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स्थिर वैद्युत विभव और धारिता

गुड मॉर्निंग नमस्ते विद्यार्थी जी क्या हालचाल आप सबों का हमें उम्मीद है कि आप सभी अच्छे हैं और आप सबों का स्टडी पूरे मनो और लगन से हो रही है। जैसे कि विद्यार्थी जी मैं आपको बताना चाहूंगा कि आज जो है आपका एक नया चैप्टर स्टार्ट हो रहा है। ठीक है? और इस चैप्टर का नाम है स्थिर वैद्युत विभव तथा धारिता जो आपका क्लास 12th फिजिक्स का चैप्टर टू है और जो काफी इंपॉर्टेंट है काफी महत्वपूर्ण है और अच्छा खासा ये बोर्ड एग्जाम में इसका मार्क्स लेटेस्ट होता है तो सभी लोग रेडी हो जाइए तैयार हो जाइए और मुझे बताइए कि ऑडियो वीडियो क्लियर है सही ढंग से सुन पा रहे हैं देख पा रहे हैं कहीं कोई दिक्कत कहीं कोई परेशानी है तो नहीं फटाफट रेडी हो जाइए गुड मॉर्निंग नमस्कार गुड मॉर्निंग सुप्रभात है ना चलिए तो मेरे साथ आप लोग आ चुके हैं करन है ममता है उज्जवल है है ना गौरी है सलोनी है एस के है निरंजन है ना अंकित है मनीष है प्रकाश है चलिए शालू है प्रियांशु है गुलशन है उत्तम कुमार है स्वाति है सलोनी है विशाल है प्रीति है है ना इस प्रकार से बहुत सारे बच्चे आ रहे हैं तो आप सबों को एक बार फिर से नमस्कार सुप्रभात है ना गुड मॉर्निंग मैं कृष्ण नंदन आप सबों को दिशा साइंस क्लाज में स्वागत करता हूं वेलकम करता हूं अभिनंदन करता हूं तो प्यारे बच्चों जल्दी से मुझे बताएंगे कि ऑडियो वीडियो क्लियर है सही ढंग से सुन पा रहे हैं देख पा रहे हैं कहीं कोई दिक्कत कहीं कोई परेशानी तो नहीं और आप लोग क्या एक नए चैप्टर पढ़ने के लिए रेडी हैं। तो एक बार जल्दी से मुझे बताइए यस सर हम इस नए चैप्टर को पढ़ने के लिए रेडी हैं। चकि प्यारे बच्चों हमने आपको चैप्टर एक को बहुत ही बेहतरीन ढंग से पढ़ाया है। चैप्टर एक का हर एक टॉपिक का हमने काफी ज्यादा पोस्टमार्टम किया है। साथ ही साथ उसका फार्मूला रिवीजन मैंने करवाया आपको। उसके बाद आपको ऑब्जेक्टिव करवाया है, सब्जेक्टिव करवाया है। शॉर्ट लॉन्ग न्यूमेरिकल हमने करवाया है। तो प्यारे बच्चों इस चैप्टर को भी बहुत इंटरेस्ट बनाने के लिए मैं आपके सामने आ चुका हूं। बस आप लोग रेडी हो जाइए, तैयार हो जाइए और मुझे बताइए कि ऑडियो वीडियो क्लियर है, सही ढंग से सुन पा रहे हैं, देख पा रहे हैं। कहीं कोई दिक्कत, कहीं कोई परेशानी तो नहीं। जल्दी से आप लोग मुझे बताएंगे ना। गुड मॉर्निंग, सुप्रभात। राधे-राधे। और विद्यार्थी जी जितने भी लोग आ चुके हैं बस एक बार क्या कीजिए? दबा के अपने दोस्तों के साथ क्लास को शेयर कर दीजिए। तो एक बार शेयर कर दीजिए क्लास को। है ना? शेयर कर दीजिए और बस अपने प्यारे से हाथों से लाइक कर दीजिए। बस दो काम आप लोग फटाफट कर दीजिए। तो जल्दी से जल्दी से आप दो काम कर दीजिए। एक बार आप लाइक कर दीजिए। अपने प्यारे से हाथों से क्लास को लाइक कर दीजिए और अपने दोस्तों के साथ क्लास को शेयर कर दीजिए। है ना? और बस बस बस बस आज गर्दा उड़ाने वाले हैं। है ना? इस चैप्टर को आज हम लोग गर्दा उड़ाने वाले हैं। तो प्यारे बच्चों एक बार मुझे बताएंगे आप लोग कि गुरु जी इस चैप्टर से इस चैप्टर से है ना इस चैप्टर से जो है इतने नंबर पूछे जाते हैं। और हां मैं आपको बताना चाहूंगा कि मुझे इस बात का काफी खुशी हुई कि जो रात में मतलब 9:30 बजे टेस्ट हुआ था चैप्टर वन का 75 ऑब्जेक्टिव का। इसमें बहुत सारे बच्चे रैंक वन को अचीव किया। तो मुझे काफी अच्छा लगा है ना? काफी अच्छा लगा भाई। रैंक वन है। कुछ बच्चे रैंक टू में भी है। तो अभी मैं जब क्लास ओवर होगा लास्ट टाइम में उसका कोशिश करूंगा कि रैंक वन में कौन-कौन है उसका नाम आपके तक पहुंचाने का प्रयास करूंगा। ठीक है? तो मुझे काफी अच्छा लगा है ना कि आपके रैंक वन रैंक वन आ रहे हैं। रैंक टू आ रहे हैं। रैंक थ्री में भी बहुत बच्चे हैं। लेकिन कुछ बच्चे हैं कि थोड़ा सा नहीं मेहनत उसका उतने अच्छे से हो पाया था। खैर कोई नहीं। तो आप लोग अगर टेस्ट दिए हैं। अगर आप लोग टेस्ट दिए हैं तो मुझसे बताइए कि गुरु जी मेरा इतना रैंक आया। एक बार आप लोग जल्दी से मुझे बताइए कि मेरे आपका कितना रैंक आया? जल्दी से मुझे बताइए। हम जानना चाहते हैं। चलिए नितीश कुमार कहता है रैंक वन है क्या है ना? हां रिजल्ट आपका मतलब कि लगभग 10:30 के आसपास पब्लिश्ड हो गया था ना आप चेक रैंक थ्री है। चलिए रैंक वन है। रैंक वन है, रैंक थ्री है। तो आप लोग बताइए कि रैंक आप लोगों कितना? क्योंकि बच्चों वो आपको ऑब्जेक्टिव पढ़ाया हुआ था और ऑब्जेक्टिव पढ़ाया हुआ था तो काफी मतलब कि मजेदार मतलब हुआ होगा आपके लोगों का टेस्ट और यह भी बताइएगा आपको टेस्ट कैसा लगा। है ना? टेस्ट कैसा लगा? अच्छा 46 रैंक है किसी का 432 रैंक है। है ना? 360 है। 745 रैंक है। अच्छा तो प्यारे बच्चों बस आप लोग को और अच्छे ढंग से मेहनत करना है। जिसका रैंक भाग रहा है आगे तो आप समझिए कि आपको टेस्ट में थोड़ा सा मतलब आपका वीक गया है। एटलीस्ट आपका रैंक मैं जो उम्मीद करता हूं मैं जो उम्मीद करता हूं कि आप लोगों का रैंक जो होना चाहिए सबों का रैंक अंडर 10 होना चाहिए। है ना? अंडर 10 होना चाहिए। अगर अंडर 10 रैंक है इसका मतलब आपका बहुत ही अच्छा एप्रोच है। बहुत ही अच्छा आपका पकड़ है। तो खैर कोई नहीं आप प्रैक्टिस करेंगे। बाय द वे अगर आपका किसी मतलब इसमें अगर गड़बड़ चला गया है तो फिर हम लोग तैयार हैं चैप्टर टू के लिए और चैप्टर टू को आप अच्छे से पढ़िए। अच्छे से लर्न कीजिए और फिर इस प्रकार से कभी कॉम्बो लेंगे। चैप्टर वन और टू मिलाकर लेंगे। मतलब विभिन्न प्रकार का टेस्ट हम बीच-बीच में आप लोगों का लेते रहेंगे। ठीक है जी? है ना? लेते रहेंगे। चलिए अब बच्चों बात करते हैं किसकी बात करते हैं? आज हम लोग चैप्टर टू को पढ़ने वाले हैं। तो बस अपने दोस्तों के साथ क्लास को शेयर कर दीजिए। और हां मैं आपको यह बता रहा था कि अभी जो प्यारे बच्चों अभी अगर आपने मतलब कि जो विद्यार्थी जी बैच नहीं लिए हैं तो वो जल्दी से जाकर के दिशा ऑनलाइन क्लाज एप्लीकेशन डाउनलोड करेंगे। मंजिल बैच जो है लेंगे जिसका प्राइस जो है ₹1800 नहीं बल्कि ₹1500 है और ₹1500 में आपको क्या-क्या मिल रहा है? तो ₹1500 में आपको फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ है ना मैथ, हिंदी, इंग्लिश मतलब कि वो सारे चीज मिल रहा है जो कहीं नहीं मिल रहा है। इन शॉर्ट वन वर्ड में हम कहना चाहेंगे कि आप उम्मीद से भी ज्यादा आपको यहां पर चीजें मिलता है। लाइव क्लास पैनल मतलब कि जितने चीज आप कह दो आपको जितने चीज की जरूरत है लगभग सारे चीज आपके मिल जाएंगे। अब ये नहीं कहना गुरु जी मुझे है ना मतलब कि ताजमहल दे दो तो ताजमहल नहीं हो पाएगा। मतलब पढ़ाई के बेस्ट करने के लिए जितने भी चीज है वो आपको इसमें मिल जाता है। ठीक है? चलते हैं। चलते हैं विद्यार्थी जी क्लास को स्टार्ट करते हैं और क्लास में हम आज मोटिवेशन के स्टार्ट करेंगे क्लास को। है ना? कहते हैं कि रुकावटें सबके रास्ते में होती है। कोई थक कर किस्मत को कोसता है तो कोई किस्मत से लड़कर अपनी तकदीर लिख लेता है। है ना? तो बस ये बात समझना आपको। रुकावटें बाधाएं होती रहती है। जिंदगी में सबके आती रहती है। तो यहीं पर दो बातें हैं। अगर आपके पास रुकावटें आ गया तो आप क्या कीजिए? आप रुक जाइए और आप किस्मत को कोसिए कि नहीं मेरा किस्मत खराब है। मेरा नसीब खराब है। मेरा बैड लक है। तरह-तरह की बात आप कोसते रहिए ना। दूसरे पे अपना दोस्त मलते रहिए। और एक उसी प्रकार से एक लोग ऐसे भी होते हैं जो किस्मत से लड़ता है और अपनी तकदीर लिखता है। तो आप पे डिपेंड करता है कि आपको क्या करना है। तो मैं तो कहूंगा कि आप कभी भी किस्मत को कोसिए मत। है ना? रुकावटें जिंदगी के सभी जितने भी लोग हैं ना सभी के लाइफ में स्ट्रगल है। है ना? कोई अपना स्ट्रगल को मतलब कि शो करते हैं या कोई शो नहीं करते। लेकिन स्ट्रगल सबके हैं। जितने भी लोग आगे बढ़ते हैं सबको स्ट्रगल से मतलब गुजरना पड़ता है। ठीक है? और बाकी आप कुछ लोग ऐसे होंगे जो मतलब चले भाई प्रॉब्लम है लाइफ में ना तो प्रॉब्लम को रहने दो। हम क्या करते हैं? इसको मतलब कहते हैं आपदा को अवसर बना लेते हैं। ये चीजें हैं। ठीक है? तो चलते हैं क्लास को स्टार्ट करते हैं और चैप्टर टू आज स्टार्ट करेंगे। अच्छा आप लोग मुझे बताएंगे। तो एक बार आप लोग मुझे बताएंगे कि ये जो है, है ना? ये जो मतलब चैप्टर अभी हम पढ़ेंगे तो ये भौतिकी की कौन सी कौन सी यूनिट यानी इकाई का है? एक बार आप लोग जल्दी से मुझे बताएंगे और हो सके तो उनका नाम भी आप लिखिए। है ना? उनका नाम भी लिखिए। सर टेस्ट का समय कम था। अरे भैया टेस्ट का समय कम आपको नजर आ रहा है। 7 मिनट में मारा है। 7 मिनट में 7 मिनट 1 सेकंड में मारा है कोई टेस्ट और रैंक वन है। कोई 9 मिनट में मारा है। हमने देखा है। अगर आपको लगता है कि मतलब कि रैंक कम है। जैसे कि आप ही के क्लास के एक बच्चे हैं वो है मतलब निरंजन है और एक बच्चा गौरव यादव है। तो हमने देखा कि इन लोगों ने सिर्फ पूछा और मतलब कि इसका 7 मिनट 1 सेकंड टाइम सभी एप्लीकेशन आपको मिल जाएगा। ठीक है? तो आपको लगता है कि टाइम कम है। 1 घंटा से 1ढ़ घंटा आपको टाइम दिया गया था। टाइम जरूरी नहीं है। कितने कम समय में आप जितने ज्यादा क्वेश्चन को आप एप्रोच कर लेते हो, बना लेते हो, उतने मतलब कि आपका क्या होता है कि रैंक अच्छा होता है। मैं तो आश्चर्य हो गया। अगर मैं आपको बताऊं, मैं खुद आश्चर्य हो गया कि 7 मिनट 1 सेकंड में आखिर इन्होंने कैसे मार दिया? भाई क्वेश्चन को पढ़ा कि नहीं पढ़ा? डायरेक्ट आंसर दिमाग में लगता है क्या? डायरेक्ट आंसर खटाखट मारते जा रहे हैं, सबमिट करते जा रहे हैं। मतलब हमको लगता है कि अगर सबमिट करने का अगर ऐसे ऑटोमेटिक हो जाए तो और कम समय हो जाएगा इन लोगों के पास। तो खैर कोई नहीं दिल से धन्यवाद। ऐसे बच्चों को मेहनत करें है ना? क्योंकि उसके अंदर क्वेश्चन के साथ-साथ आंसर दिमाग में एकदम हमको लगता है कि मतलब उसके सामने ना आंसर ऐसे घूमता होगा। ऐसे घूमता होगा। फिरता होगा आंसर ऐसा होता होगा। ठीक है? खैर कोई नहीं मेहनत कीजिए। सभी लोग मेहनत कीजिए। आपके साथ ही आपके दोस्त बहुत अच्छा से तैयारी कर रहा है। तो आपको भी करना है यहां पे। ठीक है? हां। तो आपको बच्चों बता रहे थे कि अभी हम जो पढ़ रहे हैं हम लोग पढ़ क्या रहे हैं? तो हम पढ़ रहे इकाई एक को ध्यान रखना है ना हम लोग किस इकाई को पढ़ रहे हैं? तो गुरु जी हम लोग इकाई एक को पढ़ रहे हैं। इकाई एक का नाम क्या है? यूनिट एक है। यूनिट क्या है? यूनिट एक है जिसका नाम है गुरु जी स्थिर वैद्युतिकी। क्या कहेंगे? जिसका नाम स्थिर वैदुतिकी है। ध्यान रखना ये आपको हम प्रीवियस बातों को थोड़ा सा बताना चाहेंगे क्योंकि चैप्टर स्टार्टिंग है तो स्टार्टिंग में कुछ-कुछ बातें आपको हम समझाएंगे बेसिक-बेसिक बातें जो सिलेबस के रिगार्डिंग होती है। स्थिर वैद्युतिकी जिसको हम इलेक्ट्रोस्टेटिक्स कहते हैं। क्या कहते हैं? इलेक्ट्रोस्टेटिक्स कहते हैं। इलेक्ट्रोस्टेटिक्स में है ना? इलेक्ट्रोस्टेटिक में विद्यार्थियों जी है ना? इलेक्ट्रोस्टेटिक्स में क्या हो गया? अच्छा एक गलती हो गया। एसआई मात्रक है ना? अब बच्चों बात करते हैं। है ना? 7 मिनट 24 सेकंड में बना लिया था। अच्छी बात है। हां तो यही बात ना 15 मिनट समय लग गया। कोई नहीं आप मेहनत कीजिए। डेडिकेशन के साथ रहिए ना। आपको समझ में आएगा कि नहीं? बहुत आप जैसे मेहनत कर रहे हैं तो आपको लगता है कि सिर्फ आप ही मेहनत करते हैं। अगर आपके मन में ये मिथ है तो इस मिथ को निकाल। कहीं ना कहीं आपके आपसे बड़ा-बड़ा धुरंधर योद्धा सभी आपके साथ है। उससे भी आपको फाइट करना है। ठीक है? तो स्थिर वैद्युतिकी में विद्यार्थी जी कितने चैप्टर पढ़ने होते हैं? बताओ मुझे। आप लोग मुझे बताओ कि स्थिर वैदुतकी में गुरु जी इतने चैप्टर पढ़ने होते हैं। दो चैप्टर पढ़ने होते हैं। है ना? स्थिर वैद्युतिकी में दो चैप्टर पढ़ने होते हैं। गुरु जी। कौन-कौन? पहला चैप्टर होता है गुरु जी। है ना? वैदुत आवेश तथा क्षेत्र क्या है? वैदुत आवेश तथा क्षेत्र। ध्यान रखना। वैदुत आवेश तथा क्षेत्र इलेक्ट्रिक चार्ज एंड फील्ड। ये क्या है? तो ये गुरु जी चैप्टर एक है। है ना? ये चैप्टर एक है। ठीक है? अब दूसरा बात करते हैं बच्चों। है ना? दूसरा बात करते हैं। दूसरा चैप्टर क्या है? तो गुरु जी दूसरा चैप्टर का नाम है स्थिर वैदुत विभव तथा धारिता। क्या नाम है? स्थिर वैदुत विभव। स्थिर वैदुत विभव स्थिर वैदुत विभव तथा धारिता है ना? तथा धारिता तथा धारिता। स्थिर वैदुत विभव तथा धारिता। ये क्या हो गया? ये हो गया विद्यार्थी जी चैप्टर नंबर टू। क्या हो गया? चैप्टर नंबर टू हो गया। अब बात करते हैं किसकी बात करते? हम बात करते हैं कि अगर हम 2009 का जो बोर्ड एग्जाम का ब्लूप्रिंट है, है ना? 2009 की बात करते हैं। हालांकि उसके बाद तो ऐसा मतलब कि कुछ निकाला ही नहीं। ब्लूप्रिंट दिया ही नहीं है। तो 2009 की अगर हम लोग ब्लूप्रिंट की बात करते हैं तो इस यूनिट से आठ मार्क्स का क्वेश्चन पूछा जाता था। लेकिन बाद में कोरोना के समय में इसके मार्क्स वेटेज में चेंजिंग किया गया। है ना? मार्क्स वेटेज में चेंजिंग किया गया। ठीक है? मार्क्स वेटेज में क्या चेंजिंग किया गया? कि अगर आप देखेंगे कोई एक चैप्टर को देखेंगे तो इसका मार्क्स को एक फिक्सेशन करके नहीं रखा है। मतलब कि घटाते बढ़ाते घटाते-बढ़ते रहता है। तो अगर हम आपसे पूछे है ना अंकुश का आपका रैंक एक। अच्छा अगर आपसे हम पूछे कि ये चैप्टर एक जो आपने पढ़ा है, चैप्टर एक आपने जो पढ़ा है, तो इस चैप्टर से एवरेज कितने नंबर बोर्ड एग्जाम में अभी पूछा जाता है? चैप्टर एक से चैप्टर एक से जो है बोर्ड एग्जाम में कितने नंबर पूछा जाता है? इसका जवाब आप लोग दीजिएगा। है ना? काफी रणनीति बनाना पड़ता भाई। ऐसे पढ़ाने के लिए हर कोई पढ़ा देते हैं। लेकिन मैं हमेशा एक रणनीति के साथ पढ़ाता ताकि बच्चों का कांसेप्ट समझ में आ जाए। उनके उसको यह समझ में आ जाए कि किस चैप्टर में हमको ज्यादा मेहनत करना पड़े। किस चैप्टर में कम मतलब मेहनत करना पड़े। किससे ज्यादा नंबर आता है, किससे कम आता है। तो यह सारे बात हम आपसे पूछना चाहते हैं। तो विद्यार्थी अगर हम बात कर लेते हैं अभी रिसेंटली जो 2025 है 2025 हुआ ना 2025 अभी है तो 2025 में जो बोर्ड एग्जाम हुआ है इस चैप्टर से पता है लगभग जो है 19 नंबर पूछा गया कितने 19 मार्क्स का यहां से क्वेश्चन आया है 19 मार्क्स का 19 मार्क्स का अगर वहीं पे हम लोग चैप्टर टू की बात करते हैं तो इसमें जो है चैप्टर टू में शायद छह मार्क्स आया है कितना आया छह मार्क्स आया है ना छह मार्क्स आया ये बात है हां लेकिन ये भी देखा गया है। यह भी देखा गया है कि किसी-किसी चैप्टर में किसी-किसी चैप्टर में क्या हो गया? किसीकिसी चैप्टर में मतलब कि कभी-कभी जो है इससे 15 नंबर के आसपास में, 13 नंबर के आसपास में, 14 नंबर के आसपास में और इसमें देखा गया है कि इसका जो है 12 से 13 के आसपास इसका एवरेज होता है। एटलीस्ट हम अगर एक एवरेज की बात करते हैं। अगर एवरेज की बात करते हैं। एवरेज इस चैप्टर से 15 नंबर के आसपास में आता है। 