आधुनिक भारत का इतिहास
टॉपिक: यूरोपियन कंपनियों का आगमन
1. परिचय
- प्रविण कुमार का स्वागत
- आधुनिक भारत के इतिहास पर फोकस
- प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण विषय
2. यूरोपियन कंपनियों का आगमन
- भारत की स्थिति: मध्यकालीन भारत, मुग़ल साम्राज्य का शासनकाल
- यूरोप की स्थिति: पुनर्जागरण और खोज के प्रयास
- व्यापार की बढ़ती रुचि और समुद्री मार्गों की खोज
3. महत्वपूर्ण घटनाएं
- 1453: कस्तुन्तुनिया पर तुर्कों का आक्रमण
- 1492: कोलंबस द्वारा अमेरिका की खोज
- 1498: वास्को डिगामा द्वारा भारत की खोज
4. कंपनियों का आगमन का क्रम
| क्रम | कंपनी | आगमन का वर्ष | महत्वपूर्ण व्यक्ति |
|-------|-----------------|----------------|-------------------------|
| 1 | पुर्तगाल | 1418 | वास्को डिगामा |
| 2 | डच | 1595 | कार्नेलियस हाउटमैन |
| 3 | ब्रिटेन | 1600 | - |
| 4 | फ्रांस | 1664 | - |
5. कंपनियों की स्थापना
- East India Company की स्थापना:
- ब्रिटेन: 31 दिसम्बर, 1600
- डच: 1602
- फ्रांसीसी: 1664
6. व्यापारी कोठियों का establishment
- पुर्तगालियों ने पहली कोठी 1503 में कोचीन में स्थापित की।
- ब्रिटेन ने 1608 में सूरत में कोठी स्थापित की।
- डचों ने 1605 में मसूलीपट्टनम में कोठी स्थापित की।
- फ्रांसीसी ने 1664 में सूरत में कोठी स्थापित की।
7. पुर्तगालियों का योगदान
- पहले वायसराय: फ्रांसोदा अलमीडा
- ब्लू वाटर पॉलिसी का कार्यान्वयन
- दूसरा वायसराय: अल्बू कर्क
- वास्तविक संस्थापक माने जाते हैं
- 1510 में गोवा पर अधिकार
- तीन जी: गोड, गोल्ड, ग्लोरी
- तीसरा वायसराय: नीनो डी कुनहा
8. डचों का आगमन
- डचों ने कपड़ों के व्यापार को प्राथमिकता दी।
- 1769 में वेदरा का यूद: डचों की हार और भारत से निष्कासन।
9. निष्कर्ष
- यूरोपियन कंपनियों का आगमन और व्यापार का प्रभाव
- अगले वीडियो में ब्रिटेन और फ्रांस के संबंध में चर्चा होगी।
10. पाठ के अंत में
- अध्ययन सामग्री और महत्वपूर्ण जानकारी साझा की गई
- सक्रिय भागीदारी और प्रश्नों के समाधान की उम्मीद।