हाय एवरीवन एंड वेलकम टू अपना कॉलेज एंड टुडे वी आर गोइंग टू अंडरस्टैंड डॉकर अब डॉकर इज़ एन एसेंशियल पार्ट ऑफ़ दी एंटायस प्रोसेस स्पेशली अगर हम एक वर्किंग सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं या फिर अगर हम एक फुल स्टैक डेवलपर बैक एंड डेवलपर या डेप्स इंजीनियर हैं अब जब भी हम डॉकर की बात करते हैं आई पर्सनली फर्स्ट एनकाउंटर्ड डॉकर व्हेन आई वाज वर्किंग विद द व्हाट इज डॉकर व्हाई डू वी नीड डॉकर एंड हाउ इज डॉकर डिफरेंट फ्रॉम अ वर्चुअल मशीन इसके साथ में वी आर आल्सो गोइंग टू रन सम बेसिक डॉकर कमांड जिससे हमें प्रैक्टिकली पता चल जाए कि प्रैक्टिकल सिनेरियो के अंदर डॉकर को हम किस तरीके से यूज़ कर सकते हैं अब डॉकर को समझने से पहले यह समझना बहुत जरूरी है कि पूरे डेवलपमेंट प्रोसेस के अंदर ऐसी क्या प्रॉब्लम थी जिसको सॉल्व करने के लिए डॉकर को आना पड़ा तो जब भी हम अपने एक नॉर्मल डेवलपमेंट प्रोसेस की बात करते हैं तो वो कुछ इस तरीके का दिखता है फॉर एग्जांपल हमारे पास हमारी कोई मशीन है लेट्स से अजूम इट्स अ कर रहे हैं पर एक टीम के अंदर तो हमारी टीम के अंदर ऑलरेडी बहुत सारे मेंबर्स हैं जो इस सेम एप्लीकेशन के ऊपर काम कर रहे हैं और हमारी टीम को जॉइन करता है एक नया डेवलपर अब लेट्स अज्यू कि ये जो नया डेवलपर है इसके पास मैक ऑपरेटिंग सिस्टम है अब दिस पर्सन दिस डेवलपर आल्सो नीड्स टू सेट अप द सेम एनवायरमेंट टू रन द सेम एप्लीकेशन इन देयर सिस्टम तो उसके लिए सारी डिपेंडेंसीज इन्हें भी इंस्टॉल करनी पड़ेंगी तो उसके लिए लेट्स सपोज इन्होंने सबसे पहले नोड को इंस्टॉल किया पर क्योंकि यह थोड़ा सा लेटेस्ट वर्जन इंस्टॉल करना चाह रहे थे तो लेट्स सपोज इन्होंने नोड का वर्जन 20 इंस्टॉल कर लिया या 21 कर लिया या रेडिस के लिए जब इन्होंने इंस्टॉल किया तो दे इंस्टॉल्ड वर्जन से इस तरीके से पूरा एनवायरमेंट इन्होंने सेटअप कर दिया और अब ये यह एप्लीकेशन अपने सिस्टम पे रन करने की कोशिश कर रहे हैं अब ये जो पूरा प्रोसेस हमने किया इसके अंदर मल्टीपल प्रॉब्लम्स आ सकती हैं यानी जब भी हम किसी एक मशीन का पूरा का पूरा लोकल एनवायरमेंट किसी दूसरी मशीन के अंदर रिप्लिकेट करने की कोशिश करते हैं तो उस प्रोसेस के अंदर सबसे पहली प्रॉब्लम तो यही आ सकती है कि क्योंकि एक मैनुअल प्रोसेस है जिसमें एक-एक करके एक-एक करके हम डिपेंडेंसीज को सेटअप कर रहे हैं तो इसके अंदर मैनुअल एरर हो सकता है सेकंड प्रॉब्लम ये आ सकती है कि हो सकता है कि हमारी एप्लीकेशन या उसका कोई स्पेसिफिक पार्ट नोड का वर्जन 16 ही यूज़ कर रहा हो उसके अलावा वह किसी दूसरे वर्जन पे रन ही ना करें तो उस केस में तो इस एप्लीकेशन को जब हम इस सेकंड सिस्टम ma3 प्रॉब्लम यह आ सकती है कि नहीं है कि वो सेम कमांड्स हमारे मैक सिस्टम के अंदर या हमारे विंडोज सिस्टम के अंदर वर्क