15 मार्क्स। अगर आपने चैप्टर एक पढ़ लिया है ना बोर्ड एग्जाम में ना चैप्टर एक पढ़ लिया है तो बोर्ड एग्जाम में आपका एवरेज जो है 15 नंबर आ सकता है। एवरेज की बात करते हैं थोड़ा सा आगे पीछे ये घट सकता है। अगर वही हम लोग चैप्टर टू की बात करते हैं तो चैप्टर टू में जो एवरेज होगा चैप्टर टू का एवरेज जो होगा ये लगभग लगभग 12 से 13 मतलब 13 के आसपास में ज्यादा 13 इसका मतलब 13 मार्क्स का इसका एवरेज होता है। यह आपको ध्यान में रखना है ताकि आपको यह समझ में आ गया कि आपकी इतनी नंबर की तैयारी हो चुकी है। मतलब यह हुआ अगर हम आपसे कहना चाहे अगर आपको हम बताना चाहें तो जो 70 मार्क्स का एग्जाम आप देंगे तो 70 मार्क्स के एग्जाम के लिए अगर आप चैप्टर एक और चैप्टर दो पढ़ लेते हैं तो थ्योरी में एटलीस्ट सुनो कितनी जबरदस्त बात बता रहे हैं। ये रणनीति शायद आपको कोई नहीं बताएगा जो हम आपको बताना चाहते हैं। चैप्टर एक और चैप्टर दो एटलीस्ट हम पढ़ लेते हैं। तो ओवरऑल जो है हमें यहां से 25 नंबर के आसपास में आ जाता है। कितने देखो कितने आसान होता है नंबर को मार्क्स वेटेज को गेन करना फिर भी विद्यार्थी नहीं गेन कर पाते हैं। इसलिए हम आपको जो सिखाते हैं उसको आप फोकस कीजिएगा। है ना? अब चैप्टर एक और चैप्टर दो दोनों को अगर पढ़ लेते हैं तो लगभग कितना? 25 ये हो गया। 25 आपका थ्योरी में हो गया और आपका मान लेते हैं कि 25 आपका प्रैक्टिकल हो गया। कितना हो गया भाई? 50 मार्क्स आपका यहां पर हो गया। बात समझ में आ रहा है? कितनी जबरदस्त बात आपको मैं बता रहा हूं कि अगर चैप्टर एक और चैप्टर दो पढ़ लेते हो अच्छे से अच्छे से आप पकड़ बना लेते हो ज्यादा कुछ नहीं पढ़ते हो तो आप 50 नंबर ला सकते हो बोर्ड एग्जाम में 50 नंबर ला सकते हो देखो कितनी जबरदस्त बातें हैं तो यही सब बात आपको ध्यान रखना होगा कि हमें किस चैप्टर को कैसे पढ़ना है किस पे ज्यादा मेहनत करना है तो हम बात करते हैं स्थिर वैद्युत है ना स्थिर वैद्युत विभव तथा धारिता में तो आज हम लोग इस चैप्टर को पढ़ने वाले हैं कहने का मतलब अगर हम इस चैप्टर को पढ़ लेंगे तो बोर्ड एग्जाम में आप जो है अभी का जो एग्जाम पैटर्न है उसमें आप लगभग जो लगभग कितना लगभग 50 मार्क्स का हकदार हो जाएंगे। लगभग कितना हो जाएगा? 50 मार्क्स का हकदार हो जाएंगे। कहने का मतलब अगर गुरु जी पास या फेल की बात करें तो पास जो होता है थ्योरी पेपर में लगभग जो 21.7 मतलब हम जानते हैं 22 नंबर 22 नंबर अगर किसी को थ्योरी पेपर में आया तो इसका मतलब वो पास हो जाएगा और 22 नंबर से या कम आया तो इसका मतलब प्रैक्टिकल में कुछ भी हो उससे मतलब नहीं है और 22 नंबर से अगर कम आ गया थ्योरी पेपर में रिटेन जो आप बोर्ड एग्जाम में हॉल में एग्जाम देते हो उसमें ऐसे अगर कम आ गया 22 से कम आ गया इसका मतलब आप जो है रेड जोन में हो ठीक रेड जोन में है और अगर आपका 22 नंबर के आसपास आ गया 22 प्लस आ गया इसका मतलब आप पास कर गए तो भैया पास ही नहीं करना है आपको अब देखो ना हम आपको दो चैप्टर में पास करवाते हैं लेकिन हमें अफसोस कभी-कभी ये होता है कि दो चैप्टर को अगर आपको अच्छे से नहीं बच्चा पढ़ पाता फिर भी जाकर के वो बोर्ड एग्जाम में फेल हो जाता तो मुझे बड़ा दुख होता है बड़ा गिल्टी फील होता है कि भैया आखिर बच्चों समझ क्यों नहीं रहे ज्यादा नहीं पढ़ना है कम से कम आप दो-तीन चैप्टर भी पढ़ लोगे ना तो पास कर लोगे तो अभी जो है आप एक और दो चैप्टर पढ़ नहीं तो इसका मतलब आप बोर्ड एग्जाम में अभी बैठो आप लगभग अगर आप अच्छे से तेज तर्रार बच्चे हो तो लगभग 50 नंबर आप ला सकते हो आराम से आराम से आप 50 नंबर ला सकते हो ठीक है कोई नहीं आप तैयारी कीजिए हम बात करते हैं इसका स्थिर वैद्युत विभव तथा धारिता की बात करेंगे तो लिखिए यहां पर अध्याय नंबर दो लिखिए अध्याय लिखिए दो हेडिंग डालिएगा अध्याय दो लिखिएगा और अध्याय दो का नाम क्या है अध्याय दो का नाम स्थिर वैद्युत विभव हेडिंग डालेंगे स्थिर वैदुत विभव स्थिर वैदुत विभव स्थिर वैदुत विभव तथा धारिता तथा क्या है? धारिता है। ठीक है? इसको अंग्रेजी में कहते हैं इलेक्ट्रोस्टेटिक्स पोटेंशियल। इलेक्ट्रोस्टेटिक पोटेंशियल इलेक्ट्रोस्टेटिक स्टैटिक्स पोटेंशियल पोटेंशियल है ना? पोटेंशियल एंड कैपेसिटेंस एंड कैपेसिटेंस। ठीक है? एंड कैपेसिटेंस। ध्यान रखना ये चैप्टर जो है बता रहे हैं ना ये चैप्टर जो है आपका चैप्टर एक से मतलब चैप्टर एक से क्या है चैप्टर एक से ये आसान है चैप्टर एक से ये क्या है चैप्टर एक से ये चैप्टर आसान है ध्यान रखना चैप्टर एक से क्या है ये आसान है कैसे आसान है क्योंकि चैप्टर एक में अगर आपने अच्छे से रिवीजन कर लिया है ना आपको बता देता हूं मैं अगर चैप्टर एक आपने अच्छे से पढ़ लिया है तो चैप्टर एक का जो है लगभग लगभग 40% कांसेप्ट यहां पर आपका काम में आ जाएगा लगभग 40 से ज्यादा है ना लगभग 40% कांसेप्ट जो आपने चैप्टर एक में सीखा पढ़ा है तो वो 40% चीज यहां पर जरूरतें होंगी तो आप लोगों का क्या बैकलग नहीं ना लगा हुआ है बैकलग नहीं लगा हुआ अगर बैकलग लगा हुआ भी है तो आप क्या कीजिए अगर उतना नहीं पढ़ पाते तो जाकर के क्वेश्चन आंसर जरूर कर लीजिएगा ठीक है उससे आपको बहुत हेल्प मिलेगा आपका कांसेप्ट क्लियर हो जाएगा हमने जो क्वेश्चन आंसर कराया है शॉर्ट शॉर्ट और लॉन्ग उसको आप कर लीजिए ठीक है अब बच्चों बात करते किस पे? हम बात यहां पर यह करते हैं कि इस चैप्टर को जब हम लोग पढ़ेंगे तो पढ़ने का कांसेप्ट क्या होगा? पढ़ने का कांसेप्ट क्या होगा? पढ़ने का कांसेप्ट क्या होगा? चलो मैं आपको एक बेसिक बात बताता हूं। मैं आपको यह पूछता हूं कि जो इलेक्ट्रिक करंट होता है, इलेक्ट्रिक करंट से क्या किसी इंसान का मौत इलेक्ट्रिक करंट से हो सकता है या किसी और चीज से होता है? मेरा यहां पर क्वेश्चन आपसे है कि हमने इलेक्ट्रिक करंट को छुआ तो मेरा मौत इलेक्ट्रिक करंट से हुआ मतलब हो सकता है या किसी और चीज से हो सकता है। ये हम आपसे क्वेश्चन पूछना चाहेंगे और यही चीज आपका कांसेप्ट है ना ये क्या है? कांसेप्ट है। तो मैं आपको बता दूं मैं आपको बता दूं चलते-चलते कि जो अगर कोई इलेक्ट्रिक करंट को छुआ और उसका मौत हो गया तो उसका मौत इलेक्ट्रिक करंट से नहीं हुआ है। क्या हुआ? इलेक्ट्रिक करंट से नहीं हुआ है बल्कि उसका मौत पोटेंशियल से हुआ है। कहने का मतलब क्या? पोटेंशियल यानी विभव से हुआ है। तो इस चैप्टर में हम लोग जो कांसेप्ट को समझने वाले हैं, दो कांसेप्ट ज्यादा हम लोगों का यहां पर होगा। एक सबसे ज्यादा क्या होगा? विभव होगा और जब विभव का कांसेप्ट खत्म हो जाएगा तब हम लोग चलेंगे धारिता की ओर। क्या चलेंगे? धारिता की ओर। तो ये विभव जो है ये क्या है? तो ये आवेश का ही गुण है। ये क्या है? आवेश का ही गुण है। जैसे कि हमने आपको चैप्टर एक में आवेश के पूरे खर खानदान को पढ़ाया था। पूरे एकदम से उसका आवेश पैदा कैसे हुआ? आवेश का नामकरण किसने किया? आवेश ने क्या-क्या चीज हो सकता है? आवेश का क्या-क्या चीज मतलब कि कहीं पे चालक में हो तो क्या होगा? कहीं विद्युत क्षेत्र में आवेश हो तो क्या होगा? इन सारे चीजों को चर्चा हमने चैप्टर एक में किया था। अब विद्यार्थी जी इस चैप्टर दो में भी हम आवेश का ही चीजों को पढ़ेंगे। लेकिन यहां पर आवेश की ताकत को समझेंगे। आवेश की ताकत यानी आवेश की ताकत जो है जिसको हम आम भाषा में कहेंगे आवेश की विभव की बात करेंगे। किसकी बात करेंगे? आवेश के विभव की बात करेंगे। तो सबसे पहली बात यहां पर आपको समझना है कि सबसे पहली बात आपको समझना है कि जो वैद्युत क्षेत्र है यह स्थिर वैदुत की है। वैदुत क्षेत्र है या स्थिर वैद्युतिकी है। हम कह सकते हैं कि इसको हम लोग दो रूपों में पढ़ सकते हैं। कहने का मतलब क्या हो गया? कि वैदुत प्रभाव जो होता है इलेक्ट्रिक इफेक्ट जो होता है या चार्ज का इफेक्ट जो होता है उनका दो इफेक्ट होता है दो प्रभाव होता है या कह सकते हैं कि दो स्थिति या दो रूप हो सकता है। क्या-क्या हो सकता है? हम अगर कहें यहां पे आप लोग यहां से लिखना प्रारंभ कर दीजिए कि वैदुत प्रभाव को दो रूपों में अध्ययन किया जा सकता है। वैदुत प्रभाव को कितने रूपों में? वैदुत प्रभाव को वैदुत प्रभाव को वैदुत प्रभाव को प्रभाव को दो रूपों में अध्ययन किया जा सकता है। दो रूपों में अध्ययन किया जा सकता है। अध्ययन किया जा सकता है। अध्ययन किया जा सकता है। अब ये दो रूप क्या-क्या हो सकता है? इनको हम लोग समझेंगे। मुख्यत दो रूपों में अध्ययन किया जा सकता। आराम से समझिएगा। हालांकि इस चैप्टर का जो इंट्रोडक्शन है थोड़ा सा मतलब कि टेढ़ा-मेढ़ा है। है ना? हम आपको सभी टेढ़ा-मेढ़ा चीजों को समझाने का प्रयास करते हैं। कई जगह तो डायरेक्ट बिना कांसेप्ट के डायरेक्ट परिभाषा लिख देते हैं। आगे निकल जाते हैं। मैं नहीं वैसा करने वाला हूं। मैं आपको कांसेप्ट दूंगा। थोड़ा सा समय लूंगा लेकिन आपको कांसेप्ट ऐसा कांसेप्ट दूंगा कि आपके दिमाग में यह बातें लंबे समय तक रहे। रटन मतलब विज्ञान ना रहे। मतलब कांसेप्ट की बात करते हैं। मतलब कि वैद्युत प्रभाव को दो रूपों में अध्ययन किया जा सकता है। किसमें किस में? तो सबसे पहली बात करेंगे। एक होता है वैदुत क्षेत्र। क्या होता है? वैदुत क्षेत्र। ठीक है? वैद्युत क्षेत्र। इलेक्ट्रिक फील्ड। ठीक है? वैदुत क्षेत्र हो गया। और दूसरा क्या हो गया? दूसरा हो गया आपका वैदुत विभव। क्या कहेंगे? वैदुत विभव हो गया। वैदुत विभव हो गया। ठीक है? वैदुत विभव। तो विद्यार्थी जी आपने वैदुत क्षेत्र पढ़ रखा है। है ना? आपने क्या किया? आपने वैदुत क्षेत्र को पढ़ रखा है। आपको यहां पर क्या पढ़ना है? वैदुत विभव पढ़ना है। ठीक है? वैदुत विभव पढ़ना है। या इसको हम लोग वैद्युत क्षेत्र को वैद्युत क्षेत्र की तीव्रता भी कह सकते हैं। वैद्युत क्षेत्र की तीव्रता भी कहते हैं। इलेक्ट्रिक फील्ड इंटेंसिटी कहते हैं। ये आपने पढ़ रखा है। और अब दूसरा प्रॉपर्टीज जो हमको यहां पर आवेश या वैद्युत का पढ़ना है। वो पढ़ना है विभव। क्या पढ़ना है? विभव। मतलब वैदुत क्षेत्र की तीव्रता आपने पढ़ लिखा है। अब मुझे यहां पर वैदुत विभव पढ़ना है। तो वैदुत क्षेत्र की तीव्रता में आपने देखा था जनरली आपने जो फार्मूला स्टार्ट किया था वैदुत क्षेत्र की तीव्रता का इसका फार्मूला आपने चैप्टर एक में देखा था। क्या देखा था? आपने देखा था कि जो वेक्टर e होता है। वेक्टर e बराबर क्या होता है? वेक्टर f / q नॉट होता है। क्या होता है? वेक्टर f / q नॉट होता है। और यहां पर जो फार्मूला हम लोगों का मेन होगा वैद्युत विभव का, तो वैद्युत विभव का जो मेन फार्मूला होगा वो क्या होगा? वो v = w / q नॉट होगा। क्या होगा? v = w / q नॉट होगा। देखो फार्मूला दोनों सिमिलर है। जिस प्रकार से इसमें आपने देखा था इस फार्मूला का यूज़ करके बहुत सारे कांसेप्ट को आपने क्लियर किया था। समझने का प्रयास किया था। उसी प्रकार से इस चैप्टर का जो मेन फार्मूला है वो v = w / q या q नॉट है। w / q या क्या है? q नॉट है। ठीक है? ये बात आपको यहां पर समझना चाहिए। अगर बच्चों हम लोग बात करें वैदुत विभव या वैद्युत क्षेत्र की बात करें। वैद्युत विभव या वैद्युत क्षेत्र की बात करें तो हमको यहां पर सबसे पहली बात समझना होगा कि आखिर वैद्युत विभव की हम तैयारी या पढ़ाई कैसे कर सकते हैं? वैद्युत विभव आखिर होता क्या है? आप लोग मुझे बताएंगे कि वैद्युत विभव क्या होता है? कैसे होता है? है ना? तो आप कहेंगे गुरु जी वैद्युत विभव वो होता है जब किसी परीक्षण आवेश या कोई एकांक धना आवेश को अनंत से वैद्युत क्षेत्र में लाया जाता है। तो लाने में किया गया कार्य और उस आवेश के अनुपात को वैद्युत विभव कहते हैं। जो फार्मूला आपको यहां पर लिखा हुआ v = w / q नॉट। लेकिन एक्चुअल में इसका क्या मीनिंग होता है? क्या शाब्दिक अर्थ होता है? इनको हम समझने का प्रयास करेंगे कि वैदुत विभव किसको कहते हैं? तो सबसे पहले बात समझना है कि जो हमें अगर वैदुत विभव पढ़ना है तो वैदुत विभव वैदुत विभव किस प्रकार से होता है। जैसे अगर बच्चों आपको कहें कि वैदुत विभव का मतलब क्या होता है? इन शॉर्ट अगर हम कहें तो वैदुत विभव का मतलब होता है आवेश का प्रवाह की तल। आवेश की प्रवाह की तल। आवेश की प्रवाह की तल है ना अब ये बात आपको समझ में नहीं आया होगा हम आपको समझाने का प्रयास करते हैं। वैदुत विभव का मतलब होता है आवेश की प्रवाह की तल कहने का मतलब क्या हो गया कहने का मतलब ये हो गया कि जिस प्रकार से अब यहां से समझना जिस प्रकार से हम इस बात को लेकर चलते हैं अगर आप हाइड्रोस्टेटिक पढ़े हैं तो हाइड्रोस्टेटिक मतलब द्रव स्थितिकी पढ़े हैं तो द्रव स्थितिकी में आप क्या समझते हैं? द्रव स्थितकी में आप समझते हैं कि जो द्रव की प्रवाह होता है द्रव की प्रवाह क्या होता है? उच्च तल से निचले तल में होता है। उच्च तल से क्या होता है? निचले तल में होता है। वही अगर क्या कहता है? थर्मोडायनामिक्स आप पढ़े हैं तो थर्मोडायनामिक्स में आपने देखा है कि जो ताप होता है। ताप मतलब ताप कह सकते हैं। मतलब उच्च ताप से क्या होता है? ऊष्मा का प्रवाह क्या होता है? उच्च ताप से निम्न ताप की ओर होता है। क्या होता है? उच्च ताप से निम्न ताप की ओर होती है। अगर हम बात यहां पर लिखें तो हम कह सकते हैं कि जिस प्रकार से है ना जिस प्रकार जिस प्रकार से जिस प्रकार से से द्रव स्थैतिकी में है ना द्रव स्थैतिकी में हाइड्रोस्टेटिक अगर आप पढ़ते हैं 11th में तो वहां पर आपको समझ में आता है कि अगर नहीं पढ़े तो आप समझ लीजिए और भी बहुत आसान चीज है। जिस प्रकार से द्रवस्थिकी में है ना में में हम जानते हैं कि हम जानते हैं कि हम जानते हैं कि द्रव का प्रवाह है ना द्रव का प्रवाह ठीक है द्रव का प्रवाह द्रव का प्रवाह जो होता है वो क्या होता है उच्च तल से क्या होता है द्रव का प्रवाह उच्च तल से है ना द्रव की प्रवाह हम क्या कहेंगे द्रव की प्रवाह उच्च तल से क्या होता है उच्च तल से उच्च तल से निम्न तल है ना निम्न तल निम्न तल है ना निम्न तल निम्न तल तथा तथा कहेंगे तथा ऊष्मागतिकी में ऊष्मागतिकी में तथा ऊष्मागतिकी में ऊष्मा गतिकी में ऊष्मागतिकी में ऊष्मा की प्रवाह ऊष्मा ऊष्मा की प्रवाह है ना ऊष्मा की प्रवाह प्रवाह क्या होता है ऊष्मा की प्रवाह उच्च ताप से उच्च ताप से उच्च ताप से निम्न ताप उच्च ताप से निम्न ताप पर पर होता है। है ना निम्न ताप पर होता