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ड्रेनेज और नदी प्रणाली का महत्व

पढे वरना भाई साहब एक-एक नंबर का था ना थोड़ा सा और पढ़ लेता तो 100 ही आ जाते वन शॉट में पूरा चैप्टर करने वाले हैं पहले ही बता रहा हूं जाएगा कोई नहीं कहीं भी रिवर अपने साथ तोड़ के उसे ले जाती है ऐसे धीरे-धीरे तोड़ती रहेगी तोड़ती रहेगी तोड़ती रहेगी अरे जबी ना नीचे मिट्टी आती हैना तो क्या हवा से मिट्टी आएगी ऊपर से तोड़ ताड़ के मिट्टी लाई अच्छे पानी को और लिए जा रहे हैं और लिए जा रहे हैं और लिए जा रहे हैं जिसकी वजह से क्या हुआ वाटर लेवल रिड्यूस हो गया हाय एवरीवन क्या हाल चाल है आप सभी के सो कैसे हैं आप लोग आई होप बहुत बढ़िया होंगे बहुत मजे से होंगे अपना सीजन एंजॉय कर रहे होंगे और अपने डाउट्स भी क्लियर कर रहे होंगे स्प्रिंट आपके लिए एक सक्सेसफुल आपको एक मुकाम पर पहुंचाए आपके मार्क्स बेस्ट टू बेस्ट आए मैं तो ये कहूंगा 100 आ जाए बात खत्म अपने कलेज को भी शांति पढ़े और आपके घर वाले के कलेज को भी शांति पढ़े वरना भाई साहब एक एक नंबर का था ना थोड़ा सा और पढ़ लेता तो 100 ही आ जाते 95 के थोड़ा सा और पढ़ लेता तो बेटा और थोड़ा सा थोड़ा सा ना वो थोड़ा कभी खत्म नहीं होने वाला इसीलिए स्प्रिंट में पूरी कोशिश ये की जा रही है पूरा पीडब्ल्यू आपके पीछे हाथ धो के पढ़ा है कि भाई आपके मार्क्स लेके आने हैं आपको बेस्ट टू बेस्ट मार्क्स लेके आने हैं और यही जिम्मेदारी हमने ठानी है क्योंकि अब सीजन स्प्रिंट का बहुत आगे तक आ चुका है और उम्मीद है आप लोग अपने डाउट्स को क्लियर कर चुके होंगे एक और नया चैप्टर चैप्टर का नाम क्या है ड्रेनेज चैप्टर का नाम क्या है ड्रेनेज आप सभी जानते हैं ड्रेनेज क्या होता है भाई ड्रेनेज का मतलब है पानी का बहना सिंपल सी बात है किसी नाले से पानी बहना ड्रेनेज हो रहा है किसी नाली से पानी बह रहा है ड्रेनेज हो रहा है किसी पाइप से पानी बह रहा है ड्रेनेज हो रहा है तो क्या होता है ड्रेनेज क्या सिर्फ इतनी सी बात से चैप्टर खत्म कर देंगे क्या हम या फिर हम क्या पढ़ेंगे वन शॉट में पूरा चैप्टर करने वाले हैं पहले ही बता रहा हूं जाएगा कोई नहीं कहीं भी हाथ पांव जो धोने हैं चाय नाश्ता पानी जो करना है कर लीजिए क्योंकि बात कर रहे हैं हम क्या ड्रेनेज की ये जो पानी बहना ना ये क्या कहलाता है बच्चे ड्रेनेज है सर इज देयर एनी डेफिनेशन ऑफ ड्रेनेज यस है ना ड्रेनेज क्या होता है द रिवर सिस्टम ऑफ एन एरिया किसी एक इलाके में मान लीजिए नोएडा में अगर कोई रिवर बह रही है नोएडा में कोई रिवर बह रही है तो ड है बट इस एरिया में क्या और भी कोई नदियां हो सकती है बिल्कुल हो सकती है क्या स्ट्रीम हो सकते हैं बिल्कुल हो सकते हैं क्या कुछ और भी बहने के साधन हो सकते हैं तो हो सकते हैं सो ध्यान रखिएगा अगर आपके एरिया में एक सिंगल नदी बहती है सिंपल बह रही है तो बहना इस ड्रेनेज बट अगर उसमें और थोड़ी बहुत ट्रिब्यूटरीज है छोटी-छोटी नदियां है छोटे-छोटे तालाब है या वो कहीं जाकर किसी और नदी से मिलती है बट बन एक ही नदी रही है यानी कि आप देखेंगे यहां से पानी निकलता है कहीं यहां से निकलता है कहीं यहां से निकलता है यहां से निकलता है बट एट दी एंड एक ही रिवर है एक ही रिवर में सब जाके मिल रहे हैं तो सिंगल रिवर है उस एरिया की उसमें चाहे 10 इलाके से छोटे छोटी नदियां मिल रही हो हम ये तो नहीं कह सकते 10 नदियां मिलकर एक बड़ी नदी बना रही है अभी हम यही कहेंगे कि उसकी हेल्पफुल ट्रिब्यूटरी भाई हिंदुस्तान में भारत में भी सारी नदियां बड़ी-बड़ी मिल जाएंगी बताना क्या बन जाएगा हम यही तो कहते हैं उसकी ट्रिब्यूटरीज है उसकी हेल्पफुल नदियां है छोटी-छोटी नदियां है जो ओशियन तक नहीं पहुंच सकती थी बड़ी नदी में जाके मिलती है नदी को ताकत देती है वो नदी जाके ओशन में मिलती है तो सिंगल रिवर जिसमें में आपकी ट्रिब्यूटरी कॉन्फ्ल सब कुछ मिक्स हो उसे हम कहते हैं क्या ड्रेनेज बेसिन ड्रेनेज बेसिन बेसिकली क्या हो गया ये एक इलाका है इसमें एक नदी बह रही है ये कोई एक नदी मिलती है ये कोई एक नदी मिलती है ये एक नदी मिलती है ये एक नदी मिलती है मिल किसम रही है सिंगल रिवर में तो पानी बहना इज ड्रेनेज रिवर सिस्टम ऑफ एन एरिया एक एरिया में जो नदी बह रही है उस पूरे सिस्टम को भाई उसकी हेल्पल नदी वो सब नदी बह रही है ना ड्रेनेज है ड्रेनेज बेसिन क्या है बेसिन आप समझ अगर और थोड़ा समझाऊ तो यह जैसे आपका ये ऐसा है एरिया बना हुआ है जैसे आप मु होते ना बेसिन होता है तो वो कैसा होता है बेसिन का आपने पोजीशन तो देखी होगी कुछ ऐसे होता है यहां अप होता है यहां अप होता है यहां से बीच से पानी आपका निकल जाता है तो वो क्या हो गया ड्रेनेज बेसिन हो गया क्लियर है कि नहीं क्लियर है ड्रेनेज क्या होता है सिर्फ बहना रिव सिस्टम ऑफ एन एरिया किसी एरिया में नदी बह रही है ड्रेनेज है उसमें कोई ट्रिब्यूटरी है हेल्पफुल है कोई डेल्टा बन रहा है कुछ बन रहा है जो भी आपको नजर आ रहा है उसमें वो ड्रेनेज बेसिन कहलाता है बढ़ते हैं आगे की तरफ एनी एलिवेटेड एरिया एनी एलिवेटेड मतलब कोई भी उठा हुआ एरिया उठा हुआ क्या होता है भाई पहाड़ हो सकता है प्लेट हो सकता है कोई छोटी-मोटी घाटी ऊपर से उठी हुई हो सकती है या कोई भी बीच में ऐसी रुकावट जो उठी हुई है नॉर्मल जमीन से उठी हुई है एनी एलिवेटेड एरिया चाहे वो आपका माउंटेन हो चाहे वो आपकी अपलैंड हो अपलैंड क्या ऐसा ऐसा कुछ ऊपर उठा हुआ है या कोई आपका प्लेट्यू है या माउंटेन कुछ भी ऊंची चीज जिसकी वजह से पानी दो हिस्सों में बट जाए मैं खड़ा हुआ हूं मेरे पीछे से पानी आ रहा है अब मैं इतना ऊंचा हूं मुझे माउंटेन मान लो एक पानी मेरा लेफ्ट मुड़ गया एक पानी राइट मुड़ गया नदी पीछे से एक चीज राइट एंड लेफ्ट में डिवाइड हो गया मैं क्या हूं मैं हूं वाटर डिवाइड मैं हूं क्या वाटर डिवाइड वाटर डिवाइड क्या काम करता है दो ड्रेनेज बेसिन को अलग करने का काम वही सिंगल रिवर आ रही है दो हिस्सों में हो गई तो टू ड्रेनेज बेसिन बन गए भ तो उसी जगह से र ना और ट्रिब्यूटरी लगा के तो ये क्या है ड्रेनेज बेसन ये जैसे क्या है वाटर डिवाइड का काम कौन कर रहा है ये वाटर डिवाइड है ये क्या है ये वाटर डिवाइड है क्योंकि इस ऊंची चट्टान इस ऊंचे पर्वत के कारण पानी दो हिस्सों में बट गया वाटर डि वाइड क्या काम करता है सेपरेशन का काम करता है रिवर सिस्टम को सेपरेट करने का काम करता है इंडिया में या वर्ल्ड में अगर आपसे पूछा जाए कि लार्जेस्ट ड्रेनेज बेसन वर्ल्ड में किसका है ड्रेनेज बेसन मतलब ऐसी कौन सी नदी है जिसमें हजारों ट्रिब्यूटरीज ऐसा हजारों क्या है सब बोलने का डायलॉग मान लो कई सारी ट्रिब्यूटरीज कई सारे डेल्टा कई सारी छोटी-छोटी रिवर कई सारी स्ट्रीम मिलती है तो वर्ल्ड में इतना बड़ा जंजाल लेके आखिर कौन सी रिवर चल रही है तो आप क्या कहेंगे अम्माजन यानी कि अमेजन रिवर और इंडिया में सेम काम कौन कर रहा है गंगा क्योंकि आप देखेंगे आप देखेंगे क्या मैं दिखाऊंगा आप लोगों को ध्यान से देखिए गंगा यहां रही इस गंगा में आप देखेंगे आगे चलके यमुना मिल गई यहां से छोटी-छोटी नदी गोमती मिल गई आगे चलके इसमें घागरा मिल गई गंधक मिल गई इसमें ये नदियां मिलती जा रही है कितनी छोटी-छोटी नदिया बड़ी रिवर बना रही है पूरा एक जंजाल हो गया कहूं तो इस जाल को ही जंजाल कहते हैं यही पूरा ड्रेनेज बेसन में पार्ट में काउंट होता है आगे चलते हैं ड्रेनेज सिस्टम इन इंडिया की बात करें तो कौन कंट्रोल करता होगा होगा सिंपल सी बात है ब्रॉड रिलीफ फीचर कौन कंट्रोल करता होगा देखिए ड्रेनेज मतलब एक नदी का बहना ये ट्रिब्यूटरीज ये सब ऐसे मिल गई पर कौन कंट्रोल कर रहा है भाई नदी यूं ही चलती जा रही है चलती जा रही है तो जमीन पे चल रही है जमीन पे माउंटेन भी आएंगे तो वो दाएं बाए भी होगी अपलैंड आएगी तो भी दाएं बाए होगी जाके आगे भैया बटेगी ना कैसे भी जमीन पे यं सीधी सीधी चलती थोड़ी रहेगी अरे जमीन पे पहाड़ियां भी है वो भी बांटें प्लेट्यू है वो भी बांटेंगे किसी किसी जगह कुछ और शॉ डिवीजन होगा यानी कि जो आपके रिलीफ फीचर्स है माउंटेंस वैलीज घाट प्ले ट्यूस यह सब रिवर को कंट्रोल करने का काम करते हैं क्योंकि नहीं तो रिवर सीधी चली जाती तो कहीं पहाड़ सामने आए तो दाए मुड़ गई फिर आगे कहीं आए तो फिर इधर मुड़ गई तो ऐसे मुड़ती रहती है सो इंडियन रिवर्स जो है उसको हम दो कैटेगरी में डिवाइड रखते हैं कि भारत में नदियां जो है दो रूप में हमने डिवाइड करे हैं एक वो नदी जो हिमालय से निकल रही है एक वो नदी जो वेस्टर्न घाट से निकल रही है एक वोह नदी जो हिमालय से निकल रही ऊपर से निकल रही है एक वो नदी इधर होता है वेस्टर्न घाट इधर वेस्टर्न घाट से निकल रही हिमालय से निकलने वाली नदियों की एक खासियत है क्योंकि ऊपर हमेशा बर्फ रहती है तो यानी कि उसमें बर्फ हमेशा बर्फ रहेगी तो बर्फ पिघलती भी रहती है तो हमेशा पानी एक जैसा रहता है पानी साल भर बना रहता है पेरिनियल रिवर्स पूरे साल पानी पानी और वेस्टर्न घाट से आने वाली पानी नहीं रहता है क्योंकि एक अच्छा है तो एक बुरा भी है एक क्या है पेरिनियल है तो एक नॉन पेरिनियल भी है हिमालय रिवर्स की कहानी सुनिए पहली बात पेरिनियल रिवर्स पेरिनियल मतलब हिमालय से आने वाली रिवर्स में हमेशा वाटर रहता है दे परफॉर्म इंटेंसिव रो ल एक्टिविटी इन अपर कोर्सेस ऊपर पहाड़ है ऊपर रिवर निकल रही है फ्लो भी तेज होगा अगर मैं ऊपर से बाल्टी का पानी फेंक के मारूं तो ऊपर फ्लो ज्यादा तेज होगा नीचे आते आते तक क्या होगा कम हो जाएगा ठीक वैसे ही अगर माउंटेन से जब रिवर निकलेगी बहुत गुस्से में निकलती ऐसा पर्वत आया धुम धुम धुम धुम मारती पीटती आती तो उससे क्या होता है जब पानी का फोर्स लगता है चट्टान पे माउंटेन पे तो माउंटेन पे अटैक होता है अटैक होता है तो माउंटेन आपको पता ही है घिस है टूटता है पिसता है रिवर अपने साथ तोड़ के उसे ले जाती है ऐसे धीरे-धीरे तोड़ती रहेगी तोड़ती रहेगी तोड़ती रहेगी अरे जबी ना नीचे मिट्टी आती है ना तो क्या हवा से मिट्टी आएगी ऊपर से तोड़ ताड़ के मिट्टी लाई पहाड़ खिसक हैं खिसकने तो नदियों में बह के निकल जाते हैं नीचे मिट्टी कहां से पहुंची क्योंकि ऊपर से कुछ टूटा है टूटा क्या है इंटेंसिव एरोजनल एक्टिविटी हुई है माउंटेंस पर्वत चट्टान कच्चे पहाड़ पक्के पहाड़ ये तोड़े गए हैं इंटेंसिव इरोजन एक्टिविटी होगा जब इंटेंसिव रोजल एक्टिविटी होगा तो अंदर मिट्टी कंकड़ पत्थर रहेगा कि नहीं रहेगा है बीच तक आते-आते जब गंगा प्लेन तक आते आते नीचे तक आते आते आप देखेंगे तो क्या बनाती है ऑक्सबो लेक्स ऑक्सबो लेक ऐसे ऐसा लहराती लहराती नदी कभी सीधी तो चली नहीं नदी को स्कूल में थोड़ी पड़ती है क्या टेंशन ऐसा थोड़ी पड़ती सीधी रहेगी ऐसा लहराते लहराते चली आती है ऑक्सफ लेक बनाती है क्या होता है ऑक्सबो लेक समझा दूंगा समझा दूंगा सिर्फ अभी ये मान लो ऑक्सबो लेक बनाती है वेल डेवलप डेल्टास होते हैं अपने साथ मिट्टियां लेके आती है तो डेल्टा भी अच्छे से क्रिएट करते हैं डेल्टा बनाते हैं ठीक है लॉन्ग कोर्सेस बिल्कुल हिमालय से चली है बे ऑफ बंगाल में गिरी है रास्ता कोई 50 किलोमीटर का थोड़ी था एक लंबा रास्ता चल के आती है गंगा देखो गंगा देखो पूरे नॉर्थ इंडिया को लगभग कवर कर लेती है याद रखना हिमालयन रिवर्स भी अगर करें तो पूरा कवर कर रही है तो यह नदियां जो जैसे चल के आ रही है ये जो लहरा के चल के आ रही है ये क्या है यही हिस्सा ऑक्सफ एक बनता है कैसे बनेगा अब ये रिवर क्या करेगी पहले तो यूं चल रही है अभी मान लो कि इसको रास्ता ऐसा ऐसा फ्लो तेज हो जाए तो ये यहां से निकल पड़े तो क्या होगा ये तो अपना रास्ता यूं बना लेगी यूं बना लेगी पहले यूं आ रही थी तो ये जो हिस्सा कट गया ये जो ऐसा बन गया ऐसी शेप यही ऑक्सफ लेक बनती है तो आइए यहां पे सुनिए जरा ये रिवर ऐसे ऐसे चलते चलते आ रही है आ रही है चलते चलते तो पहले क्या था ये लीवर ये रिवर ये रिवर जब लहराते हुए आती थी पहले तो आप एक चीज मानिए कि रिवर तो लहरा के ही आ रही है सिर्फ अभी सिंपल समझिए रिवर सर लहरा के आ रही है बिल्कुल सही बात है रिवर लहरा के आ रही है लहरा लहरा जिगजैग कर रही है अब ये जो पोजीशन है पहले एक्चुअल में ऐसी थी ऐसे थी डेल्टा मतलब क्या होता है जब ओशियन में जाने से पहले रिवर जब अपनी मिट्टी छोड़ती है मिट्टी छोड़ेगी ओशियन में पानी मिल रहा है रिवर का तो रिवर टच करेगी ओशियन में तो वो क्या करती है अपनी मिट्टी भी फेंकते है तो मिट्टी सामने फेंक है अब रिवर जब पीछे से और रिवर आई जा रही है आई जा रही है आई जा रही है मिट्टी सामने गिरे जा रही है गिरे जा रही है रिवर बजती है रिवर मिट्टी जब पक्की हो जाती है तो क्या होती है दाए बाए शिफ्ट होती है तो जो मिट्टी के छोटे-छोटे टापू से आपको दिख रहे हैं जो ऐसा पॉइंट बन रहे हैं ये कहलाते हैं क्योंकि हर रिवर में मिट्टी होती है हिमालयन रिवर आने वाली और वो मिट्टी समुद्र में बिल्कुल अंदर ले जाके नहीं फेंक भाई उसकी पावर ओशन के मिलते के साथ ही खत्म हो लेती है क्यों ओशन यूं बह रहा है रिवर यूं आ रही है आप समझ रहे हैं कैसे कह रहा हूं मान लीजिए आपकी रिवर आपकी रिवर यूं गई ओशन तो अपना यूं चल रहा है ओशन अपना यूं चल रहा है फ्लो में उसकी पावर ज्यादा है तो ये क्या करे इसमें जब मिलेगी तो ये रिवर जो है अपनी मिट्टी को कौने अपने कोस्टल एरिया पे ही पास में कोस्ट के पास ही गिरा देती है तो व वहां पर बनते हैं डेल्टा वहां पर बनते हैं डेल्टा अब ये सांप लहराते हुए लहराते हुए ऐसे आ रही है अब क्या हुआ इस पानी को ऐसा यहां पर चल रहा था चल रहा था सब कुछ अच्छे से चल रहा था अब सडन क्या होता है कि इस नदी का फ्लो जो है वो दाए बा शिफ्ट होता है मान लीजिए फ्लो अब तेज हो गया अब तेज पीछे से पानी आ रहा है तो क्या हो गया रिवर ने यूं ना जाके रिवर सीधी चली गई तो जो हिस्सा कट गया अब ये सीधी क्यों चली गई भाई नेचुरल एक्टिविटी है नदी किधर भी मुड़ सकती है ऐसा कुछ नहीं है कि रिवर नहीं मुड़ सकती कहीं भी रिवर जब अब यहां से समझिए नहीं दिख रहा है नहीं दिख रहा है तो सुनिए यह रिवर ऐसे ऐसे ऐसे ऐसे जा रही थी राइट ऐसे ऐसे जा रही थी यह जो जा रहा है ये जो हिस्सा अलग हुआ है ये जो आपको ये दिख रहा है जिसम मेरा लेजर जा रहा है अभी ये जो हिस्सा आपको दिख रहा है ये कैसे था ये रिवर का ही पार्ट था कभी रिवर यहां से भा करती थी कभी रिवर यहां से भाह करती थी बट हुआ क्या अब रिवर ने अपना रास्ता यूं ना जाके रिवर क्योंकि रिवर देखो यूं जा रही है उसको तोड़ेगी तोड़ेगी तोड़ेगी फिर एक टाइम आएगा रिवर ऐसे भी तो निकल सकती है समझ रहे हो कैसे कह रहा हूं रिवर यूं आ रही थी रिवर ने क्या किया ऐसा इधर से फोर्स बनाया चलता गया पानी तेज क्या आता था टकराता गया टकराता गया टकराता गया एक रास्ता टूट गया ये रास्ता कट गया रिवर का ये रास्ता कट गया टकराया रिवर यहां से मड़ने लग गई टकराते टकराते मोड़ दे क्योंकि हमेशा जो फोर्स देखेंगे रिवर की वो उसके आउट सड जन पे होती है रिवर जब गाड़ी हम बैठते गाड़ी प समझेगा ड्रा ने यूं मोड़ी तो फोर्स किधर की तरफ आएगी कब एक बार इस तरफ की तरफ फिर गाड़ी ड्राइवर ने यूं मोड़ी फिर किधर जाएगी फिर इस तरफ मतलब धक्का कौन खाता है जो पीछे बैठा हुआ आदमी उसको लगता है कि मैं इधर खिड़की से बाहर ना निकल गया दूसरे को लगता है मैं इधर से निकल गया जब राइट लेफ्ट करते हैं तो जब इसने अपने को ऐसे से शिफ्ट करके ऐसा टक्कर मारती रही मारती रही तो यहां से मिट्टी खिसकी यहां से पहाड़ टूटा और वो तोड़कर अपने साथ फिर वही फ्लो बनाया तो ये हिस्सा क्या हो गया ये हिस्सा तो अलग पड़ गया एंड इसी को कहा गया ऑक्सबो लेक आई होप आप समझ पाए कि नहीं समझ पाए कि रिवर यूं यूं यूं चल रही है अब मान लीजिए मेरा यूं मुड़ने का रास्ता है मैं यूं ही मुड़ा हूं ठीक है अब मैं क्या करूंगा यूं मुड़ा अब मेरा तो फ्लो तेज है तो मैं क्या करूंगा हर बारी मैं मिट्टी पे हमला करूंगा तो मैंने मिट्टी को तोड़ा तोड़ा तोड़ा एक समय ऐसा आया