करेंगे तो इस तरीके की कई सारी प्रॉब्लम्स है जो डेवलपर्स ने एनकाउंटर की जब भी डेवलपर्स बड़ी टीम्स के अंदर काम करते हैं क्योंकि ये तो हो गया एक टीममेट जिसके लिए हो सकता है हमारे पास प्रॉब्लम्स आए तो उनको हम रिजॉल्व कर दें और एनवायरमेंट को कंपलीटली वहां पर सेटअप करा दें पर अगर एक बड़ी डेवलपमेंट टीम काम कर रही होती है तो उसके अंदर बहुत सारे डेवलपर्स होते हैं बहुत सारे डेवलपर्स जॉइन भी कर रहे होते हैं तो इतने सारे डेवलपर्स के ऊपर रिलाई करना कि दे विल बी एबल टू रेकेट दैट लोकल डेवलपमेंट एनवायरमेंट इन देयर ओन सिस्टम्स वो भी बिना किसी एरर के वो भी हसल फ्री होकर वो बहुत बड़ी बात हो जाती है दैट इज जनरली नॉट पॉसिबल और ये जो प्रॉब्लम है ये सिर्फ लोकल एनवायरमेंट के अंदर नहीं आती अगर इसी सेम प्रोजेक्ट को कल को अगर हम डिप्लॉयड सम प्रोडक्शन सर्वर तो सर्वर के अंदर भी हमें ये सेम एनवायरमेंट जो है उसे रिप्लिकेट करना पड़ेगा तो डेप्लॉयमेंट के टाइम पर भी बहुत सारे हमारे पास इश्यूज आ सकते हैं बहुत सारे एरर्स आ सकते हैं तो ये जो प्रॉब्लम है ये प्रैक्टिकली एनकाउंटर की कई सारे डेवलपर्स ने अपनी बड़ी लार्ज डेवलपमेंट टीम्स के अंदर एंड आल्सो अगर आपने कोई भी ओपन सोर्स का प्रोजेक्ट अपने लोकल सिस्टम के अंदर सेटअप करने की कोशिश की है तो यह सेम प्रॉब्लम्स आपने भी एनकाउंटर की होंगी सो बेसिकली दिस गिव राइज़ टू द क्लासिकल प्रॉब्लम इन टेक इट वर्क्स ऑन माय मशीन तो इस प्रॉब्लम को सॉल्व करने के लिए हमारे पास आया डॉकर अब डॉकर इज़ अ रियली इंपॉर्टेंट प्लेटफॉर्म जो हमें कंटेनर्स बनाने में हेल्प करता है अब यह कंटेनर्स क्या होते हैं बेसिकली कंटेनर्स का कांसेप्ट कहता है कि अब हम अपनी एप्लीकेशन को यानी उसके कोड को एंड उसकी डिपेंडेंसीज को एक सिंगल यूनिट के अंदर पैकेज बनाकर अपने फेलो डेवलपर्स को दे सकते हैं या फिर उन्हें एज अ सिंगल पैकेज एज अ सिंगल यूनिट हम डायरेक्टली डिप्लॉयड सिस्टम्स के अंदर या इंडिविजुअल प्रोडक्शन सर्वर्स के अंदर इस तरीके से डिपेंडेंसीज को एक-एक करके रेप्ट नहीं करना पड़ेगा इस चीज का हम पूरा एक बंडल बना देंगे जिस बंडल को हम दूसरे सिस्टम्स के साथ शेयर कर सकते हैं दूसरे डेवलपर्स के साथ शेयर कर सकते हैं और इसी बंडल इसी पैकेज को हम कह देते हैं अपना कंटेनर तो इस कंटेनर के अंदर हम बेसिकली अपनी डिपेंडेंसीज अपने जितने भी टूल्स हैं कि नोड का हमें कौन सा वर्जन रखना है रेस्का में कौन सा वर्जन रखना है वो सारी चीजें पहले से ही सेटअप कर सकते हैं और सबसे अच्छी बात कंटेनर्स की यह है कि ये किसी भी मशीन के ऊपर वर्क करते हैं अब चाहे हमारा एक डेवलपर मैक सिस्टम पे वर्क कर रहा हो दूसरा डेवलपर नीड टू मेक एनी चेंजेज टू देयर सिस्टम टू रन द स्पेसिफिक कंटेनर और डॉकर क्या है डॉकर बेसिकली व प्लेटफार्म है या कह सकते हैं वो सर्विस