है। क्या बातें हमने कहा कि जिस प्रकार से द्रव स्थिति अगर आप पढ़ते हैं तो समझना आराम से थोड़ा सा समय आपको देना पड़ेगा। लेकिन एक जबरदस्त कांसेप्ट शुरुआती दौर में ये थोड़ा सा आपको हो सकता है अटपटा आपको नजर आएगा। है ना? अभी जो आपको पढ़ा रहे हैं तो ये स्टार्टिंग में आपको हो सकता है अटपटा नजर आएगा लेकिन आप पेशेंस रखिए हम आपको सभी चीजों को समराइज करके माइंड में फिट कर देंगे टेंशन आपको नहीं लेना ठीक है क्योंकि स्टार्टिंग इसका इंट्रोडक्शन थोड़ा सा टेढ़ा-मेढ़ा है तो टेढ़ा-मेढ़ा चीज को हम जैसे कि आप कोई मूवी देखे होंगे ना तो उसका शुरुआती दौर में कहानी समझ में ही नहीं आता है मतलब क्या कह रहा है कोई ऐसा मूवी अगर देखेंगे तो आपको एक्सपीरियंस होगा कि शुरुआती दौर में उसका मतलब कुछ समझ में नहीं आ रहा है क्या कहना चाहता है मूवी का क्या स्क्रिप्ट है क्या इसका रोल मेन होने वाला है लेकिन जब आप देखते हैं तो वह कुछ देखने के बाद तब आपको शुरुआती दौर का कांसेप्ट समझ में आना शुरू हो जाता और पूरा मूवी आपको समझ में आता है। कभी-कभी ऐसा होता है। अब बच्चों जिस प्रकार से द्रव स्थितिकी में हम जानते हैं कि द्रव की प्रवाह क्या होता है? उच्च ताप से है ना उच्च तल से उच्च तल से क्या होता है? निम्न तल है ना तथा ऊष्मा गतिकी ऊष्मा की प्रवाह जो होती है उच्च ताप से निम्न ताप पर होता है। ठीक उसी प्रकार से है ना ठीक लिखेंगे। ठीक उसी प्रकार से ठीक उसी प्रकार से उसी प्रकार से है ना उसी प्रकार से आवेश का प्रवाह क्या होता है आवेश का आवेश का जो है प्रवाह क्या होता है आवेश का प्रवाह आवेश की प्रवाह क्या होता है उच्च विभव से है ना उच्च विभव से क्या होता है निम्न विभव की ओर होता है निम्न विभव निम्न विभव की और होता है। निम्न विभव की ओर होता है। निम्न विभव की ओर होता है। समझना है ना कि और होता है। इन लाइन को आप लिखो। एक-एक चीज को लिखो और फिर आपको हम समराइज करके समझाएंगे। है ना? सर टाइम चेंज। अरे टाइम किस टाइम में आपका टाइम चेंज कर दें? आप लोग मुझे बताइए कि किस टाइम में आप टाइम चाहते हो? किस टाइम में आपको हम पढ़ा दें? बताओ। आप मुझे बताओ कि टाइम क्या रहेगा? ना। हम तो खुद टाइम चेंज करने के लिए रेडी हैं। कोई दिक्कत नहीं मुझे। लेकिन आप लोग बताओ कि किस टाइम में आप सक्षम हो पढ़ने में है ना? किस टाइम में सक्षम हो? आप बताओ मुझे हम बता देते हैं आपको क्या-क्या इशू हो सकता है? किस टाइम में? है ना? क्या-क्या इशू हो सकता है? चलिए। है ना? अब बच्चों बात करते हैं। अब हम लोग यहां पर बात करते हैं। समझना। डायरेक्ट परिभाषा अब हम लोग विभव की परिभाषा पर नहीं जा रहे हैं। विभव का आखिर विभव हम लोग क्यों पढ़ते हैं? विभव कैसा होता है? आखिर विभव कांसेप्ट क्या है? हम कांसेप्ट की अवधारणा को आपको समझाना चाहते हैं ना? अवधारणा को हम समझाना चाहते हैं। ठीक है? हम अवधारणा को समझाना चाहते हैं। चलिए अब बात करते हैं। अब बात यहां पर ये करते हैं ना है ना? आप 6:00 बजे am या पीएम लिख रहे हो वो वो लिखा करो ना तब हम समझ पाएंगे। 6:00 बजे am या पीएम तभी हम समझेंगे ना। ठीक है? चलो अब बच्चों बात करते हैं कि किस और होता है। तो सबसे पहली बात करिए यहां पर। है ना? सबसे पहली बात कीजिए। सबसे पहली बात यहां पर ये कीजिए कि जैसे कि समझना समझना मान लेते हैं कि मेरे पास एक मतलब कि बाल्टी है और इस बाल्टी में क्या है? पानी भरा हुआ। ऐसा कुछ बनाते हैं। चलो इसको समझना। ठीक है? एक बाल्टी लेते हैं। एक बाल्टी लेते हैं। और इस बाल्टी में क्या करते हैं? पानी भर देते हैं। ठीक है? इस बाल्टी में क्या करते हैं? पानी भर देते हैं। और इसके बगल में एक बाल्टी और लेते हैं। और इस बाल्टी को क्या करते हैं? इस बाल्टी को थोड़ा सा ऊंचा रखते हैं। ठीक है? इसको क्या? एक बड़ा स्टैंड ऊपर रखते हैं। और इसको क्या करते हैं? नीचे रखते हैं। दोनों में क्या है? दोनों में पानी भरा हुआ है। ठीक है? दोनों में पानी भरा है। चलो इसमें ऐसे-ऐसे इतना पानी भरा हुआ है। इसमें इतनाइतना पानी भरा हुआ है। इसमें इतनाइतना पानी भरा हुआ है। ठीक है? इतना पानी भरा हुआ है। ठीक है? इतना पानी भरा हुआ। हम मान लेते हैं कि ये बाल्टी है जो है जो भी ये बाल्टी ए है। ठीक? इस बाल्टी का नाम हम रखते हैं। A रखते हैं। आपसे हम पूछेंगे कांसेप्ट पूछेंगे। एकदम कांसेप्ट आप समझना। बाल्टी A है और ये बाल्टी थोड़ा सा ये ऊंचा रखा हुआ है। और ये क्या है? ये नीचे रखा हुआ है ना? ये क्या है? नीचे रखा हुआ है। है ना? ये क्या है? नीचे रखा। 2:00 बजे 1:30 बजे आप कह रहे हो उस समय उर्दू क्लासेस होती है। फिर मैथमेटिक्स क्लास होती है, इंग्लिश क्लास है, बायोलॉजी क्लास है, केमिस्ट्री क्लास है, हिंदी क्लास है। आप सभी टाइम को मिलाकर के एक बार तो बोलो तब आपको समझ में आएगा। और हां लगातार क्लास होने से हमें कोई आपत्ति नहीं। लेकिन आपको हम बता रहे ज्यादातर लगातार स्क्रीनिंग करने से आपके है ना आपके आंखों में इशू हो सकता है। इसलिए इस क्लास को सुबह में किए हैं ताकि आपका टाइम कोई इशू नहीं। अब इनसे पहले ज्यादा सुबह हम नहीं कर पाएंगे। इससे ज्यादा सुबह नहीं कर पाएंगे। है ना? एटलीस्ट 7:00 बजे करेंगे। आप कहोगे तो और इसके बाद करेंगे। हमें कोई आपत्ति नहीं। लेकिन आप ज्यादा स्क्रीनिंग देखोगे तो फिर आपके आंख पर इशू होगा। पिछले साल भी विद्यार्थी जी ने पढ़ा है। कोई दिक्कत नहीं हुआ। तो आप टाइम को एडजस्ट कीजिए ना। मुझे आप है ना मेरे अनुसार से अगर आपके अनुसार से हम टाइम को एडजस्ट करेंगे तो कोई हमको कहेगा रात में 12:00 बजे, कोई कहेगा 4:00 बजे, कोई कहेगा 10:00 बजे, कोई 12:00 बजे ऐसे कैसे होगा यार? ऐसे नहीं हो सकता है ना। तो आप इस टाइम के अनुसार और चीजों को एडजस्ट करो। क्योंकि अगर है ना अगर लगता है कि हम आपको पढ़ा रहे हैं तब और नहीं तो फिर गड़बड़ बात है ना तो फिर आपको लगता है कि नहीं हम आप फिर कहोगे कि कभी कहोगे कि मुझे सर जी शादी में जाना है। अभी एक बच्चा मुझे रिसेंटली मैसेज करता है कि सर मेरा बैकलग लग गया है। कल आप मत पढ़ाइए ना छोड़ दीजिए ना। अब बताओ उस घोंंचू के कारण हम क्या करें? इतने बच्चों को भविष्य बर्बाद कर दें। वो बैकलग लगाते रहे। हम उसके अनुसार छोड़ते रहे। ऐसा नहीं हो सकता है ना भाई। तो सभी चीज को एडजस्ट करना पड़ता है ना। मिला के पढ़ना। आपको जो भी टाइम दिया गया तो बहुत हिसाब किताब से बहुत चीज को मिलाना पड़ता है टाइम को। ठीक है? तब होता है। 2:00 बजे उर्दू क्लासेस होगी। फिर उर्दू वाले बच्चे क्या करेंगे बताओ? उनके साथ तो गलत हो जाएगा ना। हां। तो हम ये बता रहे थे कि ये जो मतलब बाल्टी ए है। ये क्या है? बाल्टी ए है। और इसके इसके बगल में एक बाल्टी यह मतलब यह ऊंचे तल पे है। यह क्या है? यह ऊंचे तल पे है। इसको हम लोग क्या? यह ऊंचे तल पे है। ध्यान रखना है। यह ऊंचे तल पे है। यह ऊंचे तल पर है। यह ऊंचे तल पर है। और यह क्या है? यह जो है यह निम्न तल पर है। यह क्या है? निम्न तल पर है। क्या है? निम्न तल पर है। निम्न तल पर है। ठीक है? निम्न तल। अब इसमें भी पानी भरा हुआ है। ऐसा नहीं कि पानी इसमें भरा है। इसमें भी मान लो कि यहां तक पानी भरा हुआ है। कितना है? यहां तक पानी भरा हुआ है। यहां तक पानी भरा हुआ है। यहां तक पानी भरा हुआ है। यहां तक पानी इसमें भी भरा हुआ है। यहां तक पूरा लबा ना। मान लेते हैं कि इसमें जो है अगर 10 लीटर की बाल्टी 10 लीटर की बाल्टी ये भी है। ठीक है? 10 लीटर की बाल्टी ये भी है और 10 लीटर की बाल्टी ये भी है। इसमें जो पानी भरा हुआ है इसमें पानी जो है इसमें हम मानते हैं कि 7 लीटर तक पानी भरा है। कितना? 7 लीटर पानी भरा। ठीक है? 7 लीटर पानी भरा हुआ है। और इसमें जो है 9 लीटर पानी भरा हुआ है। 9 लीटर समझना। हम आपको कांसेप्ट क्या देना चाहते हैं? इस कांसेप्ट को समझना है। ठीक है? हम यहां पर क्या कहते हैं? ये ऊंचे तल हो गया। ये क्या हो गया? ये निम्न तल हो गया। ये ऊंचे तल हो गया। ये क्या हो गया? निम्न तल हो गया। ये इसमें 10 लीटर के ये भी बाल्टी है। 10 लीटर के बाल्टी ये भी है। हम करते क्या है? इन दोनों बाल्टी को है ना ध्यान रखना हम क्या करने वाले हैं? ध्यान रखना इन दोनों बाल्टी को हम क्या करते हैं? दोनों बाल्टी चलो बाल्टी ऊपर में खोल देते हैं। दोनों बाल्टी जो भी है इन दोनों बाल्टी को क्या करते हैं कि हम एक पाइप के द्वारा जोड़ देते हैं। है ना? इन दोनों बाल्टी को हम क्या करते? एक पाइप के द्वारा जोड़ देते हैं। ठीक है? इन दोनों बाल्टी को एक पाइप लेते हैं। यहां से हमने एक पाइप फिट कर दिया। और यहां से हमने क्या कर दिया? यहां से इसमें हमने एक पाइप फिट कर दिया। है ना? हम इन दोनों बाल्टी को एक पाइप के द्वारा फिट कर देते हैं। जब दोनों बाल्टी को एक पाइप के द्वारा फिट करेंगे तो क्या होगा? आप लोग मुझे बताओगे? यहां जो पानी है मतलब इसमें द्रव जो है इसमें पानी जो है ये पानी भरा हुआ है। क्या है? पानी है। यह पानी की जो प्रवाह होगी पानी की जो प्रवाह होगी वो बाल्टी ए से बाल्टी ए से बी में जाएगा कि बी से ए में जाएगा? आप लोग मुझे बताओ। है ना? यहां पर जो पानी है वो पानी बाल्टी ए से बी में जाएगा कि बी से ए में जाएगा। किस में पानी जाएगा? बहुत जबरदस्त बात। अगर ये बात आप समझ लिए तो इसका मतलब है कि आप आवेश की भी प्रवाह को आप समझ पाएंगे बहुत आसान तरीके से। इसमें 10 लीटर में है। 10 लीटर में क्या है? इसमें सात ही लीटर भरा हुआ है। लेकिन इसमें 9 लीटर भरा हुआ है। समझना मेरे बातों को। फोकस करना। उसके बाद जवाब देना। इसमें 7 लीटर ही पानी है। इसमें क्या है? इसमें 10 लीटर पानी में 9 लीटर पानी है। अब हम इन दोनों को एक दूसरे से भर दिए। अब पानी किस A से B में जाएगा? A टू B जाएगा कि B टू A जाएगा? बताओ मुझे। है ना? अब A टू B है ना? A टू B जाएगा ना? अरे भैया इसमें तो इसमें तो 7 लीटर ही पानी है। इसमें 9 लीटर पानी है। इसमें तो कम पानी है। इसमें ज्यादा पानी है। तो पानी ज्यादा से इसमें जाना चाहिए ना। किस में जाएगा? A टू B की B टू A बताओ। अब कंफ्यूज करते हैं आपको। पहले कंफ्यूजन करेंगे। कंफ्यूज करेंगे तब आपको हम कंफ्यूजन से निकालेंगे। इसमें सात ही लीटर पानी है। इसमें 7 लीटर पानी है। इसमें 9 लीटर पानी है। अब दोनों को हमने पाइप के द्वारा जोड़ दिया है। तो पानी किससे? मतलब कि A में 7 लीटर पानी है। B में 9 लीटर पानी है। तो पानी A से B में जाएगा कि B से A में जाएगा? चलो। कुछ बच्चे कह रहे हैं ए टू बी कुछ कह रहे बी टू ए क्या होगा ए टू बी होगा या बी टू ए होगा हां बताओ किसी में नहीं जाएगा कहता है किसी में नहीं जाएगा ऐसा हो ही नहीं सकता एक से दूसरे में तो जाएगा ही जाएगा अब देखो यहां पर क्या है बातों को समझना अब यहां पर क्या है कि पानी 9 लीटर है इसमें मतलब नहीं है 9 लीटर है उससे हमको मतलब 9 लीटर की अगर मान ले कि इसमें पूरा 10 लीटर भी पानी भरा रहता 10 लीटर भी पानी भरा रहता और इसमें 7 लीटर ही पानी होता तो भी इससे इसमें पानी जाता तब तक पानी जाता जब तक कि दोनों का तल बराबर ना हो जाता जब तक कि दोनों का तल बराबर नहीं हो जाता। आप देखे होंगे मकान वकान बनता है तो जो मिस्त्री-वस्त्री होते हैं वो क्या करते हैं? पाइप में पानी लगाते हैं ना और ऐसे करके वो मिलाते हैं कि मतलब तल को मिलाते हैं ना कि कहां पर मकान ऊंचा हो गया, कहां पर नीचे हो गया। तो इसी कांसेप्ट को लेकर के हम लोग यहां पर समझने वाले हैं। तो जिस प्रकार से आप देखते हैं यहां पर आपको क्या याद रखना है? क्या समझना है कि गुरु जी पानी का मात्रा डिपेंड नहीं कर रहा है। पानी इसमें 10 लीटर में 9 लीटर है। इससे मतलब नहीं है कि पानी ज्यादा किस में है। मतलब ये है कि पानी का तल ज्यादा किसका है? पानी का तल ज्यादा किसका है? तो आप देखेंगे कि यहां पर पानी एक ही तल जो है मतलब ऊंचे तल है और ये निम्न तल है। इस प्रकार से हम देख पा रहे हैं कि पानी जो है वो ऊंचे तल से निचले तल में जा रही है। क्या हो रही है? ऊंचे तल से निचले तल में जा रही है। सेम सेम इसी प्रकार से सेम इसी प्रकार से ये ये क्या हो गया? ये तो द्रव स्थितिकी कहानी हो गया। इसको हम लोग कहेंगे द्रवस्थतिकी का। ठीक है? द्रव स्थितिकी कांसेप्ट ये हो गया। हाइड्रोस्टेटिक्स का कांसेप्ट ये हो गया। अगर बच्चों हम बात करते हैं मान लेते हैं कि मेरे पास दो वस्तु है। समझना दो वस्तु है। ठीक है? दो वस्तु है। एक वस्तु हम लेते हैं। ये लेते हैं। इसको भी समझ लो आप लोग। और इन दोनों कांसेप्ट अगर समझ लेते हो तो आप है ना? आराम से उसको मतलब कि वैदुत को समझ विभव को समझ लोगे। यह वस्तु A है। ठीक है? और यह क्या है? इसका जो मतलब कि उच्च मतलब यह ताप जो है, इस यह उच्च ताप। यह क्या है? उच्च ताप है। यह क्या है? यह उच्च ताप है। यह उच्च ताप है। ठीक है? और इसके बगल में एक वस्तु और है। इसके बगल में क्या है? इसके बगल में एक वस्तु और है जिसका नाम रखते हैं बी। ठीक है? हम इसका नाम रखते हैं B। ठीक है? और ये वस्तु B है। ये वस्तु B है। और इन वस्तु में इन वस्तु इसका जो ताप है, इसका ताप क्या ये निम्न ताप है। इसका ताप क्या है? इसका ताप निम्न ताप है। ये क्या है? निम्न ताप है। निम्न ताप है। मतलब दो चीज़ मतलब दो वस्तु है आपके पास। मान लो कि एक वो करचूल है, एक वो चम्मच है। ठीक है? ऐसा होता है ना वो स्पून होता है ना? स्पून है ना? अब इन दोनों को एक को हमने ज्यादा गर्म कर दिया। एक को हमने कम गर्म कर दिया। और दोनों को क्या करते हैं? दोनों को आपस में जोड़ देते हैं। दोनों को आपस में क्या करते हैं? दोनों को आपस में जोड़ देते हैं। हमने दोनों को आपस में क्या कर दिया? दोनों को आपस में हमने जोड़ दिया। अब जैसे दोनों को आपस में हमने जोड़ा। हमने दोनों को आपस में जैसे हमने जोड़ा। अब आप मुझे बताओ कि ऊष्मा जो प्रवाह करेगा ऊष्मा जो प्रवाह करेगा ऊष्मा का जो प्रवाह होगा वो किससे किस में होगा? ए से बी में होगा कि बी से ए में होगा? ए से बी में होगा कि बी से ए में होगा? तो आप कहोगे गुरु जी ऊष्मा का प्रवाह जो है मतलब उच्च ताप से निम्न ताप मतलब ऊष्मा इस ओर प्रवाह करेगा। है ना? ऊष्मा क्या करेगा? ऊष्मा ऊष्मा क्या करेगा? ऊष्मा इस ओर प्रवाह करेगा मतलब ए टू बी में। और इसमें आपने क्या देखा? इसमें द्रव की प्रवाह क्या गुरु जी? द्रव की परवाह क्या होगी? A टू B हो गया। A टू क्या हो गया? A2 ये द्रव की प्रवाह क्या हो गया? A टू B ठीक है? द्रव की प्रवाह A टू B हो गया। और ऊष्मा की प्रवाह क्या हो रहा है? A टू B हो रहा है। तो यहां से एक बात आपको समझना है। समझना ये है कि गुरु जी वस्तु अगर मान लेते हैं। ऐसा मान लेते हैं कि मान लेते हैं कि ये वस्तु क्या? ये वस्तु जो है ये वस्तु बड़ा वस्तु है। ऐसा हम मान लेते हैं। ये वस्तु क्या है? ये वस्तु