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नियमित दिन और माइंड रिप्रोग्रामिंग

आपका एक रेगुलर दिन कैसा जाता है लेट मी गेस आप सुबह सोकर उठे अपना फोन लिया अपना [संगीत] whatsapp2 से उठ के टॉयलेट जाते हो नहाते हो कपड़े पहन के रेडी होते हो नाश्ता करके निकल जाते हो उसी सेम रास्ते पर उसी सेम जगह जाकर वही सेम काम करते हो उन्हीं सेम लोगों से मिलते हो जो आपको वही सेम फील करवाते हैं कुछ लोगों से बचते हो कुछ के पास आना चाहते हो अपना काम खत्म करके आप उसी सेम रास्ते से वापस घर जाते हो शॉर्ट वीडियोस स्क्रॉल करते हो और सो जाते हो और बस यही रूटीन हर रोज फॉलो करते हो आपका यह रूटीन एक कंप्यूटर प्रोग्राम की तरह काम करता है जहां आप अपनी मर्जी से कुछ नहीं कर रहे होते सब कुछ अपने आप ही हो रहा होता है न्यूरोसाइंटिस्ट डॉक्टर जो डिस्पेंजा कहते हैं कि 35 की एज आते-आते हम जो कुछ भी होते हैं उसका 95 पर यही सबकॉन्शियस माइंड प्रोग्राम होता है यह सबकॉन्शियस प्रोग्राम आपके बिलीव्स बिहेवियर्स इमोशनल रिएक्शंस अनकॉन्शियस हैबिट्स और एटीट्यूड का एक मिक्सचर होता है जो आपको एक सर्टेन एक्शन लेने के लिए मजबूर करता है बाकी का बचा हुआ 5 पर होता है हमारा कॉन्शियस माइंड जो कहता है कि मैं खुद को बदलना चाहता हूं मैं हेल्दी होना चाहता हूं मैं इस नई स्किल को सीखना चाहता हूं और मैं मेहनत करना चाहता हूं मैं खुश होना चाहता हूं मैं फ्री होना चाहता हूं और आप हर दिन अपने इस 5 पर के कॉन्शियस माइंड के साथ 95 पर के सबकॉन्शियस प्रोग्राम से लड़ने की कोशिश करते रहते हो और रोज बुरी तरह हार जाते हो यही रीजन है कि आप हर दिन इस जोश के साथ उठते हो कि आज मैं सब कुछ बदल दूंगा लेकिन सब कुछ नहीं बदलता और शाम होते-होते अब थक हार के सो जाते हो इसलिए सबसे पहले तो इस बात को एक्सेप्ट कर लो कि जो लड़ाई आप खुद से लड़ रहे हो उसमें आपका हारना तय है आप अपने सबकॉन्शियस माइंड से जीत नहीं सकते आपकी लाइफ आपके कंट्रोल में नहीं है आप बस एक पैसेंजर हो और यह सबकॉन्शियस प्रोग्राम ड्राइविंग सीट पर बैठा हुआ है जो आपको वहीं ले जाएगा जहां यह जाना चाहता है ना कि जहां आप जाना चाहते हो तो क्या हार मान ले और यही मीडिया कार लाइफ जीते रहे इसे जीतना कैसे है सलूशन क्या है एक ही सलूशन है जब दुश्मन आपसे ज्यादा ताकतवर हो जिससे हारना तय हो उससे कभी लड़ना नहीं चाहिए जब आप लड़ना बंद कर देते हो तो ना कोई हारता है और ना ही कोई जीतता है और आपको भी यही करना है तैयार हो तो वीडियो को कर दो लाइक क्योंकि जिंदगी बदलने वाली है दोस्त रिप्रोग्रामिंग योर माइंड अगर आप अपने सबकॉन्शियस माइंड से लड़ना