है जो हमें कंटेनर्स बनाने में हेल्प करते हैं जो इन कंटेनर्स को बिल्ड करने में इन्हें डिस्ट्रॉय करने में इन्हें अपडेट करने में हमें हेल्प करते हैं अब कंटेनर्स की दो काफी खास प्रॉपर्टीज हैं सबसे पहला हमारे कंटेनर्स पोर्टेबल होते हैं पोर्टेबल कहने का मतलब है इन्हें एक मशीन से दूसरी मशीन के अंदर शेयर किया जा सकता है तो इट बिकम इजियर टू शेयर कोड एज वेल एज डिपेंडेंसीज विद आवर डेवलपमेंट टीम एंड उस उसके साथ में कंटेनर्स जो होते हैं वह बहुत लाइट वेट होते हैं लाइट वेट कहने का मतलब है कि बहुत आसानी से बिल्ड हो जाते हैं बहुत आसानी से अपडेट हो जाते हैं बहुत आसानी से डिस्ट्रॉय हो जाते हैं और हम चाहे तो अगर हमें एडिशनल डिपेंडेंसीज इंस्टॉल करनी है अपनी एप्लीकेशन के लिए तो उन्हें हमें सेम कंटेनर के अंदर इंस्टॉल कर सकते हैं मतलब ये अगर हमारी लोकल मशीन है तो उस लोकल मशीन का एक पार्ट हमारा कंटेनर हो जाएगा पर ये कंटेनर कंप्लीट सेपरेट होगा हमारी लोकल मशीन से तो पहले लेट्स सपोज कि हमारे किसी इंडिविजुअल सिस्टम के अंदर नोड का वर्जन 16 इंस्टॉल्ड था तो अगर इस सिस्टम के अंदर हम दो एप्लीकेशन साथ में बिल्ड कर रहे हैं तो जनरली एक लोकल सिस्टम के अंदर जो भी नोड का वर्जन होगा उसके ऊपर हम सेम एप्लीकेशन बिल्ड कर रहे होंगे पर क्योंकि अब विद द हेल्प ऑफ कंटेनर्स ये जो इंडिविजुअल एप्स हैं अब इन दोनों को हम दो कंटेनर्स के अंदर बिल्ड कर सकते हैं तो हो सकता है इस एक ऐप के अंदर हम वर्जन 16 यूज करें और इस सेकंड ऐप के अंदर हम वर्जन 20 यूज करें तो वो चीज अब एक साथ अपने लोकल सिस्टम के अंदर कर पाना पॉसिबल हो जाता है एंड ली ऐसा तो है नहीं कि किसी एक एप्लीकेशन को बिल्ड करने के लिए हमारे पास सिर्फ दो-तीन डिपेंडेंसीज होती हैं जो हमें इंस्टॉल करनी पड़ती है बहुत सारी डिपेंडेंसीज होती हैं जिसमें कहीं भी एरर हो सकता है पर अगर इन सारी डिपेंडेंसीज को कंटेनर के अंदर हम प्री पैकेज करके अपने डेवलपमेंट टीम को दे देते हैं तो वो जो एक-एक करके एक-एक करके डिपेंडेंसी इंस्टॉल करने वाला प्रोसेस होता है उसके मैनुअल एरर से हम अपने डेवलपर्स को बचा सकते हैं अब ये तो हमने समझ लिया कि डॉकर कंटेनर क्या होता है पर जब भी हम डॉकर की बात कर रहे होते हैं देयर इज वन इंपॉर्टेंट टर्म दैट वी नीड टू अंडरस्टैंड व्हिच इज कॉल्ड डॉकर इमेज अब डॉकर इमेज कोई फोटो नहीं होती डॉकर इमेज इज एक्चुअली एन एग्जीक्यूटेबल फाइल जिस फाइल के अंदर इंस्ट्रक्शंस होती हैं कि किस तरीके से हमारा एक कंटेनर बनना चाहिए तो यूजिंग वन इमेज हम बहुत सारे मल्टीपल कंटेनर्स बना सकते हैं तो जब भी हम कहते हैं कि अपनी डेवलपमेंट टीम के साथ हम कंटेनर शेयर करेंगे तो एगजैक्टली हम कंटेनर शेयर नहीं कर रहे होते एगजैक्टली हम अपने प्रोजेक्ट या अपनी एप्लीकेशन का क्या करते हैं पहले डॉकर इमेज बनाते