बड़ा वस्तु है। ये वस्तु बहुत बड़ा वस्तु। मतलब ये क्या हांडी है और ये क्या क्या ये छोटा सा स्पून है? है ना? ऐसा मानते हैं। तो यहां पर भी आप देखेंगे कि गुरु जी वस्तु बड़ा या छोटा से मतलब नहीं है। मतलब यहां पर ये है कि वस्तु का ऊष्मा किस में ज्यादा है? किस में ऊष्मा ज्यादा है? किस में ऊष्मा कम है? तो ऊष्मा उच्च ताप से हमेशा क्या होता है? निम्न ताप की ओर जाता है। उसी प्रकार से द्रव की प्रवाह भी क्या होता है? उच्च तल से निम्न तल की ओर होता है। उच्च तल से क्या होता है? उच्च तल से क्या होता है? निम्न तल की ओर होता है। तो यही बात को हमने यहां पर लिखा है। जो बात हमने लिखा है। हमने यहां पर क्या लिखा है? हमने लिखा है कि जिस प्रकार से द्रव स्थितिकी में हम जानते हैं कि द्रव का प्रवाह जो होता है उच्च तल से निम्न तल तथा ऊष्मा गतिकी में ऊष्मा की प्रवाह जो होती है उच्च ताप से निम्न ताप पर होता है। ठीक उसी प्रकार से आवेश की प्रवाह उच्च विभव से क्या होता है? उच्च विभव से निम्न विभव या उच्च तल से निम्न तल की ओर हम यहां पर तल की प्रयोग कर सकते हैं और यही तल या इसको स्तर भी कहेंगे। इसी तल या स्तर को क्या कहा जाता है? इसी तल या स्तर को विभव कहा जाता है। क्या कहा जाता है? विभव कहा जाता है ना? इसी तल या स्तर को क्या कहता है? विभव कहा जाता है। अब बच्चों हम समझना है। अब इन्हीं बातों को जो है प्रैक्टिकली देखा गया। है ना? इन्हीं बातों को अगर आवेश के कांसेप्ट में हम चलते हैं। आवेश के संदर्भ में चलते हैं। तो आवेश के संदर्भ में देखा गया कि जो आवेश की प्रवाह होती है आवेश की जो प्रवाह होती है वो क्या होती है? वो आवेश की प्रवाह जो होती है आवेश के मात्रा पर निर्भर नहीं करता है। जैसे कि आप यहां पर देख सकते हो कि यहां पर क्या है? है। यहां पर आप देख सकते हो कि जो पानी का प्रवाह है पानी की मात्रा पर निर्भर नहीं कर रहा है। पानी की मात्रा पर निर्भर नहीं करता है। या कह सकते हैं कि पानी की जो प्रवाह की दिशा है या प्रवाह की दर प्रवाह की दिशा और प्रवाह की दर पानी की मात्रा पर निर्भर नहीं कर रहा है कि पानी किस में ज्यादा है। पानी किस में ज्यादा है। यह निर्भर करता है उसके तल पे। जिस प्रकार से आप यहां भी देख सकते हो कि मतलब ऊष्मा का प्रवाह इस बात पर निर्भर नहीं करता है कि कौन सा वस्तु बड़ा है कौन सा वस्तु छोटा है। कौन सा वस्तु बड़ा है कौन सा वस्तु छोटा है। यहां पर ये बात स्पष्ट हो रहा है कि ऊष्मा प्रवाह उस ओर करेगा जिसका मतलब उच्च ताप से क्या होता है? निम्न ताप की ओर। यही दो कांसेप्ट आपको ध्यान रखना है। और इन्हीं दोनों कांसेप्ट को लेकर के हमको क्या करना है? इन्हीं दोनों कांसेप्ट को लेकर के हम लोग है ना हम लोग लेकर के चलते हैं किस पे हम लोग चलते हैं मतलब कि विभव का है ना विभव का तो यहां पर हम एक बात को आपको लिखना चाहेंगे इसको आप नोट कर लीजिए नोट ये कर लीजिए कि जिस प्रकार से है ना जिस प्रकार से हम यहां पर आपको लिखाना चाहेंगे लिखेंगे जिस प्रकार से जिस प्रकार से जिस प्रकार से जिस प्रकार से द्रव की है ना द्रव की प्रवाह द्रव की प्रवाह ठीक है द्रव की प्रवाह जो है द्रव की मात्रा है ना मात्रा द्रव की प्रवाह द्रव की प्रवाह की दर की दर कर देते हैं कि दर दर तथा दिशा तथा दिशा तथा दिशा है ना तथा दिशा द्रव के द्रव के मात्रा ठीक है द्रव के मात्रा पर है ना द्रव के मात्रा पर है ना मात्रा मात्रा पर मात्रा पर या कह सकते हैं या या बर्तन के या बर्तन के है ना बर्तन के बर्तन के आकार पर है ना आकार पर निर्भर ना कर आकार पर निर्भर निर्भर ना कर है ना आकार पर निर्भर ना करके न करके ना करके है ना करके द्रव के है ना द्रव के तल द्रव के तल पर है ना तल पर निर्भर करता है। निर्भर करता है। करता है। है ना? करता है। ठीक उसी प्रकार से हम यहां पर देखेंगे। इसी प्रकार देखेंगे आवेश की प्रवाह की दर जो है आवेश की मात्रा पर निर्भर नहीं करता है। बल्कि स्तर पर निर्भर करता है। है ना? स्तर यानी लेयर पर निर्भर करता है। ठीक उसी प्रकार यहां लिखते हैं। ठीक उसी प्रकार ठीक उसी प्रकार। ठीक उसी प्रकार है ना? ठीक उसी प्रकार ठीक उसी प्रकार ठीक उसी प्रकार उसी प्रकार आवेश की प्रवाह आवेश की प्रवाह आवेश की प्रवाह जो होती है आवेश की प्रवाह आवेश की प्रवाह चालक में उपस्थित चालक में उपस्थित उपस्थित उपस्थित आवेश पर आवेश पर ठीक है। आवेश पर टालक में उपस्थित आवेश की मात्रा है ना आवेश की आवेश की मात्रा पर आवेश की मात्रा पर मात्रा पर निर्भर न करके निर्भर न करके है ना करके ठीक है ना करके ना करके न करके चालक है ना चालक के स्तर पर निर्भर करता है। अस्तर मतलब लेयर। ठीक? स्तर पर निर्भर करता है। निर्भर करता है। निर्भर करता है। और इसी स्तर इसी स्तर या निर्भर इसी स्तर ना इसी स्तर या हम क्या कहेंगे? ये इसी स्तर को हम लोग विभव कहते हैं। क्या कहते हैं? विभव कहते हैं। विभव मतलब है ना? विद्युत विभव। तो बात को समझना। बातों को फिर समझना है आपको यहां पर कि जिस प्रकार द्रव की प्रवाह जो होती है द्रव की दिशा तथा द्रव की मात्रा पर है ना द्रव की प्रवाह की दर तथा दिशा द्रव की मात्रा पर है ना द्रव की द्रव की मात्रा पर है ना द्रव की मात्रा पर या कहेंगे या बर्तन के आकार पर या हम कहेंगे या बर्तन के आकार पर निर्भर ना करके द्रव के तल पर निर्भर करता है। आप देख सकते हैं यहां पर हमने आपको बताया है इसमें ज्यादा पानी है। इसमें कम पानी है। फिर भी कम पानी से ज़्यादा पानी में पानी जाएगा। क्योंकि इसका तल ऊंचा है और इसका तल क्या है? नीचा है। उसी प्रकार से क्या होती है कि आवेश की प्रवाह की दर या आवेश की प्रवाह की दिशा होती है। चालक में उपस्थित आवेश ना चालक में कितना आवेश है इस पे डिपेंड नहीं करता है। चालक में उपस्थित आवेश की मात्रा पर निर्भर ना करके चालक के स्तर पर निर्भर करता है। और इसी स्तर को है ना हम कहेंगे इसी स्तर को इसी स्तर को क्या कहा जाता है? इसी स्तर को ना इसी इसी स्तर को इसी स्तर को क्या कहते? इसी स्तर को वैदुत विभव कहते हैं। इसी स्तर को क्या कहते हैं? वैदुत विभव कहते हैं। वैदुत विभव कहते हैं। ये वैदुत विभव का कांसेप्ट था जो आपको फील करवाना था मुझसे। है ना? जिसे मुझे फील करना परिभाषा चाहते तो हम एक बार में लिख सकते थे। है ना? एक बार में हम परिभाषा लिख सकते हैं। इसी स्तर को क्या कहते हैं? इसी स्तर को हम लोग मतलब वैद्युत विभव कहते हैं। अब बच्चों बात करते हैं। अब बात यहां पर ये करते हैं कि अगर हम गुरु जी एक बात को देखें यहां से। अब आवेश का तो खेला यहां पर तो समझ में आ गया लेकिन गुरु जी आवेश की प्रवाह तो आपने बता दिया कि आवेश के तल पर निर्भर करता है। चालक के तल पर निर्भर करता है। ठीक है गुरु जी और दूसरी बात यहां पर आपने भी बताया कि जैसे कि मतलब पानी जो है वो उच्च गुरुत्वीय क्षेत्र से या उच्च गुरुतय क्षेत्र से क्या होता है? नीच गुरुतय क्षेत्र में आता है। मतलब उच्च गुरुतय क्षेत्र से नीचे तल में आता है। ये बात भी आपने समझा दिया। लेकिन गुरु जी वहां पे तो पानी का तो कोई प्रकार नहीं है। पानी का तो कोई प्रकार नहीं है। पानी का तो कोई प्रकार नहीं है। लेकिन गुरु जी आवेश का तो प्रकार है। देखो भैया कहां से आपको है ना कहां से है ना कहां से हमने आपको कांसेप्ट दिया। आपको यहां पर समझना है। आपसे आप क्वेश्चन मुझे कर सकते थे कि गुरु जी पानी का तो कोई प्रकार नहीं है। तो आप कह दिए उच्च तल से निम्न तल की ओर आ सकता है। निम्न तल में आ सकता है। उच्च तल से नीचे। लेकिन गुरु जी आवेश का तो प्रकार है। आवेश का प्रकार क्या है? तो गुरु जी आवेश का प्रकार धनावेश है और ऋणावेश है। तो क्या ये हमेशा धनावेश जो है मतलब जैसे आवेश में दो प्रकार का आवेश है। धनावेश और ऋणावेश। तो क्या उच्च से हमेशा मतलब कि निम्न की ओर ही जाएगा। जैसे कि अगर धनावेश गया उच्च से निम्न तो क्या ऋणावेश भी उच्च से निम्न की ओर जाएगा। यह बात आपको समझाना था। है ना? यहां पर हमने क्या देखा? हमने देखा। चलो बातों को यहां पर लिखते हैं। आपको समझाते हैं। जैसे हम यहां पर कह सकते हैं कह सकते हैं कि जिस प्रकार से है ना? जिस प्रकार से एक बात को फिर कांसेप्ट हम यहां पर देना चाहेंगे आपको। जिस प्रकार से जिस प्रकार से जिस प्रकार से जिस प्रकार से जिस प्रकार से क्या होता है? द्रव है ना द्रव कह सकते हैं जिस प्रकार से द्रव द्रव का प्रवाह द्रव का प्रवाह मतलब पानी के द्रव का प्रवाह द्रव का प्रवाह है ना द्रव का प्रवाह ठीक है द्रव का प्रवाह द्रव का प्रवाह क्या होता है ना उच्च मतलब उच्च गुरुत्वीय तल से ऊंचे गुरुत्वीय तल से ऊंचे गुरुत्वीय तल से ऊंचे गुरुत्वीय तल से ऊंचे गुरुत्वीय तल से तल से क्या होता है निम्न गुरुत्वीय तल निम्न गुरुतय तल निम्न गुरुतय तल ठीक है निम्न गुरुतय तल निम्न गुरुतय तल है ना निम्न गुरुतय तल तथा तथा तथा ऊष्मा की प्रवाह ऊष्मा की प्रवाह ऊष्मा की प्रवाह जो होती है प्रवाह उच्च ताप से उच्च ताप से उच्च ताप से उच्च ताप से क्या होता है? उच्च ताप से निम्न ताप की ओर होता है। निम्न ताप निम्न ताप की ओर है ना निम्न ताप की ओर होता है की और होता है। है ना? होता है। उसी प्रकार से उसी प्रकार से क्या कहेंगे? उसी प्रकार से यहां पे उसी प्रकार से ठीक उसी प्रकार से यहां पे लिखते हैं। ठीक उसी प्रकार से ठीक ठीक उसी प्रकार से उसी प्रकार से उसी प्रकार से उसी प्रकार से आवेश का प्रवाह है ना उसी प्रकार से उसी प्रकार से धनावेश का प्रवाह ध्यान रखना अब यहां पे आपको सेपरेट कर दिए धनावेश की प्रवाह धनावेश की प्रवाह क्या होती है धनावेश की प्रवाह धनावेश की प्रवाह जो होती है उच्च विभव तल से उच्च विभव ठीक है उच्च विभव तल मतलब उच्च स्तर से उच्च विभव उच्च विभव उच्च विभव से निम्न विभव निम्न विभव है ना निम्न विभव निम्न विभव तथा ऋणावेश का प्रवाह ऋणावेश का प्रवाह ऋणवेश का प्रवाह ऋणवेश का प्रवाह क्या होगा? ऋणवेश का प्रवाह ऋणवेश का प्रवाह निम्न निम्न विभव तल से निम्न निम्न विभव से निम्न विभव से क्या होता है? उच्च विभव। ठीक है? उच्च उच्च विभव। ठीक है? निम्न विभव से उच्च विभव की ओर होता है। यह बात आपको याद रखना और ऑब्जेक्टिव में यह क्वेश्चन पूछा जाता है। यह बात कांसेप्ट है। ये क्या है? कांसेप्ट है। तो आपको क्या याद रखना है? ध्यान यह रखना है कि जो आवेश की प्रवाह जिस प्रकार से द्रव का प्रवाह जो उच्च गुरुतय तल से क्या होता है? निम्न गुरुतय तल की ओर तथा उच्च मतलब ऊष्मा की प्रवाह उच्च ताप से निम्न ताप की ओर होता है। इतना बात आप समझ चुके हैं। जैसे आपने देखा अभी दो कांसेप्ट आपने बताया था कि यहां पर पानी इसमें मतलब उच्च तल में है तो ये निम्न तल में जाएगा और इसमें क्या है? उच्च ताप है तो इसमें निम्न ताप ऊष्मा उच्च से निम्न की ओर जाएगा। उसी प्रकार से क्या होता है? धनावेश और ऋणवेश। आवेश की प्रवाह तो हमने कह दिया उच्च से निम्न निम्न से उच्च होता है। मतलब तल के ऊपर नीचे होने से आवेश की जो प्रवाह होती है उसी को हम लोग विभव कहते हैं। लेकिन यहां पर क्या है कि धनावेश और ऋणावेश है। तो धनावेश की जो प्रवाह होती है ध्यान रखना धनावेश की जो प्रवाह होती है वो क्या उच्च विभव तल से क्या होता है? निम्न विभव में और ऋश का प्रवाह जो होता है निम्न विभव से क्या होता है? उच्च विभव में। अगर गुरु जी यहां पर एक कांसेप्ट और लेकर चलते हैं। एक बात और लेकर चलते हैं कि अगर गुरु जी मान लेते हैं कि दो वस्तु है। समझना गुरु जी अगर दो वस्तु है। दो वस्तु हम लेते हैं। दो वस्तु ले लीजिए और दोनों वस्तु में है ना? दोनों वस्तु में क्या है? दोनों वस्तु मान लेते हैं कि वस्तु ए है। ये क्या है? ये वस्तु ए है। ठीक है? हम मान लेते हैं कि ये वस्तु ए है। ये वस्तु ए है और ये वस्तु बी है। दोनों में विभव समान है। मतलब यहां पे क्या कहेंगे? जो ये वस्तु का जो विभव VA है वो इसका अगर मान लेते हैं VB है तो हम कहेंगे जो VA है VB के बराबर है। दोनों के विभव क्या है? यहां पर दोनों का विभव समान है। दोनों के विभव क्या है? समान है। दोनों का विभव समान है। ये भी समान जितना विभव मान लेते हैं इसमें भी जो विभव है चार वोल्ट इसमें है और चार वोल्ट इसमें है। अब यहां पर ऊष्मा की प्रवाह किससे किस ओर करेगा? हां लिखना। बिल्कुल लिखना। अब यहां पर आप मुझे बताओ कि ऊष्मा की जो प्रवाह है वो किससे किस ओर करेगा? ऊष्मा की जो प्रवाह है वो किससे किस ओर करेगा? है ना? उस किससे किस ओर करेगा? आप कहोगे गुरु जी अब ना ऊष्मा इधर जाएगा और ना इधर सॉरी सॉरी ऊष्मा नहीं मतलब कि विभव की बात कर सॉरी उस विभव की प्रवाह किससे किस ओर करेगा? इसमें भी विभव 4 वोल्ट है और वस्तु B में भी 4 वोल्ट है। इन दोनों को आपस में जोड़ देते हैं। दोनों को आपस में क्या करते हैं? दोनों को आपस में हम जोड़ देते हैं। दोनों का आपस में हमने जोड़ा। अब जब जोड़े तो आवेश की परवाह किससे किस ओर होगी? अब कहो गुरु जी अब आवेश की परवाह नहीं करेगी क्योंकि अब इसमें दोनों का विभव बराबर है। तो यहां पर एक बात और समझ में आपको आना चाहिए। गुरु जी ये प्रवाह तब ये कर सकता है जब क्या होगा? विभव में अंतर होगा। बात पूछे कहां से कांसेप्ट हमने लाया? मतलब जब अगर मान लेते हैं कि ये 4 वोल्ट है और ये 3 वोल्ट है तो ऑब्वियसली बात है आवेश q जो होगा आवेश q क्या होगा आवेश q क्या होगा अगर चार से तीन कर इसको तीन करते हैं तो मतलब a टू बी में चला जाएगा a टू क्या होगा बी में चला जाएगा इसका मतलब क्या होगा गुरु जी इसका मतलब हुआ कि आवेश की प्रवाह तभी ये कर सकता है जब विभवों में अंतर हो क्या हो विभवों में अंतर हो ना कि आवेश की प्रवाह तब करेगा कि आवेश की मात्रा मात्रा केंद्र इधर मान लो कि हम बहुत ज्यादा आवेश दे दिए इसमें इसमें बहुत सारे बहुत सारा आवेश दे दिए बहुत सारे आवेश दे दिए उससे मतलब नहीं है मान लो ये भी 4 वोल्ट है ये भी चार वोल्ट दोनों के विभव 4 वोल्ट है दोनों के विभव क्या है 4 वोल्ट है दोनों के विभव 4 वोल्ट है और इसमें बहुत सारा आवेश दे दिए इसमें कुछ आवेश नहीं दिए तो क्या आवेश प्रवाह कर जाएगा नहीं करेगा आवेश बिल्कुल भी प्रवाह नहीं करेगा तो आवेश को प्रवाह करने के लिए एक तल की जरूरत होती है उसी तल को हम लोग क्या कहते हैं विभव और यह तल में तभी तब ये प्रवाह कर सकता है जब तलों में अंतर होगा। मतलब विभवों में अंतर होगा। इसीलिए हम अब जो आगे समझने वाले हैं, पढ़ने वाले हैं, हम लोगों का नेक्स्ट टॉपिक विभवांतर होगा। क्योंकि वैदुत विभव को और ज्यादा समझने के लिए आपको विभवांतर का कांसेप्ट समझ में आना चाहिए। क्या आना चाहिए? विभवांतर का कांसेप्ट आपको समझ में आना चाहिए। इतनी बातें आप लोग को बताओ। कोई दिक्कत है। अगर कोई प्रश्न है तो आप मुझसे पूछो। कोई दिक्कत, कोई प्रश्न है तो मुझसे