमिक रेडियस क्या हो रहा है थ्री में लगातार बढ़ती है ये शायद थ्री क्लियर नहीं दिख रहा है क्या थ्री दिख रहा है दिख रहा है दिख रहा है कभी-कभी सामने वाले में कंफ्यूजन हो जाता है ठीक है जी तो ग्रुप थ्री में ऊपर से नीचे जाने पर हम क्या कहते हैं हम कहते हैं ऊपर से नीचे जाने पर साइज बढ़ता है अच्छा यहां पर आइए टाइटेनियम जर्को नियम हाफ नियम टाइटेनियम से जर्को नियम आने पर रेडियस बढ़ता है लेकिन जर्को नियम से हाफ नियम जाने पर इन दोनों की रेडियस बराबर हो जाती है यहां पर तो रेडियस बढ़ता है यहां पर रेडियस बराबर हो जाती है अब बताओ कोई पूछे क्यों तो सिंपल सी बात है कि हाफ नियम के जस्ट पहले 14 एलिमेंट्स आ गए और 14 बार ये साइज छोटी हुई है और इतनी छोटी हो जाती है कि जस्ट ऊपर वाले के बराबर हो जाती है तो अगर कोई पूछे जर्को नियम और हाफ नियम की साइज बराबर क्यों है तो कहना क्योंकि हाफ नियम के जस्ट पहले लैंथेनाइड आते हैं और लैंथेनाइड में खुद में कंट्रक्शन होता है और ये 14 बार अपनी साइज को छोटा करते हैं इतना छोटा कर देते हैं कि हाफ नियम के आते आते तक वो जर्को नियम के बराबर होने लग जाते हैं लेकिन देखो लैंथेनाइड कंट्रक्शन भैया शुरुआत कहां से होगी लैंथम के बाद होगी इसीलिए इस पर कोई प्रभाव नहीं आया है देखो यहां पर लैंथम बड़ा है यहां पर हाफ निम बड़ा हो सकता था लेकिन नहीं है ना क्यों क्योंकि बीच में कौन आ गया लैंथेनाइड आ गया और लैंथेनाइड का कंट्रक्शन का इफेक्ट है कि ये दोनों साइज में बराबर होने लग गए तो जो ग्रुप थ्री होता है इसको कहते हैं कि दिस इज फ्री फ्रॉम लैंथेनाइड कंट्रक्शन फ्री फ्रॉम इफेक्ट ऑफ फ्री फ्रॉम इफेक्ट ऑफ इफेक्ट ऑफ लैंथेनाइड कंट्रक्शन इस पर लैंथेनाइड कंट्रक्शन का कोई भी इफेक्ट ग्रुप थ्री पर दिखाई नहीं दे सकता क्योंकि लैंथेनाइड की शुरुआत लैंथम के बाद होती है तो उसके पहले इफेक्ट कैसे दिखाई देगा उसका इफेक्ट यहां दिखाई देगा समझ में आया क्या यस सर इसी तरीके से अगला देख लीजिए सेम तरीके से यहां से ऊपर जाने में कोई दिक्कत नहीं बट इन दोनों की साइज बराबर होगी यह चीज हर जगह दिखाई देगी बहुत इंपॉर्टेंट बात है और यह कई बार पूछा गया है फ्यूचर में भी यह पूछा जाता रहेगा फ्यूचर में भी यह पूछा जाता रहेगा ठीक है जी चलिए देख लेते हैं एक बार देख लेते हैं भैया एक बार ठीक है देखो पूछा क्या जाता है अक्सर पूछा जाता है कि जर्को नियम हाफ नियम दोनों की साइज बराबर क्यों होती है इन दोनों की साइज बराबर क्यों होती है तो क्यों का रीजन है क्योंकि इसके जस्ट पहले क्या है लैंथेनाइड कंट्रक्शन है कोई पूछे कि मॉली बेटन एंड टंगस्टन की साइज आपस में बराबर क्यों होती है तो कहना कि यहां पर जो टंगस्टन है उससे पहले लंथनाइड फ्रैक्शन हो रहा है इसी तरीके से जी और a की आपस में साइज बराबर क्यों होती है तो कहिए कि a वाले में जब हम देखते हैं देखो जो गोल्ड है वहां पर आपको 4f मिलेगा लेकिन जी में 4f नहीं मिलेगा इन सब में 4f मिलेगा देखो हाफ नियम में भी 4f सब सेल मिलेगा सब में मिलेगा 4f 4f 4f 4f 4f 4f 4f 4f 4f सब में 4f होगा सब में 4f होगा अभी तो बताया था मैंने इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन इन सब में 4f में कुछ ना कुछ इलेक्ट्रॉन होंगे लंथन में 4f में कोई इलेक्ट्रॉन नहीं होता इसलिए इस पर कोई इफेक्ट नहीं आ रहा है तो जहां कहीं 4f की एंट्री हो जाती है वहीं तकलीफ समस्याएं शुरू होने लग जाती है तो इनकी साइज आपस में बराबर है क्या आपको ये समझ में आया ये पेपर में पूछा जाता है इसलिए कह रहा हूं अगला क्वेश्चन आप सॉल्व करेंगे अच्छा क्वेश्चन नहीं आया क्या अभी कोई बात नहीं ये जो मैंने बताया ना ये क्वेश्चन ही था ये क्वेश्चन है ये क्वेश्चन है ये क्वेश्चन है ये पूछा जा रहा है भविष्य में भी आएगा ये भी बता रहा हूं अभी चलिए और बात करते हैं एटॉमिक रेडियस जो कि 3d सीरीज में कैसे वैरी करता है वो बड़ा जान हमारे लिए जरूरी होता है अच्छा एक बात बताओ चलो एक बात यही कर लेते हैं अगर मैं यहां से थोड़ा जनरलाइज करने की कोशिश करूं इसको छोड़ो जनरलाइज करने की कोशिश करूं तो साइज जनरलाइज करने की अगर कोशिश करूं तो देखो यह कौन है यह तो 4d सीरीज है ये वाला तो 4d सीरीज है नीचे वाला 5d सीरीज है तो क्या हम ये कह सकते हैं कि 4d सीरीज के जो एलिमेंट्स हैं 4d सीरीज के जो एलिमेंट्स हैं उनकी साइज करीब-करीब 5d सीरीज के बराबर होती है बट बट बट बट ख्याल यह रखना कि ग्रुप नंबर थ्री इसमें नहीं आता ग्रुप नंबर थ्री पर कोई भी ग्रुप नंबर थ्री पर कोई भी लैंथेनाइड कंट्रक्शन का इफेक्ट नहीं आता ठीक है तो जहां कहीं पर लैंथेनाइड कंट्रक्शन का इफेक्ट आता है जहां कहीं पर लंथनाइड कंट्रक्शन का इफेक्ट आता है वहां पर 4d 5d 4d 5d 4d 5d 4d 5d सीरीज के जो एलिमेंट्स हैं वो आपस में बराबर हो जाते हैं साइज की साइज का फैक्टर देखें तो साइज देखें तो समझ में आया क्या एक बार देखो यस आ गया होगा इसमें कोई दर्द तो है ही नहीं अब बात करते हैं हमें बात करनी है 3d सीरीज की 3d सीरीज में आगे बात करें तो इससे पहले एक बात बताऊ एटॉमिक रेडियस की अगर मैं बात करूं तो मैं आपसे पूछना चाह रहा हूं कि एक बात बताइए अगर न्यूक्लियस में खूब सारा प्रोटॉन भरा पड़ा है मतलब उसमें खूब सारा न्यूक्लियर चार्ज है ध्यान सुनिए क्या कह रहा हूं न्यूक्लियस में खूब सारा न्यूक्लियर चार्ज है मतलब खूब सारा प्रोटॉन है अगर खूब सारा प्रोटॉन है तो तो एटॉमिक रेडियस क्या होगा एटॉमिक रेडियस क्या होगा घटेगा अगर न्यूक्लियस पावरफुल है न्यूक्लियस में भरपूर वहां पर प्रोटॉन मौजूद हैं तो भैया जी क्या होगा पावरफुल न्यूक्लियस होगा और एटॉमिक रेडियस क्या हो जाएगी छोटी हो जाएगी लेकिन अगर इंटर इलेक्ट्रॉनिक रिपल्शन होगा तो बताइए क्या होगा इंटर इलेक्ट्रॉनिक रिपल्शन ये सब जानते हो कि नहीं जानते हो नहीं जानते तो बता दो बता दूंगा इंटर इलेक्ट्रॉनिक रिपल्शन के ज्यादा होने से एटॉमिक रेडियस क्या होती है बढ़ जाती है चलो यहां बनाऊंगा फिर मैं हटाऊ ठीक है जी समझ लीजिए मुझे लगा ये आपको आता होगा ये न्यूक्लियस है ये मान लीजिए दो सेल हैं ठीक है यहां पर इलेक्ट्रॉन मौजूद है अंदर भी इलेक्ट्रॉन मौजूद है होता क्या है ये बाहरी सेल पर जो प्रेजेंट इलेक्ट्रॉन है वहां तक की दूरी एटॉमिक रेडियस कहलाती है इस इलेक्ट्रॉन को ये न्यूक्लियस अपने फर्स ऑफ अट्रैक्शन से खींचता है ठीक है तो न्यूक्लियस में जितना ज्यादा क्या कृपया ध्यान दें न्यूक्लियस में जितना ज्यादा प्रोटॉन होंगे न्यूक्लियर चार्ज जितना ज्यादा होगा उतना ये अंदर खिसक के आएगा तो एटॉमिक रेडियस छोटी हो जाएगी क्या एटॉमिक रेडियस छोटी हो जाएगी लेकिन ये देखो भैया ध्यान सुनना ध्यान सुनना अगर ये इलेक्ट्रॉन इस इलेक्ट्रॉन को रिपेल करता है मान लो यहां भी इलेक्ट्रॉन है ये इलेक्ट्रॉन इस इलेक्ट्रॉन को रिपेल करता है तो इसको कहते हैं इंटर इलेक्ट्रॉनिक रिपल्शन तो अंदर की तरफ जितने इलेक्ट्रॉन है इनर सेल में जो इलेक्ट्रॉन है वो आउटर सेल के इलेक्ट्रॉन को रिपेल करेंगे जब वो रिपेल करेंगे तो क्या करेंगे न्यूक्लियस से उसको दूर ढके लेंगे तो एटॉमिक रेडियस क्या हो जाएगी बढ़ेगी सिर्फ ये दो फैक्टर रिस्पांसिबल है एटॉमिक रेडियस के ऑर्डर के लिए यही होता है ना यस चलिए अब आपको कुछ और दर्शन करवाते हैं 3डी सीरीज के अंदर आइए भैया ज्ञान चक्षु दते हैं पहली चीज स्कैंडियम से जब क्रोमियम तक जाते हैं मतलब स्कैंडियम से टाइटेनियम टाइटेनियम से वैनेडियम लिख दूं क्या लिखने की क्या जरूरत है समझ तो जाओगे स्कैंडियम टू क्रोमियम मतलब स्कैंडियम से टाइटेनियम टाइटेनियम से वैनेडियम वेनेरियम से क्रोमियम तक जब हम जाते हैं तो इस में आपको एटॉमिक रेडियस घटता हुआ मिलता है एटॉमिक रेडियस हमें घटता हुआ मिलता है यह डाटा है अब वह डेटा को सोचना है और यह सोचना ऐसा क्यों होता होगा ठीक है यह डेटा पहले डेटा मैंने आपके सामने प्रस्तुत किया कि स्कैंडियम से क्रोमियम तक जाने में एटॉमिक रेडियस घटता है अब बताओ कौन सा फैक्टर है जो घटाता है तो आप कहेंगे कि इन दो फैक्टर में से कोई एक फैक्टर होगा जो डोमिनेट करता होगा और उसी का इफेक्ट दिखाई देगा अच्छा अगर एज अ रिजल्टेंट हमें एटॉमिक रेडियस घटता ही दिख रहा है इसका मतलब है वहां न्यूक्लियर चार्ज बढ़ रहा होगा और आप जानते हैं स्कैंडियम से टाइटेनियम टाइटेनियम से वैनेडियम वैनेडियम से क्रोमियम आने पर क्या होता है न्यूक्लियस में चार्ज बढ़ रहा है क्योंकि प्रोटॉन बढ़ रहे हैं समझ में बात आई तो इसके लिए लिखा जाएगा कि न्यूक्लियर चार्ज डोमिनेट करता है तो इन दोनों फैक्टर में क्या डोमिनेट करता है यहां पर न्यूक्लियर चार्ज डोमिनेट करता है ऐसा ही अगले में सोचो अगला डाटा क्या है कि mnnit.ac.in मतलब अगर देखें तो कोबाल्ट निकिल का रेडियस करीब-करीब बराबर है मैगनीज का करीब-करीब बराबर है अगर इन चारों का आपस में करीब-करीब बराबर है तो इन चारों में क्या हुआ होगा अरे सर दो ही तो फैक्टर हैं तो दोनों फैक्टर ऐसा होगा कि दोनों फैक्टर बराबर हो गए होंगे सब में इन चारों में जो है न्यूक्लियर चार्ज और इंटर इलेक्ट्रॉनिक रिपल्शन करीब-करीब बराबर हो गए होंगे इसी वजह से कोई डोमिनेट नहीं कर रहा होगा अगर कोई डोमिनेट नहीं कर रहा होगा तो ना तो रेडियस घटेगी ना तो रेडियस बढ़ेगी बल्कि कांस्टेंट हो जाएगी तो न्यूक्लियर चार्ज और इंटर इलेक्ट्रॉनिक रिपल्शन आपस में बराबर होने की वजह से हमें यहां पर नियर कांस्टेंट रेडियस दिखाई देती है अगली चीज देखो अगली चीज देखो पढ़ो कॉपर से अगर हम जिंक तक जाए मतलब दो ही में है कॉपर से जिंक जाने पर हमें दिखता है कि स्लाइटली इंक्रीज मिलता है एटॉमिक रेडियस का अब बताइए एटॉमिक रेडियस के बढ़ने का क्या रीजन है एटॉमिक रेडियस के बढ़ने का रीजन है इंटर इलेक्ट्रॉनिक रिपल्शन तो इसका मतलब मतलब अब हम यहां कहेंगे निश्चित रूप से क्या डोमिनेट कर रहा होगा इंटर इलेक्ट्रॉनिक रिपल्शन डोमिनेट कर रहा होगा हमें पहले ये डाटा बता दिया गया है फिर हमें सोचना है लेकिन पेपर में सब आना चाहिए समझना ऐसे है लेकिन पेपर वाले सब कुछ तुमसे पूछ डालते हैं तो पहले ध्यान रखना पहले जो है स्कैंडियम से क्रोमियम रेडियस घटती है फिर कांस्टेंट होती है फिर कॉपर से जिंक में बढ़ जाती है आपके सामने कुछ प्रस्तुत करूंगा ये देखने में डरावना है लेकिन है बड़ा आसान ठीक है बहुत आसान है मैं आपको सिंपलीफाई करके बताता हूं देखना यहां पर ये देखो लाइन मैच कर रही है स्कैंडियम तो ये जो है ना ये ये 3d सीरीज के लिए है ये क्या है ये ये 3d सीरीज के एलिमेंट्स के लिए है कृपया ध्यान दें ये 3d सीरीज के एलिमेंट्स के लिए मैंने बनाया है तो देखिए पहले क्या हो रहा है रेडियस घटती है फिर यहां रेडियस करीब-करीब बराबर हो जाती है फिर देखिए ये कॉपर और जिंक थोड़ा सा बढ़ जाती है फिर रेडियस क्या होती है थोड़ा सा बढ़ जाती है एक बार देखो 3d सीरीज के अंदर ठीक है तो ये 3d के लिए ये स्कैंडियम है ये कौन है टाइटेनियम ये वाला गोला वैनेडियम ये क्रोमियम ये मैग्नीज ये बताने का तरीका था अच्छा अब सुनिए ये जो डॉट डॉट लाइन वाइट वाली है ये कह रहे हैं ट्रिम मतलब कि ये फ 4d सीरीज है ये क्या है 4d सीरीज है और यह क्या है ये 5 सीरीज है कृपया ध्यान ध्यान से देख ले एक बार देखो देखो ध्यान से देखो भैया कृपया ध्यान से देखो एक बार दिख रहा है तो ये 4d सीरीज है अब देखो 5d सीरीज जो हमने रेड कलर से ये बना रखा है ठीक है जी तो एक्चुअली देखो आपको एक चीज नजर आ रही होगी साइज ऑफ 4d एंड 5d आपस में बराबर है देखो पीछे ही तो बताया था साइज ऑफ 4d सीरीज एंड 5d सीरीज करीब करब आपस में बराबर है करीब करब आपस में बराबर है और इसका रीजन क्या है इसका रीजन है लैंथेनाइड कंट्रक्शन तो देखो ये दोनों ग्राफ आपस में करीब-करीब बराबर क्यों है क्योंकि यहां पर लैंथेनाइड कंट्रक्शन का इफेक्ट ल लग रहा है 4f ऑर्बिटल के पुअर सीडिंग की वजह से लैंथेनाइड कंट्रक्शन होता है और उसके इफेक्ट की वजह से 4d सीरीज के मेंबर 5d सीरीज के मेंबर की साइज आपस में बराबर हो जाती यह बात हमने यहां जस्टिफाई करी है बताई है ठीक है ग्राफ में अच्छे तरीके से दिखाया है ताकि कुछ भी पूछे तुम्हें आना चाहिए दैट्ची तुमसे कुछ पूछे तुम्हें आना चाहिए अब ये करो तुमसे पूछा गया क्या पूछा गया पूछा गया कि बताइए कि जो सिल्वर है उसकी रेडियस किसके बराबर होगी ओबवियसली गोल्ड के बराबर होगी ये तो पीछे ही बताया मैंने लंथनाइड कंट्रक्शन का इफेक्ट आता है अगला क्या है कहां पर सिमिलर रेडियस देखने को मिलती है तो बताइए टाइटेनियम हाफ नियम नहीं स्कैंडियम यह देखिए मोली बेड एंड टंगस्टन है ना मोली बनम एंड टंगस्टन ये दोनों कहां के हैं भैया एक जो है इसमें से 4d सीरीज का एक 5d सीरीज का है नहीं जानते क्या इसको कौन पहचानता है इसको क्राइंग मोटी वाइफ यह भाई साहब कहां के हैं 4d सीरीज के ये भाई साहब कहां की है ये है भैया 5d सीरीज की ठीक है ठीक है भैया इनका दोनों का आपस में रेडियस बराबर होता है इन दोनों में बोले तो उनका रेडियस ज्यादा होता है तो ये साइज का ऑर्डर है पीछे मैंने यही सिखाया है आपको ठीक और यह पेपर में भरपूर पूछा जा रहा है भरपूर पूछा जाएगा तुम्हारे में भी आएगा निश्चिंत रहो ठीक है जी ओके अगला देख लेते हैं भैया अगला है मेल्टिंग पॉइंट एंड बॉयलिक बहुत आसान काम है सच बताओ रहा हूं सुनना मेल्टिंग पॉइंट एंड बॉयलिक पॉइंट अब पहली बात जिनको हम पढ़ाई कर रहे हैं वो लोग सारे मेटल्स हैं तो डी ब्लॉक के जो मेटल्स हैं वो कैसे रहेंगे मेटलिक बॉन्डिंग करते हैं तो मेटलिक बॉन्डिंग में क्या होता है मेटल एक दूसरे से इस तरीके से चिपके हुए होते हैं और बीच-बीच में इलेक्ट्रॉन क्या करते हैं फ्लो करते रहते हैं क्या करते हैं भैया फ्लो करते रहते हैं बीच-बीच में इलेक्ट्रॉन क्या करते हैं फ्लो करते हैं इलेक्ट्रॉन सी मॉडल ऑफ मेटलिक बॉन्डिंग अगर आपने पढ़ा हो तो कुछ इस तरीके की मेटलिक बॉन्डिंग होती है है अच्छा जी ध्यान दीजिएगा ध्यान दीजिएगा अब अगर आप इसको मेल्ट कराना चाहते हैं आप इसको क्या कराना चाहते हैं मेल्ट कराना चाहते हैं तो आप भी ये जानते हैं जहां कहीं पर जहां कहीं पर मेटलिक बॉन्डिंग जहां कहीं पर मैटेलिक बॉन्डिंग अच्छी होगी जहां मेटल और मेटल के बीच में खूब सारा प्यार होगा अगर खूब सारा प्यार होगा तो वहां पर मेल्टिंग पॉइंट क्या होगा उसका ज्यादा होगा ओबवियस सी बात है अगर कहीं पर मेटलिक बॉन्डिंग नोट डाउन करिए मेटलिक बॉन्डिंग कहीं ज्यादा मतलब मेटल मेटल से बहुत प्यार कर रहा है बहुत चिपका हुआ है एक दूसरे के साथ उनका एटम तो उसको मेल्ट करना बड़ा कठिन होगा अब बात ये आती है हम कैसे पता करें कि भैया मेटलिक बॉन्डिंग कहां ज्यादा है कहां कम है तो उसका तरीका है नंबर ऑफ अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन जिस मेटल के पास नंबर ऑफ अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन ज्यादा होते हैं वो इजली क्या करते हैं इलेक्ट्रॉन घूम सकते हैं पूरे लैटिस के अंदर क्योंकि उनके साथ पेयरिंग किसी की नहीं हुई है उनको किसी को संभालना नहीं है किसी को रोकना नहीं है समझ में आया वो फ्री है आजाद है थोड़ा अकेले होने की वजह से इसलिए कहीं भी नंबर ऑफ अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन अगर ज्यादा मिल जाएं किसी भी मेटल में नंबर ऑफ इलेक्ट्रॉन अगर ज्यादा मिल जाए तो मेटलिक बॉन्डिंग वहां पर ज्यादा अच्छी होगी और अगर मेटलिक बॉन्डिंग अच्छी होगी तो मेल्टिंग पॉइंट एंड बॉयलिक ये भी ज्यादा होगा क्या होगा मेल्टिंग पॉइंट और बॉयलिक ये भी ज्यादा अच्छा होगा ओबवियस सी बात है उसको मेल्ट करना कठिन होगा क्योंकि इनके आपस में ब बहुत ज्यादा प्यार है ज्यादा मोहब्बत है ओहो मजे की बात है आइए सीखते हैं अगर मैं आपसे कहूं कि स्कैंडियम में बताइए कितने अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन है तो ध्यान रखिएगा होता क्या है डी ब्लॉक में जो 4s है या अब मैं अगर यहां की बात करूं तो 4s और 3d दोनों की एनर्जी करीब-करीब सेम है तो इनके इलेक्ट्रॉन आप इस तरीके से लिख सकते हैं कि भैया ये अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन में गिने जाएंगे ध्यान रखिएगा ठीक है तो स्कैंडियम की अगर मैं बात करूं तो इसका लिखेंगे 4s 2 3d 1 यहां पर कितने अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन सिर्फ एक अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन हैडी के अंदर मैं इसके बाद यहां पे डी बना देता हूं जिसको भरना हो समझ जाएगा भैया