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मानव विकास का मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण

Hello everyone, so psychology पढ़ते हुए हमारे दिमाग में एक question आता है कि अरगर ये बंदा ऐसा है तो क्यों है? और पिछले तीन chapters में हमने कुछ brief detail पढ़ी है इसकी इस particular chapter में हम समझेंगे कि एक बंदा जो उसकी पूरी life span होती है जब वो conceive होता है तब से लेकर जब उसकी death होती है तब तक उसकी life में ऐसे कितने events, circumstances, situations आते हैं जो उसको उस तरीके का बनाते हैं उसकी thought process behavior, cognitive, social emotional activities, कैसे समय पर बदलती जाती हैं, और कौन से चीज़े हैं, जो constant रहती हैं, ठीक है, किन-किन चीज़ों का impact पड़ता है, in the form of development, so development जो है, वो सिर्फ growth को नहीं मानते हैं, development मतलब, कि अगर जब बच्चा एक conceived हुआ है, पेट में conceived हुआ है, मा के अपने, वहां से लेकर, the day he or she dies, तब तक development है, initially obviously जब छोटे से बड़ा हो रहा होता है तो growth parameters हम देखते हैं, जब 40-45 years की age के बाद जब हम देखते हैं तो हम decline देखते हैं, कि वो बुढ़ा होता जाता है, उसके health में और बाकी thought process में, उसकी cognitive emotion behaviors में, दीरे decline आता है, and that process is known as development. So, human development chapter 4, class 11th में हम एक पूरी की पूरी life journey को पढ़ने वाले हैं, समझने वाले हैं.

So before I go ahead, I would like to thank each and every one of you who comments in each video. Please comment, like this video and let's go ahead. Guys, my name is Vishal Pandey, I'm a psychology teacher and I teach psychology of class 11th and 12th in a much interesting way.

अगर आपको पसंद आता है, you can subscribe to this channel. So as per NCRT, development क्या है? Development is the pattern of progressive, orderly and predictable changes that begin at the conception and continue throughout life. The same thing which we just understood that it starts from conception, becomes progressive, increases over time. Orderly, in the same way, development is for everyone.