पूछो आप। ठीक है? कोई प्रश्न है तो पूछो। बताओ मुझे है ना? अब बताओ मुझे अगर गुरु अगर वस्तु पॉजिटिव और दोबारा नेगेटिव हो तो - b तो + b की और होगा ना? देखो अभी हम अह अगर वस्तु एक पॉजिटिव और दूसरा नेगेटिव हो। वो हम आवेश के कांसेप्ट आगे समझ अभी इतना तक मैं आपको बताओ कोई दिक्कत है यहां तक कोई दिक्कत नहीं जो कांसेप्ट हमने दिया है वो कांसेप्ट आपको समझ में आया हम यहां पे कहेंगे एक बात आपको लिख देते हैं ताकि और ज्यादा आपको समझ में आएगा हम यहां पे कहेंगे कि आवेश की प्रवाह अर्थात हम यहां कह सकते हैं अर्थात हम कह सकते हैं अर्थात आवेश की प्रवाह अर्थात हम कहेंगे आवेश की जो प्रवाह है आवेश की प्रवाह आवेश की प्रवाह आवेश की प्रवाह क्या होती है आवेश की प्रवाह आवेश की प्रवाह विभव है ना है ना विभव आवेश की प्रवाह चालक में उपस्थित आवेश की प्रवाह चालक में उपस्थित चालक में उपस्थित चालक में उपस्थित चालक में उपस्थित उपस्थित आवेश आवेश के आवेश के है ना आवेश के मात्रा पर निर्भर नहीं करता आवेश के मात्रा पर निर्भर नहीं करता है आवेश की मात्रा पर निर्भर नहीं करता है। आवेश की मात्रा पर निर्भर नहीं करता है। ठीक है? आवेश की मात्रा पर निर्भर नहीं करता है। है ना? आवेश की मात्रा पर निर्भर नहीं करता है। यह बात आपको समझना है ना? आवेश की मात्रा पर निर्भर नहीं करता है। कहने का मतलब क्या हो गया? यदि दो वस्तुओं का यानी हम कहेंगे यानी यानी कहेंगे यानी यदि यानी कहेंगे। यदि क्या हो यदि दो वस्तुओं का दो वस्तुओं का दो वस्तुओं का दो वस्तुओं का है ना दो वस्तुओं का विभव विभव क्या हो विभव बराबर हो क्या हो बराबर हो विभव समान हो विभव समान हो तो तो कहेंगे आवेश आवेश क्या होगा आवेश है ना आवेश समान हो तथा हो तथा कहते हैं यहां समान हो तथा तथा आपस में क्या हो? आपस में जुड़े हो। आपस में क्या हो? जुड़े हो। कनेक्टेड हो, जुड़े हो। तो आवेश का प्रवाह आवेश आवेश का प्रवाह क्या होगा? आवेश की आवेश की प्रवाह आवेश की प्रवाह जो है किसी और नहीं होगी। किसी और नहीं होगी। ठीक है? किसी और भी नहीं होगी। ठीक है? किसी और भी किसी और भी क्या होगा? किसी और भी नहीं होगी। ठीक है? किसी और भी नहीं होगी। किसी और भी क्या होगी? नहीं होगी। ये बात आपको समझना है। ठीक है? ये बात आपको समझना है। है ना? ये बात आपको समझना है। इतनी बातें आपको समझ में आना चाहिए। अब बच्चों बात करते क्या? मतलब कि ये बात आप याद रखना। आवेश की प्रवाह चालक में उपस्थित आवेश ना उपस्थित आवेश पर की मात्रा पर निर्भर नहीं करता है। बल्कि किस पे करता है गुरु जी? तो गुरु जी ये मतलब निर्भर करता है आवेश के तल पर मतलब विभव पर। यानी दो वस्तु आपस में दो वस्तुओं का दो वस्तुओं के विभव समान हो और आपस में जुड़े हो तो आवेश की प्रवाह किसी और नहीं होगी। किधरों नहीं हो सकता है? आवेश की प्रवाह क्या होगा? किसी और भी नहीं होगी। ठीक है? किसी और नहीं होगी। ये बात आपको समझना होगा। है ना? ये बातें आपको समझना। कहने का मतलब क्या हो गया? कहने का मतलब हम कह सकते हैं आवेश की प्रवाह किस पर निर्भर करता है? अर्थात कहेंगे अर्थात आवेश की प्रवाह विभव पर निर्भर करता है। यहां पर क्या बात आपको लिखना है? अर्थात हम कहेंगे अर्थात अर्थात कहेंगे अर्थात आवेश की प्रवाह क्या होती है? आवेश की प्रवाह आवेश की प्रवाह जो होती है आवेश की प्रवाह विभव पर निर्भर करता है। किस पर? विभव पर निर्भर करता है। विभव पर निर्भर करता है। और विभव को समझने के लिए हमें और ज्यादा अच्छे से समझना होगा। विभवांतर को ना विभवांतर को समझना होगा। हमें क्या करना होगा? और ज्यादा इसको समझने के लिए हमें विभवांतर को समझना पड़ेगा। तो चलिए हम लोग अब जो है मेन जो हम लोग यहां पर समझने वाले हैं वो समझने वाले हैं विभवांतर को। किसको समझने वाले हैं? विभवांतर को। ठीक है? विभवांतर को या अगर हम लोग यहां पर वैदुत विभव की परिभाषा लिखें तो वैदुत विभव का परिभाषा क्या लिख सकते हैं? अगर हम यहां पर लिखें वैद्युत विभव की परिभाषा लिखें तो आवेश की प्रवाह की दर और दिशा। ठीक है? आवेश की प्रवाह की दर और दिशा जो होगी वही जो बताता है वो क्या होता है? वो है ना? वह कहलाता है वैद्युत विभव। क्या कहलाता है? वैदुत विभव कहलाता है। है ना? वैदुत विभव कहलाता है। कहने का मतलब क्या हो गया कि वैदुत विभव वैदुत विभव क्या है? एक प्रकार के ऐसी भौतिक राशि है जो हमें ये बताता है कि आवेश की प्रवाह किससे किस ओर हो रहा है। कहने का मतलब हो गया कि वैदुत विभव का मतलब हो गया आवेश की प्रवाह की दर और दिशा को बताना। आवेश की प्रवाह की दर और दिशा को बताना। मतलब अगर परिभाषा में लिखेंगे तो लिखेंगे वह भौतिक राशि क्या कहेंगे? लेकिन वह भौतिक राशि वह भौतिक राशि ठीक है वह भौतिक राशि भौतिक राशि जो है ना जो जो क्या कहता है जो आवेश के जो आवेश के आवेश के प्रवाह की दर प्रवाह की ना प्रवाह की प्रवाह की दर प्रवाह की दर ठीक प्रवाह की दर या या क्या प्रवाह की दर तथा प्रवाह की दर तथा दिशा को बताता है वह भौतिक राशि जो आवेश की प्रवाह की दर तथा दिशा को बताता है। दिशा को बताता है। बताता है। ठीक। दिशा को बताता है। बताता है उसे क्या कहते हैं? उसे वैदुत विभव कहते हैं। उसे क्या कहते हैं? वैदुत विभव कहते हैं। वैदुत विभव कहते हैं। ठीक है? वैदुत विभव कहते हैं ना? वैदुत विभव कहते हैं। यह बात आपको याद करना होगा। इतना बात जो हमने यहां पर वन शॉर्ट करके हमने लिखा परिभाषा इस परिभाषा को हम चाहते तो शॉर्टकट में लिख सकते हैं। लेकिन हमने सारे कंसेप्ट के द्वारा यहां पर परिभाषा पहुंचे। हमने कांसेप्ट पर परिभाषा पहुंचे हैं कि वैद्युत विभव किसे कहते हैं? तो वैद्युत विभव एक ऐसी भौतिक राशि है जो यह बताता है कि आवेश की प्रवाह की दर क्या होगी और आवेश की प्रवाह किससे किस ओर होगी। तो जो भौतिक राशि हमें इस बात की जानकारी देती है कि आवेश की प्रवाह किससे किस ओर होगी और आवेश की प्रवाह की दर क्या होगी ज्यादा ज्यादा होगा जल्दी-जल्दी होगा कि स्लो होगा कि कम कम होगा फास्ट में होगा कि स्लो होगा तो ये बात जो डिपेंड करता है चार्ल्स के फॉलो का फास्ट या स्लो होने का जो डिपेंड करेगा तो वो फिजिकल क्वांटिटी आपका क्या कहलाएगा वैदुत विभव कहलाएगा यानी मतलब वैदुत विभव वह भौतिक राशि है वह भौतिक राशि है जो आवेश की प्रवाह की दर तथा दिशा को बताता है। है ना? वह भौतिक राशि जो आवेश की प्रवाह की दर तथा दिशा को बताता है उसे क्या कहते हैं? उसे वैदुत विभव कहते हैं। उसे क्या कहते हैं? वैदुत विभव कहते हैं। ये वैदुत विभव का मेन परिभाषा हो गया। क्या हो गया? ये क्या हो गया? वैदुत विभव का मेन परिभाषा मतलब ये समझने वाला परिभाषा हुआ। सॉरी मेन नहीं ये समझने वाला परिभाषा और ये कांसेप्ट हुआ। यही कांसेप्ट को लेकर के हम चैप्टर को आगे बढ़ेंगे। ठीक है? हालांकि स्टार्टिंग में अगर आप कांसेप्ट को अच्छे से नहीं लर्न करते डायरेक्टली आपको हम आते हैं यहां पर चलो भाई लिखो है ना वैदुत विभव लिखो और पढ़ के निकल जाते हैं। अभी हम बहुत आगे निकल जाते हैं। बिंदु आवेश में वैद्युत विभव का भी फार्मूला निकाल लेते हैं। अब बच्चों एक बात आपको समझना है। अब गुरु जी ये वैदुत विभव तो आपने समझा दिया ना आवेश की प्रवाह की दर और दिशा को निर्धारित करता है। लेकिन वैदुत विभव को समझने के लिए आपको यहां पर समझना होगा विभवांतर को। वैदुत विभव को समझने के लिए आपको समझना किसको होगा? आपको समझना होगा विभवांतर को। ठीक है? अगर आपको लगता है कि संडे को नहीं पढ़ना चाहिए तो आप जा सकते हैं बाबू। आपका नाम वैसे मतलब कि है ना नामित क्षेत्र में है कि जो है ना हमेशा मतलब कि ये बात कहते हैं कि संडे को रिवीजन कर लेंगे लेकिन वो कुछ नहीं कर पाते। अगर आपको लगता है कि संडे आपके लिए रिवीजन करने के लिए तो आप बिल्कुल आप जाइए बाद में कभी देख लीजिएगा। उसके लिए कोई रेस्टिगेशन नहीं है। ठीक है? आप ये समझ ले कि आपके इतनी चीज आपको एग्जाम से पहले पढ़ना हो। संडे पढ़िए, मंडे पढ़िए, सुबह पढ़िए, दिन पढ़िए, रात पढ़िए। एग्जाम से पहले इतना चीज आपको पढ़ना होगा। तो संडे क्या हो? मंडे क्या हो? सुबह क्या हो? दिन क्या हो? रात क्या हो? तो अब कोई दिक्कत नहीं। आप जा सकते हैं। है ना? और आप देख लीजिए कि जब संडे ना हो, मंडे, मंडे, ट्यूसडे मुहूर्त मुहूर्त बना लीजिएगा। उसके बाद आप आइए। कोई दिक्कत नहीं है। ठीक है? मुहूर्त बना लीजिए। ठीक है? संडे को छुट्टी रखिए रिवीजन करने के लिए। आप बिल्कुल रिवीजन कीजिए ना। कोई दिक्कत नहीं है। आप रिवीजन कीजिए। अगर जिसको लगता है कि हमने रिवीजन कर लिया उसको पढ़ने दीजिए। आप ही जैसे कुछ ऐसे विद्यार्थी है ना आपके ही बैच में आपके ही बीच में जरा सोचो ना आपके बैच में रैंक वन पर आ गया टेस्ट में और आपका पता नहीं रैंक क्या होगा पता नहीं कि रैंक क्या होगा कभी सब बात नहीं बोलता रैंक वन वाला बच्चा अगर पूछेंगे उसे अभी पूछेंगे तो कभी वो ना कहेगा गुरुजी कोई दिक्कत नहीं गुरु जी आप पढ़ाइए हम लोग कवर कर लेते हैं मेहनत कर ले सर मेहनत करना होगा एग्जाम से पहले हमें पढ़ना होगा क्योंकि मेरे सिलेबस की चीजें संडे मंडे मायने नहीं रखता आप पढ़ा रहे हैं हम पढ़ रहे हैं इससे खुशी की बात क्या हो सकती है आपको तो और खुशी होना चाहिए कि हम आपको संडे को पढ़ा रहे हैं हमें संडे को पढ़ाने के बाद ऐसा नहीं कि इंसेंटिव मिल जाएगा। हमको ज्यादा पैसे पेमेंट मिल जाएगा। ऐसा नहीं भाई। हम भी मस्ती कर सकते हैं। कोई दिक्कत नहीं। जाएंगे सुबहरे-सुबहरे मतलब सुंदर-सुंदर पार्क है। यहां पर जा करके हम भी थोड़ा सा नयन सुख लेंगे। लेकिन नहीं यहां पर नयन सुख नहीं आपको पढ़ा रहे हैं। आपसे इमोशनल अटैचमेंट है। तो बात को समझिए भाई। काहे ऐसे बोलते हो? दुख होता है। दुख होता है कि भाई तब पता है क्या फील होता है कि वही बात कहता है कि मैंने जिसे चाहा उसने चाहा किसी और को। खुदा करे वो जिसे चाहे वो चाहे किसी और को। हम आपको चाह रहे हैं। आप किसी और को चाह रहे हैं तो बड़ी दुख की बात है। खैर कोई नहीं होता है सभी आदमी सभी आदमी वफा थोड़ी होते हैं। कुछ लोग बेवफा भी तो होते हैं ना। कुछ लोग बेवफा भी तो होते हैं। चलो है ना? आज की संडे बेवफा के नाम है। ठीक है? चलो हम पढ़ा रहे तो आपको कोपरेट करना चाहिए। गुरुजी। बिल्कुल पढ़ाइए गुरुजी। संडे है। आज और फ्री हैं। कहीं नहीं जाना होना है। और ज्यादा पढ़ लेंगे। सिलेबस कवर होगा और ज्यादा कांसेप्ट दे पाएंगे। नहीं ऐसा बात नहीं। दिमाग में उल्टी धारा सेट है। माइंड सेट है। संडे मतलब रिवीजन। आप रिवीजन करो ना कोई दिक्कत। मेहनत ये आपका ही चीज है ना। ऐसा थोड़ी कि हम आपको पढ़ा देंगे मेरा बाल बच्चा आगे निकल जाएगा। नहीं ना होगा जी। ऐसा नहीं होगा। बात को समझिए ना। हम आपको क्या बता रहे थे? हम आपको यहां पर ये बता रहे थे कि हमको यहां पर विभव को समझने से पहले हमको पढ़ना होगा विभवांतर को। किसको समझना होगा? विभवांतर को। अब विभवांतर को समझने के लिए हम आपको एक कांसेप्ट देते हैं। कांसेप्ट मेरा हमेशा फोकस पता रहे क्या रहता है? कि मेरा ऐसा फोकस रहता है कि बच्चा के एक-एक कांसेप्ट को क्लियर करें ताकि कम से कम वो जाकर के इंटर करने के बाद जिंदगी में कुछ ना कर पाए ना जाके इंटर का कोचिंग खोले फिजिक्स का पढ़ाएं जीवन यापन चले मेरे जैसे जीवन यापन चलाने का कुछ ना उसके अंदर तजुर्बा होना चाहिए ना आता हम भी रट्टा मार के तरहाते लिखते अभी तक बहुत सारा टॉपिक पढ़ा के निकल जाते क्यों बकबक करते हैं क्यों मगजमारी करते हैं लेकिन वही हर किसी को अच्छी चीज रास नहीं आती है ना रास नहीं आती है तो होता है क्या करेंगे दुनिया में हर कोई हर चीज का कदर अगर कर ले तो वही बहुत आगे निकल जाएगा ना तो कदर वही करता है जो अच्छी चीजों को कदर करता है तो उसको को ना वो हमेशा अच्छाई की ओर जाता है। तो डिपेंड करता है आप कदर किसका कर रहे हैं ना। आप अच्छी चीज को कदर कितने अच्छे से कर रहे हैं ये आप पे डिपेंड करता है। एक-एक कांसेप्ट चाहेंगे तो हम एक-एक चीज को लिख देंगे। परिभाषा एकदम रट के आएंगे। हम भी लिखा देंगे। चल हमको रटा हुआ परिभाषा है। हमें सब चीज रटा हुआ है। हम लिख देंगे चल जाएंगे। हम क्यों एक-ए चीज को खोल खोल कर समझा रहे? क्या पागल थे हम यहां इसको समझा रहे थे। इतना टाइम बर्बाद करके इसमें ताकि आप कभी भी इस तरह का कोई आपसे क्वेश्चन पूछे कांसेप्ट क्लियर हो। नीट, आईआईटी, एनडीए में आप जाएंगे तो वहां पर आप न्यूमेरिकल सॉल्व कर पाओ। यह चीज होता है भाई। यह चीज होता है। खैर कोई नहीं। सब लोग सब तरह के होते हैं गुरुजी। है ना? सब की अपनीप राय होती है। सब अगर एक ही जैसा हो जाएगा। सभी मेहनती हो जाएगा तो फिर गुरु जी होटल में प्लेट धोने के लिए कौन होगा? है ना? मेरे गुरु जी कहते थे कि हम लोग होस्टल में रहते थे तो वहां समझाते थे। वो कुछ नहीं मारते फिरते नहीं थे। समझाते थे। अरे सारे सभी आदमी मेहनत ही करना। सभी आदमी पढ़ ही लेगा तो फिर कौन कचरा साफ करेगा? होटल में कूड़ा कौन उठाएगा? है ना? मतलब कौन कहेगा कि टेमो पे भागलपुर से पटना। भागलपुर से पटना ₹10 ₹20 क्या कहेगा? मतलब बैंगन ₹10 केजी सब किएगा। ये सब कहने के लिए भी तो कुछ लोग चाहिए ना। कुछ लोग होते हैं ऐसे तो वह लोग ही ऐसे बोलते हैं ना जो मेहनत होते हैं वह कभी सब बोलते हैं मेहनत करने वाले कभी शिकायत नहीं करते हम बता ये बात लिख लेना नोट करके कि गुरु जी बोलते थे कि मेहनत करने वाला कभी शिकायत नहीं करता ये बात नोट जिस दिन ये बात दिमाग में हिट कर गया ना पक्का तो दुनिया में आपको सक्सेस होने से कोई नहीं रोक सकता है कोई नहीं रोक सकता है ठीक है कोई नहीं रोक सकता है हां तो ये हम क्या बना रहे थे हम बना रहे थे आपको वैदुत क्षेत्र बना रहे थे क्या बना रहे थे वैदुत क्षेत्र बना रहे थे ठीक है वैदुत क्षेत्र बना रहे थे ये हम वैदुत क्षेत्र बना रहे थे ठीक है ये वैदुत क्षेत्र है अब देखो वैदुत क्षेत्र में कांसेप्ट क्या हम देना चाहते हैं? वैदुत क्षेत्र है। ठीक है? अब आपसे हम पूछना चाहेंगे, है ना? हम आपसे पूछना चाहेंगे। हम आपसे ये पूछना चाहेंगे ये वैदुत क्षेत्र वेक्टर E है। क्या है? वैदुत क्षेत्र वेक्टर E है। ठीक है? वैदुत क्षेत्र वेक्टर E है। इसमें दो बिंदु है। अब समझना यहां इसमें क्या कहते हैं? इसमें दो बिंदु हम लेते हैं। ठीक है? दो बिंदु लेते हैं। एक बिंदु हम A लेते हैं और एक बिंदु हम B लेते हैं। समझना। हम क्या इसमें दो बिंदु लेते हैं। एक बिंदु A लेते हैं। एक बिंदु A लेते हैं। ठीक है? और एक बिंदु क्या लेते हैं? एक बिंदु B लेते हैं। ठीक है? एक बिंदु A, एक बिंदु B समझना बातों को। है ना? हां। समझना। हां विभव दो विभवों के बीच में अंतर को विभवांतर कहते हैं। लेकिन उनसे पहले आप कांसेप्ट को समझिए। परिभाषा पर मत भागिए। परिभाषा आपको याद है लेकिन वो