बंद नहीं करोगे तो एट द एंड यह जीत जाएगा जिसका रिजल्ट होगा कोई ट्रामा फाइनेंशियल क्राइसिस कोई जान लेवा बीमारी और कुछ और बुरा आप अभी जैसे जी रहे हो आप जो भी एक्शंस ले रहे हो उसका रिजल्ट यानी आप जो फ्यूचर क्रिएट कर रहे हो वो कभी ना कभी तो आ ही जाएगा इसलिए आपको अपने माइंड से लड़ना बंद करना होगा और इसकी प्रोग्रामिंग को चेंज करना होगा ताकि यह माइंड जो अभी आपके खिलाफ है जो आपको और अंधेरे में धकेल रहा है आपको एक फेलियर बना रहा है आप उसी का यूज करके अपने आप को सक्सेसफुल बना पाओ किसी भी प्रोग्राम को चेंज करने के लिए आपको उसके सोर्स कोड को बदलना पड़ता है और ये सोर्स कोड टोटल छह स्टेप्स से बनता है पहले तीन स्टेप एक सॉलिड फाउंडेशन सेट करेंगे और लास्ट के तीन स्टेप्स आपके ब्रेन को हार्ड रिसेट करके कंप्लीट रिप्रोग्राम कर देंगे तो वीडियो को कर दो लाइक देखते हैं छह स्टेप्स नंबर वन बिलीफ इंसान को जानवरों के बीच में छोड़ दो तो वो भी जानवर बन जाता है जानवर को इंसानों के बीच छोड़ दो तो उसमें भी इंसानियत आ जाएगी आपने कभी अपनी नेटिव लैंग्वेज बोलना नहीं सीखी आपने बस अपने आसपास के लोगों को बात करते हुए सुनाए और आप भी उनकी तरह बोलने लग गए अगर आपकी कंडीशनिंग ऐसी की गई है कि आप लाइफ में कभी कुछ बड़ा नहीं कर सकते आप में अकल थोड़ी कम है आप पढ़ाई में कमजोर हो आपका रंग काला है नाक मोटी है हाइट छोटी है आप बस इतना ही कमाने के लायक हो एक ही चीज बार-बार बोलते रहने से आपका ब्रेन उस चीज के लिए कंडीशन हो जाता है वो कहते हैं ना कि एक झूठ को इतनी बार बोलो कि सच लगने लगे आपका ब्रेन ऐसे हजारों झूठ को सच मानता है और उसी हिसाब से एक्शन लेता है सबसे पहले आपको अपनी इस कंडीशनिंग को चेंज करना होगा अपने आप को बार-बार ऐसे सच बोलने होंगे जिस परे आप बिलीव करने लगो लेकिन अब आप कोई छोटे बच्चे नहीं हो जिससे कुछ भी बोल दिया जाएगा और वो उस परे बिलीव कर लेगा आप अपनी कंडीशनिंग करके खुद के अंदर क्या बिलीफ पैदा कर रहे हो ये आपको बहुत सोच समझ के डिसाइड करना होगा आपको अपनी कंडीशनिंग पर विश्वास होना चाहिए कि जो आप सोच रहे हो जो खुद से बोल रहे हो वोह 100% सच है अपने बिलीफ को स्ट्रांग करने के लिए आपको खुद को टाइम टू टाइम याद दिलाना पड़ेगा अपने आसपास ऐसे सबूत रखने पड़ेंगे ऐसे लोगों को रखना पड़ेगा जो आपके इस बिलीफ को और सपोर्ट करें जब आपका एक स्ट्रांग बिलीफ डेवलप हो जाएगा यह आपके एटीट्यूड को बदलने लगेगा नंबर टू फीलिंग अभी तक आपने जो किया वह था अपने माइंड को कन्विंसिबल खुद को लेते हैं एक स्ट्रांग बिलीफ डेवलप कर लेते हैं लेकिन उस बिलीफ को लेकर बैठे रहते हैं कोई