जो मेरा ओरिजिनल रास्ता था अब मुझे नया रास्ता टूट टूट के मिल गया मैं इस नए से निकलूंगा और जो रास्ता बच गया वो ऑक्सफ लेख की शेप में हो जाता है क्योंकि जो मंडराता हुआ रास्ता है वहीं से ही ऑक्सफ लेख बनती है यही जो शेप है ना यही ऑक्सफ लेख बनती है अगर ये रिवर यहां से रास्ता तोड़ तोड़ के तोड़ तोड़ के नया रास्ता ऐसे बना ले तो ये जो रास्ता है अब ऑक्सो लेख बन गया आई होप मैं ने इस पे काफी आपको टाइम दिया है आप समझ पाएंगे आगे चलते हैं पेनिंस रिवर्स की बात करें हिमालय रिवर पेरिनियल है पेरिनियल मतलब ऑलवेज वाटर ये नॉन पेरिनियल है ये डिपेंड करती है रेनी सीजन पर रेन हुई अच्छी हुई तो यहां वाटर दिखेगा नहीं होती तो ड्राई भी हो जाती हैं शॉर्ट एंड सेलवर कोर्सेस छोटे रास्ते होते हैं वो हिमालय से चलती है या वेस्टर्न घाट से चलती है जाकर बे ऑफ बंगाल में गिर जाती है छोटे रास्ते हैं ओरिजनेट एंड सेंट्रल आईलैंड वही सेंट्रल हाइलैंड मतलब इस एरिया में उत्पन्न हो रहे हैं जैसे आपके यहां से आपकी गोदावरी का वे वेरी कृष्णा ऐसे ये चंबल दामोदर ये सब गिर जाती हैं ठीक है तो इनके छोटे रास्ते क्योंकि ये यहां से पैदा हुई यहां बट एक नदी जो यहां से निकल कर ऐसा पूरा चलकर फिर आएगी तो रास्ता देखो कितना बड़ा है मैंने मार्कट से इतना बनाया है मोस्ट ऑफ द रिवर्स ऑफ पेनिनसुलर रिवर ज्यादातर रिवर कहां ओरिजनेट होती है वेस्टर्न घाट में सेंट्रल हाइलैंड में होती है बट ज्यादातर रिवर आप देखेंगे कावेरी गोदावरी कृष्णा ये यहीं ओरिजनेट होती है चंबल बेटवा सोन वो थोड़ी सी उधर हो जाती है बट मेजर रिवर यही है जो पेरिनियल पेनिंस रिवर्स जिन्हें कहते हैं नर्मदा गोदावरी कावेरी कृष्णा ताप्ती है ना यह यही ओरिजनेट होती है वेस्टर्न घाट की तरफ चलते हैं आगे की तरफ जैसे आपकी तपती और नर्मदा आपके सेंट्रल हालैंड में आती है वो आती है बाकी मोस्टली ध्यान रखिए मैं क्या बोल रहा हूं जबान में कि नर्मदा ताप भी आपकी जरूर य सेंट्रल हाइड में उत्पन्न होती है बाकी जो है मेजर रिवर ऐसे ही होती है तो आगे चलते हैं च ऑफ द टू हिमालयन रिवर्स कट थ्रू द माउंटेन एंड मेकिंग गजस हिमालयन रिवर्स की अगर मैं बात करूं तो तीन रिवर याद रखिएगा इंस गंगा एंड ब्रह्मपुत्र ये तीन रिवर ब्रह्मपुत्र तीन रिवर हिमालयन है क्वेश्चन ये पूछा है कि दो रिवर जो गोर्जेस बनाती है माउंटेन से जाती है गोर्जेस क्या होता है गोर्जेस ये होता है यह दो माउंटेन है इनके बीच से नदी निकलती हुई दिख रही है यह सुंदर दृश्य को गोर्जेस कहते हैं जब एक रिवर दो माउंटेंस के बीच में से चीरती हुई नजर आए उसे गोर्जेस कहते हैं कौन दौरी व ऐसी हो सकती है तो सर इंस उसका आंसर है और ब्रह्मपुत्र उसका आंसर है सर गंगा क्यों नहीं है गंगा इसलिए नहीं है गंगा की कहानी समझिए गंगा गंगा नहीं थी सबसे पहले भागीरथी थी भागीरथी निकल के आती है ऊपर गंगोत्री ग्लेशियर से ऊपर गंगोत्री ग्लेशियर से और नीचे आती है य देवप्रयाग पर जब पहुंचती है देव प्रयाग पर जब पहुंचती है वहां इसकी मुलाकात होती है अलकनंदा से और अलकनंदा प्लस भागीरथी दोनों रिवर मिलती है और जब ये रिवर पहुंचती है हरिद्वार पर वहां इसका नाम पड़ता है गंगा तो आप मुझे बताओ क्या गंगा शुरू से गंगा थी नहीं थी तो हम कैसे कहते कि गंगा माउंटेन से निकली है गंगा का एक हिस्सा भागीरथी निकला है गंगा नहीं ब निकली वहां से तो इसका मतलब दो नदियां जो माउंटेंस को चीरती जाती है इंस्रम आपु इंदसूर जाना वहीं ब्रह्मपुत्र की एंट्री आप देखेंगे अरुणाचल प्रदेश में से तक चलना उसके बाद यू शेप लेकर बांग्लादेश में घुसना और फिर बे ऑफ बंगाल में गिर जाना तो दो नदियां जो पहाड़ों से निकली इंस और ब्रह्मपुत्र ठीक है हिमालय रिवर्स की बात करें इंस है गंगा है ब्रह्मपुत्र है आई होप आप समझ गए होंगे आई होप आप समझ गए होंगे क्योंकि आप अगर अब मैं आपको रफ मैप सा बना के दिखाऊं रफ मैप मानिए बच्चे इसे एजेक्ट मैप नहीं है इंद सेसे निकली और पाकिस्तान की तरफ चली गई ब्रह्मपुत्र ऐसे निकली ऐसे में अरुणाचल प्रदेश थोड़ा सा और बड़ा कर देते हैं अरुणाचल प्रदेश टर्न लिया अंदर बांग्लादेश की तरफ जाती है तो दो नदियां जो पहाड़ों से होकर निकली वो इंद और ब्रह्मपुत्र गंगा नहीं है बात करते हैं इंद रिवर सिस्टम की चलिए इंद रिवर सिस्टम प आते हैं इन द रिवर सिस्टम मैंने आपको साफ साफ बोला कि भैया यह जो है यहां से ऐसा निकलती है और यह चलके चलके चलके बाहर जाकर पाकिस्तान से ऐसा नीचे इधर अरेबियन सी में गिर जाती है मतलब नहीं लिख रहे क्योंकि इधर आप कहेंगे कि सर इधर तो गुजरात और राजस्थान है तो मैं सिर्फ यह बता रहा हूं कि अरेबियन सीता गिर जाती है वही यह ब्रह्मपुत्र है जिसे तिब्बत में टी सांग को कहते हैं चलती है अरुणाचल प्रदेश पहुंचती है अरुणाचल प्रदेश पहुंचती है यहां पर एक गांव है जिसका नाम है सादिया टाउन सादिया कस्बे में पहुंचकर वहां इसको मिलती है देहांग रिवर उसके साथ मिलती है फिर नीचे की तरफ चलती है थोड़ा सा साउथ की तरफ चलती है तो वहां प इसकी देवांग और लोहित रिवर मिलती है फिर ये ब्रह्मपुत्र ब्रह्मपुत्र एंटर करती है समय बांगलादेश में वहां जाकर जो है फिर य अपना रंग रूप दिखाती है तो आसाम और बांग्लादेश में इसको बाढ़ बहुत ज्यादा मिलती है तो सुनिए रिवर सिस्टम कहां निकली ये तिब्बत में ब्रह्मपुत्र और इंस दोनों कहां निकलती है तिब्बत में कहां पर नियर मान मानसरोवर लेक उसके बाद क्या किया इंद दस ने किस तरफ चली ईस्ट की तरफ या वेस्ट की तरफ फ्लोइंग वेस्ट कहां एंटर करेगी वेस्ट में जाते हुए सर लद्दाख इंडिया में एंटर करती है वहां जाके क्या होता है इसके साथ सुनिए बहुत सारी ट्रिब्यूटरीज मिलती है जब वहां पहुंच जाती है ऊपर तो बहुत सारी ट्रिब्यूटरी मिलती है कौन सी जस्कर न्यूब शोक एंड हुंजा नदियां मिलती है इसको अपने हिंदुस्तान में कश्मीर में इसको जस्कर हुंजा अपनी क्या कहते शोक और अपना क्या कहते है नुब्रा नुब्रा वैली भी यही है में तो जस्कर नुब्रा शयोक और हुंजा चार रिवर मिलती है इंस में तो आप समझ ग आग नहीं आगी इंस रिवर है मानसरोवर लेक के पास तिब्बत में ओरिजनेट होती है हमारे वेस्ट की तरफ लद्दाख की तरफ चलेगी वहां इंडिया में एंटर करती है क्या एंटर करती है इंस रिवर एंटर करती है वहां जाकर इसको चार छोटी-छोटी और नदियां मिलती है उसके बाद यह पाकिस्तान की तरफ चलेगी अभी सुनिए फिर उसके बादय बल दिस्तान और गिलगित में एंटर करती है वहां से ये जो है पाकिस्तान वाले एरिया में वहां पर एक पहाड़ है जिसका नाम है अटॉक पाकिस्तान में वहां से निकलती है अब तक पीछे पीछे पहाड़ों के चल रही थी हिंदुस्तान से गिलगित बलस्सा पहाड़ वाले एरिया में चल र थी अचानक वहां अटॉक के वहां से नजर आती है कि भैया मैं आ गई है ना नियर मिठानकोट पाकिस्तान के एरिया जो है मिठानकोट के पास से नजर आता है यहां पर इसको और नदियां मिलती है जिनका नाम है पांच नदी जब पंच नदी बन जाती है सतलज व्यास राब चेनाब एंड झेलम ये नदी जो है अब जाके इंस में समा जाती है तो यानी कि ये नदियां इंस में मर्ज हो जाती है आई होप आपको क्लियर है कि नहीं क्लियर है आपको क्लियर है कि नहीं क्लियर है इंस उसके बाद साउथ की तरफ चलती है वहां जाकर अरेबियन सी में गिरती है इसकी टोटल लेंथ 2900 किलोमीटर है चलिए पूरे मार्ग को एक बार फिर से समझते हैं यहां से इंस तिब्बत में ओरिजनेट हुई नियर मानसरोवर लेक नियर मानसरोवर लेक तो सुनिए ध्यान से इंस रिवर है ठीक है तिब्बत में ओरिजनेट होती है नियर मानसरोवर लेक उसके बाद यह व की तरफ बहती है स की तर बहती है वहां पर यह लद्दाख में एंटर करती है लद्दाख में इसको चस्कर नबरा शयोक और हुंजा नदी मिलती है उसके बाद से यह गिलगित और बतिस्ता की तरफ चलती है यहां यह माउंटेंस में चल रही है माउंटेंस के पीछे चल रही है उसके बाद यह अटॉक से इमर्ज होती है अटॉक क्या है एक और माउंटेन है वहां से य इमर्ज होती है वहां से दिखती है यह है आपका मिठानकोट पाकिस्तान में पाकिस्तान में और यहां के बाद से यह कहां