So, every child is born and dies old if there are no circumstances in between. तो एक development pattern जो है वो orderly pattern है, हर किसी के लिए same होता है, progressive है, मतलब हमेशा बढ़ता जाता है, चलता जाता है, ठीक है, so यह हमने समझा कि development क्या होता है, now let us understand, हम तीन dimensions पर बात करते हैं in the state of development, तो किसी का भी development जो हो रहा है, वो इन तीन dimensions पर हो रहा है, कौन-कौन से, biological, cognitive and socio-emotional, यह बहुत इंपोर्टन है इसको याद रखना biological, cognitive and socio-emotional क्योंकि पूरे चैप्टर में आपको यह तीन वर्ड मिलेंगे बार-बार तो biological, biological development का मतलब कि आपकी physical body किस तरीके से develop कर रही है that is biological development तो आप छोटे से थे, मा की गोध में थे until and unless you hug your boyfriend or girlfriend और आप धीरे और बढ़ते जाएंगे धीरे decline होते जाएंगे so जो physical development है that is biological second आता है cognitive development so cognitive development का in the sense कि जब आप बहुत चोटे थे, दो साल, तीन साल के थे तब आपकी जो समझ थी तब से लेकर आज तक की जो समझ है इसमें जमीन आसमाम का फर्का है and there are lot of factors that came into existence के बीच में so this is cognitive कि आपकी सोच, समझ, दिमाग किस तरीके से develop होता है that is cognitive इसमें एक चीज और देखो कि जब ये growth होता है, जब आपकी age बढ़ती जाती है, ये growth होता है, normal circumstances में, और जब आप age हो जाते हो, 60-65 plus की अबाद होते हो, तो आपकी memory धीरे-धीरे decline होने चालू हो जाती है लोगों की, उनकी यादाश भूलने लगते हैं, physically, biologically changes होते हैं, so cognitive changes जब आप छोटे से होते हो तो आप बहुत क्यूट से लगते हो लोगों को और जैसे आप बड़े होते जाते हो वही क्यूटनेस बदमाशिया बनने लगती हैं, शरारते बनने लगती हैं और बाद में वही शायद क्यूटनेस और उस तरीकी की चीजें क्राइम बन जात तो एक छोटा बच्चा अगर कुछ चुरा रहा है तो उसे नटखट कहा जाता है और वही अगर कोई बड़ा कुछ चुरा रहा है तो उसे चोर कहा जाता है तो इस बात बच्चा अगर एक छोटा बच्चा आपसे जिस तरीके से प्यार से रियाक्ट करके बात करेगा विदा कोई उम्मीद लगाए बिना कि यार मैं इससे प्यार से बात करूँगा तो मुझे इस return में कुछ मिलेगा whereas this does not happen in the adult age in the most of the cases so this is socio-emotional so ये तीन चीज़ आपको three-dimensional हमेशा काम आएगा now let's go ahead and let's understand lifespan perspective of development lifespan perspective of development की कुछ assumptions हैं उन assumptions पे बात करते हैं number one डेवलपमेंट इस लाइफ लॉन्ग जो हमने ऑलरेडी पढ़ा है कि जब आप कंसीव होते हैं बच्चा जब कंसीव होता है पेट में तब से लेकर एंड ऑफ दी डे तक ये लाइफ लॉन्ग चलता है तो नमबर वान इस डेवलपमेंट इस लाइफ लॉन्ग सेकंड जो हमने थ्री डामेशन की बात करी थी बायोलोजिकल कॉगनेटिव और सोसे उमोशनल ये हर किसी बंदे में अलग समय पर अलग रिय एक चीज नहीं होती है, सब interwoman होता है, तो biological, cognitive, socio-emotional, एकी बंदे पर, एकी समय पर साथ में काम कर रहे होते हैं, ठीक है, third, development is multidirectional, तो same चीज जो मैंने example दिया आपको, कि आपकी age जब बढ़ती है, आप cute से, आप arrogant हो जाते हो, ठीक है, so that is multidirectional, but आप एक तरीके से, आप wise ह और दूसरी जगह जब आप उससे ज़्यादा बढ़ जाते हो तो आपकी running capacity कम हो जाती है, आपका जो biological structure है वो धीरे कम होने जाता है, आपका experience बढ़ता जाता है और आपका physical structure जो कम होता जाता है, इसलिए generally जो sports वाले होते हैं वो 30, 35, 40 साल के बारे में नहीं खेलते हैं नमबर फिफ्ट, the assumption is that development is influenced by historical conditions. मतलब, आज अगर आप 16 साल के हैं, right? तो पिछले 16 सालों में आपने क्या-क्या experience किया, आपके history में आपने क्या experience किया है, वो आपकी development में impact दालेगा. Example, अगर एक बच्चा 16 साल का है, जो posh area में जिसका जन्म हुआ है, जिसके parents जो हैं, वो बहुत ज़ादा पैसा है उनके पास, तीसरा मान लो जो अफगानिस्तान में जी रहा है बच्चा, 16 साल का बच्चा है बट उसने वार देखा है अपने तिनों के life experiences में different होगा, तीनों के development में different होगा, difference होगा.