हैं फिर यह डॉकर इमेज हमारे इंडि विजुअल टीम मेंबर्स के साथ शेयर होती है और फिर हर कोई इस डॉकर इमेज की हेल्प से अपना कंटेनर बिल्ड कर लेता है सिस्टम के अंदर तो जब हम डॉकर इमेज की बात कर रहे हैं इमेज इज बेसिकली लाइक अ स्टैटिक स्क्रीनशॉट और अ स्टैटिक स्नैपशॉट ऑफ व्हाट द कोड एंड द डिपेंडेंसीज और व्हाट द लोकल डेवलपमेंट एनवायरमेंट इज गोइंग टू लुक लाइक बेसिकली डॉकर इमेज और डॉकर कंटेनर्स के बीच में वही सेम रिलेशनशिप है जो एक क्लास और ऑब्जेक्ट्स के बीच में होता है हमें पता है कि क्लास क्या करती है क्लास एक ब्लू ब्लूप्रिंट देती है कि हमारी हर एक ऑब्जेक्ट कैसी दिखनी चाहिए तो यूजिंग अ सिंगल क्लास हम अपने कोड के अंदर ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग के अंदर बहुत सारी ऑब्जेक्ट्स को बिल्ड कर सकते हैं तो क्लास क्या करती है ऑब्जेक्ट्स कैसी दिखनी चाहिए उसका एक ब्लूप्रिंट प्रिपेयर करती है क्लास हमारे कोड के अंदर कोई एज सच रिसोर्सेस नहीं लेती मेमोरी के अंदर मेमोरी लेवल पे जाके जो मेमोरी ऑक्यूपाइड पाई करता है वो हमारी ऑब्जेक्ट्स होती है वैसे ही डॉकर इमेज एक ब्लूप्रिंट देती है कि हमारे कंटेनर्स कैसे दिखने चाहिए वो कंटेनर्स आप मैक ओ के अंदर भी बना सकते हैं वो कंटेनर आप के अंदर हम पूरा डेवलपमेंट प्रोसेस जो है वो कर रहे होते हैं तो कंटेनर इज बेसिकली लाइक एन इंस्टेंस ऑफ दिस डॉकर इमेज तो ये तो अब हमने थोरेट्स भी एक डॉकर इमेज से अपने कंटेनर को क्रिएट करने की कोशिश करते हैं अब अपने लोकल सिस्टम पर डॉकर को सेटअप करने के लिए द इजस्ट वे इज टू सेट अप डॉकर डेस्कटॉप यू कैन गो टू दिस लिंक एंड यू कैन डाउनलोड डॉकर फॉर योर सिस्टम अगर आप मैक पर हैं यू कैन डाउनलोड यूजिंग द मैक ऑप्शन नहीं तो हम विज या डाउनलोड कर सकते हैं तो डॉकर डेस्कटॉप को जब हम डाउनलोड करेंगे तो हमारे पास इस तरीके का कुछ इंटरफेस या सॉफ्टवेयर खुल रहा होगा इसी के ऊपर हम अपने डॉकर के इमेजेस एंड कंटेनर्स के साथ डील करते हैं अब डॉकर की जितनी भी इमेजेस हैं उनके लिए एक प्लेटफॉर्म है डॉकर हब जो ऑलरेडी एजिस्ट करता है जैसे हम गिट हब के ऊपर अपने कोड्स को अपलोड करते हैं वैसे ही डॉकर हब के ऊपर हम अपनी डॉकर इमेजेस को अपलोड कर सकते हैं और उन इमेजेस को हमारे जो डेवलपर्स हैं दूसरे लोग हैं टीममेट्स हैं वो डाउनलोड कर सकते हैं और अपने सिस्टम के अंदर इमेज से अपने कंटेनर को क्रिएट कर सकते हैं फॉर एग्जांपल अगर हम डॉकर हब पर जाएं तो डॉकर हब कुछ इस तरीके से दिखेगा जिसके अंदर हमने सबसे सिंपल एक इमेज खोली हुई है व्हिच इज कॉल्ड हेलो वर्ल्ड तो हम क्या करेंगे हम इस इमेज को सबसे पहले अपने सिस्टम के अंदर पुल करेंगे एंड देन वी आर गोइंग टू टर्न दिस इमेज इनटू अ डॉकर कंटेनर तो इमेज को पुल करने के लिए जनरली इमेजेस के साथ में आपको पुल कमांड मिल जाएगी