गिरती है फॉल्स करती है अरेबियन सी में इस दौरान इसकी जो पूरी लेंथ रही है इस दौरान इसकी जो पूरी लेंथ रही है ये जो पूरी लेंथ रही है ये रही है 2900 किमी इज दैट क्लियर र नॉट पूरा संक्षेप कर दिया सिर्फ एक सिंगल लाइन में इंस हो गई खत्म ठीक है अब इंस की कहानी सुनिए 1 तिहाई पार्ट हम यूज करेंगे किन-किन एरिया के लिए लद्दाख के लिए जम्मूकश्मीर के लिए हिमाचल और पंजाब के लिए एक तिहाई पानी यानी कि 1/3 पानी इंडिया का एंड 2 थर्ड जो है वो किसका पाकिस्तान का इज दैट क्लियर र नॉट इज दैट क्लियर र नॉट ठीक है अब यह जो हिस्सा दारी हुई है इसके लिए एक ट्रीटी एग्रीमेंट साइन हुआ था 1960 में है ना कि इंडिया केवल इतना ही पानी यूज करेगा कितना पानी 20 पर वाटर यूज करेगा इनस का पंजाब हरियाणा हिमाचल जम्मू कश्मीर के लिए मतलब इन पार्ट्स के लिए पंजाब हरियाणा साउदर्न पार्ट एंड वेस्टर्न पार्ट ऑफ राजस्थान जो पाकिस्तान वाली साइड इस साइड पड़ रहे है वेस्ट साइड में उनको भी तो पानी चाहिए नहीं तो वो एरिया सूखे रह जाते तो इंस वाटर ट्रीटी ने किन एरिया को पानी प्रोवाइड कराया 20 पर पंजाब हरियाणा साउथ एंड वेस्टर्न पार्ट ऑफ राजस्थान हो गई इंद रिवर क्लियर हो गई इंद क्लियर बात करते हैं गंगा रिवर की गंगा रिवर की बात करें तो मैंने पहले ही बोला गंगा गंगा नहीं है गंगा कब बनी एट हरिद्वार एट हरिद्वार गंगा गंगा कब बनी बच्चे गंगा गंगा बनी हरिद्वार में इससे पहले नहीं थी गंगा मैं आपको बताऊं तो भागीरथी प्लस अलकनंदा इज इक्वल टू गंगा और वो भी कहां हरिद्वार में जाके हरिद्वार में जाके माउंटेन से रिवर निकलती है भागीरथी ठीक है तो भागीरथी प्लस अलकनंदा इ इक्वल टू गंगा माउंटेन से निकलकर देव प्रयाग पर अलकनंदा और भागीरथी दोनों मुलाकात करती हैं पहुंचती हैं हरिद्वार वहां से जो नदी का नाम पड़ता है क्योंकि ये एरिया है प्लेंस प्लेंस में जाकर इसको गंगा के नाम से जानते हैं पहाड़ी तक तो यही नेम रहते हैं बात करते हैं भागीरथी कहां से निकली ग्लेशियर से भागीरथी निकलती है देव प्रयाग पे पहुंचती है वहां प अलकनंदा से मुलाकात होती है अलकनंदा से मुलाकात होती है आगे की तरफ चलते हैं दोनों मिलकर चलती है बहने दोनों बहनें चलके हैदराबाद हैदराबाद कह रहा हूं सॉरी उसमें हरिद्वार में सॉरी फॉर माय मिस्टेक हैदराबाद नहीं हरिद्वार में हर की पॉडी पर वहां जाके इसका नाम गंगा पड़ जाता है गंगा नदी की बात करें तो गंगा नदी को इस दौरान कई सारी नदियां मेलजोल करती हैं अब गंगा जो क्योंकि आप देख रहे हैं गंगा ऐसे ओरिजनेट होके आ गई ऐसे-ऐसे ओरिजनेट होके आ गई अब इसमें देखेंगे आपको घागरा गंधक कोसी इधर यमुना सोन ये सब नदियां इसमें हेल्प कर रही है मिल रही है तो यमुना घाघरा गंधक एंड कोशी ये रिवर के नाम याद रखिए वाई जी जी के वाई जीजी के वाई जीजी के अरे जीजी में जाके मिलेंगे भाई साहब यमुना घागरा गं कोसी रिवर जाके इंद उसम गंगा में मिलती है अब बात करें यमुनोत्री ग्लेशियर की तो यमुनोत्री ग्लेशियर से क्या लेना देना है क्योंकि यमुना एक सहायक नदी बन रही है गंगा की और उसके पैरेलल रन कर रही है तो यमुना को भूलना नहीं है बात करते हैं दूसरी नदी घागरा की जो भी एक बड़ी नदी है क्योंकि ये भी आई है इसे भी नहीं भूलना है यमुने तरी ग्लेशियर से यमुना निकलती है उसके बाद ये गंगा के पैरेलल चलते है क्योंकि आप देखेंगे ऐसा घागरा ऐसे आकी तो ऐसा गंगा के पैरेलल ही आपको यमुना भी मिलेगी पैरेलल चल रही है ऐसा राइट बैंक ट्रिब्यूटरी अगर ये गंगा है तो गंगा के आप समझेंगे आप ऐसे चल रहे हैं तो आपके राइट में इधर इधर यमुना चल रही है तो राइट बैंक ट्रिब्यूटरी है और ये गंगा से इलाहाबाद में ही मिलती है जिसका नाम संगम पड़ता है आप सुनेंगे वहां पर आपको संगम कहते हैं वही बात करें घागरा की तो घागरा इमर्ज होती है नेपाल हिमालय से है ना गंधक इमर्ज होती है नेपाल हिमालय से कोशी जो होती है नेपाल हिमालय से और यही रिवर है जो हमेशा आपको देखेंगे नॉर्दर्न प्लेंस में बहुत बाड़ बाड़ लाने का काम करते हैं हालांकि जब ये ऊपर पहाड़ से आ रही हैं तो अपने साथ मिट्टी भी ला रही हैं जिसके कारण प्लेंस में बड़ी ही रिचस रहती है अच्छी मिट्टी की और उपजाऊ भी रहती है अच्छी मिट्टी की उपजाऊ भी रहती है तो गंगा के फायदे आपने देख लिए फ्लड भी आपको गंगा की सहायक नदियां दे रही हैं और मिट्टी भी दे रही है मेन ट्रिब्यूटरी बात करें गंगा की अगर पेनिनसुलर से है मतलब कि सेंट्रल हाइलैंड से कोई है तो सुनिए चंबल बेटवा एंड सोन ये राइज होती है सेमी एरिड एरिया सेमी एरिड एरिया कौन सा होता है बच्चे आप सोचेंगे सेमी एरिड एरिया कौन सा है तो देखिए मैं बताऊ किधर है राजस्थान हा यह आपका डेजर्ट एरिया है और यह यहां पर आपका अरावली है जो अरावली वाला एरिया है वही है सेमी एरिड एरिया पूरा आधा सूखा है क्योंकि बारिश भी होती है भाई बारिश देखने को मिलती है सोना गुड़गांव फरीदाबाद इन बारिश भी देखने को मिलती है दिल्ली का कुछ हिस्सा डेजर्ट है तो वहा बारिश नहीं है तो डेजर्ट राजस्थान के दो हिस्से मान लीजिए एरिड एरिया बिल्कुल सूखा थार डेजर्ट आधा एरिया अरावली वो वहां से रिवर निकल रही है तो आप देखेंगे चंबल बेटवा और सोन आपको यहीं नीचे से देखते हुए मिल जाएगी सो ये आपको हो गया ठीक है हां तो ये एरिया अपने साथ ज्यादा वाटर नहीं लेके आती क्योंकि ये वेस्टर्न या सेंट्रल हाइलैंड से निकल के आ रही है तो ओबवियसली इनके अंदर पीछे से कोई पानी का सोर्स तो है नहीं यमुना से तो ये निकली नहीं है जो इनके अंदर पानी हो तो आपको ये भी क्लियर है तो राइट और लेफ्ट बैक ट्रिब्यूटरीज से अटैक होता है गंगा पे यमुना राइट से है कुछ सेंट्रल हाइलैंड से आ रही है कुछ राइट से चंबल बेटवा सोन आ रही है गंधक कोसी और घागरा लेफ्ट से आ रही है क्योंकि कैसे आ रही है सुनिए मेरी बात ये रही गंगा ये देखो लेफ्ट से गोमती घाघरा गंधक कोसी इधर यमुना बेटवा चंबल है सोन तो राइट और लेफ्ट दोनों दोनों साइड से अटैक हो रहा है गंगा के पास तो इसके बाद पानी ज्यादा हो जाता है तो इसके बाद गंगा किधर जा रही है ईस्ट की तरफ जा रही है और ये कहां तक बहेगी बहेगी साहब बहेगी जब तक अरेब इसमें बे ऑफ बेंगोल में ना गिर जाए बहती है बहती है बहती है और य आप देखेंगे ये वेस्ट बंगाल जब पहुंचती है रुकिए वेस्ट बंगाल जब पहुंची कौन सा इलाका फरक्का जगाह वेस्ट बंगाल में यही इसका क्या बनता है ईस्ट वर्ड पॉइंट आपको बन जाता है ठीक है उसके बाद क्या है ये नॉर्दर्न मोस्ट पॉइंट है गंगा डेल्टा का ये नॉर्दन मोस्ट पॉइंट है गंगा डेल्टा का अगर आपसे पूछा जाए कौन सा है तो फरक्का वेस्ट बंगाल में क्यों यहां के बाद गंगा के होते हैं दो हिस्से एक हिस्सा जाएगा किधर ऐसा किधर गया रे हां बांग्लादेश में गया और एक नीचे निकल जाएगा जो नीचे नीचे गिट जाएगा जो बांग्लादेश में जाएगा ऊपर से एक नदी आ रही है ब्रह्मपुत्र वो मिलेगी फिर एक हिस्सा वहां बनेगा और जो नीचे निकल गया साउथ की तरफ हमारे पास जो रह गया वो हुगली भागीरथी हुगली यहां पर भागीरथी हुगली उधर निकल जाएगा अभी जो आपका पद्मा और मेघना जो बनेगा अभी वो रिवर तो अभी समझना है अभी समझना है चलिए गंगा रिवर पहुंच गई है फरक्का तक फरक्का के बाद इसके हो गए टुकड़े दो हिस्सों में बट गई एक भागीरथी हुगली जो कि साउथ की तरफ बे ऑफ बंगाल में गिर जाएगी दूसरी बांग्लादेश में जाएगी जो कि इसका जैसे अब यूं हिस्सा बांग्लादेश में गया ये गिर गया साउथ में जहां पर इसकी मुलाकात होती है गंगा की ब्रह्मपुत्र से और ब्रह्मपुत्र प्लस गंगा इ इक्वल टू मेघना तो मेघना किसका नाम है गंगा और ब्रह्मपुत्र का मिलके और जो नदी है भागीरथी हुगली के नीचे गिरती है बे ऑफ बंगाल में वहां ये बनाती है क्या है डेल्टा ऐसा ही एक डेल्टा का नाम है सुंदरबन डेल्टा डेल्टा क्या होता है जब रिवर का पानी ओशन में टकराए और इनके सामने रिवर जब निकले ओशन से मिलने तो सामने ज मिट्टी के पचस पड़े हैं जिसकी वजह से रिवर दाएं बाए लेफ्ट राइट खेल रही है वो पचस ही कहलाते हैं डेल्टा