नमबर 6, अब जब development को हम पढ़ते हैं तो किसी एक चीज़ पर नहीं पढ़ते, so development psychology में भी आएगा, anthropology में भी आएगा, neurosciences में भी आएगा, societal structure जब आप पढ़ रहे हो तब भी वहाँ पर development का काम आएगा. multiple disciplines जो हैं वो development को पढ़ रहे हैं and then create they create a unified picture कि development में ये सारी चीज़ें का अलग-अलग काम आता है ठीक है तो psychology वाले समझेंगे कि यार इसका psychological angle क्या है anthropology वाले समझेंगे कि ये किस geography में पैदा हुआ उसके कारण से इसके development में क्या structure या changes हो रहे हैं so that is multi discipline से related होता है development and last seventh number of assumption is an individual context में क्या हो रहा है उस समय पर उस बंदे के साथ क्या चीजे हो रही है कोई एक बंदा है जो earthquake जेल रहा है और दूसरा अपने घर में birthday मना रहा है like spending like 50,000 rupees or more than that right so एक ही समय पर पैदा हुए दो अलग-अलग बच्चे दो अलग-अलग situation पे हैं ठीक है and then that's how तो context क्या है उसके तो अगर हमने कई सारी ऐसी मूवीज देखी हो जहां पर दो भाई होते हैं कुम के मेले में जाते हैं बिछड जाते हैं एंड दोनों अलग-अलग कॉंटेक्स में जी रहे हैं दोनों सेम थे ठीक है जुड़वा थे फॉर एग्जांपल दोनों अलग-अलग कॉंटेक्स जु high society लोगों के साथ रह रहा था तो दोनों के behavior में complete changes आ रहे हैं ठीक है? So context के साथ development में changes होते हैं Now let's move ahead and talk about factors that influence development ऐसे कौन-कौन से factors हैं जो development को influence करते हैं So दोस्तों सबसे पहले हम दो चीज़ों के समझेंगे एक जो constant होगा और दूसरा जो vary करता है So पहला जो constant factor एक तो आपके पास आपके father के भी genes हैं और आपके mother के भी genes हैं इसलिए कई बार DNA test होते हैं ये पता करने के लिए कि real father mother है या नहीं है तो क्या होता है कि आपके father के जो genes होंगे genetic structure जो होगा वो भी आपने होगा और जो आपके mother का genetic structure होगा वो भी आपके अंदर होगा ठीक है तो ये constant है इसको change नहीं किया जा सकता है and there are a lot of information that these genes carry and that create a personality चाहे वो biological हो या cognitive हो, इसलिए यह भी सुना होगा आपने कई बार कि यह अपने पापा के जैसा दिखता है, यह अपनी मम्मी के जैसा दिखता है, या तुम दोनों भाई हो, या तुम दोनों बहने हो क्यों?

