स्थिर वैद्युत विभव तथा धारिता
अध्याय परिचय
- नया अध्याय 12वीं फिजिक्स का महत्वपूर्ण अध्याय है।
- बोर्ड परीक्षा में इसका महत्वपूर्ण मार्क्स वेटेज होता है।
- अध्याय वन को विस्तार से पढ़ाया गया है।
पाठ का महत्व
- इस से 19 मार् क्स का प्रश्न पूछा गया है।
- चैप्टर टू से औसतन 12-13 मार्क्स पूछे जाते हैं।
- चैप्टर एक और चैप्टर दो पढ़कर 50 मार्क्स तक लाया जा सकता है।
मुख्य बिंदु
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स्थिर वैदुतिकी:
- दो चैप्टर: वैद्युत आवेश तथा क्षेत्र, स्थिर वैद्युत विभव तथा धारिता।
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वैदुत विभव का परिचय:
- आवेश का प्रवाह उच्च विभव से निम्न विभव की ओर होता है।
- धनावेश उच्च विभव से निम्न विभव की ओर प्रवाहित होता है।
- ऋणावेश निम्न विभव से उच्च विभव की ओर प्रवाहित होता है।
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वैदुत विभव क ी अवधारणा:
- किसी परीक्षण आवेश को वैदुत क्षेत्र में लाने के लिए किया गया कार्य और आवेश के अनुपात को वैदुत विभव कहते हैं।
- इसका फार्मूला: [ V = \frac{W}{Q} ]
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पोटेंशियल डिफरेंस (विभवांतर):
- दो बिंदुओं के बीच वैदुत विभव का अंतर।
- फार्मूला: [ VA - VB = \frac{W_{external}}{Q} ]
- विद्युत बल के विरुद्ध कार्य को दर्शाता है।
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महत्वपूर्ण सूत्र और मात्रक:
- वैदुत विभव का एसआई मात्रक: जूल प्रति कूलम या वोल्ट।
- सीजीएस मात्रक: स्टेट वोल्ट।
- 1 वोल्ट = ( \frac{1}{300} ) स्टेट वोल्ट।
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होमवर्क:
- वैदुत विभव का विमीय सूत्र बनाना।
- एक वोल्ट को परिभाषित करना।_
निष्कर्ष
- कक्षा में वैदुत विभव के कांसेप्ट पर जोर दिया गया।
- अगले कक्षा में बिंदु आयगन विद्युत विभव पर चर्चा होगी।
- विद्यार्थियों को अध्याय को लेकर उत्साहित रखा गया।
नोट्स के लिए सुझाव
- बच्चों को होमवर्क करने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
- कक्षा का सकारात्मक माहौल और छात्र-शिक्षक बातचीत को बनाए रखने पर जोर दिया गया।
यह नोट्स आपको अध्याय के मुख्य बिंदुओं और कांसेप्ट्स को समझने में मदद करेंगे।