ठीक स्कैंडियम इसके बाद टाइटेनियम टाइटेनियम में क्या होगा 4s 2 3d 2 कितने होंगे बोलो भैया दो अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन स्कैंडियम टाइटेनियम वैनेडियम वैनेडियम का अगर मैं लिखूं तो मैं लिखूंगा 4s 2 3d 3 यहां पर तीन अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन होंगे 1 2 3 है ना अगर आप यहां भरिए जैसे 3d व है ना तो d के अंदर भरिए तो वन तो एक अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन तो आप यहां पर ब्रैकेट में लिख दीजिए वन एक अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन है यहां पर कितना होगा d देखो s के अंदर तो दो भरे जा सकते हैं दोनों भरे हुए हैं तो ये पेयर्ड हैं ये दो हो गए तो यहां पर दो अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन यहां पर आइए थ्री कर दिया तो यहां पर आप d3 कर लीजिए तो यहां पर तीन अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन है क्लियर यस अगला चीज देखें भैया क्रोमियम की कहानी थोड़ा रोचक है क्रोमियम की कहानी थोड़ा रोचक है अगर मैं क्रोमियम की बात करूं तो क्रोमियम में तो हमें एक बात पता है कि यहां पर आएगा 4s 1 और साथ में आएगा 3d 5 याद आया यस सर अब 4 s1 तो s के अंदर कितने इलेक्ट्रॉन है एक s के अंदर एक इलेक्ट्रॉन d के अंदर पांच तो एक 2 3 4 5 बताओ टोटल नंबर ऑफ अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन कितने बताओ रे बाबा टोटल नंबर ऑफ अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन कितने सर मुझे तो छह नजर आ रहे हैं बस यही लिख दीजिए यहां पर टोटल छह अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन है तो क्रोमियम में टोटल छह अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन है बात तो सर समझ में आ गई अच्छा लगा ये समझ के अगला देखें mnnit.ac.in की अगर मैं बात करूं तो हम लिखेंगे 4s 2 फिर हम लिखेंगे 3d 6 अब सिक्स करने का मतलब क्या है एक इलेक्ट्रॉन यहां और पेयर करेंगे अब बताइए कितने अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन गिनो अरे कितने अनपेयर्ड है भैया चार ही अनपेयर्ड बचे तो आपको अब घटता हुआ अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन नजर आएगा ठीक तो सिक्स हाईएस्ट गया फिर 5 4 3 2 1 जीरो करके खत्म हो जाएगा समझ में आया क्या इसी तरीके से आप कोबाल्ट का निकल का कॉपर का लिख लीजिए मैं आपके सामने जिंक प्रस्तुत कर रहा हूं ठीक है ध्यान दीजिएगा भैया है ना आप खुद लिख लीजिएगा बाकी मैं जिंक प्रस्तुत कर रहा हूं जिंक में क्या होगा 4s 3d 10 अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन जीरो नंबर ऑफ अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन इ जीरो तो यहां पर ब्रैकेट में जीरो लिख देता हूं ठीक है जी ये वाइट कलर से लिखना है कोई बात नहीं ना अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन यहां पर जीरो लिख लेना भाई यहां पर अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन ब्रैकेट में जीरो है यहां पर अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन जीरो क्या आपको समझ में आया सबसे ज्यादा अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन कहां पे है यही पूछा जाएगा बस सबसे ज्यादा अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन सर क्रोमियम में है इसका मतलब क्रोमियम का मेल्टिंग पॉइंट सबसे ज्यादा होगा क्रोमियम को मेल्ट करना कठिन क्यों है क्योंकि यहां पर नंबर ऑफ अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन ज्यादा है तो मेटलिक बॉन्डिंग ज्यादा है अगर मेटलिक बॉन्डिंग ज्यादा है तो मेल्टिंग पॉइंट भी ज्यादा आना चाहिए ठीक है अगली लाइन पढ़ लीजिएगा यह तो अंग्रेजी ये लिखी गई है मैं बता देता हूं कि s और 3d दोनों इवॉल्व होते हैं क्योंकि उनकी एनर्जी का गैप कम है तो इसलिए दोनों इवॉल्व होते हैं ये लिखा है ठीक है अगला पढ़िए बिकॉज ऑफ स्ट्रांग इंटर इंटर एटॉमिक बॉन्डिंग ट्रांजीशन एलिमेंट्स हैव हाई मेल्टिंग पॉइंट अच्छा ये बाकियों के रिस्पेक्ट में कह रहे हैं कि देखो भैया बाकी जो मेटल्स हैं उनके रिस्पेक्ट में इनका मेल्टिंग पॉइंट थोड़ा ज्यादा आता है पूरे डी ब्लॉक का क्योंकि यहां पर अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन थोड़े ज्यादा होते हैं ओबवियस सी बात है यार डी में ही ये सब छह पाच चार दिखाई देंगे ए ब्लॉक में कहां दिखाई देगा ए ब्लॉक में अनपेयर तो एक ही हो सकता है समझ रहे हो ना तुम हां और दूसरे वाले में जाओगे एल्कलाइन अर्थ मेटल में h2 हो जाएगा तो वहां पर तो पेयर्ड हो जाएगा ठीक है तो क्रोमियम है ए हाईएस्ट मेल्टिंग पॉइंट अमंग 3डी सीरीज रीजन इज दिस सबसे ज्यादा अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन ये बात पूरी तरह से लॉजिकल है खोपड़ी में उतर जानी चाहिए क्रोमियम का हाईएस्ट होता है ये बात आपने खोपड़ी में रख चुके हैं व्हिच ग्रुप एलिमेंट हैज द हाईएस्ट मेल्टिंग पॉइंट ये पूछेगा तो आपके पसीने छूट जाएंगे लेकिन आपको अगर ये पता है कि क्रोमियम जो होता है वो हाईएस्ट मेल्टिंग पॉइंट रखता है ऐसा मैंने 3डी सीरीज में सुना था अब बताइए क्रोमियम का ग्रुप नंबर क्या है क्या क्रोमियम का ग्रुप नंबर सिक्स है यस क्रोमियम का ग्रुप नंबर सिक्स तो 3डी सीरीज में क्रोमियम फडी सीरीज में मोली बडम फडी सीरीज का हमारा टंगस्टन ठीक है जी अब एक बात सुनिए और इंपॉर्टेंट बात बताने जा रहा हूं वो बात यह है कि क्रोमियम से मॉली बेडनर से नीचे आने पर हमें एक्चुअली क्या मिलता है ये कहीं मेंशन करना पड़ेगा ढंग से लिखना पड़ेगा नहीं तो आप कंफ्यूज होंगे और खत्म कर जाएंगे समझेंगे नहीं यहां पर मैं लिखता हूं यहां पर मैं दोबारा लिखता हूं उसको आप नोट करिएगा क्राइम मोटी वाय ठीक है ऊपर से नीचे आने पर ऊपर से नीचे आने पर अब टंगस टंग तक आने पर होगा क्या क्रोमियम से मलबेट ना मॉली टंगस्टन आने पर मेटलिक बॉन्डिंग बढ़ती है अब आपके मन में सवाल होगा मैटेलिक बॉन्डिंग क्यों बढ़ रही है मेटलिक बॉन्डिंग इसलिए बढ़ रही है क्योंकि अगर आपने पढ़ा हो इलेक्ट्रॉन सी मॉडल ऑफ मेटलिक बॉन्डिंग वहां पर हम ये कहते हैं कि देखो भैया ऐसा कुछ होता है कि यहां पर इलेक्ट्रॉन घूमते रहते हैं मेटल के क्लस्टर के अंदर खूब सारे इलेक्ट्रॉन घूम रहते हैं इलेक्ट्रॉन का समुद्र होता है इलेक्ट्रॉन सी मॉडल इलेक्ट्रॉन का समुद्र होता है और उस समुद्र में कुछ जगहों पर मेटल इस तरीके से जड़े हुए होते हैं है ना इस तरीके से थमे हुए होते हैं रुके हुए होते हैं है ना बीच-बीच में इलेक्ट्रॉन घूमते हैं और जहां पर जितने ज्यादा इलेक्ट्रॉन अवेलेबल होंगे उतना अच्छा होगा ताकि ये मेटल पर जो पॉजिटिव चार्जेस हैं वो आपस में रिपेल ना करें अरे इलेक्ट्रॉन फ्री कब होगा जब मेटल पर प्लस चार्ज आएगा तभी तो इलेक्ट्रॉन फ्री होंगे तो आपस में ये आपस में रिपेल ना कर करने लग जाए इनके कर्नल्स इस वजह से इनको कर्नल कहते हैं केई आर एनई एल ठीक है तो ये आपस में रिपेल ना करने लग जाए इसके लिए जरूरत है बीच में इलेक्ट्रॉन की नीचे से ऊपर ऊपर से नीचे आने पर नीचे वाला जो होगा उसका आउटर सेल क्या होगा न्यूक्लियस से दूर तो टंगस्टन में आउटर सेल दूर होगा तो वो इलेक्ट्रॉन इजली मिल जाएगा फ्री होगा अगर फ्री होगा तो वो इस समुद्र में कूदे और वो ज्यादा अच्छा मेटलिक बॉन्ड बनवाए तो ज्यादा अच्छा मेटलिक बॉन्ड कहां पर है टंगस्टन में है ध्यान रखिएगा टंगस्टन में है ये बात समझ में आ गई अच्छा अब एक इसका यूज पढ़िए देखो अच्छा एक बात बताओ अगर यहां पर मैं कह रहा हूं कि टंगस्टन का जो ये ये क्या लिखा है मेटलिक बॉन्डिंग टंगस्टन का मेटलिक बॉन्डिंग अगर ज्यादा है तो उसका मेल्टिंग पॉइंट ज्यादा होगा या कम चलो बताओ बुद्धि लगाओ बोलो बोलो बोलो क्रोमियम मॉली बेडनर में सबसे ज्यादा मेल्टिंग पॉइंट किसका होगा आप कहेंगे सर टंगस्टन का होगा ओबवियस सी बात है टंगस्टन का होगा क्योंकि अगर मेल्टिंग पॉइंट भैया सॉरी सॉरी ये मेटलिक बॉन्डिंग ज्यादा तो उसका मेल्टिंग पॉइंट भी ज्यादा आएगा यही तो हमने पीछे सीखा है मतलब ये कि ये हमारा जो टंगस्टन है उसका भैया खूब ज्यादा मेल्टिंग पॉइंट होगा और ये बात हम एग्जांपल के तौर पर बताएंगे ड्यू टू हाई मेल्टिंग पॉइंट टंगस्टन डब्लू इज यूज्ड इन बल्ब फिलामेंट इसीलिए बल्ब में जो वो फिलामेंट होती है जो जलती है जिससे रोशनी निकलती है अरे भैया ऐसे नहीं रहता है खूब सारा ये है आपका फिलामेंट और यह फिलामेंट बनाया जाता है टंगस्टन का क्योंकि वो मेल्ट नहीं होता तो ये बात शायद खोपड़ में इजली मैंने लैंड करा दिया हो एक चीज पढ़ना और समझना है ये पढ़िए नीचे पढ़िए क्या लिखा है पढ़िए पढ़िए लिखा है कि m ए एंड zn20 मिलता है और 3d 5 कैसा होता है हाफ फील्ड अगर अगर मैं जिंक की बात करूं तो यह होता है 3d 10 कैसा होता है 3d 10 ये है 3d 5 और ये है 3d 10 कृपया ध्यान दें ये 3d 5 है और ये 3d 10 है ये हाफ फीड है ये फुली फीड है अब ये देखो जिंक और मैगनीज जिंक और सॉरी सॉरी हां जिंक और एमएन सही है जिंक और एमए ये दोनों क्या है स्टेबल इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन है आप सोच के देखो अब जो स्टेबल है क्या वो अपना इलेक्ट्रॉन देगा इलेक्ट्रॉन का समुद्र बनाने के लिए नहीं देगा कहेगा भै हम तो नहीं देने वाले तो होगा क्या जैसे मान लीजिए ये mnnit.ac.in घटिया मेटलिक बॉन्डिंग है क्योंकि इलेक्ट्रॉन का इन मेटल के बीच में आना बड़ा ही जरूरी होता है इलेक्ट्रॉन का यहां मेटल के बीच में होना बड़ा जरूरी होता है तो यहां का जो मेटलिक बॉन्डिंग है वो बहुत कमजोर होगा कब m ए और जो असंख्य एमन हैं ये सारे अपने आप को स्टेबल महसूस कर रहे हैं अगर स्टेबल महसूस करें एक दूसरे के साथ प्यार नहीं है पड़ोसी के काम नहीं आ रहे मेटलिक बॉन्डिंग नहीं बना रहे तो जब इनके ऊपर हीट आएगी तो एक पड़ोसी इधर भागेगा एक इधर जल्दी से मेल्ट हो जाएंगे क्या जल्दी से मेल्ट हो जाएंगे जल्दी से मेल्ट होने का मतलब है मेल्टिंग पॉइंट क्या होगा कम होगा लॉजिकल है ये शब्द यही है जो मैंने लिखा है अगली बातचीत और चर्चा है हीट ऑफ एटमाइजेशन पे नाम से मतलब निकालिए लिखा है हीट ऑफ एटमाइजेशन मतलब हमें क्या करना है मेटलिक जो क्लस्टर है जो एक आपका बना हुआ लैटिस है मेटल का उसको एनर्जी देनी है उसको हीट देनी है और मेटल के एटम को अलग-अलग कर देना है एटमाइजेशन का मतलब एटम के फॉर्म में कन्वर्ट करना है जैसे कि मान लीजिए कि मैंने न मोल मेटलिक क्लस्टर लिया हुआ है ठीक है जी मतलब ये जो लैटिस है जो ये अरेंजमेंट है ये हमने कितना लिया है 1 मोल लिया है न मोल एटम के द्वारा बनाया हुआ बनाया हुआ ये मेटलिक लैटिस हमने लिया कितना था भैया ये था न मोल न मोल एटम के द्वारा बनाया हुआ ये मैटेलिक लैटिस है इसको अगर हम इतना हीट दे दें इतना हीट दे दें कि ये अलग-अलग हो जाएं ये एटम के फॉर्म में अलग-अलग हो जाएं तो शायद आप समझ गए होंगे यह कब पॉसिबल है गैस के फॉर्म में यह पॉसिबल है यह सॉलिड के फॉर्म में आपका न मोल मेटलिक लैटिस था इसको हमने इतना हीट दिया कि गैस के फॉर्म में एटम के रूप में अलग-अलग हो गए तो यह जो हीट हमने दी वो मिनिमम एनर्जी हीट ऑफ एटमाइजेशन कहलाती है अब एक बात समझना कि यहां पर जितना अच्छी मेटलिक बॉन्डिंग होगी जितना अच्छी मैटेलिक बॉन्डिंग होगी यहां पर लगने वा ली जो हीट होगी वो उतनी ज्यादा होगी दोबारा सुनियो रे बालक क्या बोला मैंने यहां जो ये मेटलिक लैटिस है जो ये मेटल के एटम का अरेंजमेंट है ये अगर बहुत ही सॉलिड होगा बहुत ही शानदार होगा उनमें मेटल मेटल के बीच में लगने वाला फोर्स ऑफ अट्रैक्शन शानदार जानदार जिंदाबाद होगा तो आपको बहुत ज्यादा हीट देक के तोड़ना पड़ेगा इसको अलग-अलग एटम के रूप में फैलाने के लिए इसका मतलब हुआ कि हीट ऑफ एटमाइजेशन ज्यादा तब मिलेगा जब मेटलिक बॉन्डिंग ज्यादा होती है समझ गए यहां पर एक चीज देखिए ये पहले अंग्रेजी समझ अंग्रेजी संभालिए क्या लिखा है द एनर्जी रिक्वायर्ड टू ब्रेक वन मोल ऑफ मेटलिक लैटिस इनटू न्यूट्रल मेटल एटम इसको कहते हैं हीट ऑफ एटमाइजेशन हीट ऑफ एटमाइजेशन का हीट ऑफ एटमाइजेशन का अगर हम ऑर्डर देखें तो ये है चेंज इन इसको बोलते हैं चेंज इन एनर्जी या एंथैल्पी ठीक है तो यह है हीट ऑफ एटमाइजेशन अगर हम हीट ऑफ एटमाइजेशन की बात करें तो हमें ऑर्डर क्या दिखता है 3d सीरीज 4d सीरीज एंड फडी सीरीज ऐसा क्यों दिखता है क्योंकि मैटेलिक बॉन्डिंग दोबारा सुने ध्यान से सुने क्या बोला मैंने मैटेलिक बॉन्डिंग का जो ऑर्डर है उसमें हमने सीखा था कि जो हमारा 5d सीरीज होता है 5d सीरीज के मेटल्स होते हैं वहां पर मैटेलिक बॉन्डिंग अच्छी है विद रिस्पेक्ट टू 4d सीरीज के विद रिस्पेक्ट टू 3d सीरीज के ये मैंने सीरीज लिखा है क्या लिखा है सीरीज लिखा गलती से ये मत समझ जाना कि ये सर 5d सब सेल क्यों लिख दिया नालायक हो ये सीरीज लिखा है समझ गए बात को ऐसा इसलिए है क्योंकि मेटलिक बॉन्डिंग का ऑर्डर में फडी सीरीज वाले लोग आगे आते हैं वहां पर अच्छी मेटलिक बॉन्डिंग है अगर अच्छी मेटलिक बॉन्डिंग है तो उसको तोड़कर अलग-अलग करने में ज्यादा हीट लगेगी इसलिए हीट ऑफ एटमाइजेशन में वो आगे नजर आते हैं यह पेपर में पूछा जाता है यहां जितना भी पढ़ा रहा हूं सब कुछ पेपर में आ चुका है दोबारा तुम्हारे पेपर में दिखाई देगा कुछ भी एक्स्ट्रा नहीं है सब कुछ काम का है ठीक है जी बोलो रे भैया हां अगली चीज पढ़िए नंबर ऑफ अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन अगर ज्यादा होते हैं तो मैटेलिक बॉन्डिंग ज्यादा होती है अगर मैटेलिक बॉन्डिंग ज्यादा तो हीट ऑफ एटमाइजेशन भी ज्यादा होगा ये बात तो हमने यहां से सीखा है अच्छा इस हिसाब से हमें डी सीरीज में क्रोमियम का हीट ऑफ एटमाइजेशन ज्यादा मिलना चाहिए क्योंकि वहां पे छैन पेयर्ड इलेक्ट्रॉन है लेकिन ऐसा नहीं होता तो इसलिए मैं इसको शुद्ध रूप से रट्टेड पर याद कराता हूं कि भैया वैनेडियम हैज हाईएस्ट हीट ऑफ एटमाइजेशन अमंग 3d सीरीज ठीक है यहां सिर्फ मेटल यहां देखो मेटलिक बॉन्डिंग जो है वो है लेकिन उसके साथ-साथ होता क्या है कि मेटल जो वैनेडियम है उसका जो अरेंजमेंट है वो बहुत ही मतलब ऐसे समझिए कि बहुत ही कम जगह में बहुत डेंस रहता है बहुत ही डेंस रहता है और डेंस रहने की वजह से फिर से उसको तोड़कर इस तरीके से बनाना बड़ा कठिन हो जाता है तो इसका रीजन नहीं जानना सिर्फ ये लाइन आपके पेपर में आती है कि वैनेडियम क्या है भैया हाईएस्ट हीट ऑफ एटमाइजेशन रखती है पूरे 3d सीरीज में हमें बस हाईएस्ट पता होना चाहिए तो जब कभी तुमसे कोई पूछ ले ध्यान से मेरे भैया कि कोई पूछ ले हीट ऑफ एटमाइजेशन पूरे थडी सीरीज में किसका ज्यादा है तो शायद आपकी खोपड़ी में क्रोमियम आए तो भैया रटवा रहा हूं याद कर लो शुद्ध रूप से रट्टा शब्द यूज कर रहा हूं वैनेडियम याद रहना जरूरी है अगली बातचीत इसका भैया एक्सप्लेनेशन आपको आता है सोच के देखना m ए एंड zn20 यहां भी स्टेबल इलेक्ट्रॉनिक क ग्रेशन है अगर दोनों में स्टेबल इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन है तो एक एमए दूसरे एमए के साथ ज्यादा बातचीत ज्यादा प्यार ज्यादा मोहब्बत नहीं करता क्योंकि ये डी के पांच इलेक्ट्रॉन फ्री नहीं है इलेक्ट्रॉन सी में उतरने के लिए इलेक्ट्रॉन के समुद्र में उतरने के लिए पांचों तैयार नहीं है ये दसों भी नहीं आएंगे क्योंकि स्टेबल है वो वही रहेंगे अपने मेटल के अंदर इस वजह से इनके बीच में इलेक्ट्रोंस नहीं आएंगे तो मैटालिक बॉन्डिंग कमजोर होती है पीछे बताया था m ए और हैं कि जब मेटलिक बॉन्डिंग ही m ए और खता है बता दीजिए लोएस्ट एंथैल्पी ऑफ एटमाइजेशन चलिए बताइए चलिए बताइए इनमें से कौन सा ऐसा है जो लोएस्ट एंथैल्पी ऑफ एटमाइजेशन रखता है एक बार कृपया इन पर निगाह मार लीजिए वैसे देखो ट्रांजीशन एलिमेंट शब्द लिखने के बजाय इनको डी ब्लॉक एलिमेंट लिखना चाहिए है ना क्योंकि इनकी भावनाएं वही हैं इन्होंने जवाब भी उसी हिसाब से दिया है लेकिन इनको भूल जाते हैं कभी-कभी कि जो जिंक होता है वो तो ट्रांजीशन एलिमेंट्स में गिना ही नहीं जाता है है ना कई बार क्या होता है ट्रांजीशन एलिमेंट और डी ब्लॉक एलिमेंट एक एक जैसा मान लिया जाता है बट अंतर तो है ना है ना सारे डी ब्लॉक के एलिमेंट ट्रांजीशन एलिमेंट्स नहीं है जिंक कैडमियम और एचजी इसको हम ट्रांजीशन एटम एलिमेंट्स नहीं मानते ठीक है तो यहां ध्यान रखना यहां पे जब क्वेश्चन होना चाहिए था डी ब्लॉक एलिमेंट दैट