व्हिच इज द डॉकर पुल कमांड हम डॉकर पुल लिखते हैं एंड उसके बाद जिस भी इमेज को हम पुल करना चाहते हैं तो वो इमेज इंटरनेट से यानी डॉकर हब से हमारे सिस्टम के अंदर हमारे डॉकर डेस्कटॉप के अंदर आ जाएगी तो वो करने के लिए वी हैव टू कॉपी दिस वी हैव टू गो टू आवर टर्मिनल और टर्मिनल के अंदर वी कैन डायरेक्टली राइट डॉकर पुल हेलो वर्ल्ड जैसे ही इसे एंटर करेंगे वैसे ही हमारा सिस्टम क्या करेगा इट विल स्टार्ट पुलिंग द इमेज फ्रॉम द इंटरनेट और अब वो इमेज हमारे डॉकर के अंदर अवेलेबल है तो डॉकर डेस्कटॉप पर इमेजेस के अंदर पहले जो ये स्क्रीन खाली थी अब यहां पर हमारे पास हेलो वर्ल्ड नाम की एक इमेज आ गई है एंड इफ यू लुक एट द इमेज साइज इट इज वेरी स्मॉल इसीलिए बोला जाता है कि डॉकर की जो इमेजेस हैं या डॉकर के जो कंटेनर्स हो वो जनरली बहुत लाइट वेट होते हैं तो डॉकर इमेज को आप डाउनलोड करोगे वैसे तो इस इमेज का साइज केबीज में है जो बहुत छोटा होता है पर जनरली जो भी इमेजेस हम डाउनलोड करते हैं उनका साइज एमबीज के अंदर होता है अब इस इमेज को रन करने के लिए वी हैव टू कन्वर्ट इट इनटू अ कंटेनर किसी भी इमेज को अगर हम कंटेनर के अंदर कन्वर्ट करना चाहते हैं तो हम लिखते हैं डॉकर रन एंड फिर अपनी इमेज का नाम हमारी इमेज का नाम है हेलो वर्ल्ड तो बेसिकली हम क्या कर रहे हैं हम इस इमेज को रन करने की बात कर रहे हैं रन करने का मतलब है इसे कंटेनर के अंदर कन्वर्ट करना और उस कंटेनर को रन करना तो अभी डॉकर के अंदर हमारे कंटेनर्स के अंदर कंपलीटली एम्टी विंडो है जैसे ही हम इस कमांड को रन करेंगे क्या हुआ ऑटोमेटिक हमारे लिए हमारा कंटेनर रन हो गया और यह मैसेज हमारे लिए आकर प्रिंट हो गया जो हमारी उस इमेज ने ही प्रिंट करवाया है मतलब कंटेनर रन हुआ और कंटेनर ने ये मैसेज प्रिंट करवाया है और अगर हम कंटेनर्स वाली विंडो पर आएंगे तो हमारे लिए दिखा रहा है कि ये कंटेनर एक क्रिएट हुआ है ये इस कंटेनर की आईडी है इस कंटेनर को एक रैंडम नाम दे दिया गया है एंड वी हैव ऑलरेडी एग्जिट फ्रॉम द कंटेनर या तो कंटेनर रनिंग स्टेट में होता है रन करने का मतलब है कि कंटेनर के अंदर प्रोसेसेस अभी चल रहे हैं अभी वो कंटेनर स्टॉप या क्लोज नहीं हुआ है एग्जिट करने का मतलब है कि कंटेनर पूरा रन कर गया और अब हम उस कंटेनर से एग्जिट भी कर गए हैं तो ये पूरा प्रोसेस कैसे हुआ वो हमारे टर्मिनल पे ऑलरेडी लिखा हुआ है द डॉकर क्लाइंट कॉन्टैक्टेड द डॉकर डी मन बेसिकली ये डी मन हमारे डॉर डेस्कटॉप का ही सबसे इंपॉर्टेंट पार्ट है डॉर डेस्कटॉप तो क्या है हमारा यूआई है जिसके थ्रू हम अपने बटन को क्लिक करते हैं अपने सारे काम करने की कोशिश करते हैं पर इंटरनली डॉकर डेस्कटॉप का जो कोर है वो हमारा डॉकर डीम है जो हमारे लिए सारे के सारे काम करता है तो उस डॉकर डीम ने इंटरनेट से हेलो वर्ल्ड वाली इमेज