इज दैट क्लियर क्लियर और नॉट सुंदरबन डेल्टा एक ऐसा ही डेल्टा है जो कि गंगा ब्रह्मपुत्र गंगा ने बनाया सुंदरबन डेल्टा बांग्लादेश से भी आके बन रहे हैं तो किधर र गंगा भी है ब्रह्मपुत्र भी और मेघना भी है है ना सुंदरबन डेल्टा का नाम सुंदरी पेड़ जो वहां पाए जाते हैं उससे निकाला गया है ये वर्ल्ड का लार्जेस्ट सबसे जल्दी सबसे बड़ा फैलने वाला डेल्टा है और यहां पर रॉयल बंगाल टाइगर भी रहता है समझ में आ गई कि नहीं आ गई बात रॉयल बंगाल टाइगर भी रहता है गंगा की लेंथ की बात करें इंद 2900 ये 2500 यहां पर गंगा को अगर आप देखेंगे तो एक अंबाला सिटी है पंजाब में जो वाटर डिवाइड का काम करता है इंस और गंगा के बीच में वरना इंस और गंगा मिल जाते इंस और गंगा अलग हुए तो किसकी वजह से अंबाला की वजह से नहीं तो अटैच हो सकते थे इट एक्ट एस अ वाटर डिवाइड इट एक्ट एस अ वाटर डिवाइड क्योंकि मैंने क्या बोला कोई भी अपलैंड माउंटेन क्या कहलाता है रिवर्स को अगर बांटता है तो वाटर डिवाइड कहलाता है चलिए क्या पढ़ा हमने बहुत सिंपल सा पढ़ा हमने ऐसा कोई तीर नहीं मारा है अपने देश की अगर नदियां पढ़ रहे हैं सीख रहे हैं तो इसमें कोई परेशानी नहीं है चलिए प्यार से सीखेंगे हम हमने क्या सीखा चलिए हमने देखा कि भागीरथी जो है मैं एक लाइन में फिर से बता रहा हूं भागीरथी जो है वो कहां से निकली बच्चों आपको पता चलेगा गंगोत्री ग्लेशियर से चलती है बहती है बहती है देव प्रयाग पहुंचती है देव प्रयाग पहुंचती है वहां पर एक और रिवर है पहले से रिवर का नाम क्या है अलक नंदा ठीक है ये दोनों मिलकर क्या ब है गंगा कब जब ये हरिद्वार पहुंचती है या फिर हम ये कह रहे जब य प्लेन एरिया में एंटर करती अब तक पहाड़ों पर चल रही थी अ प्लेन एरिया में एंटर करती है गंगा की जो पूरी लेंथ मतलब अभी तो बताएंगे गंगा चलती है गंगा की सबसे अगर इंपॉर्टेंट ट्रिब्यूटरी अगर कोई है तो वोह है यमुना जो कि रन करती है क्या पैरेलली पैरेलल रन करती है पैरेलली रन करती है है ना और आप देखेंगे नेपाल हिमालय से भी कुछ रिवर इसको ट्रिब्यूटरीज है नेपाल हिमाल से भी कुछ ट्रिब्यूट आ रही है जैसे कि आपका घागरा गंधक कोसी है ना प्लस पेनिनसुलर से भी कुछ रिवर आ रही है पेनिनसुला से भी कुछ आ रही है चंबल बेटवा सोन और यह सब मिलकर गंगा को क्या कर देती है पावरफुल गंगा में पानी पानी आ जाता है गंगा हो जाती पावरफुल गंगा में ताकत आ गई अब गंगा बह रही है गंगा पहुंची वेस्ट बंगाल जगह थी फरक्का यहां जाके दो पार्ट हो गए क्या भागीरथी हुगली इसके बाद यह क्या जाती है डेल्टा बना लेती है यह कहां गई बांग्लादेश में बांग्लादेश में ऊपर से पहले एक रिवर थी नाम है ब्रह्मपुत्र नाम है ब्रह्मपुत्र यहां से क्या पहुंची गंगा जब गंगा प्लस ब्रह्मपुत्र यहां बना गंगा प्लस ब्रह्मपुत्र यहां हुआ तो बना क्या मेघना यानी कि अगर आपके डेल्टा की बात की जाए तो डेल्टा बनाने का काम किसकिस का हो गया गंगा ने बनाया है बिल्कुल बनाया है ब्रह्मपुत्र भी बना रही है वो भी बना रही है और जो दोनों को मिलके मेघना है वो भी बना रही है वो भी बना रही है ये दोनों चलते चलते टोटल डिस्टेंस जो है इनका कितना हो जाता है टोटल डिस्टेंस की अगर बात कर ले तो 2500 किलोमीटर ये चल पड़ी है 2500 किलोमीटर चल पड़ी है और खासी बात ये है कि इंस और गंगा का मेल हो जाता साहब पर बीच में क्या आया वाटर डिवाइड एक पानी बट गया और वाटर डिवाइड का काम किसने किया अंबाला सिटी ने किया इट क्लियर और नॉट इट क्लियर और नॉट पूरी कहानी एक समरी एक लाइन प आगे बढ़ते हैं भाई चलो ब्रह्मपुत्र की बात करते हैं ब्रह्मपुत्र अगेन रा तिब्बत इ के पास ही तिब्बत नियर आप देखेंगे उसके पास ही हो रहा है ठीक है तो ब्रह्मपुत्र का क्या है मेरी बात सुन लीजिए रा तिब्बत पढ़ चुके हैं इ और सतलज के पास ही इसका ओरिजन पॉइंट है कैसे इ और सतलो के पास है तो सुन लीजिए मैं दिखा भी देता हूं मैप में यह आपका ये आपका और ये जा रही सतलुज और ये य इंस और यही आपकी है ब्रह्मपुत्र यही आपकी है ब्रह्मपुत्र आइए चलिए देखते हैं तो उसी के पास से निकली है बिल्कुल सही बात है स्लाइटली लंगर देन इंस है बिल्कुल थोड़ी सी लंबी है ठीक है मोस्ट ऑफ द स् कोट्स मतलब इसका आधे से ज्यादा रास्ता बाहरी रहता है क्यों क्योंकि यहां से उत्पन्न हुए चलते चलते तिब्बत तिब्बत तिब्बत चीन चीन चीन करती करती फिर तब जाके यहां पर पहुंची क्या यह क्या पॉइंट है जहां से ये मुड़े गी किधर गई रिवर हां जहां से ये मुड़े गी ऐसा नामचा बरवा पर्वत यहां से मुड़े गी तो भाई साहब यहां से मुड़ने का थोड़ा सा आसाम में रही रही रही फिर तो बांग्लादेश में हो गई ना तो हमारे पास एरिया क्या मिला सिर्फ इतना सा इसीलिए कह रहे हैं आते सादा एरिया बाहर ही घूमती है बांग्लादेश बाहर हो गया है ना और पूरा चाइना तिब्बत वैसा बाहर हो गया तो इट फ्लोज ईस्ट वर्ड यहां से ओरिजिन हुई ईस्ट वर्ड की तरफ चली अच्छा खास बात सुनिए इस एरिया में ना तो पहाड़ है मिट्टी वाले बर्फ के पहाड़ है सूखा एरिया है ठंडा और कोल्ड और ड्राई रीजन है तो चांस ये बनता है कि ये यहां तक पहुंचने तक मिट्टी ना लाए पर हिंदुस्तान में जैसे ही पहुंचेगी वहां तो पहाड़ है वहां मिट्टी है डस्ट वाले हैं ऐसा पर्वत हमारे उधर उधर बर्फ वाले थोड़ी है तो वहां से फिर वो मिट्टी कैरी कर सकती है समझ ग आ नहीं बात समझ लेना यार टफ नहीं है ब्रह्मपुत्र रिवर सिस्टम पड़ा तो यहां पर ये जिस ग्लेशियर से निकली वो चेमा युंग डुंग ग्लेशियर था जहां से इसकी उत्पत्ति हुई जिस ग्लेशियर से क्योंकि ऊपर पर्वत क्या है बर्फ के हैं तो ऐसा कौन सा बर्फ का पर्वत है जिससे ब्रह्मपुत्र निकली चेमायुंगडुंग ग्लेशियर जब यह रिवर चलते-चलते जब ये रिवर चलते चलते कहां पहुंचती है नामचा बरवा मैंने क्या बोला नामचा बरवा पहुंची तो क्या करती है ऐसा आपने देखा वो पॉइंट यहां तक पहुंची फिर यूटन लेती है टेक्स यूटन इंडिया मेंटर की इलाका कौन सा था राज्य कौन सा था अरुणाचल प्रदेश गांव का नाम क्या है नियर सादिया टाउन नियर सादिया टाउन और वहां जाकर इसका क्या पड़ जाता है नाम इसको देहांग कहते हैं ब्रह्मपुत्र इंडिया आते-आते क्या बन गए देहांग अब दो रिवर से मुलाकात ज बाय दवांग य ब है रांग नहीं टाइपिंग दवांग एंड लोहित से मुलाकात होती है दिबांग ए लोहित से मुलाकात होती है कितने यूटन लेगी यह सब नहीं है मेंशन इतने यूटन याद नहीं करने आपको व मैंने बस दिखाने के लिए बता दिया भाई यूटन बहुत इंपोर्टेंट है अगर मैं आपको बोलू तो ध्यान रखना वैसे मिटा रहा हूं बट मैंने आपको ये इसलिए फोकस किया है ताकि आपको ये याद रहे कि यूटन इज वेरी इंपोर्टेंट फॉर ब्रह्मपुत्र ब्रह्मपुत्र यूटन लेगी यूटन लेगी भाई याद रखना कहां से जब वो तिब्बत से मुड़े गी तब वो यू टर्न लेगी तो यू टर्न इज वेरी इंपोर्टेंट लाइन कि आपके लिए यूटर्न बहुत जरूरी है भूल मत जाना कि भा इंडिया में कैसे घुसी जब तक यू टर्न ना ले इंडिया में नहीं घुस सकती यू टर्न लेगी तिब्बत में अगर मैं बात करूं तो ये बहुत कम पानी लेके चलती है बहुत कम मिट्टी लेके चलती है क्योंकि कोल्ड रीजन है ड्राई एरिया है तो पहाड़ इतने पिघलते नहीं है बट जब इंडिया में आती है तो यहां पर जो है ये हाई रेनफॉल के एरिया में आती है क्योंकि यहां मौस नाम बारिश बारिश बहुत उधर एरिया में होती है उधर बारिश पानी के लिटी है सो यहां पर रिवर जो अपने साथ पानी भी खूब मिलता है और डस्ट मिट्टी भी खूब मिलती है तो क्वेश्चन इज व्हाई इज इट सो क्यों ऐसा हो रहा है तो मैंने आपको पहले ही बताया कि भाई क्या रीजन है क्या रीजन है क्योंकि यहां पहाड़ है यहां पर उनको तोड़ती है रिवर ऊपर से मुड़ती है जैसे ही मैंने क्या बोला ये यूटन जो हिस्सा है ये जो यूटर्न वाला हिस्सा है यहां से नीच तो फोर्स मारेगी ना नीचे की तरफ पहाड़ को और फॉलो मिल गया तोड़ने के लिए भाई रिवर के के पास और तेज फ्लो है वो तोड़ेगी तोड़ेगी तो डस्ट और मिट्टी अपने आप आएगी पानी भी तेज होगा पानी का फ्लो भी तेज होगा जब ऊपर से पानी