कैसे होता उनको आप समझने का प्रयास कीजिए। चलिए अब बात करते हैं। अब बात यहां पर ये करते हैं कि यहां पर a और b दो है ना? A और B दो बिंदु आवेश है। A और B क्या है? दो बिंदु आवेश है। है ना? सॉरी A और दो दो बिंदु है। मतलब वैदुत क्षेत्र में क्या है? एक वैदुत क्षेत्र वेक्टर E है। और इस वैद्युत क्षेत्र में दो बिंदु A और B है। इसी वैदुत क्षेत्र में एक और आवेश परीक्षण धनावेश है। क्या है? परीक्षण धनावेश हम मतलब परीक्षण धनावेश को क्या कहते हैं? +q कहते हैं। क्या कहते हैं? +q कहते हैं। +q क्या है? +q या +q नॉट ये परीक्षण धनावेश है। अब मुझे आप बताओ तो ये वैदुत क्षेत्र में है। इस वैदुत क्षेत्र की दिशा इस ओर है। आपसे पूछेंगे एक-एक कांसेप्ट को पूछेंगे ना। तब ना आप आईआईटी नीट निकालोगे तब ना कंपिटेटिव यूपीएससी बीपीएससी निकालोगे। खाली ऐसे सोच लिया यूपीएससी बीपीएससी निकाल लेंगे तो हो जाएगा। नहीं होगा। तुमसे ज्यादा लोग पढ़पल विद्वान सब है। ठीक है? अब यहां पर कहते हैं कि यहां पर क्या है कि +q है मतलब कि एक पॉजिटिव चार्ज है। पॉजिटिव चार्ज मतलब परीक्षण एकांक धनावेश है और ये वैदुत क्षेत्र में रखा हुआ है। वैदुत क्षेत्र में रखा हुआ है। अब वैदुत क्षेत्र में है ना अब वैद्युत क्षेत्र में क्या है? वैदुत क्षेत्र में ये धनावेश रखा हुआ है। अब मुझे बताओ यहां पर क्या होगा? पूछना चाहते हैं आपसे। हमने क्या किया? वैदुत क्षेत्र वेक्टर e में एक परीक्षण धनावेश जो है q नॉट रखा है। तो यहां पर क्या होगा? आप लोग एक वर्ड में लिखो। है ना? अब यहां पर क्या होगा? हम जानना चाहते हैं आपसे। है ना? क्या होगा यहां पर? बताओ मुझे है ना क्या होगा है ना सर आपका पुराना वीडियो हमने YouTube पे देखा भाई बहुत स्ट्रगल करना पड़ता है लाइफ में पहले से अभी हमको अंतर आपको नजर आएगा ठीक है आप बताओ मुझे बताओ मुझे यहां क्या होगा जानना चाहते हैं आपसे हम वो 3 थ्री डिजिट मूवी देखे हो ना फरहान और रस्तोगी के नाम रख लिख देता है और कहता है बताओ हमने बोर्ड में क्या लिखा है ऐसे पूरा किताब को भी उभी उभी उभी उभी उभी उभी उभी उभी उभी उभी देता देखना चाहता है के जवाब यहां पर दे पाएगा अभी तक हम देना चाहते हैं। चलो आयुष राज कुछ लिख रहा है पता नहीं क्लियर लेकिन नहीं लिख रहा है। ठीक है। हां चलो एक बच्चा बहुत अच्छा लिखा। रोशनी कुमारी ने बहुत अच्छा लिखा ना रोशनी कुमारी है बहुत अच्छा लिख रहा है। राजा राजा राजपूत ऐसा कुछ नाम है। यहां पर क्या होगा? देखो ना पढ़ा चुके हैं। भूल गया है। भाई थ्री डिड वाला कांसेप्ट एक बच्चा तो पूरा फार्मूला लिख। नितीश कुमार बहुत अच्छा है ना? नितीश कुमार ने बहुत अच्छा लिखा। चलिए बहुत अच्छा नितीश कुमार ने अब क्या होगा गुरु जी है ना है ना यहां पर क्या होगा यहां पर फोर्स लगेगा चलिए अब कुछ बच्चे लिख रहे हैं बहुत अच्छे बातें हैं जो बच्चे कमेंट नहीं करते फालतू के वो अभी सही जवाब दे रहे हैं ठीक है सही जवाब दे रहे हैं तो यहां पर क्या होगा गुरु जी हम यहां पर ये देख पा रहे हैं कि अगर वैदुत क्षेत्र में हमने लास्ट क्लास में पढ़ा था कि हमने वैदुत क्षेत्र में अगर कोई आवेश को रखते हैं वैदुत क्षेत्र में क्या करते हैं अगर कोई आवेश को रखते हैं तो गुरु जी क्या होता है अगर घनावेश है तो उसमें क्या होता है वैदुत क्षेत्र की दिशा दिशा में सुनना अगर धनावेश है तो अगर धनावेश है तो इसमें वैदुत क्षेत्र की दिशा में क्या होगा ये गति करेगा मतलब वैदुत क्षेत्र की दिशा अगर इस ओर है तो यहां पर बल भी इस ओर लगेगा क्या होगा इस पर लगने वाला बल f जो होगा लगने वाला बल भी इस ओर होगा है ना आप भूल गए क्या नहीं भूलना था ना यही कांसेप्ट तो जरूरत अब देखो चैप्टर ए की इतनी जरूरत है चैप्टर टू पढ़ने के लिए हम क्या कहते हैं कि अगर कोई वैदुत क्षेत्र में सुनना बात को एक-एक चीज को समझना यह वैदुत क्षेत्र है इस वैदुत क्षेत्र में परीक्षण धनावेश हमें रखा गया है और परीक्षण धनावेश को परीक्षण धनावेश जब इसमें है इसका मतलब यहां पर क्या है यहां गुरु जी वैदुत क्षेत्र में परीक्षण धनावेश पर लगने वाला बल जो होगा वो वैदुत क्षेत्र की दिशा में होगा वैदुत क्षेत्र की क्या होगा दिशा में होगा अब कुछ करते हैं खेला है ना कुछ हम यहां पर करते हैं खेला खेला क्या करते हैं खेला ये करते हैं कुछ खुराफाती काम करते हैं हम करते क्या समझना हम करते क्या है हम करते क्या है कि हम इस आवेश को पकड़ कर के इधर लाते हैं इधर लाते हैं इधर लाते हैं मतलब बाह्य बल लगा करके हम बाय बल लगाकर क्या करते हैं? बिंदु क्या करते हैं? बिंदु B से मतलब मान लो कि बिंदु B से हम बिंदु A पर लाते हैं। है ना? बिंदु B से क्या करते हैं? बिंदु B से बिंदु A पर लाते हैं। तो हमको क्या करना पड़ेगा? गुरु जी जब बिंदु B से बिंदु A पर आप लाओगे तो यहां पर आपको कार्य करना पड़ेगा। मतलब इसको हम कहेंगे बाह्य बल द्वारा किया गया कार्य। हम बाह बाहरी आदमी हैं तो बाहरी बल द्वारा इस आवेश को यहां से पकड़ करके इधर लाएंगे तो हम कहेंगे बाह्य बल द्वारा किया गया कार्य मतलब बाह्य बल के द्वारा हमको यहां पर कार्य करना पड़ेगा। ठीक है गुरु जी आप तो कार्य कर रहे हैं। आप इसको जबरदस्ती इधर ला रहे हैं लेकिन इसका वैदुत क्षेत्र इसको जबरदस्ती उधर भेज रहा है। इसका मतलब अब गुरु जी आपके और वैदुत क्षेत्र के बीच में क्या होगा? मतलब आपके और वैदुत बल के बीच में क्या होगा? तगड़मबाजी होगा। आप इधर आ ला रहे हैं। यह उधर धकेल रहा है। आप इधर ला रहे हैं। यह उधर धकेल रहा है। तो यहां पर हम क्या देखते हैं? हम यहां पर देखते हैं कि अगर वैदुत क्षेत्र में किसी आवेश को सुनना बातों को। यही तो कांसेप्ट आएगा। अगर वैदुत क्षेत्र में क्या कहते हैं? किसी आवेश को एक बिंदु से दूसरे बिंदु तक ले जाते हैं। एक बिंदु से दूसरे बिंदु तक ले जाते हैं तो हमको ले जाने के लिए बाह्य बल द्वारा कार्य करना पड़ता है। बाह्य बल द्वारा कार्य करना पड़ता है। तो बाह्य बल द्वारा कार्य जो करेंगे तो यहां बिंदु ए पर भी कुछ कार्य होगा। बिंदु B पर भी कुछ कार्य होगा। तो बिंदु A पर जो कार्य किए तो यहां पर मान लेते हैं बिंदु A पर जो कार्य किए तो यहां पर जो सॉरी बिंदु B पर जो हमने कार्य किया तो यहां पर विभव VB है। क्या है? VB है। यहां पर विभव क्या है? VB है। और इसको जब यहां पर लाए तो यहां पर विभव क्या है? VA है। क्या है? कार्य यहां पर। अब इन दोनों का बीचों में है ना यहां पर जो विभव होगा यहां पर जो विभव होगा इन दोनों के विभव में कुछ ना कुछ अंतर होगा। क्या हां एक्स्ट्रा कार्य करना पड़ेगा ना? एक्स्ट्रा कार्य करना। तो यहां पर क्या होगा? दोनों के बीचों में क्या होगा? एक ना विभव में अंतर होगा। तो हम कह सकते हैं हम यहां पर ये कहेंगे कि जब वैदुत क्षेत्र में क्या करते हैं? अगर हम लोग यहां पर लिखे परिभाषा कुछ बात को लिखे आपको समझने के लिए यदि क्या कहते हैं? यदि यदि क्या करते हैं? यदि कहते हैं यदि लिखते हैं यदि यदि क्या कहते हैं? यदि वैदुत क्षेत्र है ना यदि वैदुत क्षेत्र नॉट भी आप लोग को बनना चाहिए। समझने के साथ-साथ यदि वैदुत क्षेत्र वेक्टर e में वेक्टर e में क्या कहते हैं? वेक्टर E में परीक्षण है ना परीक्षण परीक्षण धनावेश को परीक्षण धनावेश को धनावेश को है ना धनावेश को रखा जाता है धनावेश परीक्षण धनावेश स्थित परीक्षण धनावेश स्थित है यदि विद्युत क्षेत्र वेक्टर e में वेक्टर e लिख देते हैं यहां पर वेक्टर e में परीक्षण धनावेश धनावेश क्या धनावेश स्थित है स्थित हो स्थित हो स्थित हो तो तो वो क्या होगा? तो परीक्षण धनावेश परीक्षण परीक्षण धनावेश है ना परीक्षण धनावेश परीक्षण धनावेश परीक्षण धनावेश पर क्या करता है? परीक्षण धनावेश पर कहेंगे परीक्षण धनावेश पर बल क्या होता है? बल बल मतलब क्या? वेक्टर f बराबर क्या? वेक्टर f = q नॉट * वेक्टर e वेक्टर नॉट कार्य करता है। क्या करेगा? कार्य करता है। ये बात आपको हमने जो बोला है वही बात हमने यहां पर लिखा है। क्या हमने कहा कि अगर वैदुत क्षेत्र में अगर वैदुत क्षेत्र में क्या करते हैं? अगर हम लोग वैदुत क्षेत्र में क्या करते हैं? अगर वैुत क्षेत्र में हम क्या कहते हैं? किसी परीक्षण धनावेश स्थित हो तो परीक्षण धनावेश पर क्या होगा? तो परीक्षण धनावेश पर वैदुत बल कार्य करेगा। क्या करेगा? वैदुत बल कार्य करेगा। अब क्या होगा? अब हम कहेंगे कि अगर है ना? अगर क्या करते हैं? यदि यदि क्या कहते हैं? यदि कहते हैं यदि यदि परीक्षण धनावेश को यदि परीक्षण धनावेश को यदि परीक्षण धनावेश को है ना यदि परीक्षण धनावेश को धनावेश को क्या कहते हैं वैदुत क्षेत्र के क्या कहते हैं वैदुत क्षेत्र के वैदुत क्षेत्र के विपरीत दिशा में क्या कहेंगे विपरीत दिशा में विपरीत दिशा में लाया जाता है दिशा में क्या लाया जाता है विपरीत दिशा में लाया जाता है लाया जाता है तो क्या कहेंगे तो तो क्या कहेंगे तो वैदुत है ना वैदुत बल के विरुद्ध है ना वैदुत बल के विरुद्ध क्या करना पड़ेगा बताओ तो वैदुत बल के विरुद्ध वैदुत बल के विरुद्ध वैदुत बल के विरुद्ध क्या करना पड़ेगा वैदुत बल के विरुद्ध विरुद्ध कार्य करना पड़ेगा कार्य कार्य करना पड़ेगा क्या करना पड़ेगा कार्य करना पड़ेगा कार्य करना पड़ेगा कार्य करना पड़ेगा है ना चलो आपको एक दूसरे एग्जांपल के द्वारा आपको समझाते हैं। जैसे कि जैसे समझो कि मान लो कि यहां पर स्प्रिंग है और स्प्रिंग इस प्रकार से ऐसे ऐसे ऐसे ऐसे ऐसे मतलब ऐसा है। ठीक है? ऐसा ऐसा ऐसा। ठीक है? अब क्या करते हैं? अब स्प्रिंग को हम खींचते हैं। क्या करते हैं? स्प्रिंग को खींचते हैं। स्प्रिंग को जब खींचेंगे तो इस स्प्रिंग के अगेंस्ट हमको बल लगाना पड़ेगा। जैसे स्प्रिंग हम इधर खींचेंगे स्प्रिंग उधर खींचेगा। स्प्रिंग हम इधर खींचेंगे। स्प्रिंग उधर खींचेगा। मतलब स्प्रिंग का जो बल है स्प्रिंग के बल के विपरीत दिशा में हम बल लगा रहे हैं। इसका मतलब इसको खींचने के लिए हमें क्या करना पड़ेगा? कार्य करना पड़ेगा। ठीक उसी प्रकार से आप देख सकते हो कि यहां पर वैदुत क्षेत्र के विपरीत दिशा में हम अगर इस परीक्षण धनावेश को ले जाते हैं। वैदुत क्षेत्र के विपरीत दिशा में चूंकि यहां पर वैद्युत क्षेत्र परीक्षण धनावेश से यदि आवेश तो इधर भागेगा लेकिन इसको जबरदस्ती पकड़ के उधर ले जाते हैं। जबरदस्ती पकड़ के हम उधर ले जाते हैं। जब जबरदस्ती पकड़ के उधर ले जाएंगे तो यहां पर क्या करना पड़ेगा? तो गुरु जी इसके विरुद्ध कार्य करना पड़ेगा। क्या करना पड़ेगा? कार्य करना पड़ेगा। तो यहां पर दो कार्य है। क्या है? दो कार्य का कॉन्सेप्ट अगर हुक अगर आप क्लास अह अह 11थ में हुक के नियम पढ़ते हैं, तो वहां पर स्प्रिंग का मतलब कॉन्सेप्ट हमने पढ़ाया है। जो बच्चे पढ़े होंगे तो उनको पता होगा। जस्ट लाइक यहां पर देखो एक बार फिर से समझो बातों को कि वैद्युत क्षेत्र वेक्टर E में अगर परीक्षण धनावेश स्थित है तो परीक्षण धनावेश पर क्या होगा? यहां पर बल लगेगा गुरु जी। और ये बल के कारण ये परीक्षण धनावेश क्या करेगा? वैदुत क्षेत्र की दिशा में गति करेगा। हम कहेंगे मतलब वैुत क्षेत्र की दिशा में हम बल करते हैं। यदि हम क्या करते हैं? इसको उधर नहीं जाने देते। इसको पकड़ के इधर लाते हैं। यदि परीक्षण धनावेश को क्या कहते हैं? वैदुत क्षेत्र के विपरीत दिशा। वैद्युत क्षेत्र की दिशा इधर है। हम इसको ला रहे हैं इधर। विपरीत दिशा में लाया जाता है तो वैद्युत बल के विरुद्ध हमको क्या करना पड़ेगा? तो गुरु जी हमको यहां पर कार्य करना पड़ेगा। क्या करना पड़ेगा? कार्य करना पड़ेगा। है ना? कार्य करना पड़ेगा। अब इसका मतलब क्या हुआ? इसका मतलब यहां पर यह हुआ कि इसका मतलब हुआ कि जब वैदुत क्षेत्र में परीक्षण धनावेश को समझना बातों को। जब वैद्युत क्षेत्र में परीक्षण धनावेश को एक बिंदु से दूसरे बिंदु तक लाया जाता है। एक बिंदु से दूसरे बिंदु तक लाया जाता है तो हमको क्या होता है? तो हमको बाह्य मतलब कि वैदुत बल के विरुद्ध कार्य करना पड़ता है। वैदुत बल के विरुद्ध कार्य करना पड़ता है। और यही कार्य जो है विभवों में अंतर को बताता है। जिसे हम लोग विभवांतर कहते हैं। यही कार्य क्या बताता है? यही कार्य होता है। यही कार्य क्या होता है? विभव के अंतर कहलाता है। तो मतलब दो बिंदुओं के बीच के विभवांतर होता है। यही कार्य क्या होता है? यही कार्य दो बिंदुओं के बीच के विभवांतर होता। अर्थात अगर हम लोग परिभाषा यहां से लिखें विभवांतर का परिभाषा लिखे तो आप यहां से विभवांतर का परिभाषा बना सकते हो। लिख सकते हो। यहां पर परिभाषा लिखो। विभवांतर का परिभाषा लिखो। अब यहां पर लिखो वैदुत है ना विभवांतर। विभवांतर विभवांतर विभवांतर। ठीक है ना? विभवांतर मतलब पोटेंशियल डिफरेंस। ठीक है? पोटेंशियल डिफरेंस। डिफरेंस। ठीक है? अब पोटेंशियल डिफरेंस हम लोग शॉर्टकट में PD भी कहते हैं। ध्यान रखना। PD पोटेंशियल डिफरेंस को शॉर्टकट में PD भी कहते हैं। अब यहां पर परिभाषा क्या होगा? हमने आपको क्या कांसेप्ट दिया? हमने कांसेप्ट दिया कि वैदुत क्षेत्र में है ना? हमने आपको कांसेप्ट दिया कि वैदुत क्षेत्र में क्या करते हैं? है ना? सर पॉजिटिव चार्ज की जगह अगर नेगेटिव नेगेटिव चार्ज को लाओगे। ठीक है? नेगेटिव चार्ज को लाओगे तो यह क्या करेगा? विद्युत क्षेत्र के विपरीत दिशा में भागेगा। हम इसको फिर उधर ले जाएंगे। मतलब एक जगह से दूसरे जगह ले जाएंगे ना। अब नेगेटिव चार्ज ला तो ये इधर भागेगा। विद्युत क्षेत्र की विपरीत दिशा में भागेगा। लेकिन हम इसको उधर ले जाएंगे। बात समझ रहे हैं ना? तो यहां पे कंसेप्ट क्या है? मतलब एक बिंदु से दूसरे बिंदु तक ले जाने कांसेप्ट है। हम यहां पर क्या कहेंगे? अगर हम लोग परिभाषा यहां से लिखे तो परिभाषा क्या लिख सकते हैं? हम लिखेंगे वैद्युत क्षेत्र में। है ना? वैदुत क्षेत्र में वैदुत क्षेत्र में वैदुत क्षेत्र में वैदुत क्षेत्र में एकांग परीक्षण एकांग एकांग परीक्षण एकांग परीक्षण एकांगक परीक्षण धनावेश एकांक परीक्षण धनावेश एकांक परीक्षण धनावेश को एक बिंदु से है ना एक बिंदु से एक बिंदु से से दूसरे बिंदु एक बिंदु से दूसरे बिंदु एक बिंदु से दूसरे बिंदु तक एक बिंदु से दूसरे बिंदु तक तक ले जाने में एक बिंदु से दूसरे बिंदु तक ले जाने में ले जाने में किया गया कार्य ले जाने में किया ले जाने में किया गया कार्य किया गया कार्य किया गया कार्य एक बिंदु से दूसरे बिंदु में ले जाने में किया गया कार्य उन बिंदुओं के बीच के है ना उन बिंदुओं के बीच के विभवांतर कहलाता है। क्या गया कार्य? उन दोनों बिंदुओं के उन दोनों बिंदुओं के बीच बीच विभवांतर कहलाता है। क्या कहलाता है? विभवांतर कहलाता है। विभवांतर कहलाता है। विभवांतर अब क्या हो गया गुरु जी? अब हो गया इसका मतलब हो गया कि दो बिंदुओं के बीच विभवों में अंतर को विभवांतर