एक्शन नहीं लेते जिससे आगे जाकर उनके बिलीव्स रिग्रेट में कन्वर्ट हो जाते हैं फॉर एग्जांपल ना जाने ऐसे कितने लोग थे जो अपना बिजनेस स्टार्ट करना चाहते थे अपना कर पाए क्योंकि उनका माइंड तो रेडी था लेकिन बॉडी ने अलाव नहीं किया सबसे मुश्किल है अपनी बॉडी को यह फील कराना कि आप जो सोच रहे हो वो एक्चुअली में पॉसिबल है क्योंकि आखिरकार सारा काम तो आपकी बॉडी को ही करना है सिर्फ इमेजिन करने से कुछ नहीं होने वाला आपको इमोशनली अपनी बॉडी के अंदर ये फील करवाना होगा हमारे ब्रेन की लैंग्वेज है थॉट्स और हमारी बॉडी की लैंग्वेज है फीलिंग अगर आप किसी चीज को अपने दिल में फील नहीं कर सकते तो आप उस परे एक्ट नहीं कर सकते ऐसा कितनी बार हुआ है कि कोई चीज इतनी ज्यादा टेस्टी लग रही होती है आपका बहुत मन कर रहा होता है उसे खाने का लेकिन आपका पेट फुल हो जाता है आपको उसे खाने की भूख नहीं होती तो आप उसे हाथ तक नहीं लगाते इसी तरह जो चीज आप पाना चाहते हो आपको उसे पाने की भूख होनी चाहिए फीलिंग्लेस पाती है अगर आप अपने विजन के बारे में कुछ फील नहीं कर रहे इसका मतलब है कि आपकी बॉडी आपके माइंड के सिग्नल्स को रिसीव नहीं कर पा रही जिस वजह से आप एक्शंस ही नहीं लोगे नंबर थ्री बिहेवियर आपके बिहेवियर्स आपकी हैबिट को बनाते हैं और आपकी हैबिट्स आपकी लाइफ को बनाती हैं अभी तक जो कुछ भी आप कर रहे थे अपनी हैबिट्स की वजह से कर रहे थे आगे भी जो कुछ करोगे अपनी हैबिट्स की वजह से ही करोगे जब आप अपने माइंड से बिलीव करने लगते हो और अपनी बॉडी में फील करने लगते हो तब जाके आप अपने बिहेवियर्स में चेंजेज ला पाते हो आपका कोई भी गोल हैबिट या डिजायर हो जिसे आप अचीव करना चाहते हो उसके लिए आपको अपने माइंड को रिप्रोग्राम करना होगा अपने बिलीव्स को चेंज करके अपनी बॉडी में उस चेंज को फील करके आप अपने बिहेवियर को बदल पाओगे जो बिहेवियर आपकी हैबिट बनेगा और आपकी सारी हैबिट्स मिलके आपके सबकॉन्शियस को रिप्रोग्राम करेगी जहां आपके 95 पर एक्शंस बदल जाएंगे आप हर दिन बिना सोचे समझे जो भी एक्शंस लोगे वो आपको सक्सेस की और करीब लेकर जाएंगे तो पहले तीन स्टेप्स लेके आपने एक सॉलिड फाउंडेशन बिल्ड कर ली है अब बारी है अपने माइंड को हार्ड रिसेट करके रिप्रोग्राम करने की जिसके लिए आता है ये नेक्स्ट स्टेप नंबर फोर कॉन्शियस सेल्फ टॉक अब जब आप इस बात से अवेयर हो चुके हो कि सेल्फ टॉक आपकी लाइफ में कितना इंपॉर्टेंट रोल प्ले करती है तो अब इस बात पर ध्यान देने का टाइम है कि आप खुद से क्या बोल रहे हो हमारे साथ लाइफ में जो कुछ भी होता है उसका रिएक्शन हमारे सेल्फ टॉक से ही आता है अब आप इन्हें नेगेटिव