गिरेगा तो पानी का भाव भी तेज होगा तो और बात करें ब्रह्मपुत्र की इसके ब्रेडेड चैनल होते हैं ब्रेडेड मतलब ये ऐसे फैलते हुए चलती कहीं कुछ बट रही कहीं कुछ बट रही ऐसे स्टाइल में बहके चलती है आसाम में बात करें तो ये क्रिएट करती है क्या रिवन आइलैंड ऐसा ही एक रिवन आइलैंड का नाम बताइए कमेंट सेक्शन में ये कौन सी आइलैंड का इसका क्या नाम है इस आइलैंड का रिवन आइलैंड का क्या नाम है बहुत सही आइलैंड नाम है काफी म मशहूर है नाम निकलने वाला था काफी मशहूर आइलैंड है फटाफट कमेंट सेक्शन में बताइए क्या है ब्रह्मपुत्र रिवर की बात करें तो इसकी वजह से आसाम आपने बोला ना बहुत तेज फ्लो होता है पानी का यस होता है मिट्टी होती है तो बाढ़ आती है कहां पर आसाम और बांग्लादेश में क्योंकि इसके अंदर मिट्टी है तो ये ह्यूज डिपॉजिट ऑफ सिल्ट मिट्टी के डिपॉजिट करती है जिससे बैड सख्त मिट्टी होती जाती है और जिसकी वजह से क्या होता है रिवर बैड राइज हो जाता है अब सुनिए कैसे होता है जब ये ऊपर से मिट्टी लाएगी तो यहां सख्त बना दिया मान लीजिए सखत बना दिया ये ऊंचा गया होता गया होता गया तो जब पानी का फ्लो इससे टकराया आएगा आज अगर मैं यहां खड़ा हूं मुझे यहां तक मिट्टी में भर दिया जाए और पानी अगर नीचे चल रहा है तो पानी को यहां तक आना पड़ेगा क्योंकि अब वो मिट्टी के ऊपर से बहेगा तो तो बाढ़ आएगी ना तो क्या होगा तो तो बाढ़ आएगी क्यों आएगी क्योंकि मिट्टी का जो लेवल है उस परे मिट्टी प मिट्टी जमती गई जमती गई जमती गई तो रिवर अपना रास्ता ऊपर ऊपर ऊप करता क्या तभी बाढ़ बनती है तो आपको अगर पता चले कि रीवर की वजह से आसाम और बांग्लादेश में बाढ़ आती है ब्रह्मपुत्र की वजह से क्यों आती है क्योंकि वो इतना मिट्टी इतना सिल्ट लेके आती है डिपॉजिट पे डिपॉजिट डिपॉजिट पे डिपॉजिट डिपॉजिट पे डिपॉजिट डिजिट डिपॉजिट करते करते रिवर बेड जो है व भारी हो जाता है ऊपर हो जाता है बड़ा हो जाता है पेनिस रिवर्स की बात करें वट एक्ट एस वाटर डिवाइड इन पेनिस रिवर्स हिमालय रिवर्स पूरी हो चुकी है इट क्लियर ब्रह्मपुत्र की अगर हम बात कर ले ब्रह्मपुत्र की अगर हम बात कर ले ब्रह्मपुत्र रिवर की अगर हम बात कर ले तिब्बत में राइज हुई राइट ईस्ट की तरफ फ्लो करती है ईस्ट की तरफ फ्लो करती है रीच करती है कहां पर नामचा बरवा यहां से क्या लेती है याद रखना यूटन एंटर करती कहां अरुणाचल प्रदेश में और यहां क्या कहलाती है कॉल्ड देहांग जब साउथ की तरफ चलेगी साउथ वर्ड चलने पर इसे क्या मिलता है दवांग एंड लोहित रिवर दवांग एंड लोहित रिवर इसके बाद ये क्या करती है ये पहुंचती है क्या बांग्लादेश में ये कहां पहुंचती है बांग्लादेश में आपको यह बताना है ब्रह्मपुत्र रिवर का नाम जो है कमेंट में ब्रह्मपुत्र रिवर का नाम बांग्लादेश में पहुंचने पर क्या पड़ता है डोंट राइट मैगना मैगना अलग है है पद्मा जमुना और दो नाम अपनी तरफ से ले लेना बांग्लादेश में एंटर करती है ठीक है बांग्लादेश में एंटर करती है अगर हम इसी ब्रह्मपुत्र की बात करें तो यह क्या है तिब्बत में होती है तो नो सिल्ट नो हाई फ्लो वाटर का वाटर में नहीं रहता है बट जब ये इंडिया में एंटर करती है बट जब ये इंडिया में एंटर करती है तो फ्लो भी रहता है सिल्ट भी रहता है यहां के बाद से क्या होता है फ्लो भी तेज होता है और सिल्ट भी होती है सिल्ट भी आही होती है इसी सिल्ट के कारण डिपॉजिट होता जाता है ये सिल्ट और डिपॉजिट होते होते क्या होता है रिवर बेड जो है वो राइज करना शुरू करता है इसके कॉज क्या होता है वाटर जो लेवल है वो भी राइज करता है जिसकी वजह से फ्लड्स आते हैं कहां पर आते हैं आसाम में आते हैं सर और ब्रह्मपुत्र में आते हैं मैंने आपको पूरा स्टोरी की तरह समझा दिया है यही पूरी कहानी है बढ़ते हैं आगे बच्चों पेनिनसुलर रिवर्स की बात करते हैं पेनिस रिवर में आपको नर्मदा तापी गोदावरी कावेरी कृष्णा यह ज्यादा इंपोर्टेंट है महानदी यह ज्यादा इंपॉर्टेंट रिवर है इन्हीं के बारे में पढ़ेंगे पेनिस रिवर की बात करते हैं तो पेनिस रिवर में कौन सी ऐसी चीज है जो वाटर डिवाइड करने का काम करता है क्योंकि जब आप ऐसे पढ़ेंगे तो आपको पता चलेगा कि कुछ रिवर तो सेंट्रल हाइलैंड से निकल रही है कुछ रिवर सेंट्रल हाइलैंड से निकल रही है और कुछ रिवर जो है वो वेस्टर्न घाट से निकल रही तो ऐसा क्या हुआ ये रिवर एक जगह से नहीं निकल पाई तो कारण था ये वेस्टर्न घाट इसने इसने आधी रिवर को इस पार दे दिया और आधी रिवर को इस पार जाने पर मजबूर कर दिया ऊंचाई है ऊंचाई है एक मिनट रुकिए एक अभी एक मिनट मेडिसिन इज अर्जेंट हां चलिए समझ में आ गई बात तो पेनिनसुलर रिवर को पेनिनसुलर रिवर जो है मेघना सॉरी मेघना कह रहा हूं महानदी गोदावरी कावेरी कृष्णा तपती और नर्मदा इनको अलग करने का काम किसी एक ऐसे इलाके ने किया जिसकी से आद रिवर जो इस तरफ चली गई आदि रिवर इस तरफ चली गई और वो ऊंचा इलाका था वेस्टर्न घाट ऊंचा इलाका था वेस्टर्न घाट तो महानदी गोदावरी कावेरी कृष्णा ये वो रिवर है जो ईस्ट की तरफ जाती है बस दो रिवर आपको मिलेंगे नर्मदा एंड तापी जो उल्टी दिशा में चलती है महानदी गोदावरी महानदी गोदावरी स कावेरी ये जाएंगी ईस्ट की तरफ बे ऑफ बंगाल में गिरें वही ऐसा मध्य प्रदेश से नर्मदा और तपती वो मैं बताऊंगा पूरा एट फिगर वो जाएंगी अपना किधर अरेबियन सी की तरफ तो ये जाती है ऐसे वो जाती है बे ऑफ बंगाल की तरफ ये बनाती है डेल्टा ये बनाती है ईरी ुरी होता है थोड़ा डेल्टा से मतलब मैं अगर एक बेसिक डिफरेंस बोलूं ना बिल्कुल अगर एक अनपढ़ इंसान को भी समझना हो कि व्हाट इज द डिफरेंस बिटवीन डेल्टास एंड री तो आप समझिए हर रिवर के अंदर मिट्टी होती है ह रिवर के अंदर मिट्टी होती है ढलान रहेगी तो मिट्टी ज्यादा जाएगी जब मिट्टी जाके रिवर के साथ जाके जब रिवर तो ओशन में मिल जाती है मिट्टी कहां तक जाएगी मिट्टी तो उसके कोस्ट के आसपास गिर जाती है उसे डेल्टा कहते हैं ईस्ट ऊपर की तरफ बनता है ऊपर की तरफ से क्यों बन रहा है वो भी रिवर जाएंगी वो भी जाके अरेबियन सी में गिरगी रिवर की रिवर गिर गई ज्यादा मिट्टी नहीं ले पाई क्योंकि फ्लो नहीं था उल्टी डायरेक्शन थी ऊंचा हिस्सा था तो रिवर तो भह के निकल गई मिट्टी तो लाई होगी पर एक तो ऐसा होता है ना यार ऊपर की तरफ मिट्टी चढ़ ही नहीं पाई पानी तो चढ़ गया फ्लो में मिट्टी नहीं चढ़ पाई और थोड़ी बात अगर मिट्टी गई तो उसको समुद्र अपने साथ ले गया वो बेडस नहीं बन पाए वो पैचेज नहीं बन पाए मिट्टी के यहां पर डेल्टा की तरफ बन रहे थे डेल्टा की उधर बन रहे थे क्योंकि उधर फ्लो भी था मिट्टी भी ज्यादा थी इधर नहीं बन पाए ठीक है आगे चलते हैं तो ये आपके रिवर है आप देख सकते हैं कोई दिक्कत कोई परेशानी नहीं है कैसा नहीं है गोदावरी य रही कृष्णा ये रही कावेरी यहां है मतलब निकल के यही आएगी और आ किधर रही है बे ऑफ बंगाल की तरफ नर्मदा आपको यहां से देखी मिलेगी आधे रास्ते से तापी मिलती है यह गिरती है यहां नर्मदा की आधी लेंथ की होती है तापी याद रखिएगा दोनों के दोनों मध्य प्रदेश चलिए बात करते हैं नर्मदा बेसिन की नर्मदा बेसिन की बात करें तो सुनिए यह अमरकंटक हिल से निकलती है अमरकंटक हिल से निकलती है जो एमपी में ठीक है उसके बाद ये वेस्ट की तरफ फ्लो करती है क्योंकि मैंने क्या बोला नर्मदा एंड तापी ये अगर मैं इंडिया ऐसे मान लो किधर गया हां आप लेफ्ट राइट समझ लेना अब मैं यहां अपने हिसाब से बता रहा हूं तो मेरा ये लेफ्ट है मेरा ये अरेबियन सी है ये मेरा बे ऑफ बंगाल है तो नर्मदा तापी इस हाथ पे है नर्मदा तापी इस हाथ पे है महानदी गोदावरी कावेरी कृष्णा वो इस हाथ पे है और ये ऐसे मान लो मुझे तो इधर गोदावरी कावेरी कृष्णा को मैं फ्लो ज्यादा दूंगा नर्मदा तापी को थोड़ा ऊंचाई देखनी पड़ेगी फ्लो वेस की तरफ गलती है इन अ रिफ्ट वैली रिफ्ट वैली क्या होता है रिफ्ट वैली क्या होता है पहाड़ जब इकट्ठा था तो उसमें कुछ फर्स लगी जमीन पे कुछ टेक्टोनिक प्लट हुई तो उसमें गैप क्रिएट हो गया एक गैप क्रिएट हो गया जब पहाड़ में कुछ गैप क्रिएट हो जाता है उसमें एक सकरा सा पतला सा रास्ता बन जाता है पहाड़ी के बीच में आपने देखा होगा फिल्मों में वो जो कई साउथ की मूवी में उ पहाड़ियों के बीच में ऐसे-ऐसे निकल निकल के जाते हैं ऐसे छोटा सा रास्ता होता है उसे रिफ्ट वैली कहते हैं उसमें पानी बहता है नर्मदा कई सारी ऐसे पिक्चर लोकेशन मनमोहक दृश्य बनाती है जैसे कि यह देखो कितना बढ़िया मार्बल है मार्बल का पत्थर वाली पहाड़ियां है इनके बीच से पानी चल रहा है लोग बोटिंग कर रहे हैं ऊपर ऊपर पहाड़ चल रहे हैं बड़ा ही मनमोहक दूसरा होता है बता ये सफेद दूध जैसा एकदम झाग जैसा पानी निकल के आता है फ्लो के साथ नर्मदा बेसिन जो है मतलब मान गए ना ये सब बनाता है नर्मदा बेसिन कहां-कहां किस एरिया को कवर करता है ओनली टू एरिया मध्य प्रदेश एंड गुजरात मध्य प्रदेश में निकलता है गुजरात की तरफ चल के बहता है इसलिए मध्य प्रदेश एंड गुजरात ओनली बाय दी नर्मदा तापी की बात कर ले ओबवियसली बात है तापी की बात करें ये भी आपको एमपी में निकलने को मिलेगी सतपुरा रेंजेस के वहां से निकलती है सतपुरा रेंजेस के वहां से निकलती है एमपी में ठीक है नर्मदा पैरेलल नर्मदा रिफ्ट ब है ये भी रिफ्ट वैल बगी दोनों का सेम सेम दोनों रिफ्ट वल में डिस्टेंस कम है बट शार्टर देन नर्मदा है ये किस हिस्से को कवर करती है वो एमपी एन गुजरात ये एमपी गुजरात के साथ साथ महाराष्ट्र को भी एमपी गुजरात के महाराष्ट्र को थोड़ा टच करके निकलती है यह तीन को व दो को ठीक है तो यहां पर आप क्या समझ रहे हैं अगर नर्मदा की बात करें तो दो स्टेट्स एमपी एन गुजरात यहां की बात करें तो तीन महाराष्ट्र और जोड़ लेना बस कोस्टल प्लेन बिटवीन वेस्टर्न घाट एंड अरेबियन सी आर वेरी नरो क्या मतलब है इसका देखिए यह होता है ऐसा मान के चलिए मैं वो कोस्टल प्लेन बना रहा हूं इंडिया का वी शेप जो बनता है ठीक है तो यह क्या है यह वेस्टर्न घाट है यह क्या है अरेबियन सी है यह क्या है अरेबियन सी है यह क्या है वेस्टर्न घाट है इसके बीच में य रास्ता नहीं दिख रहा आपको ये रास्ता ये इतना सा रास्ता बच पाता है कि इसमें से कुछ एक नदियां ही बह पाती है जिनका नाम है साबरमती माही भरत पूजा एंड पेरियार इंपॉर्टेंट अगर मैं बताऊ तो पेरियार इज वेरी इंपोर्टेंट जो कि केरला से बहती है क्योंकि आपने देखा वेस्टर्न ट तो यहां तक पूरा फैला हुआ है तो ये चार रिवर है जो अरेबियन सी यानी कि कह सकते हैं हम वेस्टर्न कोस्ट प बहती है क्योंकि ये सारा जो कोस्ट है वो क्या है वो वेस्टर्न कोस्ट है वेस्टर्न कोस्ट से जो है यह नदियां जो बह रही है ठीक है आगे चलते हैं गोदावरी बेसिन अब मैंने क्या बोला नर्मदा एंड तापी को अगर आप छोड़ दे तो आपको ये समझ में आ गया कि नहीं आ गया कि भाई आपके पास जो है अरेबियन सी और वेस्टर्न घाट के बीच में क्या पड़ता है वेस्टर्न कोस्ट पड़ता है वेस्टर्न कोस्ट के इस जोन से जो नदियां निकलती है वो चार है भरत पूजा पेरियार आपकी साबरमती एंड माही रिवर्स ये सारी नदियां याद रखना वेरी वेरी इंपोर्टेंट है बात करें हम गोदावरी बेसिन की तो सबसे बड़ी जैसे नॉर्थ में गंगा है वैसे ही गोदावरी है इसीलिए इसको नाम पड़ा है दक्षिण गंगा इसीलिए इसको नाम पड़ा क्या दक्षिण गंगा क्या नाम पड़ा दक्षिण गंगा सबसे फर्स्ट एंड मोस्ट इंपोर्टेंट लाइन दक्षिण गंगा गंगा जैसी पावरफुल बड़ी नदी है यहां की पेनिंस की लार्जेस्ट नदी है कहां से निकलती है वेस्टर्न घाट से दो नदियां जो मैंने बताई सेंट्रल हालैंड की तरफ से निकली निकली बाकी अब वेस्टन घाट की बारी है लेंथ की बात करें 1500 किमी हालांकि लेंथ इतना कोई ज्यादा पूछेगा नहीं बट अगर फीचर्स आ गए तो बता देना 50 पर एरिया तो जो महाराष्ट्र में बहता है बाकी बच्चा कुचा एरिया है एमपी उडीसा एंड आंध्र प्रदेश में बहता है यानी चार स्टेट एमपी उसमें नर्मदा में दो महाराष्ट्र सॉरी मध्य प्रदेश एंड गुजरात राइट मध्य प्रदेश एंड गुजरात न तापी में मध्य प्रदेश गुजरात एंड महाराष्ट्र ठीक है उसके अलावा अगर आप देखेंगे हां दो तीन गोदावरी और कोई रिवर नहीं पड़ी अभी तक गोदावरी में क्या है आपको चार मिलेंगे महाराष्ट्र उड़ीसा जहां से वो फिर गिरने को होगी मध्य प्रदेश जो महाराष्ट्र के तुरंत बाद था और आंध्र प्रदेश जहां से वो थोड़ा सा एरिया अपना लहक हुए निकलती है मिल जाएगा ट्रिब्यूटरीज बात करें गोदावरी की क्योंकि हम इसे दक्षिण गंगा कह रहे हैं तो ओबवियसली बात है जैसे गंगा में ट्रिब्यूटरीज है इसमें भी ट्रिब्यूटरी है पूर्णा वर्धा प्रणिता मांजरा पेण गंगा वेन गंगा यह जो है नदियां है इसकी ट्रिब्यूटरीज है याद रखना पूर्णा वर्धा पेन गंगा वेन गंगा प्रणता मांजता ये नाम आपको याद रखने चाहिए बहुत इंपोर्टेंट नाम है गोदावरी के बात करते हैं महानदी की ये भी हाईल छत्तीसगढ़ से निकलती है कहां से बहती है उड़ीसा से होकर बहती है ठीक है अब इसके स्टेट भी याद रखना 860 किमी है बहुत छोटी है गोदावरी के मामले में कहां-कहां से महाराष्ट्र से उसका भी है उसका भी है छत्तीसगढ़ झारखंड एंड ओड़ीशा स्टेट बहुत कॉमन है तो थोड़ा सोच समझ के लिखना बहुत सारे स्टेट कॉमन मिलेंगे आपको कृष्णा की बात करें महाबलेश्वर महाराष्ट्र से निकलती है 1400 किमी इसकी लेंथ है ट्रिब्यूटरीज की बात करें तुंगभद्रा कोयना घाट प्र मूसी एंड भीमा इसकी अगर ट्रिब्यूटरीज में अगर मैं बात करूं मैप वर्क अगर बन भी जाए तो कोयना रिवर और तुंगभद्रा रिवर इज दे आर मोर इंपोर्टेंट देन दी अदर ट्रिब्यूटरीज वाले से जो और इसकी है ड्रेनेज बेसिन की अगर हम बात करें महाराष्ट्र यहां भी है सब जगह दिख रहा है कर्नाटका एंड आंध्र प्रदेश कर्नाटका एंड आंध्र प्रदेश चलिए आगे चलते हैं कावेरी की बात करले वेस्टर्न घाट से निकलती है 760 किमी है ट्रिब्यूटरीज वही महाराष्ट्र वाली जैसी नाम जैसे जैसे कि अमरावती भवानी हेमा एंड कबनी जो इसका एरिया है कहां कहा पड़ता है कर्नाटका केरला एंड तमिलनाडु कर्नाटका केरला एंड तमिलनाडु तो के के है ना कर्नाटका केरला तमिलनाडु ट्रिपल केटी कावेरी की कर्नाटका केरला ए तमिलनाडु में बहती है वही कृष्णा की बात कर ले तो कृष्ण जो है महाराष्ट्र कर्नाटक आंध्र प्रदेश में बहती है सो एक बात करते हैं अब क्या आपको पता है कि कावेरी सेकंड बिगेस्ट वाटरफॉल क्रिएट करता है सेकंड बिगेस्ट वाटरफॉल जिसका नाम है शिवा सुंदरम बट माय क्वेश्चन इज़ कि इंडिया का सबसे बड़ा बिगेस्ट वाटरफॉल कौन सा है बिगेस्ट वाटरफॉल कौन सा है ठीक है बिगेस्ट वाटरफॉल कौन सा है आपको बताना है तो कुंचिकल वाटरफॉल है जो कि कर्नाटका में है और जिस रिवर पे है उसका नाम है वाराही रिवर इंडिया का सबसे लार्जेस्ट बिगेस्ट बिगेस्ट वाटरफॉल जो है वह कुंचिकल है कर्नाटका में है जिस रिवर पर है वाराही रिवर पर है सेकंड जो है वह शिवा समुद्रम है आप देख चुके हैं है ना इसको हम अ शिवा समुद्रम ही कहते हैं बिगेस्ट वाटरफॉल को इससे हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर जनरेट की जाती है लगभग आजकल तो सब डैम मल्टी पर्पस डैम ही हो रहे हैं आप सब जानते हैं बात करें लेक्स की अब इंडिया में जो झीले हैं उनकी कुछ विशेषताएं कुछ इंपॉर्टेंस जान लीजिए सारी लेक्स परमानेंट नहीं होती सारी लेक्स टेंपररी नहीं होती यानी कि कुछ लेक्स परमानेंट है और कुछ टेंपरेरी है तो सम आर परमानेंट सम आर टेंपरेरी जो परमानेंट है जहां पर हमेशा पानी रहता है उसका पीछे रीजन है कि हो सकता है वो बर्फीले इलाके में हो बर्फ पिघलती रहती हो वहां पानी आता रहता हो यह एक आप समझ सकते हैं कुछ के यहां ऐसा हो सकता है जो रेन पर डिपेंडेंट है बारिश पड़ेगी तो उन झीलों में पानी आता है वरना नहीं आता है तो वो परमानेंट नहीं है मंड्रिक और ऑक्सबो लेक्स बनती है ये भाई ये भी एक तरह की लेक है क्योंकि उन लोग जो नदियों से पानी कटता है तो ये हिस्सा अगर कटा है तो यहां पानी भरा रहता है तो ये भी एक तरह की झील हो गई स्पिनस एंड बार स्पिस एंड बार फॉर्म लगूनस इन द कोस्टल एरिया स्पिस एंड बार क्या होता है जो मिट्टी