हैज द लोएस्ट एंथैल्पी ऑफ़ एटमाइजेशन ऐसा क्यों ऐसा इसलिए क्योंकि जो भैया जिंक है उसमें d10 आता है और d10 आता है तो वो स्टेबल है अगर वो स्टेबल इलेक्ट्रॉनिक कन्फेशन रखता है तो वहां पर आपको क्या मिलेगा मेटलिक बॉन्डिंग बहुत ही घटिया मिलेगी मेटलिक बॉन्डिंग बहुत घटिया मिलेगी अगर मैटेलिक बॉन्डिंग बहुत घटिया होगी तो आप कहेंगे जो हीट ऑफ एटमाइजेशन है वो भी बहुत ही कम मिलेगा हीट ऑफ एटमाइजेशन क्या मिलेगा बहुत ही कम मिलेगा और वैनेडियम का क्या होता है हमने याद किया था कि हाईएस्ट होता है पूरे 3d सीरीज का तो जवाब तो डी ऑप्शन मिल चुका है इससे याद कराने के लिए मैंने बोल दिया है ठीक है जी क्लियर है यस अगला देखते हैं चलो भैया देखो अगला बताओ इंटरस्टिशल कंपाउंड पहले समझना पड़ेगा इसका मतलब क्या होता है क्या आपने जीवन में कभी इंटरस्टिशल साइट्स सुना है सर हमने तो नहीं सुना है सुन रहे बालक अगर नहीं सुना कोई बात नहीं दोबारा बताएंगे यह मैं टाइटेनियम का मेटलिक क्लस्टर बना रहा हूं ठीक है जी टाइटेनियम मेटल होता है ना उस टाइटेनियम मेटल का अरेंजमेंट कुछ इस तरीके से है ठीक है यह कौन है भैया ये टाइ टाइटेनियम मेटल है यह टाइटेनियम प्योर मेटल लिख देता हूं इसमें कुछ मेल मिलावट अभी हुई नहीं है यह पूरी तरह से प्योर है अच्छा जी समझना ध्यान से ये जो टाइटेनियम का मेटलिक लैटिस है इसमें क्या होता है ये जो खाली जगह है ध्यान दीजिएगा यह जो खाली जगह हैं इन खाली जगहों को कहते हैं इंटरस्टिशल साइट्स क्या कहते हैं इंटरशिप साइट एस आई टी ई साइट माने जगह इंटरस्टिशल साइट मतलब हो गया बीच में जगह ठीक है तो दो मेटल के बीच में जो यहां पे जगह बन रही है इसको कहते हैं इंटरस्टिशल साइट्स इस इंटरस्टिशल साइट में छोटे साइज वाले जैसे हाइड्रोजन कार्बन नाइट्रोजन और जैसे मान लीजिए बोरनन ठीक है जी यहां पर क्या लिखना है बोरनन ठीक नाइट्रोजन कार्बन बोरनन ऐसे छोटे-छोटे जो सेकंड पीरियड एलिमेंट है जो साइज में बड़े छोटे-छोटे हैं वो क्या होते हैं इन छोटी-छोटी जगहों पर आकर के ट्रैप हो जाते हैं बीच में फंस जाते हैं कृपया ध्यान दीजिएगा कृपया ध्यान दीजिएगा मैंने क्या कहा इन खाली जगहों में आकर के ये लोग ट्रैप हो जाते हैं तो यहां पर एक्चुअली बीच में कौन आ गया भैया मान लीजिए हाइड्रोजन आ गया क्या आ गया हाइड्रोजन तो ये बीच की जगहो में हाइड्रोजन आ गया तो इस तरीके से टाइटेनियम हाइड्रोजन के साथ मिलकर के इंटरस्टिशल साइट्स में हाइड्रोजन को भर लेता है टाइटेनियम का ये मैटेलिक क्लस्टर था बीच की खाली जगहों में उन्होंने छोटे-छोटे हाइड्रोजन को भर दिया और भरने की वजह से ये संपूर्णता रिजडन हो जाता है हार्ड हो जाता है ये जो चीज बनी इसको कहते हैं इंटरशिप स इंटरशिप उंड्डू छोटे-छोटे साइज के जो एटम्स होते हैं वो ट्रैप हो जाते हैं इन इंटरस्टिशल साइट्स में उन कंपाउंड्स को इंटरस्टिशल कंपाउंड्स कहते हैं अगर हाइड्रोजन ट्रैप हुआ तो टी करके लिख देंगे और ऐसे लिखा मिलेगा देखो मैं यहां पे लिख के बताता हूं ऐसे लिखा रहेगा 1.7 या 1.8 1.9 या कभी-कभी टी भी लिखा जा सकता है इसका मतलब समझा देता हूं कभी-कभी से भी लिखा जा सकता है ये कोई फिक्स चीज नहीं होती जब फिक्स रहता है तो कहते हैं स्टॉकमन रेशियो है जब फिक्स नहीं रहता तो कहते हैं नॉन स्टॉकमन रेशियो में आक के यहां पर सेट हो जाता है ऐसे समझो जैसे 100 टाइटेनियम के मेटल के एटम है उन्होंने अपना लैटिस बनाया हुआ है उन्हीं की बीच-बीच की जो जगह मिलती हैं हाइड्रोजन को मौका मिलता है तो कुछ में वो घुस जाते हैं बट वो नंबर फिक्स नहीं होते इसीलिए वो नॉन स्टॉक मेट्रिक कंपाउंड्स बोले जाते हैं समझे हां आइए पढ़ते पढ़िए भैया य अंग्रेजी में कुछ लिखा है पढ़ो ये अंग्रेजी में कुछ लिखा है पढ़ो पढ़ो तुम्हें मौका दिया है भैया भगवान ने पढ़ो पढ़ो देखो जो पढ़ाया वही है कि नहीं है पढ़ो भैया न स्मल एटम्स हाइड्रोजन कार्बन नाइट्रोजन या बोरनन ट्रैप्ड इनसाइड द क्रिस्टल लैटिस ऑफ मेटल तो बनता है इंटरस्टिशल कंपाउंड यह पढ़िए दे आर यूजुअली दे मतलब कौन इंटरसियल कंपाउंड्स आर यजली नॉन स्टॉक मेट्रिक एंड आर नाइ दर टिपिकली आयनिक नॉर कोलें और ये जो कंपाउंड बनते हैं ये ना तो कंपलीटली आयनिक है यह ना तो कंपलीटली कोवलेंको बीच में कोई स्थिति इनकी आती है आयनिक एंड कंपाउंड आयनिक एंड कोलें के बीच का इनका नेचर होता है ना तो यह आयनिक होते हैं ना तो यह कोलें होते हैं कौन इंटरस्टिशल कंपाउंड और ये कैसे होते हैं नॉन स्टॉक मेट्रिक रेशियो में है समझ गए फिक्स वैल्यू नहीं है 100 के बीच में 90 हाइड्रोजन भी ट्रैप हो सकता है 100 एटम ऑफ टाइटेनियम में 70 हाइड्रोजन भी ट्रैप हो सकता है 170 भी हो सकता है क्योंकि हाइड्रोजन का साइज बड़ा छोटा-छोटा है ठीक है तो इस तरीके से ये देखिए एग्जांपल लिखे जाएंगे जैसे टीआई ले लो अगर ये टाइटेनियम और इसमें कार्बन घुस जाए तो ये टाइटेनियम कार्बाइड बन जाता है और टाइटेनियम कार्बाइड बड़ा हार्ड होता है इसी तरीके से देखोगे तो एक क्या लिखा है देखो एक मेटल है डी ब्लॉक का और हाइड्रोजन डी ब्लॉक का मेटल हाइड्रोजन डी ब्लॉक का मेटल हाइड्रोजन डी ब्लॉक का मेटल और नाइट्रोजन डी ब्लॉक का मेटल और कार्बन इसका मतलब ट्रैप हुआ है ये समझाने का मतलब है अब सुनिए फिजिकल एंड केमिकल कैरेक्टरिस्टिक ऑफ इंटरस्टिशल कंपाउंड पहली लाइन पढ़िए दे हैव हाई मेल्टिंग पॉइंट एंड हायर देन दोज ऑफ प्योर मेटल सिंपल बात है अरे भैया यहां पे खाली जगहें थी तब तो इनको मेल्ट करना आसान था लेकिन इन खाली जगहों को भी आपने भर दिया डेंसिटी बहुत ज्यादा कर दी जो खाली जगह थी उसमें हाइड्रोजन भर दिया तो भैया इन को मेल्ट कराना बड़ा कठिन होता है इसलिए हम कहते हैं कि जो इंटरस्टिशल जो आपके इंटरस्टिशल कृपया ध्यान दें जो आपके इंटरस्टिशल कंपाउंड्स हैं उनका मेल्टिंग पॉइंट ज्यादा होता है उनका मेल्टिंग पॉइंट क्या होता है ज्यादा होता है अच्छा जी दे आर वेरी हार्ड ओबवियसली ये बहुत ज्यादा हार्ड हो जाएंगे इनके रिस्पेक्ट में ये ज्यादा हार्ड हो जाएंगे क्योंकि बीच की खाली जगहें भी भर चुकी सबका एक ही जवाब है और कुछ बोराइड्स ऐसे हैं बोराइड्स का मतलब बोरनन अगर बीच में ट्रैप हो जाए तो वो जो है डायमंड के बराबर की हार्डनेस रखते हैं मतलब बहुत ज्यादा हार्डनेस है अब समझिए दे रिटेन मेटलिक कंडक्टिविटी ये जो इंटरस्टिशल कंपाउंड है इसमें हुआ क्या है इसमें था तो मेटल उसी में हाइड्रोजन आके ट्रैप हुआ है बीच की जगहों पे इसलिए अभी भी मेटल जैसा कैरेक्टर ये अपने अंदर रखते हैं इनके अंदर फ्री इलेक्ट्रॉन अभी भी अवेलेबल हैं अगर फ्री इलेक्ट्रॉन अवेलेबल हैं तो मैटेलिक कंडक्टिविटी ये कर सकते हैं इधर से आप जो है क्या करेंगे इलेक्ट्रिसिटी पास करेंगे इधर से निकल जाएगा जी ये कहना चाहते हैं अगली लाइन सुनिए दे आर केमिकल इनर्ट ये भैया केमिकल से रिएक्शन ही नहीं कर पाते टाइटेनियम जो है एज अ मेटल रिएक्शन में भरपूर पार्टिसिपेट करता है बट ये नहीं कर पाते द रीजन इज कि भैया ये पूरा का पूरा एकदम पैक्ड रहता है अब ऐसे समझो कि बीच में जो खाली जगहें भी थी अगर वो जगहें भी भर दी गई तो बालक मेरे बीच में केमिकल आएगा कैसे सुनो रे क्या बोल रहा हूं सुनो रे बालक एक मिनट लगेगा थोड़ा गड़बड़ कर दिया मैंने जग गलत टच करके ये आ जाओ देखो रे बालक बालक यहां पर अगर यह पूरी तरह से भरा पड़ा है तुम खुद सोच कर देखो यहां पर खाली जगह ही कहीं नहीं है कहीं खाली जगह नहीं है आप बाहर से कोई भी केमिकल डालोगे आप इसमें एसिड डालो आप इसमें बेस डालो इनको कुछ फर्क नहीं पड़ ता इनको कुछ फर्क नहीं पड़ता क्योंकि इनके सरफेस पर वो चीजें रहेंगी अंदर जा नहीं पाएंगी यहां अंदर जा सकती थी क्योंकि बीच में खाली जगह थी तभी रिएक्शन हो पाता है तो ये रिएक्टिव रहता है बट ये रिएक्टिव नहीं ये केमिकल इनर्ट है ये रट्टेड लॉजिकल है और मैं आपको बता दूं ये चारों शब्द बहुत पूछे जाते हैं अभी आप खुद देखिए पढ़िए पढ़िए चलिए पढ़िए मौका दिया है इसका आनंद लीजिए द स्टेटमेंट दैट इज इनकरेक्ट पहले सुनो रे बाबा क्या बोला इन्होंने इनकरेक्ट मतलब गलती ढूंढनी है अबाउट द इंटरस्टिशल कंपाउंड्स तो आपको पढ़ने के बाद समझ में आएगा कि पहली ही लाइन इन्होंने गलत लिख दी है देखो क्या लिखा है दे आर केमिक रिएक्टिव अरे भैया केमिकल रिएक्टिव नहीं बल्कि इनर्ट होते हैं इंटरस्टिशल कंपाउंड्स के अंदर केम केमिकल जा ही नहीं सकता तो रिएक्टिव कैसे होंगे भैया बाकी सारी लाइन उन्होंने सही लिखी है आप पढ़ करके देख सकते हैं अगली चीज है कैटालिटिक एक्टिविटी पहले समझाता हूं कैटालिस्ट का काम क्या होता है रिएक्शन की रेट को बढ़ाना यूजुअली हम यही जानते हैं घटा भी सकता है लेकिन बढ़ा भी सकता है हमारा जो ये डी ब्लॉक के जो मेटल्स होते हैं उनके अंदर वो सारे कैरेक्टर पाए जाते हैं जो किसी कैटालिस्ट के अंदर होनी चाहिए मेनली चार ऐसे कैरेक्टर हैं जो हर कैटालिस्ट में पाया जाता है पहली चीज क्या होती है लार्ज सरफेस एरिया अगर सरफेस एरिया बड़ा होगा कैटलिन का तो उस पर आकर के सारे रिएक्टेंट आपस में रिएक्शन कर पाते हैं बेसिक बात कह रहा हूं कोई ऐसे बहुत बड़ी बात तो नहीं बता रहा यस तो भैया कौन-कौन से फैक्टर रिस्पांसिबल है कैटालिटिक एक्टिविटी के लिए पहला है लार्ज सरफेस एरिया तो किसी कैटालिस्ट को एक अच्छा कैटालिस्ट होने के लिए उसका सरफेस एरिया लार्ज होना चाहिए ताकि उस पर रिएक्टेंट आपस में मेल मिलाप करके रिएक्शन करा पाएं दूसरी चीज है वेरिएबल ऑक्सीडेशन स्टेट ये कहां क्षमता प्राप्त है डी ब्लॉक वालों को प्राप्त है कि वो कभी + 2 कभी + 3 कभी + फ कभी + से कूदते रह सकते हैं अपने ऑक्सीडेशन स्टेट को चेंज कर सकते हैं अगर किसी रिएक्शन के अंदर ये रिक्वायरमेंट है कि भैया कोई ऐसा कैटालिस्ट जो अपना ऑक्सीडेशन स्टेट बदल सके तो वो यह काम कर पाएंगे अच्छा जी और एक बात और बताता हूं ऐसा मत सोचना कि सर ये तो कैटालिस्ट है उसको तो बदलना नहीं चाहिए अपना ऑक्सीडेशन स्टेट क्योंकि हमने तो पढ़ा था कि कैटालिस्ट तो खाली इवॉल्व होता है अरे भैया मैं भी यही कह रहा हूं इवॉल्व होता है खुद को बदलेगा लेकिन जब निकलेगा दोबारा अपने उसी रूप में निकलेगा जैसे एंट्री किया था अच्छा एबिलिटी टू फॉर्म कॉम्प्लेक्शन कंपाउंड्स कौन बनाते हैं हैं डी ब्लॉक के मेटल्स बनाते हैं प्रेजेंस ऑफ एमटीडी ऑर्बिटल एमटीडी ऑर्बिटल के प्रेजेंट की वजह से यह कोऑर्डिनेशन कंपाउंड का जो बनाने का कैरेक्टर है वो उसके अंदर होता है अगर डी ब्लॉक नहीं होता तो कोऑर्डिनेशन कंपाउंड्स जो बनाते हैं डी ब्लॉक वाले वो बना ही नहीं सकते थे बनाने के पीछे का रीजन था कि वहां पे उनके पास डी ऑर्बिटल थे कुल मिला के कहानी इतनी है तो ये जो चार चीजें हैं ये रिक्वायरमेंट थी किसी कैटालिस्ट की और ये सारी चीजें फुलफिल की जाती हैं बाय डी ब्लॉक एलिमेंट्स कृपया ध्यान दें अगला हमें जो समझना पढ़ना और जानना है दैट इज आयरन आयरन को हम हैबर्स प्रोसेस में यूज करते हैं ध्यान दीजिएगा इस पर पेपर बन रहा है तो इसलिए आना जरूरी है n2 और 3 ए2 आयरन एज अ प्रमोटर यूज करने के बाद हमें यहां पर nh3 मिलता है nh3 मिलता है बैलेंस करना आता है अरे सर आता है हम कैसे करेंगे बोलो भाई यहां पर हम क्या लिख दें 3 h2 लिख दें बोलो बोलो बोलो 3 ए2 लिख दें तो हम यहां पे क्या लिख देंगे 2 nh3 तो इस तरीके से अमोनिया बनाने के काम में आता है बाई हैब र् प्रोसेस आयरन एज अ प्रमोटर यहां पर यूज होता है अगली चीज क्या है मैगनीज पढ़ो रहे भाई क्या लिखा है मैगनीज की बात करें तो मैंगनीज को हम mno2 के रूप में यूज करते हैं ठीक है जी mno2 के रूप में यूज करते हैं और mno2 यूज्ड एज कैटालिस्ट इन प्रोड्यूस ऑक्सीजन ऑक्सीजन को प्रोड्यूस करने के लिए हम इनको यूज करते हैं लेकिन हमारा रिएक्टेंट क्या होता है रिएक्टेंट होता है kclo3 होता क्या है कि जब हम kclo3 को हीट करते हैं kclo3 को हीट करते हैं तो नॉर्मल हीट से नॉर्मल हीट से ये आपको o2 नहीं दे रहा होता है नॉर्मल हीट से kclo3 हीट करने से o2 नहीं देता तो हम क्या करते हैं साथ में एक ऑक्सीडेंट डाल देते हैं ये क्या है एक ऑक्सीडेंट है और ऑक्सीडेंट का काम क्या है भैया ऑक्सीडेंट का काम क्या है कि भैया जी कुल मिला के ऑक्सीडेंट का काम होता है कि ऑक्सीडोल के यहां पे होगा यहां पर खूब सारा ऑक्सीजन निकलने का काम आ जाएगा ठीक है तो कृपया इस तरीके खोपड़ी में रखना kclo3 को अगर हम देखें तो ये kc2 अलग हो जाता है तो हम यहां पर ले लेते हैं टू टाइम kclo3 तो ये बन जाएगा टू टाइम kclo4 गैस लेकिन ये पॉसिबल कब हुआ जब हमने एक ऑक्सीडेंट mno2 यूज किया तब तो याद रखना mno2 हम कहां यूज करते हैं ऑक्सीजन को प्रोड्यूस करने के लिए करते हैं तो ऑक्सीजन यहां से देखिए निकल जा रहा है ये आना जरूरी है है ना वही वाली बात हो गई कि उन्होंने क्या किया प ब्लॉक हटा दिया ये प ब्लॉक का पार्ट था ये सारा पार्ट प ब्लॉक का है है ना यहां पे तुम्हें लगेगा हमें रटना पड़ रहा है एक्चुअली ये पुरानी बातें हैं आइए कोई बात नहीं अब है तो है जानना ही है टाइटेनियम बड़ा इंपॉर्टेंट है भाई ध्यान रखना tl4 प्स et3 ए टी मतलब इथाइल c2 ए5 ठीक है ये जानते हो कि नहीं जानते टी का मतलब होता है c2 h5 ठीक है दिस इज टी मिथाइल ए उसका मतलब होता है क्या ch3 ठीक है तो यहां ch3 भी यूज हो सकता है और इथाइल भी यूज हो सकता है तो यहां पर देखना तीन बार इथाइल है एलुमिनियम के साथ चार बार क्लोरीन है टाइटेनियम के साथ ये जो कॉमिनेशन इस कॉम्बिन को बोलते हैं जिगलर नाटा कैटालिस्ट क्या बोलते हैं जिगलर नाटा कैटालिस्ट ये जो जिगलर नाटा कटलिस्ट है ये यूज किया जाता पॉलीथीन बनाने में जो आपके घरों में पॉलीथीन प्रेजेंट है उसको बनाया जाता है कैसे थीन से पॉलीथीन बनाते हैं समझा देता हूं समझा देता हूं देखना थीन क्या होता है एथिलीन जानते हो स h2 डबल बॉन्ड ch2 ये तो जानते ही होंग ठीक इसी का पॉलीमराइजेशन कराते हैं ये भाई साहब को इनके साथ डालकर लंबे टाइम तक धीरे-धीरे हीट करते जाते हैं उसकी वजह से देखिए क्या होता है इनका पाई बॉन्ड टूटता है कृपया ध्यान देंगे इनका पाई बॉन्ड टूटता है किसका इनका पाई बॉन्ड टूटता है और इनके जैसे बहुत सारे इनके जैसे बहुत सारे मॉलिक्यूल हैं इनके जैसे बहुत सारे एन टाइम मतलब बहुत सारे मॉलिक्यूल लाखों मॉलिक्यूल हैं वहां पर क्या होगा होगा ये जो पाई बॉन्ड था वो टूटेगा तो इधर एक सिग्मा बॉन्ड और इधर एक सिग्मा बॉन्ड बनेगा और यहां पर देखिए ये चीज n टाइम एक दूसरे से कनेक्ट हो जाएगी मतलब ch2 ch2 था एक यूनिट ऐसा ही ch2 ch2 इधर लगा है ऐसा ही इधर लगा है तो ये चेन बहुत बड़ी है वो चेन बहुत बड़ी है इसको कहते हैं पॉलीमर क्या कहते हैं पॉलीमर ये है एथिलीन इसको कहते हैं इथाइन इसको कहते हैं पॉली थाइलेन ऐसे बोलो तो ये थीन और ये पॉलीथीन बोला जाता है समझ में आया आईयूपी में ये नाम थीन और इसका नाम पॉलीथीन हो जाएगा अरे क्लियर है रे बाबा हां तो वो है पॉलीथीन जो आपके घर में प्रेजेंट है अच्छा जी ये आएगा पेपर में पहले बता रहा हूं वैनेडियम हम v2o 5 के रूप में यूज करते हैं देखना कहां यूज होता है v2o 5 इज यूज्ड इन कांटेक्ट प्रोसेस अब यहां पे आपने कांटेक्ट प्रोसेस शायद नहीं पढ़ा होगा तो मैं आपको बता दूं जो कांटेक्ट प्रोसेस होता है वहां पर हम h2so 4 बनाते हैं क्या बनाते हैं h2so 4 सल्फ्यूरिक एसिड बनाने का एक मेथड है दैट इज नोन एज कांटेक्ट प्रोसेस और वहां पर एक स्टेप आता है जिसमें so2 गैस को कन्वर्ट करना होता है so3 गैस में so3 गैस में तो होता क्या है अगर हम डायरेक्ट o2 यूज करें तो ये इसको ऑक्सीडेंट पाता तो उस समय हमें यूज करना पड़ता है v2o 5 एज अ कैटालिस्ट v2o 5 एज अ कैटालिस्ट तब जाके so2 so3 में कन्वर्ट हो जाता है और जो so3 बनता है उसमें पानी डाल देते हैं तो h2so 4 मिल जाएगा देखो so3 में पानी डालो h2o h2o मिलाओ तो h2so 4 बन जाएगा क्लियर है मामला खोपड़ी में कुछ बात गई ऐसा ही इसको याद करना है मेरे साथ ठीक है अगला सुनिए क्रोमियम को देखिए एक क्रोमियम का हमने मिक्सचर लिखा है एलुमिनियम के ऑक्साइड के साथ दोनों का ये मिक्सचर है ये करता क्या है वो जान लीजिए यूज्ड फॉर एरोमेटिक केमिस्ट्री में हम सुनते पढ़ते हैं लेकिन वहां पर हम ज्यादा केयर नहीं करते इसलिए यह बात यहां पर एक बार मैं सिखाऊंगा ध्यान दीजिएगा बालक यहां पे छह कार्बन है और सब पर हाइड्रोजन ल लगे हुए हैं ये एक नॉर्मल सा आपको दिख रहा होगा कि एक नॉर्मल सी चेन है छह कार्बन की अच्छा ये छह कार्बन की चेन वाले को इस कैटालिस्ट के साथ रखकर अगर हम हीट कर दें इस कैटालिस्ट के साथ रखकर खाली हम हीट कर दें तो हम देखते हैं कि हमें बेंजीन मिल जाता है ये छह कार्बन आपस में कनेक्ट भी हो जाते हैं ध्यान दीजिएगा ये आपस में कनेक्ट हो जाते हैं और यहां पर पाई बॉन्ड इस तरीके से बन जाता है मतलब यहां से खूब सारे हाइड्रोजन निकलेंगे भाई पाई बॉन्ड कब बनेगा जब व से हाइड्रोजन निकलेंगे ठीक है जी तो इस तरीके से एरोमेटिक बिहेवियर मिल जाता है एरोमेटिक है एक एरोमेटिक बिहेवियर में है आपने जिओसी इतना पढ़ा ही होगा अच्छा जी आगे देखते हैं अगली चीज क्या है द ये बड़ी इंपॉर्टेंट चीज है जान लीजिए एजीबीआर जो होता है एजीबीआर के अंदर क्या होता है लाइट सेंसिटिव प्रॉपर्टीज है मतलब लाइट के साथ वो बिहेवियर शो करता है कौन एजीबीआर इसीलिए एजीबीआर को हम फोटोग्राफिक इंडस्ट्री में यूज करते हैं अब ये यूजेस हैं यार इनको आपको एज इट इज याद करना ही ही पड़ता है वैसे भी बाय द वे अबकी बार तो बहुत सारा सिलेबस उन्होंने रिड्यूस कर दिया है तो कुछ-कुछ चीजें ही याद करनी पड़ेंगी बहुत ज्यादा सरदर्द की बात नहीं है आइए करिए ये पेपर में आएगा भैया इसलिए बता रहा हूं कर ले तो ज्यादा आनंद की अनुभूति होगी v2o 5 की बात करें तो हमने बताया कि ये h2so 4 बनाने के काम में आता है टाइटेनियम फिर क्या लिखा है टाइटेनियम टेट्रा क्लोराइड और यहां पे देखो मिथाइल लिख दिया तो चाहे इथाइल हो चाहे मिथाइल ये क्या क्या करेगा पॉलीथीन बनाएगा बस इसी से आपका काम बन जाएगा आप बना तो इसी से आपका काम बन जाएगा ठीक है जी आप इसका खुद ही जवाब कमेंट करिए दो आपको क्वेश्चन दे चुका हूं मैं ठीक है जी वैसे क्या ही दिया है ये तो पढ़ा ही दिया है मैंने है ना इसके बारे में बता चुका इसका नाम बताइए चलिए चलिए इसका नाम क्या होता है सर आपने इसका नाम बताया था पर मैग्नेट पर मैग्नेट आयन है है ना जी पर मैग्नेट आयन है जहां पर mn1 ऑक्सीडेशन स्टेट होता है और + से होने की वजह 3d के अंदर जीरो आता है अच्छा ये जो है किस कलर का होता है बताइए पिंक पर्पल कलर का होता है तो इसके पर्पल कलर होने का इसके पर्पल कलर होने का रीजन है चार्ज ट्रांसफर स्पेक्ट्रा ये सब पढ़ा चुका हूं रिवीजन करवा रहा हूं ताकि आप भूल ना जाए ठीक है चार्ज ट्रांसफर स्पेक्ट्रा अब एक बात बताओ यहां डी में अगर जीरो कोई इलेक्ट्रॉन नहीं है तो ये पैरा मैग्नेटिक है या डाया मैग्नेटिक है चलिए बताइए तो पैरा मैग्नेटिक या डाय सर डी के अंदर कोई इलेक्ट्रॉन ही नहीं है तो निश्चित रूप से य सुनिश्चित है कि सर यह डाया मैग्नेटिक ही होगा यह कैसा होगा डाया मैग्नेटिक होगा कोई संदेह तो नहीं है कोई दर्द परेशानी समस्या तो नहीं है सब कुछ सिखा दिया है आइए इनका स्ट्रक्चर भी मैंने बना के बताया था आप जानना चाहेंगे दोबारा बता दूंगा एक चीज यह है भैया mno4 टू नेगेटिव यहां वन नेगेटिव यहां पर ू नेगेटिव जो टू नेगेटिव वाला हैट इज नोन एज मैग्नेट इसको क्या कहते हैं मैग्नेट आयन कृपया ध्यान देंगे कृपया ध्यान देंगे इसको कहते हैं मैग्नेट आयन ठीक है जी इसको कहते हैं मैग्नेट आयन जो ये मैग्नेट आयन है कृपया ध्यान दें तो यहां पर आप चेक करिए यहां पर mn6 ऑक्सीडेशन स्टेट आएगा निकाल के चेक करो ऑक्सीजन का -2 लिखोगे -2 बराबर करोगे तो यहां पर क्या आ जाएगा mn6 निकाल के चेक करो भैया mn6 होने का मतलब क्या होता है अब ये आपको डायरेक्ट आना चाहिए 3d में वन कैसे करना होता है समझा दूं m ए का लिखो इलेक्ट्रॉनिक कन्फेशन लिखवाया है उसमें से छह इलेक्ट्रॉनिक निकालो 3d व बचेगा अगर d1 है तो एक बात बताओ एक इलेक्ट्रॉन बच गया इसका मतलब वो अनपेयर्ड होगा अगर वो अनपेयर्ड होगा तो गारंटी दे दूं क्या कि ये पैराम मैग्नेटिक है गारंटी दे दूं क्या कि ये पैराम मैग्नेटिक है यस बॉस ये पैराम मैग्नेटिक है अब चलिए अगली चीज पूछता हूं मैं आपसे ये ये ग्रीन कलर का होता है पहले ये भी तो लिख दूं कहीं ये कैसा होता है भैया ये ग्रीन कलर का होता है ठीक है ये ग्रीन कलर का होता है तो ये बेसिक बातें भी समझ में आई अब एक चीज जाननी है कि जो यह हमारा पर मैग्नेट है मतलब + से ऑक्सीडेशन स्टेट वाला है वो इस + स ऑक्सीडेशन स्टेट वाले में कन्वर्ट होता है कब वो देख लीजिए ये बड़ा इंपॉर्टेंट है भैया जैसे मैं बता रहा हूं कृपया वही फॉलो करिए मैं जानता हूं कि आप कुछ उल्टी सीधी खोपड़ी लगाएंगे और पेपर में गलत कराएंगे क्योंकि मैं पिछले सात आठ साल से यही देख रहा हूं आप अपनी खोपड़ी कृपया मत दौड़ा इए जैसा सिखा रहा हूं हु बहु वही याद करना है हां अपनी खोपड़ी अभी नहीं लगानी सुनो + से वाले को अगर मैं कृपया ध्यान अगर मैं इसमें ओ नेगेटिव डाल दूं ओ नेगेटिव डाल दू इसका मतलब क्या कह रहा हूं कि मेरे पास mno4 नेगेटिव था उसको मैंने बेसिक सॉल्यूशन में डाल दिया बेसिक सॉल्यूशन मतलब वहां पर ओ नेगेटिव प्रेजेंट है तो वो कन्वर्ट हो कर के मैग्नेट आयन बन जाएगा तो अंग्रेजी में स्कूल वो लिख देगा कि भैया पर मैग्नेट का बेसिक सॉल्यूशन जो है मैग्नेट आयन में कन्वर्ट हो जाता है समझ गए तो याद कैसे करना है अब वो सुनो देखो यहां पर मैग्नीज पर + से ऑक्सीडेशन स्टेट था हमने बाहर से क्या डाला नेगेटिव नेगेटिव मतलब आप क्या कहेंगे -1 तो -1 + 7 के साथ कितना होगा + 6 तो ऐसे याद रखना नेगेटिव के ऐड करने से ये + 6 हो जाता है अब आपकी भी बुद्धि काम करेगी ये जो + 6 वाला है अगर मैं उसमें h+ डाल दूं अगर मैं उसमें h+ डाल दूं क्या होगा बताइए अगर मैं इसमें h+ डाल दूं तो क्या ये + 7 नहीं बनेगा बनेगा ये देखो mn6 हमने क्या डाला प्लस h+ मतलब + 1 तो ये + 1 + 6 के साथ मिलके + 7 आप कभी नहीं भूलोगे अब कहना कि भैया देखो अगर पर मैग्नेट है तो mn2 + से है हमने h+ डाल दिया किसमें अगर mno4 2 नेगेटिव में तो + से तैयार हो जाएगा तो + 6 में + 1 डालकर + से + से में -1 डाल कर के + 6 बन जाता है इसको कृपया इसी तरीके से याद करिए अपनी खपड़िया मत लगाइए सिंपल बात बहुत स्पष्ट बता रहा हूं मैं आइए देखते हैं द ग्रीन मैग्नेट इज देखो ग्रीन मैग्नेट का मतलब ये मैग्नेट आयन ग्रीन कलर का होता है तो ये कैसे लिखते हैं लैंग्वेज पकड़ो ग्रीन मैग्नेट इज पैरा मैग्नेटिक कितना बढ़िया शब्द लिखा है ग्रीन कलर का है ठीक है जी मैग्नेट आयन है और वो देखिए पैराम मैग्नेटिक एक साथ ही निपटा दिया बट द मैग्नेट इज पैरा मैग्नेट सॉरी सॉरी सॉरी पर मैग्नेट इज बट पर मैग्नेट इज डाया मैग्नेटिक यहां पे ये लिख सकता था कि क्या लिख सकते थे भैया यहां पर लिख सकते पिंक पर्पल पिंक पर्पल पर मैग्नेट इज डा मैग्नेटिक इन नेचर ये भाई साहब डाया मैग्नेटिक नेचर के होते हैं आई होप आनंद की अनुभूति हुई हो एक चीज है दैट इज ग्रीन ये ग्रीन कलर का ऑयल है यह कैसा रहता है ग्रीन कलर का ऑयल है ग्रीन कलर का ऑयल है ये पूरी तरह से एक कोवलेंको ऑक्सीजन एक नॉन मेटल है अक्सर मेटल और नॉन मेटल मिलकर के आयनिक कंपाउंड बनाते हैं बट ये क्या है एक कोवलेंको आप इस तरीके से कनेक्ट कर दीजिए बाकी कितने ऑक्सीजन बच गए सर छह बच गए छह में से तीन-तीन एक-एक पे रख दीजिए बस तीन यहां रख दीजिए तीन यहां रख दीजिए बोलो भैया समझ में आया क्या अरे बोल रहे भैया समझ में आया क्या यस तो इसकी शकल ऐसी दिखती है ग्रीन कलर का ऑयल है कोवलेंको सारे कैसे हैं कोवलेंको क्या लिखा है नॉन लीनियर ऑब् वियस इट इज नॉन लीनियर नॉन लीनियर का मतलब होता है लीनियर मतलब एक लाइन में आने वाला अरे एक लाइन में आ ही नहीं सकता यह जो mn1 कि किनारे चार लोग लगे हैं ये जो एमए है उसके किनारे चार लोग लगे हैं अब यार ओबवियस सी बात है टेट्रा हैडल यहां भी है टेट्रा हैडल यहां भी है तो लीनियर तो नहीं है इसलिए हम कहते हैं नॉन लीनियर है एंड सिमिट्रिकल कोवलेंको वेलेंट मॉलिक्यूल समझ में आ रहा है सिमिट्रिकल क्या होता है ऑक्सीजन के रिस्पेक्ट में देखो तो सिमेट्री नजर आएगी ऑक्सीजन के रिस्पेक्ट में ये वाला पार्ट और ये वाला पार्ट सेम है ये वाला पार्ट और ये वाला पार्ट सेम है इसलिए सिमेट्री कोवलेंको के फॉर्म में पेपर में आते हैं तो बच्चे को लगता बहुत कठिन चीज पूछ दिया है जबकि सोचो ये बहुत ही मतलब कितना छोटा कांसेप्ट है बहुत ही छोटा कांसेप्ट है लेकिन कठिन तब होता है जब आप सुनते नहीं है ढंग से है ना जी आइए अगला देखते हैं ईच एमएन इज ये एमएन ये एमएन दोनों टेट्रा हैडली सराउंड चार लोगों से सराउंडेड है बाय ऑक्सीजन इंक्लूडिंग ए एम एन ओ एम एन ब्रिज बीच में क्या है एम एन ओ एम एन एक ब्रिज है एक ऑक्सीजन को हम कहते हैं ब्रिजिंग ऑक्सीजन है जो कि दोनों एए को दोनों मैगनीज दोनों मेटल को कनेक्ट कर रहा है लॉजिकल था खोपड़ी में गया क्वेश्चन करिए अरे इसे कैसे माल ने कि समझ में आ गया बताना पड़ता है भैया बताओ द इनकरेक्ट स्टेटमेंट गलती ढूंढ कर बताइए मैग्नेट एंड पर मैग्नेट आयस आर टेट्रा हेडल बात सही है अगर नहीं जानते तो लिख देता हूं मैग्नेट का मतलब mno4 2 नेगेटिव दिस इज मैग्नेट पर मैग्नेट का मतलब वन नेगेटिव mno4 नेगेटिव इज पर मैग्नेट ये दोनों ही टेट्रा हैडल होते हैं चार-चार क्या लगे हैं साइड एटम है यहां पर इन मैग्नेट एंड पैरा मैग्नेटिक आयन द पाई बॉन्डिंग टेक्स प्लेस ओबवियसली पाई बॉन्डिंग होगी पाई बॉन्डिंग ही तो होगी ना बोलो रे बालक ए बालक एक दो तीन चार एक कहां बनाए जी यही बना देते हैं ए ए ऑक्सीजन ऑक्सीजन ऑक्सीजन ऑक्सीजन देखो अगर दो नेगेटिव बनाना है तो एक एक नेगेटिव मैं यहां बना देता हूं एक यहां जहां नेगेटिव बन गए वहां पाई बॉन्ड बनाते नहीं बाकी जगह पाई बॉन्ड यहां पर एक नेगेटिव जहां नेगेटिव नहीं है वहां पर इस तरीके से पाई ब तो mno4 नेगेटिव ऐसा दिखेगा mno4 2 नेगेटिव ऐसा दिखेगा अब देखो या तो s ऑर्बिटल होता है या तो p ऑर्बिटल होता है सेकंड पीरियड वालों के पास डी तो होता नहीं है और जानिए s ऑर्बिटल तो पाई बॉन्ड बनाता नहीं है केवल कौन बनाता है p ऑर्बिटल समझ पा रहे हैं तो कभी भी ऑक्सीजन या ऑक्सीजन छोड़ो कार्बन नाइट्रोजन बोरनन ये सेकंड पीरियड के जो भी एलिमेंट्स हैं वो कभी भी पाई बॉन्ड बनाते वक्त दिखें तो कहना उस पाई बॉन्ड को बनाने के लिए इन एलिमेंट्स ने अपने पी ऑर्बिटल यूज किए हैं तो यहां कहीं पे जहां पर ऑक्सीजन है है उन्होंने क्या किया ऑक्सीजन ने अपने साइड से p ऑर्बिटल दिया है तो ध्यान दीजिएगा mnnit.ac.in इन मैग्नेट एंड पैरा मैग्नेटिक आयस पाई बॉन्डिंग टेक्स प्लेस बाय ओवरलैप ऑफ p ऑर्बिटल ऑफ ऑक्सीजन p ऑर्बिटल ऑफ ऑक्सीजन एंड डी ऑर्बिटल ऑफ मैग्नीज और उसकी वजह से यहां पर भी पाई बॉन्ड बन रहा है वही वजह है यहां पर भी पाई बॉन्ड बन रहा है अच्छा जी ये बात भी सही निकली इनकरेक्ट इनमें से दोनों में से कुछ नहीं है मैग्नेट एंड परमैग्नेट आयस आर पैराम मैग्नेटिक कर दीना फालतू बात इन्होंने जो मैग्नेट है जो मैग्नेट है वहां पर पर तो भैया d6 आता है सॉरी सॉरी सॉरी d6 नहीं m ए पे m ए पे प् स आता है m ए प प् स आता है तो ये हो जाएगा d1 ये सिस्टम होगा d1 और पर मैग्नेट आयन में जो m ए होता है वो होता है प् से इसलिए यहां पर आता है 0 अब बताओ जहां 0 है वो तो डाया मैग्नेटिक होगा ना भैया यह वाला डाया मैग्नेटिक होगा कौन वाला पैरा मैग्नेटिक अभी तो पढ़ाया था ठीक है लेकिन यह कैसा होगा मैग्नेट वाला पैराम मैग्नेटिक होगा मींस दैट सी ऑप्शन इज इनकरेक्ट इसलिए ये ऑप्शन सही हो जाएगा बाकी पढ़ लीजिए मैग्नेट आयन जो है ग्रीन कलर का होता है और ये जो है पिंक पर्पल कलर का होता है पर्पल कलर का ये होता है और बताऊं बहुत ज्यादा गाढ़ा हो ना mno4 नेगेटिव या kmno4 बोलते हैं देखो कई बार ना कंफ्यूज मत हो जाना kmno4 बस हो जाता है पोटेशियम पर मैग्नेट ये क्या है पोटेशियम पर मैग्नेट तो कलर जो होता है ना वो इनकी वजह से आता है पोटेशियम का कोई लेना देना नहीं है तो कोई कहे क्या no4 पिंक पर्पल कलर का है तो कहना हां भैया है ऐसा नहीं कि अलग से रट्टा मारना पड़ेगा इसको ठीक है जी ओके आइए अगला देखते हैं प्रिपरेशन ऑफ kmno4 हमें kmno4 बनाना सीखना है पोटेशियम पर मैग्नेट इसको कहते हैं पर मैग्नेट आयन पोटेशियम आ गया तो पोटेशियम पर मैग्नेट कहते हैं पोटेशियम परमैग्नेट को बनाने का पहला जो तरीका है दैट इज हमें बनाना है h2o 2 नेगेटिव अगर आपने थोड़ा मोड़ा भी पढ़ा होगा तो आपको पता होगा h2 s2o 8 टाइप के मॉलिक्यूल के बारे में सर हम तो नहीं जानते अरे इसको कहते हैं पोक्सो डाई सल्फ्यूरिक एसिड दो सल्फर से मिला हुआ सल्फ्यूरिक एसिड सल्फ्यूरिक एसिड जानते हैं ना सल्फ्यूरिक एसिड क्या होता है बताओ चलो चलो बताओ सल्फ्यूरिक एसिड क्या होता है h2so फ दिस इज सल्फ्यूरिक एसिड लेकिन कहा जाए पोक्सो डाई सल्फ्यूरिक एसिड तो डाई सल्फ्यूरिक का मतलब हो गया दो बार आपको क्या करना है सल्फर और ये वाला भी तो ये हो जाएगा पोक्सो डाई सल्फ्यूरिक एसिड अब पोक्सो में में आपको थोड़ा क्लियर कर देना चाहता हूं जो परगो शब्द लगता है इनके नाम में आता है देखो क्या आता है वो मैं आपको यहां बताता हूं एक मिनट देखिए लिखा है ये लिखा है पोक्सो डाई सल्फेट दिस इज पोक्सो डाई सल्फेट जैसे मान लीजिए हम यहां पे ले सकते हैं k2 s2o 8 k2s 2o दिस इज दिस इज पोक्सो डाई सल्फेट इसको कहेंगे पोटेशियम पोक्सो डाई सल्फेट अच्छा ये एक ऑक्सीडेंट है ये बहुत ही शानदार ऑक्सीडेंट है ऑक्सीडेंट क्या करता है ऑक्सीडेंट का काम क्या है ध्यान रखना ये है ऑक्सीडेंट बल्कि कहूं तो बहुत ही अच्छा ऑक्सीडेंट है और बहुत अच्छा ऑक्सीडेंट होने की वजह से वो क्या करेगा मैग्नीज के + ट को उठा कर के + से में ले जाक पटके का mno4 नेगेटिव ध्यान दीजिएगा + 2 से + से तक ऑक्सीडेंट पर + 2 ऑक्सीडेशन स्टेट है इसको ऑक्सीडेंट तक ले जाने का काम एक ब बहुत ही शानदार ऑक्सीडेंट पोटेशियम पोक्सो डाई सल्फेट करता है तो वो एक अच्छे ऑक्सीडेंट का बिहेवियर शो करता है तब हमारा mn2 mn1 तक जाकर के गिरता है + से का मतलब समझ जाया करिए mno4 नेगेटिव जिस तरीके से पढ़ा रहा हूं अगर आपने यही फॉलो किया सच में नहीं भूलोगे अदर वाइज ये रिएक्शन आपकी खोपड़ में कभी नहीं टिकने वाली है मैं आप जानता हूं नहीं टिका पाते हैं बच्चे ठीक है तो ये बात आप पढ़ लीजिए मैग्नीज सेकंड जो सॉल्ट है वो ऑक्सीडो है बाय पगोडा सल्फेट टू पर मैग्नेट ये परमैग्नेट बनाने के लिए पहला मेथड ये था केवल ये जानना क्या है ऑक्सीडेंट यूज होता है बस इतना जानना है अब अगला सुनिए पायरोसाइनिकल जीी हटा दी और मेटालर्जी में हम लोग ओर पढ़ाते थे ओर का मतलब जान लीजिए ओर का मतलब होता है कि वहां पे बहुत ज्यादा मेटल प्रेजेंट है उसको साफ सुथरा करके उसको कन्वर्ट करके प्योर मेटल के फॉर्म में बनाया जाता है जिससे बनाया जाता है उसी को ओर कहते हैं जहां पर बहुत सारा मेटल प्रेजेंट है मेटल नरिच है उसको हम कहते हैं ओर दैट्ची है जी तो ओर ऑफ मेटल क्या है नाम क्या है उसका पायरो एसाइट और वो होता है इसका केमिकल फार्मूला mno2 इससे हम कैसे बनाएंगे kmno4 हमें ये चेक करना है हम कैसे बनाएंगे mno4 हमें ये चेक करना है अब आप कहेंगे सर हमें तो kmno4 बनाना था आपने तो mno4 नेगेटिव बना दिया अरे हे नालायक प्राणी अगर आप यहां पोटेशियम यूज करोगे तो आप यहां kmno4 लिख सकते हो यहां पर मैंने पोटेशियम लिखा नहीं है इसलिए नहीं लिखा है अगर चाहो तो ये लिख दो तो यहां पर kmno4 लिख देना सिंपल अच्छा जी यहां देखते हैं कैसे करना है अच्छा एक ब्रह्म सूत्र देता हूं तुम्हें ब्रह्म सूत्र क्या है कि आपको करना क्या है जहां कहीं पे प्लट ऑक्सीडेशन स्टेट एक मिनट जहां कहीं पर आपको + 4 ऑक्सीडेशन स्टेट मिले उसको को पहले ऑक्सीडो बाद में + 6 को दोबारा ऑक्सीडो 4 मिल पाएगा क्योंकि kmno4 में mn1 ऑक्सीडेशन स्टेट है अगर mn4 से तो पहले + 4 को + 6 ले जाना पड़ेगा फिर + 6 को कहां लेकर के जाना पड़ेगा + 7 तक आइए समझाते हैं वो हिंट के रूप में लिखा है आप समझिए यहां पर mno2 को हमने o2 डाल दिया mno2 में o2 डाला o2 क्या करता है ऑक्सीजन प्रोवाइड करता है ऑक्सीडेशन करता है तो यहां mno2 में mn4 देखो देखो यहां mn4 ऑक्सीडेशन स्टेट और k डाला है केवच क्या होता है बेस क्या होता है केवच बेस अब एक बार सोच के देखो सोच के देखो कि + 4 को हमने ऑक्सीजन डाला पहले अब + 4 वाला ऑक्सीडो गया और कहां तक जाएगा + 6 या + से में तो आपने देखा अच्छा यहां तो k है तो याद आया कि बेसिक सॉल्यूशन में तो + 6 वाला बनता था पीछे बताया हुआ है बेसिक सॉल्यूशन में क्या बनता है प् स वाला तो कुल मिला के + 4 वाला पहले कन्वर्ट होता है पहले कन्वर्ट होता है यहां mno4 2 नेगेटिव में + 4 वाला कन्वर्ट होता है + स में देखो ध्यान से + 4 वाला कन्वर्ट होता