सेल्फ टॉक कहो या पिटि हमारे माइंड के लिए कुछ भी पॉजिटिव या नेगेटिव नहीं होता यह बस कुछ ऐसी बातें हैं जिन्हें आपका माइंड सच मानकर बैठ गया है इससे आपका क्या फायदा होगा क्या नुकसान होगा इससे कोई फर्क नहीं पड़ता और जो चीज आपके लिए पॉजिटिव है हो सकता है कि वोह किसी और के लिए नेगेटिव हो फॉर एग्जांपल हो सकता है कि आप अपनी लाइफ के किसी सेंसिटिव मोमेंट में हो और बहुत ही वीक फील कर रहे हो आप रो रहे हो उस टाइम किसी ने आपसे यह कह दिया कि इट्स ओके टू बी वीक रोना अच्छा होता है और आपने इस बात को सच मान लिया नाउ अब आप सिचुएशन से डील करने के बजाय अपने आप को स्ट्रांग बना ने के बजाय अपने अंदर ही अंदर यह बोलते रहते हो आई एम वीक आई एम नॉट स्ट्रांग या फिर आई एम डिप्रेस्ड आई एम एंसिस तो आपके बिहेवियर्स भी ऐसे ही होते जाएंगे जो इस आईडिया को सपोर्ट करेंगे वो सारे काम करना जिनके लिए आपको स्ट्रांग होना पड़ेगा आप उन सभी को अवॉइड करते जाते हो क्योंकि आप अंदर से खुद को बस एक ही चीज बोल रहे हो मैं कमजोर हूं मैं इतना स्ट्रांग नहीं हूं इसलिए आपको अपने माइंड में चल रही बड़बड़ पर ध्यान देना है आप खुद से क्या बोल रहे हो और खासकर ऐसे सेल्फ डिस्ट्रक्टिव वर्ड्स पर ज्यादा फोकस करना जो आपकी लाइफ को हेल बना रहे हैं ये वर्ड्स कुछ भी हो सकते हैं जैसे मैं बहुत लो फील कर रहा हूं मैं बहुत थका हुआ हूं अब तो मैं खुद का कंट्रोल नहीं कर पाऊंगा मैं बहुत बुरा हूं मेरी बीमारी कभी अच्छी नहीं हो सकती मैं दिखने में अच्छा नहीं हूं मुझे बहुत गुस्सा आता है मैं बहुत डिप्रेस्ड हूं इसके बाद आपको लेना है फिफ्थ स्टेप रिप्लेस सेल्फ टॉक विद राइट वंस अब आपने अपने लिए जितनी भी सेल्फ टॉक ढूंढी हैं जो आप अक्सर खुद से बोलते हो अब आपको उन्हें रिप्लेस करना है आई एम वीक बन जाएगा आई एम स्ट्रांग आई एम डिप्रेस्ड बन जाएगा आई एम हैप्पी आई एम एंसिस बन जाएगा आई एम कॉन्फिडेंट बट मेक श्यर करना है कि आप अपने लिए जो भी सेल्फ टॉक अफर मेंे पिक कर रहे हो वो इतने ज्यादा ओवर ना हो कि आप उन पर यकीन ही ना कर पाओ और इतने ज्यादा बेसिक भी ना हो कि आप उसे हल्के में ले लो राइट सेल्फ ॉक से आपके अंदर एक फीलिंग डेवलप होनी चाहिए हमारे ब्रेन की लैंग्वेज है थॉट्स और हमारी बॉडी की लैंग्वेज है फीलिंग फीलिंग्लेस पाती है अगर आप अपने विजन के बारे में कुछ फील नहीं कर रहे हो इसका मतलब है कि आपके माइंड के सिग्नल्स को आपकी बॉडी रिसीव नहीं कर पा रही है जैसे कि मैंने पहले कहा जिस वजह से आप एक्शंस नहीं ले सकते नंबर सिक्स फाइंड प्रूफ फॉर योर न्यू सेल्फ टॉक अपने माइंड और बॉडी में इस सेल्फ टॉक की पावर को