जाती है ना जब अगर मान लो ऐसा ये गई तो यहां ना ऐसा मिट्टी की लेयर बन जाती है आपने अगर गल करके देखेंगे एक पूरा बार बन गया तो ये लगून बनता है जिसमें आपका चिली का लेख हो गया आपका पुलिकट लेख है कोलेरू लेक है यह स्पेस बार मिट्टी के उसके थ्रू ही बने हैं जैसे आपकी ये अब यहां खत्म हो बाउंड्री इंडिया की अब यहां सामने आप देख रहे हो मिट्टी के टले से बन ग उन पर पेड़ हो गया तो ये बर्स हो गई ये जो ऐसे आपको दिख रहे हैं भाई पानी मिट्टी तो किधर भी जाके फ्लो ये बन गया तो ये लगूनस टाइप जो आपको दिखेंगे ये बनते नजर आएंगे बात करते हैं एक लेक जो कश्मीर में आपकी एक फ्रेश वाटर लेक है जो हिमालयन रीजन में पाई जाती है क्यों फ्रेश वाटर फ्रेश वाटर है आंख बंद करके सोचिए भैया ना पोल्यूशन है ना य है माउंटेन एरिया है तो फ्रेश वाटर है कैसे बनती है ग्लेशियर से बनती है ग्लेशियर से बनती है ऐसी और लेख भी है उन एरियाओं में डल लेख भीमथल लेक लॉक टेक लेक बारा पानी लेक सारी जम्मू कश्मीर में नहीं है सारी जम्मू कश्मीर में नहीं है वो एक यह बता दीजिए चलिए बहुत मशहूर लेक है लॉक टक लेक स्टेट याद नहीं रखने इलाका याद नहीं रखना बट लेक याद रखिए कि फ्रेश वाटर लेक और कौन-कौन से डल भीम तल लॉक टक ये याद रखना लेक्स का यूज क्या है भाई यह रेगुलेट करती है पानी का और भाव को बनाने में कैसे नदी ऊपर से आ रही है कहीं नदी को थोड़ा कम पानी मिला और वहां लेक है तो लेक अगर उसके साथ जुड़ गई तो नदी के पानी को और पानी मिल जाएगा तो नदी आगे तक कैरी कर पाएगी वरना नदी रुक सकती है प्रीवेंट्स फ्लड अगर मान लो यहां कहीं बाढ़ आ रही है ऐसे और पता चले यहां एक बड़ी लेख है तो पानी अगर इसमें गिर गया तो काफी ज्यादा पानी तो यहां पे स्टोर हो गया काफी ज्यादा पानी य स्टोर हो गया तो यहां क्या होगा फ्लड का जो फ्लो है वो क्या हो जाएगा रिड्यूस हो जाएगा तो फ्लड प्रोवेट करती है नहीं करती है फ्लड सूखे सीजन रहे जब ड्राई हो तो फ्लो ऑफ वाटर मेंटेन करती है फ्लो वाटर कैसे लोगों को भी पानी मिल सकता है और रिवर भी आ रही है सूखने को हो तो इससे पानी ले सकती है हाइड्रोइलेक्ट्रिसिटी तक प्रोड्यूस कर सकती है इतनी बड़ी-बड़ी झीले भी है कि उनसे बिजली भी प्रोड्यूस की जा सकती है आसपास के मौसम को बनाए रखने में सही रहती है बहुत गर्मी है कहीं अगर लेक होगी तो मौसम थोड़ा कंट्रोल रहेगा जैसे समुद्र के आसपास पानी रहता है तो वहां मौसम बड़ा कंट्रोल रहता है तो लेक्स अपने एरिया में यही काम कर रही होंगी एक्वेटिक सिस्टम भी मेंटेन रहता है एक्वेटिक इकोसिस्टम कैसे मेंटेन रहता है भाई आपके आसपास मछलियां भी होना जरूरी है जानवर भैंस पानी ये भी पिए ये भी जरूरी है उसमें थोड़े से एक्वेटिक लिविंग ऑर्गेनिस्ट म होना जरूरी है उससे जो इकोसिस्टम हमारा है पेड़ है पौधे हैं जीव है जंतु है सबको पानी से फर्क पड़ता है इसलिए यह मेंटेन करता है रिवर्स की बात करें हमारी इकोनॉमी में रिवर्स का क्या रोल है बहुत रोल है भाई रिवर नहीं होती तो हम तो इंडस्ट्रियल नहीं बन पाते हम अर्बनाइज भी नहीं हो पाते हम तो हम जिंदा ही नहीं रह पाते तो पहला रिवर बैंक की वजह से क्या हुआ प्राचीन काल में एशियंट टाइम में जो आपका क्या कहते हैं पोर्तुगीज आए थे वो इस रिवर के के कारण नहीं आए रिवर के थ्रू ही पहुंच पा वरना पहुंच नहीं पाते तो नदियों के साथ जो शहर बसे हैं आज भी वो इसलिए बसे हैं क्योंकि पानी से कई काम होते हैं आपका काम धंधा भी चल सकता है आप एक जगह से दूसरे जगह जा सकते हैं आपके पीने के लिए जो पानी चाहिए वो भी हो सकता है आपके लिए जो बिजली चाहिए वो भी बन सकती है तो दे अट्रैक्टेड लॉट ऑफ सेटलर्स बहुत सारे सेटलर आए प्राचीन काल में और इसके कारण क्या हुआ अब वो जो सेटल करके गए जो उन्होंने टापू शहर बनाए अब वो बड़े-बड़े शहर बन चुके हैं गोवा है कर्नाटका है केरला है तमिलनाडु है बड़े-बड़े शहर बन चुके हैं इस पानी का इस्तेमाल बिजली को करने के लिए इरिगेशन को करने के लिए और नेविगेशन भाई आप जो है अगर एक स्टेट से ऐसा घूम कर अगर मुझे तमिलनाडु से ऐसा घूमकर अगर मुझे मुंबई जाना हो मुंबई हाई बेसिन तक जाना हो मान लीजिए गोवा तक जाना हो तो बोट से जा सकता हूं पानी है जा सकते हैं अब एक समस्या आ रही है वो है रिवर पोलूशन की रिवर का इस्तेमाल हमने खूब किया इतना किया कि हमने इंडस्ट्रीज और अर्बनाइजेशन के चक्कर में ये भूल गए कि पानी को हम पोल्यूटर रहे हैं तो जो हमारी ग्रोइंग डिमांड थी डोमेस्टिक की घर पर पानी हम वॉशरूम में इतना पानी फैलाते हैं धोने का अगर मैं साफ-साफ बताऊं आपको कंड में आप देखेंगे तो पहले के लोग एक लोटे से भी काम चल जाता था बट आज देखिए ढाई ढाई तीन-तीन लीटर पानी एक बार फ्लश में जाता है जो कि किसी काम का नहीं है वो हुआ म्युनिसिपल इंडस्ट्रियल वेस्ट फैक्ट्रियों से निकलने वाला जो पानी है चाहे तो उसको प्रॉपर ट्रीट किया जा सकता था पर वो पोल्यूटेड पानी पूरे अपने लेक्स रिवर ओशियन नालों में छोड़ा जा रहा है वहां वो खराब हो रहा है इसकी वजह से क्या हुआ है वाटर क्वालिटी बहुत इफेक्ट हुई है वाटर इफेक्टिव बहुत बेकार हो गई वाटर क्वालिटी और टू मीट द रिक्वायरमेंट मोर मोर एंड मोर वाटर इज ड्रेन आउट अब जो क्वालिटी खराब हो गई उसपे कोई ध्यान नहीं दे रहा है अच्छे पानी को और लिए जा रहे हैं और लिए जा रहे हैं और लिए जा रहे हैं जिसकी वजह से क्या हुआ वाटर लेवल रिड्यूस हो गया भाई आप गंदे को तो ट्रीट कर ही नहीं रहे अच्छा पानी अच्छा पानी तो कब तक अच्छा पानी जितना होगा उतना होगा उसके बाद मरोगे प्यासे उसके बा मरो हो ग प्यासे तो हैवी लोड ऑफ अनट्रीटेड सीवेज एंड इंडस्ट्रियल एफ्लूएंट जो खराब पोल्यूटेड सामान फैक्ट्रियों से निकलने वाला वेस्ट मटेरियल जब रिवर में छोड़ा जाता है तो रिवर खराब होती है जिसकी वजह से उसका क्वालिटी ऑफ वाटर खराब हुआ है और एक ध्यान रखिए जब इंडस्ट नहीं था ना तो गंगा मैया के अंदर गंगा रिवर के अंदर इतनी ताकत थी कि वो आपका कई किलोमीटर तक एरिया को पानी को साफ कर लेती कैसे कर लेती थी आपके एरिया से कोई गंदा कूड़ा कचड़ा आया जहरीला नहीं है नदी भा के ले गई क्योंकि उस नदी में सिर्फ पानी पानी है अब नदी में आपने क्या करा अपने रिलीजन जैसे हम बहुत सारे ओकेज पे उसपे बहुत सारी चीजें भा देते हैं मना करती है सरकार नमामी गंगे प्रोग्राम चलाया गंगे को साफ करो अरे गंगा में फ्लो नहीं रहेगा तो आपके आसपास जो डस्ट पार्टिकल जो आपने छोड़े उनको बहाने की ताकत उसकी खत्म हो जाएगी अब वो खुद धीरे-धीरे बहर तो आपका गंदा कचड़ा भी उसके अंदर वो और धीरे और धीरे तो खत्म तो क्या होता है पहले जो थी गंगा रिवर जो है 20 किलोमीटर तक के दायरे को साफ करने की पावर रखती थी पानी गंदा आया रिवर बहुत तेज है ले गई गंदगी आगे ले गई तो आपके आसपास का एरिया हो गया साफ अब आपके आसपास में भी गंदगी रिवर गंगा में भी पीछे से गंदगी आ रही है उसमें भी गंदगी कर रहे हैं तो इसकी वजह से अब ये नहीं हो पा रहा है आई होप आपको ये चैप्टर क्लियर हो गया होगा इंडस्ट का बढ़ना अर्बनाइजेशन का बढ़ना ये सब प्रॉब्लम कर रहा है कहीं ना कहीं सो हम पढ़ चुके हैं क्या चैप्टर को खत्म सो कहानी यहां पे खत्म होती है आई होप आपको समझ में आ गया होगा बताइएगा जरूर कमेंट सेक्शन में कि कैसा समझ में आया कि नहीं आया मैंने सारी रिवर्स का कराया गंगा ब्रह्मपुत्र इंद जो मेन रिवर थी उनका करा दिया यहां से मेजर क्वेश्चन उठ सकता है पेनिनसुलर में नर्मदा तापी को भूलकर भी मत भूलिए मैंने आपको बता दिया है उसके बाद आपका गोदावरी कावेरी कृष्णा यह भी बता दिया है उसके बाद आपका इंपॉर्टेंस ऑफ लेक्स बताया इंपॉर्टेंस ऑफ रिवर बताया रिवर पॉलि का बताया और यहीं पर मैं खत्म चैप्टर कर पाया मिलेंगे अगली बार मुस्कुराते रहिए और देखते रहिए अपनी रिवीजन क्लासेस को अपने स्प्रिंट सीजन को खूब एंजॉय कीजिए और अपने डाउट्स को भरपूर क्लियर कीजिए कोई भी डाउट हो प्लीज कमेंट सेक्शन में बताइएगा जरूर तब तक के लिए बाय टेक केयर सी यू