को पुल किया फ्रॉम डॉकर हब और उसने उस इमेज की हेल्प से एक नया कंटेनर क्रिएट किया फिर इस कंटेनर ने हमारे लिए कुछ आउटपुट प्रोड्यूस किया और वो कौन सा आउटपुट है वो वो आउटपुट है जिसे हम अभी रीड कर रहे हैं वी आर करेंटली रीडिंग इट और उसी सेम आउटपुट को हमारे टर्मिनल के अंदर प्रिंट करवा दिया गया अब हमारे कंटेनर का ये जो आउटपुट है ये हमें एक और और इमेज सजेस्ट कर रहा है व्हिच इज उबुंटू तो हम चाहे तो इस उबुंटू वाली इमेज को भी पुल कर सकते हैं लेट्स क्लियर दिस एंड हम डायरेक्टली लिख सकते हैं डॉकर रन हाइन आईटी अब डैश आईटी स्टैंड्स फॉर इंटरेक्ट मोड बेसिकली हम अपनी इमेज को पुल करके अपने कंटेनर को इंटरेक्ट मोड में रन करना चाहते इंटरेक्ट मोड हम इसलिए यूज़ कर रहे हैं क्योंकि जब हमारे ये उबुंटू वाला कंटेनर रन करेगा तो उबुंटू के अंदर इस सिस्टम के अंदर कंटेनर के अंदर हम कुछ कमांड्स को रन करना चाहते हैं प्रैक्टिकल सिनेरियो उस के अंदर इंटरेक्ट मोड्स को हम तब यूज़ कर सकते हैं जब हमारे कंटेनर के अंदर कुछ ऐसी एप्लीकेशन है जिसको हमें कुछ कमांड्स की हेल्प से कुछ टर्मिनल सीआई कमांड्स की हेल्प से रन करने की जरूरत है तो यहां हम रन कर सकते हैं अपनी कमांड को सबसे पहले उसने डिटेक्ट किया कि ये इमेज लोकली हमारे पास अवेलेबल नहीं है तो इस इमेज को पुल किया जा रहा है एंड फाइनली हमारे लिए हमारी पूरी इमेज डाउनलोड हो गई और अब हम अगर चेक करेंगे तो डॉकर डेस्कटॉप के अंदर इमेजेस के अंदर वी हैव वन मोर इमेज विद द नेम उबुंटू ये इमेज ऑलरेडी इन यूज़ है कंटेनर्स के अंदर देखेंगे तो ऑटोमेटिक इस इमेज के लिए एक कंटेनर रन करना स्टार्ट कर गया है एंड दिस कंटेनर इज रनिंग राइट नाउ ये एग्जिट नहीं हुआ है ये रन कर रहा है और यहां पर इस कंटेनर की ये आईडी है और ये इसे रैंडम नाम दे दिया गया है अब अगर हम अपने टर्मिनल पर देखेंगे तो अभी हम अपने कंप्यूटर के लोकल सिस्टम के अंदर नहीं है अभी हमारा टर्मिनल कहां पे पॉइंट कर रहा है अभी हमारा टर्मिनल पॉइंट कर रहा है कंटेनर के अंदर मतलब यहां पर हम रूट डायरेक्ट्रीएंट्री हम उबुंटू की इमेज को रन कर रहे हैं तो अब हम चाहे तो हमारे ये जो उबुंटू कंटेनर है इसी के अंदर हम कुछ-कुछ चेंजेज कर सकते हैं जैसे फॉर एग्जांपल इसके अंदर हम एलएस कमांड रन करेंगे तो ये सारे हमारे पास फोल्डर्स आ गए हम चाहें तो वी कैन क्रिएट अ न्यू डायरेक्ट्रीएंट्री हमारे पास आ गई तो इस तरीके से कई सारे डिफरेंट डिफरेंट चेंजेज हैं जो किए जा सकते हैं हम पूरी फाइल्स बना सकते हैं पूरा का पूरा डेवलपमेंट अब इस कंटेनर के अंदर किया जा सकता है यानी नॉर्मली जो डेवलपमेंट हम अपने लो सिस्टम के अंदर करते थे अब वह सारा का सारा प्रोसेस हमारे कंटेनर के अंदर शिफ्ट हो जाएगा और यह सारी चीजें सेटअप करने के लिए सारी चीजें इंस्टॉल करने के लिए हमें ज्यादा कोई