फील करने के लिए आपको खुद को यह प्रूफ करके दिखाना होगा कि आप जो बोल रहे हो वह सच है अगर आप खुद को बोल रहे हो कि आई एम सक्सेसफुल या आई विल बी सक्सेसफुल तो अपने आप को यकीन दिलाने के लिए आपको ऐसे एक्शंस लेने होंगे जिससे यह साबित हो सके कि हां आप सक्सेस के काबिल हो वो सारी हैबिट्स या बिहेवियर जिन्हें आप सक्सेस के साथ जोड़ते हो उन्हें अपनी लाइफ में ऐड करना शुरू कर दो सुबह जल्दी उठना वर्कआउट करना फोकस के साथ अपने टास्क खत्म करना डिस्ट्रक्शंस को दूर करना जो भी आपको सक्सेस वाली फील देता हो उस टास्क को करो जो आपके नए सेल्फ टॉक को फ्यूल करने का काम करेगा अपने बड़े गोल को छोटे-छोटे गोल्स में बांट लो छोटे-छोटे गोल्स पूरे करो आपको फीलिंग ऑफ अचीवमेंट आएगी फीलिंग ऑफ सक्सेस आएगी और ये आपकी सक्सेस में एक फ्यूल का काम करेगा तो हमने इस वीडियो में पहला पॉइंट देखा कि बिलीव आपको ये बिलीव करना है कि आप कामयाब हो सकते हो आपको नेगेटिव बिलीफ नहीं करना है कि आप कमजोर हो या आपका रंग काला है आपकी हाइट छोटी है इससे कुछ नहीं होता आपको पॉजिटिव बिलीव्स बिल्ड करने हैं अपने माइंड में उसके बाद सेकंड पॉइंट था फीलिंग आपको अपनी बॉडी को ये फील करवाना है कि आप सोच रहे हो वो एक्चुअली में पॉसिबल है क्योंकि जब तक आपकी बॉडी ये फील नहीं करेगी आप एक्शंस नहीं लोगे उसके बाद थर्ड पॉइंट था बिहेवियर जब आप अपने माइंड से बिलीव करने लगते हो और अपनी बॉडी को फील करवाने लगते हो तब जाकर आप अपने बिहेवियर्स में चेंज ला पाते हो नई अच्छी हैबिट्स बना पाते हो उसके बाद आती है कॉन्शियस सेल्फ टॉक आप ये पता करो कि आप खुद से कैसी बातें कर रहे हो किस तरह के आप नेगेटिव वर्ड्स खुद को बोल रहे हो इन चीजों को पता करो उसके बाद फिफ्थ पॉइंट आएगा रिप्लेस सेल्फ टॉक विद राइट वंस आप जैसे सोचते हो कि मैं वीक हूं तो उसको आप रिप्लेस करो कि मैं स्ट्रांग हूं मैं डिप्रेस्ड हूं की जगह मैं हैप्पी हूं ऐसे अपने सारे नेगेटिव सेल्फ टॉक को पॉजिटिव से रिप्लेस करो और उसके बाद था लास्ट पॉइंट कि फाइंड प्रूफ फॉर योर न्यू सेल्फ टॉक यानी कि आपने जिंदगी में कोई भी छोटी-मोटी सक्सेस पाई है आप उसे याद करो आप खुद को यकीन दिलाओ कि हां आप कामयाब हो सकते हो आप पास्ट में भी कामयाब हुए हो तो आप यह भी काम कर सकते हो अ फर्म करने के लिए कमेंट्स में लिखिए यस आई विल याद रखना कि मैंने इस वीडियो में ही बताया कि अफर मेे में बहुत ताकत होती है यह बुक ऐप डाउनलोड कर लो जहां पर आप 400 से ज्यादा फ्री बुक समरी सुन सकते हो हिंदी में वो भी बिना किसी एक भी ऐड के फाइनली 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