2008 वित्तीय संकट का विश्लेषण
पृष्ठभूमि
- 2005 से 2007 के बीच का समय
- Angelis Mozilo, जिन्हें "Golden Boy" कहा जाता था, हर साल 100 मिलियन डॉलर कमा रहे थे।
- Lehman Brothers, 1850 से चल रही एक प्रमुख निवेश बैंक, के टॉप 5 अधिकारियों की सालाना कमाई 1 बिलियन डॉलर थी।
- रियल एस्टेट का पूरा बाजार बढ़ रहा था और शेयर बाजार में IPOs की भरमार थी।
- Moody's जैसी रेटिंग एजेंसियों का प्रभाव।
संकट की शुरुआत
- 2008 का संकट अचानक क्यों आया?
- इसकी शुरुआत 90 के दशक के अंत में हुई थी, जब डॉट-कॉम बबल फटा।
- इसके बाद, आर्थिक स्थिति में स्थिरता आई और लोग बचत पर ध्यान केंद्रित करने लगे।
आर्थिक परिवर्तन
- फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरें 6% से घटाकर 1.75% कर दीं।
- सस्ते लोन के कारण लोग घर, गाड़ी, आदि खरीदने लगे।
- अमेरिका में "हर अमेरिकी के पास अपना घर" का सपना।
गोल्डन एज
- 2005 में माइकल गुरी ने बताया कि बाजार में कोई गड़बड़ है।
- रिकॉर्ड लोन के साथ लोग संपत्ति खरीद रहे थे।
- 2000 के बबल के फटने के बाद, लोग शेयर बाजार में निवेश करने से डरने लगे।
बैंकों की समस्याएं
- बैंकों की लिक्विडिटी कम हो गई।
- सब-प्राइम लोन की शुरुआत।
- लोन देने के लिए विशेष रूप से ऐसे लोगों को लोन दिया गया जो उसे चुकता नहीं कर सकते थे।
समस्या की जड़
- रेटिंग एजेंसियों द्वारा AAA रेटिंग दी गई, जिससे निवेशकों को सुरक्षा का भ्रम हुआ।
- जब डिफॉल्ट होने लगे, तो संपत्तियों की कीमतें गिरने लगीं।
- कैस्केडिंग प्रभाव शुरू हुआ, जिससे बाजार में गिरावट आई।
संघीय हस्तक्षेप
- लेहमन ब्रदर्स के CEO को एक महत्वपूर्ण बैठक में नहीं बुलाया गया।
- AIG को बेल आउट किया गया, जिससे टैक्सपेयर के पैसे का उपयोग हुआ।
- स्थिति के कारण कई कंपनियों ने दिवालिया घोषित किया।
शिक्षा
- सीमाएं पार न करें।
- बैंक और निवेशक हमेशा अपने सीमाओं के भीतर काम करें।
- सकारात्मकता के समय के दौरान सतर्क रहें।
यह नोट्स 2008 के वित्तीय संकट की जड़ों और उसके प्रभाव को समझने में मदद करेंगे।