हसल नहीं करना पड़ा सिंपली हमने डॉकर डेस्कटॉप को डाउनलोड किया और एक सिंपल सी कमांड को रन किया तो इतना सिंपल होता है डॉकर इमेजेस एंड डॉकर कंटेनर्स को यूज़ करना तो आई कैन सिंपली एग्जिट फ्रॉम दिस कंटेनर एंड इस कंटेनर को हम स्टॉप कर सकते हैं यूजिंग डॉकर स्टॉप और फिर अपने कंटेनर की आईडी इफ वी वांट वी कैन यूज़ दिस आईडी नहीं तो हम चाहे तो यह नाम भी लिख सकते हैं लेट्स कॉपी एंड यूज दिस स्पेसिफिक आईडी तो अब हमारे लिए हमारा डॉकर कंटेनर स्टॉप हो गया है यहां पर आएंगे तो स्टेटस में दिखा रहा है एग्जिट अब जनरली अगर हम डॉकर को यूज़ करते हैं उसे सीखने की कोशिश करते हैं तो अ लॉट ऑफ बिगिनर्स कंफ्यूज डॉकर विद वर्चुअल मशीनस वर्चुअल मशीनस एंड डॉकर्स आर कंपलीटली सेपरेट थिंग्स अब उसे समझने के लिए लेट्स ट्राई टू अंडरस्टैंड कि हमारी मशीनस किस तरीके से वर्क करती हैं अगर हम कोई भी सिस्टम यूज़ कर रहे हैं चाहे वो विंडोज है चाहे वो मैक है चाहे वो डेटिंग सिस्टम का एक कर्नल होता है एंड उसके ऊपर हमारे पास एप्लीकेशन लेयर होती है एंड इसी एप्लीकेशन लेयर के ऊपर हमारी डिफरेंट एप्स वर्क कर रही होती हैं जैसे हमारा ब्राउजर हो गया या और भी कंप्यूटर की डिफरेंट एप्स हो गई तो डॉकर एगजैक्टली क्या करता है डॉकर होस्ट ऑपरेटिंग सिस्टम का ही कर्नल यूज करता है बस वो एप्लीकेशन लेयर को वर्चुलाइज कर देता है मतलब नाउ इंस्टेड ऑफ लुकिंग एट द पप और द सिस्टम जो एक्चुअली हमारी लोकल मशीन के अंदर था अब हमारे पास एक और दूसरा एनवायरमेंट आ गया जिसके अंदर अब डॉकर कंटेनर के अंदर की जो एप्स हैं उसके अंदर का जो पूरा सिस्टम है एनवायरन है उसे अब हम देख पा रहे हैं लेकिन क्योंकि वर्चुअल मशीनस के पास अपना खुद का कर्नल होता है तो वर्चुअल मशीनस एप्लीकेशन लेयर को तो वर्चुअल इज करती हैं उसके साथ में होस्ट ऑपरेटिंग सिस्टम के कर्नल को भी वर्चुअल मशीनस की बात करते हैं वर्चुअल मशीनस एक तरीके से पूरे के पूरे ऑपरेटिंग सिस्टम को वर्चुलाइज कर रही होती है अब क्योंकि डॉकर सिर्फ एप्लीकेशन लेयर को वर्चुलाइज करने का काम करता है दैट इज व्हाई डॉकर इज लाइटवेट तो जनरली जब भी हम डॉकर इमेजेस का साइज देखेंगे तो वो कुछ एमबीज में होगा जबकि अगर हम एक्चुअली वर्चुअल मशीनस को यूज़ कर रहे होंगे तो वो जीबीज तक हमारी साइज लिमिट को लेकर जा सकते हैं इसके साथ में डॉकर इज आल्सो फास्टर एज कंपेरर टू वर्चुअल मशीनस पर वर्चुअल मशीनस का एक एडेड बेनिफिट ये होता है कि वर्चुअल मशीनस हर एक सिस्टम के साथ कंपैटिबल होती हैं चाहे वो तो सिर्फ तो डॉकटर डेस्कटॉप एगजैक्टली ऐसा क्या करता है वह हमारे सिस्टम के अंदर एक लाइट वेट हाइपरवाइजर की लेयर ऐड करता है व्हिच इंटरनली यूसेज अ लाइट वेट सिस्टम पर हैं तो फिर हम अपने इतना ही मिलते हैं नेक्स्ट सेशन के अंदर टिल देन कीप लर्निंग एंड कीप एक्सप्लोरिंग