है + 6 में + स वाले को क्या बोलते हैं बोलो मैग्नेट आयन बोलते हैं फिर इस मैग्नेट आयन में अगर एसिड डाल दिया जाए अब याद करो अरे अब याद करो रे बालक एसिड डाल दिया जाए एसिड मतलब h+ बोलो अब h+ डालने के बाद याद करो अगर + 6 को मैंने प्लस दे दिया + स को प्लस दे दिया तो इसका मतलब + से बन जाएगा और वो बन जाएगा mno4 नेगेटिव और यहां पर हमें + से ऑक्सीडेशन स्टेट मिलेगा खो पड़ियो में ये बातें अगर टिकें नहीं तो कभी जीवन में याद नहीं होगा सिंपली देखो यहां + 4 है यहां + 6 है और यहां + से है पेपर में पूछा जाता है कैसे लिखते हैं पता है ये लिख देंगे फिर लिखेंगे यहां a है और यहां लिखेंगे b है कहेंगे a और बी बताइए क्या होगा यही जेई मेंस का क्वेश्चन है तो इसलिए इसको याद करिए + 4 + 6 और + 7 अगली कहानी भी इसी जैसी है ये एक मेथड है mno2 के द्वारा जब बनाते हैं तो पहला मेथड मैंने निपटा दिया दूसरा मेथड हूबहू ऐसा है समझने का थोड़ा सा फेर है आइए समझाता हूं mno2 में mn4 ऑक्सीडेशन स्टेट है क्या है + 4 हमने क्या किया फ्यूज्ड विद केवच फ्यूज्ड का मतलब होता है दोनों को सॉलिड फेज में ही रखना होगा और एक दूसरे में मिक्सचर बना कर के हीट करना है mno2 सॉलिड था केवच को सॉलिड लिया उसको एक आपस में मिला दिया फिर हीट किया हीट कैसे किया देखना ऑक्सीडेंट होगा एयर में o2 प्रेजेंट होगा तो देखो क्या-क्या हुआ mno2 एयर में प्रेजेंट o2 और प् स वाला लिखना है ये देखिए ये लिख देंगे हम ऊपर वाले से हूबहू मैच कर रहा है ये लिखने के तरीके बदले गए सर ये kno3 वाली बात आपने नहीं बताई वो बता देता हूं kno3 एक ऑक्सीडेंट है हमें क्या चाहिए हमें ऑक्सीजन चाहिए हमें क्या चाहिए ऑक्सीजन ये एक ऑक्सीडेंट है तो वो क्या करते क्या है करते क्या है भैया खुद को क्या बना देंगे k2 और हमें दे देंगे एक नेसें ऑक्सीजन एक छुट्टा ऑक्सीजन इसको क्या कहते हैं नेसें ऑक्सीजन अकेला घूमता हुआ ऑक्सीजन छुटा ऑक्सीजन फ्री ऑक्सीजन कौन देगा कोई भी ऑक्सीडेंट तो चाहे आप यहां पर kno3 यूज करिए चाहे kclo4 यूज करिए वो सब लोग ऑक्सीजन प्रोवाइड करते हैं और वो ऑक्सीजन की जरूरत यहां पर है तभी आप + 4 को + 6 में कन्वर्ट करा सकते हैं ऑक्सीडेशन का प्रोसेस कराने के लिए हमें ऑक्सीजन की जरूरत है चाहे आप डायरेक्ट ओटी को फॉर्म में लीजिए चाहे आप ऑक्सीडेंट के रूप में ले लीजिए समझे सर अब लग रहा है कुछ समझ में आया है हां तो पढ़िए ध्यान से तो समझ में आएगा ना जी अगला सुनिए अगला है कि इसको हमें क्या करना है प् से में कन्वर्ट करना है यहां पर भी ऑक्सीडेशन देखिए उन्होंने लिखा हुआ है पढ़ कर के देखेंगे तो समझ में आएगा लिखा है इलेक्ट्रोलिटिक ऑक्सीडेशन मतलब + स को अब हमें ऑक्सीडेंट ले जाना है और हमें पता है कि mn1 ही हाईएस्ट ऑक्सीडेशन स्टेट है जो पॉसिबल है आई होप ये सारी बातें आई हो और मैं तुम्हें बता रहा हूं ये सब पेपर में आता है ये और तो भैया आएगा तुम्हारे भी पेपर में क्या बात करर सर ऐसे नहीं जिम्मेदारी ले सकते हैं आपको थोड़ी ना पेपर पता है वो देखना जब पेपर दे के आओगे तो नीचे कमेंट करके यही जाओगे कि हां आप ब्रह्म सत्य बोल रहे थे ठीक है जी आइए बात करते हैं mno4 नेगेटिव पर mno4 नेगेटिव पे जो m ए है उसमें है प्लस से ऑक्सीडेशन स्टेट अब आप ऐसे समझो कि इसको जिससे बनाया गया अगर मैं इसको हीट कर दूं इसको जिससे बनाया गया अगर मैं इसको हीट कर दूं तो वो आपको निकाल के वापस दे देगा वो क्या करेगा निकाल के वापस दे देगा अभी हमने क्या पढ़ा था कि हम mno2 में o2 मिला रहे थे k के प्रेजेंस में फिर हम क्या बना रहे थे mno4 2 नेगेटिव बना रहे थे ये बना रहे थे फिर बाद में यहां से हम क्या बना रहे थे mno4 नेगेटिव बना रहे थे यही तो कर रहे थे अभी तक हां सर यही तो कर रहे थे अब क्या होगा पता है अब इसको जस्ट हीट कर दीजिए काम उल्टा हो जाएगा हीट कर देंगे तो हमें ये मिलेगा ये मिलेगा और ये मिलेगा तो बस यही तो लिखना है अब भैया पोटेशियम तो है नहीं यहां कुछ लिख द तो यहां पर अगर सिंपल इस तरीके से हीट किया जाए तो इसको उल्टा करके लिख दीजिए क्या लिखा जाएगा mno4 2 नेगेटिव नकल मारो नकल क्या लिखा है mno4 नेगेटिव फिर क्या लिखा है mno2 फिर क्या लिखना है o2 तो ये चीजें निकल कर के आती है जब हम इनको हीट करते हैं अरे भैया समझे मैं तुम्ह बता रहा हूं किसी को याद नहीं होगा आप अपने बैचमेट में दो चार से पूछेगा सबकी हालत टाइट हो जाएगी व यही सोचते फिरेंगे कि इसको हम कैसे अपनी खोपड़ यों में टिकाए + से को हम लेकर के आते हैं + स में हीट करने के बाद और + 4 में साथ में ऑक्सीजन निकलता है तो जिस तरीके से सिखा रहा हूं सिर्फ वही सीखना अपनी खोपड़ी यहां मत लगाना ठीक ये काम निपट गया अगली बात हु है ये पेपर में आया जे मेंस का सवाल है दोबारा बता देता हूं ये जेई मेंस का क्वेश्चन है ए एंड बी करके पूछा गया है अच्छा अब समझना हमारे पास mno4 नेट है पर मैग्नेट आयन अगर मैं उसको एसिड में डाल दू एसिड का मतलब क्या है h प तो वहां पर रिड्यूस हो कर के होता क्या है होता क्या रिएक्शन होती है ध्यान से सुनिए देखो जो mno4 नेगेटिव है जब वो h प में डाला जाता है तो यह खुद को रिड्यूस करके mn2 प्स बना देता है सुनते जाइएगा mn2 प्स बना देता है जब यह न्यूट्रल रहता है एसिड डाला तो ये होता है जब ये न्यूट्रल रहता है तब ये mno2 बनाता है और जब ये बेसिक रहता है मतलब ओ नेगेटिव इसमें डाला जाता है तो ये बात तो तुम्हें पता ही है इसमें कुछ रटवा ही नहीं है ये बनाना आपको आता है mno4 2 नेगेटिव बनता है बस यही ब्रह्म सूत्र है कैसे याद करना है उसकी जिम्मेदारी मेरे ऊपर है याद करवाने की जिम्मेदारी मेरे ऊपर है पहले एक बार बस सुनना है ठीक है जी मैंने क्या बोला मैंने बोला कि अगर हम mno4 नेगेटिव लें mno4 नेगेटिव में + से ऑक्सीडेशन स्टेट है और यहां पर क्या आएगा + 2 तो + से वाला + 2 में कन्वर्ट हो जाता है और एग्जांपल के तौर पर आप लिखेंगे कि mn2 बनता है तो + से वाला + 2 में कब कन्वर्ट होगा जब एसिड रहता है याद मैं कराऊंगा मेरी जिम्मेदारी है न्यूट्रल के कंडीशन में + 4 बनता है साथ में बगल में आप mno2 लिख दीजिए न्यूट्रल में ठीक है जी ये न्यूट्रल कंडीशन में कन्वर्ट हो कर के mno2 बनाता है बेस में बेस मतलब नेगेटिव बेस वाली बात तो आपने पहले सीख रखी है तो इसमें कोई दिक्कत नहीं यहां पर आप कहेंगे + 6 में कन्वर्ट होता है और यहां पर mno4 2 नेगेटिव बनता है कृपया ध्यान दें mno4 2 नेगेटिव बनता है याद कैसे करना है वो सुन लीजिए वो सुन लीजिए उसका ब्रह्मास्त्र देता हूं खोपड़ी में टिकेगा क्या याद रखना है कि जैसे मान लीजिए मैं कह दूं कि मेरे पास पर मैग्नेट आयन है mno4 नेगेटिव इसके बाद मैं लिखूंगा a एंड b क्या लिखूंगा मैं a एंड बी तो एसिड एंड बेस लिखा है a के साथ लिखिए दो दो और यहां पर फिर चार फिर छह 2 4 6 दैट्ची से पढ़ाया करिए अच्छा जी हे नालायक महोदय ये जो आपका परमैग्नेट है जब वो एसिड से मुलाकात करेगा तो जो रिजल्ट आएगा उसमें + 2 आएगा mn2 आएगा जब ये भाई साहब न्यूट्रल कंडीशन में मुलाकात करेंगे तो + 4 आएगा और b का मतलब है + स आएगा बेस में बी फॉर बेस ए फॉर न्यूट्रल ए फॉर एसिड तो मैंने याद करा दिया नालायक हू कि a एंड बी एंड को ए लिखो ए ए बी a मतलब एसिड में + 2 न्यूट्रल में + 4 बी मतलब बेस में + स जीवन में नहीं भूलोगे अगर आप इसको इसी तरीके से पढ़ोगे जिस तरीके से मैंने कोशिश करी है चलिए क्वेश्चन पढ़िए क्वेश्चन पढ़ि रे बाबा क्या लिखा है स्टेटमेंट वन कहता है कि पोटेशियम परमैग्नेट होता क्या कई बच्चे नाम से डर जाते हैं अरे पता नहीं क्या पूछ दिया पोटेशियम परमैग्नेट का मतलब kmno4 kmno4 पोटेशियम परमैग्नेट ऑन हीटिंग इतने टेंपरेचर पर जब आप हीट करते हैं आप जब इसको हीट करते हैं तो बताइए वहां पर पोटेशियम मैग्नेट बनता है क्या क्या k2 mno4 बनता है क्या अरे पढ़ाया था रे बोलियो बोलो पढ़ाया था अभी थोड़ी देर पहले है ना तो हमने पढ़ा था कि + से वाले को जब हम हीट करते हैं तो प्लस 6 बनता है साथ में + 4 वाला भी बनता है कोई बात नहीं उन्होंने नहीं लिखा लेकिन ये तो सही है ना कि + 6 वाला बनता है तो k2 mno4 बनता है सिंपली बोलूं तो मैग्नेट आयन mno4 नेगेटिव mno4 2 नेगेटिव में कन्वर्ट होता है ये बात सत्य है स्टेटमेंट वन इज करेक्ट वन इज करेक्ट अब पढ़ो बोथ पोटेशियम पर मैग्नेट एंड पोटेशियम मैग्नेट आर टेट्रा हैड्रन एंड पैरा मैग्नेटिक इन नेचर गलत पैराम मैग्नेटिक ये नहीं हो सकता ना mn2 ये देखो m ए mn6 का मतलब है कि d1 तो ये वाला तो पैराम मैग्नेटिक है ये वाला तो पैराम मैग्नेटिक है लेकिन क्या ये पैराम मैग्नेटिक आप सोच के देखो मैं एक ही बात कितनी बार बता रहा हूं क्योंकि मेरे को पता है पेपर में यही दोबारा आएगा इसलिए मैं कई बार कोशिश कर रहा हूं mn1 मतलब d0 d0 का मतलब डाया मैग्नेटिक है पैरा नहीं है स्टेटमेंट टू गलत है वन इज करेक्ट एंड टू इज वन इज करेक्ट एंड टू इज गलत ये बोलने वाला था मैं कोई बात नहीं आप छांट लेंगे शायद सी ऑप्शन आपको सही नजर होता हुआ दिख जाएगा आइए अगला देखते हैं ये क्या है भैया mno4 k mno4 को हमने h+ में लिया तो हमें पता है कि ये एक अच्छा सा ऑक्सीडेंट का काम करेगा अच्छा अच्छे ऑक्सीडेंट का काम क्यों करेगा वो सुन लो एक बात बताओ क्या इतना आपको पता है कि + से से + 2 में अगर ये रिड्यूस होगा तो सोचो + से पर बैठा हुआ खुद को रिड्यूस करके कहां ला रहा है + 2 में मतलब बहुत कम ऑक्सीडेशन स्टेट में तो जब वो रिड्यूस करता है ये सब कांसेप्ट जानते हो कि नहीं जब कोई खुद को क्या करता है रिड्यूस करता है तो वो दूसरे को ऑक्सीडक्सी इइ करता है इसीलिए क्या बोला जाता है mno4 नेगेटिव को कि ये एक ऑक्सीडेंट है और एसिड में तो बहुत ही खतरनाक ऑक्सीडेंट है क्योंकि ये देखो एसिड में + से से वो + 2 में चला जाता है खुद को ही बहुत रिड्यूस कर लेता है जो खुद को रिड्यूस बहुत ज्यादा करेगा वो दूसरे को बहुत ऑक्सीडेंट ऑक्सीडेंट है केम no4 इन h+ आइए देखते हैं समझते हैं ये क्या करेंगे आप सीख चुके हैं शायद हम लगता है कि अब आता होगा आपको कि केमन फ में हमने पढ़ा कि कि जब भी mno4 नेगेटिव को आप h+ के साथ लेंगे है ना एसिड है ना h+ देखो एसिड के साथ लेंगे तो ये अपने आप को बहुत ज्यादा रिड्यूस करेगा और ये mn2 बना देगा क्या करेगा mn2 बना देगा ये खूब अपने आप को रिड्यूस करेगा अरे समझे रे बालक समझे रे बालक बोलो बोलो भैया बात सही है क्या जो यहां mn1 था खुद को + 2 मतलब समझ रहे हो क्या किया उस नहीं अरे कोई + से पे खड़ा है उसने पांच इलेक्ट्रॉन ग्रहण कर लिए खा लिए पांच इलेक्ट्रॉन खा लिए तब जाकर के वो mn2 बनेगा अगर कोई पांच इलेक्ट्रॉन खाएगा तो किसी से तो मांग के खाएगा ना तो जिससे पांच इलेक्ट्रॉन लेगा वो भाई साहब ऑक्सीडो जाएंगे वो भाई साहब क्या होंगे ऑक्सीडो जाएंगे अब समझाता हूं यहां कहने का मतलब क्या है लिखा k k को आप लिख सकते हो k+ एंड i नेगेटिव k+ एंड i नेगेटिव km4 करता क्या है अपने आप को तो वो रिड्यूस करता है तो आ नेगेटिव उसको दिखता है कि यार आ नेगेटिव के पास जाऊंगा इसके पास नेगेटिव चार्ज है इसके पास भरभर के इलेक्ट्रॉन ये मेरे को पांच इलेक्ट्रॉन दिलवा दे तो पांच इलेक्ट्रॉन के लिए वो क्या करेगा पांच आई नेगेटिव को इकट्ठा करेगा कहेगा भैया पांच इलेक्ट्रॉन दो तभी तो मेरा जो mn6 है वो तभी तो + 2 में कन्वर्ट करूंगा मैं इसके लिए वो क्या करेगा इनका इलेक्ट्रॉन खाएगा और आ नेगेटिव को i2 के रूप में निकाल देगा अब मैं बताता हूं समझना आए ध्यान से आ नेगेटिव में अगर ऑक्सीडेशन स्टेट देखो तो यहां पर -1 है i2 में जो ऑक्सीडेशन स्टेट है वो जीरो है कितना है जीरो है दोनों ही आयोडीन है कोई चार्ज है नहीं तो जीरो है तो -1 से रो जाना -1 से रो ऑक्सीडेशन स्टेट में कन्वर्ट होना ऑक्सीडेशन कहलाता है तो हम कहते हैं यहां आयोडाइड जो है i2 में कन्वर्ट हो गया आयोडीन में कन्वर्ट हो गया कौन आयोडाइड आयन -1 वाला जीरो में कन्वर्ट हो गया अरे बोल ना यार इतनी इतनी बेसिक बात समझ में आई यस अगली चीज सुना आयरन का टू प्लस है मेरे भैया ग्रीन कलर का होता है जब उस ग्रीन कलर वाले को इसके साथ kmno4 के साथ मिलाया गया तो इनका तो कंफर्म है ये खुद को रिड्यूस कर लेंगे दूसरे को ऑक्सीडो ऑक्सीडेंट प् से 3+ बनाना ऑक्सीडेशन होता है -1 से जीरो बनाना ऑक्सीडेशन हो रहा है कर कौन रहा है ये भाई साहब कर रहे हैं इसलिए इनको क्या कहेंगे ऑक्सीडेंट कहेंगे क्योंकि ये ऑक्सीडो को बहुत सही ऑक्ल एसिड ऑक्जेलिक एसिड होता है cooh-cooh कार्बन पर + 3 ऑक्सीडेशन स्टेट होगा और co2 में कार्बन पर + 4 ऑक्सीडेशन स्टेट होगा तो + 3 से + 4 जाना ऑक्सा एसिड का ऑक्सीडेशन होकर के co2 बनना दिख रहा है हमें यहां पर ठीक है जी कौन कर रहा है kmno4 ये काम कर रहा है अब दोबारा सुन लीजिए h2s में निकाले तो हाइड्रोजन का तो h प्लस होता है तो दो प्लस तो सल्फर पर क्या रहेगा दो माइनस तो यहां पर क्या होगा 2 माइनस समझ बात आ गई तो सल्फर पे क्या होगा ू माइनस अगर यहां सल्फर पर टू माइनस है कृपया ध्यान दें इसको इस तरीके से आयन के रूप में ना लिखें इसको सिंपली ऐसे लिखें कि भैया सल्फर पर प्लस प्लस नहीं भाई माइनस चाहिए था ना सल्फर पर -2 का सल्फर पर -2 का ऑक्सीडेशन स्टेट है सल्फर पर -2 का ऑक्सीडेशन स्टेट है वो ऑक्सीडो करर न्यूट्रल सल्फर बन जाता है और न्यूट्रल सल्फर हो तो उस पर कहते हैं जीरो ऑक्सीडेशन स्टेट है तो -2 से जीरो जाना ऑक्सीडेशन हुआ है किसने किया है इस ऑक्सीडेंट ने किया है समझे कच्छु तो समझे ना जी आइए अगला देखते हैं ये जो हमने ऑक्जा एसिड लिखा है उसी में से बस यहां से h+ हटा दीजिए तो ये ऑक्सलेट आयन बन जाएगा जैसे ये लिखा आप ऐसे भी लिख सकते हो k2 c2o 4 k2c 2o 4 क्या लिखा है k2c 2o 4 तो c2o 42 नेगेटिव ऑक्सलेट आयन ऑक्सलेट आयन में कार्बन पर + 3 ऑक्सीडेशन स्टेट होगा ये kmno4 क्या करेगा उसको co2 में कन्वर्ट कर देगा तो + 3 को + 4 में कन्वर्ट कर देगा यह ऑक्सीडेशन कराएगा ये देखो h2so 3 सल्फर पर यहां पर आप देखें तो + 4 ऑक्सीडेशन स्टेट है कृपया निकालना सीखिए ऑक्सीडेशन स्टेट ठीक है हाइड्रोजन का पॉजिटिव होता है तो आप नहीं जानते तो मैं लिख देता हूं 2 मल्टीप्ला हाइड्रोजन का प्व सल्फर का मैं x मान लेता हूं प्लस 3 ऑक्सीजन का कितना होता है -2 = 0 कैलकुलेशन करने के बाद x की वैल्यू प्लस फ आएगी अब जब सल्फर पर + 4 है ये क्या है एसिड है h2so 3 को कहते हैं सल्फ्यूरिक एसिड तो सल्फ्यूरिक एसिड से सल्फ्यूरिक एसिड में कन्वर्ट हो जाएगा अस एसिड एक एसिड में कन्वर्ट हुआ कहां ऑक्सीडेशन हुआ सर मुझे तो पता नहीं चला अरे नालायक तीन ऑक्सीजन था एक ऑक्सीजन का आना ऑक्सीडेशन कहलाता है या यहां का ऑक्सीडेशन स्टेट चेक करिए यहां पर + 6 आएगा चेक कर लीजिए निकाल के इसी तरीके से चेक करिए यहां + 6 तो प्लस 4 से + 6 आना ऑक्सीडेशन कहलाता है अच्छा ये सेम कहानी है खाली दो h+ हटा दिया गया है तो ये कहलाता है सल्फाइट आयन और ये है सल्फेट आयन तो सल्फाइट में सल्फर पर + 4 ऑक्सीडेशन स्टेट होता है और यहां की बात करें तो यहां पर + स ऑक्सीडेशन स्टेट होता है देख लीजिए एक बार कृपया एक बार देख लें बातें समझ में आ रही है ऊपर भी बताया नीचे भी समझाया है कि कुछ दिक्कत कुछ परेशानी कुछ समस्या आपको ना आए अगली बात देखते हैं ये जो है यहां no2 नेगेटिव इसको कहते हैं नाइट्राइट आयन और नाइट्राइट आयन में जो नाइट्रोजन है उसमें + 3 ऑक्सीडेशन स्टेट है ठीक तो + 3 वाले को हम क्या बनाएंगे भैया + फ + 3 वाले को हम क्या बनाएंगे + 5 नाइट्रेट आयन में कन्वर्ट करेंगे तो नाइट्राइट आयन नाइट्रेट आयन में कन्वर्ट हो जाएगा + 3 + 5 में कन्वर्ट हो जाएगा जब ये भाई साहब चाहेंगे क्योंकि यही ऑक्सीडेंट है यही चाह सकते हैं ये सारी कहानियां क्योंकि यही एक एेंट है क्योंकि ये खुद का रिडक्शन करने में माहिर है इसीलिए लोगों का यह ऑक्सीडेशन कराने योग्य है आइए अगला देखते हैं यह बहुत इंपॉर्टेंट लाइन है अगली चीज य पूछा जा चुका है है ना और यह घुमा फिरा के वही पूछते हैं इसलिए ताकि सर दर्द बढ़े बच्चों में आइए देखते हैं mno4 नेगेटिव को इसको या तो आप न्यूट्रल मान सकते हैं या इसको स्लाइटली बेसिक मान सकते हैं ठीक है जी स्लाइटली बेसिक बहुत कम बेसिक बहुत ही कम बेसिक या इसको न्यूट्रल मान सकते हैं होता क्या है ना कि बहुत ज्यादा न्यूट्रल बनाया नहीं जा सकता क्योंकि kmno4 बनने के चक्कर में कहीं ना कहीं बनाते वक्त केवच वगैरह यूज हुआ होता है तो वो रह जाता है तो थोड़ा बेसिक तो रहता