यूरोपियन कंपनियों का आगमन और प्रभाव

Aug 6, 2024

आधुनिक भारत का इतिहास

टॉपिक: यूरोपियन कंपनियों का आगमन

1. परिचय

  • प्रविण कुमार का स्वागत
  • आधुनिक भारत के इतिहास पर फोकस
  • प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण विषय

2. यूरोपियन कंपनियों का आगमन

  • भारत की स्थिति: मध्यकालीन भारत, मुग़ल साम्राज्य का शासनकाल
  • यूरोप की स्थिति: पुनर्जागरण और खोज के प्रयास
  • व्यापार की बढ़ती रुचि और समुद्री मार्गों की खोज

3. महत्वपूर्ण घटनाएं

  • 1453: कस्तुन्तुनिया पर तुर्कों का आक्रमण
  • 1492: कोलंबस द्वारा अमेरिका की खोज
  • 1498: वास्को डिगामा द्वारा भारत की खोज

4. कंपनियों का आगमन का क्रम

| क्रम | कंपनी | आगमन का वर्ष | महत्वपूर्ण व्यक्ति | |-------|-----------------|----------------|-------------------------| | 1 | पुर्तगाल | 1418 | वास्को डिगामा | | 2 | डच | 1595 | कार्नेलियस हाउटमैन | | 3 | ब्रिटेन | 1600 | - | | 4 | फ्रांस | 1664 | - |

5. कंपनियों की स्थापना

  • East India Company की स्थापना:
    • ब्रिटेन: 31 दिसम्बर, 1600
    • डच: 1602
    • फ्रांसीसी: 1664

6. व्यापारी कोठियों का establishment

  • पुर्तगालियों ने पहली कोठी 1503 में कोचीन में स्थापित की।
  • ब्रिटेन ने 1608 में सूरत में कोठी स्थापित की।
  • डचों ने 1605 में मसूलीपट्टनम में कोठी स्थापित की।
  • फ्रांसीसी ने 1664 में सूरत में कोठी स्थापित की।

7. पुर्तगालियों का योगदान

  • पहले वायसराय: फ्रांसोदा अलमीडा
    • ब्लू वाटर पॉलिसी का कार्यान्वयन
  • दूसरा वायसराय: अल्बू कर्क
    • वास्तविक संस्थापक माने जाते हैं
    • 1510 में गोवा पर अधिकार
    • तीन जी: गोड, गोल्ड, ग्लोरी
  • तीसरा वायसराय: नीनो डी कुनहा
    • गोवा को राजधानी बनाया

8. डचों का आगमन

  • डचों ने कपड़ों के व्यापार को प्राथमिकता दी।
  • 1769 में वेदरा का यूद: डचों की हार और भारत से निष्कासन।

9. निष्कर्ष

  • यूरोपियन कंपनियों का आगमन और व्यापार का प्रभाव
  • अगले वीडियो में ब्रिटेन और फ्रांस के संबंध में चर्चा होगी।

10. पाठ के अंत में

  • अध्ययन सामग्री और महत्वपूर्ण जानकारी साझा की गई
  • सक्रिय भागीदारी और प्रश्नों के समाधान की उम्मीद।