क्योंकि दोनों के अंदर almost same biological genes available है, ठीक है? तो कई बार वो similarity दिख जाती है, तो अब यह चीज तो constant है, इसको आप change genotype, दूसरा है, जो आपके environment के हिसाब से आपके life के हिसाब से, आपके context के हिसाब से, बहुत सारे अलग-अलग वाराइटी आपके अंदर आपके डेवलपमेंट को इंफ्लूएंस करते हैं वाराइटी आपके अंदर आपके डेवलपमेंट को इंफ्लूएंस करते हैं वाराइटी आपके अंदर आपके डेवलपमेंट को इंफ्लूएंस करते हैं अच्छा है अच्छा है अच्छा है जेनेटिक ट्रांसमिशन थोड़ा सा कॉंप्लेक्स होता है क्योंकि मल्टिपल नंबर ऑफ जीन्स होते हैं एक ह्यूमन बॉडी के अंदर ठर्ड अब उसके बावजूद कारण कॉपी क्यों नहीं होते हैं अगर आपके अंगर आपके फादर और मदर के ही जीन्स हैं बट आ� और आप भी छोटे height के हो गए हो तो आप यह सोचते हो कि यार मम्मी के jeans क्यों आया है मेरे अंदर, father की क्यों नहीं आया है, मुझे भी height चाहिएती है तो इस कारण से क्या होता है कि थोड़ा सा complex होता है और इस complexity के कारण हर चीजें, हर characteristic define हो यह ज़रूरी नहीं है तो genetic code जो होता है वो बहुत हफ़त तक define करता है कि आपकी development के stage पे होगी, कितने जल्दी आप grow करोगे या अगर आप इंफेंट एज पे हो या चाइलोड एज पे हो 16 के आसपास, 16-20 एज के आसपास हो तो आपकी हाइट कितनी जल्दी-जल्दी बढ़ेगी या एक समय तक कॉंस्टेंट रहेगी और एकदम से अचानक से दो साल में बढ़े जाओ गया इस आल अच्छे थिक बियर्ड है बेर्ड्स आने स्टार्ट हो जाएगी, अगर नहीं है, कम है, तो आपके भी कम होगी, क्योंकि वो सारा को जेनेटिक स्ट्रक्चर पर डिपेंड करता है, हो सकता है मेरे पैरेंट्स जो हैं, वो बहुत ओपन माइंडेड है, उनको दिक्कत नहीं है कि मैं अगर किसी लड़की और उसके कारण से आपका development भी उतना ही effect करेगा and that's the reason why people are unique everyone is unique from different person so Sandra Skarnay 1992 में यह बताया कि the way parents provide environment for their child to grow that also depends on their genetic predisposition कि उनकी genes में, उनके mother, father किस तरीके से थे उनकी upbringing किस तरीके से हुई है उन्होंने life में कितनी चीज़े देखी है उसके हिसाब से वो आपके लिए एक environment बनाएंगे तो अगर कई बार यह होगा कि अगर आपके mother father की love marriage है तो और अगर किसी और के parents की arranged marriage है तो and they liked each other after arranged marriage या तीसरा condition आप देखो arranged marriage है but they don't like each other from the initial days तीनो situation में तीनो parents का जो reaction होगा अपने बच्चे के लिए वो completely different होगा तो जिनने love marriage की हैं उनको कोई दिक्कत नहीं है उनको सिर्फ यह बत बोला जाएगा उनके बच्चों को कि आपको लव मैरिज करनी कोई दिक्कत नहीं है प्यार महब्बत सब सही चीज है बट आपको अपनी हरे पता होनी चाहिए दूसरा जिनने अरेंज मैरिज किया इन देश टाइट लाइक खुद के कुल में हुआ तो डिपेंड करते हैं थिंक्स लाइक देट और तीसरा दिस पीपल दिस चाइड फॉम दिस पैरेंट माइट बी कि यार शादी तो करनी ही नहीं चाहिए क्योंकि मैंने अपने पैरेंट्स को हमेशा लड़ते जगड़ते ही देखा है एंड थैंक रिएट अ कंप्लीट डिफरेंट कॉंटेक्स्ट एंड इस चुट सो यह हुआ जो सेंड्राइस का ने बोला एक इंपोर्टें� उसके हिसाब इससे डिपेंट करेगा कि दूसरे उस बच्चे से कितनी तरीके का रियाक्ट करेंगे क्यों? क्योंकि अगर आप बहुत हस्मुक हो, आपके पैरेंट बहुत हस्मुक थे, आपका जेनो टाइप जो है वो उस तरीके से बना हुआ है अगला हमेशा आपको याद करेगा और आपको कॉल करेगा या आपसे रिकने की कोशिश करेगा तो आपको जेनो टाइप के ऊपर ज़रूरत है एक्साम्पल अगर कोई ऐसा है जिसका genotype में music भरा हुआ है, तो वो उस तरीके के लोगों के साथ react करेगा या उन तरीके के लोगों पसंद आएगे, जो music से attract होते हैं. यार तेरी music taste कैसी है, अच्छा तो गिटार बजाता है, मुझे पसंद आ रहा है, तो वो धीरे अपने हाप उस तरीके के लोगों को खोज लेंगे, अगर कोई physical exercise करना पसंद करता है, gym जाता है, तो वो उस तरीके के लोगों को खोज लेगा.

इस पोर्ट में पसंद है किसी को तो उस तरह के लोगों को खोज लेगा अगर आप टॉपर अपनी क्लास में और आप भी पढ़ना पसंद करते हो और तो आप उन तरह के लोगों को खोज़ेंगे जो पढ़नतु टाइप के थोड़े से लोग होंगे ठीक है तो नर्ड बोलते तो आप क्या करते हो, आप अपने environment को खुद select करते हो, depending on your own genotype, right, इसके साथ ही साथ, अगर हम complexity की बात कर रहे हैं, genes की complexity की बात कर रहे हैं, कि आपके father mother की अगर genes आ गए हैं, वो बहुत complex है, ठीक है, तो हर development stage में उनकी complexity दिखती है, same goes with environment, कि आप कौन से environment में आप पढ़ रहे हो, बढ़ रहे हो, वो भी उतना ही पर्थ पैदा करता है, तो अगर आप एक government school में जाकर पढ़ाई कर रहे हो, या आप एक, multi-billionaire school में पढ़ रहे हो for example या एक बहुत high class CBSE school में पढ़ रहे हो there would be a complete difference of environment that you possess. So environment का जो variation है वो भी बहुत जादा depend करता है आपकी development.