ही है ये इसलिए लिखा जाता है या तो न्यूट्रल या तो स्लाइटली बेसिक होने पर स्लाइटली मतलब बहुत कम बहुत कम बेसिक होने की कंडीशन में कुछ इस तरीके की रिएक्शन आएंगे और जितना पढ़ा रहा हूं सिर्फ वही आता कुछ एक्स्ट्रा नहीं पूछता प्लीज एक्स्ट्रा मत पढ़िए मुझे पता है कि कई लोग बाजार में घूम रहे हैं बहुत पढ़ा सकते हैं कोई मतलब नहीं मैं भी पढ़ा सकता हूं कोई मतलब नहीं उन चीजों का सिर्फ उतना पढ़ना जो पेपर में आएगा नौ टंकियों पे अपने ब भरोसा नहीं है आइए यह बात देखिएगा जब न्यूट्रल तब यह आ नेगेटिव को आयोडेट आयन में कन्वर्ट करते हैं io3 नेगेटिव io3 नेगेटिव दिस इज आयोडाइड आयन इसको कहते हैं आयोडाइड आई ओ डी आई डी ई आयोडाइड आयन दिस इज आयोडाइड आयन एंड दिस इज आयोडेट आयन आयोडेट आयोडेट आयन आयोडेट आयन जैसा शब्द कहां से आता है आयोडिक एसिड से आता है आयोडिक एसिड क्या होता है h3 h3 को कहते हैं आयोडिक एसिड आयोडिक एसिड आयोडिक एसिड जब कभी भी इ एसिड से इ एसिड से h प हटाया जाता है तो जो नेगेटिव पार्ट बनता है उसको आयोडेट कहते हैं क्या कहते हैं आयोडेट आयन ये सब बेसिक बातें शायद आपको आती होंगी बहुत ही बेसिक बात ये ठीक है ये याद रखना पड़ेगा जब हमने kmno4 के साथ h+ लिया था kmno4 के साथ h+ जब हमने एसिड लिया था इनके साथ एसिड लिया था तो आई नेगेटिव सिर्फ आ2 में जाता है लेकिन यहां आयोडाइड आयोडेट में जाता है यही एक रट्टा मारना पड़ता है बाकी तो बहुत लॉजिकल बाकी में सेम चीजें होती है ये कौन है यह है थायो सल्फेट थायो सल्फेट ठीक है प ब्लॉक वाली रिएक्शन पी ब्लॉक वाला जो मैं वीडियो बनाऊंगा उसमें सब देख लेना इससे मैं थोड़ा पढ़ा दूंगा ठीक है अब है क्या कि उन्होंने हटा दिया है लेकिन ना थोड़ा सा मैं बता दूंगा जितना काम का है नहीं तो सोचो यहां बच्चा आके रट्टा मारेगा एट दंड भैया एनटीओ को ना मेरे हिसाब से नालायक टेस्टिंग एजेंसी रख देना चाहिए बहुत ही नालायक लोग हैं मतलब हद हो रखी है बोर्ड के बच्चे को कह रहे हैं कि इतना पढ़ लो फिर मेंस वाले को कह रहे हैं इतना पढ़ लो एडवांस वाले कह रहे और ज्यादा पढ़ लो अबे तुम साहब मिलक गधे हो गया एक बच्चा है उसका नन्हा चल रहा है अभी ज्यादा क्यों टेंशन दे रहे हो बेचारे को ये तो वो हो गई ना बात थप्पड़ खाने वाली बात कर दी इन्होंने बेचारा बोर्ड वाले को परेशान करो फिर मेंस में परेशान हो फिर एडवांस में एकदम ही परेशान कर दो वाह भाई साहब लेवल अप करते जा रहे हो ऐसे ऐसे करके या तो सारा बराबर कर दो कोई चिंता की बात ही नहीं टीचर को पढ़ाने में आनंद है बच्चे को पढ़ने में आनंद है लेकिन नहीं उनको कंफ्यूज करना है इसलिए एनटीएल एकक टेस्टिंग एजेंसी ही होना चाहिए पता नहीं कौन बैठा हुआ है वहां पर समझ ही नहीं आता भाई इतना तो बेसिक बुद्धि होनी चाहिए थी सच में हद कर रखा है इन ऑर्गेनिक में तो एकदम बेवकूफ बना रखा है एस ब्लॉक दिया नहीं और एस ब्लॉक में के एओ ये सब यूज करते रहेंगे भई हम पढ़ाते तो उसी में थे है ना इसी तरीके से पी ब्लॉक में रिएक्शन वाला पार्ट हटा दिया यह नाम ये नाम वाम भी हटा रखा है उन्होंने अब बताओ अगर यह नहीं पढ़ाया जाए बच्चे को यहां लगेगा पता नहीं क्या होगा इसका स्ट्रक्चर जब तक तुमको इसका स्ट्रक्चर नहीं आता मैं सच बताऊं इसलिए मैं य बता नहीं पा रहा हूं अगर स्ट्रक्चर आता होता तो आप तुरंत इसको एक्सप्लेन कर सकते हैं अब वही है कि स्ट्रक्चर बताना मना कर रखा है दिमाग के अंधे लोग बैठे हैं दिमाग के अंधे संपूर्णता पैदल है दिमाग के ठीक है कोई क्लिप काट के वायरल मत कर देना एनटी वालो का फोन आएगा अच्छा तुम दिखाओगे करने दो पूण कोई बात नहीं केस लड़ देंगे इनसे अगला देखो क्या है थायो सल्फेट भाई गलती करी है कौन भोगे सुनेंगे तो कम से कम भोग तो बच्चे ना थायो सल्फेट का क्या होगा सल्फेट में कन्वर्ट हो जाता है टू टाइम सल्फेट लिख दीजिए so4 2 नेगेटिव समझ गए क्या होगा so4 2 नेगेटिव तो ये सल्फेट में कन्वर्ट हो हो जाएगा तो थायो सल्फेट जो है थायो सल्फेट सल्फेट में कन्वर्ट हो जाता है थायो सल्फेट में आप इनका ऑक्सीडेशन स्टेट निकालिए वो देखिएगा कि + स में कन्वर्ट होता है यहां + स में कन्वर्ट होता है निकाल के चाहो तो एवरेज ऑक्सीडेशन स्टेट निकाल के बना सकते हो यार अब तो इतना आना चाहिए अब सब मेरे से ही पूछोगे क्या सर अभी तो आप जो है एनटीएल को नालायक कह रहे थे मुझे तो आप पे ही भरोसा नहीं हो रहा सर अबे ऐसा तो नहीं सोचते नालायक हो देखो ऐसे लिखते हैं गधों यहां से क्या आएगा बताओ यहां प x की वैल्यू निकालो अगर प् 4 आता है प् 6 में जाना ऑक्सीडेशन होगा यहां प् 4 यहां प् 6 ठीक है यहां का एवरेज ऑक्सीडेशन स्टेट आता है यहां देखो भाई यहां m ए पर प् से है यहां m पर प2 है ठीक तो बीच का कोई रास्ता निकालना पड़ेगा प् से वाला क्या करेगा प्लट को उठा कर के कोशिश करेगा कि भैया प् 4 बन जाए तो यहां पर mno2 बन जाएगा mno4 नहीं भाई mno2 बन जाएगा mno2 में क्या होगा mn4 आ जाएगा तो सुनो क्या हुआ mn2 ऑक्सीडो करर प् फ हो गया इनका तो ऑक्सीडेशन हुआ इनका देखो रिडक्शन हुआ इसका मतलब ठीक-ठाक रिएक्शन जा रही है यहां इस प्रोसेस को कराने के लिए जिंक ऑक्साइड एज अ कैटालिस्ट यूज किया जाता है आइए अगली बातचीत करते हैं प्रिपरेशन ऑफ पोटेशियम डाई क्रोमेट पोटेशियम डाई क्रोमेट की अगर मैं बात करूं तो दिस इज k2 cr2 o7 क्या लिखा है k2 cr2 o7 पोटेशियम डाई क्रोमेट डाई क्रोमेट मैंने पीछे बताया था तो वो क्या था cr2 o7 2 नेगेटिव दिस इज डाई क्रोमेट आयन यहां लिख देता हूं cr2 o7 2 नेगेटिव दिस इज डाई क्रोमेट आयन अगर पोटेशियम लग जाए तो क्या बोलेंगे पोटेशियम डाई क्रोमेट क्लियर है जी अब इनको बनाने का तरीका देखो इनको मैं मानता हूं कि आप रट करके बैठे होंगे और अब जीवन में कभी याद नहीं कर पाएंगे लेकिन अगले 5 मिनट बाद इनको जीवन भर याद रख सकते हैं सुनिए सर मैं जीवन भर का नहीं ब मेंस तक का याद करा दो उसकी तो गारंटी देता हूं आओ क्रोमाइट और क्या होता है पहले जान लीजिए क्रोमाइट और होता है f2o 4 दिस इज क्रोमाइट ओर पहले हमने एक चीज बताना है भैया जी आपको कि जब जब आप रिएक्शन में ऐसी कोई चीज देखें तो इनको देखने का नजरिया बदल दीजिए इनको देखने का नजरिया है एओ डॉट c2o एक्चुअली जो ये क्रोमाइट ओर है वो दो ऑक्साइड का मिक्सचर है इसको कहते हैं मिक्स्ड ऑक्साइड तो आयरन का था तो आयरन के साथ एक ऑक्सीजन जोड़ो तो आयरन का ल2 है feo2 आएगा cr2 o3 में क्रोमियम पर + 3 आएगा अरे सुनो रे यहां पर इनका मिक्सचर देखो यही नहीं बन रहा है गनो fe2 एक ऑक्सीजन इधर ला दो फोर यही तो लिखा है तो feo2 o3 देखने का नजरिया बदलो ग नजारे निश्चित रूप से बदलेंगे हमने लिया शुरुआत करी हमने क्रोमाइट ओर से हमने क्रोमाइट ओर में डाल दिया na2 co3 सोडियम कार्बोनेट डाल कर के ऑक्सीजन पास के हीट करा दिया क्या डाला सुन लो बालक अरे रुको रे रुको रे बालक ठीक है ये यहां लिखना चाहिए था कोई बात नहीं है चलो यहां पे लिख दूंगा देखो f2o 4 को मैं दोबारा लिख देता हूं दैट इज feo2 o3 कोई सख संदेह और समस्या नहीं है अच्छा जी हमने क्या मिलाया सोडियम कार्बोनेट और मिला दिया o2 और करा दिया हीट तो सुनते जाइए इनको हमने ऐसा लिखा यह भाई साहब कौन है ये भी तो एक सॉल्ट है सॉल्ट को लिखने का तरीका क्या है na2o co2 na2o co2 इसको लिखो na2o co2 देखो सही लिखा है सोडियम का ऑक्साइड है कार्बन का ऑक्साइड है दोनों का मिक्सचर ये बन जाता है ओ सर ये तो बड़ा बढ़िया लग रहा है मुझे देखने में हां सुनना क्या होगा ये ऑक्सीजन अब यहां इनका कुछ नहीं कर सकता देखो समझने वाली बात है ये ऑक्सीजन ना तो जो आपका सोडियम है उसके ऑक्सीडेशन नंबर को बढ़ा सकता है क्योंकि सोडियम का ऑक्सीडेशन नंबर प्लस व फिक्स है और कार्बन का प् फ है और + फ से ज्यादा होता ही नहीं है कार्बन का अच्छा इसका मतलब ये भाई साहब इनसे रिएक्शन नहीं करेंगे ऐसे पहचानते हैं समझे समझने के नहीं है की समझना नहीं है का समझना है अब सुनना यहां आयरन प्लट में है इसको क्या करेगा ये o2 ये वाला o2 यहां आयरन के प्लट को प्लस 3 में कन्वर्ट कर देगा तो fe2 o3 बन जाएगा सुनो रे बालक आयरन का ऑक्साइड feo2 के साथ रिएक्शन करके fe2 o3 बन जाएगा और cr2 o3 ये o2 के साथ रिएक्शन करके cro3 बन जाएगा क्या बोला मैंने + 2 जो है चला जाएगा + 3 में + 3 चला जाएगा + 6 में हमने पढ़ा था कि क्रोमियम का + 6 एजिस्ट करता है देखो भैया यहां दिखा दिया cr3 ये भाई साहब ऑक्साइड बनाते हैं cr3 और ये भाई साहब बनाते हैं तो fe2 o3 अच्छा ऑक्सीजन ने अपना कर्मकांड भैया कर दिया अच्छा अब सुनो अगर आपने जीवन में कभी सुना हो कि क्रोमियम पर क्रोमियम पर यहां पे लिखने लायक है शायद क्रोमियम पर अगर + 2 ऑक्सी ऑक्सीडेशन स्टेट हो जैसे मान लो स तो ये बेसिक नेचर का होता है चलो एक बार बता ही देता हूं क्रोमियम पर + ट है तो ये बेसिक है और अगर मेटल पर किसी भी मेटल पर + 2 है तो वो बेसिक है लेकिन अगर cr2 o3 र है तो ये एंफोटेरिक नेचर का होता है यह कैसा होता है एंफोटेरिक ये कहां पढ़ाया जाता है भैया ये सब पीरियोडिक टेबल चैप्टर में मैंने पढ़ाया हुआ है अगर आप चाहे तो देख सकते हैं ऑक्साइड सर्च मार के देख लीजिएगा मिल जाएगा ठीक है ऑक्साइड मैंने पढ़ाया हुआ है एंफोटेरिक अगला देख लीजिए मैं बता भी देता हूं अगला है cr3 स3 कैसा होता है एसिडिक नेचर का एसिडिक नेचर का अब यहां पे एक चीज देखना भैया यहां पर ऑक्सीडेशन स्टेट है + 2 यहां + 3 यहां + 6 तो जैसे-जैसे ऑक्सीडेशन नंबर बढ़ता है ऑक्साइड का एसिडिक नेचर बढ़ता है ऑक्साइड में एसिडिक नेचर बढ़ता है ऑक्साइड जितना कम ऑक्सीडेशन स्टेट में रहता है वो बेसिक रहता है बीच वाला मॉडरेट वाला आपका एंफोटेरिक है और इसके बाद ये एसिडिक है क्लियर है ओके तो उसके हिसाब से आप बताइए कि cr3 क्या नजर आ रहा है सर cr3 तो मुझे एसिडिक नजर आ रहा है बस सही नजर आ रहा है गलत करता ही नहीं cr3 कैसा है एसिडिक और ये na2o क्या होता है सोडियम का ऑक्साइड मेटल भैया प्लस व में मेटल जब भी प्लस व में है प्लसटू में प्लस 3 में ज्यादातर वो क्या बनाते हैं बेसिक बनाते हैं प्लव प्लट वाले तो बनाते है अब यहां देखिए तो ये भाई साहब और यह भाई साहब आपस में कर लेते हैं गठबंधन और आपको देंगे एक प्रोडक्ट ये है एसिडिक और ये है बेसिक एसिडिक और बेसिक आपस में जब रिश्ता बनाते हैं तो देखो कैसा लगता है na2o डॉट स3 देखो na2o डॉट cr3 क्या इनको कंबाइंड रूप में कुछ अच्छे तरीके से लिखा जा सकता है आप लिखेंगे na2 cr4 देखो ये लिख पाएंगे अरे भैया रट्टेड स3 मिलकर के na2 cro4 बन जाता है और बचा क्या co2 अरे भैया co2 तो गैस है जी ना पेट में टिकती है ना बाहर एनवायरमेंट में है ना बाहर निकल ही आती है तो co2 गैस निकल जाएगा कैसी-कैसी गंदी बातें करते हो सर f2o 3 यहां और साथ में बच जाएगा मैं ब्रह्म सत्य बता रहा हूं नेचर है बेटा ये उसे झूठ नहीं बोल सकते तुम देखो ये बन जाएगा समझे क्या ये भी जानना जरूरी है कुछ फालतू नहीं पढ़ा रहा हूं मैं ये सब काम की बातें हैं कहीं तुम्हें लगे हैं समझाने के लिए आपने समझाया होगा नहीं रे इस पे भी पूछा जाता है समझ में आया क्या तो फिलहाल समझ में आया कि जब हम क्रोमाइट ओर को na2 co3 और o2 के साथ हीट करते हैं तो हमें यहां पर सोडियम क्रोमेट मिलता है na2 cr4 सोडियम क्रोमेट मिलता है अब इस सोडियम क्रोमेट को क्या करेंगे बताओ हमें करना क्या है हमें भैया दो बार क्रोमियम चाहिए हमें हमारे मॉलिक्यूल में दो बार क्रोमियम चाहिए तो सोचो क्या करना होगा सोचो क्या करना होगा यह शायद इसके बाद आता है लेकिन मैं यही बता देता हूं कि cr4 2 नेगेटिव cr4 2 नेगेटिव को जब हम इसमें h+ मिलाते हैं cr4 नेगेटिव को जब हम h+ मिलाते हैं तो ये बन जाता है डाई क्रोमेट cr2 o7 2 नेगेटिव ध्यान दीजिएगा cr4 2 नेगेटिव में जब h+ मिलाते हैं तो वो दो बार इस तरीके से डाई क्रोमेट बन जाएगा तो क्रोमेट h+ के साथ डाई क्रोमेट में कन्वर्ट हो जाता है क्रोमेट h+ के साथ डाई क्रोमेट ये बात याद करो काम का है अच्छा सोडियम ये देखें सोडियम क्रोमेट को h2so 4 के साथ मिलाए h2so 4 का मतलब होता है h+ प्रेजेंट है तो होगा क्या सो सोडियम क्रोमेट सोडियम डाई क्रोमेट में कन्वर्ट हो जाएगा na2 cr2 o7 में कन्वर्ट हो जाएगा देखिए cr4 कन्वर्ट हो गया cr2 o7 में देखो हुआ क्या पहले हुआ क्या ये देख लो इसको मैं हटाऊ इसको मैं थोड़ी देर बाद फिर बताऊंगा इसको मैं थोड़ी देर बाद फिर बताऊंगा डोंट वरी है ना तो cr4 2 नेगेटिव कन्वर्ट हो कर के cr24 2 नेगेटिव में कन्वर्ट हो जाता है जब हम इसमें h+ डालते हैं आगे मैं याद करा दूंगा डोंट वरी है ना तो ये पार्ट इसमें कन्वर्ट होगा अब देखो हमें क्या चाहिए सोडियम तो चाहिए नहीं था हमें तो भैया इसकी जगह प क्या चाहिए पोटेशियम तो हम इसमें केसी डाल कर के पूरा सैचुरेट कराते हैं पहले तो ये डिजॉल फॉर्म में रहता है लेकिन इसके आने के बाद वो क्रिस्टल के रूप में ऑरेंज क्रिस्टल के रूप में बाहर निकल आता है ठीक है जी ये तो डिसोल्वड रहता लेकिन केसी के डालने के बाद k2 cr2 o7 क्या होता है ऑरेंज कलर का निकल कर के बाहर आ जाता है किस कलर का ऑरेंज कलर ऑरेंज कलर का हमें k2 cr2 o7 यहां पर मिल जाता है कोई संदेह किसी को नहीं होना चाहिए एक बात सुन लीजिए एनी क्रोमेट क्रोमेट मतलब ये विद एसिड गिव्स डाई क्रोमेट ये क्या है डाई क्रोमेट ये है पोटेशियम क्रोमेट एसिड पाने के बाद पोटेशियम सॉरी गलती हो गई सोडियम क्रोमेट इसमें एसिड डालने के बाद सोडियम डाई क्रोमेट बन जाता है ये सारे लैंग्वेज इंपॉर्टेंट है क्योंकि कभी भी पूछेगा तो आप ऐसे थरथरा नहीं लग जाते हैं आपका बुद्धि खोपड़ी काम नहीं करती आप सोते पता नहीं कौन सी नई बात बता दी चलो इसको दोबारा याद कराते हैं इसमें कुछ याद कराने जैसा नहीं है हमने क्या किया क्रोमाइट ओर में na2 co3 को डाला और इसको इस तरीके से मैकेनिज्म समझा दिया है कैसे बनेगा फिर ये बन जाता है आपका सोडियम क्रोमेट h+ डालिए बन जाएगा सोडियम डाई क्रोमेट सोडियम की जगह पोटेशियम लाने के लिए डाई क्रोमेट्स आर इंटर कन्वर्टिबल ये दोनों एक दूसरे में कन्वर्ट किए जा सकते हैं इन एक्वास सॉल्यूशन डिपेंडिंग ऑन द पीए ऑफ द सॉल्यूशन पीएच ऑफ द सॉल्यूशन का मतलब समझ रहे होंगे पीएच के सेवन से कम सेवन से ज्यादा होने की कंडीशन में ये दोनों एक दूसरे में कन्वर्ट होते हैं समझाता हूं जैसे ये क्या है डाई क्रोमेट डाई क्रोमेट में क्रोमियम पर + 6 है ठीक इसमें जब हम h+ मिलाते हैं ध्यान रखना यहां पर भी जो बनता है उसमें भी + 6 है तो यहां पर वो मैगनीज वाली कहानी मत लगाना कि सर ये तो + स था प्लस करके + से कर दूंगा नहीं भैया यहां सिर्फ एक बदलाव हुआ है दैट इज डाई क्रोमेट डबल बन जाएगा ये देखो क्रोमेट से डाई क्रोमेट ठीक है जी और जो डाई क्रोमेट है उसमें ओ नेगेटिव के डालने से ये बन जाता है सिंपल बात बता रहा हूं सिंपल सी कहानियां समझ में आ जाती है अच्छा लग रहा है कि नहीं इसको अगर जज करना है तो ऐसे जज करो देखो बताऊं कि नहीं बताऊं एक क्रोमियम पर एक क्रोमियम के हिसाब से यहां ट नेगेटिव है यहां एक क्रोमियम के हिसाब से एक माइनस है एक क्रोमियम पर दो माइनस दिख रहा है एक यहां दो क्रोमियम पर दो माइनस मतलब एक क्रोमियम के एवरेज में यहां प माइव मालेगा तो उस माइव से -2 में आने के लिए बेस मिला दो याद हुआ पता नहीं सर क्या पढ़ाते हो घर से ठीक से पढ़ के आया करो अरे नालायक सुन रहे दिमाग ले आ इधर इधर रखियो हाथ पर रखियो यहां दिमाग आ गया हा सुनियो यहां पर क्रोमियम में एक क्रोमियम तो दो माइनस दो क्रोमियम दो माइनस मतलब एक क्रोमियम एक माइनस अब एक क्रोमियम एक माइनस को एक क्रोमियम दो माइनस बनाना है तो उसमें क्या डालना होगा माइनस डालना होगा तो मतलब ओ नेगेटिव डालना होगा अगर तुम भूले बेटा बहुत मारे जाओगे समझे हां तो ये बात अब पीछे जाके लगाओ अब तुम्हारा काम बन चुका है कि हमने क्या किया क्रोमेट में h+ डाल के डाई क्रोमेट बनाया था और ये बात अब आसान हो चुकी है है ना आइए अगली बात क्या है ये देखो भैया k2 cr2 o7 यहां पे पहले मैं लिख देता हूं पोटेशियम डाई क्रोमेट पोटेशियम डाई क्रोमेट सिर्फ एसिड के साथ सिर्फ एसिड के साथ क्या होता है ऑक्सीडेंट की तरह काम करता है यहां जो क्रोमियम का + स है वो खुद को रिड्यूस करके क्रोमियम का + 3 बनाता है क्रोमियम का + 3 स्टेबल होता है तो + 6 से + 3 में जाकर के रुकता है बस आपको ये पता होना चाहिए तो जो k2 cr2 o7 विद h+ एसिड के साथ है वो भाई साहब खुद को रिड्यूस करा कर के क्रोमियम + 3 बनाते हैं कृपया