लेक्चर नोट्स: प्रोजेक्ट मैनेजमेंट और प्रोजेक्ट मैनेजर की भूमिका
मुख्य बिंदु
मैनेजमेंट स्किल्स की महत्वता: जिन लोगों की मैनेजमेंट स्किल्स अच्छी होती हैं, उनकी मार्केट में बहुत ज्यादा डिमांड होती है।
प्रोजेक्ट मैनेजमेंट: यह विभिन्न कार्यों को समय पर और बजट के अंदर सफलतापूर्वक पूरा करने की कला है।
प्रोजेक्ट मैनेजर: प्रोजेक्ट मैनेजर की भूमिका एक ऑर्गेनाइजर की होती है, जो यकीन दिलाता है कि काम सही से हो रहे हैं।
मैनेजमेंट के स्टेप्स:
प्लानिंग: सभी कार्यों को कागज पर लिखना और योजनाबद्ध करना।
एग्जीक्यूशन: कार्यों का बंटवारा करना और उन्हें समय पर पूरा करना।
मॉनिटरिंग और कंट्रोलिंग: पार्टी या प्रोजेक्ट के दौरान चीजों की निगरानी और नियंत्रण करना।
क्लोजिंग: प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद धन्यवाद और समापन।
करियर अपॉर्चुनिटी: प्रोजेक्ट मैनेजमेंट एक बड़ी स्किल है जिसमें आने वाले समय में बहुत डिमांड होगी।
प्रोजेक्ट मैनेजमेंट के पहलू
फील्ड चुनना: प्रोजेक्ट मैनेजमेंट किस उद्योग में करना है (टेक, फाइनेंस, हेल्थकेयर आदि)।
एजाइल और ट्रेडिशनल अप्रोच:
वाटरफॉल अप्रोच: लम्बी डॉक्यूमेंटेशन और एक तय तारीख तक प्रोजेक्ट का डिलीवरी।
एजाइल अप्रोच: इट्रेटिव अप्रोच जिसमें फीडबैक और सुधार शामिल होते हैं।
स्क्रम और स्क्रम मास्टर: स्क्रम अप्रोच और स्क्रम मास्टर की भूमिका जानना।
जॉब डिस्क्रिप्शन देखना: नौकरी की आवश्यकता के अनुसार ही आवेदन करना।
सर्टिफिकेशन्स
पीएमपी सर्टिफिकेशन: प्रोजेक्ट मैनेजमेंट प्रोफेशनल (पीएमपी) सर्टिफिकेशन लेना महत्वपूर्ण है। यह सर्टिफिकेशन नौकरी पाने में मददगार होती है।
महत्वपूर्ण सॉफ्टवेयर
माइक्रोसॉफ्ट प्रोजेक्ट: प्रोजेक्ट मैनेजमेंट के लिए एक लोकप्रिय सॉफ्टवेयर।
स्मार्ट शीट: माइक्रोसॉफ्ट प्रोजेक्ट जैसा ही एक अन्य सॉफ्टवेयर।
जीरा: विशेष रूप से आईटी प्रोजेक्ट्स मैनेजमेंट के लिए उपयोगी।
पीएमआई और पीएमबीओके
पीएमआई (प्रोजेक्ट मैनेजमेंट इंस्टिट्यूट): प्रोजेक्ट मैनेजमेंट में सर्वश्रेष्ठ प्रैक्टिसेस बताता है।
पीएमबीओके (प्रोजेक्ट मैनेजमेंट बॉडी ऑफ नॉलेज): 1960 के दशक से बेस्ट प्रैक्टिसेस और प्रोजेक्ट मैनेजमेंट टिप्स की गाइड।
जॉब टिप्स
स्पेशलाइजेशन: अपनी पसंद की सब-कैटेगरी में विशेषज्ञता प्राप्त करें।
नीश को नैरो डाउन करना: एक विशेषज्ञ बनें ताकि नौकरी पाने में आसानी हो।
कोडर्स के लिए चेतावनी: पहले कोडिंग को गहराई से समझें और फिर मैनेजमेंट में आएं। कोडिंग का प्रारंभिक चरण थोड़ा मुश्किल होता है लेकिन इससे निकलने के बाद मज़ा आता है।