कहते हैं। अर्थात अगर हम लोग यहां से लिखे शॉर्टकट करके लिखे जो आपका फेवरेट परिभाषा उसको लिखते हैं। अर्थात हम लिखेंगे अर्थात वैदुत क्षेत्र में अर्थात क्या लिखेंगे वैदुत क्षेत्र में दो बिंदुओं के बीच विभवों में अंतर को विभवांतर कहते हैं। अर्थात क्या कहेंगे? अर्थात कहेंगे अर्थात वैदुत क्षेत्र में वैदुत क्षेत्र में ना वैदुत क्षेत्र में क्षेत्र में दो बिंदुओं के बीच दो बिंदुओं के बीच दो बिंदुओं के बीच दो बिंदुओं के बीच विभव में है ना विभव में अंतर को विभव में अंतर को विभव में अंतर को क्या कहते हैं विभव में अंतर को अंतर को विभवांतर ंतर कहते हैं। क्या कहते हैं? विभवांतर कहते हैं। है ना? विभवांतर कहते हैं। यह अब परिभाषा समझ ये परिभाषा को हम पहले लिख सकते थे ना? इस परिभाषा हम पहले लिख सकते थे। लेकिन हमने आपको कांसेप्ट के साथ आपको परिभाषा हमने लिखा। हमने क्या किया? कांसेप्ट के साथ हमने परिभाषा को लिखा। ठीक है? परिभाषा को हमने लिखा। चलो। है ना? यही कांसेप्ट आपको समझना था। ठीक है? चलिए सर जी चैप्टर एक नहीं पढ़े। चैप्टर चैप्टर एक नहीं पढ़ो लेकिन हम आपको चैप्टर दो में समझाने का प्रयास करेंगे। हर संभव प्रयास करेंगे। लेकिन अगर कुछ चीज नहीं हुआ जो चैप्टर एक के लिए जरूरी है तो फिर तो दिक्कत होगा। लेकिन फिर भी हम याद आपको दिला देंगे बीच में। ठीक है? याद दिला देंगे। ऐसे-ऐसे चीज होता है। अब यहां पर देखो क्या है? अब हमको क्या करना है? अब हमको यहां पर निकालना है विभवांतर। ठीक है? अब हमको यहां पर निकालना है विभवांतर निकालना। ठीक है? हमको यहां पर विभवांतर निकालना है। विभवांतर निकालते कैसे विभवांतर निकालेंगे? चलो हम करते क्या हैं कि हम यहां से मतलब कि यदि परीक्षण धनावेश को क्या करते बाह्य बल द्वारा हम लोग B से A तक लाते हैं। समझना बातों को। यदि कहते हैं यहां पर यदि हम लिखेंगे यदि यदि क्या कहते यदि परीक्षण धनावेश को यदि परीक्षण धनावेश को यदि परीक्षण यदि परीक्षण है ना यदि परीक्षण यदि परीक्षण धनावेश को यदि परीक्षण धनावेश को क्या कहते हैं? धनावेश को यदि परीक्षण धनावेश को बिंदु क्या कहते हैं? बिंदु यदि परीक्षण धनावेश को बिंदु क्या कहते हैं? बिंदु बिंदु है ना? बिंदु B से B से क्या कहते हैं? B से B से A तक A तक लाया जाता है। A तक लाया जाता है। A तक लाया जाता है। ठीक है? A तक लाया जाता है। हमने मान लिया कि हम इसको बिंदु B से क्या करते? बिंदु B से बिंदु A तक लाते हैं। तो हमको वैदुत बल के विरुद्ध क्या करना पड़ेगा? तो गुरु जी लाने तो लाया जाता है। तो तो वैदुत बल के विरुद्ध क्या करेंगे? वैदुत बल के विरुद्ध वैद्युत बल के विरुद्ध क्या करना वैद्युत बल के विरुद्ध विरुद्ध क्या करना पड़ता है विरुद्ध कार्य है ना कार्य करना पड़ता है कार्य करना पड़ता है कार्य है ना विद्युत बल के विरुद्ध कार्य कार्य w है हम लिखते हैं कहां से कहां तक ले जा रहे हैं तो हम यहां पे कहेंगे कि गुरु जी हम इसको जो है ना मतलब कि बी से ए तक ले रहे हैं तो मतलब यहां कहेंगे बी से ए ला रहे हैं तो कार्य कहां से कहां करेंगे तो कार्य wba क्या कहेंगे w बाह्य बल द्वारा कार्य करना पड़ेगा जाएगा। यहां पर लिख लेते हैं कि डब्ल्यू डब्ल्यू से डब्ल्यू बी एब्ल्यू बी ए बा्य कार्य ये क्या हो गया? बाह्य कार्य बाह्य कार्य। इसका मतलब क्या हुआ? इसको समझो। इसका मतलब हुआ कि हम क्या करते हैं कि इस आवेश को कहां गया भाई? इस आवेश को क्या करते हैं? इस आवेश को हम यहां से ना इस आवेश को इस आवेश को यहां से मतलब बिंदु बी से बिंदु ए तक ले जाते हैं। बिंदु बी से जब बिंदु ए तक ले जाते हैं, तो यहां पर हमको कार्य करना पड़ेगा। उसको हम लोग क्या कहेंगे? डब्ल्यू बी ए मतलब वर्क कहां से कहां किया जा रहा है? तो वर्ग जो किया जा रहा है WBA ठीक है बी से A तक किसके द्वारा तो WBA का मतलब हो गया ये बाह्य बल द्वारा कार्य कर रहा है तो इसलिए हम WBA लिखते हैं और यहां पर इसके ब्रैकेट में हम लिखेंगे बाह्य बल क्या लिखेंगे बाह्य बल ठीक है बाह्य बल या बाह्य कार्य कर सकते हैं बाह्य बल ये कार्य जो किया गया बाह्य बल के द्वारा किया गया कार्य है तो हम यहां पर क्या कहेंगे कि यदि परीक्षण धनावेश को बिंदु बी से बिंदु ए तक है ना बिंदु ए तक लाया जाता है तो वैदुत बल के विरुद्ध कार्य मतलब wba करना पड़ता है wba करना पड़ता है। डब्ल्यूबीए करना पड़ता है। डब्ल्यूबीए करना पड़ता है। है ना? डब्ल्यूबीए करना पड़ता है। डब्ल्यूबीए करना पड़ता है। अब डब्ल्यूबीए जो करना पड़ता है तो यहां पर क्या होगा? यहां पर हमको निकालना क्या होगा? यहां पर हमको लिखना पड़ेगा। मतलब ए और बी के बीच विभवांतर। अब हमको यहां पर ए और b के बीच विभवांतर लिखना होगा ना। तब लिखेंगे तब लिखेंगे। तब A तथा तब A तथा A तथा B के बीच B के बीच क्या करते हैं? A तथा B के बीच विभवांतर E तथा B के बीच क्या करते हैं? विभवांतर लिखते हैं। अब इसका विभवांतर क्या होगा? तो अब हम ला कहां से रहे हैं? तो गुरु जी हम इसको ला रहे हैं मतलब A से B की ओर है ना? A से B की ओर ला रहे हैं। मतलब कि हम कह सकते सॉरी मतलब कि A पर ला रहे हैं B से। है ना? A पर ला रहे हैं B से। मतलब कि VA - VB क्या होगा? VA - VB कहां ला रहे हैं? ला रहे हैं किस पर? तो हम लोग ला रहे हैं A पर। कहां से ला रहे हैं? तो गुरु जी ला रहे हैं B पर। तो मतलब जहां पर ला रहे हैं जहां से लाए हैं उसमें अंतर करेंगे। तो हमको यहां पर क्या लिखना पड़ेगा? VA - VB क्या लिखेंगे? VA - VB और किया गया कार्य क्या है? तो गुरु जी बाह्य बल द्वारा कार्य कर रहे हैं ना। बाह्य बल द्वारा कार्य कर रहे हैं। तो बाह्य बल द्वारा कार्य करेंगे मतलब W क्या कहेंगे? W होगा WBA होगा। डब्ल्यू बी से ए हो रहा है डब्ल्यू बी ए और ये कार्य क्या है गुरु जी तो ये बाह्य कार्य क्या है बाह्य कार्य तो बाह्य कार्य लिखते हैं बाह्य कार्य और ला किसको ले रहे हैं ला है गुरु जी किसको जिसको ला रहे हैं उसको हम लोग डिवाइड करेंगे ला किसको परीक्षण आवेश को तो यहां पर q नॉट लिखेंगे क्या लिखेंगे q नॉट लिखेंगे कहने का मतलब क्या हो गया कहने का मतलब ये हो गया कि यहां से मतलब बी से a तक जब हम आवेश को ले गए तो किया गया कार्य जो होगा मतलब जब विभव होगा तो वो va - vb होगा va - vb होगा और कहां से कहां मतलब कार्य कहां से कहां हो रहा है बी से ए तक तो वी मतलब डब्ल्यू बी ए wba और किसके द्वारा तो गुरु जी बाह्य बल द्वारा कार्य करें तो यहां पर ब्रैकेट में लिख देंगे बाह्य बल क्या लिखेंगे बाह्य बल लिखेंगे और नीचे में किसको ले जा रहे हैं तो गुरु जी जिसको ले जा रहे उसको डिवाइड कर देंगे तो ये क्या निकल जाएगा ये विभवांतर निकल जाएगा क्या निकल जाएगा ये विभवांतर निकल जाएगा ये क्या होगा विभवांतर निकल जाएगा यही बात को हमने यहां पर लिखा है ना यही बात को हमने यहां पर लिखा है अब बच्चों बात करते हैं क्या है अब बात यहां पर ये करते कि अब देखो है ना अब यहां पर आपको ये समझना है हम करते क्या है कि जैसे हमने क्या किया हमने क्या किया कि हमने जो है इसको यहां से यहां तक तो लाया बाह्य बल द्वारा कार्य तो हमने किया लेकिन करेगा क्या यहां पर करेगा क्या कि यहां पर जो हम कार्य कर रहे हैं तो वो विद्युत बल के विरुद्ध जा रहे हैं है ना हम तो हम बाह्य बल द्वारा हमने कार्य किया एक कार्य हमने क्या किया बाह्य बल के द्वारा हमने कार्य किया तो हमने य पर बाह्य कार्य लिखा हमने क्या लिखा बाह्य कार्य लिखा अब क्या करते हैं कि अगर आवेश को क्या कहते हैं? अगर आवेश क्या होता है? अगर आवेश हम कहते हैं कि बिंदु बी से बिंदु ए आ रहा है। बिंदु बी से बिंदु ए आ रहा है तो यहां पर विद्युतय बल भी तो कार्य करेगा ना। हमने आपको बताया था कि जैसे हम क्या करते हैं? इसको यहां विद्युतय क्षेत्र में ये इस ओर भागेगा। लेकिन इसको हम जबरदस्ती इस ओर ले जाएंगे। जबरदस्ती जब इस ओर ले आएंगे तो हमने बाह्य बल द्वारा कार्य किए। जब हम बाह्य बल द्वारा कार्य करते हैं। तो इसका मतलब विद्युतय बल के विरुद्ध विद्युतय बल के विरुद्ध यहां पर क्या हो रहा है? मतलब B से A तक जो है विस्थापित हो रहा है। यहां पर क्या हो रहा है? हम यहां पर कहेंगे यदि हम कहते हैं यदि क्या हो यदि हम कहते हैं यदि कहते हैं यहां लिखते हैं यदि है यदि क्या लिखते हैं यदि क्या है यदि क्या है यदि आवेश आवेश क्या होता है यदि आवेश क्या होता है यदि आवेश क्या होता है बी से बी से ए बी से ए बी से ए ले जाया जाता है ले जाया ले जाया जाता है ले जाया जाता जाता है तो तो क्या कहेंगे तो हम कहेंगे तो हम कहेंगे तो हम कहेंगे यहां पर विद्युतय विद्युतय विद्युतय विद्युतय बल है ना विद्युतय बल के विरुद्ध क्या होता है विद्युतय बल के विरुद्ध विस्थापन होता है क्या होता है विरुद्ध विस्थापन होता है विरुद्ध क्या होता है विस्थापन होता है विद्युत बल के विरुद्ध विस्थापन विस्थापन मतलब उसको इधर ला रहे हैं विद्युत बल के विरुद्ध विस्थापन हो रहा तब यहां पर क्या करेगा विद्युतय बल भी कार्य करेगा करेगा तब क्या कहेंगे? तब यहां पर विद्युतीय बल भी कार्य करेगा। तब कहेंगे तब विद्युतीय बल द्वारा तब कहेंगे तब विद्युतीय बल द्वारा या वैदुतीय बल भी लिख सकते हैं इसको। विद्युतीय बल द्वारा बल द्वारा विद्युतीय बल द्वारा किया गया कार्य द्वारा किया गया कार्य। किया गया कार्य। विद्युतीय बल द्वारा किया गया कार्य। अब यहां पर क्या होगा? आपने जब हम बाह्य बल द्वारा कार्य किए थे तो कहां से कहां तक लाए थे? मतलब VA से VB तक। अब यहां पर क्या हो रहा कि विद्युतय बल जब कार्य करेगा ना विद्युतय बल जो कार्य करेगा तो विद्युतय बल जो हम जो लाए थे तो हम कहां कहां लाए थे गुरु जी हम लाए थे मतलब बी से ए की ओर तो हमने जो बाह्य लिखा तो वो हमने बाय क्या लिखा तो हमने बाय लिखा मतलब wba लिखा था लेकिन विद्युतय बल को हम लोग जब बी से ए ले जा रहे हैं तो विद्युतय बल तो इससे इस ओर बल लगा रहा है मतलब a से b की ओर लगा रहा है तो यहां पर हम जो मतलब इसका विभव का फार्मूला लिखेंगे यहां पर जो विभवांतर होगा विभवांतर तो वही होगा लेकिन किया गया कार्य यहां पर क्या होगा तो गुरु जो यहां पर किया गया कार्य का जो फार्मूला होगा वो क्या चला जाएगा? वो चला जाएगा हमको मतलब कि ये एक दूसरे के विपरीत हो जाएगा। है ना? एक दूसरे के क्या होगा? विपरीत हो जाएगा। तो यहां हम कहेंगे कि जो किया गया कार्य वही होगा। लेकिन यहां पर VA क्या कहेंगे? VA माइनस ना VA माइनस जो VB होगा। VA - VB होगा वो इसके विपरीत होगा। किसके? विद्युत विद्युत बल के जो कार्य करेंगे तो बाह्य बल के द्वारा किया गया कार्य क्या होगा? विपरीत होगा। मतलब माइनस लिखेंगे। WBA तो लिखेंगे। WBA लिखेंगे। ठीक है? लेकिन ये क्या हो गया? ये हो गया गुरु जी विद्युतय बल। क्या हो गया? विद्युतय। क्या कहेंगे? ये क्या हो गया? विद्युतय बल हो गया। है ना? इसको हम लोग कहेंगे वैदुत। ठीक है? वैदुत कहेंगे। इसको ऊपर करते हैं। इसको वैदुतय बल कहेंगे। ये क्या हो गया? ये तो वैद्युत लेकिन ये नेगेटिव में होगा। क्या होगा? नेगेटिव होगा क्योंकि उसके विपरीत जा रहा है। अ हम ये क्या होगा? ये वैदुत होगा। मतलब कि वैदुत बल होगा और वैदुत बल और ये कहां से कहां तक जा रहा है? तो गुरु जी आवेश किसको लेंगे q नोट को तो यही दोनों मतलब एक एक देखो अब समझो यहां से वन श हम समझाना क्या चाहते हैं हम ये चाहते हैं कि अगर हम अगर हम क्या करते हैं अगर हम जब इसको इधर ले जा रहे हैं हम जब इधर ले जा रहे हैं हम जब इधर ले जा रहे हैं तब कार्य कर रहे w मतलब wba कह रहे हैं हम ले गए अब विद्युतय बल विद्युतय बल भी क्या करेगा कार्य करेगा मतलब हम दोनों का कार्य एक दूसरे के क्या होगा एक दूसरे का विपरीत होगा क्या होगा विपरीत होगा तब इन दोनों दोनों के बीच के जो विभवांतर होगा वो क्या होगा? VA - VB क्या कहेंगे? VA - VB और क्या होगा कि VB मतलब कि विद्युत बल बटे क्या होगा? आवेश होगा। अब समझो एक बात को समझो। एक बात आप समझना कि अगर हम क्या करते हैं कि अगर मेरा ये बिंदु B जो है समझना यहां पर अगर ये बिंदु कहां अनंत पर हो। एक कांसेप्ट यहां समझना। यदि ये बिंदु क्या कहते हैं? इसको हम पढ़ाकर आप छोड़ देंगे। बस कवर करने दो इसको। यदि क्या हो? यदि हम लिखते हैं यदि क्या हो कि यदि बिंदु B क्या हो? यदि बिंदु B यदि बिंदु B क्या हो? हो यदि बिंदु B जो है यदि बिंदु B अनंत पर हो यदि बिंदु B अनंत पर हो अनंत पर हो ना अनंत पर हो यदि बिंदु B क्या हो अनंत पर हो अनंत पर हो तब क्या होगा तब यहां पर जो VB का जो होगा VB जो होगा V अनंत लिखेंगे क्या लिखेंगे V अनंत और अनंत पर जो विभव होता है अनंत पर जो विभव होता है वो क्या होता है शून्य होता है क्या होता है शून्य होता है तब जो विभवांतर का फार्मूला हमने लिखा है हमने जो यहां पे विभवांतर अंतर फार्मूला मान लो इसको मान ले समीकरण नंबर एक अगर तब हम समीकरण एक को लिखे तो हम लोग समीकरण एक को लिख कैसे लिखेंगे तब लिखेंगे तब समीकरण एक को तब समीकरण क्या करेंगे तब समीकरण एक को समीकरण एक को हम लोग कैसे लिख सकते हैं तो गुरु जी आप जो विभव v है जब बिंदु b अनंत पर बहुत कहीं भी हो तब जो vb का मान होगा v अनंत होगा और v अनंत का मान कितना जीरो होगा तब जो va - 0 आप दोगे va माइनस क्या करेंगे va - 0 देंगे बराबर यहां पर क्या लिखेंगे बराबर हम लोग लिखेंगे w लिखेंगे w अनंत से a तक लिखेंगे बटे क्या होगा? बटे q नॉट होगा। और इसी को हम अगर लिखें शॉर्टकट में इसी को और स्टैंडर्ड करके लिखें तो हम इसको लिख सकते हैं w बराबर क्या लिखेंगे? w बराबर जो लिखेंगे w बराबर क्या कहते हैं? मतलब v = v = w लिख सकते हैं। क्या लिख सकते हैं? v = w / q नॉट। क्या लिख सकते हैं? w / q नॉट। इसी को हम स्टैंडर्ड करके लिख सकते हैं। सिर्फ क्योंकि अब सिर्फ a हो गया। यहां पे नेगेटिव का ज़ीरो से कोई मतलब है नहीं। और सिर्फ a मतलब किसी एक बिंदु के लिए किसी एक बिंदु के लिए जो विभव का फार्मूला होगा वो कितना होगा? ये किसी एक बिंदु के लिए विभव का फार्मूला होगा V = W / Q नॉट किसी एक बिंदु के लिए। किसी एक बिंदु के लिए किसी एक बिंदु के लिए क्या हो गया? फार्मूला हो गया। ठीक है? के लिए किसी एक बिंदु के लिए जो विभव का फार्मूला होगा V बराबर क्या होगा? w / Q नॉट होगा। यही बात मुझे समझना था। है ना? यही बात मुझे समझाना था। मुख्य बात आपको यहां पर ये फार्मूला मुझे डेराइव्ड करना था। V = W / Q नॉट क्या हो गया? V = W / Q नॉट। अब यहां पर क्या कहेंगे? ये v = w / q नॉट जो है यही किसका फार्मूला है? तो गुरु जी यही वैदुत विभव का फार्मूला है। क्या है? यही वैदुत विभव का फार्मूला है। क्या है? वैदुत विभव का फार्मूला है। जो अब मुझे यहां पर फिर वैदुत विभव को समझना है। ठीक है? वैदुत विभव मतलब कि कहेंगे