ध्यान रखना इस बात का कि + 6 कहां रुकेगा + 3 में अच्छा अगर + 6 + 3 में रुक रहा है मतलब खुद का क्या हो रहा है अरे क्रोमियम का + 6 + 3 में जा रहा है खुद का रिडक्शन खुद बैठा था + 6 पे आ गया वो आ गया + 3 में तो इसका रिडक्शन हुआ है यहां पर ऑक्सीडेशन स्टेट घट रहा है अगर ऑक्सीडेशन स्टेट घटता है तो उसको रिडक्शन कहते हैं अगर यहां क्रोमियम खुद का रिडक्शन करा रहा है तो दूसरे का क्या कराएगा ऑक्सीडेशन इसीलिए इसको क्या बोलते हैं ऑक्सीडेंट बोलते हैं तो जब कभी भी एसिड के साथ है तो एक ऑक्सीडेंट का काम करेगा अब इनके जवाब बड़े आसान होते हैं पीछे पढ़ाया था h2s होगा तो सल्फर पर यहां पर -2 होगा तो ये न्यूट्रल सल्फर में कन्वर्ट हो जाएगा तो -2 जीरो में चला जाएगा अगली चीज s+ 2 आपने इनर्ट पेयर इफेक्ट अगर सुना होगा तो आप जानते होंगे कि जो टन + 2 होता है वो लेस स्टेबल है बट टिन का प् फ जो होता है वो ज्यादा स्टेबल होता है टिन का प् 4 ज्यादा स्टेबल होता है ड्यू टू इन इनर्ट पेयर इफेक्ट अभी बस इतना बता सकता हूं इनर्ट पेयर इफेक्ट ये मैं आपको पी ब्लॉक वाली वीडियो में एक्सप्लेन कर दूंगा फिलहाल जान लीजिए वो ज्यादा स्टेबल है कौन कौन ज्यादा स्टेबल है ड्यू टू इनर्ट पेयर इफेक्ट आपको ये स्टेबिलिटी मिलती है स्टेबिलिटी स्टेबिलिटी का ये ऑर्डर है अगर ये स्टेबल है तो होगा क्या प्लट जो है अपने आप को स्टेबल चीज + फ में कन्वर्ट करना चाहेगी तो प्लट किसम जा रहा है + 4 में इनका क्या हो रहा है ऑक्सीडेशन और यहां क्रोमियम का क्या हो रहा है र इसका मतलब रिएक्शन सही है एक का रिडक्शन एक का ऑक्सीडेशन अच्छा जी यहां देखिए आयरन का प्लट ओबवियस सी बात है ऑक्सीडो कर के + 3 में जाता है ठीक है आ नेगेटिव i2 में जाता है आ नेगेटिव यहां पर i2 में जाता है तो ये सारी बातें शायद ख पड़ियो में उतर गई हूं सारी एक जैसी ही बातें हैं बहुत सारी ये नया था तो मैंने यहां पे लिख दिया है ठीक आइए अगला देखते हैं अगला है हेलाइड्स ऑफ डी ब्लॉक एलिमेंट्स डी ब्लॉक एलिमेंट्स के हैलाइड एंड ऑक्साइड दोनों एक साथ देख लो हाईएस्ट m फ्लोराइड मैग्नीज का जो हाईएस्ट फ्लोराइड पॉसिबल है दैट इज mn4 मतलब मैग्नीज जो है जब फ्लोरीन के साथ है भैया जी तो सिर्फ + 4 के फॉर्म में है ओ भाई साहब समझे जी केवल प् फ के फॉर्म में है तभी तो ये मिल रहा है अरे भैया ये पेपर में पूछा जाता है इसलिए बता रहा हूं मैंगनीज या फ्लोरीन के साथ है तो + 4 में लेकिन पता है ऑक्सीजन के साथ रहता है तो हाईएस्ट एन ऑक्साइड जो होता है वहां पर mn1 में है किस किसके साथ ऑक्साइड के साथ o2 नेगेटिव के साथ इसके लिखने का मतलब समझा देता हूं यहां मैंगनीज का ऑक्साइड है तो मैगनीज का ऑक्साइड मैंने बनाया भी था आपको समझाया भी था यहां mn1 आता है और ऑक्सीजन पे तो -2 रहता ही है तो कुल मिला के अगर कोई पूछे कि अगर मैंगनीज ऑक्सीजन के साथ है तो उसका हाईएस्ट ऑक्सीडेशन स्टेट कितना जाता है तो बोलना भैया जितना हाईएस्ट उसका पॉसिबल है दैट इज + से लेकिन भैया mn4 तक अगर कोई पूछे री क्या है इसका क्या रीजन है भाई होना तो फ्लोरीन का चाहिए था फ्लोरिन ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव जो ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव होता है वो सेंट्रल एटम या मेटल पर आप कहेंगे खूब सारा चार्ज लेकर के आता है लेकिन यहां पर तो उल्टा गेम हो गया तो आप रीजन बताएंगे कि ऑक्सीजन जब भी लगता है तो वो दो बॉन्ड बनाता है ऑक्सीजन जब भी कहीं लगता है तो आप क्या देखते हो इनके इनके फ मतलब स्ट्रक्चर में हमने देखा था एए क्या करता है डबल बॉन्ड बनाता है एए क्या करता है डबल बॉन्ड बनाता है लेकिन फ्लोरीन तो भैया या आदतन वो हमेशा एक ही बॉन्ड बना सकता है फ्लोरीन को एक ही इलेक्ट्रॉन की जरूरत है लेकिन ऑक्सीजन को दो इलेक्ट्रॉन की जरूरत है इसलिए यहां शेयरिंग में दो बॉन्ड ये बनाएगा जबकि ये एक बॉन्ड बनाएगा अब जो दो बॉन्ड बनाएगा वो भैया ज्यादा चार्जेस क्रिएट करवाता है सेंट्रल एटम पे यही रीजन है भैया ये पेपर में पूछा जाता है ये अंग्रेजी पढ़ो क्या लिखा है द एबिलिटी ऑफ ऑक्सीजन टू फॉर्म मल्टीपल बॉन्ड्स मतलब एक से ज्यादा बॉन्ड एक से ज्यादा बॉन्ड बनाने की छमता ऑक्सीजन को प्राप्त है लेकिन फ्लोरीन सिर्फ एक बॉन्ड बनाता है इसी वजह से यह ऑक्साइड में ऑक्सीडेशन नंबर के मामले में सुपीरियर है सुपीरियोर इसके अंदर है यह अंग्रेजी आएगी ना हिल जाओगे तुम तुम्हें लगेगा इस अंग्रेजी को तो मास्टर कभी नहीं पढ़ाता हमें दोबारा सुनो नालायक प्राणी द एबिलिटी ऑफ ऑक्सीजन टू फॉर्म मल्टीपल बॉन्ड्स टू द मेटल एक्सप्लेंस इट्स सुपीरियोर यही वजह है कि यह + से तक एजिस्ट कर सकते हैं बट ये + 4 तक ही कर करते सिर्फ कंपेरिजन पेपर में आता है इनका होता है इनका क्या होगा ऐसे पेपर में आता है ठीक है जी आइए यह देखते हैं यह थोड़ा आनंदमय चीज है पढ़िए क्या लिखा पढ़िए आपको मौका दिया है पढ़िए ऑल कार्बन सॉरी कार्बन नहीं कॉपर सेकंड हैलाइड आर नोन अच्छा जी कॉपर सेकंड हैलाइड का मतलब है कॉपर पर क्या है प्लसटू तो cuf2 नोन है सी स2 नोन है सीय बी नोन है यह एजिस्ट करते हैं यह एजिस्ट करते हैं बट बट बट देखो आगे क्या लिखा है एक्सेप्ट आयोडाइड बट कॉपर जो है आईईट के साथ ऐसे कभी भी एजिस्ट नहीं करता डज नॉट अब प्रश्न यह है ऐसा क्यों यह भाई साहब इसके साथ एजिस्ट नहीं करते ऐसा क्यों सर इसके साथ क्या क्या कंफ्यूज कर रहे हैं खोपड़ी लाना पड़ेगा ऐसे नहीं होता है खोपड़ी लाओ चलो यहां देखो यहां पर दो फ्लोरीन है तो कॉपर पे क्या आएगा + ट यहां दो क्लोरीन तो कॉपर पे प्लट ब्रोमीन है तो कॉपर पे प्लट यहां भी कॉपर अगर मान लेता हूं कि एजिस्ट करता होता तो कैसे रहता तो लिखा जाता कॉपर की खोपड़ी पर टू प्लस और साथ में लिखा जाता है 2i नेगेटिव तभी तो कॉपर पे टू प्लस आएगा नालायक हो अगर i पर -1 होगा तो 2 -1 होगा तभी तो 2 + 1 होगा इसी को मैंने बताया कि अगर ये एजिस्ट करता तो ये ऐसे साथ में रह रहे होते लेकिन होता पता है क्या है जो आ नेगेटिव है वो खुद को बहुत रिड्यूस करने के चक्कर में पड़ा रहता है आ नेगेटिव एक बहुत ही अच्छा रिड्यूस एजेंट है आ नेगेटिव खुद को ऑक्सीडेंट बना लेता है और जो कॉपर का टू प्लस है उसको रिड्यूस करके कॉपर का प्लस वन बना देता है समझाता हूं एक्चुअली ये दोनों कभी साथ इस तरीके से रह ही नहीं सकते क्योंकि ये आपस में ही रिएक्शन कर जाते हैं और आपस में जब रिएक्शन करते हैं तो वो ये बनाते हैं देखो क्या बनाते हैं कॉपर 2 प्स रिड्यूस हो कर के क्या बना देता है कॉपर प्लव और जो ये कॉपर टू प्लस अगर ये खुद को रिड्यूस करेगा तो इनको ऑक्सीडेंट जब ऑक्सीडो कहां तक जाता है i2 तक जाता है अब सुनो ये जो कॉपर प्लव है अभी वहां पर बहुत सारा आई नेगेटिव प्रेजेंट है अब सोच कर देखो कॉपर प्व सा में इसके पास है भरपूर आ नेगेटिव तो ये आपस में मिलकर के पता कैसा बना लेते हैं cu2 आ2 क्योंकि cu2 आ2 में कॉपर किसम है प्लव में आ भी -1 में तो cu2 आ2 तो एजिस्ट करता है cu2 आ2 ये एजिस्ट करता है इसमें कोई दिक्कत नहीं है दिक्कत यहां यह एजिस्ट नहीं कर सकते यह एजिस्ट साथ में क्यों करता है क्योंकि ये अब आपस में कोई रिएक्शन कर ही नहीं सकते ये आपस में कोई रिएक्शन नहीं कर सकते ये ये आपस में रिएक्शन कर जाते हैं ये क्या करता है अपने आप को रिड्यूस करके प्लस व बना लेता है और इनको ऑक्सीडेंट बना देता है ये आपस में नहीं रह पाए क्यों क्योंकि इनका आपस में हो जाता है रिएक्शन तो साथ रहे कैसे आते हैं पास हो जाता है रिएक्शन रिएक्शन के बाद बन जाते हैं वो कॉपर का प्लस व तो भैया जी प्लस व के साथ अब आयोडीन मिलेगा तो co2 आ2 ही ना कहलाएगा जी अरे बोलो ना यही लिखा है इसमें पढ़ लो अंग्रेजी पढ़ो ये पेपर में पूछा जाता है कई बार आया है फिर से आएगा फिर से आएगा रे बबुआ इतना तो पार्ट में एग्जाम होता है तुम्हारा कौनो ना कौनो में तो आएगा जी अब अगला सुनिए यह थोड़ी भारी अंग्रेजी लगती है लेकिन पहले मैं इसको सिंपलीफाइड वर्जन में समझाऊ सुनना मेरे पास कॉपर है गैसियस फम में गैसियस फम इसको गैस बना दिया मैंने फर्स्ट ऑसी फर्स्ट आयनाइजेशन एनर्जी ऑफ कॉपर इसके ऊपर डाला तो यह बन गया प्व सेकंड आयनाइजेशन एनर्जी ऑफ कॉपर इसके ऊपर डाला तो ये बन गया 2 प्स है ना आयनाइज कर रहे ना न्यूट्रल से एक इलेक्ट्रॉन निकाला तो फर्स्ट आयनाइजेशन एनर्जी ऑफ कॉपर डालोगे तो एक इलेक्ट्रॉन निकलेगा तो कॉपर प्लस वन एक और इलेक्ट्रॉन निकाल दिया सेकंड आयनाइजेशन एनर्जी ऑफ कॉपर डाला तो ये बन जाएगा अब ये क्या है गैसियस फॉर्म में है अभी ये क्या है गैसियस फम है कृपया ध्यान से सुनना नहीं तो समझ में वैसे भी नहीं आने वाला सुनना सुनना तभी आएगा ठीक है जी अब देखो मैं तुमसे पूछूं कि कॉपर + व ज्यादा स्टेबल है या कॉपर 2 प्स चलो बताओ बेसिक बुद्धि लगाइए इनका क्या देखिएगा इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन इनका इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन देख के बताइए कि कॉपर प्लव इन गैसियस स्टेट एंड कॉपर टू प्लस इन गैसियस स्टेट इनमें ज्यादा स्टेबल कौन सा है इनमें ज्यादा स्टेबल कौन सा है चलिए बताइए अगर मैं स्टेबिलिटी की बात करूं तो इनमें ज्यादा स्टेबल कौन सा है कॉपर प्लव की अगर मैं बात करूं ध्यान करो भैया हम लिखते थे कॉपर का ऑ ऑक्सीडेशन स्टेट कॉपर का ऑक्सीडेशन स्टेट नहीं कॉपर का इलेक्ट्रॉनिक कन्फेशन क्या लिखते थे बोलो हम लिखते थे ar4 s1 3d 10 ये लिखते थे क्या हां सर लिखते थे कॉपर + 1 का मतलब है 4s से इलेक्ट्रॉन हटाया गया देखो यहां से इलेक्ट्रॉन हटाया गया तो ये क्या बन जाएगा 3d 10 तो ये है 3d 10 मतलब फुली फीड लेकिन अगर 2 प्स कर दिया तो s से तो हटेगा d से भी हटेगा मतलब d9 तो यहां पर आपको d ना इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन मिलेगा यहां पर 9 इलेक्ट्रॉनिक कन्फेशन मिलेगा लेकिन कॉपर प्लस वन में आपको डी 10 इलेक्ट्रॉनिक कन्फ मिले कॉपर प्लस वन में आपको टे मिलेगा बताओ ज्यादा स्टेबल कौन है फुली फीड या हाफ फीड अरे सॉरी फुली फीड या पार्शियली फीड यह तो हाफ फीड भी नहीं है अरे बालक यह कैसा है यह पार्शियली फीड है तो ये है देख लो ये d10 वो d9 कौन ज्यादा स्टेबल है सर d10 वाला ज्यादा स्टेबल होगा तो यह बात सच है लेकिन यह कब गैसियस स्टेट में गैसियस स्टेट में यह बात सच है लेकिन यही बात अगर किसम कर दी जाए एक्स कंडीशन में तो यह बात जस्ट उल्टी हो जाती यह बात जस्ट उल्टी हो जाती है एक्स कंडीशन में अब बताइए यह गैसियस स्टेट में तो यह होता है बट स्टेबिलिटी स्टेबिल इन पानी एक्वास मतलब पानी इन वाटर वाटर में ऐसा क्या होता है ऐसा क्या करिश्मा हुआ कि कॉपर 2 प् जो होता है वो ज्यादा स्टेबल है विद रिस्पेक्ट टू कॉपर + 1 के यहां पर तो नॉर्मल फैक्टर से हम देख लेते हैं कि हाफ फीड फुली फीड लेकिन पानी के अंदर एक एक्स्ट्रा फैक्टर आकर के ऐड होता है दैट इज हाइड्रेशन एनर्जी हाइड्रेशन एनर्जी किसकी ज्यादा होती है उसकी ज्यादा होती है जहां पर चार्ज ज्यादा होते हैं तो कॉपर ट प्लस की हाइड्रेशन एनर्जी बहुत ज्यादा है और हाइड्रेशन एनर्जी कहीं निकलती है समझना हाइड्रेशन एनर्जी क्या होती है जब कोई आयन पानी में जाता है पानी में जाने के बाद वाटर में जो ऑक्सीजन प्रेजेंट है h2o में जो ऑक्सीजन है उसका लोन पेयर या उसका नेगेटिव चार्ज उस आयन से इंटैक्ट होता है अगर वो इंटरेक्शन कैसा है अट्रैक्टिव है तो वहां से खूब एनर्जी निकलती है और जहां से एनर्जी निकलती है वो चीज ज्यादा स्टेबल होती है ये बात तो भैया बहुत पुरानी है ये मत पढ़वाओ ये कहां है केमिकल बॉन्डिंग की बात तो जहां कहीं ज्यादा होते हैं वाटर उनसे ज्यादा इंटरेक्ट करता है खूब एनर्जी निकलती है जब एनर्जी निकल जाती है तो ये चीज ज्यादा स्टेबल हो जाती है तो वाटर में ज्यादा स्टेबल क्यों है कोई पूछे तो कहना हाइड्रेशन एनर्जी इसकी ज्यादा है लेकिन कोई पूछे गैसियस स्टेट में ये कम स्टेबल क्यों है तो कहना ये भाई साहब क्या थे गैसियस स्टेट में हमें देखने को मिला कि ये भैया पार्शियली फील्ड थे देखो पार्शियली फील्ड अभी भी है य वहां पे भी लेकिन यहां एक नया फैक्टर जो इसको स्टेबल बना रहा है दैट इज हाइड्रेशन एनर्जी ऑफ कॉपर टू प्लस तो इसको पढ़ लीजिएगा सम समझ में आ जाएगा आई होप आपको आनंद की अनुभूति हुई हो है ना आप बचे हो समझ में आया हो नहीं तो यह लैंग्वेज आप एनसीईआरटी से पढ़ने जाइएगा ना तो इतना कठिन बनाया है उन्होंने ऐसा लगता है कि एनसीआरटी की सोच केय बनाया गया था कि बच्चे ना पढ़ के समझ पाए खाली मास्टर समझे है ना ओके अगले आते हैं ये क्वेश्चन करिए क्वेश्चन करिए कांसेप्ट सिखाया है क्वेश्चन तो करवाएंगे ना जी बताइए क्या होगा चलिए चलिए क्या होगा कॉपर 2+ सॉल्ट रिएक्ट्स विद पोटेशियम आयोडाइड यह क्या कह रहे हैं हमारे पास यह कह रहे हैं कॉपर 2+ है इसका रिएक्शन हमें कराना है पोटेशियम आयोडाइड मतलब k के साथ k के साथ तो पूछ रहे हैं क्या प्रोडक्ट बनेगा भैया जी सिंपल बात समझो पोटैशियम आयोडाइड में हम क्या लिखते हैं k+ और i नेगेटिव अब देखो हम जानते हैं कि कॉपर 2+ के टच में अगर i नेगेटिव आ गया तो यह आपस में रिएक्शन करके यह भाई साहब क्या करते हैं i i नेगेटिव को i2 में कन्वर्ट कर देंगे आ नेगेटिव को i2 में कन्वर्ट कर देंगे और कॉपर टू प्लस कॉपर के प्व में कन्वर्ट हो जाएगा + 2 जो है + 1 में कन्वर्ट हो जाएगा कृपया एक बार इसको देख ले कृपया एक बार इसको देख ले पहले ये समझ जाए यहां पे कॉपर टू प्लस था लेकिन यहां के जब आया पोटेशियम आयोडाइड आया तो वहां उसको मिल गया आ नेगेटिव और अभी मैंने पढ़ाया कि आ नेगेटिव को ये क्या करता है i2 में कन्वर्ट कर देगा और खुद क्या बन जाएगा कॉपर प्व और कॉपर प्व और वहां पर तो और भी पोटेशियम आयोडाइड होगा अगर और पोटेशियम आयोडाइड जो कि होगा ही एक्सेस में है तो अगर पोटेशियम आयोडाइड है i नेगेटिव तो भैया जी बताओ i नेगेटिव यहां पर इनके साथ कैसा गठबंधन बनाते हैं इनका फार्मूला कैसा दिखता है ये दिखता है cu2 i2 ये कैसा दिखता है cu2 i2 जहां पर कॉपर पे + व है तो एट द एंड हमें रिजल्टेंट के तौर पर cu2 i2 ये प्रोडक्ट मिलेगा ए ऑप्शन इज करेक्ट मतलब हमने इसमें k डाला इन्होंने क्या किया खुद को रिड्यूस कर दिया और इनके आ नेगेटिव को i2 में कन्वर्ट कर दिया तो आप ये लिख सकते हैं कि cu2 आ2 और i2 साथ में मिल जाता है क्योंकि ये भी तो है ठीक है लेकिन यहां पर कहीं दिया नहीं है हमें फाइनली ये रिजल्ट बताना है कॉपर वाला तो हमने बता दिया है आइए अगला देखते हैं अब भैया आते हैं और काम की बात पढ़े देख रहे हो भैया कितना इंपोर्टेंट बातें हो रही है सब पेपर में आता है सोच के देखो कहीं कहीं आया हुआ है सीरियम जो होता है अगर हम सीरियम के ऑक्सीडेशन स्टेट की बात करें तो थोड़ा सीरियम का इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन बताओ मैं चाहता हूं बुद्धि खुले नहीं तो रट तो तुरंत लोगे जेनन इसके बाद हम क्या लिखते हैं सीरियम वाला याद करो 6s 2 हम लिखते थे 5d 1 4f 1 4f ये दिख रहा है अरे बोलो रे भैया दिख रहा है हां अब देखो होता क्या है जो सीरियम है ना वो इन चारों इलेक्ट्रॉन को निकाल करके क्या बना देगा सीरियम 4 प्स चारों इलेक्ट्रॉन को इजली निकाल देगा पता है क्यों क्योंकि उसको निकालने के बाद वो जेनन मतलब इनर्ट गैस का कॉन्फिन गेन कर लेगा और इनर्ट गेन करने के बाद वो प्रसन्न रहेगा ऐसा कब होगा जब ये चार इलेक्ट्रॉन को निकालेगा जब चार को निकालेगा तो उस पर क्या आएगा फर प्लस तो अगर कोई तुमसे पूछे कि लैंथेनाइड में कौन ऐसा है जो चार इलेक्ट्रॉन निकलवा सकता है अपने अंदर से इजली तो कहना सीरियम ऐसा करता है सीरियम के ऐसे बहुत सारे कंपाउंड पाए जाते हैं जहां पर + 4 के फॉर्म में एजिस्ट करता है अब एक बात सुनो लेकिन वही बात हो गई सबको एक दिन अपने घर लौट करके आना है तुम चाहे जहां रहो तुम्हें अपने घर लौट करके आना है तो सीरियम जो है यहां फर प्लस से अपने आप को रिएक्शंस के दौरान ी प्लस में भी कन्वर्ट कराता है दोबारा सुन लीजिए मैंने क्या बोला निश्चित रूप से बात सच है कि सीरियम का प्लस फोर एजिस्ट करता है इसमें कोई दिक्कत की बात नहीं उसके पीछे का रीजन यह है कि चारों इलेक्ट्रॉन निकालने के बाद वो जेनन का इलेक्ट्रॉनिक कन्फेशन गेन कर लेता है इसलिए वो यह काम करता है लेकिन वही बात है ना कि सबको अपने कॉम ऑक्सीडेशन स्टेट तक सबको अपने घर लौटना है लैंथेनाइड में कॉमन ऑक्सीडेशन स्टेट प् 3 है सबको अपने घर परिवार में वापस आना है तो इसका मतलब जब भी रिएक्शन होगी तो सीरियम का प्लस फ खुद को + 3 बनाएगा अब बताओ अगर ये खुद को रिड्यूस करें ये भाई साहब खुद को रिड्यूस कर रहे हैं तो किसी को तो जीवन में ऑक्सीडक्सी प्लस 4 एक ऑक्सीडेंट है यह बात खोपड़ी में बिठा लो कैसे सिखाया जाता है कैसे सीखना है यह बात खोपड़ी में जानी चाहिए नहीं तो यही सोचोगे कि पता नहीं क्या पढ़ा दिया अब ये लाइन अगर कोई डायरेक्ट चिपका दे कि सीरियम प्लस फो इज एन ऑक्सीडेंट फिर आप पागल हो जाते हो कैसा मास्टर है रटवा र है जो लिखा हुआ है अब बताओ समझ में आया ना सबको अपने घर वापस आना है कॉमन ऑक्सीडेशन स्टेट में इसका मतलब इसका नेचर है अपने प्लस फो को प् 3 में लाना है ला क्यों रहे क्योंकि पूरा परिवार यहीं आकर एजिस्ट करता है इसलिए ला रहे हैं ऐसा ही अगला सुनिए y ब का ू प्लस आप निकाल के चेक करिएगा y ब का ू प्लस और एय का 2 प्लस इनको निकाल के एक बार आप चेक कर लीजिए इनके ऑक्सीडेशन स्टेट्स निकालिए इनके इलेक्ट्रॉनिक कन्फेशन निकालिए तो वो स्टेबल आपको दिखेंगे लेकिन फिलहाल जानिए अगर ये 2 प्लस में है तो इनका अपना नेचर क्या है अरे बोलो रे भैया लैंथेनाइड के अपने कॉमन ऑक्सीडेशन स्टेट + 3 में लौटना इनका क्या है भैया इनको है + 3 में लौटना अरे सुनो रे क्या बोला मैंने + 3 में लौटना ये भी + 3 में लौटेंगे ये भी + 3 में लौटेंगे ये दोनों खुद को ऑक्सीडक्सी ना किसी को ये रिड्यूस करेंगे इसीलिए ये दोनों आपस में रिड्यूस एजेंट्स हैं ये दोनों क्या है रिड्यूस एजेंट्स है समझ में आया क्या समझ में आया क्या ये दोनों आपस में रिड्यूस एजेंट हैं तो रिड्यूस एजेंट क्यों है अब यही है पेपर में आ जाए yb2 प् इज एन ऑ इज एन रिड्यूस एजेंट इज अ रिड्यूस एजेंट तो आप कहेंगे पता नहीं सही है कि गलत है तुरंत सोचो रे भैया कि कॉमन ऑक्सीडेशन स्टेट तक ये क्या जा पाएगा अगर टू प्लस में तो हां 3 प्लस तक तो जाना खुद से चाहता है फोर प्लस वाला खुद को लेकर के 3 प्लस तक आता है तो बस यही से जस्टिफिकेशन मिल जाएगा ठीक है जी अब ये क्वेश्चन पढ़िए चलो क्वेश्चन पढ़िए क्या लिखा है नेम अ मेंबर ऑफ लैंथेनाइड सीरीज च इज वेल नोन टू हैव प् फ ऑक्सीडेशन स्टेट एक ही है सीरियम सिर्फ सीरियम ऐसा है जहां पे + 4 वेल नोन है है ना इसका कुछ नाइट्रेट होता है सीरियम अमोनियम नाइट्रेट करके पढ़ते हैं ऑर्गेनिक केमिस्ट्री में ठीक है जी ऑक्सीडेशन वाले प्रोसेस में यूज़ किए जाते हैं इन सबको तो फिलहाल आप जान लीजिए + 4 इनका सीरियम वाले भैया का एजिस्ट करता है दैट्ची होगी जिस तरीके से हम यह कहते हैं कि डीडी ट्रांजीशन होता है डीडी ट्रांजीशन होता है उसी तरीके से एएफ ट्रांजीशन भी होता है f2f तो f2f ट्रांजीशन की वजह से f2f ट्रांजीशन की वजह से भी कलर आते हैं जिस तरीके से डीडी ट्रांजीशन होता है उसी तरीके से एफफ ट्रांजीशन भी होता है लेकिन डीडी ट्रांजीशन की वजह से कलर थोड़ा ब्राइट आता है इसकी वजह से थोड़ा डल कलर आता है ठीक है पढ़ते हैं मेनी ट्राई वेलेंट ट्राई वेलेंट का मतलब होता है कि किसी मेटल की खोपड़ी पर प्लस थ है मेनी ट्राई वेलेंट लैंथेनाइड आयस आर कलर्ड बोथ इन सॉलिड स्टेट एंड इन एक्वास सॉल्यूशन कलर्ड होते हैं तो क्यों होते हैं कलर ऑफ दीज आयस मे बी एटिबल टू द प्रेजेंस ऑफ एफ इलेक्ट्रॉन और अगर उनमें एफ इलेक्ट्रॉन मौजूद होंगे तो कम वो क्या आ होंगे कलर्ड होंगे ठीक है जी लेकिन कहां कलर्ड नहीं होने के चांस है वो है f0 में f14 में क्यों क्योंकि एक में तो इलेक्ट्रॉन ही नहीं है और एक में पूरा भरा हुआ है जहां पूरा भरा होता है जहां एक भी इलेक्ट्रॉन नहीं है इन दोनों कंडीशन में एफएफ ट्रांजीशन पॉसिबल नहीं है ये वैसी ही बात हो गई जैसे डीडी ट्रांजीशन में मैंने पढ़ाया हुआ था ये क्या करेंगे नो कलर ये भाई साहब कोई कलर शो नहीं करते क्या करते हैं रे बालक क्या करते हैं रे बालक ये कोई कलर शो नहीं करते जब f0 और f14 होता है तो कोई कलर ये शो नहीं करते ठीक है जी इतनी बातें समझ में आ गई हां ठीक है अगली बात देखते हैं नादर ए3 प् लेथम हैय लंथन 3 प्स या ए3 प्स होता क्या है ए3 प्स में अगर आप कर देंगे ना तो यहां पर आपको 0 भी मिलेगा और ए0 भी मिलेगा लेकिन ए3 प्स में अगर आप जाए तो ए3 प्लस में आपको ए में 14 मिलेगा देखिए ए3 प्स चेक करो एय लास्ट में आता है एय लास्ट में आता है यहां पर मैं f0 लिख दूंगा समझ जाना तुम अरे कुछ गलत नहीं पढ़ाया f0 आएगा और यहां पर क्या आएगा f14 आएगा अरे भैया लास्ट में आता है ना इंजीनियर तुम ये भी लो लो के लिए एलय में बोलता था तो f14 जब पूरा भरा हुआ है तो शोज एनी कलर बट रेस्ट डू सो बाकी कलर शो करते हैं बट यही नहीं करते ये लोग नहीं करते बाकी करते हैं है ना लेकिन मैं इसके साथ एक और पढ़ा देता हूं दैट इज गैडो नियम गडो नियम पर जब + 3 आता है तो वहां पर आता है f7 एक्चुअली ये याद करना पड़ेगा कि ये कोई कलर शो नहीं करता यह कलरलेस होता है यह कलरलेस होता है इसका रीजन बड़ा ही वयात है इसलिए मैं इसको बताऊंगा नहीं रीजन तुमसे पूछा नहीं जाता ठीक है मेरे मास्टर्स में बताया गया था मैं जबरदस्ती तुम्हें ढके लूंगा नहीं इसको रट्टा मरवा उा मैं खुद कहता हूं भैया रट लो हर जगह नहीं कहता मैं ज्यादातर चीज मैं कोशिश कर रहा हूं समझा पाऊ जहां नहीं समझाया जा सकता उसको रट लीजिए क्योंकि इसका वाया रीजन पता है क्या लिखा था लिखा था कि f7 इज हाफ फिल्ड सो दिस इज वेरी वेरी स्टेबल सो ट्रांजीशन इज नॉट पॉसिबल ऐसा लिख खा था है ना लेकिन कोई जरूरत नहीं है इसको ऐसे रट्टा मान लो कि ये कलरलेस होता है यह भी कलरलेस है यह भी कलरलेस है बाकी कलर्ड होते हैं बस इतनी सी बात है ठीक है आइए अगला देखते हैं लैंथेनाइड आयस अदर देन f0 टाइप और f14 टाइप ऑल आर पैराम मैग्नेटिक ओबवियस सी बात है अरे भैया जहां पे कोई इलेक्ट्रॉन ही नहीं है f के अंदर वो वो भला पैराम मैग्नेटिक कैसे होंगे जहां पे पूरा भरा हुआ है वो डाया मैग्नेटिक होंगे ना पैरा मैग्नेटिक थोड़ी ना होंगे जहां पूरा भरा हुआ है तो वहां पे सारे लोग पेयर्ड हैं पेयर्ड हैं तो वो डाया मैग्नेटिक है ठीक है जी एक बार ये नोट्स ढंग से पढ़ लेना विश्वास मानिए इसी में से बहुत कुछ मिलना है बहुत कुछ मतलब मोर देन 95 पर चीजें यहीं से आएंगी और यही आएंगी कुछ अलग नहीं आएंगी है ना 5 पर का गैप मैं इसलिए दे रहा हूं क्योंकि कभी-कभी उनका मतिभ्रम रहता है वो कहीं से कुछ भी घुसे दे भैया कुछ भरोसा नहीं है हालांकि मैं 100% कह सकता था ठीक है जी आइए अगला देखते हैं लैंथेनाइड आयन दैट वुड सो कलर देखो गोनियम 3 प्लस मैंने बता दिया था याद कराया कलरलेस है ये कलरलेस है और इनके बारे में अभी हमने पढ़ा था कि यहां पर क्या आता है f0 यहां पर क्या है f14 तो ये तो कलर दे ही नहीं सकते ये दोनों कलर दे ही नहीं सकते कलर एक ही दे सकता है दिस इ ए3 प् ठीक है तो ए3 प् कलर देते हैं देख लो कितना अच्छा है और ये पेपर में पूछा जाता है ठीक आइए अगला देखते हैं यूज ऑफ लैंथेनाइड अच्छा जी लंथनाइडस का यूज देखिए बेस्ट सिंगल यूज ऑफ एथेनाइड इज फॉर द प्रोडक्शन ऑफ एलॉय स्टील्स फॉर द प्लेट्स एंड पाइप्स प्लेट्स एंड पाइप्स को बनाने के लिए एलॉय बनाने का काम करा जाए किसके द्वारा लैंथेनाइड और बाकी चीजों को मिला कर के एलॉय क्या होता है एक ही मेटल थोड़ी नहीं होगा कोई और मेटल मिल कर के क्या बनाएंगे प्लेट्स एंड पाइप्स बनाएंगे ठीक है सबसे बेस्ट प्रोडक्शन ये है बट उनमें से जो याद करना है दैट इज ए वेल नोन एलॉय इज मिस मेटल ये नाम आपकी खोपड़ी में घूमना चाहिए मिस का नाम है मेटल तो मिसका नाम था मेटल व्हिच कंसिस्ट ऑफ लंथनाइड मेटल 95 पर 5 पर के आसपास आयरन बाकी बहुत कम सा ये सब पाया जाता है तो मेनली आप याद रखना कि मिस मेटल में लैंथेनाइड कितना होता है मिस मेटल में लैंथेनाइड लैंथेनाइड मिस मेटल में लैंथेनाइड है एप्रोक्सीमेट 95 पर और आयरन कितना प्रजेंट है आयरन है अप्रॉक्स 5 पर आयरन कितना प्रेजेंट है अप्रॉक्स 5 पर क्या समझ में आया मिस मेटल में लैंथेनाइड 95 पर और आयरन कितना होता है 5 पर होता है ठीक है जी ये आता है फिर से आएगा यह बता रहा हूं ध्यान रखिएगा ये भी आएगा यहां जितना लिख रहा हूं सब आएगा आ रहा है एक्चुअली ए गुड डील ऑफ मिस मेटल इज यूज्ड इन मैग्नीशियम बेस्ड ला ये कहते हैं कि आयरन को हटाकर इसकी जगह अगर मैग्नीशियम डाल दिया जाए तो यह बुलेट्स बनाने के काम में आते हैं लाइटर फ्लिंट बनाने की कात है लाइटर फ्लिंट वो होता है जो लाइटर पे ऐसे मारो तो जलता है ध्यान है कभी देखा है जीवन में सर हम तो सुट्टा पीने वाले लोग हैं नालायक हो तुम अगर कुछ ऐसा करते हो तो ये सब गंदी चीजें मत करना जीवन में ठीक है तो लाइटर फ्लिंट का मतलब समझ में आ फ्लिंट वो होते है जो ऐसे घिरी होती है ना घिरी उसको करो तो जलता है ठीक है तो ये मैग्नीशियम बेस्ड अगर एलॉय बनाया जाए तो उसमें ये आसानी से क्या-क्या काम कर सकते हैं भैया बुलेट्स बनाने के काम आ सकते हैं और लाइटर फ्लिंट ब ने काम आते हैं ये पेपर में आया है इसलिए बता रहा हूं ठीक है आइए अगला चीज पढ़िए भैया यूज ना बहुत पूछते हैं और अब तो जरूर पूछेंगे क्योंकि बहुत सारे रटने वाली चीजें उन्होंने हटा दी ऑर्गेनिक से तो जो कुछ बची है वो तो बड़े इंपॉर्टेंट है मिक्स्ड ऑक्साइड ऑफ लैंथेनाइड मतलब लैंथेनाइड के कुछ मिक्स्ड ऑक्साइड मान लीजिए कि गैडो नियम का ऑक्साइड है मान लीजिए कि सीरियम का ऑक्साइड उनको मिक्स करके क्या बनाया जाता है आर एंप्लॉयड एज कैटालिस्ट इन पेट्रोलियम क्रैकिंग पेट्रोलियम क्रैकिंग क्या होती है कि जैसे से क्या होती है बड़े-बड़े कार्बन की चेनस निकल रही हैं मान लीजिए कार्बन की चेन निकल रही है अब हम क्या होता है जितनी बड़ी कार्बन की चेन होगी उतना ही वो सॉलिड के फॉर्म में पाए जाने का इनकी प्रोबेबिलिटी रहती है तो इसको कन्वर्ट करना है अगर गैस में तो पेट्रोलियम क्रैकिंग करके इसको छोटा-छोटा कर देते हैं अब छोटा-छोटा रहेगा तो ये गैसियस फॉर्म में इजली अवेलेबल होते हैं इसी को कहते हैं पेट्रोलियम क्रैकिंग ठीक है इस कौन करता है ये मिक्स्ड ऑक्साइड ऑफ लैंथेनाइड अच्छा याद करना है भाई इसमें मैं कुछ नहीं कर सकता और कुछ अकेले मतलब इकलौते एलन ऑक्साइड का मतलब लैंथेनाइड ऑक्साइड लैंथेनाइड मेटल के कुछ ऑक्साइड हैं जो कि फास्फ का काम करते हैं फास्फ का मतलब जैसे टीवी स्क्रीन पे जब लाइट गई तो चमकता है तो वो चमक का काम करते हैं कौन कुछ लैंथेनाइड ऑक्साइडस कृपया ये सब नोट करके चार बार कम से कम पढ़िए जितने भी यूज हैं वो समझे हां अगला पढ़िए मैंने तो कुछ क्वेश्चन करा दिए हैं बहुत सारे बाकी भी है तुम्हें करने हैं मिस मेटल इज एन एलॉय कंसिस्टिंग मेनली लैंथेनाइड मेटल्स मेनली इसमें क्या रहता है लैंथेनाइड मेटल्स रहते हैं आइए अगला देखते हैं एक्टनाइड्स की बात करें यहां से थोड़े क्वेश्चन कम बनते हैं बट एक बार देख लेना जरूर ठीक है इनका भैया जी हूबहू आपके सामने एक्टिनियम मैंने एक्सप्लेन कर रखा है ठीक बाकी कुछ चीजें ऐसी हैं जो आपको याद करनी है उसमें मेरे किसी हेल्प की जरूरत आपको नहीं है सच में बताऊं तो इसमें रटने ही पड़ते हैं तो इसलिए भैया ध्यान रखना यह है पहला यह सातवा यह है पोटें बीच में दो एक्स्ट्रा और ऐड हो गए जहां 5d बना आता है तो यह याद ही करना पड़ता है यह आपको मिल जाएगा कृपया इसको एक बार देख लीजिएगा बहुत ज्यादा यह नहीं पूछा जाता यह भी सच है क्योंकि उनमें बहुत रैंडम है ठीक है आइए अगली बात करते हैं अच्छा य खत्म हो गया हां खत्म हो गया ठीक है जी अच्छा एटॉमिक रेडियस की बात करें तो जिस तरीके से हमने लैंथेनाइड कंट्रक्शन पढ़ा था उसी तरीके से एक्टनाइड कंट्रक्शन होता है क्योंकि यहां पर भी क्या यूज होता है 5f यूज होता है 5f में इलेक्ट्रॉन भरा जाता है कहां तक 5f 14 तक इसी तरीके से तो भरा जाता है अगर जिस तरीके से 4f में डालने पर पूवर सीडिंग करते थे ये लोग 4f ऑर्बिटल लैंथेनाइड कंट्रक्शन में तो एक्टनाइड कंट्रक्शन में 5f जो ऑर्बिटल है वो तो और घटिया शिल्डिंग करता है ऐसा क्यों क्योंकि भैया जी देखो साइज में जितना आप बड़े होते जाओगे आपके रोकने की क्षमता घटती जाती है फोर्स ऑफ अट्रैक्शन गिवन बाय न्यूक्लियस टुवर्ड्स टेस्ट इलेक्ट्रॉन किसी को समझ में नहीं आया कुछ बात नहीं करनी सिंपल समझ लो कि 5f जो सब सेल होता है उसका शिल्डिंग पावर बहुत कमजोर है विद रिस्पेक्ट टू 4f इसीलिए यहां पर भी वैसा ही बिहेवियर दिखता है बल्कि उससे घटिया बिहेवियर दिखता है किस मामले में सीडिंग इफेक्ट के मामले में तो देख ले भैया यहां लॉरेंशियम एक्टिनियम से लॉरेंशियम तक जाने पर लगातार आपको साइज घटती हुई नजर आएगी और इस साइज की घटने की प्रक्रिया को एक्टनाइड सीरीज कहते हैं इस क्वेश्चन क् का जवाब वई रेडि आई कंट्रक्शन इज मोर फॉर एक्टनाइड्स देन लैंथेनाइड आखिरकार एक्टिनाइड में साइज बहुत तेज से क्यों घटता है क्योंकि वहां पर फ 5f पे इलेक्ट्रॉन है शिल्डिंग पावर की अगर बात करें शील्ड पावर का मतलब होता है शिल्डिंग पावर की बात करें शील्ड इफेक्ट की बात करें तो 4f तब भी ठीक है लेकिन 5f तो बहुत ही घटिया है है ना इस वजह से 5f जो है न्यूक्लियस के फोर्स ऑफ अट्रैक्शन को भेजता भैया जाओ मैं तुम्हें रोक नहीं पाऊंगा मेरी औकात मेरी क्षमता कम है मैं तुम्हें रोक नहीं पाऊंगा जाओ तुम आउटर सेल के इलेक्ट्रॉन को पकड़ कर अंदर खींच नाओ मुझे तकलीफ कुछ नहीं है इस चक्कर में भैया क्या हो जाता है यहां पर साइज बहुत ज्यादा घट जाता है क्योंकि न्यूक्लियस पावरफुल हो जाता है ये रीजन है इसका अच्छा जी ये सब पढ़ के एक बार देखेंगे ये इंपॉर्टेंट है ये क्या आएगा मैं एगजैक्टली वही लाइन बताऊंगा जान लीजिए जो ये एक्टिनियम है वो + 3 ऑक्सीडेशन स्टेट शो करता है कॉमन ऑक्सीडेशन स्टेट एक्टनाइड में भी क्या है + 3 है जैसे लंथनाइड में था वैसे ही यहां पे + 3 है और यहां पर भी ऐसे लिखिए देखिए 3 4 5 6 7 ये ऐसा लिखने का आदत बना लीजिए कभी फंस जाइएगा तो ऐसा लिख लीजिए पहले ये लिखना आना चाहिए ठीक है इस तरीके से बस यहीं तक ये एक आना चाहिए बाकी देखो क्या है + से + से ऑक्सीडेशन स्टेट अब वो पूछता है पेपर में किसका सबसे हाईएस्ट आता है किन दो लोगों का तो आप कहिए नेपच्यूनियम एंड प्लूटोनियम एनपी एंड पीयू इन दोनों का आता है याद करने का तरीका आपको सिखाया गया था क्या हुआ था भैया ये तो मान लो प् थ वाला छोड़ दो थोरियम से देखो है ना थॉर के पापा ने यूं बोला नेपाल में पुराने आम कम बिकेंगे कैफे में जाना ऐसे फरवाना मैडम नूडल्स लाओ रे ये सब कुछ पूछते हैं भाई वो कुछ भी नहीं छोड़ते तो बस ध्यान क्या रखना भैया नेप्चूनियन एंड प्लूटोनियम है ना नेपच्यूनियम एंड प्लूटोनियम का सेन सेन आता है और सिक्स कितने लोगों का था चार का कहां से यूरेनियम से शुरू होता है तो यूरेनियम यूरेनियम नेप्चून प्लूटोनियम और यह भैया एम का अमेरिकन करके कुछ नाम होगा उनको देख लेना ये चार लोगों में प्लस सि आता बस यही पेपर में आता है पेपर में यही पूछा जाता है भैया पेपर में ऊट पटांग चीज ही पूछते हैं वो ठीक है जी ऊट पटांग चीजों के मालिक है तो ध्यान रखना भैया है प्लस सि यूरेनियम का हाईएस्ट वो पूछेंगे तो जान लीजिए प्लस स ठीक है जी और यहां पर इनका आएगा सि क्लियर है एक मिनट सुनि मुझे एम वाले का नाम देखना अम अमेरी सियम पढ़ लेना भैया इसको अमेरिकन पढ़ दिया था मैंने ठीक है कुछ कुछ नाम मैच कर गया ना बहुत है बहुत है बहुत है आइए ये देखते हैं ये क्वेश्चन करिए ये क्वेश्चन करिए चलिए चलिए चलिए करिए द हाईएस्ट पॉसिबल ऑक्सीडेशन स्टेट ऑफ यूरेनियम ले भैया यही मैं बता रहा था यूरेनियम का हाईएस्ट कितना होता है + स यूरेनियम का + स और प्लूटोनियम पय का क्या होता है + से नेप्चूनियन एप का कितना होता है + से ध्यान दीजिएगा मैंने क्या बोला नेप्चूनियन का + से इसका + से और इसका + 6 यही तीन सबसे ज्यादा इंपॉर्टेंट है यही नहीं कई बार पूछ दिया नीट वाले भी इसको भर भर के पूछ रहे हैं इसलिए मैं आपको यह बताना चाह रहा हूं कि ये तीन चीजें आनी चाहिए द मैक्सिमम नंबर ऑफ ऑक्सीडेशन स्टेट फॉर क्या लिखा एक्टनाइड्स आर शोन बाय अच्छा एक्टनाइड्स में ज्यादा ऑक्सीडेशन स्टेट कहां होता है + से ही होता और दो लोग शो करते हैं कौन-कौन नेपच्यूनियम एंड प्लूटोनियम नेपच्यूनियम एंड प्लूटोनियम और कितना शो करते हैं वो हाईएस्ट कितना है प्लस से हाईएस्ट कितना भैया प्लस से थैंक यू मिलते हैं आप सभी को अगली वीडियो में तब तक के लिए खुश रहिए प्रसन्न रहिए आबाद रहिए जिंदाबाद रहिए बा बाय टेक केयर लव यू ऑल आप सभी को मिलते हैं पी ब्लॉक वाली वीडियो में