इलेक्ट्रिक पोटेंशियल मुझे यहां पर समझना है। इलेक्ट्रिक पोटेंशियल क्या कहेंगे? इलेक्ट्रिक पोटेंशियल मुझे तब मिला। इलेक्ट्रिक पोटेंशियल तब मिला है ना? इलेक्ट्रिक पोटेंशियल मुझे तब मिला कि जब क्या होता है? जब किसी आवेश को है ना जब किसी आवेश को क्या किया है ना हमने क्या किया जब किसी आवेश को अनंत से वैदुत क्षेत्र में लाते हैं तो लाने में किया गया कार्य और आवेश के अनुपात को आवेश के अनुपात को है ना उस बिंदु को वैदुत है ना वैद्युत विभव कहते हैं। इसका परिभाषा क्या होगा? अब यहां से परिभाषा लिख सकते हैं कि वैदुत क्षेत्र में है ना वैदुत क्षेत्र में वैदुत क्षेत्र में वैदुत क्षेत्र में लिखेंगे वैदुत क्षेत्र में वैदुत क्षेत्र में वैदुत क्षेत्र में किसी वैदुत क्षेत्र में किसी वैदुत क्षेत्र में किसी वैदुत क्षेत्र में किसी किसी वैदुत क्षेत्र में किसी एकांक परीक्षण आवेश एकांक एकांक परीक्षण एकांक परीक्षण धना धनावेश को एकांक परीक्षण धनावेश को एकांक परीक्षण धनावेश को को अनंत से अनंत से अनंत से अनंत से वैदुत क्षेत्र में वैदुत क्षेत्र में अन वैदुत क्षेत्र में किसी एकांक परीक्षण धनावेश को अनंत से अनंत से लाया जाता है लाया जाता है लाया जाता है तो तो आवेश को लाने में किया गया कार्य आवेश को आवेश को लाने में किया गया कार्य लाने में किया गया कार्य किया गया कार्य किया गया कार्य तथा किया गया कार्य तथा परीक्षण आवेश परीक्षण आवेश परीक्षण आवेश परीक्षण आवेश के अनुपात को के अनुपात को के अनुपात को को वैदुत विभव कहते हैं। क्या कहते हैं? वैदुत विभव कहते हैं। यह वैद्युत विभव का क्या हो गया? फार्मूला हो गया। मतलब परिभाषा हो गया। वैद्युत विभव कहते हैं और वैद्युत विभव का फार्मूला क्या हो गया? तो वैद्युत विभव को v से रिप्रेजेंट करते हैं। और v इक्वल टू क्या होता है? w / q क्या होता है? w / q या q नॉट। ठीक है? w / q कहेंगे या इसको w / q नॉट भी कह सकते हैं। अगर कोई आवेश एकांक धना आवेश हो तो v बराबर क्या होगा? v = w / q क्या कहेंगे? v = w / q हो गया। ये इसका वैदुत विभव का परिभाषा फार्मूला हो गया। अब बताओ इसका एसआई मात्रक क्या होगा? है ना? इसका एसआई मात्रक बताओ क्या होगा? जल्दी-जल्दी है ना? एसआई मात्रक क्या होगा? वैदुत विभव का वैदुत विभव का वैदुत विभव क्या है? तो वैदुत विभव एक अदिश राशि। इसको भी आप लिख लो। वैदुत विभव क्या है? एक अदिश राशि है। कुछ-कुछ पॉइंट्स लिख लो। ठीक है? महत्वपूर्ण बिंदु। महत्वपूर्ण बिंदु जो एग्जाम के लिए आता है। महत्वपूर्ण बिंदु में क्या लिख लो कि वैदुत विभव क्या है? तो वैदुत विभव एक अदिश राशि है। क्या है? अदिश राशि। ठीक है? अदिश राशि है। अदिश राशि। ठीक है? अदिश राशि है। ये आपको ध्यान रखना पड़ेगा। ठीक है? और इसका एसआई मात्रक क्या होगा? तो वैदुत विभव का एसआई मात्रक। ठीक है? वैदुत विभव का वैदुत विभव का वैद्युत विभव का एस आई मात्रक क्या लिखो? एस आई मात्रक आप लिख लो। विद्युत विभव का एसआई मात्रक जो होता है वो क्या होता है? एसआई मात्रक जो होता है वो जूल प्रति कूलम या क्या होता है? या वोल्ट होता है। जूल प्रति कूलम या वोल्ट होता है। को कैसे? तो यहां देख लो ऐसे यहां देख लो यहां पर यहां फार्मूला बताते हैं कैसे हमने लिखा। ठीक है? जूल प्रति कूलम या वोल्ट होता है। को कैसे? तो देखो यहां पर V बराबर क्या लिखा है?कि हमें यहां लिखा V बराबर क्या है? W / Q है। w / Q या Q नॉट होता है। आवेश का मात्रक क्या होता? आकार का मात्रक जूल होता है। आवेश का मात्रक कूलम होता है। इसी को हम लोग जूल प्रति कूलम कहते। जूल प्रति कूलम को ही क्या कहा जाता है? वोल्ट कहा जाता है। जूल प्रति कलाम को ही क्या कहा जाता है? वोल्ट कहा जाता है। ठीक है? तो वैुत विभव का एसआई मात्रक क्या हो गया? जूल प्रति कलाम या वोल्ट होता है। ठीक है? और चलते हैं हम लोग नेक्स्ट बात में। वैदुत विभव का जो सीजीएस मात्रक क्या होता है? लिखेंगे वैदुत विभव का वैदुत विभव का कहेंगे वैदुत विभव का वैदुत विभव का वैद्युत विभव का सीजीएस मात्रक क्या होगा बताओ? तो सीजीएस मात्रक जो होता है वो स्टेट वोल्ट होता है। सीजीएस मात्रक है ना? सीजीएस मात्रक सीजीएस मात्रक क्या होता है? स्टेट वोल्ट होता है। स्टेट वॉल्ट होता स्टेट वोल्ट होता है। है ना? स्टेट वोल्ट होता है। वोल्ट और स्टेट वोल्ट में क्या संबंध होता है? लिखेंगे। वोल्ट एक वोल्ट बराबर कितना स्टेट वोल्ट और स्टेट वोल्ट में संबंध। है ना? लिख लो यहां पर हेडिंग डाल दो। बोल्ट और वॉल्ट और है ना और स्टेट बोल्ट में संबंध। स्टेट स्टेट बोल्ट में संबंध। बोल्ट और स्टेट बोल्ट में संबंध हमको निकला है। तो कितना संबंध हो सकता है? बोल्ट और स्टेट बोल्ट में संबंध। तो अब देखो क्या होता है कि चकि अभी फार्मूला आपने क्या देखाकि आपने देखा था कि एक है ना मतलब कि एक वोल्ट बराबर क्या होता है आप देख सकते हो कि एक वोल्ट बराबर क्या होता है 1 वोल्ट बराबर आप लिखो एक वोल्ट बराबर 1 वोल्ट बराबर क्या होता है 1 वोल्ट बराबर जो होगा 1 वोल्ट बराबर एक है ना एक मतलब कि एक जूल एक जूल बटे क्या होता है 1 कूलम होता है 1 जूल बटे क्या होगा एक कूलम होगा और जूल जूल का जो सीजीएस पद्धति मात्रक होता है वो अर्ग होता है मतलब एक जूल बराबर कितना होता है 10 पे पावर सात अर्ग होता है। ध्यान रखना एक जूल कितने बराबर होता है? 1 जूल 10 पावर 7 अर्ग होता है। और 1 कूलम एक कूलम जो होता है 1 कूलम जो होता है 1 कूलम कितने स्टेट कूलम के होता है? तो गुरु जी 3 * 10 पावर कितना? 9 स्टेट कूलम के बराबर। 3 * 10 पावर 9 स्टेट कूलम के बराबर होता है। जो आपने चैप्टर टू में पढ़ा चैप्टर वन में पढ़ा स्टेट कूलम होता है। इन दोनों को सॉल्व कर लेते हैं। इन दोनों को सॉल्व करते हैं। तो यहां पर कितना कट गया? इनको सॉल्व करते हैं। तो 1 वोल्ट बराबर हमको निकलेगा 1 वोल्ट बराबर हमें निकलेगा कि ये कट जाएगा। तो यहां कितना 10 पावर कितना? 10 पावर 2 बचेगा। मतलब कि 1 / 1 / क्या हो गया? 1 / कहेंगे 1 / गुरु जी 3 * 10 पावर 2 10 पावर 2 मतलब कितना हो गया? ये स्टेट वोल्ट इसको लिख सकते हैं। स्टेट वोल्ट ऐसे भी लिख सकते हैं। या इसी को हम लोग क्या करेंगे? इसी को हम लोग इसी को हम लोग लिख सकते हैं इसी को लिख सकते हैं कि 1 वोल्ट बराबर जो होता है 1 वोल्ट। 1 वोल्ट बराबर कितना होगा? 1 वोल्ट बराबर 1/300 1 / क्या आएंगे? 1 / 300 1 / क्या आएंगे? 1 /300 स्ट्रेट वोल्ट क्या होता है? 1 / 300 स्टेट वोल्ट होता है। ये याद रखना। ठीक है? ये वोल्ट और स्टेट वोल्ट में क्या है? बोल्ट और स्टेट वोल्ट में संबंध है। ठीक है? वोल्ट और स्टेट वोल्ट में क्या है? संबंध है। वोल्ट और स्टेट वोल्ट में संबंध है। ठीक है? वोल्ट और स्टेट वोल्ट में क्या होता है? संबंध है। और एक चीज और वैदुत विभव का आप लोग को हम कुछ होमवर्क देते हैं। होमवर्क देते हैं कि वैदुत विभव का विमीय सूत्र आप लोग बना लेना। ठीक है? वैदुत विभव का विमीय सूत्र। ठीक है? वैदुत विभव का वैदुत विभव का वैदुत विभव का क्या कहेंगे? का विमीय सूत्र। ठीक है? विमीय सूत्र आप लोग बनाना। ठीक है? विमीय सूत्र आप लोग बना लेना और यह आपको होमवर्क दे रहे हैं। ठीक है? होमवर्क दे रहे हैं और साथ ही साथ एक होमवर्क आपको और दे रहे हैं कि एक वोल्ट को परिभाषित करें। है ना? एक वोल्ट को परिभाषित करना। एक होमवर्क आपको यहां पर देते हैं। एक वोल्ट को परिभाषित करें। दूसरा होमवर्क देते हैं। एक वोल्ट को परिभाषित करें। एक वोल्ट को परिभाषित करें। एक वोल्ट को परिभाषित करें। परिभाषित करें। यह दो होमवर्क आप लोग बना लेना। तो देखते हैं आप लोग बना पाते हैं कि नहीं बना पाते हैं। ठीक है? परिभाषा कौन सा सही? यह परिभाषा आपके लिए सटीक है। यह परिभाषा ज्यादा इंपॉर्टेंट है। इस परिभाषा को आप यहां पर हम डबल स्टार करते हैं। ठीक है? यह परिभाषा आपको याद करना है। जो वो तो कांसेप्ट था मेन परिभाषा आपका ये हो गया। ठीक है? ये परिभाषा आपका मेन हो गया। ये क्या हो गया? मेन परिभाषा हो गया। ठीक है? तो चलते हैं विद्यार्थी जी। आज क्लास थोड़ा सा बहुत ज्यादा लंबा हो गया। माफी चाहेंगे आपके लिए। लेकिन हमने आपको पढ़ा दिया। बहुत कांसेप्ट को पढ़ाया। अब आपका चीज़ आगे जो कांसेप्ट है और अगर कुछ आप याद नहीं कर पाते हो क्लास के लिए तो आज की क्लास में आप इतना याद करना। तो हमने आपको क्या-क्या पढ़ाया? हमने सबसे पहले आपको जो कांसेप्ट दिया था वैद्युत विभव का ये हमने आपको बताया है। तो वैद्युत विभव कांसेप्ट काफी जरूरी था समझना। अगर आप कांसेप्ट समझ लिए तो अब आपको चैप्टर में कहीं कोई दिक्कत नहीं होगा। ठीक है? हालांकि हमने समय लिया है। ठीक है? समय लिया है लेकिन हमने आपको जो कांसेप्ट दिया है ना वो बहुत जबरदस्त कांसेप्ट दिया। अब आगे की चीजें आसान हो जाएगा। अब आगे की चीज आज पहला इंट्रोडक्शन था। थोड़ा इसमें आपको ज्यादा दिक्कत आ गया होगा क्योंकि थोड़ा हम पहले आपको बताए थे थोड़ा ये अटपटा है। लेकिन अब यहां पर से आपको चीजें आसान समझ में आ गया होगा। यहां पर जो यहां पर जो बातें हमने किया है कि वैुत विभव का मेन यहां से तो वैदुत विभव क्या है? तो वैद्युत क्षेत्र में किसी परीक्षण एकांक धनवेश को अनंत से लाया जाता है तो आवेश को लाने में किया गया कार्य तथा आवेश के अनुपात को वैद्युत विभव कहते हैं। v = w / q q नॉट होता है। और ये एक अदिश राशि है मात्रक और आराम से निकाल सकते हो। ठीक है? तो क्या आप लोग बताओ मुझे क्या ये विमीय सूत्र आप लोग निकाल लोगे ना? विमीय सूत्र आप लोग निकाल लेना। ठीक है? विमीय सूत्र खुद से निकाल लेना। हम आपसे कल से पूछेंगे और एक वोल्ट का परिभाषा भी आप लोग है ना आप लोग लिख के रखना और हमको बताना। ठीक है? मिलते हैं नेक्स्ट क्लास में। है ना? नेक्स्ट क्लास में मिलते हैं। तो प्यारे बच्चों कैसा लगा क्लास मुझे बताना चैप्टर टू का। अब जो क्लास है अब आपका क्लास एप्लीकेशन पे होगा। YouTube पे नहीं क्लास होगा। नेक्स्ट क्लास आपका जो बिंदु आवेश जो वैद्युत विवाह होगा वो आपका एप्लीकेशन पे होगा। तो मुझे बताना आपको क्लास कैसा लगा और साथ ही साथ आप कमेंट में लिखना मेरा एफर्ट कैसा लगा आपको? हम जो मेहनत कर रहे हैं तो आपके लिए मेहनत कैसा लग रहा है? क्योंकि मेरा मेहनत थोड़ा सा एक अलग लेवल का मेहनत करना चाहते हैं। चलिए कुछ बच्चे परिभाषा लिख रहे हैं। लव यू बच्चों। मिलते हैं नेक्स्ट क्लास में। है ना? लिख लेंगे ना? बिल्कुल लिख लेंगे। मुझे उम्मीद है कि विमी अच्छा विमा लिख भी रहा हूं। कुछ बच्चे विमा लिख भी रहा हूं। ml² t पावर - 3 पावर -1 बहुत अच्छा बना भी सकता हूं। कार्य ब आवेश का विमा आराम से बना इसलिए हमने पे छोड़ दिया है ना पे छोड़ दिया है। चलिए ठीक है बच्चों है ना? तो बिल्कुल पुरुषोत्तम कुमार मेरा आपका कमेंट मेरे तक पहुंच रहा है। हम आपकी कमेंट को देख पा रहे हैं ना? हां। टेस्ट आपका नेक्स्ट में फिर लगेगा। ठीक है? तो बस वही कहेंगे कि मेहनत करिए। आगे बढ़िए। घर में बड़ों का आदर कीजिए। छोटों का प्यार कीजिए। है ना? और हंसते रहिए, मुस्कुराते रहिए और जितना ज़्यादा से ज़्यादा हो सके पढ़ाई पर फोकस कीजिए। पढ़ाई करना बहुत जरूरी है। ठीक है? बस अच्छे से रिवीज़ कीजिए और और आपको बेस्ट बेस्ट चीजें देंगे। और हां अगर अगर आज की क्लास में अगर आज की क्लास का अगर आज की क्लास अगर आज की क्लास जो है हम मान लेते हैं कि 5000 लाइक अगर आज की क्लास में हो गया। बता दें 5000 अगर लाइक आज की क्लास में हो गया तो आपको एक बहुत जबरदस्त चीज आपको देंगे। बहुत जबरदस्त सरप्राइज चीज आपको देंगे। जब 5000 लाइक अगर आपके क्लास में हो गया तो तो जितने विद्यार्थी जी हैं वह लास्ट में आते हैं तो वह भी क्या करेंगे वह भी एक लाइक करेंगे और अपने शब्द को लिखेंगे क्लास में क्या आपको हमने कांसेप्ट दिया थोड़ा सा कांसेप्ट अटपटा आपको लगा होगा मे बी हम कह सकते हैं लेकिन हमने आपको समझाने का प्रयास किया लेकिन अब जो वो कांसेप्ट अगर अगर उस कांसेप्ट में अगर आप 50% भी समझ लिए हैं ना तो यकीन मानिए कि आप बहुत कुछ समझ लिए हम ये कहेंगे बहुत कुछ आप समझ लिए चलिए ठीक है बच्चों तो मिलते हैं नेक्स्ट क्लास में बाय-ब बाय-ब है ना अच्छा रिजल्ट अच्छा रिजल्ट के बारे में तो वो तो है नहीं एक मिनट हम देखते हैं बच्चों है ना इधर चला गया ठीक है देखना सुनना चाहोगे किसका किसका रैंक वन रैंक टू आया तो नाम ले लेते हैं लाइए एक बार ये लोग बच्चा लोग ने मेहनत किया हम बोले थे कि आप लोग का नाम लेंगे है ना 75 75 कितने विद्यार्थी जी लाए हैं आप ही के इसलिए ना कहते हैं कि आप मेहनत कीजिए अगर आप मेहनत नहीं करें कम से कम सीखिए उन लोगों से आपके दोस्त आपके एक नहीं दो नहीं तीन नहीं बहुत बच्चे आपके साथ मेहनत कर रहे हैं। 75 में 75 लाया है। 7 मिनट में लगा दिया है। 7 मिनट 1 सेकंड में मतलब 75 क्वेश्चन को मतलब कि टेक ओवर कर दिया। तो सोचो कितना जबरदस्त बातें हैं। आप लोग भी अच्छे से रिवीजन कीजिए तो आप रैंक लाएंगे। ठीक है? और चलिए रैंक वन में कौन-कौन सब है? हम आपको बताते हैं। रैंक वन में है। चंदन राज है। पता नहीं चंदन राज है। लक्ष्मी तिवारी है। निरंजन कुमार है। है ना? मोहम्मद सलीम है, प्रदीप यादव है, रोहित है। ठीक है। अच्छा एमडी साहिल है सॉरी आर्यन है, मोनू है, गोलू है। है ना? और फरहद है, अंकित है। इस प्रकार से बहुत सारे बच्चा है। ओम प्रकाश है। मतलब कि इस प्रकार से हम अगर देखें तो रैंक वन जो चल रहा है। रैंक वन रैंक वन कहां तक चल रहा है? तो रैंक वन जो आपका 75 में 75 75 में 75 यहां तक है ना? 75 में 75 जो आया है कुल मिला के ना 45 बच्चा 75 में 75 लाया है। अरे भाई 45 बच्चा लाए ना और रैंक टू में तो बहुत सारे बच्चे हैं ना शशि मिश्रा रैंक टू में है। नीरज बैठा है। मुरली है। है ना? गोरिल्ला यादव जी डीओसी है। सेवस सोरिया है। तो आप लोग मेहनत कीजिए। आप लोग का भी रैंक में नाम आएगा। आप देख सकते हैं इतना रैंक में मतलब कि सबका लिस्ट यहां पर बना हुआ है। और इतना अभी नाम पढ़ना बड़ा मुश्किल हो रहा है। हम नहीं पढ़ पाएंगे। ठीक है? हां। ठीक है। ठीक है। पढ़ना मुश्किल हो जाएगा। ठीक है बच्चों? मिलते हैं नेक्स्ट क्लास में। ठीक है? अच्छे से रिवीजन कीजिए। मेहनत कीजिए। आपका भी रैंक आएगा। करेंगे ना? तो बताना कि क्लास कैसा लगा। आप लोग ज़रूर अपना कमेंट लिखना। और मिलते हैं नेक्स्ट क्लास में। तब तक के लिए आप हंसते रहिए, मुस्कुराते रहिए। बिंदु आयगन विद्युत विभव का निकालेंगे। बहुत जबरदस्त डेरिवेशन है। मजा आएगा। डेरी थोड़ा सा इंटीग्रेशन है। पढ़ा देंगे। कोई दिक्कत नहीं। मज़ा आएगा। ठीक है। ओके। बाय-ब बाय-ब। घर में बड़ों को आदर कीजिए। छोटों को प्यार कीजिए। मिलते हैं नेक्स्ट क्लास में। बाय-ब ठीक है। एक गलती था। अच्छा। ओके बाय। लव यू। मिलते हैं